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SEO Kya Hai Hindi - Absehindi - in
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SEO kya hai? (What is SEO in Hindi) SEO कै से करते है? क्यों हमारे Blog या Website
Organic CTR क्या है और इसे Increase
के लिए यह जरूरी है? यह सब beginners को जानना चाहिए। इस पोस्ट में मैंने यह सब आपको
करने के 6 तरीके
बताने की कोशिश की है।
Edition)
यदि आप अपनी website को उच्च रैंक देना चाहते हैं, तो कई factors और SEO techniques
पर ध्यान देना होगा और इनमें से कई समय के साथ आपकी वेबसाइट के बढ़ने के साथ किए जाएंगे।
Google और अन्य search engines के अंदर SERP में अक्सर page के top पर paid ads
website result होते हैं, इसके बाद search किये गए “organic search results” होते हैं।
SEO के माध्यम से आने वाले traffic को organic search results के रूप में referenced
किया जाता है ताकि इसे paid ads के माध्यम से आने वाले traffic से अलग किया जा सके ।
Paid search को अक्सर search engine marketing (SEM) या pay per click (PPC) के
रूप में जाना जाता है। SEO का मतलब Search engine optimization और SEM का मतलब
Search engine marketing होता है।
वैसे तो SEO के बहुत प्रकार है लेकिन मैं यहाँ पर जो मुख्य है उसकी बात करूँ गा। SEO के मुख्य दो
प्रकार है On-page SEO और Off-page SEO तो हम यहाँ पर ये दोनों प्रकार के साथ local
search engine optimization के बारे मे भी बात करेंगे।
On page SEO का मतलब website या web page को अंदर से optimize करना। इसमें भी
कई factors का ध्यान रखना पड़ता है जिससे SERP में rank कर सके । अब जानते है उस factors
के बारे में।
Title Tag
जब हम कोई पोस्ट लिखते है तो उस वेबपेज के लिए जो heading रखते है उसे title कहा जाता है।
Title में पोस्ट संबंधित keyword होना चाहिए ताकि user को title से पोस्ट के बारे में पता चल
सके ।
Header Tag
Header Tag पोस्ट के अंदर होते है, इसे आप topic के हिसाब से use कर सकते है। Topic में H2
से H6 तक के tag इस्तेमाल करके आप जानकारी को सही तरीके से बता सकते है।
URL
URL भी टॉपिक के related होना चाहिए और उसमे हो सके तो special characters का use न
करे, long URL SEO की नजर में negative impact डालता है, हो सके तो URL में targeted
keyword को जरूर use करे।
Image Alt
Image Alt यानी कि पोस्ट में जो इमेज use करते है वह पोस्ट related है वही दर्शाने के लिए उसे
किया जाता है। Crawlers machine language पर depended है तो वह Image Alt से
समज जाते है की post किस बारे में है।
Meta Description
Meta Description पोस्ट किस के बारे में है उसको समजाता है ताकि user समज जाये की पोस्ट में
क्या है। Meta Description की length 160 characters तक की होती है तो आपको इस
limit में ही पोस्ट के बारे मे बताना है।
Theme
आपको अपनी वेबसाइट के लिए user friendly / SEO friendly Theme का इस्तेमाल करना है
जिससे users को सभी पोस्ट ढूंढने में आसानी हो। SEO friendly Theme का इस्तेमाल करने से
AdSense approval के chance बढ़ जाते है।
Speed
आप वेबसाइट में जो भी theme use करते है उसकी loading speed फ़ास्ट होनी चाहिए नहीं तो
यूजर move करजाते है। अगर आपकी वेबसाइट 3 second के अंदर नहीं ओपन होती है तो
bounce rate बढ़ने के chance है।
Internal Links
जब आप पोस्ट के अंदर अपनी website के दूसरे पोस्ट के link add करते है उसको Internal
Links कहते है, Search engine optimization के हिसाब से किसि पोस्ट में ज्यादा Internal
Links negative असर करते है।
External Links
आप पोस्ट के अंदर दूसरे की पोस्ट के link add करते है उसको External Links कहते है,
External Links को आप No-follow या Do-follow के रूप में add कर सकते है।
Keywords
On-page SEO में सबसे important part Keyword placement है। कोई भी पोस्ट में
targeted keywords होते है उसके बाद पोस्ट में complete information होती है। Post में
ज्यादा keywords प्लेसमेंट को keyword stuffing कहा जाता है और यह SEO में negative है
तो इस बात का ध्यान रखियेगा।
Off page SEO का मतलब हम अपनी वेबसाइट के रैंकिंग के लिए वेबसाइट के बहार जो प्रोसेस करते
है। Off Page में भी कई सारे factors है और उसमे से जो ज्यादा effective है उसको मैंने यहाँ
बताया है।
Social Media
Social Media आपकी वेबसाइट को प्रमोट करने का सबसे अच्छा माध्यम है। यहाँ पर आप
informative पोस्ट share कर सकते है, followers बढ़ा सकते है, visitors भी बढ़ा सकते है।
अच्छा Social Media engagement होने से आपकी वेबसाइट का bounce rate कम हो
सकता है, user experience भी अच्छा बन सकता है, अन्य blogger को आप काम आ सकते हो
और आप भी उनसे मदद ले सकते हो।
Blog Commenting
Blog Commenting मतलब दूसरे के ब्लॉग पर कमेंट करना और link back करवाना। आज की
तारीख में blog commenting ज्यादा useful नहीं है लेकिन नए ब्लोगेर्स को थोड़ा ट्रैफिक लाने में
useful हो सकता है।
Forum submission
आप high DA PA forum sites पर अपनी website या post के लिंक add करके traffic बढ़ा
सकते है। आप forums.microsoft.com, forums.cnet.com जैसी forum sites पर link
add कर सकते है।
Social Bookmarking
आप high DA social bookmarking sites पर अपनी post के लिंक add करके traffic बढ़ा
सकते है। आप को Google, LinkedIn जैसी काफी social bookmarking sites मिल जाएगी
जहा पर link add कर सकते है।
Guest Post
Guest Post सबसे बेहतरीन तरीका है traffic और website की authority बढ़ाने के लिए।
Guest Post में सबसे बड़ा फायदा यह है की जब भी हम किसी website पर post लिखते है और
बीचमे अपने blog की link add करते है वह natural link माना जाता है। इस प्रकार की सभी
link पोस्ट के बीच में होने से यह लिंक Google की नजर में अच्छी मानी जाती है।
WEB 2.0
WEB 2.0 पर बनाई गयी backlink अपनी website की authority तो बढ़ाता है साथ में trust
flow को भी बढता है, Medium, Tumblr जैसी वेबसाइट पर link add करके आप user के
साथ अच्छा engagement बना सकते है।
Q&A
Q&A मतलब questions और answers करके आप दूसरे ब्लोगर्स की मदद कर सकते है और मदद
लेभी सकते है, Q&A से आप अपने knowledge को भी बढ़ा सकते है।
Review
किसी भी वेबसाइट या ब्लॉग का Review करना और खुद की वेबसाइट का Review करवाने से आप
नॉलेज तो बढ़ाते है लेकिन साथ में यूजर के साथ engagement भी बढ़ा सकते है। Review से
वेबसाइट की speciality पता चलती है साथ ही कु छ changes करने होतो उसका भी पता चलता
है।
Local SEO (local search engine optimization)का मतलब अपने बिज़नेस की वेबसाइट को
लोकल लेवल पर जहा आप बिज़नेस कर रहे हो उस लोके शन के लिए optimize करना। जैसे की आप
बॉम्बे में बिजनेस कर रहे हो और सिर्फ बॉम्बे की public से ही connection बनान चाहते हो तो
Local SEO पर focus करे।
इस Local SEO में आपको अपने बिज़नेस का address, contact details, pictures और
MAP location, working hours add करके optimize करना होगा जिससे user आपको
online और offline दोनों way में पहचान सके ।
उदाहरण के लिए, किसी user ने एक query या keyword को सर्च इंजन में सर्च किया और SERP
में first page में 10 website दिखे तो उनमे से पहले को ज्यादा traffic और बाकि सबको यूजर के
क्लिक के हिसाब से ट्राफीक मिलेगा। अगर आप भी वेबपेज को well SEO optimize करेंगे तो
traffic ज्यादा मिलने की संभावना है।
क्योंकि के वल 2-3% खोजकर्ता ही search results के first page के आगे click करते हैं। इस
प्रकार, search engine rankings में एक छोटे से सुधार के परिणामस्वरूप वेबसाइट को अधिक
traffic और संभावित व्यवसाय प्राप्त हो सकता है। यहाँ पर मेने जो भी बताया और उदाहरण दिया
उससे आपको यह तो पता चल गया होगा की वेबसाइट के लिए SEO करने से कितना फायदा है।
ऐसे कई search engine optimization (SEO) tools हैं जिसका उपयोग करके वेबसाइटों को
optimized किया जा सकता है। यहाँ मेने कु छ सामान्य रूप से उपयोग किए जाने वाले free और
paid tools के बारे में बताया है।
4. SEO platforms
ऐसे कई अलग-अलग SEO प्लेटफॉर्म हैं जो साइटों को ऑप्टिमाइज़ करने के लिए उपयोगी हो सकते हैं
इनमे कु छ सबसे लोकप्रिय में Moz, Linkdex और Searchmetrics शामिल हैं। यह प्लेटफॉर्म
keyword ranking को track करते हैं, keyword research में मदद करते हैं, on-page और
off-page SEO opportunities की पहचान करते हैं, और SEO से संबंधित कई अन्य कार्य करते
हैं।
आखिर में
उम्मीद करता हु की इस SEO kya hai (What is SEO in Hindi) पोस्ट में आपको SEO के बारे
मे पता चला होगा। Google अपने algorithms change करता रहता है इसलिए SEO में कोई
expert नहीं बन सकता इसलिए आप SEO की सभी genuie techniques का इस्तेमाल करते
रहना चाहिए। आप इस पोस्ट को Facebook, Tumblr, Medium और Twitter जैसे platform
पर share करके मुझे सपोर्ट कर सकते है, साथ ही कमेंट करके अपना सुझाव दे सकते है।
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