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Kartik Month
Kartik Month
नाम से भी जाना जाता है। यह पवित्र मास भगवान श्रीकृ ष्ण की पूजा अर्चना के लिए समर्पित है एवं
वैदिक शास्त्रों के अनुसार तपस्या करने के लिए सर्वश्रेष्ठ समय के रूप में वर्णित किया गया है।
भगवान श्रीकृ ष्ण कहते हैं, सभी पौधों में से, पवित्र तुलसी मुझे सबसे प्रिय है; सभी महीनों में कार्तिक
सबसे प्रिय है, सभी तीर्थों में, मेरी प्रिय द्वारिका सबसे प्रिय है, और सभी दिनों में एकादशी सबसे प्रिय
है। (पद्म पुराण, उत्तर खण्ड 112.3)
जैसे सतयुग के समान कोई युग नहीं है, वेदों के समान कोई शास्त्र नहीं है, और गंगा के समान कोई
तीर्थ नहीं है, वैसे ही कार्तिक के समान कोई मास नहीं है (स्कं द पुराण)। जो भक्तगण कार्तिक मास के
दौरान भक्तिमय सेवा करते हैं, उन्हें भगवान श्रीकृ ष्ण की व्यक्तिगत कृ पा बहुत सरलता से प्राप्त हो जाती
है। कार्तिक मास में भक्त उपवास करते हैं, दामोदर स्वरुप श्रीकृ ष्ण की पूजा घी के दीपक से करते हैं,
भजन-कीर्तन करते हैं, दामोदर लीला का महिमामंडन करते हैं, मंत्रों का जाप करते हैं और पवित्र नदियों
में स्नान करते हैं जिस से वह स्वंय को सर्वोच्च भगवान श्रीकृ ष्ण के करीब अनुभव कर सकें ।