पा अशोक हुरा वसस अशोक हुरा के मामले म उ चतम यायालय के 5 यायाधीश क
सं वधान पीठ ने यह अ भ नधा रत कया क अनु छे द 32 के अधीन अपने अं तम नणय को िजसक रट या चका दौरा चन ु ौती नह ं द जा सकती है , गंभीर अ याय के नवारण हे तु पन ु रावलोकन कया जा सकता है | इस नए नयम को उ चतम यायालय ने उपचारा मक या चका का नाम दया है | अभी तक अगर उ चतम यायालय अनु छे द 32 के अंतगत अं तम नणय दे दे ता था और अनु छे द 137 के अधीन उसक या चका भी खा रज कर दे ता था तो उसको चन ु ौती नह ं द जा सकती थी कंतु अब ऐसे मामल म उपचारा मक या चका वारा उ चतम यायालय म चन ु ौती द जा सकेगी| उ चतम यायालय का यह नणय अ यंत मह वपण ू है य क इससे गंभीर अ याय के मामल म वा त वक प से पी ड़त यि तय के लए चन ु ौती दे ने का एक नया रा ता खल ु गया है | उ चतम यायालय म फाइल क गई अनेक या चकाओं म यह न उठाया गया था क यायालय के अं तम जाने के बाद भी अनु छे द के अधीन यायालय के नणय पर पन ु वचार के लए चन ु ौती द जा सकती है ? उ चतम यायालय ने अब अ भ नधा रत कया क उ चतम यायालय के अं तम नणय को उपचारा मक या चका के मा यम से चन ु ौती द जा सकती है | मु य यायमू त ी भ चा जी ने यह अ भ य त कया- हमारा यह मत है क सव च यायालय के यायाधीश गण मानव सल ु भ कमजो रय क प रसीमा के अधीन रहते हुए भी उ म काय करते ह कंतु ऐसी प रि थ तयां उ प न हो सकती ह िजसम वराल से वरलतम मामल म अं तम नणय म गंभीर अ याय को ठ क करने क अपे ा क जा सकती यायालय ने कहा क ऐसे मामल म यायालय का यह व ध एवं नै तक दा य व है क वह ऐसे नणय म होने वाल भल ू का का सध ु ार कर अ यथा वह अ नि चतता के बादल म वह ढक रह जाएंगी| कंतु यायालय ने ऐसी या चका फाइल करने के मामले म कुछ दशा- नदश जार कए ह िजनक प रसीमा के अधीन ऐसे या चका दायर क जा सकेगी िजससे क इसका द ु पयोग ना कया जा सके| यह दशा नदश न न है - 1. या चकाकता को अपनी या चका म यह दखाना होगा क वा तव म नैस गक याय के स धांत का उ लंघन हुआ था, िजससे उसके ऊपर तकूल भाव पड़ा था| 2. ऐसे उपचारा मक या चका को सबसे पहले तीन व र ठ यायाधीश क पीठ के पास भेजा जाएगा और य द वे आव यक समझगे तभी इस उपचारा मक या चका को पन ु रावलोकन के लए वापस उसी खंडपीठ के पास भेजा जाएगा िजसम नणय सन ु ाया गया था| 3. यरू े टव या चका को यायालय तब सन ु वाई करे गा जब कसी व र ठ अ धव ता वारा यह मा णत कर दया जाता है क ऐसी या चका क अपे ाएं परू हो गई ह| 4. य द यायालय को तीत होता है क ऐसी या चका यो यता पर आधा रत नह ं है तो वह या चकाकता पर उदाहरण आ मक जम ु ाना भी लगा सकता है \ उ चतम यायालय वारा यह दशा नदश इस लए जार कए गए ह क क उ चतम यायालय वारा जो उपचारा मक या चका क अनम ु त द गई है उसका द ु पयोग ना कया जाए और यायालय वारा जम ु ाना इसी लए लगाया गया है क याय के द ु पयोग क गलत परं परा ना शु हो जाए| वा तव म उ चतम यायालय का यह नणय ऐ तहा सक है और याय को दान करने के लए मील का प थर सा बत होगा और लोग का यायपा लका म व वास और यादा मजबत ू होगा|