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पार नज़र के (वसंत) PDF
पार नज़र के (वसंत) PDF
क ठन श द के अथ
शद अथ
●नजर बचाकर - काम को ऐसे करना क सर को पता ना चले
●नजर दौड़ाना - दे खना
●मौका हाथ से फसलना- अवसर ना मल पाना
●खै रयत - कुशलता
●ला जमी - अ नवाय
●उ णता - गम
●अ म - असमथ
●मंशा - इ छा
●अ डग - एक थान पर थत
●सौरमंडल - सूय और उसक प र मा करने वाले ह
● बंध स म त - बंध करने वाली सभा/ कायका रणी
●एड म न े शन - शासन
●व - भाषण
●बरबस - अचानक
●यां क हाथ - यं क सहायता से काय करने वाला
●उ सुक - त पर
●नासा - नेशनल एरोनॉ ट स एंड पेस एड म न े शन (एक अमे रक सं था जो दे श
के सावज नक अंत र काय म व एरोनॉ ट स व एरो पेस संशोधन के लए ज मेदार है।)
ो र
कहानी से
1. छोटू का प रवार कहाँ रहता था ?
उ र-
छोटू का प रवार मंगल ह पर बने भू मगत घर म रहता था।
2.छोटू को सुरंग म जाने क इजाजत य नह थी? पाठ के आधार पर लखो।
उ र-
छोटू या कसी आम आदमी को सुरंग म जाने क इजाजत नह थी य क उस सुरंग से जमीन पर
जाने का रा ता था जहां आम आदमी का जाना मना था।
3.कं ोल म म जाकर छोटू ने या दे खा और वहाँ उसने या हरकत क ?
उ र-
कं ोल म म जाकर छोटू ने दे खा क सब लोग मंगल पर उतरे अंत र यान से परेशान थे। सब
लोग न पर दखाई दे रही यान क हरकत को यान से दे ख रहे थे परंतु छोटू का सारा यान
कॉ सोल पैनल पर था जसका लाल बटन उसे आक षत कर रहा था। अपनी इ छा को वह रोक
नह पाया और उसने बटन दबाने क हरकत कर द ।
4.इस कहानी के अनुसार मंगल ह पर कभी आम जन-जीवन था। वह सब न कैसे हो गया?इसे
लखो।
उ र-
मंगल ह पर जीवन सूरज म प रवतन आने क वजह से न हो गया। धीरे-धीरे वातावरण म
प रवतन होने लगा जससे ाकृ तक संतल ु न बगड़ गया। कृ त के बदले ए प का सामना वहाँ
के पशु-प ी, पेड़-पौधे अ य जीव नह कर पाए।
5. कहानी म अंत र यान को कसने भेजा था और य ?
उ र-
अंत र यान को नेशनल एअरोनॉ ट स एंड पेस एड म न े शन (नासा) ने मंगल क म के
व भ नमूने इक े करने के लए भेजा था ता क इस बात का पता चल सके क या मंगल ह पर
भी पृ वी क ही तरह जीव सृ का अ त व है।
उ र-
नंबर एक ने कहा क अंत र यानो के बेकार से कोई भला नह होने वाला, इससे हम जानकारी
ा त करना और भी क ठन हो जाएगा। उसके अनुसार यान जीव र हत ह इस लए इनसे उनके ह
को कोई खतरा नह है। नंबर दो ने भी नंबर एक का समथन करते ए कहा क यं बेकार कर दे ने
से सरे ह के लोग हमारे बारे म जान जाएंगे इस लए हम केवल अवलोकन करते रहना चा हए।
नंबर तीन ने अपने अ त व को छु पाए रखने के मह व पर जोर दे ते ए कहा क हम कुछ ऐसा
बंध करना चा हए ता क यान भेजने वाले को लगे क इस ह म कुछ खास नह है।
अनुमान और क पना
1.यह कहानी जमीन के अंदर क जदगी का पता दे ती है। जमीन के ऊपर मंगल ह पर सब कुछ
कैसा होगा, इसक क पना करो और लखो।
उ र
ज़मीन के ऊपर मंगल ह पर भी जन-जीवन सामा य नह होगा, न तो पेड़-पौधे ह गे ना कोई
नाला। मंगल ह पर जधर भी दे ख उधर ही पठारी भू म, रे ग तान और म के पहाड़ ह गे, वहाँ
कसी कार का जीवन नह होगा। ाणवायु क कमी होगी, सद ब त अ धक होगी। पानी क भी
क लत होने क संभावना है। इस कारण यं क सहायता से ही जीना संभव हो पाता होगा। जस
कार जमीन के अंदर मनु य व भ यं के सहारे रहता है उसी कार उसे वहाँ रहने के लए
व भ यं क सहायता लेनी पड़ेगी य क मंगल ह पर सूय क ऊजाश न होने के कारण
ाकृ तक संतुलन नह होगा। वहाँ सामा य आदमी नह रह सकता है।
2. मान लो क तुम छोटू हो और यह कहानी कसी को सुना रहे हो तो कैसे सुनाओगे। सोचो
और 'म' शैली म यह कहानी सुनाओ। भाषा क बात
उ र
मेरा घर ज़मीन के नीचे बनी कॉलोनी म है। म ज़मीन के ऊपर दे खना चाहता था। एक बार
अपने पापा का स यो रट पास लेकर चुपके रा ते से जाना चाहता था। पापा उसी रा ते से
त दन काम करने जाया करते थे। सुरंग से बने खाँचे म मने काड डाला और दरवाजा बंद हो
गया। यं म कुछ संदेहा पद हरकत ई और एक सरे यं ने मेरी त वीर ख च ली। तभी
स यो रट गाड आ गया और मुझे पकड़कर वापस मेरे घर छोड़ दया। फर पापा ने बताया क
मंगल ह पर कभी जमीन जैसा ही जीवन था, ले कन सूय म आए प रवतन के कारण ाकृ तक
संतलु न बगड़ गया।
अगले दन पापा ने कं यूटर पर एक ब दे खा जो क एक यान था। कुछ समय बाद यान जमीन
पर उतरा और उसम से एक यां क हाथ बाहर नकला। यह मेरे लए खास था। म पापा के
साथ था। सभी इस य को कं यूटर पर दे ख रहे थे। मेरा यान कॉ सोल पर लगे बटन पर था।
मने एक बटन दबा दया। अचानक यान के यां क हाथ ने काम करना बंद कर दया। पापा ने
मुझे थ पड़ मारा और उस बटन को पहले जैसा ही कर दया। वै ा नक ने पृ वी से भेजे इस
यान का रमोट से हाथ ठ क कर दया। अब वह जमीन क म खोद रहा था। इस म से
पृ वी के लोग अ ययन करके यह जानना चाहते थे क मंगल ह पर जीवन सृ है या नह ।
भाषा क बात
1.'वातालाप' श द वाता+आलाप के योग से बना है। यहाँ वाता के अंत का 'आ' और
'आलाप' के आरंभ का 'आ' मलने से जो प रवतन आ है, उसे सं ध कहते ह। नीचे लखे
कुछ श द म कन श द क सं ध है-
श ाचार ांज ल दनांक उ रांचल सूया त अ पाहार
उ र
श ाचार- श ा+आचार
ांज ल- ा+अंज ल
दनांक- दन+अंक
उ रांचल-उ र+आंचल
सूया त-सूय+अ त
अ पाहार-अ प+आहार