You are on page 1of 148

यथा संशोधित (2019)

मार्च 2019 तक संशोधित

26, किसान भवन, अरे रा हिल्स, भोपाल

CC4/Suresh Raikwar/Upvidi_2000
म0प्र0रा0कृ0वि0बो0
मंडी सममतियों के मिये उपविधि सन ् 2000

अनुक्रमणिका
कंडिका विषय पेज
क्रमांक क्र0
अध्याय - एक
प्रारं भिक
1 संक्षिप्ि नाम िथा प्रारम्भ 1
2 पररभाषाएं 1-4

अध्याय - दो
मण्िी सभमति के सम्मेलन एिं कायय
3 मण्डी सममति के सम्मेिन 5
4 सम्मेिन के प्रकार एिं विषय सच
ू ी 5
5 सम्मेिन की सच
ू ना 5
6 सम्मेिनों में आिश्यक गणपतू िि 6
7 सम्मेिन में कायि सम्पादन 6
8 सम्मेिन का संचािन 7
9 सम्मेिन में अध्यि की शक्तियां 7
10 कायििि
ृ पस्
ु िक 8
11 सम्मेिन की कायििाही की भाषा 8
12 उप सममतियों की रचना 8
13 सधचि की उपक्स्थति 9
14 पाररि प्रस्िािों का क्रियान्ियन 9-10

अध्याय - िीन
मण्िी में विक्रय कायय योजना
15 मण्डी में बबिी कायि योजना के मिए विशेष सम्मेिन 11-13

CC4/Suresh Raikwar/Upvidi_2000
म0प्र0रा0कृ0वि0बो0
मंडी सममतियों के मिये उपविधि सन ् 2000

अध्याय - चार
विपिन का तनयंत्रि
अधिसधू चि कृवष उपज के विपिन का तनयंत्रि.
16 अधिसधू चि कृवष उपज का िय-वििय 14-18
17 अनब
ु न्ि पत्रक/सौदा पत्रक के तनष्पादन के पश्चाि ् की 18-21
प्रक्रिया
18 कृत्यकाररयों को अनज्ञ
ु क्प्ि स्िीकृि करना 21-26
19 अनज्ञ
ु क्प्ि का तनिंबबि अथिा रदद क्रकया जाना 26-28
20 मण्डी फीस उदग्रहण 28-37
21 अमभिेखों की ज चं 37-39
22 अिशेष फीस का तनिािरण 39-40
23 तनरीिण की व्यिस्था 40
24 मण्डी प्रांगण में कृवष उपज की नाप िौि एिं उपकरणों का 41-42
रख-रखाि
25 मण्डी प्रांगण की व्यिस्था 42
26 मण्डी िेत्र के कृत्यकाररयों के पाररश्रममक 42-43

अध्याय - पांच
मण्िी प्रांगि के बाहर अन्य स्थान पर अधिसूधचि कृवष उपज के
क्रय-विक्रय का वितनयमन
27 मंडी प्रांगण के बाहर अधिसधू चि कृवष उपज िय करने हे िु 44
विमशष्ट अनज्ञ
ु क्प्ि
28 विमशष्ट अनज्ञ
ु क्प्ि हे िु आिेदन की प्रक्रिया 44
29 विमशष्ट अनज्ञ
ु क्प्ि हे िु प्रतिभतू ि 44-45
30 मंडी सममति दिारा विमशष्ट अनज्ञ
ु क्प्ि की स्िीकृति 45-47
31 मंडी प्रांगण के बाहर िय केन्रों पर विपणन की सवु ििायें 47-48
उपिब्ि कराना

CC4/Suresh Raikwar/Upvidi_2000
म0प्र0रा0कृ0वि0बो0
मंडी सममतियों के मिये उपविधि सन ् 2000

32 विमशष्ट अनज्ञ
ु क्प्ििारी दिारा तनयिकामिक वििरणी प्रस्िि
ु 48
करना
33 िय केन्रों पर अधिसधू चि कृवष उपजों के पररिहन एिं 48
तनगिमन की व्यिस्था पर तनयंत्रण
34 िय केन्र पर अधिसधू चि कृवष उपज के िय वििय की शिि 49
35 िय केन्रों से अधिसधू चि कृवष उपज का तनगिमन एिं 49
पररिहन
36 िय केन्रों पर िय की गई अधिसधू चि कृवष उपज का 50
भग
ु िान
अध्याय-छः
कृवष विपिन पुरस्कार योजना
37 कृवष विपणन परु स्कार योजना 51-56

अध्याय - साि
संविदा खेिी के अिीन अधिसूधचि कृवष उपज के विपिन का वितनयमन
38 संविदा कृवष का अनब
ु ंि और आदशि विमशक्ष्टयां िथा शिे 57-65
39 संविदा खेिी 65
40 संविदा खेिी का रक्जस्रीकरण (पंजीकरण) 65-66
41 संविदा खेिी के करार से उत्पन्न वििादों का तनपटारा 66
42 संविदा खेिी के अिीन उत्पाददि कृवष उपजों के विपणन का 67
तनयंत्रण
43 तनरसन िथा व्याितृ िया 68

CC4/Suresh Raikwar/Upvidi_2000
म0प्र0रा0कृ0वि0बो0
मंडी सममतियों के मिये उपविधि सन ् 2000

अनुक्रमणिका

प्रारूप क्रमांक प्रारूप/अनुसूची का वििरि पेज


क्र0
प्रारूप-एक अनब
ु ंि पत्र 69
प्रारूप-दो सौदा पत्रक 70
प्रारूप-दो (अ) िय केन्र पर उपयोग हे िु सौदा पत्रक 71
प्रारूप-िीन िौि पची 72
प्रारूप-चार भग
ु िान-पत्रक 73
प्रारूप-पांच-अ अनज्ञ
ु क्प्ि के मिये आिेदन "व्यापार हे ि"ु 74-78
प्रारूप-पांच-अ(एक) अनज्ञ
ु क्प्ि के मिये आिेदन "केिि भण्डारण हे ि"ु 79-86
प्रारूप-पांच-ब अनज्ञ
ु क्प्ि के मिये आिेदन (प्रसंस्करणकिाि, वितनमाििा 87-89
के उपयोग हे िु)
प्रारूप-पांच-स अनज्ञ
ु क्प्ि आिेदन (हम्माि, िुिय
ै ा, भण्डागाररक, सिे पर 90
हे िु)
प्रारूप -पांच-द मण्डी प्रांगण के बाहर अन्य स्थान पर अधिसधू चि कृवष 91-96
उपज का वितनयमन (''पथ
ृ क अनज्ञ
ु क्प्ि'' के मिए
आिेदन)
प्रारूप-छः घोषणा पत्र (कंडडका 18(3) के अंिगिि) 97
प्रारूप-छः-अ घोषणा पत्र (कंडडका 29 के अंिगिि) 98-99
प्रारूप-साि सामदू हक प्रतिभतू ि की दशा में प्रमाण पत्र 100
प्रारूप-साि-अ व्यक्तिगि प्रतिभतू ि की दशा में प्रमाण पत्र 101
प्रारूप-साि-ब व्यक्तिगि प्रतिभतू ि की दशा में प्रमाण पत्र 102
प्रारूप-आठ अनज्ञ
ु क्प्ि (अधितनयम की िारा 32 एिं उपविधि 18(7) 103
के अन्िगिि)
प्रारूप-आठ-अ अनज्ञ
ु क्प्ि (अधितनयम की िारा 32 एिं उपविधि कंडडका 104
(30) के अंिगिि)

CC4/Suresh Raikwar/Upvidi_2000
म0प्र0रा0कृ0वि0बो0
मंडी सममतियों के मिये उपविधि सन ् 2000

अनुक्रमणिका

प्रारूप क्रमांक प्रारूप/अनुसूची का वििरि पेज


क्र0
प्रारूप-नौ (9) अनज्ञ
ु ा पत्र संशोधिि (िारा 19(6) के अिीन) केिि 105-106
राज्य मे उपयोग हे िु
प्रारूप-नौ (9) अनज्ञ
ु ा पत्र संशोधिि (िारा 19(6) के अिीन) केिि 107-108
राज्य के बाहर उपयोग हे िु
प्रारूप-नौ (अ) मंडी िेत्र मे िाणणक्ज्यक संव्यिहार की सच
ू ना/घोषणा 109
प्रारूप-नौ (ब) मंडी िेत्र में िाणणक्ज्यक संव्यिहार के अनि
ु में 110
कंडडका 20(10)(ग)(दो) घोषणा की सच
ू ी
प्रारूप-दस अनज्ञ
ु ापत्र हे िु घोषणा पत्र 111-112
प्रपत्र-ग्यारह-क पाक्षिक वििरण पत्रक-व्यापारी (खण्ड ''क'') 113
प्रपत्र-ग्यारह-ख पाक्षिक वििरण पत्रक-व्यापारी (खण्ड ''ख'') 114
प्रपत्र-ग्यारह-ग प्रांगण के बाहर ''िय केन्र पर'' िय की गई 115
अधिसधू चि कृवष उपज की जानकारी
प्रारूप-बारह-क पाक्षिक वििरण पत्रक-प्रसंस्करणकिाि, वितनमाििा 116
(खण्ड ''क'')
प्रपत्र-बारह-ख पाक्षिक वििरण पत्रक-प्रसंस्करणकिाि, वितनमाििा 117
(खण्ड ''ख'')
प्रारूप-बारह-ग िाणणक्ज्यक संव्यिहार के अंिगिि प्रदे श के बाहर से 118
प्रसंस्करण या वितनमािण हे िु िय की गई अधिसधू चि
कृवष उपजों (दिहनों) की जानकारी का पाक्षिक /
िावषिक वििरण पत्रक
प्रारूप-बारह-घ िाणणक्ज्यक संव्यिहार के अंिगिि प्रदे श के बाहर से 119
प्रसंस्करण या वितनमािण हे िु िय की गई अधिसूधचि कृवष
उपजों (दिहनों) के पररिहन/भुगिान/ प्रसंस्करण या
वितनमािण संबंिी जानकारी का पाक्षिक/िावषिक वििरण पत्रक

CC4/Suresh Raikwar/Upvidi_2000
म0प्र0रा0कृ0वि0बो0
मंडी सममतियों के मिये उपविधि सन ् 2000

अनक्र
ु मणिका

प्रारूप क्रमांक प्रारूप/अनस


ु च
ू ी का वििरि पेज क्र0
प्रारूप-बारह-ड. अधिसधू चि कृवष उपजो के भण्डारण एिं तनगिमन से 120
संबंधिि वििरण पत्र (भण्डागाररक के मिए)
प्रारूप-िेरह आदे श (िारा 20(1) िं उपविधि कंडडका 21(1) के अिीन 121
िेख पेश करने हे िु)
प्रारूप-चौदह-क िावषिक वििरण पत्रक-व्यापारी/प्रसंस्करणकिाि, वितनमाििा 122
(खण्ड ''क'')
प्रारूप-चौदह-ख िावषिक वििरण पत्रक-व्यापारी/प्रसंस्करणकिाि, वितनमाििा 123
(खण्ड ''ख'')
प्रारूप-चौदह-ग िावषिक िय-वििय का वििरण (चाटि र अकाउटें ट दिारा 124
हस्िािररि)
प्रारूप-पन्रह आगमन पंजी (ज च चौकी के उपयोग के मिये) 125
प्रारूप-सोिह तनगिमन पंजी (ज च चौकी के उपयोग के मिये) 126
प्रारूप-सत्रह मंडी िेत्र में कृवष उपजों के पररिहन की ज च का 127
प्रतििेदन
प्रपत्र-अठारह प्रांगण के बाहर ''िय केन्र पर'' िय की गई अधिसधू चि 128
कृवष उपज की जानकारी की दै तनक पंजी
प्रपत्र-उन्नीस संविदा कृवष के मिये आदशि अनब
ु न्ि 129-
136
प्रपत्र-बीस संविदा खेिी के मिणखि करार के पंजीयन हे िु आिेदन 137-
139
पत्र
प्रपत्र-इतकीस संविदा खेिी का पंजीयन पत्र 140
अनस
ु च
ू ी उपविधि की कंडडका 27 के अिीन अधिसधू चि कृवष िय 141
करने की मात्रा।

****************

CC4/Suresh Raikwar/Upvidi_2000
म0प्र0रा0कृ0वि0बो0
मंडी सममतियों के मिये उपविधि सन ् 2000

मध्यप्रदे श राज्य कृषि षिपणन बोर्ड


प्रदे श की मंर्ी सममतियों के मिये उपषिधियां सन ् 2000
अध्याय - एक
प्रारं मिक
(1) संक्षिप्ि नाम एिं प्रारं ि :-
(क) इन उपविधियों का नाम कृवि उपज मंडी सममति .........................
(मंडी सममति का नाम) मंडी सममति सम्मेिन, विपणन व्यिस्था
एिं मंडी फीस उदग्रहण उपविधि 1999 होगा।
(ख) मंडी सममति का नाम कृवि उपज मंडी सममति .................... होगा।
(ग) कृवि उपज मंडी सममति ........................................... का मंडी
क्षेत्र तनम्नानस
ु ार घोविि हैः-
................................................................................................
................................................................................................
................................................................................................

(2) पररिािाएं :-
जब िक प्रसंग या वििय से कोई बाि इसके विपरीि न हो मंडी
सममति की उपविधि में तनम्नानस
ु ार पररभािाओं का उपयोग ककया जायेगा।

(क) ''अधितनयम'' से अमभप्रेि ह मध्यप्रदे श कृवि उपज मंडी अधितनयम


1972 (क्रमांक 24 सन ् 1973) अधितनयम की िारा (2) में जो
पररभािाएं उपयोग में िाई गई ह इनका इन उपविधियों में अनस
ु रण
ककया जायेगा।
(ख) ''मंर्ी िेत्र'' से िात्पयय उस क्षेत्र से हैं जो मध्यप्रदे श शासन कृवि
विभाग की विज्ञप्ति क्रमांक ................ ददनांक ................ के
दिारा तनिायररि ककया गया ह एिं प्जसका प्रकाशन मध्यप्रदे श
राजपत्र के ददनांक ............ के अंक के भाग ............. में पष्ृ ठ
............. में हो चक
ु ा ह।

SURESH/Upvidi_2000_MAIN
म0प्र0रा0कृ0वि0बोडय,
मंडी सममतियों के मिये उपविधि सन ् 2000

(ग) ''मंर्ी प्रांगण'' से िात्पयय कृवि उपज मंडी .............. के प्रमख


ु मंडी
प्रांगण से ह जो मध्यप्रदे श शासन कृवि विभाग की विज्ञप्ति क्रमांक
............ ददनांक ................. दिारा तनिायररि ककया गया ह एिं
प्जसका प्रकाशन मध्यप्रदे श राजपत्र के ददनांक ................... के
अंक के भाग ................. में पष्ृ ठ .............. में हो चक
ु ा ह। इसमें
िह सभी उपमंडी प्रांगण भी सप्म्ममिि होंगे जो समय-समय पर
मध्यप्रदे श शासन दिारा तनिायररि िथा अधिसधू चि ककये गये हैं।
(ि) ''मि
ू मंर्ी'' से अमभप्रेि ह कृवि उपज मंडी सममति ................ के
मंडी प्रांगण/उपमंडी प्रांगण के मिए मध्यप्रदे श शासन कृवि विभाग
की विज्ञतिी क्रमांक ........... ददनांक .................. दिारा घोविि
क्षेत्र।
(ङ) ''अनज्ञ
ु प्प्ि'' से अमभप्रेि ह, अधितनयम की िारा 32 के अन्िगयि
मंडी सममति दिारा मंजूर या निीकृि अनज्ञ
ु प्ति।
(च) ''िण्र्ागाररक'' से अमभप्रेि ह, ऐसा कृत्यकारी जो स्िंय के अथिा
अन्य व्यप्ति से या संस्था से या संस्था के भण्डार गह
ृ ों में
अधिसधू चि कृवि उपज भण्डारण पाररश्रममक के प्रतिफि स्िरूप
करिा हो, ककन्िु अधिसधू चि कृवि उपज का व्यापार न करिा हो।
(छ) ''िि
ु इ
ै या'' से अमभप्रेि ऐसे कृत्यकारी से ह जो पाररश्रममक के प्रति
फिस्िरूप कृवि उपज की िौि या माप का कायय करे ।
(ज) ''हम्माि'' से अमभप्रेि ऐसे कृत्यकारी से ह जो एक स्थान से दस
ू रे
स्थान पर कृवि उपज को हटाने के मिए स्ियं के श्रम से कायय करे ,
गाड़ियों, ट्रको एिं अन्य िाहनों में कृवि उपज को िादे या उिारे ,
बोरों या अन्य पात्रों में कृवि उपज को भरे या खािी करे , कृवि उपज
की िौि या माप में सहायिा करे ।
(झ) ''सिेिक'' से अमभप्रेि ऐसे कृत्यकारी से ह जो कृवि उपज का उसके
स्िर, श्रेणी, ममिािट या कटोतियों के सम्बन्ि में सिेक्षण करें िथा
उसका श्रेणीकरण करें , ककन्िु अन्य ककसी कृत्य यथा व्यापार,
दिािी आदद में संिग्न न हो।

Suresh Raikwar/Upvidi_2000_MAIN
2
म0प्र0रा0कृ0वि0बोडय,
मंडी सममतियों के मिये उपविधि सन ् 2000

(त्र) ''क्रेिा'' से अमभप्रेि ऐसे कृत्यकारी से ह जो अधिसधू चि कृवि उपज


का िाणणप्ययक या प्रसंस्करण या वितनमायण के उपयोग के मिए क्रय
करे । (ददनांक 03.03.2012 संशोिन)
(ट) ''षिक्रेिा'' से अमभप्रेि ऐसे कृत्यकारी से ह जो अधिसधू चि कृवि उपज
का विक्रय करे ।
(ठ) ''अनब
ु ंि'' से अमभप्रेि ह, अधिसधू चि कृवि उपज के क्रय-विक्रय का
मिणखि करार जो मंडी सममति में पदस्थ कमयचारी दिारा सम्पन्न
कराया जाएं।
(ि) ''सौदा'' से अमभप्रेि ह मंडी बोडय दिारा वितनददय ष्ट ऐसी अधिसधू चि
कृवि उपज के संबंि में जो मंडी प्रांगण में विक्रय हे िु नहीं आई हो
ककन्िु मंडी क्षेत्र के मि
ू मंडी के बाहर के ककसी स्थान के विक्रेिा
दिारा नमन
ू े के आिार पर घोि विक्रय दिारा अनज्ञ
ु प्तििारी व्यापारी
को मंडी सममति के माध्यम से विक्रय की जाएं और मंडी में पदस्थ
कमयचारी दिारा मंडी प्रांगण/उपमंडी प्रांगण/अथिा मंडी बोडय दिारा
वितनददय ष्ट स्थि पर सम्पन्न कराया जाएं।'' (ददनांक 29.08.2009
संशोिन)
(ढ) ''ममिािट'' से अमभप्रेि ऐसी प्रकक्रया से ह जो ककसी उपज के स्िर
को जानबझ
ू कर कम करने के मिए प्रयत
ु ि की जाएं।
(ण) ''सच
ू ना फिक'' से अमभप्रेि ऐसे फिक से ह जो मंडी सममति के
कायायिय या मंडी प्रांगण में मंडी सममति दिारा स्थावपि ककया जाएं।
(ि) ''सम्मेिन'' से अमभप्रेि, मंडी सममति की बठक से ह जो अधितनयम,
तनयम या उपविधियों में विदहि की गई रीतियों से आयोप्जि की
जाएं।
(थ) ''प्रपत्र'' से अमभप्रेि ह ऐसे प्रपत्रों से ह जो अधितनयम, तनयम या
उपविधि दिारा तनिायररि ककये गये हो।
(द) ''मंर्ी कमडचारी'' से अमभप्रेि ऐसे कमयचाररयों से ह जो मंडी सममति
में मंडी अधितनयम की िारा 26, 27, एिं 30 के अन्िगयि पदस्थ
हैं।

Suresh Raikwar/Upvidi_2000_MAIN
3
म0प्र0रा0कृ0वि0बोडय,
मंडी सममतियों के मिये उपविधि सन ् 2000

(ि) ''आंचमिक कायाडिय'' से अमभप्रेि, मध्यप्रदे श रायय कृवि विपणन


बोडय दिारा प्रशासतनक दृप्ष्ट से स्थावपि ककये गये आंचमिक
कायायिय से हैं।
(न) ''संयक्
ु ि संचािक/उपसंचािक'' से अमभप्रेि ह आंचमिक कायायिय में
पदस्थ प्रशासतनक अधिकारी। (ददनांक 03.03.2012 संशोिन)
(प) ''व्यापाररक संव्यिहार'' से अमभप्रेि ह व्यापाररक िेनदे न, मंडी
सममति को ककये जाने िािे भग
ु िान, वििरणणयां प्रस्िि
ु करने एि
पत्राचार से संबंधिि ककये जाने िािा व्यिहार।
(फ) ''प्राथममक सव्यिहार'' से अमभप्रेि ह, अधिसधू चि कृवि उपज का
प्रथम बार विक्रय एिं क्रय।
(ब) ''िाणणप्ज्यक संव्यिहार'' से अमभप्रेि ह मंडी क्षेत्र के अनज्ञ
ु प्ति पत्र
िारी व्यापाररयों दिारा मंडी फीस भग
ु िान की गई कृवि उपज का
क्रय-विक्रय अथिा मंडी क्षेत्र के अनज्ञ
ु प्ति िारी व्यापररयों दिारा मंडी
क्षेत्र के बाहर से मंडी शल्
ु क भग
ु िान की गई कृवि उपज को मंडी
क्षेत्र में िाकर क्रय-विक्रय प्रसंस्करण या वितनमायण करना।
(भ) ''मैनअ
ु ि'' से अमभप्रेि ह, प्रबन्ि संचािक दिारा क्रमांक .................
ददनांक .......... से जारी कृवि उपज मंडी सममति कायायिय मनअ
ु ि।
(म) ''दिाि'' से अमभप्रेि ह ऐसा व्यप्ति जो अपने तनयोतिा व्यापारी की
ओर से कृवि उपज के क्रय-विक्रय का सौदा कराये।
(य) ''कदाचरण'' से अमभप्रेि ह मंडी सममति दिारा जारी सच
ू ना/पत्र
जानबझ
ू कर प्राति नही करना/टािना, मंडी सममति दिारा जारी
आदे श/तनदे श का पािन नहीं करना अथिा जानबझ
ू कर गिि
जानकारी प्रस्िुि करना।
(र) ''षििरणीयां'' से अमभप्रेि ह अधिसधू चि कृवि उपजों के क्रय विक्रय
प्रसंस्करण या वितनमायण से संबधं िि प्रबंि संचािक दिारा विदहि
ककये गये तनयि कामिक वििरण। (ददनांक 03.03.2012 संशोिन)
(ि) ''तनयि कामिक अिधि'' से अमभप्रेि वििरणीयां/जानकारी प्रस्िि

करने के मिए अधितनयम, तनयम एिं उपविधियों में तनयि की गई अिधि।
न्न्न्न्न

Suresh Raikwar/Upvidi_2000_MAIN
4
म0प्र0रा0कृ0वि0बोडय,
मंडी सममतियों के मिये उपविधि सन ् 2000

अध्याय - दो
मंर्ी सममति के सम्मेिन एिं कायड
(3) मंर्ी सममति के सम्मेिन :-
अपने सच
ु ारू कायय संचािन हे िु मंडी सममति प्रत्येक माह में कम से कम
एक बार अपना सम्मेिन अतनिाययिैः आयोप्जि करे गी। विशेि पररप्स्थतियों में
आिश्यकिानस
ु ार प्रबंि संचािक अथिा क्षेत्रीय (आंचमिक) कायायिय के संयत
ु ि
संचािक/उपसंचािक मंडी बोडय अथिा किेतटर के तनदे श पर अध्यक्ष मंडी सममति
दिारा मंडी सममति का सािारण या विशेि सम्मेिन बि
ु ाया जािेगा।

(4) सम्मेिन के प्रकार एिं षििय सच


ू ी :-
मंडी सममति का सम्मेिन सािारण अथिा विशेि हो सकेगा। सम्मेिन की
तिधथ, समय, स्थान अध्यक्ष दिारा िथा विचाराथय वििय सधचि दिारा तनिायररि
ककये जािेंगे। सािारण सम्मेिन के मिए अध्यक्ष एिं मंडी सममति के कम से
कम िीन तनिायधचि सदस्य सम्मेिन प्रारं भ होने से 48 घन्टे पि
ू य कोई व्यिहाररक
वििय सम्मेिन की कायय सच
ू ी में जोिने का आग्रह मिणखि में मंडी सधचि को
दें गे िो ऐसे विियों को काययसच
ू ी में शाममि करना अतनिायय होगा। (संशोिन
15.03.2019)

(5) सम्मेिन की सच
ू ना :-
प्रत्येक सम्मेिन की सच
ू ना (प्जसमें तनिायररि तिधथ, समय, स्थान िथा
विचाराथय वििय स्पष्ट उल्िेणखि होंगे) प्रत्येक ऐसे सदस्य को जो सम्मेिन में
सप्म्ममिि होने हे िु सक्षम ह, भेजी जािेगी िथा सच
ू ना फिक पर भी चस्पा
करके प्रदमशयि की जािेगी। सच
ू ना अधिमान्यिैः प्रेिण प्रमाण-पत्र के अन्िगयि
(अण्डर सदटय कफकेट आफ पोप्स्टं ग) भेजी जािेगी। सािारण सम्मेिन की सच
ू ना
सम्मेिन की तिधथ से 7 ददन पि
ू य िथा विशेि सम्मेिन की सच
ू ना सम्मेिन की
तिधथ से 3 ददन पि
ू य भेजना अतनिायय होगा। विशेि सम्मेिन की सच
ू ना विशेि
िाहक के दिारा भेजना अतनिायय होगा। सम्मेिन की सच
ू ना सधचि के हस्िाक्षर
से प्रेविि होगी।

Suresh Raikwar/Upvidi_2000_MAIN
5
म0प्र0रा0कृ0वि0बोडय,
मंडी सममतियों के मिये उपविधि सन ् 2000

(6) सम्मेिनों में आिश्यक गणपतू िड :-


(1) मंडी सममति के ककसी भी सम्मेिन में सममति का गठन करने िािे
ित्कािीन सदस्यों की कुि संख्या के एक तिहाई सदस्यों का
उपप्स्थि होना गणपतू िय के मिये अतनिायय होगा, गणपतू िय के अभाि
में सम्मेिन में कायय संचािन नहीं हो सकेगा।
(2) सम्मेिन हे िु तनिायररि समय से आिे घंटे की अिधि के अन्िगयि
यदद गणपतू िय न हो सकी िो उसके अभाि में सम्मेिन अध्यक्ष
दिारा स्थधगि ककया जािेगा।
(3) उपविधि 6 (2) के अनस
ु ार स्थधगि ककया गया सम्मेिन स्थगन
समय के कम से कम 48 घन्टे पश्चाि ् पन
ु ैः आयोप्जि ककया जा
सकेगा। ऐसे पन
ु य
य ोप्जि सम्मेिन की सच
ू ना केिि सच
ू ना फिक पर
ही प्रदमशयि की जािेगी और ऐसी सच
ू ना मान्य होगी। पन
ु य
य ोप्जि ऐसे
सम्मेिन में गणपतू िय अतनिायय नहीं होगी ककन्िु इसमें केिि िही
कायय सम्पन्न हो सकेगा जो मि
ू सम्मेिन (यदद िह स्थधगि न
होिा) के मिए तनिायररि ककया गया था।

(7) सम्मेिन में कायड सम्पादन :-


(1) मंडी सममति के सम्मेिन में केिि िही कायय सम्पाददि होगा जो
संबंधिि सच
ू ना में उस सम्मेिन हे िु तनिायररि ककया गया हो।
ककन्िु विचाराथय विियों में तनिायररि न होिे हुए भी सधचि दिारा
प्रस्िाविि और अध्यक्ष की अनम ु ति से कोई आिश्यक अन्य वििय
को अतिररति एजेण्डा के रूप में विचाराथय प्रस्िि
ु ककया जा सकेगा।
(संशोिन 15.03.2019)
(2) मंडी सममति का कोई भी प्रस्िाि पाररि ककए जाने के िीन माह के
अन्िगयि सामान्यिैः संशोधिि या तनरस्ि नही ककया जा सकेगा
परन्िु सममति के सदस्यों की कुि संख्या के दो तिहाई सदस्य
मिखकर पाररि प्रस्िाि में संशोिन या उसके तनरसन हे िु समािेदन
प्रस्िुि करें िब संशोिन ककया जा सकेगा। ऐसे समािेदन की प्राप्ति

Suresh Raikwar/Upvidi_2000_MAIN
6
म0प्र0रा0कृ0वि0बोडय,
मंडी सममतियों के मिये उपविधि सन ् 2000

के अधिक से अधिक एक माह की अिधि के अन्िगयि उति


समािेदन पर विचार ककया जा सकेगा।

(8) सम्मेिन का संचािन :-


(1) सम्मेिन का संचािन अधितनयम की िारा 16 के अनस
ु ार यथा
प्स्थति अध्यक्ष, उपाध्यक्ष अथिा काययिाहक अध्यक्ष दिारा ककया
जािेगा।
(2) ककसी प्रकरण में यदद मिभेद उपप्स्थि हो जािे िो इसका तनणयय
मिों दिारा ककया जािेगा। मिदान पची पर प्रस्िाि के पक्ष में या
विपक्ष में मिखकर होगा। यदद दोनो पक्षों में समान ''मि'' हो िो
अध्यक्ष को दवििीय या तनणाययक मि दे ने का अधिकार होगा।
(3) उपविधि 8(1) के अनस
ु ार यदद सम्मेिन की काययिाही काययिाहक
अध्यक्ष दिारा संचामिि की जा रही हो और इसी बीच अध्यक्ष
अथिा उपाध्यक्ष सम्मेिन के दौरान उपप्स्थि हो जािे िो िह
काययिाहक अध्यक्ष से अध्यक्षिा संबंिी अपनी शप्तियां िापस िे
सकेगा।

(9) सम्मेिन में अध्यि की शप्क्ियां :-


(1) सम्मेिन में अध्यक्ष दिारा व्यिस्था रखी जािेगी। यदद ककसी
सदस्य का व्यिहार, उसकी दृप्ष्ट से उच्छं खि हो िो िह ऐसे सदस्य
को सम्मेिन से बाहर चिे जाने हे िु तनदे श दे सकेगा। पररप्स्थति न
सि
ु रने की दशा में अध्यक्ष सम्मेिन को ऐसे समय िक के मिए
स्थधगि कर सकेगा जो िह उधचि समझे।
(2) यदद कोई सदस्य जो अध्यक्ष दिारा सम्मेिन से बाहर चिे जाने हे िु
तनदे मशि ककया गया हो परन्िु िह सम्मेिन में अििातनक रूप से
उपप्स्थि बना रहे िो अध्यक्ष को उसे सम्मेिन से बाहर ककए जाने
के मिए ऐसी काययिाही करने का अधिकारी होगा, जो िह उधचि
समझे।

Suresh Raikwar/Upvidi_2000_MAIN
7
म0प्र0रा0कृ0वि0बोडय,
मंडी सममतियों के मिये उपविधि सन ् 2000

(10) कायडिि
ृ पस्
ु िक :-
मंडी सममति एक काययिि
ृ पस्
ु िक रखेगी प्जसमें प्रत्येक सम्मेिन के कायय
का वििरण दहन्दी भािा एिं दे िनागरी मिवप में अमभमिणखि ककया जािेगा।
अमभमिणखि कायय का वििरण प्रत्येक सम्मेिन की समाप्ति के ित्काि पश्चाि ्
अध्यक्ष िथ सधचि दिारा हस्िाक्षररि ककया जािेगा। पंजी में दजय काययिाही
वििरण 05 काययददिस में सदस्यो को प्रसाररि की जाएगी एिं आगामी सम्मेिन
में उसकी पप्ु ष्ट कराई जािेगी। भारसािक अधिकारी तनयत
ु ि रहने की दशा में
काययिि
ृ पस्
ु िक पर भारसािक अधिकारी एिं सधचि हस्िाक्षर करें गे। सममति की
बठक की विड़डयो ग्राफी करना अतनिायय होगा। (संशोिन 15.03.2019)

(11) सम्मेिन की कायडिाही की िािा :-


सम्मेिन की प्रत्येक काययिाही की भािा दहन्दी होगी।

(12) उप सममतियों की रचना :-


(1) मंडी सममति ककसी भी प्रकरण में जांच कर प्रतििेदन दे ने के मिये
या राय प्रस्िि
ु करने के मिये उप सममति तनयत
ु ि कर सकेगी। उप
सममति का प्रतििेदन अथिा उसकी राय का परामशय के रूप में
सममति के तनणयय अनस
ु ार उपयोग ककया जाएगा।
(2) ककसी भी उप सममति में कम से कम 3 िथा अधिक से अधिक 5
सदस्य होगे प्जनमें से दो तिहाई कृिक सदस्य होगे। ककन्िु मंडी
सममति का कोई भी सदस्य ककसी भी समय दो से अधिक उप
सममतियों का सदस्य नहीं रहे गा।
(3) यदद मंडी सममति का अध्यक्ष ककसी उपसममति का सदस्य हो िो
िह ऐसी उपसममति का भी अध्यक्ष होगा। इसी प्रकार अध्यक्ष की
अनप
ु प्स्थति में उपाध्यक्ष उपसममति का अध्यक्ष होगा। यदद अध्यक्ष
अथिा उपाध्यक्ष दोनों ही ककसी उपसममति के सदस्य न हो िो ऐसी
उपसममति के सदस्यों में से ककसी एक को मंडी सममति दिारा
अध्यक्ष तनयत
ु ि ककया जािेगा।

Suresh Raikwar/Upvidi_2000_MAIN
8
म0प्र0रा0कृ0वि0बोडय,
मंडी सममतियों के मिये उपविधि सन ् 2000

(4) मंडी सममति दिारा प्रांगण में नीिामी, क्रय-विक्रय, िौि, भग


ु िान,
नीिामी में भाि तनिायरण आदद वििादो एिं मशकायिों का तनराकरण
करने के मिए एक उप सममति का गठन ककया जायेगा प्जसमें दो
कृिक सदस्य, एक व्यापारी सदस्य एिं प्रांगण प्रभारी सदस्य सधचि
रहें गे। तनिायधचि मंडी सममति अप्स्ित्ि में नही होने पर उप सममति
में प्रांगण प्रभारी एिं दो उप तनरीक्षक सदस्यों के रूप में रहें गे।
(संशोिन 15.03.2019)

(13) सधचि की उपप्स्थति :-


मंडी सममति िथा उसकी ककसी उपसममति के सम्मेिन में सधचि की
उपप्स्थति अतनिायय होगी िथा उसे अधिकार होगा कक िह ककसी भी प्रकरण पर
अपनी राय दे सके अथिा अधितनयम, तनयम ि उपविधियों की व्याख्या और
जानकारी प्रस्िि
ु करें । सधचि दिारा दी गई राय बठक की काययिाही में
अमभमिणखि की जािेगी।

(14) पाररि प्रस्िािों का क्रक्रयान्ियन :-


(1) सममति दिारा मिये गये तनणययों का कक्रयान्ियन ित्काि प्रारं भ
ककया जाएगा िथावप मंडी सममति के प्रत्येक प्रस्िाि पर अधितनयम,
तनयम, उपविधि अथिा प्रबंि संचािक के तनदे श का उल्िेख ककया
जायेगा। सममति यदद उसकी शप्ति से परे कोई तनणयय िेिी ह िब
सधचि उस पर अपना अमभमि अंककि करे गा।
(2) सममति की बठक की काययिाही का वििरण 7 ददन के भीिर क्षेत्रत्रय
कायायिय के संयत
ु ि संचािक/ उपसंचािक को प्रेविि ककया जायेगा।
ऐसे प्रस्िाि प्जसमें सधचि दिारा अपनी आपवि दजय की गई ह उस
ठहराि का कक्रयान्ियन आंचमिक संयत
ु ि संचािक/उप संचािक के
अनम
ु ोदन के पश्चाि ् ही ककया जायेगा। आंचमिक संयत
ु ि
संचािक/उप संचािक दिारा विधि विरूदि मिये गये सममति के
ककसी तनणयय का कक्रयान्ियन संयत
ु ि संचािक/ उपसंचािक दिारा
स्थधगि ककया जायेगा, ककन्िु इसके पि
ू य सधचि को सन
ु ा जायेगा।

Suresh Raikwar/Upvidi_2000_MAIN
9
म0प्र0रा0कृ0वि0बोडय,
मंडी सममतियों के मिये उपविधि सन ् 2000

सधचि को सन
ु ने के बाद संयत
ु ि संचािक/उपसंचािक को अधिकार
होगा कक िह विधि विरूदि पाये गये ककसी भी प्रस्िाि को रदद कर
दें । (संशोिन 15.03.2019)
न्न्न्न्न

Suresh Raikwar/Upvidi_2000_MAIN
10
म0प्र0रा0कृ0वि0बोडय,
मंडी सममतियों के मिये उपविधि सन ् 2000

अध्याय - िीन
मंर्ी में षिक्रय कायड योजना

(15) मंर्ी में बबक्री कायड योजना के मिए षिशेि सम्मेिन :-


प्रत्येक माह मसिम्बर के अप्न्िम सतिाह में खरीफ फसि के मिए एिं
फरिरी के अप्न्िम सतिाह में रबी फसि के मिए, सममति का विशेि सम्मेिन
आहूि ककया जाएगा। सधचि दिारा ियार ''बबक्री कायड योजना'' इन सम्मेिनों में
प्रस्िि
ु की जाएगी।

मंर्ी बबक्री कायड योजना िैयार करना :-


ककिने ग्रामों के उत्पादकों दिारा अपने उत्पादों को बेचने के मिए
मंडी प्रांगण का उपयोग ककया जािा ह, यह पिा िगाने के मिये मंडी
प्रांगण के गेट पर बनने िािी गेट पची (प्रिेश पंजी) का उपयोग ककया
जायेगा। इस पंजी में दजय उत्पादकों को दे खकर उन ग्रामों की सच
ू ी ियार
की जािे प्जसके उत्पादक इस मंडी प्रांगण का उपयोग अपना उत्पाद बेचने
के मिये कर रहे ह। ये ग्राम मंडी क्षेत्र की अधिसधू चि सीमाओं के अन्दर
एिं बाहर के हो सकिे हैं।
इन ग्रामों की सच
ू ी में आने िािे नामों को िहसीि के मजमि
ू ी
नतशे पर सीमांककि ककया जािे। इस िरह जो क्षेत्र सीमांककि होगा िह
क्षेत्र होगा, जह ं के उत्पादक अपने उत्पाद बेचने के मिये िास्िविक रूप से
इस मंडी का उपयोग करिे ह। इसे मंडी सममति का कायायत्मक क्षेत्र माना
जािेगा।

आिारिि
ू आकड़ों का संकिन :-
मंडी का कायायत्मक क्षेत्र का तनिायरण करने के पश्चाि ् िास्िि में
मंडी प्रांगण का उपयोग करने िािे ग्रामों की कुछ आिारभि
ू जानकारी
कृवि विभाग से प्राति की जािेगी। इसके िहि तनम्न जानकारी िी जािेगी-
(क) ग्राम में विमभन्न फसिों के िहि बोया गया क्षेत्र,
(ख) ग्राम की प्रत्येक फसि का औसि उत्पादन,

Suresh Raikwar/Upvidi_2000_MAIN
11
म0प्र0रा0कृ0वि0बोडय,
मंडी सममतियों के मिये उपविधि सन ् 2000

(ग) ग्राम का फसििार कुि अनम


ु ातनि उत्पादन,
(घ) प्रत्येक फसि का बाजार में त्रबक्री योग्य उत्पाद।
उति आिारभि
ू आंकिो के आिार पर यह ज्ञाि हो सकेगा कक इस
फसि मौसम में कौन-कौन िरह की फसिो के ककिनी-ककिनी मात्रा में
उत्पाद बाजार में आने की संभािना ह। प्रत्येक फसि के मिए पथ
ृ क-पथ
ृ क
गणना की जािेगी।

क्रय एजेमसंयो के साथ िैयारी बैठक का आयोजन :-


आिारभि
ू जानकारी ियार करने के पश्चाि ् मंडी प्रांगण में उन
उत्पादों को क्रय करने िािी एजेंमसयों के साथ बठक का आयोजन ककया
जािेगा। इस बठक में क्रय ऐजेंमसयां जसे व्यापारी, सरकारी एिं
अदयिशासकीय ऐजेंमसयां, िुिइयों, हम्मािों के प्रतितनधि िथा मंडी सममति
से संबंधिि कमयचारीगणों को बठक में बि
ु ाया जािेगा। इस बठक में ''मंडी
त्रबक्री कायय योजना'' पर विचार विमशय ककया जािेगा।
मंडी त्रबक्री कायय योजना में सधचि मंडी सममति दिारा यह जानकारी
दी जािेगी कक इस फसि मौसम में इस मंडी प्रांगण में ककन-ककन ग्रामों
की कौन-कौन सी फसिों की ककिनी-ककिनी मात्रा आने की संभािना ह।
इस मात्रा को ध्यान में रख कर यह चचाय की जािे कक क्रय ऐजेंमसयां और
क्रेिाओं दिारा इस उत्पाद को क्रय करने के मिए पयायति रामश की
व्यिस्था करे । पयायति बारदाने की व्यिस्था हो, िुिाई की उधचि व्यिस्था
हो, भण्डारण िथा पररिहन की पयायति व्यिस्था हो। इसके मिए इन सब
मदो पर चचाय कर आिश्यकिाओं का आंकिन ककया जािे िथा उनकी
व्यिस्था ककस िरह की जाना प्रस्िाविि ह इसका एक मिणखि प्रस्िाि
बठक में तनप्श्चि ककया जािेगा।
बठक में यह भी तनिायररि ककया जािेगा कक प्रति ददन अधिकिम
ककिना उत्पाद विक्रय हे िु रखने की क्षमिा मंडी प्रांगण की ह। ककिना
उत्पाद क्रेिाओं के दिारा क्रय ककया गया माि ककिने समय िक मंडी
प्रांगण में रखा जािेगा िथा कब उसका पररिहन ककया जािेगा। उति मदों
पर सब ियाररयां पि
ू य से की जािेगी।

Suresh Raikwar/Upvidi_2000_MAIN
12
म0प्र0रा0कृ0वि0बोडय,
मंडी सममतियों के मिये उपविधि सन ् 2000

इस बठक के तनणयय के आिार पर ियार योजना को मंडी सममति


के विशेि सम्मेिन में प्रस्िि
ु ककया जा कर चचाय करायी जािे, एिं सममति
के उपयत
ु ि सझ
ु ािों को योजना में सप्म्ममिि करिे हुए योजना कायायप्न्िि
की जािेगी।
न्न्न्न्न

Suresh Raikwar/Upvidi_2000_MAIN
13
म0प्र0रा0कृ0वि0बोडय,
मंडी सममतियों के मिये उपविधि सन ् 2000

अध्याय - चार
षिपणन का तनयंत्रण
अधिसधू चि कृषि उपज के षिपणन का तनयंत्रण.

(16) अधिसधू चि कृषि उपज का क्रय-षिक्रय :-


(1) अधितनयम की िारा 4 के अिीन ककसी मंडी की स्थापना होने पर;-
(क) घोि विक्रय प्रांगण के धचप्न्हि (अनक्र
ु ममि) िे-आउट की एक
प्रति मंडी के प्रिेश दिार पर प्रदमशयि की जािेगी।
(ख) प्रिेश पंजी में प्रविप्ष्ट एिं अनक्र
ु मांक िेकर मंडी प्रांगण में
िाहन प्रिेश करे गा।
(ग) िाहन/ढे री को िगाने के मिये स्थानों को क्रम ददया जायेगा
और उन्हें किारबदि रूप में िगाया जायेगा।
(घ) मंडी में प्रिेश करने िािे िाहन की प्रिेश पची पर ऐसे स्थान
का अनक्र
ु मांक अंककि होगा जह उसे ढे री िगाना ह या िाहन
खिा करना ह।
(ड.) िाहन तनिायररि क्रमांक पर ही खिा करना होगा/ढे री िगाना
होगी।
(च) तनिामी का क्रम एक नम्बर से प्रारं भ होगा।
(छ) िाहनों के प्रिेश एिं नीिामी के मिये कृवि उपज मंडी सममति
कायाडिय मैनअ
ु ि अध्याय-छः में ददये गये तनदे शों का पािन
ककया जायेगा। औसि अच्छे ककस्म (एफ.ए.तय.ू ) की कृवि
उपज के मिये घोविि न्यन
ू िम समथयन मल्
ू य से कम पर
बोिी प्रांरभ नहीं होगी। एक बोिी से दस
ू री बोिी का अंिर
एक रूपये से कम का नहीं होगा।
मंडी प्रांगण में यथासंभि ग्रेड़डंग की व्यिस्था उपिब्ि करी
जायेगी। प्जन मंडी सममति में ग्रेड़डंग सवु ििा उपिब्ि ह उसमें
शासन दिारा प्जन कृवि उपज की औसि अच्छी ककस्म
(एफ.ए.तय.ू ) तनिायररि ह उसका मंडी में ग्रेड़डंग अन्िगयि
एफ.ए.तय.ू के समान मापदण्ड पाये जाने पर संबंधिि कृवि

Suresh Raikwar/Upvidi_2000_MAIN
14
म0प्र0रा0कृ0वि0बोडय,
मंडी सममतियों के मिये उपविधि सन ् 2000

उपज का घोविि न्यन


ू िम समथयन मल्
ू य से कम मल्
ू य पर
बोिी प्रारं भ नहीं होगी। (संशोिन 15.03.2019)
(ज) ''सातिादहक अिकाश के अतिररति अिकाशों के मिये मंडी
सममति रबी फसि के मिये आयोप्जि क्रय योजना की विशेि
सम्मेिन में िावियक अिकाश के ददन तनिायररि करे गी एिं
साियजतनक रूप से प्रकाशन करे गी।''
परन्िु मंड़डयों मे सातिादहक अिकाश के अतिररति यदद
तनगोमशयेबि इन्सट्र
ू ीमें ट एतट अंिगयि घोविि बैंककग अिकाश
या अन्य घोविि साियजतनक अिकाश के कारण िगािार दो
ददिस या इससे ययादा मंडी मे अिकाश की प्स्थति तनममयि
हो रही होगी, िो मंडी सममति के मिये यह आिश्यक होगा की
िह ऑचमिक संयत
ु ि संचािक/उप संचािक के मिणखि
अनम
ु ोदन प्राति करने के उपरांि ही ऐसे अिकाशों को घोविि
करे अन्यथा नहीं। सयत
ु ि संचािक/उप संचािक ऑचमिक
कायायिय, जनदहि मे मंडी के दिारा पि
ू य घोविि अिकाश को
तनरस्ि कर सकेगें , परन्िु उनके दिारा मंडी अिकाश
तनरस्िीकरण के मिये विधििि ् कारण सदहि आदे श जारी
ककया जािेगा। (आदे श ददन क 09.04.2015 से संशोधिि)
(2) अधितनयम की िारा 36 (3) के प्राििानों के अनस
ु ार कृवि उपज के
मल्
ू य का तनिायरण खुिे घोि विक्रय दिारा ककया जािेगा प्जसका
संचािन मंडी सममति के कमयचारी दिारा ही ककया जािेगा।
परन्िु ऐसी कृवि उपज, प्जसके मिए (शासन दिारा तनिायररि
मापदण्ड के अनस
ु ार औसि अच्छी कृवि उपज) कक रायय सरकार
दिारा समथयन कीमि घोविि की गई ह की कीमि उस कीमि से
कम तनिायररि नहीं की जाएगी जो घोविि की गई ह मंडी प्रांगण में
कोई भी बोिी इस प्रकार तनयि की गई कीमि से कम पर प्रारं भ
नहीं होने दी जायेगी। तनिामकिाय कमयचारी दिारा कृवि उपज की
नीिामी, उस कृवि उपज के मिये शासन दिारा घोविि समथयन मल्
ू य
से प्रारं भ की जायेगी औसि अच्छे ककस्म की कृवि उपज का

Suresh Raikwar/Upvidi_2000_MAIN
15
म0प्र0रा0कृ0वि0बोडय,
मंडी सममतियों के मिये उपविधि सन ् 2000

तनिायरण किेतटर दिारा मनोतनि सममति करे गी, यही सममति इस


संबंि में आये वििादों का तनपटारा करे गी।
(3) नीिाम की बोिी स्पष्ट िगाई जािेगी प्जसका कक विक्रेिा/कृिक को
भी ज्ञान हो सके। घोि विक्रय में ककसी भी प्रकार के इशारों और
संकेिो का प्रयोग नही ककया जािेगा। (ददनांक 07.11.17 संशोिन)
(क) घोि विक्रय के दौरान इशारो एिं संकेिो का प्रयोग,
(क टय िाईजेशन) दरु मभ-संधि, कर प्रतिस्पिाय को प्रभाविि करने
का प्रयास संज्ञान में आने पर अथिा विक्रेिा/कृिक दिारा
मशकायि करने पर मंडी की उप सममति दिारा मामिे का
स्थि पर ििपरिा पि
ू क
य तनराकरण करा जायेगा। उप सममति
की ररपोटय पर मंडी सममति दिारा उति अतनयममििा में
संिग्न पाये गये मंडी कृत्यकारी को प्रथम बार चेिािनी दी
जा सकेगी, दस
ू री बार अतनयममििा में संिग्न पाये जाने पर
आधथयक दण्ड िथा तनरं िर अतनयतििा की पन
ु ि
य वृ ि करने पर
क्रय-विक्रय पर रोक, अनज्ञ
ु प्ति का तनिंबन, अथिा अनज्ञ
ु प्ति
तनरस्ि करने की तनयमानस
ु ार आिश्यक काययिाही मंडी
सममति दिारा करी जायेगी। (संशोिन 15.03.2019)
(4) घोि विक्रय दिारा मल्
ू य िय होने के पश्चाि ् मंडी कमयचारी दिारा
विक्रिा/कृिक के पक्ष में क्रमशैः सफेद, हरा, गि
ु ाबी िीन रं ग की
िीन प्रतियों में अनब
ु ंि तनष्पाददि ककया जािेगा। सफेद प्रति मि

प्रति होगी। शेि नीचे की दो प्रति में से हरे रं ग की प्रति
विक्रेिा/कृिक को िथा गुिाबी रं ग की प्रति क्रेिा को दी जाएगी।
अनब
ु ंि प्रारूप-एक में तनष्पाददि ककया जािेगा। अनब
ु ंि पत्र पर मंडी
सममति के कमयचारी के हस्िाक्षर अतनिायय होगे और विक्रेिा/कृिक
िथा क्रेिा के हस्िाक्षरों के अभाि में भी उति अनब
ु ंि तनष्पाददि
समझा जािेगा ि दोनो को अनब
ु दि करे गा। अनब
ु ंि पत्र में मंडी
सममति के कमयचारी दिारा प्रिप्ृ ष्ठयां की जािेगी।
परन्िु मंडी क्षेत्र के भीिर िेककन मि
ू मंडी क्षत्र के बाहर का
विक्रेिा/कृिक अपनी वितनददय ष्ट अधिसधू चि कृवि उपज को ककसी

Suresh Raikwar/Upvidi_2000_MAIN
16
म0प्र0रा0कृ0वि0बोडय,
मंडी सममतियों के मिये उपविधि सन ् 2000

कारणिश मंडी प्रांगण/उपमंडी प्रांगण में नहीं िा पािा ह और नमन


ू े
के आिार पर ऐसी कृवि उपज का विक्रय करना चाहिा ह, िब
केिि बोडय दिारा वितनददय ष्ट अधिसधू चि कृवि उपज का मंडी
प्रांगण/उपमंडी प्रांगण/अथिा बोडय दिारा वितनददय ष्ट स्थि पर नमन
ू े
के आिार पर घोि विक्रय कराया जायेगा और ऐसे विक्रय के संबंि
में सधचि मंडी सममति दिारा प्रारूप-दो में सौदा पत्रक संपाददि
कराया जाएगा।(आदे श ददन क 29.08.2009)
मंडी प्रांगण में के मसिाय, मंडी प्रांगण के बाहर अधिसधू चि
कृवि उपजों का क्रय-विक्रय केिि उपविधि कंड़डका (31) के अिीन
स्थावपि क्रय केन्रों पर ही सम्पन्न होगा।
(5) अनब
ु ंि पत्र तनष्पाददि ककए जाने के पि
ू य विक्रेिा/कृिक को यह
विकल्प प्राति होगा कक िह घोि विक्रय दिारा तनिायररि मल्
ू य पर
अपनी कृवि उपज का विक्रय करने से मना कर दे िथा इस प्रकार
ऐसे विक्रय को तनरस्ि कर दे अथिा सिोच्य बोिी से नीचे की
पहिी बोिी िगाने िािे क्रेिा को अपनी कृवि उपज बेचने के मिए
सहमति प्रदान करें ।
''परन्िुक अनब
ु ंि तनष्पादन के पश्चाि ् भी विक्रेिा/कृिक 5/-
रूपये शल्
ु क के साथ सधचि मंडी को कारणों का उल्िेख करिे हुये
अनबु ंि रदद करने का आिेदन प्रस्िि
ु कर सकेगा और सधचि मंडी
संक्षक्षति जांच के बाद आिेदन पर अपना तनणयय अंककि करे गा एिं
आिेदन के तनराकरण की िही प्रकक्रया होगी जसी कक उपविधि (17)
की कंड़डका (8) के उल्िेख ह।''
(6) उपविधि 16(5) के अंिगयि विक्रय तनरस्िीकरण शल्
ु क दस रुपया
िसि
ू ककया जािेगा। ऐसी कृवि उपज का घोि विक्रय, उस ददन के
तनयममि घोि विक्रय की समाप्ति के पश्चाि ् पन
ु ैः ककया जािेगा
और पन
ु ैः तनरस्ि होने पर विक्रय तनरस्िीकरण शल्
ु क िसि
ू नहीं
ककया जािेगा। (संशोिन 15.03.2019)
(7) (आदे श ददन क 13.03.2015) (आदे श क्रमांक-450 ददन क
27.02.2016 से तनरस्ि ककया गया)

Suresh Raikwar/Upvidi_2000_MAIN
17
म0प्र0रा0कृ0वि0बोडय,
मंडी सममतियों के मिये उपविधि सन ् 2000

(16-क) समथडन मल्


ू य पर अधिसधू चि कृषि उपज का उपाडजन -
(1) रायय सरकार दिारा उपायजन हे िु प्राधिकृि विभाग, तनगम अथिा
संस्था (ित्पश्चाि ् प्जसे शासकीय तनयोतिा संस्था कहा जािेगा)
दिारा समथयन मल्
ू य पर अधिसधू चि कृवि उपज के उपायजन के मिये
एजेन्ट/अमभकिाय तनयत
ु ि ककये जा सकेगें । ऐसा ऐजेन्ट/अमभकिाय मंडी
सममति का अनज्ञ
ु प्तििारी व्यापारी होगा।
(2) उपकंड़डका (1) में प्राधिकृि ऐजेन्ट/अमभकिाय दिारा अधिसधू चि कृवि
उपज का उपायजन ऐसे तनदे शों के अिीन ककया जा सकेगा जसा कक
उनके तनयप्ु ति आदे श में शासकीय तनयोतिा संस्था के दिारा
उल्िेणखि हो, परन्िु यह तनदे श उति अधितनयम िदािीन
प्रभािशीि तनयम एिं उपविधि में प्राििान के अध्ययािीन ही होगें ।
(3) ऐसा ऐजेन्ट/अमभकिाय अधिसधू चि कृवि उपज का उपायजन कृिक से
समथयन मल्
ू य पर मंडी क्षेत्र के भीिर कर सकेगा।
(4) ऐसे एजेन्ट/अमभकिाय रायय सरकार दिारा उसके प्रशासकीय विभाग
दिारा तनिायररि दर से कमीशन प्राति करने की पात्रिा रखेगें, परन्िु
तनिायररि कमीशन की रामश का भग
ु िान तनयत
ु ि एजेन्ट/अमभकिाय/
शासकीय तनयोतिा संस्था दिारा कृिक को भग
ु िान की जाने िािी
कीमि से नहीं काटी जािेगी।
(5) उति अधितनयम िदािीन प्रभािशीि तनयम एिं उपविधि के
प्राििान एजेन्ट/अमभकिाय/व्यापारी पर यथा प्स्थि प्रभािशीि रहे गें।

(17) अनब
ु ंि पत्रक/सौदा पत्रक के तनष्पादन के पश्चाि ् की प्रक्रक्रया :-
(1) घोि विक्रय में क्रय की समस्ि कृवि उपज की िौि या माप
अनज्ञ
ु प्तििारी िि
ु या दिारा मंडी प्रांगण या उपमंडी प्रांगण में की
जाएगी।
(2) सौदा पत्रक के आिार पर क्रय की गई कृवि उपज की िौि सौदा
पत्रक में उल्िेणखि स्थान पर अनज्ञ
ु प्तििारी िुिया दिारा की

Suresh Raikwar/Upvidi_2000_MAIN
18
म0प्र0रा0कृ0वि0बोडय,
मंडी सममतियों के मिये उपविधि सन ् 2000

जाएगी। बी.ओ.टी. िौिकांटे से जारी इिेतट्रातनक िौि पची मान्य


होगी। (संशोिन 15.03.2019)
(3) िौि के पश्चाि ् िास्िविक िजन की ''िौिपची'' अनज्ञ
ु ति िुिया
दिारा प्रारूप-िीन में क्रमशैः सफेद, हरा, गुिाबी िीन रं ग की िीन
प्रतियों में जारी की जाएगी। सफेद प्रति मि
ू प्रति होगी। शेि नीचे
की दो प्रति में से हरे रं ग की प्रति विक्रेिा/कृिक को िथा गि
ु ाबी
प्रति क्रेिा को दी जाएगी। िौि पप्ु स्िका अनज्ञ
ु प्तििारी िुिया को
मंडी सममति दिारा तनैःशल्
ु क उपिब्ि कराई जािेगी। मंडी सममति
दिारा स्थावपि िौिकांटों की िौिपची को भी मान्य ककया जायेगा।
(क) िौि पची (पप्ु स्िका) िि
ु यों को ददये जाने के पि
ू य इसका पण
ू य
अमभिेख (िौि पची पप्ु स्िका की प्राप्ति, प्रदाय, शेि स्कंि
एिं उपयोग की गई िौि पप्ु स्िका की िापसी आदद) मंडी
सममति दिारा संिाररि ककया जायेगा एिं िौि पची
(पप्ु स्िका) के उपयोग के संबंि में मामसक समीक्षा भी की
जािेगी।
(ख) िौि पची में क्रेिा व्यापारी का नाम िथा प्जस दर से कृवि
उपज नीिाम में क्रय की गई ह, भी अंककि की जािेगी।
(4) अनब
ु ंि पत्रक/सौदा पत्रक एिं िौि पची के आिार पर क्रेिा दिारा
विक्रेिा/कृिक के पक्ष में क्रमशैः सफेद, हरा, गि
ु ाबी रं ग की िीन
प्रतियों में संशोधिि भग
ु िान पत्रक तनष्पाददि ककया जाएगा। प्रारूप-
चार सफेद प्रति मि
ू प्रति होगी शेि नीचे की दो प्रति में से हरे रं ग
की प्रति विक्रेिा/कृिक को िथा गुिाबी रं ग की प्रति मंडी सममति को
यथासंभि उसी ददन अथिा यथाशीघ्र आगामी कायय ददिस मे प्रस्िुि
की जाएगी। विक्रेिा/कृिक को भग
ु िान प्राप्ति की पप्ु ष्ट होने के
उपरांि ही संबंधिि क्रेिा व्यापारी से कृवि उपज पर मंडी फीस प्राति
कर, अनज्ञ
ु ा पत्र जारी, तनकासी की अनम
ु ति दी जा सकेगी।(आदे श
ददन क 20.11.2017)
(क) यदद क्रेिा व्यापारी कम्तयट
ू र आिाररि (ड़डप्जटि) भग
ु िान
पत्रक जारी करिा ह िो मंडी सममति दिारा भग
ु िान पत्रक
Suresh Raikwar/Upvidi_2000_MAIN
19
म0प्र0रा0कृ0वि0बोडय,
मंडी सममतियों के मिये उपविधि सन ् 2000

क्रमांक हे िु यतू नक नंबर प्रदान ककया जायेगा। क्रेिा व्यापारी


िीन प्रतियों में भग
ु िान पत्रक जारी कर सकेगे। प्रथम प्रति
मंडी को, दवििीय विक्रेिा को िथा िि
ृ ीय प्रति क्रेिा को ददया
जायेगा। (संशोिन 15.03.2019)
(5) क्रेिा दिारा विक्रेिा/कृिक को उसी ददन पण
ू य भग
ु िान सतनप्श्चि
ककया जायेगा। नगद भग
ु िान िथा आरटीजीसी/एनईएफटी/ऑनिाईन
बैंक ट्रांसफर के माध्यम से ककया जाना सतु नप्श्चि जािेगा। प्जसके
वििरण का स्पष्ट उल्िेख संशोधिि भग
ु िान पत्रक प्रारूप-चार के
क िम क्रम-10 मे स्पष्ट अंककि ककया जािेगा।
विक्रेिा/कृिक को भग
ु िान के आिार पर क्रेिा दिारा विक्रेिा
को उसी ददन भग
ु िान नहीं करने की दशा मे अधितनयम की िारा
37(2) के अनस
ु ार आगामी मल्
ू य ददन का एक प्रतिशि की दर से
पांच ददन िक 05 प्रतिशि अिररति भग
ु िान दे य होगा। क्रय के
ददन से 05 ददन के भीिर भग
ु िान नहीं ककये जाने पर छटिे ददन,
अनज्ञ
ु प्ति संबंधिि क्रेिा की रदद समझी जािेगी िथा उसे या उसके
नािेदार (िारा 11 की उपिारा (1) के खण्ड (क) के स्पष्टीकरण मे
वितनददय ष्ट अमभप्रेि अनस
ु ार) को ऐसे रददकरण की िारीख से एक
ििय की कािािधि के मिये इस अधितनयम के अिीन कोई
अतनज्ञप्ति मंजरू नहीं की जायेगी। प्जसका स्पष्ट उल्िेख संशोधिि
भग
ु ािन पत्रक प्रारूप-चार के नोट मे अंककि जािेगा। (ददनांक
20.11.2017 संशोधिि)
(6) अनब
ु ंि/सौदा पत्रक के तनष्पादन के बाद बेची गई कृवि उपज के
मल्
ू य में ककसी प्रकार का पररिियन नही ककया जायेगा।
(7) अनब
ु ंि/सौदा पत्रक में उल्िेणखि व्यप्ति से मभन्न व्यप्ति कृवि
उपज क्रय नही करे गा इस पर जानबझ
ू कर ऐसा करने िािे क्रेिा की
अनज्ञ
ु प्ति तनिंत्रबि/रदद ककये जाने के दातयत्िािीन होगी।
(8) अनब
ु ंि/सौदा पत्रक के तनष्पादन के बाद क्रेिा दिारा क्रय की गई
कृवि उपज की िौि या माप कराने से क्रेिा, विक्रेिा/कृिक को सीिे
इन्कार नही कर सकेगा यदद उसे कोई आपवि ह िो मिणखि रूप में

Suresh Raikwar/Upvidi_2000_MAIN
20
म0प्र0रा0कृ0वि0बोडय,
मंडी सममतियों के मिये उपविधि सन ् 2000

5.00 रूपये शल्


ु क के साथ मंडी सममति में आिेदन प्रस्िि
ु करे गा।
मंडी सधचि ऐसे आिेदन की संक्षक्षति जांच के बाद अपना वितनश्चय
उसी ददन अंककि करे गा िथा क्रेिा एिं विक्रेिा/कृिक दोनो को नोट
करायेगा। कोई भी पक्ष जो सधचि के वितनश्चय से असंिष्ु ठ होगा
10.00 रूपये शल्
ु क के साथ मंडी सममति के अध्यक्ष को अपीि
करे गा। अध्यक्ष दोनों पक्षों की साक्ष्य िेने के पश्चाि ् अपने वििेक से
उपयत
ु ि जांच के बाद अपना तनणयय पाररि करे गा। दोनों पक्षों में से
यदद कोई भी असंिुष्ठ होगा िब मिणखि आपवि प्रस्िुि करे गा एिं
परू ा प्रकरण मंडी सममति की बठक में प्रस्िि
ु ककया जायेगा। मंडी
सममति का तनणयय अंतिम होगा।

(18) कृत्यकाररयों को अनज्ञ


ु प्प्ि स्िीकृि करना :-
(1) अनज्ञ
ु प्प्ि फीस
अनज्ञ
ु प्ति के मिए आिेदन के साथ न्यन
ू िम तनम्नानस
ु ार दर से
फीस जमा की जाएगीैः-
(क) व्यापारी/केिि भण्डारण हे िु : एक हजार रूपये
व्यापार/प्रसंस्करणकिाय/वितनमायिा (1000.00)
पतका आढ़तियां/सिेक्षक/
भण्डारगाररक
(ख) दिाि/पररिहनकिाय : आठ सौ रूपये
(800.00)
(ग) िि
ु या : पांच सौ रूपये
(500.00)
(ि) हम्माि : दो सौ रूपये
(200.00)

(2) अनज्ञ
ु प्प्ि हे िु आिेदन
अधितनयम की िारा 31 में उल्िेणखि कृ्त्यकारी एिं उपविधि क्रमांक
2(घ) में उल्िेणखि कृत्यकारी अधितनयम की िारा 32 के अन्िगयि मंडी

Suresh Raikwar/Upvidi_2000_MAIN
21
म0प्र0रा0कृ0वि0बोडय,
मंडी सममतियों के मिये उपविधि सन ् 2000

सममति से अनज्ञ
ु प्ति (िायसेंस) प्राति करने के मिये यथाप्स्थति प्रारूप-पांच
'अ' या प्रारूप-पांच 'अ'(एक) या पांच 'ब' या पांच 'स' में आिेदन प्रस्िि

करे गा। प्रारूप-पांच 'अ' हरे रं ग के कागज पर होगा प्रारूप-पांच 'अ'(एक)
गुिाबी रं ग के कागज पर होगा प्रारूप-पांच 'ब' िाि रं ग के कागज पर
होगा। जबकक प्रारूप-पांच 'स' सफेद कागज पर मदु रि होगा। आिेदन फामय
मंडी सममति दिारा सैःशल्
ु क प्रदाय ककया जायेगा।
अनज्ञ
ु प्ति हे िु सभी आिेदन फामय मे जी.एस.टी पंजीयन क्रमांक
(यदद उति पररधि मे हो िो) एिं आिार नम्बर िथा समग्र पहचान पत्र
की जानकारी िी जाये। (संशोिन 15.03.2019)
परन्िु अधितनयम में दी गई व्यापारी की पररभािा के अनस
ु ार ऐसे
प्रसंस्करणकिाय, वितनमायिा को जो कृवि उपज को क्रय करके प्रसंस्करण या
वितनमायण उपरान्ि विक्रय करिा ह, िो प्रसंस्करणकिाय, वितनमायिा के साथ-
साथ व्यापारी कृत्यकारी के रूप में भी अनज्ञ
ु प्ति हे िु आिेदन करना होगा।
(आदे श क्रमांक-35 ददन क 25.07.2018)
आिेदन के साथ तनिायररि फीस का ड़डमाण्ड ड्राफ्ट एिं अन्य
आिश्यक अमभिेख संिग्न होना आिश्यक ह अन्यथा आिेदन में कममयों
का उल्िेख करिे हुए आिेदन ित्समय िावपस कर ददया जािेगा।
उपरोतिानस
ु ार आिेदन प्राति होने के पश्चाि ् निीनीकरण के मामिे
में आिेदक की परु ानी नस्िी के साथ एिं नये आिेदन के मामिे में नस्िी
बनाकर पंजीबदि करिे हुए यथा प्स्थति तनरीक्षक अथिा सधचि को
आगामी काययिाही के मिए प्रकरण हस्िांिररि ककया जायेगा। इस नस्िी
पर बाजार व्यिस्था एिं मंडी शल्
ु क शाखा िथा िेखा शाखा प्रभाररयों का
अमभमि प्राति ककया जािे। तनरीक्षक/सधचि का यह दातयत्ि होगा कक िह
आिेदन में उल्िेणखि िथ्यों की जांच करिे हुये अपने अमभमि सदहि
तनणयय हे िु प्रकरण भारसािक अधिकारी/अध्यक्ष मंडी सममति के समक्ष
प्रस्िि
ु करें । ऐसे प्रत्येक प्रकरण का तनराकरण आिेदन प्राति होने की िीस
ददन की समयािधि में करा मिया जाना आिश्यक ह। तनणयय मिणखि रूप
में स्पष्ट स्िीकृति या अस्िीकृति का मिया जायेगा। अस्िीकृति की दशा में
आिेदक दिारा प्रस्िि
ु आिेदन संिग्न ककये गये समस्ि अमभिेखों मय
Suresh Raikwar/Upvidi_2000_MAIN
22
म0प्र0रा0कृ0वि0बोडय,
मंडी सममतियों के मिये उपविधि सन ् 2000

ड़डमाण्ड ड्राफ्ट के पंजीकृि डाक से िावपस कर ददया जायेगा ककन्िु यह


समस्ि काययिाही आिेदन प्रस्िि
ु करने के 6 सतिाह में पण
ू य कर िी
जािेगी।
िुिया, हम्माि, के मिये अनज्ञ
ु प्ति आिेदन के साथ ''पमु िस ररकार्ड
संबंिी शपथपत्र'' प्राति ककया जायेगा। मंडी आिश्यक समझे िो संबंधिि
आिेदक का पश्चािििी पमु िस सत्यापन आिेदन प्राप्ति के बाद कराया जा
सकेगा।
(1) हम्माि एिं िुिािटी का आिेदक 62 ििय से अधिक आयु का नहीं
होगा।
(2) आिेदक िि
ु ािटी के मिये कम से कम (प्रायमरी स्कूि) पांचिीं कक्षा
िक मशक्षक्षि होना अतनिायय होगा।
परन्िु शक्षणणक योग्यिा का प्रतिबंि पि
ू य से काययरि अनज्ञ
ु प्तििारी
िुिािटी के अनज्ञ
ु प्ति निीनीकरण पर िागू नहीं होगा।
व्यापाररयों एिं प्रसंस्करणकिाय/वितनमायिा को अनज्ञ
ु प्ति प्रदान करने
के पश्चाि ् उनके संबंि में पमु िस सत्यापन प्राति करना सधचि के
वििेकाधिकार पर होगा। (संशोिन 15.03.2019)

(3) सामहू हक प्रतिितू ि


अधितनयम की िारा 17 की उपिारा (2) के खण्ड (ग्यारह) की
कंड़डका (क) के अिंगि
य व्यापारी/प्रसंस्करणकिाय/वितनमायिा/पतका अढ़तिया
को अनज्ञ
ु ािी स्िीकृि करने के पि
ू य यह सतु नप्श्चि करने के मिए कक
विक्रेिाओं को भग
ु िान की जोणखम न रहे प्रारुप-छः में घोिणा पत्र प्राति
ककया जायेगा िथा प्रारुप-साि में क्रय क्षमिा संबंिी प्रमाण पत्र भी प्राति
ककया जायेगा। सामदू हक प्रतिभतू ि के मिए मंडी में काययरि समस्ि संगठन
मंडी सममति कायायिय में पंजीबदि होंगे एिं व्यापाररयों के मामिे में
प्रारुप-साि में क्रय क्षमिा संबंिी प्रमाण-पत्र जारी करने िािे व्यापारी
संगठनों को मंडी सममति दिारा तनिायररि रामश की साििी जमा
(एफ0डी0आर0) मंडी सममति के पक्ष मे बनिाकर मंडी सममति कायायिय में

Suresh Raikwar/Upvidi_2000_MAIN
23
म0प्र0रा0कृ0वि0बोडय,
मंडी सममतियों के मिये उपविधि सन ् 2000

जमा करना होगी एिं आिेदन के साथ प्रारूप-साि में प्रमाण-पत्र प्रस्िि

करना होगा।
''परन्िु प्रतिभतू ि के रूप में बैंक ग्यारं टी करने िािे संबंधिि बैंक के
प्रबंिक दिारा तनम्नानस
ु ार प्रारूप में िचन पत्र मंडी सममति को प्रस्िुि
करना होगा।''
िचन पत्र

......................................... (बैंक का नाम) ................ (फमय या


आिेदक व्यापारी/प्रसंस्करणकिाय, वितनमायिा का नाम) के संबंि में यह
िचन ददया जािा ह कक यदद उति फमय/व्यप्ति ककसी विक्रेिा का रू.
.................... िक का भग
ु िान नहीं करिा ह िो यह बैंक, मंडी सममति
के सधचि से मिणखि में सच
ू ना प्राति होिे ही मंडी सममति के खािे में
रूपये ................... िक का िन विक्रेिा को भग
ु िान के मिये जमा
करे गा।
यह िचन पत्र ददनांक ........................ िक िदय ह।

प्रबंिक .....................................
बैंक शाखा .................................
(4) व्यप्क्िगि प्रतिितू ि
व्यप्तिगि प्रमाण-पत्र प्रस्िुि करने िािे व्यप्ति/फमय को मंडी
सममति दिारा तनिायररि रामश की साििी जमा (एफ0डी0आर0) मंडी
सममति के पक्ष में बनिाकर मंडी सममति कायायिय में जमा करनी होगी या
उिनी रामश की स्थािर संपवि के मि
ू अमभिेख मंडी सममति कायायिय में
जमा करािे हुए आिेदक को मंडी सममति के पक्ष में ििातनक अनब ु ंि
करना होगा कक यदद िह विक्रेिा को भग
ु िान करने में असफि रहिा ह िो
उति स्थािर संपवि मंडी सममति दिारा बेची जाकर मंडी सममति विक्रेिा
को भग
ु िान कर सकिी ह या मंडी सममति दिारा तनिायररि की गई
प्रतिभतू ि की रामश नगद जमा की जािेगी एिं रसीद प्राति की जािेगी
िदोपरान्ि प्रारूप-साि ''अ'' में आिेदन के साथ प्रमाण-पत्र संिग्न ककया
जािेगा।
Suresh Raikwar/Upvidi_2000_MAIN
24
म0प्र0रा0कृ0वि0बोडय,
मंडी सममतियों के मिये उपविधि सन ् 2000

मंडी सममति इस िथ्य का परीक्षण करिी रहे गी कक घोिणा पत्र में


एक ददन की खरीद के दशायये गये घोविि मल्
ू य से अधिक मात्रा में कृवि
उपज क्रय नहीं की जािे।
''परन्िु शासकीय एिं अदयिशासकीय संस्थाएं जो समथयन मल्
ू य पर
कृवि उपज क्रय करने के मिये अधिकृि ह, प्रतिभतू ियों से मत
ु ि रहे गी।''
''परन्िुक यह और कक हम्माि िुिया को विकल्प होगा कक िह
िावियक अनज्ञ
ु प्ति निीकृि करा सकिे ह। िावियक अनज्ञ
ु प्ति फीस की दर
हम्माि के मिये 10/- रूपये िथा िुिया के मिये 20/- रूपये प्रतिििय होगी।

(5) अिधि
मि
ू िैः अनज्ञ
ु प्ति की अिधि अनज्ञ
ु प्ति स्िीकृि होने के ददनांक से
पांच ििय होगी, ककन्िु इस अिधि में यदद मंडी सममति की राय में
अनज्ञ
ु प्तििारी का कायय िथा आचरण संिोिप्रद पाया जािा ह िब
अनज्ञ
ु प्ति की अिधि जीिनभर के मिये बढ़ा दी जायेगी। पि
ू य
अनज्ञ
ु प्तििाररयों का कायय िथा आचरण यदद उपरोतिानस
ु ार मंडी सममति
की राय में संिोिप्रद ह िो अनज्ञ
ु प्ति अिधि उपरोतिानस
ु ार तनिायररि दे य
शल्
ु क जमा करके जीिन भर के मिए बढ़ा दी जायेगी।
परन्िु भागीदारी फमय की दशा में भागीदारों के नामों में पररिियन
होने पर अथिा कम्पनी की दशा में संचािकगण के नामों में पररिियन होने
की दशा में पररिियन के चौदह ददिस के भीिर मंडी सममति को मिणखि
रूप में सच
ू ना दी जायेगी। मंडी सममति उपयत
ु ि परीक्षण के बाद इस
पररिियन के संबंि में तनणयय िेकर अनज्ञ
ु प्तििारी को सधू चि करे गी।

(6) कपास के प्रत्येक क्रेिा के मिये उसके दिारा क्रय की गई कपास की


िौि स्िंय के दिारा स्थावपि अथिा मंडी सममति दिारा स्थावपि
अथिा मंडी सममति दिारा अनज्ञ
ु प्ति अन्य व्यप्ति या संस्था दिारा
स्थावपि इिेतट्रातनक िौि कांटे पर कराना अतनिायय होगा। अन्य
अधिसधू चि कृवि उपजों के िौि के संबंि में भी मंडी सममति
इिेतट्रातनक िौि कांटे की शिय अनज्ञ
ु प्ति की शिो में सप्म्ममिि कर

Suresh Raikwar/Upvidi_2000_MAIN
25
म0प्र0रा0कृ0वि0बोडय,
मंडी सममतियों के मिये उपविधि सन ् 2000

सकिी ह ककन्िु इस संबंि में मंडी सममति दिारा तनणयय मिया


जाकर कम से कम एक माह पि
ू य संबधं िि अनज्ञ
ु प्तििारी को सधू चि
करना होगा।

(7) अनज्ञ
ु प्प्ि जारी करना
आिेदन प्राति होने पर उपयत
ु ि जांच की प्रकक्रया पण
ू य की जायेगी।
आिेदन यदद स्िीकृि ककया जािा ह िब प्रारूप-आठ में अनज्ञ
ु प्ति मोटे
कागज पर जारी की जायेगी। अनज्ञ
ु प्ति पर अध्यक्ष/भारसािक अधिकारी
एिं सधचि के हस्िाक्षर होगें । अनज्ञ
ु प्तििारी दिारा अनज्ञ
ु प्ति को कांच फ्रेम
में जििाकर प्रतिष्ठान पर प्रदमशयि ककया जािेगा।

(8) प्रतिितू ि तनराकरण


''अधितनयम की िारा 17(2) ग्यारह (क) एिं (ख) के अंिगयि विक्रेिा
को भग
ु िान की जोणखम न रहे इस हे िु िी जाने िािी व्यप्तिगि,
सामदू हक प्रतिभतू ि जो एफ.डी.आर./अचि संपवि/नगद/बैंक गारं टी के रूप में
जमा रामश में से विक्रेिाओं की बकाया रामश यदद कोई हो, िसि
ू की
जाकर शेि रामश िापस की जाये।'' (आदे श क्रमांक-2378 ददन क
15.05.2008)

(9) हम्माि िुिािटी के अिम होने पर अनज्ञ


ु प्प्ि स्िीकृि करना।
''कृवि उपज मंडी के अनज्ञ
ु प्तििारी हम्माि, िुिािदटयों की मत्ृ यु
अथिा कायय करने में असक्षम होने के पररणामस्िरूप उनके एक अहयि
आधश्रि को उति हम्माि, िुिािटी के स्थान पर अनज्ञ
ु प्ति स्िीकृि की
जािेगी।''

(19) अनज्ञ
ु प्प्ि का तनिंबबि अथिा रदद क्रकया जाना :-
(1) मंडी सममति दिारा उपविधि (18) एिं (30) के अन्िगयि स्िीकृि
अनज्ञ
ु प्ति को तनम्न आिारों पर तनिंत्रबि अथिा रदद ककया
जािेगा:-
(क) अनज्ञ
ु प्ति िारी का व्यापाररक संव्यिहार मंडी सममति के दहि
में नहीं होने पर।
Suresh Raikwar/Upvidi_2000_MAIN
26
म0प्र0रा0कृ0वि0बोडय,
मंडी सममतियों के मिये उपविधि सन ् 2000

(ख) मंडी फीस/तनराधश्रि सहायिा रामश का भग


ु िान चौदह ददन के
भीिर नहीं करने पर तनिंत्रबि अथिा वििम्ब की दशा में 24
प्रतिशि प्रतिििय की दर से ब्याज सदहि 1 माह में भग
ु िान
नहीं करने पर।
(ग) विक्रेिा को उसकी उपज त्रबक्री की दे य रामश का समयािधि में
भग
ु िान न करने पर।
(घ) मंडी अधितनयम, तनयम, उपविधि के प्राििानों का उल्िंघन
करने पर।
(ि) अन्य अिशेि के मामिों में मंडी सममति से जारी सच
ू ना
पत्र/मांग पत्र में उल्िेणखि अिधि में रामश जमा न करने पर।
(च) वििरणीयां तनयि कामिक अिधि में प्रस्िि
ु न करने पर।
(2) अनज्ञ
ु प्ति तनिंत्रबि अथिा रदद ककये जाने के पि
ू य अधितनयम की
िारा 33 की उपिारा (4) के अन्िगयि संबंधिि को ''कारण दशी
सच
ू ना पत्र'' जारी ककया जायेगा एिं मिणखि कारण दशायने के मिये
कम से कम 7 ददन की अिधि दी जायेगी।
(3) कारणदशी सच
ू ना पत्र का उिर प्राति होने पर सधचि दिारा 03
कायायियीन काययददिस की अिधि में परीक्षण ककया जायेगा एिं
नस्िी पर परीक्षण टीप अंककि की जायेगी। परीक्षण टीप के तनष्किय
में अनज्ञ
ु प्ति रदद करने या न करने के संबंि में स्पष्ट अमभमि
अंककि ककया जायेगा। अनज्ञ
ु प्ति तनिंत्रबि करने के सम्बन्ि में
अिधि का स्पष्ट उल्िेख करिे हुये स्पष्ट अमभमि अंककि ककया
जायेगा। (संशोिन 15.03.2019)
(4) अध्यक्ष दिारा कारणों सदहि नस्िी प्रस्िि
ु होने की िारीख से 02
कायायियीन ददिस में मिणखि तनणयय पाररि ककया जायेगा, प्जसके
अनस
ु ार आदे श ित्काि सधचि दिारा जारी ककया जाकर तनणयय की
प्रति संबंधिि को प्रेविि की जायेगी। इसी प्रकार अनज्ञ
ु प्ति रदद
करने के मामिे में सधचि के तनष्किो को दृप्ष्टगि रखिे हुये
सममति दिारा कारण सदहि मिणखि तनणयय पाररि ककया जायेगा

Suresh Raikwar/Upvidi_2000_MAIN
27
म0प्र0रा0कृ0वि0बोडय,
मंडी सममतियों के मिये उपविधि सन ् 2000

ककन्िु आदे श ित्काि सधचि दिारा जारी ककया जाकर तनणयय की


प्रति संबंधिि को प्रेविि की जायेगी।
सधचि दिारा मंडी कृत्यकारी की अनज्ञ
ु प्ति को तनिंत्रबि करने
की अनश
ु ंसा पर अध्यक्ष की सहमिी नहीं होने पर प्रकरण मंडी
सममति के समक्ष प्रस्िुि कर 07 ददिस में तनराकरण करा जायेगा।
(संशोिन 15.03.2019)
(5) अनज्ञ
ु प्ति रदद अथिा तनिंत्रबि हो जाने का पररणाम यह होगा कक
आदे श जारी ककये जाने के ददनांक से अनज्ञ
ु प्ति तनष्प्रभािी हो
जायेगी एिं अनज्ञ
ु प्तििारी के स्िाममत्ि अथिा उसके अमभरक्षा में
रखी कृवि उपज को तनगयममि नहीं ककया जा सकेगा। यदद ककसी
ु िान अिशेि ह िब ऐसी प्स्थति में परू ी ज चं के बाद
विक्रेिा का भग
सधचि मंडी सममति उति कृवि उपज का मंडी में खुिे घोि विक्रय
में विक्रय करके विक्रेिा को भग
ु िान करे गा और कफर भी अिशेि
रहने पर अनज्ञ
ु प्तििारी की संपवि की त्रबक्री से भग
ु िान करायेगा।
इसी प्रकार यदद मंडी सममति का कोई अिशेि ह िो इसी प्रकक्रया में
एक माह में िसि
ू ककया जायेगा।
(6) यह प्राििान मंडी अधितनयम की िारा 34 के विपरीि होने से
वििोवपि ककया जाये। (संशोिन 15.03.2019)

(20) मंर्ी फीस उदग्रहण :-


(1) अधिसधू चि कृवि उपज, चाहे िह रायय के भीिर से या रायय के
बाहर से मंडी क्षेत्र में िाई गई हो, के विक्रय पर मंडी फीस उदग्रदहि
की जायेगी।
''परन्िु तनराधश्रि सहायिा रामश का उदग्रहण भी उसी प्रकक्रया
में होगा जसा कक मंडी फीस उदग्रहण के मिये तनिायररि ह एिं
वििरणणयां उन्हीं प्रारूपों में पथ
ृ क से उसी अिधि में उसी रूप में
प्रस्िुि की जायेगी जसा कक मंडी फीस के संबंि में तनिायररि ह।''

Suresh Raikwar/Upvidi_2000_MAIN
28
म0प्र0रा0कृ0वि0बोडय,
मंडी सममतियों के मिये उपविधि सन ् 2000

(2) अधिसधू चि कृवि उपज पर चाहे िह रायय के भीिर से या रायय के


बाहर से प्रसंस्करण या वितनमायण के उपयोग के मिये मंडी क्षेत्र में
िाई गई हो, के मल्
ू य पर मंडी फीस उदग्रदहि की जायेगी।
(3) मंडी फीस की दर कृवि उपज की कीमि के प्रत्येक 100.00 रूपये
पर न्यन
ू िम पचास पसा अधिकिम दो रूपया जसा कक रायय
सरकार तनिायररि करें , होगी।
(4) ऐसी ककसी भी कृवि उपज पर मंडी फीस पन
ु ैः िसि
ू नही की जा
सकेगी प्जस पर की प्रदे श की ककसी मंडी में मंडी फीस का भग
ु िान
कर ददया गया हो और उसके प्रमाण स्िरूप चौदह ददिस की अिधि
में प्रारूप-नौ में अनज्ञ
ु ा-पत्र प्रस्िि
ु कर ददया गया हो।
(5) मंडी फीस कृवि उपज के क्रेिा से उदग्रदहि की जायेगी और विक्रेिा
को संदेय कीमि में से नहीं काटी जायेगी। परन्िु जहां ककसी
अधिसधू चि कृवि उपज का क्रेिा पहचाना ना जा सके िहां समस्ि
फीस उस व्यप्ति दिारा संदेय होगी प्जसनें कक उपज को बेचा हो या
जो उपज को मंडी क्षेत्र में विक्रय के मिये िाया हो, यह और कक
मंडी क्षेत्र में व्यापाररयों के बीच िाणणप्ययक संव्यिहार होने की दशा
में मंडी फीस विक्रेिा दिारा संग्रदहि की जायेगी िथा मंडी सममति
कायायिय में जमा की जायेगी परन्िु यह भी कक िाणणप्ययक
संव्यिहार के मिये या प्रसंस्करण या वितनमायण के मिये मंडी क्षेत्र में
िाई गई कृवि उपज पर मंडी फीस यथा प्स्थति, क्रेिा या
प्रसंस्करणकिाय दिारा उस दशा में मंडी सममति के कायायिय में
चौदह ददन के भीिर जमा की जायेगी, यदद क्रेिा या प्रसंस्करणकिाय,
वितनमायिा ने िारा 19 की उपिारा (6) के अिीन जारी ककया गया
अनज्ञ
ु ापत्र प्रस्िुि नहीं ककया हैं।
(6) कोई भी व्यप्ति, जो इस अधितनयम के अिीन मंडी फीस का
भग
ु िान करने के मिये दायी ह, उसका भग
ु िान मंडी सममति को
अधिसधू चि कृवि उपज के क्रय करने के या उसे प्रसंस्करण या
वितनमायण के मिये मंडी क्षेत्र में आयाि करने के चौदह ददन के
भीिर करे गा और उसमें व्यतिक्रम होने पर िह मंडी फीस िथा

Suresh Raikwar/Upvidi_2000_MAIN
29
म0प्र0रा0कृ0वि0बोडय,
मंडी सममतियों के मिये उपविधि सन ् 2000

उसके साथ उस पर 24 प्रतिशि प्रतिििय की दर से ब्याज का


भग
ु िान करने का दायी होगा।
(7) यदद कोई भी व्यप्ति मंडी अधितनयम की िारा 19 (ख) की उपिारा
(1) के अिीन मंडी फीय िथा ब्याज का भग
ु िान एक मास के भीिर
करने में असफि रहिा ह िो ऐसे व्यप्ति को उस मंडी क्षेत्र में या
ककसी अन्य मंडी क्षेत्र में आगे का संव्यिहार करने के मिये अनज्ञ
ु ाि
नहीं ककया जाएगा और ब्याज सदहि मंडी फीस भ-ू राजस्ि की
बकाया की भांति िसि
ू की जायेगी और ऐसे व्यप्ति की अनज्ञ
ु प्ति
रदद ककये जाने के दातयत्िािीन होगी।
(8) पाक्षक्षक वििरण पत्रक ग्यारह-'क' एिं ग्यारह-'ख' प्रारूप व्यापारी
िायसेंस- िाररयों के मिये ह, बारह-'क' एिं बारह-'ख' प्रारूप
प्रसंस्करणकिायओं, वितनमायिा के मिये ह (पाक्षक्षक वििरण प्रत्येक
माह की 1 िारीख से 15 िारीख िक का 25 िारीख िक प्रस्िुि
ककया जायेगा एिं प्रत्येक माह की 16 िारीख से अंतिम िारीख िक
का पाक्षक्षक पत्रक आगामी माह की 10 िारीख िक प्रस्िुि ककया
जायेगा।) अनज्ञ
ु ापत्र की सच
ू ी भी उसी समयािधि की होना चादहए
प्जस समयािधि का वििरण पत्रक हैं। जसा कक प्रारूप में स्पष्ट ह,
प्रत्येक प्जन्स के वििय में परू ी-परू ी जानकारी पाक्षक्षक वििरण पत्रक
में दजय की जायेगी। पाक्षक्षक वििरण पत्रकों का ममिान अनब
ु ंि पत्रक
त्रबक्री प्रमाणक एिं अनज्ञ
ु ापत्र पंजी से ककया जायेगा। विशेि रूप से
यदद अनज्ञ
ु ापत्र समयािधि अथायि ् 14 ददिस में प्रस्िुि नहीं ककये
गये ह िब पन्रहिें ददन या उसके पश्चाि ् ब्याज सदहि मंडी फीस
िसि
ू की जायेगी। समय पर वििरण पत्रक प्राति नहीं होने का
िात्कामिक प्रभाि यह होगा कक उस व्यापारी/फमय को अनज्ञ
ु ापत्र जारी
नहीं ककया जायेगा। कृवि उपज के तनगयमन, विक्रय, प्रसंस्करण या
वितनमायण के पि
ू य मंडी फीस जमा/िसि
ू करना आिश्यक ह इसके
वििरण प्रारूप-ग्यारह 'क', 'ख' एिं प्रारूप-बारह 'क', 'ख' में
व्यापारी/प्रसंस्करणकिाय, वितनमायिा दिारा प्रस्िि
ु ककये जाने िािे
पाक्षक्षक प्रतििेदन के क िम नं0 19 एिं 20 में ककया जायेगा।

Suresh Raikwar/Upvidi_2000_MAIN
30
म0प्र0रा0कृ0वि0बोडय,
मंडी सममतियों के मिये उपविधि सन ् 2000

''परन्िु प्रसंस्करणकिायओं, वितनमायिा दिारा केिि स्थावपि


दाि ममिों के उपयोग के मिये रायय के बाहर से मंडी क्षेत्र में
प्रसंस्करण या वितनमायण करने के मिये िाई गई अधिसधू चि कृवि
उपज उिद/उरदा, मंग
ू , िुअर/अरहद, चना, मसरू एिं बटरी के संबंि
में प्रारूप बारह-ग एिं बारह-घ में भी पाक्षक्षक वििरण प्रत्येक माह
की 01 िारीख से 15 िारीख िक का 25 िारीख िक एिं 16
िारीख मास अंि िक का वििरण आगमी माह की 10 िारीख ककया
जायेगा। प्ररूप बारह-घ में उल्िेणखि त्रबिों की छायाप्रति भी संिग्न
की जािेगी। िावियक वििरण प्ररूप बारह-ग में 30 अप्रि के पि
ू य
प्रस्िि
ु ककया जायेगा।'',
प्रारुप चौदह (क), चौदह (ख) एिं चौदह (ग) में प्रत्येक ििय
30 अप्रेि के पि
ू य प्रत्येक व्यापारी/प्रंसस्करणकिाय, वितनमायिाओं एिं
पतका आढ़तियां मंडी कृत्यकारी को िावियक वििरणीयां प्रस्िुि करना
अतनिायय होगा।
परन्िु प्रत्येक अधिसधू चि कृवि उपज को यथाप्स्थति तनगयममि
या प्रसंस्करण या वितनमायण ककये जाने के पि
ू य अथिा उसे क्रय ककये
जाने/प्रसंस्करण या वितनमायण के मिए िाए जाने से चौदह ददिस में
मंडी फीस का भग
ु िान करना अतनिायय होगा।
(8-अ) ''परन्िु भाण्डागाररकों दिारा स्ियं के अथिा अन्य व्यप्ति के या
संस्था के भण्डारगह
ृ ों में भण्डाररि सभी अधिसधू चि कृवि उपजों के
भण्डारण/तनगयमन एिं शेि स्कंि की पाक्षक्षक वििरणी प्रारूप बारह-र्.
में प्रत्येक माह की 16 िारीख एिं मासह के अंि में मंडी सममति
को अतनिाययिैः प्रस्िुि की जायेगी। भण्डागह
ृ में भण्डाररि
अधिसधू चि कृवि उपजों के हटाने के पि
ू य अधिसधू चि कृवि उपजों को
िारा 19 की उपिारा (6) के अिीन मंडी सममति दिारा जारी
अनज्ञ
ु ापत्र भाण्डागाररक को अििोकनाथय प्रस्िि
ु करना अतनिायय
होगा, िदप
ु रांि भाण्डागाररक दिारा अधिसधू चि कृवि उपज के
भण्डारगह
ृ से तनगयमन की अनज्ञ
ु ा दी जाएगी और संबंधिि तनगयमन
पंजी में भी उति अनज्ञ
ु ा का क्रमांक/ददनांक िथा मात्रा अंककि ककया
Suresh Raikwar/Upvidi_2000_MAIN
31
म0प्र0रा0कृ0वि0बोडय,
मंडी सममतियों के मिये उपविधि सन ् 2000

जायेगा। भाण्डागाररकों के मिये यह भी अतनिायय होगा कक िे


अधिसधू चि कृवि उपजों के भण्डारण एिं तनगयमन के संबंि में ऐसी
समस्ि जानकारी ित्काि प्रस्िुि करें जो मंडी सममति दिारा मांगी
जािे।''
भण्डागाररक दिारा उपरोतिानस
ु ार िांतछि जानकारी या
वििरणी न दे ने की प्स्थति में मंडी अधितनयम की िारा 23 के सभी
प्राििान प्रभािशीि होंगे। (क्रमांक- ददन क ...............)
(9) मंडी फीस के उदग्रहण एिं अमभिेखों का संिारण के मिये मनअ
ु ि
के अध्याय-6 का अनस
ु रण ककया जायेगा।
(10) अधितनयम की िारा 19 की उपिारा (6) के अन्िगयि मंडी फीस
चक
ु ाई गई कृवि उपज के तनगयमन के मिये संशोधिि प्रारूप-नौ में
मंडी सममति दिारा अनज्ञ
ु ापत्र जारी ककया जायेगा। अनज्ञ
ु ापत्र क्रमशैः
चार रं ग सफेद, हरा, गुिाबी एिं पीिा में चार प्रति में जारी ककया
जायेगा। सफेद प्रतिमि
ू प्रति होगी, हरी एिं गुिाबी प्रति
तनगयमनकिाय को दी जायेगी। हरी प्रति तनगयमनकिाय अपने पास
सरु क्षक्षि रखेगा िथा गुिाबी प्रति िाहन के साथ गंिव्य/ड़डिेिरीकिाय
िक िे जाई जायेगी। पीिी अतिरति प्रति प्जसका प्राििान प्रबंि
संचािक के आदे श क्रमांक/बी-3/1-3/उप/126/156-157 ददन क 31
जनिरी 2006 के दिारा ककया जाकर संबंधिि जारीकिाय मंडी को
अनज्ञ
ु ापत्र सत्यापन हे िु भेजकर अवििंब िापस प्राति करने हे िु
तनदे मशि ककया गया था। िियमान मे ई-अनज्ञ
ु ा प्रणािी के अंिगयि
आनिाईन अनज्ञ
ु ापत्र जारी होने एिं आनिाईन ही सत्यावपि होने की
प्स्थति मे ड़डिेिरीकिाय की दशा मे, प्रश्नािीन पीिी प्रति की
उपयोधगिा मे पररिियन कर अब इसे क्रेिा व्यापारी दिारा (प्राथममक)
क्रेिा व्यापरी को भेजा जािेगा। गंिव्य यदद प्रदे श के ककसी मंडी क्षेत्र
में प्स्थि ह िब संबंधिि मंडी क्षेत्र के कायायिय में प्रस्िि
ु की
जायेगी। गंिव्य यदद प्रदे श के बाहर प्स्थि ह िब यह प्रति सीमा
ज चं चौकी पर जमा करा दी जायेगी। सीमा ज च चौकी पर इनका

Suresh Raikwar/Upvidi_2000_MAIN
32
म0प्र0रा0कृ0वि0बोडय,
मंडी सममतियों के मिये उपविधि सन ् 2000

मंडीिार एिं व्यापारीिार दहसाब रखा जायेगा। कायायिय की प्रति


संबंधिि व्यापारी की नस्िी में व्यिप्स्थि रूप से िगाई जायेगी।
''परन्िु अनज्ञ
ु ापत्र मर
ु ण के समय यदद हरे रं ग, गुिाबी रं ग,
पीिा रं ग का कागज उपिब्ि न हो िो ऐसी आकप्स्मकिा की दशा
में आंचमिक कायायिय के संयत
ु ि संचािक/उप संचािक की पि
ू य
अनम
ु ति से अनज्ञ
ु ापत्र की हरी प्रति के स्थान पर सफेद कागज पर
हरे रं ग की स्याही एिं गुिाबी प्रति के स्थान पर सफेद कागज पर
गुिाबी रं ग की स्याही पीिी प्रति के स्थान पर सफेद कागज पर
पीिी स्हायी से अनज्ञ
ु ापत्र मदु रि करिाया जा सकेगा और ऐसा
मदु रि अनज्ञ
ु ापत्र क्रमशैः अनज्ञ
ु ापत्र की हरी, गि
ु ाबी एिं पीिी प्रति
के विकल्प के रूप में मान्य होगा। ऐसी पररप्स्थति में मदु रि करिाये
गये अनज्ञ
ु ापत्रों की बक
ु ों की संख्या एिं अनक्र
ु मांकों की जानकारी
संबंधिि संयत
ु ि संचािक/उप संचािक दिारा प्रदे श के समस्ि
आंचमिक संयत
ु ि संचािकों/उप संचािकों को ित्काि दी जायेगी।
आंचमिक संयत
ु ि संचािक/उप संचािक अपने क्षेत्र की समस्ि मंडी
सममतियों एिं अन्िरायययीय जांच चौककयों को उति जानकारी
ित्काि प्रेविि करे गें िाकक अनज्ञ
ु ापत्रों के रं ग को िेकर ककसी प्रकार
की भ्रम की प्स्थति तनममयि न हो।''
(क) अनज्ञ
ु ापत्र जारी करने के पि
ू य यह सतु नप्श्चि ककया जाएं कक
संबंधिि दिारा विक्रेिाओं को पण
ू य भग
ु िान कर ददया गया ह
अथायि ् उसके विरूदि ककसी विक्रेिा की भग
ु िान न होने संबंिी
मशकायि िंत्रबि नहीं ह। यह भी सतु नप्श्चि कर मिया जाएं
कक तनगयममि की जाने िािी कृवि उपज पर दे य मंडी फीस
तनराधश्रि सहायिा रामश का भग
ु िान कर ददया गया ह। यदद
मंडी फीस पक्ष में जमा होना ह ककन्िु इसके पि
ू य ही कृवि
उपज का तनगयमन ककया जाना ह िब तनगयमन के पि
ू य फीस
जमा करा िी जािेगी एिं इसका उल्िेख पाक्षक्षक वििरण में
ककया जाएगा।

Suresh Raikwar/Upvidi_2000_MAIN
33
म0प्र0रा0कृ0वि0बोडय,
मंडी सममतियों के मिये उपविधि सन ् 2000

परन्िु यदद गंिव्य प्रदे श के बाहर का ह िो


तनगयमनकिाय दिारा अधिकिम 72 घंटे की कािािधि में
अधिसधू चि कृवि उपजों का पररिहन ककया जाकर अनज्ञ
ु ापत्र
संबंधिि सीमा जांच चौकी पर प्रस्िि
ु /जमा करना अतनिायय ह।
तनयि कािािधि के उपरांि अधिसधू चि कृवि उपज के सीमा
जांच चौकी से तनगयमन हे िु तनगयमनकिाय को संबधं िि मंडी
सममति (प्जसके मंडी क्षेत्र में संबंधिि जांच चौकी स्थावपि ह)
के समक्ष पररिहन में वििंब के कारणों को प्रमाणणि करिे
हुये आयिश्क दस्िािेज सदहि आिेदन प्रस्िि ु कर संबंधिि
अनज्ञ
ु ापत्र के पष्ृ ठ (पीछे ) भाग पर तनगयमन की पन
ु ैः स्िीकृति
प्राति करनी होगी। संबंधिि मंडी सधचि वििंब के मिये प्रस्िुि
ऐसे दस्िािेजों एिं प्रमाणों का परीक्षण कर कारण सही पाये
जाने पर अनज्ञ
ु ापत्र के पष्ृ ठ (पीछे ) भाग पर तनगयमन की
अनम ु ति अंककि करिे हुये हस्िाक्षर कर मर
ु ा अंककि करे गा।
जांच चौकी प्रभारी वििंब से पररिहन िािे ऐसे िाहनों की
तनगयमन पंजी में प्रविप्ष्ट के साथ विशेि ररमाकय अंककि कर
हस्िाक्षर करे गा।
(ख) तनगयमनकिाय अधिसधू चि कृवि उपज को तनगयममि करने के
मिए संशोधिि प्रारुप-दस में िीन प्रति में घोिणा पत्र प्रस्िि

करे गा। इसकी एक प्रति कायायिय में रखी जाकर दो प्रतियां
अनज्ञ
ु ापत्र के साथ िावपस की जायेगी, इसमें से एक प्रति
सीमा जांच चौकी पर अनज्ञ
ु ापत्र के साथ जमा करनी होगी।
(ग) (एक) म0प्र0कृवि उपज मंडी अधितनयम, 1972 की िारा 19
की उपिारा (3) के खण्ड (दो) के उपखण्ड (ख) के अिीन मंडी
क्षेत्र में व्यापाररयों के बीच िाणणप्ययक संव्यिहार के अनक्र
ु म
में विक्रेिा दिारा इस आशय की सच
ू ना/घोिणा ''प्ररूप-9(अ)''
में दी जायेगी कक अधिसधू चि कृवि उपज पर दे य मंडी फीस,
मंडी क्षेत्र में पहिे ही िग चक
ु ी ह।

Suresh Raikwar/Upvidi_2000_MAIN
34
म0प्र0रा0कृ0वि0बोडय,
मंडी सममतियों के मिये उपविधि सन ् 2000

(दो) कंड़डका (एक) के अिीन जारी की जाने िािी


सच
ू ना/घोिणा की पप्ु स्िके मंडी सममति दिारा मदु रि एिं
प्रमाणणि की जािेगा िथा िागि मल्
ू य पर अनज्ञ
ु प्तििाररयों
को प्रदाय की जािेगी। पि
ू य में दी गई पप्ु स्िका िापस जमा
करने का दातयत्ि जारीकिाय का होगा। सच
ू ना/घोिणा पप्ु स्िका
क्रमशैः चार रं गो पीिा, हरा, गुिाबी िथा सफेद में चार प्रतियों
में मदु रि कराई जायेगी। प्रथम िथा दवििीय प्रति क्रेिा को
दी जािेगी जो पररिहन के समय चािक के साथ रहे गी। क्रेिा
प्रथम प्रति मंडी सममति को पाक्षक्षक वििरणी के साथ ''प्ररूप-
9(ब)'' में सच
ू ी सदहि प्रस्िि
ु करे गा िथा दवििीय प्रति अपने
अमभिेख में रखेगा। विक्रेिा िि
ृ ीय प्रति अमभिेख में रखेगा
िथा चिुथय प्रति विक्रेिा बक
ु में शेि रहकर मंडी सममति के
कायायिय में विक्रेिा दिारा िापस जमा की जािेगी और
विक्रेिा दिारा पक्ष में जारी ककये गये सच
ू ना/घोिणा पत्रों की
पाक्षक्षक सच
ू ी ''प्ररूप-9(ब)'' में पाक्षक्षक वििरणी के साथ
प्रस्िुि करे गा। क्रेिा व्यापारी जब ''प्ररूप-9(अ)'' में
सच
ू ना/घोिणा दं गा िब ऐसी उपज पर मंडी अधितनयम की
िारा 19 की उपिारा (6) के अंिगयि मंडी सममति दिारा
अनज्ञ
ु ापत्र जारी ककया जािेगा। व्यापारी दिारा ''प्ररूप-9(अ)'' में
घोिणा की जािी ह िो इसका किई यह आशय नहीं ह कक
ऐसी घोिणा अधितनयम की िारा 19 की उपिारा (6) में जारी
की जाने िािी अनज्ञ
ु ा की आिश्यकिा की पतू िय करे गी। कृवि
उपज, मंडी प्रांगण, मि
ू मंडी या मंडी क्षेत्र से िभी हटाई
जायेगी जब अधितनयम की िारा 19 की उपिारा (6) िथा
उपविधि 2000 की कंड़डका 20(13) के अनस
ु ार अनज्ञ
ु ापत्र
जारी हो चक
ु ा हो।
(िीन) मंडी सधचि क्रेिा/विक्रेिा दिारा पाक्षक्षक वििरणी के साथ
जमा ककये गये उति सच
ू ना/घोिणा पत्रों की सच
ू ी का
व्यापारीिार अमभिेख संिारण करे गा िथा व्यापाररयों को जारी

Suresh Raikwar/Upvidi_2000_MAIN
35
म0प्र0रा0कृ0वि0बोडय,
मंडी सममतियों के मिये उपविधि सन ् 2000

या व्यापाररयों दिारा प्रस्िि


ु अनज्ञ
ु ापत्रों िथा पाक्षक्षक वििरणी
में दशाययी गई कृवि उपजों की खरीदी त्रबक्री िथा शेि स्कंि
एिं अन्य अमभिेखों से उसका ममिान (क्रास चेक) एिं
परीक्षण कर यह सतु नप्श्चि करे गा कक अनज्ञ
ु प्तििारी
क्रेिा/विक्रेिा दिारा प्रस्िि
ु /जारी सच
ू ना/घोिणा पत्र में
उल्िेणखि दे य मंडी फीस का भग
ु िान िास्िि में मंडी सममति
को हो चक
ु ा ह िथा अनज्ञ
ु प्तििारी दिारा प्रस्िुि
सच
ू ना/घोिणा पत्र सत्य िथा सही ह। क्रेिा एिं विक्रेिा ''प्ररूप-
9(ब)'' में प्रस्िि
ु की गई सच
ू ी की पंजी का भी संिारण करे गें
जो िेखा सत्यापन/मंडी फीस तनिायरण के समय मंडी सधचि
के समक्ष प्रस्िि
ु करना अतनिायय होगा।
(चार) मंडी सधचि दिारा यदद परीक्षण में यह पाया जािा ह
कक िारा 19 के उपबंिों के अिीन दे य मंडी फीस का भग
ु िान
नहीं ककया गया ह/हुआ ह िो संबधं िि विक्रेिा, प्जसने मंडी
फीस भग ु िान संबंिी सच
ू ना/घोिणा जारी की ह, से मंडी
सममति दिारा िारा 19 की उपिारा (4) के अिीन दाप्ण्डक
मंडी फीस की िसि
ू ी की जािेगी िथा ऐसे अनज्ञ
ु प्तििारक की
अनज्ञ
ु प्ति रदद ककये जाने के दातयत्िािीन होगी। (ददनांक
18.12.2009 दिारा संशोधिि)

(11) मंर्ी फीस, दाप्ण्र्क प्राििानः-


कृवि उपज को मंडी फीस भग
ु िान के त्रबना बेच ददया जाये अथिा
मंडी क्षेत्र के बाहर से िाणणप्ययक संव्यिहार के अनक्र
ु म में क्रय करके िाई
गई कृवि उपज को उस मंडी क्षेत्र के अनज्ञ
ु ापत्र को प्रस्िि
ु ककये बगर,
प्जस मंडी क्षेत्र की कृवि उपज िाई गई ह अथिा ऐसी कृवि उपज पर मंडी
फीस के भग
ु िान के बगर कृवि उपज को बेच ददया जाये या प्रसंस्करण या
वितनमायण कर मिया जाये िो ऐसी दशा में यथाप्स्थति कृवि उपज के मल्
ू य
के 5 गुने मल्
ू य पर अथिा प्रसंस्कृि या वितनममयि पदाथय के 5 गुना बाजार
मल्
ू य पर मंडी फीस उदग्रदहि िथा िसि
ू की जायेगी।

Suresh Raikwar/Upvidi_2000_MAIN
36
म0प्र0रा0कृ0वि0बोडय,
मंडी सममतियों के मिये उपविधि सन ् 2000

(12) प्रिेश शल्


ु कः-
अधितनयम की िारा 19 की उपिारा (7) के प्राििानों के अन्िगयि
मंडी प्रांगण में प्रिेश करने िािे ऐसे िाहन जो कक ककराया (भािा) पर
चििे हो, उनसे न्यन
ू िम तनम्न दरों से प्रिेश शल्
ु क िसि
ू ककया जाएगा,
मंडी बढ़ा सकेगी।
क्र िाहन का प्रकार प्रतिददन प्रिेश मामसक प्रिेश िावियक प्रिेश
शल्
ु क शल्
ु क शल्
ु क
01 02 03 04 05
01 बिा ट्रािा रू0 20.00 रू0 500.00 रू0 5500.00
02 ट्रक रू0 10.00 रू0 250.00 रू0 2750.00
03 मेटाडोर एिं अन्य रू0 5.00 रू0 125.00 रू0 1375.00
छोटे िाहन

ट्रे तटर, बि गािी, हाथ ठे िा िथा साईककि प्रिेश शल्


ु क से मत
ु ि
होंगे, परन्िु ककसी भी पररिहन के सािन से मंडी प्रांगण में िाई गई कृवि
उपज की आिक की प्रिेश पची जारी करना अतनिायय होगा। (संशोिन
15.03.2019)

(13) व्यापारी दिारा विक्रय की गई प्रत्येक कृवि उपज के तनगयमन के पि


ू य
अनज्ञ
ु ापत्र प्राति करना आिश्यक ह। मंडी फीस के भग
ु िान का
प्रमाण मात्र अनज्ञ
ु ापत्र होगा। ककसी अन्य अमभिेख को मंडी फीस
भग
ु िान का प्रमाण नहीं माना जािेगा।

(21) अमििेखों की ज चं :-
(1) अधितनयम की िारा 20 के अन्िगयि मंडी सममति का सधचि ककसी
भी कृत्यकारी के दिारा अधिसधू चि कृवि उपज के व्यापार से
संबंधिि अमभिेख अपने कायायिय में मिणखि आदे श दिारा ज चं हे िु
बि
ु ा सकेगा; -
(क) आदे श प्रारूप-िेरह में जारी ककया जा सकेगा।

Suresh Raikwar/Upvidi_2000_MAIN
37
म0प्र0रा0कृ0वि0बोडय,
मंडी सममतियों के मिये उपविधि सन ् 2000

(ख) तनिायररि ददनांक, स्थान एिं समय पर आदे शानस


ु ार अमभिेख
प्रस्िि
ु नहीं ककये जाने अथिा गिि अमभिेख प्रस्िि
ु ककये
जािे ह िो अधितनयम की िारा 21 के अन्िगयि काययिाही की
जािेगी।
(ग) उपरोति आदे श में अमभिेख प्रस्िि
ु करने की अिधि आदे श
जारी करने के एक सतिाह बाद की होगी। यदद ककसी
कारणिश अमभिेख प्रस्िुिकिाय को अमभिेख प्रस्िि
ु करने में
कोई कदठनाई ह िो िह आगामी सतिाह की कोई िारीख
चाहिा ह िो उसे एक मौका ददया जािेगा।
(घ) जांच हे िु अधिकिम िीन पि
ू ि
य िी ििो के अमभिेख बि
ु ाये जा
सकेंगे।
(ि) जांच हे िु अमभिेख प्रस्िुि ककये जाने के 30 ददन में ज चं
तनष्किय का उपयत
ु ि आदे श सधचि दिारा जारी ककया जायेगा।
(च) कंडर्का (र्.) के अन्िगयि जारी ककये गये आदे श से दो ििय के
भीिर पयायति एिं सदृ
ु ढ़ आिारों पर क्षेत्रीय कायायिय में पदस्थ
संयत
ु ि संचािक/उपसंचािक, अधितनयम की िारा 21 की
उपिारा (3) के अंिगयि पन
ु ैः सत्यापन कर सकेगा। परन्िु
इसके मिये िारा 20 के अन्िगयि जारी ककये जाने िािे आदे श
में ऐसे स्पष्ट कारणों का उल्िेख करना अतनिायय होगा प्जनके
की आिार पर पन
ु ैः सत्यापन ककया जाना आिश्यक पाया
गया ह।
(2) प्रत्येक ििय अधितनयम की िारा 21 की उपिारा (1) के अन्िगयि
प्रत्येक व्यापारी/ प्रसंस्करणकिाय, वितनमायिा/पतका आढ़तियां 30
अप्रेि के पि
ू ,य 31 माचय को समाति हुये पि
ू य वििीय ििय के दौरान
उसके दिारा या उसके माध्यम से अधिसधू चि कृवि उपज के क्रय-
विक्रय का वििरण प्रारूप-चौदह 'क' 'ख' एिं 'ग' में प्रस्िि
ु करे गा।
(3) मंडी सममति के सधचि दिारा उसी वििीय ििय के दौरान उपविधि 21
(2) के अन्िगयि प्रस्िि
ु िावियक वििरण का सत्यापन व्यापारी/
प्रसंस्करणकिाय, वितनमायिा दिारा संिाररि खािा (खिौनी/िेजर) एिं

Suresh Raikwar/Upvidi_2000_MAIN
38
म0प्र0रा0कृ0वि0बोडय,
मंडी सममतियों के मिये उपविधि सन ् 2000

अन्य अमभिेख से अतनिायय रूप से ककया जायेगा। खािे के अनस


ु ार
कृवि उपज के कुि क्रय मल् ू य पर मंडी फीस तनिायररि करिे हुए
क्रेिा को यह दशायने का अिसर ददया जाएगा कक इस रामश पर मंडी
फीस ककन-ककन आिारों पर दे य नहीं ह। क्रेिा दिारा प्रस्िुि
अमभिेखों का सत्यापन, मंडी सममति को प्रस्िुि अनज्ञ
ु ापत्रों के
ममिान एिं जमा की गई मंडी फीस से ककया जाकर सधचि अपनी
टीप अंककि करे गा।

(22) अिशेि फीस का तनिाडरण :-


(1) उपविधि कंड़डका-21 के प्राििानों का पािन करिे हुए अधितनयम की
िारा 21 के अन्िगयि िावियक वििरण प्राति होने के बाद मंडी सममति के
अमभिेखों के आिार पर, सधचि दिारा सत्यापन ककया जायेगा, ित्पश्चाि ्
िारा 20 की काययिाही के अन्िगयि व्यापारी के खािे (िेजर) से कुि खरीद
मल्
ू य का ममिान कर सधचि अपनी टीप अंककि करे गा। अमभिेख प्रस्िि

नही होने की दशा में अथिा गिि अमभिेख प्रस्िि
ु होने की दशा में,
यथाप्स्थ्ि सधचि तनम्नानस
ु ार रीति में उदग्रदहि होने िािी फीस का
तनिायरण करे गाैः-
(क) विगि ििय में क्रय की गई समस्ि कृवि उपजों के मल्
ू य पर,
तनिायररि दर से मंडी फीस जोिकर अिशेि का तनिायरण ककया
जाएगा।
(ख) अनज्ञ
ु ापत्र प्रस्िि
ु ककये बगर या मंडी शल्
ु क भग
ु िान ककये
बगर कृवि उपज को बेचा गया हो अथिा प्रसंस्कृि या
वितनममयि ककया गया हो िो यथा प्स्थति कृवि उपज के 5
गुने मल्
ू य पर एिं प्रसंस्करण या वितनमायण के मामिे में
प्रसंस्कृि या वितनममयि पदाथय के 5 गुने मल्
ू य पर मंडी फीस
के साथ 24 प्रतिशि की दर से ब्याज जोिकर अिशेि का
तनिायरण ककया जाएगा।
(ग) विक्रय कर विभाग अथिा आयकर विभाग अथिा अन्य स्त्रोिों
से कृवि उपज के क्रय-विक्रय की जानकारी संकमिि करके

Suresh Raikwar/Upvidi_2000_MAIN
39
म0प्र0रा0कृ0वि0बोडय,
मंडी सममतियों के मिये उपविधि सन ् 2000

कुि मल्
ू य पर मंडी फीस के साथ 24 प्रतिशि प्रतिििय की दर
से ब्याज जोिकर अिशेि का तनिायरण ककया जाएगा।

(23) तनरीिण की व्यिस्था :-


(1) यथा प्स्थति प्रदे श के बाहर से िायी जाने िािी अथिा बाहर िे
जायी जाने िािी कृवि उपज/मि
ू मंडी या मंडी क्षेत्र के बाहर से
िायी जाने िािी या बाहर िे जायी जाने िािी कृवि उपज पर दे य
मंडी फीस/तनराधश्रि सहायिा रामश के भग
ु िान संबंिी तनरीक्षण के
मिये प्रबंि संचािक के तनदे शानस
ु ार उपयत
ु ि स्थानों पर तनरीक्षण
चौककयों के साथ पथ अिरोि (बेररयर) स्थावपि ककये जायेंगे।
(2) अधितनयम की िारा 23 के अन्िगयि कृवि उपज से िदे िाहनों को
मंडी क्षेत्र के ककसी भी स्थान अथिा मंडी क्षेत्र के सीमा पर रोक कर,
मंडी तनरीक्षकों अथिा सहायक तनरीक्षकों दिारा, मंडी क्षेत्र में /मंडी
क्षेत्र से पररिहन की जा रही कृवि उपज के संबंि में अनज्ञ
ु ापत्र में
उल्िेणखि मात्रा की जांच करे गा। इस प्रकार की गई जांच के वििरण
प्रारूप-सत्रह में दो प्रतियों में अमभमिणखि ककये जायेंगे। जांच
प्रतििेदन प्रारूपों की 50 प्रति की पप्ु स्िका मंडी सममति दिारा
तनरीक्षणकिायओं को उपिब्ि कराई जायेंगी। तनरीक्षणकिाय दिारा उसी
ददन जांच प्रतििेदन मंडी फीस शाखा को प्रदि की जायेगी।
(3) उपरोति खण्ड (1) के अन्िगयि स्थावपि तनरीक्षण चौककयों पर
आगमन पंजी प्ररूप-पन्रह में एिं तनगयमन पंजी प्ररूप-सोिह में
संिाररि की जायेगी। इन पंप्जयों में दजय जानकारी आगामी कायय
ददिस में संबंधिि मंडी सममति के कायायिय में प्राति करने की
काययिाही की जायेगी एिं इनका व्यिप्स्थि अमभिेख संिाररि ककया
जायेगा।

Suresh Raikwar/Upvidi_2000_MAIN
40
म0प्र0रा0कृ0वि0बोडय,
मंडी सममतियों के मिये उपविधि सन ् 2000

(24) मंर्ी प्रांगण में कृषि उपज की नाप िौि एिं उपकरणों का रख-रखाि :-
(1) कृवि उपज की भरिी मानक आकार के खािी बोरो में की जायेगी
एिं मंडी सममति दिारा प्जन्सिार तनिायररि िजन की कृवि उपज
बोरों में भरी जायेगी।
(2) अधिसधू चि कृवि उपज की िौि के मिये िारदानों के समान भार का
िजन बोरों में से काटा जािेगा।
(3) समस्ि अधिसधू चि कृवि उपज की िौि केिि इिेतट्रातनक िौि
कांटों से ही की जािेगी।
(4) एक ददन में क्रय की गई कृवि उपज को, क्रेिा दिारा अपने स्कंि
में , उस ददन की परू ी िौि हो जाने पर ही ममिाया जायेगा अन्यथा
नहीं।
(5) कृवि उपज की िौि में अतनयममििा (कमी या िद
ृ धि) का दातयत्ि
िुिया का होगा। िौि में अधिक या कमी पाये जाने पर उसकी
अनज्ञ
ु प्ति तनिंत्रबि या रदद की जािेगी।
(6) (अ) अधिसधू चि कृवि उपजों की िौि मंडी प्रांगणों/उपमंडी प्रांगणों
अथिा सममति दिारा इस प्रयोजन के मिये विददय ष्ट ककये गए ककसी
अन्य स्थानों पर स्थावपि एिं नापिौि विभाग दिारा प्रमाणणि
इिेतट्रातनक िौिकांटों से भी की जा सकेगी। िौि का कायय सधचि,
कृवि उपज मंडी सममति दिारा अधिकृि/आदे मशि व्यप्ति के दिारा
ही संपाददि ककया जायेगा।
(ब) इिेतट्रातनक िौिकांटे पर सियप्रथम कृवि उपज से भरे िाहन
का िौि ककया जायेगा। ित्पश्चाि ् उस खािी िाहन की िौि की
जायेगी। पि
ू य में ककये गये भरे िाहन के िौि में से खािी िाहन का
िजन घटाकर शेि िजन कृवि उपज का शद
ु ि िजन माना जायेगा।
संबंधिि कृवि उपज के स्िामी को उति िौि की पची दी जायेगी,
प्जस पर िौि करने िािे अधिकृि व्यप्ति के हस्िाक्षर रहे गें।
(स) कृवि उपज के िजन में िौि या माप के संबंि में ककसी
प्रकार का वििाद उत्पन्न होने की प्स्थति में संबंधिि कृवि उपज
मंडी सममति के सधचि का तनणयय वििाददि पक्षों को मान्य होगा।

Suresh Raikwar/Upvidi_2000_MAIN
41
म0प्र0रा0कृ0वि0बोडय,
मंडी सममतियों के मिये उपविधि सन ् 2000

(7) तनरीक्षण के समय अधिक मात्रा में पाई गई कृवि उपज को


तनरीक्षणकिाय दिारा अमभग्रदहि ककया जािेगा एिं िह आगामी ददिस
में खुिे घोि विक्रय में बेच दी जािेगी। ककसी विमशष्ट विक्रेिा कक
मशकायि के आिार पर तनरीक्षण ककया गया ह िब मशकायिकिाय
को उसकी मशकायि के अनस
ु ार कृवि उपज िावपस की जािेगी।
(8) (1) मंडी प्रांगण में तनयमन व्यिस्था हे िु तनयत
ु ि कमयचाररयों
दिारा प्रतिददन िौि प्रांरभ होने के पि
ू य रे ण्डम िौि पर
मंडी/बी.ओ.टी./व्यापाररयों के इिेतट्रातनक िौि कांटो/िेब्रीज का
संबंधिि पक्षकारों की उपप्स्थति में तनरीक्षण ककया जायेगा िथा
तनरीक्षण की काययिाही को तनरीक्षण पंजी में दजय कर उपप्स्थि
पक्षकारो के हस्िाक्षर प्राति ककये जायेगें।
(2) नापिौि विभाग के प्रचमिि तनयमों के िहि ् मंडी प्रांगण में
उपयोग होने िािे समस्ि इिेतट्रातनक िौि कांटो/िेब्र ्रीज का
सत्यापन (स्टे वपंग) कराया जाना अतनिायय होगा। (संशोिन
15.03.2019)

(25) मंर्ी प्रांगण की व्यिस्था :-


कृवि उपज मंडी सममति कायायिय मनअ
ु ि के अध्याय-छैः के अनस
ु ार
मंडी प्रांगण की व्यिस्था की जािेगी।

(26) मंर्ी िेत्र के कृत्यकाररयों के पाररश्रममक :-


मंडी प्रांगण में काययरि हम्मािों एिं िुिािदटयों के पाररश्रममक दरों
का तनिायरण मंडी सममति (जब िह तनिायधचि हो) के काययक्षेत्र में ही रहे गा।
(क) मंडी क्षेत्र के माननीय वििायकगण ..................... अध्यक्ष
(क्षेत्र में एक से अधिक संख्या होने पर आपसी सहमति से
सममति की अध्यक्षिा करें गे ि शेि सदस्य होंगे)
(ख) प्जिा पंचायि कृवि उपसममति ....... के अध्यक्ष ........ सदस्य
(ग) जनपद अध्यक्ष ...................................................... सदस्य
(ि) स्थानीय व्यापारी एसोमशयेशन का अध्यक्ष ................ सदस्य

Suresh Raikwar/Upvidi_2000_MAIN
42
म0प्र0रा0कृ0वि0बोडय,
मंडी सममतियों के मिये उपविधि सन ् 2000

(ि) मंडी के अध्यक्ष/भारसािक अधिकारी ........................ सदस्य


(च) मंडी सधचि ......................................................... संयोजक
''परन्िु तनिायधचि सममति के काययकाि में केिि मंडी सममति ही
पाररश्रममक संबंिी तनणयय िेगी।
न्न्न्न्न

Suresh Raikwar/Upvidi_2000_MAIN
43
म0प्र0रा0कृ0वि0बोडय,
मंडी सममतियों के मिये उपविधि सन ् 2000

अध्याय - पांच
मंडी प्रांगण के बाहर अन्य स्थान पर अधिसधू चि
कृवि उपज के क्रय-विक्रय का वितनयमन
(27) मंर्ी प्रांगण के बाहर अधिसधू चि कृषि उपज क्रय करने हे िु षिमशष्ट
अनज्ञ
ु प्प्ि :-
1. जो भी व्यप्ति फमय अथिा संस्था ककसी मंडी सममति के मंडी क्षेत्र
में मंडी प्रांगण के बाहर अधिसधू चि कृवि उपज का क्रय करना
चाहिा ह उसे मंडी सममति से इस उददे श्य के मिए पथ
ृ क से
अनज्ञ
ु प्ति प्राति करना होगी।
2. अनज्ञ
ु प्ति विमशष्ट कृवि-उपज के मिए ही दी जाएगी।
परन्िु एक ही अनज्ञ
ु प्तििारी को एक से अधिक कृवि-उपज
क्रय करने की अनम
ु ति दी जा सकेगी;
परन्िु यह और भी कक मंडी क्षेत्र में मंडी प्रांगण के बाहर
अधिसधू चि कृवि उपज का क्रय करने हे िु अनज्ञ
ु प्ति उसी व्यप्ति को
दी जाएगी जो कक वििीय ििय में संिग्न अनस
ु च
ू ी के क िम 3 में
िणणयि मात्रा से अधिक मात्रा में अधिसधू चि कृवि उपज क्रय करने के
मिए िचनबदि हो।

(28) षिमशष्ट अनज्ञ


ु प्प्ि हे िु आिेदन की प्रक्रक्रया :-
अनज्ञ
ु प्ति प्राति करने के मिए संिग्न प्ररुप-5-'द' में आिेदन करना
होगा। आिेदन के साथ 10,000/- रूपए का ड़डमाण्ड ड्राफ्ट संिग्न करना
होगा।

(29) षिमशष्ट अनज्ञ


ु प्प्ि हे िु प्रतिितू ि :-
आिेदक दिारा आिेदन पत्र के साथ प्ररुप-छः-'अ' में प्रस्िि
ु घोिणा
पत्र में घोविि दतनक क्रय क्षमिा के अनस
ु ार एक ददन के अधिकिम ्
खरीदी मल्
ू य के बराबर अमानि/प्रतिभतू ि की रामश की सािधि (एफ.डी.आर.
जो आहरण के मिए आिेदक दिारा मंडी सममति के पक्ष में हस्िांक्षररि हो)
मंडी सममति के पक्ष में जमा कराई जािेगी। आिेदक दिारा िारा 37 के

Suresh Raikwar/Upvidi_2000_MAIN
44
म0प्र0रा0कृ0वि0बोडय,
मंडी सममतियों के मिये उपविधि सन ् 2000

उपबंिों के अिीन विक्रेिा को अधिसधू चि कृवि उपजों का भग


ु िान न करने
की प्स्थति में सममति दिारा ककसी भी समय इस अमानि/प्रतिभतू ि रामश
का आहरण कर विक्रेिा के बकाया भग
ु िान की पतू िय की जािेगी।
परन्िु म0प्र0 शासन के उपक्रम जो मंडी प्रांगण के बाहर ''क्रय
केन्र'' स्थावपि कर अधिसधू चि कृवि उपज क्रय करना चाहिे ह के मिए
आिेदन पत्र के साथ अमानि/प्रतिभतू ि की रामश मंडी सममति के पक्ष में
जमा कराना अतनिायय नहीं रहे गा, बशिे कक ऐसा शासकीय उपक्रम ककसी
भी प्स्थति में मंडी सममति एिं मंडी बोडय का व्यतिक्रमी न हो।
परन्िु यह और भी कक ऐसे शासकीय उपक्रम को अधिसधू चि कृवि
उपजों के विक्रेिाओं को भग
ु िान के संबंि में अधितनयम 37 के उपबंिों का
यथािि ् पािन करना होगा।

(30) मंर्ी सममति दिारा षिमशष्ट अनज्ञ


ु प्प्ि की स्िीकृति :-
अनज्ञ
ु प्ति हे िु प्राति आिेदन पर विचार उपरांि मंडी क्षेत्र में क्रय
केन्रों के उल्िेख के साथ प्ररुप-आठ-'अ' में मंडी सममति दिारा अनज्ञ
ु प्ति
जारी की जािेगी। आिेदक दिारा प्ररुप-5-'द' में क्रय केन्र के रुप में
प्रस्िाविि स्थि का मंडी सममति दिारा तनरीक्षण कर क्रय केन्रों के स्थान
का तनिायरण ककया जायेगा। इस प्रकार तनिायररि ककया जाने िािा क्रय
केन्र आिेदक के प्रसंस्करण या वितनमायण संयत्र अथिा उसके मंडी प्रांगण
पररसर से मभन्न मंडी क्षेत्र के ककसी भी स्थान पर होगा। क्रय केन्र के
सच
ु ारु संचािन हे िु समन्िय ि तनयंत्रण की दृप्ष्ट से विचार उपरांि मंडी
सममति आिश्यक संख्या में क्रय केन्रों की स्थापना हे िु अनम
ु ति दे गी।
''परन्िु प्जस ग्राम पंचायि या नगरीय तनकाय के काययरि क्षेत्र में
जह मंडी प्रांगण या उपमंडी प्रांगण प्स्थि ह, उसकी सीमा से न्यन
ू िम
िीन ककिोमीटर के भीिर िथा आिेदक के प्रसंस्करण या वितनमायण संयंत्र
से एक ककिोमीटर से कम दरू ी के भीिर क्रय केन्र स्थावपि करने हेिु
विमशष्ट अनज्ञ
ु प्ति नहीं दी जायेगी। सब्जी, फि िथा फूिों के मामिों में
यह प्रतिबंि िागू नहीं होगा िथावप मंडी अधितनयम की िारा 5(1) के
अिीन अधिसधू चि ऐसे ''मंर्ी प्रांगण'' या ''उपमंर्ी प्रांगण'' जो कृवि उपज

Suresh Raikwar/Upvidi_2000_MAIN
45
म0प्र0रा0कृ0वि0बोडय,
मंडी सममतियों के मिये उपविधि सन ् 2000

के विपणन की दृप्ष्ट से तनष्क्रीय ह और जह मंडी अधितनयम के प्राििानों


के अिीन अधिसधू चि कृवि उपजों का सामान्य क्रय-विक्रय भी तनष्पाददि
नहीं हो रहा ह ऐसे तनष्क्रीय मंडी प्रांगण या उपमंडी प्रांगण में ''क्रय केन्र''
की स्थापना की अनम
ु ति उपविधि कंड़डका 27 से 36 के प्राििानों के
अध्यािीन मंडी सममति दिारा तनम्न शिो के अिीन व्यप्ति फमय अथिा
संस्था से प्रदान की जा सकेगी।
(1) मंडी प्रांगण या उपमंडी प्रांगण में उपिब्ि मंडी सममति की
अिोसंरचनाओं का ककराया तनम्नानस
ु ार विमशष्ट अनज्ञ
ु प्तििारक को
मंडी सममति को भग
ु िान करना अतनिायय होगा।
(2) मंडी प्रांगण या उपमंडी प्रांगण में अधिसधू चि कृवि उपजों की त्रबक्री
खि
ु ी नीिामी से प्रतिस्पिायत्मक मल्
ू य पर तनयममि रूप से प्रारं भ
होने पर मंडी सममति दिारा ''क्रय केन्र'' की स्िीकृति रदद की जा
सकेगी। यदद विमशष्ट अनज्ञ
ु प्तििारक नीिामी के माध्यम से मंडी
प्रांगण या उपमंडी प्रांगण में कृवि उपजों की खरीदी करिे ह िो
''क्रय केन्र'' की स्थापना की स्िीकृति यथािि रखने पर मंडी
सममति दिारा विचार ककया जा सकिा ह।
परन्िु यह भी कक िारा 32(क) के अिीन म0प्र0कृवि उपज
मंडी (एक से अधिक मंडी क्षेत्रों के मिये विशेि अनज्ञ
ु प्ति) तनयम
2009 (समय समय पर यथा संशोधिि) के अिीन स्िीकृि विशेि
अनज्ञ
ु प्तििारकों को मंडी सममति दिारा उपविधि की कंड़डका (27) के
अिीन पथ
ृ क से कोई निीन विमशष्ट अनज्ञ
ु प्ति मंडी क्षेत्रों में ककसी
भी ''क्रय केन्र'' की स्थापना के मिये प्रदान नहीं की जािेगी। यदद
मंडी सममति दिारा पथ
ृ क से कोई विमशष्ट अनज्ञ
ु प्ति ''क्रय केन्र''
स्थापना के मिये पि
ू य में स्िीकृि की गई ह िो ऐसी विमशष्ट
अनज्ञ
ु प्ति को तनरस्ि करने के पश्चाि ् मंडी सममति दिारा विशेि
अनज्ञ
ु प्ति के अंिगयि क्रय केन्रों की अनम
ु ति दे ने बािि अनापवि दी
जािेगी।
िारा 32 एिं उपविधि की कंड़डका 18(5) के प्राििानों के
अध्यािीन रहिे हुये कंड़डका 27(2) के अिीन मंडी सममति दिारा

Suresh Raikwar/Upvidi_2000_MAIN
46
म0प्र0रा0कृ0वि0बोडय,
मंडी सममतियों के मिये उपविधि सन ् 2000

विमशष्ट अनज्ञ
ु प्ति स्िीकृि ददनांक से पांच ििय के मिये होगा। प्रारं भ
में अनप्न्िम अनज्ञ
ु प्ति एक ििय की कािािधि के मिये होगी।
अनज्ञ
ु प्तििारक इन क्रय केन्रों में उपविधि की कंड़डका 31(1) में
यथावितनददय ष्ट सवु ििाओं का सज
ृ न एक ििय की कािािधि में करे गा।
अनज्ञ
ु प्तििारकों दिारा इन तनदे शों का पािन नहीं करने पर ऐसी
अनज्ञ
ु प्तियों की कािािधि समाति होने के पश्चाि ् निीनीकरण नहीं
ककया जायेगा। उपविधि की कंड़डका 31(1) में यथावितनददय ष्ट
सवु ििाओं का सज
ृ न कर िेने की प्स्थति में उसे आगामी चार ििय के
मिये विमशष्ट अनज्ञ
ु प्ति दी जायेगी।

(31) मंर्ी प्रांगण के बाहर क्रय केन्रों पर षिपणन की सषु ििायें उपिब्ि कराना:-
1. अनज्ञ
ु प्तििारी को मंडी क्षेत्र में मंडी सममति की पि
ू य अनम
ु ति से ही
तनिायररि स्थिों पर ही कृवि-उपज क्रय करने की अनम
ु ति होगी। इन
स्थिों को ''क्रय केन्र'' कहा जायेगा। क्रय केन्र पर िौि की मानक
व्यिस्था िथा कृिकों के मिये विक्रेिा को उसी ददन मल्
ू य भग
ु िान
की व्यिस्था सतु नप्श्चि करने का उिरदातयत्ि अनज्ञ
ु प्तििारक का
होगा। क्रय केन्र पर म0प्र0कृवि उपज मंडी (एक से अधिक मंडी
क्षेत्रों के मिये विशेि अनज्ञ
ु प्ति) तनयम 2009 (समय समय पर यथा
संशोधिि) के तनयम 10 के अनस
ु ार आिारभि
ू अिोसंरचनाओं एिं
सवु ििाओं का सज
ृ न करने का उिरदातयत्ि भी अनज्ञ
ु प्तििारक का
होगा।
2. अधिसधू चि कृवि उपज का मंडी प्रांगण में गि ददिस उपिब्ि हुआ
न्यन
ू िम ि अधिकिम मल्ू य क्रय केन्र पर सहज दृप्ष्टगोचर स्थि
पर कम से कम 3' 2' आकार का सच
ू ना बोडय िगाकर अनज्ञ
ु प्तििारी
दिारा प्रदमशयि ककया जाएगा। घोविि समथयन मल्
ू य से कम मल्
ू य
पर ककसी भी अधिसधू चि कृवि उपज का क्रय नहीं ककया जायेगा।
3. क्रय केन्र पर इिेतट्रातनक िौिकांटा स्थावपि करना होगा। ऐसे िौि
कांटे का ऑपरे टर मंडी सममति का िायसेंसी होगा प्जसे िुिया कहा
जायेगा। प्ररुप-िीन में क्रेिा दिारा उपिब्ि कराई गई पप्ु स्िका से

Suresh Raikwar/Upvidi_2000_MAIN
47
म0प्र0रा0कृ0वि0बोडय,
मंडी सममतियों के मिये उपविधि सन ् 2000

िि
ु या दिारा िौि पची जारी की जािेगी िि
ु ाई हे िु समस्ि
पाररश्रममक क्रेिा दिारा दे य होगा।
प्ररुप-िीन में क्रेिा दिारा उपिब्ि कराई गई िौि पप्ु स्िका से
िुिया दिारा िौि पची जारी की जािेगी।

(32) षिमशष्ट अनज्ञ


ु प्प्ििारी दिारा तनयिकामिक षििरणी प्रस्िि
ु करना :-
अनज्ञ
ु प्तििारी को क्रय-केन्रिार क्रय की गई कृवि-उपज की
सातिादहक जानकारी मंडी सममति को प्रपत्र-ग्यारह 'ग' में सतिाह पण
ू य होने
के 3 ददन में अतनिाययिैः प्रस्िुि करनी होगी।

(33) क्रय केन्रों पर अधिसधू चि कृषि उपजों के पररिहन एिं तनगडमन की


व्यिस्था पर तनयंत्रण :-
1. अनज्ञ
ु प्तििारी को क्रय-क्रेन्द पर क्रय करने के ददन एिं समय की
पि
ू य सच
ू ना मंडी सममति को दे ना होगी। तनिायररि ददन से मभन्न
ददनों में क्रय नहीं ककया जाएगा।
2. क्रय केन्र पर कृिकिार क्रय की गई कृवि उपज एिं उसके पररिहन
के संबंि में प्रपत्र-अठारह में पंजी संिाररि करना होगी एिं इसे मंडी
सममति के अधिकारी/कमयचाररयों के अििोकन हे िु उपिब्ि कराना
होगा।
3. प्रत्येक क्रय केन्र पर मंडी सममति दिारा एक केन्र प्रभारी जो
सहायक उपतनरीक्षक से तनम्न स्िर का न हो एिं आिश्यकिानस
ु ार
अन्य स्ट फ भी िनाि ककया जायेगा। क्रय केन्र पर प्रभािी तनयमन
सतु नप्श्चि करने के मिए केन्र प्रभारी मंडी सममति के प्रति उिरदायी
होगा। क्रय केन्र प्रभारी प्राति मशकायिों को मशकायि पंजी में दजय
कराने के उपरांि जांच कर उनका तनराकरण करे गा। प्राति मशकायिों
के स्िरुप ि उनके तनराकरण की जानकारी क्रय केन्र प्रभारी दिारा
मंडी सममति को उपिब्ि कराई जािेगी। ककसी मशकायि संदभय पर
क्रय केन्र प्रभारी दिारा ककया गया तनराकरण समािानकारी प्रिीि
न होने पर मंडी सममति आगे जांच करा सकेगी।

Suresh Raikwar/Upvidi_2000_MAIN
48
म0प्र0रा0कृ0वि0बोडय,
मंडी सममतियों के मिये उपविधि सन ् 2000

(34) क्रय केन्र पर अधिसधू चि कृषि उपज के क्रय षिक्रय की शिड :-


क्रय-केन्र पर एक ददन में एक कृिक/उत्पादक (विक्रेिा/कृिक) से
क्रय की गई मभन्न-मभन्न कृवि उपजों एिं मभन्न-मभन्न दरों पर क्रय की
गई कृवि उपज के संबंि में मंडी सममति दिारा अनज्ञ
ु प्तििारी को जारी
ककए गए प्रपत्रों में िीन प्रतियों में सौदा पत्रक प्ररुप-दो-(अ) ियार करना
होगा। सौदा पत्रक की एक प्रति विक्रेिा/कृिक को, एक प्रति मंडी सममति
को एिं एक प्रति अनज्ञ
ु प्तििारी को अपने पास संिाररि करना होगा।
सौदा पत्रक में िय मल्
ू य एिं अनज्ञ
ु प्ति अनस
ु ार कृवि उपज की िौि
मंडी सममति दिारा इस बािि ् अनज्ञ
ु प्तििारी िि
ु या से क्रय केन्र पर ही
कराना होगा एिं िौि अनस
ु ार क्रय की गई कृवि उपज के मल्
ू य का
भग
ु िान क्रय उपरान्ि उसी ददन नगद अथिा क्रास्ड चक से करना होगा।
अनज्ञ
ु प्तििारक यह सतु नप्श्चि करे गा कक उसके खािे में आिश्यक िनरामश
के अभाि में चेक िावपस होने की प्स्थति तनममयि न हो। भग
ु िान के
प्रमाणक के रूप में मंडी सममति दिारा उपविधि 17(4) के अिीन प्ररुप-चार
में जारी भग
ु िान पत्रक िीन प्रतियों में बनाया जाएगा। भग
ु िान पत्रक की
एक प्रति विक्रेिा/कृिक को, िथा एक प्रति अनज्ञ
ु प्तििारी को िुरंि दी
जायेगी। भग
ु िान पत्रक की एक प्रति मंडी सममति को अगिे ददन भेजी
जाएगी। भग
ु िान पत्रक के साथ िौि पची भी संिग्न करनी होगी।

(35) क्रय केन्रों से अधिसधू चि कृषि उपज का तनगडमन एिं पररिहन :-


क्रय केन्रों पर क्रय की गई समस्ि अधिसधू चि कृवि उपजों के
पररिहन अथिा तनगयमन के पि
ू य अनज्ञ
ु प्तििारी को अधितनयम की िारा 19
की उपिारा 6 के अंिगयि उपविधि कंड़डका 20(10) के अनस
ु ार प्रारुप-नौ में
अनज्ञ
ु ा पत्र प्राति करना अतनिायय होगा। क्रय केन्र पर क्रय की गई समस्ि
अधिसधू चि कृवि उपजों के विक्रेिाओं को दे य मल्
ू य एिं दे य मंडी फीस
िथा तनराधश्रि शल्
ु क के संपण
ू य भग
ु िान को सतु नप्श्चि करने के पश्चाि ् ही
मंडी सममति दिारा तनयत
ु ि क्रय केन्र प्रभारी दिारा अनज्ञ
ु ा पत्र जारी
ककया जािेगा।

*क्रमांक/तनयमन/उपविधि/संशोिन/36/4611 ददनांक 30.01.2012 दिारा संशोधिि।


Suresh Raikwar/Upvidi_2000_MAIN
49
म0प्र0रा0कृ0वि0बोडय,
मंडी सममतियों के मिये उपविधि सन ् 2000

(36) क्रय केन्रों पर क्रय की गई अधिसधू चि कृषि उपज का िग


ु िान :-
कृिक/विक्रेिा-सौदा अनस
ु ार कृवि उपज का मल्
ू य प्राति न होने पर,
मंडी सममति को 05 ददन के अन्दर मशकायि कर सकेगा। अधिसधू चि कृवि
उपजों के क्रय-विक्रय से संबंधिि ककसी भी वििाद या मशकायि पर क्रय
केन्र प्रभारी दोनों पक्षों को सन
ु िाई का यप्ु तियत
ु ि अिसर प्रदान कर प्राति
मशकायि एिं वििाद का तनराकरण करे गा।
न्न्न्न्न

Suresh Raikwar/Upvidi_2000_MAIN
50
म0प्र0रा0कृ0वि0बोडय,
मंडी सममतियों के मिये उपविधि सन ् 2000

अध्याय-छैः
कृवि विपणन परु स्कार योजना
(37) वितनददय ष्ट मंडी प्रांगणों के बाहर अधिसधू चि कृवि उपजों के अििातनक
क्रय-विक्रय से होने िािे शोिण एिं क्षति से कृिकों को बचाने एिं
वितनददय ष्ट मंडी प्रांगण के बाहर अिि व्यापार को तनयंत्रत्रि कर मंडी फीस
के अपिंचन को रोकने हे िु मंडी क्षेत्र के कृिकों को अपनी अधिकाधिक
कृवि उपज वितनददयष्ट मंडी प्रांगणों में खुिी नीिामी पदिति से
प्रतिस्पिायत्मक मल्
ू यों पर विक्रय करने हे िु प्रोत्सादहि करने के उददे श्य से
मंडी सममति दिारा ''कृषि षिपणन परू
ु स्कार योजना'' को तनम्नानस
ु ार
तनिायररि प्रकक्रया/शिो के अिीन प्रभािशीि ककया जा सकिा ह :-

1. योजना की प्रक्रक्रया :-
उपरोति कृवि विपणन परू
ु स्कार योजना को मंडी सममति में
प्रभािशीि करने के मिये संबंधिि मंडी सममति को तनम्नानस
ु ार प्रकक्रया का
पािन करना अतनिायय होगाैः-
(अ) योजना की स्िीकृति :-
कृवि विपणन परू
ु स्कार योजना को प्रभािशीि करने के पि
ू य मंडी
सममति अपने सम्मेिन में मंडी तनधि की उपिब्ििा िथा मंडी की
आधथयक पररप्स्थति को ध्यान में रखिे हुए काययसच
ू ी में प्रस्िाि
रखकर विचार-विमशय कर योजना को सिय सम्मति से प्रभािशीि
करने का तनणयय िेगी।
(ब) योजना में विजेिाओं को परू
ु स्कार वििरण, हे िु नगद अथिा कृवि
यंत्रों, िस्िुओं एिं कृवि हे िु उपयोगी अन्य सािनों का (योजना की
स्िीकृति रामश के अिीन) चयन कृवि उपज मंडी सममति दिारा
ककया जािेगा।
(स) बजट प्राििान- योजना हे िु मंडी सममति अपने बजट में परू
ु स्कार
मद हे िु रामश का प्राििान तनयमानस
ु ार करे गी।
(द) िाटरी ड्रा हे िु मंडी सममति दिारा आयोप्जि ककये जाने िािे
काययक्रम एिं योजना के प्रचार प्रसार हे िु ककये जाने िािे व्यय का

Suresh Raikwar/Upvidi_2000_MAIN
51
म0प्र0रा0कृ0वि0बोडय,
मंडी सममतियों के मिये उपविधि सन ् 2000

प्राििान भी मंडी सममति दिारा बजट में ही पथ


ृ क मद स्थावपि कर
ककया जािेगा एिं विधििि स्िीकृति प्राति की जािेगी।

2. योजना का स्िरूप :-
प्रांगण में कृिकों दिारा अधिसधू चि कृवि उपज विक्रय हे िु िाये जाने
पर उन्हें अपनी कृवि उपज की एन्ट्री (प्रविप्ष्ट) मंडी गेट पर प्रिेश पंजी में
करिाकर प्रिेश पची प्राति करनी होगी एिं अधिसधू चि कृवि उपज को
नीिामी दिारा मंडी प्रांगण में विक्रय करिाना होगा। अधिसधू चि कृवि उपज
के नीिामी में विक्रय के पश्चाि ् अनब
ु ंिकिाय कृिक दिारा िारा-37(1) के
अिीन मंडी कमयचारी दिारा जारी अनब
ु ंि पची िारा 37(2) एिं उपविधि
कंड़डका 17(4) के अिीन क्रेिा व्यापारी दिारा प्ररूप-चार में जारी ''िग
ु िान
पत्रक'' सदहि कृवि उपज मंडी सममति के कायायिय में प्रस्िि
ु करने पर
मंडी कायायिय दिारा सीररयि नंबर अंककि कर ररकाडय में प्रविप्ष्ट कर
पथ
ृ क से एक भग
ु िान पत्रक जारी ककया जािेगा प्जस पर मंडी सममति के
ु ाककंि होगी। एक से अधिक अधिसधू चि कृवि
कमयचारी के हस्िाक्षर एिं मर
उपज विक्रय होने पर पथ
ृ क-पथ
ृ क भग
ु िान पत्रक मंडी सममति दिारा जारी
ककये जािेगें। मंडी सममति दिारा जारी भग
ु िान पत्रक की दवििीय प्रति
मंडी सममति के कायायिय में सरु क्षक्षि उपिब्ि रखी जािेगी। भग
ु िान पत्रक
पर कृिक का परू ा नाम, िल्द, पण
ू य पिा ि उसके हस्िाक्षर अंककि होंगे।
मंडी सममति दिारा जारी भग
ु िान पत्रक प्रस्िि
ु करने पर ही विजेिा कृिक
को परू
ु स्कार प्रदान ककया जािेगा। भग
ु िान पत्रक गम
ु या नष्ट होने की
प्स्थति में मंडी सममति विजेिा कृिक की पहचान प्राति करने हे िु
तनयमानस
ु ार सभी आिश्यक विधिक राय एिं परामशय िथा आिश्यक
विधिक औपचाररकिाएं पण
ू य कर विजेिा से शपथपत्र प्राति करे गी। यदद
मंडी सममति समस्ि औपचाररकिाएं पण
ू य कर विजेिा कृिक की पहचान एिं
की गई उति विधिक प्रकक्रया से पण
ू ि
य ैः संिुष्ट होिी ह िो संबधं िि कृिक
को परू
ु स्कार की रामश वििररि/भग
ु िान करने का तनणयय िे सकिी ह,
परन्िु ऐसे प्रकरणों में मंडी सममति दिारा की गई काययिाही एिं विजेिा

Suresh Raikwar/Upvidi_2000_MAIN
52
म0प्र0रा0कृ0वि0बोडय,
मंडी सममतियों के मिये उपविधि सन ् 2000

कृिक को परू
ु स्कार की रामश का भग
ु िान/वििरण के पि
ू य प्रबंि संचािक का
पि
ू य अनम
ु ोदन प्राति करना अतनिायय होगा।
परन्िु समथयन मल्
ू य पर क्रय करने िािी रायय सरकार अधिकृि
संस्था पर ककसानो के दिारा विक्रय की गई अधिसधू चि कृवि उपज प्जस
पर मंडी सममति को दे य मंडी फीस का उदिरण ककया गया हो िथा
संबंधिि समथयन मल्
ू य पर क्रय करने िािी संस्था दिारा कृिक से
अधिसधू चि कृवि प्जन्स क्रय करने और उसे भग
ु िान करने की सत्यावपि
जानकारी मंडी सममति को प्रस्िि
ु की गई हो, ऐसे कृिकों को भी कृवि
विपणन परू
ु स्कार योजना मे शाममि करिे हुए इनामी कूपन मंडी सममति
दिारा जारी ककये जायेगे िथा इनके ररकाडय का संिारण योजना की
कंड़डका-2 मे उल्िेणखि प्राििानो के अनस
ु ार ककया जायेगा। (ददनांक
08.02.2016 संशोधिि)

3. योजना की परु स्कार रामश :-


योजना की प्रति ड्रा परू
ु स्कार रामश कृवि उपज मंडी सममति के प्रिगो
(श्रेणी) अनस
ु ार उनके सामने दशाययी गई संख्या अनस
ु ार तनम्नानस
ु ार होगी :-
क्र0 मंडी का प्रिगय कप्ण्डका-4 में कप्ण्डका-4 में उल्िेणखि बम्पर
उल्िेणखि िीन ड्रा के पुरूस्कार में दी जाने
ड्रा के माध्यम से िािी िस्िु का नाम/रामश (यह
तनकािे जाने िािे कप्ण्डका-4 में उल्िेणखि
परू
ु स्कारों की समान्य िीन ड्रा से अतिररति
अधिकिम कुि रामश होगी)
1 'क'- प्रिगय की मंडी 1,04,000.00 35 अश्ि शप्ति का ट्रे तटर
सममति
2 'ख'- प्रिगय की मंडी 59,500.00 50 हजार रूपये मल्
ू य के
सममति कृवि यंत्र
3 'ग'- प्रिगय की मंडी 39,000.00 50 हजार रूपये मल्
ू य के
सममति कृवि यंत्र
4 'घ'- प्रिगय की मंडी 21,000.00 50 हजार रूपये मल्
ू य के
सममति कृवि यंत्र

Suresh Raikwar/Upvidi_2000_MAIN
53
म0प्र0रा0कृ0वि0बोडय,
मंडी सममतियों के मिये उपविधि सन ् 2000

मंडी बम्पर प्रत्येक बम्पर प्रथम प्रत्येक दवििीय प्रत्येक िि


ृ ीय प्रत्येक चिुथय प्रत्येक
सममति परू
ु स्कार परू
ु स्कार की परू
ु स्कार परू
ु स्कार परू
ु स्कारों परू
ु स्कार परू
ु स्कारों परू
ु स्कार परू
ु स्कारों परू
ु स्कार
का की संख्या तनिायररि रामश/ की की की संख्या की की की की संख्या की
प्रिगय दी जाने िािी संख्या तनिायररि तनिायररि संख्या तनिायररि तनिायररि
िस्िु का नाम रामश रामश रामश रामश
'क' 01 35 अश्ि शप्ति 01 21,000 02 15,000 03 11,000 04 5,000
का ट्रे तटर
'ख' 01 50 हजार रूपये 01 15,000 02 8,000 03 5,500 04 3,000
मूल्य के कृवि
यंत्र
'ग' 01 50 हजार रूपये 01 10,000 02 6,000 03 3,000 04 2,000
मल्
ू य के कृवि
यंत्र
'घ' 01 50 हजार रूपये 01 5,000 02 3,000 03 2,000 04 1,000
मूल्य के कृवि
यंत्र

4. योजना का ड्रा :-
कृवि उपज मंडी सममतियों दिारा कृवि विपणन परू
ु स्कार योजना का
ड्रा िाटरी दिारा प्रत्येक ििय में िीन बार यथा राष्ट्रीय पिय 15 अगस्ि
(स्ििंत्रिा ददिस), 26 जनिरी (गणिंत्र ददिस) एिं बिराम जयंिी (शासन
दिारा घोविि ददनांक) पर तनकािे जािेंगे। ड्रा तनकािने हे िु कृवि उपज मंडी
सममति दिारा 01 जनिरी से 31 जि
ु ाई िक जारी भग
ु िान पत्रकों का ड्रा
01 अगस्ि को ि 01 मई सो 15 अगस्ि िक जारी भग
ु िान पत्रको का ड्रा
बिराम जयंिी िथा ''16 अगस्ि'' को ि 31 ददसंबर िक जारी भग
ु िान
पत्रकों का ड्रा 26 जनिरी को तनकािा जािेगा। बिराम जयंिी को (शासन
दिारा घोविि तिधथ) को तनकािे जाने िािे ड्रा के साथ ही बम्पर ड्रा भी
पथ
ृ क से तनकािा जायेगा, प्जसमें विगि ििय 16 अगस्ि से िियमान ििय 15
अगस्ि िक जारी भग
ु िान पत्रकों को शाममि कर ड्रा तनकािा जायेगा। यदद
ककन्ही अपररहायय कारणिश बिराम जंयिी को मंडी दिारा ड्रा नही तनकािा
जा सका ह िो यह ड्रा, आगामी ड्रा की तिधथ, यथा 26 जनिरी को मंडी में
जारी 01 मई से 15 अगस्ि िक के भग
ु िान पत्रकों और 16 अगस्ि से 31
ददसंबर से जारी भग
ु िान पत्रको के मिये िथा उपरोति उल्िेख अनस
ु ार
बम्पर ड्रा (विगि ििय 16 अगस्ि िियमान ििय 15 अगस्ि िक जारी
भग
ु िान पत्रक को शाममि कर) अिग-अिग तनकािा जािेगा। योजना का ड्रा

Suresh Raikwar/Upvidi_2000_MAIN
54
म0प्र0रा0कृ0वि0बोडय,
मंडी सममतियों के मिये उपविधि सन ् 2000

कृवि उपज मंडी सममति दिारा मंडी क्षेत्र में प्रचार प्रसार कर कृिकों,
व्यापाररयों, मंडी क्षेत्र के प्रगतिशीि कृिकों, जनप्रतितनधियों, प्रशासतनक
अधिकाररयों, गणमान्य नागररकों की उपप्स्थति में खोिा जािेगा। योजना
िथा िाटरी ड्रा तनकािे जाने िािी तिधथ का व्यापक प्रचार प्रसार मंडी
सममति दिारा ककया जािेगा प्जसकी सच
ू ना मंडी सममति, नगर पामिका,
पंचायि, जनपद पंचायि िथा किेतटर कायायिय के सच
ू ना पटि पर
सच
ू नाथय चस्पा कराई जािेगी। यथा संभि ड्रा की तिधथ में कोई पररिियन
नहीं ककया जािेगा।''
कृवि विपणन परू
ु स्कार योजना के मिये जारी आदे श ददन क
28.01.2008 की कंड़डका (उपरोति कंड़डका-4 मे आदे श क्रमांक बोडय/यो/
गर.िक/71/2014-15/3202 ददन क 22.10.2014 जारी कर तनम्नाननस
ु ार
संशोिन ककया गया।
उति आदे श मे आंमशक संशोिन करिे हुये प्रदे श की समस्ि कृवि
उपज मंडी सममतियों को तनदे मशि ककया जािा ह कक कृवि विपणन
परू
ु स्कार योजना के अंिगयि कृवि उपज मंडी सममतियों दिारा परू
ु स्कार का
ड्रा ि टरी पदिति दिारा प्रत्येक ििय मे 02 बार 01 फरिरी से 31 जुिाई
िक जारी भग
ु िान पत्रको का ड्रा बिराम जयंिी को िथा 01 अगस्ि से
31 जनिरी िक जारी भग
ु िान पत्रको का ड्रा नमयदा जयंिी पर तनकािा
जयेगा। यदद ककसी कारणिश घोविि तिधथ मे कृवि विपणन परू
ु स्कार
योजना के ड्रा नही तनकािे जा सके िब ऐसी प्स्थति मे योजना अनस
ु ार ड्रा
तनकािने हे िु आगामी तिधथ तनिायररि करने का अधिकार सधचि कृवि
उपज मंडी सममति को प्रत्यायोप्जि ककया जािा ह। योजना की शेि शिे
यथािि रहे गी। यह आदे श जारी ददनांक से प्रभािशीि होगा।

Suresh Raikwar/Upvidi_2000_MAIN
55
म0प्र0रा0कृ0वि0बोडय,
मंडी सममतियों के मिये उपविधि सन ् 2000

5. योजना के क्रक्रयान्ियन एिं सच


ु ारू संचािन हे िु उपसममति का गठन :-
कृवि विपणन परू
ु स्कार योजना को सच
ु ारू एिं बेहिर ढं ग से
प्रभािशीि/संचािन करने के मिये कृवि उपज मंडी सममति दिारा
तनयमानस
ु ार यदद आिश्यक हो िो ठहराि/प्रस्िाि पाररि कर उपसममति का
गठन ककया जा सकेगा, परन्िु योजना को मंडी क्षेत्रों में सच
ु ारू एिं बेहिर
ढं ग से प्रभािशीि करने का पण
ू य दातयत्ि मंडी सममति के सधचि का रहे गा।

6. अंतिम तनणडय का अधिकार :-


कृवि उपज मंडी सममति दिारा प्रभािशीि की गई कृवि विपणन
परू
ु स्कार योजना में उत्पन्न ककसी भी प्रकार के वििाद पािर अंतिम
तनणयय का अधिकार कृवि उपज मंडी सममति को होगा, जो सभी पक्षों को
मान्य करना अतनिायय होगा।

7. योजना में संशोिन/पररििडन का अधिकार :-


कृवि विपणन परू
ु स्कार योजना में आिश्यकिानस
ु ार ककसी भी समय
ककसी भी प्रकार का संशोिन/पररिियन/रदद अथिा ददशा तनदे श जारी करने
का सिायधिकार प्रबंि संचािक मंडी बोडय को सरु क्षक्षि ह। प्रबंि संचािक
दिारा योजना के संबि
ं में ददये गये तनदे शों का पािन करना प्रत्येक मंडी
सममति के मिये अतनिायय होगा।
न्न्न्न्न

Suresh Raikwar/Upvidi_2000_MAIN
56
म0प्र0रा0कृ0वि0बोडय,
मंडी सममतियों के मिये उपविधि सन ् 2000

अध्याय - साि
संविदा खेिी के अिीन अधिसधू चि कृवि उपज के विपणन का वितनयमन
संविदा कृवि का अनब
ु ंि और आदशय विमशप्ष्टयां िथा शिे
(38) 1. प्रस्िािना -
संविदा कृवि, प्रसंस्करणकिाय, वितनमायिा िथा/या विपणन फमो, मंडी
त्रबचौमियों िथा कृिकों के बीच बहुिा पि
ू य तनिायररि मल्
ू यों पर कृवि उत्पादों
के समथयन िथा उत्पादन के मिये ककया जाने िािा एक अनब ु ंि हैं। यह
अनब
ु ंि, स्पष्टिैः कृिकों को, उदाहरण स्िरूप, आदानों का प्रदाय और
िकनीकी सिाह का प्राििान, क्रेिा को सिि उत्पादन में सहारा दे ने के
मिये समादहि रखिा ह। इन व्यिस्थाओं का आिार, कृिक की ओर से क्रेिा
दिारा अििाररि मात्रा एिं गण
ु ििा मानकों पर वितनददय ष्ट प्जन्स उपिब्ि
कराने की िचनबदििा िथा मंडी के पंजीकृि त्रबचौमियों की ओर से कृिकों
के उत्पादन को सहारा दे ने िथा प्जन्स को क्रय करने की िचनबदििा रहिी
ह। इस प्रकार, संविदा कृवि, वििरण की जोणखम को प्रसंस्करणकिाय,
वितनमायिा िथा उत्पादक के मध्य, वििरण का सािन ह। अगिा (उत्पादक)
उत्पादन से जुिी जोणखम अपनािा ह जबकक पहिा (प्रसंस्करणकिाय,
वितनमायिा) अंतिम उपज के विपणन से संबदि जोणखम उठािा हैं। कुछ
आिोचकों के अनस ु ार-''संषिदा कृषि'', आधथयक भम
ू ण्डिीकरण से जि
ु ी हुई
बरु ाईयों में से ही एक बरु ाई ह। एक ओर िो छोटे पमाने के कृिकों का
असंगदठि समह ू ह प्जसके पास मौिभाि करने की बहुि कम शप्ति हैं िथा
उत्पादकिा बढ़ाने ि व्यापाररक रूप से प्रतिस्पिाय करने के मिए आिश्यक
बहुि ही थोडे संसािन हैं। िहीं दस
ू री और कृवि व्यिसाय के शप्तिशािी
उदयमी हैं, जो आदान और िकनीकी सिाह के बदिे सस्िे श्रममकों का
शोिण कर अपनी अधिकांश जोणखमों को प्राथममक उत्पादकों को अन्िररि
(स्थानांिररि) कर दे िे हैं। आिोचक कहिे हैं कक ''संषिदा कृषि'' सारिैः दो
असमान पक्षों के बीच एक अनब
ु ंि ह और जो छोटे ककसानों के विकास के
बजाए उन्हें ऋणग्रस्ि करने में अधिक सम्भाव्य ह। पर ऐसा बहुि कम
होिा ह। एक ''खादय एिं कृषि संगठन मागडदमशडका'' (एफ.ए.ओ गाइड),
''संषिदा कृषिः उत्पादन के मिये िागीदारी'' यह यप्ु ति दे िी ह कक

Suresh Raikwar/Upvidi_2000_MAIN
57
म0प्र0रा0कृ0वि0बोडय,
मंडी सममतियों के मिये उपविधि सन ् 2000

सव्ु यिप्स्थि संविदा कृवि, िघु कृवि क्षेत्र को सिाह के विस्िि


ृ संसािनों,
यंत्रीकरण, बीजों, उियरकों औेर साख िथा उपज के मिये प्रत्याभि
ू और
िाभकारी मंड़डयों की प्रभािी किी मसदि हुई ह। यह एक दृप्ष्टकोण ह जो
कृिकों को आय बढ़ाने और प्रियिकों के मिये उच्चिर िाभ दे सकिा ह।
जब कुशििा से आयोप्जि ककया जाय एिं सम्हािा जाए िो संविदा कृवि
दोनों पक्षों के मिये जोणखम एिं अतनप्श्चििा को कम कर सकिी ह औेर
उत्पादक को अपने उत्पादन में मल्
ू यिियन का अिसर प्रदान करिी ह।

2. संषिदा कृषि के गण
ु ः-
कृिकों के मिये प्रमख
ु िाभ यह ह कक प्रिियक बहुिा पि ू य तनिायररि
मल्
ू य पर सामान्यिैः वितनददय ष्ट गुणििा औेर मात्रा पररसीमा में उत्पाददि
समस्ि उपज क्रय करने के मिये िचनबदि होगा। संविदाएं, कृिकों को
प्रबंिकीय विस्िि
ृ पररक्षेत्र, िकनीकी और विस्िार सेिाओं में प्रिेश उपिब्ि
करा सकिी ह जो अन्यथा प्रकार से अप्राति होिा ह। छोटे पमाने के
कृिकगण बहुिा नई प्रौदयोधगककयों को अंगीकार करने के मिये अतनच्छुक
होिे हैं तयोंकक उनमें संभाविि जोणखम और िागि अन्िवियष्ट होिी ह।
संविदा कृवि में तनजी कृवि व्यिसाय, सामान्यिैः सि
ु रे हुये िरीके और
प्रौदयोधगककयां प्रदाय करिा ह तयोंकक अपनी आिश्यकिा पतू िय के मिये
कृिकों के उत्पादन िद
ृ धि में उसकी सीिी आधथयक रुधच रहिी ह। बहुि से
उदाहरणों में बिी कम्पतनयां, वितनददय प्ष्टयों के अनस
ु ार संविदा ककये गये
कृिकों को उत्पादन सतु नप्श्चि करने के मिये अपना विस्िि
ृ समथयन प्रदाय
करिी हैं। संविदा कृवि के माध्यम से कृिक सीखिा ह, कुशि होिा ह,
प्जसमें अमभिेख का रख-रखाि, रसायन औेर उियरक उपयोग करने के सि
ु रे
िरीके और तनयायि मंड़डयों की मांग औेर गुणििा का महत्ि सप्म्ममिि
होगा। अपनी फसि के मिये जो प्रतिफि कृिक खुिी मंडी में प्राति करिे
हैं, िह प्रचमिि मल्
ू यों और खरीददारों के साथ सौदा करने की क्षमिा पर
तनभयर ह, ककन्िु संविदा कृवि कुछ सीमा िक मल्
ू य अतनप्श्चििा को पार
कर सकिी ह। बहुिा, प्रिियक भग ु िान ककया जाने िािा मल्
ू य अधग्रम में
बिा दे िे हैं और ये अनब
ु ंि में वितनददय ष्ट ककया जािा ह।

Suresh Raikwar/Upvidi_2000_MAIN
58
म0प्र0रा0कृ0वि0बोडय,
मंडी सममतियों के मिये उपविधि सन ् 2000

संषिदा कृषि व्यिस्था :-


(क) अन्यथा प्रकार से यदद प्रदाय व्यिस्था िगािार िरीके से उपिब्ि न
हो िो कृवि प्रसंस्करण या वितनमायण संयत्र
ं की सवु ििा उत्पन्न करने
से,
(ख) छोटे कृिकों से उपज को तनयायि कराकर, जो कक अन्यथा प्रकार से
मांग िािी मंड़डयों में पहुंच बनाने िायक नहीं ह,
(ग) ऊंची गण
ु ििा के उत्पादन को बढ़ािा दे कर और अच्छे ढं ग से रख-रखाि
औेर छं टाई करके, इस प्रकार छोटी जोि के उत्पादन के मल्
ू य में िद
ृ धि
करके, िथा
(घ) कृिकों और प्रसंस्करणकिायओं/वितनमायिा को आधथयक मापदण्ड प्राति
कराकर, प्जससे कम िागि से उन्हें अधिक प्रतिस्पिायत्मक बनाकर,
मल्
ू य सिंधियि कर सकिी ह।

3. संषिदा कृषि में जोणखम के घटक :-


पदा होने िािी नई, अपररधचि फसिें उगाने और मंड़डयों के मिये ऐसी
प्रस्ितु ि में जो सदि उनकी आशाओं के या उनके प्रियिकों की भविष्यिाणी
के अनक
ु ू ि नहीं होगी, अतनप्श्चििा तनदहि रहिी ह। प्रभािहीन प्रबंिन अति
उत्पादन की ओर िे जा सकिा ह, इन्हीं प्रकरणों में प्रियिक, ''क्रय को कम
करने के उददे श्य से गुणििा मानक को प्रभाविि करने के मिये प्रिोमभि
ककये जाएं।'' कृिकों की सबसे बडी जोणखम ऋण ग्रस्ििा ह, जो उत्पादन
समस्याओं, तनबयि िकनीकी सिाह, मंडी पररप्स्थतियों में महत्िपण
ू य
पररिियन या कम्पतनयों के संविदा का सन्मान करने की असफििा के
कारण उत्पन्न होिी ह। प्रियिक के पक्ष में जोणखम ऐसे कृिकों के साथ
व्यिहार करने से होिी ह, जो अपनी ओर से पारम्पररक स्िाममयों के साथ
भमू म का उपयोग करने के मिये समझौिा कर िेिे ह। संविदा करने के पि
ू य
प्रियिक को यह सतु नप्श्चि करने की आिश्यकिा ह कक कम से कम संविदा
अिधि िक भमू म के मिये पहुंच सरु क्षक्षि हो। ककन्िु अधिक गंभीर समस्या
िब आिी ह जब कृिकगण संविदा भंग करिे हैं औेर अपनी उपज िकप्ल्पि

Suresh Raikwar/Upvidi_2000_MAIN
59
म0प्र0रा0कृ0वि0बोडय,
मंडी सममतियों के मिये उपविधि सन ् 2000

मप्ण्डयों में बेच दे िे हैं, ऐसा कभी-कभी प्रचमिि अधिक मल्


ू यों पर खि
ु े
बाजार में या प्रतिदिन्दी प्रियिकों के उकसािे पर होिा ह।

4. प्रबंिकीय व्यिस्थाऍः-
संविदा कृवि व्यिस्था को कृवि उदयोग औेर कृिकों के बीच भागीदारी
के रूप में दे खा जाना ह। प्रियिक दिारा अच्छी सेिा का प्रदाय, सफि
संविदा कृवि की एक पि
ू य शिय ह। इसमिए, प्रियिकों को उत्पादन औेर
विपणन गतिविधियों का ठीक से समन्िय करने का तनप्श्चि उिरदातयत्ि
िेना चादहऐ। प्रबंिकगण कृिकों के साथ पारस्पररक आदान-प्रदान में
पारदमशयिा सतु नप्श्चि करें और उन्हें यह भी सतु नप्श्चि करना चादहए की
कृिक अपनी और प्रियिक, दोनों की बाध्यिाओं को समझें। तनम्नांककि
मध्यस्थिा दिारा संविदा कृवि व्यिस्थाओं में कृिकों की चक
ू को कम ककया
जा सकिा हैः
(क) कृिक संघों का आयोजनः- समह
ू के भीिर बराबर का दबाि, संभाविि
चक
ू किायओं को छांट दे िा ह और चक
ू की जोणखम को कम कर सकिा
ह। इसके अतिररति मापदण्ड का अथयशास्त्र, सेिाओं के प्रदान में प्राति
ककया जा सकिा ह, प्जससे िागि में कमी आयेगी। कम्पतनयों के साथ
सौदे बाजी में िरदहस्ि प्राति कर कृिक भी िाभ प्राति करें गें।
(ख) अच्छा संचार औेर कृिकों का गहन अनश्र
ु िणः- अच्छा संचार, कम्पनी-
कृिक सम्बन्िों औेर विश्िसनीयिा का पोिण करिा ह, प्जसका, रची
गई चकू को कम करके, साथयक प्रभाि पििा ह। जह ं गण ु ििा की
सतु नप्श्चििा औेर उपज का पिा िगाने िथा परू ी श्रख
ृ िा में िांतछि
पाररश्रममकिा मसदि करने की आिश्यकिा हो, समह
ू के सदस्य एक
दस
ू रे का अनश्र
ु िण कर सकिे हैं।
(ग) प्रदत्त सेिाओं का पररिेत्र एिं गुणित्ता :- प्रदि सेिाओं का प्जिना
अधिक अच्छा और विस्िि
ृ , पररक्षेत्र होगा, उिनी ही घतनष्टिा, कृिक
औेर व्यापार के बीच होगी और सम्बन्ि विच्छे द करनी से उिनी ही
अधिक हातन कृिक उठायगा।

Suresh Raikwar/Upvidi_2000_MAIN
60
म0प्र0रा0कृ0वि0बोडय,
मंडी सममतियों के मिये उपविधि सन ् 2000

5. संषिदा कृषि के प्रकारः-


संविदा कृवि अनब
ु ंि, जो परस्पर अनन्य िगो में न होकर, िीन
श्रेणणयों में विभाप्जि ककये जा सकिे ह -
(एक) मंडी वितनददय प्ष्टयां,
(दो) संसािन प्रदायी, िथा
(िीन) उत्पादन प्रबंिन।
मंडी वितनददय ष्ट संविदाएं, फसि (कटाई) पि
ू य के अनब
ु ंि हैं जो फमय और
उत्पादक को तनयि विमशष्ट शिो पर फसि के विक्रय हे िु शामसि होने के
मिये अनबु प्न्िि करिे हैं। ये शिे बहुिा मल्ू य, गण ु ििा एिं अिधि का
उल्िेख करिी हैं। संसािन प्रदायी संविदाएं, प्रसंस्करणकिाय, वितनमायिा को
विपणन अनब
ु ंि के मिये वितनमय में आदान की पतू िय, विस्िार या साख
प्रदान करने के मिये बाध्य करिी हैं। उत्पादन प्रबंिन संविदाएं कृिक को
सामान्यिैः विपणन अनब
ु ंि के मिये या संसािन प्राििान वितनमय में
तनप्श्चि उत्पादन पदिति या आदान प्रणािी को अपनाने के मिये बांििी
हैं। विमभन्न संयोजनों में ये संविदा नमन
ू ,े फमो को अपनी स्ियं की फसि
उगाये त्रबना उत्पादन प्रौदयोधगकी को प्रभाविि करने, और िापिा मप्ण्डयों
के प्रति प्रतिकक्रया व्यति करने की अनम
ु ति दे िे हैं। ईटन एिं शेफडय ने
''संषिदा कृषि'', िद
ृ धि के मिये भागीदारी शीियक की अपनी पस्
ु िक (खादय
एिं कृवि संगठन-2001) में संविदा कृवि के मिये प चं संगठनात्मक आदशय
प्रस्िुि ककये हैः-
(क) केप्न्रि आदशडः- प्रिियक, कृिकों से प्रसंस्करण या वितनमायण के मिये
फसि क्रय करिा ह और उत्पादन बेचिा ह। उत्पादन के प्रत्येक सत्र
के प्रारम्भ में कोटा वििररि कर ददया जािा ह और गण
ु ििा, कसािट
से तनयप्न्त्रि की जािी ह। यह आदशय सामान्यिैः िम्बाख,ू कपास,
गन्ना, केिे, क फी, चाय, नाररयि और रबि फसिों के साथ सम्बदि
होिा ह।
(ख) नामिक सम्पषत्त आदशड :- प्रिियक, प्रसंस्करण या वितनमायण संयन्त्र के
तनकट बागान का स्िाममत्ि रखिा ह औेर व्यिस्था करिा ह औेर
प्रौदयोधगकी िथा व्यिस्थापन िकनीकों से कृिकों को पररधचि करािा

Suresh Raikwar/Upvidi_2000_MAIN
61
म0प्र0रा0कृ0वि0बोडय,
मंडी सममतियों के मिये उपविधि सन ् 2000

ह (इन्हें कभी-कभी ''उपग्रही'' उत्पादक कहा जािा ह)। यह िक्ष


ृ ीय
फसिों के मिये उपयोग ककया जािा ह; ककन्िु दग्ु ि उत्पादन में भी
उपयोग में िाया गया ह।
(ग) बहुपिीय आदशडः- इसमें प्रायैः विधिक तनकाय और तनजी कम्पतनयां
सप्म्ममिि हैं जो संयत
ु ि रूप से कृिकों के साथ भाग िेिी हैं। यह
चीन में सामान्य ह, जह ं शासन के विभाग, नगरीय सममतियां औेर
विदे शी कम्पतनयां ग्रामों औेर कृिकों से व्यप्तिगि संविदाओं में
सप्म्ममिि होिे हैं।
(घ) औेपचाररक या व्यप्क्िगि षिकमसि आदशडः- व्यप्तिगि उदयमी या
छोटी कम्पतनयां, विशेिकर िाजी सप्ब्जयों औेर उष्ण कदटबन्िीय फिों
के मिये कृिकों के साथ सत्रीय आिार पर सािारण, अनौपचाररक
उत्पादन संविदाएं करिे हैं। सप
ु र बाजार अतसर व्यप्तिगि
विकासकिायओं के माध्यम से िाजी उपज खरीदिे हैं।
(र्.) बबचौमिया आदशडः- दक्षक्षण एमशया में त्रबचौमियों के साथ फसि
उत्पादन की उप-संविदा करना सामान्य ह। थाईिण्ड में खादय
प्रसंस्करण या वितनमायण करने िािी बिी कम्पतनयां व्यप्तिगि
''संग्राहकों'' से या कृिक सममतियों से फसि खरीदिी हैं, जो कृिकों के
साथ अपनी स्ियं की अनौपचाररक व्यिस्थाएं करिी हैं।

6. संषिदा कृषि अनब


ु न्िों की तनहदड प्ष्टयां:-
संविदा कृवि अनब
ु ंि, विमभन्न घटकों, जसे कक-उत्पाद की प्रकृति,
िांतछि प्राथममक प्रसंस्करण या वितनमायण, यदद कहीं हो, और पतू िय की
विश्िसनीयिा के रूप में मप्ण्डयों की मांग पर अििप्म्बि होिा ह। गण
ु ििा
प्रोत्साहन, भग
ु िान व्यिस्था, उत्पादन प्रकक्रया पर प्रिियक का चाहा गया
तनयन्त्रण स्िर िथा पक्षकारगण की जो पज
ंू ी सम्बदििा ह िह भी अनब
ु ंि
की प्रकृति को प्रभाविि करिा ह। उदाहरण स्िरूप िि-िाि (खजरू ), चाय
या शतकर, जहां महत्िपण
ू य दीघय अिधि वितनयोग समस्ि पक्षों से िांतछि ह,
समादहि करने िािी संविदा अिग प्रकार की होगी तयोंकक फिों और
सप्ब्जयों जसी िावियक फसिों को समादहि करने िािी सप
ु र बाजारों के मिये

Suresh Raikwar/Upvidi_2000_MAIN
62
म0प्र0रा0कृ0वि0बोडय,
मंडी सममतियों के मिये उपविधि सन ् 2000

उसी प्रकार की संविदायें नहीं हो सकिी जसा कक समर


ु पार (विदे शी) मप्ण्डयों
के मिये तनयि उपज को समादहि करने िािी होगी, प्जसका कीटनाशक
ु ी एिं पककंग
उपयोग औेर उत्पाद की गुणििा, साथ ही साथ उच्चिर प्रस्िि
मानक पर कठोर तनयन्त्रण होिा ह। यदयवप, तनगममि तनकाय, शासकीय
अमभकरण औेर व्यप्तिगि विकासकिाय, अनब
ु ंि की उत्प्रेरक आिश्यकिा ह,
कृिक औेर उनके प्रतितनधियों को आिश्यकीय रूप से अनब
ु ंि का प्रारूपण
करने, औेर कृिकगण समझ सकें ऐसे पदों में वितनददयष्ट शब्दाििी दे ने के
मिये, सहयोग करने का तनप्श्चि रूप से अिसर ददया जाना चादहए।
प्रबन्िन को यह सतु नप्श्चि करना चादहए कक अनब
ु ंि परू ी िरह से समस्ि
कृिकों दिारा समझ मिया जाए। सप्म्ममिि ककये गये तनबन्िन औेर शिे,
स्ििन्त्र जांच के मिये िेखबदि ककये जाने चादहए औेर प्रतियां कृिकों के
प्रतितनधियों को दी जानी चादहए। प्रतियां सम्बदि शासकीय अमभकरणों को
भी दी जानी चादहए।
अनब
ु ंि की विधिक रूप-रे खा में भारिीय संविदा अधितनयम की
न्यन
ू िम विधिक िांछाओं का पािन होना चादहए, स्थानीय पथ
ृ ा को ध्यान
में रखना चादहए औेर मध्यस्थिा के मिये व्यिस्था तनप्श्चि रूप से
सम्बोधिि की जाए। मिणखि संविदा के रूप में अनब
ु ंि, प्रायैः प्रत्येक
पक्षकार के उिरदातयत्ि औेर बाध्यिाओं, िह िरीका प्जसमें अनब
ु ंि
प्रभािशीि ककया जा सकिा ह औेर यदद संविदा भंग होिी ह िो ककये जाने
िािे उपचारों को सप्म्ममिति करिे हैं। अधिकिर प्रकरणों में , अनब
ु ंि,
प्रिियक औेर कृिक के बीच ककये जािे हैं, यदयवप बहुपक्षीय व्यिस्थाओं
में ,सविदाएं, प्रिियक औेर कृिक संघों या सहकारी सममतियों के बीच हो
सकिी ह।

षितनहदड प्ष्टयां:-
मंडी वितनददय ष्ट, संसािन प्रदायी औेर उत्पाद प्रबन्िन संविदाओं की विस्िि

श्रेणणयों में फमो को उन तनबन्िनों का उल्िेख अिश्य करना चादहए, प्जनमें ये
सप्म्ममिि हों :-

Suresh Raikwar/Upvidi_2000_MAIN
63
म0प्र0रा0कृ0वि0बोडय,
मंडी सममतियों के मिये उपविधि सन ् 2000

(क) षिपणनः- ककिनी उपज, कब, ककस मल्


ू य पर ककिनी मात्रा में क्रय
की जाएगी? उत्पादक को अपना समस्ि उत्पाद, एक भाग या तनयि
मात्रा अिश्य प्रदाय करना चादहए,
(ख) आदान औेर िकनीकी सहायिा :- आदान औेर िकनीकी सहायिा
कसे प्रदान की जाएगी, ककिनी और ककस मल्
ू य पर और मात्रा में ?
(ग) साख :- तया उत्पादक, साख नगद या प्रकार में प्राति करे गा? ककस
ब्याज दर पर ककिनी प्राति की जायेगी? सहििी (समानान्िर) तया
होगी।
(घ) उत्पादन प्रबन्िन :- कौन सी प्रौदयोधगकी प्रकक्रया उत्पादक को
अपनाना चादहए, उत्पादक का अनश्र
ु िण कसे ककया जाएगा?
(ड.) प्रदाय और श्रेणीकरणैः प्रसंस्करणकिाय, वितनमायिा के मिये फसि का
पररिहन कौन करे गा औेर गण
ु ििा का श्रेणीकरण कसे ककया
जाएगा?
(च) संविदा की अिधि,
(छ) िह िरीका प्जसमें मल्
ू य की गणना की जाएगी-
(एक) प्रत्येक सत्र के प्रारम्भ में मल्
ू यों का तनिायरण करके,
(दो) विश्ि या स्थानीय मप्ण्डयों के मल्
ू यों के उिार-चढाि के
आिार का उपयोग करके,
(िीन) मंडी स्थि मल्
ू यों का उपयोग करके,
(चार) जब कच्चे या प्रसंस्कृि या वितनममयि उत्पाद के बेचे जाने िक
कृिक को भग
ु िान की जानकारी नही होिी, परे िण मल्
ू य का
उपयोग करके,
(पांच) जब सहमति आिाररि मल्
ू य कृिक प्राति करिा ह, प्रिियक
दिारा उत्पाद बेच ददये जाने पर अप्न्िम मल्
ू य के साथ, मल्
ू य
का विभाजन करके,
(ज) कृिकों को भग
ु िान करने िथा साख अधग्रमों के िापसी की मांग के
मिये प्रणािी,
(झ) बीमा समादहि करने की व्यिस्था,

Suresh Raikwar/Upvidi_2000_MAIN
64
म0प्र0रा0कृ0वि0बोडय,
मंडी सममतियों के मिये उपविधि सन ् 2000

(ञ) अधिसधू चि शासकीय अमभकरण और वििाद तनश्चय िन्त्र के साथ


संविदा कृवि अनब
ु ंि का पंजीकरण।

(39) संषिदा खेिी :-


संविदा खेिी के कृवि उपज के उत्पादक और क्रेिा के बीच प्ररूप (19) में
मिणखि करार के अिीन करार में विदहि रीति एिं प्रकक्रया के अनस
ु ार की
जायेगी। संविदा खेिी के मिये ककया जाने िािा करार प्ररूप(19) में तनष्पाददि
होगा प्जसमें संविदा खेिी की विमशष्टय ,ं तनबंिन िथा शिें अिविप्ष्ट होगी।

(40) संषिदा खेिी का रप्जस्रीकरण (पंजीकरण) :-


(1) क्रेिा, संविदा खेिी के प्ररूप (19) में मिणखि करार के रप्जस्ट्रीकरण के
मिए मंडी सममति को प्ररूप (20) में आिेदन प्रस्िुि करे गा। आिेदक के
साथ क्रेिा दिारा 1000.00 (एक हजार रू.) रप्जस्ट्रीकरण फीस जमा
की जाएगी।
(2) संविदा खेिी के रप्जस्ट्रीकरण (पंजीकरण) हे िु आिेदन :-
अधितनयम की िारा 37-क(1) में उल्िेणखि क्रेिा अधितनयम की िारा
37-क(2) के अन्िगयि मंडी सममति में रप्जस्ट्रीकरण के मिए प्ररूप
(20) में एक आिेदन प्रस्िुि करे गा। आिेदन फामय मंडी सममति दिारा
तनैःशल्
ु क प्रदाय ककया जािेगा। आिेदन के साथ तनिायररि रप्जस्ट्रीकरण
फीस का ड़डमाण्ड ड्राफ्ट एिं अन्य आिश्यक अमभिेख संिग्न होना
आिश्यक ह अन्यथा आिेदन में कममयों का उल्िेख करिे हुए आिेदन
ित्समय मंडी सममति दिारा िापस कर ददया जािेगा।
उपरोतिानस
ु ार रप्जस्ट्रीकरण हे िु प्राति आिेदन नस्िी बनाकर पंजीबदि
करिे हुए अनज्ञ
ु प्ति शाखा प्रभारी दिारा मंडी सधचि को आगामी काययिाही
के मिए प्रकरण हस्िान्िररि ककया जायेगा। इस नस्िी पर बाजार व्यिस्था
एिं मंडी शल्
ु क शाखा िथा िेखा शाखा प्रभाररयों का अमभमि प्राति ककया
जािेगा। तनरीक्षक/मंडी सधचि का यह दातयत्ि होगा कक िह आिेदन में
उल्िेणखि िथ्यों की जांच स्ियं करिे हुए अपने अमभमि सदहि तनणयय हे िु
प्रकरण भारसािक अधिकारी/अध्यक्ष मंडी सममति के समक्ष प्रस्िुि करे ।

Suresh Raikwar/Upvidi_2000_MAIN
65
म0प्र0रा0कृ0वि0बोडय,
मंडी सममतियों के मिये उपविधि सन ् 2000

संविदा खेिी के ऐसे प्रत्येक प्रकरण का तनराकरण आिेदन प्राति होने के


िीस ददन की कािािधि में करा मिया जाना आिश्यक ह। तनणयय मिणखि में
स्पष्ट स्िीकृति या अस्िीकृति का मिया जायेगा। अस्िीकृति की दशा में
आिेदक दिारा प्रस्िि
ु आिेदन संिग्न ककये गये समस्ि अमभिेखों सदहि
मय ड़डमाण्ड ड्राफ्ट के पंजीकृि डाक से आिेदक को िापस कर ददया
जायेगा, ककन्िु यह समस्ि काययिाही मंडी सममति दिारा आिेदन प्रस्िुि
करने के 6 सतिाह में पण
ू य करना अतनिायय होगा। संविदा खेिी के मिये
तनष्पाददि करार के मंडी सममति में रप्जस्ट्रीकरण करिाने के पश्चाि ् मंडी
सममति दिारा प्ररूप (21) में करार के पंजीकरण की प्रति क्रेिा एिं उत्पादक
दोनों को मंडी सममति दिारा प्रदाय की जािेगी।

(41) संषिदा खेिी के करार से उत्पन्न षििादों का तनपटारा :-


(क) यदद संविदा खेिी के करार के उपबंिो के संबंि में पक्षकारों (क्रेिा एिं
कृवि उपज के उत्पादक) के बीच कोई वििाद उदभि
ू होिा ह िो कोई
भी पक्षकार वििादों पर मध्यस्थिा करने के मिए मंडी सममति के
अध्यक्ष को आिेदन प्रस्िुि कर सकेगा। मंडी सममति का अध्यक्ष
पक्षकारों को सन
ु िाई का यप्ु तियत
ु ि अिसर दे ने के पश्चाि ् वििाद का
हि करे गा।
(ख) उपकंड़डका (क) के अिीन मंडी सममति के अध्यक्ष के वितनश्चय से
व्यधथि पक्षकार वितनश्चय की िारीख से िीस ददन के भीिर प्रबंि
संचािक या उसके दिारा इस तनममि प्राधिकृि अधिकारी को अपीि
कर सकेगा। प्रबंि संचािक या उसके दिारा प्राधिकृि अधिकारी
पक्षकारों को सन
ु िाई का यप्ु तियत
ु ि अिसर दे ने के पश्चाि ् अपीि का
तनराकरण करे गा, िथा प्रबंि संचािक या उसके दिारा प्राधिकृि
अधिकारी का वितनश्चय अंतिम होगा।

Suresh Raikwar/Upvidi_2000_MAIN
66
म0प्र0रा0कृ0वि0बोडय,
मंडी सममतियों के मिये उपविधि सन ् 2000

(42) संषिदा खेिी के अिीन उत्पाहदि कृषि उपजों के षिपणन का तनयंत्रण :-


(क) संविदा खेिी के अिीन उत्पाददि कृवि उपज, तनष्पाददि करार के
अनस
ु ार उत्पादक दिारा क्रेिा को मंडी प्रागंण के बाहर मंडी अधितनयम,
तनयम एिं उपविधियों के प्राििानों के अिीन विकृि की जाएगी।
(ख) संविदा खेिी के अिीन विकृीि कृवि उपज पर मंडी फीस का उदग्रहण
िथा िसि
ू ी मंडी सममति दिारा िारा 19 के उपबंिो के अिीन विदहि
की गई दरों पर उपविधि में विदहि रीति अनस
ु ार क्रेिा से ककया
जाएगा। संविदा खेिी के मिये तनष्पाददि करार के अनस
ु ार यथाप्स्थति
क्रेिा दिारा उत्पादक से अधिसधू चि कृवि उपज के प्राप्ति के 14 ददिस
की कािािधि में अथिा अधिसधू चि कृवि उपज के मंडी क्षेत्र से
तनगयमन/विक्रय/प्रसंस्करण या वितनमायण के पि
ू य तनयमानस
ु ार दे य मंडी
फीस का भग
ु िान मंडी सममति को ककया जाना अतनिायय होगा, अन्यथा
क्रेिा से िारा 19(4) के प्राििानों के अिीन दाप्ण्डक मंडी फीस की
िसि
ू ी की जािेगी।
(ग) संविदा खेिी के अिीन क्रेिा दिारा उत्पादक से क्रय की गई अधिसधू चि
कृवि उपज का मंडी/मंडी क्षेत्र से तनगयमन करने के पि
ू य क्रेिा को िारा
19(6) के अिीन मंडी सममति से अनज्ञ
ु ा पत्र प्राति करना अतनिायय
होगा। संविदा खेिी के मिये तनष्पाददि करार के अिीन उत्पादक को
अधिसधू चि कृवि उपज के विक्रय से संबधं िि दे य रामश के बकाया रहने
अथिा िारा 37-क(3) एिं (4) के अिीन वििाद जारी रहने पर अथिा
िारा 19 के उपबंिो के अिीन दे य मंडी फीस/तनराधश्रि शल्
ु क के
बकाया रहने की प्स्थति में मंडी सममति दिारा क्रेिा को ऐसी प्रश्नगि
अधिसधू चि कृवि उपज या उससे प्राति प्रसंस्कृि या वितनममयि उत्पाद
के तनगयमन/विक्रय के मिये िारा 19(6) के अिीन अनज्ञ
ु ा पत्र जारी
नहीं ककया जािेगा, और ऐसी प्रश्नगि अधिसधू चि कृवि उपज या उससे
प्राति उत्पादन को िारा 23 की उपिारा(1) के अिीन प्राधिकृि
अधिकाररयों/ कमयचाररयों दिारा अमभगदृ हि ककया जा सकेगा।

Suresh Raikwar/Upvidi_2000_MAIN
67
म0प्र0रा0कृ0वि0बोडय,
मंडी सममतियों के मिये उपविधि सन ् 2000

(43) तनरसन िथा व्याितृ िया :-


मध्यप्रदे श कृवि उपज मंडी अधितनयम 1972 (क्रमांक 24 सन ् 1973)
िारा 80 के अन्िगयि कृवि उपज मंडी सममति ............. के मिए बनाई गई
उपविधि 1987 के भाग-1 से भाग-3 एिं इनके प्रारूप ि तनदे श एिद दिारा
तनरस्ि ककए जािे ह;-
ऐसे तनरासन के होिे हुए भी उति उपविधि या िदािीन जारी तनदे श की
ऐसी बाि जो इस उपविधि से असंगि ना हो िागू रहे गी।
न्न्न्न्न

Suresh Raikwar/Upvidi_2000_MAIN
68
म0प्र0रा0कृ0वि0बो0
मंडी सममतियों के मिये उपविधि सन ् 2000

प्रारूप-एक

अनुबंध पत्र
(उपविधि 16 (4) के अन्िर्गि)

अनुबंि क्रमांक ........................ पुस्तिका क्रमांक ....................


दिनांक ....................................

कृवि अनुमातनि विक्रेिा/कृिक क्रेिा या उसके कृवि उपज घोि विक्रय


उपज का मात्रा का नाम एिं अमिकिाग का नाम के बोरा/पात्र में प्राप्ि
नाम पिा एिं िायसेंस का वििरण अधिकिम
नम्बर िर
1 2 3 4 5 6

मंडी कमगचारी के हतिाक्षर


नोटः-
(1) अनुबंि कराया जािा है कक ऊपर मिखिि कृवि उपज क्रय करने के मिये क्रेिा एिं
विक्रय करने के मिये विक्रेिा/कृिक अनुबद्ि है । क्रेिा द्िारा सीघे विक्रेिा/कृिक को
कृवि को िेने से इन्कार नहीं ककया जायेर्ा। अवपिु उपविधि 17 (8) के अन्िर्गि
कायगिाही की जािेर्ी। अनुबंि का उल्िंिन करने पर क्रेिा की अनुज्ञस्प्ि तनिंबबि
अथिा रिद् करने के मिये िातयत्िािीन होर्ी।
(2) विक्रेिा/कृिक को अनुबंि पत्रक/सौिा पत्रक के अनुसार कृवि उपज के िौि के दिन ही
क्रेिा द्िारा िुर्िान ककया जाएर्ा। उसी दिन िुर्िान नहीं करने की िशा में आर्ामी
दिन एक प्रतिशि की िर से 5 दिन िक पांच प्रतिशि की िर से अतिररक्ि िुर्िान के
साथ िुर्िान ककया जाएर्ा।
(3) उसी दिन िुर्िान प्राप्ि नहीं होने की िशा में विक्रेिा/कृिक मंडी सममति को सूधचि
करे र्ा। पांच दिन बाि मशकायि िजग नहीं होर्ी।

हतिाक्षर मंडी कमगचारी

SURESH/Upvidi_2000_MAIN
69
म0प्र0रा0कृ0वि0बो0
मंडी सममतियों के मिये उपविधि सन ् 2000

प्रारूप-दो

सौदा पत्रक
(उपविधि 16 (4) के अन्िर्गि)

अनुक्रमांक ....................... पुस्तिका क्रमांक .................


दिनांक ..................................

क्रेिा का नाम विक्रेिा/कृिक का कृवि उपज मात्रा िर नमूने का


एिं अनुज्ञस्प्ि नाम िथा पिा का नाम िजन
क्रमांक
1 2 3 4 5 6

क्रेिा के विक्रेिा/कृिक के
हतिाक्षर हतिाक्षर

मंडी कमगचारी का नाम .................................


पि ...................................................................
हतिाक्षर ...........................................................

नोटः- सौिे की शिे


(1)
(2)
(3)
नोटः-
(1) विक्रेिा/कृिक का अनुबंि पत्रक/सौिा पत्रक के अनुसार कृवि उपज के िौि के दिन ही
क्रेिा द्िारा िुर्िान ककया जाएर्ा। उसी दिन िुर्िान नहीं करने की िशा में आर्ामी
दिन एक प्रतिशि की िर से 5 दिन िक पांच प्रतिशि की िर से अतिररक्ि िुर्िान के
साथ िुर्िान ककया जाएर्ा।
(2) उसी दिन िुर्िान प्राप्ि नहीं होने की िशा में विक्रेिा/कृिक मंडी सममति को सूधचि
करे र्ा।
(3) पांच दिन बाि मशकायि िजग नहीं होर्ी।
Suresh Raikwar/Upvidi_2000_MAIN
70
म0प्र0रा0कृ0वि0बो0
मंडी सममतियों के मिये उपविधि सन ् 2000

प्रारुप - दो (अ)

क्रय केन्द्र पर उपयोग हे तु सौदा पत्रक


उपविधि कंडडका (34) के अिीन

अनुक्रमांक ....................... पस्ु तिका क्रमांक ............


दिनांक .....................

क्रय केन्र का नाम/तथान


विक्रेिा/कृिक का क्रेिा का नाम िथा कृवि उपज का मात्रा िर (िाि)
नाम िथा पिा अनुज्ञस्प्ि क्रमांक नाम
1 2 3 4 5

केन्र प्रिारी के हतिाक्षर क्रेिा के हतिाक्षर विक्रेिा/कृिक के हतिाक्षर


( .......................... ) ( ..................... ) ( ..................... )

नाम .............................
पि .............................
हतिाक्षर .......................

नोट :-
(1) विक्रेिा/कृिक को अनब
ु ंि पत्र/सौिा पत्रक के अनस
ु ार कृवि उपज की िौि के दिन ही
क्रेिा द्िारा संपूणग रामश का िुर्िान ककया जायेर्ा। उसी दिन पूरा िुर्िान न करने
की िशा में आर्ामी दिन से एक प्रतिशि प्रतिदिन की िर से 5 दिन िक अतिररक्ि
िुर्िान के साथ िुर्िान ककया जायेर्ा।
(2) उसी दिन िुर्िान नहीं प्राप्ि होने की िशा में विक्रेिा/कृिक सधचि मंडी
सममति/केन्र प्रिारी को ित्काि मिखिि मशकायि कर सूधचि करे र्ा परन्िु 5 दिन
बाि मशकायि मान्य/िजग नहीं होर्ी।

Suresh Raikwar/Upvidi_2000_MAIN
71
म0प्र0रा0कृ0वि0बो0
मंडी सममतियों के मिये उपविधि सन ् 2000

प्रारूप - तीन

उपविधि क्रमांक 17 (3) के अन्िर्गि

कृवि उपज मण्डी सममति ............................... स्जिा .....................................

िौि पची
दिनांक .................
िौि पची क्रमांक .......................
पस्ु तिका क्रमांक ..........................

1- अनब
ु ंि क्रमांक ........................................................................

2- क्रेिा का नाम .........................................................................

3- कृवि उपज का नाम .................................................................

4- बोरो की संख्या .......................................................................

5- िातिविक िजन ......................................................................

िुिय
ै ा का अनज्ञ
ु स्प्ि क्रमांक
िथा िि
ु य
ै ा के हतिाक्षर

Suresh Raikwar/Upvidi_2000_MAIN 72
म0प्र0रा0कृ0वि0बो0
मंडी सममतियों के मिये उपविधि सन ् 2000

प्रारूप – चार

भुगतान-पत्रक
(िारा 37(2), उपविधि 17(4),17(5),के अन्िर्गि)

1. दिनांक ............................. पुस्तिका क्रमांक ..............


2. क्रेिा का नाम एिं िायसेंस नम्बर ....................................................
3. विक्रेिा/कृिक का अनुबंि पत्रक क्रमांक/सौिा पत्रक क्रमांक .............................
4. विक्रेिा/कृिक का नाम ..................................................................
कृवि अनुबंि िौि पची िर कृवि वििंब से कुि उपविधि कुि विक्रेिा/कृिक को
उपज / सौिा के आिार उपज िुर्िान मूल्य के हम्मािी िुर्िान
का पत्रक के पर का की िशा में अनुसार जो मूल्य नर्ि आरटीजीएस/
नाम आिार िातिविक मल्
ू य अतिररक्ि हम्मािी में से िुर् एन.ई.एफ.टी/
पर िजन िुर्िान की िर काटी िान आनिाईन
िजन जाएर्ी। रामश बैंककर् से
िुर्िान रामश
यू.टी.आर.
वििरण
1 2 3 4 5 6 7 8 9 10 11

क्रेिा के हतिाक्षर विक्रेिा/कृिक के िुर्िान प्रास्प्ि के हतिाक्षर


नोटः-(1) मध्यप्रिे श कृवि उपज मण्डी अधितनयम, 1972 की िारा 37(2)(क)-मंडी प्रांर्ण में क्रय की
र्ई कृवि उपज की कीमि का िुर्िान विक्रेिा को उसी दिन मण्डी प्रांर्ण में ककया जायेर्ा: िारा
37(2)(ि) - यदि क्रेिा िण्ड (क) के अिीन िुर्िान नही करिा है िो िह विक्रेिा को िे य कृवि उपज की
कुि कीमि के 1 प्रतििि प्रतिदिन की िर से अतिररक्ि िर्
ु िान पांच दिन के िीिर करने का िायी
होर्ा: िारा 37(2)(र्) - यदि क्रेिा उपरोक्ि िण्ड (क) िथा (ि) के अिीन विके्रिा को िुर्िान के
साथ अतिररक्ि िर्
ु िान ऐसे क्रय के दिन से पांच दिन के िीिर नही करिा है िो उसकी अनुज्ञस्प्ि
छठिें दिन को रिद् कर िी र्ई समझी जायेर्ी और उसे या उसके नािेिार (िारा 11 की उपिारा (1) के
िण्ड (क) के तपष्टीकरण में वितनगदिष्ट अमिप्रेि अनुसार) को ऐसे रिद्करण की िारीि से एक ििग
की कािािधि के मिये इस अधितनयम के अिीन कोई अनुज्ञस्प्ि मंजूर नहीं की जायेर्ी।
(2) क्रेिा द्िारा विक्रेिा/कृिक को ककसी िी स्तथति में िुर्िान हे िु चैक जारी नहीं ककए जा
सकेंर्े।
(3) आरटीजीएस/एनईएफटी/आनिाईन बैंककर् के माध्यम से रामश विक्रेिा /कृिक के िािे में
तथानांिरण के प्रमाणीकरण तिरूप संबंधिि बैंक की जमा पची/रसीि ि यूटीआर नम्बर संिग्न करे ।

73
Suresh Raikwar/Upvidi_2000_MAIN
म0प्र0रा0कृ0वि0बो0
मंडी सममतियों के मिये उपविधि सन ् 2000

प्रारूप - पांच-अ

अनुज्ञप्तत के लिये आवेदन आिेिक का


पासपोटग साईज
व्यापार हे तु
का फोटो चतपा
करे

प्रति, आिेिन क्रमांक ...........................


दिनांक .......................................
श्रीमान ् अध्यक्ष/िारसािक महोिय
कृवि उपज मंडी सममति, ............................
1. आिेिक मंडी में स्जस नाम से व्यिसाय : ..............................................
करना चाहिा है ।
2. क्या आिेिक फमग/दहन्ि ु संयुक्ि : ..............................................
पररिार/व्यस्क्िर्ि /कम्पनी/सरकारी संतथा
है ।
3. आिेिक फमग/दहन्ि ु संयुक्ि पररिार/कम्पनी : ..............................................
सरकारी संतथा/व्यस्क्िर्ि है िो समति
िार्ीिार/किाग /डायरे क्टर के नाम एिं पण
ू ग
पिा

नाम उम्र पिा टे मिफोन नं. आरक्षक्षि केन्र का नाम

4. आिेिक फमग/कम्पनी/सहकारी संतथा है िो : ..............................................


पंजीयन क्रमांक एिं तिधथ।
5. 1.1 आिेिक का जी.एस.टी पंजीयन क्रमांक : ..............................................
1.2 राज्य के व्यापाररयों के मिये समग्र
..............................................
पहचान पत्र
1.3 1.3 राज्य के बाहर के व्यापाररयो के ..............................................

मिये आिार नम्बर


6. आिेिक का इन्कम टे क्स तथायी िािा : ..............................................
क्रमांक
7. आिेिक का ककन बैंकों में िािा है उन बैंकों के : ..............................................
नाम एिं िािा क्रमांक।
Suresh Raikwar/Upvidi_2000_MAIN
74
म0प्र0रा0कृ0वि0बो0
मंडी सममतियों के मिये उपविधि सन ् 2000

8. आिेिक फमग/कम्पनी/सहकारी संतथा/ : ..............................................


व्यस्क्िर्ि है िो पूंजी तनयोजन ककिना है ।
9. आिेिक के कारोबार का मुख्य तथान एिं : कारोबार का मुख्य तथान
शािाओं के पिे एिं कृिकों को िुर्िान करने ..............
:
िािे तथि का पूणग पिा। िुर्िान तथि का पिा
: .................
शािाओं के नाम एिं पिा
.............
10. आिेिक द्िारा कृिक से क्रय की र्ई : र्ोिाम का वििरण पिा
अधिसूधचि कृवि उपज कहॉ पर िण्डारण की 1. ........................................
2. ........................................
जािेर्ी ऐसे र्ोिाम एिं फेक्री तथि के पिे।
: र्ोिाम की संग्रहण क्षमिा
: र्ोिाम ििन के तिामी का
नाम
11. प्रतिाविि कृवि उपज स्जसका आिेिक : ..............................................
व्यापार या कारोबार करना चाहिा है ।

12. आिेिक की ओर से मंडी नीिामी एिं िोि : 1. नाम संबंि


कायग हे िु सहायकों के नाम एिं उनसे संबंि। उम्र
पिा
2. नाम
उम्र
पिा
13. आिेिक पूिग अनुज्ञस्प्ि ग्रदहिा है िो र्ि ् ििग : ..............................................
का िायसेंस क्रमांक ककन्िु निीन अनुज्ञस्प्ि
हो िो व्यिसाय व्यापार प्रारं ि दिनांक।
14. आिेिक द्िारा र्ि ् ििग में ककस दििस को : ..............................................
अधिकिम कृवि उपज क्रय की र्ई है । उसका
दिनांक, मूल्य एिं िजन िे िें।

15. में/हम घोविि करिा/करिी हूं कक मैंने/हमने मध्यप्रिे श कृवि उपज मंडी अधितनयम
ं पढ़ी एिं समझी है । में/हम उनका
1972 ित्िािीन तनयम एिं उपविधियॉ ििीिॉति
यथाविधि पािन करूंर्ा/करूंर्ी/करें र्े, िथा िे मझ
ु े/हमें मान्य होर्ें ।
75
Suresh Raikwar/Upvidi_2000_MAIN
म0प्र0रा0कृ0वि0बो0
मंडी सममतियों के मिये उपविधि सन ् 2000

तनिेिन है कक मंडी ििग एक अप्रैि .................... से 31 माचग ........... हे िु संिग्न


अनुज्ञस्प्ि शुल्क रूपये .................... िथा प्रतििूति रूपये ................. तिीकार कर मंडी ििग
......... के मिये व्यापारी अनुज्ञस्प्ि प्रिान करने की कृपा करें ।

तथान :- .............................
दिनांक :- ...........................
आिेिक के हतिाक्षर िथा मर
ु ा
घोषणा

में/हम आिेिक एिद् द्िारा शपथ पर घोविि करिा/करिी हूं कक आिेिन पत्र में
प्रतिुि उपयुक्ि सूचनायें मेंरे/हमारे ज्ञान एिं विश्िास में सत्य है िथा सही अमिमिखिि की
र्ई है और काई सच
ू ना तछपाई नहीं र्ई है ।
2. आिेिक ने मध्यप्रिे श कृवि उपज मंडी अधितनयम, तनयम, उपविधि, मैनुअि का
ििी-िांति अध्ययन कर मिया है और उनमें िी र्ई व्यितथाओं का पािन करिे हुये
कायग ककया जायेर्ा।
3. अधितनयम, तनयम, उपविधि, मैनुअि में िी र्ई व्यितथाओं को िंर् करने पर
आिेिक को िी र्ई अनुज्ञस्प्ि तनिंबबि अथिा रद्ि कर दिये जाने के िातयत्िािीन
होर्ी।
4. आिेिक यह विश्िास दििािा है कक मंडी सममति से जारी ककये र्ये आिे शों/तनिे शों
का िी आिेिक द्िारा पािन ककया जायेर्ा।
5. आिेिक अनुज्ञस्प्ि के मिये फीस एिं अमििेि आिेिन के साथ प्रतिि
ु कर रहा हैं।

तथान :- .........................
दिनांक :- ....................... हतिाक्षर

(सिी िार्ीिारों/संचािकों के)

Suresh Raikwar/Upvidi_2000_MAIN 76
म0प्र0रा0कृ0वि0बो0
मंडी सममतियों के मिये उपविधि सन ् 2000

कायाािय के उपयोग हे तु

1. कुि रूपये ............... पैसे .............. (शब्िों में) ....................... रसीि क्र. .................
दिनांक ................. द्िारा प्राप्ि कर अनुज्ञस्प्ि पंजी में अनुक्रमांक .....पर प्रविस्ष्ठ
ककया र्या है ।

िेिापाि मिवपक

2. मंडी सममति द्िारा ििग ........................ के िेिा पत


ु िकों का सत्यापन मंडी ररकाडग
एिं व्यापारी द्िारा प्रतिुि िािों से कर मिया र्या है एिं सम्पूणग ििग में व्यापारी
द्िारा क्रय मल्
ू य रूपये ................. पर मंडी शल्
ु क रूपया ................. एिं तनराधश्रि
शुल्क रूपया ............ पूणग जमा करा दिया र्या है ।

िेिापाि सहायक सधचि सधचि

3. अनुज्ञस्प्ि तिीकृि या अतिीकृि ककये जाने के संबंि में मंडी सममति के ठहराि
क्रमांक ......................... दिनांक .............. के अनुसरण में आिे श।

सधचि
4. तिीकृति की स्तथति में अनुज्ञस्प्ि क्रमांक ........................................................

(मिवपक)

(मंडी क्षेत्र के बाहर ननवास करने वािे आवेदक के लिये)

(1) आिेिक म.प्र. के ककस मंडी क्षेत्र का तनिासी है : ............................................


(2) क्या उस मंडी क्षेत्र में िह इस नाम से या अन्य : ............................................
नाम से मंडी िायसेंसी है ।
(3) इस मंडी क्षेत्र में उसे िायसेंस की क्यो : ............................................
आिश्यकिा हुई।
(4) क्या म.प्र. की अन्य और मंडडयों में आिेिक के : ............................................
पास मंडी िायसेंस है , उनके नाम।
(5) क्या आिेिक म.प्र. में प्रसंतकरणकिाग, : ............................................
वितनमागिा है , है िो ककस जर्ह।
Suresh Raikwar/Upvidi_2000_MAIN
77
म0प्र0रा0कृ0वि0बो0
मंडी सममतियों के मिये उपविधि सन ् 2000

(6) आिेिक जहां का मूि तनिासी है , िहां का : ............................................


प्रमाण-पत्र (िहसीििार)
(7) आिेिक म.प्र. में जहां का मूि तनिासी है , िहां : ............................................
पर उसकी सम्पवियों की जानकारी (मय
प्रमाण के)
(8) आिेिक कृिकों के िुर्िान हे िु 3 िाि की : ............................................
बैंक ग्यारं टी का नम्बर एिं बैक का नाम।
(9) तथानीय मंडी में र्ि ् िीन ििो से कायगरि (1) .......................................
(2) .......................................
ककन्ही 02 िायसेंमसयों के पहचान पत्र प्रतिुि
करें ।

उपरोक्ि जानकारी पूणि


ग ः सत्य है यदि इसमें असत्यिा पाई जािें िो मंडी सममति
को मेंरे विरूद्ि सिी िरह की कानूनी कायगिाही करने का अधिकार होर्ा।

हतिाक्षर
सिी िार्ीिार/व्यस्क्िर्ि/प्रबंिक

Suresh Raikwar/Upvidi_2000_MAIN
78
म0प्र0रा0कृ0वि0बो0
मंडी सममतियों के मिये उपविधि सन ् 2000

मध्यप्रदे श िोक सेवाओं के प्रदान की गारं टी अधधननयम-2010 (क्रमांक 24 सन 2010) के


अंतगात म.प्र. कृषष उपज मंडी अधधननयम 1972 की धारा 31 अंतगात वर्णात व्यापारी केवि
भणडारण हे तु (मंडी कृत्यकारी) को अधधननयम की धारा 32 के अंतगात नवीन अनुज्ञप्तत एवं
अनुज्ञप्तत नवीनीकरण के लिए आवेदन का प्ररूप I
प्ररूप - पांच-अ (एक) आिेिक का
पासपोटग साईज

अनुज्ञप्तत के लिये आवेदन का फोटो चतपा


करे
केवि भणडारण हे तु आवेदन

आिेिन क्रमांक : ..................


दिनांक : ...............................
प्रति,
श्रीमान ् अध्यक्ष/िारसािक अधिकारी/सधचि
कृवि उपज मंडी सममति, ............................

1. उस मंडी सममति का नाम एिं स्जिा : ...............................................................


जहॉ का िह अनुज्ञस्प्ििारी व्यापारी/
फमग/प्रसंतकरणकिाग है ।
2. आिेिक मंडी में स्जस नाम से : ...............................................................
व्यिसाय रहा है ।
3. (अ) अनुज्ञस्प्ि का क्रमांक : ...............................................................
(ब) ई-अनुज्ञा पोटग ि पर प्राप्ि : ...............................................................
अनुज्ञस्प्ि क्रमांक (MAN)
4. अनुज्ञस्प्ि की िैििा अिधि : ...............................................................
(दिनांक ................ से दिनांक
.................. िक)
5. क्या आिेिक व्यस्क्िर्ि/फमग/दहन्ि ु : ...............................................................
संयुक्ि पररिार/कम्पनी/सहकारी/
सरकारी संतथा है ।
6. आिेिक व्यस्क्िर्ि/फमग/दहन्ि ु : ...............................................................
संयुक्ि पररिार/कम्पनी
सरकारी संतथा/है िो समति

Suresh Raikwar/Upvidi_2000_MAIN
79
म0प्र0रा0कृ0वि0बो0
मंडी सममतियों के मिये उपविधि सन ् 2000

िार्ीिार/किाग/सितयों/डायरे क्टर के
नाम एिं पूणग पिा एिं सबके आिार
काडग नम्बर
1. नाम : ...............................................................
2. वपिा/पति का नाम : ...............................................................
3. उम्र : ...............................................................
4. पिा : ...............................................................
5. आिार नंम्बर : ...............................................................
6. मोबाइि नम्बर : ...............................................................
7. आरक्षक्षि केन्र का नाम : ...............................................................
7. आिेिक फमग/कम्पनी/सहकारी/ : ...............................................................
सरकारी संतथा है िो पंजीयन क्रमांक
एिं तिधथ।
8. आिेिक का िाखणज्य कर पंजीयन : ...............................................................
क्रमांक/जी.एस.टी. क्रमांक/
सी.जी.एस.टी. क्रमांक
9. आिेिक का इन्कम टे क्स तथायी : ...............................................................
िािा क्रमांक/पेन काडग नम्बर
आिेिक फमग/कम्पनी/सहकारी/
सरकारी संतथा है िो इन्कम टे क्स
तथायी िािा क्रमांक/पेन काडग नम्बर
10. आिेिक का ककन बैंकों में िािा है : ...............................................................
उन बैंकों के नाम एिं िािा क्रमांक
1. बैक का नाम : ...............................................................
2. आई.एफ.सी. कोड़ : ...............................................................
3. िािा क्रमांक : ...............................................................
11. आिेिक व्यस्क्िर्ि / फमग / : ...............................................................
कम्पनी / सहकारी / सरकारी
संतथा है िो पूंजी तनयोजन ककिना
है रामश का उल्िेि करे ।

Suresh Raikwar/Upvidi_2000_MAIN
80
म0प्र0रा0कृ0वि0बो0
मंडी सममतियों के मिये उपविधि सन ् 2000

12. आिेिक के कारोबार का मुख्य तथान : ...............................................................


एिं शािाओं के पिे एिं कृिकों को
िुर्िान करने िािे तथि का पूणग
पिा।
1. कारोबार का मुख्य तथान : ...............................................................
2. शािाओं के नाम एिं पिा : ...............................................................
3. िुर्िान तथि का पिा : ...............................................................
13. आिेिक द्िारा िाई र्ई अधिसूधचि
कृवि उपज जहॉ पर िण्डारण की
जािेर्ी ऐसे र्ोिाम एिं कोल्ड
तटोरे ज तथि के पिे।
गोदाम/कोल्ड स्टोरे ज का षववरण पता
1. र्ोिामो/कोल्ड तटोरे ज का नाम : ...............................................................
2. पिा : ...............................................................
3. र्ोिाम के मामिक का नाम : ...............................................................
4. मामिकाना/ककरायानामा : ...............................................................
अनुबंि दिनांक
5. अनुबंि की िैििा दिनांक : ...............................................................
6. र्ोिामो/कोल्ड तटोरे ज की : ...............................................................
क्षमिा, (मेंदरक टन में)
7. ककिनी क्षमिा ककराये से िी : ...............................................................
र्यी है (मेंदरक टन में)
14. प्रतिाविि कृवि उपज स्जसका आिेिक : ...............................................................
व्यापार या िण्डारण करना चाहिा है ।
15. आिेिक की ओर से मंडी तथानीय का : ...............................................................
नाम हे िु सहायक/प्रतितनधि के नाम
एिं उनसे संबंि।
1. नाम : ...............................................................
2. वपिा/पति का नाम : ...............................................................
3. संबंि : ...............................................................
4. उम्र : ...............................................................

Suresh Raikwar/Upvidi_2000_MAIN
81
म0प्र0रा0कृ0वि0बो0
मंडी सममतियों के मिये उपविधि सन ् 2000

5. पिा : ...............................................................
6. मोबाईि नंबर : ...............................................................
7. आिार नंबर : ...............................................................
16. यदि आिेिक एक से अधिक मंडी सममतियों
का अनज्ञ
ु स्प्ििारी िो उनका वििरण
1. नाम : ...............................................................
2. िायसेसं क्रमांक : ...............................................................
17. आिेिक द्िारा र्ि ् ििग में िरीिी : ...............................................................
मात्रा (मेंदरक टन में )
18. आिेिक प्रिे श की ककसी अन्य मंडी में : ...............................................................
कृिक िर्
ु िान, िौि, मंडी फीस,
तनराधश्रि सहायिा रामश, र्ोिाम
ककराया एिं मंडी सममति को िे य ककसी
िी शोध्य रामश का बकायािार एिं
डडफाल्टर नहीं है । (इस बािि शपथ पत्र
अतनिायग रूप से संिग्न करे ।)
19. मैं/हम घोविि करिा/करिी हूं कक मैन/े हमने मध्यप्रिे श कृवि उपज मंडी
अधितनयम, 1972 के प्राििान एिं सस
ु र् ं पढ़ी
ं ि तनयम एिं उपविधियॉ ििी िॉति
एिं समझी है जो मुझे/हमें मान्य है । में/हम उनका यथाविधि पािन करने हे िु विधि
अनस
ु ार बाध्य है ।
तनिेिन है कक मंडी ििग एक अप्रैि .................... से 31 माचग ....................... हे िु
संिग्न अनुज्ञस्प्ि शुल्क रूपये .................... तिीकार कर मंडी ििग ............ के मिये केिि
िण्डारण हे िु अनुज्ञस्प्ि प्रिान करने की कृपा करें ।
तथान :- .............................
दिनांक :- ...........................
हतिाक्षर (नाम एिं मुरा सदहि)
व्यस्क्िर्ि-प्रोपराईटर/फमग-सिी िार्ीिार/
दहन्ि ु संयुक्ि पररिार-किाग/कम्पनी-डायरे क्टर/
सहकारी संतथा-अध्यक्ष/सरकारी संतथा-प्राधिकृि
अधिकारी

Suresh Raikwar/Upvidi_2000_MAIN
82
म0प्र0रा0कृ0वि0बो0
मंडी सममतियों के मिये उपविधि सन ् 2000

घोषणा

मैं/हम आिेिक एिद् द्िारा शपथ पर घोविि करिा/करिी हूं कक आिेिन पत्र में
प्रतिुि उपयुक्ि सूचनायें मेंरे/हमारे ज्ञान एिं विश्िास में सत्य है िथा सही
अमिमिखिि की र्ई है और काई सूचना तछपाई नहीं र्ई हैं ।
2. आिेिक ने मध्यप्रिे श कृवि उपज मंडी अधितनयम, तनयम, उपविधि, मैनुअि
का ििी-िांति अध्ययन कर मिया है और उनमें िी र्ई व्यितथाओं का पािन
करिे हुये कायग ककया जायेर्ा ।
3. अधितनयम, तनयम, उपविधि, मैनअ
ु ि में िी र्ई व्यितथाओं को िंर् करने पर
आिेिक को िी र्ई अनुज्ञस्प्ि तनिंबबि अथिा रद्ि कर दिये जाने के
िातयत्िािीन होर्ी ।
4. आिेिक यह विश्िास दििािा है कक मंडी सममति से जारी ककये र्ये
आिे शों/तनिे शों का िी आिेिक द्िारा पािन ककया जायेर्ा।
5. आिेिक अनुज्ञस्प्ि के मिये फीस एिं अमििेि आिेिन के साथ प्रतिुि कर रहा हैं।

तथान :- .......................
दिनांक :- ......................
हतिाक्षर

(सिी िार्ीिारों/संचािकों के)

कायाािय के उपयोग हे तु

1. कुि रूपये ................. पैसे ................ (शब्िों में) ...................................... रसीि क्र.
.......... दिनांक ......... द्िारा प्राप्ि कर अनुज्ञस्प्ि पंजी में अनुक्रमांक ................. पर
प्रविस्ष्ठ ककया र्या है ।

िेिापाि मिवपक

2. मंडी सममति द्िारा ििग .................. के िेिा पुतिकों का सत्यापन मंडी ररकाडग एिं
व्यापारी द्िारा प्रतिि
ु िािों से कर मिया र्या है एिं सम्पूणग ििग में व्यापारी द्िारा
क्रय मूल्य रूपये ............... पर मंडी शुल्क रूपया ................. एिं तनराधश्रि शुल्क
रूपया ............ पूणग जमा करा दिया र्या है ।

िेिापाि सहायक सधचि सधचि

Suresh Raikwar/Upvidi_2000_MAIN
83
म0प्र0रा0कृ0वि0बो0
मंडी सममतियों के मिये उपविधि सन ् 2000

3. अनुज्ञस्प्ि तिीकृि या अतिीकृि ककये जाने के संबंि में मंडी सममति के ठहराि
क्रमांक ......... दिनांक .............. अनुसरण में आिे श।

सधचि
4. तिीकृति की स्तथति में अनुज्ञस्प्ि क्रमांक .....................................................

(मिवपक)

(आवेदक द्वारा दी जाने वािी अनतररक्त जानकारी)

(1) आिेिक म.प्र. के ककस मंडी क्षेत्र का तनिासी है : ......................................

(2) आिेिक ककस-ककस मंडी क्षेत्र का िायसेंसी है : ......................................

(3) इस मंडी क्षेत्र में उसे िायसेंस की क्यो : ......................................


आिश्यकिा हुई।
(4) क्या म.प्र. की अन्य और मंडडयों में आिेिक के : ......................................
पास मंडी िायसेंस है , उनके नाम।
(5) क्या आिेिक म.प्र. में प्रसंतकरणकिाग, : ......................................
वितनमागिा है , है िो ककस जर्ह।
(6) आिेिक जहां का मि
ू तनिासी है , िहां का : ......................................
प्रमाण-पत्र (िहसीििार)
(7) आिेिक म.प्र. में जहां का मि
ू तनिासी है , िहां : ......................................
पर उसकी सम्पवियों की जानकारी (मय प्रमाण
के)
(8) आिेिक द्िारा मूि मंडी स्जसका िह : ......................................
अनुज्ञस्प्ििारी है िहा जमा प्रतिितू ि की रामश
का वििरण
(9) तथानीय मंडी में र्ि ् िीन ििो से कायगरि : ......................................
ककन्ही 2 िायसेंमसयों के पहचान पत्र प्रतिुि
करें ।

Suresh Raikwar/Upvidi_2000_MAIN
84
म0प्र0रा0कृ0वि0बो0
मंडी सममतियों के मिये उपविधि सन ् 2000

उपरोक्ि जानकारी पूणि


ग ः सत्य है यदि इसमें असत्यिा पाई जािें िो मंडी सममति
को मेंरे विरूद्ि सिी िरह की कानूनी कायगिाही करने का अधिकार होर्ा।
तथान :- .......................
दिनांक :- ......................
हतिाक्षर (नाम एिं मुरा सदहि)

व्यस्क्िर्ि-प्रोपराईटर/फमग-सिी िार्ीिार/
दहन्ि ु संयुक्ि पररिार-किाग/कम्पनी-डायरे क्टर/
सहकारी संतथा-अध्यक्ष/सरकारी संतथा-प्राधिकृि
अधिकार

Suresh Raikwar/Upvidi_2000_MAIN
85
म0प्र0रा0कृ0वि0बो0
मंडी सममतियों के मिये उपविधि सन ् 2000

रूपये 500/-

शपथ-पत्र का प्रारूप

1/ आिेिक (नाम) ................................... वपिा/पति का नाम ..................................


उम्र ....................... पिा ............................... आिार काडग का नम्बर ............................
कृवि उपज मंडी सममति ........................ स्जिा ....................... का अनुज्ञस्प्ििारी व्यापारी
/प्रसंतकरणकिाग हूं। मेंरा मंडी अनुज्ञस्प्ि क्रमांक ............ (मान नम्बर) ..................... है ।
स्जसकी िैििा दिनांक ........................ िक है ।
2/ आिेिक कृवि उपज मंडी सममति ................................. स्जिा ......................... में
अधिसूधचि कृवि उपज के केिि िण्डारण के मिये मंडी सममति की अनुज्ञस्प्ि प्राप्ि करना
चाहिा है । स्जसके मिये में रे द्िारा प्ररूप-पांच-अ(एक) में आिेिन प्रतिि
ु कर रहा/रही हू ।
3/ आिेिक के द्िारा मंडी क्षेत्र में कृिकों/विक्रेिाओं से अधिसूधचि कृवि उपज का क्रय
नहीं ककया जायेर्ा। अिः मेंरे द्िारा क्षेत्र के कृिकों/विक्रेिाओ के िुर्िान का कोई जोखिम
नहीं है ।
4/ आिेिक प्रिे श की ककसी अन्य मंडी में कृिक िुर्िान, िौि, मंडी फीस, तनराधश्रि
सहायिा रामश, र्ोिाम ककराया एिं मंडी सममति को िे य ककसी िी शोध्य रामश का बकायािार
एिं डडफाल्टर नही है ।
5/ आिेिक के द्िारा मंडी अधितनयम, तनयम, उपविधि, मैनअ
ु ि में उल्िेखिि
व्यितथाओं का पािन ककया जायेर्ा एिं प्राििातनि व्यितथाओं को िंर् करने पर मंडी
अधितनयम के अन्य प्राििान िार्ू होकर आिेिक को िी र्ई अनज्ञ
ु स्प्ि तनिंबबि अथिा
रद्ि ककये जाने के िातयत्िािीन होर्ा।
6/ मंडी अधितनयम, उपविधियों के अंिर्गि यदि कोई शोध्य रामश आिेिक पर
तनकििी है िो िह रामश मेंरे द्िारा िुर्िान की जायेर्ी।

तथान :- .......................
दिनांक :- ......................
हतिाक्षर (नाम एिं मुरा सदहि)

व्यस्क्िर्ि-प्रोपराईटर/फमग-सिी िार्ीिार/
दहन्ि ु संयुक्ि पररिार-किाग/कम्पनी-डायरे क्टर/
सहकारी संतथा-अध्यक्ष/सरकारी संतथा-प्राधिकृि
अधिकारी
86
Suresh Raikwar/Upvidi_2000_MAIN
म0प्र0रा0कृ0वि0बो0
मंडी सममतियों के मिये उपविधि सन ् 2000

प्रारूप - पांच-ब
आिेिक का
पासपोटग साईज
अनुज्ञप्तत के लिये आवेदन का फोटो चतपा
(प्रसंतकरणकिाग, वितनमागिा के उपयोर् हे िु) करे

आिेिन पत्र क्रमांक : ..................... दिनांक : ...............................


प्रति,
श्री मान ् अध्यक्ष/िारसािक महोिय,
कृवि उपज मंडी सममति .............................. (म.प्र.)
1. इकाई/आिेिक का नाम : ...................................................................
1.1 इकाई/आिेिक का जी.एस.टी. : ...................................................................
पंजीयन क्रमांक
1.2 इकाई/आिेिक का इनकम : ...................................................................
टै क्स तथाई िािा क्रमांक
1.3 राज्य के व्यापाररयों के मिये : ...................................................................
समग्र पहचान पत्र
1.4 राज्य के बाहर के व्यापाररयों : ...................................................................
के मिये आिार नम्बर
2. पत्र व्यिहार का पिा : ...................................................................
...................................................................
3. टे िीफोन नम्बर : ...................................................................
4. इकाई की श्रेणी : िघु उद्योर्/तनमागण इकाई/अति िघुउद्योर्
/िह ृ ि उद्योर्
5. इकाई तथि का पिा : ...................................................................
6. संर्ठन का प्रकार एिं मामिक के : िार्ीिारी/तनजी कंपनी/सहकारी/तिाममत्ि
नाम एिं पिे /अन्य
...................................................................
7. कायगकिाप का प्रकार : तनमागण/जाब िकग

8. कौन सी अधिसूधचि कृवि उपज : ...................................................................


का उपयोर् ककया जािेर्ा
87
Suresh Raikwar/Upvidi_2000_MAIN
म0प्र0रा0कृ0वि0बो0
मंडी सममतियों के मिये उपविधि सन ् 2000

9. तनममगि होने िािी ितिुएं के नाम एिं िाविक उत्पािन क्षमिा


नाम िाविगक उत्पािन क्षमिा
1. .................................................................................................
2. .................................................................................................
3. .................................................................................................
10. पूंजी तनिेश (अचि संपवियों में ) :
1. िमू म ............................................................
2. ििन ...........................................................
3. यंत्र संयंत्र .....................................................
____________
योर् रू. ............................
____________
11. ििग में कच्चे माह की आिश्यकिा :
1. मंडी .....................................
2. अन्य जर्ह में ......................
____________
कुि ...........................
____________
12. वििुि िार : ...................................................................
13. क्या इकाई फेक्र एक्ट के : ...................................................................
अन्िर्गि पंजीयन है - हां/नहीं
14. सेिारि कमगचाररयों की कुि : ...................................................................
संख्या

15. में/हम घोविि करिा/करिी हूं कक मैंनें/हमनें म.प्र. कृवि उपज मंडी अधितनयम 1972
ििािीन तनयम एिं उपविधियां ििी िांति पढ़ी समझी है मैं/हम उनका यथा विधि
पािन करूंर्ा/करूंर्ी/करें र्ें िथा िे मुझे/हमें मान्य होंर्े।

तथान : ............................
तिधथ : .............................
(आिेिक के हतिाक्षर िथा मर
ु ा आदि
आिश्यक)

Suresh Raikwar/Upvidi_2000_MAIN
88
म0प्र0रा0कृ0वि0बो0
मंडी सममतियों के मिये उपविधि सन ् 2000

घोषणा

में/हम आिेिक एिद् द्िारा शपथ पर घोविि करिा/करिी हूं कक आिेिन पत्र में
प्रतिुि उपयुक्ि सूचनायें मेंरे/हमारे ज्ञान एिं विश्िास में सत्य है िथा सही अमििेखिि की
र्ई है और कोई सूचना तछपाई नहीं र्ई हैं।

2. आिेिक ने मध्यप्रिे श कृवि उपज मंडी अधितनयम, तनयम, उपविधि, मैनुअि का


ििी-िांति अध्ययन कर मिया है और उनमें िी र्ई व्यितथाओं का पािन करिे हुये
कायग ककया जायेर्ा।

3. अधितनयम, तनयम, उपविधि, मैनुअि में िी र्ई व्यितथाओं को िंर् करने पर


आिेिक को िी र्ई अनुज्ञस्प्ि तनिंबबि अथिा रद्ि कर दिये जाने के िातयत्िािीन
होर्ी।

4. आिेिक यह विश्िास दििािा है कक मंडी सममति से जारी ककये र्ये आिे शों/तनिे शों
का िी आिेिक द्िारा पािन ककया जायेर्ा।

5. आिेिक अनुज्ञस्प्ि के मिये फीस एिं अमििेि आिेिन के साथ प्रतिुि कर रहा हैं।

तथान : .................................
तिधथ : .................................
हतिाक्षर
(एक ही व्यस्क्ि के हतिाक्षर पयागप्ि है )

कायाािय के उपयोग हे तु

कुि रूपये ..................... पैसे .................. (शब्िों में) ..........................................


मात्रा .................... र. क्र. ...................... तिधथ ...................... द्िारा प्राप्ि कर अनुज्ञस्प्ि
पंजी में अनुक्रमांक ................... पर प्रविस्ष्ट ककया र्या है ।

िेिापाि मिवपक

अनुज्ञस्प्ि तिीकृि या अतिीकृि ककये जाने के संबंि में मंडी सममति के ठहराि
क्रमांक ............................. दिनांक ....................... के अनुसरण में आिे श।
सधचि

तिीकृति की स्तथति में अनज्ञ


ु स्प्ि क्रमांक ......................................

(मिवपक)
Suresh Raikwar/Upvidi_2000_MAIN 89
म0प्र0रा0कृ0वि0बो0
मंडी सममतियों के मिये उपविधि सन ् 2000

प्रारूप - पांच-स

आिेिक का
अनुज्ञप्तत हे तु आवेदन
पासपोटग साईज
का फोटो चतपा
प्रति,
करे
सधचि,
कृवि उपज मंडी सममति,
....................... स्जिा .......................

1. यह कक आिेिक मंडी क्षेत्र में विर्ि ििग से अधिसधू चि कृवि उपज से संबंधिि
हम्माि/िुिैया/सिेक्षक/िण्डार्ाररक/पररिहन का कायग कर रहा है ।

2. आिेिक द्िारा मध्यप्रिे श कृवि उपज मंडी अधितनयम, तनयम, उपविधि, मैनुअि में
िी र्ई व्यितथाओं का पािन करिे हुये उपरोक्ि कृत्यकारी के रूप में कायग ककया
र्या है ।

3. अधितनयम, तनयम, उपविधि, मैनुअि में िी र्ई व्यितथाओं को िंर् करने पर


आिेिक को िी र्ई अनुज्ञस्प्ि तनिंबबि अथिा रद्ि कर दिये जाने के िातयत्िािीन
होर्ी।

4. आिेिक यह विश्िास दििािा है कक मंडी सममति से जारी ककये र्ये आिे शों/तनिे शों
का पािन ककया जायेर्ा।

तथान : ........................................ प्राथी के हतिाक्षर


नाम : ..........................................
पिा : ..........................................

Suresh Raikwar/Upvidi_2000_MAIN 90
म0प्र0रा0कृ0वि0बो0
मंडी सममतियों के मिये उपविधि सन ् 2000

प्रारूप – पांच-द
आिेिक का
मंडी प्रांगण के बाहर अन्द्य स्थान पर अधधसूधचत पासपोटग साईज
कृषष उपज के क्रय के षवननयमन हे तु का फोटो चतपा
करे
अनुज्ञप्तत के लिए आवेदन

आिेिन क्रमांक ....................... दिनांक ..................................

प्रति,
श्रीमान ् अध्यक्ष/िारसािक महोिय,
कृवि उपज मंडी सममति ..................

1. आिेिक मंडी क्षेत्र में स्जस नाम से : ..............................................................


व्यिसाय करना चाहिा है ।
2. क्या आिेिक फमग/दहन्ि संयुक्ि : ..............................................................
पररिार/व्यस्क्ि/
कम्पनी/सहकारी संतथा है ।
3. आिेिक फमग/दहन्ि संयक्
ु ि : ..............................................................
पररिार/कम्पनी सहकारी संतथा/
व्यस्क्ि है िो समति िार्ीिार/
किाग/डायरे क्टर के नाम एिं पूणग पिा
नाम उम्र पिा टे मिफोन नं. आरक्षी केन्र का नाम

4. आिेिक फमग/कम्पनी/सहकारी : ..............................................................


संतथा है िो पंजीयक क्रमांक एिं
तिधथ।
5. र्ि ििग का अनुज्ञस्प्ि क्रमांक (यदि : ..............................................................
हो िो)
6. 1.1 आिेिक का जी.एस.टी पंजीयन : ..............................................................
क्रमांक
1.2 राज्य के व्यापाररयों के मिये : ..............................................................
समग्र पहचान पत्र
1.3 राज्य के बाहर के व्यापाररयो के : ..............................................................
Suresh Raikwar/Upvidi_2000_MAIN
91
म0प्र0रा0कृ0वि0बो0
मंडी सममतियों के मिये उपविधि सन ् 2000

मिये आिार नम्बर


7. आिेिक का इन्कम टै क्स तथायी : ..............................................................
िािा क्रमांक
8. आिेिक का ककन बैकों में िािा है : ..............................................................
उन बैकों के नाम एिं िािा क्रमांक
9. आिेिक फमग/कम्पनी/सहकारी : ..............................................................
संतथा/व्यस्क्िर्ि है िो पूंजी
तनयोजन ककिना है ।
10. प्रतिाविि क्रय केन्र से संबंधिि : ..............................................................
जानकारी
अवििादिि तथान (मानधचत्र संिग्न : ..............................................................
ककया जािें )
पिा : ..............................................................
क्रय केन्र प्रबंिक का नाम : ..............................................................
पिा ि िरू िाि क्रमांक : ..............................................................
कृवि उपज का नाम एिं अनुमातनि : ..............................................................
मात्रा स्जसे क्रय कृवि उपज का नाम
............... मात्रा ............. ककया
जाना प्रतिाविि है ।
र्ि ििग में इस कृवि उपज की क्रय : ..............................................................
की र्ई कुि मात्रा (यदि हो िो)
क्रय केन्र पर क्रय का प्रतिाविि : ..............................................................
दिन एिं समयािधि
क्रय की जाने िािी उपज के िण्डारण का तथान- (मानधचत्र संिग्न करें )
11. आिेिक द्िारा कृिक से क्रय की र्ई :
अधिसूधचि कृवि उपज कहॉ ं पर
िण्डारण की जायेर्ी ऐसे र्ोिाम
एिं फेक्री तथि के पिे।
र्ोिाम का वििरण : 1. ..........................................................
2. ..........................................................

Suresh Raikwar/Upvidi_2000_MAIN
92
म0प्र0रा0कृ0वि0बो0
मंडी सममतियों के मिये उपविधि सन ् 2000

र्ोिाम की संग्रहण क्षमिा : ..............................................................


र्ोिाम ििन के तिामी का नाम : ..............................................................
12. आिेिक की ओर से क्रय केन्र पर
सुतनस्श्चि की र्ई तनम्नांककि
सुवििाओं की जानकारी-
(अ) इिेक्रातनक िौि कांटा : ..............................................................
(ब) तिच्छ पेयजि की व्यितथा : ..............................................................
(स) समुधचि प्रकाश एिं छॉि : ..............................................................
व्यितथा
(ि) िुर्िान काउन्टर : ..............................................................
(इ) अन्य सवु ििाऐं जो उपिब्ि हैं : ..............................................................
13. आिेिक की ओर से क्रय केन्र पर 1. नाम संबंि
िौि एिं िर्
ु िान कायग हे िु उम्र
सहायकों के नाम एिं उनसे संबंि। पिा
2. नाम
उम्र
पिा

14. मैं/हम घोविि करिा/करिी हूं कक मैंने/हमने मध्यप्रिे श कृवि उपज मंडी अधितनयम
1972 ित्िािीन तनयम एिं उपविधियॉ ं ििी िॉति
ं पढ़ी एिं समझी है । में/हम उनका
यथाविधि पािन करं र्ा/करं र्ी/करें र्े, िथा िे मुझे/हमें मान्य होंर्े।

तनिेिन है कक मंडी ििग एक अप्रैि ........... से 31 माचग ........ हे िु संिग्न अनुज्ञस्प्ि


शल्
ु क रपये ........... िथा प्रतिितू ि रपये ......... तिीकार कर मंडी ििग ..........के मिए व्यापारी
अनुज्ञस्प्ि प्रिान करने की कृपा करें ।

तथान :- ...............................
दिनांक :- .............................

आिेिक के हतिाक्षर िथा मुरा

Suresh Raikwar/Upvidi_2000_MAIN
93
म0प्र0रा0कृ0वि0बो0
मंडी सममतियों के मिये उपविधि सन ् 2000

घोषणा

में/हम आिेिक एिद् द्िारा शपथ पर घोविि करिा/करिी हूं कक आिेिन पत्र में
प्रतिुि उपयुक्ि सूचनायें मेंरे/हमारे ज्ञान एिं विश्िास में सत्य है िथा सही अमिमिखिि की
र्ई है और कोई सूचना तछपाई नहीं र्ई है ।

2. आिेिक ने मध्यप्रिे श कृवि उपज मंडी अधितनयम, तनयम, उपविधि, मैनुअि का


ििी-िांति अध्ययन कर मिया है और उनमें िी र्ई व्यितथाओं का पािन करिे हुए
कायग ककया जायेर्ा।

3. आिेिक के विरद्ि अधिसधू चि कृवि उपज के विक्रेिाओं को मल्


ू य िर्
ु िान अथिा
मंडी सममति को मंडी शुल्क िुर्िान के संबंि में कोई प्रकरण मंडी सममति अथिा
न्यायािय के समक्ष िंबबि नहीं है ।

4. अधितनयम, तनयम, उपविधि, मैनुअि में िी र्ई व्यितथाओं को िंर् करने पर


आिेिक को िी र्ई अनुज्ञस्प्ि तनिंबबि अथिा रद्ि कर दिये जाने के िातयत्िािीन
होर्ी।

5. आिेिक यह विश्िास दििािा है कक मंडी सममति से जारी ककये र्ये आिे शों/तनिे शों
का िी आिेिक द्िारा पािन ककया जायेर्ा।

6. आिेिक अनुज्ञस्प्ि के मिये फीस एिं अमििेि आिेिन के साथ प्रतिुि कर रहा है ।

तथान :- ...............................
दिनांक :- .............................
हतिाक्षर
(सिी िार्ीिारों/संचािकों के)

Suresh Raikwar/Upvidi_2000_MAIN
94
म0प्र0रा0कृ0वि0बो0
मंडी सममतियों के मिये उपविधि सन ् 2000

कायाािय के उपयोग हे तु

1. कुि रपये ........................ पैसे ..................... (शब्िों में ) .......................................


रसीि क्रमांक ....................... दिनांक ................................. द्िारा प्राप्ि कर अनुज्ञस्प्ि
पंजी में अनुक्रमांक .......................... पर प्रविस्ष्ठ ककया र्या है ।

िेिापाि मिवपक

2. मंडी सममति द्िारा ििग ............................ के िेिा पत


ु िकों का सत्यापन मंडी
ररकाडग एिं आिेिक द्िारा प्रतिुि िािों से कर मिया र्या है एिं सम्पूणग ििग में आिेिक
द्िारा क्रय मल्
ू य रपये ........................... पर मंडी शल्
ु क रपया ........................... एिं
तनराधश्रि शुल्क रपया .................................. पूणग जमा करा दिया र्या है ।

आिेिक ने वििीय ििग .............................. में क्रय हे िु प्रतिाविि अधिसूधचि कृवि


उपज के अनुमातनि मूल्य की 10% रामश र0 ........................................ की सािधि जमा
एिं बैंक र्ारं टी अमानि तिरप तनम्नानुसार प्रतिुि कर िी है :-

(अ) सािधि जमा रसीि क्रमांक ................ बैंक का नाम .............. रपये .............
(ब) बैंक र्ारं टी रपये .......................... बैंक का नाम ........................................

िेिापाि सहायक सधचि सधचि


3. अनुज्ञस्प्ि तिीकृि या अतिीकृि ककये जाने के संबंि में मंडी सममति के ठहराि
क्रमांक ............. दिनांक ................... के अनस
ु रण में आिे श।
(सधचि)
तिीकृति की स्तथति में अनुज्ञस्प्ि क्रमांक ..........................
(मिवपक)
(मंडी क्षेत्र के बाहर ननवास करने वािे आवेदक के लिए)

(1) आिेिक म0प्र0 के ककस मंडी क्षेत्र का तनिासी है ।

(2) क्या उस मंडी क्षेत्र में िह इस नाम से या अन्य नाम से मंडी िायसेंसी है ।

(3) क्या मंडी क्षेत्र में उसे िायसेंस की क्यों आिश्यकिा हुई ।

Suresh Raikwar/Upvidi_2000_MAIN
95
म0प्र0रा0कृ0वि0बो0
मंडी सममतियों के मिये उपविधि सन ् 2000

(4) क्या म0प्र0 की अन्य और मस्ण्डयों में आिेिक के पास मंडी िायसेंस है , उनके नाम।

(5) क्या आिेिक म0प्र0 में प्रसंतकरणकिाग, वितनमागिा है , है िो ककस जर्ह।

(6) आिेिक जहां का मूि तनिासी है , िहां का प्रमाण-पत्र (िहसीििार)।

(7) आिेिक म0प्र0 में जहां का मूि तनिासी है , िहां पर उसकी सम्पवियों की जानकारी
(मय प्रमाण के)।

(8) कृिकों के िुर्िान हे िु ...................... िाि की बैक ग्यारं टी का नम्बर एिं बैक का
नाम।

(9) तथानाीय मंडी में र्ि ् िीन ििो से कायगरि ककन्ही 2 िायसेंमसयों के पहचान पत्र
प्रतिि
ु करें ।

उपरोक्ि जानकारी पूणि


ग ः सत्य है यदि इसमें असत्यिा पाई जािें िो मंडी सममति
को मेंरे विरद्ि सिी िरह की कानूनी कायगिाही करने का अधिकार होर्ा।

हतिाक्षर

सिी िार्ीिार/व्यस्क्िर्ि/प्रबंिक

Suresh Raikwar/Upvidi_2000_MAIN
96
म0प्र0रा0कृ0वि0बो0
मंडी सममतियों के मिये उपविधि सन ् 2000

प्रारूप – छः

घोषणा पत्र

(उपविधि 18 (3) के अन्िर्गि)

1. मैं/हम घोिणा करिे है कक क्रय क्षमिा ........................... िाि रूपये िक की है । एक


दिन की अधिकिम िरीिी का मूल्य।

2. यह िी घोविि ककया जािा है कक कृवि उपज के विक्रेिा को उसी दिन िुर्िान ककया
जायेर्ा, यदि उसी दिन िुर्िान नहीं ककया जािा है िो कृवि उपज के मूल्य के 1 प्रतिशि की
िर से अतिररक्ि िुर्िान सदहि पूरा िुर्िान 5 दिन में कर दिया जायेर्ा अन्यथा 6िें दिन
अनुज्ञस्प्ि तििः तनरति हो जायेर्ी और मुझे/हमें या हमारे उन ररश्िेिारों को जैसा की
अधितनयम की िारा 11 की उपिारा (1) के तपष्टीकरण में उल्िेखिि है । आर्ामी एक ििग
की कािािधि में कोई अनुज्ञस्प्ि मंजूर नहीं की जायेर्ी और मेंरी/हमारी कोई आपवि नहीं
होर्ी एिं यह िी घोविि ककया जािा है कक, क्रय क्षमिा को प्रमाखणि करने के मिये जो
सामूदहक/व्यस्क्िर्ि प्रतििूति का प्रमाण पत्र प्रतिुि ककया र्या है उसे प्रत्याहिग समझा
जायेर्ा।

तथान : .......................
दिनांक : ......................

हतिाक्षर

आिेिक का नाम ..........................


पूरा पिा ....................................

Suresh Raikwar/Upvidi_2000_MAIN
97
म0प्र0रा0कृ0वि0बो0
मंडी सममतियों के मिये उपविधि सन ् 2000

प्रारुप - छः-अ

घोषणा पत्र
(उपविधि कंडडका (29) के अंिर्गि)

मैं/हम एिद् द्िारा यह घोिणा करिा हूं/करिे है कक मंडी क्षेत्र में अधिसूधचि कृवि
उपजों के क्रय हे िु मेंरे/हमारे द्िारा तथावपि क्रय केन्रों की अधिकिम ् िै तनक क्रय क्षमिा
............... स्क्िंटि है िथा एक दिन अधिकिम ् िरीिी का मूल्य ........... रपया होिा है ।

2. मैं/हम यह िी घोविि करिे है कक मेंरे/हमारे द्िारा क्रय केन्र पर क्रय की र्ई


अधिसूधचि कृवि उपज का पूरा िुर्िान विक्रेिा को मंडी अधितनयम की िारा 37 के
उपबंिों के अिीन उसी दिन ककया जािेर्ा।

3. मैं/हम यह िी घोिणा करिे है कक िारा 37 के उपबंिों के उल्िंघन की स्तथति में िारा


37(2) (र्) के अिीन 6 िे दिन मेंरी/हमारी अनुज्ञस्प्ि तििः तनरि हो जािेर्ी और
मुझे/हमें या हमारे ककसी िी नािेिार को आर्ामी एक ििग िक कक कािािधि के मिए
इस अधितनयम के अिीन कोई अनुज्ञस्प्ि मंजूर नहीं की जािेर्ी और इसमें मुझ/े हमें
कोई आपवि नहीं होर्ी एिं यह िी घोविि ककया जािा है कक क्रय क्षमिा को
प्रमाखणि करने के मिए जो व्यस्क्िर्ि प्रतििूति का प्रमाण पत्र प्रतिुि ककया र्या है
उसे रद्ि समक्षा जािेर्ा।

4. मेंरे/हमारे द्िारा यह िी घोिणा की जािी है कक मैं/हम घोविि क्रय क्षमिा से अधिक


मात्रा में अधिसधू चि कृवि उपज का क्रय नहीं करे र्े। यदि मेंरे/हमारे द्िारा घोविि
िै तनक क्रय क्षमिा से अधिक मात्रा की िरीिी क्रय केन्रों पर की जािी है अथिा यदि
मेंरी/हमारी िै तनक क्रय क्षमिा में िद्
ृ धि होिी है िो इसके मिए मेंरे/हमारे द्िारा क्रय
क्षमिा में िद्
ृ धि के अनुपाि में क्रय मूल्य की अतिररक्ि अमानि/प्रतििूति रामश की
सािधि (एफ.डी.आर.) मंडी सममति के पक्ष में ित्काि प्रतिुि की जािेर्ी।

5. मैं/हम यह घोिणा करिा हूं/करिे है कक यदि मेंरे/हमारे द्िारा उपरोक्िानुसार


घोिणा पत्रक एिं मंडी अधितनयम, तनयम िथा उपविधियों उल्िंघन ककया जािा है
िो मंडी सममति को यह पण
ू ग अधिकार होर्ा कक िह मेंरी/हमारी अनुज्ञस्प्ि रद्ि कर
िें । मुझे/हमें इसमें कोई आपवि/हजग नहीं होर्ा।

Suresh Raikwar/Upvidi_2000_MAIN
98
म0प्र0रा0कृ0वि0बो0
मंडी सममतियों के मिये उपविधि सन ् 2000

6. मैं/हम यह िी घोिणा करिे है कक मेंरे/हमारे नाम पर आिेिन के दिनांक को


तनम्नानुसार चि'-अचि संपवि उपिब्ि है स्जस पर मेंरा/हमारा िैिातनक तिाममत्ि
है ः-
1- चि संपवि बैंक का नाम बैंक में जमा रामश
अ- चािू/करन्ट िािा में जमा रामश
ब- बचि िािों में जमा रामश
स- सािधि/कफक्स डडपास्जट में जमा रामश
ि- अन्य जमा रामश
---------------------
योर् - _____________
----------------------
2- अचि संपवि- तथान रकबा क्षेत्रफि अनम
ु ातनि बाजार मल् ू य
अ- िूमम
ब- ििन/िक
ु ान/कारिाना/र्ोिाम
स- अन्य संपवि

मैं/हम यह िी पूणग सत्यिा के साथ घोविि करिे है कक मेंरे/हमारे द्िारा


उपरोक्िानस
ु ार की र्ई घोिणा पूणि
ग ः सत्य है एिं प्रमाखणि है ।

तथान : .............................
दिनांक : .....................
हतिाक्षर
आिेिक का नाम
पूरा पिा

Suresh Raikwar/Upvidi_2000_MAIN 99
म0प्र0रा0कृ0वि0बो0
मंडी सममतियों के मिये उपविधि सन ् 2000

प्रारूप – सात

सामूहहक प्रनतभूनत की दशा में प्रमाण पत्र


(उपविधि क्रमांक 18 (3) के अन्िर्गि)

यह प्रमाखणि ककया जािा है कक, आिेिक श्री/सुश्री/श्रीमति ..................................


वपिा/पति श्री ............................. फमग/कम्पनी ............................................... कृवि
उपज मंडी सममति ................ स्जिा ........................ के क्षेत्र में व्यापारी/ प्रसंतकरणकिाग/
वितनमागिा/पक्का आढ़तियां कृत्यकारी के रूप में कायग करना चाहिा है एिं इस हे िु िह मंडी
सममति को तनयमानस
ु ार आिेिन कर रहा हैं।

2/ यह िी प्रमाखणि ककया जािा है कक, व्यापारी एसोमसयेशन द्िारा कृवि उपज मंडी
सममति ................................ स्जिा ............................ के पक्ष में बनिाई र्ई समति
सािधि जमा/बैंक र्ारं टी प्रतिितू ि रामश वििरण तनम्नानस
ु ार है ।

क्र रामश सािधि दिनांक बैंक का सािधि जमा/बैंक र्ारं टी ररमाकग


जमा/बैंक नाम एिं की पररपक्ििा/िैििा
र्ारं टी क्रमांक पिा दिनांक
1.
2.
3.

3/ यह िी प्रमाखणि ककया जािा है कक, आिेिक द्िारा कृवि उपज के विक्रेिा/विक्रेिाओ


का िर्
ु िान नही ककया जािा है िो उसका सम्पण
ू ग िर्
ु िान सामदू हक प्रतििूति की रामश में से
ककया जायेर्ा।

यह िी प्रमाखणि ककया जािा है कक, उपरोक्ि आिेिक से कृवि उपज के विक्रेिाओं


को ककसी प्रकार की जोखिम नहीं है ।

तथान : .....................
दिनांक : ...................

मुरा सदहि हतिाक्षर


(हतिाक्षरकिाग का नाम)
व्यापारी एसोमशयेशन के अध्यक्ष का नाम ........
पूरा पिा ................................................................

Suresh Raikwar/Upvidi_2000_MAIN 100


म0प्र0रा0कृ0वि0बो0
मंडी सममतियों के मिये उपविधि सन ् 2000

प्रारूप - सात-अ

व्यप्क्तगत प्रनतभूनत की दशा में प्रमाण पत्र


(उपविधि क्रमांक 18 (4) के अन्िर्गि)

यह प्रमाखणि ककया जािा है कक, श्री .............................. पुत्र श्री .............................


फमग ........................ कृवि उपज मंडी सममति ................. स्जिा ................... के क्षेत्र में
व्यापारी/प्रसंतकरणकिाग, वितनमागिा/पक्का आढ़तियां कृत्यकारी के रूप में कायग करना
चाहिा है एिं इस हे िु िह मंडी सममति को तनयमानुसार आिेिन कर रहा हैं।

यह िी प्रमाखणि ककया जािा है कक, आिेिन की क्रय क्षमिा उसके द्िारा प्रतिुि
घोिणा पत्र में उल्िेखिि रामश रूपया ............... िक की है एिं इिनी रामश िक आिेिक
द्िारा कृवि उपज के विक्रेिा/विक्रेिाओं को िुर्िान नहीं ककया जािा है िब इसका िुर्िान
मेंरे/हमारे द्िारा कृवि उपज मंडी सममति ............ स्जिा .............. के पक्ष में बनिाई र्ई
सािधि जमा क्रमांक .............. से जमा रामश में से ककया जायेर्ा एिं इसकी पूतिग ित्काि की
जाएर्ी। मेंरे/हमारे द्िारा जमा नर्ि प्रतििूति से की जाएर्ी।

यह िी प्रमाखणि ककया जािा है कक आिेिक से विक्रेिाओं को िुर्िान की जोखिम


नहीं है ।

तथान : ....................
दिनांक : ..................

मर
ु ा सदहि हतिाक्षर
पूरा पिा ..........................

Suresh Raikwar/Upvidi_2000_MAIN 101


म0प्र0रा0कृ0वि0बो0
मंडी सममतियों के मिये उपविधि सन ् 2000

प्ररुप - सात-ब

व्यप्क्तगत प्रनतभूनत की दशा में प्रमाण पत्र


(उपविधि कंडडका (29) के अंिर्गि)

यह प्रमाखणि ककया जािा है कक श्री ................................. पुत्र श्री ...........................


फमग/संतथा ....................................... कृवि उपज मंडी सममति, ...........................स्जिा
.................... के क्षेत्र में व्यापारी कृत्यकारी के रप में कायग करना चाहिा है और इस हे िु िह
मंडी सममति को तनयमानुसार आिेिन कर रहा है ।

आिेिक द्िारा आिेिन के साथ मंडी प्रांर्ण के बाहर मंडी क्षेत्र में अधिसधू चि कृवि
उपजों के िरीिी के मिए फमग द्िारा तथावपि ककये जाने िािे क्रय केन्रों की सूची संिग्न की
र्ई है ।

2- यह िी प्रमाखणि ककया जािा है कक मेंरे/हमारे द्िारा िै तनक क्रय क्षमिा संबंिी


प्रतिुि घोिणा पत्र प्ररप छः-अ के अनुसार क्रय केन्रों पर अधिसूधचि कृवि उपज की एक
दिन का अधिकिम ् िरीिी मूल्य ............... रपया की अमानि/प्रतििूति रामश ..................
रपया की सािधि (एफ.डी.आर) क्रमांक ............. जो कृवि उपज मंडी सममति, .................
स्जिा ............. के पक्ष में बनिाई र्ई है । प्रतििूति/अमानि तिरप जमा सािधि
(एफ.डी.आर) का आहरण िारा 37 के उपबंिों के उल्िंघन की स्तथति में ककसी िी समय
मंडी सममति/सधचि द्िारा ककया जा सकिा है ।

3- यह िी प्रमाखणि ककया जािा है कक आिेिक द्िारा क्रय केन्िों पर क्रय की र्ई


अधिसधू चि कृवि उपजों का परू ा िुर्िान यदि विक्रेिाओं को उसी दिन नहीं ककया जािा है
िब इसकी पूतिग कृवि उपज मंडी सममति ....................... के पक्ष में बनिाई र्ई उपरोक्ि
सािधि (एफ.डी.आर) ित्काि करने का अधिकार मंडी सममति/मंडी सधचि को रहे र्ा।

4- यह िी प्रमाखणि ककया जािा है कक आिेिक द्िारा से क्रय की जाने िािी कृवि उपजों
के िुर्िान की कोई जोखिम विक्रेिाओं को नहीं है ।

तथान : ......................
दिनांक : ......................
हतिाक्षर
आिेिक का नाम ............................
पूरा पिा ...........................................

Suresh Raikwar/Upvidi_2000_MAIN
102
म0प्र0रा0कृ0वि0बो0
मंडी सममतियों के मिये उपविधि सन ् 2000

प्रारूप - आठ

(अधधननयम की धारा 32 एवं उपषवधध 18(7) के अन्द्तगात)

कायागिय
कृवि उपज मंडी सममति,
........................ स्जिा .......................

अनुक्रमांक : ............................ दिनांक : ...............

1. श्री/श्रीमति/कुमारी/फमग (परू ा पिा) ............................................................... को


आज दिनांक .................. को ................. कृत्यकारी के रूप में अनुज्ञस्प्ि जारी की
जािी है । यह अनुज्ञस्प्ि दिनांक ................ िक प्रिािशीि रहे र्ी।

हतिाक्षर हतिाक्षर
अध्यक्ष सधचि
कृवि उपज मंडी सममति, कृवि उपज मंडी सममति,
.............. स्जिा ............... ............ स्जिा .............

2. अनुज्ञस्प्ििारी के आचरण का परीिेक्षण कर मिया र्या है । फितिरूप अनुज्ञस्प्ि


जीिनिर ............................ के मिये िैद्य हैं।

हतिाक्षर हतिाक्षर
अध्यक्ष सधचि
कृवि उपज मंडी सममति, कृवि उपज मंडी सममति,
............... स्जिा ................ .......... स्जिा ..........

यह अनुज्ञस्प्ि तनम्न आिारों पर तनिंबबि अथिा रिद् की जा सकेर्ी :-

(क) अनुज्ञस्प्ि िारी का आचरण मंडी सममति के दहि में नही होने पर।
(ि) मंडी फीस/तनराधश्रि सहायिा रामश का िुर्िान चौिह दिन के िीिर नही
करने पर तनिंबबि अथिा वििम्ब की िशा में 24 प्रतिशि प्रतिििग की िर से
ब्याज सदहि 1 माह में िुर्िान नहीं करने पर।
(र्) मंडी अधितनयम, तनयम, उपविधि के प्राििानों का उल्िंघन करने।
(घ) अन्य अिशेि के मामिों में मंडी सममति से जारी सूचना पत्र/मांर् पत्र में
उल्िेखिि अिधि में रामश जमा न करने पर।
(ड) वििरणीयां तनयि कामिक अिधि में प्रतिुि न करने पर।
Suresh Raikwar/Upvidi_2000_MAIN
103
म0प्र0रा0कृ0वि0बो0
मंडी सममतियों के मिये उपविधि सन ् 2000

प्ररुप- आठ-अ

(अधधननयम की धारा 32 एवं उपषवधध कंडडका (30) के अंतगात)

कायागिय
कृवि उपज मंडी सममति,
......................... स्जिा ..........................

1. श्री/श्रीमिी/कुमारी/फमग (परू ा पिा) .............................................. को मंडी प्रांर्ण


के बाहर तनम्नांककि क्रय केन्रों पर (अधिसूधचि कृवि उपज का नाम) .............................के
क्रय हे िु आज दिनांक ................ को अनुज्ञस्प्ि जारी की जािी है -

क्रमांक क्रय केन्र का नाम एिं तथान


1- ...........................................................................................................
2- ...........................................................................................................
3- ...........................................................................................................
4- ...........................................................................................................
5- ...........................................................................................................
6- ...........................................................................................................
2. यह अनुज्ञस्प्ि दिनांक ................................... िक प्रिािशीि रहे र्ी।

3. यह अनुज्ञस्प्ि तनम्नांककि आिारों पर तनिंबबि अथिा रिद् की जा सकेर्ी :-


(क) अनुज्ञस्प्ििारी का आचरण मंडी सममति के दहि में नहीं होने पर।
(ि) मंडी फीस/तनराधश्रि सहायिा रामश का िुर्िान चौिह दिन के िीिर नहीं
करने पर तनिंबबि अथिा वििम्ब की िशा में 24 प्रतिशि प्रतिििग की िर से
ब्याज सदहि 1 माह में िुर्िान नहीं करने पर।
(र्) मंडी अधितनयम, तनयम, उपविधि के प्राििानों का उल्िंघन करने।
(घ) अन्य अिशेि के मामिों में मंडी सममति से जारी सूचना पत्र/ मांर् पत्र में
उल्िेखिि अिधि में रामश जमा न करने पर।
(ड) वििरणीयां तनयि कािािधि में प्रतिुि न करने पर।

हतिाक्षर

अध्यक्ष एिं सधचि


कृवि उपज मंडी सममति
........................ स्जिा ..........................
Suresh Raikwar/Upvidi_2000_MAIN
104
म0प्र0रा0कृ0वि0बो0
मंडी सममतियों के मिये उपविधि सन ् 2000

प्रारूप - नौ (संशोधधत)

’’केवि राज्य में उपयोग हे तु’’


अनुज्ञा पत्र

कृवि उपज मण्डी सममति ...........................


स्जिा कोड ............. मण्डी कोड .....................
अधितनयम की िारा 19(6) िथा उपविधि 20(10)
(मूि मण्डी क्षेत्र अथिा मण्डी प्रांर्ण से माि बाहर िे जाने के मिये)
पत
ु िक क्रमांक ............................. पष्ृ ठ क्रमांक ....................... दिनांक ......................
1. कृवि उपज नाम .......................................... ककतम ............................................
2. कृवि उपज की मात्रा-नर् संख्या .......... कुि िजन (स्क्िं) ............. शब्िो में .........
स्क्िं ........
3. कृवि उपज के तिामी/विक्रेिा का नाम ...................................................................
4. िाहन का प्रकार ............................... िाहन क्रमांक ...............................................
5. िाहन चािक का नाम ...........................................................................................
6. जमा की र्ई मंडी फीस/अनुज्ञा पत्र का वििरण ......................................................

व्यापारी के मिये कृिकों के मिये

अनुज्ञस्प्ि क्रमांक ........................................ कुि िाई र्ई मात्रा .....................................


कृवि उपज क्रय वििरण .................................... िापसी िे जायी र्ई मात्रा .......................
क्रय दिनांक .......................................... िापसी िे जाने का कारण ...............................
कुि क्रय मात्रा (स्क्िं) ................... व्यापारी के पास इस अनुज्ञा पत्र से तनकासी के बाि शेि
तकंि िजन (स्क्िं) .........
क्रेिा व्यापारी/फमग/तथान, जहां कृवि उपज (विक्रय/प्रोसेमसंर्) के उद्िे श्य से िेजी जाना है
का नाम -........................... जी.एस.टी. पंजीयन क्रमांक ............................................
मण्डी अनुज्ञस्प्ि/मान नम्बर ................................. मण्डी सममति का नाम ....................
स्जिा ........................... र्ंिव्य/डडमििरी के्रिा व्यापारी/फमग/तथान जहां कृवि उपज
(विक्रय/प्रोसेमसंर्) के उद्िे श्य से िेजी जाना है का नाम- ...........................................
जी.एस.टी पंजीयन क्रमांक ......................... मण्डी अनुज्ञस्प्ि मान नम्बर ...................
मण्डी सममति का नाम स्जिा/प्रिे श ...........................

Suresh Raikwar/Upvidi_2000_MAIN
105
म0प्र0रा0कृ0वि0बो0
मंडी सममतियों के मिये उपविधि सन ् 2000

(नोट- क्रेिा व्यापारी को जारी इस अनुज्ञा पत्र के आिार पर ही मण्डी फीस से छूट का िाि
दिया जाकर र्ंिव्य/डडमििरी क्रेिा के पक्ष में यह अनुज्ञापत्र जारी ककया र्या है । यदि
र्ंिव्य/डडमििरी क्रेिा व्यापारी द्िारा होिोग्राम युक्ि र्ुिाबी िाहन प्रति को उपविधि
कस्ण्डका 20(4) के अनुसार 14 दििस की विदहि समयािधि में मण्डी कायागिय में प्रतिुि
ककया जाकर ककसी अन्य को इस कृवि उपज का पुनः विक्रय ककया जािा है िो केिि उस
िशा में ही इस अनज्ञ
ु ा पत्र से मण्डी फीस छूट का िाि र्ंिव्य/डडमििरी क्रेिा द्िारा मिया
जा सकेर्ा।)
मैं प्रमाखणि करिा हूं (व्यापारी के मिये िार्ू) इस अनज्ञ
ु ापत्र में िजग कृवि उपज का
िुर्िान विक्रेिा को ककया जा चुका है िथा इस पर िे य मण्डी शुल्क/तनराधश्रि सहायिा रामश
का पूणग िर्
ु िान ककया जा चुका है ।

हतिाक्षर

(कृवि उपज के
तिामी/प्रतितनधि के)

उपरोक्ि कृवि उपज की मण्डी प्रांर्ण के बाहर िे जाने की अनुमति प्रिान की जािी
है । प्रमाखणि ककया जािा है कक जहां िक ये व्यापारी के माि पर िार्ू होिा है । मैंने
िंिीिांति जांच कर अपने आपको आश्िति कर मिया र्या है कक अनुज्ञापत्र में तनकासी हे िु
िशागयी र्ई कृवि उपज का पण
ू ग िर्
ु िान विक्रेिा को ककया जा चक
ु ा है िथा इस पर िे य मण्डी
फीस एिं तनराधश्रि सहायिा रामश का िुर्िान प्राप्ि ककया जा चुका है ।

तथान : ......................................................... सक्षम मण्डी कमगचारी के


दिनांक : ................ समय : ......................... हतिाक्षर/सीि

नोट:- समति ररस्क्ियों की पूतिग अतनिायग है ।

Suresh Raikwar/Upvidi_2000_MAIN
106
म0प्र0रा0कृ0वि0बो0
मंडी सममतियों के मिये उपविधि सन ् 2000

प्रारूप - नौ (संशोधधत)

’’केवि राज्य के बाहर उपयोग हे त’ु ’


अनुज्ञा पत्र

कृवि उपज मण्डी सममति...........................


स्जिा कोड ............. मण्डी कोड .....................

अधितनयम की िारा 19(6) िथा उपविधि 20(10)


(मि
ू मण्डी क्षेत्र अथिा मण्डी प्रांर्ण से माि बाहर िे जाने के मिये)

पुतिक क्रमांक ............................. पष्ृ ठ क्रमांक ...................... दिनांक .......................

1. कृवि उपज नाम .......................................... ककतम .............................................


2. कृवि उपज की मात्रा-नर् संख्या .............. कुि िजन (स्क्िं) ...........................
शब्िों में ............ स्क्िं .....................
3. कृवि उपज के तिामी/विक्रेिा का नाम ...................................................................
4. िाहन का प्रकार ............................... िाहन क्रमांक ...............................................
5. िाहन चािक का नाम ...........................................................................................
6. जमा की र्ई मंडी फीस/अनुज्ञा पत्र का वििरण ......................................................

व्यापारी के मिये कृिको के मिये

अनुज्ञस्प्ि क्रमांक ......................... कुि िाई र्ई मात्रा ................................. कृवि उपज
क्रय वििरण ..................... िापसी िे जायी र्ई मात्रा ................... क्रय दिनांक ................
िापसी िे जाने का कारण .................. कुि क्रय मात्रा (स्क्िं) ................... व्यापारी के पास
इस अनुज्ञा पत्र से तनकासी के बाि शेि तकंि िजन (स्क्िं) ................. क्रेिा
व्यापारी/फमग/तथान, जहां कृवि उपज (विक्रय/प्रोसेमसंर्) के उद्िे श्य से िेजी जाना है का
नाम -....................... जी.एस.टी. पंजीयन क्रमांक ................... मण्डी अनुज्ञस्प्ि/मान
नम्बर ................. मण्डी सममति का नाम ................ स्जिा ...................
र्ंिव्य/डडमििरी क्रेिा व्यापारी/फमग/तथान जहां कृवि उपज (विक्रय/प्रोसेमसंर्) के उद्िे श्य

Suresh Raikwar/Upvidi_2000_MAIN
107
म0प्र0रा0कृ0वि0बो0
मंडी सममतियों के मिये उपविधि सन ् 2000

से िेजी जाना है का नाम- .............. जी.एस.टी पंजीयन क्रमांक ............ मण्डी अनुज्ञस्प्ि
मान नम्बर ................... मण्डी सममति का नाम स्जिा/प्रिे श .........................................

(नोट- क्रेिा व्यापारी को जारी इस अनुज्ञा पत्र के आिार पर ही मण्डी फीस से छूट का िाि
दिया जाकर र्ंिव्य/डडमििरी क्रेिा के पक्ष में यह अनुज्ञापत्र जारी ककया र्या है ।)

मैं प्रमाखणि करिा हूं (व्यापारी के मिये िार्ू) इस अनुज्ञापत्र में िजग कृवि उपज का
िर्
ु िान विक्रेिा को ककया जा चक ु ा है िथा इस पर िे य मण्डी शल्
ु क/तनराधश्रि सहायिा रामश
का पूणग िुर्िान ककया जा चुका है ।
हतिाक्षर
(कृवि उपज के
तिामी/प्रतितनधि के)
उपरोक्ि कृवि उपज की मण्डी प्रांर्ण के बाहर िे जाने की अनुमति प्रिान
की जािी है । प्रमाखणि ककया जािा है कक जहां िक ये व्यापारी के माि पर िार्ू
होिा है । मैंने िंिीिांति जांच कर अपने आपको आश्िति कर मिया र्या है कक
अनुज्ञापत्र में तनकासी हे िु िशागयी र्ई कृवि उपज का पूणग िुर्िान विक्रेिा को
ककया जा चुका है िथा इस पर िे य मण्डी फीस एिं तनराधश्रि सहायिा रामश का
िुर्िान प्राप्ि ककया जा चुका है ।

तथान : ....................................... सक्षम मण्डी


कमगचारी के
दिनांक : ................ समय : .........................
हतिाक्षर/सीि

नोट:- समति ररस्क्ियों की पूतिग अतनिायग है ।

Suresh Raikwar/Upvidi_2000_MAIN
108
म0प्र0रा0कृ0वि0बो0
मंडी सममतियों के मिये उपविधि सन ् 2000

प्ररुप - नौ-(अ)

मंडी क्षेत्र में ''वार्णप्ज्यक संव्यवहार'' की सूचना/घोषणा


(मंडी अधितनयम की िारा 19(3)(िो)(ि) के अंिर्गि)

बुक क्रमांक ............................... सरि क्रमांक ....................... दिनांक .............................

1. विक्रेिा फमग का नाम ............................... अनुज्ञस्प्ि क्रमांक ................................


पूरा पिा ..............................................................................................................
2. क्रेिा फमग का नाम ..................................... अनुज्ञस्प्ि क्रमांक ...............................
पूरा पिा ..............................................................................................................
3. अधिसधू चि कृवि उपज का नाम ................... मात्रा (नर्) .................... िजन .........
बबि क्रमांक ....................... दिनांक ....................... मूल्य ......................... (रूपये)
4. पररिहन का सािन ............ िाहन क्रमांक ............... चािक का नाम ....................
प्रमाखणि ककया जािा है कक उपरोक्ि अधिसधू चि कृवि उपज पर िे य मंडी फीस/िर्
ु िान की र्ई
मंडी फीस संबि
ं ी अनज्ञ
ु ा पत्र मंडी सममति के कायागिय में जमा कर िी र्ई/कर दिये र्ये है। साथ ही में रे/हमारे
द्िारा यही िोिणा की जािी है कक उपरोक्ि अधिसधू चि कृवि उपज पर िे य मंडी फीस का तनम्नानस
ु ार
िर्
ु िान ककया जा चुका है । िे य/िर्
ु िान की र्ई मंडी फीस के िर्
ु िान के संबि
ं में आिश्यकिानस
ु ार िांतछि
अन्य अमििेि प्रतिि
ु कर समािान कराने का िातयत्ि में रा/हमारा रहे र्ा।
(प्राथममक संव्यिहार में उत्पािक से अनुबंि/सौिा द्िारा क्रय की िशा में )
5. विक्रेिा द्िारा जमा की र्ई मंडी फीस का वििरण -
बुक/रसीि क्रमांक ....................दिनांक ........................... रामश ...........................
(अन्य मंडी क्षेत्र से अनज्ञ
ु ापत्र द्िारा क्रय की िशा में )
6. अनुज्ञापत्र बुक एिं सरि क्रमांक .............. दिनांक .................. मंडी सममति का
नाम ........................... स्जिा ..........................................................................
(मंडी अधितनयम की िारा 19(3)(िो)(ि) के अंिर्गि िाखणस्ज्यक संव्यिहार की िशा में )
7. विक्रेिा से प्राप्ि सूचना/घोिणा का बुक क्रमांक ................ अनुक्रमांक .................
दिनांक ...................
विक्रेिा/जारीकिाग फमग के हतिाक्षर
फमग की मुरा
नाम ...................................
नोट :- (1) केिि विक्रेिा फमग के तिामी/प्रोपराईटर/िार्ीिार अथिा प्राधिकृि व्यस्क्ि
द्िारा हतिाक्षररि सच
ू ना/घोिणा पत्र ही मान्य होंर्े।

Suresh Raikwar/Upvidi_2000_MAIN 109


म0प्र0रा0कृ0वि0बो0
मंडी सममतियों के मिये उपविधि सन ् 2000

प्ररुप - नौ-(ब)

मंडी क्षेत्र में व्यापाररयों के बीच ''वार्णप्ज्यक संव्यवहार'' के अनुक्रम में अधधसूधचत
कृषष उपज के पुनः षवक्रय पर उपषवधध कंडडका 20(10)(ग)(दो) के अधीन
क्रेता/षवक्रेता द्वारा जारी की गई सूचना/घोषणा की सूची-

क्र. सूचना/घोिणा िाखणस्ज्यक संव्यिहार में फमग पर सूचना/घोिणा


जारी करने/प्राप्ि क्रय अथिा विक्रय की र्ई अधिसूधचि कृवि पत्र प्रतिुि
करने की स्तथति अधिसधू चि कृवि उपज का उपज के करने का
में वििरण आर्मन/तनर्गमन दिनांक
क्रमांक दिनांक नाम िजन का दिनांक
1 2 3 4 5 6 7

प्रतिुिकिाग व्यापारी/फमग की
मुरा एिं हतिाक्षर
दिनांक ...................................

Suresh Raikwar/Upvidi_2000_MAIN
110
म0प्र0रा0कृ0वि0बो0
मंडी सममतियों के मिये उपविधि सन ् 2000

प्रारूप - दस

अनुज्ञापत्र हे तु घोषणा पत्र


(अधितनयम की िारा-19 की उपिारा (6) एिं उपविधि 20 (10) के अन्िर्गि)

1. कृवि उपज के तिामी/व्यापारी का नाम ..................................................................


2. कृवि उपज के तिाममत्ि संबंिी वििरण-
क- व्यापारी की दशा में-
(एक) िाखणस्ज्यक कर अधितनयम के िहि पंजीयन क्रमांक .....................
(िो) मंडी सममि की अनुज्ञस्प्ि (िायसेंस) का क्रमांक .............................
(मंडी सममति का नाम ........................ स्जिा ...................................... )
ख- व्यप्क्त या उत्पादक की दशा में-
(एक) र्ांि का नाम/िहसीि/स्जिा ..........................................................
(िो) कुि कृवि िूमम का रकबा जो तिाममत्ि में हो ...................................
(िीन) राजति ऋण पुस्तिका नम्बर .........................................................

3. (एक) प्रिे श के बाहर के व्यापारी/क्रेिा का नाम स्जसको कृवि उपज राज्य के बाहर
िेजी जा रही है .............
(िो) विक्रय कर/िाखणज्य कर पंजीयन क्रमांक ...................................................
(िीन) केन्रीय विक्रय कर अधितनयम के अन्िर्गि पंजीयन क्रमांक ......................

4. कृषष उपज के षववरण-


(एक) कृवि उपज का नाम ...................................................................................
(िो) मात्रा (नर्) ...............................................................................................
(िीन) िजन .......................................................................................................
(चार) मूल्य........................................................................................................
(पांच) व्यापारी द्िारा जारी इन्िाईस क्रमांक ........................ दिनांक ...................
(उत्पािक की िशा में ग्राम पंचायि के सरपंच का प्रमाण पत्र या ऋण
पुस्तिका के संबंधिि िार् की छायाप्रति स्जसमें उत्पािक द्िारा िाररि कुि
कृवि िूमम का उल्िेि हो)
(छः) पररिहन/रांसपोटग कम्पनी का नाम और पिा/तिामी का नाम .....................
(साि) मंडी शुल्क का रसीि नम्बर और दिनांक .....................................................
(आठ) िाहन क्रमांक ............................................................................................

Suresh Raikwar/Upvidi_2000_MAIN 111


म0प्र0रा0कृ0वि0बो0
मंडी सममतियों के मिये उपविधि सन ् 2000

मैं ................................................... (कृवि उपज के तिामी का नाम) एिि द्िारा


घोिणा करिा हूं कक उपरोक्ि वििरण मेंरी सिोिम जानकारी से सत्य है । अिः अनुज्ञा पत्र
प्रिाय करने का कष्ट करे ।

दिनांक : ............................
तथान : ..............................
तिामी का हतिाक्षर एिं उसकी स्तथति
फमग या कंपनी या व्यापारी की िशा में मुरा

सरपंच का प्रमाण-पत्र

प्रमाखणि ककया जािा है कक श्री .................................................. (कृवि उपज के


तिामी का नाम) इस पंचायि के अन्िर्गि ग्राम .......................... िहसीि .........................
स्जिा ........................ का ककसान (उत्पािक) है , िह अन्य राज्य की मंडी में अपनी तियं के
तिाममत्ि की कृवि उपज को िेज रहा है ।

ग्राम पंचायि ............................. सरपंच के हतिाक्षर


िहसीि .....................................
स्जिा ........................................

Suresh Raikwar/Upvidi_2000_MAIN 112


म0प्र0रा0कृ0वि0बो0
मंडी सममतियों के मिये उपविधि सन ् 2000

प्रारूप - ग्यारह ''क''


(मात्रा क्िंटि में, मूल्य रूपये में )
पाक्षिक वििरण पत्रक-व्यापारी
खण्ड ''क''
व्यापारी अनुज्ञकतििारी/फमम का नाम .................................................................................. अनुज्ञकति क्रमांक ......................................
दिनांक ................................ से दिनांक ................................................. िक के वििरण
क्र. कृवि विक्रय प्रमाणक के िाणणकययक सव्यंिहार के अंिर्मि क्रय म.प्र. के बाहर पक्ष में क्रय ककया र्या कुि पक्ष के प्रारम्भ में योर् (उपिब्ि कुि
उपज आिार पर क्रय से क्रय स्कन्ि स्कन्ि स्कन्ि)
का अनुज्ञापत्रों के बबिों के आिार पर
नाम आिार पर क्रय स्थानीय क्रय
िजन मल्
ू य िजन मल्
ू य िजन मल्
ू य िजन मल्
ू य िजन मल्
ू य िजन मल्
ू य िजन मल्
ू य
3+5+7+9 4+6+8+10 11+13 12+14
1 2 3 4 5 6 7 8 9 10 11 12 13 14 15 16
1
2
योर्

िजन/मल्
ू य कजस जमा मण्डी शुल्क कृवि उपज कजस पर तनर्मममि करने स्थानीय पक्ष में कुि विक्रय पक्ष के अंि में जमा तनराधिि दटतपणी
पर मंडी शुल्क िे य मंडी शुल्क दिया हे िु अनुज्ञापत्र विक्रय बबिों के शेि स्कन्ि शुल्क
है जा चुका है आिार पर

िजन मूल्य रामश रसीि न. िजन मूल्य िजन मूल्य िजन मूल्य िजन मूल्य िजन मूल्य रामश रसीि न.
3+9 4+10 ि दिनांक 5+7 6+8 23+25 24+26 15-27 16-28 ि दिनांक
17 18 19 20 21 22 23 24 25 26 27 28 29 30 31 32 33

नोट :- 1. कािम क्र. 3 से 10 एिं 23 से 26 िक के सम्बन्ि में व्यापारीिार विस्िि


ृ जानकारी वििरणी के खण्ड ख में प्रस्िुि की जािें ।
प्रस्िि
ु किाम व्यापारी/फमम की मद्र
ु ा एिं
हस्िाक्षर दिनांक सदहि।

Suresh Raikwar/Upvidi_2000
113
म0प्र0रा0कृ0वि0बो0
मंडी सममतियों के मिये उपविधि सन ् 2000

ग्यारह खण्ड ''ख''

क्र. विक्रेिा/क्रेिा विक्रय प्रमाणक न. ि िायी गयी/बेची गयी कृवि उपज प्रस्िुि
व्यापारी का दिनांक कृवि उपज का नाम मंडी क्षेत्र में करने का
नाम एिं अनुज्ञापत्र क्र. एिं आने का दिनांक
पिा दिनांक नाम िजन मूल्य दिनांक (कािम
बबि क्र. एिं दिनांक 3 में
प्रिे श के बाहर का बबि िर्णिि)
क. एिं दिनांक
1 2 3 4 5 6 7 8

योग

प्रस्िुिकिाि व्यापारी/प्रसंस्करणकिाि,
वितनमाििा फमि
की मुद्रा एिं हस्िाक्षर

नोटः- विक्रेिा एिं क्रेिा के मिये खण्ड ''ख'' में पथ


ृ क-पथ
ृ क जानकारी िी जािें।

SURESH/Upvidi_2000_MAIN
114
म0प्र0रा0कृ0वि0बो0
मंडी सममतियों के मिये उपविधि सन ् 2000

प्रपत्र - ग्यारह-ग

प्राांगण के बाहर क्रय की गई अधिसूधित कृषि उपज की जानकारी


अनुज्ञप्ततिारक का नाम
क्रय केन्द्र का नाम
सप्िाह (दिनांक .................... से ......................... िक)
(जानकारी दिनांकिार पथ
ृ क-पथ
ृ क योग सदहि िी जािें )

सरि विक्रेिा सौिा पत्रक िाई गई िाई गई िर प्रति केिा द्िारा विक्रेिा
क्रमांक का नाम का क्रमांक कृवि कृवि क्िंटि क्रय की गई को
एिं उपज का उपज की अधिसधू चि भग
ु िान
दिनांक नाम मात्रा कृवि उपज की गई
का मल्
ू य रामश
1 2 3 4 5 6 7 8

भुगिान पत्रक जमा की गई मंडी फीस जमा ककया गया तनराधिि ररमाकि
का की रामश एिं दिनांक शल्
ु क की रामश एिं दिनांक
क्रमांक/दिनांक िथा रसीि क्रमांक
9 10 11 12

हस्िाक्षर अनुज्ञकप्ििारी फमि/प्रतितनधि.

Suresh Raikwar/Upvidi_2000_MAIN
115
म0प्र0रा0कृ0वि0बो0
मंडी सममतियों के मिये उपविधि सन ् 2000

प्रारूप - बारह ''क''


(मात्रा क्िंटि में, मूल्य रूपये में )
पाक्षिक वििरण पत्रक-प्रसंस्करणकर्ाा, विनिर्ाार्ा
खण्ड ''क''
प्रसंस्करणकिाा, वितनमाािा व्यापारी अनुज्ञकतििारी/फमा का नाम .................................................................................. अनुज्ञकति क्रमांक ...........................
दिनांक ................................ से दिनांक ................................................. िक के वििरण
क्र0 कृवि विक्रय प्रमाणक िाणणकययक संव्यिहार के अंिर्ाि म.प्र. के बाहर पक्ष में क्रय ककया र्या कुि पक्ष के प्रारम्भ में योर् (तनर्ाममि करने के
उपज के आिार पर क्रय से क्रय स्कन्ि स्कन्ि मिये उपिब्ि स्कन्ि)
का नाम क्रय अनुज्ञापत्रों के बबिों के आिार
आिार पर क्रय पर स्थानीय
क्रय
िजन मल्
ू य िजन मल्
ू य िजन मल्
ू य िजन मल्
ू य िजन मूल्य िजन मल्
ू य िजन मल्
ू य
3+5+7+9 4+6+8+10 11+13 12+14
1 2 3 4 5 6 7 8 9 10 11 12 13 14 15 16
1
2
योर्

िजन/मल्
ू य कजस पर जमा मण्डी शुल्क कृवि उपज कजस पर तनर्ाममि करने स्थानीय विक्रय प्रसंस्कृि या पक्ष के अंि में जमा तनराधिि दट
मंडी शुल्क िे य है मंडी शुल्क दिया जा हे िु अनज्ञ
ु ापत्र बबिों के आिार वितनममाि की र्यी शेि स्कन्ि शुल्क तप
चुका है अथिा मंडी पर कृवि उपज णी
शुल्क से छूट है
िजन मूल्य रामश रसीि न. िजन मूल्य िजन मूल्य िजन मूल्य िजन मूल्य िजन मूल्य रामश रसीि न.
3+9 4+10 ि 5+7 6+8 23+25 24+26 15-27 16-28 ि दिनांक
दिनांक
17 18 19 20 21 22 23 24 25 26 27 28 29 30 31 32 33

नोट :- 1. कािम क्र. 3 से 10 एिं 23 से 26 िक के सम्बन्ि में व्यापारीिार विस्िि


ृ जानकारी वििरणी के खण्ड ख में प्रस्िुि की जािें । 2. अधिसूचना क्र. ... दिनांक .... द्िारा
िाि ममि प्रसंस्करणिााओं, वितनमाािा को म.प्र. के बाहर से क्रय ििहन पर मंडी शुल्क की छूट प्रिान की र्यी है । अिः कािम 17 में मसफा कािम 3 एिं कािम 18 में
कािम 4 की जानकारी प्रिमशाि की जाये।
प्रस्िुिकिाा प्रसंस्करणकिाा, वितनमाािा
व्यापारी/फमा की मुद्रा एिं हस्िाक्षर दिनांक सदहि।
Suresh Raikwar/Upvidi_2000
116
म0प्र0रा0कृ0वि0बो0
मंडी सममतियों के मिये उपविधि सन ् 2000

प्रारूप - बारह ''ख'

क्र. विक्रेिा/क्रेिा विक्रय प्रमाणक िायी गयी/बेची गयी कृवि कृवि प्रस्िुि
व्यापारी का न. ि दिनांक उपज का नाम उपज करने का
नाम एिं पिा अनुज्ञापत्र क्र. एिं मंडी क्षेत्र दिनांक
दिनांक में आने (कािम
बबि क्र. एिं का 3 में
दिनांक नाम िजन मूल्य दिनांक िर्णिि)
प्रिे श के बाहर का
बबि क. एिं
दिनांक
1 2 3 4 5 6 7 8

प्रस्िुिकिाि प्रसंस्करण या वितनमािण कारखाने


के स्िामी/फमि/अधिभोगी की मद्र
ु ा एिं हस्िाक्षर

नोटः- विक्रेिा एिं क्रेिा के मिये खण्ड "ख" में पथ


ृ क-पथ
ृ क जानकारी िी जािें।

SURESH/Upvidi_2000_MAIN
117
म0प्र0रा0कृ0वि0बो0
मंडी सममतियों के मिये उपविधि सन ् 2000

प्ररूप - बारह-ग

वाणिज्यिक संव्िवहार के अंतगगत प्रदे श के बाहर से प्रसंस्करि िा ववनिर्ागि हे तु क्रि की गई अधिसूधित कृवि उपजों (दलहिों)
की जािकारी का पाक्षिक/वाविगक वववरि पत्रक

अनुज्ञप्तििारी प्रसंस्करणकिाा, वितनमाािा का नाम .................... अनुज्ञप्ति क्रमांक ................. अिधि दिनांक ............. से दिनांक .............. िक

क्र. कृवि पक्ष/ििा प्रिे श के बाहर से प्रिे श के भीिर से क्रय की गई कृवि उपज योग क्रय की गई पक्ष/ििा में पक्ष/ ििा अमभयुप्तिय ं
उपज के प्रारं भ क्रय की गई कृवि का वििरण (6+7+8) कुि कृवि प्रसंस्करण के अंि में
का नाम में उपज का वििरण उपज (3+9) या कृवि
उपिब्ि मात्रा बबि बबक्री स्थानीय मंडी क्षेत्र के वितनमााण उपज का
कुि िजन अनुसार प्रमाणक व्यापाररयों से बाहर से के उपयोग शेि स्कंि
मूल्य के आिार बबिों के अनुज्ञापत्र में िाई गई
पर आिार पर के आिार मात्रा
क्रय पर क्रय
1 2 3 4 5 6 7 8 9 10 11 12 13

प्रमाणणि ककया जािा है -

(1) उपरोतिानस
ु ार क िम (4) में िशाायी गई कृवि उपज प्रिे श के बाहर से क्रय की गई है ।
(2) उपरोतिानुसार क िम (4) में िशाायी गई कृवि उपज स्िंय के कारखाने के उपयोग में प्रसंस्करण या वितनमााण के मिये िाई गई है ।
(3) उपरोति जानकारी फमा द्िारा संिाररि अमभिेखों के आिार पर िी गई है एिं सही है ।

टीप :- 01 अप्रैि से 31 मार्ा िक की अिधि का िाविाक वििरण इसी प्ररूप में 30 अप्रैि के पि
ू ा प्रस्िि
ु करना अतनिाया होगा।

...........................................
हस्िाक्षर - फमा/प्रतितनधि
नाम .................................

Suresh Raikwar/Upvidi_2000
118
म0प्र0रा0कृ0वि0बो0
मंडी सममतियों के मिये उपविधि सन ् 2000

प्ररूप - बारह-घ

वाणिज्यिक संव्िवहार के अंतगगत प्रदे श के बाहर से प्रसंस्करि िा ववनिर्ागि हे तु क्रि की गई अधिसधू ित कृवि उपजों (दलहिों)
के पररवहि/भग
ु ताि/प्रसंस्करि िा ववनिर्ागि संबंिी जािकारी का पाक्षिक/वाविगक वववरि पत्रक

अनुज्ञप्तििारी प्रसंस्करणकिाा, वितनमाािा का नाम ..................... अनुज्ञप्ति क्रमांक .................... अिधि दिनांक ......................... से दिनांक ............................... िक

क्र. प्रिे श के बाहर से क्रय की गई कृवि उपज के पररिहन का वििरण विक्रेिा का भुगिान का वििरण अन्िरााज्यीय मंडी ज र्ं मंडी में बबि
र्ौकी पर प्रविष्टी प्रस्िुि करने का
कृवि मंडी विक्रेिा ट्ांसपोटा र बबल्टी एिं ट्क र्ेक/ ड्राफ्ट बैंक का भुगिान ज र्ं र्ौकी र्ौकी आिक दिनांक
उपज क्षेत्र में का नाम का नाम बबि क्रमांक क्रमांक क्रमांक/ नाम की गई का नाम पंजी में
का आने एिं स्थान एिं पिा ि दिनांक दिनांक रामश एिं पिा प्रविष्टी का
नाम का क्रमांक
दिनांक
1 2 3 4 5 6 7 8 9 10 11 12 13

प्रमाणणि ककया जािा है -

(1) पररिहन के िौरान पररिहन के साथ िाये गये अमभिेखों पर मागा में स्थावपि मंडी की अन्िरााज्यीय जांर् र्ौकी की मद्र
ु ा एिं प्रविष्टी क्रमांक अंककि कराया गया
है ।
(2) संिग्न 11 एिं 12 की जानकारी न िे ने की प्स्थति में यह प्रमाणणि ककया जािा है कक पररिहन के मागा में मंडी की कोई अन्िरााज्यीय जांर् र्ौकी स्थावपि नहीं है ।
(3) उपरोति जानकारी फमा द्िारा तनिााररि अमभिेखों के आिार पर िी गई है एिं पूणा सही है ।

हस्िाक्षर - फमा/प्रतितनधि
नाम .................................

Suresh Raikwar/Upvidi_2000

119
म0प्र0रा0कृ0वि0बो0
मंडी सममतियों के मिये उपविधि सन ् 2000

प्ररूप - बारह-ड.
(र्ात्रा ज््वंटल/बोरों र्ें)
अधिसधू ित कृवि उपजों के भण्डारि एवं निगगर्ि से संबंधित वववरि पत्रक (भाण्डागाररक के ललए)
अनज्ञ
ु प्तििारी भाण्डागाररक (िेयर हाउसमेन) का नाम ................ स्थान ............... प्जिा .............. मंडी अनज्ञ
ु प्ति क्रमांक ..............
(दिनांक ........................ से दिनांक ........................ िक की अिधि के मिए)

क्र. अधिसूधर्ि पक्ष का भण्डाररि प्रारं मभक पक्ष में भण्डारण हे िु प्राति अधिसूधर्ि कृवि उपजों की कुि पक्ष में भण्डागह
ृ से तनगाममि पक्ष के अंि में भण्डार गह

कृवि उपज स्कंि अधिसूधर्ि कृवि उपज भण्डाररि (उपिब्ि) मात्रा मात्रा उपिब्ि मात्रा
का नाम कृिकों व्यापाररयों यो कृिकों व्यापाररयों यो कृिकों व्यापाररयों योग कृिकों व्यापाररयों यो कृिक व्यापाररयों यो
द्िारा द्िारा रखी ग द्िारा द्िारा रखी ग द्िारा द्िारा (5+8) द्िारा िे द्िारा िे ग द्िारा द्िारा ग
रखी गई िात्रा रखी गई गई िात्रा भण्डाररि भण्डाररि जाई गई जाई गई भण्डाररि भण्डाररि
गई मात्रा मात्रा मात्रा
मात्रा
1 2 3 4 5 6 7 8 9 10 11 12 13 14 15 16 17

नोट :- ककसी भी व्यप्ति को म0प्र0कृवि उपज मंडी अधितनयम की िारा 19(6) के अनुसार मंडी प्रांगण/मूि मंडी/मंडी क्षेत्र से अधिसूधर्ि कृवि उपज को हटाने के मिए संबंधिि
मंडी सममति द्िारा प्रारूप-नौ में जारी अनुज्ञापत्र िेना अतनिाया है । अिः अधिसूधर्ि कृवि उपजों के तनगामन के समय मंडी द्िारा जारी अनुज्ञा पत्र का अििोकन कर
उसका क्रमांक/दिनांक भण्डारण पंजी/तनगामन पंजी में िजा करना अतनिाया है , िाकक मंडी क्षेत्र में अधिसूधर्ि कृवि उपजों के अिैि कारोबार को तनयंबत्रि ककया जा सके।

हस्िाक्षर
प्रबंिक प्रोपराईटर िेयर हाउस
मुद्रा
दिनांक .................................

Suresh Raikwar/Upvidi_2000
120
म0प्र0रा0कृ0वि0बो0
मंडी सममतियों के मिये उपविधि सन ् 2000

प्रारूप - तेरह

आदे श

कायाािय
कृवि उपज मंडी सममति,
.......................... जजिा .......................

(उपविधि क्रमांक-21 (1) के अन्िर्ाि)


(अधितनयम की िारा 20 के अन्िर्ाि)

नाम श्री/श्रीमति/कुमारी/फमा ................................... प्रसंस्करणकिाा,


वितनमाािा/व्यापारी एि ्दद्िारा आपकों सूधिि ककया जािा है कक अधिसूधिि कृवि उपज से
संबंधिि तनम्नानुसार अमििेख अिोहस्िाक्षरी के कायाािय में ददनांक .............................
को ........................... बजे ज िं हे िु प्रस्िुि ककये जाये।

तनिााररि ददनांक, स्थान एिं समय पर तनम्नानुसार अमििेख प्रस्िुि नहीं ककये
जािे अथिा र्िि अमििेख प्रस्िुि ककये जािे है िो अधितनयम की िारा 21 के अन्िर्ाि
कायािाही की जािेर्ी।

(1)
(2)
(3)
(4)
(5)

स्थान : .......................................... जारी करने िािे के हस्िाक्षर


जारी करने का ददनांक : .................. नाम ..................................
पद ...................................
अधिकाररयों/कमािाररयों की सूिी
कृवि उपज मंडी सममति,
................. जजिा ..............

SURESH/Upvidi_2000_MAIN
121
म0प्र0रा0कृ0वि0बो0
मंडी सममतियों के मिये उपविधि सन ् 2000

प्रारूप- चौदह ''क''


मात्रा ज्िंटि में
मूल्य रूपये में
वार्षिक र्ववरण पत्रक-व्यापारी/प्रसंस्करणकताि, र्वनिर्ािता

खण्ड ''क''

प्रसंस्करण या वितनमााण कारखाने के स्िामी/फमा/अधििोर्ी का नाम ..............................


अनुज्ञजति क्रमांक .................

ददनांक ......................... से ददनांक ................. िक के वििरण

क्र. कृवि विक्रय अनुज्ञापत्र के कािम 3 एिं कािम नं0 5 में जमा मंडी शुल्क
उपज प्रमाणक के आिार पर क्रय 4 का योर् उल्िेखखि
का आिार पर क्रय मूल्य पर दे य
नाम िजन मूल्य िजन मूल्य िजन मूल्य मंडी शुल्क रामश रसीद
न.
ददनांक
1 2 3 4 5 6 7 8

ििा के ििा में क्रय योर् ििा में विक्रय/प्रसंस्कृि या शेि स्कंि दटतपणी
प्रारं ि में स्कंि वितनममाि स्कंि
उपिब्ि िजन मूल्य
स्कंि
9 10 11 12 13 14

प्रस्िुिकिाा व्यापारी/फमा/प्रसंस्करण या वितनमााण कारखाने के


स्िामी/अधििोर्ी की मद्र
ु ा एिं हस्िाक्षर
ददनांक ................... सदहि

Suresh Raikwar/Upvidi_2000_MAIN 122


म0प्र0रा0कृ0वि0बो0
मंडी सममतियों के मिये उपविधि सन ् 2000

प्रारूप- चौदह ''ख''

क्रमांक अनुज्ञापत्र िाई र्ई कृवि उपज का कृवि उपज मंडी अनुज्ञापत्र प्रस्िुि
क्रमांक नाम एिं मात्रा क्षेत्र में आने का करने का ददनांक
नाम मात्रा ददनांक
1 2 3 4 5 6

प्रस्िि
ु किाा व्यापारी/फमा/प्रसंस्करण या वितनमााण कारखाने के
स्िामी /अधििोर्ी की मुद्रा एिं हस्िाक्षर
ददनांक ............................ सदहि

Suresh Raikwar/Upvidi_2000_MAIN 123


म0प्र0रा0कृ0वि0बो0
मंडी सममतियों के मिये उपविधि सन ् 2000

प्रारूप - चौदह-ग

(अधितनयम की िारा-21 (1) एिं उपविधि क्रमांक 21 (2) के अन्िर्ाि)


(िाविाक क्रय-विक्रय का वििरण अिधि 1 अप्रैि ििा ......... से 31 मािा ििा ....... िक)
प्रति,
सधिि,
कृवि उपज मंडी सममति,
............................ जजिा .........................
उपरो्ि अिधि का िाविाक वििरण तनम्नानुसार प्रस्िुि है :-
(1) खािे के अनुसार समस्ि कृवि उपज के कुि क्रय मूल्य की रामश ........................................
(2) िह रामश जजस पर मंडी फीस का िुर्िान ककया र्या है .....................................................
(3) बबन्द ु क्रमांक-1 में से बबन्द ु क्रमांक-2 की रामश घटाने पर शेि रामश ....................................
(4) जमा की र्ई मंडी फीस ....................................................................................................
(5) मंडी क्षेत्र के बाहर से ककन्िु प्रदे श के अन्दर से क्रय की र्ई कृवि उपज, जजसके अनुज्ञापत्र
तनिााररि अिधि में प्रस्िुि ककये र्ये है के मूल्य की रामश .......................
(6) बबन्द ु क्रमांक-3 में से बबन्द ु क्रमांक-5 में उल्िेखखि मूल्य की रामश घटाने पर शेि रामश .......
(7) ऐसी कृवि उपज जजस पर अधितनयम की िारा 69 के अन्िर्ाि राज्य सरकार द्िारा छूट दी
र्ई है, के मूल्य की रामश ......... (प्रदे श के बाहर के मिए एिं अन्य प्रमाण संिग्न ककये जाये)
(8) बबन्द ु क्रमांक-6 की शेि रामश बबन्द ु क्रमांक-7 में उल्िेखखि रामश घटाने पर शेि रामश ........
(9) बबन्द ु क्रमांक-8 में उल्िेखखि रामश पर अिशेि मंडी फीस जमा करने की रसीद का क्रमांक
......... एिं ददनांक .......

प्रमाखणि ककया जािा है कक उपरो्ि प्रमाखणि ककया जािा है कक उपरो्ि


जानकारी हमारे द्िारा संिाररि अमििेखों जानकारी हमारे द्िारा संिाररि अमििेखों
के अनुसार सही है। के अनुसार सही है।

हस्िाक्षर हस्िाक्षर
व्यापारी/प्रसंस्करणकिाा, वितनमाािा िाटा ड एकाउन्टे न्ट
मुद्रा मुद्रा
स्थान : ................................
ददनांक : ..............................
मंडी सममति कमािारी की पाििी के हस्िाक्षर ......................................
प्रातिकिाा का नाम ............................
पद ...................................................
''नोटः- िािीस िाख रूपये िक टना ओव्हर िािी फमा/व्यज्ि, िाटा ड एकाउन्टे न्ट के सत्यापन से म्
ु ि
रहे र्ें।''
Suresh Raikwar/Upvidi_2000_MAIN
124
म0प्र0रा0कृ0वि0बो0
मंडी सममतियों के मिये उपविधि सन ् 2000

प्रारूप - पन्द्रह

आगर्ि पंजी ददिांक ....................


(तनरीक्षण िौकी पर कृवि उपजो की आिक के समय प्रविजटट के मिये)

क्रमांक िाहन क्रमांक कह से आया जजन्स मात्रा ककसके मिए


आया
1 2 3 4 5 6

Suresh Raikwar/Upvidi_2000_MAIN 125


म0प्र0रा0कृ0वि0बो0
मंडी सममतियों के मिये उपविधि सन ् 2000

प्रारूप- सोलह

निगिर्ि पंजी ददिांक ......................


( तनरीक्षण िौकी पर कृवि उपजो की तनर्ामन के समय प्रविजटट के मिये )

क्रमांक िाहन तनर्ामन जजन्स िेजने मात्रा अनज्ञ


ु ा पत्र अनज्ञ
ु ा पत्र के िाखणज्य
क्रमांक समय िािे का क्रमांक मंडी अिाि में मंडी कर
नाम का नाम शल्
ु क िसि
ू ी पंजीयन
रामश क्रमांक
1 2 3 4 5 6 7 8 9

Suresh Raikwar/Upvidi_2000_MAIN 126


म0प्र0रा0कृ0वि0बो0
मंडी सममतियों के मिये उपविधि सन ् 2000

प्रारूप - सत्रह

(उपविधि कंडडका 23(2) के अंिर्ाि)

र्ंडी क्षेत्र र्ें कृर्ष उपजों के पररवहि के सर्य


की गई जॉच/निरीक्षण का प्रनतवेदि

1. ददनांक ................................................................................................................
2. तनरीक्षणकिाा का नाम ..........................................................................................
3. पद ......................................................................................................................
4. तनरीक्षण का समय ...............................................................................................
5. तनरीक्षण का वििरण
.............................................................................................................................
.............................................................................................................................
.............................................................................................................................
.............................................................................................................................
........................................................................................................................
6. तनटकिा
.............................................................................................................................
.............................................................................................................................
.............................................................................................................................
.............................................................................................................................
........................................................................................................................
7. प्रस्िाविि कायािाही
.............................................................................................................................
.............................................................................................................................
.............................................................................................................................
.............................................................................................................................
........................................................................................................................

8. प्रतििेदन मंडी फीस शाखा में ककस कमािारी को प्रदत्त ककया र्या उसका नाम
............... पद ............. प्रदत्त करने का ददनांक ............ समय .......................

प्रतििेदन प्रातिकिाा के हस्िाक्षर

तनरीक्षणकिाा के हस्िाक्षर
मंडी सधिि द्िारा जारी ककये र्ये तनदे श .............................................................

मंडी सधिि के हस्िाक्षर


Suresh Raikwar/Upvidi_2000_MAIN
127
म0प्र0रा0कृ0वि0बो0
मंडी सममतियों के मिये उपविधि सन ् 2000

प्रारूप - अठारह

प्रांगण के बाहर क्रय की गई अधिसूधचत कृर्ष उपज की जािकारी की दै निक पंजी


अनुज्ञजतििारक का नाम .................. क्रय केन्द्र का नाम .................. ददनांक ............
क्रय केन्द्र प्रिारी का नाम ................................ पद ..................................

कमांक्र विक्रेिा पिा विक्रय मात्रा/ िाि कृवि िर्


ु िान िर्
ु िान िर्
ु िान
का नाम की र्ई िजन उपज की र्ई पत्रक का प्राजति के
उपज का का रामश क्रमांक/ विक्रेिा
नाम मल्
ू य ददनांक के
हस्िाक्षर
1 2 3 4 5 6 7 8 9 10

मंडी सममति को क्रय केन्द्र पर र्ि ददिस िक क्रय केन्द्र पर र्ि ददिस िक
िुर्िान पत्रक प्रेिण क्रय की र्ई कृवि उपज की मात्रा क्रय की र्ई कृवि उपज का मूल्य
का ददनांक
11 12 13

हस्िाक्षर क्रय केन्द्र प्रबंिक

नाम- ..............................

Suresh Raikwar/Upvidi_2000_MAIN 128


म0प्र0रा0कृ0वि0बो0
मंडी सममतियों के मिये उपविधि सन ् 2000

प्रारूप – उन्द्िीस

संर्वदा कृर्ष के ललये आदशि अिुबन्द्ि

(अनुबन्ि के सिी खण्ड ''आदशि संर्वदा कृर्ष अिुबन्द्ि की र्वषयवस्तु'' के अिीन दी


र्ई सम्बजन्िि व्याख्यात्मक दटतपखणयों के अध्यिीन है )

यह अनब
ु न्ि ..................... में ................................ (माह) ............. के ...............
ददन ...................... (ििा) में ................... (नाम/पद) आयु .........., तनिासी ......................,
जजसे/जजन्हें इसके बाद प्रथम िार् का पक्षकार कहा र्या है (जजसकी अमिव्यज्ि, जब िक
कक सन्दिा और उसके अथा से असंर्ि न हो, उसका अमिप्राय िही होर्ा एिं उसमें उसके
उत्तराधिकारी, तनटपादक, प्रशासक और समनद
ु े मशिी सजम्ममिि होंर्ें ) एक पक्ष और
में/....................... एक तनजी/सािाजतनक मयााददि कम्पनी जो कम्पनी अधितनयम, 1956
के प्राििानों के अिीन तनर्ममि है , और जजसका पंजीकृि कायाािय ....................... में हैं,
जजसे इसके बाद द्वििीय िार् का पक्षकार कहा र्या है (जजसकी अमिव्यज्ि, जब िक कक
सन्दिा एिं उसके अथा से असंर्ि न हो उसका अमिप्राय िही होर्ा और उसमें उसके
उत्तराधिकारी और समुनेदेमशिी सजम्ममिि होंर्े) दस
ू रा िार् होर्ा, के बीि सम्पन्न ककया
र्या है और प्रिेश ककया र्या है ।
जबकक प्रथम िार् का पक्षकार, तनम्नांककि नम्बरों िािी कृवि िमू म का
स्िामी/कृिक है :-
ग्राम मानांक हे ्टर में क्षेत्रफि िहसीि एिं जजिा राज्य

और जबकक द्वििीय िार् का पक्षकार कृवि उपज में व्यापार कर रहा है औेर िूमम की
िैयारी, रोपणी, उिारण, नाशी कीट प्रबन्िन, मसंिाई, फसि कटाई और ऐसी ही समान मुद्दों
पर िकनीकी समझ िी दे रहा है ।
औेर जबकक द्वििीय िार् के पक्षकार की रूधि, कृवि उपज की िस्िुओं में , विशेिकर
जो इसके साथ अनुिग्न अनुसूिी-एक में उल्िेखखि है िथा द्वििीय िार् के पक्षकार के
अनरु ोि पर, प्रथम िार् का पक्षकार खेिी करने औेर इसके साथ अनि
ु ग्न अनस
ु ूिी-एक में
उल्िेखखि कृवि उपज की िस्िुएं पैदा करने के मिये सहमि हो र्या है ।
और जबकक इससे सम्बद्ि पक्षकारर्ण एि ्द पश्िाि प्रर्ट होने िािे िरीके से
तनबन्िनों एिं शिो को िेखबद्ि करने के मिए सहमि हो र्ये हैं।

Suresh Raikwar/Upvidi_2000_MAIN 129


म0प्र0रा0कृ0वि0बो0
मंडी सममतियों के मिये उपविधि सन ् 2000

अब ये साक्ष्य हो तथा एतद् द्वारा और पक्षकारों के बीच यह इस प्रकार निम्िािुसार सहर्नत


हुई है :-
खण्ड-1
प्रथम िार् के पक्षकार, द्वििीय िार् के पक्षकार के मिये खेिी करने औेर उपज
प्रदाय करने के मिए सहमि है िथा द्वििीय िार् के पक्षकार, प्रथम िार् के पक्षकार से
कृवि उपज की िस्िए
ु ं, जजनकी विमशजटटयां, र्ण
ु ित्ता, मात्रा औेर िस्िओ
ु ं का मल्
ू य,
विशेिकर एिद् अनुिग्न अनुसूिी-एक में उल्िेखखि है , क्रय करने के मिए सहमि है ।
खण्ड-2
िह कृवि उपज जजसकी विमशजटटयां एिद् अनुिग्न अनुसूिी-एक में उल्िेखखि है
इसके बाद की िारीख से ............. माह/ििो को अिधि के अन्दर प्रथम िार् के पक्षकार
द्िारा द्वििीय िार् के पक्षकार को प्रदाय की जायेर्ी।
या
एिद् पक्षकारों के बीि यह स्पटट रूप से सहमति हुई है कक यह अनुबन्ि उस कृवि
उपज के मिए है जजसकी विमशजटटयां एिद् अनुिग्न अिुसूची-एक में िखणाि है िथा ............
माह/ििो की अिधि के मिए है िथा कधथि अिधि के अिसान हो जाने के बाद, यह अनुबन्ि
स्ििः समाति हो जायर्ा।
खण्ड-3
प्रथम िार् का पक्षकार, द्वििीय िार् के पक्षकार को एिद् अनुिग्न अिुसूची-एक
में उल्िेखखि खेिी करने, उपजाने और मात्रा, प्रदाय करने के मिए सहमि है ।
खण्ड-4
प्रथम िार् का पक्षकार,अनब
ु द्ि अनस
ु ूिी-एक में र्ण
ु ित्ता वितनददा जटटयों के अनस
ु ार
संविदा की र्ई मात्रा प्रदाय करने के मिए सहमि है । यदद सहमि र्ुणित्ता मानक के
अनस
ु ार कृवि उपज नहीं है , िो द्वििीय िार् का पक्षकार इसी कारण पर कृवि उपज का
पररदान िेने से मना करने का हकदार होर्ा, िब-
(क) प्रथम िार् का पक्षकार, द्वििीय िार् के पक्षकार को आपस में ककये र्ए
सौदार्ि मूल्य पर उपज बेिने के मिए स्ििन्त्र होर्ा।
या
(ख) खुिी मंडी में (थोक क्रेिा अथााि तनयाािक/प्रसंस्करणकिाा, वितनमाािा/
तनमाािा आदद को) औेर यदद िह संविदा की र्ई उपज से कम मूल्य पािा है ,
िो िह द्वििीय िार् के पक्षकारको उसके तनिेश के मिये यथा- अनप
ु ाि कम
का िुर्िान करे र्ा।
या
Suresh Raikwar/Upvidi_2000_MAIN
130
म0प्र0रा0कृ0वि0बो0
मंडी सममतियों के मिये उपविधि सन ् 2000

(र्) मंडी प्रांर्ण में औेर यदद उसके द्िारा प्राति मूल्य संविदा ककए र्ए मूल्य से
कम है , िब द्वििीय तनिेश के पक्षकार के मिए यथा अनुपाि कम िौटायेर्ा।
द्वििीय िार् का पक्षकार अपने स्ियं के कारणों से संविदा की र्ई उपज का
पररदान िेने से मना करिा है /में असफि रहिा है , जब प्रथम िार् का पक्षकार उपज
खुिी मंडी में बेिने के मिए स्ििन्त्र होर्ा और यदद प्राति ककया र्या मूल्य संविदा
मल्
ू य से नीिे है , िो अन्िर द्वििीय िार् के पक्षकार के खािे पर होर्ा, द्वििीय
िार् का पक्षकार, प्रथम िार् के पक्षकार को कधथि अन्िर वितनजश्िि करने से
.............. ददिस की अिधि के अन्दर अन्िर का िुर्िान करे र्ा।
खण्ड-5
द्वििीय िार् के पक्षकार द्िारा समय-समय पर सझ
ु ाये अनस
ु ार प्रथम िार् का
पक्षकार िूमम की िैयारी, रोपणी, उिारण, नाशी कीट प्रबन्िन, मसंिाई, फसि कटाई और
ककन्ही अन्य तनदे शो/प्रणामियों को अपनाने और एिद् अनुिग्न अनुसूिी-एक में उल्िेखखि
वितनददा जटटयों के अनुसार खेिी करने और िस्िुएं उत्पाददि करने के सहमि है ।
खण्ड-6
पक्षकारों द्िारा और उनके बीि यह स्पटट रूप से सहमति है कक खरीदी
तनम्नमिखखि तनबन्िनों के अनुसार होर्ी और क्रय के िुरन्ि बाद खरीद पधिायां जारी की
जािेर्ी।
ददनांक पररदान बबन्द ु पररदान का मूल्य
यह और सहमति है कक सहमि पररदान बबन्द ु पर पररदान अवपाि करने के बाद
द्वििीय िार् के पक्षकार का संविदार्ि उपज का आधिपत्य िेने का उत्तरदातयत्ि होर्ा
िथा यदद ................... अिधि के अन्दर िह पररदान िेने में असफि होिा है िब प्रथम िार्
का पक्षकार संविदार्ि कृवि उपज को तनम्नानुसार बेिने के मिए स्ििन्त्र होर्ा :
(क) खि
ु ी मंडी में (थोक क्रेिा, अथााि तनयाािक/प्रसंस्करणकिाा, वितनमाािा/
तनमाािा आदद को), और यदद िह संविदार्ि मूल्य से कम पािा है , िो िह
द्वििीय िार् के पक्षकार को उसके तनिेश के मिये यथा अनप
ु ाि कम
िुर्िान करे र्ा।
(ख) मंडी प्रांर्ण में , और यदद प्राति मल्
ू य से संविदार्ि मल्
ू य से कम है , िब िह
द्वििीय िार् के पक्षकार को उसके वितनयोर् के मिये यथा अनुपाि कम
िौटायेर्ा।
यह और सहमति है कक मार्ा में र्ुणित्ता रख-रखाि, द्वििीय िार् के पक्षकार का
उत्तरदातयत्ि होर्ा और प्रथम िार् का पक्षकार उसके मिये उत्तरदायी या दायी नहीं होर्ा।
131
Suresh Raikwar/Upvidi_2000_MAIN
म0प्र0रा0कृ0वि0बो0
मंडी सममतियों के मिये उपविधि सन ् 2000

खण्ड-7
जब फसि काट िी जाय औेर द्वििीय िार् के पक्षकार को पररदान कर दी जाय,
प्रथम िार् के पक्षकार को द्वििीय िार् के पक्षकार द्िारा ददये र्ये अबशेि अधग्रमों को
घटाकर, द्वििीय िार् का पक्षकार अनुसूिी एक में उल्िेखखि मूल्य/िाि, प्रथम िार् के
पक्षकार को िुर्िान करे र्ा। िुर्िान के मिये तनम्नांककि अनुसूिी अपनाई जािेर्ी :-
ददनांक िुर्िान की रीति िुर्िान का स्थि
खण्ड-8
एिद् अनुसूिी-एक में उल्िेखखि संविदा की र्ई उपज का एिद् पक्षकारर्ण
............. अिधि के मिये वितनददा टट सम्पदा के ईश्िरीय कृत्य से विनाश, ऋण व्यतिक्रम
और उत्पादन िथा आय हातन और पक्षकारर्ण के तनयन्त्रण के बाहर के अन्य समस्ि कृत्य
या घटनाएं जैसे कक बीमारी के र्म्िीर प्रादि
ु ााि, महामारी या असामान्य मौसम की जस्थति,
बाढ़, सख
ू े, ओिे, िक्रिाि, िक
ू म्प, आर् या अन्य विपवत्तयों, यद्
ु ि द्िारा काररि बहुि कम
उत्पादन, शासन के कृत्य विद्यमान या इस अनुबन्ि के प्रिािी होने की िारीख के बाद जो
पण
ू ि
ा या या आंमशक रूप से कृिक की बाध्यिा पूतिा रोकिे है , के विरूद्ि बीमा करायेंर्ें।
अनुरोि करने पर, प्रथम िार् का पक्षकार ऐसी कृतियों को अििम्ब िेकर अन्य (दस
ू रे )
पक्ष को विद्यमान िथ्यों की अमि पजु टट प्रदान करे र्ा। ऐसा प्रमाण उपय्
ु ि शासकीय
वििार् के प्रमाण पत्र के वििरण के रूप में होर्ा। यदद ऐसे प्रमाण पत्र का वििरण
युज्ियु्ि रूप से प्राति नहीं ककया जा सकिा, िो ऐसे कृत्य के बदिे में दािा करने िािा
प्रथम िार् का पक्षकार, दािाकृि िथ्यों को विस्िार में िणान करिे हुए और कारणों का कक
ऐसे िथ्यों की विद्यमानिा की अमिपुजटट का प्रमाण-पत्र या वििरण का एक िेख्य-वििरण
दे र्ा। विकल्प के रूप में , दोनों पक्षकारों के बीि आपसी अनुबन्ि के अध्यिीन, प्रथम िार्
का पक्षकार अपने उत्पादन का कोटा अन्य स्त्रोिों के माध्यम से पूरा कर सकिा है और
उससे उसके द्िारा िर्
ु िी र्ई मल्
ू य अन्िर की हातन बीमा कम्पनी से िस
ू ि की र्ई रामश
वििार में िेने के बाद पक्षकारों के बीि समान रूप से बांटी जायर्ी। बीमा की प्रब्याजज
(प्रीममयम) दोनों पक्षकारों द्िारा समान रूप से साझा की (बांटी) जायर्ी।
खण्ड-9
द्वििीय िार् का पक्षकार एिद् द्िारा, प्रथम िार् के पक्षकार को खेिी और फसि
कटाई बाद के प्रबन्िन की अिधि में तनम्नांककि सेिाएं प्रदाय करने के मिये सहमि है , जजन
सेिाओं का वििरण तनम्नानस ु ार है :-
1. ...................................................
2. ................................................... 132
3. ...................................................
4. ...................................................
Suresh Raikwar/Upvidi_2000_MAIN
म0प्र0रा0कृ0वि0बो0
मंडी सममतियों के मिये उपविधि सन ् 2000

5. ...................................................
खण्ड-10
द्वििीय िार् का पक्षकार या उसके प्रतितनधि प्रथम िार् के पक्षकार द्िारा
स्थावपि/नाममि कृिकों के मंि के साथ संविदा अिधि में तनयममि पारस्पररक आदान-
प्रदान करिे रहने के मिये सहमि है ।
खण्ड-11
द्वििीय िार् का पक्षकार या उसके प्रतितनधि अपने स्ियं के व्यय पर समय-समय
पर अपनाई र्ई कृवि प्रणामियों और उपज की र्ुणित्ता का अनुश्रिण करने हे िु प्रथम िार्
के पक्षकार की पररसर/प्रक्षेत्रों में प्रिेश करने के हकदार होंर्ें ।
खण्ड-12
द्वििीय िार् का पक्षकार यह अमिपटु ट करिा है कक उसने अपने आप को पंजीयन
प्राधिकारी ....................... के पास ....................... को पंजीकृि करा मिया है और िह इस
संबंि में प्रिमिि कानून के अनुसार उस पंजीयन प्राधिकारी को शुल्क का िुर्िान कर दे र्ा,
जजसे िखणाि िूमम ....................... पर की र्ई कृवि की कृवि उपज के विपणन का
क्षेत्राधिकार प्राति है ।
या
द्वििीय िार् के पक्षकार ने राज्य द्िारा इस सम्बन्ि में विदहि पंजीकरण
प्र ्राधिकारी के पास अपने आपको एकास्थानीय पंजीकरण प्राधिकारी के पास पंजीकृि कर
मिया है । सम्बजन्िि पंजीकरण प्राधिकारी द्िारा उद्र्दृ हि शुल्क द्वििीय िार् के पक्षकार
द्िारा ही अनन्य रूप से िहन ककया जायेर्ा और जजसमें कुछ िी, ककसी रीति में प्रथम िार्
के पक्षकार को िुर्िान की र्ई रामश से नहीं काटा जायेर्ा।
खण्ड-13
द्वििीय िार् के पक्षकार को, प्रथम िार् के पक्षकार की िूमम/सम्पवत्त के स्ित्ि,
स्िाममत्ि, आधिपत्य के सम्बन्ि में ककसी िी प्रकार का कोई अधिकार नहीं होर्ा और न िो
िह प्रथम िार् के पक्षकार को, खासकर िूमम सम्पवत्त से, ककसी प्रकार से अन्य संक्राममि
(पर हस्िान्िररि) करे र्ा, न ही प्रथम पक्षकार की िूमम सम्पवत्त को, इस अनुबन्ि के प्रििान
पयान्ि ककसी अन्य व्यज्ि/संस्था को बन्िक, पटटे , उप पटटे पर दे र्ा या अन्िरण करे र्ा।
खण्ड-14
द्वििीय िार् का पक्षकार, दोनों पक्षकारों द्िारा हस्िाक्षररि इस अनुबन्ि की सत्य प्रति,
उसके तनटपादन के 15 ददिस के िीिर, जैसा कक कृवि उपज विपणन वितनयम अधितनयम (कृवि
उपज मंडी अधितनयम) में अपेक्षक्षि है , मंडी सममति/पंजीकरण प्राधिकारी ................/इस उददे श्य 133
के मिये विदहि ककसी अन्य पंजीकरण प्राधिकारी को प्रस्िि
ु करे र्ा।

Suresh Raikwar/Upvidi_2000_MAIN
म0प्र0रा0कृ0वि0बो0
मंडी सममतियों के मिये उपविधि सन ् 2000

खण्ड-15
संविदा का विच्छे द, अिसान/तनरस्िीकरण दोनों पक्षकारों की सहमति से होर्ा।
ऐसा विच्छे द या अिसान /तनरस्िीकरण वििेख, ऐसे विच्छे द, अिसान/तनरस्िीकरण के 15
ददिसों के िीिर पंजीकरण प्राधिकारी को संसूधिि ककया जायेर्ा।
खण्ड-16
इस अनब
ु न्ि के अिीन, एिद्द्िारा सम्बद्ि दोनों पक्षकारों के बीि हक और
दातयत्िों के सम्बन्ि में या एक पक्षकार का दस
ू रे के विरूद्ि आधथाक अथिा अन्यथा दािे के
सम्बन्ि में या इस अनब
ु न्ि के ककसी तनबन्िनों के प्रिाि और शिो के तनिािन के सम्बन्ि
में कोई वििाद उद्िूि होने की जस्थति में , ऐसा वििाद या मििेद, इस उददे श्य से र्दिि
माध्यमस्थम प्राधिकारी को तनददा टट ककया जायेर्ा।
खण्ड-17
ककसी पक्षकार के पिे में पररििान होने की जस्थति में, यह दस
ू रे पक्षकार को िथा
पंजीकरण प्राधिकारी को िी संसूधिि ककया जाना िादहये।
खण्ड-18
इस अनुबन्ि के अिीन, एिद् सम्बद्ि प्रत्येक पक्षकार दस
ू रे के साथ अपने दातयत्िों
का पािन करने में ित्परिा और ईमानदारी से स्िस्थ विश्िास में काया करे र्ा और दस
ू रे के
दहिों को संकट में डािने का कोई काया नहीं ककया जायेर्ा।
इसकी साक्ष्य में पक्षकारों ने यह अनुबन्ि पहिे ऊपर उल्िेखखि .............................
माह के ....................... ददन और ....................... ििा पर हस्िाक्षररि ककया है ।

नाम के अिीन ''प्रथम िार् के पक्षकार''


द्िारा इनकी उपजस्थति में हस्िाक्षररि,
मुद्रांककि और प्रदत्त ककया र्या -
1. .....................................................
2. .....................................................

नाम के अिीन ''द्वििीय िार् के पक्षकार''


द्िारा इनकी उपजस्थि में हस्िाक्षररि,
मुद्रांककि और प्रदत्त ककया र्या -
1. .....................................................
2. .....................................................

134

Suresh Raikwar/Upvidi_2000_MAIN
म0प्र0रा0कृ0वि0बो0
मंडी सममतियों के मिये उपविधि सन ् 2000

अिुसूची - एक

श्रेणी, निददि ष्टि, र्ात्रा और र्ूल्य साररणी

श्रेणी तनददा जटट मात्रा मूल्य/िाि


श्रेणी - प्रथम या 'क' आकार, रं र्, सरु मि (सर्
ु ंि)
आदद
श्रेणी - द्वििीय या 'ख'

Suresh Raikwar/Upvidi_2000_MAIN 135


म0प्र0रा0कृ0वि0बो0
मंडी सममतियों के मिये उपविधि सन ् 2000

घोषणा

मैं/हम आिेदक एिद्द्िारा शपथपूिक ा घोविि करिा/करिी/करिे हू /हैं कक संविदा


कृवि के पंजीकरण हे िु आिेदन पत्र में प्रस्िुि उपयु्ि सूिनाऐं मेंरे/हमारे ज्ञान एिं विश्िास
में सत्य हैं िथा सही अमििेखखि की र्ई है और सूिना में कोई बाि तछपाई नहीं र्ई है ।

2 आिेदक ने मध्यप्रदे श कृवि उपज मंडी अधितनयम, तनयम उपविधि, कायाािय


मैनुअि एिं अधितनयम में विदहि संविदा कृवि के समस्ि प्राििानों एिं संविदा कृवि
के अनब ं अध्ययन कर मिया है और उनमें दी र्ई
ु ंि की शिो का ििीि ति
व्यिस्थाओं का पािन करिे हुये काया ककया जायेर्ा।
3. अधितनयम, तनयम, उपविधि, कायाािय मैनुअि एिं संविदा कृवि के अनुबंि की
शिो एिं प्राििानों में दी र्ई व्यिस्थाओं को िंर् करने पर संविदा कृवि हे िु िारा 37-
क (1) के अिीन पंजीकरण, मंडी सममति द्िारा तनिजम्बि अथिा रदद कर ददये
जाने के दातयत्िािीन होर्ा।
4. आिेदक यह विश्िास ददिािा/ददिािे है /हैं कक मंडी सममति से समय-समय पर जारी
ककये र्ये आदे शों/तनदे शों का िी आिेदक द्िारा पािन ककया जािेर्ा और ऐंसा कोई
िी काया या प्रककया नहीं की जाएर्ी जो उत्पादक कृिक के दहिों के प्रतिकूि हो।
कृिक उत्पादक के दहिों का हर संिि संरक्षण ककया जािेर्ा।
5. आिेदक संविदा कृवि के पंजीकरण के मिये आिश्यक अमििेख एिं तनिााररि
पंजीकरण फीस का बैंक ड्रफट संिग्न कर रहा है ।

(हस्िाक्षर आिेदक संविदा खेिी क्रेिा)

कायािलय के उपयोग हे तु

1. कुि रूपये ....................... पैसे ....................... (शब्दों में ) .......................... रसीद


क्रमांक ....................... ददनांक ........................ द्िारा प्राति कर संविदा कृवि पंजीकरण
पंजी में अनुक्रमांक ............................. पर पवृ िटट ककया र्या।

िेखापाि मिवपक

2. पंजीकरण स्िीकृि या अस्िीकृि ककये जाने के संबंि में मंडी सममति के िहराि
क्रमांक ....................... ददनांक ....................... के अनुसरण में आदे श जारी ककया र्या।

स्िीकृति की जस्थति में पंजीकरण क्रमांक .......................

सधिि
Suresh Raikwar/Upvidi_2000_MAIN 136
म0प्र0रा0कृ0वि0बो0
मंडी सममतियों के मिये उपविधि सन ् 2000

प्रारूप - बीस
संर्वदा खेती के ललखखत करार के रष्जटरीकरण हे तु आवेदि पत्र.
(दे खखये िारा 37-क(1) एिं उपविधि की कंडडका क्रमांक- .............. )
प्रति,
अध्यक्ष/िारसािक अधिकारी
कृवि उपज मंडी सममति ......................... जजिा ..............................................

(1) आिेदक/क्रेिा फमा (द्वििीय : ..............................................................................


पक्ष) का नाम
आिेदक की ओर से आिेदनकिाा : ..............................................................................
का नाम
वपिा का नाम : ..............................................................................
आिेदनकिाा की पदीय जस्थति : ..............................................................................
कायाािय का पिा : ..............................................................................
पिा (तनिास) : ..............................................................................
दरू िाि क्रमांक : कायाािय- ................... तनिास- ......................
(2) ्या आिेदक/फमा/दहन्द ु संयु्ि : ..............................................................................
..............................................................................
पररिार/व्यज्िर्ि/कंपनी
..............................................................................
/सरकारी संस्था है ? ..............................................................................
(है मसयि अंककि की जाय)
(3) आिेदक फमा/दहन्द ु
संयु्ि : ..............................................................................
..............................................................................
पररिार/कंपनी/सहकारी संस्था/
..............................................................................
व्यज्िर्ि है िो संबधिि/ ..............................................................................
समस्ि िार्ीदार किाा/ ..............................................................................

संिािक के नाम एिं पूणा पिा


नाम आयु पिा टे मिफोन आरक्षक्षि केन्द्र
नम्बर का नाम
................. .......
.......................... ........... ......................
(4) आिेदक फमा/कंपनी/सहकारी : ..............................................................................
..............................................................................
संस्था है िो पंजीयन क्रं0 एि
..............................................................................
ददनांक
(पंजीयन की प्रमाखणि छायाप्रति
संिग्न करें ।)

Suresh Raikwar/Upvidi_2000_MAIN 137


म0प्र0रा0कृ0वि0बो0
मंडी सममतियों के मिये उपविधि सन ् 2000

(5) 1.1 आिेदक का जी.एस.टी : ..............................................................................


पंजीयन क्रमांक
1.2 राज्य के व्यापाररयों के मिये : ..............................................................................
समग्र पहिान पत्र
1.3 राज्य के बाहर के व्यापाररयो : ..............................................................................
के मिये आिार नम्बर
1.4 केन्द्रीय कर पंजीयन क्रमांक : ..............................................................................
(6) आिेदक का आयकर स्थाई खािा : ..............................................................................
क्रंमांक
(7) आिेदक/फमा के जजन बैकों में खािे हैं उनके नाम एिं खािा क्रं. िथा खािे में जमा रामश
बैंक का नाम खािा क्रं0 आिेदन ददनांक को जमा रामश
............................. ......................... ......................................
(8) आिेदक के कारोबार के मुख्य स्थान एिं शाखाओं के पिे :-
मुख्यािय का शाखाओं के नाम शाखा प्रबंिक मुख्यािय
पिा एिं दरू िाि पिा एिं दरू िाि का नाम प्रबंिक का नाम
क्रमांक क्रमांक
........................... ........................ ................. .....................
(9) अधिसूधिि कृवि उपज के : ........................................................................
........................................................................
उत्पादक (प्रथम पक्ष) का
........................................................................
नाम/पूणा पिा
(10) संविदा कृवि हे िु आिेदक : ........................................................................
........................................................................
द्िारा ियन की र्ई
........................................................................
अधिसूधिि कृवि का नाम,
ककस्म, अनुमातनि उपज
मात्रा
(11) संविदा कृवि हे िु ियन की र्ई उत्पादक की िूमम का वििरण :-
ग्राम मानांक
िूमम का क्षैत्रफि(हे ्टे .) िहसीि/जजिा
................ ..............
.................................. ............................
(12) ्या आिेदक मंडी सममति का : ........................................................................
........................................................................
पूिा अनुज्ञजति (पंजीयन)
........................................................................
िारक है ? यदद हो, िो र्ि ििा ........................................................................
का पंजीयन क्रमांक निीन ........................................................................
........................................................................
अनुज्ञजति (पंजीयन) ग्रदहिा है
Suresh Raikwar/Upvidi_2000_MAIN 138
म0प्र0रा0कृ0वि0बो0
मंडी सममतियों के मिये उपविधि सन ् 2000

िो व्यिसाय/व्यापार प्रारम्ि
करने का ददनांक
(13) यदद (इस आिेदन के पूि)ा : ........................................................................
........................................................................
आिेदनकिाा द्िारा अन्य
........................................................................
उत्पादको से संविदा कृवि हे िु ........................................................................
करार ककया र्या है िो उनका ........................................................................
........................................................................
नाम, पिा, स्थान अधिसूधिि
कृवि उपज का नाम, ककस्म,
मात्रा एिं मूल्य आदद वििरण
संिग्न करें ।
(14) ्या संविदा खेिी से संबंधिि : ........................................................................
........................................................................
प्रदे श के ककसी मंडी क्षेत्र में
........................................................................
कोई वििाद उद्िूि हुआ है या ........................................................................
िि रहा है ? यदद ह ,ं िो करार ........................................................................

सदहि विस्िि
ृ वििरण
संिग्न करें ।
(15) आिेदक क्रेिा एिं उत्पादक के : ........................................................................
........................................................................
मघ्य सम्पाददि मिखखि
करार की छायाप्रति संिग्न
करें ।

मैं/हम, एिद् द्िारा घोिणा करिा/करिी/करिे हू /हैं कक मैंने/हमने मध्यप्रदे श कृवि


उपज मंडी अधितनयम 1972 िदािीन बनाये र्ये तनयम एिं उपविधिय ििी िांति पढ़ी एिं
समझी हैं। मैं/हम उनका यथाविधि पािन करूंर्ा/करूंर्ी/करे र्ें/िथा िे मुझे/हमें मान्य होंर्े।
तनिेदन है कक संविदा कृवि हे िु संिग्न करार के अनुसार मंडी सममति, .................... में
पंजीकरण करने का कटट करें । पंजीकरण हे िु तनिााररि शुल्क, रामश रूपये ............ का बैंक
ड्राफ्ट क्रमांक ................ ददनांक .............. जो कक ..................... बैंक ...................... का है ,
संिग्न है ।
स्थान : .............................. आिेदक के हस्िाक्षर ........................................
ददनांक : ............................. नाम ................................................................
पद ..................................................................
मद्र
ु ा ................................................................

Suresh Raikwar/Upvidi_2000_MAIN 139


म0प्र0रा0कृ0वि0बो0
मंडी सममतियों के मिये उपविधि सन ् 2000

प्रारूप – इक्कीस

कायाािय
कृवि उपज मंडी सममति ..................
जजिा ............ (म0प्र0)
(अधितनयम की िारा 37-क (2) के अिीन तनटपाददि करार का रजजस्रीकरण)

पंजीक्ररण क्र0 ............................. पंजीकरण ददनांक / /

1. म0प्र0 कृवि उपज मंडी अधितनयम 1972 ( क्र0 24 सन ्-1973) की िारा 37-क की
उपिारा(1) के अिीन संविदा खेिी के मिए ।

क्रेिा श्री .............................................................. तनिासी .....................................


एिं उत्पादक श्री ...................................................................................................
तनिासी .................................................................................................................

के बीि ददनांक .................. को तनटपाददि करार (संिग्न) का िारा 37-क (2) के


अिीन मंडी सममति द्िारा रजजस्रीकरण (पंजीकरण) ककया जािा है । मंडी सममति
द्िारा मुद्रांककि पंजीकृि मिखखि करार की एक-एक प्रति क्रेिा एिं उत्पादक को प्रदाय
की जािी है ।

2. संविदा के विच्छे द/अिसान/तनरस्िीकरण के ददनांक से यह पंजीकरण स्िमेंि


रद्द/तनटप्रिािी हो जािेर्ा।

हस्िाक्षर

अध्यक्ष/सधिि
कृवि उपज मंडी सममति ......................
जजिा .......................... (म0प्र0)

Suresh Raikwar/Upvidi_2000_MAIN 140


म0प्र0रा0कृ0वि0बो0
मंडी सममतियों के मिये उपविधि सन ् 2000

अिुसूची

(उपविधि कजण्डका-27 के अिीन)

सरि अधिसूधिि कृवि उपज न्यूनिम मात्रा (मी.टन)


क्रमांक
1 िना 1000 मी.टन
2 र्ेहूं 2000 मी.टन
3 िअ
ु र 500 मी.टन
4 सोयाबीन 2000 मी.टन
5 कपास 1000 मी.टन
6 सरसों 2000 मी.टन
7 मूंर्फिी 2000 मी.टन
8 फूि 600 मी.टन

Suresh Raikwar/Upvidi_2000_MAIN 141

You might also like