शसध्दी प्तिधाि – इस स्तोत्र का शरद पूशणवमा , प्तदपािली अर्थिा ग्रहण के
प्तदि अर्थिा गुरु पुष्य योग में इस स्तोत्र 1000 पाठ करिे से स्तोत्र शसध्द हो जाता है ! प्तिशेि कर पुत्र प्राप्ति की कामिा करिेिाले गृहि के शलए यह चमत्काररक फल दे िे िाला स्तोत्र है ! स्तोत्र शसद्ध होिे पर प्रप्ततप्तदि 11 पाठ करें ! और प्तिशेि मुहूतव में अिुष्ठाि पध्दप्तत से १० हजार पाठ एिं दशांश हिि करें ! इस अिुष्ठाि के सार्थ में श्री सं ताि लक्ष्मी स्तोत्र का भी 108 पाठ का प्रयोग करिा चाप्तहए ! - स्वामी रुपेश्वरािं द आश्रम अशधक जािकारी हेतु https://swamirupeshwaranand.in/ िेबसाइट दे खें... Whatsapp No . 7607233230