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रशशशरथथ कथ अथर हहतथ हह वह वयशकत, शजसकथ रथ रशशश अथथरत ससयर कथ शकरणण कथ हह। इस कथवय शम रशशशरथथ
नथश कणर कथ हह कयणशक उसकथ चशरततर ससयर कक सशथन पतरकथशशथन हह
कणर शहथभथरत शहथकथवय कथ अतयनत यशसवथ पथततर हह । उसकथ जनश पथणडवण कथ शथतथ कतनतथ कक गभर सक उस
सशय हतआ जब कतनतथ अशववथशहतथ थथथ, अतएव, कतनतथ नक लहकलजजथ सक बचनक कक शलए, अपनक नवजथत शशशत कह
एक शथ जषस थ शम बनद करकक नदथ शम बहथ शदयथ। वह शथ जष
स थ अशधरथ नथश कक सत त कह शशलथ। अशधरथ कक कहई सनतथन
नहथथ थथ। इसशलए, उनहणनक इस बचचक कह अपनथ पत ततर शथन शलयथ। उनकथ धशरपतनथ कथ नथश रथधथ थथ। रथधथ सक
पथशलत हहनक कक कथरण हथ कणर कथ एक नथश रथधक य भथ हह ।
ककरव-पथणडव कथ वथ श पशरचय यह हह शक दहनण शहथरथज शथनतनत कक कतल शम उतपनन हतए। शथनतनत सक कई पथढथ ऊपर
शहथरथज कतर हतए थक । इसशलए, ककरव-पथणडव दहनण कतरवथ शथ कहलथतक हह । शथनतनत कथ शववथह गथ गथजथ सक हतआ थथ,
शजनसक कतशथर दक ववतरत उतपनन हतए। यहथ दक ववतरत भथषश कहलथयक , कयणशक चढतथ जवथनथ शम हथ इनहणनक आजथवन
बतरहचथरथ रहनक कथ भथषश अथवथ भयथनक पतरशतजथ कथ थथ। शहथरथज शथनतनत नक शनषथद-कनयथ सतयवतथ सक भथ
शववथह शकयथ थथ, शजससक उनहम शचततरथथ गद और शवशचततरवथयर दह पत तरत हतए। शचततरथथ गद कतशथरथवसथथ शम हथ एक यत द शम
शथरक गयक । शवशचततरवथयर कक अशमबकथ और अमबथशलकथ नथश कथ दह पशतनयथथ थथथ, शकनतत , कय रहग हह जथनक कक कथरण
शवशचततरवथयर भथ शननसथ तथन हथ शरक ।
ऐसथ अवसथथ शम वथ श चलथनक कक शलए सतयवतथ नक वयथसजथ कह आशशनततरत शकयथ। वयथसजथ नक शनयहग-पदतघशत सक
शवशचततरवथयर कथ दहनण शवधवथ पशतनयण सक पत तरत उतपनन शकयक । अशमबकथ सक धध तरथषटत र और अमबथशलकथ सक पथणडत
जनशक । शथतध -दहष सक धध तरथषटत र जनश सक हथ अनधक और पथणडत पथशलयथ कक रहगथ थक । अतएव, अशमबकथ कथ पतरकरणथ सक
वयथसजथ नक उसकथ दथसथ सक तथसरथ पत ततर उतपनन शकयथ शजसकथ नथश शवदतर हतआ।
रथजथ धध तरथषटत र कक सक पत तरत एक हथ पतनथ शहथरथनथ गनधथरथ सक हतए थक । शहथरथज पथणडत कक दह पशतनयथथ थथथ, एक
कतनतथ, दसस रथ शथदतरथ। परनतत , ऋशष सक शशलक शथप कक कथरण वक सततरथ-सशथगश सक शवरत थक । अतएव, कतनतथ नक अपनक
पशत कथ आजथ सक तथन पत तरत तथन दक वतथओथ सक पतरथपत शकयक । जह सक कतशथरथवसथथ शम कतनतथ नक ससयर-सशथगश सक कणर कह
उतपनन शकयथ थथ, उसथ पतरकथर; शववथह हहनक पर उसनक धशररथज सक यत शधशषषर, पवनदक व सक भथश और इनदतर सक अजत रन
कह उतपनन शकयथ। शथदतरथ कक एक हथ गभर सक दह पत ततर हतए, एक नकतल, दस स रक सहदक व- यक दहनण भथई भथ शहथरथज पथणडत
कक अथ श नहथथ, दह अशशवनथकतशथरण कक अथ श सक थक । पथणडत कक शरनक पर शथदतरथ सतथ हह गयथथ और पथपचण पत तरत ण कक पथलन
कथ भथर कतनतथ पर पडथ। शथदतरथ शहथरथज शलय कथ बहन थथथ।
जजसकल जपतह सफयर थल, महतह कपु न्तभ सतभ कपु महरभ,
Part 3
Part 4
कवृ पहचहयर नल कहह ' ववृथह तपुम कपु द हहए जहतल हह,
Part 5
Part 6
Part 7
Part 2
Part 3
Part 4
Part 5
Part 6
Part 7
Part 8
Part 9
Part 10
Part 11
Part 12
Part 13
Tritiya Sarg
Part 1
Part 2
मन कह मरहडतल हह पल-पल,
तन कह झहझहरतल हह पल-पल।
वहजटकह और वन एक नहह,
आरहम और रण एक नहह।
वषर तक वन मम घफम-घफम,
बहधह-जवरनण कह चफम-चफम,
सह धफप-घहम, पहनभ-पत्थर,
Part 3
तह दल दह कल वल पहहच ग्रहम,
दपुयर्योधन वह भभ दल नह सकह,
Part 4
तह दल दह कल वल पहहच ग्रहम,
दपुयर्योधन वह भभ दल नह सकह,
Part 5
इस रण कह अवरहधफवं कह सल?
तलरल बल कक हह आस उसल,
जकस्मत कल फल रल मम पड कर,
आनवंद-चमत्कवृ त जग हहगह
बस एक भभखि मपुझकह दल दल
गहदभ मम आग लगह कर कल ,
अथवह मन कल घबरहनल पर
मह कह सल पपुण्य-चररत्रि हहआ?
पर ऐसह भभ थह एक समय,
सच हह कक झफठ मन मम गपुजनयल
तन मन धन दपुयर्योधन कह हह,
यह जभवन दपुयर्योधन कह हह
पर मह कह सह पहपभ हहहगह?
मन मम वह यहभ जवचहरलगह
सफझतह न कफ ल-जकनहरह हह
Part 6
"जवकमभ पपुरुष ललजकन जसर पर,
पपुरुषहथर एक बस धन मलरह.
यह आप स्वयवं कट जहऊहगह,
मपुझकह न आज तक पहचहनह?
Part 7
दपुयर्योधन कह दल जहऊहगह.
पहवंडव ववंजचत रह जहएहगल,
दपुखि सल न छिफट वल पहएहगल.
"अच्छिह अब चलह पमहण आयर,
Chaturth Sarg
Part 1
Part 2
Part 3
Part 4
Part 6
Part 7
वहभ छित्रि हह, वहभ मपुकपुट हह, वहभ कवच-कपु ण्डल हह.
Sansarg 5
Part 1
Part 2
Part 3
Part 4
Part 5
Part 6
इस सनहटल मम दह जन सररत-जकनहरल,
थल खिडल जशलहवतद मफक, भहग्य कल महरल।
थह जससक रहह रहधलय सहच यह मन मम,
क्यण उबल पडह असमय जवष कपु जटल वचन मम ?
Part 7
Sastha Marg
Part 1
Part 2
सच हह जक पहण्डफ नन्दन वन मम
समहटद नहह कहलहयमगल,
पर, कहल-ग्रन्थ मम उससल भभ
वल कहह शलष पद पहयमगल।
Part 3
पर, नहह, जवश्व कह अजहत नहह
हहतह क्यह ऐसह कहनल सल ?
पजतकहर अनय कह हह सकतह।
क्यह उसल मपौन हह सहनल सल ?
Part 3
PART 4
पलमहजतरलक मम कल शव नल
पण भफल चक सन्धहन जकयह,
भभष्म नल शत्रिपु कह बडल पलम सल
अपनह जभवन दहन जदयह।
Part 5
Part 6
‘‘पर हहय, वभरतह कह सम्बल,
रह जहयलगह धनपु हभ कल वल ?
यह शहजन्त हलतपु शभतल, शपुजच शम,
भभ कभभ करमगल वभर परम ?
ज्वहलह भभ कभभ बपुझहयमगल ?
यह लडकर हभ मर जहयमगल ?
Part 7
‘‘बडवहनल, यम यह कहलपवन,
करतल जब कभभ कहप भभषण
सहरह सवरस्व न ललतल हह,
उजच्छिष छिहड कपु छि दलतल हह।
पर, इसल कहध जब आतह हह;
कपु छि भभ न शलष रह पहतह हह।
Part 8
‘अजपुरन ! जवलम्ब पहतक हहगह,
शहजथल्य पहण-घहतक हहगह,
उठ जहग वभर ! मफढतह छिहड,
धर धनपुष-बहण अपनह कठहर।
तफ नहह जहश मम आयलगह
आज हभ समर चपुक जहयलगह।’’
कल वल अलहत कह घफजणर-चक,
कल वल वज्रहयपुध कह पहहर,
कल वल जवनहशकहरभ नत्र्तन,
कल वल गजरन, कल वल पपुकहर।
हह कथह, दहण कक छिहयह मम
यण पहहच जदनण तक यपुद चलह,
क्यह कहम, धमर पर कपौन रहह,
यह उसकल कपौन जवरद चलह ?
Part 9
Part 10
वहसनह-वजह्न सल जह जनकलह,
कह सल हह वह सवंयगपु कहमल ?
दलखिनल हमम दलगह वह क्यण,
करणह कह पन्थ सपुगम शभतल ?
जब लहभ जसजद कह आहखिण पर,
महहडभ बन कर छिह जहतह हह
तब वह मनपुष्य सल बडल-बडल
दपुजश्चन्त्य कवृ त्य करवहतह हह।
सवंग्रहम-बपुभपुक्षह सल पभजप़डत,
सहरल जभवन सल छिलह हहआ,
रहधलय पहण्डवण कल ऊपर
दहरण अमषर सल जलह हहआ;
इस तरह शत्रिपुदल पर टफ टह,
जहसल हह दहवहनल अजलय,
यह टफ ट पडल हण स्वयवं स्वगर सल
उतर मनपुज पर कहजत्र्तकल य।
Part 11
Part 12
हह कथह, दहनवण कल कर मम
थल बहहत-बहहत सहधन कठहर,
कपु छि ऐसल भभ, जजनपर, मनपुष्य कह
चल पहतह थह नहह जहर।
उन अगम सहधनण कल महरल
कपौरव सलनह जचग्घहर उठभ,
लल नहम कणर कह बहर-बहर,
व्यहकपु ल कर हहहहकहर उठभ।
ललजकन, अजस-शर-ववृजष-जनरत,
अनवरत-यपुद-रत, धभर कणर,
मन-हभ-मन थह हह रहह स्वयवं,
इस रण सल कपु छि जवजस्मत, जववणर।
बहणण सल जतल-भर भभ अजबद,
थह कहह नहह दहनव कह तन;
पर, हहआ जह रहह थह वह पशपु,
पल-पल कपु छि और अजधक भभषण।
Part 13
वह कहल-सजपरणभ कक जजह्वह,
वह अटल मवृत्यपु कक सगभ स्वसह,
घहतकतह कक वहजहनभ, शजक
यम कक पचण्ड, वह अनल-रसह,
लपलपह आग-सभ एकरनभ
तफणभर छिहड बहहर आयभ,
चहहदनभ मन्द पड गयभ, समर मम
दहहक उज्जवलतह छिहयभ।
Saptam Sarg
Part 1
Part 2
Part 3
रहधलय जरह हवंसकर बहलह, ''रल कपु जटल! बहत क्यह कहतह हह ?
जय कह समस्त सहधन नर कह अपनभ बहवंहण मम रहतह हह .
उस पर भभ सहवंपण सल जमल कर मह मनपुज, मनपुज सल यपुध्द करवं ?
जभवन भर जह जनषह पहलभ, उससल आचरण जवरुध्द करवं ?''
Part 4