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वििेकानंदइं स्टिट्यू ट

सामा੧ वि৯ान
1. भौवतक वि৯ान

2. रसायन वि৯ान

3. जीि वि৯ान
1
1. मात्रक/ इकाई (UNIT)
 S.I. प਽वत में मूल मात्रक ं की संূा सात है 1. बहुत लंबी दू ररय ं क मापने के वलए प्रकाि िर्थ का प्रय ग
वकया जाता है
भौवतक रावि S.I मूल मात्रक संकेत
2. प्रकाि िर्थ दू री का मात्रक है
लंबाई मीटर m
1 प्रकाि िर्थ = 9.46 x 10 मीटर
15
द्र૆मान वकल ग्राम Kg
समय सेकंड s 3. दू री मापने की सबसे बडी इकाई पारसेक है
ताप केस्टિन K 1 पारसेक = 3.26 प्रकाि िर्थ = 3.08 x 1016 मीटर
विधु त् धारा एं वपयर A 4. बल की CGS प਽वत में मात्रक डाइन है और SI प਽वत में
৸ वत तीव्रता कैंडे ला cd मात्रक ੧ूटन है
पदाथथ का पररमाण मल mol 1 ੧ूटन = 105 डाइन
5. दाब का SI मात्रक पा૨ल है
 िे सभी मात्रक ज मूल मात्रक ं की सहायता से ૆क्त 6. कायथ की CGS प਽वत में मात्रक अगथ है एिं SI प਽वत में जूल
वकए जाते हैं ૆ुਨ੡ मात्रक कहलाते हैं 1 जूल = 107 अगथ
भौवतक रावि ૆ुਨ੡ मात्रक संकेत
आयतन लंबाई x चौडाई x ऊंचाई m3 i. 1 वपक ग्राम or मीटर = 10 – 12 ग्राम or मीटर
घनਲ द्र૆मान / आयतन वकल ग्राम/ मीटर ii. 1 माइक्र ग्राम / माइक्रान = 10 – 6
िे ग वि थापन / समय मीटर / सेकंड iii. 1 वमलीग्राम = 10 – 3 g
1 नै न ग्राम = 10 – g
9
ਲरण िे ग पररितथ न / समय m / s2 iv.
– 15
बल द्र૆मान x ਲरण Kg – m/s
2
v. 1 फे ट ग्राम / फमी मीटर = 10 m
कायथ बल x वि थापन N – m (जूल)
िस्टक्त कायथ / समय िाट (W)

कुछ अ੧ महਲपूणथ भौवतक रावि और मात्रक


भौवतक रावि मात्रक भौवतक रावि मात्रक
ताप वडग्री सेस्टુयस ( 0 c) ऊૣा कैल री (cal)
प्रवतर ध ओम ( Ω ) तरं ग दै ੌथ एं ग૭र ॉम (1 å = 10 – 10 m)
प्रवतर धकता ओम मीटर (Ω m) िस्टक्त हॉसथ पािर (1 HP = 746 W)
आिे ग ੧ूटन सेकंड (N – s) ੍वन की प्रबलता डे सीबल
समुंद्री जहाज की गवत नाट उৡ िे ग मैक
नौसंचालन नॉवटकल मील जल प्रिाह की दर क्यू सेक (क्यू वबक फीट / सेकंड )
विभिांतर िભ(v) भूकंप की तीव्रता ररक्टर ૨ेल
ओज न परत की म टाई डा઒न पाररस्ट थवतकी दबाि बार

2. मापक यंत्र एिं पैमाने


मापक यंत्र पैमाने मापक यंत्र पैमाने
ऑवडय मीटर ੍वन की तीव्रता ૭ै थ ૨ प हृदय की ੍वन सुनने के वलए
एनीम मीटर िायु के िे ग की माप ૸্ मैन मीटर रक्तचाप मापने के वलए
क्र न मीटर तापमान आद्रथ ता और िायुदाब में पररितथ न टे वकय मीटर क्षै वतज दू ररय ं लंबित उ੡यन ं एिं वदिाओं ਲररत मापन हेतु

पायर मीटर उৡ ताप का मापन कैर ट मीटर स ने की िु਽ता का पता लगाने के वलए
मैन मीटर गैस ं का दाब लস मीटर प्रकाि की तीव्रता नापने के वलए
एमीटर धारा की माप ररक्टर ૨ेल भूकंप की तीव्रता
हाइग्र मीटर सापेक्ष आद्रथ ता के૨ ग्राफ पौधे में िृ स्ट਽ मापने का यंत्र
बैर मीटर दाब गैિेन मीटर विद् युत धारा मापी यंत्र
ओड मीटर िाहन ं के पवहय ं ੇारा तय की गई दू री इलेक्टर ૨ प विद् युत आिे ि का पता लगाने िाला यंत्र
ओ੒ मीटर विद् युत चुंबकीय तरं ग ं की आिृ वਢ रे न गेज िर्ाथ मापी यंत्र
ऑवडय मीटर ੍वन तीव्रता मापक वसૺ ग्राफ भूकंप मापी यंत्र
लैक्ट मीटर दू ध का आपेवक्षक घनਲ फ न मीटर ੍वन की तीव्रता एिं आिृ वਢ का मापन
फैद मीटर समुंद्र की गहराई स नार महासागर में डूबी हुई ि૮ुओ ं की स्ट थवत
 स नार में पराश्र૆ तरं ग ं का उपय ग ह ता है

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3. यांवत्रकी
 अवदि रावि (SCALAR QUANTITY) – द्र૆मान, चाल, 1. अवभकेंद्रीय बल (Centipetal force) के कारण क ई भी
आयतन, कायथ , समय, ऊजाथ, दू री, विद् युत धारा, ताप, और ि૮ु िृ ਢाकार पथ पर चलती है
दाब आवद  अवभकेंद्रीय बल िृ ਢ के केंद्र की ओर कायथ करता है
 सवदि रावि (VECTOR QUANTITY) – िे ग, वि थापन, 2. अपकेंद्रीय बल (Centrifugal force) के उदाहरण
बल, ਲरण,  कपडा सुखाने की मिीन,
 दू री सदै ि धनाਬक (+VE) ह ती है जबवक वि थापन  दू ध से मक्खन वनकालना,
धनाਬक ऋणाਬक और िू੧ ह सकती है  मौत का कुआं की दीिार पर म टरसाइवकल का चलना
 ੧ूटन क भौवतकी का वपता कहा जाता है  बल आघूणथ एक सवदि रावि है वजसका मात्रक ੧ूटन मीटर
 ੧ूटन ने अपनी पु૮क वप्रंवसवपया (1687) में सबसे पहले  कायथ और ऊजाथ अवदि रावि हैं वजसका SI मात्रक जूल है
गवत के वनयम ं क प्रवतपावदत वकया 1. गवतमान ि૮ुओ ं में गवतज ऊजाथ संवचत रहती है
K.E = 1/2 mv2
2. स्ट थवतज ऊजाथ P.E.= mgh
 बांध बनाकर इक਄ा वकए गए पानी की उजाथ
 घडी की चाबी में संवचत ऊजाथ तनी हुई
 स्ट૷ग या कमानी में संवचत ऊजाथ
3. िस्टक्त (POWER) का SI मात्रक िाट (W) ह ता है
W = 107 अगथ/सेकंड
1KW = 1000 W
1MW = 106 W
੧ूटन के 1kwh = 3.6. × 10 6 जूल
प्रथम वनयम
ऊजाथ रूपांतररत करने िाले कुछ उपकरण
੧ूटन गवत के प्रथम वनयम अथिा जडਲ के उदाहरण- उपकरण ऊजाथ का रूपांतरण ऊजाथ में रूपांतरण
1. ठहरी हुई म टर या रे लगाडी के अचानक चल पडने पर डायने म यांवत्रक ऊजाथ क विद् युत ऊजाथ में
उसमें बैठे यात्री पीछे की ओर झुक जाते हैं म मबਢी रासायवनक ऊजाथ क प्रकाि एिं ऊૣा में
2. चलती हुई म टर कार के अचानक रुकने पर उसमें बैठे माइक्र फ न ੍वन ऊजाथ क विद् युत ऊजाथ में
यात्री आगे की ओर झुक जाते हैं लाउड૶ीकर विद् युत ऊजाथ क ੍वन ऊजाथ में
3. कंबल क हाथ से पकड कर डं डे से पीटने पर धू ल के स लर सेल सौर ऊजाथ क विद् युत ऊजाथ में
कण झडकर कर वगरते हैं ਅू बलाइट विद् युत ऊजाथ क प्रकाि ऊजाथ में
विद् युत म टर विद् युत ऊजाथ क यांवत्रक ऊजाथ में
 द्र૆मान और िे ग के गुणनफल क संिेग(P = mv)कहते हैं विद् युत बસ विद् युत ऊजाथ क प्रकाि एिं ऊૣा
 वजस का SI मात्रक वकग्रा मी. प्रवत सेकंड (kg – m/s) है विद् युत सेल रासायवनक ऊजाथ क विद् युत ऊजाथ में
 ੧ूटन के गवत के दू सरे वनयम से बल का ૆ंजक प्रा੮ ह ता वसतार यांवत्रक ऊजाथ क ੍वन ऊजाथ में
है
 ੧ूटन का तृ तीय गवत वनयम  ૆स्टक्त के गहरी सांस लेने या सांस बाहर छ डने द न ं ही
1. बंदूक से ग ली चलने पर चलाने िाले क पीछे की ओर पररस्ट थवतय ं में तराजू की रीवडं ग घटे गी अथाथत तराजू ੇारा
धक्का लगना ૆स्टक्त का िजन कम दिाथया जाएगा
2. नाि से वकनारे पर कूदने पर नाि का पीछे की ओर हट  ऊजाथ संरक्षण के मूल वस਽ांत के अनु सार उजाथ का ना त
जाना सृजन ह सकता है और ना ही उजाथ का विनाि ह सकता
3. रॉकेट क उडाने में है
 सडक पर चलने की अपेक्षा बथथ पर चलना कवठन है

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4. गुरुਲ के अधीन गवत 3

 ੧ूटन ने गुरुਲाकर्थण के वनयम का प्रवतपादन वकया g के मान में पररितथन


 G क सािथ वत्रक गुरुਲाकर्थण वनयतां क (gravitational
constant) कहते हैं 1. पृਸी की सतह से ऊपर या नीचे जाने पर g का मान
 ੧ूटन के गुरुਲाकर्थण वनयम के अनु सार द वपंड के बीच घटता है
एक आकर्थण बल (F) कायथ करता है ज उनके द्र૆मान के 2. पृਸी के ध्रुि (pole) पर g का मान महਢम ह ता है
समानु पाती और उनके बीच की दू री के िगथ का 3. विर्ुित् रे खा पर g का मान ੧ूनतम ह ता है
૆ुਜमानु पाती ह ता है 4. पृਸी के घूणथन गवत बढ़ने पर g का मान कम ह जाता है
 यवद पृਸी का गुरुਲाकर्थण बल अचानक समा੮ ह जाए 5. पृਸी के घूणथन गवत बढ़ने पर g का मान बढ़ जाता है
त ि૮ु का भार ( W = mg) िू੧ ह जाएगा परं तु रहे गा
वल੺ में वपंड का भार (weight of body in lift)
 चंद्रमा पर िायुमंडल नही ं है क्य वं क इस पर गैस अणुओ ं का
िे ग पलायन िे ग से अवधक है 1. जब वल੺ ऊपर की ओर जाता है त वल੺ में स्ट थत ि૮ु
 गुरुਲाकर्थण बल के कारण ज ਲरण उਨ੡ ह ता है उसे का भार बढ़ा हुआ प्रतीत ह ता है और जब नीचे की ओर
गुरुਲ ਲरण( g ) कहते हैं जाती है त वल੺ में स्ट थत वपंड का भार घटा हुआ प्रतीत
ह ता है
2. जब वल੺ एक समान िे ग से ऊपर या नीचे गवत करती है
त वल੺ में स्ट थत वपंड के भार में क ई पररितथ न नही ं
ह ता
3. यवद नीचे उतरते समय वल੺ की ड री टू ट जाए त िह
मुक्त वपंड की भांवत नीचे वगरती है ऐसी स्ट थवत में वल੺ में
स्ट थत वपंड का भार िू੧ ह जाता है यह स्ट थवत
भारहीनता की स्ट थवत ह ती है
4. यवद वल੺ के नीचे उतरते समय वल੺ का ਲरण (a)
गुरुਲीय ਲरण (g) से अवधक (a>g) ह त वल੺ में
स्ट थत वपंड उसकी फिथ से उठकर छत से जा लगेगा

 ब्रଃगु੮ ने ब्रଃ वस਽ांत में ੧ूटन से पहले यह बता वदया था 1. प्रਮेक ग्रह सूयथ के चार ं ओर दीघथिृਢाकार (elliptical)
वक पृਸी सभी ि૮ुओ ं क अपनी ओर आकवर्थत करती है कक्षा में पररक्रमा करते हैं
 अं तररक्ष यात्री वनिाथत में सीधे खडे नही ं रह सकते क्य वं क 2. केੵर ने ग्रह ं के गवत से संबंवधत वनयम का प्रवतपादन
िहां गुरुਲ नही ं ह ता वकया
 जब क ई ि૮ु ऊपर से वगराई जाती है त उसका भार 3. सूयथ से अवधक दू र के ग्रह ं का पररक्रमण काल भी अवधक
अपररिवतथ त रहता है ह ता है
 एक समान ऊंचाई से अलग-अलग द्र૆मान की ि૮ुओ ं क 4. उपग्रह की कक्षीय चाल उसकी पृਸी तल से ऊंचाई पर
वगराने पर िे एक साथ पृਸी पर पहुं चेंगी वनभथर करती है उपग्रह पृਸी तल से वजतना अवधक दू र
ह गा उतनी ही उसकी चाल कम ह गी
T= 2π √l/g 5. अवभकेंद्रीय बल के कारण उपग्रह अपनी कक्षा में पृਸी का
 यवद क ई लडकी झूला झूलते – झूलते खडी ह जाए त झूले चक्कर लगाते हैं
का आितथ काल (T) घट जाएगा और झूला ते जी से द लन 6. चार आधारभूत बल ं में गुरुਲीय बल सबसे क्षीण बल है
करे गा जबवक सबसे प्रबल बल नावभकीय बल है
 आितथ काल ल लक के द्र૆मान पर वनभथर नही ं करता अतः 7. उपग्रह का पररक्रमण काल भी उसकी पृਸी तल से ऊंचाई
झूलने िाली लडकी के बगल में क ई दू सरी लडकी आकर पर वनभथर करता है और उपग्रह वजतना अवधक दू र ह ता है
बैठ जाए त आितथ काल पर क ई प्रभाि नही ं पडता उतना ही अवधक उसका पररक्रमण काल ह ता है
 यवद वकसी ल लक घडी क पृਸी तल से ऊपर या नीचे ले 8. उपग्रह की कक्षीय चाल और पररक्रमण काल उसके
जाया जाए त घडी का आितथ काल बढ़ जाता है अथाथत घडी द्र૆मान पर वनभथर नही ं करती
सु૮ ह जाती है 9. भू थाई (geo – stationary) उपग्रह पृਸी तल से लगभग
 गवमथय ं में ल लक की लंबाई (L) बढ़ जाती है वजसके कारण 36000 km की ऊंचाई पर रहकर पृਸी का पररक्रमण
आितथ काल भी बढ़ जाता है और घडी सु૮ ह जाती है करता है
जबवक सवदथ य ं में इसका विपरीत ह ता है 10. पृਸी के वलए पलायन िे ग का मान 11. 2 km/s ह ता है

 चंद्रमा पर ल लक घडी क ले जाने पर उसका आितथ काल बढ़ जाएगा क्य वं क चंद्रमा पर g का मान पृਸी के g के मान का 1 / 6 गुना
ह ता है

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5. थूल पदाथों के गुण 4

 वकसी सतह के एकांक क्षे त्रफल पर लगने िाले बल क द्र૆ (matter)


दाब कहते हैं P = F/A
 दाब एक अवदि रावि है वजसका SI मात्रक पा૨ल है
 एक िायुमंडलीय दाब 760 mm लंबे कॉलम पर लगने ठस द्रि गैस
िाला दाब है (solid) (liquid) (gas)
 िायुमंडलीय दाब का SI मात्रक बार ह ता है
 1 बार = 10 5 N/m2
 पृਸी के सतह से ऊपर जाने पर िायुमंडलीय दाब कम
ह ता है वजसके कारण
1. पहाड ं पर खाना बनाने में कवठनाई ह ती है वििेर् गुण
2. िायुयान में बैठे यात्री के फाउं टेन पेन से ૼाही ररस
जाती है
 िायुमंडलीय दाब क बैर मीटर से मापा जाता है प्रਮा थता दाब (pressure) िायुमंडलीय
1. बैर मीटर का पाਉांक जब एकाएक नीचे वगरता है (elasticity) पृ૜ तनाि (surface tension) दाब
त आं धी आने की संभािना ह ती है ૑ानता (viscosity) atmospheric
2. बैर मीटर का पाਉांक जब भी धीरे -धीरे नीचे वगरता केविकाਲ (capillarity) pressure
है त िर्ाथ ह ने की संभािना ह ती है ੵिन (buoyancy)
3. बैर मीटर का पाਉांक जब धीरे -धीरे ऊपर चढ़ता है
त वदन साफ रहने की संभािना ह ती है
 द्रि का दाब उस पात्र के आकार या आकृवत पर वनभथर
नही ं करता वजसमें द्रि रखा जाता है प्रवतबल (stress)
 पा૨ल के वनयम पर आधाररत कुछ यंत्र
जब वकसी ि૮ु पर क ई बाଅ बल लगा कर उसके आकार या
हाइडर वलक वल੺ , हाइडर वलक प्रेस , हाइडर वलक ब्रेक
आकृवत में पररितथ न वकया जाता है त उस ि૮ु की प्रਮेक
अनु प्र थ काट (section of area) पर बाଅ बल के बराबर परं तु
गलनां क तथा क्वथनां क पर दाब का प्रभाि विपरीत वदिा में कुछ आं तररक प्रवतवक्रया बल उਨ੡ ह जाते हैं
Effect of pressure on melting point and boiling ज यह प्रयास करते हैं वक ि૮ु अपने पुराने आकार क प्रा੮
point करन ले इस प्रकार के बल ं क प्रवतबल कहते हैं
 प्रवतबल = F/A
 गलनांक (Melting point) पर प्रभाि
 प्रवतबल का SI मात्रक N/m2 है
1. गमथ करने पर वजन पदाथों का आयतन बढ़ता है
दाब बढ़ाने पर उनका गलनांक भी बढ़ता है विकृवत (strain)
जैसे– म म , घी यवद वकसी ि૮ु पर बाଅ बल लगाने पर ि૮ु के आकार या
2. गमथ करने पर वजन पदाथों का आयतन घट जाता है आकृवत में पररितथ न ह जाता है त इसे विकृवत कहते हैं
दाब बढ़ाने पर उनका गलनांक भी कम ह जाता  विकृवत का क ई मात्रक नही ं ह ता
है जैसे बफथ पृ૜ तनाि (Surface Tension)
 क्वथनांक (Boiling point) पर प्रभाि  पृ૜ तनाि (ST) का SI मात्रक N/m ह ता है
1. सभी द्रि का क्वथनांक दाब बढ़ाने पर बढ़ जाता है  वकसी द्रि के वलए पृ૜ तनाि का मान द्रि की प्रकृवत, द्रि के
 घनਲ (density) D = M/V ताप तथा उस माੌम पर वनभथर करता है ज द्रि के पृ૜ की
 घनਲ का SI मात्रक kg / m3 है दू सरी ओर ह ता है
 आपेवक्षक घनਲ (relative density)  यवद वकसी द्रि का भार नगਘ ह त उसकी ह गी
 ि૮ु का घनਲ / 4 0 c पर पानी का घनਲ 1. िर्ाथ की बूंदे, साबुन के बुलबुले पृ૜ तनाि के कारण ही ग ल
 आपेवक्षक घनਲ का क ई मात्रक नही ं ह ता ह ते हैं
 आपेवक्षक घनਲ क हाइडर मीटर से मापा जाता है 2. पतली सुई पृ૜ तनाि के कारण ही पानी पर तैराई जा सकती
 सामा੧ जल की अपेक्षा समुद्री जल का घनਲ अवधक है
ह ता है इसीवलए उसमें तैरना आसान है 3. साबुन वडटजेंट आवद जल का पृ૜ तनाि कम कर दे ते हैं
 जब बफथ समुंद्र की पानी में तै रती है त उसके आयतन वजसके कारण कपडा ৸ादा साफ ह ता है
का 1 / 10 भाग पानी के ऊपर रहता है 4. पानी पर मৢर ं के लारिा करते रहते हैं परं तु पानी में वमਂी
 वकसी बतथ न में पानी भरा है और उस पर बफथ तैर रही है का ते ल वछडक दे ने पर उसका पृ૜ तनाि कम ह जाता है
जब बफथ पूरी तरह वपघल जाएगी त पात्र में पानी का वजससे लारिा पानी में डूब कर मर जाते हैं
तल नही ं बढ़ता , पहले के समान ही रहता है

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ससं जक बल (cohesive force) अ੧ महਲपूणथ त਷


 एक पदाथथ के अणुओ ं के बीच लगने िाला बल
 ससंजक बल के कारण ते ल के पृ૜ पर डाली गई जल की बूंद 1. नै न द्र૆ ं का सिाथवधक महਲपूणथ गुण घर्थण है
वसकुड कर ग लाकार धारण कर लेती है 2. वमਂी का ते ल पानी के ऊपर इसवलए तै रता है क्य वं क
आसं जक बल (adhesive force) उसका घनਲ पानी के घनਲ से कम ह ता है
3. साबुन के बुलबुले के अं दर का दाब िायुमंडलीय दाब
 वभ੡ पदाथथ के अणुओ ं के बीच लगने िाला बल
 आसंजक बल के कारण जल के पृ૜ पर डाली गई ते ल की बूंद एक से अवधक ह ता है
4. जब वकसी झील की तली से उठकर िायु बुलबुला
पतली वफ઺ के रूप में अवधक क्षे त्र में फैल जाती है
 क्य वं क ते ल का पृ૜ तनाि, पानी से कम ह ता है ऊपरी सतह तक आएगा त उसका आकार बढ़
जाएगा
केविकਲ (Cappilarity) के उदाहरण 5. िीतकाल में जब झील के ऊपरी सतह का पानी बफथ
1. जल का पौधे की तन ं से चढ़कर टहवनय ं तक पहुं चना
में बदल जाता है तब पानी का घनਲ 4 वडग्री सेंटीग्रे ड
2. लालटे न में वमटटी के ते ल का बਢी में ऊपर चढ़ना
पर सबसे अवधक ह ता है वजससे बफथ की ऊपरी
3. म मबਢी में धागे से म म का वपघलना ऊपर चढ़ना
सतह के नीचे पानी रहता है और जलीय जंतु जीवित
4. फाउं टेन पेन में ૼाही का ऊपर चढ़ना
रहते हैं
5. भूवमगत जल का ऊपर चढ़ना
6. पानी का आपेवक्षक घनਲ सिाथवधक 4 वडग्री सेंटीग्रे ड
6. सूती कपडे पर जल की बूंद का फैलना
ताप पर ह ता है
૑ानता (Viscocity) 7. जब कुएं से पानी की बाભी क ऊपर खी ंचते हैं त
द्रि ं का िह गुण वजसके कारण िह अपनी विवभ੡ परत ं के मੌ हमें महसूस ह ता है वक बाભी पानी की सतह से
सापेक्ष गवत का विर ध करता है ૑ानता काहलाता है ऊपर भारी ह गई है
 द्रि की ૑ानता ताप बढ़ने पर घट जाती है जबवक गैस ं की ૑ानता 8. बादल कम घनਲ के कारण िायुमंडल में तै रते हैं
ताप बढ़ने पर बढ़ जाती है ठ स पदाथों में ૑ानता नही ं ह ती है 9. समुद्र में ੵिन करते हुए आईसबगथ का 1 / 9 भाग
 िे ਒ुरीमीटर से द्रि के प्रिाह की दर ৯ात की जाती है ज बरनौली समुद्र की सतह से ऊपर ह ता है
के वस਽ांत पर कायथ करता है 10. द्रि क गमथ करने पर उसके आयतन में िृ स्ट਽ परं तु
ੵिन (buoyancy) घनਲ में कमी ह ती है
 वकसी द्रि में स्ट थत ठ स पर वनઘ द बल कायथ करते हैं 11. समुंदर में नदी की अपेक्षा तैरना आसान ह ता है
1. ि૮ु का भार (W) ज ऊ੍ाथधर नीचे की ओर कायथ करता है क्य वं क समुद्री जल का घनਲ नदी के जल के घनਲ
2. द्रि का ि૮ु पर उ਩ेक्ष बल (F) ज ऊ੍ाथधर वदिा में ऊपर की से अवधक ह ता है
ओर कायथ करता है
a) यवद W>F त इस दिा में पररणामी बल (W-F) नीचे की
ओर कायथ करे गा और ि૮ु द्रि में डूब जाएगी
b) यवद (W = F) त इस वदिा में ि૮ु द्रि में जहां ह गी िही
तै रती रहे गी
c) यवद (W<F) इस दिा में ि૮ु ૿तं त्र छ ड दे ने पर ऊपर
की ओर उठने लगेगी

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6. प्रकाि तरं गे 6

 प्रकाि विद् युत चुंबकीय तरं ग ं के रूप में संचावलत ह ती है प्रकाि के अपितथ न (Refraction) के कारण
૑ प्रकाि का तरं गदै ੌथ 3900 – 7800 A ह ता है
0

घटने िाली घटनाएं
 तरं गदै ੌथ बढ़ने के साथ अपितथ नांक का मान कम ह जाता
1. द्रि में डूबी हुई सीधी छड टे ढ़ी वदखाई पडती है
है
2. तारे वटमवटमाते हुए वदखाई पडते हैं
 लाल रं ग का अपितथ नांक सबसे कम और बैगनी रं ग का
3. सूयोदय के पहले एिं सूयाथ૮ के बाद भी सूयथ वदखाई दे ता
अपितथ नांक सबसे अवधक ह ता है
है
 विद् युत चुंबकीय तरं ग अनु प्र थ (TRANSVERSE) ह ती है
4. पानी से भरे वकसी बतथ न की तली में पडा हुआ वसक्का
अतः प्रकाि अनु प्र थ तरं ग है
ऊपर उठा हुआ वदखाई पडता है
िायु और वनिाथत में प्रकाि की चाल सबसे अवधक 3×10 m/s
8

5. जल के अं दर पडी हुई मछली िा૮विक गहराई से कुछ
ह ती है
ऊपर उठी हुई वदखाई पडती है
 सूयथ के प्रकाि क पृਸी तक आने में औसतन 8 वमनट 20
सेकंड का समय लगता है पूणथ आं तररक पराितथ न (Total Internal
 चंद्रमा का प्रकाि पृਸी तक आने में 1.28 सेकंड लगता है
Reflection) के उदाहरण
 प्रकाि, तरं ग और कण द न ं गुण ं क प्रदविथत करता है
1. हीरा का चमकना
2. रे वग૮ान में मरीवचका (Mirage) का बनना
वभ੡-वभ੡ माੌम ं में प्रकाि की चाल 3. जल में पडी परखनली का चमकना
4. कांच में आई दरार का चमकना
माੌम प्रकाि की चाल 5. मरीज ं के पेट के अं दर का परीक्षण करने के वलए
वनिाथत 3 × 10 8 m/s एं ड ૨ प (Andescope) पूणथ आं तररक पराितथ न के
जल 2.25× 10 8 m/s वस਽ांत पर काम करता है
कांच 2× 10 8 m/s 6. ऑव੭कल फाइबर (Optical fiber) भी पूणथ आं तररक
हीरा 1.24× 10 8 m/s पराितथ न के वस਽ांत पर काम करता है

ऑव੭कल फाइबर का उपय ग


प्रकाि का प्रकीणथ न (Scattering Of Light) 1. प्रकाि वस্ल के दू रसंचार में
 धू ल तथा अ੧ पदाथों के अਮंत सूक्ष्म कण ं के ੇारा प्रकाि 2. विद् युत वस্ल क प्रकाि वस্ल में बदलकर प्रेवर्त
का सभी वदिाओं में प्रसाररत ह ने की घटना प्रकाि का करने में
प्रकीणथन (scattering) काहलाती है 3. मनु ૥ के िरीर के आं तररक भाग ं का परीक्षण करने में
 बैगनी रं ग के प्रकाि का प्रकीणथन सबसे अवधक तथा लाल 4. िरीर के अं दर लेजर वकरण ं क भेजने में
रं ग के प्रकाि का प्रकीणथन सबसे कम ह ता है
 आकाि का रं ग नीला प्रकाि के प्रकीणथन के कारण ह ता है प्रकाि का िणथ विक्षे पण (dispersion of light)
 आपतन क ण पराितथ न क ण के बराबर ह ता है  सूयथ के प्रकाि क जब वप्र৷ से गुजारा जाता है त यह
 समतल दपथण में वकसी ि૮ु का प्रवतवबंब काશवनक, ि૮ु के सात रं ग ं में विभक्त ह जाता है
बराबर एिं पा૔थ उભा बनता है  बैगनी रं ग सबसे अवधक एिं लाल रं ग सबसे कम विक्षे वपत
अितल दपथण (Concave Mirror) का उपय ग ह ता है
 कांच में बैगनी रं ग के प्रकाि का िे ग सबसे कम तथा
1. दाढ़ी बनाने में
अपितथ नांक सबसे अवधक ह ता है
2. आं ख एिं नाक के डॉक्टर ੇारा
 कांच में लाल रं ग का िे ग सबसे अवधक एिं अपितथनांक
3. गाडी के हे डलाइट एिं सचथ लाइट में
सबसे कम ह ता है
4. स लर कुकर में
 उਢल दपथण (Convex Mirror) में प्रਮेक दिा में प्रवतवबंब तरं गदै ੌथ , कांच में प्रकाि का िे ग
छ टा, सीधा एिं आभासी बनता है बढ़ते क्रम में
 उਢल दपथण(Convex Mirror) का उपय ग
1. साइड वमरर के रूप में
2. स वडयम पराितथ क लैंप में

 उਢल लेंस (Convex Lens) क अवभसारी लेंस


(Converging Lens) भी कहते हैं बढ़ते क्रम में
 अितल लेंस (Concave Lens) क अपसारी लेंस
(Diverging Lens) भी कहा जाता है अपितथ नांक , प्रकीणथन, विक्षे पण, ऊजाथ,

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 इं द्रधनुर् पराितथ न, पूणथ आं तररक पराितथ न, अपितथ न एिं िणथ विक्षे पण का सबसे अৢा उदाहरण है
 प्राथवमक इं द्रधनु र् जब िर्ाथ की बूंद ं पर आपवतत ह ने िाली सूयथ की वकरण ं का द बार अपितथ न एिं एक बार पराितथ न ह ता है त
प्राथवमक इं द्रधनु र् का वनमाथण ह ता है
 प्राथवमक इं द्रधनु र् में लाल रं ग बाहर की ओर तथा बैगनी रं ग अं दर की ओर ह ता है
 वੇतीयक इं द्रधनु र् जब िर्ाथ की बूंद ं पर आपवतत ह ने िाली सूयथ वकरण ं का द बार अपितथ न और द बार पराितथ न ह ता है त
वੇतीयक इं द्रधनु र् का वनमाथण ह ता है
 इसमें बैगनी रं ग बाहर की ओर और लाल रं ग अं दर की ओर ह ता है

मानि ने त्र (HUMAN EYE)


 ૶૙ व૙ की ੧ूनतम दू री 25 सेंटीमीटर ह ती है

व૙ द र् कारण वनिारण
वनकट व૙ द र् (MYOPIA) 1. लेंस की ग लाई बढ़ जाती है अितल लेंस
2. लेंस की फ कस दू री घट जाती है CONCAVE LENS
 इस र ग का ૆स्टक्त नजदीकी ि૮ु दे ख लेता 3. लेंस की क्षमता बढ़ जाती है
है परं तु दू र स्ट थत ि૮ु क नही ं दे ख पाता वजसके कारण ि૮ु का प्रवतवबंब रे वटना के आगे बन जाता है
दू र व૙ द र् (HYPER METROPIA) 1. लेंस की ग लाई कम ह जाती है उਢल लेंस
इस र ग से ग्रवसत ૆स्टक्त क दू र की ि૮ु 2. लेंस की फ कस दू री बढ़ जाती है CONVEX LENS
वदखलाई पडती है और वनकट की ि૮ु वदखलाई 3. लेंस की क्षमता घट जाती है
नही ं पडती वजसके कारण ि૮ु का प्रवतवबंब रे टीना के पीछे बनता है
जरा व૙ द र् (PRESBYOPIA) िृ ਽ाि था के कारण आं ख की सामंजૼ क्षमता घट जाती है बाइ फ कल लेंस
व૙ िै र्ડ या अवब दुकता (ASTIGMATISM) बेलनाकार लेंस

 रे वटना की िंकु (CONE) क विका से रं ग का एिं छड (RODS) क विका से प्रकाि की तीव्रता का आभास ह ता है
 सरल सूक्ष्मदिी (MICROSCOPE) और दू रदिी (TELESCOPE) में उਢल लेंस का प्रय ग ह ता है
 लेंस की क्षमता फ कस दू री का ૆ुਜम ह ता है
 लेंस की क्षमता का SI मात्रक डाय ੭र (D) ह ता है D = 1/f
 उਢल लेंस की क्षमता धनाਬक एिं अितल लेंस क्षमता ऋणाਬक ह ती है

प्रमु ख विधु त् चुंबकीय तरं गे


विधु त् चुंबकीय तरं ग आवि૗ारक तरं गदै ੌथ पररसर उपय ग
गामा वकरणें बैकुरल 10 -14 m – 10 -10 m िे धन क्षमता अਮवधक
उपय ग नावभकीय अवभवक्रया तथा कृवत्रम रे वडय धवमथता में
एস वकरणें रॉੑजन 10 -10 m – 10 -8 m वचवकਲ਼ा एिं औ੅ वगक क्षे त्र
पराबैंगनी वकरणें ररटर 10 m – 10 m वसकाई करने प्रकाि विद् युत प्रभाि उਨ੡ करने एिं बैक्टीररया न૙ करने
-8 -7

૑ वकरणें ੧ूटन (3.9 – 7.8) x 10-7 m ि૮ुएं वदखलाई पडती


अिरक्त वकरणें हिेल 7.8 x 10 – 10 m उपय ग कुहरें में फ ट ग्राफी करने एिं र वगय ं की वसकाई करने में
-7 -3

लघु रे वडय तरं गे हे नररक 10 -3 m – 1 m रे वडय टे लीविजन एिं टे लीफ न में


दीघथ रे वडय तरं गे माकोनी 1 m – 10 m रे वडय एिं टे लीविजन में
4

 गामा वकरण ं का तरं गदै ੌथ सबसे कम और आिृ वਢ सबसे अवधक ह ती है


 दीघथ रे वडय तरं ग ं की आिृ वਢ सबसे कम और तरं ग दै ੌथ सबसे अवधक ह ता है

 वत्रविमीय वचत्र लेने के वलए ह ल ग्राफी का प्रय ग वकया जाता है  वकसी तारे का रं ग उसके ताप क दिाथता है
 ੍वन के reproducing के वलए एक सीडी ऑवडय ੵेयर में  िायुमंडल में प्रकाि के विसरण का कारण धू ल कण है
लेसर बीम का प्रय ग ह ता है  प्रकाि का रं ग तरं ग दै ੌथ से वनधाथररत ह ता है
 दू रदिथन के संकेत एक वनवોत दू री के बाद नही ं वमल सकते  लाल रं ग की प्रकाि का तरं ग दै ੌथ सबसे अवधक और
क्य वं क पृਸी की सतह िक्राकार है बैगनी रं ग के प्रकाि का तरं ग दै ੌथ सबसे कम ह ता है
 व૙ पटल (रे टीना) पर ज वचत्र बनता है िह ि૮ु से छ टा और  टर ै वफक वस্ल में लाल रं ग का प्रय ग उसके सिाथवधक
उભा ह ता है तरं गदै ੌथ के कारण वकया जाता है वजसके कारण लाल
 पूणथ सूयथग्रहण के दौरान सीधी आं ख से सूयथ दे खने से रे टीना रं ग का प्रकीणथन सबसे कम ह ता है
अભर ािायलेट प्रकाि के कारण क्षवतग्र૮ ह सकती है

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 सूयाथ૮ तथा सूयोदय के समय सूयथ के लाल रं ग का कारण  पढ़ने में काम आने िाले ৕ासेस में उਢल लेंस का प्रय ग
प्रकाि का प्रकीणथन है वकया जाता है
 लाल रं ग के प्रकाि की उजाथ सबसे कम और बैगनी रं ग के  धू प के चૐे में पािर जीर डाय ੭र ह ती है
प्रकाि की उजाथ सबसे अवधक ह ती है  वकसी ि૮ु का प्रवतवबंब मनु ૥ की आं ख में रे वटना पर
 जब द समानांतर समतल दपथण के बीच क ई ि૮ु रखी बनता है
जाती है त अनं त प्रवतवबंब बनते हैं  लाल, हराऔर नीला क प्राथवमक रं ग कहा जाता है
 वकसी ૆स्टक्त का पूरा प्रवतवबंब दे खने के वलए एक समतल  जल में िायु का बुलबुला अितल लेंस ,अपसारी लेंस
दपथण की ੧ूनतम ऊंचाई ૆स्टक्त की ऊंचाई का आधा ह ना (डायिवजिंग लेंस) की भांवत ૆िहार करता है
चावहए  अं तररक्ष यात्री क आकाि का रं ग काला वदखाई दे ता है

7. ऊૣा एिं ऊૣागवतकी

 ऊૣा का SI मात्रक जूल ह ता है  -40 तापमान ह ने पर पाਉ सेस्टુयस और फारे नहाइट


 C/5 = (F-32)/9 तापमापी पर एक ही ह ग ं े
 K= C+273  एक ૿ा૳ मनु ૥ के िरीर का ताप 37 0C ह ता है
 ताप बढ़ाकर ठ स क द्रि अि था में और द्रि क गैसीय  केस्टિन मान (K) में मानि िरीर का सामा੧ ताप 310
अि था में पररिवतथ त वकया जा सकता है  ( 37+273) ह ता है
 ताप घटाकर गैस क द्रि अि था में और द्रि क ठ स अि था  ठं डे दे ि ं में पारा के थान पर अન हल क तापमापी
में पररिवतथ त वकया जा सकता है द्रि के रूप में िरीयता दी जाती है क्य वं क अન हल का
 वजस ताप पर क ई ठ स पदाथथ गलना प्रारं भ करता है उस ताप द्रिणांक वनઘतर ह ता है
क उस पदाथथ का गलनांक (Melting point) कहा जाता है  एवथलीन ৕ाइक ल का उपय ग ૿चावलत इं जन ं में एक
जैसे बफथ का गलनांक 00C है वहमर धी के तौर पर वकया जाता है क्य वं क जब जल के
 वजस ताप पर क ई द्रि उबलना प्रारं भ करता है उस ताप क साथ एवथलीन ৕ाइक ल क वमलाया जाता है त वमश्रण
उस द्रि का क्वथनांक (BOILING POINT) कहते हैं का वहमांक 00 C से घट जाता है वजससे ठं डे दे ि ं में
जैसे पानी का क्वथनांक 100 0C ह ता है ૿चावलत इं जन ं में पानी नही ं जमता है
 िीतलन ੇारा गैस या िाૠ क द्रि में पररिवतथ त करने का प्रक्रम  सै਽ांवतक रूप से ੧ूनतम संभि तापमान क परम िू੧
संघनन ( Condensation) या द्रिण कहलाता है ताप (Absolute Zero Temperature) कहा जाता है
 िीतलन ੇारा द्रि क ठ स में पररिवतथ त करने का प्रक्रम वहमी  जब बफथ वपघलती है त आयतन घटता है
करण कहलाता है  थमो૭े ट (Thermostat) के ੇारा तापमान क स्ट थर
 गमथ करने पर ठ स पदाथों का सीधे िाૠ में और ठं डा करने पर रखा जाता है रे विजरे टर में थमो૭े ट एक समान ताप
िाૠ का सीधे ठ स में पररितथ न उ੍थ पातन (Sublimation) क बनाए रखता है
कहलाता है  रे विजरे टर में खा੅ पदाथथ क ताजा रखने हे तु 4 वडग्री
 अपने क्वथनांक के नीचे ही वकसी द्रि के िाૠ में पररिवतथ त ह ने सेस्टુयस एक सुरवक्षत तापमान है
का प्रक्रम िाૠीकरण (Vapourisation) कहलाता है  जब सीले वब૨ुट ं क थ डी दे र के वलए विज के अं दर
रखा जाता है त िह कुरकुरा ह जाता है क्य वं क विज
के अं दर आद्रथ ता कम ह ती है इसीवलए अवतररक्त नमी
महਲपूणथ त਷ अिि वर्त ह जाती है
 बफथ का टु कडा पेय क ठं डा बना दे ता है क्य वं क बफथ
 वकसी पात्र में भरा द्रि जब िास्टૠत ह ता है त िह उस पात्र से
वपघलने के वलए पेय से गु੮ ऊૣा लेता है वजससे पेय
िाૠन की गु੮ ऊૣा प्रा੮ करता है उૣा ख ने के कारण िह
ठं डा ह जाता है
पात्र ठं डा ह जाता है
 यवद िीजर पर बफथ इक਄ा ह ती है त रे विजरे टर में
 िाૠन की िीतलन के कारण वमਂी के घड में रखा जल ठं डा
िीतलन बुरी तरह प्रभावित ह जाता है क्य वं क बफथ एक
रहता है
दुबथल चालक है
 पंखा हमारी ਲचा से वनकलने िाले पसीने के िाૠन की दर क
 िीिे की छड जब भाप में रखी जाती है त इसकी लंबाई
बढ़ाता है वजसके कारण हमें िीतलता की अनु भूवत ह ती है
और चौडाई द न ं बढ़ जाती है
 डे जटथ रूम कूलर में िीतलन, जल के िाૠन के कारण ह ता है  यवद हिा का तापमान बढ़ता है त उसकी जलिाૠ
 उबलते पानी की अपेक्षा भाप से हाथ अवधक जलता है क्य वं क ग्रहण करने की क्षमता बढ़ती है
भाप में गु੮ ऊૣा ह ती है  वनઘ आद्रथ ता (HUMIDITY) से िु૗ दिा का ब ध ह ता

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 ठं डी के वदन ं में ल हे के गुटके और लकडी के गुटके क प्रातः  खाना बनाने के बतथ न ं जैसे प्रेिर कुकर आवद में लकडी
काल में छु ए त ल हा का गुटका ठं डा लगता है क्य वं क या एब नाइट के हैं डल लगाए जाते हैं क्य वं क लकडी या
लकडी की तु लना में ल हा ऊૣा का अৢा चालक है एब नाइट ऊૣा की कुचालक ह ते हैं
 ते ज हिा िाली रावत्र में ओस नही ं बनती क्य वं क िाૠीकरण की  जब पानी क 0 वडग्री सेस्टુयस से 10 वडग्री सेस्टુयस
दर ते ज ह ती है तक गमथ वकया जाता है त इसका आयतन पहले घटता है
 एयर कंडीिनर (AC) ताप और आद्रथ ता द न ं क वनयंवत्रत (4 वडग्री सेस्टુयस तक) और वफर बाद में बढ़ता है
करता है जबवक एयर कूलर वसफथ ताप क  जब वकसी ब तल में पानी भरा जाता है त उसमें बफथ के
 एयर कंडीिनर में संपीवडत गैस का प्रय ग वकया जाता है जमने पर ब तल टू ट जाती है क्य वं क पानी जमने पर
वजससे कमरे या अ੧ थान क ठं डा वकया जाता है आयतन बढ़ जाता है
 जब पानी में नमक वमलाया जाता है त क्वथनांक बढ़ता है और  साफ मेघ रवहत रात ं की तु लना में मेघ िाली रातें
गलनांक कम ह ता है अपेक्षाकृत गमथ ह ती है क्य वं क बादल पृਸी से छ डी गई
 थमथस में प्रयुक्त कााँच या ૭ील पर रजत पदक (silver उૺा क परािवतथ त करते हैं
plating) लगाकर पेय पदाथों क गमथ रखा जाता है  िीत प्रक ૜ (Cold Storage) में भंडाररत फल अवधक
 गवमथय ं में सफेद कपडे पहनना ৸ादा आरामदायक है क्य वं क समय तक चलते हैं क्य वं क ૔सन की दर घट जाती है
िे अपने ऊपर पडने िाली सारी उૣा क पररिवतथ त कर दे ते  हाइडर जन से भरा हुआ पॉवलथीन का गुઉारा जब पृਸी
हैं के थल से छ डा जाता है त िायुमंडल में ऊंचाई पर
 वमਂी के घडे में िाૠीकरण के कारण जल ठं डा रहता है जाने से िायु का घनਲ कम ह जाता है इसीवलए गु ઉारे
 िायुमंडल हमारे ऊपर प्रਮेक वदिा से दबाि डालता है परं तु के अमाप में िृ स्ट਽ ह ती है
हम इस दबाि का अनु भि नही ं करते क्य वं क हमारा  आद्रथ ता बढ़ने पर िायु में ੍वन का िे ग बढ़ जाता है
रक्तचाप (Blood Pressure) इस बाଅदाब क संतुवलत कर क्य वं क आद्रथ ता बढ़ने के साथ िायु के घनਲ में कमी
दे ता है परं तु हम जल के अं दर बाଅदाब क अनु भि करते हैं आती है
क्य वं क जल में बाଅ दाब हमारे सामा੧ रक्तचाप से अवधक  कमरे में रखे रे विजरे टर का दरिाजा खुला रखने पर
ह ता है उसमें से अने क प्रकार की गैस वनकलती हैं ज कमरे के
 प्रेिर कुकर में खाना ज઴ी पकता है क्य वं क अवधक दाब के ताप क बढ़ा दे ती है
कारण उबलते पानी का ताप बढ़ जाता है अथाथत बढ़ा हुआ  मानि में पसीने का मुূ उपय ग िरीर का ताप
दाब क्वथनांक क बढ़ा दे ता है वनयंवत्रत रखने में ह ता है

9. ੍वन तरं गें

विवभ੡ माੌम ं में ੍वन की चाल

 ੍वन तरं गे यांवत्रक तरं गें (Mechanical waves) कहलाती हैं माੌम ੍वन की चाल
क्य वं क उनके संचरण के वलए द्र૆ाਬक माੌम (ठ स, द्रि िु૗ िायु (00 c) 330 m/s
िु૗ िायु (20 c)
0
गैस )आि૑क ह ता है 334 m/s
 ੍वन तरं गे अनु दैੌथ (longitudinal) ह ती है हाइडर जन (00 c) 1284 m/s
 ੍वन की चाल उस माੌम की प्रकृवत पर वनभथर करती है समुद्री जल (00 c) 1531 m/s
वजनसे ह कर िह गमन करती है तांबा (200 c) 3750 m/s
 ठ स, द्रि और गैस में ੍वन की चाल क्रमिः कम ह ती जाती एलुवमवनयम (200 c) 5100 m/s
है ૭ील (200 c) 5130 m/s
 ठ स में ੍वन की चाल तीव्रतम (maximum) जबवक गैस में
੧ूनतम ह ती है
 ੍वन वनिाथत (vaccum) में गमन नही ं कर सकती  मनु ૥ ं में ੍वन की श्र૆ता का पररसर लगभग
 ੍वन की चाल तापमान पर वनभथर करती है जैसे-जैसे िायु 20 – 20000 HZ (हट्थ ज) तक ह ता है वजसे श्र૆ तरं गे
का तापमान बढ़ता है उसमे ੍वन की चाल भी बढ़ती जाती है (Audible Waves) कहते हैं
 िायु में ੍वन की चाल ठं डे वदन ं की अपेक्षा गमथ वदन ं में  20 HZ से कम आिृ वਢ की ੍वन क अिश्र૆ ੍वन
अवधक ह गी (Infrasonic Waves) कहते हैं
 ੍वन की चाल िायु की आद्रथ ता पर वनभथर करती है जैसे-जैसे  हिे ल, गैंडा तथा हाथी अिश्र૆ ੍वन उਨ੡ करते हैं
िायु की आद्रथ ता बढ़ती है उस में ੍वन की चाल भी बढ़ती है  20000 HZ से अवधक आिृ वਢ की ੍वनय ं क पराश्र૆
 ੍वन िु૗ िायु में धीमी गवत से परं तु आद्रथ िायु में तीव्र गवत ੍वन (Ultrasonic Waves) कहते हैं
से गमन करती है  डॉस्टષन, चमगादड जैसे जंतु परा੍वन उਨ੡ करते हैं

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परा੍वन या पराश्र૆ ੍वन के अनु प्रय ग


महਲपूणथ त਷
1. पराश्र૆ ੍वन उৡ आिृ वਢ की तरं गे ह ती है यह अिर ध ं
 ડूवजक क੩टसथ के वलए हॉल की दीिार ं क ੍वन का
की उपस्ट थवत में भी एक वनवોत पथ गमन कर सकती है
अिि र्ण करना चावहए
2. उ੅ ग ं तथा वचवकਲ਼ा के क्षे त्र में
 ૶૙ रूप से प्रवत੍वन सुनने के वलए परािवतथ त सतह और
3. हृदय के विवभ੡ भाग ं से परािवतथ त करा कर हृदय का
सुनने िाले के मੌ कम से कम 16.5 मीटर लगभग 17
प्रवतवबंब बनाने में इस तकनीक क इक कावडथ य ग्राफी
मीटर की दू री ह नी चावहए
(ECG) कहते हैं
 चंद्रमा की धरातल पर द ૆स्टक्त एक दू सरे की बात नही ं सुन
4. इसका उपय ग गुदे की छ टी पथरी क बारीक कण ं में
सकते क्य वं क चंद्रमा पर िायुमंडल नही ं है
त डने के वलए भी वकया जाता है यह कण बाद में मूत्र के
साथ बाहर वनकल जाते हैं
5. यह कीड ं क न૙ कर सकती है ੍वन के स्र त तीव्रता डे सीबल में
6. ये कपड ं से धू ल हटाकर उ੫ें साफ कर सकती है फुसफुसाहट 15 – 20
7. यह ૿चावलत दरिाज ं क वनयंवत्रत कर सकती है साधारण बातचीत 30 – 60
8. स नार एक ऐसी युस्टक्त है वजसमें जल में स्ट थत वपंड ं की गु଀े में बातचीत 70 – 80
दू री वदिा तथा चाल मापने के वलए पराश्र૆ ੍वन तरं ग ं टर क, म टरसाइवकल 90 – 95
का उपय ग वकया जाता है यंत्र कारखाने 100 – 110
 ੍वन का मात्रक डे वसबल ह ता है आके૭र ा 110 – 120
 वि૔ ૿ा૳ संगठन ने 45 डे सीबल तक की ੍वन क जेट विमान 140 – 150
मानि ૿ा૳ के वलए सिाथवधक सुरवक्षत बताया है
 ૶૙ प्रवत੍वन सुनने के वलए मूल ੍वन तथा परािवतथ त  मनु ૥ ं के वलए ि र की सह सीमा करीब-करीब 80 डे वसबल
੍वन के बीच कम से कम 0.1 सेकंड का समय अं तराल ह ती है
अि૑ ह ना चावहए

 टीिी के ररम ट वनयंत्रण इकाइय ं में अवधकतर अिरक्त वकरण ं (Infrared) का प्रय ग वकया जाता है और कभी-कभी रे वडय
तरं ग ं (Radio Wave) का
 अिरक्त तरं गे, विधु त चुंबकीय तरं ग ( Electro Magenatic Wave) है
 जब टीिी का स्ट૿च ऑन वकया जाता है त श्र૆ और ૑ द न ं एक साथ िुरू ह ते हैं
 दीघथ रे वडय तरं गे िायुमंडल के आयन मंडल से परािवतथ त ह ती हैं
 कॉस्टૺक वकरणें (Cosmic Rays) आिे वित तथा अनािे वित द न ं ह सकती है
 कॉस्टૺक वकरणें सूयथ से उਨ੡ ह ती हैं और उनका तरं गदै ੌथ (wavelength) बहुत छ टा ह ता है
 सूक्ष्म तरं ग ं का तरं ग दै ੌथ पररसर 10-3 से 10-1 तक ह ता है
 सूक्ष्म तरं ग ं (microwaves) का उपय ग रडार उपग्रह ं , लंबी दू री के बेतार संचार तथा माइक्र िे ि ओिन में वकया जाता है
 द उਢर ਢर श्रृंग (Successive Crests) अथिा द उਢर ਢर गतथ (Successive Troughs) के बीच की दू री क तरं गदै ੌथ
(Wavelength) कहते हैं
 वक्र૭ल की संरचना क जानने के वलए एস वकरण ं (X – Rays) का प्रय ग वकया जाता है
 आं त ं के र ग ं के वनदान और सीटी (Computed Tomography) ૨ैन में में वलए एস वकरण का उपय ग वकया जाता है
 रडार एक ऐसी प्रणाली है वजसमें विद् युत चुंबकीय तरं ग ं वििेर्त: रे वडय तरं ग ं की सहायता से स्ट थर एिं गवतमान द न ं प्रकार
की ि૮ुएं की रें ज, ऊंचाई, वदिा एिं गवत का पता लगाया जा सकता है
 अिरक्त तरं ग ं का उपय ग रावत्र व૙ उपकरण में वकया जाता है
 दू रसंचार के वलए माइक्र िे ि तरं ग का प्रय ग ह ता है
 टे लीविजन दिथक वडि एं टीना प्रयुक्त करते समय बरसात में उपग्रह वस্ल नही ं प्रा੮ कर पाते क्य वं क िर्ाथ की बूंदे रे वडय तरं ग ं
की उजाथ अिि वर्त करती है या रे वडय तरं ग ं की ऊजाथ क मूल वदिा से विचवलत करती हैं

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10. विधुत धारा और चालकता 11

 विधु त धारा की वदिा ऋणािे वित इलेक्टरॉन की वदिा के  वनकेल कैडवमयम बैटरी का प्रय ग केलकुलेटर,
विपरीत ह ती है काडथ लेस इलेक्टरॉवनक उपकरण, टर ांवज૭र इਮावद में
 विधु त धारा का SI मात्रक एं वपयर ह ता है ह ता है यह एक प्रकार की ररचाजेबल बैटरी है
 1 एं वपयर = 1 कूलंब प्रवत सेकंड  म टर का प्रय ग विधु त पंखा, िाविंग मिीन, वमসर
 यवद वकसी पररपथ में धारा एक ही वदिा में बहती है त उसे एिं ग्राइं डर इਮावद में वकया जाता है
वद૙ धारा (Direct Current)कहते हैं जैसे – बैटरी से प्रा੮  जब विधु त ऊजाथ गवत में पररिवतथ त ह ती है ऊૣा की
धारा क ई हावन नही ं ह ती
 प्रਮािती धारा (AC Current) वजसके मान एिं वदिा समय  विधु त बસ में वफलामेंट के रूप में टं ग૭न के तार का
के साथ आिती रूप से पररिवतथत ह ते रहते हैं प्रਮािती धारा उपय ग वकया जाता है क्य वं क इसका गलनांक 3500 -
कहलाती है 5500 0 C ह ता है
जैसे ओसीलेटर (oscillator), अભरने टर  सिाथवधक विधु त चालकता चांदी की ह ती है इसके बाद
 विधु त विभि का SI मात्रक ि ભ ह ता है तांबा, एलमुवनयम, ल हा इਮावद की विधु त चालकता
 प्रवतर ध (Resistance) – वकसी चालक का प्रवतर ध ि ह ती है
भौवतक रावि है वजसके कारण चालक से धारा के प्रिाह में  विधु त ੾ूज विधु त के ऊૣा वनयम प्रिाह वस਽ांत पर
रुकािट ह ती है कायथ करता है वजसमें उৡ प्रवतर धक िस्टक्त और वनઘ
 इसका SI मात्रक ह ता है वजसे R से सूवचत वकया जाता है गलनांक ह ती है
विधु त िस्टक्त  घरे लू विधु त तार मुূतः समानांतर क्रम में ज डा जाता
है
 वकसी विधु त पररपथ में विद् युत ऊजाथ के ૆य ह ने की दर  घरे लू विधु त सੵाई हे तु उपय ग आने िाले तार ं में लाल
क विधु त िस्टक्त कहते हैं रं ग का तार सजीि (live या PHASE)
1. विधु त िस्टक्त = विधु त धारा X विभिांतर काले रं ग का तार उदासीन और हरे रं ग का तार अथथ
2. P = VI = IR.I = I2R (EARTH) क प्रदविथत करता है
 विधु त िस्टक्त का SI मात्रक िाट ह ता है  है ल जन लैंप का तं तु टं ग૭न एिं स वडयम से बना ह ता
3. विधु त िस्टक्त = ૆य हुई विधु त ऊजाथ / समय है वजसके कारण यह पीले रं ग का प्रकाि उਨ੡ करता
 विधु त ऊजाथ = विधु त िस्टक्त X समय है
 1 वकल िाट आिर (KWH) क एक यूवनट कहा जाता है  मानि िरीर के विधु त प्रवतर ध 106 ओम ह ता है
 1 KWH = 3.6 X 106 J  सामा੧ रूप से ਅू बलाइट में आगथन के साथ-साथ
 यूवनट ं की संূा = (ि ભ X एं पीयर X घंटा) / 1000 मरकरी िे पर का प्रय ग वकया जाता है
= (िाट X घंटा) / 1000  प्रवतदीस्ट੮ बસ (Fluorescent tube) में मरकरी और
वनयॉन गैस भरी जाती है
 विधु त जनरे टर यांवत्रक ऊजाथ क विधु त ऊजाथ में रूपांतररत
 विधु त बસ के अंदर नाइटर जन और आगथन गैस भरी
करता है
जाती है
 डायने म या टरबाइन एक प्रकार का विधु त जनरे टर है ज
 ૔ेत प्रकाि क नली में तं तु क गमथ करके पैदा वकया
वद૙ धारा उਨ੡ करता है
जाता है
 डायने म या टरबाइन यांवत्रक ऊजाथ क विधु त ऊजाथ में
 CFL – Compact Fluorescent Lamp
रूपांतररत करता है
 LED – Light Emitting Diode
 जनरे टर विधु त चुंबकीय प्रेरण के वस਽ांत पर काम करता है
 टर ांसफामथर भी विधु त चुंबकीय प्रेरण के वस਽ांत पर कायथ
करता है ज प्रਮािती ि ભे ज क घटाने या बढ़ाने का कायथ  अवतचालकता (Super Conductivity) का लक्षण िू੧
करता है प्रवतर ध है
 टर ांसफामथर एसी ि ભे ज का उपचयन या अपचयन करने के  अवतचालकता की अि था में धातु ओ ं का तापमान 0
वलए प्रय ग में लाया जाता है केस्टિन या – 273 0 C के लगभग रहता है
 म बाइल चाजथर एक अपचायी (STEP DOWN) टर ांसफामथर  अवतचालकता का गुण सामा੧ तापमान पर प्रा੮ वकया
 प्रਮािती धारा क वद૙ धारा में पररिवतथ त करने िाली युस्टक्त जा सके त इससे बहुत धन की बचत ह गी
क रे स्टक्टफायर कहते हैं  जवमथवनयम और वसवलकॉन अधथ चालक के उदाहरण है
 विधु त म टर एक ऐसा यंत्र है ज विधु त ऊजाथ क यांवत्रक  टर ांवज૭र बनाने के वलए वसवलकॉन और जमे वनयम
ऊजाथ में बदलता है जैसे अधथ चालक का प्रय ग वकया जाता है
 म टर धारा के चुंबकीय प्रभाि के वस਽ांत पर कायथ करता है  वकसी अधथ चालक का प्रवतर ध गमथ करने पर घटता है
 कम ि ભे ज पर कायथ करने और विधु त म टर जल जाते हैं  परम िू੧ तापमान पर अधथ चालक में विधु त प्रवतर ध
क्य वं क िे अवधक विधु त धारा खी ंचते हैं ज ि ભे ज के अनं त ह ती है अथाथत चालकता िु੧ ह जाती है
प्रवतल मानु पाती ह ता है

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11. नावभकीय भौवतकी 12

 नावभकीय विखंडन (Nuclear Fusion) िह प्रवक्रया वजसमें भारत के प्रमु ख परमाणु िस्टक्त केंद्र
एक भारी नावभक पर जब ੧ूटरॉन की बमबारी की जाती है त
1. कलपक्कम ,कुडनकुलम – तवमल नाडु
िह द हનे नावभक ं में टू ट जाता है इस प्रवक्रया में काफी
2. नर रा – उਢर प्रदे ि
बडी मात्रा में ऊजाथ विमुक्त ह ती है जैसे - U 235 , P 239
3. काकरापाडा – गुजरात
 परमाणु बम नावभकीय विखंडन के वस਽ांत पर आधाररत ह ता
4. राितभाटा – राज थान
है
5. कैगा – कनाथटक
 मंदक (Moderator) – नावभकीय ररएक्टर में ੧ूटरॉन की गवत
6. तारापुर – मुंबई
क मंद करता है जैसे – भारी जल (D2O), ग्रेफाइट और
 एक ब्रीडर ररएक्टर िह है ज विखंडन ह ने िाले पदाथों
बेररवलयम ऑসाइड
 विखंडन ह ने पर अਮवधक मात्रा में ऊૣा उਨ੡ ह ती है क उससे अवधक उਨ੡ करता है वजतना िह जलता है
 ऑपरे िन िस्टक्त के अं तगथत प खरण 2 परीक्षण 11 मई
वजसक िीतलक (Coolent) ੇारा हटाया जाता है िायु , जल
1998 क वकया गया
और काबथन डाइऑসाइड िीतलक का काम करते हैं
 कैडवमयम अथिा ब रान के छड ं का प्रय ग ररएक्टर में विखंडन  प खरण राज थान के जैसलमेर वजले में स्ट थत है
दर क वनयंवत्रत (Controller Rod) करने में वकया जाता है
 कैडवमयम ि ब रान ੧ूटरॉन के अৢे अिि र्क ह ते हैं
 जब द अथिा अवधक हનे नावभक अवत ऊৡ चाल से गवत
12. अंतररक्ष प्रौ੅ वगकी
करते हुए पर૶र संयुक्त ह कर एक भारी नावभक बनाते हैं
त इस प्रवक्रया क नावभकीय संलयन (Nuclear Fission)
कहते हैं  4 अक्टू बर 1957 क रूस ने ૶ूतवनक – 1 नामक कृवत्रम
 हाइडर जन बम नावभकीय संलयन के वस਽ांत पर आधाररत उपग्रह क पृਸी की कक्षा में पहली बार सफलतापूिथक
 एडिडथ टे लर ने हाइडर जन बम क विकवसत वकया था थावपत वकया
 थ ररयम एक प्रमुख नावभकीय ईंधन है  3 निं बर 1957 क रूस ने अपना दू सरा उपग्रह
 थ ररयम का मुূ स्र त म नाजाइट है ज केरल ,झारखंड, ૶ूतवनक – 2 अं तररक्ष में भेजा
तवमलनाडु , आं ध्रप्रदे ि तथा राज थान में पाया जाता है  पहली बार अं तररक्ष में लाइका नाम की कुवਢया क
 सूयथ एिं तार ं में ऊजाथ का वनमाथण नावभकीय संलयन ੇारा ह ता ૶ूतवनक – 2 के साथ भेजा गया
है वजसमें हाइडर जन वहवलयम में पररिवतथ त ह ता है  मेजर यूरी गागररन प्रथम अं तररक्ष यात्री थे ज पृਸी की
एक पररक्रमा कर सकुिल धरती पर िापस लौट आए
अ੧ महਲपूणथ त਷  यूरी गागररन ि ૮ क नामक रूसी यान से 12 अप्रैल
1961 क अं तररक्ष के वलए रिाना हुआ
 एक कृवत्रम उपग्रह में सौर सेल विद् युत ऊजाथ का प्रमुख स्र त  अप ल अवभयान, अप ल 7 (1968) से आरं भ ह कर
ह ता है अप ल 17 (1972) तक चला
 स लर सेल में वसवलकॉन का प्रय ग वकया जाता है  अप ल 11 के ੇारा 16 जुलाई 1969 क नील आमथ ૭र ांग
 सौर सेल या प्रकाि ि ભीय सेल (Photovoltaic Cell) एक ने पहली बार चंद्रमा पर अपना कदम रखा
विद् युतीय उपकरण है ज प्रकाि ि ભीय प्रभाि ੇारा प्रकाि भारत के प्रक्षे पण यान
ऊजाथ क सीधे विद् युत ऊजाथ में बदल दे ता है 1. ASLV – Augnted Satellite Launching Vehicle
 सभी रे वडय एस्टक्टि पदाथों क परमाणु ईंधन के रूप में प्रय ग 2. SLV – Satellite Launching Vehicle
वकया जा सकता है 3. PSLV – Polar Satellite Launching Vehicle
जैसे – बेररवलयम, थ ररयम, यूरेवनयम, ੵूट वनयम, रे वडयम  प्रथम द प्रक्षे पण यान क अब समा੮ घ वर्त कर वदया
और थ ररयम गया है
 हीवलयम का प्रय ग नावभकीय ईंधन के रूप में नही ं ह ता है  ध्रुिीय सैटेलाइट प्रक्षे पण यान (PSLV) के प्रथम और तीसरे
 भारत का प्रथम परमाणु संयंत्र तारापुर (मुंबई 1969) में चरण में ठ स प्रण दक (Solid Propellant) तथा दू सरे
थावपत वकया गया था और चौथे चरण में द्रि प्रण दक (Liquid Propellant) का
 ध्रुि, पूवणथमा और साइरस भारतीय ि ध ररएक्टर है उपय ग वकया जाता है
 कलपक्कम परमाणु िस्टक्त संयंत्र चे੡ई में स्ट थत है वजसका  ध्रुिीय प्रक्षे पण यान उपग्रह ं क पृਸी की भू थाई कक्ष
नाम इं वदरा गांधी परमाणु अनु संधान केंद्र है (36000 Km) में थावपत करते हैं
 कलपक्कम परमाणु िस्टक्त संयंत्र में ੵूट वनयम ईंधन का 4. GSLV – Geosynchronous Launch Vehicle
उपय ग वकया जाता है a. GSLV MARK 1 – भार िहन क्षमता – 1.8 टन
 एटॉवमक वमवनरુ डायरे क्टरे ट फॉर एসੵ रे िन एं ड ररसचथ b. GSLV MARK 2 – भार िहन क्षमता – 2500 kg
है दराबाद में स्ट थत है c. GSLV MARK 3 – भार िहन क्षमता – 4000 kg
 साहा इं ૭ीਅू ट आफ ੧ूस्टियर वफवजস क लकाता में स्ट थत  िै ৯ावनक ं ने PSLV क िकथ हॉसथ , GSLV MK 2 क नॉटी
 हरीि चंद्र ररसचथ इं ૭ीਅू ट इलाहाबाद में स्ट थत है ઐॉय और GSLV MK 3 क फैट ઐाय उपनाम वदया है

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क्राय जेवनक (CRYOGENICS) तकनीक  इनसाइट भारतीय उपग्रह श्रृंखला है ज दू रसंचार तंत्र के
वलए उपय ग में लाई जाती है
 क्राय जेवनস भौवतकी की िह िाखा है वजसमें अਮवधक
 एੱल उपग्रह क 19 जून 1981 क िेंच गुयाना स्ट थत कौरु
वनઘ ताप उਨ੡ करके उसके अनु प्रय ग ं का अੌयन
प्रक्षे पण केंद्र से अं तररक्ष की कक्षा में थावपत वकया गया
वकया जाता है
 एੱल भारत का पहला प्राय वगक भू थै वतक संचार उपग्रह
 क्राय जेवनक तकनीक िू ੧ से 238 0 F कम तापमान  इनसाइट 2A 10 जुलाई 1992 क िेंच गुयाना के कौरु
पर कायथ करती है
प्रक्षे पण केंद्र से अं तररक्ष में प्रक्षे वपत वकया गया
 -150 0 C से कम तापमान  भारतीय क्षे त्रीय ने विगेिन उपग्रह प्रणाली (IRNSS) के पहले
 क्राय जेवनक तकनीक का मुূ उपय ग रॉकेट में उपग्रह IRNSS 1A का प्रक्षे पण PSLV C 22 ੇारा 1 जुलाई
 रॉकेट में गैसीय ईंधन क क्राय जेवनक तकनीक से द्रि 2013 क श्रीहररक टा (आं ध्र प्रदे ि ) स्ट थत सतीि धिन
अि था में पररिवतथ त कर वलया जाता है
अं तररक्ष केंद्र से वकया गया
 प्राय: इं जन में हाइडर जन और ऑসीजन क्रमिः ईंधन  हिाई जहाज के ઍैक बॉস का रं ग नारं गी ह ता है
और ऑসीकारक का काम करते हैं  चंद्रमा पर जाने के वलए दुवनया की पहली प्राइिे ट ੿ाइट
रै मजेट (RAMJET) य जना का नाम मून एসप्रेस था
 रै मजेट एक प्रकार का जेट इं जन है ज वकसी िायुयान की  जेट इं जन रे स्टखक संिेग के वस਽ांत पर कायथ करता है
अग्र वदिा में गवत का उपय ग करके जेट इं जन के दहन  Thumba Equatorial Rocket Launching Station
कक्ष में आने िाली हिा क संपीवडत करता है (TERLS) केरल की राजधानी वतरुअनं तपुरम में स्ट थत है
 िायुयान में उपलઆ ईंधन के दहन से यह हिा गमथ ह कर  श्रीहररक टा ੇीप (आं ध्रप्रदे ि) पुवलकट झील के पास स्ट थत
विमान क गवत प्रदान करती है  श्रीहररक टा ੇीप पर सतीि धिन अं तररक्ष केंद्र ज भारत
 रै मजेट में वकसी भी प्रकार की गवतमान पुजें नही ं ह ते हैं का एकमात्र उपग्रह प्रक्षे पण केंद्र है स्ट थत है
 रै मजेट इं जन 5 मैक तक की अवधकतम गवत तक
पररचावलत वकए जा सकते हैं
૩ैमजेट इं जन (SCRAMJET)
 इस प्रकार के इं जन में तरल ऑসीजन साथ ले जाने की
12. रक्षा प्रौ੅ वगकी
आि૑कता नही ं ह ती क्य वं क यह िायुमंडल से ऑসीजन
क ग्रहण कर उसे संपीवडत कर तरल ऑসीजन में
 एपीजे अઅु ल कलाम क भारतीय रॉकेट वि৯ान का जनक
पररिवतथ त करता है
कहा जाता है
 सुपर स वनक दहन रै मजेट के नाम से भी जाना जाता है
 जुलाई 1983 में कलाम के वनदे िन में इं टीग्रेटेड गाइडे ड
 एस्ट૷ट और अपॉचुथवनटी नासा ੇारा 2003 में मंगल ग्रह की
वमसाइल डे िलपमेंट प्र ग्राम (IGMDP) का गठन वकया
अ੨ेर्ण के वलए रिाना वकया था
गया
 द न ं र िर मासथ एসੵ रे िन र िर वमिन के पाटथ थे
 इसके अं तगथत पृਸी, नाग, आकाि, वत्रिूल और अव্ का
 24 वदसंबर 2014 क भारत का मंगलयान (Mars Orbiter
सफल परीक्षण वकया गया
Mission MOM) मंगल की कक्षा में प्रवि૙ ह गया
 पृਸी का पहला सफल परीक्षण 27 फरिरी 1988 क वकया
 इसका उ਻े ૑ मंगल पर पानी, वमथे न और जीिन के
गया
अ੨ेर्ण क ख जना था
 पृਸी सतह से सतह (SS) पर मार करने िाली प्रक्षे पा૰ है
 इसी के साथ भारत मावसथयन इलीट िब (अमेररका, रूस,
 अव্ वमसाइल का पहला सफल परीक्षण 22 मई 1989
यूर पीय संघ) का पहला एवियाई दे ि बना
ओवडिा के चांदीपुर से वकया गया
 अव্-5 का पहला विकासाਬक परीक्षण 19 अप्रैल 2012
क वकया गया
अ੧ महਲपूणथ त਷  वनभथय भारत ੇारा विकवसत एक सबस वनक क्रूज वमसाइल
 वनभथय सतह से सतह पर मारक प्रक्षेपा૰ है
 19 अप्रैल 1975 क भारत ने अपना पहला उपग्रह
 अजुथन, भीૣ ૿दे ि वनवमथत यु਽क टैं क
आयथभਂ अं तररक्ष में प्रक्षे वपत वकया था
 भारत ने बराक 8 वमसाइल र धी रक्षा प्रणाली इजराइल से
 नासा का अं तररक्ष यान कैवसनी िवन ग्रह के वमिन पर
खरीदी है
 एक्ज स्ट૸यर (बवहमिंडल) में संचार उपग्रह अिस्ट थत
 इं द्र डीआरडीओ ੇारा विकवसत रडार की श्रृंखला
वकए जाते हैं
 ते जस (2016) पहला ૿दे िी हનा लडाकू विमान
 एक भू स्ट थर उपग्रह का पररभ्रमण काल 24 घंटा ह ता है
 लশ डीआरडीओ ੇारा विकवसत मानि रवहत एयरक्रा੺
तथा यह पृਸी से 36000 वकल मीटर की ऊंचाई पर
 ने त्र मानिरवहत हिाई यान ज 300 मीटर ऊंचाई तक उड
स्ट थत ह ता है
सकता है
 28 वसतं बर 2015 क इसर ने ए૭र साइट नामक भारत
के पहले खग लीय वमिन का प्रक्षे पण वकया

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प्रमु ख वमसाइल और वििे र्ता


वमसाइल वििेर्ता  डीआरडीओ के ੇारा वत्रिूल सुपर स वनक वमसाइल
नाग एं टी टैं क वमसाइल कायथक्रम क 2008 में बंद कर वदया गया
पृਸी सतह से सतह पर  अिाস इजरायल ੇारा विकवसत
धनु र् पृਸी वमसाइल का नौसैवनक सं૨रण  फाનन िायु सेना के वलए
वत्रिूल सतह से हिा में
आईएनएस अररहं त पहली परमाणु पनडु ઉी
वपनाका बहु नाली राकेट प्रणाली
आईएनएस चक्र नावभकीय ऊजाथ ੇारा
ब्रଃ स सुपरस वनक क्रूज वमसाइल, भारत और रूस
संचावलत पनडु ઉी
ੇारा विकवसत
आईएनएस वसंधुरक्षक भारतीय नौसेना की पनडु ઉी
वनिांत चालक रवहत दू र थ चवलत यान
आई एन एस विक्रमावदਮ विमान िाहक प त
अव্ माੌवमक परास बैवलस्ट૭क वमसाइल
आईएनएस िस्टक्त ते ल िाहक प त
अ૰ हिा से हिा में मार करने िाला प्रक्षे पा૰
आई एन एस अ૰धाररणी ट रपीड प्रम चन और
िौयथ थल से थल पर मार करने िाला प्रक्षे पा૰
पुनप्राथस्ट੮ जलयान
वमराज 2000 लडाकू विमान

िै ৯ावनक प्रमुख य गदान या आवि૗ार िै ৯ावनक प्रमुख य गदान या आवि૗ार


आकथवमडीज उਨलािक्ता का वनयम रुड ષ हटजथ विद् युत चुंबकीय तरं ग
गैलीवलय गैलीली जडਲ का वनयम जगदीि चंद्र ब स लघु रे वडय तरं गे
मैडम क्यू री रे वडय सवक्रयता रॉੑजन एস वकरण
आइज़क ੧ूटन गुरुਲाकर्थण का सािथ वत्रक वनयम , जेથ िकथ मैসिे ल विद् युत चुंबकीय वस਽ांत,
गवत के वनयम प्रकाि एक विद् युत चुंबकीय तरं ग
माइकल फैराडे विद् युत चुंबकीय प्रेरण चंद्रिेखर िें कटरमन अणुओ ं ੇारा प्रकाि का अप्रਮा थ प्रकीणथन
जे जे थॉमसन इलेक्टरॉन गैलीवलय थमो૨ प, दू रबीन, प्रारं वभक थमाथमीटर
ग ય૭ीन प्र टॉन एस चंद्रिेखर चंद्रिेखर सीमा तार ं की संरचना
चैडविक ੧ूटरॉन ह मी जहांगीर भाभा कॉस्टૺक विवकरण का स पानी प्रक्रम
नीુ ब र हाइडर जन परमाणु का क्वांटम वस਽ांत अસटथ आइं ૭ाइन प्रकाि विद् युत वनयम , सापेक्षता का वस਽ांत
अने ૭ रदरफ डथ परमाणु का नावभक एनररक फमी वनयंवत्रत नावभकीय विखंडन
मेघनाद सहा तावपक आयनन हाइजनबगथ अवनवોतता का वस਽ांत
सਮेंद्र नाथ ब स क्वांटम संस्टূयकी जेથ पकल मिीन गन

िै ৯ावनक आवि૗ार िै ৯ावनक आवि૗ार िै ৯ावनक आवि૗ार


सુ टाइपराइटर माइकल फैराडे डायने म अलिेड न बेल डायनामाइट
हैं मिी डे िी से੺ी लैंप जेથ िाट भाप इं जन जे एल बेयडथ टे लीविजन
मारक नी रे वडय डे ઢर गैस इं जन वथय डर मैमेन लेजर
कભ ररिाિर एवडिन इलेस्टक्टरक बસ एलेেेंडर ੿ेवमंग पेवनवसवलन
ग्राहम बेल टे लीफ न िाटर मैन फाउं टेन पेन मैडम क्यू री रे वडयम
जॉन गुटेनबगथ वप्रंवटं ग प्रेस रॉबटथ िाटसन रडार एडिडथ जेनर चेचक का टीका
चाુथ डाविथ न विकास का वस਽ांत एस चंद्रिेखर ઍैक ह ल जेिी नारलीकर निीन सापेक्षता वस਽ांत

 भारत में परमाणु ऊजाथ का जनक डॉ ह मी जहांगीर भाभा  28 फरिरी क प्रवतिर्थ रा૙रीय वि৯ान वदिस मनाया
 जगदीि चंद्र ब स ने भौवतकी और जीि वि৯ान द न ं विर्य ं जाता है
में अनु संधान वकया  भारत में अणु बम के विकास राजा रम੡ा से संबंवधत
 रमन प्रभाि की ख ज हे तु 1930 में भारतीय िै ৯ावनक सीिी है
रमन क भौवतकी का न बेल पुर૨ार वदया गया  अસटथ आइं ૭ीन िायवलन और वपयान बजाने में
 हरग विं द खुराना क प्र टीन के सं૓ेर्ण के वलए न बेल वनपुण थे
पुर૨ार से 1968 में सઠावनत वकया गया
 एस चंद्रिेखर क 1983 में नक्षत्र भौवतकी के क्षे त्र में न बेल
पुर૨ार वमला

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13. विविध
 9 अग૮ 1945 क फैटमैन नामक बम नागासाकी पर  नै न टे क्न लॉजी िઅ का प्रय ग पहली बार न ररय
वगराया गया था वजसमें ੵूट वनयम का प्रय ग वकया गया था टावनगुची ने 1974 में की थी
 जबवक दू सरा बम वलवटल बॉय वहर विमा पर वगराया गया  हाइडर काबथन विजन 2025 पेटर वलयम उਨाद का संरक्षण
वजसमें यूरेवनयम का प्रय ग वकया गया था से संबंवधत है
 वहৗ ब स न क गॉड पावटथ कल के नाम से जाना जाता है  परमाणु अप्रसार संवध की मा੧ता के अनु सार 5 परमाणु
 समय मापक वि৯ान ह र लॉजी कहलाता है ि૰ संप੡ रा৸ चीन, िांस, रूस, वब्रटे न और संयुक्त
 रा૙रीय भौवतकी प्रय गिाला नई वद઼ी रा৸ अमेररका है
 रा૙रीय रासायवनक प्रय गिाला पुणे और  ૿चावलत कलाई घवडय ं में ऊजाथ हमारे हाथ के विवभ੡
 टाटा इं ૭ीਅू ट ऑफ फंडामेंटल ररसचथ मुंबई संचलन से वमलती है
 LASER – LIGHT AMPLIFICATION BY STIMULATED  अं टाकथवटका में थावपत भारत का अनु संधान केंद्र दवक्षण
EMISSION OF RADIATION गंग त्री (1984) मैत्री और भारती है
 GIF – GRAPHICAL INTERCHANGE FORMAT  कमरे के मानक तापमान (25 वडग्री सेंटीग्रेड) पर केिल
 GPS - GLOBAL POSITIONING SYSTEM ब्र मीन और मरकरी द्रि रूप में पाए जाते हैं
 ATM – AUTOMATED TELLER MACHINE  टे प ररकॉडथ र के टे प पर फेर मै্ेवटक चूणथ लेवपत रहती है
 प्रथम मवहला अं तररक्ष यात्री िे लेंटीना टै रेिक िा है  घडी में ૸वटक वक्र૭ल का कायथ दाब विद् युत प्रभाि पर
 पुৢल तारे की पूंछ की वदिा सदै ि सूयथ से दू र की ओर आधाररत ह ता है
ह ती है  रे वडएटर का उपय ग म टर गावडय ं के इं जन क ठं डा
 अਮवधक घनਲ िाले नक्षत्र ं क ੧ूटरॉन ૭ासथ कहते हैं करने के वलए वकया जाता है

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रसायन वि৯ान
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1. पदाथथ
 लेिायवसयर क रसायन वि৯ान का जनक कहा जाता है गलने तथा जमने पर आयतन में पररितथन
 भारत के महान ऋवर् कणाद के अनु सार सभी पदाथथ
 वक्र૭लीय पदाथों में से अवधकांि पदाथथ जमने पर आयतन
अਮंत सूक्ष्म कण ं से बने हैं वजसे परमाणु कहा गया है
 भौवतक रूप से पदाथथ की तीन अि थाएं ह ती है ठ स, द्रि में बढ़ जाते हैं ऐसी दिा में ठ स अपने ही गले हुए द्रि में डूब
जाता है
और गैस
 पदाथथ की चौथी अि था ੵा৷ा एिं पांचिी अि था ब स
 ढलिा ल हा , बफथ, ए਒ीमनी, वबૺथ पीतल आवद गलने पर
आयतन में वसकुडते हैं वजसके कारण इसके ठ स अपने ही
आइं ૭ीन कंडनसेट है
 ताप एिं दाब में पररितथ न करके वकसी भी पदाथथ की गले हुए द्रि में ੵिन करते हैं यही कारण है वक बफथ पानी
में ੵिन करता है
अि था क बदला जा सकता है
अपिाद – लकडी और पਥर ये केिल ठ स अि था में ही
 मुद्रण धातु ऐसे पदाथों के बने ह ते हैं ज जमने पर आयतन में
रह सकते हैं बढ़ते हैं
 जल तीन ं भौवतक अि था में रह सकता है
 चांदी या स ने की मुद्राएं ढाली नही ं जाती केिल म हर
लगाकर बनाई जाती है
द्रिणांक (Melting Point) पर दाब का प्रभाि
 वमश्रधातु का द्रिणांक उ੫ें बनाने िाले पदाथों के गलनांक से
1. उन पदाथों के द्रिणांक दाब बढ़ाने से बढ़ जाते हैं वजनका
कम ह ता है क्य वं क अिुस्ट਽या डाल दे ने पर पदाथथ का
आयतन गलने पर बढ़ जाता है जैसे – म म , तांबा
गलनांक घट जाता है
2. उन पदाथों के द्रिणांक दाब बढ़ाने से घट जाते हैं वजनका
 दाब बढ़ाने से द्रि का क्वथनांक बढ़ जाता है और दाग हटाने
आयतन गलने पर घट जाता है जैसे – बफथ , ढलिा ल हा
से द्रि का क्वथनांक हट जाता है

पृਸी पर पाए जाने िाले प्रमुख तਲ मानि िरीर में तਲ ं की औसत िायुमंडल में पाई जाने िाली प्रमुख गैस
एिं उनका प्रवतित प्रवतित एिं उनका प्रवतित
तਲ प्रवतित तਲ प्रवतित गैस प्रवतित
ऑসीजन 46.60% ऑসीजन 65% नाइटर जन 78%
वसवलकॉन 27.72% काबथन 18% ऑসीजन 21%
ए઻ुवमवनयम 8.13% हाइडर जन 10% आगथन 0.93%
ल हा 5% नाइटर जन 3% काबथन डाइऑসाइड 0.04%
कैस्ट ियम 3.6% कैस्ट ियम 2%
स वडयम 2.83% फा૸ रस 1%
प टे वियम 2.59% प टै वियम 0.35%
मै্ीवियम 2.09% सષर 0.25%
हाइडर जन 0.14% Na & Cl 0.15%

2. परमाणु संरचना

 बीसिी ं िताઅी में जे जे थॉमसन, रदरफ डथ , चैडविक आवद परमाणु नावभक का संघटन
िै ৯ावनक ं ने यह वस਽ कर वदया की परमाणु अविभा৸ है  परमाणु नावभक की ख ज रदरफ डथ ने 1911 में की थी
 परमाणु मुূतः तीन मूल कण ं प्र ट न, इलेक्टरॉन और  परमाणु नावभक की रचना प्र टॉन और ੧ूटरॉन से ह ती
੧ूटरॉन से वमलकर बना है है वजसे सामूवहक रूप से ੧ूस्टिआन कहते हैं
 पांवजटर ान, ੧ूवटर न , एं टी੧ूवटर न और मेसान अ थाई कण ं में  नावभक पर धन आिे ि ह ता है
आते हैं  परमाणु में इलेक्टरॉन नावभक के चार ं ओर एक वनवોत
 एक ही प्रकार के परमाणु प्राकृत तਲ ं में वमलते हैं कक्षा में चक्कर लगाते हैं
 परमाणु में इलेक्टरॉन की संূा प्र टॉन की संূा के
मूल कण आिे ि द्र૆मान द्र૆मान ख जकताथ बराबर ह ती है अतः परमाणु विद् युत उदासीन ह ते हैं
(gm) (amu)  परमाणु की कक्षाओं में इलेक्टरॉन के भरने का क्रम
इलेक्टरॉन -1 9.109 x 10-28 0.000548 थॉमसन आफबाऊ वस਽ांत से वनयंवत्रत ह ता है वजसके अनुसार
प्र टॉन +1 1.672 x 10-24 1.007333 ग ય૭ीन इलेक्टरॉन सिथ प्रथम वनઘ उजाथ ૮र में जाता है तਨોात
੧ूटरॉन चैडविक उৡ ऊजाथ ૮र में
-24
0 1.674 x 10 1.008724

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1. परमाणु क्रमांक (Atomic Number) – वकसी तਲ के  रे वडय सवक्रयता (Radioactivity) परमाणु नावभक के
परमाणु के नावभक में उपस्ट थत प्र ट न की संূा क गुण है
परमाणु क्रमांक (Z) कहते हैं  रे वडय एस्टक्टि तਲ ं के नावभक अ थाई ह ते हैं वजनका
 हाइडर जन तਲ का परमाणु क्रमांक 1 है इस कथन से ૿त विखंडन (Spontaneous Disintegration)
यह अवभप्राय है वक हाइडर जन परमाणु के नावभक में ह ता है
एक प्र ट न है  यह गुण प्राय: भारी नावभक ं में पाया जाता है क्य वं क
 हाइडर जन परमाणु के नावभक में ੧ूटरॉन अनुपस्ट थत भारी नावभक अ थाई ह ते हैं
रहता है  रे वडय एस्टक्टविटी का आवि૗ार बैकुरे ल ने वकया था
2. द्र૆मान संূा (Mass Number) – वकसी परमाणु के  रे वडय एस्टक्टविटी क गाइगर काउं टर से मापा जाता
नावभक में उपस्ट थत प्र टॉन (Z) और ੧ूटरॉन (N) की संূा है
का य ग उस परमाणु की द्र૆मान संূा (A) कहलाती है  परमाणु क्रमांक 83 से आगे के सभी तਲ रे वडय
A = Z+N एस्टक्टि हैं
 द्र૆मान संূा उस परमाणु के नावभक में उपस्ट थत  रे वडयम सिाथवधक रे वडय एस्टक्टि पदाथथ है वजसकी
੧ूस्टिआन की कुल संূा क प्रदविथत करता है ख ज मैरी क्यू री ने िर्थ 1902 में की थी
3. सम थावनक (Isotopes) – समान परमाणु क्रमांक परं तु  अષा, बीटा और गामा क रे वडय एस्टक्टि वकरण
वभ੡ परमाणु द्र૆मान कहा जाता है क्य वं क यह रे वडय एस्टक्टि तਲ ं के
EX - 1H1 1H2 1H3 नावभक ं के विखंडन के फल ૿रुप उਲ਼वजथत ह ती हैं
 हाइडर जन तਲ के तीन सम थावनक ह ते हैं वजसमें  अષा कण धन आिे वित जबवक बीटा कण ऋण
प्रਮेक की परमाणु संূा एक है आिे वित ह ती है गामा विद् युत चुंबकीय तरं ग है वजस
 अथाथत प्र ट न की संূा समान वकंतु ੧ूटरॉन की संূा पर क ई आिे ि नही ं ह ता
(क्रमिः 0 , 1 , 2) द्र૆मान संূा (क्रमिः 1 , 2 , 3)  गामा वकरण ं की िे धन क्षमता (Penetrating Power)
वभ੡ ह ती है सिाथवधक ह ती है
 सबसे अवधक सम थावनक िाला तਲ प ल वनयम है  रे वडय एस्टक्टि विघटन एक नावभकीय प्रवक्रया है ना
4. समभाररक (Isobar) – परमाणु द्र૆मान समान परं तु की रासायवनक अवभवक्रया
परमाणु संূा अलग अलग ह ती है
EX – 18Ar40 19K40 20Ca40 3. तਲ ं का आिती िगीकरण
 उपर क्त उदाहरण में प्रਮेक तਲ की द्र૆मान संূा
 मेंडलीफ के आितथ वनयम के अनु सार तਲ ं का
40 है
भौवतक एिं रासायवनक गुण उसके परमाणु भार ं का
5. सम੧ूटरॉवनक (Isotone) – ੧ूटरॉन की संূा समान ह ती
आितथ फलन ह ता है
है EX – 1H3 2He4
 मेंडलीफ की आितथ सारणी में 9 िगथ (COLOUM) और
 उपर क्त उदाहरण में द न ं तਲ ं की परमाणु संূा
7 आितथ (ROW) थे
क्रमिः एक और द है जबवक द्र૆मान संূा 3 और 4
 आधु वनक आितथ सारणी का वस਽ांत म सले (1913)
है लेवकन द न ं तਲ ं में ੧ूटरॉन की संূा
के वनयम पर आधाररत है
(3 – 1 = 4 – 2 = 2) द है
 म सले के अनु सार तਲ ं के गुण उनकी परमाणु संূा
6. सम इलेक्टरॉवनक (Isoelectronic) – वजन आयन ं और
के आितथ फलन ह ते हैं
परमाणुओ ं में इलेक्टरॉन की संূा बराबर ह ती है उ੫ें
 आधु वनक आितथ सारणी में आितथ की संূा 7 और
समइलेक्टरॉवनक कहते हैं
िगथ की संূा 9 है
EX – Na+ Mg ++ F- O-- प्रਮेक में 10 इलेक्टरॉन है  उप िगो सवहत कुल िगों की संূा 18 है

आधुवनक आितथ सारणी के प्रमुख गुण  आधु वनक आितथ सारणी में परमाणु संূा 57 – 71
तक के तਲ ं क लैंथेनाइड श्रेणी एिं परमाणु संূा
गुण िगथ में ऊपर से आितथ में बाएं से 89 – 103 तक के तਲ ं क एस्टक्टनाइड श्रेणी कहा
नीचे आने पर दाएं जाने पर जाता है
परमाणु का आकार बढ़ता है घटता है  ੿ ररन की विद् युत ऋणाਬकता का सिाथ वधक ह ती
विद् युत धनाਬकता बढ़ती है घटती है है
आयनन ऊजाथ घटती है बढ़ती है  वनस्ट૘य गैस ं का गलनांक वनઘ ह ता है
विद् युत ऋणाਬकता घटती है बढ़ती है  ि रीन की इलेक्टरॉन बंधुता सिाथवधक है
इलेक्टरॉन प्रीवत घटती है बढ़ती है

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4. रासायवनक एिं भौवतक पररितथन विवलयन

1. भौवतक पररितथन (PHYSICAL CHANGE) वनलंबन (SUSPENSION)


कण ं (परमाणु , अणु या आयन) का आकार 10 - 10
-3 -4
 िे पररितथ न वजनमें क ई नया पदाथथ नही ं बनता भौवतक 
पररितथ न कहलाते हैं Cm से अवधक
 भौवतक पररितथ न ं क आसानी से उਜवमत (REVERSIBLE)  न্ आं ख ं से दे खा जा सकता है
वकया जा सकता है  उदाहरण – नदी का गंदा पानी, िायु में धु आं
भौवतक पररितथ न के उदाहरण क लाइड (COLLOID)
1. बफथ का गलन  कण ं का आकार 10 -10 cm के बीच
-5 -7

2. जल का वहमी करण  न্ आं ख ं से नही ं दे खा जा सकता


3. जल का क्वथन  उदाहरण – दू ध, ग द ं , रक्त, ૼाही
4. भाप का संघनन या द्रिण विवलयन बनना
क लाइड के विवभ੡ प्रकार
5. विद् युत बસ का चमकना
6. कांच के वगलास का टू टना
1. स ल – ठ स कण द्रि में पररक्षे वपत
7. पानी में चीनी का घुलना जैसे – रबड की द૮ान ं का वनमाथण
2. जेल – ठ स कण ं का समान मात्रा में द्रि में पररक्षे पण
2. रासायवनक पररितथन (CHEMICAL CHANGE)
जैसे – जेली और वजले वटन
 रासायवनक पररितथ न वजनमें नए पदाथथ बनते हैं रासायवनक 3. एर स ल
पररितथ न कहलाते हैं a) गैस में द्रि का पररक्षे पण
 रासायवनक पररितथ न प्राय: अनु ਜमणीय (IRREVERSIBLE) जैसे – क हरा, बादल, अम वनया गैस का जल में
ह ते हैं विलयन
रासायवनक पररितथन के उदाहरण b) गैस में ठ स कण ं का पररक्षे पण
 मै্ीवियम तार का जलना जैसे – धुाँ आ िायु में आय डीन का विलयन
4. पायस (EMULSION) – द्रि में द्रि का पररक्षे पण
 कागज का जलना
a. दू ध प्राकृवतक पायस का उदाहरण है
 ल हे का जंग
b. पेंट साबुन और वडटजेंट कॉड वलिर ते ल इਮावद
 दू ध से दही का बनना
 भ जन का पकना, कृवत्रम पायस उदाहरण है
 क लाइडी विवलयन क िा૮विक विवलयन से अप हन
सं क्षारण (DIALYSIS) विवध ੇारा अलग वकया जाता है
 वसિर पर काले रं ग की परत बनना
 तांबे पर हरे रं ग की परत बनना
 ल हे पर भूरे रं ग की परत बनना महਲपूणथ त਷
 वमश्र धातु एाँ ठ स में ठ स का विवलयन है
विलयन (SOLUTION)  जल अपघटन में उजाथ उૣा के रूप में उਨ੡ ह ती है
 विलयन अ थाई एिं पारदिथक ह ता है  पाોराइजेिन (PASTEURIZATION) में दू ध क पहले
 विवलयन में ज पदाथथ अवधक मात्रा में ह ता है उसे विलायक बहुत दे र तक गमथ वकया जाता है और एक वनवોत समय
(SOLVENT) और ज पदाथथ अपेक्षाकृत कम मात्रा में उपस्ट थत में अचानक ठं डा कर वलया जाता है
रहते हैं उसे विलेय (SOLUTE) कहते हैं  पाોराइजेिन में दू ध क 1450 – 1500 F तापमान पर 30
विलेयता पर ताप का प्रभाि वमनट तक गमथ वकया जाता है
 पाોराइजेिन में वकसी तरल या दू ध क वनजथमीकरण
 सामा੧ता ठ स पदाथों की विलेयता ताप बढ़ने से बढ़ती है
करके उसकी भंडारण क्षमता में सुधार वकया जाता है
 कुछ ठ स पदाथों की विलेयता ताप बढ़ने से घटती है
 लुई पाોर ने पाોराइजेिन की प्रवक्रया की ख ज की थी
जैसे – स वडयम सષेट (Na2SO4), कैस्ट ियम
 अिुस्ट਽य ं के कारण द्रि का क्वथनांक बढ़ जाता है
हाइडर সाइड [Ca(OH)2], कैस्ट ियम नाइटर े ट
जबवक गलनांक सामा੧तः कम ह जाता है
 वकसी द्रि में गैस की विलेयता ताप बढ़ने से घटती है
 क्र मैट ग्राफी तकनीक का प्रय ग एक वमश्रण से पदाथों
विलेयता पर दाब का प्रभाि
क अलग करने में वकया जाता है
 दाब बढ़ने पर द्रि में गैस की विलेयता बढ़ती है  कुछ ठ स पदाथथ ऐसे ह ते हैं वज੫ें गमथ वकए जाने पर िे
पररक्षे पण (DISPERSION) द्रि अि था में आने की बजाय सीधे िाૠ में बदल जाते
जब वकसी पदाथथ के कण दू सरे पदाथथ के कण ं के उपर हैं और िाૠ क ठं डा करने पर पुनः सीधे ठ स अि था
पररक्षे पण वछतरा वदए जाते हैं त यह प्रवक्रया पररक्षेपण में आ जाते हैं इस वक्रया क उ੍थ पातन (SUBLIMATION)
कहलाती है कहते हैं
 जैसे – कपूर , ने थलीन, अम वनयम ि राइड इस विवध
ੇारा िु਽ वकए जाते हैं

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5. अकाबथवनक रसायन
5A. धातुएं 19

5A .1 धातुएं खवनज और
 कुछ धातु एं में बहुत कम सवक्रय ह ती हैं जैसे ग ય अय૨ कुछ प्रमुख धातु ओ ं के खवनज एिं अय૨
ੵैवटनम आवद िे मुक्त अि था में वमलती है
 भूपपथटी में वमलने िाले धातु धातु खवनज /अय૨ सूत्र
ए઻ुवमवनयम (7%) > ल हा (4%) > कैस्ट ियम (3%) स वडयम (Na) रॉक साભ NaCl
 सिाथवधक वक्रयािील धातु प टे वियम (K) ह ता है साભपीटर/ ि रा NaNO3
 वक्रयािीलता का क्रम ब रे স Na2B4O7.10H2O
प टे वियम > स वडयम > वलवथयम > कैस्ट ियम > ৕ाबर साભ Na2SO4. 10H2O
मै্ीवियम > ए઻ुमीवनयम > वजंक > आयरन > कॉपर प टे वियम (K) कने लाइट KCl.MgCl2. 6H2O
 वलवथयम (Li) सबसे हનी धातु और ओस्टૺयम (OS) मै্ीवियम (Mg) ड ल माइट MgCO3.CaCO3
सबसे भारी धातु ह ती है ए੸म साભ MgSO4.7H2O
 ੵैवटनम सबसे कठ र धातु ह ती है कैस्ट ियम (Ca) लाइम૭ न CaCO3
 सिाथवधक कठ र तਲ हीरा ह ता है वज੸म CaSO4.2H2O
 सबसे भारी प्राकृवतक तਲ यूरेवनयम (U) है एलमुवनयम (Al) बॉসाइट Al2O3.2H2O
 भारत में यूरेवनयम का सबसे ৸ादा उਨादन झारखंड क्राय लाइट Na3AlF6
में ह ता है क रं डम Al2O3
 म ती की रासायवनक संरचना कैस्ट ियम काबोने ट सीसा (Pb) गैलेना PbS
(CaCO3) की ह ती है कॉपर (Cu) क्यू प्राइट Cu2O
 मावणक्य और नीलम मुূ रूप से अ઺ुवनयम कॉपर ৕ांस Cu2S
हाइडर সाइड (AlOH) के नाम से जाने जाते हैं कॉपर पायराइट CuFeS2
 ੿ र सेंट लैंप में पारा िाૠ और आगथन गैस भरी जाती चांदी (Ag) अजेੑाइट Ag2S
है रूबी वसિर 3Ag2S.SbS3
 िु਽ स ना 24 कैरे ट का ह ता है हॉनथ वसિर AgCl
 आभूर्ण बनाने के वलए 10 से 22 कैरे ट तक का स ना
स ना (Au) काિे राइट AuTe2
अৢा माना जाता है
वजंक (Zn) वजंक ઍेंडे ZnS
 चूना पਥर का रासायवनक नाम कैलवियम काबोने ट है
मरकरी (Hg) वसने बार HgS
 आवतिबाजी के दौरान हरा रं ग बेररयम (Ba) के कारण
ल हा (Fe) मै্ेटाइट Fe3O4
और लाल रं ग ૭र ांस्ट ियम (Sr) के कारण ह ता है
हे माटाइट Fe2O3
 भारत में टं ग૭न (W) का उਨादन राज थान के दे गाना
वसडे राइट FeCO3
खान से ह ता है
आयरन पायराइट FeS2
 टं ग૭न तं तु के उपचयन क र कने के वलए वबजली के
बસ से हिा वनकाल दी जाती है यूरेवनयम (U) वपंच ઍेंडे U3O8
 ੵा૭र ऑफ पेररस (CaSO4 .1/2H2O) रासायवनक
रूप से कैस्ट ियम सષेट है 5A .2 वमश्रधातुएं
 डॉक्टर कलाकार एिं मूवतथ कार ੵा૭र ऑफ पेररस का वमश्रधातु अियि धातु उपय ग
उपय ग करते हैं (ALLOY)
 माइका (अभ्रक) ऊૣा का चालक तथा विद् युत का पीतल तांबा + वजंक बतथ न तथा सजािटी सामान में
कुचालक ह ता है ૭ील ल हा + काबथन पररिहन के साधन,भिन ं तथा
 पारा ऊૣा का सिोਢम चालक है कई अ੧ ि૮ुओ ं के वनमाथण में
 पारा तथा गैवलयम धातु सामा੧ ताप (250C) पर द्रि ૭े नलेस ૭ील ल हा +क्र वमयम खेल का सामान बतथ न एिं दै वनक
अि था में ह ता है +मैंगनीज+कार्बन उपय ग की चीजें बनाने में
 लेड (Pb) कॉपर (Cu) वसિर (Ag) ग ય (Au) एिं
टांका (स યर) िीिा + टीन विद् युत ੾ूज में
ੵैवटनम (Pt) जैसी धातु एं जल या भाप से वबનुल
कांसा तांबा + टीन मूवतथ य ं तथा वसक्के के वनमाथण
अवभवक्रया नही ं करती
 वपटिा ल हा में काबथन की मात्रा सबसे कम ह ती है अतः ਍ूरालुवमन Al+Cu+Mg+Mn िायु यान तथा रस ई के सामान
यह अपेक्षाकृत िु਽ ह ता है बनाने में
 वसडर वसस र ग ल हे के बतथ न में िराब के सेिन से जमथन वसિर Cu + Ni +Zn बतथ न तथा अ੧ चीजें बनाने में
ह ता है नाइक्र म Ni + Cr + Fe
 वसિर ि राइड (AgCl) क हॉनथ वसિर कहा जाता
 वसિर आय डाइड का उपय ग कृवत्रम िर्ाथ कराने में
वकया जाता है

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महਲपूणथ त਷ भૺ (BASE)
 ल हे क जंगर धी बनाने के वलए उस पर ज૮े की पॉवलि  िह यौवगक वजसमें इलेक्टरॉन की एक वनजथन ज डी प्रदान
की जाती है इसे गैિेनाइजेिन कहते हैं करने की क्षमता ह ती है या प्र ट न ग्रहण करने की क्षमता
 ए઻ुमीवनयम क जंगर धी बनाने के वलए ए઻ुमीवनयम ह ती है या ज अઢ से प्रवतवक्रया कर लिण एिं जल दे ता
ऑসाइड की परत का वनक्षे पण वकया जाता है वजसे है भૺ कहलाता है
एन डाइवजंग कहते हैं a) यह ૿ाद में कडिा ह ता है
 हिाई जहाज और रे ल के वडઉे के वनमाथण में ए઻ुमीवनयम b) यह लाल वलटमस पत्र क नीला कर दे ता है
का उपय ग वकया जाता है  प टै वियम हाइडर সाइड (KOH) और स वडयम
 जब पारा वकसी धातु से वमलकर वमश्र धातु बनाता है त हाइडर সाइड (NaOH) जल में घुलनिील भૺ है
उसे अमलगम कहते हैं  ZnO, Cu(OH)2 , FeO, Fe2O3 जल में अघुलनिील भૺ है
 ल हा पारे के साथ नही ं वमलता अत: ल हा का अमल गम कुछ प्रमुख भૺ ं का उपय ग
नही ं ह ता
1. कैस्ट ियम हाइडर সाइड Ca(OH)2
a. घर ं में चूना प तने में
5A.3 अઢ भૺ एिं लिण b. गारा एिं ੵा૭र बनाने में
c. ઍीवचंग पाउडर बनाने में
अઢ (ACID) d. चमडा के ऊपर का बाल साफ करने में
e. जल क मृदु बनाने में
 िह यौवगक है वजसमें इलेक्टरॉन की एक वनजथन ज डी (Lone
f. अઢ की जलन पर मरहम पਂी करने में
Pair) ૿ीकार करने की या दू सरे पदाथथ क प्र टॉन प्रदान
2. कास्ट૭क स डा या स वडयम हाइडर সाइड (NaOH)
करने की या जल में घुलकर H+ आयन दे ने की क्षमता ह ती
a. साबुन बनाने में
है
b. दिा बनाने में
a. अઢ ૿ाद में खਂे ह ते हैं
c. कपडा एिं कागज बनाने में
b. अઢ का जलीय विवलयन नीले वलटमस क लाल कर
d. कारखान ं क साफ करने में
दे ता है
e. पेटर वलयम साफ करने में
अઢ का उपय ग 3. वमન ऑफ मै্ीविया या मैव্वियम हाइडर সाइड
 खाना पचाने में हाइडर ि ररक अઢ का उपय ग ह ता है a. पेट की अઢता क दू र करने में
 नाइवटर क अઢ (HNO3) का प्रय ग स ना एिं चांदी के
िुस्ट਽करण में वकया जाता है
 ल हा पर ज૮े की परत चढ़ाने के पहले ल हे क साफ लिण (SALT)
करने में स ੾ूररक अઢ (H2SO4) एिं अम वनया  भૺ जल के साथ प्रवतवक्रया कर लिण एिं जल बनाते
(HNO3) का प्रय ग वकया जाता है हैं
 कपडे से जंग के धઉे हटाने के वलए ऑक्जेवलक अઢ का प्रमुख लिण एिं उनका उपय ग
प्रय ग वकया जाता है 1. साधारण नमक या स वडयम ि राइड (NaCl)
कुछ प्राकृवतक अઢ  खाने के रूप में एिं अचार के परररक्षण में
2. खाने का स डा या स वडयम बाइकाबोने ट(NaHCO3)
प्राकृवतक स्र त अઢ  पेट की अઢीयता दू र करने में
वसरका एवसवटक एवसड  अव্िामक यं त्र ं में
संतरा , नी ंबू वसवटर क एवसड 3. ध बन स डा या स वडयम बाई काबोने ट (Na2CO3)
इमली , अं गूर टारटररक एवसड  कपडा ध ने में
टमाटर ऑक्जेवलक एवसड 4. कास्ट૭क स डा या स वडयम हाइडर সाइड (NaOH)
दही और खਂा दू ध लैस्टक्टक एवसड  अपमाजथक (Detergent) का चूणथ बनाने में
वचटी या वबৢू का डं क मेथैनाइक अઢ 5. प टे वियम नाइटर े ट (KNO3)
 बारूद बनाने में
 अઢराज (Aqua Regia) यह 3:1 के अनु पात में सांद्र
हाइडर ि ररक अઢ (HCl) एिं सांद्र नाइवटर क अઢ  PH ૨ेल – वकसी विवलयन की अઢीयता क्षारीयता क
(HNO3) का वमश्रण ह ता है ૆क्त करने में PH मापदं ड का प्रय ग वकया जाता है
 अઢराज स ना एिं ੵैवटनम क गलाने में समथथ है  वकसी विवलयन का पीएच मान 7 से कम ह ने पर िह
 अઢ की प्रबलता का घटते क्रम में विवलयन अઢीय ह ता है जबवक 7 से अवधक ह ने पर िह
HCl > HNO3 > H2SO4 > CH3COOH विवलयन क्षारीय (Basic) ह ता है
 मानि िरीर का PH मान 7 – 7.8 के बीच में ह ता है

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5B. अधातुएं
कुछ सामा੧ पदाथों का PH मान 5B.1 काबथ न और उसके वभ੡ रूप
पदाथथ PH मान पदाथथ PH मान  ऑস काबथन एक अकाबथ वनक यौवगक है ज केिल काबथन
समुद्री जल 8.4 दू ध 6.4 और ऑসीजन से युक्त ह ता है
रक्त 7.4 मूत्र 6  ऑস काबथन काबथन का अपरूप नही ं है
िु਽ जल 7 िराब 2.8  काबथन सबसे ৸ादा यौवगक ं का वनमाथण करता है
अઢीय िर्ाथ 5.6 से कम वसरका 2.4  ग्रेफाइट, हीरा, ग्रैफीन और बकवमं૭र फुलरीन (C60) काबथन
लार 6.5 वनं बू 2.2 के अपरूप हैं
 हीरा सबसे कठ र ह ता है जबवक ग्रेफाइट मुलायम
महਲपूणथ त਷  ग्रेफाइट का प्रय ग पेंवसल के लेड बनाने में वकया जाता है
 ग्रेफाइट का उपय ग भारी मिीन ं में ૵ेहक के रूप में वकया
 दांत ं का इनै मल कैस्ट ियम फा૸ेट का बना ह ता है
जाता है
ज िरीर का सबसे कठ र पदाथथ है
 हीरा का उपय ग कांच क काटने तथा उस पर उਚीणथ
 िराब पीकर गाडी चलाने िाले डराइिर ं की जांच के
करने या खर चने में वकया जाता है
वलए पुवलस ੇारा प्रयुक्त ૔ास वि૓ेर्क अઢ – क्षार
 बकवमवन૭र फुलरीन (C60) में काबथन के 60 परमाणु
अवभवक्रया के आधार पर कायथ करता है
वि੅मान ह ते हैं
 भूपपथਂी में द्र૆मान प्रवतित के रूप में पाए जाने िाले
 C60 बहु फलकीय संरचना िाली यौवगक में 20 र्ट् भुज और
तਲ ं का क्रम
12 पंचभुज वनवमथत ह ते हैं
 ऑসीजन (46.8%) > वसवलकॉन (27.72%) >
 ग्राफीन एक वੇ आयामी पदाथथ है और उसकी विद् युत
कैस्ट ियम (3.65 %) > काबथन (0.6%)
चालकता उਢम ह ती है
 ब्रଃांड में सिाथवधक पाए जाने िाला तਲ हाइडर जन है
 ग्राफीन न केिल बेहद पतला है बस्टન अब तक ख जे गए
 रसायन उ੅ ग में ते जाब का मूल रसायवनक नाम
पदाथों में सबसे मजबूत भी है
स ੾ूररक अઢ H2SO4 है
 पारदिी ह ने के साथ-साथ ग्राफीन का घनਲ इतना अवधक
 आय डीकृत लिण बनाने में प टै वियम आय डाइड
है वक इससे गैस का सबसे छ टा अणु हीवलयम हुई गुजर
और स वडयम आय डाइड का उपय ग वकया जाता है
नही ं सकता
 ग्राफीन का उपय ग कंੴू टर वच੸, कડुवनकेिन वडिाइस
यौवगक रासायवनक नाम सूत्र
और टच૩ीन आवद में वकया जाता है
नीला थ था कॉपर सષेट CuSO4.5H2O  कांच हाइडर ि ररक अઢ में घुलनिील वसलीकेट बनाता
हरा थ था आयरन सષेट Fe2SO4 है
उजला थ था मै্ीवियम सષेट Mg2SO4.7 H2O  हाइडर ि ररक अઢ का उपय ग भी कांच पर उਚीणथ करने
हाइप स वडयम थाय सષेट Na2S2O3·5H2O
एिं खर चने में ह ता है
विरं जक चूणथ कैस्ट ियम Ca(OCl)Cl  ठ स काबथन डाइऑসाइड क िु૗ बफथ या िु૗ वहम
ઍीवचंग पाउडर ऑस्टসि राइड कहा जाता है
ए੸म साભ मै্ीवियम सષेट Mg2SO4  िु૗ बफथ का उपय ग आइसक्रीम के वनमाथण में तथा
खाने का/बेवकंग स वडयम बाई NaHCO3 प्रभािकारी िीतलक के रूप में वकया जाता है
स डा काबोने ट क यले की खवनज ं में काबथन की प्रवतित मात्रा
ध िन स डा स वडयम काबोने ट Na2CO3
वल্ाइट 25 – 35% भूरा क यला
 स वडयम ि राइड (NaCl) महासागर ं में सिाथवधक पाए पीट 50 – 60%
जाने िाला लिण है वजसका उपय ग भ जन की एक वबटु वमनस 45 – 85% सॉ੺ क यला
आि૑क अं ग में वकया जाता है ए रासाइट 85% से अवधक कठ र क यला
 खाने का नमक मजबूत अઢ (Na+) और मजबूत क्षार  वबटु वमनस वनઘ क्वावलटी का और ए रासाइट उৡ क्वावलटी
(Cl-) से वमलकर बना है का क यला है
 विरं जक चूणथ एक ऑসीकारक है ज जल में विलेय ह ता  ढलिा ल हे में काबथन की अवधकतम मात्रा (3.5-4.5%) ह ती
है परं तु अिुस्ट਽य ं की उपस्ट थवत के कारण एक ૿ৢ है जबवक वपटिा ल हा में काबथन की ੧ूनतम मात्रा (0.04-
विवलयन का वनमाथण नही ं ह पाता 0.08%) ह ती है
 स वडयम थाय सષेट का उपय ग फ ट ग्राफी तथा  नमक, चीनी, हीरा ,क्वाट्थ ज, बफथ, ग्रेफाइट इਮावद वक्र૭ल
एं टीि र के रूप में वकया जाता है की श्रेणी में आते हैं
 फ ट ग्राफी की ੵेट पर वसિर ब्र माइड की परत चढ़ाई  कैस्ट ियम सષेट की उपस्ट थवत जल क कठ र बना दे ती है
जाती है एिं िह उपय ग य ৓ नही ं रहता

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5B.2 हाइडर जन और उसके यौवगक 5B.3 सષर नाइटर जन है ल जन और अवक्रय गै सें

 हाइडर जन का परमाणु क्रमांक 1 है वजसमें क्षार धातु ओ ं  वहवलयम (He) और ऑসीजन का वमश्रण गहरे समुद्र ं में
और है ल जन द न ं के गुण उपस्ट थत ह ते हैं ग ताख र ं ੇारा सांस लेने के वलए वकया जाता है
 हाइडर जन के तीन सम थावनक हैं  सષर हे সा੿ राइड (SF6) रं गहीन, गंधहीन और
1. हનी हाइडर जन या प्र वटयम – 1H1/ H अ৹लनिील अकाबथ वनक यौवगक है
2. भारी हाइडर जन /਍ूटी ररयम – 1H2 / D  सષर हे সा੿ राइड अ૙ फलकीय ह ता है
3. टर ाइवटयम – 1H3 / T  नाइटर स ऑসाइड (N2O) क हाૼ गैस (Laughing
 ਍ूटीररयम के ऑসाइड (D2O) क भारी जल कहा Gas) कहा जाता है वजसका प्रय ग वनોेतक
जाता है (ANAESTHESIA) के रूप में ह ता है
 भारी जल (D2O) की ख ज उरे और िािबनथ ने की थी  हिा से भारी जेनॉन गैस (Xe) क ૭रें जर गैस कहते हैं ज
 भारी जल का उपय ग नावभकीय ररएक्टर में मंदक के िायुमंडल में बहुत कम मात्रा में उपलઆ है
रूप में वकया जाता है  िायुयान के टायर ं में नाइटर जन गैस का उपय ग वकया
 भारी जल पौधे के विकास क र कता है जाता है क्य वं क दबाि कम ह ने के कारण टायर ं में
 िह जल ज साबुन के साथ आसानी से झाग दे ता है मृदु वि૸ ट की संभािना कम रहती है
जल (Soft Water) और ज कवठनाई से झाग दे ता है  नाइटर जन पौधे की िृ स्ट਽ के वलए आि૑क तਲ है
कठ र जल (Hard Water) कहलाता है  कीट भक्षी पौधे प्रायः ऐसे थान पर पाए जाते हैं जहां की
 जल की कठ रता उसमें कैस्ट ियम और मै্ीवियम के भूवम में नाइटर जन की कमी ह ती है
बाइकाबोने ट, ि राइड, सષेट, नाइटर े ट आवद लिण ं  नाइटर जन की कमी क पूरा करने के वलए कीटभक्षी पौधे
के घुले ह ने के कारण ह ती है कीट ं क पकडते हैं और उनका भक्षण करते हैं
 हाइडर जन क जलाने से पानी बनता है वजसका  अષा ि र एसीट फेन न, एक्र लीन आवद प्रमुख अश्रु
रासायवनक नाम हाइडर जन ऑসाइड है गैस (TEAR GAS) हैं
 हाइडर जन पेर সाइड (H2O2) की ख ज 1818 ई. में  अश्रु गैस में अम वनया (NH4) का प्रय ग वकया जाता है
थीनाडथ ने की थी वजसके कारण आं ख ं में जलन ह ती है
 हाइडर जन पेर সाइड फीका नीला (Pale Blue) द्रि  ि रीन, ੿ रीन, ब्र मीन, आय डीन आवद है ल जन
ह ता है समूह की गैसें हैं
 जल गैस या िाटर गैस एक कृवत्रम गैस (Synthesis Gas)  आय डीन सामा੧ ताप पर ठ स अि था में रहता है
है वजसमें काबथन म न ऑসाइड (CO) और हाइडर जन  है ल जन अਮवधक अवभवक्रयािील अधास्टਲक तਲ ं की
(H2) उपस्ट थत ह ता है श्रृंखला है
 जल गैस = CO+H2  सबसे अवधक अवभवक्रयािील तਲ ੿ रीन है
 िु਽ जल और िर्ाथ के जल का PH मान 7 ह ता है  ब्र मीन के यौवगक ं का उपय ग पीडानािक के रूप में
 ि रीन का प्रय ग ઍीवचंग पाउडर बनाने में तथा पीने के वकया जाता है
पानी क िु਽ करने के रूप में वकया जाता है  वहवलयम (He) वनयॉन (Ne) आगथन (Ar) वक्र੭ान (Kr)
 समुद्री जल क िु਽ करने में उਜमण परासरण जीनान (Xe) तथा रे डॉन (Rn) अवक्रय गैसे हैं
(Reverse Osmosis) विवध का प्रय ग वकया जाता है  अवक्रय गैस (INERT GAS) क उਚृ૙ गैस (NOBLE
 वफटवकरी गंदे पानी क ૨ंदन (Coagulation) ऊणथन GAS) या दुलथभ गैस भी कहा जाता है
(Flocculation) तथा अिसादन (Sedimentation)
विवध ੇारा िु਽ करता है
 हाइडर जन का प्रय ग कर िन૶वत घी बनाने की प्रवक्रया
क हाइडर जनीकरण कहा जाता है

महਲपूणथ त਷
 िायुमंडल में काबथन डाइऑসाइड (CO2) की मात्रा 0.03% आगथन की मात्रा 0.93% ऑসीजन की मात्रा 20.95% है
 िायुमंडल में सिाथवधक मात्रा में नाइटर जन (N) 78% है
 गैसीय चक्र में पदाथथ का मुূ भंडार या स्र त िायुमंडल एिं महासागर ह ते हैं
 गैसीय चक्र में काबथन चक्र, ऑসीजन चक्र, नाइटर जन चक्र एिं जल चक्र प्रमुख है
 िे गैस वजसमें उपस्ट थत हाइडर जन परमाणु जल के अनु ओ ं के साथ सरलता पूिथक हाइडर जन बंधन बना लेते हैं जल में अवधक
घुलनिील ह ते हैं जैसे – अम वनया (NH3)
 गुઉार ं में सामा੧ता वहवलयम गैस भरी जाती है क्य वं क यह िायु के साथ वि૸ टक वमश्रण नही ं बनाता है
 ਅू बलाइट में वनઘ दाब पर वनयॉन और पारद िाૠ का प्रय ग वकया जाता है

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6. काबथवनक रसायन
6. A हाइडर काबथन 23

 हाइडर काबथन केिल काबथन तथा हाइडर जन के यौवगक ह ते  इथे फान तथा कैलवियम काबाथइड का उपय ग कৡे
हैं फल ं क पकाने के वलए वकया जाता है
 सभी जैि पदाथथ काबथवनक यौवगक ं से बने ह ते हैं वजसमें  पाइरीन का प्रय ग अव্िामक यं त्र में वकया जाता है
अवनिायथत: काबथन पाया जाता है  िेऑन का प्रय ग प्रिीतक के रूप में वकया जाता है
 काबथन, हाइडर जन, नाइटर जन, ऑসीजन, फा૸ रस और
सષर क आधारभूत तਲ माना जाता है
 हाइडर काबथन मुূतः क ल तथा पेटर वलयम से प्रा੮ ह ते हैं
6. B एન हल
ज ऊजाथ के मुূ स्र त हैं
 घरे लू ईंधन तथा ૿चावलत िाहन ं में द्रवित पेटर वलयम गैस
 मेथेनॉल या मेवथल अન हल क का૜ स्ट૷ट (WOOD
(LPG) तथा संपीवडत प्राकृवतक गैस (CNG) का प्रय ग वकया
SPIRIT) या का૜ नै था कहा जाता है
जाता है ज पेटर वलयम से प्रा੮ ह ता है
 मेवथल अન हल विं टरग्रीन के ते ल और कुछ अ੧
 संतृ੮ हाइडर काबथन में काबथन काबथन (C – C) तथा काबथन
सुगंवधत ते ल ं में ए૭र के रूप में पाया जाता है
हाइडर जन (C – H) के बीच एकल बंधन ह ता है
 मेवथल अન हल विर्ैला ह ता है वजसक पीने से ૆स्टक्त
 एનेन संतृ੮ हाइडर काबथन का उदाहरण है
अं धा या पागल ह जाता है
मेवथल अન हल के उपय ग
कुछ प्रमु ख एનेन a. पेंट िावनथ ि आवद क घ लने के वलए विलायक के रूप
एનेन अणुसूत्र में
वमथे न CH4 b. पेटर ल तथा मेवथल अન हल का वमश्रण म टर इं जन
एथे न C2H6 के ईंधन के रूप में वकया जाता है
प्र पेन C3H8 c. रं जक (Dyes) पर੾ूम (PERFUME) और्वधयां
(MEDICINE) आवद के औ੅ वगक वनमाथण में
ઌूटेन C4H10
d. मेवथल अન हल और जल का वमश्रण ऑट म बाइल
पेੑेन C5H12
के रे वडएटर के वलए एं टी विज के रूप में प्रयुक्त ह ता
 वमथे न दलदली क्षे त्र ं में पाई जाती है है
 छपाई में प्रय ग की जाने िाली ૼाही वमथे न से बनाई जाती
है
प्रमुख िराब और कৡा माल
 धान के खेत, क यले की खदान एिं घरे लू पिु के जु गाली से
वमथे न का उਲ਼जथन ह ता है नाम एન हल प्रवतित कৡा माल
 आद्रथ भूवम तथा समुद्र मीथे न उਲ਼जथन के प्राकृवतक स्र त हैं रम 45 – 55 % िीरा
 वसगरे ट लाइटर में ઌूटेन का प्रय ग वकया जाता है ब्रांडी 40 – 50 % अं गूर
 भ पाल गैस त्रासदी (3RD DEC 1984) वमथाइल स्टૉ૨ी 40 – 50% जौ
आइस सायने ट के ररसाि के कारण हुई थी बीयर 03 – 06 % जौ
िैंपेन 10 – 15% अं गूर
 असंतृ੮ हाइडर काबथन में काबथन – काबथन तथा काबथन साइडर 02 – 06 % सेब
हाइडर जन के बीच वੇबंध या वत्रबंध ह ते हैं
 एનीन और एનाइन असंतृ੮ हाइडर काबथन है  एवथल अન हल क साधारणतः अન हल कहते हैं
 एवथलीन रं गहीन मीठी गंध की जल में अશ विलेय गैस है  एवथल अન हल सभी प्रकार की िराब का मुূ
एवथलीन के उपय ग अियि ह ता है
1. वनોेतक (ANESTHETICS) के रूप में  एवथल अન हल क स्ट૷ट ऑफ िाइन भी कहते हैं
2. कৡे फल ं क पकाने में  एवथल अન हल में मेथेनॉल एिं वपरीडीन वमलाने से
3. पॉवलथीन बनाने में िह पीने की य ৓ नही ं रहता
4. म૭डथ गैस बनाने में  िक्कर के वकਙन से एवथल अન हल या इथाइल
 म૭डथ गैस का उपय ग रासायवनक यु਽ में वकया जाता है अન हल बनता है
 प्रथम वि૔यु਽ के दौरान म૭डथ गैस का प्रय ग वकया था  िीरा (MOLASSES) अન हल के उਨादन के वलए
अवत उਢम कৡा माल है
 एवसवटलीन गंधहीन, रं गहीन तथा जल में अશ विलेय गैस है
 संपीवडत एिं द्रवित एवसवटलीन भयंकर वि૸ टक है
 एवसवटलीन और ऑসीजन का उपय ग िे स्टયं ग और
धातु ओ ं क काटने में वकया जाता है
 फल ं क कृवत्रम विवध से पकाने में एवसवटलीन का उपय ग

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6. C बहुलक (POLYMER) 6. E. वि૸ टक पदाथथ
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बहुलक अियि 1. टर ाई नाइटर टॉलूईन (TNT)


आइस वप्रन प्राकृवतक रबड 2. टर ाई नाइटर स्ट৕सरीन (TNG)
पॉलीवथन एवथलीन  इसे न बेल ते ल भी कहा जाता है
टे ੿ान टे टरा ੿ र एवथलीन  डायनामाइट बनाने में इसका उपय ग वकया जाता है
पॉली विनाइल ि राइड विनाइल ि राइड 3. टर ाई नाइटर वफन ल (TNP)
नीओप्रीन ि र प्रीन  इसे वपवक्रक अઢ भी कहा जाता है
4. ऐमाट ल एक वि૸ टक तਲ है ज टीएनटी तथा
अम वनयम नाइटर े ट के वमश्रण से बनता है
 टे ੿ान का पृ૜ बहुत वचकना ह ता है वजसके कारण 5. डायनामाइट (DYNAMITE)
कुवकंग बतथ न ं में टे ੿ान का लेप वकया जाता है  इसका आवि૗ार अ िेड न बेल ने 1860 के दिक में
 टे ੿ान का उपय ग इं सुलेवटं ग पदाथथ के रूप में भी ह ता वकया था
है  आधु वनक डायनामाइट में नाइटर स्ट৕सरीन के थान पर
 टे ੿ान का रासायवनक नाम पॉवलटे टरा੿ र एवथलीन स वडयम नाइटर े ट और ৕ाइसेराल टर ाई नाइटर े ट का प्रय ग
(PTFE) है वकया जाता है
 पॉली विनाइल ि राइड (PVC) का उपय ग ੵास्ट૭क 6. आर डी एস (RDX)
के पाइप, ग्राम फ न, हैं डबैग, िाटरप्रूफ ि૮ुएं आवद  इसका रासायवनक नाम साइि नाइट या साइि
बनाने में वकया जाता है टर ाएवथलीन टर ाई नाइटर मीन है
 ि र प्रीन का उपय ग कृवत्रम रबड बनाने में ह ता है  आरडीएস की ख ज जमथनी के जॉजथ िेडररक है वनं ग ने
 रे िम, उन ,૭ाचथ , प्र टीन, रूई और चमडा प्राकृवतक की थी
बहुलक के उदाहरण है  इस वि૸ टक क जमथनी में हे স जन इटली में T4 तथा
 पॉलीएमाइड / केिलर का प्रय ग बुलेट प्रूफ ि૰ बनाने संयुक्त रा৸ अमेररका में साइि नाइट के नाम से जाना
में वकया जाता है जाता है
 केिलर एक वसंथेवटक फाइबर है  इसके एक रूप क C4 भी कहते हैं
 बुलेट प्रूफ स्टखडकी बनाने में पॉलीकाबोने ट नामक 7. नाइटर स्ट৕सरीन एक आि૑क संगठक है वजसका प्रय ग
बहुलक का उपय ग वकया जाता है वि૸ टक बनाने में वकया जाता है
 वजंक ऑসाइड का उपय ग बतथ न ं क चमकीला बनाने  खान ं में सामा੧तः काबथन म न ऑসाइड, काबथन
के वलए वकया जाता है डाइऑসाइड, वमथे न, ऑসीजन, नाइटर जन और
 बेकेलाइट के वनमाथण में वफनाल और फॉमेस्टયहाइड का हाइडर जन आवद गैसे पाई जाती हैं
उपय ग वकया जाता है  वमथे न में िायु की मात्रा वमवश्रत ह कर खदान में वि૸ ट
का कारण बनती है
 नाइटर ि र फॉमथ का प्रय ग वनોेतक (ANAESTHETIC)
6. D काबथ वनक अઢ
के रूप में वकया जाता है यह वि૸ टक नही ं है

 मांसपेविय ं में लैस्टक्टक एवसड के संचय के कारण थकान


की अनु भूवत ह ती है 6. F. ईध
ं न (FUEL)
 बेवकंग पाउडर के वनमाथण में टारटररक एवसड का उपय ग
 लकडी, क यला और पेटर ल जैसे ईंधन ं के अपूणथ दहन से
वकया जाता है
काबथन म न ऑসाइड गैस उਨ੡ ह ती है
 फ ट ग्राफी में ऑक्जेवलक एवसड का उपय ग ह ता है
 बंद कमरे में क यला जलाना खतरनाक है क्य वं क इससे
उਨ੡ ह ने िाली काबथन म न ऑসाइड (CO) गैस स रहे
प्रमु ख अઢ एिं प्राकृवतक स्र त ૆स्टक्त की मृਮु का कारण बन सकती है
 क यले और डीजल के दहन से सષर डाइऑসाइड
प्रमुख अઢ प्राकृवतक स्र त
(SO2) गैस वनकलती है
वनं बू , संतरा वसवटर क एवसड
 सષर डाइऑসाइड गैस अਮंत दम घ टू और संक्षारक
वसरका एवसवटक एवसड (CH3COOH) गैस है
दू ध , दही लैस्टक्टक एवसड  पेटर ल के दहन से नाइटर जन के ऑসाइड उਨ੡ ह ते हैं
दुगिंध युक्त मक्खन ઌूटीररक एवसड  सષर और नाइटर जन के ऑসाइड (NOX) िर्ाथ जल के
माભ माભ स साथ घुलकर अઢीय िर्ाथ करते हैं
लाल ची ंटी,वबछू , मधु मक्खी फावमथक एवसड (HCOOH)  अवधकांि ईंधन ं के दहन से पयाथिरण में काबथन
सेब मैवलक एवसड डाइऑসाइड गैस वनकलती है
िीतल पेय एिं स डा िाटर काबथवनक एवसड  काबथन डाइऑসाइड (CO2) गैस ৕ बल िावमिंग का प्रमुख
अं गूर, इमली, केला टारटररक एवसड कारण है

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7. खा੅ संरक्षण, प र्ण और और्वध
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 क यला, पेटर वलयम और प्राकृवतक गैस ं क जीिाૐ ईंधन  एं जाइम ं की अवभवक्रया के कारण भ ৸ पदाथथ खराब ह
कहा जाता है इ੫ें प्राकृवतक ईंधन भी कहा जाता है जाते हैं
 क क, क लटार और क यला गैस का वनमाथण क यले से  भ ৸ पदाथथ में एं जाइम ं की उਨवਢ सूक्ष्म जीिाणुओ ं
वकया जाता है ੇारा ह ती है
 पेटर वलयम क पारं पररक ते ल या हનे ते ल के नाम से भी  दू ध क उबालकर उसके सूक्ष्म जीिाणुओ ं क न૙ वकया
जाना जाता है जाता है
 कৡे ते ल एिं प्राकृवतक गैस के भंडार अসर समुद्र की  तापमान क कम करने या भ जन क जमाने के ੇारा भी
तली में पाए जाते हैं सूक्ष्म जीिाणुओ ं की अवभवक्रया क लंवबत वकया जा
 प्राकृवतक गैस, गैसीय हाइडर काबथन एिं अ੧ गैस ं का सकता है वजसके ੇारा भ जन का संरक्षण संभि ह ता है
वमश्रण है  कम तापमान पर सूक्ष्म जीिाणु अवभवक्रया नही ं कर पाते
 प्राकृवतक गैस ं में साधारणत: हाइडर काबथन, नाइटर जन, हैं
काबथन डाइऑসाइड और हाइडर जन सષाइड ह ती है  स वडयम बेंज एट या बेंज इक अઢ तथा प टै वियम
 प्राकृवतक गैस में मीथे न की प्रवतितता सिाथवधक ह ती है मेटाबाईसષर सूक्ष्म जीिाणुओ ं के विकास क र कने में
सहायक ह ते हैं वजसके कारण इन रसायन ं क खा੅
परररक्षक (FOOD PRESERVATIVES) कहते हैं
अ੧ महਲपूणथ त਷
 हाइडर जन का ईंधन मान या ऊૣीय मान अवधकतम और्वधयां
 ऑक्टे न संূा से पेटर ल की गुणिਢा तथा सीटे न संূा से
डीजल की गुणिਢा का पता चलता है 1. ৹ार नािक (ANTIPYRETICS)
 डीजल इं जन में प्रयुक्त ईंधन डीजल की िाૠ और िायु है  इसका उपय ग उৡ ৹र में ताप कम करने के वलए
 घरे लू उपय ग में लाई जाने िाली बाय गैस या ग बर गैस का वकया जाता है
मुূ घटक वमथेन और काबथन डाइऑসाइड है जैसे – एस्ट૷न, पेरावसटाम ल और वफनऐसीवटन
 बाय गैस संयंत्र में वकਙन प्रवक्रया ੇारा उजाथ उਨ੡ की जाती 2. पीडाहारी या ददथ नािक (ANALGESICS)
है  िह और्वध ज वबना बेह िी मानवसक उलझन या अ੧
 वलस्टक्वड पेटर वलयम गैस (LPG) का मुূ अियि एथेन, तं वत्रकीय कुप्रभाि के ददथ क कम करती है
प्र पेन और ઌूटेन है जैसे – एस्ट૶ररन, पेरावसटाम ल, माफीन, क कीन
 द्रवित पेटर वलयम गैस (LPG) में मुূ रूप से उৡ दाब पर हीर इन
प्र पेन, ઌूटेन और आइस ઌूटेन गैस ह ती है 3. पूवतथ र धी (ANTISEPTIC)
 LPG के ररसाि की पहचान के वलए उसमें कुछ दुगिंध युक्त  िह रसायन ज सूक्ष्मजीि ं (MICRO ORGANISM) क
पदाथथ जैसे – मरके੭े न वमला वदया जाता है मारते हैं या उनकी िृ स्ट਽ क र कते हैं
 कंप्रे ड ने चुरल गैस (CNG) का मुূ अियि वमथे न है जैसे – मरक्यू र क्र म, य ररक अઢ, आय ड फामथ ,
 कार के इं जन में नॉवकंग से बचने के वलए लेड टे टरा एवथल का प टे वियम परमैंगने ट
प्रय ग वकया जाता है 4. विसंक्रामक (DISINFECTANTS)
 टे टरा इथाइल लेड क पेटर ल में वमलाया जाता है क्य वं क यह  यह जीिाणु या सूक्ष्म जीि ं क िीघ्रता से न૙ कर दे ते हैं
कार की एं टी नॉवकंग रे वटं ग क बढ़ा दे ती है जैसे – वफन ल, मेवथल वफन ल, हाइडर जन पेर সाइड,
 भारी िाहन ं में डीजल का उपय ग उৡ क्षमता और आवथथ क ि रीन, ઍीवचंग पाउडर, सષर डाइऑসाइड
बचत के वलए वकया जाता है 5. प्रिांतक (TRANQUILIZER)
 इसका उपय ग मानवसक तनाि कम करने तथा अिसाद
क दू र करने में वकया जाता है
महਲपूणथ गै से और उनके सं घटक जैसे – राउि स्टષया सरपेंटाइना, ઻ूवमनल सेक नल
6. प्रवतजैविक (ANTIBIOTICS)
गैस संघटक  िै से रासायवनक पदाथथ वज੫ें जीवित क विकाओं से प्रा੮
CNG मेथेन (CH4) + इथे न (C2H6) वकया जाता है तथा यह सूक्ष्मजीि ं क न૙ कर दे ते हैं
LPG ઌूटेन (C4H10) + प्र पेन (C3H8)  प्रथम प्रवतजैविक पेवनवसवलन की ख ज एले েेंडर
क ल गैस हाइडर जन + मेथेन + काबथन म न ऑসाइड ੿ेवमंग ने 1929 में की थी
िाटर गैस CO + H2 7. खा੅ परररक्षक (FOOD PRESERVATIVES)
प्र ਍ूसर गैस CO + N2  इसका उपय ग भ जन की रक्षा (जीिाणु , यी૭ तथा
गैस हॉल एवथल अન हल (C2H5OH) + पेटर ल किक से) करने में वकया जाता है
जैसे – स वडयम मेटाबाईसષाइड, स वडयम बेंज एट,
गैस हॉल इथे नॉल (C2H5OH) + गैस लीन
सॉवबथक अઢ (स वडयम तथा प टै वियम सॉबेट) ,
एवथलीन तथा प्र वपलीन ऐप সाइड

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अ੧ महਲपूणथ त਷  पौधे नाइटर े ट के रूप में नाइटर जन क प्रा੮ करते हैं


 ह्यूमस जैविक क लाइड का उदाहरण है
 एवनमल चारक ल का उपय ग कৡी चीनी क रं गहीन
 हरी खाद के वलए सनई, ढांचा, ৖ार, ल वबया, मूंग, उडद
करने के वलए वकया जाता है
तथा जंगली नील प्रमुख फसल है
 िहद का प्रमुख घटक िुक्ट ज है
 एज ला, एनावबना, नॉ૭ॉक, नील हररत िैिाल आवद धान
 एस्ट૶ररन एक एं टीपायरे वटक और एनाબे वसक है
की फसल में नाइटर जन स्ट थरीकरण क बढ़ािा दे ते हैं
 वजसे पेड के लैटेস से प्रा੮ वकया जाता है
 राइज वबयम ले৓ूमीवनसेरम मटर या दलहनी फसल की
 प टै वियम ब्र माइड (KBr) एक लिण है वजसका
फसल में नाइटर जन स्ट थरीकरण करता है
िांवतकारक और्वध के रूप में प्रय ग वकया जाता है
 एज ट बैक्टर गेहं की फसल में नाइटर जन स्ट थरीकरण
 काबथन म न ऑসाइड (CO) रक्त के वहम ৕ वबन से
करता है
अवभवक्रया कर काबोসी हीम ৕ वबन बनाता है वजसके
 उिथ रक में मुূतः उपस्ट थत ह ते हैं
कारण रक्त गाढ़ा ह जाता है और रक्त प्रिाह रुक जाता है
1. थू ल प र्क तਲ – नाइटर जन, फा૸ रस, प टै वियम
पररणाम ૿रूप ૆स्टक्त की मृਮु ह जाती है
कैस्ट ियम, मै্ीवियम, एिं सષर – N,P,K,Ca,Mg,S
 दू ध एक पायस (इम िन) का उदाहरण है इसमें विटावमन
2. सूक्ष्म प र्क तਲ – ब रान, ि रीन, कॉपर, आयरन
सी के अलािा सभी प र्क तਲ वि੅मान ह ते हैं
मै্ीज,मॉली डे नम, ज૮ा
 दू ध का खਂापन लैस्टक्टक अઢ के कारण ह ता है
 अम वनयम सષेट मृदा में सिाथवधक अઢ छ डता है
 दू ध से दही जमने की प्रवक्रया में लैक्ट बैवसलस जीिाणु का
 अम वनयम सષेट एक वमवश्रत उिथ रक है वजसमें अम वनया
प्रमुख य गदान ह ता है
एिं सષर के वमश्रण का प्रय ग वकया जाता है
 यह जीिाणु दू ध की िकथरा लेक्ट ज क लैस्टक्टक अઢ में
 यूररया (NH2CO NH2) एक नाइटर जन युक्त काबथ वनक
पररिवतथ त कर दे ता है
यौवगक है वजस में नाइटर जन का प्रवतित 47% ह ता है
 लॉ ग के ते ल का प्रमुख घटक यूजेनॉल है यह एक
 यूररया में नाइटर जन एमाइड के रूप में पाया जाता है
प्राकृवतक ददथ वनिारक एनाબे वसक तथा एं टीसेव੭क है
 यूररया उिथ रक बनाने में काबथन डाइऑসाइड का उपय ग
ह ता है
 नीम लेवपत यूररया में यूररया के प्रਮे क कण में नीम के ते ल
8. अपमाजथक (DETERGENT) का लेपन ह ता है ज मृदा में यूररया के खुलने की दर क
कम कर दे ता है
 अपमाजथक एक वििेर् प्रकार के काबथवनक पदाथथ हैं वजसमें
साबुन की तरह मैल साफ करने के गुण ह ते हैं
 साबुन का उपय ग केिल मृदु जल (SOFT WATER) के
साथ वकया जाता है जैसे – स वडयम स्ट૭ऐरे ट 10. विविध
 साबुन बनाने के वलए िन૶वत ते ल, कास्ट૭क स डा या
कास्ट૭क प टाि का प्रय ग वकया जाता है  एवलरीन सं૓ेवर्त पायरे र यड कीटनािक है ज मৢर
 अपमाजथक का उपय ग मृदु जल और कठ र जल द न ं में भगाने िाली दिाओं में प्रयुक्त ह ता है
ह ता है जैसे – स वडयम लॉररल सષेट  एवलरीन या पायरे रीन एक प्राकृवतक पदाथथ है ज बीजीय
 साबुन ग्रीज क पायसीकरण ੇारा हटाता है पौधे से प्रा੮ ह ता है
 अपमाजथक क ि धन अवभकताथ भी कहा जाता है  आग बुझाने िाले संयंत्र में काबथन डाइऑসाइड, स वडयम
बाई काबोने ट तथा स ੾ूररक अઢ का उपय ग ह ता है
ए઻ुवमवनयम सષेट का उपय ग अव্र धक कपडा
9. उिथरक 
बनाने में वकया जाता है
 चूहा मारने के वलए प टै वियम सायनाइड (KCN) नामक
मुূतः उिथ रक क तीन क वटय ं में रखा जाता है रसायन का प्रय ग वकया जाता है
1. नाइटर जन उिथरक  र डें वटसाइड एक प्रकार का कीट वनयंत्रक रसायन है
 नाइटर जनी उिथ रक ं में अम वनयम नाइटर े ट और यूररया वजसका प्रय ग चूहा वगलहरी आवद कुतरने िाले जानिर ं
प्रमुख है के वनयंत्रण हे तु वकया जाता है
2. फा૸ेट उिथ रक  काबथन 6C14 डे वटं ग विवध ੇारा काबथवनक पदाथों की आयु
3. प टे वियम उिथ रक ৯ात की जाती है
जैि उिथरक  क्रुস कांच में पैरा बैगनी वकरण ं के अिि र्ण की क्षमता
 कुछ सूक्ष्म जीिाणु वमਂी में नाइटर जन का स्ट थरीकरण ह ती है
करने की क्षमता रखते हैं  वजंक ऑসाइड यिद पुૠ के नाम से भी जाना जाता है
जैसे – एज ट बेक्टर, िॉ૭र ीवडयम तथा राइज वबयम  वजंक ऑসाइड(ZnO) क एक सफेद पाउडर है वजसका
 गेहं की खेती के वलए नाइटर जन उिथ रक एक आि૑क उपय ग सौंदयथ प्रसाधन, ૼाही तथा मलहम आवद के
उिथ रक है वनमाथण में वकया जाता है

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 िाउड सीवडं ग प्रवक्रया में वसિर आय डाइड और  आिे ૑ बैटररय ं में वनकेल और कैडवमयम इलेक्टर ड के
िु૗ बफथ जैसे तਲ प्रय ग वकए जाते हैं रूप में प्रयुक्त ह ते हैं
 मावचस की ৹लनिीलता के वलए फा૸ रस का  अम वनयम ि राइड (NH4Cl) और वजंक ि राइड
ऑসाइड उਢरदायी ह ता है (ZnCl) का प्रय ग िु૗ सेल में विद् युत अपघਅ के रूप में
 ૔ेत फा૸ रस क जब िायु तथा अं धेरे कमरे में रखा ह ता है
जाता है त िह ૿त: दी੮ ह उठता है  िु૗ सेल में रासायवनक उजाथ पाई जाती है
 का૜, अस्ट थ, और िंख के पुरातਲ (FOSSIL) नमून ं  टाइटे वनयम क भवि૥ की धातु कहा जाता है
का काल वनधाथरण करने के वलए काबथन – 14 विवध क  वसंदूर का रासायवनक नाम मरक्यू ररक सષाइड (HgS)
अपनाया जाता है  िु૗ धु लाई में बेंजीन,पेटर ल तथा अન हल का प्रय ग
 पृਸी की आयु का मापन यूरेवनयम विवध से वकया जाता वकया जाता है
है  इओसीन से लाल ૼाई तथा स वडयम क्र मेट से लाल रं ग
 कैस्ट ियम सષेट क्षारीय भूवम सुधारक के रूप में कायथ बनाया जाता है
करता है  नाखून पॉवलि अपसारक के रूप में एसीट न का प्रय ग
 मुत्रालय ं के पास अम वनया के कारण नाक में चुभने वकया जाता है
िाली गंध आती है  द्रवित ऑসीजन या द्रवित हाइडर जन क औ੅ वगक ૮र
 मृत मछली से वनकलने िाली दुगिंध अमीन यौवगक के पर प्रा੮ करने की विवध क्राय जेवनস कहलाती है
कारण आती है  ऐ૶ाटे म का प्रय ग कृवत्रम मधु रक के रूप में वकया जाता
 मंगल ग्रह वक िायुमंडल में वमथे न उपस्ट थत है है
 िीिा और हाइडर ि ररक एवसड (HCl) का प्रय ग  ब्राजील में गैस लीन और इथेनॉल वमवश्रत करना कानू नन
संचालक बैटरी में वकया जाता है अवनिायथ कर वदया गया है
 मैंगनीज डाइऑসाइड (MnO2) का प्रय ग िु૗ सेल  स ੾ूररक अઢ (H2SO4) और नाइवटर क अઢ (HNO3)
में वकया जाता है के कारण अઢीय िर्ाथ ह ती है
 कार की बैटरी में स ੾ूररक अઢ (H2SO4) का प्रय ग  अઢीय िर्ाथ में स ੾ूररक अઢ (H2SO4) सबसे अवधक
विद् युत अपघਅ के रूप में ह ता है ह ती है

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जीि वि৯ान 28

 लैमाकथ तथा टर ै विरे नस - जीि वि৯ान का वपता म ररक चर – िहतू त की खेती


 अर૮ु क जंतु वि৯ान का वपता कहा जाता है हाइडर प वनস/ एयर प वनস – मृदा विहीन पादप संिधथ न
एपी क चर
जीि वि৯ान की िाखाएं एिं उप िाखाएं

िाखाएं BRANCH अੌयन


जंतु वि৯ान ZOOLOGY जीवित एिं मृत जंतुओ ं का अੌयन
िन૶वत वि৯ान BOTANY विवभ੡ प्रकार के पादप ं ि उनके वक्रयाकलाप ं का अੌयन
पैवलय बाय लॉजी PALEOBIOLOGY जीिास्टૐकी जीि के अििेर् का अੌयन
पाररस्ट थवतकी वि৯ान ECOLOGY सजीि ं और उनके चार ं ओर के पयाथिरण के प्रभाि का अੌयन
आनु िंविकी GENETICS जीि के अनु िांविक लक्षण ं तथा इसकी िं ि गवत का अੌयन
वफवजय लॉजी PHYSIOLOGY िरीर के विवभ੡ विभाग के कायथ तथा कायथ विवधय ं का अੌय
पैड लॉजी PEDOLOGY मृदा मृदा वनमाथण मृदा के प्रकार इਮावद का अੌयन
जेरेੑ लॉजी GERONTOLOGY मनु ૥ में िृ ਽ाि था का अੌयन
इथ लॉजी ETHOLOGY मानि सवहत सभी जंतुओ ं के ૆िहार का अੌयन
बाय न मी BIONOMY जीिन के वनयम ं से संबंवधत अੌयन
िेन लॉजी PHRENOLOGY मस्ट૮૗ के विवभ੡ भाग ं की वक्रयािीलता तथा विवक्ष੮ता का अੌयन
ए੗ लॉजी ANTHOLOGY फूल ं का अੌयन
एग्र ૭ लॉजी AGROSTOLOGY घास से संबंवधत अੌयन
पैलीन लॉजी PALYNOLOGY विवभ੡ प्रकार के पराग कण ं का अੌयन
ऑंक लॉजी ONCOLOGY कैंसर ि संबंवधत ਅू मर का अੌयन
ओस्ट૭य लॉजी OSTEOLOGY अस्ट थय ं का अੌयन
पैथ लॉजी PATHOLOGY र ग ं की प्रकृवत लक्षण ं ि कारक ं का अੌयन
िायर लॉजी VIROLOGY विर्ाणु का अੌयन
बैक्टीररय लॉजी BACTERIOLOGY जीिाणु का अੌयन
एं ट म
ं लॉजी ENTOMOLOGY कीट ं का अੌयन
सपेंट लॉजी SERPENTOLOGY सपों का अੌयन
आवनथ थ लॉजी ORNITHOLOGY पवक्षय ं का अੌयन
डमेट लॉजी DERMATOLOGY ਲाचा तथा इसके ल ग ं का अੌयन
जनांवककी DEMOGRAPHY मानि जनसंূा के महਲपूणथ आं कड ं का अੌयन
आइकन ग्राफी ICONOGRAPHY प्रवतमाओं वचत्र कलाओं का अੌयन
लैस्टসक ग्राफी LAXCICOGRAPHY िઅक ि के संय जन से
कीट संिधथ न कीट ं के िृ स्ट਽ करने का वि৯ान

प्रमुख िઅािली या एिं सं बंवधत उਨाद

एपी क चर APICULTURE िहद उਨादन तथा मधु मक्खी पालन


एिीक चर AVICULTURE पक्षी पालन
एक्वा क चर AQUACULTURE जलीय जीि का संिधथ न
एફाक चर ALGACULTURE िैिाल ं की कृवर्
पीसी क चर PISCICULTURE मਵ पालन
सेरीक चर SERICULTURE रे िम उਨादन एिं रे िम कीट पालन
वसિीक चर SILVICULTURE िन संिधथन
੿ रीक चर FLORICULTURE फूल ं की खेती
ओलेरीक चर OLERI CULTURE सંी की खेती
हॉवटथ क चर HORTICULTURE फूल ं फल ं सस्टંय ं ि मसाल ं की खेती
प म लॉजी POMOLOGY फल ं की खेती
िमी क चर VARMICULTURE कृवर् उਨादन में िृ स्ट਽ हेतु केंचुआ पालन
एग्र नॉमी AGRONOMY फसल ं की खेती
ओली क चर OLEICULTURE जैतून का उਨादन संरक्षण तथा ૆ापार
विटीक चर VITICULTURE अं गूर उਨादन

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2. जै ि विकास 29

 पृਸी की उਨवਢ अनु मानत: 4.6 अरब िर्थ पूिथ हुई  जैि विकास का उਨररितथ न वस਽ांत (MUTATION
 जीिन अथाथत प्रारं वभक जीिन की उਨवਢ आज से THEORY) ह्यूग डी वब्रज ने वदया
लगभग 4 अरब िर्थ पूिथ जल में ੧ूस्टिय प्र टी ंस के कण ं  आवकथय ੭ीरস जुरैवसक युग का एक पक्षी था वजसके
के रूप में हुई जीिाૐ लगभग 15 कर ड िर्थ पुरानी है
 जैि विकास की पररकશना सिथ प्रथम लैमाकथ ने अपनी  यह सरीसृप ं तथा पवक्षय ं के बीच का संय जक कडी था
पु૮क वफलॉ૸ी जू ल गीक में दी  डायनास र वििालकाय सरीसृप थे यह मेस ज इक एरा
 लैमाकथिाद क उपावजथत लक्षण ं की िं िागवत का वस਽ांत में पाए गए थे
(Inheritance Of Acquired Characters) भी कहते हैं  मैमथ पूिथज है हाथी का
 चाુथ डाविथ न इं ৕ैंड के जैिविकासविद थे  ितथ मान प्रमाण के आधार पर पृਸी पर जीि की उਨवਢ
 डाविथ न ने विकासिाद या प्राकृवतक िरणिाद (Theory लगभग 2 अरब िर्थ पूिथ हुई थी
Of Natural Selection) का वस਽ांत वदया  पृਸी पर सबसे पुराना जीि नील हररत िैिाल है
 यह वस਽ांत वनઘवलस्टखत त਷ ं पर आधाररत है  जैि विकास क सिथ प्रथम लैमाकथ ने समझाया
1. ओिरप्र डक्शन  आधु वनक मनु ૥ के पूिथज क्र मैगनान मानि क कहा
2. ૭र गल फॉर एस्टक्ज૭ें स जाता है
3. िे ररएिंस एं ड दे यर इ੫े ररटें स
4. सिाथइिल ऑफ द वफटे ૭

3. िवगथकी TAXONOMY

 कैर लस लीवनयस में जीि जावतय ं के नामकरण हे तु


1. जंतु जगत (ANIMALIA)
वੇपद नामकरण की एक प਽वत अपनाई
 कैर लस लीवनयस क आधु वनक िगीकरण का वपता  गमथ रुवधर (Warm Blood) िाले िे जंतु वजनके िरीर का
(father of modern taxonomy )कहा जाता है ताप िातािरण के ताप से प्रभावित ना ह कर सदै ि एक
 ଇीटे कर ने सम૮ जीि क पांच जगत में विभावजत सा रहता है समतापी कहलाते हैं
वकया है  ठं डे रुवधर (Cold Blood) िाले िे जंतु वजनके िरीर का
ताप िातािरण के ताप के अनु सार घटता बढ़ता रहता है
असमतापी कहलाते हैं
 कीट (Insect) िगथ के अं तगथत आने िाले जंतुओ ं में 6 पैर
पाए जाते हैं
 जुगनू कीट ं का एक पररिार है वजसकी चमक ઻ुवसफरे ज
नामक एं जाइम के कारण ह ती है
 मादा मৢर के उपांग ૮नधाररय ं के रक्त चूसने के वलए
 जीि जगत में सबसे अवधक संূा कीट ं की है जबवक नर मৢर के उपांग फल फूल ं का रस चूसने के
 कीट आथोप डा संघ के अं तगथत आते हैं वलए ह ता है
 ऑक्ट पस क डे विल फीस के नाम से जाना जाता है
जंतु जगत (ANIMALIA)  ऑक्ट पस एक मृदु किची (Mollusc) जंतु है वजसके वसर
पर आठ भुजाएं पाई जाती हैं
 मৢर, चमगादड, ऊ઼ू, कीिी इਮावद जंतु प्रायः रावत्रचर
तापमान के रीढ की हਊी (Nocturnal) ह ते हैं
आधार पर के आधार पर  कुछ जंतुओ ं के नाम मछवलय ं के नाम से वमलते जुलते हैं
परं तु यह िा૮विक मछवलयां नही ं है
समतापी किेरुकी (Vertebrate) जैसे – जेलीवफि, ૭ार वफि,वसિर वफि, कटल वफि,
HOMEO THERMAL EX – मਵ, उभयचर हे ग वफि, डे विल वफि, और क्रे वफि
EX – पक्षी, ૮नधारी सरीसृप, पक्षी, ૮नधारी  िा૮विक मछवलय ं के उदाहरण है
੿ाइं ग वफि, कैट वफि, डॉग वफि, पाइपवफि, पैडल
अकिेरुकी Invertebrate वफि, ग ય वफि, ৕ ब वफि और समुद्री घ डा
असमतापी
EX – प ररफेरा, सीलेੑरेटा  मछवलय ं में ૔सन के वलए गलफडे (Gills) पाए जाते हैं ज
HETERO THERMAL
ੵेटीहे स्ट઺ंथीज, वनमेट डा वक जल में घुलनिील ऑসीजन क ग्रहण करने के वलए
EX – मਵ, उभयचर
ऐनेवलडा, म ल૨ा अनु कूवलत ह ते हैं
सरीसृप
आरोप डा, इकाइन डमेटा

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 उभयचर (Amphibia) िगथ के अं तगथत ऐसे जंतु आते हैं ज जल 5. पादप जगत
और थल द न ं पर रह सकते हैं  इसके अं तगथत सभी बहुक विकीय, प्रकाि सं૓ेर्ी,
 सरीसृप (Reptile) िगथ के अं तगथत कछु आ, मगरमৢ और सपथ उਨादक एिं ૿प र्ी जीि ं क िावमल वकया गया है
इਮावद आते हैं  हरे पौधे प्रकाि सं૓ेर्ण के ੇारा भ जन का वनमाथण
 अवधकांि सपथ विर्हीन ह ते हैं जबवक कुछ प्रजावतयां जैसे करते हैं अतः इ੫ें उਨादक (Producer) कहते हैं
करै त, क बरा, िाइपर आवद विर्ैले ह ते हैं  घटपणी या ने पेंथेस का पौधा प्रकाि सं૓ेर्ण की वक्रया
 चमगादर आकाि में उडने िाला एक रावत्रचर ૮नधारी ੇारा अपना भ जन बनाने में सक्षम ह ता है
(MAMMAL) प्राणी है ज पक्षी िगथ में नही ं आता  घटपणी एक कीट भक्षी पौधा है
 ઍू ૉेल पृਸी पर पाए जाने िाला सबसे बडा ૮नधारी जंतु है  कीट भक्षी पौधे ऐसी मृदा में उगते हैं जहां नाइटर जन की
 ૶मथ ૉेल वििालतम दांत िाली मांसाहारी ૉेल है कमी ह ती है
 समुद्री िेर, सील, िालरस तथा डॉस्टષन जलीय ૮नधारी है  मरु थलीय पौधे के अं तगथत कैक्टस, मदार, ब्राय वफलम
 डॉस्टષन अਮंत ही बुस्ट਽मान जंतु है इਮावद आते हैं
 गंगा नदी में पाई जाने िाली डॉस्टષन क रा૙रीय जलीय जीि  मरु थलीय पौध ं की जडे पानी की ख ज में बहुत दू र तक
घ वर्त वकया गया है फैली ह ती हैं
 समुद्री गाय एक वििाल िाकाहारी जलीय ૮नधारी जीि है  पानी की कमी क पूरा करने के वलए मरु थलीय पौध ं
 एवकडना एिं ੵैवटपस एकमात्र अं डे दे ने िाली ૮नधाररय ं है की पवਢयां कांट में पररिवतथ त ह जाती है
 हाइडर फाइट् स या जल स्टੂद पौधे बहुत अवधक जल िाले
2. म ने रा जगत थान पर पाए जाते हैं
 हे ल फाइट् स या लिणमृद स्टੂद पौधे िह ह ते हैं ज उৡ
 इसके अं तगथत एक क विकीय प्र कैररय वटक जीि ं (वजसमें
लिण युक्त जल में उਨ੡ ह ते हैं
केंद्रक नही ं पाया जाता है ) क रखा जाता है
 जीिन चक्र की व૙ से पौधे का सबसे महਲपूणथ भाग
जैसे – माइक ੵाजमा, जीिाणु, साइन बैक्टीररया
पुૠ है
 साइन बैक्टीररया क नील हररत िैिाल भी कहा जाता है
 पुૠ पौधे की प्रजनन में सहायक ह ता है
 जीिाणु मानि के वलए लाभदायक और हावनकारक द न ं ह
 मटर ले৓ुवमने सी कुल का वੇबीजपत्रीय िाकीय पौधा है
सकते हैं
 ग੡ा ग्रेवमनी कुल के अं तगथत आता है वजसका तना
 राइज वबयम नामक जीिाणु फलीदार पौध ं की जड ं में पाया
काटकर कावयक प्रिधथ न के वलए प्रयुक्त वकया जाता है
जाता है ज सहजीविता (symbiosis) क प्रदविथत करते हैं
 ग੡ा में पिथ (Nodes) तथा पिथ संवधया (Internodes)
 प र्ण के आधार पर जीिाणु द प्रकार के ह ते हैं
पाई जाती है
1. परप र्ी (Heterotrophic)
 लौंग (Clove) सूखी हुई पुૠ कवलका से प्रा੮ वकया
2. ૿प र्ी (autotrophic)
जाता है वजसका उपय ग भ ৸ पदाथों तथा दांत के ददथ
वनिारक में प्रय ग वकया जाता है
3. प्र वट૭ा जगत  लौंग का ज੦ थल इं ड ने विया क माना जाता है
 केसर एक मसाला है वजसे पुૠ की िवतथ का (Style) तथा
 इसके अं तगथत एक क विकीय यू कैररय वटक जीि (वजसकी
िवतथ काग्र (Stigma) से प्रा੮ वकया जाता है
क विका में केंद्रक उपस्ट थत ह ता है ) क रखा गया है
 केसर में सैिानाल एिं वपक्र क्र वसन नामक रसायन
जैसे – िैिाल और प्र ट ज आ
पाया जाता है
 िैिाल में ि र वफल पाया जाता है तथा यह प्रकाि सं૓ेर्ण
 ह઴ी के पौधे का खाने य ৓ भाग प्रकंद (Rhizome) है
की वक्रया ੇारा अपना भ जन तै यार करता है
 इसका उपय ग और्वध, मसाले तथा रं ग कारक के रूप
 िैिाल में उपस्ट थत िणों के आधार पर इ੫ें तीन िगों में
में वकया जाता है
विभावजत वकया गया है -
 िहतू त, अनानास तथा कटहल का फल स र वसस
1. ि र फाइसी – हरा िैिाल
(Sorosis) कहलाता है
2. र ड फाइसी – लाल िैिाल
 काजू और वसंघाडा का फल नट (Nut) कहलाता है
3. फीय फाइसी – भूरा िैिाल
 कुनै न मलेररया के उपचार के वलए प्रमुख और्वध है वजसे
वसनक ना नामक पौधे की छाल से प्रा੮ वकया जाता है
4. किक (fungi)  कुकीन, एटर े िीन, ि र क्वीन इਮावद और्वधयां भी
 खमीर (yeast) और कुकुरमुਢा (Mushroom) एक प्रकार के
मलेररया वनदान हे तु प्रयुक्त की जाती है
किक हैं  सन (Sunn) पटसन (Hemp) तथा जूट (jute) के तन ं
 किक मूल (Mycorrhiza) किक ं तथा उৡतर पादप ं की
की रे वटं ग से रे िा प्रा੮ वकया जाता है जबवक कपास क
जड ं के मੌ सहजीिी साहचयथ (Symbiotic Association)
फल ं में स्ट थत बीज के बीज आिरण से लगी रे ि ं से प्रा੮
प्रदविथत करते हैं
वकया जाता है
 लाइकेन वमवश्रत जीि है ज किक एिं िैिाल के साहचयथ से बने
ह ते हैं

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फल एिं िणथ का कारण कुछ फल एिं उनके खाने य ৓ भाग


फल िणथ का कारण फल उनके खाने य ৓ भाग
पपीता कैररकाजै स्ट੗न सेब , नािपाती पुૠासन (THALAMUS)
सेब एं थ साइएवनन आम , पपीता मੌ फलवभवਢ (MESO CARP)
गाजर कैर टीन अमरूद, अं गूर, टमाटर फलवभवਢ (PERICARP) ि बीजांडासन (PERISPERM)
टमाटर लाइक पीन केला मੌ एिं अं त वभवਢ
चुकंदर िीटरनीन नाररयल, गेहं भ्रूणप र् (EMBRAYA)
ह઴ी जैंथ वफल चना, मूंगफली बीजपत्र (SEED LEAVES) एिं भ्रूण (EMBRYO)
लीची एररल (PULPY AERIAL)
िहतू त, कटहल, अनानास पररदल पुंज (SEPALS)

 अफीम के पौधे के प ૮े से न ૨ावपन, पैपािरीन,  गाजर, िलजम, चुकंदर और मूली में जड ं का


क डीन, हीर इन, अफीम और म फीन आवद और्वधयां रूपांतरण ह ता है जबवक आलू, केसर, ੴाज, ह઴ी
प्रा੮ की जाती है और अदरक में त੡ा का रूपांतरण ह ता है
 अफीम का िान૶वतक नाम पैपेिर स वઘफेरम है
1. लहसुन तथा ੴाज की अवभलाक्षवणक गंध का कारण भूवमगत तने उदाहरण
उसमें उपस्ट थत सષर य वगक है कंद (TUBER) आलू
2. ੴाज में सષेवनक अઢ पाया जाता है वजसके कारण घन कंद (CORM) केसर, बा੒ा
आं ख से आं सू आते हैं िન कंद (BULB) ੴाज
3. वमचथ का तीखा ૿ाद कै੸ै इवसन के कारण ह ता है प्रकंद (RHIZOME) ह઴ी, अदरक

4. क विका और आनु िंविकता

 ૉेल एक नृ िंस प्राणी है  क विका वस਽ांत का प्रवतपादन ૓ाइडे न तथा ૔ान नमक
 लंगूर कवप िगथ में नही ं बस्टન बानर िगथ में िावमल िै ৯ावनक ं ने वकया
 गीबन मानि स ૑ लघुतम कवप है प्र कैररय वटक और यूकैररय वटक क विका में अं तर
 वचंपैंजी, ग रर઼ा और ऑरै गूटान बडे आकार के कवप
तਤ प्र कैररय वटक यूकैररय वटक
 मृग उन जंतुओ ं क कहा जाता है वजनमें थाई वसंह ह ते
केंद्रक, केंद्रक कला, अनु पस्ट थत उपस्ट थत
हैं नीलगाय मृग की श्रेणी में आता है
केंवद्रका और क विकांग
 वटक और माइट िा૮ि में मकडी िं िी हैं
वह૭ न प्र टीन अनु पस्ट थत उपस्ट थत
 मकडी, वबৢू कीट नही ं है क्य वं क इनमें 8 पैर ह ते हैं
राइब स म उपस्ट थत अनु पस्ट थत
 मकवडय ं ੇारा उਨावदत रे िम गासवमर रे िम है
 ऊंट अपनी आं त्र में जल का संग्रह कर लेते हैं उदाहरण जीिाणु एिं नील पेड – पौधे
 लॉ ग पौधे के िु૗ पुૠ कली से प्रा੮ ह ता है हररत िैिाल और जंतु
 वभंडी एक फल है
 पादप कली एक भ्रूणीय टहनी है
 पादप क विका में क विका वभवਢ (Cell Wall) पाई जाती
 कॉकथ ओक नामक िृ क्ष की छाल से प्रा੮ वकया जाता है
है जबवक जंतु क विका में नही ं
वजस का िन૶वतक नाम क्वैकथस सुबर है
 पादप क विका में हररत लिक (Chloro Plast) उपस्ट थत
 रे िम कीट का पालन िहतू त की पवਢय ं पर ह ता है
ह ता है जबवक जंतु क विका में अनु पस्ट थत ह ता है
 मलेररया की प्रमुख और्वध कुनै न क आिृ ਢ बीजी
 क विका में प्र टीन सं૓ेर्ण में अं तः द्र૆ी जावलका
(ANGIOSPERMIC) पादप से प्रा੮ वकया जाता है
(Endoplasmic Reticulum) और राइब स म की भूवमका
 िह पौधे ज नमक युक्त वमਂी में उगते हैं उसे
सिाथवधक महਲपूणथ है
हे ल फाइट् स कहते हैं
 राइब स म प्र टीन सं૓ेर्ण (Protein synthesis) के
 हररत पादप प्रथम प र्क ૮र के अं तगथत आते हैं वज੫ें
वनमाथण थल ह ते हैं
उਨादक भी कहा जाता है
 राइब स म क प्र टीन की फैक्टर ी भी कहा जाता है
 अवधकांि कीट िातक तं त्र से सांस लेते हैं
 माइटर कांवडरया जीिाणु एिं नील हररत िैिाल क छ डकर
 जमी हुई झील के अं दर मछली जीवित रह सकती है
िेर् सभी सजीि पादप एिं जंतु क विका में पाए जाते हैं
क्य वं क तल ं के वनकट पानी नही ं जमता है
 ૔सन की वक्रया क विका की क विका द्र૆ (Cytoplasm)
एिं माइटर कांवडरया (Mitochondriya) में संप੡ ह ती है
 माइट कॉस्ट੒रया क क विका का पािर हाउस का जाता है

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 क विकीय ૔सन में अवधकतम ATP (एवडन वसन टर ाई  जैि उिथ रक क िृ हद रूप से चार भाग ं में बांटा जा सकता है
फा૸ेट) अनु क उਨ੡ करने िाला पद क्रे઒ चक्र (Krebs 1. नाइटर जन स्ट थरीकरण करने िाले जैि उिथ रक –
Cycle) है राइज वबयम, एज ट बेक्टर, एज स्ट૶ररलम, एसीट बेक्टर,
 क्रे઒ चक्र माइटर कांवडरया में संप੡ ह ती है नील हररत िैिाल (BGA) तथा एज ला
 क्रे઒ चक्र की ख ज है ੩ क्रै઒ ने की थी 2. फा૸ रस बुलाने िाले उिथ रक –
 लाइस स म क क विका की आਬहਮा की थै ली (Suicidal बैवसलस, ૼू ड म नास, ए૶रवजलस
Bags) कहते हैं 3. कंप स्ट૭ंग एসीलरे टर
 DNA की ख ज िेडररक वमिर ने की थी सैलूल वलवटक (टर ाइक डमाथ ) वल্ वलवटक (ह्यूमीक ला)
 डीएनए का डबल हे वलস मॉडल जेથ िाटसन तथा 4. पौधे की िृ स्ट਽ क प्र ਲ਼ावहत करने िाले राइज बैस्टक्टरया
िांवसस वक्रक ने वदया ૼू ड म नास
 DNA नावभक (Nucleus) के अलािा माइटर कांवडरया और  नील हररत िैिाल (Blue Green Algae) और एज ला क
हररत लिक (Chloroplast) क विकांग में भी पाया जाता एक साथ वमलाने से अৢा उिथरक ह ता है
है  नील हररत िैिाल का उपय ग धान क नाइटर जन आपूवतथ
 मनु ૥ में गुणसूत्र ं (CHROMOSOMES) की कुल सं ূा 46 हे तु वकया जाता है
ह ती है  एज ला एक जलीय फॉनथ है
 मनु ૥ में कुल 23 ज डी गुणसूत्र पाए जाते हैं
 पुरुर् तथा ૰ी में 22 ज डे गुणसूत्र ऑट स થ ह ते हैं
जबवक 23 िा ज डा गुणसूत्र पुरुर् में XY तथा मवहला में XX 5. मानि िरीररकी एिं वक्रया वि৯ान
ह ता है वज੫ें वलंग गुणसूत्र कहते हैं 5.1 कंकाल ि मांसपेिीय तंत्र
 जनक से वजस संतान क XY गुणसूत्र वमलते हैं िह पुत्र
बनता है और XX गुणसूत्र से पुत्री
 वछपकली में वलंग गुणसूत्र नही ं ह ता है इनमें वलंग का  मानि का कंकाल तं त्र मुূतः द भाग ं में बटा ह ता है
1. बाଅ कंकाल तं त्र
वनधाथरण पयाथिरणीय ताप से ह ता है
 क विका वझ઼ी का वनमाथण तीन परत ं से वमलकर ह ता है
2. अं त: कंकाल तं त्र
 ૆૨ मानि में 206 हवਊयां पाई जाती हैं
इसमें से बाहरी एिं भीतरी परते प्र टीन ੇारा तथा मੌ िाली
परत का वनमाथण वलवपड या िसा ੇारा ह ता है
 बा઻ अि था में कुल हवਊय ं की संূा 208 ह ती है
 लसीका क विकाएं (Lymphocytes Cells) एक प्रकार की
 मनु ૥ की ख पडी में कुल अस्ट थय ं की संূा 28 ह ती है
 वजसमें 8 हवਊयां मस्ट૮૗ के चार ं ओर और 14 हवਊयां
૔ेत रक्त कवणकाएं है वजनका वनमाथण लवसका ग्रंवथय ं
चेहरे का कंकाल बनाती है
(Gland) वत઼ी (Spleen) थाइमस ग्रंवथ (Thymus Gland)
 मनु ૥ का किेरुक दं ड (Vertebral Column) या रीढ़ की
तथा अस्ट थ म৪ा (Bone Marrow) ੇारा वकया जाता है
हਊी 26 (वििु ओ ं में 33) छ टी-छ टी हवਊय ं की बनी ह ती
 सजीि ं के िे लक्षण ज एक पीढ़ी से दू सरी पीढ़ी में प्रसाररत है
ह ते हैं अनु िांविक लक्षण कहलाते हैं  मनु ૥ के िरीर में पसवलय ं की कुल संূा 12 ज डी
 आनु िंविकता की ख ज ग्रेगर जॉन मेंडल ने की थी अथाथत 24 ह ती है
 मेंडल के आनु िंविकता का वस਽ांत लैंवगक जनन (Sexual  मानि िरीर की सबसे छ टी हਊी ૭े पीज है ज मनु ૥ के
Reproduction) पर आधाररत है कान में पाई जाती है
 मेंडल ने इसके वलए मटर के पौधे का अੌयन वकया  मानि िरीर की सबसे बडी हਊी फीमर है ज जांघ में पाई
 जीि में अनु िांविक लक्षण संतान में क्र म ज म ੇारा लाए जाती है
जाते हैं  हमारे िरीर का अवधकतम भार जल से बना है वजसमें
 वकसी भी जीि के DNA में वि੅मान सम૮ जीि का इसकी मात्रा लगभग 60 से 70% ह ती है
अनु क्रम जीन म कहलाता है  मानि िरीर में प्रधान रूप से 6 तਲ पाए जाते हैं
 जीन म के सभी गुणसूत्र ं का संरचनाਬक एिं प्रकायाथਬक ऑসीजन >काबथन> हाइडर जन >नाइटर जन कैस्ट ियम>
संगठन जीन म वचत्रण कहलाता है तथा फा૸ रस
 ੵिमान जीन (Jumping Gene) के वस਽ांत का प्रवतपादन  मानि िरीर में सिाथवधक मात्रा में ऑসीजन (65%) पाया
बारबरा मैस्टिंटॉक ने की थी जाता है
 जीि क विकाओं में द प्रकार के ੧ूस्टिक अઢ ह ते हैं डी  वलगामेंट और टें डन एक संय जी उਢक है क्रमि: हवਊय ं
ऑসी राइब ੧ूस्टिक अઢ अथाथत DNA तथा राइब क हवਊय ं से और मांस पेविय ं क हवਊय ं से ज डता है
੧ूस्टिक अઢ अथाथत RNA  कैस्ट ियम फा૸ेट मानि की हवਊय ं में सिाथवधक मात्रा में
 DNA में डीऑस्टসराइब स िकथरा मौजूद ह ती है जबवक पाया जाने िाला लिण हैं
RNA में राइब जाइથ  ि઻वक्रया में ऑथो ੵा૭ी का अथथ कूૂे के ज ड का
 DNA में उपलઆ एडीनीन, गुआनीन, थायमीन, साइट सीन प्रवत थापन (Hips Joint Replacement) है
आवद यौवगक एवमन अઢ बनाते हैं

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 नाखून बाଅ कंकाल के अं तगथत आता है ज अષा कैर टीन छ टी आं त


से बने ह ते हैं  छ टी आं त (INTESTINE) मुূतः तीन भाग में बांटा
 नाखून काटते समय ददथ नही ं ह ता क्य वं क नाखून मृत जाता है
क विकाओं के द्र૆ ं से बने ह ते हैं वजनमें रक्त संचरण नही ं 1. मੌांत्र – DUODENUM – 25 CM
ह ता है 2. मੌांत्र – JEJUNUM – 2.5 M
 कैस्ट ियम, फा૸ रस और ੿ रीन अस्ट थ एिं दं त वनमाथण 3. िेर्ांत्र – ILEUM – 3.5 M
के वलए आि૑क हैं  छ टी आं त में काबोहाइडरेट, िसा तथा प्र टीन का पाचन
 मनु ૥ के जीिन काल में 20 दांत द बार विकवसत ह ते हैं ह ता है
 मानि सवहत अवधकांि ૆૨ ૮नी वੇदं ती  बचे हुए प र्क पदाथों का अिि र्ण भी छ टी आत में
(DIPHYODONT) अथाथत चिणथ (MOLAR) दांत ं के अलािा ह ता है
अ੧ दांत जीिन में द बार विकवसत ह ते हैं  आं वत्रक रस क्षारीय ह ता है
 मनु ૥ ं में चार प्रकार के दांत ह ते हैं  मनु ૥ की बडी आं त क्रमिः सीकम, क लन और
1. कंृ तक – INCISORS मलािय में विभावजत ह ती है
2. रदनक – CANINES  बडी आं त में जल का अिि र्ण ह ता है
3. अग्रचिणथक – PREMOLARS  बडी आं त में भ जन का पाचन नही ं ह ता है
4. चिणथक – MOLARS
मनु ૥ का दं त सूत्र – DENTAL FORMULA यकृत LIVER
I 2/2, C 1/1, PM 2/2, M 3/3 = 8/8 = 16 x 2 = 32
 यकृत मानि िरीर की सबसे बडी ग्रंवथ है वजसका िजन
 मानि िरीर का सबसे कठ र भाग दं तिન (इने मल) है ज
लगभग 1.5 – 2 kg ह ता है
अਮवधक कठ र सफेद एिं चमकीला ह ता है
 यकृत ੇारा वपਢ स्रावित ह ता है ज आं त में उपस्ट थत
 इने मल मुূत: कैस्ट ियम फा૸ेट और कैस्ट ियम काबोने ट
एं जाइम की वक्रया क तीव्र कर दे ता है
का बना ह ता है
 यकृत में ৕ाइक जेनेवसस की प्रवक्रया ह ती है वजसके
 वकसी भारी ि૮ु क उठाने की क्षमता के संदभथ में जबडे की
अं तगथत ৕ूक ज का रूपांतरण ৕ाइक जन में ह ता है
मांसपेिी सबसे मजबूत समझी जाती है
 यकृत एिं मांस पेविय ं में उजाथ ৕ाइक जन के रूप में
संवचत ह ती है
प्रमुख हवਊयां और उनके नाम  फाइवब्रन जेन तथा वहपैररन नामक प्र टीन का उਨादन
हवਊयां नाम यकृत से ह ता है
ब्रे૭ब न ૭नथ म  फाइवब्रन जेन रक्त के थक्का बनने में मदद करता है
कॉलर ब न िेविकल जबवक वहपैररन िरीर के अं दर रक्त क जमने से र कता
नी कैप पैटेला है
ि યर ઍेड ૨ैपुला  मृत RBC क यकृत ੇारा ही न૙ वकया जाता है
 भ जन में जहर दे कर मारे गए ૆स्टक्त की मृਮु के कारण ं
5.2 पाचन तंत्र (Digestive System) की जां च में यकृत एक महਲपूणथ सुराग ह ता है
 यकृत विर्ाक्त अम वनया क यूररया में पररिवतथ त करता
 मनु ૥ का पाचन तं त्र मुূतः मुख से गुदा तक फैली एक है अथाथत यूररया का सं૓ेर्ण करता है
लंबी आहार नाल (ALIMENTARY CANAL) ह ती है
 ग्रास नली (OESOPHAGUS) अमािय (STOMACH) पाचन का सारांि
तथा आं त (INTESTINE) आहार नाल के प्रमुख भाग हैं
ग्रंवथ रस एं जाइम भ ৸ पदाथथ प्रवतवक्रया के बाद
 मनु ૥ के आहार नाल की औसत लंबाई 10 से 14 मीटर
लार टायवलन मंड (Starch) माભ ज
ह ती है
,, माભे ज माભ ज ৕ूक ज
 लार अઢीय (PH 6.8) ह ता है वजसका स्राि लार ग्रंवथय ं
ੇारा ह ता है जठर रस पेस्ट੸न प्र टीन पे੭ ੩
 मनु ૥ के मुख से प्रवतवदन एक से डे ढ़ लीटर लार का ,, रे वनन केसीन
स्राि ह ता है वजसका 99.5% वह଀ा जल ह ता है अ্ािय रस वटर स्ट੸न प्र टीन पॉवलपे੭ाइड् स
 लार में टायवलन ह ता है ज ૭ाचथ क िकथरा में त डता ,, एमाइलेज मंड िकथरा
है ,, लाइपेज िसा वगુराल
 एमाइलेज नामक एं जाइम का स्राि लार ग्रंवथय ं तथा अं त्रीय रस इरे स्ट੸न प्र टीन अमीन अઢ
अ্ािय ੇारा वकया जाता है ,, माભे ज माભ ज ৕ूक ज
 एमाइलेज ૭ाचथ क जल अपघटन ੇारा माભ ज में ,, लैक्टेज लैक्ट ज ৕ूक ज & िुक्ट ज
पररिवतथ त करता है ,, सुक्रेज सुक्र ज ৕ूक ज, गैलेक्ट ज
 अमािय से हाइडर ि ररक अઢ वनकलता है ,, लाइपेज िसा वगુ राल

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वपਢ (BILE) अ্ािय (PANCREAS)


 वपਢ पीले हरे रं ग का एक क्षारीय द्रि है वजस का PH मान  अ্ािय मानि िरीर की दू सरी सबसे बडी ग्रंवथ है
7.6 – 8.6 ह ता है  अ্ािय एक वमवश्रत ग्रंवथ है वजसमें एक साथ अं तः स्रािी
 वपਢ का भंडारण मानि िरीर में वपਢािय (ENDOCRINE) एिं बवह स्रािी (EXOCRINE) द न ं भाग
(GALLBLADDER) में ह ता है पाए जाते हैं
 वपਢािय में उपस्ट थत पਥर ੧ूस्टिक अઢ के पाचन क  अ্ाियी रस क्षारीय ह ते हैं वजसमें काबोहाइडरेट, िसा
प्रभावित करता है एिं प्र टीन पचाने के वलए एं जाइम ह ते हैं
 मानि िरीर में प्रवतवदन लगभग 800 – 1000 वमलीलीटर  यह पूणथ पाचक रस कहा जाता है
तक वपਢ का स्राि ह ता है  अपेंवडস एक अििेर्ी अं ग (VESTIGIAL ORGAN) है
 वपਢ िसा का पायसीकरण (EMULSIFICATION) करने  इसकी लंबाई 4 इं च ह ती है तथा यह बडी आं त से संल্
में सहायक ह ता है ह ता है
 वलवपड् स के पाचन में लाइपेज नामक एं जाइम की  एं जाइम मुलत: प्र टीन ह ते हैं ज बाय उ਩ेरक के रूप
महਲपूणथ भूवमका ह ती है में कायथ करते हैं
 पेस्ट੸न, वटर स्ट੸न तथा काइम वटर स्ट੸न नामक एं जाइम  जाइमेज एं जाइम ৕ूक ज क इथे नॉल में पररिवतथ त
प्र टीन के पाचन में सहायक ह ते हैं करता है

5.3 विटावमन एिं प र्ण

 काबोहाइडरेट्स, प्र टीन, वलवपड् स, ੧ूस्टिक अઢ, जल,  विटावमन C की कमी के कारण ૨िी र ग ह जाता है
खवनज लिण तथा विटावमन सात प्रकार के प्रमुख प र्क वजसके प्रभाि से घाि नही ं भरते
पदाथथ है  पपीता में मुূतः विटावमन C पाया जाता है इसके अलािा
 प टै वियम, स वडयम, मैव্वियम, कैलवियम, सષर यह विटावमन A विटावमन B1 एं ड B2 का भी मुূ स्र त है
ि रीन इਮावद क दीघथ प र्क तਲ कहा जाता है  विटावमन C ल हा के अिि र्ण में मदद करता है
 काबोहाइडरेट्स एिं िसा प्रमुख ऊजाथ उਨादक पदाथथ है  चूंवक विटावमन C जल में घुलनिील ह ता है अतः इसका
 िसा में सिाथवधक मात्रा में कैल री ह ती है संचय िरीर में नही ं ह ता
 प्र टीन िरीर का वनमाथणाਬक पदाथथ है  प्रवतकारक / एं टी डॉट के रूप में विटावमन K का प्रय ग
 विटावमन जल एिं खवनज लिण उपापचयी वक्रयाओं का वकया जाता है
वनयंत्रण ि वनयमन करते हैं  मनु ૥ की आं त में जीिाणु ੇारा विटावमन B12 विटावमन D
 विटावमन की ख ज प लैंड के िै ৯ावनक कैवसवमर फंक ने तथा विटावमन K का सं૓ेर्ण वकया जाता है
की थी  सूयथ की वकरण में विटावमन D ह ता है
 विटावमन क सहायक आहार भी कहा जाता है  विटावमन D क हामोन माना जाता है
 B, C जल में घुलनिील विटावमन है जबवक A D E K िसा में  विटावमन D2 क आगोकैस्टુफेरॉल जबवक विटावमन D3
घुलनिील विटावमन है क कॉले कैस्टુफेरॉल कहा जाता है
 लेक्ट ज प्राकृवतक िकथरा है ज दू ध में पाया जाता है  कॉलेकैस्टુफेरॉल का सं૓ेर्ण ૿यं जंतु िरीर में ह ता है
 कैसीन की उपस्ट थवत के कारण दू ध सफेद रं ग का ह ता है  मानि िरीर में विटावमन A यकृत में संवचत ह ता है
 बीटा कैर टीन की उपस्ट थवत के कारण गाय का दू ध हનे  विटावमन B12 में क बाભ पाया जाता है
पीले रं ग का ह ता है  विटावमन B6 का वनयवमत सेिन करने से ૿ੰ ं क याद
 दु৊ प्र टीन क पचाने िाला एं जाइम रे वनन है रखने में मदद वमलती है
 दू ध लैक्ट बैवसलस बैक्टीररया के कारण खराब ह ता है  स याबीन और मूंगफली सिाथवधक मात्रा में प्र टीन पाई
 अષा कैररटन सी ंग, बाल, नाखून और ਲचा में उपस्ट थत जाती है
ह ता है  दू ध वपलाने िाली मां क प्रवतवदन आहार में 70 ग्राम प्र टीन
 दू ध में लगभग 87 प्रवतित जल पाया जाता है इसके अलािा लेना चावहए जबवक सामा੧ वक्रयािील मवहलाओं के वलए
इसमें िसा, प्र टीन, काबोहाइडरेट, कैस्ट ियम प टे वियम भी 45 ग्राम प्र टीन की आि૑कता ह ती है
पाया जाता है  पानी कैल री िी आहार ह ता है अतः एक वगलास पानी
 दू ध में विटावमन नही ं पाया जाता है पीने से वमलने िाली कैल री की मात्रा िू ੧ ह गी
 टायर वसन मस्ट૮૗ में एडरीनवलन, न टएडरीनवलन और  फा૸ रस खवनज लिण के रक्त में उपस्ट थत ह ने से
ड पामाइन आवद ੧ूर टर ांसमीटसथ का वनमाथण करता है िारीररक अઢ एिं क्षार का संतुलन ठीक रहता है
 सेब में प टे वियम ह ने के कारण यह हृदय र वगय ं के वलए  िरीर में आयरन की कमी से एनीवमया ह जाती है
वििेर् महਲ रखता है  मैव্वियम ि र वफल का प्रमुख घटक है

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प्रमु ख विटावमन स्र त िह उनके कमी से ह ने िाले र ग


विटावमन िै ৯ावनक नाम कमी से उਨ੡ र ग स्र त
विटावमन A रे वटन ल रतौंधी, जीर थै लवमयां गाजर, हरी सस्टંयां, दू ध, मक्खन, अं डा, यकृत, मछली का ते ल
विटावमन B1 थायमीन बेरी बेरी, िृ स्ट਽ रुकना अनाज, स याबीन, दू ध, फवलयां
विटावमन B2 राइब ੿ेविन वकल वसस पनीर, अं डे, यी૭, मांस, हरी पਢेदार सस्टંयां
विटावमन B3 वनयावसन पेलाग्रा मांस, मूंगफली, आलू, टमाटर, पਢी िाली सस्टંयां
विटावमन B5 पैंट थै वनक अઢ चमथ र ग, बाल सफेद मांस, दू ध, मूंगफली, ग੡ा, टमाटर
विटावमन B6 पाइरीडॉस्टসन रक्त क्षीणता, चमथ र ग यकृत, मांस, अनाज
विटावमन B7 बाय टीन चमथ र ग, बाल ं का झडना अं डा, यकृत, दू ध, मांस
विटावमन B9 फ वलक अઢ रक्तक्षीणता, कंु वठत बुस्ट਽ दाल, यकृत, सस्टંया, अं डा, सेम
विटावमन B12 साइन क बालैवमन Pernicious Anaemia मांस, कलेजी, दू ध
विटावमन C ए૨ रवबक अઢ ૨िी र ग कৡी और खਂे फल ं में , वमचथ हरी वमचथ, पपीता, नी ंबू ,संतरा,
विटावमन D2 आगोकैस्टુफेरॉल ओस्ट૭य मैलेवसया (Adult) सूयथ की वकरण, मछली यकृत, ते ल, दू ध, अं डे
विटावमन D3 कॉलेकैस्टુफेरॉल सूखा र ग (ररकेट् स) (Child) सूयथ की वकरण, मछली यकृत, ते ल, दू ध, अं डे
विटावमन E टे क फेराल जनन क्षमता की कमी पवत िाली सस्टંयां , दू ध, मक्खन, अं कुररत, गेहं, िन૶वत ते ल
विटावमन K नै थ स्टक्वन न रक्त का थक्का न जमना टमाटर, हरी सस्टંयां, आं त ं में भी उਨ੡ ह ती है

 पालक के पਢे में सिाथवधक मात्रा में आयरन ह ता है


 आयरन िरीर में हीम ৕ वबन तथा साइट क्र म का प्रमुख घटक है
 िरीर में आयरन की कमी से एनीवमया ह जाती है
 मैव্वियम ि र वफल का प्रमुख घटक है
 ৕ूक ज म न सैकेराइड तथा ૭ाचथ या मंड एक पॉवलसैकेराइड काबोहाइडरेट है
 स याबीन तथा पिुओ ं पिुओ ं से ૆ुਨ੡ खा੅ पदाथथ जैसे दू ध, अं डा, मछली, तथा मांस में सभी अवनिायथ अमीन अઢ युक्त प्र टीन
पाए जाते हैं

5.4 ૔सन तंत्र (Respiratory System) 5.5 पररसंचरण तंत्र (Circulatory System)

 ૔सन तं त्र के अं तगथत िे सभी अं ग आते हैं वजनसे ह कर िायु  रक्त पररसंचरण तं त्र की ख ज विवलयम हािे ने की थी
का आदान-प्रदान ह ता है  रक्त पररसंचरण तं त्र क मुূतः चार भाग ं में बांटा जाता
 मनु ૥ में द फेफडे ह ते हैं ज फु੽ुसािरण या ઻ूरल मेंब्रेन है
(Pleural Membrane) से वघरे ह ते हैं
 ૮नधाररय ं में ૔सन की वक्रया फेफडे ੇारा ह ती है
 फेफडा िरीर के ताप क वनयंवत्रत रखता है
 ૔सन एक जैविक वक्रया है वजसमें अं त:૔ास (Inspiration)
तथा उৢिास (Expiration) वक्रयाएं िावमल है
 ૔सन वक्रया में नाइटर जन, ऑসीजन, काबथन डाइऑসाइड
और जलिाૠ आवद गैसें प्रयुक्त ह ती हैं
 ૔सन वक्रया में नाइटर जन की मात्रा में क ई पररितथ न नही ं
ह ता है
 लाल रुवधर कवणकाओं (RBC) में मौजूद हीम ৕ वबन प्र टीन
1. हृदय (Heart)
ऑসीजन के िाहक (carrier) का कायथ करते हैं
 काबथन म न ऑসाइड हीम ৕ वबन के साथ जुडकर काबो  हृदय छाती के मੌ थ डा सा बाई ओर स्ट थत ह ता है
काबोসी वहम ৕ वबन बनाती है वजससे रक्त की पररिहन  हृदय पेररकावडथ यल द्रि से वघरा ह ता है ज बाଅ आघात ं
क्षमता कम ह जाती है से हृदय की रक्षा करता है
 रक्त में ऑসीजन की सांद्रता में कमी आने से ૔ास की गवत  हृदय चार प्रमुख कक्ष ं में विभावजत ह ता है
में क्रमि: बढ़ तरी ह जाती है 1. द अवलंद (Atrium Or Auricle)
 समुद्र की सतह से ऊपर जाने पर िायु के घनਲ में कमी ह ती 2. द वनलय (Ventricle)
है वजससे पहाड ं पर िरीर में ऑসीजन की कमी ह ती है  द ऊपरी कक्ष ं क दायां तथा बायां अवलंद (Atrium Or
 पहाड ं पर ऑসीजन की कमी के कारण मनु ૥ की सांस Auricle) कहते हैं वजसके मੌ में वੇिलनी कपाट
फूलने लगती है अथाथत ૔सन दर बढ़ जाती है (Biscuspid Valve) ह ता है

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2. रक्त (BLOOD)

मानि िरीर में रक्त


प्रिाह का आरे स्टखय
वनरूपण
 रक्त का थक्का बनाने में फाइवब्रन जेन, फाइवब्रन के
पररितथ न में भाग लेने िाला ए जाइम रास्टછन है
 कुल रक्त का 55% भाग ੵा৷ा ह ता है
 ੵा৷ा में लगभग 91 % जल ह ता है
 रुवधर के ੵा৷ा में वलंफ साइट् स ੇारा एं टीबॉडी या
प्रवतरक्षी प्र टी ंस वनवमथत ह ती है

 द वनचले कक्ष ं क दायां एिं बायां वनलय (Ventricle) कहते लाल रक्त कवणकाएं (RED BLOOD CORPUSCLES OR
हैं वजसके मੌ में वत्रिलनी कपाट (Tricuspid Valve) ERYTHROCYTES)
ह ता है
 एक मनु ૥ के हृदय का िजन लगभग 250 – 300 ग्राम ह ता  रुवधराणु का लगभग 90% RBC ह ती है
है  RBC में हीम ৕ वबन नामक प्र टीन पाई जाती है
 मनु ૥ का हृदय प्रवत वमनट 72 – 75 बार धडकता है  हीम नामक रं जक के कारण इसका रं ग लाल ह ता है
 िरीर से हृदय की ओर रक्त ले जाने िाली रक्त िावहनी क  वहम ৕ वबन ऑসीजन का पररिहन करता है
विरा (Vein) कहते हैं  हीम ৕ वबन की मात्रा कम ह ने पर रक्तक्षीणता
 विरा में अिु਽ रक्त अथाथत काबथन डाइऑসाइड युक्त रक्त (ANAEMIA) र ग ह जाती है
ह ता है अपिाद – प઺ नरी विरा (Pulmonary Veins)  ૮नधाररय ं (MAMMALS) के RBC में केंद्रक ह ता है
 हृदय से िरीर की ओर रक्त ले जाने िाली रक्त िावहनी क  RBC का वनमाथण अस्ट थ म৪ा (Bone Marrow) में ह ता है
धमनी (Artery) कहते हैं  भ्रूण अि था में इसका वनमाथण यकृत (Lever) और ੵीहा
 धमनी में िु਽ रक्त अथाथत ऑসीजन युक्त रक्त ह ता है (Spleen) में ह ता है
अपिाद – प઺ नरी धमनी (Pulmonary Artery)  RBC की मृਮु यकृत और ੵीहा में ह ती है
 थायर स्टসन एिं एडरीनवलन ૿तं त्र रूप से हृदय की धडकन  ੵीहा (Spleen) आरबीसी का कब्रगाह कहते हैं
क वनयंवत्रत करने िाले हामोन हैं  RBC का जीिनकाल 20 से 120 वदन ह ता है
 ह्रदय द धडकन ं के बीच आराम करता है वजसे विवथलन
काल कहा जाता है
૔े त रक्त कण (White Blood Corpuscles OR
 रक्तदाब मापने िाले यंत्र क ૸ेगम मैन मीटर कहते हैं
 मनु ૥ का औसत रक्तचाप 120 / 80 ह ता है Leukocytes)
 सीने में ददथ पसीना एिं जी वमचलाना, बाह में ददथ तथा  ૔ेत रक्त कवणकाओं (WBC) का वनमाथण अस्ट थ म৪ा, वलंफ
झनझनाहट इਮावद लक्षण हृदयाघात या हृदय र ग से न ड और कभी-कभी यकृत एिं ੵीहा में ह ता है
संबंवधत है  WBC का जीिनकाल 2 से 4 वदन का ह ता है और इसकी
 मानि कलाई की नाडी हृदय के बराबर ૶ंवदत ह ती है मृਮु रक्त में ह जाती है
 ઻ूकेवमया क ઍड कैंसर भी कहते हैं
2. रक्त (BLOOD)  र ग ं के प्रवत प्रवतरक्षा प्रदान करने का कायथ WBC करती है
 WBC का सबसे अवधक भाग ੧ूटर वफુ कवणकाओं का
 रक्त एक तरल संय जी उਢक है ज क्षारीय ह ता है बना ह ता है
 रक्त का PH मान 7.35- 7.45 ह ता है  ੧ूटर वफુ कवणकाएं र गाणुओ ं तथा जीिाणुओ ं का भक्षण
 ૆૨ मनु ૥ में सामा੧तः 5 – 6 लीटर रक्त ह ता है करती है
 मानि रक्त की ૑ानता का कारण उसमें उपस्ट थत प्र टीन है

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 RH तਲ (Factor) की ख ज लैंडस्ट૭नर और विनर ने की थी

रक्तदाता समूह प्रा੮कताथ रक्त समूह


A B AB O
A हां नही ं हां नही ं
नही ं हां हां नही ं
૔ेत रक्त कवणकाएं

B
AB नही ं नही ं हां नही ं
O हां हां हां हां

एररर ઍा૭ वसस फीटे वलस


(Erythro Blastosis Fetalis)
 यवद वपता का रक्त RH+ ह तथा माता का रक्त RH – ह त
ज੦ लेने िाले वििु की ज੦ से पहले गभाथि था में या
ज੦ के तु रंत बाद मृਮु ह जाती है
रक्त वबછाणु (Blood Platelets Or  ऐसा प्रथम संतान के बाद की संतान ह ने पर ह ता है

Thrombocytes)
 यह केिल मनु ૥ एिं अ੧ ૮नधाररय ं के रक्त में पाया माता एिं वपता के रक्त समू ह के आधार पर बৡ ं के
जाता है सं भावित रक्त समू ह
 इसका वनमाथण अस्ट थ म৪ा में ह ता है
 ੵेटलेट्स का जीिनकाल 3 से 5 वदन का ह ता है माता वपता के रुवधर संतान ं के रुवधर िगथ
 ੵेटलेट्स की मृਮु ੵीहा में ह ती है िगथ संभि असंभि
 इसका प्रमुख कायथ रक्त के थक्का बनाने में मदद करना OXO O A,B,AB
ह ता है OXA O,A B,AB
 डें गू ৹र के कारण मानि िरीर में ੵेटलेट्स की कमी AXA O,A B,AB
ह जाती है OXB O,B A,AB
BXB O,B A,AB
मनु ૥ के रक्त िगथ (Blood Group) AXB O,A,B,AB
O X AB A,B O,AB
 रक्त समूह की ख ज कालथ लैंड૭ीनर ने की थी
A X AB A,B,AB O
 मनु ૥ ं की रक्त की वभ੡ता का मुূ कारण RBC में
B X AB A,B,AB O
पाई जाने िाली ৕ाइक प्र टीन है वजसे एं टीजन
AB X AB A,B,AB O
(Antigen) कहते हैं
 एं टीजन द प्रकार के ह ते हैं
1.) एं टीजन A 2.) एं टीजन B 5.6 तंवत्रका तंत्र (NERVOUS SYSTEM)
 वकसी एं टीजन की उपस्ट थवत में एक विपरीत प्रकार की
प्र टीन रुवधर ੵा৷ा में पाई जाती है वजसे एं टीबॉडी  मनु ૥ का तं वत्रका तं त्र तीन भाग ं में विभक्त है
कहते हैं 1. केंद्रीय तं वत्रका तं त्र (Central Nervous System)
 एं टीबॉडी द प्रकार के ह ते हैं 2. पररधीय तं वत्रका तं त्र (Peripheral Nervous System)
1.) एं टीबॉडी a 2.) एं टीबॉडी b 3. ૿ायਢ या ૿ाधीन तं वत्रका तं त्र (Autonomic Nervous
System)
 केंद्रीय तं वत्रका तं त्र क द भाग ं से वमलकर बना है
रुवधर के चार ं िगों के साथ एं टीबॉडी का वितरण 1. मस्ट૮૗ Brain
2. मेरुर৪ु Spinal Cord
रुवधर िगथ एं टीजन एं टीबॉडी मस्ट૮૗
A Only A Only b
B Only B Only a
अग्र मस्ट૮૗ मੌ मस्ट૮૗ पો मस्ट૮૗
AB A&B None
Prosencephalon Mesencephalon Rhombencephal
O None a&b
on
 सिथ दाता (UNIVERSAL DONOR) – O
थै लेमस हाइप थै लेमस मे਍ूला ऑઍााँगेटा सेरीबेलम
 सिथ ग्रहता (UNIVERSAL RECIPITOR) – AB

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5.7 उਲ਼जथन तंत्र (EXCRETION SYSTEM)

मनु ૥ के मस्ट૮૗ का िजन 1400 ग्राम ह ता है


  मनु ૥ सवहत दू सरे ૮वनय ं में मुূ उਲ਼जी अं ग एक
सुई चुभने पर मस्ट૮૗ में ददथ महसूस नही ं ह ता है क्य वं क
 ज डी िृ क्क (KIDNEY) पाए जाते हैं
मस्ट૮૗ में ददथ ग्रवहकाओं का अभाि ह ता है  िृ क्क या गुदे (वकडनी) में िृ क्क नवलका या ने िॉन पाई
 सेरीब्रम के कायथ यह मस्ट૮૗ का सबसे विकवसत भाग है जाती है ज वक उਲ਼जथन की संरचनाਬक एिं वक्रयाਬक
 यह बुस्ट਽मता, ૺृ वत, इৢा िस्टक्त, ऐस्टৢक गवतय ,ं ৯ान इकाई है
िाणी एिं वचंतन का केंद्र है  िरीर में सारा रक्त वकडनी के माੌम से िु਽ ह ता है
 थै लेमस के कायथ यह ददथ , ठं डा तथा गमथ क पहचानने का  वकडनी प्रवतवदन लगभग 1500 लीटर रक्त की िुस्ट਽
कायथ करता है करता है तथा लगभग 1.5 लीटर मूत्र में तઅील करता है
 हाइप थै लेमस के कायथ  िृ क्क, वकडनी या गुदे से प्रवत वमनट 1200 सीसी रक्त
1. यह अं तः स्रािी ग्रंवथय ं से ૰ावित ह ने िाले हामोंस का प्रिावहत ह ता है
वनयंत्रण करता है  जब वकडनी कायथ करना बंद कर दे ते हैं त रक्त में
2. यह भूख – ੴास, ताप वनयंत्रण, ੴार, घृणा आवद का केंद्र नत्रजवनत अपवि૙ पदाथथ जमा ह ने लगते हैं
ह ता है  प्रਮेक िृ क्क में लगभग 10 लाख ने िॉन पाए जाते हैं
3. रक्तदाब, जल के उपापचय, पसीना, गु଀ा, खुिी आवद  मनु ૥ के िरीर में रक्त की िुस्ट਽करण की प्रवक्रया
इसी के वनयंत्रण में हैं डायवलवसस कहलाती है
 सेरीबेलम के कायथ यह िरीर का संतुलन बनाए रखता है एिं  डायवलवसस विसरण के वस਽ांत के अनु सार काम करता
ऐस्टৢक पेविय ं के संकुचन पर वनयंत्रण करता है है
 मे਍ूला ऑઍााँगेटा यह मस्ट૮૗ का सबसे पीछे का भाग  यूररया यकृत में बनती है परं तु अवत सूक्ष्म वनૼं दन
ह ता है (Ultrafiltration) वक्रया ੇारा इसे रुवधर से गुदे ੇारा
 इसका मुূ कायथ – उपापचय, रक्तदाब, आहार नाल के पृथक कर वदया जाता है
संकुचन, ग्रंवथ स्राि, हृदय की धडकन तथा ૔ास का वनयंत्रण  सामा੧त: मनु ૥ वदन भर में लगभग 1.45 लीटर मूत्र का
करना है उਲ਼जथन करता है
 यह भ जन वनगमन उભी हृदय ૶ंदन की दर एिं प्रबलता  मूत्र हનा अઢीय ह ता है वजस का PH मान 6 ह ता है
खांसने छीकने इਮावद का वनयंत्रण करता है  यूर क्र म की उपस्ट थवत के कारण मूत्र का रं ग हનा पीला
 EEG (ELECROENCEPHALOGRAPH) का प्रय ग मस्ट૮૗ ह ता है इसमें 95% जल 2.6 प्रवतित यूररया और 2%
के कायथ का पता लगाने के वलए वकया जाता है अनाि૑क लिण के आयन ह ते हैं
 कैस्ट ियम ऑসलेट के कारण िृ क्क में पथरी (Stone)
बनती है
 यकृत, ਲचा तथा फेफडे उਲ਼जथन में सहायक अं ग है
 यकृत अન हल के वनराविर्न (Intoxication) के वलए
मेरुर৪ु (Spinal Cord) उਢरदायी है
 मे਍ूला ऑઍााँगेटा का वपछला भाग ही मेरुर৪ु बनाता है
 यकृत जवटल रासायवनक अवभवक्रयाओं के माੌम से
हावनकारक तਲ ं का वनराविर्न करता है
प्रमुख कायथ
 प्रवतिती वक्रयाओं (Reflex Action) का वनयंत्रण एिं
सम੨य करना (Coordination) 5.8 प्रजनन तंत्र (Reproductive System)
 प्रवतिती वक्रया के ੇारा ही हमारा पैर कांटे पर पडने पर हम
पैर क पीछे की ओर खी ंच लेते हैं
 अ੧ किेरुक (Vertebral) जंतुओ ं की तरह मनु ૥
 मस्ट૮૗ से आने िाली उ਻ीपन का संिहन करना
एकवलंगी (Unisexual) ह ता है
पररधीय तं वत्रका तं त्र (Peripheral Nervous System)  इनमें नर तथा मादा के जनन अं ग ं (Reproductive
 इ੫ें क्रमिः कपाल (Cranial) एिं मेरुर৪ु तं वत्रकाएाँ कहते Organ) और लैंवगक लक्षण ं में वभ੡ता ह ती है
हैं  पुरुर् ं में एक ज डी िृ र्ण (TESTES) तथा स्ट૰य ं में एक
 मनु ૥ में 12 ज डी कपाल तं वत्रकाएाँ है और 31 ज डी ज डी अं डािय (OVARIES) प्रमुख जननांग ह ते हैं
मेरुर৪ु तं वत्रकाएाँ में पाई जाती है  मानि में वनर्ेचन (FERTILIZATION) की वक्रया अं ड
 तं वत्रका उਢक की सबसे छ टी इकाई क ੧ूरॉन कहते हैं िावहनी (Oviduct) या फैल वपयन नली (Fallopian
 मनु ૥ के िरीर का तापमान और 98.6 फॉरे नहाइट अथिा Tube) में संप੡ ह ती है
37 वडग्री सेंटीग्रेड ह ता है  यु৒नज (Zygote) वनमाथण फैल वपयन ਅू ब में ह ता है
 केस्टિन पैमाने पर िरीर का ताप 310 K वलविं ग ह ता है  पुरुर् का िुक्राणु , मवहला के वडं ब क वडं बिावहनी नली
(Fallopian Tube) में वनर्ेवचत करता है

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 मादा जनन पथ में पहुं चने के पોात िुक्राणु की वनर्े चन क्षमता सामा੧त: 48 से 72 घंटे तक सुरवक्षत रहती है
 वनर्ेचन वक्रया के बाद यु৒नज अथाथत जायग ट क्रमिः मॉरुला, ઍा૭ु ला ि गै૭ूला में विभावजत ह ता है
 भ्रूणीय विकास के तीसरे से आठिें स੮ाह क भ्रूण विकास काल कहते हैं क्य वं क यह अं ग ं के विकास का मुূ समय ह ता है
 मानि भ्रूण का हृदय अपने पररिधथन (Development) की 4 – 5 स੮ाह में ૶ंदन (Pulsation) करने लगता है
 मनु ૥ में ज੦ का समय वनर्ेचन के बाद आदिथ रूप से 266 वदन या 38 स੮ाह ह ता है

5.9 अंतः स्रािी तंत्र (ENDOCRINE SYSTEM)

 मानि सवहत अ੧ किेरूकी जंतुओ ं में ग्रंवथय ं की तीन ૶૙ श्रेवणयां ह ती हैं


 बवह: स्रािी ग्रंवथ (Exocrine Gland) यह ग्रंवथ नवलका युक्त ह ती है वजससे स्रावित पदाथथ िरीर की सतह पर मुक्त ह ते हैं
जैसे – दु৊ ग्रंवथ, ૿ेद ग्रंवथ, अश्रु ग्रंवथ, लार ग्रंवथ
 अं तः स्रािी ग्रंवथ (Endocrine Gland) यह नवलका विहीन ह ती है इससे स्रावित पदाथथ या हामोन रुवधर क विकाओं के ੇारा
िरीर में संचररत ह ते हैं जैसे – पीयूर् अथिा वपਅूटरी ग्रंवथ, थायराइड ग्रंवथ, पैरा थायराइड ग्रंवथ, एवडरनल, पीवनयल, थायमस
 वमवश्रत ग्रंवथयां इसमें िही िराबी तथा अं तः स्रािी द न ं प्रकार के उਢक ह ते हैं जैसे अ্ािय

मानि िरीर की ग्रंवथयां एिं उसे स्रावित हामोन

ग्रंवथ रस उਲ਼वजथत हामोन कायथ या महਲपूणथ त਷


पीवनयल ग्रंवथ मेलाट वनन मेलाट वनन हामोन वनद्रा ि जगने की वक्रया क वनयं वत्रत करता है
िे स प्र वसन ADH िे स प्र वसन मूत्र क वनयंवत्रत करती है
ऑসीटॉवसन िाਲ਼઻ की तथा मैथुन (Copulation) की भािनाओं क बढ़ाता है
स मैट टर वपन STH स मैट टर वपन की अवधकता से भीमकावयता (Gigantism) की अि था उਨ੡
पीयूर् या िृ स्ट਽ हामोन GH ह ती है जब की कमी से बौनापन
वपਅू टरी
प्र लेस्टक्टन PRL लूवटओटर ॉवपक प्र लैस्टक्टन हामोन वििु ज੦ के बाद दू ध के ૰ािण क प्रेररत करता है
हामोन LTH वपਅू टरी ग्रंवथ मानि िरीर की सबसे छ टी अं तः स्रािी ग्रंवथ है
लुटेनाइवजंग हॉरम न LH वपਅू टरी ग्रंवथ क मा૭र ग्रंवथ के नाम से भी जाना जाता है
थायराइड प्रेरक हामोन STH वपਅू टरी ग्रंवथ के कई हामोन अ੧ अं तः स्रािी ग्रंवथय ं का वनयं त्रण करते हैं
पैरा थायरॉइड पैराथॉरम न PTH पैराथॉरम न रक्त में कैस्ट ियम आयन की आदिथ मात्रा क बनाए रखता है
ग्रंवथ
टर ाई आय ड थायर वनन
थायरॉस्टসन 1. थायरॉस्टসन िरीर में उपापचयी वक्रयाओं का वनयं त्रण करता है
थायरॉइड या 2. इसकी कमी से बৡ ं में जडमानिता (Cretinism) िय૨ ं में
अिटु ग्रंवथ वमस्टসडीमा (Myxoedema) नामक र ग
3. इसकी कमी से घेंघा Goiter तथा हाविम ट र ग भी ह ता है
कैુीट वनन थायराइड ग्रंवथ के अवत૰ािण से ने त्र ਲ਼ेंधी गलगंड या एक्ज थै स्ट઺क
৖ायटर तथा ੵूमर का र ग ह ता है
थाइमस ग्रंवथ थाई म वसन
अमािय गैस्ट૭रन, घ्रेवलन
यकृत इं सुवलन like
अષा क विका – ৕ूकैगान
अ্ािय बीटा क विका – इं सुवलन इं सुवलन की कमी से उदकमेह या मधु मेह डायवबटीज र ग ह ता है
डे ભा क विका – स मेट ૭ै वटन
एफ क विका – पॉवलपे੭ाइड
िृ क्क या वकडनी कैवल૭र ॉल, रे वनन,
एररर प इवटन

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ग्रंवथ रस उਲ਼वजथत हामोन कायथ या महਲपूणथ त਷


एवडरनल ग्रंवथ से स्रावित हामोन क लड एिं उड (fight and flight) हामोन
भी कहा जाता है
अवधिृ क्क या एवडरनल एडरीने लीन या एवपने िीन हृदय गवत में िृ स्ट਽ ह ती है तथा िरीर में उਢेजना का अनु भि
ग्रंवथ मस्ट૮૗ कंकाल पेविय ं हृदय, फेफड ं यकृत आवद अं ग ं में रुवधर संचार बढ़ना
नॉरएडरीने वलन इसके प्रभाि के कारण ਲचा, पाचन, उਲ਼जथन, ज੦ आवद तं त्र ं के अं ग ं में
रुवधर संचार कम ह जाता है और इनकी वक्रयािीलता कम ह जाती है
कॉवटथ स ल
ए૭र जेन 1. ए૭र जन क नारी विकास हामोन कहते हैं
अं डािय (मवहलाओं 2. यह मवहलाओं के वੇतीय लैंवगक लक्षण ह जैसे लडवकय ं में ૮न, दू ध
में) ग्रंवथय ,ं गभाथिय तथा य वन इਮावद का समुवचत विकास क दिाथता है
प्र जे૭र न यह गभथधारण के वलए आि૑क लक्षण ं के विकास क प्रेररत करता है
ररलैस्टসन इसके ૰ाि से गभाथिय ग्रीिा चौडी ह जाती है और वििु ज੦ में सुगमता
ह ती है
िृ र्ण (पुरुर् ं में) टे ૭ ૭रॉन या एं डर जेन

 हाइप थै लेमस क पीयूर् ग्रंवथ का भी मा૭र माना जाता है क्य वं क मस्ट૮૗ का यह भाग तं वत्रका तं त्र तथा अं तः स्रािी तं त्र के प्रमुख
संय जक की भूवमका वनभाता है
 अ্ािय क पाचक रस के उਨादन के वलए उਢेवजत करने िाला हामोन वसवक्रवटन है
 इं सुवलन एक प्र टीन श्रृंखला या पे੭ाइड हामोन है
 इं सुवलन में ज૮ा धातु मौजूद ह ती है
 उदकमेह (डायवबटीज) िाले ૆स्टक्त क प्रायः बहुत अवधक ੴास लगती है क्य वं क िरीर का वनजथलीकरण ह जाता है वजस के
उपचार हे तु कृवत्रम ADH का उपय ग ह ता है वजसे वपटर े वसन कहते हैं
 इं सुवलन का उਨादन अ্ािय के आईलेट्स ऑफ लैंगरहैं स ੇारा वकया जाता है
 कृवत्रम रूप से इं सुवलन डहे वलया की जड ं से प्रा੮ ह ता है
 सभी हामोन प्र टीन की श्रेणी में आते हैं
 थायर स्टসन आय डीन युक्त हामोन है
 स्ट૰य ं में रज वनिृ वਢ (Masturation) के पોात प्र जे૭र न और ए૭र जेन हामोन का उਨादन समा੮ ह जाता है
 पैरा थायराइड हामोन मानि िरीर के रक्त में कैस्ट ियम और फा૸ेट क विवनयवमत करता है

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6. पादप कावयथकी
6.1 प्रकाि सं ૓ेर्ण (PHOTOSYNTHESIS)

 प्रकाि सं૓ेर्ण वक्रया है वजसमें पौधे सूयथ प्रकाि की  ੿ एम क बा૭ ऊतक भी कहते हैं
उपस्ट थवत में ि र वफल ੇारा काबथन डाइऑসाइड से  ੿ एम का प्रमुख कायथ पौधे की हरी भाग ं में वनवमथत
अवभवक्रया कर काबोहाइडरेट और ऑসीजन का भ ৸ पदाथथ क दू सरे भाग ं में थानांतररत करना है
वनमाथण करते हैं  अमरबेल (Cuscuta) एक पूणथ ૮ंभ परजीिी (Total
6 CO2 + 6 H2O C6H12O6 + 6 O2 Stem Parasite) आिृ ਢबीजी पौधा है
 प्रकाि सं૓ेर्ण में काबथन डाइऑসाइड का उपय ग  जब वकसी िृ क्ष की छाल िृ क्ष के आधार के पास से
ह ता है ग लाकार चार ं तरफ से हटा दी जाती है स या िृ क्ष धीरे -
 प्रकाि सं૓ेर्ण की प्रवक्रया ि र ੵा૭ में ह ती है धीरे सूख जाता है क्य वं क जडे ऊजाथ से िं वचत रह जाती है
 प्रकाि सं૓ेर्ण की प्रवक्रया में ऑসीजन बायप्र डक्ट
के रूप में बाहर वनकलते हैं 6.3 पादप हामोन
 पौधे की प्रकाि सं૓ेर्ण की वक्रयाओं से वनकली
सम૮ ऑসीजन जल से प्रा੮ ह ती है
 हामोन िઅ का प्रथम प्रय ग 1906 में ૭वलिंग ने “उਢेवजत
 पृਸी पर कुल प्रकाि सं૓ेर्ण का लगभग 90% भाग
करने िाले पदाथथ” के रूप में वकया था
जलीय पौधे ि िैिाल ੇारा ह ता है
 सामा੧ता पादप हामोन के पांच प्रमुख िगथ ह ते हैं -
 समुद्री िैिाल चंद्रमा के प्रकाि में प्रकाि सं૓ेर्ण की
1. ऑस्टসन (AUXINS)
वक्रया करते हैं
 पृਸी पर अवधकांि ऑসीजन िैिाल ं से उਨावदत  इसके प्रय ग से संतरा, नी ंबू, अं गूर, केला, टमाटर आवद के
ह ती है फल ं में वबना परागण (Pollination) ि वनर्ेचन
 विद् युत प्रकाि में भी पौधे में प्रकाि सं૓ेर्ण की वक्रया (Fertilization) के भी फल ं का विकास ह ता है
ह ती है  यह फल बीज रवहत ह ते हैं
 प्रकाि सं૓ेर्ण की वक्रया में ि र ੵा૭ मुূतः 2. वजबरे वलन (GIBBERELLINS)
नीला, बैगनी, लाल ि नारं गी वकरण ं का अिि र्ण
 इसका उपय ग बौनी प्रजावतय ं की लंबाई में िृ स्ट਽ पुૠन,
करते हैं
तथा बीज ं के अं कुरण में ह ता है
 ि र ੵा૭ में हरे रं ग का िणथक ि र वफल पाया
3. साइट काइवनन (CYTOKININS)
जाता है
 मै্ीवियम (Mg) ि र वफल का प्रमुख तਲ है  इसका प्रमुख कायथ क िा विभाजन है यह पदाथथ जीणथता
 अवधकतम प्रकाि सं૓ेर्ण लाल प्रकाि में ह ता है क र कता है तथा ि र वफल क काफी समय तक न૙
 प्रकाि सं૓ेर्ण की वक्रया में हरे पौधे प्रकाि ऊजाथ क ह ने से बचाता है
रसायवनक ऊजाथ में रूपांतररत कर दे ते हैं 4. एबवसवसक अઢ (ABSCISIC ACID)
 प्रकाि सं૓ेर्ण वदन में अथिा रावत्र में ह ता
है  सूखे के प्रवत संिेदनिील पौधे सूखे की पररस्ट थवतय ं में इस
हामोन का सं૓ेर्ण करते हैं वजससे उ੫ें जल क संरवक्षत
6.2 पादप प र्ण (PLANTS NUTRITION) करने में मदद वमलती है
5. एवथलीन (ETHYLENE)
 हरे पौधे ૿प र्ी ह ते हैं अथाथत यह काबथवनक पदाथों
(भ जन) का वनमाथण ૿यं करते हैं  इसे फल पकाने िाला हामोन (Ripening Harmone) भी
 पौधे के वलए आि૑क अवनिायथ प र्क तਲ ं क द भाग कहते है
में बांटा गया है  एवथलीन या एवसवटलीन का प्रय ग कৡे फल ं क कृवत्रम
1. दीघथ प र्क तਲ – काबथन, हाइडर जन, ऑসीजन, रूप से पकाने में वकया जाता है
नाइटर जन, फॉ૸ रस, प टै वियम, सષर, कैस्ट ियम  एवथलीन गैसीय अि था में पाया जाता है
मै্ीवियम  यह पौधे की तने के अग्रभाग में बनता है और वि૮ृत ह कर
2. सूक्ष्म प र्क तਲ – ब रॉन, ि रीन, कॉपर, लौह, मै্ीज फल क पकने में सहायता करता है
मॉली डे नम, वनकेल, वजंक  एवथलीन पवਢय ं फल ं ि पुૠ ं के विलगन पौधे से अलग
3. स वडयम पौधे के विकास के वलए आि૑क तਲ नही ं है ह ने की प्रवक्रया क तीव्र करता
 जाइलम क जल संिाहक उਢक भी कहते हैं है
 जाइलम का प्रमुख कायथ और ि वर्त जल तथा खवनज  ऑस्टসन, वजबरे वलन तथा साइट काइवनन कम सांद्रता पर
लिण ं क पौधे के विवभ੡ भाग ं तक पहुं चाना है िृ स्ट਽ िधथ क का कायथ करते हैं जबवक एबवसवसक अઢ एिं
एवथलीन अवधक सांद्रता पर िृ स्ट਽ िधथ क का कायथ करते हैं

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6.4 पादप जनन 6.5 आवथथक महਲ (ECONOMIC IMPORTANCE)

 पौध ं में जनन मुূतः द प्रकार से ह ते हैं  सूरजमुखी का ते ल हृदय र वगय ं के वलए उपय गी ह ता है
1. लैंवगक जनन (SEXUAL REPRODUCTION) क्य वं क इस में िसा की मात्रा बहुत कम ह ती है
2. अलैंवगक जनन (ASEXUAL REPRODUCTION)  चंदन, कपूर, लॉ ग तथा वपपरवमंट आवद पौधे से िाૠिील
 जीिन चक्र की व૙ से पौधे का सबसे महਲपूणथ भाग पुૠ सुगंवधत ते ल प्रा੮ वकए जाते हैं
है  आं िला के फल और्धीय गुण ं से युक्त ह ते हैं
 एक पुૠ में पुंकेसर (STAMENS) और ૰ीकेसर  आं िला में प्रचुर मात्रा में विटावमन सी पाया जाता है
(CARPELS) वमलकर प्रजनन अं ग ं का वनमाथण करते हैं  कंचन, कृ૞ा, बनारसी आवद आं िला की उ੡त वकૺें हैं
 पराग कण ं के पराग क ि (ANTHER) से िवतथ काग्र  नीम में एजावडरै क्टीन नामक रसायन पाया जाता है
(STIGMA) तक पहुं चने की वक्रया क परागण कहते हैं  जेटर फा , नाग चंपा, नीम आवद बाय डीजल के उਨादन में
 कावयक प्रिधथ न (VEGETATIVE PROPAGATION) प्रयुक्त प्रमुख िन૶वत प्रजावतयां है
प्रजनन की एक अलैंवगक विवध है  जेटर फा या रतनज त के बीज ं से बाय डीजल प्रा੮ करते
जैसे – ग੡ा, गुलाब, चमेली तथा अं गूर हैं
 ૮ंभ कतथ न (STEAM CUTTING) दाब लगाना  दे ि का पहला बाय डीजल सं यंत्र काकीनाडा आं ध्र प्रदे ि में
(LAYERING) तथा कलम बांधना (GRAFTING) कावयक थावपत वकया गया है
प्रिधथ न की पारं पररक विवधयां हैं  ग੡ा और मक्का से ૆िहायथ जैि ईंधन, इथे नॉल प्रा੮
 पौधे में अधथ सूत्री विभाजन (MEIOSIS) के अੌयन के वकया जाता है
वलए सबसे उपयुक्त भाग पराग क ि ह ता है  सामा੧त: ग੡ा ि चुकंदर का प्रय ग िक्कर बनाने में
 पौधे में भ्रूण बीज में वमलता है तथा अं कुरण प्रवक्रया के वकया जाता है
फल ૿रुप भ्रूण बीज से बाहर आता है  वचलग जा में काबोहाइडरेट तथा प्र टीन की अवधकता ह ती
है तथा यह पाइन के बीज से प्रा੮ ह ता है
 तु लसी एिं ह઴ी में प्रवतजैविक गुण पाए जाते हैं
 नी ंबू विटावमन सी का मुূ स्र त है वजसमें प्रवतर धक
क्षमता ह ती है
 चाय, कॉफी तथा क क प्रमुख से पदाथथ हैं
 कैफीन मस्ट૮૗ क प्रभावित करने िाली उਢेजक और्वध
है ज मुূतः कॉफी के बीज ं एिं चाय की पवਢय ं से प्रा੮
की जाती है
 समुद्री खरपतिार एिं िैिाल आय डीन के महਲपूणथ स्र त
हैं
 टमाटर में मुূ रूप से साइवटर क अઢ एिं मैवलक अઢ
पाया जाता है
 टमाटर में ऑक्जेवलक अઢ उपस्ट थत ह ता है परं तु इसकी
मात्रा बहुत कम ह ती है
 वक्रकेट के ब઼े विल की लकडी से बनाई जाती है
 हॉकी स्ट૭क और वक्रकेट ૭ ੸ बनाने में िहतू त की
लकडी का प्रय ग वकया जाता है वजसका िै ৯ावनक नाम
म रस अસा है
 वलटमस अઢ और क्षार का सूचक ह ता है वजसे लाइकेन
से प्रा੮ वकया जाता है
 सेिॉन क्र कस नामक पौधे के फूल के िवतथ काग्र
(Stigma) से केसर मसाला वनवमथत वकया जाता है

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7. र ग एिं उपचार

7.1 विर्ाणु (VIRUS) जवनत र ग

 रासायवनक व૙ से विर्ाणु प्र टीन आिरण से जुडे ੧ूस्टिक अઢ ह ते हैं

बीमारी प्रभावित अंग विषाणु के नाम लक्षण


एड् स प्रवतरक्षा प्रणाली HIV र ग प्रवतर धक क्षमता का न૙ ह ना
डें गू ज्वर संपूणथ िरीर एडीज इवजव੭ आं ख पेविय ं वसर तथा ज ड ं में ददथ
पोवलयो गला, रीढ़ प वलय ৹र बदन में ददथ रीढ़ की हਊी आं त की क विकाएं न૙ ह जाती है
इनफ्लु एंजा संपूणथ िरीर वमস िायरस गलि थ, छी ंक, बेचैनी
खसरा संपूणथ िरीर म वबथली िायरस िरीर पर लाल दाना
हे पेटाइवटस / यकृत पेिाब पीला आं ख एिं ਲचा पीला ह जाता है
पीवलया
रे बीज तं वत्रका तं त्र रै ड िायरस र गी पागल ह जाता है जीभ बाहर वनकलता है
मे वननजाइवटस मस्ट૮૗ ते ज बुखार
चे चक संपूणथ िरीर िै ररओला िायरस ते ज बुखार िरीर पर लाल लाल दाने
छोटी माता संपूणथ िरीर िे ररसैला िायरस हનा बुखार िरीर पर वपवਢकाएाँ
गलशोथ पैरा थायराइड ग्रंवथ ৹र के साथ मुंह ख लने में कवठनाई
हपीज ਲचा हपीज ਲचा में सूजन ह जाती है

 प वलय के टीके की ख ज सिथ प्रथम ज नॉस साન ने की थी  जीका, इब ला, सासथ और कर ना इ ੿ूएंजा श्रेणी की
 भारत सरकार ने हाल ही में टर ाईिै लेंट ओरल प वलय िै সीन बीमाररयां हैं ज िायरस ੇारा ह ती है
के थान पर दे ि में बाई िै लेंट िै সीन प्रय ग करने का वनणथय  एवलजा िे ૭नथ , ઍॉट टे ૭, HIVP 24 एं टीज न, CD 4
वलया है काउं ट ੧ूस्टिक एवसड टे ૭ एड् स से संबंवधत टे ૭ है
 रीन िायरस र गाणु सामा੧ जुकाम के वलए उਢरदायी है  HIV पॉवजवटि ल ग ं के वलए ART (एं टीरे टर िायरस
 जुकाम एक संक्रामक र ग है ज छी ंक, िायु इਮावद के माੌम थे रेपी) की ૆ि था है
से फैलता है  एनडे वमक – जब क ई र ग वकसी वििेर् क्षे त्र या
 हे पेटाइवटस बी के कारण लीिर में सूजन एिं जलन ह ती है जनसंূा में थाई रूप से वि੅मान रहता है
 मથ र ग एक विर्ाणु जवनत र ग है वजसमें पैर वटड ग्रंवथ  एवपडे वमक – जब क ई संक्रामक र ग वकसी वनवોत
क૙दायक रूप से बडी ह जाती है जनसंূा में बडी संূा में कम समय में ते जी से
 िय૨ ं में अवतसार का प्रमुख कारण न र िायरस है जबवक फैलता है
बৡ ं में अवतसार का प्रमुख कारण र टािायरस है  पेंडेवमक – जब एवपडे वमक की स्ट थवत संपूणथ वि૔ में
 रे बीज विर्ाणु प्राय: कुਢा, वब઼ी, चमगादर तथा जंगली वि૮ाररत ह जाती है
जानिर ं में पाया जाता है  AIDS – ACQUIRED IMMUNODEFICIENCY
 रे बीज र ग क हाइडर फ वबया भी कहते हैं SYNDROME
 पीत ৹र या यल फीिर एक संक्रामक र ग है वजसका संचार  ELISA – Enzyme-Linked Immunosorbent
एडीज इवजव੭ जावत के मৢर ं ੇारा ह ता है  इડून लॉजी का जनक एडिडथ जेनर क कहा जाता है
 एडीज श्रेणी के मৢर ं क टाइगर मৢर के नाम से भी जाना वजसने चेचक के टीके की ख ज की थी
जाता है  अप्रैल 1977 में भारत क चेचक मुक्त घ वर्त
 जापानी इं सेफेलाइवटस र ग का कारक ੿ैिीविरायडी कुल  WHO ੇारा फरिरी 2000 में भारत क वगनी िॉमथ र ग
का विर्ाणु ह ता है मुक्त दे ि घ वर्त वकया गया
 पालतू सूअर एिं जंगली वचवडया जापानी इं सेफेलाइवटस के  27 माचथ 2014 क भारत क आवधकाररक तौर पर
विर्ाणु िाहक ह ते हैं प वलय मुक्त दे ि का दजाथ वदया गया
 इस विर्ाणु के िाहक वसफथ क्यू लेস प्रजावत के मৢर ह ते हैं  काऊ पॉস एिं फुट एं ड माउथ वडजीज विर्ाणु जवनत
 एड् स र ग असुरवक्षत लैंवगक संभ ग दू वर्त रक्तधान तथा संक्रमण र ग हैं ज पिुओ ं में ह ते हैं
संक्रवमत माता के ੵेसेंटा के संपकथ ੇारा संचाररत ह ता है  H1N1 विर्ाणु ૿ाइन ੿ू के वलए वजઠेदार है ज
 एड् स विर्ाणु = आरएन + प्र टीन ह ता है मनु ૥ ं में सूअर के प्रਮक्ष संबंध से फैलता है
 एड् स के िायरस रे टर िायरस ह ते हैं  H5N1 िायरस बडथ ੿ू के वलए वजઠेदार ह ता है
 प्रवतिर्थ 1 वदसंबर क वि૔ एड् स वदिस मनाया जाता है

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7.2 जीिाणु के ੇारा ह ने िाला र ग

बीमारी प्रभावित अंग जीिाणु के नाम लक्षण


वटटनेस तं वत्रका तं त्र िॉ૭र ीवडयम टे टनी ते ज बुखार, िरीर में ऐंठन, जबडा बंद ह ना
है जा आाँ त विवब्रओं कॉलेरी लगातार द૮ और उस्टભयां
टाइफाइड आाँ त सालम ने ला टायफी ते ज बुखार वसर ददथ
तपेवदक/ क्षय रोग फेफडा माइक बैक्टेररयम ਅू बरि वसस बार बार खांसी के साथ कफ और रक्त वनकलना
वडप्थीररया ૔ास नली क रीनी बैक्टीररयम वड थीरी
प्ले ग फेफडा पा चुरेला पेस्ट૭स बहुत ते ज बुखार िरीर पर गस्टભयां
काली खां सी ૿सन तं त्र वहम वफलस परਅू वसस (Whooping Cough) लगातार खांसी आना
वनमोवनया फेफडा वडੵ क क्कस ੧ूम नी ते ज बुखार फेफड ं में सूजन
कोढ़ तं वत्रका तं त्र माइक बैक्टेररयम लेप्री िरीर पर चकਢे तं वत्रकाएं प्रभावित
ਲचा
गोनोररया मूत्र मागथ मूत्र मागथ में सूजन
वसफवलस वििन वििन में घाि

 DPT या वटर पल एं टीजन िै সीन वड थीररया काली खांसी  बाटू वल৷ र ग िॉ૭र ीवडयम बाटू वलनम नमक जीिाणु
और वटटनस से बचाि के वलए बৡ ं क वदया जाता है ੇारा उਨ੡ विर् के कारण ह ता है
 जीिाणु ੇारा ह ने िाली बीमाररय ं के उपचार हे तु सષा  दं त क्षय का कारण बैक्टीररयल इं फेक्शन है
दिाइय ं का प्रय ग वकया जाता है  टाइफाइड और कॉलेरा र ग दू वर्त जल से फैलता है
 यह संस्ट૓૙ दिाओं का एक समूह है वजसके अं तगथत
टीकाकरण कायथ क्रम
स फॉ੦ाइड, सષामेराजाइन, सષा डाइजीन इਮावद
आते हैं नाम समयािवध बीमारी
 ि रे फेनीकॉल वजसे ि र नाइटर मायसीन के नाम से भी BCG (बेवसलस 12माह के अं दर तपेवदक
जाना जाता है एक ब्रॉड ૶ेक्टरम एं टीबाय वटक है काल्मेट्टर ग्यूररन)
 अमीन सैवलवसवलक एवसड और्वधय ं का उपय ग टीिी और DPT Within age of वड थीररया
कु૜ र ग की वचवकਲ਼ा में वकया जाता है 16 – 24 month परਅू वसस
 यक्ष्मा या तपेवदक ੇारा प्रवत िर्थ सिाथवधक संূा में ल ग टे टनस
मरते हैं OPV (Oral Polio 6 – 10 – 14 प वलय
 सालम ने ला बैवसलाई नामक जीिाणु के कारण भ जन Vaccine) स੮ाह
विर्ाक्त ह ता है

7.3 किक जवनत र ग


 वि৯ान की िह िाखा वजसके अं तगथत किक ं का वि૮ृत अੌयन वकया जाता है माइक लॉजी कहलाता है
 ए੿ाटॉस्टসन नामक जहरीला पदाथथ प्राकृवतक रूप से कैंसर कारक ह ता है ज यकृत कैंसर उਨ੡ करता है
 ए૶वजथ लस ੿ेिस, ए૶वजथलस ੾ूवमगेटस, पेवनवसवलयम आईसलैंवडकम, आवद किक ं ੇारा उਨ੡ ह ते हैं ज भ जन क
विर्ाक्त कर दे ते हैं
 मानि में ए૶वजथवलय वसस नामक र ग किक ੇारा उਨ੡ ह ते हैं
 ऑगोवट৷ नामक र ग संदूवर्त अनाज के उपभ ग से ह ता है
 एथलीट फुट नामक बीमारी टर ाईक फाइट न या टीवनया पेवडस नामक किक ੇारा ह ता है
 यह ਲचा के मुलायम वह଀ ं क संक्रवमत करता है वििेर् रूप से अं गुवलय ं के मੌ
 एथलीट फुट र ग का संक्रमण संक्रवमत मृदा से ह ता है
 अ थमा मनु૥ के फेफडे में ए૶वजथलस ੾ूवमगेटस नामक किक के कारण ह ता है ज संक्रामक र ग है
 गंजापन (Baldness) टीवनया कैवपवटस नामक किक से ह ता है
 दाद र ग टर ाईक फाइटम लेरुक सम नामक किक से फैलता है यह संक्रामक र ग है वजसमें ਲचा पर लाल रं ग के ग ले पड जाते
हैं
 छत्रक (Mushroom) गुৢी (Morchella) लाइक परड न जैसे किक का उपय ग भ जन के रूप में वकया जाता है ज प्र टीन का
मुূ स्र त है
 अमावनटा एक जहरीला किक है वजसे खाने पर ૆स्टक्त की मृਮु ह जाती है

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7.4 अ੧ परजीिी र ग

 मलेररया सबसे घातक परजीिी र ग है ज ੵा৷ वडयम  रं जकहीनता (Albinism) अलकपट ੧ूररया फेवनल
नामक प्र ट ज आ से ह ता है कीट ੧ूररया इਮावद मनु ૥ में ह ने िाले महਲपूणथ जीन
 भारत में मलेररया के 60 - 65 % मामले के वलए पी ૆वतक्रम (Genetic Disorder) हैं
िाईिै স जबवक 30 – 35% मामले के वलए पी फैુीपेरम  डाउन वसंडर म, टनथ र वसंडर म, िाइनफेભर वसंडर म, आवद
परजीिी उਢरदायी है गुणसूत्र संূा की त्रुवटय ं (Errors Of Chromosome
 सर र नाય रॉस क मलेररया के वलए उਢरदाई परजीिी Number) क प्रदविथत करता है
की ख ज के वलए 1902 में न बेल पुर૨ार वदया गया  मनु ૥ में लैंवगक लक्षण ं के जी ंस मुূतः वलंग गुणसूत्र ं में
 मलेररया र ग का सिाथवधक प्रभाि RBC तथा ੵीहा पर ह ते हैं
पडता है  अवधरक्तस्राि या हीम फीवलया एक अनु िांविक वलं ग संल্
 मलेररया का िाहक मादा एनावफलीज मৢर ह ता है है
 मৢर ं के संहार िह उनसे बचाि हेतु घर ं में डीडीटी  इसके कारण रक्त में कुछ प्र टीन की कमी के कारण रक्त
अथिा पायरे रम, नै था कपूर आवद का प्रय ग वकया जाता का थक्का नही ं जमता है
है  हीम फीवलया र ग प्रायः पुरुर् ं में ही पाया जाता है जबवक
 जलािय ं में मৢर ं की लािाथ क खाने िाली मछवलयां स्ट૰यां इस र ग का िाहक ह ती हैं
जैसे गैंबुवसया ह ती है  हीम फीवलया र ग का प्रारं भ महारानी विक्ट ररया से हुआ
 प्राचीन काल से मलेररया के उपचार हे तु वसनक ना नामक माना जाता है इसे िाही र ग भी कहा जाता है
िृ क्ष की छाल से कुनै न प्रा੮ वकया जाता है  फेवनलकीट ੧ूररया र ग के पररणाम ૿रूप मनु ૥ में
 एटीब्रीन, मेलुब्रीन, रे स चीन, कामा क्वीन, ि र क्वीन मानवसक जडता की स्ट थवत उਨ੡ ह जाती है
आवद का प्रय ग मलेररया के उपचार हे तु वकया जाता है  बबल बेबी र ग क SCID (Severe Combined
 कालाजार अथाथत वलिमैवनएवसस र ग वलिमैवनया नामक Immunodeficiency) के नाम से भी जाना जाता है ज एक
प्र ट ज आ परजीिी के कारण ह ता है अनु िांविक र ग है
 इस र ग का िाहक बालू मक्खी (Sand Fly) है  इस र ग में ज੦ के समय से ही वििु का प्रवतरक्षा तं त्र कायथ
 वनद्रा र ग वटर पैन स मा नामक एक क विकीय प्र ट ज आ नही ं करता
ੇारा ह ता है  बाहरी िातािरण में उपस्ट थत हावनकारक र गाणुओ ं से र गी
 इस र ग का िाहक सी सी मक्खी (Tse Tse Fly) या की सुरक्षा हे तु जमथ रवहत ੵास्ट૭क के बुलबुले में उपचार
खटमल है वकया जाता है
 वस૭ स मा रुৈता वस૭ स मा नामक पणथकृवम (Fluke)  थै लेसीवमया जेनेवटक वडसऑडथ र का एक समूह है वजसके
के कारण ह ता है र गी के िरीर में हीम ৕ वबन के सं૓ेर्ण की क्षमता नही ं
 वस૭ स मा मनु ૥ तथा अ੧ ૮वनय ं की रुवधर िावहनीय ं ह ती है
का परजीिी है  इसमें र गी के िरीर में अਮवधक अरक्तता (Anaemia)
 फाइलेररया क हाथीपाि या वफलपाि (Elephantiasis) उਨ੡ ह ने से अवतररक्त रुवधर की आि૑कता पडती है
भी कहते हैं  थै लेसीवमया बৡ ं क माता-वपता से अनु िांविकता के तौर
 यह िु चरे ररया बैंक्र੺ाई नामक ग ल कृवम (वनमेट ड) के पर वमलने िाला ज੦जात रक्त र ग है
संक्रमण ੇारा ह ता है  डाउन वसंडर म में गुणसूत्र ं की संূा 47 ह ती है
 इसका िाहक मादा क्यु लेস मৢर ह ती है  डाउन वसंडर म में 21िी ं ज डी गुणसूत्र में त्रुवट ह ती है
 बৡ ं में प्राय: ૨ैररस के संक्रमण से ए૨ैररएवसस नामक  डाउन वसंडर म से प्रभावित पुरुर् नपुंसक ह ते हैं
र ग ह ता है  टनथ र वसंडर म में वलंग गुणसूत्र ं में से केिल एक X (44+X)
 र गी की आं त से कृवम क वनकालने हे तु चीनी प वडयम का गुणसूत्र उपस्ट थत ह ता है
ते ल, मेबेंडाज ले या अસें डाज ल आवद और्वधय ं का प्रय ग  टनथ र वसंडर म से प्रभावित स्ट૰यां नपुंसक ह ती है
वकया जाता है  िाइनफेભर वसंडर म में वलंग गुणसूत्र द के बजाय तीन
ह ते हैं
7.5 अनु िांविक र ग  इस वसंडर म से प्रभावित पुरुर् नपुंसक ह ते हैं
 अસीवन৷ क रं जक हीनता भी कहा जाता है
 कुछ ल ग ૆स्टक्त क अपने माता-वपता से ज੦ से ही वमलते  यह िरीर में मेलेवनन वपगमेंट की अनु पस्ट थवत के कारण
हैं वजसे अनु िांविक र ग कहते हैं ह ने िाला अनु िांविक विकार है
 अनु िांविक र ग एक पीढ़ी से दू सरी पीढ़ी में थानांतररत  इस र ग से पीवडत ૆स्टक्त की ਲचा बाल एिं आं ख ं में रं ग
ह ते रहते हैं का अभाि ह जाता है
 मनु ૥ में लैंवगक लक्षण ं के जी ंस मुূतः वलंग गुणसूत्र ं में  मेलेवनन हावनकारक पराबैंगनी विवकरण से रक्षा करने में
ह ते हैं मदद करता है

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7.6 हीनता ज੧ असं क्रामक ि अ੧ र ग

 खवनज, विटावमन, अथिा अ੧ प र्क तਲ जैसे प्र टीन और  ઻ूक डमाथ (सफेद दाग) एक ਲचा र ग है वजसके वलए
काबोहाइडरेट, युक्त आहार के अभाि से उਨ੡ र ग क ઻ूक स्ट૨न और्वध का इ૮ेमाल वकया जाता है
हीनता ज੧ या अभाि ज੧ र ग (Deficiency Disease) कहते  ૽ीप एवੰया एक वनद्रा संबंधी विकार है वजसमें नी ंद में
हैं ૔सन प्रिाह बार-बार थ डी दे र के वलए बावधत ह ता है
 कैंसर एक प्रकार की असंगवठत उਢक िृ स्ट਽ की बीमारी है और ૆स्टक्त खराथटा लेता है
ज क विकाओं में और अवनयंवत्रत विभाजन ि विकास के  इं सुवलन की कमी के कारण मधु मेह या डायवबटीज
कारण ह ती है ह ता है
 ओंक जीन जीन एक असामा੧ जीन है ज कैंसर के वलए  अਮवधक मात्रा में मवदरा के सेिन से लीिर वसर वसस
उਢरदायी ह ता है र ग ह ता है
 ઻ूकेवमया एक प्रकार का रक्त कैंसर है वजसमें रुवधर में ૔ेत  पीवलया र ग मुূतः यकृत क प्रभावित करता है
रक्त कवणकाओं की संূा बढ़ जाती है  इस र ग में यकृत क विकाएं रुवधर से वबलुरुवबन ग्रहण
 कैंसर के इलाज में प्राय: रे वडय फा૸ रस तथा Cobalt-60 नही ं कर पाता
का उपय ग वकया जाता है  इसमें ਲचा एिं ने त्र पीले पड जाते हैं तथा मूत्र पीला हरा
 ग ય – 198 का उपय ग ही कैंसर उपचार में वकया जाता है ह जाता है
ज स ना का एक आइस ट प है
 विवभ੡ प्रकार के कैंसर जैसे गुदे एिं रक्त कैंसर आवद के
अ੧ महਲपूणथ त਷
उपचार हे तु इं टरफेरॉन Alpha-2 A का प्रय ग वकया जाता है
 इं टरफेरॉन Alpha-2 A एक प्रकार का प्र टीन है  प वलि वकए हुए चािल में थायमीन बहुत अશ मात्रा में
 गवठया र ग िरीर के ज ड ं में यूररक अઢ के जमाि से ह ता ह ता है वजसके कारण बेरी बेरी र ग ह ता है
है 1. MRI – मै্ेवटक रे ज नें स इमेवजंग
 जब कभी गुदे से मूत्र सामा੧ ૮र की तु लना में कम या 2. BMD – Bone Mineral Density
अवधक बनने लगता है त रक्त में यूररक अઢ का ૮र बढ़ 3. EEG – Elecroencephalograph
जाता है  बुलीवमया निोसा एक प्रकार का भ जन संबंधी विकार
 घातक डरॉ੸ी र ग सरस ं के ते ल में आजीम न ते ल की है वजस से ग्र૮ ૆स्टक्त बहुत कम समय में बहुत अवधक
वमलािट , सायनाइड या उजले रं ग की वमलािट के कारण मात्रा में भ जन का सेिन कर लेता है
ह ता है  वदल का दौरा पडने के पहले घंटे क ग યन आिर के
 डरॉ੸ी र ग में िरीर के मृदु उਢक (Soft Tissue) में नाम से जाना जाता है
अवतररक्त जल संचय के कारण सूजन ह जाता है  Beta-Blocker और्वध का उपय ग हृदयाघात और उৡ
 वह૭ीररया नामक र ग सामा੧त: मवहलाओं में अवधक ह ता रक्तचाप से बचाने के वलए वकया जाता है
है िादी के उपरांत या र ग ૿त: समा੮ ह जाता है  प टे वियम हृदय की धडकन क वनयंवत्रत करता है
 वसवलकॉवसस फेफडे से संबंवधत र ग है  लंबे समय तक उपिास रखने का सिाथवधक प्रभाि गुदे
 धू ल कण ं के ૔सन के ੇारा फेफडे में पहुं चने पर यह र ग पर पडता है
ह ता है
प्रमु ख हीनता ज੧ र ग सम थावनक र ग ं में उपय ग
आसेवनक 74 ਅू मर की पहचान
रग कारण
क बाભ 60 कैंसर
एनीवमया ल हे की कमी
ग ય 198 कैंसर का उपचार
૨िी विटावमन C की कमी
फा૸ रस 32 ઻ूकेवमया
৖ाइटर आय डीन की कमी
आय डीन 131 थायराइड ग्रंवथ सवक्रयता
मैरेૺस उपिास के कारण प्र टीन के अभाि से
स वडयम 24 रक्त ૆वतक्रम
क्वाविय रकर प्र टीन अશता
इटाई इटाई कैडवमयम  आयनीय विवकरण कैंसर का कारण भी है और उपचार
मीनामाता मरकरी विर्ाक्त भी
ઍू बेबी वसंडर म पेयजल में नाइटर े ट की अवधकता के कारण  सेरेब्रल पाુी एक मस्ट૮૗ संबंधी विकार है ज
सामा੧तः छ टे बৡ ं में ह ता है
 अબाइमर नामक र ग से मानि मस्ट૮૗ प्रभावित ह ता है  EEG का उपय ग मस्ट૮૗ की कायथप्रणाली प्रकट करने
इसमें मनु૥ की ૺरण िस्टक्त क्षीण ह जाती है के वलए ह ती है
 एन स्टૺया में मनु ૥ की सूंघने की िस्टक्त खਬ ह जाती है  अ थमा एलजी के कारण ह ती है
 मीनामाता र ग से केंद्रीय तं वत्रका तं त्र प्रभावित ह ता है  अं ध वबंदु या पीत वबंदु रे वटना के मੌ में स्ट थत ह ता है

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 म वतयावबंद र ग आं ख के लेंस के अपारदिी ह ने के कारण ह ता है


 ब्राइटस र ग िरीर के गुदे क प्रभावित करता है इस र ग के कारण िरीर में यूररया की मात्रा बढ़ जाती है
 अ૶ताल के कावडथ य लॉजी वडपाटथ मेंट में कैथ लैब ह ती है

7.7 प्रमु ख पादप र ग


पौधे की प्रमुख किक जवनत र ग तਲ ं की कमी से ह ने िाला पादप र ग
प्रमुख पादप र ग
1. गेहं में ઍैक र૭ (RUST) रग तਲ की कमी
1. जीिाणु जवनत र ग 2. गेहं में लूज ૺट र ग (SMUT) धान में खैरा र ग ज૮ा (ZN)
2. आलू का िै वथल र ग आलू की अगेती अं गमारी (ઍाइट)
3. मक्का में सफेद कली र ग ज૮ा
3. क्राउन गॉल र ग आलू में वपछै ती झुलसा (ઍाइट)
4. वलवटल लीफ र ग ज૮ा
4. बंद ग भी का ઍैक रॉट आलू का िाटथ र ग
5. फूलग भी में ब्राउवनं ग र ग ब रॉन (B)
5. नी ंबू का कैंकर र ग मूंगफली का वटक्का र ग
6. चुकंदर का हॉटथ रॉट ब रॉन
7. ग੡े का लाल गलन र ग (RED ROT) सेब में आं तररक काग ब रॉन
8. धान का भूरी पणथ वचवਢ र ग नी ंबू में डाई बैक र ग तांबा (Cu)
पਢा ग भी में स्टૉपटे ल र ग मॉली डे नम
 पाइररला कीट ग੡े क नु कसान पहुं चाता है
 येल िे न म जैक वभंडी में सफेद मक्खी ੇारा ह ने िाली बीमारी है

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8. विविध

 प्रथम वि૔ यु਽ के दौरान जमथन सेना ੇारा वब्रवटि सैवनक ं सं थान केंद्र थान
के विरु਽ म૭डथ गैस का उपय ग वकया गया था रा૙रीय मस्ट૮૗ अनु संधान केंद्र माने सर हररयाणा
 सीटी ૨ैन के वलए X वकरण ं का उपय ग वकया जाता है जीि वि৯ान सं थान भुिने ૔र उडीसा
 लाइनस कालथ पॉवलंग का कैंसर तथा विटावमन सी के क्षे त्र केंद्रीय चािल ि ध सं थान कटक
में महਲपूणथ य गदान है बीरबल साहनी िन૶वत वि৯ान सं थान लखनऊ
 मधु मक्खी एक सामावजक कीट है केंद्रीय और्धीय एिं सुरवभ पादप सं थान लखनऊ
 मधु मक्खी बारूदी सुरंग ं का पता लगाने के वलए उपय गी ने िनल ब टै वनकल ररसचथ इं ૭ीਅू ट लखनऊ
है सेंटरल डरग ररसचथ इं ૭ीਅू ट लखनऊ
 मधु मक्खी के छਢे में एक रानी मक्खी कुछ नर मस्टक्खयां इं वडयन इं स्ट૭ਅू ट ऑफ िुगर टे क्न लॉजी कानपुर
या डर नस तथा ढे र सारी श्रवमक मस्टक्खयां ह ते हैं
रा૙रीय क विका वि৯ान केंद्र पुणे
 कालथ िॉन विि मधु मस्टक्खय ं के संचार ૆ि था का
िन आनु िंविकी तथा िृ क्ष प्रजनन सं थान क यंबटू र तवमल
वि૮ृत अੌयन वकया
नाडु
 नमी के कारण वडઉाबंद और्वधयां वडઉा खुलने के बाद
रा૙रीय व૙हीन सं थान दे हरादू न
नमी क स खकर टू टने लगती है
रा૙रीय अस्ट थ र ग विकलांग सं थान क लकाता
 इसीवलए और्वधय ं क सुरवक्षत रखने के वलए वसवलका
ઌूर डीएनए वफंगर वप्रंवटं ग केंद्र है दराबाद ते लंगना
जेल क डઉे में रख दे ते है
रा૙रीय जीि वि৯ान केंद्र बेंगलुरु कनाथटक
 िांवत ૿रूप भटनागर पुर૨ार वि৯ान एिं प्रौ੅ वगकी
केंद्रीय आलू ि ध सं थान विमला
के क्षे त्र में वदया जाता है
 यह पुर૨ार CSIR के सं थापक एिं वनदे िक के ૺृ वत के
विवभ੡ कृवर् क्रां वतयां और सं बंवधत क्षे त्र
रूप में वदया जाता है
 डॉक्टर वक्रवોयन बनाथडथ ने दवक्षण अिीका में मानि हृदय क्रांवत क्षे त्र क्रांवत क्षे त्र
का पहला सफल प्रਮार पण वकया था हररत क्रांवत खा੅ा੡ उਨादन ग ल क्रांवत आलू
 वनजथलीकरण की स्ट थवत में इलेक्टर लाइट् स मुূतः ૔ेत क्रांवत दू ध एिं दु৊ नीली क्रां वत मਵ एिं
स वडयम ि राइड िरीर से लु੮ ह जाता है उਨाद एक्वाक चर
 वकंग क बरा घ सले का वनमाथण करता है पीत क्रांवत वतलहन
 क बरा तथा करै त सपथ के विर् मुূतः तं वत्रका विर्ी गुलाबी क्रां वत झी ंगा उਨादन काली क्रांवत पेटर वलयम
(Neurotoxic) ह ते हैं जबवक िाइपर के विर् रुवधर विर्ी लाल क्रां वत मााँस एिं टमाटर रजत क्रांवत अं डा एिं
(Hemotoxic) ह ते उਨादन प ભर ी

वचवकਲ਼ा सं बंधी आवि૗ार


प्रमु ख वदिस और वदन
अवि૗ार आवि૗ारक अवि૗ार आवि૗ारक
विटावमन फंक इं सुवलन बेवटं ग प्रमुख वदिस वदन
विटावमन A, B मैकुलन प वलय जॉन इ साન वि૔ तपेवदक वदिस 24 माचथ
विटावमन C ह નट बैक्टीररया ઻ूिेनहॉक वि૔ ૿ा૳ वदिस 7 अप्रैल
विटावमन D हॉपवकंस मलेररया र नाય रॉस वि૔ थै लेसीवमया वदिस 8 मई
૭रै ੭ माइवसन बॉથ मैन आर एन ए िाटसन, अगथ वि૔ पयाथिरण वदिस 5 जून
ह ડ पैथी है नीमैन चेचक एडिडथ जेनर अं तराथ૙रीय ओज न वदिस 16 वसतं बर
एं टीजन लैड૭ीनर बीसीजी यूररन कालमेट वि૔ अબाइमर वदिस 21 वसतं बर
पेवनवसवलन अलेেेंडर टी. बी रॉबटथ क च वि૔ पिु वदिस 4 अक्टू बर
੿ेवमंग बैस्टक्टरया वि૔ मानवसक ૿ा૳ वदिस 10 अक्टू बर
वि૔ खा੅ वदिस 16 अक्टू बर
विवभ੡ सं थान केंद्र थान वि૔ प वलय वदिस 24 अक्टू बर
सं थान केंद्र थान वि૔ मधु मेह वदिस 14 निं बर
रा૙रीय प्रवतरक्षा वि৯ान सं थान नई वद઼ी वि૔ एड् स वदिस 1 वदसंब
रा૙रीय वचवकਲ਼ा वि৯ान अकादमी नई वद઼ी
रा૙रीय पादप अनु िांविकी संसाधन नई वद઼ी
रा૙रीय पौध जीन म अनु संधान केंद्र नई वद઼ी

वििेकानंद इं स्ट૭ਅू ट
9993259075,
48 | b y8815894728
Raj
203, Pearl Business Park
For Civil Services Vishnupuri, Indore
49

प्रमु ख वचवकਲ਼ा उपकरण और उनके उपय ग


वचवकਲ਼ा उपकरण उपय ग
૭ै थ ૨ प हृदय गवत की दर मापने में
पेसमेकर हृदय गवत अवधक ह जाने या कम ह जाने पर इसे सामा੧ अि था में लाने हे तु
૸ेगम मैन मीटर रक्त दाब मापने हेतु
सीटी CT ૨ैन संपूणथ िरीर में वकसी असामा੧ता या विकृवत का पता लगाने के वलए
ECG (इलेक्टर कॉवडथ य ग्राफी) हृदय संबंधी असमा੧ताओं का पता लगाने के वलए
EEG (इलेक्टर इं सेफैल ग्राम) मस्ट૮૗ की विकृवतय ं का पता लगाने के वलए
EOG (इलेक्टर ऑक्यू ल ग्राफी) रे वटना की विश्राम क्षमता की मापने के वलए
EMG (इलेक्टर माय ग्राफी) मांसपेविय ं तथा इसके वनयंत्रण करने िाली नस ं के ૿ा૳ परीक्षण के वलए
EBT (इलेक्टरॉन बीम थे रापी) कैंसर के इलाज के वलए
MRI (मै্ेवटक ररज नें स इमेवजंग) संपूणथ िरीर या अं ग ं में विकृवत का पूणथता सही पता लगाने के वलए
ऑट एनालाइजर ৕ूक स यूररया क ले૭र ल आवद की जांच के वलए
एं ड ૨ प मानि िरीर के भीतरी भाग में र ग ं की पहचान के वलए
ऑवडय ग्राम एक प्रकार का ग्राफ ज ૆स्टक्त के सुनने की क्षमता का वििरण दे ता है
मैम ग्राम एস वकरण ं का उपय ग कर इसके ੇारा ૮न कैंसर का पता लगाया जाता है
क्रे૨ ग्राफ पौधे की िृ स्ट਽ मापने िाला उपकरण वजसकी ख ज जगदीि चंद्र बसु ने की थी

1. अભर ासाउं ड तकनीक भ्रूणीय िृ स्ट਽ की माप


 माइक ੵाजमा सबसे छ टा जीि है ज ૿यं विकास एिं
2. कावडथ य लॉवज૭ हृदय र ग वििेर्৯
प्रजनन करने में समथथ ह ता है
3. ने ि लॉवज૭ गुदे संबंधी र ग ं का वििेर्৯
 अं ग रा ऊन ििक अथिा बकरे की एक प्रजावत से प्रा੮
4. यूर लॉवज૭ मूत्र नवलका की समૼाओं का वििेर्৯
ह ती है
5. ऑकुवल૭ ने त्र संबंधी र ग ं का वििेर्৯
 िाकथ मछली में हवਊयां नही ं पाई जाती क्य वं क इसका
कंकाल तं त्र उपास्ट थ का बना ह ता है
महਲपूणथ त਷  मधु मक्खी कॉल नी के सदૼ एक दू सरे क गंध से
पहचानते हैं
 माय ৕ वबन एक प्रकार का प्र टीन है ज सभी
 ने त्रदान में क वनथ या का दान वकया जाता है
૮नधाररय ं में पाया जाता है
 वकंग क बरा एक ऐसा सपथ है वजसका भ जन मुূ रूप
 माय ৕ वबन का प्रमुख घटक ल हा ह ता है
से अ੧ सपथ ह ते हैं
 भारत में वमिन इं द्रधनु र् अवभयान का संबंध बৡ ं के
 अजगर विर्ैला नही ं ह ता है
टीकाकरण से है
 जगदीि चंद्र ब स ने पेड पौधे में जीिन की ख ज की थी
 क ले૭र ल एक ૭े रायड है
 बीज के अं कुरण के वलए प्रकाि की आि૑कता नही ं
 ल डें वसटी वलपॉप्र टीन (LDL) क बैड क ले ૭र ल के नाम
ह ती है
से जाना जाता है
 रावत्र में पेड के नीचे स ना हावनकारक है क्य वं क पेड पौधे
 हाई डें वसटी वलपॉप्र टीन (HDL) क गुड क ले૭रॉल के
रावत्र में ૔सन वक्रया में काबथन डाइऑসाइड का
नाम से जाना जाता है
पररਮाग करते हैं
 टर ांस िसा सामा੧ता िरीर में अৢे क ले૭रॉल के ૮र क
 वलथ वटर ੸ी एक वचवकਲ਼कीय प्रवक्रया है वजसमें वकरण ं
कम करता है तथा हावनप्रद LDL के ૮र क बढ़ाता है
की सहायता से गुदे, वपਢािय और मूत्रािय की थै ली में
 सूरजमुखी का ते ल हृदय र वगय ं के वलए उपयुक्त ह ता है
स्ट थत पथररय ं क त डकर मरीज का इलाज वकया जाता
क्य वं क इसमें िसा की मात्रा बहुत ही कम ह ती है
है
 लैवमने ररया नामक िैिाल समुद्री जल में पाया जाता है
 िायु प्रदू र्क क कनीय तਲ (पावटथ कुलेटेड मैटर) भी कहा
वजसमें पयाथ੮ मात्रा में आय डीन ह ता है
जाता है ज वक िायु में उपस्ट थत अਮंत सूक्ष्म कण या
 इथे नॉल के ૆िसावयक उਨादन और ताडी के वकਙन में
तरल के सूक्ष्म बूंद ं का एक जवटल वमश्रण ह ते हैं
सैकर माइसीज सेरेविसी यी૭ का प्रय ग ह ता है
 प्रकृवत में सिाथवधक प्रचुरता में पाया जाने िाला काबथवनक
 कृवत्रम रे िम क रे यॉन से भी जाना जाता है
पदाथथ से઻ूल स है ज एक पॉवलसैकेराइड है
 एक परजीिी पर दू सरे परजीिी के आवश्रत रहने क
उपपरजीविता (Hyper Parasitism) कहते हैं

वििेकानंद इं स्ट૭ਅू ट
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203, Pearl Business Park
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