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् तथा वायु की गति में वृ दधि

1. (c) सतह क्षे तर् का बढ़ना, तापमान में वृ दधि ् से वाष्पीकरण की दर बढ़ती है ।
् ) से वाष्पीकरण की दर बढ़ती है ।
आर्द्रता में कमी (न कि वृ दधि

2. (c) कथन 1 सत्य है । कोशिका स्वयं में ही एक सं पर्ण


ू जीव हो सकती हैं । जै से अमीबा क्लै मिडोमोनास,
पै रामीशियम तथा बै क्टीरिया। इन सजीवों को एककोशिकीय जीव कहते हैं । बहुकोशिक जीवों में अने क
कोशिकाएं समाहित होकर विभिन्न कार्यों को सम्पन्न करने हे तु विभिन्न अं गों का निर्माण करती हैं । इसके कुछ
उदाहरण हैं - फजाई (कवक), पादप तथा जं तु।

कथन 2 सत्य है । प्रत्ये क बहुकोशिक जीव एक कोशिका से ही विकसित हुआ है । कोशिकाएं विभाजित होकर
अपनी ही जै सी कोशिकाएं बनाती हैं । इस प्रकार सभी कोशिकाएं अपनी पूर्ववर्ती कोशिकाओं से उत्पन्न होती
हैं ।

3. (d) प्रश्न में दिये गये सभी कथन सत्य हैं ।

माइटोकॉन्ड्रिया कोशिका का बिजलीघर है । जीवन के लिए आवश्यक विभिन्न रासायनिक क्रियाओं को करने
के लिए माइटोकॉन्ड्रिया एटीपी (ऐडिनोसिन ट् राइफॉस्फेट) के रूप में ऊर्जा प्रदान करते हैं । ATP कोशिका की
ऊर्जा है । शरीर नए रासायनिक यौगिकों को बनाने तथा यां त्रिक कार्य के लिए एटीपी में सं चित ऊर्जा का
उपयोग करता है । माइटोकॉन्ड्रिया में दोहरी झिल्ली होती है । बाहरी झिल्ली छिद्रित होती है । भीतरी झिल्ली
बहुत अधिक वलित होती है । वलय एटीपी-बनाने वाली रासायनिक क्रियाओं के लिए एक बड़ा क्षे तर् बनाते हैं ।

माइटोकॉन्ड्रिया बहुत अद्भुत अं गक है , क्योंकि इसमें उसका अपना डीएनए तथा राइबोसोम होते हैं । अतः
माइटोकॉन्ड्रिया अपना कुछ प्रोटीन स्वयं बनाते हैं ।

4. (c) पूर्ण आं तरिक परावर्तन के कारण रे गिस्तान में मरीचिका (Mirage) बनती है । हीरे का चमकना तथा कांच में
आई दरार का चमकना भी पूर्ण आं तरिक परावर्तन के उदाहरण हैं । पूर्ण आं तरिक परावर्तन के लिये निम्न दो शर्तों
का पूरा होना अनिवार्य है -

I. प्रकाश की किरण सघन माध्यम से विरल माध्यम जा रही है ।


II. आपतन कोण क् रां तिक कोण से बड़ा हो। पूर्ण आं तरिक परावर्तन में प्रकाश का अपवर्तन बिल्कुल होती
सम्पूर्ण आपतित प्रकाश परावर्तित हो जाता है । किसी पृ ष्ठ के जिस भाग से पूर्ण आं तरिक परावर्तन
होता है , वह चमकने लगता है ।

5. (b) गोलीय दर्पण दो प्रकार के होते हैं - (i) अवतल दर्पण (ii) उत्तल दर्पण

अवतल दर्पण का प्रयोग दांतों के डॉक्टर द्वारा किया जाता है । साथ ही ये दाढ़ी बनाने , गाड़ी की

हे डलाइट एवं सर्चलाइट में तथा सोलर कुकर में भी उपयोग किया जाता है ।

उत्तल दर्पण का उपयोग गाड़ी में चालक की सीट के पीछे का दृश्य दे खने के लिए किया जाता है ।
6. (c) दाब बढ़ाने पर ताप बढ़ जाता है । प्रेशर कुकर में अधिक दाब के कारण तापमान अधिक होता है । कुकर में
खाना कम समय में पकता है ।

7. (d) प्रश्न में दिये गये सभी कथन सत्य हैं । कोशिका भित्ति केवल पादपों पाई जाती है तथा से लुलोज की बनी
होती है । यह कोशिका को निश्चित आकृति एवं आकार बनाए रखने में सहायक होती है ।

8. (d) कथन 1 सत्य है । प्रोटिस्टा के अन्तर्गत एककोशिकीय यूकैरियोटिक जीव आते हैं । ये स्वपोषी और
विषमपोषी दोनों तरह के होते हैं । उदाहरणार्थ एककोशिकीय शै वाल, डाइएटम, प्रोटोजोआ इत्यादि ।

कथन 2 सत्य है । कवक विषमपोषी यूकैरियोटिक जीव हैं जो पोषण के लिए सड़े गले कार्बनिक पदार्थों पर निर्भर
रहते हैं , इसीलिए इन्हें मृ तजीवी कहा जाता है । उदाहरणार्थ, यीस्ट, मशरूम।

कथन 3 सत्य है । मोने रा के अन्तर्गत जीवाणु , नील-हरित शै वाल अथवा सायनोबै क्टीरिया, माइक् रोप्लाज्मा
आदि आते हैं । पोषण के स्तर पर ये स्वपोषी अथवा विषमपोषी दोनों हो सकते हैं । इन जीवों में न तो सं गठित
केंद्रक और कोशिकां ग होते हैं और न ही उनके शरीर बहुकोशिकीय होते हैं ।

9. (c) कथन 1 सत्य है । प्रत्ये क जाति के जीवधारियों में सभी कोशिकाओं के केंद्रक में गु णसूतर् की सं ख्या
मानव में 23 जोड़ा। केंद्रक द्रव्य में धागे नुमा पदार्थ जाल के रूप में बिखरा दिखलाई दे ता है , जिसे क् रोमै टिन
कहते हैं । यह प्रोटीन एवं DNA का बना होता है । कोशिका विभाजन के समय क् रोमै टिन सिकुड़कर अने क मोटे
व छोटे धागे के रूप में सं गठित हो जाते हैं । इन धागों को गु णसूतर् कहते हैं ।

ू री पीढ़ी तक लक्षणों को
कथन 2 सत्य है । गु णसूतर् ों पर बहुत से जीन स्थित होते हैं , जो एक पीढ़ी से दस
हस्तांतरित करते हैं और हमारे आनु वां शिक गु णों के लिए उत्तरदायी हैं ।

10. (b) कथन 1 असत्य है तथा कथन 2 सत्य है ।

स्त्री में गु णसूतर् का पूर्ण यु ग्म होता है तथा दोनों 'X' कहलाते हैं । ले किन पु रुष में यह जोड़ा परिपूर्ण जोड़ा नहीं
ू रा गु णसूतर् छोटा होता है जिसे 'Y' गु णसूतर्
होता, जिसमें गु णसूतर् सामान्य आकार का 'X' होता है तथा दस
कहते हैं । अतः स्त्रियों में 'XX' तथा पु रुष में 'XY' गु णसूतर् होते हैं ।

सभी बच्चे चाहे वह लड़का हो अथवा लड़की, अपनी माता से 'X' गु णसूतर् ही प्राप्त करते हैं । अतः बच्चों का
लिं ग निर्धारण इस बात पर निर्भर करता है कि उन्हें अपने पिता से किस प्रकार का गु णसूतर् प्राप्त हुआ है ।
जिस बच्चे को अपने पिता से 'x' गु णसूतर् वशानु गत होता है , वह लड़की (xx) एवं जिसे पिता से 'y' गु णसूतर्
वं शानु गत होता है वह लड़का (xy) होगा।

11. (c) से रीकल्चर - रे शम कीट पालन का अध्ययन


पिसीकल्चर - मत्स्य पालन का अध्ययन,

पोमोलॉजी - फलों का अध्ययन,

एण्टोमोलॉजी - कीटों का अध्ययन

12. (a) तत्वों का जीवद्रव्य निर्माण में उनकी प्रतिशतता के आधार पर क् रम-

1) ऑक्सीजन (76%),

2) कार्बन (10.5%),

3) हाइड्रोजन (10%),

4) नाइट् रोजन (2.5%)

13. (a) कथन 1 असत्य है । वर्षा के जल का pH मान जब 5.6 से कम हो जाता है तो वह अम्लीय वर्षा कहलाती
है । अम्लीय वर्षा का जल जब नदी में प्रवाहित होता है तो नदी के जल का pH मान कम

हो जाता है ।

कथन 2 सत्य है । अच्छी उपज के लिए पौधों को एक विशिष्ट pH परास की आवश्यकता होती है ।

14. (c) कथन 1 सत्य है । स्कैमजे ट इं जन हाइड्रोजन ईंधन का दहन करने के लिये वायु मण्डलीय ऑक्सीजन का
उपयोग करता है । स्कैमजे ट का अर्थ है पराध्वनिक दहन रै मजे ट । स्क् रमजे ट वायु ग्रहण करता है और दहन से
पहले ग्रहण की जाने वाली वायु को बलपूर्वक सं पीडित करने के लिए हाई स्पीड व्हीकल का उपयोग करता है ।

कथन 2 सत्य है । स्क् रै मजे ट का अर्थ है पराध्वनिक दहन रै मजे ट (Supersonic Combustion Ramjet) स्क् रै मजे ट
इं जन केवल पराध्वनिक गति पर ही दक्षतापूर्वक कार्य कर सकते हैं ।

15. (d) प्रश्न में दिये गये सभी कथन सत्य हैं ।

प्रकाश सं श्ले षण प्रक् रम में निम्नलिखित घटनाएं होती हैं -

1. क्लोरोफिल द्वारा प्रकाश ऊर्जा को अवशोषित करना।


2. प्रकाश ऊर्जा को रासायनिक ऊर्जा में रूपांतरित करना
3. जल अणु ओं का हाइड्रोजन तथा ऑक्सीजन में अपघटना
4. कार्बन डाइ ऑक्साइड का कार्बोहाइड्रेट में अपचयन।

16. (a) जाइलम ऊतक में जड़ों, तनों और पत्तियों की वाहिनिकाएँ तथा वाहिकाएँ आपस में जु ड़कर जल सं वहन
वाहिकाओं का एक सतत जाल बनाती है जो पादप के सभी भागों से सं बद्ध होता है । जल अनवरत गति से जड़
के जाइलम में जाता है और जल के स्तम्भ का निर्माण करता है जो लगातार ऊपर की ओर धकेला जाता है ।
17. (d) साइटोकाइनिन कोशिका विभाजन को प्रेरित करता है और इसलिए यह उन क्षे तर् ों में जहाँ कोशिका
विभाजन तीव्र होता है , विशे ष रूप से फलों और बीजों में अधिक सांदर् ता में पाया जाता है ।

18. (c) कथन 1 सत्य है । क्यू आर कोड की सहायता से 360° सभी दिशाओं में तीव्र गति से पढ़ा जा सकता है ।

क्यूआर कोड एक द्विआयामी, मशीन से पढे जाने योग्य बार कोड होता है जिसमें सफेद एवं काले वर्ग से बने बार
कोड होते हैं , यह कोड स्मार्टफोन के द्वारा पढ़ा जा सकता है ।

कथन 2 सत्य है । क्यूआर कोड में 7089 डिजिट सं गर् हित किये जा सकते हैं , जबकि पारं परिक बार कोड में
अधिकतम 20 डिजिट ही सं गर् हित किये जा सकते हैं ।

19. (a) कथन 1 सत्य है । रक्षा अध्ययन तथा विश्ले षण सं स्थान की स्थापना नवं बर, 1965 में रक्षा मं तर् ालय
द्वारा एक स्वायत्त थिं क टैं क के रूप में की गई थी।

कथन 2 असत्य है । परम्परागत रूप से दे श के रक्षामं तर् ी इस सं स्थान के अध्यक्ष होते हैं न कि प्रधानमं तर् ी।

20. (b) उपकरण ऊर्जा का रूपांतरण

1. माइक् रोफोन – ध्वनि ऊर्जा को विद्यु त ऊर्जा में


2. विद्यु त बल्ब - विद्यु त ऊर्जा को प्रकाश ऊर्जा में
3. डायने मो - यां त्रिक ऊर्जा को विद्यु त ऊर्जा में

21. (c) कथन 1 सत्य है । लाल रक्त कण (आरबीसी) में केंद्रक नहीं होता।

असत्य है । आरबीसी का निर्माण अस्थिमज्जा (Bone marrow) में होता है ।

कथन 3 सत्य है । इसमें हीमोग्लोबिन होता जिसके कारण रक्त का रं ग लाल होता है ।

कथन 4 सत्य है । आरबीसी का मु ख्य कार्य शरीर की हर कोशिका में ऑक्सीजन पहुँचाना तथा कार्बन
डाइऑक्साइड को वापस लाना है ।

22. (c) वसा या कार्बनिक घोलकों में घु लनशील विटामिन - विटामिन-A, विटामिन-D, विटामिन E एवं
विटामिन-K जल में घु लनशील विटामिन-विटामिन B एवं विटामिन C

23. (b) विटामिन कमी से होने वाले रोग

विटामिन A - रतौंधी

विटामिन C - स्कर्वी
विटामिन K - रक्त का थक्का न बनना

24. (b) कथन 1 सत्य है । वै सी तरं गें जिसके सं चरण के लिए किसी माध्यम की आवश्यकता नहीं होती है , अर्थात्
तरं गें निर्वात में भी सं चारित हो सकती हैं , उन्हें विद्यु त चु म्बकीय तरं गें कहते हैं । सभी विद्यु त चु म्बकीय तरं गें एक
ही चाल से चलती हैं जो प्रकाश की चाल के बराबर होती है ।

कथन 2 सत्य है । सभी विद्यु त चु म्बकीय तरं गें फोटॉन की बनी होती हैं ।

कथन 3 असत्य है । ध्वनि तरं गे विद्यु त चु म्बकीय तरं गें नहीं हैं ।

25. (b) कथन 1 सत्य है । माध्यम का ताप बढ़ाने पर ध्वनि की चाल बढ़ जाती है ।

कथन 2 असत्य है । नमीयु क्त वायु का घनत्व, शु ष्क वायु के घनत्व से कम होता है , अतः शु ष्क वायु की अपे क्षा
नमीयु क्त वायु में ध्वनि की चाल अधिक होती है ।

कथन 3 सत्य है । ध्वनि की चाल पर दाब का कोई प्रभाव नहीं पड़ता। अर्थात्-दाब घटाने या बढ़ाने पर ध्वनि की
चाल अपरिवर्तित रहती है ।

26. (b) कथन 1 असत्य है । कोशिका झिल्ली पादप एवं जं तु दोनों कोशिकाओं में उपस्थित होती है । कोशिका
ू री कोशिका
द्रव्य एवं केंद्रक कोशिका झिल्ली के अं दर परिबद्ध होते हैं । कोशिका झिल्ली एक कोशिका को दस
एवं घे रे हुए माध्यम से अलग करती है । कोशिका झिल्ली जिसे प्लाज्मा झिल्ली भी कहते हैं , सरं धर् होती है
तथा विभिन्न पदार्थों के आवागमन का नियमन करती है । कोशिका झिल्ली कोशिका को आकार प्रदान करती
है ।

कथन 2 सत्य है । कोशिका भित्ति केवल पादप कोशिका पायी जाती है । कोशिका झिल्ली को आबद्ध करने वाली
यह अतिरिक्त सं रचना पौधों की कोशिकाओं की सु रक्षा के लिए आवश्यक है ।

27. (c) लै म्प की बत्ती में केशिकत्व के कारण ते ल ऊपर चढ़ता है । केशनली (एक खोखली नली) में द्रव के ऊपर
चढ़ने की घटना को केशिकत्व कहते हैं ।

28.(c) गामा किरणें , पराबैं गनी किरणें , अवरक्त विकिरण तथा दृश्य विकिरण विद्यु त चु म्बकीय तरं गें हैं । कैथोड
किरणें तथा अल्फा किरणें विद्यु त चु म्बकीय नहीं हैं ।

29. (d) कथन 1 सत्य है । द्रव का आकार नहीं ले किन आयतन निश्चित होता है । जिस बर्तन में इन्हें रखा जाए,
ये उसी का आकार ले ले ते हैं । द्रवों में बहावहोता है , और इनका आकार बदलता है , इसीलिए ये दृढ़ नहीं ले किन
तरल होते हैं ।
कथन 2 सत्य है । ठोसों की अपे क्षा द्रवों में विसरण की दर अधिक होती है । ऐसा इसीलिए है क्योंकि द्रव
अवस्था में पदार्थ के कण स्वतं तर् रूप से गति करते हैं और ठोस की अपे क्षा द्रव के कणों में रिक्त स्थान भी
अधिक होता है ।

कथन 3 सत्य है । गै सीय अवस्था में कणों की गति अनियमित तथा अत्यधिक तीव्र होती है । कणों की ते ज गति
तथा अत्यधिक रिक्त स्थानों के कारण गै सों का अन्य गै सों में विसरण बहुत तीव्रता से होता है

30. (c) कथन 1 सत्य है । परमाणु का द्रव्यमान नाभिक में उपस्थित प्रोटॉन और न्यूट्रॉन के द्रव्यमान के योग
बराबर होता है ।

कथन 2 सत्य है । 1932 में जे . चै डविक ने एक और अवपरमाणु क कण को खोज निकाला, जो अनावे शित और
द्रव्यमान में प्रोटॉन के बराबर था। इसका नाम न्यूट्रॉन पड़ा।

ू में मिठास आ जाती है ।


31. (b) लै क्टोज की उपस्थिति के कारण दध

32. (a) कथन (A) और कारण (R) दोनों सत्य है तथा कारण कथन की सही व्याख्या करता है ।

अतः अभीष्ठ उत्तर (a) होगा।

33. (a) खाद्य घटक पाचन के उत्पाद

1. कार्बोहाइड्रेट् स - शर्क रा
2. प्रोटीन - अमीनो अम्ल
3. वसा - ग्लिसरॉल

34. (a) कथन 1 सत्य है । रासायनिक उर्वरकों का अत्यधिक उपयोग मृ दा को अम्लीय बना दे ता है । यदि मृ दा
् अच्छी नहीं होती।
अत्यधिक अम्लीय अथवा अत्यधिक क्षारीय हो, तो पादपों (पौधों) की वृ दधि

कथन 2 असत्य है । यदि मृ दा क्षारीय हो, तो इसमें जै व पदार्थ मिलाए जाते हैं । जै व पदार्थ मृ दा में अम्ल निर्मुक्त
करते हैं , जो उसकी क्षारीय प्रकृति को उदासीन कर दे ते हैं । अत्यधिक अम्लीय मृ दा में बिना बु झा हुआ चूना
(कैल्शियम ऑक्साइड) अथवा बु झा हुआ चूना (कैल्शियम हाइड्रॉक्साइड) जै से क्षारकों को मिलाया जाता है ।

35. (c) लोहे में जं ग लगने की प्रक्रिया को निम्नलिखित समीकरण द्वारा व्यक्त किया जा सकता है -

लोहा (Fe) + ऑक्सीजन (02, वायु से ) + जल (H2O) ® जं ग (आयरन ऑक्साइड, Fe203)

जं ग लगने के लिए ऑक्सीजन और जल (अथवा जलवाष्प) की उपस्थिति अनिवार्य है ।


36. (c) कथन 1 असत्य है । ऊष्मा उच्च ताप के पिण्ड से निम्न ताप के पिण्ड की ओर स्थानांतरित होती है । एक
ू री वस्तु में ऊष्मा तीन प्रक् रमों द्वारा से स्थानांतरित हो सकती है । ये हैं - चालन, सं वहन तथा
वस्तु से दस
विकिरण।

कथन 2 सत्य है । द्रव तथा गै स में ऊष्मा सं वहन द्वारा स्थानांतरित होती है । ठोसों में प्रायः ऊष्मा चालन द्वारा
स्थानांतरित होती है ।

कथन 3 सत्य है । विकिरण द्वारा ऊष्मा स्थानांतरण के लिए किसी माध्यम की आवश्यकता नहीं होती।

37. (a) अम्ल स्रोत

एसीटिक अम्ल - सिरका

फार्मिक अम्ल - चींटी का डं क

लै क्टिक अम्ल - दही

एस्कॉर्बिक अम्ल - आँ वला

38. (b) प्रकाश सं श्ले षण, भोजन का पाचन तथा लोहे में जं ग लगना रासायनिक परिवर्तन हैं ।

39. (a) उष्णकटिबं धीय क्षे तर् ों की जलवायु सामान्यतः गर्म होती है , क्योंकि ये क्षे तर् भूमध्यरे खा के आस-पास
स्थित होते हैं । इन क्षे तर् ों में प्रचु र मात्रा में वर्षा होती है ।

40. (c) पीतल मिश्र धातु है जो तांबा एवं जस्ता को मिलाकर बनाई जाती है ।

41. (b) अत्यधिक व्यायाम करने के बाद पे शियों में ऐंठन होती हैं , क्योंकि पे शियाँ अवायवीय रूप से श्वसन करने
लगती हैं । इस प्रक् रम में ग्लूकोस के आं शिक विखं डन से लै क्टिक अम्ल और कार्बन डाइऑक्साइड बनते हैं ।
लै क्टिक अम्ल का सं चयन पे शियों में ऐंठन उत्पन्न करता है ।

42. (d) कथन 1 सत्य है । श्वे त रक्त कोशिकाएँ (WBC) उन रोगाणु ओं को नष्ट करती हैं जो हमारे शरीर में

प्रवे श कर जाते हैं ।

कथन 2 सत्य है । रक्त का थक्का बन जाना पट्टिकाणु (प्ले टले ट्स) की उपस्थिति के कारण होता है ।

43. (b) पादप के विभिन्न भागों में भोजन का परिवहन फ्लोएम नामक सं वहन ऊतक के द्वारा होता है ।
44. (c) दं तक्षरण या दं तक्षय इनै मल तथा डें टीन के धीरे -धीरे कारण होता है ।

अतः कथन 1 सत्य है । जीवाणु शर्क रा पर क्रिया कर के अम्ल बनाते जिससे दं तक्षरण होने लगता है । अतः
कथन 2 भी सत्य है । अतः अभीष्ठ उत्तर (c) होगा।

45. (d) पत्तियाँ पादप की खाद्य फैक्ट्रियाँ हैं । पादपों में खाद्य पदार्थों का सं श्ले षण उनकी पत्तियों में होता है ।

पत्तियों की सतह में उपस्थित सूक्ष्म रं धर् ों द्वारा वायु में उपस्थित कार्बन डाइऑक्साइड प्रवे श करती है ।

46. (b) अमरबे ल में क्लोरोफिल नहीं होता। ये अपना भोजन उस पादप से प्राप्त करते हैं , जिस पर ये आरोहित
होते हैं । वह पादप परपोषी कहलाता है । क्योंकि अमरबे ल जै से पादप परपोषी को अमूल्य पोषकों से वचित करते
हैं , अतः इन्हें परजीवी कहते हैं ।

47. (c) डीआरडीओ द्वारा एकीकृत निर्देशित मिसाइल विकास कार्यक् रम के तहत विकसित मिसाइलें क् रमशः
अग्नि, आकाश, त्रिशूल, नाग और पृ थ्वी हैं ।

48. (a) शरीर कार्य

1. आमाशय - अम्ल का निर्मोचन


2. यकृत - पित्त रस का स्राव
3. छोटी आं त - पाचन का पूरा होना

49. (d) क्षारक का नाम स्रोत

कैल्शियम हाइड्रॉक्साइड - चूने का पानी

अमोनियम हाइड्रॉक्साइड - खिड़की के कांच

सोडियम हाइड्रॉक्साइड - साबु न

50. (c) कथन ! सत्य है । हमारे शरीर की प्रत्ये क कोशिका में एक अम्ल डी-ऑक्सीराइबोन्यूक्लिइक अम्ल
अथवा डीएनए होता है । यह शरीर के अने क व्यक्तिगत गु णों, जै से हमारे रं ग-रूप, आं खों के रं ग, ऊँचाई आदि
का निर्धारण करता है ।

कथन 2 सत्य है । सभी प्रोटीन, जो कि हमारी कोशिकाओं के भाग होते हैं , भी एमीनो अम्लों के बने होते हैं ।
हमारे शरीर में पाई जाने वाली वसा, वसा अम्ल होते हैं ।

51. (c) सूक्ष्मजीव पादपों और जं तुओं के मृ त शरीर को ह्यम


ू स में परिवर्तित करते हैं ।
52. (c) प्रश्न में दिया गया कथन 1, 2 और 3 पादप हार्मोन है जो सत्य है , जबकि कथन 4 और 5 मानवीय
हार्मोन है इसलिए कथन 4 और 5 असत्य है । अतः अभीष्ठ उत्तर (c) होगा।

53. (d) पु ष्प पादप में जनन अं ग होते हैं । किसी पु ष्प में केवल नर जनन अं ग अथवा मादा जनन अं ग या फिर
दोनों ही जनन अं ग हो सकते हैं ।

54. (c) शक्ति का मात्रक वाट है , शक्ति वह दर है , जिस पर कोई कार्य किया जाता है या ऊर्जा सं चरित होती है ।

कार्य (w) कार्य का मात्रक (जूल)


शक्ति (P) = –
समय (1) समय का मात्रक (से )

वाट को जूल/से केण्ड के नाम से जाना

55. (b) 1 नै नोमीटर = 10-7 से मी. जाता है ।

नै नोमीटर, लम्बाई मापन की इकाई है , जो कि 1.0 x 10-9 मी. के समतु ल्य है ।

1 नै नोमीटर = 1.0 x 10-9 मीटर ('.' 1 मीटर = 100 से मी.)

10-9 मीटर = 102 x 10-9 से मी.

= 10-9+2 = 10-7 से मी.

56. (d) त्वरण – किसी गतिमान वस्तु के वे ग में प्रति से केण्ड होने वाले परिवर्तन की दर, इसका मात्रक

वे ग परिवर्तन
त्वरण = = मीटर/से केण्ड ²
समयान्तराल

राशि मात्रक

बल – न्यूटन

कार्य – जूल

आवे ग – न्यूटन – से केण्ड


57. (d) प्रकाश वर्ष, समय नहीं, बल्कि दरू ी मापन की इकाई है ।

प्रकाश वर्ष वह दरू ी है , जो प्रकाश द्वारा निर्वात में एक वर्ष में तय की जाती है ।

1 प्रकाश वर्ष = 9.46 x 1015 मी.

58. (d) से ल्सियस ताप को मापने का मात्रक है । ताप को मापने के लिए केल्विन, फारे नहाइट, यूमर आदि
मात्रकों का भी प्रयोग किया जाता है ।

( C5 = F−32
9
=
5
= )
K −273 R
4

C = Celsius R = Reaumur

F = Fahrenheit K = Kelvin

59. (c) पाइरोमीटर या पूर्णविकिरण उत्तापमापी की सहायता से अत्यधिक उच्च तापों की माप की जाती है । यह
स्टीफेन के सिद्धान्त पर आधारित है ।

स्टीफन का नियम-

सन् 1879 में जोसफ स्टीफन ने ऊष्मा सं चरण या उत्सर्जन या अवशोषण पर कुछ प्रयोग किये , जिनके आधार
पर यह नियम है । इस नियम के अनु सार "किसी भी पृ ष्ठ द्वारा उत्सर्जित ऊष्मा ऊर्जा का मान, परम शून्य ताप के
चतु र्थ घात के समानु पाती होता है ।“

EαT4
इस तापमापी से 800°C से नीचे का ताप नहीं मापते ।

60. (d) SONAR – (Sound Navigation and Ranging) के माध्यम से समु दर् में डू बी हुई वस्तु ओं की स्थिति को
जान सकते हैं । इसमें पराश्रव्य तरं गों को समु दर् के अन्दर भे जा जाता है । परावर्तित होकर लौटने से महासागर
में डू बी हुई वस्तु की वास्तविक स्थिति का पता करते हैं ।

61. (a) पोलीग्राफ – झठ


ू का पता लगाने वाला यं तर्

पाइरोमीटर – उच्च ताप मापने का यं तर्

फोनोमीटर – ध्वनि की तीव्रता स्पं दन आवृ त्ति के मापन में

काइमोग्रा – शरीर की क्रियाओं को ग्राफ द्वारा निरुपित करने वाला यं तर् (जै से- रक्तचाप, हृदय की धड़कन
आदि)
62. (d) ब्रह्मगु प्त गु प्तोत्तर कालीन गणितज्ञ एवं खगोलशास्त्री थे । इन्होंने ब्रह्म सिद्धान्त की रचना की तथा
सर्वप्रथम यह बताया कि पृ थ्वी सभी वस्तु ओं को अपनी ओर आकर्षित करती है ।

63. (c) अं तरिक्ष में गु रुत्वाकर्षण के अभाव के कारण से ब अं तरिक्षयान के साथ-साथ उसी गति से गतिमान होगा।
लम्बाई कम हो जाये गा ।

64. (a) चन्द्रमा पर व्यक्ति का भार पृ थ्वी पर उसके भार का 1/6 भाग होगा।

पृ थ्वी पर = g

चन्द्रमा = g/6

चन्द्रमा पर गु रुत्व नहीं है ।

65. (a) रे डियम की खोज पियरे क्यूरी और मै डम क्यूरी ने 1898 में की।

रे डियम – मै डम क्यूरी

पे निसिलीन – फ्ले मिंग

X-ray – रान्टजे न

चे चक – एडवर्ड जे नर

66. (a) T = 2π√1– g

लोलक की लम्बाई जितनी अधिक होगी, उसकी कालावधि भी उतनी ही अधिक होगी।

लड़की झल
ू े पर बै ठी स्थिति में झल
ू ा झल
ू रही है । लड़की के खड़े हो जाने पर लोलक की प्रभावी और
फलस्वरूप उसका आर्वतकाल कम हो

67. (d) पलायन वे ग – वह न्यूनतम वे ग, जिससे किसी पिण्ड को ऊपर की ओर फेंके जाने पर वह पृ थ्वी के
गु रुत्वीय क्षे तर् को पार कर जाता है तथा पृ थ्वी पर वापस नहीं आता।

पृ थ्वी का पलायन वे ग 11.2 किमी./से . है ।

68. (c) लोहे का गोला पारद (Mercury) पर तै रता है । इसका अभिप्राय आपे क्षिक घनत्व से सं बंधित है ।

ले किन लोहे का गोला पानी में डू ब जाता है अर्थात् पारद का आपे क्षिक घनत्व लोहे के आपे क्षिक घनत्व से
अधिक होता है , जबकि पानी का लोहे से कम होता है ।
69. (b) पानी की ऊपरी सतह के अणु ओं के ससं जन बल के कारण उत्पन्न पृ ष्ठ तनाव, जब सु ई बल को सं तुलित
कर दे ता है , तब पानी की सतह पर तै रती है ।

70. (d) गर्मी के दिनों में वायु मंडल में उपस्थित जलवाष्प गर्मी पाकर गर्म होती है , जिससे जलवाष्प का घनत्व
घटता है । घनत्व घटने के कारण जलवाष्प हल्की होकर ऊपर उठती है । वायु मंडल के ऊपरी भाग में दाब एवं ताप
कम होने के कारण ये जलवाष्प फैलती है और पानी की छोटी-छोटी बूंदों में परिवर्तित होकर तै रती है । इसी को
बादल कहते हैं ।

71. (a) प्रकाश का वे ग (निर्वात में ) – 3 x 108 मी/से .

ध्वनि की गति (वायु में ) – 332 मी/से .

प्रकाश का वे ग आकाशीय पिण्डों एवं रॉकेट के वे ग से काफी अधिक होता है ।

72. (c) सूर्य के प्रकाश को पृ थ्वी की सतह तक पहुंचने में 500 से केण्ड लगता हैं ।

ू रे माध्यम में जाता है , तो प्रकाश की आवृ त्ति वहीं रहती है , ले किन


73. (d) जब कोई प्रकाश एक माध्यम से दस
उसका तरं गदै र्ध्य तथा वे ग बदल जाता है ।

74. (b) परतन, कलम अथवा रोपण कायिक प्रवर्धक की तकनीक का उपयोग कृषि में किया जाता है । गन्ना,
गु लाब, अं गरू इसके कुछ उदाहरण है , इसलिए प्रश्न में दिया गया कथन 1 और 3 सही है , जबकि 2, 4 और 5
इस तकनीक से सं बंध नहीं रखता है । अतः अभीष्ठ उत्तर (b) होगा।

75. (d) रमन प्रभाव के अनु सार, एकल तरं गदै र्ध्य प्रकाश किरणें , जब किसी भी पारदर्शक माध्यम, जै से, ठोस
द्रव या गै स, से गु जरती हैं , तब यदि इसकी प्रकीर्णित किरणों का अध्ययन किया जाये , तो उसमें मूल प्रकाश
की किरणों के अतिरिक्त स्थिर अं तर पर बहुत कम तीव्रता की किरणें भी उपस्थित होती हैं । इन किरणों को 'रमन
किरणें ' कहते हैं ।

76. (d) VIBGYOR Red (लाल रं ग का तरं गदै र्ध्य सबसे अधिक होता है ) मान – 7.5 x 10-5 से मी.

बैं गनी रं ग का तरं गदै र्ध्य सबसे कम होता है , जिसका मान – 4 x 10-5 cm होता है ।

77. (a) प्रकाश का प्रकीर्णन


78. (b) किसी रं ग विकिरण का प्रकीर्णन तरं गदै र्ध्य की चतु र्थ घात के रं ग की तरं गत उपाती होता है । बैं गनी एवं
नीले इनका प्रकीर्णन अधिक सबसे कम यही कारण है कि होता है । इस परिघटना के फलस्वरूप समु दर् का रं ग
नीला दिखाई पड़ता है ।

79. (a) एक प्रिज्म से रं गों को अलग-अलग किया जा सकता है ।

श्वे त प्रकाश सात रं गों के मिलने से बनता है । प्रिज्म से होकर गु जरने पर अलग-अलग तरं गदै र्ध्य के कारण, ये
सातों रं ग के प्रकाश अलग-अलग होकर वर्णपट् ट बनाते हैं ।

80. (a) आं ख में सं केन्द्रण लें स की उत्तलता परिवर्तन द्वारा होता है ।

81. (a) खाद्य पदार्थों एवं बर्फ की ट् रे से निष्कासित जलवाष्प तथा नमी के फलस्वरूप फ् रीजर के चारों ओर बर्फ
एकत्रित हो जाती है । यह बर्फ फ्रिज की कार्यक्षमता एवं शीतलन पर प्रतिकू ल प्रभाव डालती है , क्योंकि बर्फ
एक दुर्बल चालक है ।

82. (b) एयरकंडीशनर में सं पीडित गै स ही प्रयु क्त होता है , जिससे कमरे या अन्य स्थान को ठं डा किया जाता
है ।

83. (b) अधिक ऊंचाई वाले स्थानों पर वायु मण्डलीय दाब कम होता है , इसलिए पानी 100°C से कम तापमान
पर उबलने लगता है । जल में नमक मिलाने से जल का क्वथनांक बढ़ जाता है , जिससे भोजन शीघ्रता से पक
जाता है ।

84. (a) किरचॉफ के नियम के अनु सार, अच्छे उत्सर्जक, अच्छे अवशोषक होते हैं । सफेद तथा हल्के रं ग के कपड़े
ऊष्मा के कम अवशोषी होते हैं , इसलिए इन कपड़ों को गर्मी में वरीयता दी जाती है ।

85. (a) पसीने का मु ख्य उपयोग ताप नियं त्रित रखने में ।

86. (d) तापमान α (तापमान बढ़ने से श्यानता घट जाती है )


श्यानता
तापमान ८ अणु ओं की गतिज ऊर्जा (तापमान बढ़ने से अणु ओं की गतिज ऊर्जा बढ़ जाती है । )

87. (b) माध्यम में किसी कण के एक पूरा कंपन किये जाने पर तरं ग जितनी दरू ी तय करती है , उसे 'तरं गदै र्ध्य'
कहते हैं । यह दो शृं ग तथा दो गर्त के बीच की दरू ी होती है । इसे '2' से प्रदर्शित करते हैं ।
88. (d) C.T. Scan या कम्प्यूटेड टोमोग्राफी विशे ष प्रकार का X-Ray परीक्षण है , जिसके द्वारा शरीर के
अदरुनी अं गों को दे खा एवं उनके रोगों के बारे में पता लगाया जाता है ।

89. (a) ध्वनि तरं गे किसी भौतिक माध्यम (जै से वायु या गै स, द्रव तथा ठोस) में ही सं चरित होती हैं । विभिन्न
माध्यमों में ध्वनि की चाल भिन्न होती है । द्रवों में ध्वनि की चाल गै सों की अपे क्षा अधिक होती चाल, ध्वनि का
सं बंध

ठोस > द्रव> गै स

90. (c) साधारण बातचीत में ध्वनि की तीव्रता का स्तर 30 - 60 डे सीबल होता है । सोते हुये व्यक्ति को जगाने
के लिए 50 डे सीबल पर्याप्त है ।

 80 डे सीबल के शोर में लगातार रहना हानिकारक सिद्ध होता है ।


 90 डे सीबल किसी शोर को बर्दाश्त करने की अधिकतम सीमा है ।

91. (a) टी.वी. का स्विच ऑन करने पर श्रव्य एवं दृश्य दोनों एक साथ शु रू होते हैं । ध्वनि के प्रकाश की
अपे क्षा कम वे ग से चलने के कारण ध्वनि बाद में सु नाई पड़नी चाहिए, किन्तु टे लीविजन में ऑडियो
सिं क्रोनाइजर लगाकर इस त्रुटि को दरू किया जाता है ।

92. (d) फ्लोरे सें ट ट्यूब में निर्वात में कम दाब पर पारे की वाष्प के साथ आर्गन, जीनॉन या नियॉन गै स भरी जाती
है ।

93. (a) भू क् रोड के अं दर की चक् रक धाराओं के कारण ही पृ थ्वी के चुं बकीय क्षे तर् का निर्माण होता है । इसी को
भु -चु म्बकीय क्षे तर् कहते हैं ।

94. (a) मोने रा, प्रोटिस्टा एक कोशिकीय जीवधारी की श्रेणी में आते हैं , जबकि फंजाई, प्लांटी, एनिमे लिया
बहुकोशिकीय जीव की श्रेणी में होते हैं । अतः विकल्प (a) सही उत्तर होगा।

95. (b) ब्रायोफाइटा को पादप वर्ग का उभयचर कहा जाता है । यह पादप, तना और पत्तों जै सी सं रचना में
ू रे भाग तक जल तथा दस
विभाजित होता है । इसमें पादप शरीर के एक भाग से दस ू री चीजों के सं वहन के लिए
विशिष्ट ऊतक नहीं पाए जाते हैं । उदाहरणार्थ, मॉस (फ्यूनेरिया), मार्के शिया। अतः विकल्प (b) सही उत्तर
होगा।

96. (a) आर्थोपोडा जं तु जगत का सबसे बड़ा सं घ है । अतः कथन 1 सत्य है ।


आर्थोपोडा सं घ में खु ला परिसं चरण तं तर् पाया जाता है । अतः कथन 2 सत्य है ।

घोंघा, सीप, ऑक्टोपस आर्थोपोडा सं घ का नहीं अपितु मोलस्का सं घ के उदाहरण है । अतः कथन 3 असत्य है ।
चूं कि कथन 1 और सत्य है । इसलिए विकल्प (a) सही उत्तर होगा।

97. (c) पक्षी, स्तनपायी की कशे रूकी समतापी प्राणी के जबकि सरीसृ प, मत्स्य असमतापी प्राणी के उदाहरण
अतः विकल्प (c) सही उत्तर होगा।

(b) निम्न जीवधारी यूकैरियोटिक जीव के उदाहरण है - प्रोटिस्टा, फंजाई, प्लांटी, एनिमे लिया। जबकि मोने रा
प्रोकैरियोटिक जीव का उदाहरण है । अतः विकल्प (b) सही उत्तर होगा।

99. (a) "दि ओरिजिन ऑफ स्पीशीज' पु स्तक के ले खक चार्ल्स डार्विन हैं । इसी पु स्तक में चार्ल्स डार्विन ने सबसे
पहले जै व विकास की अवधारणा प्रस्तु त की। अतः विकल्प (a) सही उत्तर होगा।

100. (c) यीस्ट, मशरूम, फंजाई के उदाहरण है । फंजाई विषमपोषी यूकैरियोटिक जीव हैं जो पोषण के लिए सड़े
गले कार्बनिक पदार्थों पर निर्भर रहते हैं , इसलिए इन्हें मृ तजीवी कहा जाता है । अतः विकल्प (c) सही उत्तर
होगा।

101. (b) कोशिका के चारो ओर प्लाज्मा की झिल्ली पायी जाती है । यह झिल्ली लिपिड और प्रोटीन की बनी
होती है । अत: विकल्प (b) सही उत्तर होगा।

102. (c) द्रव अवस्था में परिवर्तित हुए बिना ठोस अवस्था से सीधे गै स और वापस ठोस में बदलने की प्रक्रिया
उर्ध्वपातन कहलाती है । अतः विकल्प (c) सही उत्तर होगा।

103. (d) ऐरोसोल द्रव और गै स के मिलने से बनने वाला कोलाइड होता है । ऐरोसोल का उदाहरण है -कोहरा,
बादल, धु आँ, कुहासा, स्वचालित वाहन का निथार (exhaust) |अतः विकल्प (d) सही उत्तर होगा।

104. (d) गति के प्रथम नियम के अनु सार वस्तु अपनी विरामावस्था तब तक बनी रहती है , जब तक उस पर
कोई असं तुलित बल कार्य न करें । अतः कथन 1 सत्य है ।

गति के द्वितीय नियम के अनु सार किसी वस्तु के सं वेग परिवर्तन की दर वस्तु पर आरोपित असं तुलित बल के
समानु पाती एवं बल की दिशा में होती है । अतः कथन 2 सत्य है ।

गति के तृ तीय नियम के । अनु सार प्रत्ये क क्रिया के समान एवं विपरीत प्रतिक्रिया होती है । अतः कथन 3
सत्य है । चूं कि तीनों कथन सत्य है इसलिए विकल्प (d) सही उत्तर होगा।
105. (d) आर्क मिडीज के सिद्धांत के बहुत से अनु पर् योग है । यह जलयानों तथा पनडु ब्बियों का डिजाइन बनाने में
काम आता है । दुग्धमापी, जो दध
ू किसी नमूने की शु द्धता की जाँच करने के लिए प्रयु क्त होते हैं तथा
हाइड्रोमीटर, जो द्रवों के घनत्व मापने के लिए प्रयु क्त होते हैं , इसी सिद्धांत पर आधारित हैं । अतः विकल्प
(d) सही उत्तर होगा।

106. (d) मिश्रण से घटकों को पृ थक करने की विधि क् रोमै टोग्राफी कहते हैं । यह एक ऐसी विधि है जिसका
प्रयोग उन विले य पदार्थों को पृ थक करने में होता है जो एक ही प्रकार के विलायक में घु ले होते हैं ।
क् रोमै टोग्राफी के अनु पर् योग हैं -डाई में रं गों करने में , प्राकृतिक रं गों से पिगमें ट को में , रक्त से नशीले पदार्थों
को करने में । अतः विकल्प (d) सही उत्तर होगा।

107. (a) एं टीवाइरल औषधि बनाना एं टी बै क्टीरियल औषधि बनाने की अपे क्षा कठिन है , क्योंकि बै क्टीरिया में
अपनी जै व रासायनिक प्रणाली होती है , जबकि वाइरस में अपनी जै व रासायनिक प्रणाली बहुत कम होती है ।
अतः विकल्प (a) सही उत्तर होगा।

108. (c) किसी वस्तु की गतिज ऊर्जा तथा स्थितिज ऊर्जा का योग उसकी कुल यां त्रिक ऊर्जा होती है । अतः
कथन 1 सत्य है । किसी पिं ड के किसी बिं दु पर स्थितिज ऊर्जा में जितनी कमी होती है , गतिज ऊर्जा में उतनी ही
् हो जाती है । अतः कथन 2 सत्य है । चूंकि दोनों कथन सत्य है इसलिए विकल्प (c) सही उत्तर होगा।
वृ दधि

109. (c) ध्वनि एक यां त्रिक तरं ग है , क्योंकि इसे सं चरण के लिए माध्यम की आवश्यकता होती है । अतः
विकल्प (c) सही उत्तर होगा।

110. (c) उर्वरक एक अकार्बनिक लवण है जबकि खाद एक प्राकृतिक पदार्थ है । अतः कथन 1 सत्य है । खाद से
मृ दा को ह्यम
ू स प्राप्त होता है जबकि उर्वरक से नहीं। अतः कथन 2 असत्य है । उर्वरक में पादप पोषक खाद की
तु लना में अधिक होते है । अतः कथन 3 सत्य है । चूं कि कथन 2 असत्य है इसलिए विकल्प (c) सही उत्तर होगा।

111. (b) निम्नतारत्व की ध्वनि की आवृ त्ति कम तथा उच्च तारत्व की ध्वनि की आवृ त्ति अधिक होती है । अतः
कथन 1 सत्य है । मृ दु ध्वनि का आयाम कम होता है तथा प्रबल ध्वनि का आयाम अधिक । अतः कथन 2
असत्य है । इसलिए विकल्प (b) सही उत्तर होगा।

112. (d) पराध्वनियाँ उच्च आवृ त्ति की तरं गें हैं । पराध्वनियाँ अवरोधों की उपस्थिति में भी एक निश्चित पथ पर
गमन कर सकती है । उद्योगों तथा चिकित्सा के क्षे तर् में पराध्वनियों का विस्तृ त रूप से उपयोग किया जाता है ।
पराध्वनि का प्रयोग-गु र्दे की पथरी को तोड़ने में , इले क्ट् रॉनिक कलपु र्जी को साफ करने में , धातु के ब्लॉकों में
दरारों तथा अन्य दोषों को पता लगाने में । अतः विकल्प (d) सही उत्तर होगा।
113. (a) इं फ्लु एंजा, डें गु बु खार, खाँसी- -जु काम, एड्स (AIDS) रोग वायरस कारण होते हैं , जबकि टायफॉयड

है जा, क्षयरोग तथा एं थर् े क्स बै क्टीरिया द्वारा होते हैं । अतः विकल्प (a) सही उत्तर होगा।

114. (d) खाद्य पदार्थों के परिरक्षण के लिए नमक, चीनी, ते ल एवं सिरका का प्रयोग किया जाता है । अतः
विकल्प (d) सही उत्तर होगा।

115. (b) सीएनजी का ऊष्मीय मान 50,000 किलोजूल/ किलोग्राम होता है । पे ट्रोल का ऊष्मीय मान 45, 000
किलोजूल/किलोग्राम होता है । लकड़ी का ऊष्मीय मान 17000-22000 किलोजूल/ किलोग्राम होता है ।
हाइड्रोजन का ऊष्मीय मान 1,50,000 किलोजूल/ किलोग्राम होता है । अतः विकल्प (b) सही उत्तर

होगा।

116. (d) धातु ओं में चमक होती है , जबकि अधातु ओं में नहीं।

अतः कथन 1 सत्य है । धातु ऊष्मा और विद्यु त के सु चालक होते हैं , जबकि अधातु नहीं होते । अतः कथन 2
सत्य है । धातु आघातवर्धनीय और तन्य होते हैं , जबकि अधातु नहीं। अतः कथन 3 सत्य है । चूँ कि तीनों कथन
सत्य है , इसलिए विकल्प (d) सही उत्तर होगा।

117. (b) ऊनी वस्त्र, कागज, लकड़ी सब्जी और फलों के छिलके, बचा हुआ भोजन, सूती कपड़ा अपनी प्रकृति
में जै व निम्नीकरणीय है जबकि टिन, एल्यु मिनियम और अन्य धातु ओं के डिब्बे , प्लास्टिक थै लियाँ जै व
अनिम्नीकरणीय के उदाहरण हैं । अतः विकल्प (b) सही उत्तर होगा।

118. (a) परखनली शिशु के लिए निषे चन माता के गर्भ के बाहर परखनली में कराया जाता है । अत: कथन 1

सत्य है । परखनली शिशु का विकास परखनली में नहीं अपितु माता के गर्भ में होता हैं । अतः कथन 2 असत्य है
इसलिए विकल्प (a) सही उत्तर होगा।

119. (a) 'गॉयटर' नामक रोग थायरॉक्सिन हार्मोन की कमी से होता है । अतः विकल्प (a) सही उत्तर होगा।

120. (d) शं कु कोशिका तीव्र प्रकाश के लिए सु गर् ाही होती है । अतः कथन 1 सत्य है । शलाकाएँ कोशिका मं द
प्रकाश के लिए सु गर् ाही होती है । अतः कथन 2 सत्य है ।शं कु कोशिका रं गों की सूचनाएँ मस्तिष्क को भे जती
है । अतः कथन 3 सत्य है । चूंकि तीनों कथन सत्य हैं , इसलिए विकल्प (d) सही उत्तर होगा।
121. (b) दीर्घ दृष्टि दोष के उत्पन्न होने के कारण अभिने तर् लैं स की फोकस दरू ी का अत्यधिक हो जाना अथवा
ने तर् गोलक का छोटा हो जाना। अतः कथन (b) सत्य है ।

122. (c) लाइकेन नामक जीव वायु में उपस्थित सल्फर डाइऑक्साइड के स्तर के प्रति अधिक सं वेदी होते हैं ,
ू ण का सबसे अच्छा सूचक माना जाता है । अतः विकल्प (c) सही उत्तर होगा।
इसलिए लाइकेन वायु प्रदष

123. (b) तं त्रिका ऊतक की इकाई न्यूरॉन है । न्यूरॉन में । होते हैं । इससे लं बे, पतले बालों जै सी शाखाएँ निकली
होती है । अतः विकल्प 4 (b) सही उत्तर होगा।

124. (a) गे हँ ू का प्रसिद्ध रोग "रस्ट रोग' फफूं दी के कारण होता है । अतः विकल्प (a) सही उत्तर होगा।

125. (c) वायु मंडल में उपस्थित जल की सूक्ष्म बूंदों द्वारा सूर्य के प्रकाश के परिक्षे पण के कारण इन्द्रधनु ष
प्राप्त होता है , जो सदै व सूर्य के विपरीत दिशा में बनता है । अतः प्रश्न में दिया कथन 1 और कथन 2 दोनों
सही हैं ।

126. (d) मानव स्वपोषी नहीं होते हैं , क्योंकि मानव अपना भोजन स्वयं नहीं बनाते । अतः कथन गलत है । प्रश्न
में दिया गया कारण सही है , स्वपोषण से तात्पर्य ऐसी विधि से है , जिसमें भोजन स्वयं सं श्ले षित किया जाता है ।
पादप स्वपोषी होते हैं । अतः अभीष्ठ उत्तर (d) सही होगा।

127. (b) मानव शरीर के आं तरिक भागों का नीचे से ऊपर की

ओर सही क् रम है - आमाशय- यकृत -ग्रसिका - लार ग्रंथि मु ख गु हा। अतः अभीष्ठ उत्तर विकल्प (b) होगा।

128. (b) प्रश्न में दिए गए विकल्प (a), (c) एवं (d) सत्य कथन है , जबकि विकल्प (b) असत्य है , क्योंकि
पित्ताशय में पित्त सं चित होता है , जबकि इसका स्रावण यकृत से होता है । अतः अभीष्ठ उत्तर विकल्प (b)
होगा।

129. (b) अमीबा एक कोशीय जीव तो है , किंतु इसमें केंद्रकपाया जाता है । अतः कथन 1 असत्य हैं । अमीबा में
एक अथवा अधिक उं गली के समान एक हिस्सा बाहर निकला रहता है , जिसे पादाभ या कृत्रिम पां व कहा जाता
है । अतः अभीष्ठ उत्तर विकल्प (b) होगा।

130. (c) मानव शरीर का सामान्य ताप 37°C होता है । अतःविकल्प (c) सही उत्तर होगा।
131. (c) प्रश्न में दिया कथन सत्य है , जबकि कारण असत्य है , क्योंकि वायु ऊष्मा की कुचालक होती है । इसी
कारण भे ड़, याक आदि के बालों के बीच भरी वायु के कारण इनको ठं ड नहीं लगती। अतः अभीष्ठ उत्तर विकल्प
(c) होगा।

132. (d) प्रश्न में दिए गए दोनों कथन सत्य हैं , जबकि प्रश्न में असत्य कथन पूछा गया है । अतः अभीष्ठ
उत्तर विकल्प (d) होगा।

133. (a) वरणात्मक प्रजनन से तात्पर्य है , कुछ विशिष्ट गु णों अथवा मनचाहे गु णों यु क्त सं तति को प्राप्त
करना। यह विधि भे ड़, बकरी आदि में बे हतर सं तति हे तु अपनायी जा रही है । अतः अभीष्ठ विकल्प (a) सही
होगा।

134. (d) प्रश्न में दिए गए दोनों कथन सत्य हैं , जबकि प्रश्न में असत्य कथन पूछे गए हैं । अतः अभीष्ठ उत्तर
विकल्प (d) होगा।

135. (a) पाटनवाड़ी नस्ल की भे ड़, जो हौजरी ऊन के लिए प्रसिद्ध है , गु जरात में पायी जाती है न कि राजस्थान
में । अतः पहला यु ग्म सु मेलित नहीं है । प्रश्न में दिए अन्य 2 यु ग्म सु मेलित है । अतः अभीष्ठ उत्तर विकल्प
होगा।

136. (c) कैटपिलर प्रोटीन से बना एक पदार्थ स्रावित करता है , जो कठोर होकर रे शम का रे शा बन जाता है ।
जल्दी ही कैटरपिलर स्वयं को पूरी तरह रे शम के रे शे से ढक ले ता है । यह आवरण ही 'कोकू न' कहलाता है । अतः
अभीष्ट उत्तर विकल्प (c) होगा।

137. (a) इमली, अं गरू , कच्चा आम टार्टरिक एसिड के कारण खट् टे लगते हैं । अतः अभीष्ठ उत्तर विकल्प (a)
होगा।

(a) नीले लिटमस पे पर पर अं गरू अथवा आं वला के रस को गिराएं गे तो यह लाल हो जाएगा, क्योंकि इनका रस
अम्लीय प्रकृति का होगा तथा हम जानते हैं कि अम्ल को जब नीले लिटमस पे पर पर डालते हैं तो यह लाल हो
जाता है । अतः विकल्प (a) सही उत्तर है ।

139. (b) अम्ल एवं क्षार की एक साथ अभिक्रिया उदासीन विलयन का निर्माण करती है न कि तनु अम्ल का।
अत: कथन 1 असत्य है । हमारे आमाशय में HCL पाया जाता जो कि भोजन के पाचन में सहायता करता है ।
अतः कथन 2 सत्य है । अभीष्ठ उत्तर विकल्प (b) होगा।

140. (b) यह सभी रासायनिक परिवर्तन का उदाहरण है । अतः अभीष्ठ उत्तर विकल्प (b) होगा।

141. (d) दोनों कथन गलत है , क्योंकि जो प्रतिबिं ब पर्दे पर प्राप्त किया जा सके, उसे वास्तविक प्रतिबिं ब
कहते हैं तथा जिस प्रतिबिं ब पर्दे पर प्राप्त न किया जा सके, उसे आभासी प्रतिबिं ब कहते हैं । अत: विकल्प (d)
सही उत्तर होगा।

142. (a) कथन 1 सही है , जबकि कथन 2 सही नहीं है , क्योंकि जल का पृ ष्ठ लें स की भां ति नहीं, बल्कि दर्पण की
भां ति कार्य करता है तथा प्रकाश के पथ को बदल सकता है । अतः विकल्प (a) सही उत्तर को

होगा।

143. (d) कथन 1 गलत है , क्योंकि कटी हुई गें द का भीतरी पृ ष्ठ अवतल तथा बाहरी पृ ष्ठ उत्तल कहलाता कथन
2 भी गलत है , क्योंकि डॉक्टर आं ख, कान, नाक एवं गले का निरीक्षण करते समय उत्तल दर्पण का नहीं, बल्कि
अवतल दर्पण का उपयोग करते हैं । अतः विकल्प (d) सही उत्तर होगा।

144. (a) श्वसन में सामान्यतः श्वास नली, नासिका, का प्रयोग होता है , किंतु श्वसन हे तु फेफड़ों का प्रयोग
नहीं करते हैं । फेफड़ों का प्रयोग करते हैं - हाथी, शे र, गाय, बकरी, छिपकली, सांप आदि। हैं , जो वहीं कॉकरोच
शरीर के पिछले भाग में मौजूद छोटे -छोटे श्वास रं धर् ों से श्वांस ले ता है तो वहीं केंचु आ अपनी त्वचा से श्वसन
करता है । अभीष्ठ उत्तर (a) होगा।

145. (b) प्रश्न में दिए गए दोनों कथन सही हैं । मृ दा में उपस्थित ह्यम
ू स, सड़ा-गला जै व पदार्थ होता है तथा
यही ह्यम
ू स मृ दा को उपजाऊ बनाता है । प्रश्न में दिया गया कारण, कथन का स्पष्टीकरण न होकर एक स्वतं तर्
रूप से दिया गया कथन है । अतः अभीष्ठ उत्तर (b) होगा।

146. (d) प्रश्न में दिए गए सभी कथन सत्य है , जबकि प्रश्न में असत्य कथन पूछा गया है । अत: कोई भी
कथन असत्य नहीं है । अभीष्ठ उत्तर (d) होगा।

147. (d) मानव हृदय में सबसे ऊपर फुफ्फुस धमनी, फिर महाधमनी, फुफ्फुस शिरा, फिर बायां तथा दायां

आलिं द, फिर बायां तथा दायां निलय पाया जाता है । अतः सही क् रम के साथ विकल्प (d) उत्तर होगा।
148. (d) कोशिकीय श्वसन दो प्रकार से होता है -

वायवीय श्वसनः जब ऑक्सीजन का उपयोग करके भोजन (ग्लूकोज) CO2, H20 एवं ऊर्जा में विखं डित हो जाता
है ।

अवायवीय श्वसनः जब ऑक्सीजन की अनु पस्थिति में श्वसन हो तथा भोजन (ग्लूकोज) एल्कोहल, CO2 तथा
ऊर्जा में विखंडित होता है । अतः कथन 1 एवं 2 दोनों सत्य है । लै क्टिक अम्ल का निर्माण पे शियों द्वारा
अवायवीय श्वसन करने पर बनता है । अतः कथन 3 भी सत्य अतः अभीष्ठ उत्तर विकल्प (d) होगा।

149. प्रश्न में दिए गए कथन 1 एवं 3 सत्य है , जबकि कथन 2 असत्य है , क्योंकि उत्तर लें स को अपसारी नहीं
अपितु अभिसारी लें स कहा जाता है । अभीष्ठ विकल्प (c) सही होगा।

150. (a) पुं केसर पु ष्प पादप का नर जनन अं ग होता है , जबकि स्त्री केसर पु ष्प पादप का मादा जनन अं ग होता
है । अतः अभीष्ठ उत्तर (a) होगा।

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