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UPPSC Prelims Test Series Sectional Paper 1 Hindi Solution - Target PCS Lucknow
UPPSC Prelims Test Series Sectional Paper 1 Hindi Solution - Target PCS Lucknow
Paper#1-
Sectional
Paper#1
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General Studies Paper#1-Sectional Paper#1
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4. This Test Booklet contains 150 items (questions). Each item is printed only in English. Each item
comprises four responses (answers). You will select the response which you want to mark on the
Answer Sheet. In case you feel that there is more than one correct response, mark the response
which you consider the best. In any case, choose ONLY ONE response for each item.
5. You have to mark all your responses ONLY on the separate Answer Sheet provided. See directions
in the Answer Sheet.
7. Before you proceed to mark in the Answer Sheet the response to various items in the Test
Booklet, you have to fill in some particulars in the Answer Sheet as per instructions sent to you with
your Admission Certificate.
8. After you have completed filling in all your responses on the Answer Sheet and the examination
has concluded, you should hand over to the Invigilator only the Answer Sheet. You are permitted to
take away with you the Test Booklet.
9. Sheets for rough work are appended in the Test Booklet at the end.
THERE WILL BE PENALTY FOR WRONG ANSWERS MARKED BY A CANDIDATE IN THE OBJECTIVE TYPE
QUESTION PAPERS.
(i) There are four alternatives for the answer to every question. For each question for which a wrong
answer has been given by the candidate, one-third of the marks assigned to that question will be
deducted as penalty.
(ii) If a candidate gives more than one answer, it will be treated as a wrong answer even if one of the
given answers happens to be correct and there will be same penalty as above to that question.
(iii) If a question is left blank, i.e., no answer is given by the candidate, there will be no penalty for
that question.
A. ले मेसरु रयर
B. रॉबर्ट ब्रस
ू फूर्े
C. सब्ु बा राव
D. माइल्स बक
ु ीर्ा
उत्तर. B
B. लौह यि
ु के साथ
C. ताम्रपाषाण यि
ु के साथ
D. नवपाषाण यि
ु के साथ
उत्तर. B
स्पष्र्ीकरण: महापाषाण भारतीय उपमहाद्वीप में फैले हुए हैं, हालाींकक उनमें से अगिकाींश प्रायद्वीपीय
भारत में पाए जाते हैं, जो महाराष्र (मख्
ु य रूप से पवदभट), कनाटर्क, तसमलनाडु, केरल, आींध्र प्रदे श
और तेलि
ीं ाना राज्यों में केंदित हैं। जब उत्तर भारत ताम्रपाषाण काल से िज
ु रा, तो यह दक्षिण भारत
में लौह यि
ु की सींस्कृतत का चरण था। लौह यि
ु सींिम यि
ु से पहले का था; हालााँकक लौह यि
ु की
सींस्कृतत का बाद का दहस्सा सींिम यि
ु के साथ आिे बढा और इसे दतकन (Deccan) और दक्षिण
भारत में महापाषाण सींस्कृतत के रूप में जाना जाता है ।
3. भारत में परु ापाषाण काल को उपकरण प्रौद्योगिकी के आिार पर तीन चरणों में बाींर्ा िया है ।
तनम्नसलखखत में से कौन-सा/से चरण इसके औजारों से सही सम
ु ेसलत है /हैं?
D. उपरोतत सभी
उत्तर. D
C. कैमरू पवटतमाला और समजाटपरु क्जले में प्रािैततहाससक काल के गचत्र समले हैं।
उत्तर. A
A. मध्य पाषाण
B. लौह यि
ु
C. नव पाषाण
D. ताम्रपाषाण
उत्तर. D
स्पष्र्ीकरण: गचब्रत्रत समट्र्ी के बतटनों की उपक्स्थतत ताम्रपाषाण काल की पहचान है । समट्र्ी के बतटनों
में लाल बतटन, िहरे लाल रीं ि के बतटन से लेकर िहरे भरू े और काले, गचत्रात्मक लाल और काले और
पॉसलश ककए हुए लाल रीं ि के बतटन होते हैं।
6. सच
ू ी I को सच
ू ी II से सम
ु ेसलत कीक्जए और नीचे ददए िए कूर् से सही उत्तर का चयन कीक्जए:
सच
ू ी I सच
ू ी II
(आय)ु (घर्ना)
a. परु ापाषाण यि
ु 1. ताींबा जाना जाता था
b. मध्यपाषाण यि
ु 2. आितु नक मनष्ु य का उदय
c. नवपाषाण यि
ु 3. आि की खोज
d. ताम्रपाषाण यि
ु 4. फसलों की कर्ाई के सलए औजारों का उपयोि ककया जाता था
कोड:
a b c d
A. 4 3 2 1
B. 3 2 4 1
C. 2 3 4 1
D. 3 4 1 2
उत्तर. C
कारण (R): एक ताींबे का मनका भी समला है । मोती से बने खोल की चूडडयों और लर्कन (pendant)
का होना लींबी दरू ी के व्यापार को इींगित करता है ।
C. A सच है लेककन R िलत है ।
उत्तर. B
स्पष्र्ीकरण: नवपाषाण यि
ु , क्जसका अथट है नया पाषाण यि
ु , पाषाण यि
ु का अींततम और तीसरा
भाि था। भारत में , यह लिभि 7,000 ईसा पव
ू ट से 1,000 ईसा पव
ू ट तक फैला था। नवपाषाण यि
ु
की मख्
ु य पवशेषता बसे हुए कृपष का पवकास और पॉसलश ककए िए पत्थरों से बने औजारों और
हगथयारों का उपयोि है । इस अवगि के दौरान उिाई जाने वाली प्रमख
ु फसलें रािी, चने की दाल,
कपास, चावल, िेहूीं और जौ थीीं। इस यि
ु में पहली बार समट्र्ी के बतटन ददखाई ददए।
A. 1, 2, 3 और 4
B. 1, 3 और 4
C. 1, 2 और 3
D. 2, 3 और 4
उत्तर. A
स्पष्र्ीकरण: भारत में लिभि सभी शैल-आश्रय (rock shelter) ऊपरी परु ापाषाण और मध्य पाषाण
काल के लोिों द्वारा बसे हुए थे। उनमें शैल गचत्र शासमल हैं जो पवसभन्न पवषयों, मख्
ु य रूप से
जानवरों, या लोिों और जानवरों दोनों सदहत दृचयों को दशाटती हैं। इन शैलगचत्रों का पवतरण बहुत
पवस्तत
ृ है । वे उत्तर-पक्चचम पाककस्तान में चारिल
ु से पव
ू ट में उडीसा तक और उत्तर में कुमाऊीं की
पहाडडयों से लेकर दक्षिण में केरल तक पाए िए हैं।
1. नवपाषाण यि
ु के लोि पहले खाद्य उत्पादक थे।
2. नवपाषाण यि
ु के मनष्ु यों को कुम्हार का पदहया ज्ञात नहीीं था।
3. नवपाषाण यि
ु के लोि पॉसलश ककए हुए पत्थर के औजारों का इस्तेमाल करते थे।
A. 2 केवल
B. केवल 1 और 2
C. केवल 3 3
D. 1, 2 और 3
उत्तर. A
10. ताम्रपाषाण काल के दौरान भारत में जीवन के बारे में तनम्नसलखखत कथनों पर पवचार करें :
A. केवल 1 और 2
B. केवल 1, 2 और 3
C. केवल 2, 3 और 4
D. उपरोतत सभी
उत्तर. D
कारे सलयन (carnelian), शैलखर्ी (steatite) और तवाट्टज किस्र्ल (quartz crystal) जैसे अिट-
कीमती पत्थरों के मोततयों का तनमाटण ककया था।
11. कृब्रत्रम ईंर् डॉकयाडट (artificial brick dockyard) वाला एकमात्र ससींिु स्थल कौन सा था?
A. लोथल
B. कालीबींिा
C. हडप्पा
D. मोहनजोदडो
उत्तर. A
A. कालीबींिा
B. मोहनजोदडो
C. हडप्पा
D. चन्हुदडो
उत्तर. D
स्पष्र्ीकरण: चन्हुदडो एकमात्र हडप्पा शहर है क्जसमें िढवाले िढ (Fortified Citadel) नहीीं हैं।
चन्हुदडो ने पवसभन्न मतू तटयों, मह
ु रों, खखलौनों, हड्डी के औजारों के कारखानों का प्रमाण ददया है ,
A. हडप्पा
B. मोहनजो-दारो
C. रोपड
D. कालीबींिा
उत्तर. B
स्पष्र्ीकरण: महान स्नानािार पाककस्तान के ससींि में मोहनजो-दारो में प्राचीन ससींिु घार्ी सभ्यता के
खींडहरों में पाई जाने वाली सबसे प्रससद्ि सींरचनाओीं में से एक है । परु ाताक्त्वक साक्ष्य इींगित करते हैं
कक स्नानािार तीसरी सहस्राब्दी ईसा पव
ू ट में बनाया िया था, "िढ (citadel)" र्ीले के तनमाटण के
तरु ीं त बाद, क्जस पर यह क्स्थत है ।
A. सील्स (seals)
B. काींस्य उपकरण
C. कपास
D. जौ
उत्तर. C
A. सरु कोर्दा
B. रीं िपरु
D. दे सलपरु
उत्तर. C
स्पष्र्ीकरण: सत
ु कािनडोर (या सत
ु कािेन दोर) ससींिु घार्ी सभ्यता का सबसे पक्चचमी ज्ञात
परु ाताक्त्वक स्थल है । यह कराची से लिभि 480 ककमी पक्चचम में मकरान तर् पर ग्वादर के पास,
ईरानी सीमा के करीब, पाककस्तान के बलगू चस्तान प्राींत में क्स्थत है । यह स्थल दचत नदी के पक्चचमी
तर् के पास है और एक छोर्ी िारा के साथ इसका सींिम है , क्जसे िाजो कौर के नाम से जाना जाता
है । यह पयाटप्त पत्थर की दीवारों और प्रवेश द्वारों के साथ एक छोर्ी बस्ती थी।
16. सच
ू ी I को सच
ू ी II से सम
ु ेसलत कीक्जए और नीचे ददए िए कूर् से सही उत्तर का चयन कीक्जए:
सच
ू ी I सच
ू ी II
a. मोहनजोदडो 1. हररयाणा
b. लोथल 2. िज
ु रात
c. कालीबींिा 3. ससींि
d. बनवाली 4. राजस्थान
कोड:
a b c d
A. 4 3 2 1
B. 3 2 4 1
C. 2 3 4 1
D. 3 4 1 2
उत्तर. B
कारण (R): हडप्पावाससयों के सलए िमट शायद सावटजतनक मामले से अगिक व्यक्ततित और तनजी
मामला था।
C. A सच है लेककन R िलत है ।
उत्तर. C
स्पष्र्ीकरण: ससींिु घार्ी सभ्यता में 1,000 से अगिक शहर और बक्स्तयाीं शासमल थीीं. इन शहरों में
सव्ु यवक्स्थत अपसशष्र् जल तनकासी व्यवस्था, कचरा सींग्रह प्रणाली, और सींभवतः यहाीं तक कक
सावटजतनक अन्न भींडार और स्नानािार भी शासमल थे। यद्यपप बडी-बडी दीवारें और िढ(citadel) थे,
कफर भी स्मारकों, महलों या मींददरों का कोई प्रमाण नहीीं है । हडप्पा की कलाकृततयों की एकरूपता से
पता चलता है कक मह
ु रों, बार्ों और ईंर्ों को पवतनयसमत करने के सलए ककसी प्रकार का अगिकार और
शासन था।
कारण (R): ससींिु घार्ी सभ्यता के दौरान प्रोर्ो-सशव (proto-shiv) पींथ लोकपप्रय था।
C. A सच है लेककन R िलत है ।
उत्तर. B
2. मकान ईंर्ों के बने होते थे और उनकी मोर्ी-मोर्ी दीवारें होती थीीं, क्जन पर प्लास्र्र और रीं ि चढा
होता था।
A. केवल 1 और 2
B. केवल 1, 2 और 3
C. केवल 1, 2 और 4
D. उपरोतत सभी
उत्तर. A
1. बज
ु ह
ट ोम में , घरे लू कुत्तों को उनके मासलकों के साथ दफनाया जाता था।
A. केवल 1
B. केवल 1 और 2
C. केवल 3
D. 1, 2 और 3
उत्तर. D
स्पष्र्ीकरण: बज
ु ह
ट ोम के लोि मोर्े िस
ू र समट्र्ी के बतटनों का प्रयोि करते थे। यह ददलचस्प है कक
बज
ु ह
ट ोम में , घरे लू कुत्तों को उनके मासलकों के साथ उनकी कब्रों में दफनाया िया था। यह प्रथा भारत
में ककसी अन्य नवपाषाण सींस्कृतत में स्पष्र् नहीीं प्रतीत होती है । इलाहाबाद क्जले में कोक्ल्डहवा और
महािरा जैसे नवपाषाण स्थलों को 5वीीं सहस्राब्दी ईसा पव
ू ट में चावल की खेती के सलए जाना जाता है ।
र्ैदिक ििंस्कृति
A. पींजाब
B. िज
ु रात
C. राजस्थान
D. उत्तर प्रदे श
उत्तर. A
स्पष्र्ीकरण: भजन ऋपषयों (ऋपष) द्वारा रगचत थे, जो उच्च पवद्वान परु
ु ष थे। कुछ भजनों की रचना
मदहलाओीं ने भी की थी। ऋग्वेद सलखने के सलए सींस्कृत के एक परु ाने रूप का इस्तेमाल ककया िया
था। आज हम क्जस सींस्कृत का उपयोि करते हैं, वह ऋग्वेद की सींस्कृत से ब्रबल्कुल अलि है । आयट
खानाबदोश दे हाती लोि थे जो मल
ू रूप से मध्य एसशया के कैक्स्पयन सािर िेत्र में रहते थे। तीसरी
सहस्राब्दी ईसा पव
ू ट के मध्य में , उन्होंने यरू ोप और एसशया की ओर प्रवास करना शरू
ु कर ददया।
चरािाहों की तलाश में इस प्रवासी आबादी का एक विट 2000 ईसा पव
ू ट के आसपास भारतीय
उपमहाद्वीप की सीमाओीं पर पहुींच िया। कफर वे पींजाब में बस िए।
22. 'आयव
ु ेद' की उत्पपत्त में हुई है
A. ऋग्वेद
B. सामवेद
C. यजुवेद
D. अथवटवेद
उत्तर. D
स्पष्र्ीकरण: क्जन मल
ू भत
ू ससद्िाींतों पर आयव
ु ेददक प्रणाली आिाररत है , वे अतनवायट रूप से सभी
समय के सलए सत्य हैं और बदलते नहीीं हैं। ये मानवीय कारकों पर, आींतररक कारणों पर आिाररत
हैं। आयव
ु ेद की उत्पपत्त का श्रेय अथवटवद
े को ददया जाता है जहाीं कई बीमाररयों के साथ-साथ उनके
उपचार का उल्लेख ककया िया है ।
23. वेदों के सत
ू तों से सींबगीं ित कमटकाींडों को ____ के रूप में जाना जाता है
A. सींदहता
B. अरण्यकसी
C. ब्राह्मणसी
D. उपतनषद
उत्तर. D
24. तनम्नसलखखत में से ककस सशल्प कौशल का अभ्यास आयों द्वारा नहीीं ककया िया था?
A. समट्र्ी के बतटन
B. आभष
ू ण
C. बढईिीरी
D. लोहार
उत्तर. D
स्पष्र्ीकरण: लोहार सशल्प कौशल का अभ्यास आयों द्वारा नहीीं ककया जाता था। वैददक यि
ु के आयों
को लौह िातु की जानकारी नहीीं थी। उत्तर वैददक काल के लोि लोहे का प्रयोि करते थे। लोहे के
उपयोि की शरु
ु आत पारीं पररक रूप से उत्तर वैददक लोिों के पव
ू ट की ओर प्रवास से जुडी हुई है ।
A. बसल
B. पवदथ
C. वमटन
D. कारा
उत्तर. A
स्पष्र्ीकरण: वैददक यि
ु में राजा लोिों से बसल एकत्र करता था जो राजा या भिवान को दी जाने
वाली भें र् होती है । ऋग्वैददक काल में स्वेच्छा से इसका भि
ु तान ककया जाता था लेककन बाद में इसे
अतनवायट कर ददया िया।
26. सच
ू ी I को सच
ू ी II से सम
ु ेसलत करें और नीचे ददए िए कूर् से सही उत्तर का चयन करें :
सच
ू ी I सच
ू ी II
(पस्
ु तक) (पवषय)
a. िमटसत्र
ू 1. िह
ृ स्थों के कतटव्य
b. श्रौतसत्र
ू 2. भारत की सबसे परु ानी कानन
ू की ककताबें
c. िह्
ृ यसत्र
ू 3. यज्ञ के दौरान मींत्र जाप
d. सल
ु वसत्र
ू 4. ज्यासमतत और िखणत की शरु
ु आत का प्रतीक है
कोड:
a b c d
A. 4 3 2 1
B. 3 2 4 1
C. 2 3 1 4
D. 3 4 1 2
उत्तर. C
27. असभकथन (A): आश्रम व्यवस्था उत्तर वैददक काल के दौरान शरू
ु हुई थी।
C. A सच है लेककन R िलत है ।
उत्तर. C
स्पष्र्ीकरण: िोत्र की उत्पपत्त ऋग्वैददक काल में हुई थी. इसका शाक्ब्दक अथट िौशाला या अपनी िायों
को रखने का स्थान है । वैददक काल में िाय को सबसे महत्वपण
ू ट िन माना जाता था और एक-दस
ू रे
से घतनष्ठ रूप से जड
ु े लोि उन्हें एक ही स्थान पर रखते थे।
28. असभकथन (A): प्रारीं सभक वैददक काल के दौरान उनके अगिकाींश यद्
ु ि मवेसशयों के सलए लडे िए
थे।
कारण (R): शतपथ ब्राह्मण ग्रींथ जुताई की रस्मों के बारे में पवस्तार से बताता है ।
C. A सच है लेककन R िलत है ।
उत्तर. B
A. केवल 1
B. केवल 1 और 2
C. केवल 2 और 3
D. उपरोतत सभी
उत्तर. B
30. ऋग्वेद में वखणटत 'दस राजाओीं की लडाई' के बारे में तनम्नसलखखत कथनों को ध्यान से पढें :
1. यह यद्
ु ि एक ओर भरत और दस
ू री ओर दस सरदारों के बीच लडा िया था।
2. यह यद्
ु ि रावी नदी के समान परुषनी नदी के तर् पर लडा िया था।
3. इस यद्
ु ि ने राजा सद
ु ास को जीत ददलाई और भरत का वचटस्व स्थापपत ककया।
A. केवल 1
B. केवल 1 और 2
C. केवल 2 और 3
D. उपरोतत सभी
उत्तर. D
उत्तर. D
स्पष्र्ीकरण: सभिुओीं और ननों (nuns) के मठवासी जीवन के सलए पततमोतखा सबसे महत्वपण
ू ट
सींदहता (code) है । यह उन कायों और भाषा को तनयींब्रत्रत करता है जो उनके मठवासी जीवन जीने के
सलए महत्वपण
ू ट हैं। यह उन राष्रीय कानन
ू ों की तरह काम करता है जो दे शों को तनयींब्रत्रत करते हैं।
यह अपरािों के साथ-साथ उनके दीं ड की स्पष्र् पररभाषा प्रदान करता है ।
32. बद्
ु ि ने तनम्नसलखखत में से ककस िणराज्य में महापररतनवाटण प्राप्त ककया?
A. सलच्छपव
B. मल्ल
C. पाला
D. शातय
उत्तर. B
स्पष्र्ीकरण: मल्ल एक प्राचीन भारतीय िणराज्य था क्जसने प्राचीन भारत के सोलह महाजनपदों
(महान राज्यों) में से एक का िठन ककया था। मल्ल महावीर और िौतम बद्
ु ि की चुनी हुई मत्ृ यु
स्थान होने के सलए उल्लेखनीय है । कुशीनिर मल्ल िणराज्य की राजिानी थी। महात्मा बद्
ु ि को
कुशीनिर में महापररतनवाटण समला था।
33. बद्
ु ि चररत्र (Buddha Charita) के लेखक कौन थे?
A. नािाजन
ुट
B. अचवघोष
C. वससु मत्र
D. नािासेन
उत्तर. B
स्पष्र्ीकरण: बद्
ु िचररत्र अचवघोष द्वारा िौतम बद्
ु ि के जीवन पर सींस्कृत महाकाव्य शैली में एक
महाकाव्य कपवता है , क्जसकी रचना दस
ू री शताब्दी ईस्वी पव
ू ट में की िई थी। कपवता के 28 सिों में
से प्रथम 14 सींस्कृत में पवद्यमान हैं।
A. कतनष्क
B. पवम कडकफसेस
C. बद्
ु ििप्ु त
D. नहपान
उत्तर. A
35. कल्पसत्र
ू के लेखक कौन थे?
A. हे मचींि
B. वससु मत्र
C. स्थूलभि
D. भिबाहु
उत्तर. D
36. सच
ू ी I को सच
ू ी II से सम
ु ेसलत कीक्जए और नीचे ददए िए कूर् से सही उत्तर का चयन कीक्जए:
सच
ू ी I सच
ू ी II
a. बोगिसत्व मैत्रय
े 1. कत्योत्सिट आसन
b. िौतम बद्
ु ि 2. कुप्पी
कोड:
a b c d
A. 4 3 2 1
B. 3 2 4 1
C. 2 3 4 1
D. 3 4 1 2
उत्तर. C
37. असभकथन (A): मेनेंडर ने बौद्ि सशिक नािसेन के साथ क्जन सवालों और जवाबों का आदान-
प्रदान ककया, क्जन्हें नािाजन
ुट भी कहा जाता है ; समसलींदपन्हो पस्
ु तक का पवषय है ।
C. ए सच है लेककन आर झूठा है ।
उत्तर. B
कारण (R): तीसरी बौद्ि सींिीतत (सींिीतत) अशोक के पास थी और समशनररयों को न केवल दक्षिण
भारत बक्ल्क श्रीलींका, बमाट और अन्य दे शों में भी भेजा िया था।
C. A सच है लेककन R झठ
ू ा है ।
उत्तर. B
स्पष्र्ीकरण: एक महामात्रा (क्जसका अथट है ("उच्च पद का अगिकारी") भारतीय सम्रार् अशोक द्वारा
स्थापपत एक "नैततकता का अगिकारी" था (शासनकाल 269-233BCE)। िम्म महामत्ता अगिकाररयों
का एक िठन था जो िम्म का प्रचार सतु नक्चचत करने और जनता की राय के बारे में सम्रार् को
जािरूक रखने के दोहरे कायों की सेवा करता था। उन्होंने कैददयों के कल्याण के साथ-साथ पवसभन्न
सींप्रदायों के लोिों के साथ उगचत व्यवहार भी दे खा। तीसरी बौद्ि पररषद पार्सलपत्र
ु के अशोकराम में
लिभि 240 ईसा पव
ू ट में बल
ु ाई िई थी, क्जसे सम्रार् अशोक के सींरिण में माना जाता था। पररषद
की अध्यिता मोिलीपत्त
ु ततस्सा ने की थी।
2. िौतम बद्
ु ि ने सारनाथ में अपना पहला उपदे श ददया था।
3. चींििप्ु त जैन िमट को स्वीकार करने के सलए भिबाहु से प्रभापवत हुए थे।
A. केवल 1
B. केवल 1 और 2
C. केवल 2 और 3
D. उपरोतत सभी
उत्तर. C
A. केवल 1 और 2
B. केवल 1, 2 और 3
C. केवल 2, 3 और 4
D. उपरोतत सभी
उत्तर. D
स्पष्र्ीकरण: महावीर, क्जन्हें विटमान भी कहा जाता है , जैन िमट के 24वें तीथंकर हैं। वे 23वें तीथंकर
पाचवटनाथ के आध्याक्त्मक उत्तरागिकारी थे। महावीर का जन्म छठी शताब्दी ईसा पव
ू ट के शरु
ु आती
भाि में ब्रबहार, भारत में एक शाही पररवार में हुआ था। उनकी माता का नाम ब्रत्रशला और उनके
पपता का नाम ससद्िाथट था।
A. ब्रबहार के मि
ींु ेर और भािलपरु के आितु नक क्जले
C. पव
ू ी यप
ू ी के दे वररया, बस्ती, िोरखपरु और ससद्िाथटनिर के आितु नक क्जले
D. उपरोतत सभी
उत्तर. A
A. हयंकासी
B. शीसशनािस
C. नींद
D. मौयट
उत्तर. C
स्पष्र्ीकरण: नींद वींश ने भारतीय उपमहाद्वीप के उत्तरी भाि में चौथी शताब्दी ईसा पव
ू ट के दौरान
और सींभवतः 5 वीीं शताब्दी ईसा पव
ू ट के दौरान शासन ककया था। नींदों ने पव
ू ी भारत के मिि िेत्र में
शशन
ु ाि वींश को उखाड फेंका, और उत्तरी भारत के एक बडे दहस्से को शासमल करने के सलए अपने
साम्राज्य का पवस्तार ककया। एक महत्वाकाींिी यव
ु क चींििप्ु त मौयट ने मिि पर हमला ककया और
उसे जीत सलया। वह नींद शासन का अींत था।
A. हयंक और बह
ृ िथ
B. अजातशत्रु और जरासींि
C. उदतयन नद अजशत्रु
D. जरासींि और बह
ृ िथ
उत्तर. D
स्पष्र्ीकरण: जरासींि और बह
ृ िथ मिि के सींस्थापक थे लेककन पवकास हयंक के तहत शरू
ु हुआ।
A. मिि
B. कोसल
C. वत्स
D. उपरोतत सभी
उत्तर. D
45. तनम्नसलखखत में से कौन सा बौद्ि ग्रींथ 16 महाजनपदों के नाम प्रदान करता है ?
A. जातक
B. समसम
ु गिरी के भाग्िा
C. अींित्त
ु रा तनकाय
D. मालपवकाक्ग्नसमत्रन
उत्तर. C
स्पष्र्ीकरण: अींित्त
ु र तनकाय जैसे प्राचीन बौद्ि ग्रींथों में सोलह महान राज्यों और िणराज्यों का बार-
बार उल्लेख समलता है जो भारतीय उपमहाद्वीप के पव
ू ी भाि में उत्तर-पक्चचम में िाींिार से लेकर
अींिा तक फैले एक िेत्र (belt) में पवकससत और फले-फूले थे।
46. सच
ू ी I को सच
ू ी II से सम
ु ेसलत कीक्जए और नीचे ददए िए कूर् से सही उत्तर का चयन कीक्जए:
सच
ू ी I सच
ू ी II
(शासक) (महाजनपद)
a. प्रसेनक्जता 1. वत्स
b. उदयन 2. अवींती
c. प्रदयोता 3. मिि
d. अजातशत्रु 4. कोसल
कोड:
a b c d
A. 4 3 2 1
B. 4 1 2 3
C. 2 3 4 1
D. 3 4 1 2
उत्तर. B
कारण (R): मिि के मींत्री वरसाकार का उपयोि वैशाली के सलच्छपवयों में मतभेद के बीज बोने के
सलए ककया जाता था।
C. A सच है लेककन R िलत है ।
उत्तर. A
स्पष्र्ीकरण: ब्रबींब्रबसार ने लिभि 544 ई.प.ू से से 492 ई.प.ू लिभि 52 वषों तक शासन ककया।
उसका उत्तरागिकारी उसका पत्र
ु अजातशत्रु (492-460 ई.प.ू ) हुआ। अजातशत्रु ने अपने पपता को मार
डाला और ससींहासन पर कब्जा कर सलया। अपने परू े शासनकाल में उन्होंने पवस्तार की आिामक
नीतत अपनाई। मिि और कोशल के बीच एक लींबे समय तक सींघषट शरू
ु हुआ। अींततः अजातशत्रु को
यद्
ु ि में सवटश्रेष्ठ समला, और कोशलन राजा को अपनी बेर्ी को अजातशत्रु से पववाह करके और उसे
काशी के एकमात्र अगिकार में छोडकर शाींतत के सलए मजबरू होना पडा। हालााँकक उनकी मााँ एक
सलच्छवी राजकुमारी थीीं, लेककन इसने उन्हें वैशाली के खखलाफ यद्
ु ि करने से नहीीं रोका। उन्होंने
सलच्छपवयों में मतभेद पैदा ककए और अींत में उनके िेत्र पर आिमण करके और उन्हें यद्
ु ि में
हराकर उनकी स्वतींत्रता को नष्र् कर ददया। वैशाली को नष्र् करने में उसे परू े 16 साल लिे। मींत्री
वरसाकार वैशाली के सलच्छपवयों में मतभेद के बीज बोने में सफल रहे , क्जससे अजातशत्रु िणतींत्र को
जीत सके।
C. A सच है लेककन R िलत है ।
उत्तर. B
1. सशशन
ु ाि
2. हयंका (Haryanka)
3. नींद
4. मौयट
A. 1–3–4–2
B. 2-3–1–4
C. 1-2–3–4
D. 2–1–3–4
उत्तर. D
2. िप्ु ताओीं द्वारा जारी ककए िए सोने के ससतकों का नाम दीनार था।
A. केवल 1
B. केवल 1 और 3
C. केवल 2 और 3
D. उपरोतत सभी
उत्तर. A
स्पष्र्ीकरण: सती प्रथा सददयों से भारतीय समाज का दहस्सा रही है और इसकी शरु
ु आत िप्ु त काल
के समय से हुई है । पतत की मत्ृ यु के बाद पविवा के बसलदान का पहला उदाहरण िप्ु त काल का है ।
शाही िप्ु ताओीं ने अच्छी तरह से ढाले और अच्छी तरह से तनष्पाददत सोने के ससतके जारी ककए। ये
ससतके, क्जन्हें दीनार भी कहा जाता है , ज्यादातर उत्तर भारत में पाए जाते थे।
र्ौयव िाम्राज्य
A. मेिास्थनीज
B. सेल्यक
ू ोस
C. मेनेंडर
D. डेमेदरयस
उत्तर. A
52. बौद्ि िमट अपनाने के सलए अशोक को प्रभापवत करने वाला सभिु था।
A. पवष्णु िप्ु त
B. उपिप्ु त
C. ब्रह्मा िप्ु त
D. बह
ृ िथ
उत्तर. B
A. क्जला प्रशासक
B. प्राींतीय प्रशासक
C. ग्राम प्रशासक
D. निर प्रशासक
उत्तर. A
स्पष्र्ीकरण: स्थातनक मौयट साम्राज्य में क्जला प्रशासन थे। प्रशासन के उद्दे चयों के सलए प्राींतों को
क्जलों में पवभाक्जत ककया िया था और अगिकाररयों का एक समह
ू प्रत्येक क्जले में काम करता था।
54. तनम्नसलखखत में से ककस एक ने मौयट समाज के सात विों में पवभाजन का उल्लेख ककया?
A. अशोक के सशलालेख
B. इींडडका
C. कौदर्ल्य का अथटशास्त्र
D. पवष्णु परु ाण
उत्तर. B
55. ककस घर्ना ने अशोक की प्रशासतनक नीतत में िहरा पररवतटन लाया?
B. कसलींि यद्
ु ि
उत्तर. B
56. सच
ू ी I को सच
ू ी II से सम
ु ेसलत कीक्जए और नीचे ददए िए कूर् से सही उत्तर का चयन कीक्जए:
सच
ू ी I सच
ू ी II
(सशलालेख) (पवषय)
कोड:
a b c d
A. 4 3 2 1
B. 3 2 4 1
C. 1 2 3 4
D. 3 4 1 2
उत्तर. C
स्पष्र्ीकरण: जेम्स पप्रींसेप, एक ब्रब्रदर्श परु ातन और औपतनवेसशक प्रशासक, अशोक के सशलालेखों को
समझने वाले पहले व्यक्तत थे। अशोक के ये सशलालेख बौद्ि िमट के प्रथम मत
ू ट प्रमाण हैं। भारतीय
सम्रार् अशोक के प्रमख
ु सशलालेख अशोक के 14 अलि-अलि प्रमख
ु सशलालेखों का उल्लेख करते हैं
जो काफी पवस्तत
ृ हैं और ककसी भी भारतीय सम्रार् के सबसे परु ाने सशलालेखों में से कुछ का
प्रतततनगित्व करते हैं। ये सशलालेख कालानि
ु समक रूप से माइनर रॉक एडडतट्स (minor rock
edicts) से पहले के हैं।
57. असभकथन (A): “दे वी चींि िप्ु त” चींििप्ु त मौयट द्वारा ससींहासन के पररग्रहण की कहानी से
सींबगीं ित है ।
कारण (R): मि
ु ारािस इस बारे में है कक कैसे मौयट ने नींद राजा को उखाड फेंका।
C. A सच है लेककन R िलत है ।
उत्तर. D
58. असभकथन (A): अशोक अपने सशलालेखों के माध्यम से लोिों से सीिे बात करने वाले पहले
भारतीय राजा थे, जो शाही आदे श दे ते थे।
कारण (R): अशोक के असभलेख सामान्यतः प्राकृत और ब्राह्मी सलपप में सलखे िए थे।
C. A सच है लेककन R िलत है ।
उत्तर. A
4. फाह्यान ने िप्ु त काल में भारत की सामाक्जक, िासमटक और आगथटक क्स्थततयों का वणटन ककया।
उपरोतत में से कौन सा/से कथन सही है /हैं?
A. केवल 1 और 2
B. केवल 1 और 4
C. केवल 2, 3 और 4
D. उपरोतत सभी
उत्तर. D
1. मिि की सबसे परु ानी राजिानी राजिीर में थी क्जसे उस समय गिररव्रज कहा जाता था।
A. केवल 1
B. केवल 1 और 2
C. केवल 2 और 3
D. उपरोतत सभी
उत्तर. B
ििंगर् युग
A. पाींड्या
B. चेर
C. चोल
उत्तर. B
स्पष्र्ीकरण: जबकक पट्र्ुपट्र्ू 108 छीं दों में चेर राजाओीं की मदहमा तक सीसमत है , परु ाणनरु
ु में तीन
सौ तनन्यानवे कपवताओीं में पवषयों का विीकरण है ।
A. ससयोन
B. पशप
ु तत
C. सशव
D. राम
उत्तर. A
63. तनम्नसलखखत में से कौन तसमल कपवयों की एक सभा सींिम के सींरिक थे?
A. चोल
B. कदीं बी
C. पींड्या
D. चेर
उत्तर. C
स्पष्र्ीकरण: सींिम यि
ु दक्षिण भारत में पहली शताब्दी ईसा पव
ू ट से दस
ू री शताब्दी आम यि
ु के अींत
तक की अवगि है । तसमल ककीं वदीं ततयों का कहना है कक प्राचीन दक्षिण भारत में 3 सींिम (तसमल
कपवयों की अकादमी) आयोक्जत ककए िए थे, क्जन्हें मच
ु चींिम कहा जाता है । ये सींिम मदरु ै के पाींड्य
राजाओीं के शाही सींरिण में फले-फूले। सींिम यि
ु के दौरान शाससत तीन राजवींश चेर, चोल और
पाींड्य थे।
A. प्रशासन
B. कानन
ू
C. व्याकरण
उत्तर. C
स्पष्र्ीकरण: तोलकाक्प्पयम सबसे प्राचीन तसमल व्याकरण पाठ है और तसमल सादहत्य का सबसे
परु ाना मौजद
ू ा लींबा काम है । तोलकाक्प्पयम की जीपवत पाींडुसलपपयों में तीन पस्
ु तकें हैं, क्जनमें से
प्रत्येक में नौ अध्याय हैं, क्जसमें नरू पा मीर्र में कुल 1,612 सत्र
ू हैं।
A. काींची
B. तींजौर
C. बादामी
D. बनवासी
उत्तर. D
स्पष्र्ीकरण: कदीं ब साम्राज्य सातवाहनों के बाद कनाटर्क के उत्तरी भाि पर शासन करने वाला पहला
कन्नड राजवींश था। मयरू वमाट उस साम्राज्य का प्रथम शासक था। बनवासी कन्नड साम्राज्य कदीं ब की
प्राचीन राजिानी थी।
66. सच
ू ी I को सच
ू ी II से सम
ु ेसलत कीक्जए और नीचे ददए िए कूर् से सही उत्तर का चयन कीक्जए:
सच
ू ी I सच
ू ी II
(सींवत) (अवगि)
a. शक सींवत 1. 606 ई
d. हषट सींवत 4. 78 ई
कोड:
a b c d
A. 4 3 2 1
B. 3 1 4 2
C. 2 3 4 1
D. 3 4 1 2
उत्तर. A
C. A सच है लेककन R िलत है ।
उत्तर. B
कारण (R): दस
ू री शताब्दी ईस्वी में चोल राजा कररकाल ने पह
ु ार की स्थापना की और श्रीलींका से
लाए िए यद्
ु ि के 12,000 कैददयों द्वारा प्रदान ककए िए श्रम का उपयोि करके कावेरी नदी के
ककनारे एक तर्बींि का तनमाटण ककया।
C. A सच है लेककन R िलत है ।
उत्तर. B
स्पष्र्ीकरण: एल्लालन तसमल चोल वींश का सदस्य था, क्जसे "मनु तनगि चोलन" के नाम से भी
जाना जाता है , जो ससींहासन पर कब्जा करने के बाद 205 ईसा पव
ू ट से 161 ईसा पव
ू ट तक वतटमान
श्रीलींका में अनरु ािापरु साम्राज्य का राजा बन िया। चोल वींश दक्षिण भारत का एक तसमल
थैलासोिेदर्क (thalassocratic) साम्राज्य था, जो दतु नया के इततहास में सबसे लींबे समय तक शासन
करने वाले राजवींशों में से एक था। चोल का सबसे परु ाना सींदभट मौयट साम्राज्य के अशोक द्वारा
तीसरी शताब्दी ईसा पव
ू ट के सशलालेखों में है ।
2. पह
ु ार कावेरीपट्र्नम के समान है , जो चेर की राजिानी थी।
3. पाींड्यों का सबसे प्रारीं सभक सींदभट मेिस्थनीज द्वारा प्रदान ककया िया है ।
A. केवल 1
B. केवल 1 और 3
C. केवल 2 और 3
D. उपरोतत सभी
उत्तर. B
स्पष्र्ीकरण: पह
ु ार दक्षिण भारतीय राज्य तसमलनाडु में मतयलादथ
ु ुराई क्जले का एक शहर है । यह एक
बार एक समद्
ृ ि प्राचीन बींदरिाह शहर था क्जसे कावेरी पम
ू पट्दर्नम के नाम से जाना जाता था, जो
कुछ समय के सलए तसमलकम में प्रारीं सभक चोल राजाओीं की राजिानी के रूप में कायट करता था।
पह
ु ार समि
ु तर् पर कावेरी नदी के मह
ु ाने के पास क्स्थत है ।
2. सींिम यि
ु में िन्ने से चीनी बनाई जाती थी।
3. पह
ू ार और र्ोंडी पव
ू ी तर् पर सींिम यि
ु के महत्वपण
ू ट बींदरिाह थे।
A. केवल 1 और 2
B. केवल 2 और 3
C. केवल 1 और 3
D. 1, 2 और 3
उत्तर. A
स्पष्र्ीकरण: सींिम सादहत्य की रचना पाींड्य राजाओीं द्वारा आयोक्जत तीन सींिमों के सींरिण में की
िई थी. सींिम यि
ु का सादहत्य उस काल के जीवन का पवशद वणटन करता है । सींिम कपवताओीं में
रािी और िन्ने की खेती, िन्ने से चीनी बनाने और अनाज सख
ु ाने जैसी कई ग्रामीण िततपवगियों का
वणटन ककया िया है । इस समय के दौरान पह
ु ार पव
ू ी तर् पर एक महत्वपण
ू ट बींदरिाह था और र्ोंडी
पक्चचमी तर् पर एक महत्वपण
ू ट बींदरिाह था।
गुप्ि काल
71. तनम्नसलखखत िप्ु त राजाओीं में से ककसने श्रीलींका के शासक मेघवमाट को िया में बौद्ि मींददर
बनाने की अनम
ु तत दी थी?
A. स्कींदिप्ु त
B. चींििप्ु त प्रथम
C. चींििप्ु त द्पवतीय
D. समि
ु िप्ु त
उत्तर. D
स्पष्र्ीकरण: समि
ु िप्ु त प्राचीन भारत के िप्ु त साम्राज्य के दस
ू रे सम्रार् और भारतीय इततहास के
महानतम शासकों में से एक थे। िप्ु त सम्रार् चींििप्ु त प्रथम और सलच्छवी राजकुमारी कुमारदे वी के
पत्र
ु के रूप में, उन्होंने अपने वींश की राजनीततक शक्तत का बहुत पवस्तार ककया।
A. कुषाण और यौिेयसी
B. कुषाण और शक
C. रोमन और सकास
D. रोमन और कुषाणसी
उत्तर. D
स्पष्र्ीकरण: चींििप्ु त प्रथम िप्ु त वींश का एक राजा था, क्जसने उत्तरी भारत में शासन ककया था।
उनकी उपागि महाराजागिराज ("राजाओीं के महान राजा") से पता चलता है कक वह राजवींश के पहले
सम्रार् थे। उनके पत्र
ु समि
ु िप्ु त ने िप्ु त साम्राज्य का और पवस्तार ककया। िप्ु त सोने के ससतकों को
दीनार के रूप में जाना जाता है और वे मि
ु ाशास्त्रीय और कलात्मक उत्कृष्र्ता के सबसे असािारण
उदाहरण हैं। ससतके, सामान्य तौर पर, शासक सम्रार् को अग्रभाि पर गचब्रत्रत करते थे और उसके
दस
ू रे पहलु पर एक दे वी की आकृतत को दशाटया िया था। िप्ु त ससतके शक्ततशाली कुषाणों की नकल
करने लिे, लेककन बहुत जल्द उनकी अपनी पहचान बन िई, जो बाद में आने वाले राजवींशों और
राज्यों के सलए अग्रदत
ू बन िए।
A. एलोरा की िफ
ु ाएीं
B. बाि िफ
ु ाएीं
C. नाससक िफ
ु ाएीं
D. लोमस ऋपष िफ
ु ा
उत्तर. B
स्पष्र्ीकरण: बाि िफ
ु ाएीं मध्य भारत में मध्य प्रदे श राज्य में िार क्जले के बाि शहर में पवींध्य के
दक्षिणी ढलानों के बीच क्स्थत नौ शैलकततटत स्मारकों का एक समह
ू है । ये स्मारक िार शहर से 97
ककमी की दरू ी पर क्स्थत हैं। इन्हें शास्त्रीय िप्ु त काल (319 - 605 ईस्वी) के दौरान बोगिसत्व और
िमटतनरपेि जीवन के गचत्रों से सजाया िया है ।
74. शन्
ू य की अविारणा सदहत दशमलव अींक प्रणाली का आपवष्कार भारत में तनम्नसलखखत में से
ककस राजवींश के दौरान हुआ था?
A. चोल
B. पाल
C. िप्ु ता
D. शक
उत्तर. C
स्पष्र्ीकरण: िप्ु त साम्राज्य के दौरान िखणत, खिोल पवज्ञान, पवज्ञान, िमट और दशटन के िेत्र में
भारतीयों की उल्लेखनीय उपलक्ब्ियों के कारण चौथी और छठी शताब्दी आम यि
ु के बीच की अवगि
को भारत के स्वणट यि
ु के रूप में जाना जाता है । इस अवगि के दौरान भारत में शन्
ू य की अविारणा
सदहत दशमलव अींक प्रणाली का आपवष्कार ककया िया था। िप्ु तों के नेतत्ृ व में बनाई िई शाींतत और
समद्
ृ गि ने भारत में वैज्ञातनक और कलात्मक प्रयासों को आिे बढाने में सिम बनाया। भारत में
शन्
ू य की िखणतीय अविारणा लिभि डेढ हजार साल पहले उभरी थी।
A. कुमारिप्ु त प्रथम
B. घर्ोत्कच
C. चींििप्ु त प्रथम
D. श्रीिप्ु त
उत्तर. D
स्पष्र्ीकरण: श्री िप्ु त िप्ु त वींश का प्रथम शासक था. उन्होंने 240 ईस्वी से 280 ईस्वी तक शासन
ककया। प्रभावती िप्ु त (चींि िप्ु त द्पवतीय की पत्र
ु ी) के पन
ू ा ताींबे के सशलालेख में श्री िप्ु त को िप्ु त
वींश के अगिराज के रूप में वखणटत ककया िया है । उनके शासनकाल के दौरान, उत्तरी या मध्य बींिाल
का दहस्सा िप्ु तों का घर रहा होिा।
76. सच
ू ी I को सच
ू ी II से सम
ु ेसलत करें और नीचे ददए िए कूर् से सही उत्तर का चयन करें :
सच
ू ी I सच
ू ी II
(सशलालेख) (शासक)
a. हाथीिम्
ु फा सशलालेख 1. चोल शासक
c. जूनािढ सशलालेख 3. सि
ुीं
कोड:
a b c d
A. 4 3 2 1
B. 3 2 4 1
C. 2 3 4 1
D. 3 4 1 2
उत्तर. A
स्पष्र्ीकरण: हाथीिम्
ु फा सशलालेख खारवेल से सींबगीं ित है . यह उडीसा िेत्र में उसके शासन का वणटन
करता है । अयोध्या सशलालेख शि
ींु वींश से सींबगीं ित है । उत्तरमेरुर सशलालेख, चोल शासकों के समय में ,
ग्राम स्तर पर स्थानीय सरकार के कामकाज का पववरण दे ता है । जूनािढ सशलालेख रुिदामन से
सींबगीं ित है ।
77. असभकथन (A): िप्ु त प्रशासन के दौरान, उपररकस प्राींतों के प्रशासन के प्रभारी अगिकारी थे।
C. A सच है लेककन R िलत है ।
उत्तर. B
स्पष्र्ीकरण: िप्ु त काल के दौरान, परू े साम्राज्य को दे स, या राष्र, या भक्ु तत में पवभाक्जत ककया िया
था। भक्ु ततयों का शासन उपररकों द्वारा ककया जाता था, क्जन्हें सीिे राजा द्वारा तनयत
ु त ककया जाता
था। भक्ु तत प्राींत थे। एक अन्य प्रमख
ु उच्च अगिकारी पस्
ु तपाल (ररकॉडट कीपर) थे। ककसी भी लेनदे न
को ररकॉडट करने से पहले पछ
ू ताछ करना उसका कतटव्य था।
C. A सच है लेककन R िलत है ।
उत्तर. B
स्पष्र्ीकरण: समि
ु िप्ु त का इलाहाबाद स्तींभ सशलालेख शाही िप्ु तों के राजनीततक इततहास के
अध्ययन के सलए महत्वपण
ू ट असभलेखीय स्रोतों में से एक है । यह उत्कृष्र् सींस्कृत में एक लघक
ु था के
रूप में सलखा िया है । इसे शैिखणक मींडल में इलाहाबाद प्रशक्स्त के नाम से जाना जाता है । यह
उत्कृष्र् सींस्कृत में है , क्जसे कपव और मींत्री, हररषेण द्वारा अगिक पररष्कृत िप्ु त सलपप (ब्राह्मी का
एक बाद का सींस्करण) में सलखा िया है । यह सशलालेख समि
ु िप्ु त की स्ततु त करने वाला एक
गचत्रमय सशलालेख है और दक्षिण में उनके असभयानों सदहत उनके शासनकाल की राजनीततक और
सैन्य उपलक्ब्ियों को सच
ू ीबद्ि करता है ।
1. मौयट प्रशासन की तल
ु ना में िप्ु त प्रशासन बहुत अगिक पवकेंिीकृत था।
3. सींगिपवग्रदहका यद्
ु ि और शाींतत मींत्री थे, और बाहरी सींबि
ीं ों से तनपर्ते थे।
A. केवल 1 और 3
B. केवल 2 और 3
C. केवल 3 3
D. 1, 2 और 3
उत्तर. A
80. िप्ु त काल के दौरान कृपष सींरचना के बारे में तनम्नसलखखत कथनों पर पवचार करें :
1. उत्सपाल नामक एक अगिकारी क्जले में सभी भसू म लेनदे न का असभलेख (ररकॉडट) रखता था।
A. केवल 1 और 2
B. केवल 1 और 3
C. केवल 2 और 3
D. 1, 2 और 3
उत्तर. B
स्पष्र्ीकरण: पहाडपरु ताम्रपत्र सशलालेख इींगित करता है कक राजा भसू म का एकमात्र मासलक था। यहाीं
तक कक जब उन्होंने भसू म अनद
ु ान ददया, तब भी उन्होंने इस पर अपना पवशेषागिकार सरु क्षित रखा।
जैसा कक पहाडपरु ताम्रपत्र में कहा िया है , उस्तापाल नामक एक अगिकारी ने क्जले में सभी भसू म
लेनदे न का ररकॉडट रखा और ग्राम लेखाकार ने िाींव में भसू म के ररकॉडट को सींरक्षित ककया। िप्ु त काल
के दौरान, भसू म को तनम्नानस
ु ार विीकृत ककया िया था:
A. भनीक
B. रपव कीततट
C. बाणभट्र्
D. पवष्णु शमाट
उत्तर. C
स्पष्र्ीकरण: बाणभट्र् राजा हषटविटन के दरबारी कपव थे। सींस्कृत कपव बाणभट्र् द्वारा सलखी िई
उनकी जीवनी हषटचररत ("हषट के कमट"), थानेसर के साथ उनके जुडाव का वणटन करती है , इसके
अलावा रिा दीवार, एक खाई और दो मींक्जला िवलािह
ृ (सफेद हवेली) के साथ महल का उल्लेख
करती है ।
A. वल्लभी और प्रयाि
B. थानेचवर और वल्लभी
C. प्रयाि और थानेचवरी
D. कन्नौज और प्रयाि
उत्तर. D
स्पष्र्ीकरण: वषट 643 ई. में , हषट ने िींिा नदी के तर् पर कन्नौज में अपनी राजिानी में एक महान
िासमटक सभा की। सभा का उद्दे चय बद्
ु ि की सशिाओीं को उजािर करना था। उस अवसर पर, हषट भी
चीनी कानन
ू के मास्र्र ह्वेन त्साींि का सम्मान करना चाहते थे। कन्नौज पविानसभा के बाद उसी
वषट प्रयाि में एक और शानदार सभा हुई। जबकक कन्नौज पविानसभा महाज्ञानवाद को उजािर करने
के सलए एक िासमटक सभा थी, प्रयाि पविानसभा सभी विों के लोिों को शाही दान दे ने के सलए
सावटभौसमक चररत्र की एक सभा थी। इसे महा मोि पररषद के नाम से जाना जाता था। प्रयाि
पविानसभा में हषट एक उदार सम्रार् और अपने दे श के सभी प्रमख
ु िमों के प्रशींसक के रूप में अपने
सवटश्रेष्ठ प्रदशटन में थे।
83. अपनी जीत के कारण भारत का नेपोसलयन ककसे कहा जाता था?
A. स्कींदिप्ु त
B. चींििप्ु त
C. ब्रह्मिप्ु त:
D. समि
ु िप्ु त
उत्तर. D
84. तनम्नसलखखत में से ककस पष्ु यभतू त शासक ने परमभट्र्रक महाराजागिराज की उपागि िारण
की?
A. हषटविटन
B. भट्र्ारक
C. शशाींक
D. प्रभाकरविटन
उत्तर. D
स्पष्र्ीकरण: थानेचवर (ददल्ली के उत्तर में ) पष्ु यभतू त की राजिानी थी. प्रभाकरविटन वींश का सबसे
महत्वपण
ू ट शासक था क्जसने परमभट्र्रक महाराजागिराज की उपागि िारण की थी। मौखररयों के
साथ उनका पववाह सम्बन्ि था। पववाह िठबींिन ने दोनों साम्राज्यों को मजबत
ू ककया। हषटविटन इसी
कुल के थे।
A. पप्रयदसशटका
B. नािानींद
C. हषटचररत
D. रत्नावली
उत्तर. C
86. सच
ू ी I को सच
ू ी II से सम
ु ेसलत कीक्जए और नीचे ददए िए कूर् से सही उत्तर का चयन कीक्जए:
सच
ू ी I सच
ू ी II
b. वह
ृ दे चवर 2. घड
ु सवार सेना का मखु खया
कोड:
a b c d
A. 1 3 2 4
B. 4 2 3 1
C. 2 3 1 4
D. 3 4 1 2
उत्तर. B
बालागिकृत कमाींडर
आयत
ु त सािारण अगिकारी
वह
ृ दे चवर घड
ु सवार सेना के प्रमख
ु
दत
ू राजस्थरुया पवदे श मींत्री
87. असभकथन (A): मिुबन और सोनपत सशलालेख हषट के कालिम को ररकॉडट करते हैं।
C. A सच है लेककन R िलत है ।
उत्तर. B
88. असभकथन (A): अपभ्रींश कपव, स्वयींभू प्रततहारों के दरबार में रहते थे।
कारण (R): सींस्कृत कपव और नार्ककार राजशेखर मदहपाल के दरबार में रहते थे।
C. A सच है लेककन R िलत है ।
उत्तर. D
स्पष्र्ीकरण: राजशेखर, भोज के पोते मदहपाल के दरबार में रहते थे। महान अपभ्रींश कपव, स्वयींभू
और उनके पत्र
ु , राष्रकूर्ों के दरबार में रहते थे।
3. सी-यू-की के अनस
ु ार हषट के राजस्व को चार भािों में बाींर्ा िया था।
A. केवल 1 और 2
B. केवल 1 और 3
C. केवल 2 और 3
D. उपरोतत सभी
उत्तर. B
स्पष्र्ीकरण: हषटविटन के शासन के दौरान, कन्नौज को जीत सलया िया और थानेचवर के साथ समला
ददया िया। हषटविटन ने िौडा साम्राज्य के शशाींक पर हमला ककया और बींिाल, ब्रबहार और ओडडशा के
िेत्रों पर अपना तनयींत्रण स्थापपत ककया और कामरूप (असम) के भास्करवमटन से समत्रता की। िज
ु रात
में वल्लभी राजा ध्रुवभट्र् भी हार िए थे और हषट की बेर्ी का ध्रुवभट्र् से पववाह करके उनके साथ
एक समझौता ककया िया था। उन्होंने उत्तरापथनाथ या उत्तरपथपतत (उत्तर के भिवान) की उपागियााँ
ग्रहण कीीं। दक्षिण की ओर बढते हुए, हषटविटन ने मलावा के िेत्रों पर पवजय प्राप्त की और नमटदा को
पार करने के बाद वह नमटदा के यद्
ु ि में पल
ु केसशन द्पवतीय से हार िया।
A. केवल 1 और 2
B. केवल 2 और 3
C. केवल 1 और 3
D. 1, 2 और 3
उत्तर. C
स्पष्र्ीकरण: हषट ने एक सदहष्णु िासमटक नीतत का पालन ककया. अपने प्रारीं सभक वषों में एक शैव, वह
िीरे -िीरे बौद्ि िमट का एक महान सींरिक बन िया। एक िमटतनष्ठ बौद्ि के रूप में , उन्होंने
महायान के ससद्िाींतों को व्यापक रूप से प्रचाररत करने के सलए कन्नौज में एक भव्य सभा बल
ु ाई।
बाणभट्र् हमें अपनी पस्
ु तक हषटचररत में अपने सींरिक के प्रारीं सभक वषों का एक पववरण दे ता है । हषट
को न केवल उनके सींरिण और अगििम (learning) के सलए याद ककया जाता है , बक्ल्क तीन नार्कों
पप्रयदसशटका, रत्नावली और नािानींद के लेखन के सलए भी याद ककया जाता है ।
91. प्रारीं सभक मध्यकालीन भारत के तनम्नसलखखत शासक वींश में से कौन खुद को सात्यकक (Satyaki)
का वींशज कहता था?
A. पाल
B. राष्रकूर्
C. चोल
D. पवजयनिर
उत्तर. B
स्पष्र्ीकरण: राष्रकूर् छठी और दसवीीं शताब्दी के बीच भारतीय उपमहाद्वीप के बडे दहस्से पर शासन
करने वाला एक शाही राजवींश था। सबसे पहले ज्ञात राष्रकूर् सशलालेख, मध्य या पक्चचम भारत के
एक शहर, मनापरु ा से उनके शासन का पववरण दे ने वाला सातवीीं शताब्दी का ताम्रपत्र अनद
ु ान है ।
राष्रकूर् स्वयीं को सात्यकक का वींशज कहते थे। राष्रकूर् शक्तत के सींस्थापक दीं तीवमाट या दीं ततदि
ु ट थे
जो चालत
ु य राजा पल
ु केसशन द्पवतीय के समकालीन थे।
92. तनम्नसलखखत में से ककस राजवींश ने खजुराहो के मींददरों का तनमाटण करवाया था?
A. चींदेल
B. चाहमान
C. परमार
D. तोमर
उत्तर. A
A. चालत
ु य राजवींश
B. चोल राजवींश
C. राष्रकूर् राजवींश
D. पाल राजवींश
उत्तर. C
स्पष्र्ीकरण: एलोरा में कैलाश (सशव) का प्रससद्ि शैलकततटत मींददर राष्रकूर् राजा कृष्ण प्रथम द्वारा
बनाया िया था। कृष्ण प्रथम ने 757 में अींततम बादामी चालत
ु य शासक कीततटवमटन द्पवतीय को
हराकर बढते राष्रकूर् साम्राज्य का प्रभार सींभाला था। यह 807 के सम्रार् िोपवींदा III का ताम्रपत्र
अनद
ु ान और बडौदा से िज
ु रात राष्रकूर् सम्रार् करका का ताम्रपत्र अनद
ु ान से जाना जाता है ।
94. तनम्नसलखखत में से कौन सा यात्री पाल साम्राज्य को रूहमा के रूप में सींदसभटत करता है ?
A. ब्रत्रब्रबिम
B. सल
ु ेमान
C. सभ
ु ाति
ींु ा
D. अकालवषट
उत्तर. B
स्पष्र्ीकरण: सल
ु ेमान या सल
ु ेमान अल-ताजीर 9वीीं शताब्दी के फारसी मक्ु स्लम व्यापारी, यात्री और
लेखक थे। वह पाल साम्राज्य को 'रुहमा' कहता है और उनकी सैन्य शक्तत को प्रमाखणत करता है ।
A. काकोर्
B. उत्पल
C. लोहार
D. सेन
उत्तर. D
स्पष्र्ीकरण: कचमीर पर तीन राजवींशों का शासन था- काकोर्, उत्पल और लोहार। लसलताददत्य
प्रारीं सभक मध्ययि
ु ीन भारत के दौरान कचमीर का सबसे प्रससद्ि शासक था। बींिाल पर सेन वींश का
शासन था। भारतीय उपमहाद्वीप पर प्रारीं सभक मध्ययि
ु ीन काल के दौरान सेन साम्राज्य एक दहींद ू
राजवींश था, क्जसने 11वीीं और 12वीीं शताब्दी तक बींिाल पर शासन ककया था।
96. सच
ू ी I को सच
ू ी II से सम
ु ेसलत कीक्जए और नीचे ददए िए कूर् से सही उत्तर का चयन कीक्जए:
सच
ू ी I सच
ू ी II
कोड:
a b c d
A. 4 3 2 1
B. 3 2 4 1
C. 2 3 4 1
D. 3 4 1 2
उत्तर. B
C. A सच है लेककन R िलत है ।
उत्तर. B
स्पष्र्ीकरण: बहमनी सल्तनत दक्षिण भारत में दतकन (deccan) का एक फारसी मक्ु स्लम साम्राज्य
था। यह दतकन का पहला स्वतींत्र मक्ु स्लम राज्य था, और पवजयनिर के अपने दहींद ू प्रततद्वींद्पवयों के
साथ अपने सतत यद्
ु िों के सलए जाना जाता था। बहमनी साम्राज्य की स्थापना 1347 में अलाउद्दीन
हसन ने की थी। अपने राज्यासभषेक के बाद, उन्होंने अलाउद्दीन हसन बहमन शाह (1347-58) की
उपागि िारण की, इस उपागि से ही राज्य को बहमनी साम्राज्य कहा िया। 1347 और 1425 के
बीच बहमनी राजिानी अहसानाबाद (िल
ु बिाट) थी, जब इसे मह
ु म्मदाबाद (बीदर) में स्थानाींतररत कर
ददया िया था।
कारण (R): तक
ु ों ने 'राहत' में सि
ु ार ककया क्जससे ससींचाई के सलए िहरे कुओीं से पानी तनकालने का
काम आसान हो िया।
C. A सच है लेककन R िलत है ।
उत्तर. B
स्पष्र्ीकरण: परु ाने समय में ससींचाई की राहत प्रणाली का उपयोि बैलों का उपयोि करके कुएीं से
पानी प्राप्त करने के तरीके के रूप में ककया जाता था जो मख्
ु य रूप से उपमहाद्वीप में उपयोि ककया
जाता था। कुएीं से पानी तनकालने के सलए बैलों, भैंसों या िायों द्वारा पदहया घम
ु ाया जाता है और
कफर फसलों पर फैला ददया जाता है । एक बेहतर मोर्ाटर की शरू
ु आत ने तक
ु ों को मेहराब और िब
ुीं द के
आिार पर शानदार इमारतों को खडा करने में सिम बनाया।
A. 2 केवल
B. केवल 2 और 3
C. 1 और 2 केवल
D. 1, 2 और 3
उत्तर. A
स्पष्र्ीकरण: मध्यकालीन भारत की अवगि के दौरान, भारतीय व्यापाररयों को सींघों में सींिदठत ककया
िया था, उनमें से सबसे प्रससद्ि मखणग्रामम और नानादे शी थे, जो प्रारीं सभक काल से सकिय थे।
चोलों के पतन के बाद, कल्याणी के चालत
ु यों और होयसलों के अिीन मींददर तनमाटण कायट जारी रहा।
िारवाड क्जले और होयसल की राजिानी हलेब्रबड में बडी सींख्या में मींददर थे। इनमें से सबसे भव्य
होयसलेचवर मींददर है । यह चालत
ु य शैली का सवोत्तम उदाहरण है । कई लोकपप्रय सींत, क्जन्हें नयनार
और आलवार कहा जाता है , जो िमशः सशव और पवष्णु के भतत थे, 6वीीं और 9वीीं शताब्दी के बीच
तसमल राज्यों में फले-फूले।
1. चालत
ु य राजा पल
ु केसशन द्पवतीय ने हषट को पराक्जत ककया था और उसे दतकन की ओर अपने
राज्य का पवस्तार करने की अनम
ु तत नहीीं दी थी।
3. राजराजा और राजेंि प्रथम ने पवसभन्न स्थानों पर कई सशव और पवष्णु मींददरों का तनमाटण करके
अपनी जीत को गचक्ह्नत ककया।
A. केवल 1, 2 और 3
B. केवल 2 और 4
C. केवल 1 और 3
D. 1, 2, 3 और 4
उत्तर. A
स्पष्र्ीकरण: चोल साम्राज्य का सींस्थापक पवजयालय था, जो पहले पल्लवों का सामींत था। उसने 850
ईस्वी में तींजौर पर कब्जा कर सलया। 9वीीं शताब्दी के अींत तक, चोलों ने काींची (तोंडईमींडलम) के
दोनों पल्लवों को हरा ददया और पाींड्यों को कमजोर कर ददया, क्जससे दक्षिणी तसमल दे श अपने
तनयींत्रण में आ िया। राजराजा और राजेंि प्रथम ने पवसभन्न स्थानों पर कई सशव और पवष्णु मींददरों
का तनमाटण करके अपनी जीत को गचक्ह्नत ककया। इनमें से सबसे प्रससद्ि तींजौर में बह
ृ दीचवर मींददर
था, जो 1010 में परू ा हुआ था। राजेंि प्रथम के शासनकाल में सबसे उल्लेखनीय कारनामों में से एक
कसलींि से बींिाल तक माचट था, क्जसमें चोल सेनाओीं ने िींिा नदी को पार ककया और दो स्थानीय
राजा को हराया। यह असभयान, क्जसका नेतत्ृ व एक चोल सेनापतत ने ककया था, 1022 में हुआ और
उसी मािट का उल्र्ा चल रहा था, क्जसका महान पवजेता समि
ु िप्ु त ने अनस
ु रण ककया था। इस
अवसर को मनाने के सलए, राजेंि प्रथम ने िींिईकोंडाचोला (िींिा पर पवजय प्राप्त करने वाले चोल)
की उपागि िारण की। उन्होंने कावेरी नदी के मह
ु ाने के पास एक नई राजिानी का तनमाटण ककया और
इसे िींिईकोंडाचोलपरु म (िींिा पर पवजय प्राप्त करने वाले चोल का शहर) कहा।
दिल्ली िल्िनि
A. अमीर खुसरो
D. ख्वाजा मोइनद्
ु दीन गचचती
उत्तर. A
A. कुतब
ु द्
ु दीन ऐबक
B. शमसद्
ु दीन इल्तत
ु समश
C. ताजुद्दीन यलदौजी
उत्तर. D
A. घल्ला बख्शी
B. घोरी
C. मसाहत
D. ककस्मत-ए-घल्ला
उत्तर. C
स्पष्र्ीकरण: ददल्ली सल्तनत काल में भसू म की माप के सलए मसाहत शब्द का प्रयोि ककया जाता
था। अलाउद्दीन खखलजी और मोहम्मद ब्रबन ति
ु लक जैसे शासकों ने साम्राज्य के राजस्व को
अगिकतम और सव्ु यवक्स्थत करने के िम में माप द्वारा भ-ू राजस्व के आकलन की एक प्रणाली
बनाने के सलए इसका उपयोि ककया।
A. जीतल
B. डोिनी
C. र्ीं का
D. दाम
उत्तर. D
A. कुतब
ु द्
ु दीन ऐबक
B. रक्जया सल्
ु तान
C. नसीरुद्दीन महमद
ू
D. इल्तत
ु समश
उत्तर. D
स्पष्र्ीकरण: इल्तत
ु समश जो ददल्ली के िल
ु ाम वींश के तीसरे शासक थे, ने 40 वफादार िल
ु ाम अमीरों
का एक दल िदठत ककया, क्जन्हें तक
ु ाटन-ए-चहलिानी के नाम से जाना जाता है । यह तक
ु ी कुलीन विट
का चयतनत तनकाय था क्जसे बाद में बलबन ने नष्र् कर ददया था। ये तक
ु ी रईस सल्तनत के
प्रशासन में सल्
ु तान को सलाह और मदद करते थे।
106. तनम्नसलखखत में से कौन ददल्ली के ससींहासन पर बैठने वाला एकमात्र दहींद ू िमांतररत था?
A. अलाउद्दीन खखलजी
B. जलाउद्दीन खखलजी
C. मब
ु ारक शाह
D. खस
ु रो शाह
उत्तर. D
स्पष्र्ीकरण: खुसरो खान 1320 में लिभि दो महीनों के सलए ददल्ली के सल्
ु तान थे। वह बाराडू दहींद ू
सैन्य कबीले से सींबगीं ित थे, और 1305 में अलाउद्दीन खखलजी की मालवा पर पवजय के दौरान
ददल्ली की सेना ने उन्हें पकड सलया था। नसीरुद्दीन खुसरो शाह ददल्ली सल्तनत के प्रमख
ु बनने
वाले एकमात्र पररवततटत भारतीय मस
ु लमान थे। वह अलाउद्दीन खखलजी की सेना में एक सेनापतत था
और उसने अलाउद्दीन के उत्तरागिकारी मब
ु ारक शाह खखलजी की हत्या कर दी और बहुत कम समय
के सलए ददल्ली का सल्
ु तान बना।
A. खुकफया अगिकारी
B. राजस्व अगिकारी
C. िप्ु त जासस
ू
उत्तर. C
B. कानन
ू और व्यवस्था बनाए रखना
उत्तर. A
A. ियासद्
ु दीन ति
ु लक
B. कफरोज शाह ति
ु लक
C. अलाउद्दीन खखलजी
D. मो. ब्रबन ति
ु लक
उत्तर. C
A. ियासद्
ु दीन बलबन
B. कुतब
ु द्
ु दीन ऐबक
C. शम्सद्
ु दीन इल्तत
ु समश
D. अलाउद्दीन खखलजी
उत्तर. C
स्पष्र्ीकरण: र्ीं का एक चााँदी का ससतका था। र्ीं का 48 जीतल के बराबर था। शशिनी एक चाींदी का
ससतका था जो 6 जीतल के बराबर होता था। जीतल ताींबे का ससतका था। इल्तत
ु समश ने ददल्ली
सल्तनत के दो ससतकों चाींदी का र्ीं का और ताम्बे का जीतल को पेश ककया। इल्तत
ु समश भारत में
"शद्
ु ि अरबी ससतका" पेश करने वाले पहले व्यक्तत थे। बिदाद के खलीफा से ददल्ली के सींप्रभु
सल्
ु तान का एक अलींकरण प्राप्त करने के बाद ससतकों को "माइर्ी सल्
ु तान, एम्पायर ऑफ द एम्पायर
एींड द फेथ, कानतवेस्र्-लादे न, इल-तत
ु समश" के साथ उकेरा िया था। इल्तत
ु समश द्वारा जारी चाींदी
का र्ीं का 175 ग्रेन का था। बाद में बलबन ने उसी वजन का सोने का र्ीं का जारी ककया था।
111. शेर शाह के प्राींतीय प्रशासन के सींदभट में , "सशकदार" तनम्नसलखखत में से ककसके सलए क्जम्मेदार
था?
A. कानन
ू और व्यवस्था, और सामान्य प्रशासन
C. िासमटक सींस्कार
उत्तर. A
स्पष्र्ीकरण: कई िाींवों में एक परिना शासमल था। परिना सशकदार के अिीन था, जो कानन
ू और
व्यवस्था और सामान्य प्रशासन की दे खभाल करता था। मसुीं सफ या आसमल भ-ू राजस्व के सींग्रह की
दे खभाल करते थे। खाते फारसी और स्थानीय भाषा (दहींदवी) दोनों में बनाए िए थे। परिने के ऊपर
सशकदार-ए-सशकदारन या फौजदार और एक मसींु सफ-ए-मन्
ु सीफान के अिीन सशक या सरकार थी। ऐसा
लिता है कक इन अगिकाररयों के केवल पद ही नए थे, तयोंकक परिना और सरकार दोनों ही पहले के
काल में भी प्रशासन की इकाइयााँ थीीं।
A. मोहम्मद ति
ु लक
B. रक्जया सल्
ु तान
C. कुतब
ु द्
ु दीन मब
ु ारक शाह खखलजी
D. ससकींदर लोदी
उत्तर. D
113. सच
ू ी I को सच
ू ी II से सम
ु ेसलत कीक्जए और नीचे ददए िए कूर् से सही उत्तर का चयन कीक्जए:
सच
ू ी I सच
ू ी II
b. दीवान-ए-मस्
ु तखराज 2. बकाया पवभाि
d. दीवान-ए-बींदिान 4. िल
ु ामों का पवभाि
कोड:
a b c d
A. 4 3 2 1
B. 3 2 1 4
C. 2 3 4 1
D. 3 4 1 2
उत्तर. B
स्पष्र्ीकरण:
C. A सच है लेककन R िलत है ।
उत्तर. B
C. A सच है लेककन R िलत है ।
उत्तर. B
स्पष्र्ीकरण: िज
ु रात राज्य के वास्तपवक सींस्थापक मज
ु फ्फर शाह के पोते अहमद शाह प्रथम (1411–
43) थे। अपने लींबे शासनकाल के दौरान, वे कुलीनता को तनयींत्रण में लाया, प्रशासन को व्यवक्स्थत
ककया, और राज्य का पवस्तार और समेककत ककया। उन्होंने राजिानी को पार्न से नए शहर
अहमदाबाद में स्थानाींतररत कर ददया, क्जसकी नीींव उन्होंने 1413 में रखी थी। अहमदाबाद में जामा
मक्स्जद और तीन दरवाजा उनके समय की वास्तक
ु ला की शैली के बेहतरीन उदाहरण हैं।
C. A सच है लेककन R िलत है ।
उत्तर. C
117. 'सल्तनत काल के आगथटक जीवन' के बारे में तनम्नसलखखत कथनों पर पवचार करें :
1. िज
ु रात में कैम्बे सोने और चाींदी के काम के सलए प्रससद्ि थे।
A. केवल 1
B. केवल 2 और 3
C. उपरोतत सभी
उत्तर. C
A. केवल 1
B. केवल 2 और 3
C. केवल 1 और 3
D. 1, 2 और 3
उत्तर. D
119. बलबन के बारे में तनम्नसलखखत में से कौन से कथन सही हैं?
2. इस बात पर जोर दे ने के सलए कक रईस उसके बराबर नहीीं थे, उसने ससजादा और पाइबोस के
समारोहों पर जोर ददया।
3. उन्होंने महत्वपण
ू ट सरकारी पदों के सलए ऐसे ककसी भी व्यक्तत पर पवचार करने से इींकार कर ददया
जो एक कुलीन पररवार से नहीीं था।
A. केवल 1, 2 और 4 4
B. केवल 2, 3 और 4
C. केवल 1 और 3
D. 1, 2, 3 और 4
उत्तर. D
स्पष्र्ीकरण: बलबन ने लिातार राजशाही की प्रततष्ठा और शक्तत को बढाने की कोसशश की, तयोंकक
उसे पवचवास था कक उसके सामने आने वाले आींतररक और बाहरी खतरों का सामना करने का यही
एकमात्र तरीका है । उन्होंने ससजादा और पाइबोस (साष्र्ाींि प्रणाम और सम्रार् के पैर चुींबन) के चलन
पर जोर ददया। बलबन ने सैन्य पवभाि (दीवान-ए-अजट) का पन
ु िटठन ककया। उन्होंने महत्वपण
ू ट
सरकारी पदों के सलए ककसी भी व्यक्तत पर पवचार करने से इींकार कर ददया जो एक कुलीन पररवार
से सींबगीं ित नहीीं था। इसका वस्तत
ु ः अथट भारतीय मस
ु लमानों को सत्ता और अगिकार के सभी पदों से
बदहष्कृत करना था। बलबन अींतत: चहलिानी, यानी तक
ु ी रईसों की शक्तत को तोडने और राजशाही
की शक्तत और प्रततष्ठा को बढाने के सलए दृढ था।
A. केवल 1 और 3
B. केवल 1 और 2
C. केवल 2 और 3
D. 1, 2 और 3
उत्तर. D
121. बहमनी साम्राज्य के दौरान, अफाककस, क्जन्हें ग़रीब भी कहा जाता था, थे
B. नवािींतक
ु जो पवदे शी थे।
D. वे जो रे ड यतू नयनों या गिल्डों का नेतत्ृ व करते थे और बैंकरों और पवत्तपोषकों के रूप में कायट
करते थे।
उत्तर. B
स्पष्र्ीकरण: बहमनी साम्राज्य के सामने सबसे कदठन समस्याओीं में से एक रईसों के बीच सींघषट था।
रईसों को लींबे समय से स्थापपत दतकतनयों और नवािींतक
ु ों में पवभाक्जत ककया िया था जो पवदे शी थे
(अफाककयों, क्जन्हें ग़रीब भी कहा जाता है )। इराक और ईरान के नवािींतक
ु ों को ग़रीबदु दयार या
अफाककस कहा जाता था क्जसका अथट महानिरीय था और हबासशयों के साथ उत्तर के मल
ू प्रवाससयों
को दतकन या दक्षिणी कहा जाता था। इन दो समह
ू ों ने कुलीन विट का िठन ककया।
122. कुछ इततहासकार कृष्णदे व राय को पवजयनिर के सभी शासकों में सबसे महान मानते हैं।
कृष्ण दे व राय तनम्नसलखखत में से ककस राजवींश से सींबगीं ित थे?
A. चालत
ु य वींश
B. चोल वींश
C. सींिम वींश
D. तल
ु व
ु ा राजवींश
उत्तर. D
123. असभकथन (A): कफरोज शाह बहमनी ने खिोल पवज्ञान की खोज को प्रोत्सादहत ककया और
दौलताबाद के पास एक वेिशाला का तनमाटण ककया।
C. A सच है लेककन R िलत है ।
उत्तर. B
स्पष्र्ीकरण: कफरोज शाह बहमनी िासमटक पवज्ञान, यानी कुरान, न्यायशास्त्र, आदद पर दर्प्पखणयों से
अच्छी तरह से पररगचत थे, और पवशेष रूप से वनस्पतत पवज्ञान, ज्यासमतत, तकट, आदद जैसे प्राकृततक
पवज्ञानों के शौकीन थे। वह एक अच्छे सल
ु ेखक और एक कपव थे, और अतसर अततशयोक्ततपण
ू ट छीं दों
की रचना करते थे। फररचता (यात्री) के अनस
ु ार, वह न केवल फारसी, अरबी और तक
ु ी में , बक्ल्क
तेलि
ु ,ु कन्नड और मराठी में भी पारीं ित था। कफरोज शाह बहमनी द्वारा उठाया िया सबसे
उल्लेखनीय कदम प्रशासन में दहींदओ
ु ीं को बडे पैमाने पर शासमल करना था। उसने अपने राज्य के
प्रमख
ु बींदरिाहों, चौल और दाभोल पर बहुत ध्यान ददया, जो फारस की खाडी और लाल सािर से
व्यापाररक जहाजों को आकपषटत करते थे, और दतु नया के सभी दहस्सों से पवलाससता के सामान लाते
थे।
124. तनम्नसलखखत में से ककस पवदे शी यात्री ने पवजयनिर साम्राज्य का दौरा ककया?
1. डोसमींिो पेस
2. डुआर्े बारबोसा
A. केवल 1 और 2
B. केवल 2 और 3
C. 1 केवल
D. 1, 2 और 3
उत्तर. D
125. पवजयनिर साम्राज्य के पतन के कारणों के सींदभट में , तनम्नसलखखत कथनों पर पवचार कीक्जएः
1. सेना प्रमख
ु ों में पविोह था।
2. कृष्णदे व राय की मत्ृ यु के बाद, उनके ररचतेदारों के बीच उत्तरागिकार के सलए सींघषट चल रहा था,
तयोंकक उनके सभी बेर्े नाबासलि थे।
3. मि
ु लों द्वारा आिमण।
A. केवल 1 और 2
B. केवल 2 और 3
C. केवल 1 और 3
D. 1, 2 और 3
उत्तर. A
स्पष्र्ीकरण: कृष्णदे व की मत्ृ यु (1530) के बाद, उनके सींबगीं ियों के बीच उत्तरागिकार के सलए सींघषट
चल रहा था, तयोंकक उनके सभी पत्र
ु नाबासलि थे। उसके उत्तरागिकारी पविोही नायक या सेना प्रमख
ु ों
से परे शान थे। 1542 तक, केंि पर तनयींत्रण एक अन्य शासक वींश में स्थानाींतररत हो िया था, जो
कक अरापवद ु का था, जो 17वीीं शताब्दी के अींत तक सत्ता में रहा। इस अवगि के दौरान, वास्तव में
पहले की तरह, पवजयनिर के शासकों के साथ-साथ दतकन सल्तनत के शासकों की सैन्य
महत्वाकाींिाओीं के पररणामस्वरूप सींरेखण में बदलाव आया। आखखरकार इसने पवजयनिर के खखलाफ
सल्तनत के िठबींिन का नेतत्ृ व ककया। उस ततगथ तक मि
ु लों ने दक्षिण में अपने साम्राज्य का
पवस्तार नहीीं ककया था।
र्ुगल िाम्राज्य
A. जहााँदर शाह
B. मअ
ु ज्जम
C. अकबर
D. फारुखससयरी
उत्तर. B
127. तनम्नसलखखत मि
ु ल बादशाहों में से कौन सैय्यद बींिुओीं के पतन का कारण बना?
A. बहादरु शाह-I
B. रफी-उद-दौलाह
C. शाहजहााँ-II
D. मह
ु म्मद शाह
उत्तर. D
व्यवस्था की। 1720 में फतेहपरु सीकरी में सैयद हुसैन अली खान की हत्या कर दी िई थी, और
सैयद हसन अली खान बरहा को 1722 में घातक रूप से जहर ददया िया था।
A. आसफ खान
C. काजी खान
D. र्ोडर मल
उत्तर. B
स्पष्र्ीकरण: हल्दीघार्ी की लडाई 18 जून 1576 को मेवाड के राणा, महाराणा प्रताप का समथटन
करने वाले घड
ु सवारों और िनि
ु ाटररयों के बीच लडी िई लडाई थी और मि
ु ल सम्रार् अकबर की सेनाएीं
क्जनका नेतत्ृ व अींबर के मान ससींह प्रथम ने ककया था। महाराणा प्रताप ने वीरता से यद्
ु ि लडा,
लेककन मि
ु ल सेना से हार िए।
A. बाबर
B. हुमायूाँ
C. अकबर
D. जहाींिीर
उत्तर. B
स्पष्र्ीकरण: मि
ु ल वींश के सींस्थापक बाबर के लोददयों को हराने के बाद, शेर शाह सरू ी ने ब्रबहार और
बींिाल के अफिान राज्यों पर तनयींत्रण प्राप्त कर सलया और चौसा (1539) और कन्नौज (1540) में
मि
ु ल सम्रार् हुमायूाँ को हराया। शेर शाह ने परू े उत्तर भारत पर पाींच साल तक शासन ककया, मालवा
पर कब्जा कर सलया और राजपत
ू ों को हराया। चौसा की लडाई मि
ु ल सम्रार् हुमायूीं और अफिान शेर
शाह सरू ी के बीच एक उल्लेखनीय यद्
ु ि था। यह 26 जून 1539 को भारत के आितु नक ब्रबहार में
बतसर से 10 मील दक्षिण-पक्चचम में चौसा में लडा िया था। हुमायूाँ अपनी जान बचाने के सलए यद्
ु ि
के मैदान से भाि तनकला। शेर शाह पवजयी हुआ और उसने खद
ु को फरीद अल-दीन शरू शाह का
ताज पहनाया।
130. मि
ु ल काल में कृपष भसू म के रक्जस्र्रों का रखरखाव ककसके द्वारा ककया जाता था?
A. कोतवाली
B. कानन
ू िो
C. अमीन
D. िोररक
उत्तर. B
स्पष्र्ीकरण: पण
ू ट शक्तत का आनींद लेते हुए, मि
ु ल साम्राज्य का सम्रार् हमेशा केंिीय प्रशासतनक
अगिकारी था। पवसभन्न मामलों से जड
ु े लेनदे न के सच
ु ारू सींचालन के सलए पवसभन्न सरकारी पवभािों
में कई अगिकाररयों को तनयत
ु त ककया िया था। कानन
ू िो परिने के पर्वाररयों का मखु खया था और
फसलों, राजस्व माींिों, वास्तपवक भि
ु तान, बकाया आदद का ररकॉडट रखता था।
131. बल
ु द
ीं दरवाजा, अकबर द्वारा फतेहपरु सीकरी में अपनी ककस पर जीत के उपलक्ष्य में बनवाया
िया था?
A. बरारी
B. मेवाड
C. िज
ु रात
D. बींिाल
उत्तर. C
स्पष्र्ीकरण: बल
ु द
ीं दरवाजा, या "जीत का द्वार", मि
ु ल सम्रार् अकबर द्वारा िज
ु रात पर अपनी जीत
के उपलक्ष्य में 1575 ईस्वी में बनाया िया था। यह फतेहपरु सीकरी में जामा मक्स्जद का मख्
ु य
A. िरु
ु नानक ससींह जी
B. िरु
ु िोब्रबींद ससींह जी
C. िरु
ु अजटन ससींह जी
D. िरु
ु तेि बहादरु ससींह जी
उत्तर. C
उत्तर. A
स्पष्र्ीकरण: कलानौर को बादशाह के रूप में अकबर की घोषणा के स्थान के रूप में जाना जाता है ।
पींजाब के कलानौर में , 13 वषीय अकबर को बैरम खान द्वारा एक नवतनसमटत मींच पर पवराजमान
ककया िया था। उन्हें शहीं शाह ("राजाओीं के राजा" के सलए फारसी शब्द) घोपषत ककया िया था। बैरम
खााँ ने उसकी ओर से तब तक शासन ककया जब तक वह बडा नहीीं हुआ।
A. िान की फसल
B. नकद फसल
C. मोर्े फसल
उत्तर. B
स्पष्र्ीकरण: इसका अथट है उत्तम फसलें। यह नकदी फसलों को सींदसभटत करता है । चूींकक वे दे श में
आय लाते थे, मि
ु ल शासकों ने ककसानों को नकदी फसलों के सलए प्रोत्सादहत ककया। सबसे महत्वपण
ू ट
क्जन्स-ए-कासमल कपास और िन्ना थे। मध्य भारत और दतकन के उच्चभसू म में कपास की खेती की
जाती थी। बींिाल िन्ने के सलए प्रससद्ि था। सरसों की तरह दलहन और ततलहन को भी नकदी
फसल माना जाता था। यह दशाटता है कक दे श में खाद्य फसलों और नकदी फसलों का समश्रण था।
A. िरमत
B. समि
ु ढ
C. दे वराय
D. खानआ
ु
उत्तर. B
स्पष्र्ीकरण: समि
ु ढ की लडाई, जींि-ए-समि
ु ढ, ससतींबर 1657 में सम्रार् की िींभीर बीमारी से मत्ृ यु के
बाद मि
ु ल सम्रार् शाहजहाीं के पत्र
ु ों के बीच उत्तरागिकार के मि
ु ल यद्
ु ि के दौरान ससींहासन के सलए
सींघषट में एक तनणाटयक लडाई थी। उत्तरागिकार का यद्
ु ि औरीं िजेब की जीत के साथ समाप्त हुआ।
A. महानींदा पाींडे
B. लाल कलावींती
C. बाज बहादरु
D. रामतनु पाींडे
उत्तर. D
137. ककस मि
ु ल शासक ने अपने शाींततपण
ू ट व्यक्ततत्व और िैयट के सलए इींसान-ए-कासमल (परफेतर्
मैन) की उपागि अक्जटत की?
A. शाहजहााँ
B. हुमायूाँ
C. जहाींिीर
D. अकबर
उत्तर. B
स्पष्र्ीकरण: मि
ु ल सम्रार् के शासक हुमायूीं ने इींसान-ए-कासमल (परफेतर् मैन) की उपागि प्राप्त की।
उनके शाींततपण
ू ट व्यक्ततत्व, िैयट और भाषण के िैर-उत्तेजक तरीकों ने उन्हें मि
ु लों के बीच 'इींसान-ए-
कासमल' ('परफेतर् मैन') की उपागि दी। वह बाबर का पत्र
ु और अकबर का पपता था।
A. मनसब
B. जातत
C. जािीर
D. जब्ती
उत्तर. C
139. सच
ू ी I को सच
ू ी II के साथ सम
ु ेसलत करें और नीचे ददए िए कूर् से सही उत्तर का चयन करें :
सच
ू ी I सच
ू ी II
(महत्वपण
ू ट पवभाि) (कायट)
b. दीवान-ए-रसलातमह
ु ताससब 2. सरकारी पत्रों का सींरिक
कोड:
a b c d
A. 4 3 2 1
B. 3 2 4 1
C. 2 3 4 1
D. 3 4 1 2
उत्तर. A
स्पष्र्ीकरण:
महत्वपण
ू ट पवभाि कायट
दीवान-ए-रसलातमह
ु ताससब पवदे श मामलों का पवभाि
140. सच
ू ी I को सच
ू ी II से सम
ु ेसलत करें और नीचे ददए िए कूर् से सही उत्तर का चयन करें :
सच
ू ी I सच
ू ी II
(मि
ु ल सैतनक) (प्रकार)
d. अहदीस 4. बींदक
ू िारी
कोड:
a b c d
A. 1 2 4 3
B. 3 2 4 1
C. 2 3 4 1
D. 3 4 1 2
उत्तर. A
कारण (R): यह सदहष्णुता का पवचार था क्जसने अपने िेत्र में पवसभन्न िमों के लोिों के बीच
भेदभाव नहीीं ककया। यह नैततकता की एक प्रणाली पर केंदित था जो सावटभौसमक रूप से लािू थी।
C. A सच है लेककन R िलत है ।
उत्तर. B
स्पष्र्ीकरण: अकबर ने सल
ु ह-ए-कुल या "सावटभौसमक शाींतत" की नीतत का पालन ककया। यह
सदहष्णुता का पवचार था क्जसने अपने िेत्र में पवसभन्न िमों के लोिों के बीच भेदभाव नहीीं ककया।
इसके बजाय, इसने नैततकता की एक प्रणाली पर ध्यान केंदित ककया - ईमानदारी, न्याय, शाींतत - जो
सावटभौसमक रूप से लािू थी। अबल
ु फजल ने सल
ु ह-ए-कुल के इस पवचार के इदट-गिदट शासन की दृक्ष्र्
तैयार करने में अकबर की मदद की। इसका उपयोि जहााँिीर और शाहजहााँ ने भी ककया था।
C. A सच है लेककन R िलत है ।
उत्तर. B
स्पष्र्ीकरण: काबल
ु और कींिार ने हमेशा भारत में आिमण के सलए मींचन स्थल के रूप में काम
ककया था। बाबर के आिमन ने काबल
ु और कींिार को उत्तर भारत के साम्राज्य का असभन्न अींि बना
ददया। बाबर और उसके उत्तरागिकाररयों ने बाहरी आिमण से भारत की सरु िा को मजबत
ू ककया, जो
पपछले 200 वषों से लिातार जारी था।
C. A सच है लेककन R िलत है ।
उत्तर. B
स्पष्र्ीकरण: समकालीन लोिों के सलए, अलाउद्दीन के बाजारों को तनयींब्रत्रत करने के उपाय दतु नया के
महान आचचयों में से एक थे। गचत्तौड असभयान से लौर्ने के बाद, अलाउद्दीन ने अनाज, चीनी और
खाना पकाने के तेल से लेकर सई
ु तक, और महीं िे आयाततत कपडे से लेकर घोडों, मवेसशयों और दास
लडकों लडककयााँ तक सभी वस्तओ
ु ीं की लाित तय करने की माींि की। इस उद्दे चय के सलए, उन्होंने
C. A सच है लेककन R िलत है ।
उत्तर. B
145. असभकथन (A): शाहजहााँ की कैद के ददनों में उसकी पसींदीदा बेर्ी जहााँआरा ने प्यार से उसकी
दे खभाल की थी।
कारण (R): औरीं िजेब के शासन के दौरान उनके फरमानों का सींग्रह 'जवाब्रबत-ए-आलमगिरी' नामक
कृतत में एकत्र ककया िया था।
C. A सच है लेककन R िलत है ।
उत्तर. B
स्पष्र्ीकरण: जहााँआरा बेिम ददल्ली के प्रससद्ि चाींदनी चौक की लेखखका, कवतयत्री, गचत्रकार और
वास्तक
ु ार थीीं। सम्रार् शाहजहााँ और उनकी पसींदीदा पत्नी, मम
ु ताज महल की सबसे बडी सींतान,
जहााँआरा का जन्म 1614 में अजमेर में हुआ था। औरीं िजेब ने अींततः दारा सशकोह को मार डाला
और आिरा ककले के मथ
ु म्मन बज
ु ट (जैस्मीन र्ॉवर) में एक बीमार शाहजहााँ को नजरबींद कर ददया।
अपने पपता के प्रतत वफादार, जहााँआरा ने अपने आकषटक व्यापार और पवलाससतापण
ू ट जीवन शैली को
को छोड ददया। अपने तनवाटसन में शाहजहााँ के साथ एक तनरीं तर उपक्स्थतत, उसने आठ साल तक
उसकी दे खभाल की, जब तक कक उसने 1666 में अींततम साींस नहीीं ली। औरीं िजेब के फरमानों का
एक सींग्रह जवाब्रबत-ए-आलमगिरी के नाम से जाना जाता था। एक रूदढवादी मस
ु लमान होने के साथ-
साथ औरीं िजेब एक शासक भी था।
146. अकबर की िासमटक नीतत के बारे में तनम्नसलखखत कथनों पर पवचार करें :
1. महजर ने उलेमाओीं की शक्तत पर अींकुश लिाने के सलए उनके द्वारा प्रख्यापपत ककया था।
A. केवल 1 और 2
बी केवल 2 और 3
C. केवल 1 और 3
D. 1, 2 और 3
उत्तर. D
147. सफ
ू ी आींदोलन के बारे में तनम्नसलखखत कथनों पर पवचार करें :
2. क्जयारत का तात्पयट सफ
ू ी सींतों की कब्रों की तीथटयात्रा से है ।
3. वहदत-उल-वज
ु द
ु सफ
ू ीवाद का एक मौसलक ससद्िाींत है , जो अक्स्तत्व की एकता में पवचवास करता
है ।
A. केवल 1 और 2
बी केवल 2 और 3
C. केवल 1 और 3
D. 1, 2 और 3
उत्तर. D
A. 2 केवल
B. केवल 1 और 3
C. 1 और 2 केवल
D. 1, 2 और 3
उत्तर. A
का ददन तनिाटररत ककया िया था। दीिाओीं को जहाीं तक सींभव हो माींस से परहे ज करना था, कम से
कम उनके जन्म के महीने में , उनके जन्मददन पर शानदार दावत और सभिा दे नी चादहए। दीिा के
अलावा कोई पपवत्र ग्रींथ या ग्रींथ नहीीं थे, कोई परु ोदहत विट नहीीं था, कोई पज
ू ा स्थल या अनष्ु ठान
और समारोह नहीीं थे। अकबर ने न तो बल प्रयोि ककया और न ही सशष्यों या मरु ीदों के नामाींकन के
सलए िन का प्रयोि ककया िया।
149. भारत की पवजय के सलए बाबर को प्रेररत करने वाले कारकों के बारे में तनम्नसलखखत कथनों पर
पवचार करें :
1. मध्य एसशया के अनगिनत आिमणकाररयों की तरह, बाबर अपनी शानदार सींपपत्त के लालच में
भारत की ओर आकपषटत हुआ।
2. बाबर काबल
ु पर एक उज़्बेक हमले से आशींककत था और भारत को शरण का अच्छा स्थान मानता
था।
3. काबल
ु की अल्प आय ने बाबर को भारत पर पवजय प्राप्त करने के सलए मजबरू ककया।
A. केवल 1
B. केवल 1 और 2
C. केवल 2 और 3
D. उपरोतत सभी
उत्तर. D
स्पष्र्ीकरण: बाबर मि
ु ल साम्राज्य का सींस्थापक और भारतीय उपमहाद्वीप में मि
ु ल वींश का पहला
सम्रार् (1526-1530) था। वह िमशः अपने पपता और माता के माध्यम से तैमरू और चींिेज खान के
वींशज थे। उन्हें कफरदौस मकानी ('स्विट में तनवास') का मरणोपराींत नाम भी ददया िया था। भारत की
पवजय के सलए बाबर को प्रेररत करने वाले कारकों में से प्रमख
ु तनम्नसलखखत हैं :
150. मि
ु ल सम्रार् जहाींदार शाह के शासनकाल के बारे में तनम्नसलखखत कथनों पर पवचार करें :
3. मारवाड के अजीत ससींह को महाराजा की उपागि से सम्मातनत ककया िया और उन्हें मालवा का
राज्यपाल तनयत
ु त ककया िया।
A. केवल 1
B. केवल 1 और 2
C. केवल 2 और 3
D. उपरोतत सभी
उत्तर. A