Professional Documents
Culture Documents
कर्ण से जुडी कुछ रोचक बातें
कर्ण से जुडी कुछ रोचक बातें
जुडी कु
छ रोचक बात
कण केपता सूय और माता कुं
ती थी, पर चु
क उनका पालन एक रथ चलानेवाले
नेकया था, इस लए वो सू
तपुकहलाएं
और इसी कारण उ ह वो स मान नह मला, जसके वो अ धकारी थे
। इस ले
ख म आज हम महारथी कण से स बं
धत कु
छ
रोचक बात जानगे
।
य नह चु
ना ौपद ने
कण को अपना प त?
ोपद ने
कण केववाह ताव को ठु करा दया य क उसेअपने प रवार केस मान को बचाना था। या आप जानते
है
ौपद केववाह ताव को ठु
करा दे
नेकेबाद कण ने
दो ववाह कए थे। च लए आपको बताते ह कन हालात म कससे
कण नेववाह कया था।
कण नेकए थे
दो ववाह
अ ववा हत रहतेए कु
ं
ती ने
कण को ज म दया था। समाज के लां
छन से बचने
केलए उसनेकण को वीकार नह कया।
कण का पालन एक रथ चलानेवाले
नेकया जसक वजह से कण को सू तपुकहा जाने
लगा। कण को गोद ले
ने
वालेउसके
पता आधीरथ चाहतेथेक कण ववाह करे । पता क इ छा को पू
र ा करने
केलए कण नेषाली नाम क एक सूतपुी से
ववाह कया। कण क सरी प नी का नाम सुया था। सुया का ज महाभारत क कहानी म यादा नह कया गया है ।
ी कृ
ण नेय कया कण का अं
तम सं
कार अपने
ही हाथ पर?
जब कण मृयुशै
या पर थे
तब कृण उनके पास उनकेदानवीर होने
क परी ा ले
नेकेलए आए। कण ने
कृण को कहा क
उसकेपास दे
नेकेलए कुछ भी नह है
। ऐसेम कृण नेउनसे उनका सोने
का दां
त मां
ग लया।
सरे
वरदान के प म कण ने
यह मां
गा क अगले ज म म कृ ण उ ह के रा य म ज म ल और तीसरे
वरदान म उ ह ने
कृण
सेकहा क उनका अंतम सं
कार ऐसेथान पर होना चा हए जहांकोई पाप ना हो।
पू
र ी पृ
वी पर ऐसा कोई थान नह होने
केकारण कृ
ण ने
कण का अं
तम सं
कार अपने
ही हाथ पर कया। इस तरह दानवीर
कण मृ युकेप ात सा ात वै
कुठ धाम को ा त ए।