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विषय - सच
ू ी
A. महत्वपूर्ण अंतर्रण ष्ट्रीय आर्थणक खं ड-B 5. अंतराड ष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF)
संगठन 1.बहुपक्षीय वनयाड त वनयं त्रण व्यिस्था 6. विश्व बैं क
1. विश्व बैं क A.परमाणु आपूवतड कर्त्ाड समूह 7. अंतराड ष्ट्रीय समुद्री सं िठन (IMO)
2. िर्ड बैं क समूह (एनएसर्ी)(NSG) 8. अंतराड ष्ट्रीय दू रसं चार सं िठन (ITU)
3. आईएमएफ B.वमसाइल प्रौद्योविकी वनयं त्रण व्यिस्था 9. सं युक्त राष्ट्र िैवक्षक, िै ज्ञावनक एिं
4. एवियाई विकास बैं क (MTCR) सां स्कृवतक सं िठन
5. एवियन इन्फ्रास्ट्रक्चर इन्वे स्ट्मेंट बैं क C.िासे नार अरें र्मेंट 10. सं युक्त राष्ट्र औद्योविक विकास
(AIIB) D.ऑस्ट्रेवलया समूह (Australia सं िठन
6. नया विकास बैं क (विक्स विकास बैं क) Group (AG)) 11. विश्व स्वास्थ्य सं िठन (WHO)
7. अरीकी विकास बैं क समूह (AfDB) 2.परमाणु हवथयार प्रवतबं ि सं वि 12. सं युक्त राष्ट्र व्यापार और विकास
8. बैं क फॉर इं टरनेिनल से टलमें ट्स 3.पेवलंर्ाबा सं वि सम्मेलन (UNCTAD
(BIS) 4.नई स्ट्ाटड सं वि 13. सं युक्त राष्‍टर मादक पदाथड एिं
5.हे ि आचार सं वहता अपराि कायाड लय (UNODC)
B.अंतर्र्रष्ट्रीय सं गठन 6.र्ैविक हवथयार सम्मेलन 14. सं युक्त राष्‍टर िरणाथी उच्चायु क्त
1.G4 7.परमाणु क्षवत के वलए अनुपूरक कायाड लय (UNHCR)
2.G7 मुआिर्े पर कन्वें िन 15. ईएससीएपी
3.G20 8.अंतरराष्ट्रीय परमाणु ऊर्ाड एर्ेंसी
4.SAARC कर्ें ट अफेयसण
5.BRICS 1.परमाणु िस्त्रािार का िैवश्वक विस्तार:
6.APEC SIPRI ररपोटड
7.ASEAN 2.परमाणु वनरीक्षण पर IAEA - ईरान
8.BBIN समझौता
9.BCIM
10.BIMSTEC D.संयुक्त र्रष्ट्र
11.SCO सं युक्त राष्ट्र के मुख्य वनकाय
12.IBSA 1.सं युक्त राष्ट्र महासभा
13.MGC 2. सु रक्षा पररषद (UNSC)
14.IORA 3. आवथडक एिं सामावर्क पररषद
15.OPEC 4. न्यास पररषद
16.OECD 5. अंतराड ष्ट्रीय न्यायालय
17.FATF 6. सवचिालय
18.Arctic Council
कोष एवं करयणक्रम
19.Antarctic treaty system
1.यू वनसे फ
20.SASEC
2.सं युक्त राष्ट्र र्नसं ख्या कोष
21.NAFTA
3.सं युक्त राष्ट्र विकास कायड क्रम
22.NATO
4.सं युक्त राष्ट्र पयाड िरण कायड क्रम
23.MERCOSUR
5.सं युक्त राष्ट्र मानि अवििास कायड क्रम
24.RCEP
6.विश्व खाद्य कायड क्रम
C.भरर्त की पर्मरर्ु नीर्त
संयुक्त र्रष्ट्र की र्वर्िष्ट् एजेंर्सयराँ
खं ड-A
1.खाद्य और कृवष सं िठन (FAO)
1.बे वसक
2. अंतराड ष्ट्रीय नािररक उड्डयन सं िठन
2.भारत का परमाणु ऊर्ाड कायडक्रम
(ICAO)
3.परमाणु अप्रसार सं वि
3. कृवष विकास के वलये अंतराड ष्ट्रीय कोष
4.व्यापक परमाणु परीक्षण प्रवतबंि सं वि
(IFAD)
5.‘नो फस्ट्ड यू र्’ पॉवलसी
4. अंतराड ष्ट्रीय श्रम सं िठन (ILO)

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A.महत्वपूर्ण अं तर्रण ष्ट्रीय आर्थणक सं गठन उन्हें ICSID प्रशासवनक पररषद के आमंत्रण पर अपने
सदस् ं के द -विहाई ि ट का समथयन वमलने पर ही
1-विश्व बैं क सदस्िा दी जािी है ।
• यह अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) के साथ सं युक्त राज्य
विश्व बैं क समू ह और भारत
अमेररका में 1944 में ब्रे टन वु ड्स सम्मेलन के बाद गठित
एक अंतराा ष्ट्रीय ठवत्तीय सं गिन है । • भारि ब्रे टन िु र्डस में वकर्े गए समझौि ं के मूल
• मुख्यालय = वाठ ंगटन (यू एसए) हस्ताक्षरकत्ताय ओं में से एक था, वजसने इं टरनेशनल बैं क
• ठवश्व बैं क के मूल उद्दे श्य इस प्रकार है फॉर ररकंस्ट्रक्शन एं र् र्े िलपमेंट (IBRD) और अंिराय ष्ट्रीर्
• आठथाक पुनठनामाा ण और ठवकास के ठलए सदस्य दे ो को मुद्रा क ष (IMF)) की स्थापना की।
दीर्ाकालीन पूंजी प्रदान करना। • भारि िषय 1956 में IFC और 1960 में IDA के सं स्थापक
• भु गतान सं तुलन और अंतराा ष्ट्रीय व्यपार के सं तुठलत सदस् ं में भी शावमल था।
ठवकास को सु ठनठित करने के ठलए दीर्ाकाठलक पूंजी • भारि जनिरी िषय 1994 में MIGA का सदस् बना।
ठनवे को प्रेररत करना। ● ठवश्व बैं क समूह में पाँ च सं गिन हैं ।
• अत्यंत गरीबी का अंत -2030 तक वै ठश्वक जनसँ ख्या के
उस ठहस्से को जो अत्यंत गरीबी में जी रहे हैं , 3% तक कम
करना।
• साझा समृद्धि को बढावा दे ना – हर दे में सबसे गरीब
40 प्रठत त लोगों की आय में वृ द्धि करके
● सतत ठवकास प्रदान करना
विश्वबैं क का कार्य कारी विदे शक मं डल

विश्व बैं क समूह के चार सं स्थान ं का प्रविवनवित्व करने िाले


कार्य कारी वनदे शक ं के चार ब र्य हैं : इं टरने शनल बैं क फॉर
ररकंस्ट्रक्शन एं र् र्े िलपमेंट (IBRD), अंिराय ष्ट्रीर् विकास एजें सी 2-विश्व बैं क समू ह
(IDA), अंिराय ष्ट्रीर् वित्त वनगम (IFC) और बहुपक्षीर् वनिे श गारं टी 1-अंतर्र्रष्ट्रीय पु नर्नणमरण र् एवं र्वकरस बैं क (IBRD)
एजेंसी (MIGA)।
● सबसे बडा ठवकास बैं क है , जो ठवत्तीय उत्पाद और नीठत
• इन ब र्ों में काम करने िाले कार्य कारी वनदे शक आमिौर सलाह प्रदान करता है
पर समान ह िे हैं । ● यह बाजार दरों पर ऋण प्रदान करता है या सदस्य दे ों
• कार्य कारी वनदे शक ं के र्े ब र्य विश्व बैं क समूह के सामान्य को ऋण ठवत्तपोषण के ठलए पररयोजनाओं को ठनठि दे ता
सं चालन के वलर्े विम्मेदार हैं और सदस् ं का प्रविवनवित्व है जो भोजन, पीने योग्य पानी, स्वास्थ्य से वा, पररवहन,
ब र्य ऑफ गिनयसय द्वारा वकर्ा जािा है । ऊजाा , ठ क्षा तक पहं च में सु िार करना चाहते हैं ।
• ब र्य ऑफ गिनयसय उन्हें सौंपी गई सभी शक्तिर् ं का ● इस प्रकार बैं कों का जनादे दु ठनया भर में आठथाक
उपर् ग करिे हैं । ठवकास को आगे बढाने और गरीबी उन्मूलन के ठलए है ।
• इन ब र्डय स में 24 कार्य कारी वनदे शक ह िे हैं और एक ● IBRD के प्रत्येक सदस्य राज्य को अंतराा ष्ट्रीय मुद्रा कोष
अध्यक्ष ह िा है । (IMF) का सदस्य भी होना चाठहए और IBRD के केवल
• हाल ही में अमेररकी राष्ट्रपवि र् नाल्ड टर ं प प्रशासन के सदस्यों को बैं क के भीतर अन्य सं स्थानों (जैसे आईडीए)
अविकारी र्े विर् मालपास क विश्व बैं क के 13िें अध्यक्ष में ाठमल होने की अनुमठत है ।
के िौर पर चुना गर्ा।
• विश्व बैं क के कार्य कारी ब र्य ने आम सहमवि से उनका 2-अंतर्रण ष्ट्रीय र्वकरस संघ (IDA)
चर्न वकर्ा। ● यह दु ठनया के सबसे गरीब ठवकास ील दे ों को ररयायती
• विश्व बैं क का सबसे बडा शेर्रिारक इसके अध्यक्ष का ऋण, नरम ऋण और अनुदान प्रदान करता है ।
नाम प्रस्ताविि करिा है । ● आमतौर पर क्रेठडट जोद्धिम वाले दे इतने ठनषेिात्मक
• अमेररका विश्व बैं क का सबसे बडा शेर्रिारक है और र्ही होते हैं ठक वे ठवश्व बैं क के अन्य काया क्रमों से ऋण लेने के
कारण है वक अब िक इसके सभी अध्यक्ष अमेररकी ही ठलए पैसे नही ं दे सकते ।
रहे हैं ।
3-अंतर्रण ष्ट्रीय र्वत्त र्नगम (IFC)
विश्व बैं क समू ह की सदस्यता
● यह ठवकास ील दे ों के ठनजी क्षे त्र को व्यवसाय स्थाठपत
• IBRD के आवटय कल्स ऑफ एग्रीमेंट के िहि बैं क का
करने के ठलए ठनवे , सलाहकार, पररसं पठत्त प्रबं िन से वाएं
सदस् बनने के वलर्े वकसी दे श क पहले अंिराय ष्ट्रीर् मुद्रा
प्रदान करता है ।
क ष (IMF) में शावमल ह ना अवनिार्य है ।
● यह ठवकास ील दे ों में सभी के ठलए अवसर पैदा करने
• IBRD की सदस्िा वमलने पर ही IDA, IFC और MIGA
के ठलए ठनजी क्षे त्र के साथ काम करता है ।
की सदस्िा वमलिी है ।
• ICSID में सदस्िा IBRD के सदस् ं के वलर्े उपलब्ध
4-मीगर (MIGA) अथरण त ‘बहुपक्षीय र्नवे श गरर्ं टी एजेंसी’
ह िी है , वकंिु ज IBRD के सदस् नही ं हैं , लेवकन पाटी
(Multilateral Investment Guarantee Agency)
ऑफ इं टरनेशनल क टय ऑफ जक्तस्ट्स (ICJ) के सदस् हैं ,

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● एक अंतराा ष्ट्रीय ठवत्तीय सं स्थान है जो ठवश्व बैं क समूह का ● आईएमएफ में सदस्यता IBRD में सदस्यता के ठलए एक
सदस्य है ता है ।
● ठवकास ील दे ों में ठवश्वासपूणा ठनवे को प्रोत्साठहत कोटा सदस्यता का भु गतान करें : IMF में ाठमल होने पर, प्रत्येक
करने हे तु इसकी स्थापना वषा 1988 में एक ‘ठनवे बीमा सदस्य दे एक ठनठित राठ का योगदान दे ता है , ठजसे कोटा
सु ठविा’ (Investment insurance facility) के रूप में सदस्यता कहा जाता है , जो दे के िन और आठथाक प्रद ान (कोटा
की गई थी। फॉमूाला) पर आिाररत है ।
● इस सं स्था का र्ोठषत ठम न ठवकास ील दे ों में‘प्रत्यक्ष ● जीडीपी का औसत भार (50 प्रठत त वजन) है
ठवदे ी ठनवे ’(FDI) को बढावा दे कर आठथाक वृ द्धि में ● िुलापन (30 प्रठत त),
मदद करना, गरीबी कम करना तथा लोगों के जीवन स्तर ● आठथाक पररवता न ीलता (15 प्रठत त),
में सु िार लाना है । ● अंतराा ष्ट्रीय भं डार (5 प्रठत त)।
❖ सदस्य दे की जीडीपी को जीडीपी के ठमश्रण के माध्यम
5-र्नवेश र्ववरद ं के र्नपटरर्े के र्िए अंतर्रण ष्ट्रीय केंद्र। से मापा जाता है - जो बाजार ठवठनमय दरों (60 प्रठत त
● यह एक मध्यस्थता सं स्थान है ठजसका उद्दे श्य अंतरराष्ट्रीय वजन) और पीपीपी ठवठनमय दरों (40%) पर आिाररत है ।
ठनवे कों और ठवकास ील दे सरकारों के बीच ठववादों ❖ ठव ेष आहरण अठिकार (एसडीआर) आईएमएफ की
को हल करना है । इकाई है , न ठक मुद्रा।
● इसके मामले सीिे तौर पर नही ं होते हैं , लेठकन यह ऐसे 1. एसडीआर की मुद्रा मूल्य मुद्राओं के एसडी टोकरी के बाजार
सं गिनों को समथान प्रदान करता है जो ऐसे ठववादों को मूल्य के आिार पर अमेररकी डॉलर में मू ल्यों को सं क्षेप द्वारा
हल करते हैं । ठववाद एक वाठणद्धज्यक ठनवे के कानूनी ठनिाा ररत ठकया जाता है ।
पहलू से सं बंठित होना चाठहए। 2. मुद्राओं की एसडीआर टोकरी में अमेररकी डॉलर, यू रो, जापानी
● भारत ICSID (ठनवे ठववादों के ठनपटान के ठलए ये न, पाउं ड स्टठलिंग और चीनी रॅ द्धन्मन्बी (2016 में ाठमल) ाठमल
अंतराा ष्ट्रीय केंद्र) का सदस्य नही ं है । हैं ।
भारत ठवठभन्न ठवकास पररयोजनाओं के ठलए ठवश्व बैं क (मुख्यतः 3. एसडीआर मुद्रा मूल्य दै ठनक (आईएमएफ छु ठियों को छोडकर
IBRD और IDA के माध्यम से ) से िनराठ से ठमलता है । या जब भी आईएमएफ व्यापार के ठलए बं द होता है ) की गणना की
भारत IBRD, IDA और IFC के संस्थापक सदस्यों में से एक है जाती है और मूल्यां कन टोकरी की समीक्षा की जाती है और हर पां च
साल में समायोठजत की जाती है ।
र्वश्व बैं क ने र्नम्नर्िखित रर्प टण प्रकरर्शत की: सदस्यों की मतदान द्धक्त सीिे उनके कोटा (वे सं स्थान में योगदान
● ईज ऑफ डूइं ग ठबजनेस करने वाली राठ ) से सं बंठित है ।
● ठवश्व ठवकास ररपोटा आईएमएफ ठनम्नठलद्धित ररपोटा प्रकाठ त करता है :
● वै ठश्वक आठथाक सं भावना (जीईपी) ररपोटा ● ठवश्व आठथाक आउटलुक;
● रे ठमटें स ररपोटा ● वै ठश्वक ठवत्तीय द्धस्थरता ररपोटा ;
● ठलठवं ग इं डेक्स ● राजकोषीय ठनगरानी ररपोटा ;
● भारत ठवकास अद्यतन ● क्षे त्रीय आठथाक ररपोटा
● यू ठनवसा ल हे ल्थ कवरे ज इं डेक्स
● से वा व्यापार प्रठतबं ि सू चकां क कोटा मू ल्यिर्य:

3. अंतराय ष्ट्रीर् मु द्रा कोष (IMF) • आईएमएफ सं साधि:


● आईएमएफ का गिन 1944 में ब्रे टन वु ड्स सम्मेलन में
ठकया गया था और इसे औपचाररक रूप से एक साल बाद
स्थाठपत ठकया गया था।
● सदस्य = 189
● आईएमएफ अपने सदस्यों को नीठत सलाह और
ठवत्तपोषण प्रदान करता है और ठवकास ील दे ों के साथ
काम करता है ताठक उन्हें व्यापक आठथाक द्धस्थरता प्राप्त
करने और गरीबी पर काबू पाने में सहायता ठमले
● काया कारी बोडा (Executive Board) : यह 24-सदस्यीय
काया कारी बोडा है ठजसे बोडा ऑफ़ गवनासा द्वारा चुना जाता
है ।
● यह आईएमएफ के दै ठनक व्यवसाय का सं चालन करता है
और बोडा ऑफ गवनासा द्वारा उसे सौंपी गई द्धक्तयों का
प्रयोग करता है
• आईएमएफ ऋण के वलए अविकां श सं सािनसदस्य दे शों
● प्रत्येक सदस्य के वोट उसके मू ल वोटों के योग (समान
रूप से सभी सदस्यों के बीच ठवतररत) और कोटा- द्वारा प्रदाि वकए जािे हैं , मुख्य रूप से अपने क टा के
आिाररत वोटों के बराबर होते हैं । ठकसी सदस्य का कोटा भु गिान माध्यम से ।
उसकी मतदान द्धक्त ठनिाा ररत करता है कोटा:
● आईएमएफ सदस्य: कोई भी अन्य राज्य, चाहे वह सं युक्त
राष्ट्र का सदस्य हो या न हो, तदनुसार आईएमएफ का • क टा सदस्िा आईएमएफ के वित्तीर् सं सािन ं का एक
सदस्य बन सकता है केंद्रीर् घटक है ।आईएमएफ के प्रत्येक सदस् दे श क

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विश्व अथयव्यिस्था में उसकी सापे क्ष क्तस्थवि के आिार पर ● अंतराा ष्ट्रीय मुद्रा सं गिन एक एकात्मक सं गिन है जबठक
ठवश्व बैं क ठद्वपक्षीय सं गिन है ।
क टा वदर्ा जािा है । ● सलाह और सहायता प्रदान करने के ठलए अंतराा ष्ट्रीय मुद्रा
• कोटा सदस्यता हे तु भुर्ताि: प्रत्येक सदस् दे श IMF से कोष अद्धस्तत्व में आया। इसके ठवपरीत, ठवश्व बैं क ऋण दे ने
की सु ठविा के ठलए बनाया गया है।
जुडने पर कुछ मुद्रा का र् गदान करिा है वजसे क टा
● IMF का प्रमुि उद्दे श्य ठवत्तीय क्षे त्र और मैक्रोइकॉनॉठमक्स
सदस्िा (Quota Subscription) कहिे हैं ज दे श की से सं बंठित मामलों से ठनपटना है । दू सरी ओर, ठवश्व बैं क
सं पदा एिं आवथयक प्रदशयन पर आिाररि ह िी है । जहााँ का उद्दे श्य गरीबी कम करना और आठथाक ठवकास को
बढावा दे ना है ।
सं र्ुि राष्ट्र महासभा में सभी सदस् ं क एक ि ट का
अविकार वमलिा है िही ं IMF में र्ह अविकार एक क टे
कर्रें ट अफेयर्स
के रूप में प्रदान वकर्ा जािा है ज वक एक सदस् एक अंडोरा: अंतरराष्ट्रीर् मु द्रा कोष का 190िां सदस्य
ि ट के बजार् कुछ कम र्ा ज़्यादा भी ह सकिा है र्ह
क टा र्ा मिदान अविकार वनम्नवलक्तिि सू त्र से वनिाय ररि • 16 अक्टू बर, 2020 क र्ू र पीर् दे श अंर् रा (वप्रंवसपॉवलटी
ऑफ अं र् रा) औपचाररक रूप से अंिरराष्ट्रीर् मुद्रा क ष
वकर्ा जािा है - का 190िां सदस् बना।
• अंर् रा ने जनिरी, 2020 में अं िरराष्ट्रीर् मुद्रा क ष की
र्ह जीर्ीपी का भाररि औसि है। (50% भारां क) सदस्िा के वलए आिे दन वकर्ा था।
जीर्ीपी िुलापन (आवथयक नीविर् ं में उदारीकरण)। • इससे पूिय िषय 2016 में नौरू गणराज्य अंिरराष्ट्रीर् मुद्रा
(30% भारां क) क ष में 189िां दे श के रूप में शावमल हुआ था।
आवथयक पररििय नशीलिा। (15% भारां क) • अंर् रा आइिे ररर्न प्रार्द्वीप में क्तस्थि वपरे नीज पिय ि से
अंिराय ष्ट्रीर् मुद्रा भं र्ार। (15% भारां क) वघरा हुआ एक स्थल रुद्ध दे श है । वजसकी सीमाएं फ्ां स
• सदस् दे श ं की जीर्ीपी का मापन बािार आिाररि िथा स्पेन से लगी हैं ।
विवनमर् दर ं (60% भारां क) एिं पीपीपी विवनमर् दर ं • इसकी राजिानी ‘अंर् रा ला िे ला’ है , ज र्ू र प में पर्य टन
(40% भारां क) पर आिाररि वमविि जीर्ीपी के माध्यम के वलए प्रवसद्ध है ।
से वकर्ा जािा है । • अंर् रा मुख्यिः पर्य टन आिाररि अथयव्यिस्था िाला दे श
• विशेष आहरण अविकार (SDRs) IMF िािा की एक है िथा इसका क्षे त्रफल 181 िगय मील है ।
इकाई है न वक एक मुद्रा। • अंर् रा की आविकाररक भाषा कैटलन है , इसके साथ-
• SDR की मुद्रा कीमि का वनिाय रण र्ू एस र्ॉलर में मूल् ं साथ र्हां स्पेवनश, पुियगाली और फ्ेंच भाषा का प्रर् ग भी
क ज डकर वकर्ा जािा है , ज बािार विवनमर् दर, वकर्ा जािा है ।
मुद्राओं की एक SDR बास्केट पर आिाररि ह िा है । • अंर् रा ने मई, 1993 में सं सदीर् ल किं त्र क अपनार्ा
• मुद्राओं की SDR बास्केट में र्ू एस र्ॉलर, र्ू र , जापानी था।
र्े न, पौंर् स्ट्वलिंग एिं चीनी रॅ क्तिन्बी (िषय 2016 में शावमल)
हैं । भारत के विदे शी मु द्रा भंडार में विम्नवलखित को शावमल वकर्ा
• SDR मुद्रा के मूल् ं का दै वनक मूल्ां कन (अिकाश क जाता है :
छ डकर र्ा वजस वदन IMF व्यािसावर्क गविविविर् ं के
वलर्े बं द ह ) ह िा है एिं मूल्ां कन बास्केट की समीक्षा • विदे शी पररसं पवत्तर्ााँ (विदे शी कंपवनर् ं के शेर्र, वर्बें चर,
िथा इसका समार् जन प्रत्येक 5 िषय के अंिराल पर वकर्ा बाॅॅ ण्ड इत्यावद विदे शी मुद्रा में)
जािा है । कोटा (Quotas) को SDRs में इं वर्त वकर्ा • स्वणय भं र्ार
र्र्ा है । • IMF के पास ररििय टर ें च
• सदस् दे श ं का मिदान अविकार सीिे उनके क टे से • विशेष आहरण अविकार (SDR)
सं बंविि ह िा है । विदे शी मु द्रा पररसंपविर्ााँ
• IMF प्रत्येक सदस् दे श ं क अपनी मुद्रा के विवनमर् मूल्
की वनिाय रण प्रविर्ा क चुनने की अनुमवि दे िा है । इसके • विदे शी मुद्रा पररसं पवत्तर्ााँ िे हैं वजनका मूल्ां कन उस दे श
वलर्े आिश्यक है वक सदस् दे श अपनी मुद्रा की कीमि ं की अपनी मुद्रा के बजार् वकसी अन्य दे श की मुद्रा में
का आिार स्वणय से िर् न करिे ह ं और अन्य सदस् ं क वकर्ा जािा है ।
मुद्रा कीमि ं के वनिाय रण की सू चना विवि पूियक करिे ह ।ं • FCA विदे शी मुद्रा भं र्ार का सबसे बडा घटक है । इसे
र्ॉलर के सं दभय में व्यि वकर्ा जािा है ।
आईएमएफ और् र्वश्व बैं क के बीच महत्वपूर्ण अंतर् • गै र-अमेररकी मुद्रा जैसे- र्ू र , पाउं र् और र्े न की कीमि ं
● अंतराा ष्ट्रीय मुद्रा कोष दु ठनया की मौठद्रक प्रणाली का एक में उिार-चढाि क FCA में शावमल वकर्ा जािा है ।
ठनयं त्रक है । ठवश्व बैं क एक वै ठश्वक ठवत्तीय सं स्थान है । स्वर्य भंडार
● आईएमएफ ने आठथाक द्धस्थरता लाने पर ध्यान केंठद्रत
ठकया, जबठक ठवश्व बैं क ने ठवकास ील दे ों की आठथाक • केंद्रीर् बैं क ं के विदे शी भं र्ार में स ना एक विशेष स्थान
वृ द्धि पर जोर ठदया। रििा है , क् वं क इसे मुख्य िौर पर विवििीकरण के
● ठवश्व बैं क का आकार अंतराा ष्ट्रीय मुद्रा कोष के आकार से उद्दे श्य से आरवक्षि वकर्ा जािा है।
तीन गु ना अठिक है ।

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• इसके अलािा स्वणय के भं र्ार क वकसी दे श की ● यह दोनों सं प्रभु दे ों के साथ-साथ ठनजी पाठटा यों को ठवत्त
विश्वसनीर्िा का प्रिीक माना जािा है । प्रदान करता है ।
• उच्च गु णित्ता और िरलिा के साथ स्वणय अन्य पारं पररक ● 31 वदसं बर 2019 िक ADB के पााँ च सबसे बडे
आरवक्षि पररसं पवत्तर् ं की िु लना में बे हद अनुकूल ह िा शेर्रिारक ं में जापान और सं र्ुि राज्य
है , ज केंद्रीर् बैं क ं क मध्यम और दीघयकाल में पूंजी अमेररका (प्रत्येक कुल शेर्र ं के 15.6% के साथ), पीपुल्स
सं रक्षण, प टय फ वलर् में विविििा लाने और ज क्तिम ं क ररपक्तिक ऑफ चाइना (6.4%), भारि (6.3%)
कम करने में मदद करिा है । और ऑस्ट्रेवलर्ा (5.8%) शावमल हैं ।
• स्वणय ने अन्य िै कक्तिक वित्तीर् पररसं पवत्तर् ं की िु लना में
विकासशील एवशर्ा:
लगािार बे हिर औसि ररटनय वदर्ा है ।
विशेष आहरर् अवधकार (SDR) वित्त िषय 2021-22 में विकासशील एवशर्ा की आवथय क
िृ क्तद्ध दर 7.3% के आसपास रहे गी, जबवक वपछले िषय
• विशेष आहरण अविकार क अंिराय ष्ट्रीर् मुद्रा क ष (IMF) इसमें 0.2% सं कुचन दे िने क वमला था।
द्वारा 1969 में अपने सदस् दे श ं के वलर्े अंिराय ष्ट्रीर् विकासशील एवशर्ा में भौग वलक समूह के आिार
आरवक्षि सं पवत्त के रूप में बनार्ा गर्ा था। पर ADB सू ची के 46 सदस् शावमल हैं ।
• SDR न ि एक मुद्रा है और न ही IMF पर इसका दािा
इनमें नई औद्य वगक अथयव्यिस्थाएाँ और मध्य एवशर्ा, पूिी
वकर्ा जा सकिा है । बक्ति र्ह IMF के सदस् ं का स्विं त्र
एवशर्ा, दवक्षण एवशर्ा, दवक्षण पूिय एवशर्ा िथा प्रशां ि क्षे त्र
रूप से प्रर् ग करने र् ग्य मुद्राओं पर एक सं भाविि दािा
के दे श शावमल हैं ।
है । इन मुद्राओं के वलर्े SDR का आदान-प्रदान वकर्ा जा
सकिा है । भारि भी विकासशील एवशर्ा का सदस् है ।
• SDR के मूल् की गणना, ‘बास्केट ऑफ करें सी’ में शावमल
मुद्राओं के औसि भार के आिार पर की जािी है । इस
बास्केट में पााँ च दे श ं की मुद्राएाँ शावमल हैं - अमेररकी 5. एवशर्ाई इं फ्रास्ट्र क्चर इन्वे स्ट्में ट बैं क (AIIB)
र्ॉलर, र्ू र प का र्ू र , चीन की मुद्रा रॅ क्तिन्बी, जापानी र्े न • मुख्यालय: बीठजंग, चीन
और वब्रटे न का पाउं र्। • विश्व में इसके कुल अनुम वदि सदस् ं की सं ख्या बढकर
• विशेष आहरण अविकार ब्याज (SDRi) सदस् दे श ं क 103 ह गई है ।
उनके द्वारा िारण वकर्े जाने िाले SDR पर वमलने िाला • 2016 में ऑपरे न ुरू ठकया
ब्याज है । • यह एक अंतरराष्ट्रीय ठवत्तीय सं स्थान है
IMF के पास ररज़िय टर ें च • इसका उद्दे श्य एठ या प्र ां त क्षेत्र में बु ठनयादी ढां चे के
ठनमाा ण का समथान करना है
• बहपक्षीय ठवकास बैं क का उद्दे श्य एठ या प्र ां त क्षे त्र में
• ररििय टर ें च िह मुद्रा ह िी है वजसे प्रत्येक सदस् दे श द्वारा
बु ठनयादी ढां चा पररयोजनाओं को ठवत्त प्रदान करना है ।
अंिराय ष्ट्रीर् मुद्रा क ष (IMF) क प्रदान वकर्ा जािा है और
• यह चीन की सरकार की एक पहल है
वजसका उपर् ग िे दे श अपने स्वर्ं के प्रर् जन ं के वलर्े
• बैं क की पूंजी $ 100 ठबठलयन है , जो एठ याई ठवकास बैं क
कर सकिे हैं ।
की पूंजी के 2/3 के बराबर है और ठवश्व बैं क की लगभग
• ररििय टर ें च मूलिः एक आपािकालीन क ष ह िा है वजसे
आिी है ।
अंिराय ष्ट्रीर् मुद्रा क ष के सदस् दे श ं द्वारा वबना वकसी शिय
• चीन बैं क में सबसे बडा ेयरिारक रहे गा (भारत दू सरा
पर सहमि हुए अथिा से िा शुि का भु गिान वकर्े वकसी
सबसे बडा), और गै र-एठ याई दे ों के ेयर कुल का
भी समर् प्राप्त वकर्ा जा सकिा है ।
25% तक सीठमत रहें गे
• चीन 26.06% वोठटं ग ेयरों के साथ सबसे बडा
ेयरिारक है । 7.5% वोठटं ग ेयरों के साथ भारत दू सरा
4. एवशर्ाई विकास बैं क (ADB)
सबसे बडा ेयरिारक है रूस (5.93%) और जमानी
● 1966 में स्थाठपत
(4.5%)
● मुख्यालय: मनीला, ठफलीपीस ं
• AIIB को आईएमएफ, ठवश्व बैं क और एठ याई ठवकास
● यह एक बह-पाश्वा (multi-lateral) ऋण दे ने वाली एजेंसी
बैं क (एडीबी) के प्रठतद्वं द्वी के रूप में माना जाता है , ठजसे
है और ठवश्व बैं क में मॉडल पर आिाररत है
एआईआईबी का कहना है ठक सं युक्त राज्य अमेररका
● सदस्य की पूंजी सदस्यता के आिार पर वोट ठवतररत ठकए
और जापान जैसे ठवकठसत दे ों का वचास्व है ।
जाते हैं ।
• AIIB बु ठनयादी ढां चे पर ध्यान केंठद्रत करे गा
● एडीबी गारं टी के रूप में अपनी पूंजी के साथ अंतरराष्ट्रीय
मतावधकार:
पूंजी बाजारों से उिार लेता है
• ‘एवशर्न इन्फ्ास्ट्रक्चर इनिे स्ट्मेंट बैं क’ में चीन की
● जापान और अमरीका इसके प्रमुि दानदाता हैं ।
शेर्रिाररिा सिाय विक है , इसके पास 61% ि वटं ग शेर्र
● भारत में लगभग 6% वोठटं ग अठिकार हैं
है , इसके बाद भारि (7.6%), रूस (6.01%) और जमयनी
• जापान रैं क 1 है
(4.2%) शेर्र ं के साथ सबसे बडे शेर्रिारक है ।
• सं युक्त राज्य अमेररका रैं क 2 है
• बैं क में, क्षे त्रीर् सदस् ं की कुल मिदान शक्ति 75% हैं ।
● यह समावे ी आठथाक ठवकास, पयाा वरणीय सतत ठवकास
और क्षे त्रीय एकीकरण के माध्यम से एठ या और प्र ां त
एवशर्ि इन्फ्फ्रास्ट्र क्चर इन्वेस्ट्में ट बैं क के विवभन्न अंर्:
क्षे त्र में गरीबी को कम करने के ठलए समठपात है ।

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• बोडय ऑफ र्िियसय: गिनयसय ब र्य में प्रत्येक सदस् दे श 7. अफ्रीकी विकास बैं क समू ह (AfDB)
द्वारा वनर्ु ि एक गिनयर िथा एक िै कक्तिक गिनयर ह िे • AfDB समूह एक क्षे त्रीय बहपक्षीय ठवकास ठवत्त सं स्थान है
हैं । जो अफ्रीकी दे ों के आठथाक ठवकास और सामाठजक
• विदे शक मं डल: बैं क के सामान्य सं चालन के वलए गै र- प्रगठत में योगदान करने के ठलए स्थाठपत ठकया गया है जो
वनिासी वनदे शक मंर्ल (Non-Resident Board Of सं स्थान के क्षे त्रीय सदस्य दे (RMC) हैं ।
Directors) वजम्मेदार ह िा है , इस वनदे शक मंर्ल क AfDB में तीन सं स्थाएँ ाठमल हैं :
ब र्य ऑफ गिनयसय द्वारा सभी शक्तिर्ां प्रदान की जािी है । o अफ्रीकी ठवकास बैं क (ADB),
इनके कार्ों में बैं क की रणनीवि बनाना, िावषयक र् जना o अफ्रीकी ठवकास ठनठि (ADF) और
और बजट क मंजूरी दे ना, नीवि-वनमाय ण; बैं क सं चालन से o नाइजीररया टर स्ट फंड (NTF)
सं बंविि वनणय र् लेना; और बैं क के प्रबं िन और सं चालन • भारत गैर-क्षे त्रीय सदस्य है ।
की दे िरे ि और एक वनगरानी िं त्र स्थावपि करना आवद
सक्तम्मवलि है । बैं क फॉर इं टरिेशिल सेटलमें ट्स (BIS)
• अंतराय ष्ट्रीर् सलाहकार सवमवत: AIIB द्वारा बैंक की ● 1930 में स्थाठपत
रणनीविर् ं िथा नीविर् ं के साथ-साथ सामान्य पररचालन ● मुख्यालय = बे सल, द्धस्वट् जरलैंड
मुद्द ं पर बैं क के अध्यक्ष और शीषय प्रबं िन की सहार्िा ● बैं क फॉर इं टरने नल से टलमेंट्स (बीआईएस) केंद्रीय
हे िु एक अंिराय ष्ट्रीर् सलाहकार सवमवि (International बैं कों के ठलए एक बैं क है ।
Advisory Panel- IAP) का गठन वकर्ा गर्ा है । ● बीआईएस सबसे पुराना वै ठश्वक ठवत्तीय सं स्थान है
● यह एक अंतरराष्ट्रीय सं गिन है जो अंतरराष्ट्रीय मौठद्रक
करें ट अफेर्सय और ठवत्तीय सहयोग को बढावा दे ता है और केंद्रीय बैं कों
के ठलए एक बैं क के रूप में काया करता है
$ 10 वबवलर्ि क्राइवसस ररकिरी फैवसवलटी की स्थापिा
• एवशर्न इन्फ्ास्ट्रक्चर इन्वे स्ट्मेंट बैं क (AIIB) ने
क र नािार्रस महामारी के मद्दे नजर र्ू एस $ 10 वबवलर्न B. अंतरराष्ट्रीर् संर्ठि
िाइवसस ररकिरी फैवसवलटी की स्थापना की है ।
1. G-4
• उद्दे श्य: क र नािार्रस महामारी के पररणामस्वरूप
गं भीर प्रविकूल प्रभाि ं का सामना कर रहे अपने सदस् ं ● कुल सदस्य = 4
के भीिर सािय जवनक और वनजी द न ं क्षे त्र ं की सं स्थाओं ● दे ों का नाम = ब्राजील, जमानी, भारत + जापान
क वित्तप षण प्रदान करना। ● चार दे जो सं युक्त राष्ट्र सु रक्षा पररषद में स्थायी सीटों के
ठलए एक दू सरे का समथान करते हैं ।
6. न्यू डे िलपमें ट बैं क (विक्स विकास बैं क) (NDB) ● G4 का प्राथठमक उद्दे श्य सु रक्षा पररषद में स्थायी सदस्य
● मुख्यालय: ंर्ाई, चीन सीटें हैं ।
● 2015 में गठित ● इन चार दे ों में से प्रत्येक सं युक्त राष्ट्र की स्थापना के बाद
● ठब्रक्स ठवकास बैं क के रूप में भी जाना जाता है से पररषद के चुने हए गै र-स्थायी सदस्यों में से एक है ।
● यह ठब्रक्स राज्यों द्वारा सं चाठलत एक बहपक्षीय ठवकास ● G4 का आठथाक और राजनीठतक प्रभाव ठपछले द कों में
बैं क है । काफी बढा है , जो स्थायी सदस्यों (पी 5) के बराबर है ।
● ऋण दे ने का बैं क का प्राथठमक ध्यान बु ठनयादी ढाँ चा
P5 + 1
पररयोजनाएँ होंगी
● बैं क के पास $ 50 ठबठलयन की पूंजी होगी, समय के साथ • P5 + 1 सं युक्त राष्ट्र सु रक्षा पररषद के पां च स्थायी सदस्यों
पूंजी बढकर 100 ठबठलयन डॉलर हो जाएगी (P5) को सं दठभा त करता है ; अथाा त् चीन, फ्रां स, रूस,
● ब्राजील, रूस, भारत, चीन और दठक्षण अफ्रीका ुरू में यू नाइटे ड ठकंगडम और सं युक्त राज्य अमेररका; प्लस
प्रत्येक में $ 10 ठबठलयन का योगदान दें गे कुल $ 50 जमानी।
ठबठलयन लाने के ठलए • P5 + 1 को अक्सर यू रोपीय दे ों द्वारा E3 + 3 के रूप में
● ठवश्व बैं क के ठवपरीत, जो पूंजी ेयरों के आिार पर वोट सं दठभा त ठकया जाता है ।
प्रदान करता है , यहां प्रत्येक भागीदार दे को एक वोट • यह छह ठवश्व द्धक्तयों का एक समूह है , जो 2006 में,
ठदया जाएगा, और कोई भी दे वीटो द्धक्त नही ं दे गा ईरान के साथ अपने परमाणु काया क्रम के सं बंि में
● बैं क नए सदस्यों को ाठमल होने की अनुमठत दे गा लेठकन राजनठयक प्रयासों में ाठमल हआ था।
ठब्रक्स दे ों का ठहस्सा 55% से नीचे नही ं जा सकता ● सवा सम्मठत के ठलए एकजुट होना (Uniting for
● NDB का पहला क्षे त्रीय कायाा लय दठक्षण अफ्रीका के Consensus -UfC) एक आं दोलन है , कॉफी क्लब का
जोहान्सबगा में िोला जाएगा उपनाम, जो 1990 के द क में यू नाइट के सं भाठवत
● हाल ही में बैं क के अध्यक्ष ने कहा ठक 60% िन अक्षय ठवस्तार के ठवरोि में ठवकठसत हआ।
उजाा को जाएगा ● इटली के नेतृत्व में, इसका लक्ष्य जी 4 राष्ट्रों (ब्राजील,
NDB में मतावधकार प्रर्ाली: जमानी, भारत और जापान) द्वारा प्रस्ताठवत स्थायी सीटों के
• विश्व बैं क में जहााँ पूंजी शेर्र के आिार पर दे श ं क ठलए बोठलयों का मुकाबला करना है और सु रक्षा पररषद
मिाविकार प्राप्त ह िा है , के विपरीि 'न्यू र्े िलपमेंट बैं क' के रूप और आकार पर ठकसी भी ठनणा य पर पहं चने से
में प्रत्येक भागीदार दे श क ििय मान में समान मिाविकार पहले आम सहमठत का आह्वान कर रहा है ।
प्राप्त है िथा वकसी भी दे श के पास िीट पािर नही ं है ।

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● हालां ठक, जी 4 की बोठलयों का ठवरोि प्रायः सवा सम्मठत • िषय 2022 के मध्य िक दु वनर्ा की कम-से -कम 70%
आं दोलन और ठव ेष रूप से उनके आठथाक प्रठतद्वं ठद्वयों आबादी क टीका लगाने के वलर्े 11 अरब िुराक की
या राजनीठतक प्रठतद्वं ठद्वयों के ठलए एकजुट होकर ठकया आिश्यकिा है ।
जाता है • र्ह िुराक सीिे और अंिराय ष्ट्रीर् COVAX कार्य िम के
माध्यम से प्रदान की जाएं गी।
जलिार्ु पररितय ि:

• गरीब दे श ं क काबय न उत्सजयन में कटौिी करने में मदद


करने के वलर्े प्रवि िषय 100 वबवलर्न अमेररकी र्ॉलर की
अविदे र् व्यर् प्रविज्ञा क पूरा करने हे िु र् गदान क बढाने
की प्रविज्ञा क निीनीकृि वकर्ा गर्ा।
• िषय 2030 िक जैि विविििा के नुकसान क र कने और
इसमें सु िार की प्रविबद्धिा िावहर की गई।
• िषय 2050 िक शुद्ध शून्य काबय न उत्सजय न िक पहुाँ चने का
2. G-7 सं कि वलर्ा गर्ा।

● कुल सदस्य = 7
● दे ों के नाम = कनाडा, फ्रां स, जमानी, इटली, जापान, यू के
+ यू एसए
● G7 के अन्दर यू रोपीय सं र् का भी प्रठतठनठित्व ठकया जाता
है ।
● ये दे अंतराा ष्ट्रीय मुद्रा कोष द्वारा ररपोटा के तहत सात
प्रमुि उन्नत अथाव्यवस्थाएं हैं ।
● G7 दे ुि वै ठश्वक िन का 64% (लगभग) से अठिक
प्रठतठनठित्व करते हैं
● सदस्यों के बीच आपसी सं प्रदाय अथाव्यवस्था और
दीर्ाकाठलक राजनीठतक उद्दे श्य है

डे मोक्रेसी 11: 3. G-20

• जी-7 और अविवथ दे श ं द्वारा "िुले समाज" क लेकर एक ● र्ू र वपर्न र्ू वनर्न एिं 19 दे श ं का एक अनौपचाररक
सं र्ुि बर्ान (र्े म िेसी 11) पर हस्ताक्षर वकर्े गए, ज समूह है ।
ऑनलाइन और ऑफलाइन द न ं िरह से अवभव्यक्ति की
● 1999 में स्थाठपत
स्विं त्रिा हे िु मूल् ं की पुवष्ट् और उन्हें प्र त्सावहि करिा है , ज
● G20 समूह दु वनर्ा की प्रमुि उन्नि और उभरिी
ल किं त्र की रक्षा करिा है और ल ग ं क भर् और दमन से
अथयव्यिस्थाओं िाले दे श ं क एक साथ लािा है । र्ह
मुि रहने में मदद करिा है ।
िै वश्वक व्यापार का 75%, िै वश्वक वनिे श का 85%, िै वश्वक
o र्ह बर्ान राजनीविक रूप से प्रेररि इं टरनेट
सकल घरे लू उत्पाद का 85% िथा विश्व की द -विहाई
शटर्ाउन क स्विं त्रिा और ल किं त्र के वलर्े ििर ं
जनसं ख्या का प्रविवनवित्व करिा है ।
में से एक के रूप में भी सं दवभय ि करिा है ।
o जबवक र्ह बर्ान चीन और रूस पर वनदे वशि है , G20 सम्मेलि में भारत की प्राथवमकताएाँ
भारि जम्मू और कश्मीर में इं टरनेट प्रविबं ि ं की
जााँ च कर रहा है । • भ्रष्ट्ाचार से लडने के वलर्े कर अपिं चन की जााँ च करना।
• र्े म िेसी-11 क बढिे सत्तािाद, चुनािी हस्तक्षे प, भ्रष्ट्ाचार, • आिं किादी वित्तप षण क अिरुद्ध करना।
आवथयक जबरदस्ती, सू चनाओं में हे राफेरी, दु ष्प्रचार, ऑनलाइन • प्रेषण की लागि में कटौिी।
नुकसान और साइबर हमल ,ं राजनीवि से प्रेररि इं टरनेट • प्रमुि दिाओं िक बािार की पहुाँ च।
शटर्ाउन, मानिाविकार ं के उल्लंघन और दु रुपर् ग, • विश्व व्यापार सं गठन में सु िार।
आिं किाद एिं वहं सक उग्रिाद जैसे स्विं त्रिा िथा ल किं त्र के • पेररस समझौिा क पूणयिः लागू करना।
वलर्े ििर ं का सामना करना पड रहा है ।
G20 के कार्य:
‘कावबय ज़ बे ’ घोषर्ा:
• G20 के कार्ों क द टर ै क्स में विभावजि वकर्ा जािा है :
• जी-7 ने ‘कावबय ि बे ’ घ षणा पर हस्ताक्षर वकर्े । इसका
उद्दे श्य भविष्य की महामाररर् ं क र कना है । फाइिेंस टर ै क G20 समूह के वित्त मंत्री एिं
• जी-7 ने गरीब दे श ं क 1 वबवलर्न से अविक केंद्रीर् बैं क के गिनयर और उनके प्रविवनविर् ं
क र नािार्रस िै क्सीन िुराक दे ने का भी िादा वकर्ा, के साथ सभी बै ठक ं में वित्तीर् विवनर्मन,
वजसमें से आिा सं र्ुि राज्य अमेररका और 100 वमवलर्न राजक षीर् मुद्दे एिं मुद्रा पर केंवद्रि ह िा है ।
वब्रटे न प्रदान करे गा।

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शेरपा टर ै क राजनीविक जुडाि, भ्रष्ट्ाचार का ● स्पेन को एक स्थायी अठतठथ आमंठत्रत ठकया जाता है ।
विर ि, विकास, ऊजाय आवद जैसे व्यापक मुद्द ं
G20 की प्रमु ि उपिखियरं
पर ध्यान केंवद्रि करिा है ।

● विश्व की 20 प्रमुि अथयव्यिस्थाओं के वित्त मंत्रीर् ं और ● G20 की प्रमुि उपलद्धियों में 2008 के वै ठश्वक ठवत्तीय
केंद्रीर् बैं क के गिनयसय का एक सं गठन है सं कट के दौरान आपातकालीन िन की त्वररत तै नाती
● सामूठहक रूप से , जी 20 सदस्य दु ठनया के आठथाक ाठमल है ।
उत्पादन का 85%, इसकी आबादी का दो-ठतहाई, ● यह राष्ट्रीय ठवत्तीय सं स्थानों की ठनगरानी में सु िार करके
अंतराा ष्ट्रीय व्यापार का 75% और अनुसंिान और ठवकास अंतरराष्ट्रीय ठवत्तीय सं स्थानों में सु िार के ठलए भी काम
में वै ठश्वक ठनवे का 80% बनाते हैं । करता है ।
● G20 का न तो मुख्यालय है और न ही स्थायी कमाचारी हैं । ● ठपछले कुछ वषों में, G20 दु ठनया को प्रभाठवत करने वाले
● बै िकों के ठलए सभी सं गिनात्मक और ताठकाक व्यवस्था लगभग सभी मुद्दों पर चचाा करने के ठलए एक मंच बन
उस दे द्वारा ठनयं ठत्रत ठकया जाता है जो वता मान में समूह गया है
की अध्यक्षता कर रहा है । ● टर ोइका (Troika): प्रत्येक िषय जब एक सदस् दे श
● G20 सदस्यों में अजेंटीना, ऑस्टर े ठलया, ब्राजील, कनाडा, अध्यक्ष पद ग्रहण करिा है ि िह दे श वपछले िषय के
चीन, यू रोपीय सं र्, फ्रां स, जमानी, भारत, इं डोनेठ या, अध्यक्ष दे श एिं अगले िषय के अध्यक्ष दे श के साथ समन्वर्
इटली, जापान, मैद्धक्सको, रूस, सऊदी अरब, दठक्षण स्थावपि करके कार्य करिा है और इस प्रविर्ा क ही
अफ्रीका, दठक्षण कोररया, तु की, ठब्रटे न, अमेररका ाठमल सामूवहक रूप से टर ोइका कहिे है । र्ह समूह के एजेंर्े
हैं । की अनुकूलिा एिं वनरं िरिा क सु वनविि करिा है ।
● सं युक्त राष्ट्र (यू एन), आईएमएफ और ठवश्व बैं क भी G-20
बै िकों में भाग लेते हैं ।

4. SAARC सरकण (दर्क्षर् एर्शयरई क्षेत्रीय सहय ग संघ) ● सं गिन बढावा दे ता है - ठवकास अथा ास्त्र और क्षेत्रीय
एकीकरण
● यह दठक्षण एठ या में क्षे त्रीय अंतर सरकारी सं गिन और
● SAFTA: दठक्षण एठ या मुक्त व्यापार समझौता 2006 में
भू -राजनीठतक सं र् है ।
ुरू ठकया गया था
● 1985 में ढाका में स्थाठपत
● SAFTA की पररकल्पना मुख्य रूप से दठक्षण एठ याई
● सठचवालय: कािमां डू
मुक्त व्यापार क्षे त्र (SAFTA) के संक्रमण की ठद ा में पहला
● 8 सदस्य: भू टान, बां ग्लादे , भारत, पाठकस्तान, नेपाल,
कदम था, जो बाद में सीमा ुल्क सं र्(Customs
श्रीलंका, मालदीव, अफगाठनस्तान (2007 में ाठमल हए)
Union),कॉमन माठकाट(Common Market) और
● म्ां मार और चीन इसके सदस्य नही ं हैं
आठथाक यू ठनयन(Economic Union )की ओर अग्रसर
● नौ पया वेक्षक दे हैं : ऑस्टर े ठलया, चीन, यू रोपीय सं र्,
हआ।
जापान, ईरान, मॉरी स, म्ां मार, दठक्षण कोररया और
सं युक्त राज्य।
● SAARC दु ठनया के 3% क्षे त्र, दु ठनया की 21% आबादी और
वै ठश्वक अथाव्यवस्था का 9.12% (अनुमाठनत) समझौता
करता है

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● गोल्डमैन सै क्स के वै ठश्वक अथा ास्त्री ठजम ओ'नील द्वारा


प्रस्ताठवत एक थीठसस के अनुसार, ब्राजील, रूस, भारत
और चीन की आठथाक क्षमता ऐसी है ठक वे 2050 तक चार
सबसे प्रमुि अथाव्यवस्थाओं में से हो सकते हैं ।
● ठब्रक्स दे न केवल दु ठनया के 25 प्रठत त भू ठम कवरे ज
और दु ठनया की आबादी का 40 प्रठत त ठहस्सा ाठमल है ,
बद्धल्क 20 ठटर ठलयन डॉलर का सं युक्त सकल र्रे लू उत्पाद
(पीपीपी) भी करते है ।
● पहला औपचाररक ठ िर सम्मेलन 2009 में रूस में
आयोठजत ठकया गया था
● यह ठब्रक्स राष्ट्रों के बीच वाठणद्धज्यक, राजनीठतक और
5. र्िक्स (BRICS)
सां स्कृठतक सहयोग को प्रोत्साठहत करता है
● 2011 में गठित ● न्यू डे वलपमेंट बैं क इस प्लेटफॉमा का एक पररणाम है
● ठब्रक्स ब्राजील, रूस, भारत, चीन और दठक्षण अफ्रीका से
आज र्िक्स कर महत्व
बना है ।
● कुल ठमलाकर, ठब्रक्स राष्ट्रों का दु ठनया के भू ठम क्षेत्र का
सदस्य हैं :
26.46 प्रठत त ठहस्सा, दु ठनया की आबादी का 42.58
o प्रमुि उभरती राष्ट्रीय अथाव्यवस्थाएं प्रठत त, ठवश्व बैं क की मतदान का 13.24 प्रठत त और
o ठवकास ील या नव औद्योगीकृत राष्ट्र आईएमएफ कोटा ेयरों का 14.91 प्रठत त ठहस्सा है ।
o G20 सदस्य ● आईएमएफ के अनु मानों के अनु सार, ठब्रक्स दे ों ने 2015
● समूह का गिन ु रू में ठसफा चार दे ों -ब्राजील, रूस, में ठवश्व जीडीपी का 22.53 प्रठत त उत्पन्न ठकया और
भारत और चीन (BRIC) के साथ हआ था। उन्होंने ठपछले 10 वषों के दौरान ठवश्व आठथाक ठवकास में
● यह ब्द- BRIC को 2001 में वै ठश्वक अथा ास्त्री ठजम 50 प्रठत त से अठिक का योगदान ठदया है ।
ओ'नील द्वारा गढा गया था

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6.APEC (एर्शयर-प्रशरं त आर्थण क सहय ग) ● APEC का दु ठनया के आिे व्यापार और वै ठश्वक GDP का
लगभग 60 प्रठत त ठहस्सा है
● यह 21 प्र ां त ररम सदस्य अथाव्यवस्थाओं का एक क्षेत्रीय
● भारत इसका सदस्य नही ं है । भारत ने आवे दन ठकया है
आठथाक मंच है
लेठकन सदस्यता से इनकार कर ठदया गया क्ोंठक यह
● 1989 में स्थाठपत
प्र ां त महासागर की सीमा नही ं है
● मुख्यालय: ठसं गापुर
● भारत APEC में एक पया वेक्षक सदस्य है
● APEC के 21 सदस्यों का उद्दे श्य पूरे एठ या-प्र ां त क्षे त्र
में मुक्त व्यापार को बढावा दे ना है

7. ASEAN (आर्सयरन (दर्क्षर् पूवण एर्शयरई दे श ं कर संघ) ● जमीन / समुद्री दोनों सीमाएँ साझा करता है
● इन दे ों में बडी सं ख्या में भारतीय मूल के लोग रहते हैं
● यह 10 दठक्षण पूवा एठ याई दे ों का एक राजनीठतक और
आठथाक सं गिन है
● 1967 में गठित
● मुख्यालय: जकाताा , इं डोनेठ या
● सं स्थापक सदस्य इं डोनेठ या, मलेठ या, ठफलीपीस ं ,
ठसं गापुर और थाईलैंड थे यानी सभी 10 वता मान सदस्य
सं स्थापक सदस्य नही ं थे
● वता मान सदस्य हैं : इं डोनेठ या, मलेठ या, ठफलीपीस ं ,
ठसं गापुर, थाईलैंड, ब्रु नेई, कंबोठडया, लाओस, म्ां मार
(बमाा ), ठवयतनाम

िक्ष्य:

● अपने सदस्यों के बीच आठथाक ठवकास, सामाठजक प्रगठत


और सामाठजक सामाठजक ठवकास में ते जी लाने,
● क्षे त्रीय द्धस्थरता का संरक्षण
● सदस्य दे ों के ठलए मतभे दों को ां ठत से सु लझाने के ठलए
एक तं त्र प्रदान करना 8. BBIN (बरं ग्लरदे श, भूटरन, भरर्त, नेपरि (BBIN) पहि)
● आठसयान मागा (ASEAN Way) : ठसिां त है ठक जब
● BBIN दठक्षण एठ या के दे ों की एक उप-क्षे त्रीय
सदस्य दे ों के आं तररक मामलों की बात आती है , तो
वास्तु कला है ।
सदस्य दे अपने स्वयं के व्यवसाय पर ध्यान दें गे
● यह जल सं सािन प्रबं िन, ठबजली, पररवहन, और बु ठनयादी
● आठसयान प्लस थ्री (ASEAN Plus Three) : चीन, जापान
ढां चे की कनेद्धिठवटी जैसे क्षे त्रों में चतु भुाज समझौतों को
और दठक्षण कोररया के साथ मौजूदा सं बंिों को बे हतर
तै यार करने, लागू करने और समीक्षा करने के ठलए सदस्य
बनाने के ठलए बनाया गया था।
राज्यों के आठिकाररक प्रठतठनठित्व के माध्यम से ठमलता
● अगर आठसयान राष्ट्र एक दे होते , तो उनकी सं युक्त
है ।
अथाव्यवस्था दु ठनया में 7 वी ं सबसे बडी रैं क होती
● भारत ने नवं बर 2014 में कािमां डू में साका सम्मेलन के
भरर्त दौरान साका मोटर वाहन समझौते का प्रस्ताव रिा लेठकन
पाठकस्तान की आपठत्तयों के कारण, इस समझौते पर नही ं
● आठसयान के साथ और एफटीए (2010 से चालू) है पहं चा जा सका।

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● भारत ने BBIN के साथ समान मोटर वाहन समझौते का ● इसमें भारत के अलावा नेपाल, बां ग्लादे , श्रीलंका,
अनुसरण ठकया। समझौते में सदस्य दे ों को कागो और म्ां मार, भू टान और थाईलैंड ाठमल हैं |
याठत्रयों के पररवहन के ठलए एक दू सरे के क्षे त्र में अपने ● इसका मुख्यालय ढाका, बां ग्लादे में है
वाहनों को प्लाई करने की अनुमठत दी जाएगी, ठजसमें ● सदस्य दे ों को ठबम्सटे क की सदस्यता उनके नाम के
तीसरा दे पररवहन और व्यद्धक्तगत वाहन ाठमल हैं । प्रथम अक्षर के क्रम के अनुसार ठमलती है
● भारत ने बां ग्लादे , भू टान और नेपाल में ाठमल होने ● दु ठनया की 22 फीसदी आबादी ठबम्सटे क दे ों में रहती है |
वाली 558 ठकलोमीटर लंबी सडकों के ठनमाा ण और ● साथ ही ठबम्सटे क दे ों की कुल जीडीपी 2.7 ठटर ठलयन
उन्नयन के ठलए $ 1.08 ठबठलयन को मंजूरी दी। डॉलर है |
● इस पररयोजना को एठ याई ठवकास बैं क से 50% िन ● ठबम्सटे क दे आठथाक और रणनीठतक रूप में काफी
प्राप्त होगा अहम हैं |

ठबम्सटे क की अब तक चार ठ िर बै िकें और अनेक मंत्री और


अठिकारी स्तरीय बै िकें हो चुकी हैं |

● पहला ठ िर सम्मेलन 2004 बैं काक


● दू सरा ठ िर सम्मेलन 2008 नई ठदल्ली
● तीसरा ठ िर सम्मेलन 2014 म्ाँ मार
● चौथा ठ िर सम्मेलन 2018 कािमां डू

9. BCIM (क्षेत्रीय सहय ग के र्िए बरं ग्लरदे श-चीन-भरर्त-


म्रं मरर् फ र्म)

● BCIM चार दे ों के बीच व्यापार और ठनवे के अठिक


एकीकरण के उद्दे श्य से एठ याई दे ों का एक उप-क्षे त्रीय
सं गिन है ।
● मल्टी-मोडल कॉररडोर भारत और चीन के बीच पहला
एक्सप्रेसवे होगा और म्ां मार और बां ग्लादे से होकर
गु जरे गा।
● इससे माल, से वाओं और ऊजाा के ठलए अठिक से अठिक
बाजार पहं च, गै र-टै ररफ बािाओं को ित्म करने, बे हतर
व्यापार सुठविा, बु ठनयादी ढां चे के ठवकास में ठनवे , 11. शंघरई सहय ग सं गठन (SCO)
सं युक्त अन्वे षण और िठनज, पानी, और अन्य प्राकृठतक ● ंर्ाई सहयोग सं गिन की स्थापना पर र्ोषणा जून 2001
सं सािनों के ठवकास से लाभ की पररकल्पना की गई है । में चीन के ंर्ाई में छह सं स्थापक राज्यों - रूस, चीन,
● BCIM क्षे त्र में सडक, रे ल, पानी और हवाई सं पका के कजाठकस्तान, ठकठगा स्तान, ताठजठकस्तान और
सं योजन के माध्यम से पूवी भारत में चीन के यु न्नान प्रां त, उजबे ठकस्तान द्वारा गाया गया था।
बां ग्लादे , म्ां मार और पठिम बंगाल को ाठमल करता ● भारत और पाठकस्तान को जून, 2017 को SCO की
है । सदस्यता प्रदान की गई थी।
● कुनठमंग पहल बीसीआईएम फोरम के वता मान स्वरूप में ● पया वेक्षक दे (Observer status)= अफगाठनस्तान,
ठवकठसत हई बे लारूस, ईरान और मंगोठलया
● सं वाद दे (Dialogue partners) = श्रीलंका, तु की,
अजरबै जान, आमेठनया, कंबोठडया
● SCO का मुख्य ठसिां त यह है , सभी सदस्य राज्य समान
हैं और एक-दू सरे के साथ अच्छी पडोसी और ईमानदार
साझे दारी बनाने के ठलए प्रठतबि हैं ।
● इसमें पारस्पररक ठवश्वास, पारस्पररक लाभ, समानता,
पराम ा, सां स्कृठतक ठवठविता के ठलए सम्मान और
सामान्य ठवकास की िोज की सु ठविा है ।
● SCO के सभी ठनणा य चचाा और सं वाद के माध्यम से ठकए
जाते हैं ।
● 10 जून, 2018 को, 18 वें ंर्ाई सहयोग सं गिन ठ िर
10. र्बम्सटे क(BIMSTEC)
सम्मेलन में सं युक्त बयान के माध्यम से ईरानी परमाणु
● एक उपक्षे त्रीय आठथाक सहयोग सं गिन के रूप में इसका
काया क्रम पर सं युक्त व्यापक काया योजना को लागू करने
गिन 1997 को बैं काक र्ोषणा के बाद ठकया गया
का आग्रह ठकया गया था, ंर्ाई सहयोग सं गिन के

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सदस्य दे ों के प्रमुिों की पररषद की 18 वी ं बै िक के ● MGC छह दे ों - भारत और पां च आठसयान दे ों, अथाा त्


अंत में जारी ठकया गया था। कंबोठडया, लाओ पीडीआर, म्ां मार, थाईलैंड और
● सं गिन के सदस्यों द्वारा कई क्षे त्रों में गहन सहयोग पर भी ठवयतनाम द्वारा पया टन, सं स्कृठत, ठ क्षा, साथ ही पररवहन
जोर ठदया गया और सं चार में सहयोग के ठलए एक पहल है ।
● इसे 2000 में ठवयनठतयाने , लाओ पीडीआर में गिन ठकया
र् ं गदरओ घ षर्र (Qingdao declaration)
गया था।
● ंर्ाई सहयोग सं गिन (SCO) के नेताओं ने चीन के एक ● 6 वी ं बै िक में मंठत्रयों ने नए क्षे त्रों में सहयोग को चौडा
ठ िर सम्मेलन ठकंगदाओ में भाग ठलया और ठ ं गदाओ करने पर सहमठत व्यक्त की, जैसे ठक एसएमई सहयोग,
र्ोषणा की है । राइस जमाप्लाज्म का सं रक्षण, स्वास्थ्य पर एक काया समूह
● हस्ताक्षर समारोह में चीन, रूस, कजाठकस्तान, की स्थापना, नालंदा ठवश्वठवद्यालय में एक सामान्य
ठकठगा स्तान, ताठजठकस्तान, उज्बेठकस्तान, भारत और अठभलेिीय सं सािन केंद्र (सीएआरसी) की स्थापना।
पाठकस्तान के नेता ाठमल थे। ● मेकां ग गं गा सहयोग मंठत्रस्तरीय बै िक (9 वी ं एमजीसी
● र्ोषणा में आतं कवाद, अलगाववाद और अठतवाद से एमएम) 2 अगस्त 2018 को ठसं गापुर में आयोठजत की गई
ठनपटने के ठलए तीन साल की योजना को लागू करने का थी।
आह्वान ठकया गया। ● मंठत्रयों ने 2019 में थाईलैंड में आठसयान ठवदे मंत्री की
● भारत ने चीन की महत्वाकां क्षी वन बे ल्ट, वन रोड (OBOR) बै िक के हाठ ये पर 10 वीं एमजीसी मंठत्रस्तरीय बै िक
पररयोजना को 18 वें ंर्ाई सहयोग सं गिन ठ िर आयोठजत करने पर सहमठत व्यक्त की।
सम्मेलन में ठ ं गदाओ र्ोषणा के भाग के रूप में मना कर
ठदया।

14. र्हं द महरसरगर् रर्म एस र्सएशन (IORA)

12. IBSA ● आईओआरए एक अंतराा ष्ट्रीय सं गिन है ठजसमें ठहं द


महासागर की सीमा के तटीय राज्यों (दे ों) का समावे
● IBSA का मतलब भारत-ब्राजील-दठक्षण अफ्रीका है होता है
● लक्ष्य - दठक्षण-दठक्षण सहयोग ● IORA एक क्षे त्रीय मंच है , प्रकृठत में ठत्रपक्षीय, एक साथ
● सभी ठवकास ील लोकतं त्र है प्रठतठनठियों को लाने सरकार, व्यवसाय और ठ क्षाठवदो
● IBSA का मंच तीन दे ों को कृठष, व्यापार, सं स्कृठत और ,उनके बीच सहयोग और ठनकट सं पका को बढावा दे ने के
अन्य लोगों के बीच रक्षा के क्षे त्र में सहयोग के ठलए चचाा में ठलए।
सं लग्न करने के ठलए एक मं च प्रदान करता है । ● यह ठव ेष रूप से व्यापार सु ठविा और ठनवे , सं विा न के
● IBSA को औपचाररक और 2003 में "ब्रासीठलया र्ोषणा" साथ-साथ क्षे त्र के सामाठजक ठवकास पर आठथाक सहयोग
को अपनाने के माध्यम से ुरू ठकया गया था को मजबू त करने के ठलए िुले क्षे त्रवाद के ठसिां तों पर
● ब्रासीठलया र्ोषणा (2003): सं युक्त राष्ट्र, ठव ेषकर सु रक्षा आिाररत है ।
पररषद में सु िारों की तत्काल आवश्यकता को मंजूरी ● IORA का समन्वय सठचवालय Ebene, मॉरी स में द्धस्थत
ठदलाना था है ।
● ीषा ठनकाय (ठवदे ) मंठत्रयों की पररषद है
● एसोठसए न में 21 सदस्य राज्य और 7 सं वाद सहयोगी
ाठमल हैं ,ठहं द महासागर पयाटन सं गिन और ठहं द
महासागर अनुसंिान समूह को पया वेक्षक का दजाा प्राप्त
है ।
● IORA 2015 में सं युक्त राष्ट्र महासभा और अफ्रीकी सं र्
के ठलए एक पया वेक्षक बन गया है
● सदस्य- ऑस्टर े ठलया, बां ग्लादे , कोमोरोस, भारत,
इं डोनेठ या, ईरान, केन्या, मेडागास्कर, मलेठ या,
13. मे करं ग-गंगर सहय ग (MGC) मॉरी स, मोजाद्धिक, ओमान, से ेल्स, ठसं गापुर,

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सोमालई, दठक्षण अफ्रीका, श्रीलंका, तं जाठनया, थाईलैंड, • सठचवालय: पेररस


यू एई और यमन हैं । • सदस्य: 35
● लक्ष्य- आठथाक प्रगठत और ठवश्व व्यापार को प्रोत्साठहत
करने के ठलए
● इसके सदस्य प्रठतबि हैं लोकतं त्र और बाजार
अथाव्यवस्था के ठलए
● अठिकां ओईसीडी सदस्य उच्च मानव ठवकास सू चकां क
(एचडीआई) के साथ उच्च आय वाली अथाव्यवस्थाएं हैं
और इन्हें ठवकठसत दे ों के रूप में माना जाता है
● भारत OECD का सदस्य नही ं है

15. OPEC (पेटर र्ियम र्नयरण तक दे श ं कर सं गठन (ओपेक)

● ओपेक 13 दे ों का एक अंतर-सरकारी सं गिन है


● 1960 में बगदाद में स्थाठपत
o मुख्यालय: ठवयना
● अल्जीररया, अंगोला, इक्वाडोर, गै बॉन, ईरान, इराक, कुवै त,
लीठबया, नाइजीररया, कतर, सऊदी अरब, सं युक्त अरब
अमीरात और वे नेजुएला इसके सदस्य हैं ।
● यह एकमत, और एक सदस्य, एक मत के ठसिां त पर
सं चाठलत होता है
● ओपेक अपने सदस्य राष्ट्रों के ठलए उत्पादन लक्ष्य ठनिाा ररत
17. र्वत्तीय करर्ण वरई करयण बि Financial Action Task Force
करता है और आम तौर पर, जब ओपेक उत्पादन लक्ष्य
(FATF)
कम हो जाते हैं , तो ते ल की कीमतें बढ जाती हैं
● 2015 तक, 15 दे ों ने वै ठश्वक ते ल उत्पादन का 43 ● FATF की स्थापना 1989 में G7 दे ों ने की थी
प्रठत त दु ठनया के “ठसि” ते ल भं डार का 73 प्रठत त ● एक अंिर-सरकारी वनकार् के रूप में हुई थी।
बताया, ठजससे ओपेक को वै ठश्वक ते ल की कीमतों पर एक ● मुख्यालय -पेररस
बडा प्रभाव पडा । ● FATF में 37 सदस्य हैं , ठजसमें सुरक्षा पररषद के सभी 5
● ओपेक के फैसले वै ठश्वक ते ल बाजार और अंतराा ष्ट्रीय स्थायी सदस्य और आठथाक प्रभाव वाले अन्य दे ाठमल
सं बंिों में एक प्रमुि भू ठमका ठनभाते हैं हैं ।
● गै बॉन ने 2016 में ओपेक ने ठफर से ाठमल हआ ● दो क्षे त्रीय सं गिन, िाडी सहयोग पररषद (GCC) और
● इं डोनेठ या ने नवं बर 2016 में ओपेक छोड ठदया यू रोपीय आयोग (EC) भी इसके सदस्य हैं ।
● कतर (जनवरी 2019 में ओपेक से हटे गा) ● सऊदी अरब और इज़राइल “पया वेक्षक दे ” (आं ठ क
सदस्यता) हैं ।
● 2010 में भारत पूणा सदस्य बना।

उद्दे श्य

● FATF का उद्दे श्य मनी लॉवर्रंग, आिं किादी वित्तप षण


जैसे ििर ं से वनपटना और अंिराय ष्ट्रीर् वित्तीर् प्रणाली की
अिंर्िा के वलर्े अन्य कानूनी, विवनर्ामक और
पररचालन उपार् ं के प्रभािी कार्ाय न्वर्न क बढािा दे ना
है ।

● यह एक सहकमी समीक्षा मॉडल पर काम करता है ।


● यह सावा जठनक रूप से सें सर दे ों को जो इसके मानदं डों
का पालन नही ं कर रहे हैं उनपर करवाई करता है
● सं बंठित दे ों के ठलए अंतरराष्ट्रीय स्तर पर ठवत्तीय प्रवाह
के ठलए मुद्धिले पैदा करते हैं ठजससे उन्हें आठथाक रूप
से कमजोर ठकया जा सकते और आतं कवाद को रोका जा
16.OECD (आर्थणक सहय ग और् र्वकरस सं गठन) सके
● यह एक अंतराा ष्ट्रीय आठथाक सं गिन है
• 1961 में स्थाठपत

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● वकसी भी दे श का FATF की ‘ग्रे’ वलस्ट् में शावमल ह ने का


अथय ह िा है वक िह दे श आिंकिादी फंवर्ं ग और मनी
लॉवर्रंग पर अंकुश लगाने में विफल रहा है ।
● वकसी भी दे श का FATF की ‘ब्लैक’ वलस्ट् में शावमल ह ने
का अथय ह िा है वक उस दे श क अंिराय ष्ट्रीर् वित्तीर्
सं स्थाओं द्वारा वित्तीर् सहार्िा वमलनी बं द ह जाएगी।

18.आकणर्टक परर्षद

● यह दे ों का एक फोरम है जो क्षे त्र के सं सािनों और


आकाठटक क्षे त्र में लोकठप्रय आजीठवका के प्रबं िन पर
ठनणा य लेता है ।
● ओटावा र्ोषणा कुछ दे ों को आकाठटक पररषद के
सदस्यों के रूप में सू चीबि करती है । वे कनाडा,
डे नमाका, ठफनलैं ड, आइसलैं ड, नॉवे , रूसी सं र्, स्वीडन
और सं युक्त राज्य अमेररका हैं ।
• पया वेक्षक दे चीन, फ्रां स, जमानी, भारत, इटली,
जापान, दठक्षण कोररया, नीदरलैंड, पोलैं ड,
ठसं गापुर, स्पेन और यू नाइटे ड ठकंगडम हैं । 19.अंटरकणर्टक संर्ि प्रर्रिी
• भारत ने 2015 में IndARC नामक एक भू ठमगत ● वाठ ंगटन में 12 दे ों द्वारा 1959 में अंटाकाठटक सं ठि पर
वे ि ाला स्थाठपत की। हस्ताक्षर ठकए गए थे और 1961 में लागू हए थे और तब
● यह Kongsfjorden, नॉवे और उत्तरी ध्रु व के बीच पर से कई अन्य दे ों द्वारा मान्यता प्राप्त है । संठि में पाठटा यों
द्धस्थत है । की कुल सं ख्या अब 53 है ।
● काउं ठसल ने आि आकाठटक राज्यों के बीच कानूनी रूप ● अंटाकाठटक सं ठि का प्राथठमक उद्दे श्य "सभी मानव जाठत
से बाध्यकारी दो समझौतों की बातचीत के ठलए एक मंच के ठहतों में यह सु ठनठित करना है ठक अंटाकाठटका हमे ा
प्रदान ठकया है । ां ठतपूणा उद्दे श्यों के ठलए इस्ते माल ठकया जाएगा और
● आकाठटक पररषद की अध्यक्षता प्रत्येक दो वषों में अंतराा ष्ट्रीय कलह का दृश्य या वस्तु नही ं बनेगा।"
आकाठटक राज्यों में से करती है । ● यह ठवज्ञान के समथान को छोडकर, सै न्य गठतठवठि को
● इसका कोई प्रोग्राठमंग बजट नही ं है । प्रठतबं ठित करता है ; परमाणु ठवस्फोटों और परमाणु कचरे
● सभी पररयोजनाएं या पहल एक या एक से अठिक के ठनपटान पर प्रठतबं ि लगाता है ; वै ज्ञाठनक अनुसंिान
आकाठटक राज्यों द्वारा प्रायोठजत हैं । कुछ पररयोजनाओं और डे टा के आदान-प्रदान को बढावा दे ता है ; और पालन
को अन्य सं स्थाओं से भी समथान प्राप्त होता है । में सभी क्षे त्रीय दावों को रिती है ।
• आकाठटक पररषद अपने ठद ाठनदे ों, आकलन ● भारत ने 1983 में आठिकाररक तौर पर अंटाकाठटक सं ठि
या ठसफारर ों को लागू या लागू नही ं कर सकती प्रणाली में प्रवे ठकया। 1983 में, दे अंटाकाठटक सं ठि
है । यह ठजम्मेदारी प्रत्येक व्यद्धक्त आकाठटक का पंद्रहवां सलाहकार सदस्य बन गया।
राज्य की है
20. दर्क्षर् एर्शयर उप-क्षेत्रीय आर्थणक सहय ग (SASEC)
भारत और आकयवटक
● एठ याई ठवकास बैं क का SASEC काया क्रम बां ग्लादे ,
भू टान, भारत, मालदीव, म्ां मार, नेपाल और श्रीलंका को
• भारि ने पहली बार 2008 में इस क्षे त्र में अपना एकमात्र श ि एक साथ पररयोजना-आिाररत साझे दारी में लाता है
केंद्र वहमाद्री ि ला। ठजसका उद्दे श्य क्षे त्रीय समृद्धि को बढावा दे ना, आठथाक
अवसरों में सु िार करना और जीवन के ठलए बे हतर
• जुलाई 2018 में भारि ने आकयवटक अनुसंिान के वलए एक
गु णवत्ता का ठनमाा ण करना है ।
बढिी प्रविबद्धिा प्रदवशयि की, जब इसके राष्ट्रीर् अंटाकयवटक ● यह मल्टीमॉडल क्रॉस-बॉडा र टर ां सपोटा नेटवका को मजबू त
और महासागर अनुसंिान केंद्र का नाम बदलकर राष्ट्रीर् ध्रु िीर् करने का प्रयास करता है जो इं टराग्रै नल टर े ड को बढावा
दे ता है और पूवा और दठक्षण पूवा एठ या के साथ व्यापार
और महासागरीर् अनुसंिान केंद्र कर वदर्ा गर्ा।
के अवसरों को िोलता है ।
• इसके अलािा, भारि और नॉिे के वद्वपक्षीर् अनुसंिान सहर् ग ● काया क्रम आिुठनक और प्रभावी सीमा ुल्क प्र ासन का
क नॉिे वजर्न प्र ग्राम फॉर ररसचय क ऑपरे शन विद इं वर्र्ा ठनमाा ण करने में मदद करता है जो समय को गठत दे ता है
और चलती वस्तु ओ,ं वाहनों और सीमाओं के लोगों की
(INDNOR) में महसूस किया गया है।
लागत को कम करता है ।
● SASEC सदस्य दे ों को बु ठनयादी ढां चे के ठवकास और
लागत को कम करने और ठनभा रता को कम करने के ठलए
इं टराग्रै नल पावर टर े ड को बढावा दे कर ऊजाा सु रक्षा में
सु िार करने में सहायता करता है ।

21. नरफ्टर (NAFTA)

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● उत्तरी अमेररकी मुक्त व्यापार समझौता कनाडा, मैद्धक्सको


और सं युक्त राज्य अमेररका द्वारा हस्ताक्षररत एक
समझौता है , जो उत्तरी अमेररका में एक ठत्रपक्षीय व्यापार
ब्लॉक बनाता है ।
● NAFTA का लक्ष्य अमेररका, कनाडा और मैद्धक्सको के
बीच व्यापार और ठनवे की बािाओं को ित्म करना था।
● नाफ्टा ने गै र-टै ररफ व्यापार बािाओं को ित्म करने और
व्यापार उत्पादों पर बौद्धिक संपदा अठिकारों की रक्षा
करने की भी मां ग की।
● नाफ्टा ने कनाडा और मैद्धक्सको के बीच सडक पररवहन
के ठलए CANAMEX कॉररडोर की स्थापना की, ठजसे रे ल,
22. NATO (उत्तर् अटिरं र्टक संर्ि सं गठन (नरट )
पाइपलाइन और फाइबर ऑठिक दू रसं चार बुठनयादी ढां चे
द्वारा उपयोग के ठलए भी प्रस्ताठवत ठकया गया। ● NATO कई उत्तरी अमेररकी और यू रोपीय राज्यों के बीच
● यह यू .एस. इं टरमॉडल सफेस टर ां सपोटे न एठफठ एं सी एक अंतर-सरकारी सै न्य गिबं िन है ।
एि 1991 के तहत एक हाई प्रायोररटी कॉररडोर बन ● मुख्यालय = हरे न, ब्रु सेल्स, बे द्धल्जयम,
गया। • अलाइड कमां ड ऑपरे न का मु ख्यालय मॉन्स
● यठद टर ां स-पैठसठफक पाटा नरठ प प्रभाव में आती है , तो के पास है ।
NAFTA जैसे मौजूदा समझौते उन प्राविानों को कम कर ● NATO उत्तरी अटलां ठटक महासागर की सीमा में 28 दे ों
ठदए जाएं गे जो टीपीपी के साथ संर्षा नही ं करते हैं या ठजन्हें का एक गिबं िन है
टीपीपी की तु लना में अठिक व्यापार उदारीकरण की ● इसमें कनाडा, सं युक्त राज्य अमेररका, तु की और यू रोपीय
आवश्यकता होती है । सं र् के अठिकां सदस्य ाठमल हैं ।
● सं गिन सामूठहक रक्षा की एक प्रणाली का गिन करता है
ठजसके द्वारा इसके सदस्य राज्य ठकसी भी बाहरी पाटी के
हमले के जवाब में आपसी रक्षा के ठलए सहमत होते हैं ।

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23. MERCOSUR आरसीईपी पूवा ठनिाा ररत सदस्यता पर काम नही ं कर रहा
है ।
● अजेंटीना, ब्राजील, पैराग्वे , उरुग्वे और वे नेजुएला (जो
● इसके बजाय, यह िुले पररग्रहण पर आिाररत है जो
ठदसं बर 2016 को ठनलंठबत कर ठदया गया था) इसके पूणा
आठसयान FTA भागीदारों (चीन, कोररया, जापान, भारत
सदस्य हैं
और ऑस्टर े ठलया-न्यूजीलैं ड) में से ठकसी की भागीदारी को
● यह उप क्षे त्रीय ब्लॉक है ।
सक्षम बनाता है ।
● बोलीठवया, ठचली, पेरू, कोलंठबया, इक्वाडोर और सू रीनाम
इसके सहयोगी सदस्य हैं ।
● पया वेक्षक दे न्यूजीलैंड और मैद्धक्सको हैं ।
● इसका उद्दे श्य मुक्त व्यापार और माल, लोगों और मुद्रा के
द्रव आं दोलन को बढावा दे ना है ।
● अब यह एक पूणा सीमा ुल्क सं र् और एक व्यापार ब्लॉक
है

24. क्षेत्रीय व्यरपक आर्थणक भरगीदरर्ी (RCEP)

● क्षे त्रीय व्यापक आठथाक साझे दारी (RCEP) आठसयान के


दस सदस्य राज्यों और छह राज्यों के बीच एक प्रस्ताठवत
मुक्त व्यापार समझौता (FTA) है , ठजसके साथ आठसयान
के मुक्त व्यापार समझौते हैं - ऑस्टर े ठलया, चीन, भारत,
जापान, दठक्षण कोररया और न्यूजीलैंड। ● Some Additional facts ( via Figure Only)
● ब्रु नेई, कंबोठडया, इं डोनेठ या, लाओस, मलेठ या, म्ां मार,
ठफलीपीस ं , ठसं गापुर, थाईलैंड, ठवयतनाम आठसयान के
सदस्य हैं ।
● आरसीईपी को टर ां स-पैठसठफक पाटा नरठ प (TPP) के
ठवकल्प के रूप में दे िा जाता है , एक प्रस्ताठवत व्यापार
समझौता ठजसमें कई एठ याई और अमेररकी राष्ट्र ाठमल
हैं लेठकन इसमें चीन और भारत ाठमल नही ं हैं ।
● यह व्यवस्था ठकसी अन्य बाहरी आठथाक साझे दारों के ठलए
भी िुली है , जैसे मध्य एठ या में राष्ट्र और दठक्षण एठ या
और ओठ ठनया में ेष राष्ट्र हैं ।
● 2017 में, अमेररकी राष्ट्रपठत टर म्प ने एक ज्ञापन पर
हस्ताक्षर ठकए, ठजसमें TPP से अमेररका की वापसी की
बात कही गई थी, जो एक ऐसा कदम है ठजसे RCEP के
ठलए सफलता की सं भावना को बेहतर बनाने के ठलए दे िा
जाता है ।
● RCEP माल के व्यापार, से वाओं में व्यापार, ठनवे , आठथाक
और तकनीकी सहयोग, बौद्धिक सं पदा, प्रठतयोठगता,
ठववाद ठनपटान और अन्य मुद्दों को कवर करे गा।
● RCEP की बातचीत का उद्दे श्य भाग लेने वाले दे ों के बीच
मौजूदा उदारीकरण स्तरों पर ठनमाा ण के माध्यम से , उच्च
स्तर के टै ररफ उदारीकरण को प्राप्त करना होगा।
● RCEP पूवा एठ या मुक्त व्यापार समझौते (EAFTA) और
पूवी एठ या में व्यापक आठथाक भागीदारी (CEPEA)
पहल को ध्यान में रिता है , इस अंतर के साथ ठक

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C. भारत की परमार्ु िीवत करने के बाद भी 1998 िक परमाणु हवथर्ार नही ं बनाए
थे । परं िु वनर्ं त्रण की दृवष्ट् से परमाणु हवथर्ार ं के विकास
1.बे वसक (Basic) का विकि िुला रिा ।
• हमारा दे श भारि ििय मान में परमाणु शक्ति सं पन्न दे श ं में भारि 11 और 13 मई 1998 क परमाणु परीक्षण करने के साथ ही
वगना जािा है । सन 1948 में परमाणु ऊजाय आर् ग की साथ परमाणु शक्ति सं पन्न राष्ट्र बन गर्ा है । िथा इन हवथर्ार ं के
स्थापना से लेकर 2008 में अमेररका के साथ वसविल वनर्ं त्रण प्रर् ग हे िु प्रविबद्ध है ।
न्यूक्तिर्र र्ील िक भारि की परमाणु नीवि का र् गदान
रहा । र्ह नीवि भारि के वपछले 60-70 िषों के विकास भारि की इस परमाणु नीवि का पहला मूलभू ि वसद्धान्त है वक, पहले
का पररणाम है । अिः भारि की परमाणु नीवि का अध्यर्न हम इसे इस्ते माल नही ं करें गे । India’s nuclear doctrine is “No
इसकी विशेषिाओं के परीक्षण में वकर्ा जा सकिा है । First Use”.
भारत की परमार्ु िीवत की प्रमु ि विशेषताएं विम्नवलखित है :
1998 के बाद भारत की परमार्ु िीवत
• शां वतपूर्य प्रर्ोर् के वलए परमार्ु ऊजाय का इस्तेमाल : • भारि ने 5 दशक ं िक परमाणु शस्त् ना बनाने िथा
भारि की परमाणु नीवि की प्रथम विशेषिा र्ह है वक शां विपूणय नीवि पर आिाररि पर मानिीर् क्षमिा का
भारि परमाणु ऊजाय की केिल शां विपूणय प्रर् ग का विकास करने के बाद, भारि ने 1998 में परमाणु हवथर्ार
वहमार्िी है । उसका मानना है वक प्रत्येक राष्ट्र का र्ह बनाने के वलए 11 और 13 मई 1998 क प िरण में दू सरे
अविकार है वक िह अपने राष्ट्र के विकास हे िु परमाणु परमाणु परीक्षण प िरण-2 के अंिगय ि 5 परमाणु परीक्षण
ऊजाय का उपर् ग वबना वकसी बाहरी हस्तक्षे प के कर सके वकए । भारि में 1974 में एक परमाणु परीक्षण वकर्ा िथा
। इसवलए भारि का परमाणु कार्य िम परमाणु ऊजाय के उसके बाद परमाणु परीक्षण ना करने िथा हवथर्ार ना
शां विपूणय प्रर् ग हे िु विकवसि िथा सं चावलि वकर्ा जा रहा बनाने की नीवि क बनाए रिा । परं िु 24 िषों के समर्
है । अंिराल में पररक्तस्थविर् ं में काफी पररििय न आर्ा । अपने
• विशस्त्रीकरर् का समथय ि : भारि की परमाणु नीवि की सु रक्षा हे िु िथा उभरिी नई अंिराय ष्ट्रीर् व्यिस्था ने
दू सरी विशेषिा र्ह है वक र्ह प्रमाण पत्र ं की प्रर् ग ि ित्कालीन पररक्तस्थविर् ं के अनु रूप अपनी परमाणु नीवि
सं ग्रह का विर िी रहा है िथा परमाणु शस्त् ं के व्यापक ि बदलने क भारि क वििश कर वदर्ा । इसी के
सािय भौवमक वनशस्त्ीकरण का समथयक है । इसकी पररणामस्वरूप भारि ने द बारा परीक्षण करने िथा
मान्यिा र्ह है वक वनशस्त्ीकरण व्यापक और स्थावपि परमाणु शस्त् ं के वनमाय ण का वनणय र् वलर्ा ।
सत्यावपि वकए जाने र् ग्य ह ने चावहए ।
• आखिक शस्त्र विर्ंत्रर् ि संवधर्ों का विरोधी : भारि स्वतंत्रता प्राखि से ले कर सि 1998 तक भारत की परमार्ु
की परमाणु नीवि की िीसरी विशेषिा र्ह है वक र्ह िीवत की विम्नवलखित विशेषताएं रही हैं ।
आणविक शस्त् वनर्ं त्रण के ऐसे उपार् ं िथा सं विर् ं का • विश्व स्तर पर परमाणु वनशस्त्ीकरण का समथयन िथा
विर ि करिा है , ज पक्षपािपूणय िथा समर्बद्ध ना ह । परमाणु शस्त् ं का विकास ना करना ।
इसी कारण इसने एनपीटी (NPT)1968 िथा सीटीबीटी • परमाणु अप्रसार में विश्वास ।
(CTBT)1996 सं वि पर हस्ताक्षर नही ं वकए । आणविक • NPT & CTBT जैसी भे दभाि सं विर् ं पर हस्ताक्षर ना
अप्रसार सं वि एनबीटी, गै र परमाणु शक्ति सं पन्न राष्ट्र ं क करना ।
परमाणु क्षमिा अवजयि करने से र क लगािी है िथा • शां विपूणय िथा स्वर्ं प्रर्ास से प्रमावणि िकनीकी का
परमाणु शक्ति सं पन्न राष्ट्र ं द्वारा अपने परमाणु हवथर्ार ं विकास करना ।
पर क ई र क नही ं है । इसी प्रकार सीटीबीटी (CTBT) भी • 1974 के परीक्षण के बाद िस्तु ओं का वनमाय ण ना करना ।
परमाणु शस्त् ं के वनमाय ण हे िु सभी परीक्षण ं पर र क • सभी भे दभाि पूणय और एक पक्षीर् सं विर् ं का विर ि
लगािी है । परं िु कंप्यूटर में वकए गए ऐसे वकसी परीक्षण करना ।
पर र क नही ं हैं । िस्तु ि इस सं वि का उद्दे श्य परमाणु • दवक्षण एवशर्ा क परमाणु विवभन्न क्षे त्र बनाने का विर ि
शक्ति रवहि राष्ट्र ं क परमाणु परीक्षण करने से र कना है करना ।
। ध्यान दे ने िाली बाि र्ह है वक परमाणु शक्ति सं पन्न राष्ट्र • 1974 के बाद परमाणु विकि ं का िुला रिना ।
P5 पहले से इिने हवथर्ार बना चुके हैं वक उनक अब भारि की परमाणु नीवि की विशेषिाओं के बाद भारि की इन
हवथर्ार ं के विकास हे िु परीक्षण करने की आिश्यकिा नीविर् ं में समर् के साथ साथ िथा आिश्यकिा अनुसार कई
ही नही ं है । पररििय न भी हुए, ज वनम्नवलक्तिि हैं ।
• विशस्त्रीकरर् के क्षे त्रीर् प्रर्ास : भारि की परमाणु
नीवि की चौथी विशेषिा र्ह है वक परमाणु वनशस्त्ीकरण भारतीर् परमार्ु िीवत में पररितयि
के क्षे त्रीर् प्रर्ास अिू रे हैं । अिः इसका वनशस्त्ीकरण • भारि द्वारा वकर्ा गर्ा परमाणु परीक्षण कई कारण ं का
सािय भौवमक और व्यापक स्तर पर ह ना चावहए । क् वं क पररणाम था । 1998 में जब बीजेपी के नेिृत्व िाली एनर्ीए
परमाणु हवथर्ार ं का मारक क्षमिा िै वश्वक स्तर की है िथा सरकार ने नेिृत्व सं भाला ि भारिीर् परमाणु नीवि क
इससे केिल सै वनक अड्डे ही नही ं बक्ति पूरी सभ्यिा के समर् की आिश्यकिा के अनुसार बदलने का फैसला
विनाश का ििरा है । इसका उद्दे श्य दु वनर्ा के दे श ं क वकर्ा । अब हम जानिे हैं उन मुख्य कारण ं के बारे में
परमाणु के ख़िर ं से अिगि कराना है । वजसके कारण भारि में परमाणु से संबंविि नीवि में
• दे श की सुरक्षा सुविवित करिा : भारि की परमाणु पररििय न वकए और परमाणु परीक्षण वकर्ा ।
नीवि का उद्दे श्य दे श की सु रक्षा और प्रविरक्षा सुवनविि 1. पर सी दे श पावकस्तान के परमाणु शस्त् विकास का
करना है । इसी कारण भारि ने 1974 में परमाणु परीक्षण कार्य िम का बनना । उसने चीन िथा उत्तर क ररर्ा के

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सहर् ग से वनविि रूप से परमाणु बम का वनमाय ण कर इस प्रकार वपछले 50 िषों से चल रही अटकलों तथा बहस का
वलर्ा था । अंत हो र्र्ा तथा भारत एक परमार्ु शस्त्र सम्पन्न दे श बि र्र्ा
2. पावकस्तान द्वारा दू रगामी मारक क्षमिा िाली गौरी ।
वमसाइल का परीक्षण ज परमाणु शस्त् ले जाने में भी आज के समर् में भारि के पास परमाणु सं बंविि बहुि शक्ति है ।
सक्षम थी । भारि आज के समर् में परमाणु सं पन्न दे श है ।
3. पावकस्तान द्वारा लगािार अपनाई जा रही भारि विर िी
नीविर् ं के कारण भी भारि में अपनी परमाणु नीवि में भारतीर् परमार्ु िीवत की िई विशेषताएं
पररििय न वकर्ा । • भारि कुल 6 परमाणु परीक्षण कर चुका है िथा अविक
4. चीन की बढ रही परमाणु शक्ति िथा उसकी भारि के परीक्षण नही ं करना चाहिा । िह विश्व में व्यापक
प्रवि कटु िापूणय रिै र्ा की नीवि के कारण भी भारि वनशस्त्ीकरण का पक्षिर है । अनेक दे श ं ने भारि क
परमाणु परीक्षण की ओर अग्रसर हुआ । परमाणु सं पन्न राष्ट्र का दजाय प्रदान कर वदर्ा है । भारि ने
5. चीन िथा उत्तर क ररर्ा का पावकस्तान के साथ बढिा सभी परीक्षण अपनी सु रक्षा और आिश्यकिाओं क ध्यान
परमाक्तिक सहर् ग भी भारि के वलए परमाणु नीवि में में रिकर वकए िथा उसकी नीवि वकसी भी दे श पर पहले
पररििय न का एक कारण बना । अस्त् प्रर् ग नही ं करने की है ।
6. भारि द्वारा एनपीटी और सीटीबीटी पर हस्ताक्षर न करने • भारि जिाबी कार्य िाही हे िु न्यूनिम विश्वसनीर् आणविक
पर दू सरे दे श ं द्वारा आवथयक प्रविबं ि लगाने की िमवकर्ां प्रविर ि वमवनमम िेवर्बल न्यूक्तिर्र वर्टे रेंस के वसद्धां ि
भी इसमें मुख्य कारण रही ं । का पालन करे गा िथा इसकी सु रक्षा, व्यिस्था हे िु वनविि
7. विश्व स्तर पर परमाणु शस्त् ं का बढ रहा दबाि िथा P5 उपार् करे गा िथा परमाणु शक्तिर् ं के प्रर् ग क वनर्ं त्रण
द्वारा वनशस्त्ीकरण क ना मानना भी परमाणु नीवि में करने का अंविम वनणय र् प्रिानमंत्री के हाथ में ह गा ।
पररििय न का एक कारण माना जा सकिा है । • भारि के द्वारा वनवमयि िथा विदे शी िकनीकी सहार्िा से
इसके अलािा कुछ अन्य कारण भी परमाणु परीक्षण के वलए भारि ने परमाणु शस्त् का वनमाय ण वकर्ा । ज इसकी
उत्तरदाई माने जा सकिे हैं । जै से कश्मीर में बढ रहे आिं क क िै ज्ञावनक ं के सू ज बू झ िथा इसकी िकनीकी प्रगवि क
वनर्ं वत्रि करने हे िु । भारिीर् सुरक्षा व्यिस्था क मजबू ि करने हे िु दशाय िा है । आज भारि विश्व में परमाणु सं पन्न दे श ं में वगना
। दवक्षण एवशर्ाई क्षे त्र क परमाणु विहीन बनाने के वलए, अमेररकी जािा है । परमाणु शक्ति के कारण भारि दू सरे दे श ं के
चीनी प्रर्ास आवद । मुकाबले अविक शक्तिशाली है । काफी समर् और प्रर्ास
के बाद भारि क र्ह शक्ति प्राप्त हुई है ।
इन सभी िथ् ं और कारण ं क ध्यान में रििे हुए भारि ने प िरण-
2 वकर्ा िथा परमाणु शस्त् बनार्ा । भारि ने पां च परीक्षण वकए । 2.भारत का परमार्ु ऊजाय कार्यक्रम
ज सभी भू वमगि थे । भारि के राष्ट्रपवि एपीजे अब्दु ल कलाम के
नेिृत्व में 17 मई 1998 क घ षणा हुई वक भारि ने 11 मई और 13 • विश्व परमाणु उद्य ग क्तस्थवि ररप टय (World Nuclear
मई क 45 वकल टन क्षमिा के हाइर्र जन बम का परीक्षण वकर्ा Industry Status Report) 2017 से पिा चलिा है वक
है । स्थावपि वकर्े गए परमाणु ररएक्टर ं की सं ख्या के मामले
में भारि का विश्व में िीसरा स्थान है ।

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• भारि, पावकस्तान, इिराइल, उत्तरी क ररर्ा और दवक्षण


• भारि अपने परमाणु ऊजाय कार्यिम के िहि िषय 2024 सू र्ान सं र्ुि राष्ट्र के ऐसे सदस् दे श हैं , वजन्ह न
ं े एनपीटी
िक 14.6 गीगािाट वबजली का उत्पादन करे गा, जबवक पर हस्ताक्षर नही ं वकर्े हैं ।
िषय 2032 िक वबजली उत्पादन की र्ह क्षमिा 63 • हालााँ वक, िे शां विपूणय उद्दे श्य ं के वलर्े परमाणु ऊजाय का
गीगािाट ह जाएगी। इस्ते माल कर सकिे हैं , लेवकन इसकी वनगरानी अंिराय ष्ट्रीर्
• वफलहाल भारि में 21 परमाणु ररएक्टर सविर् हैं , वजनसे परमाणु ऊजाय एजेंसी (आईएईए) के पर्य िेक्षक करिे हैं ।
लगभग 7 हिार मेगािाट वबजली का उत्पादन ह िा है ।
इनके अलािा 11 अन्य ररएक्टर ं पर विवभन्न चरण ं में काम इसके वलर्े भारत दो तकय दे ता है :
चल रहा है और इनके सविर् ह ने के बाद 8 हिार • इस सं वि में इस बाि की क ई व्यिस्था नही ं की गई है वक
मेगािाट अविररि वबजली का उत्पादन ह ने लगे गा। चीन की परमाणु शक्ति से भारि की सु रक्षा वकस प्रकार
• चूाँवक भारि अपने हवथर्ार कार्यिम के कारण परमाणु सु वनविि ह सकेगी।
अप्रसार सं वि में शावमल नही ं है । अिः 34 िषों िक इसके • इस सं वि पर हस्ताक्षर करने का अथय है वक भारि अपने
परमाणु सं र्ंत्र ं अथिा पदाथों के व्यापार पर प्रविबं ि लगा विकवसि परमाणु अनुसंिान के आिार पर परमाणु शक्ति
वदर्ा गर्ा था, वजस कारण र्ह िषय 2009 िक अपनी का शां विपूणय उपर् ग नही ं कर सकिा।
वसविल परमाणु ऊजाय का विकास नही ं कर सका।
• पूिय के व्यापार प्रविबं ि ं और स्वदे शी र्ू रेवनर्म के अभाि
में भारि थ ररर्म के भं र्ार ं से लाभ प्राप्त करने के वलर्े 4.व्यापक परमार्ु परीक्षर् प्रवतबं ध संवध (Comprehensive
परमाणु ईंिन चि का विकास कर रहा है । भारि का Test Ban Treaty- CTBT)
प्राथवमक ऊजाय उपभ ग िषय 1990 से िषय 2011 के मध्य
द गु ना ह गर्ा था। • व्यापक परमाणु परीक्षण प्रविबं ि सं वि (CTBT) वकसी के
भी द्वारा वकसी भी जगह (पृथ्वी की सिह पर, िार्ु मंर् में,
3.परमार्ु अप्रसार संवध (Nuclear Non-Proliferation पानी के नीचे और भू वमगि) पर परमाणु विस्फ ट ं पर र क
Treaty -NPT) लगािी है ।
• नई व्यापक परमाणु परीक्षण प्रविबंि सं वि
(Comprehensive Test Ban Treaty-CTBT) पर भी
• परमाणु वन:शस्त्ीकरण की वदशा में परमाणु अप्रसार सं वि
हस्ताक्षर करने से भारि ने स्पष्ट् इनकार कर वदर्ा है ।
(Non-Proliferation Treaty) क एक महत्त्वपूणय
भारि के अनुसार र्ह संवि अपने ििय मान स्वरूप में
दस्तािे ि माना जािा है ।
भे दभािपूणय, िावमर् ं से भरी ि वनिां ि अपूणय है ।
• र्ह 18 मई, 1974 क िब सामने आर्ा जब भारि ने
• जुलाई 2017 में सं र्ुि राष्ट्र ने परमाणु हवथर्ार ं के वनषेि
शां विपूणय उद्दे श्य ं के वलर्े अपना पहला भू वमगि परमाणु
से सं बंविि इस नई सं वि क अपनार्ा था, ज परमाणु
परीक्षण वकर्ा ।
हवथर्ार ं के उपर् ग, उत्पादन, हस्तां िरण, अविग्रहण,
• भारि का मानना है वक 1 जु लाई, 1968 क हस्ताक्षररि
सं ग्रहण ि िै नािी क अिै ि करार दे िी है ।
िथा 5 माचय, 1970 से लागू परमाणु अप्रसार सं वि
• भारि अपने स्पष्ट्ीकरण में कह चुका था वक िह इस बाि
भे दभािपूणय है , साथ ही र्ह असमानिा पर आिाररि
से सहमि नही ं है वक र्ह नई व्यापक परमाणु परीक्षण
एकपक्षीर् ि अपूणय है ।
प्रविबं ि सं वि परमाणु वनरस्त्ीकरण पर समग्र व्यिस्था
• भारि का मानना है वक परमाणु आर्ु ि ं के प्रसार क
कार्म करने में सफल ह पाएगी।
र कने और पूणय वन:शस्त्ीकरण के उद्दे श्य की पूविय के वलर्े
• भारि ने इस सं वि की सािय भौवमक नावभकीर्
क्षे त्रीर् नही,ं बक्ति अंिराय ष्ट्रीर् स्तर पर प्रर्ास वकर्े जाने
वनरस्त्ीकरण की एक िवमक प्रविर्ा के रूप में किना
चावहर्ें ।
की थी, वजससे एक समर्बद्ध रूपरे िा के भीिर सभी
• परमाणु अप्रसार सं वि का मौजूदा ढााँ चा भे दभािपूणय है
नावभकीर् हवथर्ार ं के पूणयि: नष्ट् ह ने का मागय प्रशस्त ह
और परमाणु शक्ति सं पन्न राष्ट्र ं के वहि ं का प षण करिा
सके।
है ।
• भारि का र्ह भी मानना है वक इस व्यापक परीक्षण
• र्ह परमाणु ििरे के साए िले जी रहे भारि जैसे दे श ं के
प्रविबं ि सं वि का उद्दे श्य मात्र परमाणु विस्फ ट ं के
वहि ं की अनदे िी करिा है ।
परीक्षण क बं द करना नही ं था, अवपिु परमाणु हवथर्ार ं
• भारि के अनुसार, िे कारण आज भी बने हुए हैं वजनकी
के गु णात्मक विकास और उनके पररष्करण क विस्फ ट
ििह से भारि ने अब िक इस सं वि पर हस्ताक्षर नही ं
अथिा अन्य माध्यम ं से र कना था।
वकर्े हैं ।
• इससे भारि के व्यापक राष्ट्रीर् ि सु रक्षा वहि ं की पुवष्ट् नही ं
• कह सकिे हैं वक परमाणु अप्रसार सं वि पर भारि का रुि
ह िी और उसके रुि से स्पष्ट् है वक िह अपने राष्ट्रीर्
बे हद स्पष्ट् है । िह वकसी की दे िा-दे िी र्ा दबाि में इस
सु रक्षा वहि ं में अपने एटमी विकि क िुला रिेगा।
सं वि पर हस्ताक्षर नही ं करे गा।
• इस पर हस्ताक्षर करने से पहले भारि अपने वहि ं और
अपने भविष्य क सु रवक्षि रििे हुए मामले के औवचत्य पर 5.‘िो फस्ट्य र्ूज’ पॉवलसी
पूरी िरह से विचार करे गा। ‘िो फस्ट्य र्ूज’ पॉवलसी क्या है ?
• भारि इस अप्रसार सं वि पर हस्ताक्षर करने से इनकार • भारि की परमाणु नीवि का मूल वसद्धां ि- पहले उपर् ग
करिा रहा है । नही ं है , (No First Use) ज भारि क विश्व के अन्य दे श ं
• इस सं वि पर हस्ताक्षर करने िाले दे श भविष्य में परमाणु से अलग बनािा है । इस नीवि के अनुसार भारि वकसी भी
हवथर्ार विकवसि नही ं कर सकिे । दे श पर परमाणु हमला िब िक नही ं करे गा जब िक वक
शत्रु दे श भारि के ऊपर हमला नही ं कर दे िा है ।

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• भारि अपनी परमाणु नीवि क इिना सशि रिेगा वक परमाणु आपूविय किाय समूह क छ डकर, भारि अब चार
दु श्मन के मन में भर् बना रहे । एमईसीआर में से िीन का सदस् है ।
• दु श्मन दे श के क्तिलाफ परमाणु हमले की कार्य िाही करने ितयमाि में MECR के तहत ऐसी चार व्यिस्थाएं हैं
का अविकार वसफय जनिा द्वारा चुने गए प्रविवनविर् ं अथाय ि • परमाणु सं बंविि प्रौद्य वगकी के वनर्ं त्रण के वलए परमाणु
दे श के राजनीविक नेिृत्व क ही ह गा जबवक नावभकीर् आपूविय किाय समूह (एनएसजी)।
कमां र् प्राविकरण का सहर् ग जरूरी ह गा। • रासार्वनक और जैविक प्रौद्य वगकी के वनर्ं त्रण के वलए
• वजन दे श ं के पास परमाणु हवथर्ार नही हैं उन दे श ं के ऑस्ट्रेवलर्ा समूह (एजी) वजसे हवथर्ार बनार्ा जा सकिा
क्तिलाफ भारि अपने परमाणु हवथर्ार ं का इस्ते माल नही ं है ।
करे गा। • सामूवहक विनाश के हवथर्ार पहुं चाने में सक्षम रॉकेट ं
• र्वद भारि के क्तिलाफ र्ा भारिीर् सु रक्षा बल ं के क्तिलाफ और अन्य हिाई िाहन ं के वनर्ं त्रण के वलए वमसाइल
क ई रासार्वनक र्ा जैविक हमला ह िा है ि भारि इसके प्रौद्य वगकी वनर्ं त्रण व्यिस्था (एमटीसीआर)।
जबाब में परमाणु हमले का विकि िुला रिेगा। • पारं पररक हवथर्ार ं और द हरे उपर् ग िाली िस्तु ओं और
• भारि परमाणु मुि विश्व बनाने की िै वश्वक पहल का प्रौद्य वगवकर् ं के वलए वनर्ाय ि वनर्ं त्रण पर िासे नार
समथयन करिा रहे गा िथा भे दभाि मुि परमाणु व्यिस्था।
वनः शस्त्ीकरण के विचार क आगे बढाएगा।
ध्यान दे ने िाली बाि र्ह है वक पहले ‘प्रर् ग न करने की नीवि’ की
ऐविहावसक पृष्ठभू वम शीिर्ु द्ध के वदन ं में वनवहि है । उस समर् र्ू र प
के भीिर पारं पररक सै न्य शक्ति में िारसा सं वि (Warsaw Pact) क
बडी बढि हावसल थी। उस समर् नाट (NATO) ने स विर्ि सं घ के
आिमण के दौरान पविमी र्ूर प क गं भीर ििरा उत्पन्न ह ने की
क्तस्थवि में परमाणु हवथर्ार के पहले इस्ते माल के विकि क िुला
रिा था। परं िु स विर्ि सं घ की से ना वजसे पारं पररक लडाई में बढि
हावसल थी, उसने सन 1983 में ‘पहले इस्ते माल न करने की नीवि’
अपना ली। स विर्ि सं घ का विभाजन ह ने और रूस की पारं पररक
बढि समाप्त ह ने के बाद रूस ने इस नीवि क त्याग वदर्ा।
गौरिलब है वक भारि क भी पावकस्तान पर पारं पररक बढि हावसल
है । ऐसे में र्ह नीवि समझ में आिी है । A.परमार्ु आपूवतयकिाय समू ह (एिएसजी)(NSG)
NSG के बारे में
िावभकीर् कमां ड प्रावधकरर् (NCA) • परमाणु आपूविय कत्ताय समूह (NSG) 48 दे श ं का समूह है ।
भारि की नावभकीर् कमां र् प्राविकरण भारि के परमाणु हवथर्ार ं NSG की स्थापना 1975 में की गई थी।
के कमान, वनर्ं त्रण एिं सं चालन से सं बंविि वनणय र् ं के वलए वनवमयि • परमाणु आपूविय किाय समूह (NSG) क 1974 में एक गैर-
प्राविकरण है । एनसीए के शीषय पर राजनीविक पररषद है , वजसके परमाणु -हवथर्ार राज्य (भारि) द्वारा एक परमाणु
प्रमुि प्रिानमंत्री ह िे हैं और उसमें रक्षा, गृ ह एिं विदे श मंत्री साथ उपकरण के विस्फ ट के बाद बनार्ा गर्ा था, वजसने
ही सु रक्षा पर बनी मंवत्रमंर्लीर् सवमवि के सभी मंत्रीगण सदस् प्रदवशयि वकर्ा वक शां विपूणय उद्दे श्य ं के वलए हस्तां िररि
शावमल ह िे हैं । राजनीविक पररषद से नीचे कार्य कारी पररषद ह िी परमाणु िकनीक का दु रुपर् ग वकर्ा जा सकिा है ।
है , वजसके प्रमुि राष्ट्रीर् सु रक्षा सलाहकार (NSA) ह िे हैं और • परमाणु हवथर्ार बनाने में इस्ते माल की जाने िाली सामग्री
वजसमें अन्य ल ग ं के अविररि से ना के िीन ं अंग ं के प्रमुि, भारि की आपूविय से लेकर वनर्ं त्रण िक इसी के दार्रे में आिा
के स्ट्रेटेवजक फ से ज कमां र् के कमां र्र-इन चीफ और एक िीन- है ।
वसिारा अवि कारी शावमल हैं । • भारि में इस समर् परमाणु सं र्ंत्र लगाए जाने का काम
िे िी से चल रहा है ।
• भारि सरकार स्पष्ट् कर चुकी है वक उसका उद्दे श्य
िं ड-B वबजली िै र्ार करना है और NSG की सदस्िा वमलने से
1.बहुपक्षीर् विर्ाय त विर्ंत्रर् व्यिस्था (Multilateral Export उसकी राह आसान ह जाएगी। लेवकन NSG की सदस्िा
Control Regimes (MECR)) के वलर्े भारि क कई शिों क भी मंिूर करना ह गा,
जैसे वक परमाणु परीक्षण न करना आवद।
• बहुपक्षीर् वनर्ाय ि वनर्ं त्रण व्यिस्था (एमईसीआर) प्रमुि एि.एस.जी. की सदस्यता प्राि करिे के क्या-क्या लाभ हैं ?
आपूविय किाय दे श ं द्वारा बनाए गए स्वैक्तिक और गै र- • परमाणु मामल ं के बारे में समर् पर जानकारी।
बाध्यकारी समझौिे हैं ज कुछ सै न्य और द हरे उपर् ग • सू चना के आदान-प्रदान के माध्यम से र् गदान।
प्रौद्य वगकी के हस्तां िरण क र कने और विवनर्वमि करने • साि (credentials) की पुवष्ट्।
के अपने प्रर्ास में सहर् ग करने के वलए सहमि हुए हैं । • सु संगििा और समन्वर् के एक सािन के रूप में कार्य
इसका उद्दे श्य सामूवहक विनाश के हवथर्ार ं (WMD) के करना।
प्रसार क र कना है ।
B.वमसाइल प्रौद्योवर्की विर्ंत्रर् व्यिस्था (MTCR)
र्ह दे श सं र्ुि राष्ट्र से स्विं त्र ह िे हैं । वमसाइल िकनीक वनर्ं त्रण व्यिस्था (MTCR-Missile
उनके विवनर्म केिल सदस् ं पर लागू ह िे हैं और वकसी Technology Control Regime) एक बहुपक्षीर् वनर्ाय ि वनर्ं त्रण
दे श के वलए इसमें शावमल ह ना अवनिार्य नही ं है । व्यिस्था है ।

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• इसके अलािा परं परां गि हवथर्ार ं और द हरे उपर् ग


िाली िस्तु ओं और प्रौद्य वगकी के वनर्ाय ि पर वनर्ं त्रण भी
इसके उद्दे श्य ं में शावमल है । इसका मुख्यालर् विर्ना में
है ।
• कुछ वदन पूिय परमाणु हवथर्ार अप्रसार वनर्ं त्रण करने
िाले एक बडे समूह में भारि क प्रिे श वमल गर्ा, जब
परमाणु हवथर्ार ं के वनर्ाय ि पर वनर्ं त्रण रिने िाले
िासे नार अरें जमेंट में भारि की सदस्िा स्वीकार कर ली
गई।
• भारि क्षेत्रीर् और अंिरराष्ट्रीर् सुरक्षा िथा उत्कृष्ट् वनर्ाय ि
वनर्ं त्रण पर वनगरानी रिने िाली सं स्था िासे नार अरें जमेंट
(Wassenaar Arrangement-WA) का 42िां सदस्
• र्ह ििय मान में 35 दे श ं के बीच एक अनौपचाररक और
बन गर्ा है ।
स्वैक्तिक भागीदारी है वजसका उद्दे श्य वमसाइल और
मानिरवहि हिाई िाहन (Un-manned Aerial
D.ऑस्ट्रे वलर्ा समू ह (Australia Group (AG))
Vehical-UAV) िकनीक के प्रसार क र कना है ।
• भारि की सदस्िा का 34 सदस् दे श ं ने समथयन वकर्ा.
• चीन एमटीसीआर का सदस् नही ं है . • ऑस्ट्रेवलर्ा ग्रु प उन दे श ं का सहकारी समूह है ज
• र्े समूह पारं पररक, परमाणु , जैविक एिं रासार्वनक सामवग्रर् ,ं उपकरण ं और प्रौद्य वगवकर् ं के वनर्ाय ि क
हवथर्ार ं और प्रौद्य वगवकर् ं का वनर्मन करिे हैं . वनर्ं वत्रि करिे हैं िावक, जैविक और रासार्वनक हवथर्ार ं
• एमटीसीआर की सदस्िा अब भारि क उच्च स्तरीर् (Biological and Chemical Weapons) के विकास र्ा
वमसाइल प्रौद्य वगकी िरीदने और रूस के साथ अपने अविग्रहण में इनका प्रर् ग ना वकर्ा जा सके।
साझा उपिम ं क बढाने का अिसर दे गी. • ऑस्ट्रेवलर्ा समूह का उद्दे श्य जैविक और रासार्वनक
• एमटीसीआर का उद्दे श्य वमसाइल ,ं पूणय रॉकेट िं त्र ,ं हवथर्ार ं (Biological and Chemical Weapons) के
मानिरवहि िार्ु र्ान ं और कम से कम 300 वकल मीटर आर्ाि-वनर्ाय ि की र कथाम के वलए वनर्म वनिाय ररि
िक 500 वकल िजन का पेल र् ले जा सकने िाली करना है । इसके अलािा ऑस्ट्रेवलर्ा समूह इन हवथर्ार ं
प्रणावलर् ं के प्रसार क र कना है . के वनर्ाय ि पर वनर्ं त्रण रिने के विशेष प्रकार के
• इसके साथ ही इसका उद्दे श्य सामूवहक जनसं हार के 54 र्ौवगक ं के प्रसार पर वनर्ं त्रण रििा है ।
हवथर्ार ं की आपूविय के वलए बनी प्रणावलर् ं क भी र कना • 1984 के र्ु द्ध में जब इराक ने ईरान रासार्वनक
है . हवथर्ार ं का प्रर् ग वकर्ा, िब जैविक और रासार्वनक
हवथर्ार ं (Biological and Chemical Weapons) के
C.िासेिार अरें जमें ट (Wassenaar Arrangement-WA) आर्ाि-वनर्ाय ि और प्रर् ग पर वनर्ं त्रण स्थावपि करने के
• इसकी स्थापना जुलाई, 1996 में िासे नार (नीदरलैंर्डस) में वलर्े ऑस्ट्रेवलर्ा के नेिृत्व में 1985 में ऑस्ट्रे वलर्ा समूह
की गई थी िथा इसी िषय वसिं बर से इसने कार्य करना शुरू का गठन वकर्ा गर्ा।
कर वदर्ा। र्ह परमाणु आपूवियकत्ताय समूह और वमसाइल • ऑस्ट्रवलर्ा ने र्ह समूह बनाने के वलर्े पहल की इसी
टे क्न लॉजी कंटर ल ररजीम की िरह ही परमाणु अप्रसार कारण ऑस्ट्रेवलर्ा ही इस सं गठन के सवचिालर् का
की दे िरे ि करने िाली सं स्था है । प्रबं िन दे ििा है ।
• िासे नार अरें जमेंट सदस् दे श ं के बीच परं परागि
हवथर्ार ं और प्रौद्य वगकी के हस्तां िरण में पारदवशयिा क
बढािा दे िा है ।
• इसके सदस्र् ं क र्ह सु वनविि करना ह िा है वक परमाणु
प्रौद्य वगकी के हस्िां िरण का दु रुपर् ग न ह और इसका
इस्िे माल सै न्र् क्षमिाओं क बढाने में न वकर्ा जाए।
• साथ ही र्ह भी सु वनक्त‍चि करना ह िा है वक र्े
प्रौद्य वगवकर्ााँ आिं किावदर् ं के हाथ न लगे ।

2.परमार्ु हवथर्ार प्रवतबं ध संवध(Nuclear Weapons Ban


Treaty)
• परमाणु हवथर्ार ं के वनषेि पर सं वि क हाल ही में सं र्ुि
राष्ट्र में अपनार्ा गर्ा था
• र्ह पूणय परमाणु वनरस्त्ीकरण के वलए पहला बहुपक्षीर्
कानूनी रूप से बाध्यकारी सािन है ।
• र्हां िक वक 1968 की परमाणु अप्रसार सं वि (एनपीटी)
और परमाणु -हवथर्ार-मुि क्षेत्र में केिल आं वशक वनषेि
हैं ।

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• र्ह सं वि परमाणु -हवथर्ार से सं बंविि गविविविर् ं की पूरी • इसे 2010 में प्राग में हस्ताक्षररि वकर्ा गर्ा था और 2011
िृंिला क प्रविबं विि करिी है , जैसे वक विकवसि करने , में लागू वकर्ा गर्ा था, र्ह कम से कम 2021 िक चलने
परीक्षण करने , उत्पादन करने , वनमाय ण करने , अविग्रहण की उम्मीद है ।
करने, रिने र्ा भं र्ार करने के वलए परमाणु हवथर्ार र्ा • मॉस्क की संवि (SORT) की जगह नई START सं वि आई
अन्य परमाणु विस्फ टक उपकरण। है ।
• इसके साथ ही इन हवथर्ार ं के उपर् ग र्ा िमकी पर भी • सं वि की शिों के िहि, रणनीविक परमाणु वमसाइल
प्रविबं ि है । लां चर ं की सं ख्या आिे से कम ह जाएगी।
• िािाय में भाग लेने िाले 124 दे श ं में से 122 ने सं वि के पक्ष • SORT िं त्र की जगह एक नर्ा वनरीक्षण और सत्यापन
में मिदान वकर्ा था। शासन स्थावपि वकर्ा जाएगा।
• कम से कम 50 दे श ं द्वारा इसकी पु वष्ट् वकए जाने के 90 • र्ह पररचालन वनक्तिर् वनक्तिर् भं र्ाररि परमाणु िारहे र्
वदन ं के भीिर सं वि लागू ह गी। की सं ख्या क सीवमि नही ं करिा है ज रूसी और
• आठ परमाणु हवथर्ार िाले राज्य ं र्ानी अमेररका, रूस, अमेररकी द न ं आविष्कार ं में उच्च हजार ं में रहिे हैं ।
वब्रटे न, चीन, फ्ां स, भारि, पावकस्तान और उत्तर क ररर्ा
के आलािा इजरार्ल ने िािाय में भाग नही ं वलर्ा 5.हे र् आचार संवहता (Hague Code of Conduct)
• भारि ने कहा वक िह वनरस्त्ीकरण पर वजनेिा-आिाररि • बै वलक्तस्ट्क वमसाइल प्रसार / HCOC के क्तिलाफ
सम्मेलन Conference on Disarmament‟-(CD) क अंिराय ष्ट्रीर् आचार सं वहिा 2002 में बै वलक्तस्ट्क वमसाइल ं
मान्यिा दे िा है - ज एक बहुपक्षीर् वनरस्त्ीकरण िािाय के प्रसार क र कने के वलए एक व्यिस्था के रूप में
मंच हैं भारि वनरस्त्ीकरण मुद्दे पर ििय मान सं वि की क्षमिा स्थावपि की गई थी।
के बारे में आश्वस्त नही ं है । • HCOC बै वलक्तस्ट्क वमसाइल ं पर प्रविबं ि नही ं लगािा है ,
लेवकन र्ह उनके उत्पादन, परीक्षण और वनर्ाय ि में सं र्म
3.पेवलं डाबा संवध का आह्वान करिा है ।
• अफ्ीकी परमाणु हवथर्ार मुि क्षेत्र सं वि / पेवलंर्ाबा सं वि • 2016 में भारि HCOC में शावमल ह गर्ा।
अनुसंिान, विकास, वनमाय ण, भं र्ार, अविग्रहण, परीक्षण, • MTCR भी इसी प्रकार का एक वमशन है , र्ह केिल 35
कब्जे, वनर्ं त्रण र्ा वनर्ं त्रण के वलए पावटय र् ं के क्षे त्र में सं वि सदस् ं िाला एक वनर्ाय ि समूह है ।
और रे वर्र् िमी के र्ं वपंग पर र क लगािी है । सं वि दल ं
द्वारा अफ्ीकी क्षेत्र में अपवशष्ट् फेकने क भी र किी है । 6.जैविक हवथर्ार सम्मेलि (Biological Weapons
• र्ह सं वि इस क्षे त्र में परमाणु प्रविष्ठान ं के क्तिलाफ वकसी Convention)
भी हमले पर प्रविबं ि लगािा है । • र्ह हवथर्ार ं की एक पूरी िेणी के उत्पादन पर प्रविबं ि
• सं वि के वलए सभी पक्ष ं क अपने सभी शां विपूणय परमाणु लगाने िाली पहली बहुपक्षीर् वनरस्त्ीकरण सं वि थी।
गविविविर् ं के वलए पूणय दार्रे िाले IAEA सु रक्षा उपार् ं • जेनेिा प्र ट कॉल उपर् ग पर प्रविबं ि लगािा है लेवकन
क लागू करने की आिश्यकिा है । रासार्वनक और जैविक हवथर्ार ं के कब्जे र्ा विकास का
• सं वि द्वारा अफ्ीकी आर् ग की परमाणु ऊजाय की स्थापना नही।ं
सवहि अनुपालन क सत्यावपि करने के वलए एक िं त्र • बीर्ब्ल्यू सी 182 राज्य ं क जैविक और विषैले हवथर्ार ं
स्थावपि वकर्ा गर्ा है । के विकास, उत्पादन और सं ग्रहण क प्रविबं विि करने के
• अफ्ीकी परमाणु -हवथर्ार-मुि क्षे त्र (ANWFZ) पूरे वलए प्रविबद्ध करिा है ।
अफ्ीकी महाद्वीप के साथ-साथ वनम्नवलक्तिि द्वीप ं क भी • वमस्र, है िी, स मावलर्ा, सीररर्ा और िं जावनर्ा ने हस्ताक्षर
किर करिा है : काब िर्े , कैनरी द्वीप, चाग स द्वीपसमूह वकए हैं लेवकन इसकी पुवष्ट् नही ं की है ।
वर्एग गावसय र्ा, क म र स, र्ू र वपर्न द्वीप, मेर्ागास्कर, • चार्, क म र स, वजबू िी, इररवटर र्ा, इिराइल, वकररबािी,
मॉरीशस, वप्रंस एर्िर्य और मैररर्न द्वीप समूह। माइि नेवशर्ा, नामीवबर्ा, दवक्षण सू र्ान, िु िालु ने न ि
ररर्ू वनर्न, र वर्रग्स द्वीप, से शेल्स, टर मेवलन द्वीप और इसकी पुवष्ट् की है और न ही इसकी पुवष्ट् की है ।
िां िीबार और पेम्बा द्वीप। • हालां वक, अनुपालन की वनगरानी के वलए वकसी भी
• दवक्षण सू र्ान इस सं वि का हस्ताक्षरकिाय नही ं है । औपचाररक सत्यापन शासन की अनुपक्तस्थवि ने कन्वें शन
• अन्य परमाणु मुि क्षे त्र सं विर्ााँ वनमंवलक्तिि है - की प्रभािशीलिा क सीवमि कर वदर्ा है ।
अंटाकयवटका, टे ल्टेलक (लैवटन अमेररकी और • बीर्ब्ल्यू सी के िहि अनुमि उद्दे श्य ं क र गवनर िी,
कैररवबर्न), रार ट ग ं ा (दवक्षण प्रशां ि), बैं कॉक सु रक्षात्मक और अन्य शां विपूणय उद्दे श्य ं के रूप में
(आवसर्ान)। पररभावषि वकर्ा गर्ा है ।

4.िई स्ट्ाटय संवध (New START (Strategic Arms 7.परमार्ु क्षवत के वलए अिुपूरक मु आिजे पर कन्वें शि
Reduction Treaty) (Convention on Supplementary Compensation for
• न्यू स्ट्ाटय (स्ट्रैटेवजक आर्म्य ररर्क्शन टर ीटी) सं र्ुि राज्य Nuclear Damage)
अमेररका और रूसी सं घ के बीच एक परमाणु हवथर्ार • र्ह एक बहुपक्षीर् संवि है ज परमाणु घटना के कारण
कटौिी सं वि है । क्षवि के वलए दे र्िा और क्षविपूविय से सं बंविि है ।
• सं वि का औपचाररक नाम Strategic Arms Reduction • इसे 1997 में सािय जवनक िन के माध्यम से परमाणु घटना
Treaty-सामररक आिामक हवथर्ार ं की कमी और की क्तस्थवि में उपलब्ध मुआिजे की मात्रा बढाने के उद्दे श्य
सीमा के वलए उपार् है । से अपनार्ा गर्ा था।

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• सं विदा दल ं क उनकी स्थावपि परमाणु क्षमिा और 1.परमार्ु शस्त्रार्ार का िैवश्वक विस्तार: SIPRI ररपोटय
मूल्ां कन की सं र्ुि राष्ट्र दर के आिार पर वनवि उपलब्ध • हाल ही में प्रकावशि SIPRI इर्रबु क (SIPRI Yearbook)
कराई जानी है । 2021 के अनुसार, विश्व स्तर पर िै र्ार और िै नाि परमाणु
• इसका उद्दे श्य उन राज्य ं के बीच सं वि सं बंि स्थावपि हवथर्ार ं की सं ख्या में िृ क्तद्ध हुई है।
करना है ज परमाणु क्षवि के वलए नागररक दावर्त्व पर • SIPRI इर्रबु क स्ट्ॉकह म इं टरनेशनल पीस ररसचय
विर्ना सम्मेलन के हैं , परमाणु ऊजाय के क्षे त्र में िीसरे पक्ष इं स्ट्ीट्यूट (Stockholm International Peace
की दे र्िा पर पेररस सम्मेलन र्ा उनमें से क ई भी नही ं Research Institute- SIPRI) द्वारा जारी की जािी है ज
• भारि ने अपनी घरे लू परमाणु दावर्त्व भी पाररि वकर्ा था अंिराय ष्ट्रीर् आर्ु ि और सं घषय पर श ि करिा है ।
कानून, 2010 में वसविल लॉ फॉर न्यूक्तिर्र र्ै मेज • SIPRI "ईर्रबु क 2021" हवथर्ार ,ं वनरस्त्ीकरण और
(सीएलएनर्ी) अविवनर्म। अंिराय ष्ट्रीर् सु रक्षा की ििय मान क्तस्थवि का आकलन करिा
• अमेररका जैसे दे श ं ने कहा है वक भारिीर् कानून के है ।
प्राििान सीएससी के उल्लंघन हैं , लेवकन भारि द्वारा िौ परमार्ु शस्त्र संपन्न दे श:
इसका िंर्न वकर्ा गर्ा है । • अमेररका, रूस, वब्रटे न, फ्ााँ स, चीन, भारि, पावकस्तान,
इिराइल िथा उत्तरी क ररर्ा विश्व के 9 परमाणु हवथर्ार
8.अंतरराष्ट्रीर् परमार्ु ऊजाय एजेंसी (International Atomic सं पन्न दे श हैं ।
Energy Agency) (IAEA) • इन दे श ं के पास िषय 2021 की शुरुआि में अनु मावनि
IAEA के बारे में : 13,080 परमाणु हवथर्ार थे।
• सं र्ुि राष्ट्र के पररिार के भीिर 1957 में विश्व के ” शां वि • रूस और अमेररका के पास कुल वमलाकर 90% से
के वलए परमाणु (atoms for peace) ” सं गठन के रूप में अविक िै वश्वक परमाणु हवथर्ार हैं और साथ ही िे व्यापक
स्थावपि । और महाँ गे आिु वनकीकरण कार्यिम भी चल रहे हैं ।
• सं र्ुि राष्ट्र महासभा और सु रक्षा पररषद द न ं • अमेररका और रूस द न ं ने न्यू स्ट्ाटय (New START) सं वि
क ररप टय । के विस्तार क मंिूरी दे दी है ।
• विर्ना, ऑक्तस्ट्रर्ा में मुख्यालर् । • चीन के परमाणु शस्त्ागार में िषय 2020 की शुरुआि में
कार्य : 320 से ऊपर 350 िॉरहे र् शावमल थे।
• परमाणु प्रौद्य वगवकर् ं के सु रवक्षि, और शां विपूणय उपर् ग • चीन की क्तस्थवि एक महत्त्वपूणय आिु वनकीकरण और
क बढािा दे ने के वलए अपने सदस् राज्य ं और दु वनर्ा परमाणु हवथर्ार सू ची के विस्तार के बीच क्तस्थि है ।
भर में कई भागीदार ं के साथ काम करिा है । • िषय 2021 की शुरुआि में भारि के पास 156 परमाणु
• परमाणु ऊजाय के शां विपूणय उपर् ग क बढािा दे ने के हवथर्ार हैं , ज वक वपछले िषय (2020) की शुरुआि में 150
वलए, और परमाणु हवथर्ार ं सवहि वकसी भी सै न्य उद्दे श्य थे, िही ं पावकस्तान के पास वपछले िषय 160 थे ज अब
के वलए इसके उपर् ग क र कना चाहिा है । 165 ह गए हैं ।
सदस्य मं डल: • भारि और पावकस्तान नई प्रौद्य वगवकर् ं एिं क्षमिाओं की
• 22 सदस् राज्य ं (एक वनिाय ररि भौग वलक विविििा का िलाश कर रहे हैं ज परमाणु सीमा के िहि एक-दू सरे
प्रविवनवित्व करना चावहए) – सामान्य सम्मेलन द्वारा चुने की रक्षा क ििरनाक रूप से कमि र करिी हैं ।
गए (प्रत्येक िषय 11 सदस्) – 2 िषय के कार्य काल । • पारदवशयिा का वनम्न स्तर: परमाणु शस्त्ागार की क्तस्थवि
• कम से कम 10 सदस् दे श – वनििय मान ब र्य द्वारा और परमाणु -सशस्त् राज्य ं की क्षमिाओं पर उपलब्ध
नावमि। विश्वसनीर् जानकारी की क्तस्थवि भी काफी वभन्न है ।
• ब र्य के सदस् ं क प्रत्येक एक ि ट प्राप्त ह िा है । सबसे बडा सैन्य िचय:
• IAEA गविविविर् ं और बजट पर आम सम्मेलन की • िषय 2020 में कुल िचय में िृ क्तद्ध काफी हद िक सं र्ुि
वसफाररशें। राज्य अमेररका और चीन (िमशः पहले और दू सरे सबसे
• IAEA मानक ं क प्रकावशि करने के वलए वजम्मेदार। बडे िचय करने िाले) के व्यर् पैटनय से प्रभाविि थी।
• IAEA की अविकां श नीवि बनाने के वलए वजम्मेदार। • िषय 2020 में 72.9 वबवलर्न अमे ररकी र्ॉलर के िचय में
• जनरल कॉन्फ्ेंस अनुम दन के अिीन महावनदे शक क 2.1% की िृ क्तद्ध हुई, वजसने भारि क विश्व में िीसरे सबसे
वनर्ु ि करिा है । बडे सै न्य ऋणदािा के रुप में स्थान वदर्ा।
सामान्य सम्मेलि: प्रमु ि हवथर्ारों के आर्ातक:
• 169 सदस् दे श – प्रवि सदस् एक ि ट। • SIPRI ने िषय 2016-20 में 164 राज्य ं क प्रमुि हवथर्ार ं
• ििय मान मुद्द ं और नीविर् ं पर बहस के वलए मंच। के आर्ािक के रूप में पहचाना।
• िषय में एक बार वमलिा है । • पााँ च सबसे बडे हवथर्ार आर्ािक दे श थे - सऊदी अरब,
• ब र्य ऑफ़ गिनयर से पाररि वकए गए कार्ों और बजट ं भारि, वमस्र, ऑस्ट्रेवलर्ा एिं चीन और कुल हवथर्ार ं के
क अनुम वदि । आर्ाि में इनका वहस्सा 36% था।
• महावनदे शक के वलए नॉवमनेशन क मंजूरी दे िा है । • क्षे त्रिार: िषय 2016-20 के दौरान प्रमुि हवथर्ार ं की
कार्यक्रम: आपूविय की सबसे बडी मात्रा प्राप्त करने िाला क्षेत्र एवशर्ा
• कैंसर थेरेपी के वलए कारय िाई का कार्य िम (PACT)। और ओवशवनर्ा था, ज िै वश्वक कुल आपूविय का 42% था,
• मानि स्वास्थ्य कार्य िम। इसके बाद मध्य पूिय का स्थान है वजसे 33% वहस्सा प्राप्त
• जल उपलब्धिा सं ििय न पररर् जना। हुआ।
• अवभनि परमाणु ररएक्टर ं और ईंिन चि पर अंिराय ष्ट्रीर् प्रमु ि हवथर्ारों के आपूवतयकिाय :
पररर् जना, 2000।
करें ट अफेर्सय

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• िषय 2016-20 के दौरान पााँ च सबसे बडे आपूविय कत्ताय ओं • इसे सं र्ुि व्यापक कारय िाई र् जना (Joint
सं र्ुि राज्य अमेररका, रूस, फ्ााँ स, जमयनी और चीन का Comprehensive Plan Of Action-JCPOA) और
प्रमुि हवथर्ार ं के वनर्ाय ि में वहस्सा 76% था। सामान्यिः 'ईरान परमाणु समझौिा' के नाम से जाना जािा
सशस्त्र संघषय के हावलर्ा उदाहरर्: है ।
• कश्मीर क लेकर भारि और पावकस्तान के बीच क्षे त्रीर् • इस समझौिे के िहि ईरान ने प्रविबं ि ं क हटाने और
सं घषय। िषय 2020 में क्तस्थवि बडे पैमाने पर सशस्त् वहं सा िै वश्वक व्यापार िक पहुाँ च स्थावपि करने के बदले अपनी
की अपेक्षा वनम्न स्तर की र्थाक्तस्थवि में िापस आ गई। परमाणु गविविविर् ं पर अंकुश लगाने की सहमवि व्यि
• जून 2020 में पााँ च दशक ं में पहली बार कश्मीर के की।
वििावदि पूिी लद्दाि क्षे त्र में चीन और भारि के बीच सीमा • इस समझौिे के िहि ईरान क श ि के वलर्े थ डी मात्रा
िनाि घािक ह गर्ा। में र्ू रेवनर्म जमा करने की अनुमवि दी गई लेवकन
• निं बर 2020 में उत्तरी इवथर् वपर्ा के टाइग्रे क्षे त्र (Tigray र्ू रेवनर्म के सं िद्धय न पर प्रविबं ि लगा वदर्ा गर्ा, वजसका
Region) में सं घीर् सरकारी बल ं और टाइग्रे पीपुल्स उपर् ग ररएक्टर ईंिन और परमाणु हवथर्ार बनाने के
वलबरे शन फ्ंट के बीच एक नर्ा सशस्त् सं घषय वछड गर्ा, वलर्े वकर्ा जािा है ।
वजसमें हिार ं ल ग मारे गए और 46,000 से अविक • ईरान क एक भारी जल-ररएक्टर (Heavy-Water
शरणावथयर् ं क पू िी सू र्ान में भागने के वलर्े मजबू र ह ना Reactor) के वनमाय ण की भी आिश्यकिा थी, वजसमें ईंिन
पडा। के रूप में प्रर् ग करने हे िु भारी मात्रा में प्लूट वनर्म
सऊदी अरब, भारि, वमस्र, ऑस्ट्रेवलर्ा और चीन 2016 और 2020 (Plutonium) की आिश्यकिा के साथ ही अंिराय ष्ट्रीर्
के बीच दु वनर्ा में प्रमुि हवथर्ार ं के पां च सबसे बडे इम्प टय र थे। वनरीक्षण की अनुमवि दे ना भी आिश्यक था।
इस दौरान प्रमुि हवथर्ार ं के िै वश्वक आर्ाि में सऊदी अरब की
11 प्रविशि और भारि की 9.5 प्रविशि वहस्सेदारी थी।

2.परमार्ु विरीक्षर् पर IAEA - ईराि समझौता

• ईरान ने एक समझौिे के िहि अंिराय ष्ट्रीर् परमाणु ऊजाय


एजेंसी क अपने परमाणु कार्य िम िक सीवमि पहुाँ च की
इजािि दे दी है ।
• वदसं बर 2020 में सं र्ुि राज्य अमेररका द्वारा प्रविबंि ं में
ढील न वदर्े जाने पर ईरान की सं सद ने कुछ वनरीक्षण ं क
वनलंवबि करने की मां ग करिे हुए एक कानून पाररि
वकर्ा।
प्रमु ि वबं दु:
• व्यापक सु रक्षा उपार् ं के िहि IAEA का अविकार और
दावर्त्व र्ह सु वनविि करना है वक इस क्षे त्र में सभी परमाणु
सामग्री पर सु रक्षा उपार् ं क लागू वकर्ा गर्ा है िथा िह
पुवष्ट् करे वक र्ह सामग्री अनन्य उद्दे श्य के वलर्े राज्य के िषय 2018 में समझौते से अमे ररका का अलर् होिा:
अविकार क्षे त्र र्ा वनर्ं त्रण में है और ऐसी सामग्री क • मई 2018 में अमेररका ने इस समझौिे क द षपूणय बिािे
परमाणु हवथर्ार ं र्ा अन्य नावभकीर् विस्फ टक ं के हुए इससे अलग ह गर्ा और ईरान पर प्रविबं ि बढाने
वनमाय ण में प्रर् ग नही ं वकर्ा जाएगा। शुरू कर वदर्े ।
• परमाणु अप्रसार संवि के िहि सुरक्षा उपार् ं के अविररि • प्रविबं ि ं क कडा कर वदर्े जाने के बाद से ईरान प्रविबं ि ं
IAEA क क ई अनुमवि नही ं दी जाएगी। में राहि का रास्ता ि जने के वलर्े शेष हस्ताक्षरकत्ताय ओं
• ईरान कुछ स्थल ं पर स्थावपि वनगरानी कैमर ं की फुटे ज पर दबाि बनाने हे िु अपनी कुछ प्रविबद्धिाओं का
की ‘ररर्ल टाइम एक्सेस’ दे ने से इनकार कर दे गा और लगािार उल्लंघन कर रहा है ।
अगर िीन महीने के भीिर प्रविबं ि नही ं हटार्ा जािा है ि • अमेररका ने कहा वक िह सभी दे श ं क ईरान से िे ल
िह इन्हें वर्लीट कर दे गा। िरीदने से र कने और नए परमाणु समझौिे हे िु दबाि
समझौते का महत्त्व: बनाने के वलर्े ईरान क मजबू र करने का प्रर्ास करे गा।
• र्ह वनविि रूप से ईरान की परमाणु गविविविर् ं और िषय IAEA का पक्ष:
2015 के परमाणु समझौिे क नए प्रकार से लागू करने • िषय 2018 में अंिराय ष्ट्रीर् परमाणु ऊजाय एजेंसी की एक
के प्रर्ास ं पर बढिे सं कट क कम करे गा। ररप टय के अनुसार, ईरान के र्ू रेवनर्म और भारी जल के
• र्ह िषय 2020 में पाररि एक नए ईरानी कानून के प्रभाि भं र्ार के साथ-साथ इसके द्वारा अविररि प्र ट कॉल का
क काफी कम कर दे िा है , वजससे IAEA की कार्य करने कार्ाय न्वर्न, समझौिे के अनुरूप था।
की क्षमिा में गंभीर बािा उत्पन्न ह रही थी।
िषय 2015 का परमार्ु समझौता:
• िषय 2015 में ईरान ने िै वश्वक शक्तिर् ं P5 + 1 के समूह
(सं र्ुि राज्य अमेररका, वब्रटे न, फ्ााँ स, चीन, रूस और
जमयनी) के साथ अपने परमाणु कार्य िम से सं बंविि
दीघयकावलक समझौिे पर सहमवि व्यि की।

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D.संर्ुक्त राष्ट्र • र्ह अपने सदस् ं के सामूवहक आवथयक वहि ं क बढािा


• सं र्ुि राष्ट्र 15 अंिरराष्ट्रीर् सं गठन ं के साथ घवनष्ठ कार्य दे ने एिं सं र्ुि राष्ट्र में एक सं र्ुि समझौिा क्षमिा बढाने
सं बंि रििा है वजन्हें सं र्ुि राष्ट्र की "विशेष एजेंवसर् "ं के के वलर्े बनार्ा गर्ा है ।
रूप में नावमि वकर्ा गर्ा है , भले ही िे स्विं त्र कानूनी • इसके ऐविहावसक महत्त्व के पररणामस्वरूप 130 से
सं स्थाएं ह ।ं अविक दे श ं के इसमें शावमल ह ने से समू ह में िृ क्तद्ध के
• प्रत्येक विवशष्ट् एजें सी अपने स्वर्ं के शासी वनकार्, बािजूद जी -77 नाम क बरकरार रिा गर्ा है ।
प्रविर्ात्मक वनर्म ,ं सदस्िा और वित्त प षण िंत्र के संर्ुक्त राष्ट्र का शां वत वमशि: नागररक ं की रक्षा करने िथा दे श ं
साथ सं र्ुि राष्ट्र की छत्रछार्ा में स्वार्त्त रूप से सं चावलि क सं घषय के बजार् शां वि स्थापना में मदद कर भारि ने शां वि
ह िी है । स्थावपि करने में र् गदान वदर्ा है।
• कुछ विवशष्ट् एजेंवसर्ां सं र्ुि राष्ट्र से पहले की हैं , वजनकी • ििय मान में (2019) भारि सं र्ुि राष्ट्र शां वि वमशन में
स्थापना 19िी ं शिाब्दी में र्ा प्रथम विश्व र्ु द्ध के बाद राष्ट्र 6593 सै न्यकवमयर् ं की िै नािी (लेबनान, कां ग , सू र्ान
सं घ, सं र्ुि राष्ट्र के पूियििी द्वारा की गई थी। एिं दवक्षण सू र्ान, ग लान हाइटड स, आइिरी क स्ट्, है िी,
• कुछ की स्थापना वद्विीर् विश्व र्ुद्ध के अंि में सं र्ुि राष्ट्र लाइबे ररर्ा) के साथ िीसरा सबसे बडा सै न्य र् गदानकत्ताय
के साथ समििी रूप से की गई थी। अन्य उभरिी है ।
जरूरि ं क पूरा करने के वलए हाल ही में बनाए गए थे। • िषय 1948 के बाद से सं र्ुि राष्ट्र के शां वि वमशन में सै न्य
• स्थापना िषय: 1945 सहार्िा भे जने िाले दे श ं में भारि ने सबसे अविक सै न्य
• आवधकाररक भाषाएं - अरबी, चीनी, अंग्रेजी, फ्ेंच, क्षवि (लगभग 3,800 सै न्यकवमयर् ं में से 164 की मृ त्यु) का
स्पेवनश, रूसी सामना वकर्ा है ।
• सं र्ुि राष्ट्र आविकाररक िौर पर 24 अक्टू बर 1945 क महात्मा गां िी का सं र्ुि राष्ट्र पर स्थार्ी प्रभाि रहा है । अवहं सा के
अक्तस्तत्व में आर्ा, जब चीन, फ्ां स, स विर्ि सं घ, र्ू नाइटे र् उनके आदशों ने अपनी स्थापना के समर् सं र्ुि राष्ट्र क काफी
वकंगर्म, सं र्ुि राज्य अमेररका और अविकां श अन्य प्रभाविि वकर्ा।
हस्ताक्षरकिाय ओं द्वारा चाटय र की पुवष्ट् की गई थी। • िषय 2007 में सं र्ुि राष्ट्र ने 2 अिू बर, महात्मा गां िी के
• इसका वमशन अंिरराष्ट्रीर् शां वि और सु रक्षा बनाए रिना, जिवदन क , अंिराय ष्ट्रीर् अवहं सा वदिस के रूप में घ वषि
राष्ट्र ं के बीच मैत्रीपूणय सं बंि विकवसि करना और वकर्ा।
सामावजक प्रगवि, बे हिर जीिन स्तर और मानिाविकार ं िषय 2014 में सं र्ुि राष्ट्र महासभा ने 21 जू न क अंिराय ष्ट्रीर् र् ग
क बढािा दे ना है । वदिस के रूप में मनाने के प्रस्ताि क अपनार्ा।
• र्ू .एन. शुरुआि में वसफय 51 सदस् राज्य थे ; आज, • र्ह सं र्ुि राष्ट्र के वसद्धां ि ं एिं मूल् ं के साथ इस
सं गठन, वजसका मु ख्यालर् न्यूर्ॉकय शहर में है , में 193 कालािीि कार्य के समग्र लाभ ि इसकी अंिवनयवहि
सदस् हैं । सं गििा क पहचानिा है ।

संर्ुक्त राष्ट्र के उदे श्य संर्ुक्त राष्ट्र के मु ख्य विकार् (Mains Bodies of UN)
• सं र्ुि राष्ट्रसं घ का मूल उद्दे श्य अंिराष्ट्रीर् झगड ं क
र कना और राष्ट्र ं के बीच सहर् ग क़ार्म करना है । 1.संर्ुक्त राष्ट्र महासभा (United Nations General
अंिराय ष्ट्रीर् स्तर पर ह ने िाले वििाद ं के पीछे अक्सर Assembly- UNGA)
सामावजक और आवथयक कारण ह िे थे। इसवलए सं र्ुि
राष्ट्रसं घ का काम पूरे विश्व क एकसाथ लाकर सामावजक • 1945 में सं र्ुि राष्ट्र चाटय र के िहि सं र्ुि राष्ट्र महासभा
और आवथयक विकास पर ज र दे ना है । (United Nations General Assembly-UNGA) की
संर्ुक्त राष्ट्र बिा है स्थावपि की गर्ी थी ।
• सं र्ुि राष्ट्र के चाटय र द्वारा स्थावपि मुख्य अंग से • र्ह सं र्ुि राष्ट्र सं घ में नीवि-वनमाय ण , विचार-विमशय और
• विवशष्ट् एजेंवसर्ां से और विवभन्न िै वश्वक मुद्द ं पर प्रविवनवि सं स्था के रूप में काम
• महासभा द्वारा स्थावपि वनवि और कार्य िम से करिी है ।
संर्ुक्त राष्ट्र के मु ख्य अं र् हैं : • सं र्ुि राष्ट्र महासभा अपने चाटय र के िहि किर वकर्े गए
1. सं र्ुि राष्ट्र महासभा। अंिराय ष्ट्रीर् मुद्द ं पर बहुआर्ामी और बहुपक्षीर् चचाय के
2. सु रक्षा पररषद। वलर्े एक बे हिरीन मंच उपलब्ध करािी है ।
3. सं र्ुि राष्ट्र आवथयक एिं सामावजक पररषद। • ििय मान में सं र्ुि राष्ट्र महासभा के 193 सदस् दे श हैं ।
4. सं र्ुि राष्ट्र न्यास पररषद। • सं र्ुि राष्ट्र महासभा का मुख्यालर् न्यूर्ॉकय ( अमेररका)
5. अंिराय ष्ट्रीर् न्यार्ालर्। में है ।
6. सं र्ुि राष्ट्र सवचिालर्। • हाल ही में सं र्ुि राष्ट्र महासभा के अध्यक्ष का चु नाि
इन सभी 6 अंग ं की स्थापना िषय 1945 में सं र्ुि राष्ट्र की स्थापना मालदीि ने जीिा है । उल्लेिनीर् है वक भारि ने मालदीि
के समर् की गई थी। के पक्ष में ही अपना ि ट वदर्ा है ।
• सं र्ुि राष्ट्र महासभा के अध्यक्ष का कार्य काल एक िषय
भारत G-77 का भी सदस्य है । का ह िा है ।
• ग्रु प ऑफ 77 (G-77) की स्थापना 15 जून, 1964 क 6 मु ख्य सवमवतर्ााँ : महासभा के वलर्े मसौदा प्रस्ताि इसकी छह
"सििड विकासशील दे श ं की संर्ुि घ षणा" पर सििड मुख्य सवमविर् ं द्वारा िै र्ार वकर्ा जा सकिा है :
विकासशील दे श ं के हस्ताक्षर द्वारा की गई थी। 1. प्रथम सवमवि - वनरस्त्ीकरण एिं अंिराय ष्ट्रीर् सु रक्षा,
2. वद्विीर् सवमवि- आवथयक एिं वित्तीर्,
3. िृ िीर् सवमवि - सामावजक, मानिीर् एिं सां स्कृविक,

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4. चिु थय सवमवि - विशेष राजनीविक एिं •इसमें महासभा द्वारा िीन िषय की अिवि के वलर्े वनिाय वचि
विऔपवनिे शीकरण, 54 सदस् ह िे हैं ।
5. पंचम सवमवि- प्रशासवनक एिं बजटीर् िथा • र्ह सििड विकास पर बहस एिं अवभनि स च के वलर्े
6. छठी सवमवि- कानूनी। सं र्ुि राष्ट्र का केंद्रीर् मंच है ।
• मुख्य सवमवि में प्रत्येक सदस् राष्ट्र का प्रविवनवित्व केिल • प्रवििषय ECOSOC सििड विकास के वलर्े िै वश्वक महत्त्व
एक व्यक्ति द्वारा वकर्ा जा सकिा है िथा अन्य सवमविर्ााँ की िावषयक थीम के इदय -वगदय अपनी कार्य सं रचना बनािा
ऐसे भी स्थावपि की जा सकिी हैं , वजनमें सभी सदस् राष्ट्र ं है । र्ह ECOSOC के साझे दार ं एिं सं पूणय सं र्ुि राष्ट्र
क प्रविवनवित्व का अविकार ह । विकास प्रणाली पर ध्यान केंवद्रि करिा है ।
• सदस् राष्ट्र इन सवमविर् ं के सलाहकार ,ं िकनीकी • र्ह सं र्ुि राष्ट्र की 14 विवशष्ट् एजेंवसर् ,ं दस कार्ाय त्मक
सलाहकार ,ं विशेषज्ञ ं र्ा समान दजे िाले व्यक्तिर् ं क भी आर् ग ं और पााँ च क्षे त्रीर् आर् ग ं के कार्ों का समन्वर्
वनर्ु ि कर सकिे हैं । करिा है , नौ सं र्ुि राष्ट्र वनविर् ं और कार्य िम ं से ररप टय
अन्य सवमवतर्ााँ : प्राप्त करिा है िथा सं र्ुि राष्ट्र प्रणाली ि सदस् राज्य ं
• महासवमवत: महासभा एिं इसकी सवमविर् ं की प्रगवि की के वलर्े नीविगि वसफाररशें जारी करिा है ।
समीक्षा करने और इसे आगे बढाने के वलर्े वसफाररश ECOSOC से जु डे विकार्
करने हे िु र्ह प्रत्येक सत्र में समर्-समर् पर बै ठक
विवशष्ट् एजेंवसर्ााँ तदथय विकार्
आर् वजि करिी है । र्ह महासभा के अध्यक्ष एिं 21
अंिराय ष्ट्रीर् िम सं गठन सू चना विज्ञान पर
उपाध्यक्ष ं और छह मु ख्य सवमविर् ं के अध्यक्ष ं से वमलकर
सं र्ुि राष्ट्र का िाद्य िदथय ओपन-एं र्े र्
बनी ह िी है । सु रक्षा पररषद के पााँ च स्थार्ी सदस्
एिं कृवष सं गठन िवकिंग ग्रु प
उपाध्यक्ष के रूप में भी कार्य करिे हैं ।
(FAO) सरकारी विशेषज्ों से
• साि सवमवत: इसका कार्य सदस् राज्य ं के प्रविवनविर् ं
सं र्ुि राष्ट्र शैवक्षक, वमलकर बिे विशेषज्
की साि (Credentials) की जााँ च करना एिं महासभा क
िै ज्ञावनक एिं विकार्
ररप टय करना है ।
सां स्कृविक सं गठन ििरनाक िस्तु ओं के
(र्ू नेस्क ) पररिहन एिं रसार्न ं
2. सुरक्षा पररषद (UNSC)
विश्व स्वास्थ्य सं गठन के िगीकरण ि
• सं र्ुि राष्ट्र चाटय र के िहि अंिराय ष्ट्रीर् शां वि एिं सु रक्षा
(WHO) लेबवलंग की िै वश्वक
इसकी प्राथवमक विम्मेदारी है ।
विश्व बैं क समूह स्तर पर सामंजस्पूणय
• सु रक्षा पररषद पंद्रह सदस् राज्य ं से वमलकर बनी है ,
अंिराय ष्ट्रीर् मुद्रा क ष प्रणाली पर विशेषज्ञ ं
वजसमें पााँ च स्थार्ी सदस् हैं - चीन, फ्ााँ स, रूस, र्ू नाइटे र्
(IMF) की सवमवि
वकंगर्म एिं सं र्ुि राज्य अमेररका िथा दस गैर -स्थार्ी
अंिराय ष्ट्रीर् नागररक भौग वलक नाम ं पर
सदस् महासभा द्वारा द िषय के वलर्े क्षे त्रीर् आिार पर
उड्डर्न सं गठन सं र्ुि राष्ट्र के
चुने जािे हैं ।
(ICAO) विशेषज्ञ ं का समूह
• "िीट पािर" सु रक्षा पररषद के वकसी भी प्रस्ताि क िीट
अंिराय ष्ट्रीर् समुद्री व्यखक्तर्त रूप से
(अस्वीकार) करने के वलर्े स्थार्ी सदस् की शक्ति क
सं गठन (IMO) सेिारत सदस्यों से बिे
सं दवभय ि करिी है ।
अंिराय ष्ट्रीर् दू रसं चार विशेषज् विकार्
• पााँ च स्थार्ी सदस् ं के पास वबना शिय िीट पािर का ह ना
सं घ (ITU) विकास नीवि के वलर्े
सं र्ुि राष्ट्र के सबसे अल किां वत्रक लक्षण के रूप में
सािय भौवमक र्ाक सं घ सवमवि
माना जािा है ।
(UPU) ल क प्रशासन एिं
• आल चक ं का र्ह भी दािा है वक िीट पािर र्ु द्ध अपराि
विश्व मौसम विज्ञान वित्त में सं र्ुि राष्ट्र
एिं मानििा के क्तिलाफ अपराि ं पर अंिराय ष्ट्रीर्
सं गठन (WMO) कार्य िम पर विशेषज्ञ ं
वनक्तिर्िा का मुख्य कारण है । हालााँ वक सं र्ुि राज्य
विश्व बौक्तद्धक सं पदा की बै ठक
अमेररका ने िषय 1945 में जब िक उसे िीट नही ं वदर्ा
सं गठन (WIPO) टै क्स मामल ं में
गर्ा सं र्ुि राष्ट्र में शावमल ह ने से इनकार कर वदर्ा। राष्ट्र
अंिराय ष्ट्रीर् कृवष अंिराय ष्ट्रीर् सहर् ग
सं घ (League of Nations) से सं र्ुि राज्य अमे ररका की
विकास क ष (IFAD) पर विशेषज्ञ ं के िदथय
अनुपक्तस्थवि ने इसके अप्रभािी ह ने में र् गदान वदर्ा।
सं र्ुि राष्ट्र औद्य वगक समूह
िीट पािर के समथयक इसे अंिराय ष्ट्रीर् क्तस्थरिा के प्रििय क,
विकास सं गठन आवथयक, सामावजक
सै न्य हस्तक्षे प के क्तिलाफ एक जााँ च और अमेररकी प्रभु त्व
(UNIDO) एिं सां स्कृविक
के क्तिलाफ एक महत्त्वपूणय सु रक्षा किच के रूप में मानिे
विश्व पर्य टन सं गठन अविकार ं पर सवमवि
हैं ।
(WTO) विकास के वलर्े ऊजाय
• UNSC के सभी सदस् ं क र्ू एन द्वारा आविकाररक िौर
कार्ाय त्मक आर्ोर् एिं प्राकृविक
पर परमार्ु राज्य घोवषत वकर्ा गर्ा है
सां क्तख्यकीर् आर् ग सं सािन ं पर सवमवि
जनसं ख्या एिं विकास स्थानीर् मुद्द ं पर
3. आवथयक एिं सामावजक पररषद
आर् ग स्थार्ी मंच
• र्ह समन्वर्, नीवि समीक्षा, नीविगि सं िाद, आवथयक,
सामावजक विकास संबंवधत विकार्
सामावजक एिं पर्ाय िरणीर् मुद्द ं पर वसफाररश ं के साथ-
आर् ग
साथ अंिराय ष्ट्रीर् स्तर पर लक्ष् ं के कार्ाय न्वर्न हे िु प्रमुि
मानिाविकार आर् ग
वनकार् है ।

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राष्ट्र सं घ की ओर से क्षेत्र क प्रशावसि करने के वलर्े


मवहलाओं की क्तस्थवि अंिराय ष्ट्रीर्
अंिराय ष्ट्रीर् रूप से सहमि शिें शावमल थी।ं
पर आर् ग नारक वटक्स कंटर ल
• सं र्ुि राष्ट्र के न्यास क्षे त्र (Trust Territories) शेष राष्ट्र ं
नारक वटक र्रग्स ब र्य
में सं घ अविदे श ं क लागू करने हे िु उत्तरदार्ी थे , और र्े
आर् ग मवहलाओं की उन्नवि
िब अक्तस्तत्व में आए जब लीग ऑफ नेशंस का अक्तस्तत्व
अपराि र कथाम एिं के वलर्े अंिराय ष्ट्रीर्
िषय 1946 में समाप्त ह गर्ा।
आपराविक न्यार् अनुसंिान एिं
• इसे 11 न्यास क्षेत्र ं के वलर्े अंिराय ष्ट्रीर् पर्य िेक्षण प्रदान
आर् ग प्रवशक्षण सं स्थान के
करना था वजन्हें साि सदस् राज्य ं के प्रशासन के िहि
विकास के वलर्े विज्ञान सं रक्षक ं का ब र्य
रिा गर्ा था और साथ ही इन क्षे त्र ं के स्व-शासन एिं
एिं प्रौद्य वगकी आर् ग सं र्ुि राष्ट्र जनसं ख्या
स्विं त्रिा हे िु पर्ाय प्त कदम उठाए गए थे।
सििड विकास आर् ग पुरस्कार सवमवि
• िषय 1994 िक सभी न्यास क्षे त्र ं ने स्व-सरकार र्ा स्विं त्रिा
िन ं पर सं र्ुि राष्ट्र एचआईिी /एर्ड स पर
प्राप्त कर ली थी। न्यास पररषद ने 1 निं बर, 1994 में
फ रम सं र्ुि राष्ट्र कार्य िम
सं चालन बं द कर वदर्ा।
क्षेत्रीर् आर्ोर् का कार्य समन्वर्
अफ्ीका आवथयक ब र्य
5. अंतराय ष्ट्रीर् न्यार्ालर् (इं टरिे शिल कोटय ऑफ़ जखस्ट्स
आर् ग (ECA) क ष एिं कार्य िम ज
(ICJ))
एवशर्ा एिं प्रशां ि ECOSOC क ररप टय • इं टरनेशनल क टय ऑफ़ जक्तस्ट्स (ICJ) सं र्ुि राष्ट्र का
आवथयक और भे जिे हैं
प्रमुि न्यावर्क वनकार् है । परमानेंट क टय ऑफ़
सामावजक आर् ग सं र्ुि राष्ट्र बाल क ष
इं टरनेशनल जक्तस्ट्स क प्रविस्थावपि करने के वलए 1946
(ESCAP) (र्ू वनसे फ)
में स्थावपि, ICJ मु ख्य रूप से अपने पूियििी के क़ानून के
र्ू र प आवथयक आर् ग व्यापार एिं विकास
िहि सं चावलि ह िा है , ज सं र्ुि राष्ट्र चाटय र में शावमल
(ECE) पर सं र्ुि राष्ट्र
है ।
लैवटन अमेररका एिं सम्मेलन (UNCTAD) • इसके द प्राथवमक कार्य हैं : राष्ट्र ं द्वारा प्रस्तु ि कानूनी
कैरे वबर्ा आवथयक मवहलाओं के वलर्े
वििाद ं क स्थावपि अंिराय ष्ट्रीर् कानून ं के अनुसार
आर् ग (ECLAC) सं र्ुि राष्ट्र विकास
वनपटाना और अविकृि अंिरराष्ट्रीर् सं गठन ं द्वारा इसे
पविमी एवशर्ा आवथयक कष
प्रस्तु ि मुद्द ं पर एक सलाहकार ब र्य के रूप में कार्य
एिं सामावजक आर् ग सं र्ुि राष्ट्र विकास
करना।
(ESCWA) कार्य िम (UNDP)
न्यार्ालर् के सदस्य:
स्थार्ी सवमवतर्ााँ सं र्ुि राष्ट्र पर्ाय िरण • अंिराय ष्ट्रीर् न्यार्ालर् सं र्ुि राष्ट्र महासभा और सुरक्षा
कार्य िम एिं समन्वर् कार्य िम (UNEP)
पररषद द्वारा नौ िषीर् कार्य काल के वलए चु ने गए 15
सवमवि शरणावथयर् ं के वलर्े
न्यार्ािीश ं से वमलकर बना है । र्े अंग एक साथ लेवकन
मानि अवििास सं र्ुि राष्ट्र
अलग-अलग मिदान करिे हैं ।
आर् ग उच्चार्ु ि का • वनिाय वचि ह ने के वलए, एक उम्मीदिार क द न ं वनकार् ं
गै र-सरकारी सं गठन ं कार्ाय लर् (UNHCR)
में पूणय बहुमि प्राप्त करना चावहए।
पर सवमवि सं र्ुि राष्ट्र जनसं ख्या • वनरं िरिा की माप सु वनविि करने के वलए, प्रत्येक िीन
अंिर-सरकारी क ष (UNFPA)
िषों में न्यार्ालर् के एक विहाई सदस् चुने जािे हैं ।
एजेंवसर् ं के साथ िािाय वफवलस्तीनी
न्यार्ािीश पुन: चुनाि के वलए पात्र हैं ।
हे िु सवमवि शरणावथयर् ं हे िु कार्य
उम्मीदिारों को कौि िामां वकत करता है ?
ऊजाय एिं प्राकृविक करने िाली सं र्ुि • हर राज्य सरकार, पाटी, चाटय र के वलए एक समूह क
सं सािन सवमवि राष्ट्र राहि एिं कार्य
वर्िाइन करिी है ज ICJ के न्यार्ािीश ं के कार्ाय लर् के
एजेंसी (UNRWA)
वलए उम्मीदिार ं का प्रस्ताि करिा है । इस समूह में
र्रग कंटर ल एिं
परमानेंट क टय ऑफ आवबय टरेशन (िं त्र ज मध्यस्थ
अपराि वनिारण
न्यार्ाविकरण क िां वछि न्यार्ाविकरण के रूप में
कार्ाय लर् (ODCCP)
स्थावपि करने और काम क सु वििाजनक बनाने में सक्षम
विश्व िाद्य कार्य िम
बनािा है ) के चार सदस् / न्यार्विद क भी राष्ट्र ं द्वारा
(WFP)
चुना गर्ा है । क़ानून का वहस्सा नही ं ह ने िाले दे श उसी
र्ू एन-है वबटे ट
प्रविर्ा का पालन करिे हैं जहााँ एक समूह उम्मीदिार ं का
4. न्यास पररषद (Trusteeship Council) नामां कन करिा है ।
• इसकी स्थापना िषय 1945 में सं र्ुि राष्ट्र चाटय र द्वारा • प्रत्येक समूह अविकिम चार उम्मीदिार ं क नावमि कर
अध्यार् XIII के िहि की गई थी। सकिा है , वजनमें से द उनकी राष्ट्रीर्िा के ह सकिे हैं ।
• न्यास क्षे त्र सं र्ुि राष्ट्र के न्यास पररषद द्वारा एक महासवचि द्वारा वनिाय ररि अिवि के भीिर, उम्मीदिार ं के
प्रशासवनक प्राविकरण के िहि रिा गर्ा एक गै र - नाम उसके पास भे जे जािे हैं ।
स्वशावसि क्षे त्र है । अंतराय ष्ट्रीर् न्यार्ालर् के न्यार्ाधीशों की र्ोग्यताएाँ क्या हैं ?
• लीग ऑफ नेशंस का अविदे श प्रथम विश्व र्ु द्ध के बाद • एक न्यार्ािीश का एक उच्च नैविक चररत्र ह ना चावहए।
कुछ क्षे त्र ं का वनर्ं त्रण एक दे श से दू सरे दे श क • एक न्यार्ािीश क अपने सं बंविि राज्य ं द्वारा वनिाय ररि
स्थानां िररि करने का एक कानूनी उपकरण था वजसमें उच्चिम न्यावर्क अविकाररर् ं की वनर्ु क्ति की र् ग्यिा के
अनुसार ह ना चावहए।

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• एक न्यार्ािीश के पास अंिरराष्ट्रीर् कानून में मान्यिा "आपािकाल" शब्द ं क हटा वदर्ा गर्ा, हालााँ वक इसके
प्राप्त र् ग्यिा का एक न्यावर्क परीक्षक (juriconsult) मूल सं वक्षप्त नाम "र्ू वनसे फ" क बरकरार रिा गर्ा।
ह ना चावहए। • कार्यकारी बोडय : र्ह 36 सदस्ीर् ब र्य , नीविर् ं का
न्यार्ालर् के 15 न्यार्ाधीशों को क्षेत्रों के अिुसार विभावजत वनमाय ण करिा है , कार्य िम ं क मं िूरी दे िा है एिं
वकर्ा र्र्ा है : प्रशासवनक िथा वित्तीर् र् जनाओं की दे ि-रे ि करिा है ।
• िीन अफ्ीका से . इसके सदस् सरकारी प्रविवनवि ह िे हैं ज आमिौर पर
• द लैवटन अमेररका और कैरीवबर्ा से िीन िषय के वलर्े सं र्ुि राष्ट्र आवथयक एिं सामावजक
• िीन एवशर्ा से . पररषद (ECOSOC) द्वारा चुने जािे हैं ।
• पााँ च पविमी र्ू र प और अन्य राष्ट्र ं से • र्ू वनसे फ सरकार ं एिं वनजी दानकिाय ओं के र् गदान पर
• द पूिी र्ू र प से . वनभय र करिा है ।
न्यार्ाधीशों की स्वतंत्रता: • र्ू वनसे फ का आपूविय प्रभाग क पेनहे गन (र्े नमाकय) में
• एक बार चुने जाने के बाद, न्यार्ालर् का सदस् न ि क्तस्थि है और र्ह HIV पीवडि बच्च ं एिं मािाओं के वलर्े
अपने दे श की सरकार का प्रविवनवि ह िा है और न ही टीके, एं टीरे टर िार्रल दिाओं, प षण सं बंिी िुराक िथा
वकसी अन्य राष्ट्र का। अंिराय ष्ट्रीर् सं गठन ं के अविकां श शैक्षवणक सामग्री आपूविय जैसी आिश्यक िस्तु ओं के
अन्य अंग ं के विपरीि, न्यार्ालर्, सरकार ं के प्रविवनविर् ं वििरण के प्राथवमक वबं दु के रूप में कार्य करिा है और
से बना नही ं है । न्यार्ालर् के सदस् स्विं त्र न्यार्ािीश ह िे आपािकालीन आिर् ं एिं पररिार ं के पुनवमयलन के वलर्े
हैं वजनका पहला कार्य , अपने किय व्य ं क वनभाने से पहले, भी अपनी से िाएाँ दे िा है ।
िुले न्यार्लर् में एक स्पष्ट् घ षणा करना ह िा है वक िे 2.संर्ुक्त राष्ट्र जिसंख्या कोष (UNFPA)
अपनी शक्तिर् ं का वनष्पक्ष और किय व्यवनष्ठा से प्रर् ग • सं र्ुि राष्ट्र जनसं ख्या क ष (UNFPA), वजसे पूिय में
करें गे । सं र्ुि राष्ट्र जनसं ख्या गविविविर् ं के वलर्े क ष के रूप
• उनकी स्विं त्रिा की गारं टी दे ने के वलए, न्यार्ालर् के में जाना जािा था, र्ह सं र्ुि राष्ट्र की र्ौन एिं प्रजनन
वकसी भी सदस् क िब िक बिाय स्त नही ं वकर्ा जा स्वास्थ्य एजेंसी है ।
सकिा है , जब िक वक अन्य सदस् ं की एकमि रार् में , • इसका उद्दे श्य एक ऐसे विश्व का वनमाय ण करना है जहााँ
िह आिश्यक शिों क पूरा नही ं करिा है । ऐसा िास्ति प्रत्येक गभाय िस्था िां वछि ह , 'प्रत्येक प्रसि सु रवक्षि ह ’
में कभी नही ं हुआ है । और प्रत्येक र्ु िा क्षमिा से पररपूणय ह ।
• िषय 2018 में UNFPA ने िीन महत्त्वाकां क्षी पररििय नकारी
6. सवचिालर् पररणाम प्राप्त करने का वकर्ा ज िै वश्वक स्तर पर प्रत्येक
• सवचिालर् में सं र्ुि राष्ट्र के महासवचि एिं हिार ं सं र्ुि पुरुष, मवहला एिं बच्चे के वलर्े पररििय न का िादा करिा
राष्ट्र कमयचारी सदस् शावमल ह िे हैं , ज महासभा और है :
सं गठन के अन्य प्रमु ि अंग ं द्वारा अविदे वशि सं र्ुि राष्ट्र पररिार वनर् जन की आिश्किाओं क पूरा
के वदन-प्रविवदन के कार्ों क पूणय करिे हैं । करना।
• महासवचि सं गठन का मुख्य प्रशासवनक अविकारी ह िा वनिारक मािृ मृत्यु क समाप्त करना।
है , वजसे सु रक्षा पररषद की वसफाररश पर महासभा द्वारा वलंग आिाररि वहं सा एिं हावनकारक प्रथाओं क
पााँ च िषय के वलर्े वनर्ु ि वकर्ा जािा है । समाप्त करना।
• सं र्ुि राष्ट्र के कमयचाररर् ं की अंिराय ष्ट्रीर् एिं स्थानीर् स्तर 3.संर्ुक्त राष्ट्र विकास कार्य क्रम (UNDP)
पर वनर्ु क्तिर्ााँ की जािी हैं और र्े अपने कार्य स्थल ं एिं • सं र्ुि राष्ट्र विकास कार्य िम (UNDP) सं र्ुि राष्ट्र का
सं पूणय विश्व के शां वि अवभर्ान ं पर काम करिे हैं । िै वश्वक विकास नेटिकय है ।
विवध, कार्यक्रम, विवशष्ट् एजेंवसर्ााँ एिं अन्य • UNDP की स्थापना िषय 1965 में सं र्ुि राष्ट्र महासभा
• सं र्ुि राष्ट्र प्रणाली वजसे अनौपचाररक रूप से "सं र्ुि द्वारा की गई थी।
राष्ट्र पररिार" के रूप में भी जाना जािा है , सं र्ुि राष्ट्र सं घ • र्ह अिविकवसि दे श ं क सहार्िा प्रदान करने पर ि र
(6 मुख्य अंग )ं और कई सं बद्ध कार्य िम ,ं क ष एिं दे ने के साथ ही विकासशील दे श ं के वलर्े विशेषज्ञ सलाह,
विवशष्ट् एजेंवसर् ं से बना है , सभी का स्वर्ं की सदस्िा, प्रवशक्षण एिं अनुदान सहार्िा सु वनविि करिा है ।
नेिृत्त्व एिं बजट ह िा है । • UNDP कार्य कारी ब र्य सं पूणय विश्व के 36 दे श ं के
कोष एिं कार्यक्रम प्रविवनविर् ं से वमलकर बना ह िा है वजसमें प्रत्येक िीन
1.र्ूविसे फ िषय बाद बारी-बारी से अलग-अलग दे श ं के प्रविवनवि
• सं र्ुि राष्ट्र बाल क ष (र्ू वनसे फ), वजसे मूल रूप से अपनी से िाएाँ दे िे हैं ।
सं र्ुि राष्ट्र अंिराय ष्ट्रीर् बाल आपािकालीन क ष के रूप • र्ह पूणयिः सदस् दे श ं के स्वैक्तिक र् गदान द्वारा
में जाना जािा है , िषय 1946 में संर्ुि राष्ट्र महासभा द्वारा वित्तप वषि है ।
बनार्ा गर्ा था, इसकी स्थापना वद्विीर् विश्व र्ु द्ध से िबाह • UNDP सं र्ुि राष्ट्र सििड विकास समूह (United
हुए दे श ं में बच्च ं एिं मािाओं क आपािकालीन भ जन Nations Sustainable Development Group-
िथा स्वास्थ्य से िा प्रदान करने के वलर्े की गई थी। UNSDG) का मुख्य केंद्र है , र्ह एक ऐसा नेटिकय है ज
• िषय 1950 में र्ूवनसे फ के अविदे श क विकासशील दे श ं 165 दे श ं में फैला है िथा सििड विकास के वलर्े िषय 2030
में बच्च ं एिं मवहलाओं की दीघयकावलक आिश्यकिाओं एजें र्ा क आगे बढाने हे िु काम कर रहे सं र्ुि राष्ट्र के
क पूरा करने के वलर्े विस्ताररि वकर्ा गर्ा था। 40 क ष ,ं कार्य िम ,ं विशेष एजेंवसर् ं एिं अन्य वनकार् ं
• िषय 1953 में र्ह सं र्ुि राष्ट्र प्रणाली का एक स्थार्ी वहस्सा क एकजुट करिा है ।
बन गर्ा और सं गठन के नाम से "अंिराय ष्ट्रीर्" एिं 4.संर्ुक्त राष्ट्र पर्ाय िरर् कार्यक्रम (UNEP)

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• सं र्ुि राष्ट्र पर्ाय िरण कार्य िम (United Nations Goals- SDG) के लक्ष् -11 क विस्तृ ि वकर्ा: "शहर ं एिं मानि
Environment Programme- UNEP) एक िै वश्वक अवििास क समािे शी, सु रवक्षि, क्षमिािान एिं िारणीर् बनाना।
पर्ाय िरण प्राविकरण है ज िै वश्वक पर्ाय िरण एजेंर्ा िै र्ार 6.विश्व िाद्य कार्यक्रम (WFP):
करिा है , र्ह सं र्ुि राष्ट्र प्रणाली के अंदर सििड विकास • र्ह एक अग्रणी मानिीर् सं गठन है ज आपाि क्तस्थवि में
के पर्ाय िरणीर् आर्ाम के सु संगि कार्ाय न्वर्न क बढािा िाद्य सहार्िा प्रदान कर एिं प षण में सु िार के वलर्े
दे िा है । समुदार् ं के साथ काम करके कई ल ग ं के जीिन क बचा
• इसकी स्थापना सं र्ुि राष्ट्र महासभा द्वारा जून 1972 में रहा है िथा उनके जीिन में पररििय न ला रहा है ।
आर् वजि सं र्ुि राष्ट्र के मानि पर्ाय िरण सम्मेलन • विश्व िाद्य कार्य िम (World Food Programme-
(स्ट्ॉकह म सम्मेलन) के पररणामस्वरूप हुई थी। WFP) की स्थापना िषय 1963 में िाद्य और कृवष सं गठन
• UNEP एिं विश्व मौसम विज्ञान सं गठन ( World िथा सं र्ुि राष्ट्र महासभा द्वारा की गई थी।
Meteorological Organization- WMO) ने निीनिम
विज्ञान पर आिाररि जलिार्ु पररििय न का आकलन करने संर्ुक्त राष्ट्र की विवशष्ट् एजेंवसर्ााँ
के वलर्े िषय 1988 में जलिार्ु पररििय न पर अंिर-सरकारी • सं र्ुि राष्ट्र की विवशष्ट् एजेंवसर्ााँ सं र्ुि राष्ट्र के साथ काम
पैनल (Intergovernmental Panel on Climate करने िाले स्वार्त्त सं गठन है । इन सभी क संर्ुि राष्ट्र के
Change- IPCC) की स्थापना की। साथ सं बंि ं में समझौि ं के माध्यम से लार्ा गर्ा था।
• इसकी स्थापना के बाद से UNEP ने बहुपक्षीर् पर्ाय िरणीर् • इनमें से कुछ प्रथम विश्व र्ु द्ध से पहले भी अक्तस्तत्व में थी।ं
समझौि ं (Multilateral Environmental कुछ राष्ट्र सं घ से जु डी थी ं िथा अन्य की स्थापना लगभग
Agreement- MEA) के विकास में एक महत्त्वपूणय सं र्ुि राष्ट्र के साथ ही की गई थी। इनकी स्थापना सं र्ुि
भू वमका वनभाई है । ििय मान में UNEP द्वारा वनम्नवलक्तिि नौ राष्ट्र द्वारा उभरिी आिश्यकिाओं क पूरा करने के वलर्े
MEA के सवचिालर् ं की मेिबानी की जािी है : की गई थी।
जैि विविििा पर कन्वें शन (CBD)। • सं र्ुि राष्ट्र चाटय र के अनु िेद 5 एिं 63 में विवशष्ट्
िन्य जीि ं एिं िनस्पविर् ं के लुप्तप्रार् प्रजाविर् ं एजेंवसर् ं के वनमाय ण का प्राििान है ।
पर अंिराय ष्ट्रीर् व्यापार पर कन्वें शन (CITES)। 1.िाद्य और कृवष संर्ठि (FAO)
िन्य जीि ं की प्रिासी प्रजाविर् ं के सं रक्षण पर • िषय 1945 में िाद्य एिं कृवष सं गठन (Food and
कन्वें शन (CMS)। Agriculture Organization- FAO) का गठन क्ू बेक
ओज न परि के सं रक्षण के वलर्े विर्ना वसटी, कनार्ा में सं र्ुि राष्ट्र के पहले सत्र में वकर्ा गर्ा
कन्वें शन। था।
पारे पर वमनामािा कन्वें शन। • FAO सं र्ुि राष्ट्र की एक विशेष एजें सी है ज भु िमरी क
ििरनाक अपवशष्ट् एिं उनके वनपटान के सीमा समाप्त करने के वलर्े अंिराय ष्ट्रीर् प्रर्ास ं का नेिृत्त्व करिी
पारीर् आिगमन के वनर्ं त्रण पर बे सल है ।
कन्वें शन। • FAO ज्ञान एिं सू चना का भी एक स्र ि है , र्ह विकासशील
स्थार्ी काबयवनक प्रदू षक ं पर स्ट्ॉकह म दे श ं क कृवष, िावनकी एिं मत्स्य पालन जैसे कार्ों में
कन्वें शन। आिु वनक एिं पररििय नकारी सु िार करने में मदद करिा
अंिराय ष्ट्रीर् व्यापार में कुछ ििरनाक रसार्न ं है , िावक सभी के वलर्े सु प षण एिं िाद्य सु रक्षा सु वनविि
एिं कीटनाशक ं के वलर्े पूिय सू वचि सहमवि की जा सके।
प्रविर्ा पर रॉटरर्ै म कन्वें शन। 2. अंतराय ष्ट्रीर् िार्ररक उड्डर्ि संर्ठि (ICAO)
5.संर्ुक्त राष्ट्र मािि अवधिास कार्यक्रम (UN-Habitat) • वशकाग कन्वें शन के िहि अंिराय ष्ट्रीर् नागररक उड्डर्न
• सं र्ुि राष्ट्र मानि अवििास कार्य िम (UN-Habitat) सं गठन (International Civil Aviation
एक बे हिर शहरी भविष्य की वदशा में काम करने िाला Organization- ICAO) की स्थापना िषय 1944 में सं र्ुि
सं र्ुि राष्ट्र कार्य िम है । राष्ट्र की विशेष एजेंसी के रूप में की गई थी। र्ह
• इसका उद्दे श्य सामावजक एिं पर्ाय िरण की दृवष्ट् से स्थार्ी अंिराय ष्ट्रीर् नागररक उड्डर्न (वशकाग कन्वें शन) पर
मानि अवििास के विकास िथा सभी के वलर्े पर्ाय प्त कन्वें शन के प्रशासन एिं सं चालन क प्रबं विि करिा है ।
आिर् की उपलब्धिा क बढाना है । • र्ह अंिराय ष्ट्रीर् हिाई नेविगे शन के वसद्धां ि ं एिं िकनीक
• इसे िषय 1978 में कनार्ा के िैंकूिर में मानि अवििास प्रदान करिा है । साथ ही सु रवक्षि एिं िमबद्ध िृ क्तद्ध
एिं सििड शहरी विकास (है वबटे ट प्रथम) पर पहले सं र्ुि सु वनविि करने के वलर्े अं िराय ष्ट्रीर् हिाई पररिहन की
राष्ट्र सम्मेलन के पररणामस्वरूप स्थावपि वकर्ा गर्ा था। र् जना िथा उसके विकास क बढािा दे िा है ।
• इस्तां बुल, िु की में िषय 1996 में मानि अवििास (है वबटे ट 3. कृवष विकास के वलर्े अंतराय ष्ट्रीर् कोष (IFAD)
वद्विीर्) पर आर् वजि वद्विीर् सं र्ुि राष्ट्र सम्मेलन ने • कृवष विकास के वलर्े अंिराय ष्ट्रीर् क ष (International
है वबटे ट एजें र्ा के िहि वनम्नवलक्तिि द लक्ष् वनिाय ररि Fund for Agricultural Development- IFAD) की
वकर्े गए: स्थापना सं र्ुि राष्ट्र महासभा के प्रस्ताि के माध्यम से िषय
• सभी के वलर्े पर्ाय प्त आिर्। 1977 में एक अंिराय ष्ट्रीर् वित्तीर् सं स्था के रूप में की गई
• एक शहरीकृि विश्व में िारणीर् मानि अवििास का थी, र्ह िषय 1974 के विश्व िाद्य सम्मेलन के प्रमु ि
विकास। पररणाम ं में से एक था।
आिास एिं सििड शहरी विकास (है वबटे ट िृ िीर्) पर िृ िीर् सं र्ुि • इस सम्मेलन का आर् जन सं र्ुि राष्ट्र द्वारा 1970 के
राष्ट्र सम्मेलन का आर् जन िषय 2016 में क्वीट , इक्वार् र में वकर्ा दशक के िाद्य सं कट ं के पररणामस्वरूप वकर्ा गर्ा था,
गर्ा था। इसने सििड विकास लक्ष् ं (Sustainable Development जब िै वश्वक स्तर पर िाद्यान्न अभाि व्यापक अकाल एिं
कुप षण का कारण बनिा जा रहा था, मुख्य रूप से

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अफ्ीका के सहे वलर्न (Sahelian) दे श ं में। र्ह महसू स पुनवनयमाय ण एिं विकास बैं क (International Bank for
वकर्ा गर्ा वक िाद्य असु रक्षा एिं अकाल के वलर्े उत्पादन Reconstruction and Development - IBRD) की
से सं बंविि समस्ाएाँ उत्तरदार्ी नही ं थी ं बक्ति र्ह गरीबी नींि रिी गई। IBRD, विश्व बैं क की सं स्थापक सं स्था है ।
से सं बंविि सं रचनात्मक समस्ाएाँ थी। 7. अंतराय ष्ट्रीर् समु द्री संर्ठि (IMO)
4. अंतराय ष्ट्रीर् श्रम संर्ठि (ILO) • अंतराय ष्ट्रीर् समु द्री सं र्ठि (International
• अंिराय ष्ट्रीर् िम सं गठन (International Labour Maritime Organization- IMO) सं र्ुि राष्ट्र की
Organization- ILO) सं र्ुि राष्ट्र की एक एजेंसी है विशेष एजेंसी है । र्ह एक अंिराय ष्ट्रीर् मानक-वनिाय रण
वजसका अविदे श अंिराय ष्ट्रीर् िम मानक ं क वनिाय ररि कर प्राविकरण है ज मुख्य रूप से अंिराय ष्ट्रीर् वशवपंग की
सामावजक न्यार् िथा सभ्य कार्ों क बढािा दे ना है । सु रक्षा में सु िार करने और जहाि ं द्वारा ह ने िाले प्रदू षण
• र्ह अंिराय ष्ट्रीर् िम मानक ं का वनिाय रण करिा है , क र कने हे िु उत्तरदार्ी है ।
कार्य स्थल पर अविकार ं क बढािा दे िा है । र्ह सभ्य 8. अंतराय ष्ट्रीर् दू रसंचार सं र्ठि (ITU)
र िगार अिसर ,ं सामावजक सुरक्षा बढाने के साथ ही • अंतराय ष्ट्रीर् दू रसंचार सं र्ठि (International
कार्य से सं बंविि मुद्द ं पर सु दृढ सं िाद क प्र त्सावहि Telecommunication Union - ITU) सं र्ुि राष्ट्र
करिा है । (UN) की एक विशेष एजेंसी है ज सू चना एिं सं चार
• र्ह सं र्ुि राष्ट्र की एकमात्र वत्रपक्षीर् सं स्था है वजसकी िकनीक ं (Information and Communication
स्थापना िषय 1919 में िसाय र् की सं वि द्वारा राष्ट्र सं घ की Technologies- ICT) से सं बंविि मुद्द ं के प्रवि विम्मे दार
एक सं बद्ध एजेंसी के रूप में की गई थी। है । र्ह सं र्ुि राष्ट्र की सभी विवशष्ट् एजेंवसर् ं में सबसे
• उद्य ग ं में कार्य के घंटे, बे र िगारी, मािृ त्व सु रक्षा, पुरानी है ।
मवहलाओं के वलर्े रावत्रकालीन कार्य , न्यूनिम आर्ु और • इसकी स्थापना िषय 1865 में की गई थी और र्ह वजनेिा,
उद्य ग ं में र्ु िा व्यक्तिर् ं के वलर्े रावत्रकालीन कार्य से क्तस्वटड िरलैंर् में क्तस्थि है । र्ह सरकार ं (सदस् राष्ट्र )ं एिं
सं बंविि 9 अंिराय ष्ट्रीर् िम सम्मेलन ं एिं 10 वसफाररश ं क वनजी क्षे त्र (सदस्, सहर् गी एिं शैक्षवणक समुदार्) के
द िषय से कम समर् (िषय 1922 िक) में अपनार्ा गर्ा मध्य अंिराय ष्ट्रीर् सहर् ग के वसद्धां ि पर कार्य करिा है ।
था। • ITU प्रमु ि िै वश्वक मंच है वजसके माध्यम से विवभन्न पक्ष
• सं र्ुि राष्ट्र समझौिे पर हस्ताक्षर वकर्े जाने से िषय 1946 ICT उद्य ग के भविष्य क प्रभाविि करने िाले मुद्द ं की
में ILO सं र्ुि राष्ट्र की प्रथम विवशष्ट् एजेंसी बन गई। एक विस्तृ ि शं िला पर आम सहमवि के साथ काम करिे
• िवमक ं क सभ्य कार्य एिं न्यार् हे िु कार्य करने के वलर्े हैं ।
सं गठन क िषय 1969 में इसकी 50िी ं िषयगााँ ठ पर न बे ल • र्ह िै वश्वक रे वर्र् स्पेक्टरम एिं उपग्रह कक्षाएाँ आिं वटि
शां वि पुरस्कार प्रदान वकर्ा गर्ा। करिा है , िकनीकी मानक विकवसि करिा है ज वनबाय ि
• िषय 1980 में ILO ने सॉवलर्ै ररटी सं गठन की िै ििा क रूप से ने टिकय िथा प्रौद्य वगवकर् ं की परस्पर सं बद्धिा
कन्वें शन सं ख्या 87 वजसे प लैंर् ने िषय 1957 में सु वनविि करिा है और सं पूणय विश्व में िं वचि समुदार् ं की
अनुम वदि वकर्ा था, के आिार पर पूणय समथयन दे कर ICT िक पहुाँ च में सु िार करने का प्रर्ास करिा है ।
प लैंर् क िानाशाही से मुक्ति वदलाने में प्रमुि भू वमका 9. संर्ुक्त राष्ट्र शैवक्षक, िैज्ाविक एिं सां स्कृवतक संर्ठि
वनभाई थी। (UNESCO)
• र्ह इस बाि पर बल दे िा है वक कार्य का भविष्य पूिय • सं र्ुि राष्ट्र शैवक्षक, िै ज्ञावनक एिं सां स्कृविक सं गठन
वनिाय ररि नही ं है , सभी के वलर्े सभ्य कार्य (Decent work) (United Nations Educational, Scientific and
सं भि है , लेवकन समाज क इसके वलर्े कार्य करना ह गा। Cultural Organization- UNESCO) की स्थापना िषय
ILO ने िषय 2019 में अपनी स्थापना की शिाब्दी के अिसर 1945 में स्थार्ी शां वि के माध्यम से "मानि जावि की
पर इसकी पहल के वहस्से के रूप में भविष्य के कार्य पर बौक्तद्धक ि नैविक एकजु टिा" क विकवसि करने के वलर्े
िै वश्वक आर् ग की स्थापना की। की गई थी। र्ह पेररस (फ्ााँ स) में क्तस्थि है ।
• इसका काम भविष्य के कार्ों की गहराई से जााँ च करना • इस भािना में र्ू नेस्क ल ग ं क घृणा एिं असवहष्णुिा से
है िावक 21िी ं सदी में सामावजक न्यार् के वििरण के वलर्े मुि िै वश्वक नागररक के रूप में जीने में सहार्िा करने
विश्लेषणात्मक आिार प्रदान वकर्ा जा सके। के वलर्े शैवक्षक र्ु क्तिर्ााँ विकवसि करिा है ।
5. अंतराय ष्ट्रीर् मु द्रा कोष (IMF) • सां स्कृविक विरासि एिं सभी संस्कृविर् ं की समान गररमा
• वद्विीर् विश्व र्ु द्ध की समाक्तप्त के पिािड ब्रे टन िु र्डस, न्यू क बढािा दे कर र्ू नेस्क राष्ट्र ं के मध्य सं बंि ं क मिबू ि
है म्पशार्र, सं र्ुि राज्य अमेररका में सं र्ुि राष्ट्र मौवद्रक करिा है ।
एिं वित्तीर् सम्मेलन (1944, वजसे ब्रे टन िु र्डस सम्मे लन भी 10. संर्ुक्त राष्ट्र औद्योवर्क विकास सं र्ठि (UNIDO)
कहा जािा है ) अंिराय ष्ट्रीर् मौवद्रक एिं वित्तीर् व्यिस्था क • संर्ुक्त राष्ट्र औद्योवर्क विकास सं र्ठि (United
विवनर्वमि करने के वलर्े आर् वजि वकर्ा गर्ा था। Nations Industrial Development
• इसके पररणामस्वरूप िषय 1945 में अंिराय ष्ट्रीर् मुद्रा क ष Organization- UNIDO) गरीबी क कम करने ,
(International Monetary Fund- IMF) की नीिं रिी समािे शी िै श्वीकरण एिं पर्ाय िरणीर् क्तस्थरिा के वलर्े
गई। औद्य वगक विकास क बढािा दे िा है ।
6. विश्व बैं क 11. विश्व स्वास्थ्य संर्ठि (WHO)
• सं र्ुि राष्ट्र मौवद्रक एिं वित्तीर् सम्मेलन (1944, वजसे • विश्व स्वास्थ्य संर्ठि (World Health
ब्रे टन िु र्डस सम्मेलन भी कहा जािा है ) वद्विीर् विश्व र्ु द्ध Organization- WHO) स्वास्थ्य हे िु सं र्ुि राष्ट्र की
की समाक्तप्त के पिाि अंिराय ष्ट्रीर् मौवद्रक एिं वित्तीर् विशेष एजेंसी है ।
व्यिस्था क विवनर्वमि करने के वलर्े आर् वजि वकर्ा • इसकी स्थापना िषय 1948 में की गई थी, इसका मुख्यालर्
गर्ा था। इसके पररणामस्वरूप िषय 1945 में अंिराय ष्ट्रीर् वजनेिा, क्तस्वटड िरलैं र् में है ।

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• र्ह एक अंिर-सरकारी सं गठन है और अपने सदस् राष्ट्र ं क्तस्थविर् ं क सं ब विि करने िथा उन पर वसफ़ाररश करने
के साथ वमलकर सामान्यिः स्वास्थ्य मं त्रालर् ं के माध्यम के वलए वजम्मेदार है ।
से कार्य करिा है । • र्ू एन मानिाविकार पररषद ने पूियििी मानि अविकार ं पर
• विश्व स्वास्थ्य सं गठन वनम्नवलक्तिि के प्रवि उत्तरदार्ी है : सं र्ुि राष्ट्र आर् ग का स्थान वलर्ा था।
िै वश्वक स्वास्थ्य मामल ं का नेिृत्व करना। • र्ू एन मानिाविकार पररषद का मुख्यालर् वजनेिा,
स्वास्थ्य अनुसंिान एजें र्ा क आकार दे ना। क्तस्वटड जरलैंर् है ।
मानदं र् एिं मानक स्थावपि करना।
साक्ष्-आिाररि नीवि विकि प्रदान करना। र्ूएि माििावधकार पररषद के सदस्य
दे श ं क िकनीकी सहार्िा प्रदान करना।
स्वास्थ्य रुझान ं की वनगरानी एिं आकलन करना। • र्ू एन मानिाविकार पररषद 47 सदस् ं से वमलकर बनी
12. संर्ुक्त राष्ट्र व्यापार और विकास सम्मेलि (UNCTAD) है , इन सदस् ं का चर्न सं र्ुि राष्ट्र महासभा द्वारा बहुमि
• सं र्ुि राष्ट्र व्यापार और विकास सम्मेलन (United के आिार पर प्रत्यक्ष और गु प्त मिदान के माध्यम से वकर्ा
Nations Conference on Trade and जािा है ।
Development- UNCTAD) विकासशील दे श ं क • महासभा द्वारा सदस् ं के चर्न के मामले में
िै वश्वक अथयव्यिस्था के लाभ ं का वनष्पक्ष एिं प्रभािी रूप मानिाविकार ं के सं ििय न और सं रक्षण में उम्मीदिार ं
से उपर् ग करने में सहार्िा करिा है । र्ह व्यापार, राज्य ं के र् गदान के साथ-साथ इस सं बंि में उनकी
वनिे श, वित्त ि प्रौद्य वगकी के उपर् ग द्वारा समािे शी एिं स्वैक्तिक प्रविज्ञाओं और प्रविबद्धिाओं क ध्यान में रिा
सििड विकास में मदद करिा है । जािा है ।
13. संर्ुक्त राष्‍टर मादक पदाथय एिं अपराध कार्ाय लर् • मानिाविकार पररषद की सदस्िा में समान भौग वलक
(UNODC) वििरण का भी ध्यान रिा जािा है । इसमे भौग वलक
• सं र्ुि राष्ट्र मादक पदाथय एिं अपराि कार्ाय लर् (United आिार पर सीट ं का वििरण वनम्नानुसार है :
Nations Office on Drugs and Crime- UNODC)
अिै ि मादक पदाथों िथा अंिराय ष्ट्रीर् अपराि के क्तिलाफ • अफ्ीका महाद्वीप से : 13 सदस्
िै वश्वक नेिृत्त्वकत्ताय है । • एवशर्ा-प्रशां ि क्षे त्र से : 13 सदस्
• इसकी स्थापना िषय 1997 में संर्ुि राष्ट्र मादक पदाथय • लैवटन अमेररकी और कैररवबर्न क्षे त्र से : 8 सदस्
वनर्ं त्रण कार्य िम एिं अंिराय ष्ट्रीर् अपराि वनिारण केंद्र के • पूिी र्ू र पीर् दे श ं से : 6 सदस्
मध्य विलर् के माध्यम से हुई थी। • पविमी र्ू र प और अन्य दे श ं से : 7 सदस्
• UNODC अिै ि मादक पदाथय , अपराि एिं आिं किाद के
विरुद्ध सं घषय में सदस् राष्ट्र ं की सहार्िा करने के वलर्े • सदस् ं का कार्य काल िीन िषो का ह िा है और क ई भी
अविदे वशि है । लगािार द से अविक कार्य काल िारण नही ं कर सकिा
14. संर्ुक्त राष्‍टर शरर्ाथी उच्चार्ुक्त कार्ाय लर् (UNHCR) है ।
• सं र्ुि राष्ट्र शरणाथी उच्चार्ु ि कार्ाय लर् (United
Nations High Commissioner for Refugees- 15. ईएससीएपी
UNHCR) िषय 1950 में इस उद्दे श्य से स्थावपि वकर्ा गर्ा • सं र्ुि राष्ट्र एवशर्ा-प्रशां ि आवथयक एिं सामावजक आर् ग
था, वक वद्विीर् विश्व र्ु द्ध के पिािड उन लाि ं र्ू र पीर् ल ग (Economic and Social Commission for Asia and
ज अपने घर ि चुके थे अथिा पलार्न कर चुके थे , की the Pacific- ESCAP) क्षे त्र में सं र्ुि राष्ट्र का मुख्य
मदद की जा सके। आवथयक िथा सामावजक विकास केंद्र है , वजसका
• िषय 1954 में UNHCR ने र्ू र प में अपने उत्कृष्ट् कार्ों हे िु मुख्यालर् िषय 1947 में बैं कॉक (थाईलैंर्) में बनार्ा गर्ा।
न बे ल शां वि पुरस्कार प्राप्त वकर्ा। • र्ह अपने सं र् जक प्राविकरण, आवथयक एिं सामावजक
• 21िी ं सदी की शुरुआि में अफ्ीका, मध्य-पूिय एिं एवशर्ा विश्लेषण, वनर्ामक मानक-वनिाय रण िथा िकनीकी
में प्रमुि शरणाथी सं कट ं में UNHCR द्वारा सहार्िा सहार्िा के माध्यम से क्षे त्र की विकास आिश्यकिाओं
प्रदान की गई। और प्राथवमकिाओं के वलर्े कार्य करिा है ।
• र्ह अपनी विशेषज्ञिा का उपर् ग आं िररक सं घषों के
कारण विस्थावपि ल ग ं की मदद करने के वलर्े करिा है संर्ुक्त राष्ट्र शैवक्षक, िैज्ाविक एिं सां स्कृवतक संर्ठि की सूची
एिं राष्ट्र विहीन ल ग ं की सहार्िा करने हे िु अपनी
भू वमका का विस्तार करिा है ।
• र्ह दु वनर्ाभर में मानि अविकार ं के प्रचार और संरक्षण
क मजबू ि बनाने और मानिाविकार उल्लंघन की

क्रमां क विश्व विरासत स्थल िषय संबंवधत राज्य

1. आगरा का वकला 1983 उत्तर प्रदे श

2. अजंिा की गु फाएं 1983 महाराष्ट्र

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क्रमां क विश्व विरासत स्थल िषय संबंवधत राज्य

3. एल रा की गु फाएं 1983 महाराष्ट्र

4. िाज महल 1983 उत्तर प्रदे श

5. महाबलीपुरम के स्मारक 1984 िवमलनार्ु

6. सू र्य मंवदर 1984 ओवडशा

7. मानस िन्यजीि अभ्यारण्य 1985 असम

8. काजीरं गा राष्ट्रीर् उद्यान 1985 असम

9. केिलादे ि राष्ट्रीर् उद्यान 1985 राजस्थान

10. ग िा के चचय 1986 ग िा

11. फिे हपुर सीकरी 1986 उत्तर प्रदे श

12. हम्पी के स्मारक 1986 कनाय टक

13. िजुराह के मंवदर 1986 मध्य प्रदे श

14. एलीफेंटा की गु फाएं 1987 महाराष्ट्र

15. महान च ल मंवदर 1987/2004 िवमलनार्ु

16. पट्टाकल के स्मारक 1987 कनाय टक

17. सुं दरिन राष्ट्रीर् उद्यान 1987 पविम बं गाल

18. नंदादे िी राष्ट्रीर् उद्यान ि फूल ं की घाटी 1988/2005 उत्तरािं र्

19. सां ची का स्तू प 1989 मध्य प्रदे श

20. हुमार्ूं का मक़बरा 1993 वदल्ली

21. क़ुिु ब मीनार 1993 वदल्ली

22. भारि के पिय िीर् रे लिे ( दावजयवलंग/नीलवगरी/वशमला) 1999/2005/2008 पविम बं गाल/िवमलनार्ु /वहमाचल प्रदे श

23. महाब वि मंवदर 2002 वबहार

24. भीमबे टका गु फ़ाएं 2003 मध्य प्रदे श

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क्रमां क विश्व विरासत स्थल िषय संबंवधत राज्य

25. चंपानेर – पािागढ पाकय 2004 गु जराि

26. छत्रपवि वशिाजी महाराज टवमयनस 2004 महाराष्ट्र

27. लाल वकला 2007 वदल्ली

28. जंिर – मंिर 2010 राजस्थान

29. पविमी घाट 2012 गु जराि,महाराष्ट्र, कनाय टक,िवमलनार्ु ,केरल

30. राजस्थान के पहाडी वकले 2013 राजस्थान

31. रानी की िाि 2014 गु जराि

32. ग्रे ट वहमालर्न राष्ट्रीर् उद्यान 2014 वहमाचल प्रदे श

33. नालंदा 2016 वबहार

34. कंचनजंगा राष्ट्रीर् उद्यान 2016 वसक्तिम

35. ली काबुय वसर्र के स्थापत्य कार्य 2016 चंर्ीगढ

36. अहमदाबाद 2017 गु जराि

37. विक्ट ररर्न ग वथक और आटय र्े क 2018 महाराष्ट्र

38. जर्पुर 2019 राजस्थान

39. काकिीर् रुद्रे ‍िर मंवदर 2021 िे लंगाना

40. ि लािीरा 2021 गु जराि

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