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Sabhapti मु झे विशिष्ठ अधिकार भं ग की सूचनाएं सदन की नियमावली के नियम २३९ के

आधे प्राप्त हुई है , पहली श्री अमर जै न सदस्य  द्वारा शिक्षादिकारी ,बिहार के
विरुध्द व श्रीमती ऋषिका वर्मा द्वारा चिकित्सा अधिकारी  , छत्तीसगढ़
के विरुध्द .........| मे ने उक्त सोचनाओ को सदन की नियमावली के नियम १६९ के
आधीन परीक्षणों उपरांत जाँच अनु संधान एव प्रतिवे दन हे तु विशिष्ठ अधिकार
समिति को सोंप दिया है |
Sabhapati सु शर् ी अनन्य जी के माध्यम से नियमावली के नियम २६७ (क) के आधीन
शु न्य कल की सु चना पढें गी |
Ananya
SABHAPATI महिला एवं बल विकास  मं तर् ी श्री श्रेयषी जी अपना उत्तर दें गी .
SHREYASHI माननीय अध्यक्ष महोदय मैं सदन के पटल के माध्यम से माननीय विपक्ष को
बताना चाहती हं ू कि ऐसा कहना सर्वथा अनु चित होगा कि भारत की सं वैधानिक
व्यवस्था में नारियों को शामिल करने में सरकार सक्षम नहीं है । हमारी सरकार
प्रारं भ से ही लिं ग के आधार पर भे दभाव के सर्वथा विपक्ष में रही है । अगर ऐसा
नहीं होता तो सदन के प्रमु ख के आदरणीय के पद पर एक महिला आसीन नहीं
होती। अरे हमने तो वित्त से ले कर रक्षा विभाग तक महिलाओं के हाथ में दे कर
नारी शक्ति में अपने विश्वास को जनता के समक्ष साबित किया है । हमारी
चु नावी मे निफेस्टो का प्रमु ख मु द्दा जनसा जनता से था कि हम लिं ग न्याय की
पूर्णतया स्थापित करें गे और हमने उस दिशा में प्रयत्न काफी मु स्तै दी से शु रू कर
दिया है एवं परिणाम आपके सामने हैं आप दे ख सकते हैं कि सदन में उपस्थित
सदस्यों में बहुमत हमारी नारी शक्ति का ही है
SABHAPATI श्री दिशा मिश्रा जी अपना प्रश्न वित्त मं तर् ी से पोछेंगी 
DISHA MISHRA माननीय अध्यक्ष महोदय जी, मु झे इस बात पर जरा भी सं देह नहीं है कि इस
सरकार ने महं गाई सं तुलित करने हे तु व भ्रष्टाचार पर लगान लगाने के लिए
विगत वषोँ मे ठोस कदम उठाए और उन्होंने इस कार्य मे अपना एड़ी चोंटी का
जोर भी लगाया. Demonetisation इसका एक प्रत्याश उदाहरण है . ऐसे
अने क उदाहरण है जै से MSME के वो वादे , जनता की जे बों मे 3 3 लाख रुपये
जाने के वो वादे जो निरर्थक साबित हुए. Demonetization जिसके द्वारा
भ्रष्टाचार को नियं त्रित करने का आश्वासन दिया गया था उसका परिणाम
विपरित ही पाया गया. भ्रष्टाचार को प्रत्याश और अप्रत्यक्ष रूप से कानूनी
स्वीकृति दे दी गई और inflation की हालत बत्त से बदत्तर दिखाई दे रही है .
महँ गाई आसमान छू रही है एवं नागरिकों की मूल-भूत आवश्यकताओं पर कर
लगाए जा रहे हैं I जो इतिहास का पहला प्रकरण माना जा सकता है I वह
दिन दरू नहीं जब हम भी श्री लं का जै से दे शों की श्रेणी में आऐंगे I मैं अपनी
सरकार से यह जानना चाहती हँ ू कि जब यह सारे निर्णय सरकार द्वारा ही लिए
गए थे , जिसमे जनता की सहमती सं गलित नहीं थी तो क्या यह प्रजातं तर् का
परिचय है या ??
SABHAPATI वित्त मं तर् ी श्री चारु जी ,आपको आपका जवाब दे ने की अनु मति है

SABHAPATI श्रीमान REHAN  जी अपना प्रश्न  रक्षा मं तर् ी से करें गे


REHAN
SABHAPATI माननीय रक्षा मं तर् ी जी आपको अपना जवाब दे ने की अनु मति है
MRAGANK

SABHAPATI माननीय सदसयगण ,विभिन्न मु द्दों पर माननीय सददयों से स्थगन प्रस्ताव


की सोचनाये प्राप्त हुई है | माननीय अध्यक्ष जी ने स्टे गन प्रस्ताव की किसी भी
सूचना की अनु मति प्रदान नहीं की है | 
द्वितीय चरण का प्रारं भ

SABHAPATI सांसद श्री प्रांजल साहू जी सभा अटल पर पात्र रखें गे |


PRANJAL , मैं `मैथिली भाषा में सीटीईटी परीक्षा` के बारे में श्री गोपाल ठाकुर, संसद सदस्य द्वारा
पूछे गए अतारांकित प्रश्न संख्या 905 के 7 फरवरी, 2022 को दिए गए उत्तर में शुद्धि
करने वाला वक्तव्य (हिन्दी तथा अंग्रेजी संस्करण) सभा पटल पर रखता हूं ।

SABHAPATI महासचिव महोदय अब राज्य सभा से आया सन्दे श पढ़ें गे |


SANIDHYA Title: Rajya Sabha agreed without any amendment to the
Chartered Accountants, the Cost and Works Accountants and
the Company Secretaries (Amendment) Bill, 2022 and the
Municipal Corporation of Delhi (Amendment) Bill, 2022, as
passed by the Lok Sabha.

SECRETARY GENERAL: Sir, I have to report the following


messages received from the Secretary General of Rajya
Sabha:-

1. “In accordance with the provisions of rule 127 of the


Rules of Procedure and Conduct of Business in the Rajya
Sabha, I am directed to inform the Lok Sabha that the Rajya
Sabha at its sitting held on the 5th April, 2022 agreed without
any amendment to the Chartered Accountants, the Cost and
Works Accountants and the Company Secretaries (Amendment)
Bill, 2022 which was passed by the Lok Sabha at its sitting held
on the 30th March, 2022.”

2. “In accordance with the provisions of rule 127 of the


Rules of Procedure and Conduct of Business in the Rajya
Sabha, I am directed to inform the Lok Sabha that the Rajya
Sabha at its sitting held on the 5th April, 2022 agreed without
any amendment to the Delhi Municipal Corporation
(Amendment) Bill, 2022 which was passed by the Lok Sabha at
its sitting held on the 30th March, 2022.”
SABHAPATI सं सद के विगत सत्रों में पारित विधे यकों में से दो विधे यकों को महामहिम
राष्ट् रपति जी एवं १८ विधे यकों को महामहीम राज्यपाल जी की अनु मति
प्राप्त हो गई है अनु मति प्राप्त विधे यकों के नाम दर्शाने वाले विवरण की
प्रतियो को वितरित कर दी गई है | इन विधे यकों के नाम कारवाही में मु द्रित
किये जायें गे |
KOSTUV माननीय श्री सभापति महोदय जी मैं ध्यानाकर्षण का प्रस्ताव के सदन के समक्ष रखना
चाहता हूं कृपया मुझे इसकी अनुमति प्रदान की जाए।
SABHAPATI माननीय सांसद श्री कौस्तव जी अपना ध्यानाकर्षण प्रस्ताव पढ़ें गे |
KOSTUV

माननीय _मैं सदन के माध्यम से सरकार का असम के बाढ़ पीड़ितों की तरफ sarkar का
ध्यान आकर्षित karna चाहता हूं |मैं सरकार से यह पूछना चाहता हूं कि कितना फर्क
पड़ता है | जम्मू या कश्मीर में आतंकवाद की घटना होती है या अरुणाचल प्रदे श में कोई
हलचल होती है तो हम पड़ोसियों को दोष दे ने लगते हैं| असम के बाढ़ को हम प्राकृतिक
आपदा का नाम लेकर सहानुभूति भर जता कर रह जाते हैं। मुंबई की बाढ़ पर या दिल्ली
में होने वाले ट्रै फिक जाम पर सारे टीवी चैनल 15 मिनट तक कार्यक्रम बना सकते हैं
लेकिन असम की बाढ़ से जन और धन की इतनी अधिक हानि होने के बाद भी सिर्फ 2
मिनट की औपचारिकता परू ी कर दी जाती है क्या वहां के लोग अपने आपको बाकी
हिंदस्
ु तानियों से अलग नहीं समझेंगे

आखिरी बात इस दे श के सिस्टम से जुड़ी है हम महाशक्ति बनने का सपना दे खते हैं


बड़ी-बड़ी बातें करते हैं लेकिन क्या फायदा हम अपने ही लोगों को बाढ़ से नहीं बचा पा रहे
हैं आखिर कब तक हम यह बात कहकर खत्म करते रहें गे कि तिब्बत से बहकर आने
वाली नदियों के कारण असम में बाढ़ आ जाती है | क्या किसी को फर्क पड़ता है

इंसान तिनका तिनका करके अपना आशियाना बनाता है और एक बार उसके उसका घर
छीन ले जाती है तो फिर उसके पास क्या बचेगा पता नहीं वह नेता लोग रात को कैसे सो
पाते हैं जो इस बारे में कुछ कर तो सकते हैं पर खाते नहीं आखिर क्यों हमें कितना फर्क
पड़ता है

दे श के एक हिस्से में जुलाई के माह में बाढ़ आई हुई थी लोग अपने जीवन जीने का संघर्ष
कर रहे थे और दस
ू रे हिस्से में पॉलिटिकल संकट गहराया था

दे श की जनता और सरकार किस विषय पर ध्यान दे रही थी

मैं ध्यानाकर्षण प्रस्ताव के माध्यम से सरकार का ध्यान आकर्षित करना चाहता हूं कि
क्या किसी को सच में कोई फर्क पड़ता है ?

SABHAPATI गह
ृ मंत्री विराट जी ध्यानाकर्षण प्रस्ताव का उत्तर दें गे |
VIRAT SHARMA माननीय अध्यक्ष जी माननीय मैं आपके माध्यम से अपने मित्र को और सदन
को यह सूचित करना चाहता हूं कि असम में तिब्बत से आने वाली नदियों से
हर वर्ष बाढ़ आती है और इससे जन और धन की हानि होती है ।

2 साल पहले असम में बाढ़ का प्रचंड रूप यह था कि नदी का पानी काजीरं गा
नेशनल पार्क में भी घुस गया था जिससे कई rhynos की मत्ृ यु हो गई और
बहुत पालतू पशुओं की मत्ृ यु से नुकसान हो गया।

हमारी सरकार इन सभी तथ्यों से अच्छी तरह परिचित है ।

मैं vipaksh से यह जानना चाहता हूं कि पिछले 60 सालों से जब आप लोग


सरकार चला रहे थे तब आप कुछ नहीं कर पाए हमारी सरकार ने अभी कुछ ही
समय में कई सारी उपलब्धियां इस विषय पर हाल हासिल की है

हमारी सरकार ने इस विषय पर निम्नलिखित अन्वेषण क्या है एवं एक रिपोर्ट


तैयार की है जिसके तहत असम बाढ़ पर काम किया जाना है |

● इसके लिए इसके लिए इसके लिए जो भी हमारे पड़ोसी दे शों से ब्रह्मपुत्र
नदी वह कर आती है उनके साथ मिलकर बांध बनाए जाने हे तु प्रस्ताव
रखे गए हैं जिससे कि बाढ़ पर नियंत्रण किया जा सके।

● माननीय महोदय असम के विभिन्न संसदीय क्षेत्रों के सांसदों ने अपने


अपने इलाके में Embankments बनाने का karya pura kar diya
hai jisse जिससे जिन इलाकों में अधिक जनसंख्या है वहां पर
नुकसान से जनसंख्या को बचाया जा सके एवं वाइल्डलाइफ को भी
सुरक्षित रखा जा सके

SABHAPATI निर्वाचित क्षैत्र क्रमांक १६७ झाँसी की सदस्य सुश्री सरगम जी की ओर से सदन
की नियमावली के नियम २७७ (1) के आधीन आवेदन प्राप्त हुआ है जिसमे
उन्होंने उनके परिवार में अकार्मिक निधन के कारण अवकाश हितु प्रार्थना पात्र
प्रस्तुत किया है वर्त्तमान सत्र की सभा में अनुपस्थित रहने की आज्ञा चाही है

क्या सदन की इच्छा है की निर्वाचित क्षैत्र की सदस्य सश्र


ु ी सरगम जी को इस
सत्र में अनप
ु स्थित रहने की आज्ञा दी जाये ?

SABHAPTI माननीय खनिज मंत्री शर सनी जी चन


ु ाव अधिनयम संसद विधेयक सदन में
प्रस्तत
ु कर सकते हैं |
SUNNY GUPTA अध्यक्ष महोदया मुझे खनीज सुरक्षा अधिनियम 2020 के पुनः स्थापना की अनुमति दी
जाए

SABHAPATI अब विधेयकों के खंडो पर विचार होगा प्रश्न यह है की खंड ४ सर १८ इस


विधेयक के अंग बने |

SABHAPTI Those who are in the favour of the bill say eyes

Those who are against the bill say nose

SABHAPATI The voice of eyes is up and voice of nose is down

SABHAPATI Hence , the bill is passed in the favour of eyes .

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