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LITTLE ANGELS’ KINDERGARTEN

SR.KG.SECTION 2021-2022
कहािनयाँ
1. ासा कौआ

एक बार एक कौआ ब त ासा था | वह पानी की खोज म इधर-उधर घूमने लगा | अचानक उसने घर के पास एक घड़ा
दे खा | घड़े म पानी ब त कम था | कौआ अपनी चोंच से पानी पीने की कोिशश करने लगा | मगर उसकी चोंच म पानी की
एक बूंद भी नही आ रही थी | थोड़ी दे र सोचने के बाद उसे एक उपाय सू झा | उसने आस -पास पड़े कंकड़ दे खे और उसे
चोंच से उठाकर एक -एक करके घड़े म डालने लगा िजस से पानी खु द ही धीरे धीरे ऊपर आ गया और कौए ने अपनी
ास बुझाई और कौआ पानी पीकर उड़ गया |

सीख : कोिशश करने वालो की हार नही ं होती |

2. माँ की ारी सीख

चेतन अपनी माँ के साथ एक ब त अ े घर म रहता था | वह ब त अ ा लड़का था और सदा अपनी माँ का कहा मानता
था | चेतन की माँ ब त अ े पकवान बनाती थी | चेतन को पकवान खाना ब त पसं द था | एक िदन चे तन की माँ ने ब त
बिढ़या कुकीज बनाकर एक बड़े जार म रख दी और िफर बाजार चली गई | बाजार जाने से पहले चे तन की माँ उसको कह
गई थी िक अपना गृह-काय समा करने के बाद वह कुकीज खा सकता है | चे तन ब त खु श आ | उसने अपनी माँ के
लौटने से पहले ही कुकीज खानी चाही | इसिलए वह एक ू ल पर चढ़ गया | िफर उसने जार के अं दर हाथ डालकर ढे र सारी
कुकीज िनकालने की कोिशश की पर जार का मुँह छोटा होने के कारण वह अपना हाथ बाहर नही ं िनकाल सका उसी समय
उसकी माँ बाजार से लौट आई | जब उसने चेतन को दे खा वह हँ सने लगी और अपने बेटे चे तन से कहा "चे तन हाथ से ढे र
सारी कुकीज छोड़कर केवल दो या तीन कुकीज हाथ म पकड़ कर हाथ बाहर िनकालो" | माँ की बात मान कर जब उसने
दो कुकीज हाथ म पकड़ी, तब वह आसानी से अपना हाथ बाहर िनकाल सका ,तब उसकी माँ ने ार से कहा ऐसा करने से
तु मने ा सीखा ?

सीख : िकसी भी चीज का लालच करना अ ी बात नही ं है |

3. ची ंटी और कबूतर

एक समय की बात है ,एक चीटं ी को ब त जोरो की ास लगी थी | वह चलते -चलते एक नदी के िकनारे प ँ ची | वह जै से
ही पानी पीने के िलए नदी की तरफ झुकी तो िफसल कर नदी म िगर गई | चीटं ी नदी म बहने लगी | उसी नदी के िकनारे
एक पेड़ था | िजस पर एक कबूतर बैठा आ था | उसने चीटं ी को पानी म डूबते ए दे खा तो उसे दया आ गई ,उसने झट से
एक प ा तोड़ा और पानी म िगरा िदया | चीटं ी झट से प े पर चढ़ गई और तै रते ए नदी के िकनारे प ँ च गई | ची ंटी ब त
खु श ई और कबूतर को ध वाद िकया और चीटं ी अपने घर तरफ चल दी | कुछ िदनों के बाद जं गल म एक िशकारी आया
उसने कबूतर को पे ड़ पर बै ठा आ दे ख कर िनशाना लगाया | ची ंटी ने िशकारी को िनशाना लगते ए दे ख िलया | चीटं ी झट
से िशकारी के पास प ँ च गई और िशकारी के पैरो म जोर से काटा | िशकारी िच ाने लगा और उसका िनशाना चू क गया
|आवाज़ सु नते ही कबूतर आसमान की तरफ उड़ गया | कबूतर ने उड़ते -उड़ते ची ंटी को ध वाद िकया।

सीख: िवपि के समय जो हमारे काम आता है ,वही हमारा स ा िम होता है ।

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