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भौतिकी (Physics)

भौतिकी (Physics)

ध्वनि एवं िरंगे

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भौतिकी (Physics)
ध्वति (Sound)
▪ ध्वनि एक प्रकार की ऊर्ाा है, नर्सकी उत्पनि कम्पायमाि वस्तओ ु ं से होती है । नकसी वस्तु में 20 कम्पि / सेकेण्ड
से 20,000 कम्पि / सेकेण्ड तक उत्पन्ि होिे वाली ध्वनि को मिष्ु य का स्वस्थ काि सिु सकता है।
▪ ध्वति की चाल (Speed of Sound) - ध्वनि का वेग माध्यम की प्रकृ नत तथा घित्व पर निर्ार करता है। यह
वायमु ण्डलीय पररनस्थनतयों, र्ैसे- ताप, आर्द्ाता आनि पर निर्ार करता है।
▪ वायु की तल ु िा में र्द्वों तथा ठोसों में प्रत्याियि बल बहुत अनिक होता है, र्द्वों तथा ठोसों में ध्वनि का वेग वायु में
ध्वनि के वेग से अनिक होता है। अतः ध्वनि का वेग ठोसों में सबसे अनिक, र्द्वों में उससे कम व गैसों में सबसे कम
होता है, क्योंनक गैसों की तल ु िा में ठोस और र्द्व, सपं ीड़ि का नवरोि बहुत अनिक करते हैं।
▪ ध्वति की आवृति - ध्वनि के एक माध्यम से िसू रे माध्यम में र्ािे पर ध्वनि की आवृनि में कोई बिलाव िहीं आता
है; र्बनक इसकी चाल तथा तरंगिैध्या बिल र्ाती हैं।
▪ ध्वति की चाल - यह ध्वनि की आवृनि पर निर्ार िहीं करती, बनकक ध्वनि के ताप, िाब एवं आर्द्ाता पर निर्ार
करती है।
▪ वायु में 1°C ताप बढ़िे पर ध्वनि की चाल 0.61 मी./से. बढ़ र्ाती है।
▪ आर्द्ा वायु में ध्वनि की चाल बढ़ र्ािे के कारण ही बरसात के मौसम में आवार् हमें बहुत िरू तक सिु ाई िेती है।
िरंग (Wave)
▪ ऊर्ाा का एक स्थाि से िसू रे स्थाि तक स्थािान्तरण तरंग के माध्यम से ही होता है।
तवतभन्ि माध्यमों में ध्वति की चाल
माध्यम िाप (0°C) ध्वति का वेग (m/s)
शुष्क वायु 0 332
20 344
हाइड्रोजि 0 1284
आसिु जल 25 1498
समुद्री जल 25 1531
रक्त 37 1570
िांबा 20 3750
एल्यतू मतियम 20 5100

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भौतिकी (Physics)
लोहा 20 5130
काच
ं (पायरेक्स) 20 5170
ग्रेिाइट 20 6000
लकडी की राख 20 4670

िरंग गति (Wave Motion) - नकसी कारक द्वारा उत्पन्ि नवक्षोर् को आगे बढ़ािे की प्रनिया को तरंग गनत कहते
हैं। उिाहरण- र्ब कंकड़ शांत पािी में प्रवेश करता है, तो वह पािी के कणों या अणओ ु ं को गनत में ले आता है। ये
कण अपिे पास के कणों को गनत में लाते हैं। यह प्रिम तब तक चलता है, र्ब तक नक नवक्षोर् तालाब के नकिारों
तक िहीं पहुचुँ र्ाता।
अिुप्रस्थ िरंग (Transverse Wave) - यह ऐसी तरंगें होती हैं, नर्समें माध्यम के कणों की अपिी मल ू नस्थनतयों
पर गनत की निशा, तरंग के सचं रण की निशा के लम्बवत होती हैं।
अिप्रु स्थ तरंगें के वल ठोस माध्यमों एवं र्द्व की ऊपरी सतह पर उत्पन्ि की र्ा सकती हैं, यह र्द्वों के र्ीतर एवं गैसों
में उत्पन्ि िहीं की र्ा सकती हैं।
अिुदैध्यय िरंग (Longitudinal Wave) - इसमें माध्यम के कणों का अपिी मल ू नस्थनतयों पर नवस्थापि, उसी
निशा में होता है, नर्स निशा में तरंग उस माध्यम से होकर र्ाती है।
अििु ैध्या तरंगें सर्ी माध्यमों में उत्पन्ि की र्ा सकती हैं। ये तरंगें संपीड़ि और नवरलि के रूप में संचाररत होती हैं।
वायु में उत्पन्ि तरंगें, र्क
ू म्प तरंगें, में उत्पन्ि तरंगें इत्यानि सर्ी अििु ध्ै या तरंगें होती हैं।

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तस्प्रंग तवद्युि चुम्बकीय िरंग (Electromagnetic wave)
वे तरंगें नर्िके कारण सचं रण के नलए नकसी माध्यम की आवश्यकता िहीं होती तथा र्ो निवाात में र्ी सचं ाररत हो
सकती हैं।
नवद्यतु चम्ु बकीय तरंगें चम्ु बकीय एवं नवद्यतु क्षेत्रों के िोलि से उत्पन्ि होिे वाली तरंगें हैं।
समप्रकाश तरंगें, ऊष्मीय नवनकरण, एक्स (X) नकरणें, रेनडयो तरंगें इत्यानि नवद्यतु चम्ु बकीय तरंग के उिाहरण हैं।
नवद्यतु - चम्ु बकीय तरंगों की चाल प्रकाश की चाल के बराबर होती है, र्ो तीि लाख नकमी. प्रनत सेकेण्ड के चाल
से चलती है।
नवद्यतु चम्ु बकीय तरंगों का तरंगिैध्या पररसर (Wavelength Range) नवस्तृत होता है र्ो 10-14 m से 104 m तक
होता है।
तवद्यिु चुम्बकीय स्पेक्रम (Electromagnetic Spectrum) - सयू ा के प्रकाश में लाल रंग से लेकर बैंगिी रंग
तक के निखाई पड़िे वाले स्पेक्रम को 'दृश्य स्पेक्रम' (Visible Spectrum) कहते हैं।
दृश्य स्पेक्रम में सबसे लबं ी तरंगिैध्या लाल रंग (7.8 x 107 मी.) तथा सबसे छोटी तरंगिैध्या बैंगिी रंग (4.0 × 107
मी.) की होती है।

तवद्यिु चुम्बकत्व
अिच
ु ुम्बकीय पदाथय लौह चुम्बकीय पदाथय
प्रति चुम्बकीय पदाथय (Diamagnetic
(Paramagnetic Substance) (Ferromagnetic
Substance)
Substance)
र्ो पिाथा चम्ु बकीय क्षेत्र में रखे र्ािे र्ो पिाथा नकसी चम्ु बक के नसरे के
र्ो पिाथा चम्ु बकीय क्षेत्र में रखे र्ािे पर क्षेत्र
पर क्षेत्र की ही निशा में मामल
ू ी रूप से पास लाए र्ािे पर तीव्रता से
की नवपरीत निशा में मामल ू ी रूप से
चम्ु बनकत हो र्ाते हैं। उिाहरण - आकनषात हो र्ाते हैं। उिाहरण-
चम्ु बकीय हो र्ाते हैं। उिाहरण नबस्मथ
एकयमु ीनियम (Al), मैंगिीर् (Mn), लोहा (Fe), निनकल (Ni),
(Bi), फॉस्फोरस (P), र्स्ता, (Zn),
प्लेनटिम (Pt), सोनडयम (Na), कोबाकट (Co), तथा इिकी नमश्र
एण्टीमिी (sb), तांबा (Cu), चािं ी (Ag),
ऑक्सीर्ि (O), कॉपर क्लोराइड िातएु ं ।
सोिा (Au), िमक (NaCl), र्ल
(CuCl2), लोहे व ऑक्सीर्ि के
(H2O), हाइड्रोर्ि (H), िाइरोर्ि (N),
लवण आनि ।
पारा (Hg) आनि।

तवद्यिु चुम्बकीय िरंगों के अिुप्रयोग (Application of Electromagnetic Waves)


गामा तकरणें (-rays) - इसकी खोर् हेिरी बैकुरल िे की थी । -नकरणें अत्यंत लघु तरंगिैध्या की नवद्यतु चम्ु बकीय
तरंगें होती हैं । इिका तरंगिैध्या पररसर 10-14 मीटर से लेकर 10-10 मीटर तक होता है। तरंगिैध्या बहुत कम होिे के
कारण गामा नकरणों में अत्यनिक ऊर्ाा होती है, नर्ससे ये लोहे की चािरों को पार कर र्ाती हैं।

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तवतभन्ि िरंगों की िरंगदैध्यय के माि


तरंग स्रोि संसच
ू क
कॉतस्मक तकरणें तरंगिैध्या िि व ऋण आवेशों के संयोर्ि से सवाानिक र्ेिि क्षमता
गामा तकरणें 10-7 से 0.001Å रेनडयो - एनक्टव परमाणओ ु ं का उच्च र्ेिि क्षमता
नवघटि होिे पर
एक्स तकरणें 100 Å से 1 Å तीव्रगामी इलेक्रॉिों को र्ारी लक्ष्य लकड़ी या िातु आवरण में
द्वारा रोकिे पर रखी फोटो
पराबैंगिी तकरणें 1 A से 100 Å सयू ा, आका , स्पाका प्रकाश नवद्यतु प्रर्ाव उत्पन्ि
करती हैं
दृश्य तकरणें 100 A से 3900 Å तापिीप्त वस्तओ
ु ं से इसकी उपनस्थनत में अन्य
वस्तएु ुँ िेखी र्ा सकती हैं।
अवरक्त तकरणें 3900 Å से 7900 गमा वस्तओु ं से ऊष्मीय प्रर्ाव
Å
लघु रेतियो िरंगें (हटटयज 7900 Å से 107 Å रेनडयो वाकव िोलत नवद्यतु पररपथ L-C पथ में अिवु ाि उत्पन्ि
िरंगें) द्वारा करके
दीघय रेतियो (बेिार 107 से 3 × 1012 Å
िरंगें)

α-कण, β-कण -  तकरण के गुणों की िुलिात्मक सारणी


गणु α-कण β - कण -नकरण
वैद्यतु चम्ु बकीय तरंग
प्रकृ नत हीनलयम िानर्क तीव्रगामी इलेक्राि (फोटॉि)

नवराम र्द्व्यमाि 6.6 × 10-27 नकग्रा. 9.1×10-31 नकग्रा. शन्ू य

आवेश + 3.2 ×10-9 कूलॉम -1.6 × 10-9 कूलॉम शन्ू य

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प्रकाश की चाल के 1% से 3 × 108 मी./से.
वेग 1.4 × 107 से 2.2 × 107 मी./से.
99% तक
 - नकरणों से 100 गिु ा न्यिू तम
आयिीकरण β - कणों से से 100 गिु ा अनिक
अनिक
बेिि क्षमता न्यिू तम α कण से 100 गिु ी β -कण से 100 गिु ी

एक्स तकरणें (X-rays) - इसकी खोर् डब्लकय.ू के . रोंटर्ि िे की थी। इसकी तरंगिैध्या 10-10 मीटर से 10 मीटर तक
होती है। एक्स नकरणों का प्रयोग नचनकत्सा एवं औद्योनगक क्षेत्र में होता है।
पराबैंगिी तकरणें (Ultra-violet Rays) - इसकी खोर् रीटर िे की थी । पराबैंगिी नकरणें सयू ा के प्रकाश, नवद्यतु
नवसर्ाि, निवाात, स्पाका आनि से उत्पन्ि होती हैं। इिकी तरंगिैध्या 10 मीटर से लेकर 107 मीटर तक होती है।
दृश्य तवतकरण (Visible Radiation) - दृश्य नवनकरण की खोर् न्यटू ि िे की थी। इसका तरंगिैध्या पररसर 4 ×
107 मीटर से लेकर 7.8 × 107 मीटर तक होता है। दृश्य नवनकरण में परावताि, अपवताि, व्यनतकरण, नववताि, ध्रवु ण,
दृनि संविे ि आनि गणु पाए र्ाते हैं। इसका तरंगिैध्या पररसर 10-8 मीटर से लेकर 107 मीटर तक होता है। दृश्य नवनकरण
के स्रोत सयू ा, तारे , ज्वाला, नवद्यतु बकब, आका - लैम्प आनि हैं।
अवरक्त तकरणें (Infra - Red Rays) - इिकी खोर् नवनलयम हरशैल िे 1940 में की थी। इिके तरंगिैध्या का
पररसर 7.8 × 107 मीटर से लेकर 10-3 मीटर तक होता है। इसकी र्ेिि शनि अनिक होिे के कारण ये घिे कोहरे व
ििंु से पार निकल र्ाती हैं। यद्ध ु काल में इि नकरणों का उपयोग िरू -िरू तक नसग्िल र्ेर्िे में नकया र्ाता है। इिका
उपयोग अस्पतालों में रोनगयों की नसकाई करिे व कुहरे में फोटोग्राफी करिे में र्ी होता है।
हटटयज या लघु रेतियो िरंगें (Hertz or Short Radio Waves) - इिकी खोर् नवनलयम हटटार् िे 1888 ई. में
की थी। इि तरंगों का तरंगिैध्या पररसर 10-3 से 1 मीटर तक होता है। इिका उपयोग टेलीनवर्ि, टेलीफोि आनि के
प्रसारण में नकया र्ाता है।

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तरंगिैध्या (मीटर में) आवृनि पररसर (हटटार् में)
नवद्यतु चम्ु बकीय तरंग
10-14 से 10-10 1020 से 1018
गामा नकरणें
10-10 से 10-8 10-18 से 1016
एक्स नकरणें
10-8 से 10-7 1016 से 1014
पराबैंगिी नकरणें
108 से 10 1010 से 108
लघु रेनडयो तरंगें
1 से 104 106 से 104
िीघा रेनडयो तरंगें

वायरलैस या िीघा रेनडयो तरंगें (Wireless or Long Radio wave) - इसकी खोर् माकोिी िे 1896 ई. में की थी।
इिका तरंगिैध्या पररसर 1 मीटर से लेकर 104 मीटर तक होता है।
सरल आवता तरंग (Simple Harmonic Wave) - र्ब नकसी माध्यम के कणों या अवयवों के कम्पि सरल आवता
हों तो उिसे उत्पानित तरंगों को सरल आवता तरंगें कहते हैं।
आयाम (Amplitude) - नकसी तरंग का आयाम, माध्यम के कंनपत कणों का, अपिी मल ू • नस्थनत के िोिों ओर
अनिकतम नवस्थापि है। आयाम को सािारणत: अक्षर a या A से निरूनपत नकया र्ाता है। इसका SI मात्रक मीटर
(m) है।
तरंगिैध्या (Wavelength) - र्ब एक सरल आवता तरंग नकसी माध्यम से होकर र्ाती है, तो एक नवशेष पैटिा की
एक निनित िरू ी के पिात पिु रावृनि होती रहती है, इस िरू ी को तरंगिैध्या कहते हैं। तरंगिैध्या को सािारणतः 2 से
निरूनपत नकया र्ाता है। इसका SI मात्रक मीटर (m) है।
आवता काल (Time Period) - एक श्रृगं या गता द्वारा, एक तरंगिैध्या के बराबर िरू ी तय करिे में लगे समय को
आवता काल कहते हैं।
तरंग का आवता काल, माध्यम के कणों के आवता काल के बराबर होता है, र्ो कणों द्वारा अपिी मल ू नस्थनत पर एक
िोलि परू ा करिे में लगा समय है।
आवता काल को सािारणतः T से निरूनपत करते हैं। इसका SI मात्रक सेकेण्ड (s) हैं।
आवृनि (Frequency) - नकसी तरंग की आवृनि, माध्यम के कणों के िोलि की आवृनि के बराबर होती है। कोई
कण एक सेकेण्ड में नर्तिा कम्पि करता है, उसे आवृनि कहते हैं। इस प्रकार तरंग की आवृनि 1/T के बराबर होती
है। इसका SI मात्रक हटटार् है।
ध्वनि का परावताि (Reflection of Sound) - प्रकाश की तरह ध्वनि र्ी नकसी तल से टकराकर वापस आती है,
तो इसे ध्वनि का परावताि कहते हैं। ध्वनि तरंगों के परावताि के नलए नवस्तृत बड़े आकार के अवरोिों की आवश्यकता

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होती है और पृष्ठ का नचकिा होिा आवश्यक िहीं है, र्ैसे पहाड़ या नकसी बड़े गम्ु बि के र्ीतर ध्वनि उत्पन्ि करिे से
ध्वनि का परावताि होता है।
प्रनतध्वनि (Echo) - र्ो ध्वनि परावताि के कारण बार-बार सिु ाई िेती है, तो उसे प्रनतध्वनि कहते हैं, र्ैसे- कुएुँ में
नचकलािे पर प्रनतध्वनि सिु ाई पड़ती है।
स्पि प्रनतध्वनि सिु िे के नलए श्रोता तथा परावताक सतह के बीच की न्यिू तम िरू ी 17 मीटर होिी चानहए, क्योंनक
परावताक सतह के बहुत िर्िीक खड़ा होिे पर प्रनतध्वनि सिु ाई िहीं पड़ती है।
नकसी सिु ी हुई ध्वनि का प्रर्ाव हमारे मनस्तष्क के ऊपर 0.1 सेकेण्ड तक रहता है।

ध्वति के स्त्रोि िीव्रिा (dB में)


सािारण बातचीत 30-40
र्ोर से बातचीत 50-60
रक, रैक्टर 90-100
आरके स्रा 100
नवद्यतु मोटर 110
मोटर साइनकल 110
सायरि 110-120
र्ेट नवमाि 140-150
मशीिगि 170
नमसाइल 180

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वाययु ाि की ऊंचाई समर्द्ु की गहराई एवं सिु रू नस्थत पहाड़ की िरू ी की माप हम प्रनतध्वनि के माध्यम से ही कर पाते
हैं।
ध्वति का अपवियि (Refraction of Sound) - र्ब ध्वनि तरंगें एक माध्यम से िसू रे माध्यम में र्ाती हैं, तो उि
तरंगों का अपवताि हो र्ाता है अथाात वे अपिे पथ से नवचनलत हो र्ाती हैं।
ध्वनि तरंगों का अपवताि वायु की नर्न्ि-नर्न्ि परतों का ताप नर्न्ि-नर्न्ि होिे के कारण होता है।
गमा वायु में ध्वनि की चाल ठंडी वायु की अपेक्षा अनिक होती हैं, इसीनलए र्ब ध्वनि गमा वायु से ठंडी वायु या ठंडी
वायु से गमा वायु में सचं ाररत होती है, तो यह अपिे मागा से नवचनलत हो र्ाती है।
अिुरणि (Reverberation)- नकसी हॉल में ध्वनि स्रोत को बंि करिे के बाि र्ी ध्वनि का कुछ िेर तक सिु ाई
िेिा प्रनतध्वनित होिा 'अिरु ण ि' कहलाता है तथा यह समय नर्सके िौराि यह ध्वनि सिु ाई िेती है, 'अिरु णि काल'
कहलाता है।
नसिेमा हॉल में अिावश्यक प्रनतध्वनि को रोकिे के नलए, हॉल की िीवारें खरु िरी बिाई र्ाती हैं या उन्हें मोटे, रसध्रं
(Porous) परिों से ढक निया र्ाता है, नर्ससे ध्वनि का शोषण (Absorption) हो र्ाता है तथा परावताि िहीं होता
है।
बािलों का गर्ाि अिरु णि का स्पि उिाहरण है।
अिुिाद (Resonance) - अििु ाि प्रणोनित कम्पि की एक नस्थनत हैं, नर्समें प्रणोनित कम्पिों की आवृनि वस्तु
की स्वार्ानवक आवृनि के बराबर होती है।
अििु ाि से बचिे के नलए पल ु पार करते समय सैनिकों की टुकड़ी किम-से-किम नमलाकर िहीं चलती है।
रेनडयो में प्रसाररत होिे वाले कायािमों को हम अििु ाि के कारण ही सिु पाते हैं।
अपश्रव्य िरंगें (Infrasonic Sound) - वह तरंगें नर्िकी आवृनि 20 कम्पि / सेकेण्ड से कम होती है, अपश्रव्य
तरंगें कहलाती हैं। इन्हें मिष्ु य िहीं सिु सकता है।
श्रव्य िरंगें (Sonic Wave) - वह तरंगे, नर्िकी आवृनि 20-20,000 कम्पि/ सेकेण्ड होती है, श्रव्य तरंगें कहलाती
हैं। मिष्ु य इसे सिु सकता है।
पराश्रव्य िरंगें (Ultrasonic Wave) - वह तरंगें, नर्िकी आवृनि 20.000 कम्पि / सेकेण्ड होती है पराश्रव्य तरंगें
कहलाती हैं। इन्हें मिष्ु य सिु िहीं सकता है. परंतु कई प्रकार के अन्य र्ीव र्न्तु इस ध्वनि को सिु सकते हैं।
पराश्रव्य तरंगों के उपयोग- (i) संकेत र्ेर्िे में, (ii) समर्द्ु की गहराई का पता लगािे में, (iii) गनठया रोग के उपचार
एवं मनस्तष्क टटयमू र का पता लगािे में, (iv) कपड़े, वाययु ाि तथा घनड़यों के पर्ु े को साफ करिे में, (V) ििू में पाए
र्ािे वाले हानिकारक र्ीवाणओ ु ं को िि करिे में और (vi) औद्योनगक कारखािों की नचमनियों से कानलख हटािे
आनि में नकया र्ाता है।
ध्वतियों के लक्षण (Characteristics of Sound) - ध्वनियों के मख्ु यतः तीि लक्षण होते हैं- तीव्रता, तारत्व
एवं गणु ता ।
िीव्रिा (Intensity) - ध्वनि का तेर् या िीमा सिु ाई िेिा तीव्रता पर निर्ार करता है। ध्वनि की तीव्रता डेसीबल में
मापी र्ाती है।

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िारत्व (Pitch) - यह ध्वनि का वह लक्षण है, नर्ससे हम ध्वनि को मोटी (Grave) अथवा तीक्ष्ण या बारीक
(Sharp) कहते हैं।
ध्वनि का तारत्व उसकी आवृनि पर निर्ार करता है।
परुु षों की ध्वनि मोटी तथा नियों की ध्वनि प्रायः बारीक होती है, क्योंनक परुु षों की ध्वनि का तारत्व, नियों की ध्वनि
की अपेक्षा कम होता है या परुु षों की ध्वनि, नियों की ध्वनि की आवृनि की अपेक्षा कम होती है।
शेर की िहाड़ तथा मच्छरों की नर्िनर्िाहट में सवाानिक तारत्व मच्छरों की नर्िनर्िाहट में होती है।
गुणिा (Quality) - यह ध्वनि का वह लक्षण है, नर्ससे हम समाि आवृनि या समाि तीव्रता की ध्वनियों में अतं र
प्रतीत कर लेते हैं।
ध्वनि की गणु ता उसमें उपनस्थत अनिस्वरकों की सख्ं या, उिके िम तथा इिकी आपेनक्षक तीव्रता पर निर्ार करती
है।
गणु ता के कारण ही हम अपिे नवनर्न्ि पररनचतों को बगैर िेखे उिकी आवार् सिु कर पहचाि लेते हैं।
सोिार (Sonar) - ध्वनि के परावताि का एक अत्यन्त महत्वपणू ा अिप्रु योग समर्द्ु नवज्ञाि के अध्ययि में नकया र्ाता
है। इसमें प्रयिु यनु ि को सोिार कहा र्ाता है। वास्तव में सोिार का अथा है ध्वनि द्वारा सचं ालि तथा पररसर नििाारण
करिा। सोिार का उपयोग गहरे र्ल में नस्थत अदृश्य नपण्डों, र्ैसे- पिडुनब्लबयों, र्हार्ों, चट्टािों, छुपे हुए प्लावी बफा
(नहम शैल) आनि की अवनस्थनत की यथाथा र्ािकारी प्राप्त करिे के नलए नकया र्ाता है।

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1. नकस माध्यम में ध्वनि की गनत लगर्ग 20ºC के तापमाि (D) वैक्यमू
पर अनिकतम होती है? 8. संगीत समारोहों के नलए बिाई गई गेंि की िीवारों को
(A) वायु चानहए
(B) ग्रेिाइट (A) ध्वनि बढ़ािा
(C) पािी (B) ध्वनि सचं ाररत करें
(D) लोहा (C) ध्वनि प्रनतनबनं बत करें
2. ध्वनि तरंगें (D) ध्वनि अवशोनषत
(A) निवाात में यात्रा कर सकते हैं 9. स्पि प्रनतध्वनि सिु िे के नलए परावताक सतह और प्रेक्षक
(B) के वल ठोस में यात्रा कर सकते हैं के बीच न्यिू तम िरू ी होिी चानहए
(C) के वल गैसों में यात्रा कर सकते हैं
(D) ठोस और गैसीय िोिों माध्यमों में यात्रा कर सकता है (A) 165 फीट
3. ध्वनि का वेग अनिकतम में होता है (B) 165 मीटर
(A) वायु (C) 16.5 फीट
(B) तरल (D) 16.5 मीटर
(C) िातु 10. ध्वनि के स्रोत और परावताक सतह के बीच न्यिू तम
(D) वैक्यमू नकतिी िरू ी होिी चानहए, तानक एक प्रनतध्वनि स्पि रूप से
4. यनि वाय,ु र्ल और स्टील में ध्वनि की चाल िमशः Va, सिु ी र्ा सके ?
Vw और V हो, तो (A) 10 मीटर
(A) Va < Vw < Vs (B) 17 मीटर
(B) Vs < Vw < Va (C) 24 मीटर
(C) Vw < Vs < Va (D) 30 मीटर
(D) Vs < Va < Vw 11. वायु में ध्वनि का वेग लगर्ग है
5. ध्वनि तरंगें सबसे तेर् गनत से चलती हैं (A) 10 नकमी/से
(A) ठोस (B) 10 मील/नमिट
(B) तरल पिाथा (C) 330 मी/से
(C) गैसें (D) 3 × 1010मी/से
(D) वैक्यमू 12. िो अतं ररक्ष यात्री चर्द्ं मा की सतह पर एक िसू रे को िहीं
6. निम्िनलनखत में से नकस नवककप में ध्वनि यात्रा के िौराि सिु सकते, क्योंनक
िहीं हो सकती है? (A) उिके कािों िे चंर्द्मा पर काम करिा बंि कर निया है
(A) पािी (B) चर्द्ं मा पर कोई वातावरण िहीं
(B) वैक्यमू (C) वे चंर्द्मा पर नवशेष अतं ररक्ष सटू पहिते हैं
(C) लोहा (D) चर्द्ं मा पर ध्वनि बहुत िीमी गनत से यात्रा करती है
(D) वायु 13. एक अतं ररक्ष यात्री अपिे साथी को चंर्द्मा की सतह पर
7. ध्वनि तरंगें में गमि िहीं करतीं िहीं सिु सकता क्योंनक
(A) ठोस (A) उत्पानित आवृनियों ऑनडयो आवृनि से ऊपर हैं
(B) तरल पिाथा (B) रात के िौराि तापमाि बहुत कम है और निि के िौराि
(C) गैसें बहुत अनिक है

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भौतिकी (Physics)
(C) ध्वनि प्रसार के नलए कोई माध्यम िहीं है (C) वातावरण में ध्वनि
(D) चंर्द्मा की सतह पर कई िे टर हैं (D) हवा में कण
14. 'नवकनसत लेर्र इटं रफे रोमीटर स्पेस एंटीिा (eLISA)' 20. डेनसबल इकाई का उपयोग मापिे के नलए नकया र्ाता है
पररयोर्िा का उद्देश्य क्या है? (A) प्रकाश तीव्रता
(A) न्यनू रिो का पता लगािे के नलए (B) ध्वनि तीव्रता
(B) गरुु त्वाकषाण तरंगों का पता लगािे के नलए (C) र्कू ं प की तीव्रता
(C) नमसाइल रक्षा प्रणाली की प्रर्ावशीलता का पता लगािे (D) उपरोि में से कोई िहीं
के नलए 21. बातचीत में िो व्यनियों द्वारा उत्पन्ि ध्वनि का डेनसबल
(D) हमारे सचं ार प्रणानलयों पर सौर फ्लेयसा के प्रर्ाव का स्तर क्या है?
अध्ययि करिे के नलए (A) लगर्ग 5 डेनसबल
15. अकरासोनिक्स आवृनि की ध्वनि तरंगें हैं (B) लगर्ग 10 डेनसबल
(A) 20,000 हटटार् से अनिक (C) लगर्ग 30 डेनसबल
(B) 10,000 हटटार् से कम (D) लगर्ग 100 डेनसबल
(C) 1000 हटटार् के बराबर 22. 100 डेनसबल का ध्वनि स्तर नकसके अिरूु प होगा?
(D) उपरोि में से कोई िहीं (A) बस श्रव्य ध्वनि
16. एक र्ैव तकिीक नर्समें अकरासोनिक ध्वनि का उपयोग (B) सािारण बातचीत
नकया र्ाता है (C) शोर वाली सड़क से आवार्
(A) सोिोग्राफी (D) मशीि की िक ु ाि से शोर
(B) ईसीर्ी 23. WHO के अिसु ार, एक शहर के नलए सरु नक्षत शोर स्तर
(C) ई.ई.र्ी. है
(D) एक्स-रे (A) 45 डीबी
17. चमगािड़ अिं ेरी रातों में उड़ सकते हैं और नशकार र्ी (B) ५० डीबी
कर सकते हैं। यह है क्योंनक (C) 55 डीबी
(A) उिकी आख ं ों की पतु ली बड़ी है (D) 60 डीबी
(B) उिकी रात की दृनि बहुत अच्छी है 24. मिष्ु य के नलए शोर की सहिीय सीमा लगर्ग है
(C) हर पक्षी ऐसा कर सकता है (A) 45 डेनसबल
(D) वे अकरासोनिक तरंगें उत्पन्ि करते हैं और उिके द्वारा (B) 85 डेनसबल
नििेनशत होते हैं (C) 125 डेनसबल
18. निम्िनलनखत में से कौि सपु रसोनिक र्ेट की उड़ाि का (D) 155 डेनसबल
प्रर्ाव है?
(A) वायु प्रिषू ण
(B) िेत्र रोग
(C) ओर्ोि परत में कमी
(D) उपरोि में से कोई िहीं
19. डेनसबल का उपयोग मापिे के नलए नकया र्ाता है
(A) रि में हीमोग्लोनबि
(B) मत्रू में चीिी

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भौतिकी (Physics)
25. नकस स्तर से ऊपर (डेसीबल में) ध्वनि को खतरिाक (B) ध्वनि तरंगें
ध्वनि प्रिषू ण मािा र्ाता है? (C) सक्ष्ू म तरंगें
(A) 30 डीबी (D) रेनडयो तरंगें
(B) १०० डीबी 31. टेलीनवर्ि के ररमोट कंरोल में नकस प्रकार के नवद्यतु
(C) ८० डीबी चम्ु बकीय नवनकरण का उपयोग नकया र्ाता है?
(D) 120 डीबी (A) इन्रा-रेड
26. मिष्ु य के नलए ध्वनि का इितम स्तर है (B) पराबैंगिी
(A) 90 डीबी (C) दृश्यमाि
(B) 60 डीबी (D) इिमें से कोई िहीं
(C) 120 डीबी 32. डॉप्लर प्रर्ाव नकसके नलए लागू होता है
(D) 100 डीबी (A) प्रकाश तरंगें
27. एक मर्िरू रेल पटरी पर काम कर रहा था। कुछ ही िरू ी (B) ध्वनि तरंगें
पर एक लड़का रेल रैक के पास अपिा काि रखता है। यह (C) अतं ररक्ष तरंगें
लड़का िो बार मर्िरू के वार की आवार् सिु पा रहा था। यह (D) िोिों (A) और (बी)
के कारण है 33. र्ब टीवी चालू होता है
(A) ध्वनि की गनत हवा की तल ु िा में स्टील में अनिक होती (A) ऑनडयो और वीनडयो िोिों एक साथ शरूु होते हैं
है (B) ऑनडयो तरु ंत सिु ा र्ाता है लेनकि वीनडयो बाि में शरू ु
(B) ध्वनि की गनत स्टील की तल ु िा में हवा में अनिक होती होता है क्योंनक वीनडयो को कुछ गमा समय की आवश्यकता
है होती है
(C) ध्वनि तरंग का नहस्सा रेल पटररयों के बीच पररलनक्षत (C) वीनडयो तरु ंत शरू ु होता है लेनकि ऑनडयो बाि में सिु ा
होता है र्ाता है क्योंनक ध्वनि प्रकाश से कम गनत से यात्रा करती है
(D) उसके काि स्रोत से अलग िरू ी पर हैं (D) यह टीवी ब्ाडं पर निर्ार करता है
28. र्ब नसतार और बांसरु ी पर एक ही स्वर बर्ाया र्ाता है, 34. टेलीनवर्ि प्रसारण में, नचत्र सक ं े तों को नकसके द्वारा
तो उत्पन्ि ध्वनि को एक िसू रे से अलग नकया र्ा सकता है प्रेनषत नकया र्ाता है?
क्योंनक इसमें अतं र होता है (A) आयाम मॉडुलि
(A) नपच, र्ोर और गणु विा (B) आवृनि मॉडुलि
(B) नपच और र्ोर (C) चरण मॉडुलि
(C) के वल गणु विा (D) कोण मॉडुलि
(D) के वल र्ोर 35. टेलीनवर्ि प्रसारण में श्रव्य सक ं े तों को प्रसाररत करिे की
29. निम्िनलनखत में से नकसकी तरंगिैर्घया सबसे लबं ी है? तकिीक है
(A) इन्रारेड (A) आयाम मॉडुलि
(B) एक्स-रे (B) पकस कोड मॉडुलि
(C) दृश्यमाि प्रकाश (C) आवृनि मॉडुलि
(D) रेनडयो तरंगें (D) समय आयाम गणु ि
30. टीवी ररमोट कंरोल यनू िट टीवी सेट को सचं ानलत करिे 36. एक रेनडयो स्टेशि 30 मीटर बैंड पर प्रसाररत होता है। इस
के नलए निम्िनलनखत में से नकसका उपयोग करती है? स्टेशि द्वारा प्रेनषत वाहक तरंग की आवृनि है
(A) प्रकाश तरंगें (A) 10 kHz

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भौतिकी (Physics)
(B) 100 kHz 3. ध्वनि की गनत का वणाि करिे के नलए मच सख्ं या का
(C) 10 MHz उपयोग नकया र्ाता है।
(D) 100 MHz 4. अकरासोनिक ध्वनि की आवृनि 20,000 हटटार् से अनिक
37. माध्यमों में ध्वनि की गनत को आरोही िम में रखें। होती है।
1. र्ल इि बयािों में से।
2. स्टील (A) 1, 2 और 3 सही हैं
3. िाइरोर्ि (B) 2, 3 और 4 सही हैं
(A) 3, 2, 1 (C) 1, 3 और 4 सही हैं
(B) 3, 1, 2 (D) 1, 2 और 4 सही हैं
(C) 1, 3, 2 41. अनर्कथि (ए): 1 के बराबर मच सख्ं या पर चलिे वाला
(D) 2, 1, 3 एक र्ेट नवमाि समर्द्ु तल के पास मच संख्या 1 के बराबर
38. निम्िनलनखत कथिों पर नवचार करें। गनत से आगे बढ़िे की तल ु िा में 15 नकमी की ऊंचाई पर तेर्ी
1. छोटी लंबाई की बांसरु ी कम आवृनि की तरंगें उत्पन्ि करती से यात्रा करता है।
है। कारण (R) : ध्वनि का वेग आसपास के माध्यम के तापमाि
2. ध्वनि चट्टािों में के वल अििु ैध्या लोचिार तरंगों के रूप में पर निर्ार करता है।
यात्रा करती है। कोड
ऊपर निए गए कथिों में से कौि-सा/से सही है/हैं? (A) िोिों (A) और (R) सत्य हैं और (R) (A) की सही
(A) के वल 1 व्याख्या है
(B) के वल 2 (B) िोिों (A) और (R) सत्य हैं, लेनकि (R) (A) की सही
(C) िोिों 1 और 2 व्याख्या िहीं है
(D) ि तो 1 और ि ही 2 (C) (A) सच है, लेनकि (R) झठू ा है
39. अकरासोनिक तरंगों के बारे में निम्िनलनखत कथिों पर (D) (A) झठू ा है, लेनकि (R) सच है
नवचार करें। 42. अनर्कथि (ए): मख्ु य रूप से बड़े चचों और अन्य बड़ी
1. वे कीड़ों को िि कर सकते हैं। इमारतों में गंर्ू महससू होती है।
2. वे िलू हटाकर कपड़े साफ कर सकते हैं। कारण (R) : िीवारें , छत और र्मीि कई ध्वनि परावताि का
3. इिका उपयोग बीमाररयों के इलार् के नलए नकया र्ा कारण बि सकते हैं।
सकता है। कोड
4. वे स्वचानलत िरवार्ों को नियनं त्रत कर सकते हैं। (A) िोिों (A) और (R) सत्य हैं और (R) (A) की सही
उपरोि कथिों में से। व्याख्या है
(A) 1 और 2 सही हैं (B) िोिों (A) और (R) सत्य हैं, लेनकि (R) (A) की सही
(B) 3 और 4 सही हैं व्याख्या िहीं है
(C) 1, 2 और 3 सही हैं (C) (A) सच है, लेनकि (R) झठू ा है
(D) सर्ी सही हैं (D) (A) झठू ा है, लेनकि (R) सच है
40. निम्िनलनखत कथिों पर नवचार करें। 43. निम्िनलनखत कथिों पर नवचार करें।
1. हृिय इन्रासोनिक पर कंपि करता है। 1. व्यापक रूप से उपयोग नकए र्ािे वाले सगं ीत पैमािे को
2. ध्वनि की चाल र्द्व और ठोस की अपेक्षा गैस में अनिक डायटोनमक स्के ल कहा र्ाता है, नर्समें सात आवृनियां होती
होती है। हैं।

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भौतिकी (Physics)
2. स्वर Sa की आवृनि 256 Hz है और Ni की आवृनि 512 कारण (R) : रेनडयो तरंगें नवद्यतु चम्ु बकीय प्रकृ नत की होती हैं।
Hz है। कोड
ऊपर निए गए कथिों में से कौि-सा/से सही है/हैं? (A) िोिों (A) और (R) सत्य हैं और (R) (A) की सही
(A) के वल 1 व्याख्या है
(B) के वल 2 (B) िोिों (A) और (R) सत्य हैं, लेनकि (R) (A) की सही
(C) िोिों 1 और 2 व्याख्या िहीं है
(D) ि तो 1 और ि ही 2 (C) (A) सच है, लेनकि (R) झठू ा है
44. अनर्कथि (A) : रेनडयो तरंगें चंबु कीय क्षेत्र में झक
ु ती हैं। (D) (A) झठू ा है, लेनकि (R) सच है

ANSWER SHEET

1. (D) 2. (D) 3. (C) 4. (A) 5. (A) 6. (B) 7. (D) 8. (D) 9. (D) 10. (B)

11. (C) 12. (B) 13. (C) 14. (B) 15. (A) 16. (A) 17. (D) 18. (C) 19. (C) 20. (B)

21. (C) 22. (D) 23. (A) 24. (B) 25. (C) 26. (B) 27. (A) 28. (C) 29. (D) 30. (D)

31. (A) 32. (D) 33. (A) 34. (A) 35. (C) 36. (C) 37. (B) 38. (B) 39. (D) 40. (C)

41. (D) 42. (A) 43. (A) 44. (D)

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भौतिकी (Physics)
1. निम्िनलनखत में से कौि-सी वायमु डं लीय परत रेनडयो तरंगों 7.िो िमागत नशखाओ ं या िमागत कंु डों के बीच की िरू ी को
के नवक्षेपण के नलए उिरिायी है? क्या कहते हैं?
(A) क्षोर्मडं ल (A) आयाम
(B) समताप मडं ल (B) तरंगिैध्या
(C) मेसोस्फीयर (C) आवृनि
(D) आयिमडं ल (D) इिमें से कोई िहीं
2. कौि सी तरंगें निवाात के माध्यम से सचं ररत िहीं की र्ा 8. निस्टल की संरचिा का नििाारण करिे के नलए
सकती हैं? निम्िनलनखत में से नकसका उपयोग नकया र्ाता है?
(A) प्रकाश (A) गामा नकरणें
(B) गमी (B) एक्स-रे
(C) ध्वनि (C) यवू ी नकरणें
(D) नवद्यतु चम्ु बकीय (D) दृश्यमाि रोशिी
3. लंबी रेनडयो तरंगें पृथ्वी की सतह की निम्ि में से नकस परत 9. निम्िनलनखत में से कौि एक यांनत्रक तरंग है?
से परावनतात होती हैं? (A) रेनडयो तरंगें
(A) क्षोर्मडं ल (B) एक्स-रे
(B) आयिमडं ल (C) प्रकाश तरंगें
(C) रोपोपॉज़ (D) ध्वनि तरंगें
(D) समताप मडं ल 10. एक रडार र्ो िष्ु मि के वाययु ाि की उपनस्थनत का पता
4. वायरलेस सचं ार नकसके द्वारा पृथ्वी की सतह पर वापस लगाता है, उपयोग करता है
परावनतात होता है? (A) प्रकाश तरंगें
(A) क्षोर्मडं ल (B) रेनडयो तरंगें
(B) समताप मडं ल (C) ध्वनि तरंगें
(C) आयिमडं ल (D) अकरासाउंड तरंगें
(D) एक्सोस्फीयर 11. र्ब समताप मडं ल में ओर्ोि का ह्रास होता है, तो पृथ्वी
5. ब्ह्ांडीय नकरणों की सतह से टकरािे वाले नवनकरण की तरंग िैध्या होगी
(A) चार्ा कण हैं (A) 10–10 m
(B) अपररवनतात कण हैं (B) 10–7 m
(C) चार्ा नकया र्ा सकता है और साथ ही नबिा चार्ा नकया (C) 10–2 m
र्ा सकता है (D) 100 m
(D) उपरोि में से कोई िहीं 12. िाइट नवर्ि उपकरण में निम्िनलनखत में से नकस प्रकार
6. कॉनस्मक नकरणों के बारे में निम्िनलनखत में से कौि सा की तरंगों का उपयोग नकया र्ाता है?
कथि सत्य िहीं है? (A) रेनडयो तरंगें
(A) वे नवद्यतु चम्ु बकीय तरंगें हैं (B) सक्ष्ू म तरंगें
(B) उिके पास बहुत कम तरंग िैध्या है (C) इन्रा-रेड तरंगें
(C) वे अत्यनिक ऊर्ाावाि चार्ा कणों से बिे होते हैं (D) उपरोि में से कोई िहीं
(D) वे सयू ा से उत्पन्ि होते हैं 13. िरू संचार के नलए प्रयि
ु तरंगें हैं
(A) दृश्यमाि प्रकाश

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भौतिकी (Physics)
(B) इन्रारेड (A) एक्स-रे
(C) पराबैंगिी (B) ए-नकरणें
(D) माइिोवेव (C) बी-नकरणें
14. FM प्रसारण सेवा के बीच आवृनि बैंड की श्रेणी का (D) र्ी-रे
उपयोग करती है 16. CT स्कै ि नकसके द्वारा नकया र्ाता है
(A) 109-139 MHz (A) इन्रा-रेड नकरणें
(B) 54-75 MHz (B) अकरासोनिक तरंगें
(C) 76-87 MHz (C) दृश्यमाि प्रकाश
(D) 88-108 MHz (D) एक्स-रे
15.आतं ों के रोगों के नििाि में निम्िनलनखत नकरणों का प्रयोग
नकया र्ाता है:

ANSWER SHEET
1. (D) 2. (C) 3. (B) 4. (C) 5. (A) 6. (A) 7. (B) 8. (B) 9. (D) 10. (B)

11. (B) 12. (C) 13. (D) 14. (D) 15. (A) 16. (D)

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भौतिकी (Physics)

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