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CC4/Suresh Raikwar/Upvidi_2000
म0प्र0रा0कृ0वि0बो0
मंडी सममतियों के मिये उपविधि सन ् 2000
अनुक्रमणिका
कंडिका विषय पेज
क्रमांक क्र0
अध्याय - एक
प्रारं भिक
1 संक्षिप्ि नाम िथा प्रारम्भ 1
2 पररभाषाएं 1-4
अध्याय - दो
मण्िी सभमति के सम्मेलन एिं कायय
3 मण्डी सममति के सम्मेिन 5
4 सम्मेिन के प्रकार एिं विषय सच
ू ी 5
5 सम्मेिन की सच
ू ना 5
6 सम्मेिनों में आिश्यक गणपतू िि 6
7 सम्मेिन में कायि सम्पादन 6
8 सम्मेिन का संचािन 7
9 सम्मेिन में अध्यि की शक्तियां 7
10 कायििि
ृ पस्
ु िक 8
11 सम्मेिन की कायििाही की भाषा 8
12 उप सममतियों की रचना 8
13 सधचि की उपक्स्थति 9
14 पाररि प्रस्िािों का क्रियान्ियन 9-10
अध्याय - िीन
मण्िी में विक्रय कायय योजना
15 मण्डी में बबिी कायि योजना के मिए विशेष सम्मेिन 11-13
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म0प्र0रा0कृ0वि0बो0
मंडी सममतियों के मिये उपविधि सन ् 2000
अध्याय - चार
विपिन का तनयंत्रि
अधिसधू चि कृवष उपज के विपिन का तनयंत्रि.
16 अधिसधू चि कृवष उपज का िय-वििय 14-18
17 अनब
ु न्ि पत्रक/सौदा पत्रक के तनष्पादन के पश्चाि ् की 18-21
प्रक्रिया
18 कृत्यकाररयों को अनज्ञ
ु क्प्ि स्िीकृि करना 21-26
19 अनज्ञ
ु क्प्ि का तनिंबबि अथिा रदद क्रकया जाना 26-28
20 मण्डी फीस उदग्रहण 28-37
21 अमभिेखों की ज चं 37-39
22 अिशेष फीस का तनिािरण 39-40
23 तनरीिण की व्यिस्था 40
24 मण्डी प्रांगण में कृवष उपज की नाप िौि एिं उपकरणों का 41-42
रख-रखाि
25 मण्डी प्रांगण की व्यिस्था 42
26 मण्डी िेत्र के कृत्यकाररयों के पाररश्रममक 42-43
अध्याय - पांच
मण्िी प्रांगि के बाहर अन्य स्थान पर अधिसूधचि कृवष उपज के
क्रय-विक्रय का वितनयमन
27 मंडी प्रांगण के बाहर अधिसधू चि कृवष उपज िय करने हे िु 44
विमशष्ट अनज्ञ
ु क्प्ि
28 विमशष्ट अनज्ञ
ु क्प्ि हे िु आिेदन की प्रक्रिया 44
29 विमशष्ट अनज्ञ
ु क्प्ि हे िु प्रतिभतू ि 44-45
30 मंडी सममति दिारा विमशष्ट अनज्ञ
ु क्प्ि की स्िीकृति 45-47
31 मंडी प्रांगण के बाहर िय केन्रों पर विपणन की सवु ििायें 47-48
उपिब्ि कराना
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म0प्र0रा0कृ0वि0बो0
मंडी सममतियों के मिये उपविधि सन ् 2000
32 विमशष्ट अनज्ञ
ु क्प्ििारी दिारा तनयिकामिक वििरणी प्रस्िि
ु 48
करना
33 िय केन्रों पर अधिसधू चि कृवष उपजों के पररिहन एिं 48
तनगिमन की व्यिस्था पर तनयंत्रण
34 िय केन्र पर अधिसधू चि कृवष उपज के िय वििय की शिि 49
35 िय केन्रों से अधिसधू चि कृवष उपज का तनगिमन एिं 49
पररिहन
36 िय केन्रों पर िय की गई अधिसधू चि कृवष उपज का 50
भग
ु िान
अध्याय-छः
कृवष विपिन पुरस्कार योजना
37 कृवष विपणन परु स्कार योजना 51-56
अध्याय - साि
संविदा खेिी के अिीन अधिसूधचि कृवष उपज के विपिन का वितनयमन
38 संविदा कृवष का अनब
ु ंि और आदशि विमशक्ष्टयां िथा शिे 57-65
39 संविदा खेिी 65
40 संविदा खेिी का रक्जस्रीकरण (पंजीकरण) 65-66
41 संविदा खेिी के करार से उत्पन्न वििादों का तनपटारा 66
42 संविदा खेिी के अिीन उत्पाददि कृवष उपजों के विपणन का 67
तनयंत्रण
43 तनरसन िथा व्याितृ िया 68
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मंडी सममतियों के मिये उपविधि सन ् 2000
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अनक्र
ु मणिका
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(2) पररिािाएं :-
जब िक प्रसंग या वििय से कोई बाि इसके विपरीि न हो मंडी
सममति की उपविधि में तनम्नानस
ु ार पररभािाओं का उपयोग ककया जायेगा।
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म0प्र0रा0कृ0वि0बोडय,
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अध्याय - दो
मंर्ी सममति के सम्मेिन एिं कायड
(3) मंर्ी सममति के सम्मेिन :-
अपने सच
ु ारू कायय संचािन हे िु मंडी सममति प्रत्येक माह में कम से कम
एक बार अपना सम्मेिन अतनिाययिैः आयोप्जि करे गी। विशेि पररप्स्थतियों में
आिश्यकिानस
ु ार प्रबंि संचािक अथिा क्षेत्रीय (आंचमिक) कायायिय के संयत
ु ि
संचािक/उपसंचािक मंडी बोडय अथिा किेतटर के तनदे श पर अध्यक्ष मंडी सममति
दिारा मंडी सममति का सािारण या विशेि सम्मेिन बि
ु ाया जािेगा।
(5) सम्मेिन की सच
ू ना :-
प्रत्येक सम्मेिन की सच
ू ना (प्जसमें तनिायररि तिधथ, समय, स्थान िथा
विचाराथय वििय स्पष्ट उल्िेणखि होंगे) प्रत्येक ऐसे सदस्य को जो सम्मेिन में
सप्म्ममिि होने हे िु सक्षम ह, भेजी जािेगी िथा सच
ू ना फिक पर भी चस्पा
करके प्रदमशयि की जािेगी। सच
ू ना अधिमान्यिैः प्रेिण प्रमाण-पत्र के अन्िगयि
(अण्डर सदटय कफकेट आफ पोप्स्टं ग) भेजी जािेगी। सािारण सम्मेिन की सच
ू ना
सम्मेिन की तिधथ से 7 ददन पि
ू य िथा विशेि सम्मेिन की सच
ू ना सम्मेिन की
तिधथ से 3 ददन पि
ू य भेजना अतनिायय होगा। विशेि सम्मेिन की सच
ू ना विशेि
िाहक के दिारा भेजना अतनिायय होगा। सम्मेिन की सच
ू ना सधचि के हस्िाक्षर
से प्रेविि होगी।
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7
म0प्र0रा0कृ0वि0बोडय,
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(10) कायडिि
ृ पस्
ु िक :-
मंडी सममति एक काययिि
ृ पस्
ु िक रखेगी प्जसमें प्रत्येक सम्मेिन के कायय
का वििरण दहन्दी भािा एिं दे िनागरी मिवप में अमभमिणखि ककया जािेगा।
अमभमिणखि कायय का वििरण प्रत्येक सम्मेिन की समाप्ति के ित्काि पश्चाि ्
अध्यक्ष िथ सधचि दिारा हस्िाक्षररि ककया जािेगा। पंजी में दजय काययिाही
वििरण 05 काययददिस में सदस्यो को प्रसाररि की जाएगी एिं आगामी सम्मेिन
में उसकी पप्ु ष्ट कराई जािेगी। भारसािक अधिकारी तनयत
ु ि रहने की दशा में
काययिि
ृ पस्
ु िक पर भारसािक अधिकारी एिं सधचि हस्िाक्षर करें गे। सममति की
बठक की विड़डयो ग्राफी करना अतनिायय होगा। (संशोिन 15.03.2019)
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सधचि को सन
ु ने के बाद संयत
ु ि संचािक/उपसंचािक को अधिकार
होगा कक िह विधि विरूदि पाये गये ककसी भी प्रस्िाि को रदद कर
दें । (संशोिन 15.03.2019)
न्न्न्न्न
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म0प्र0रा0कृ0वि0बोडय,
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अध्याय - िीन
मंर्ी में षिक्रय कायड योजना
आिारिि
ू आकड़ों का संकिन :-
मंडी का कायायत्मक क्षेत्र का तनिायरण करने के पश्चाि ् िास्िि में
मंडी प्रांगण का उपयोग करने िािे ग्रामों की कुछ आिारभि
ू जानकारी
कृवि विभाग से प्राति की जािेगी। इसके िहि तनम्न जानकारी िी जािेगी-
(क) ग्राम में विमभन्न फसिों के िहि बोया गया क्षेत्र,
(ख) ग्राम की प्रत्येक फसि का औसि उत्पादन,
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अध्याय - चार
षिपणन का तनयंत्रण
अधिसधू चि कृषि उपज के षिपणन का तनयंत्रण.
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(17) अनब
ु ंि पत्रक/सौदा पत्रक के तनष्पादन के पश्चाि ् की प्रक्रक्रया :-
(1) घोि विक्रय में क्रय की समस्ि कृवि उपज की िौि या माप
अनज्ञ
ु प्तििारी िि
ु या दिारा मंडी प्रांगण या उपमंडी प्रांगण में की
जाएगी।
(2) सौदा पत्रक के आिार पर क्रय की गई कृवि उपज की िौि सौदा
पत्रक में उल्िेणखि स्थान पर अनज्ञ
ु प्तििारी िुिया दिारा की
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(2) अनज्ञ
ु प्प्ि हे िु आिेदन
अधितनयम की िारा 31 में उल्िेणखि कृ्त्यकारी एिं उपविधि क्रमांक
2(घ) में उल्िेणखि कृत्यकारी अधितनयम की िारा 32 के अन्िगयि मंडी
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सममति से अनज्ञ
ु प्ति (िायसेंस) प्राति करने के मिये यथाप्स्थति प्रारूप-पांच
'अ' या प्रारूप-पांच 'अ'(एक) या पांच 'ब' या पांच 'स' में आिेदन प्रस्िि
ु
करे गा। प्रारूप-पांच 'अ' हरे रं ग के कागज पर होगा प्रारूप-पांच 'अ'(एक)
गुिाबी रं ग के कागज पर होगा प्रारूप-पांच 'ब' िाि रं ग के कागज पर
होगा। जबकक प्रारूप-पांच 'स' सफेद कागज पर मदु रि होगा। आिेदन फामय
मंडी सममति दिारा सैःशल्
ु क प्रदाय ककया जायेगा।
अनज्ञ
ु प्ति हे िु सभी आिेदन फामय मे जी.एस.टी पंजीयन क्रमांक
(यदद उति पररधि मे हो िो) एिं आिार नम्बर िथा समग्र पहचान पत्र
की जानकारी िी जाये। (संशोिन 15.03.2019)
परन्िु अधितनयम में दी गई व्यापारी की पररभािा के अनस
ु ार ऐसे
प्रसंस्करणकिाय, वितनमायिा को जो कृवि उपज को क्रय करके प्रसंस्करण या
वितनमायण उपरान्ि विक्रय करिा ह, िो प्रसंस्करणकिाय, वितनमायिा के साथ-
साथ व्यापारी कृत्यकारी के रूप में भी अनज्ञ
ु प्ति हे िु आिेदन करना होगा।
(आदे श क्रमांक-35 ददन क 25.07.2018)
आिेदन के साथ तनिायररि फीस का ड़डमाण्ड ड्राफ्ट एिं अन्य
आिश्यक अमभिेख संिग्न होना आिश्यक ह अन्यथा आिेदन में कममयों
का उल्िेख करिे हुए आिेदन ित्समय िावपस कर ददया जािेगा।
उपरोतिानस
ु ार आिेदन प्राति होने के पश्चाि ् निीनीकरण के मामिे
में आिेदक की परु ानी नस्िी के साथ एिं नये आिेदन के मामिे में नस्िी
बनाकर पंजीबदि करिे हुए यथा प्स्थति तनरीक्षक अथिा सधचि को
आगामी काययिाही के मिए प्रकरण हस्िांिररि ककया जायेगा। इस नस्िी
पर बाजार व्यिस्था एिं मंडी शल्
ु क शाखा िथा िेखा शाखा प्रभाररयों का
अमभमि प्राति ककया जािे। तनरीक्षक/सधचि का यह दातयत्ि होगा कक िह
आिेदन में उल्िेणखि िथ्यों की जांच करिे हुये अपने अमभमि सदहि
तनणयय हे िु प्रकरण भारसािक अधिकारी/अध्यक्ष मंडी सममति के समक्ष
प्रस्िि
ु करें । ऐसे प्रत्येक प्रकरण का तनराकरण आिेदन प्राति होने की िीस
ददन की समयािधि में करा मिया जाना आिश्यक ह। तनणयय मिणखि रूप
में स्पष्ट स्िीकृति या अस्िीकृति का मिया जायेगा। अस्िीकृति की दशा में
आिेदक दिारा प्रस्िि
ु आिेदन संिग्न ककये गये समस्ि अमभिेखों मय
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जमा करना होगी एिं आिेदन के साथ प्रारूप-साि में प्रमाण-पत्र प्रस्िि
ु
करना होगा।
''परन्िु प्रतिभतू ि के रूप में बैंक ग्यारं टी करने िािे संबंधिि बैंक के
प्रबंिक दिारा तनम्नानस
ु ार प्रारूप में िचन पत्र मंडी सममति को प्रस्िुि
करना होगा।''
िचन पत्र
प्रबंिक .....................................
बैंक शाखा .................................
(4) व्यप्क्िगि प्रतिितू ि
व्यप्तिगि प्रमाण-पत्र प्रस्िुि करने िािे व्यप्ति/फमय को मंडी
सममति दिारा तनिायररि रामश की साििी जमा (एफ0डी0आर0) मंडी
सममति के पक्ष में बनिाकर मंडी सममति कायायिय में जमा करनी होगी या
उिनी रामश की स्थािर संपवि के मि
ू अमभिेख मंडी सममति कायायिय में
जमा करािे हुए आिेदक को मंडी सममति के पक्ष में ििातनक अनब ु ंि
करना होगा कक यदद िह विक्रेिा को भग
ु िान करने में असफि रहिा ह िो
उति स्थािर संपवि मंडी सममति दिारा बेची जाकर मंडी सममति विक्रेिा
को भग
ु िान कर सकिी ह या मंडी सममति दिारा तनिायररि की गई
प्रतिभतू ि की रामश नगद जमा की जािेगी एिं रसीद प्राति की जािेगी
िदोपरान्ि प्रारूप-साि ''अ'' में आिेदन के साथ प्रमाण-पत्र संिग्न ककया
जािेगा।
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(5) अिधि
मि
ू िैः अनज्ञ
ु प्ति की अिधि अनज्ञ
ु प्ति स्िीकृि होने के ददनांक से
पांच ििय होगी, ककन्िु इस अिधि में यदद मंडी सममति की राय में
अनज्ञ
ु प्तििारी का कायय िथा आचरण संिोिप्रद पाया जािा ह िब
अनज्ञ
ु प्ति की अिधि जीिनभर के मिये बढ़ा दी जायेगी। पि
ू य
अनज्ञ
ु प्तििाररयों का कायय िथा आचरण यदद उपरोतिानस
ु ार मंडी सममति
की राय में संिोिप्रद ह िो अनज्ञ
ु प्ति अिधि उपरोतिानस
ु ार तनिायररि दे य
शल्
ु क जमा करके जीिन भर के मिए बढ़ा दी जायेगी।
परन्िु भागीदारी फमय की दशा में भागीदारों के नामों में पररिियन
होने पर अथिा कम्पनी की दशा में संचािकगण के नामों में पररिियन होने
की दशा में पररिियन के चौदह ददिस के भीिर मंडी सममति को मिणखि
रूप में सच
ू ना दी जायेगी। मंडी सममति उपयत
ु ि परीक्षण के बाद इस
पररिियन के संबंि में तनणयय िेकर अनज्ञ
ु प्तििारी को सधू चि करे गी।
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(7) अनज्ञ
ु प्प्ि जारी करना
आिेदन प्राति होने पर उपयत
ु ि जांच की प्रकक्रया पण
ू य की जायेगी।
आिेदन यदद स्िीकृि ककया जािा ह िब प्रारूप-आठ में अनज्ञ
ु प्ति मोटे
कागज पर जारी की जायेगी। अनज्ञ
ु प्ति पर अध्यक्ष/भारसािक अधिकारी
एिं सधचि के हस्िाक्षर होगें । अनज्ञ
ु प्तििारी दिारा अनज्ञ
ु प्ति को कांच फ्रेम
में जििाकर प्रतिष्ठान पर प्रदमशयि ककया जािेगा।
(19) अनज्ञ
ु प्प्ि का तनिंबबि अथिा रदद क्रकया जाना :-
(1) मंडी सममति दिारा उपविधि (18) एिं (30) के अन्िगयि स्िीकृि
अनज्ञ
ु प्ति को तनम्न आिारों पर तनिंत्रबि अथिा रदद ककया
जािेगा:-
(क) अनज्ञ
ु प्ति िारी का व्यापाररक संव्यिहार मंडी सममति के दहि
में नहीं होने पर।
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(21) अमििेखों की ज चं :-
(1) अधितनयम की िारा 20 के अन्िगयि मंडी सममति का सधचि ककसी
भी कृत्यकारी के दिारा अधिसधू चि कृवि उपज के व्यापार से
संबंधिि अमभिेख अपने कायायिय में मिणखि आदे श दिारा ज चं हे िु
बि
ु ा सकेगा; -
(क) आदे श प्रारूप-िेरह में जारी ककया जा सकेगा।
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कुि मल्
ू य पर मंडी फीस के साथ 24 प्रतिशि प्रतिििय की दर
से ब्याज जोिकर अिशेि का तनिायरण ककया जाएगा।
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(24) मंर्ी प्रांगण में कृषि उपज की नाप िौि एिं उपकरणों का रख-रखाि :-
(1) कृवि उपज की भरिी मानक आकार के खािी बोरो में की जायेगी
एिं मंडी सममति दिारा प्जन्सिार तनिायररि िजन की कृवि उपज
बोरों में भरी जायेगी।
(2) अधिसधू चि कृवि उपज की िौि के मिये िारदानों के समान भार का
िजन बोरों में से काटा जािेगा।
(3) समस्ि अधिसधू चि कृवि उपज की िौि केिि इिेतट्रातनक िौि
कांटों से ही की जािेगी।
(4) एक ददन में क्रय की गई कृवि उपज को, क्रेिा दिारा अपने स्कंि
में , उस ददन की परू ी िौि हो जाने पर ही ममिाया जायेगा अन्यथा
नहीं।
(5) कृवि उपज की िौि में अतनयममििा (कमी या िद
ृ धि) का दातयत्ि
िुिया का होगा। िौि में अधिक या कमी पाये जाने पर उसकी
अनज्ञ
ु प्ति तनिंत्रबि या रदद की जािेगी।
(6) (अ) अधिसधू चि कृवि उपजों की िौि मंडी प्रांगणों/उपमंडी प्रांगणों
अथिा सममति दिारा इस प्रयोजन के मिये विददय ष्ट ककये गए ककसी
अन्य स्थानों पर स्थावपि एिं नापिौि विभाग दिारा प्रमाणणि
इिेतट्रातनक िौिकांटों से भी की जा सकेगी। िौि का कायय सधचि,
कृवि उपज मंडी सममति दिारा अधिकृि/आदे मशि व्यप्ति के दिारा
ही संपाददि ककया जायेगा।
(ब) इिेतट्रातनक िौिकांटे पर सियप्रथम कृवि उपज से भरे िाहन
का िौि ककया जायेगा। ित्पश्चाि ् उस खािी िाहन की िौि की
जायेगी। पि
ू य में ककये गये भरे िाहन के िौि में से खािी िाहन का
िजन घटाकर शेि िजन कृवि उपज का शद
ु ि िजन माना जायेगा।
संबंधिि कृवि उपज के स्िामी को उति िौि की पची दी जायेगी,
प्जस पर िौि करने िािे अधिकृि व्यप्ति के हस्िाक्षर रहे गें।
(स) कृवि उपज के िजन में िौि या माप के संबंि में ककसी
प्रकार का वििाद उत्पन्न होने की प्स्थति में संबंधिि कृवि उपज
मंडी सममति के सधचि का तनणयय वििाददि पक्षों को मान्य होगा।
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अध्याय - पांच
मंडी प्रांगण के बाहर अन्य स्थान पर अधिसधू चि
कृवि उपज के क्रय-विक्रय का वितनयमन
(27) मंर्ी प्रांगण के बाहर अधिसधू चि कृषि उपज क्रय करने हे िु षिमशष्ट
अनज्ञ
ु प्प्ि :-
1. जो भी व्यप्ति फमय अथिा संस्था ककसी मंडी सममति के मंडी क्षेत्र
में मंडी प्रांगण के बाहर अधिसधू चि कृवि उपज का क्रय करना
चाहिा ह उसे मंडी सममति से इस उददे श्य के मिए पथ
ृ क से
अनज्ञ
ु प्ति प्राति करना होगी।
2. अनज्ञ
ु प्ति विमशष्ट कृवि-उपज के मिए ही दी जाएगी।
परन्िु एक ही अनज्ञ
ु प्तििारी को एक से अधिक कृवि-उपज
क्रय करने की अनम
ु ति दी जा सकेगी;
परन्िु यह और भी कक मंडी क्षेत्र में मंडी प्रांगण के बाहर
अधिसधू चि कृवि उपज का क्रय करने हे िु अनज्ञ
ु प्ति उसी व्यप्ति को
दी जाएगी जो कक वििीय ििय में संिग्न अनस
ु च
ू ी के क िम 3 में
िणणयि मात्रा से अधिक मात्रा में अधिसधू चि कृवि उपज क्रय करने के
मिए िचनबदि हो।
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विमशष्ट अनज्ञ
ु प्ति स्िीकृि ददनांक से पांच ििय के मिये होगा। प्रारं भ
में अनप्न्िम अनज्ञ
ु प्ति एक ििय की कािािधि के मिये होगी।
अनज्ञ
ु प्तििारक इन क्रय केन्रों में उपविधि की कंड़डका 31(1) में
यथावितनददय ष्ट सवु ििाओं का सज
ृ न एक ििय की कािािधि में करे गा।
अनज्ञ
ु प्तििारकों दिारा इन तनदे शों का पािन नहीं करने पर ऐसी
अनज्ञ
ु प्तियों की कािािधि समाति होने के पश्चाि ् निीनीकरण नहीं
ककया जायेगा। उपविधि की कंड़डका 31(1) में यथावितनददय ष्ट
सवु ििाओं का सज
ृ न कर िेने की प्स्थति में उसे आगामी चार ििय के
मिये विमशष्ट अनज्ञ
ु प्ति दी जायेगी।
(31) मंर्ी प्रांगण के बाहर क्रय केन्रों पर षिपणन की सषु ििायें उपिब्ि कराना:-
1. अनज्ञ
ु प्तििारी को मंडी क्षेत्र में मंडी सममति की पि
ू य अनम
ु ति से ही
तनिायररि स्थिों पर ही कृवि-उपज क्रय करने की अनम
ु ति होगी। इन
स्थिों को ''क्रय केन्र'' कहा जायेगा। क्रय केन्र पर िौि की मानक
व्यिस्था िथा कृिकों के मिये विक्रेिा को उसी ददन मल्
ू य भग
ु िान
की व्यिस्था सतु नप्श्चि करने का उिरदातयत्ि अनज्ञ
ु प्तििारक का
होगा। क्रय केन्र पर म0प्र0कृवि उपज मंडी (एक से अधिक मंडी
क्षेत्रों के मिये विशेि अनज्ञ
ु प्ति) तनयम 2009 (समय समय पर यथा
संशोधिि) के तनयम 10 के अनस
ु ार आिारभि
ू अिोसंरचनाओं एिं
सवु ििाओं का सज
ृ न करने का उिरदातयत्ि भी अनज्ञ
ु प्तििारक का
होगा।
2. अधिसधू चि कृवि उपज का मंडी प्रांगण में गि ददिस उपिब्ि हुआ
न्यन
ू िम ि अधिकिम मल्ू य क्रय केन्र पर सहज दृप्ष्टगोचर स्थि
पर कम से कम 3' 2' आकार का सच
ू ना बोडय िगाकर अनज्ञ
ु प्तििारी
दिारा प्रदमशयि ककया जाएगा। घोविि समथयन मल्
ू य से कम मल्
ू य
पर ककसी भी अधिसधू चि कृवि उपज का क्रय नहीं ककया जायेगा।
3. क्रय केन्र पर इिेतट्रातनक िौिकांटा स्थावपि करना होगा। ऐसे िौि
कांटे का ऑपरे टर मंडी सममति का िायसेंसी होगा प्जसे िुिया कहा
जायेगा। प्ररुप-िीन में क्रेिा दिारा उपिब्ि कराई गई पप्ु स्िका से
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िि
ु या दिारा िौि पची जारी की जािेगी िि
ु ाई हे िु समस्ि
पाररश्रममक क्रेिा दिारा दे य होगा।
प्ररुप-िीन में क्रेिा दिारा उपिब्ि कराई गई िौि पप्ु स्िका से
िुिया दिारा िौि पची जारी की जािेगी।
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अध्याय-छैः
कृवि विपणन परु स्कार योजना
(37) वितनददय ष्ट मंडी प्रांगणों के बाहर अधिसधू चि कृवि उपजों के अििातनक
क्रय-विक्रय से होने िािे शोिण एिं क्षति से कृिकों को बचाने एिं
वितनददय ष्ट मंडी प्रांगण के बाहर अिि व्यापार को तनयंत्रत्रि कर मंडी फीस
के अपिंचन को रोकने हे िु मंडी क्षेत्र के कृिकों को अपनी अधिकाधिक
कृवि उपज वितनददयष्ट मंडी प्रांगणों में खुिी नीिामी पदिति से
प्रतिस्पिायत्मक मल्
ू यों पर विक्रय करने हे िु प्रोत्सादहि करने के उददे श्य से
मंडी सममति दिारा ''कृषि षिपणन परू
ु स्कार योजना'' को तनम्नानस
ु ार
तनिायररि प्रकक्रया/शिो के अिीन प्रभािशीि ककया जा सकिा ह :-
1. योजना की प्रक्रक्रया :-
उपरोति कृवि विपणन परू
ु स्कार योजना को मंडी सममति में
प्रभािशीि करने के मिये संबंधिि मंडी सममति को तनम्नानस
ु ार प्रकक्रया का
पािन करना अतनिायय होगाैः-
(अ) योजना की स्िीकृति :-
कृवि विपणन परू
ु स्कार योजना को प्रभािशीि करने के पि
ू य मंडी
सममति अपने सम्मेिन में मंडी तनधि की उपिब्ििा िथा मंडी की
आधथयक पररप्स्थति को ध्यान में रखिे हुए काययसच
ू ी में प्रस्िाि
रखकर विचार-विमशय कर योजना को सिय सम्मति से प्रभािशीि
करने का तनणयय िेगी।
(ब) योजना में विजेिाओं को परू
ु स्कार वििरण, हे िु नगद अथिा कृवि
यंत्रों, िस्िुओं एिं कृवि हे िु उपयोगी अन्य सािनों का (योजना की
स्िीकृति रामश के अिीन) चयन कृवि उपज मंडी सममति दिारा
ककया जािेगा।
(स) बजट प्राििान- योजना हे िु मंडी सममति अपने बजट में परू
ु स्कार
मद हे िु रामश का प्राििान तनयमानस
ु ार करे गी।
(द) िाटरी ड्रा हे िु मंडी सममति दिारा आयोप्जि ककये जाने िािे
काययक्रम एिं योजना के प्रचार प्रसार हे िु ककये जाने िािे व्यय का
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2. योजना का स्िरूप :-
प्रांगण में कृिकों दिारा अधिसधू चि कृवि उपज विक्रय हे िु िाये जाने
पर उन्हें अपनी कृवि उपज की एन्ट्री (प्रविप्ष्ट) मंडी गेट पर प्रिेश पंजी में
करिाकर प्रिेश पची प्राति करनी होगी एिं अधिसधू चि कृवि उपज को
नीिामी दिारा मंडी प्रांगण में विक्रय करिाना होगा। अधिसधू चि कृवि उपज
के नीिामी में विक्रय के पश्चाि ् अनब
ु ंिकिाय कृिक दिारा िारा-37(1) के
अिीन मंडी कमयचारी दिारा जारी अनब
ु ंि पची िारा 37(2) एिं उपविधि
कंड़डका 17(4) के अिीन क्रेिा व्यापारी दिारा प्ररूप-चार में जारी ''िग
ु िान
पत्रक'' सदहि कृवि उपज मंडी सममति के कायायिय में प्रस्िि
ु करने पर
मंडी कायायिय दिारा सीररयि नंबर अंककि कर ररकाडय में प्रविप्ष्ट कर
पथ
ृ क से एक भग
ु िान पत्रक जारी ककया जािेगा प्जस पर मंडी सममति के
ु ाककंि होगी। एक से अधिक अधिसधू चि कृवि
कमयचारी के हस्िाक्षर एिं मर
उपज विक्रय होने पर पथ
ृ क-पथ
ृ क भग
ु िान पत्रक मंडी सममति दिारा जारी
ककये जािेगें। मंडी सममति दिारा जारी भग
ु िान पत्रक की दवििीय प्रति
मंडी सममति के कायायिय में सरु क्षक्षि उपिब्ि रखी जािेगी। भग
ु िान पत्रक
पर कृिक का परू ा नाम, िल्द, पण
ू य पिा ि उसके हस्िाक्षर अंककि होंगे।
मंडी सममति दिारा जारी भग
ु िान पत्रक प्रस्िि
ु करने पर ही विजेिा कृिक
को परू
ु स्कार प्रदान ककया जािेगा। भग
ु िान पत्रक गम
ु या नष्ट होने की
प्स्थति में मंडी सममति विजेिा कृिक की पहचान प्राति करने हे िु
तनयमानस
ु ार सभी आिश्यक विधिक राय एिं परामशय िथा आिश्यक
विधिक औपचाररकिाएं पण
ू य कर विजेिा से शपथपत्र प्राति करे गी। यदद
मंडी सममति समस्ि औपचाररकिाएं पण
ू य कर विजेिा कृिक की पहचान एिं
की गई उति विधिक प्रकक्रया से पण
ू ि
य ैः संिुष्ट होिी ह िो संबधं िि कृिक
को परू
ु स्कार की रामश वििररि/भग
ु िान करने का तनणयय िे सकिी ह,
परन्िु ऐसे प्रकरणों में मंडी सममति दिारा की गई काययिाही एिं विजेिा
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कृिक को परू
ु स्कार की रामश का भग
ु िान/वििरण के पि
ू य प्रबंि संचािक का
पि
ू य अनम
ु ोदन प्राति करना अतनिायय होगा।
परन्िु समथयन मल्
ू य पर क्रय करने िािी रायय सरकार अधिकृि
संस्था पर ककसानो के दिारा विक्रय की गई अधिसधू चि कृवि उपज प्जस
पर मंडी सममति को दे य मंडी फीस का उदिरण ककया गया हो िथा
संबंधिि समथयन मल्
ू य पर क्रय करने िािी संस्था दिारा कृिक से
अधिसधू चि कृवि प्जन्स क्रय करने और उसे भग
ु िान करने की सत्यावपि
जानकारी मंडी सममति को प्रस्िि
ु की गई हो, ऐसे कृिकों को भी कृवि
विपणन परू
ु स्कार योजना मे शाममि करिे हुए इनामी कूपन मंडी सममति
दिारा जारी ककये जायेगे िथा इनके ररकाडय का संिारण योजना की
कंड़डका-2 मे उल्िेणखि प्राििानो के अनस
ु ार ककया जायेगा। (ददनांक
08.02.2016 संशोधिि)
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4. योजना का ड्रा :-
कृवि उपज मंडी सममतियों दिारा कृवि विपणन परू
ु स्कार योजना का
ड्रा िाटरी दिारा प्रत्येक ििय में िीन बार यथा राष्ट्रीय पिय 15 अगस्ि
(स्ििंत्रिा ददिस), 26 जनिरी (गणिंत्र ददिस) एिं बिराम जयंिी (शासन
दिारा घोविि ददनांक) पर तनकािे जािेंगे। ड्रा तनकािने हे िु कृवि उपज मंडी
सममति दिारा 01 जनिरी से 31 जि
ु ाई िक जारी भग
ु िान पत्रकों का ड्रा
01 अगस्ि को ि 01 मई सो 15 अगस्ि िक जारी भग
ु िान पत्रको का ड्रा
बिराम जयंिी िथा ''16 अगस्ि'' को ि 31 ददसंबर िक जारी भग
ु िान
पत्रकों का ड्रा 26 जनिरी को तनकािा जािेगा। बिराम जयंिी को (शासन
दिारा घोविि तिधथ) को तनकािे जाने िािे ड्रा के साथ ही बम्पर ड्रा भी
पथ
ृ क से तनकािा जायेगा, प्जसमें विगि ििय 16 अगस्ि से िियमान ििय 15
अगस्ि िक जारी भग
ु िान पत्रकों को शाममि कर ड्रा तनकािा जायेगा। यदद
ककन्ही अपररहायय कारणिश बिराम जंयिी को मंडी दिारा ड्रा नही तनकािा
जा सका ह िो यह ड्रा, आगामी ड्रा की तिधथ, यथा 26 जनिरी को मंडी में
जारी 01 मई से 15 अगस्ि िक के भग
ु िान पत्रकों और 16 अगस्ि से 31
ददसंबर से जारी भग
ु िान पत्रको के मिये िथा उपरोति उल्िेख अनस
ु ार
बम्पर ड्रा (विगि ििय 16 अगस्ि िियमान ििय 15 अगस्ि िक जारी
भग
ु िान पत्रक को शाममि कर) अिग-अिग तनकािा जािेगा। योजना का ड्रा
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म0प्र0रा0कृ0वि0बोडय,
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कृवि उपज मंडी सममति दिारा मंडी क्षेत्र में प्रचार प्रसार कर कृिकों,
व्यापाररयों, मंडी क्षेत्र के प्रगतिशीि कृिकों, जनप्रतितनधियों, प्रशासतनक
अधिकाररयों, गणमान्य नागररकों की उपप्स्थति में खोिा जािेगा। योजना
िथा िाटरी ड्रा तनकािे जाने िािी तिधथ का व्यापक प्रचार प्रसार मंडी
सममति दिारा ककया जािेगा प्जसकी सच
ू ना मंडी सममति, नगर पामिका,
पंचायि, जनपद पंचायि िथा किेतटर कायायिय के सच
ू ना पटि पर
सच
ू नाथय चस्पा कराई जािेगी। यथा संभि ड्रा की तिधथ में कोई पररिियन
नहीं ककया जािेगा।''
कृवि विपणन परू
ु स्कार योजना के मिये जारी आदे श ददन क
28.01.2008 की कंड़डका (उपरोति कंड़डका-4 मे आदे श क्रमांक बोडय/यो/
गर.िक/71/2014-15/3202 ददन क 22.10.2014 जारी कर तनम्नाननस
ु ार
संशोिन ककया गया।
उति आदे श मे आंमशक संशोिन करिे हुये प्रदे श की समस्ि कृवि
उपज मंडी सममतियों को तनदे मशि ककया जािा ह कक कृवि विपणन
परू
ु स्कार योजना के अंिगयि कृवि उपज मंडी सममतियों दिारा परू
ु स्कार का
ड्रा ि टरी पदिति दिारा प्रत्येक ििय मे 02 बार 01 फरिरी से 31 जुिाई
िक जारी भग
ु िान पत्रको का ड्रा बिराम जयंिी को िथा 01 अगस्ि से
31 जनिरी िक जारी भग
ु िान पत्रको का ड्रा नमयदा जयंिी पर तनकािा
जयेगा। यदद ककसी कारणिश घोविि तिधथ मे कृवि विपणन परू
ु स्कार
योजना के ड्रा नही तनकािे जा सके िब ऐसी प्स्थति मे योजना अनस
ु ार ड्रा
तनकािने हे िु आगामी तिधथ तनिायररि करने का अधिकार सधचि कृवि
उपज मंडी सममति को प्रत्यायोप्जि ककया जािा ह। योजना की शेि शिे
यथािि रहे गी। यह आदे श जारी ददनांक से प्रभािशीि होगा।
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अध्याय - साि
संविदा खेिी के अिीन अधिसधू चि कृवि उपज के विपणन का वितनयमन
संविदा कृवि का अनब
ु ंि और आदशय विमशप्ष्टयां िथा शिे
(38) 1. प्रस्िािना -
संविदा कृवि, प्रसंस्करणकिाय, वितनमायिा िथा/या विपणन फमो, मंडी
त्रबचौमियों िथा कृिकों के बीच बहुिा पि
ू य तनिायररि मल्
ू यों पर कृवि उत्पादों
के समथयन िथा उत्पादन के मिये ककया जाने िािा एक अनब ु ंि हैं। यह
अनब
ु ंि, स्पष्टिैः कृिकों को, उदाहरण स्िरूप, आदानों का प्रदाय और
िकनीकी सिाह का प्राििान, क्रेिा को सिि उत्पादन में सहारा दे ने के
मिये समादहि रखिा ह। इन व्यिस्थाओं का आिार, कृिक की ओर से क्रेिा
दिारा अििाररि मात्रा एिं गण
ु ििा मानकों पर वितनददय ष्ट प्जन्स उपिब्ि
कराने की िचनबदििा िथा मंडी के पंजीकृि त्रबचौमियों की ओर से कृिकों
के उत्पादन को सहारा दे ने िथा प्जन्स को क्रय करने की िचनबदििा रहिी
ह। इस प्रकार, संविदा कृवि, वििरण की जोणखम को प्रसंस्करणकिाय,
वितनमायिा िथा उत्पादक के मध्य, वििरण का सािन ह। अगिा (उत्पादक)
उत्पादन से जुिी जोणखम अपनािा ह जबकक पहिा (प्रसंस्करणकिाय,
वितनमायिा) अंतिम उपज के विपणन से संबदि जोणखम उठािा हैं। कुछ
आिोचकों के अनस ु ार-''संषिदा कृषि'', आधथयक भम
ू ण्डिीकरण से जि
ु ी हुई
बरु ाईयों में से ही एक बरु ाई ह। एक ओर िो छोटे पमाने के कृिकों का
असंगदठि समह ू ह प्जसके पास मौिभाि करने की बहुि कम शप्ति हैं िथा
उत्पादकिा बढ़ाने ि व्यापाररक रूप से प्रतिस्पिाय करने के मिए आिश्यक
बहुि ही थोडे संसािन हैं। िहीं दस
ू री और कृवि व्यिसाय के शप्तिशािी
उदयमी हैं, जो आदान और िकनीकी सिाह के बदिे सस्िे श्रममकों का
शोिण कर अपनी अधिकांश जोणखमों को प्राथममक उत्पादकों को अन्िररि
(स्थानांिररि) कर दे िे हैं। आिोचक कहिे हैं कक ''संषिदा कृषि'' सारिैः दो
असमान पक्षों के बीच एक अनब
ु ंि ह और जो छोटे ककसानों के विकास के
बजाए उन्हें ऋणग्रस्ि करने में अधिक सम्भाव्य ह। पर ऐसा बहुि कम
होिा ह। एक ''खादय एिं कृषि संगठन मागडदमशडका'' (एफ.ए.ओ गाइड),
''संषिदा कृषिः उत्पादन के मिये िागीदारी'' यह यप्ु ति दे िी ह कक
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2. संषिदा कृषि के गण
ु ः-
कृिकों के मिये प्रमख
ु िाभ यह ह कक प्रिियक बहुिा पि ू य तनिायररि
मल्
ू य पर सामान्यिैः वितनददय ष्ट गुणििा औेर मात्रा पररसीमा में उत्पाददि
समस्ि उपज क्रय करने के मिये िचनबदि होगा। संविदाएं, कृिकों को
प्रबंिकीय विस्िि
ृ पररक्षेत्र, िकनीकी और विस्िार सेिाओं में प्रिेश उपिब्ि
करा सकिी ह जो अन्यथा प्रकार से अप्राति होिा ह। छोटे पमाने के
कृिकगण बहुिा नई प्रौदयोधगककयों को अंगीकार करने के मिये अतनच्छुक
होिे हैं तयोंकक उनमें संभाविि जोणखम और िागि अन्िवियष्ट होिी ह।
संविदा कृवि में तनजी कृवि व्यिसाय, सामान्यिैः सि
ु रे हुये िरीके और
प्रौदयोधगककयां प्रदाय करिा ह तयोंकक अपनी आिश्यकिा पतू िय के मिये
कृिकों के उत्पादन िद
ृ धि में उसकी सीिी आधथयक रुधच रहिी ह। बहुि से
उदाहरणों में बिी कम्पतनयां, वितनददय प्ष्टयों के अनस
ु ार संविदा ककये गये
कृिकों को उत्पादन सतु नप्श्चि करने के मिये अपना विस्िि
ृ समथयन प्रदाय
करिी हैं। संविदा कृवि के माध्यम से कृिक सीखिा ह, कुशि होिा ह,
प्जसमें अमभिेख का रख-रखाि, रसायन औेर उियरक उपयोग करने के सि
ु रे
िरीके और तनयायि मंड़डयों की मांग औेर गुणििा का महत्ि सप्म्ममिि
होगा। अपनी फसि के मिये जो प्रतिफि कृिक खुिी मंडी में प्राति करिे
हैं, िह प्रचमिि मल्
ू यों और खरीददारों के साथ सौदा करने की क्षमिा पर
तनभयर ह, ककन्िु संविदा कृवि कुछ सीमा िक मल्
ू य अतनप्श्चििा को पार
कर सकिी ह। बहुिा, प्रिियक भग ु िान ककया जाने िािा मल्
ू य अधग्रम में
बिा दे िे हैं और ये अनब
ु ंि में वितनददय ष्ट ककया जािा ह।
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4. प्रबंिकीय व्यिस्थाऍः-
संविदा कृवि व्यिस्था को कृवि उदयोग औेर कृिकों के बीच भागीदारी
के रूप में दे खा जाना ह। प्रियिक दिारा अच्छी सेिा का प्रदाय, सफि
संविदा कृवि की एक पि
ू य शिय ह। इसमिए, प्रियिकों को उत्पादन औेर
विपणन गतिविधियों का ठीक से समन्िय करने का तनप्श्चि उिरदातयत्ि
िेना चादहऐ। प्रबंिकगण कृिकों के साथ पारस्पररक आदान-प्रदान में
पारदमशयिा सतु नप्श्चि करें और उन्हें यह भी सतु नप्श्चि करना चादहए की
कृिक अपनी और प्रियिक, दोनों की बाध्यिाओं को समझें। तनम्नांककि
मध्यस्थिा दिारा संविदा कृवि व्यिस्थाओं में कृिकों की चक
ू को कम ककया
जा सकिा हैः
(क) कृिक संघों का आयोजनः- समह
ू के भीिर बराबर का दबाि, संभाविि
चक
ू किायओं को छांट दे िा ह और चक
ू की जोणखम को कम कर सकिा
ह। इसके अतिररति मापदण्ड का अथयशास्त्र, सेिाओं के प्रदान में प्राति
ककया जा सकिा ह, प्जससे िागि में कमी आयेगी। कम्पतनयों के साथ
सौदे बाजी में िरदहस्ि प्राति कर कृिक भी िाभ प्राति करें गें।
(ख) अच्छा संचार औेर कृिकों का गहन अनश्र
ु िणः- अच्छा संचार, कम्पनी-
कृिक सम्बन्िों औेर विश्िसनीयिा का पोिण करिा ह, प्जसका, रची
गई चकू को कम करके, साथयक प्रभाि पििा ह। जह ं गण ु ििा की
सतु नप्श्चििा औेर उपज का पिा िगाने िथा परू ी श्रख
ृ िा में िांतछि
पाररश्रममकिा मसदि करने की आिश्यकिा हो, समह
ू के सदस्य एक
दस
ू रे का अनश्र
ु िण कर सकिे हैं।
(ग) प्रदत्त सेिाओं का पररिेत्र एिं गुणित्ता :- प्रदि सेिाओं का प्जिना
अधिक अच्छा और विस्िि
ृ , पररक्षेत्र होगा, उिनी ही घतनष्टिा, कृिक
औेर व्यापार के बीच होगी और सम्बन्ि विच्छे द करनी से उिनी ही
अधिक हातन कृिक उठायगा।
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षितनहदड प्ष्टयां:-
मंडी वितनददय ष्ट, संसािन प्रदायी औेर उत्पाद प्रबन्िन संविदाओं की विस्िि
ृ
श्रेणणयों में फमो को उन तनबन्िनों का उल्िेख अिश्य करना चादहए, प्जनमें ये
सप्म्ममिि हों :-
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मंडी सममतियों के मिये उपविधि सन ् 2000
प्रारूप-एक
अनुबंध पत्र
(उपविधि 16 (4) के अन्िर्गि)
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म0प्र0रा0कृ0वि0बो0
मंडी सममतियों के मिये उपविधि सन ् 2000
प्रारूप-दो
सौदा पत्रक
(उपविधि 16 (4) के अन्िर्गि)
क्रेिा के विक्रेिा/कृिक के
हतिाक्षर हतिाक्षर
प्रारुप - दो (अ)
नाम .............................
पि .............................
हतिाक्षर .......................
नोट :-
(1) विक्रेिा/कृिक को अनब
ु ंि पत्र/सौिा पत्रक के अनस
ु ार कृवि उपज की िौि के दिन ही
क्रेिा द्िारा संपूणग रामश का िुर्िान ककया जायेर्ा। उसी दिन पूरा िुर्िान न करने
की िशा में आर्ामी दिन से एक प्रतिशि प्रतिदिन की िर से 5 दिन िक अतिररक्ि
िुर्िान के साथ िुर्िान ककया जायेर्ा।
(2) उसी दिन िुर्िान नहीं प्राप्ि होने की िशा में विक्रेिा/कृिक सधचि मंडी
सममति/केन्र प्रिारी को ित्काि मिखिि मशकायि कर सूधचि करे र्ा परन्िु 5 दिन
बाि मशकायि मान्य/िजग नहीं होर्ी।
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प्रारूप - तीन
िौि पची
दिनांक .................
िौि पची क्रमांक .......................
पस्ु तिका क्रमांक ..........................
1- अनब
ु ंि क्रमांक ........................................................................
िुिय
ै ा का अनज्ञ
ु स्प्ि क्रमांक
िथा िि
ु य
ै ा के हतिाक्षर
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म0प्र0रा0कृ0वि0बो0
मंडी सममतियों के मिये उपविधि सन ् 2000
प्रारूप – चार
भुगतान-पत्रक
(िारा 37(2), उपविधि 17(4),17(5),के अन्िर्गि)
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म0प्र0रा0कृ0वि0बो0
मंडी सममतियों के मिये उपविधि सन ् 2000
प्रारूप - पांच-अ
15. में/हम घोविि करिा/करिी हूं कक मैंने/हमने मध्यप्रिे श कृवि उपज मंडी अधितनयम
ं पढ़ी एिं समझी है । में/हम उनका
1972 ित्िािीन तनयम एिं उपविधियॉ ििीिॉति
यथाविधि पािन करूंर्ा/करूंर्ी/करें र्े, िथा िे मझ
ु े/हमें मान्य होर्ें ।
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म0प्र0रा0कृ0वि0बो0
मंडी सममतियों के मिये उपविधि सन ् 2000
तथान :- .............................
दिनांक :- ...........................
आिेिक के हतिाक्षर िथा मर
ु ा
घोषणा
में/हम आिेिक एिद् द्िारा शपथ पर घोविि करिा/करिी हूं कक आिेिन पत्र में
प्रतिुि उपयुक्ि सूचनायें मेंरे/हमारे ज्ञान एिं विश्िास में सत्य है िथा सही अमिमिखिि की
र्ई है और काई सच
ू ना तछपाई नहीं र्ई है ।
2. आिेिक ने मध्यप्रिे श कृवि उपज मंडी अधितनयम, तनयम, उपविधि, मैनुअि का
ििी-िांति अध्ययन कर मिया है और उनमें िी र्ई व्यितथाओं का पािन करिे हुये
कायग ककया जायेर्ा।
3. अधितनयम, तनयम, उपविधि, मैनुअि में िी र्ई व्यितथाओं को िंर् करने पर
आिेिक को िी र्ई अनुज्ञस्प्ि तनिंबबि अथिा रद्ि कर दिये जाने के िातयत्िािीन
होर्ी।
4. आिेिक यह विश्िास दििािा है कक मंडी सममति से जारी ककये र्ये आिे शों/तनिे शों
का िी आिेिक द्िारा पािन ककया जायेर्ा।
5. आिेिक अनुज्ञस्प्ि के मिये फीस एिं अमििेि आिेिन के साथ प्रतिि
ु कर रहा हैं।
तथान :- .........................
दिनांक :- ....................... हतिाक्षर
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म0प्र0रा0कृ0वि0बो0
मंडी सममतियों के मिये उपविधि सन ् 2000
कायाािय के उपयोग हे तु
1. कुि रूपये ............... पैसे .............. (शब्िों में) ....................... रसीि क्र. .................
दिनांक ................. द्िारा प्राप्ि कर अनुज्ञस्प्ि पंजी में अनुक्रमांक .....पर प्रविस्ष्ठ
ककया र्या है ।
िेिापाि मिवपक
3. अनुज्ञस्प्ि तिीकृि या अतिीकृि ककये जाने के संबंि में मंडी सममति के ठहराि
क्रमांक ......................... दिनांक .............. के अनुसरण में आिे श।
सधचि
4. तिीकृति की स्तथति में अनुज्ञस्प्ि क्रमांक ........................................................
(मिवपक)
हतिाक्षर
सिी िार्ीिार/व्यस्क्िर्ि/प्रबंिक
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म0प्र0रा0कृ0वि0बो0
मंडी सममतियों के मिये उपविधि सन ् 2000
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म0प्र0रा0कृ0वि0बो0
मंडी सममतियों के मिये उपविधि सन ् 2000
िार्ीिार/किाग/सितयों/डायरे क्टर के
नाम एिं पूणग पिा एिं सबके आिार
काडग नम्बर
1. नाम : ...............................................................
2. वपिा/पति का नाम : ...............................................................
3. उम्र : ...............................................................
4. पिा : ...............................................................
5. आिार नंम्बर : ...............................................................
6. मोबाइि नम्बर : ...............................................................
7. आरक्षक्षि केन्र का नाम : ...............................................................
7. आिेिक फमग/कम्पनी/सहकारी/ : ...............................................................
सरकारी संतथा है िो पंजीयन क्रमांक
एिं तिधथ।
8. आिेिक का िाखणज्य कर पंजीयन : ...............................................................
क्रमांक/जी.एस.टी. क्रमांक/
सी.जी.एस.टी. क्रमांक
9. आिेिक का इन्कम टे क्स तथायी : ...............................................................
िािा क्रमांक/पेन काडग नम्बर
आिेिक फमग/कम्पनी/सहकारी/
सरकारी संतथा है िो इन्कम टे क्स
तथायी िािा क्रमांक/पेन काडग नम्बर
10. आिेिक का ककन बैंकों में िािा है : ...............................................................
उन बैंकों के नाम एिं िािा क्रमांक
1. बैक का नाम : ...............................................................
2. आई.एफ.सी. कोड़ : ...............................................................
3. िािा क्रमांक : ...............................................................
11. आिेिक व्यस्क्िर्ि / फमग / : ...............................................................
कम्पनी / सहकारी / सरकारी
संतथा है िो पूंजी तनयोजन ककिना
है रामश का उल्िेि करे ।
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म0प्र0रा0कृ0वि0बो0
मंडी सममतियों के मिये उपविधि सन ् 2000
5. पिा : ...............................................................
6. मोबाईि नंबर : ...............................................................
7. आिार नंबर : ...............................................................
16. यदि आिेिक एक से अधिक मंडी सममतियों
का अनज्ञ
ु स्प्ििारी िो उनका वििरण
1. नाम : ...............................................................
2. िायसेसं क्रमांक : ...............................................................
17. आिेिक द्िारा र्ि ् ििग में िरीिी : ...............................................................
मात्रा (मेंदरक टन में )
18. आिेिक प्रिे श की ककसी अन्य मंडी में : ...............................................................
कृिक िर्
ु िान, िौि, मंडी फीस,
तनराधश्रि सहायिा रामश, र्ोिाम
ककराया एिं मंडी सममति को िे य ककसी
िी शोध्य रामश का बकायािार एिं
डडफाल्टर नहीं है । (इस बािि शपथ पत्र
अतनिायग रूप से संिग्न करे ।)
19. मैं/हम घोविि करिा/करिी हूं कक मैन/े हमने मध्यप्रिे श कृवि उपज मंडी
अधितनयम, 1972 के प्राििान एिं सस
ु र् ं पढ़ी
ं ि तनयम एिं उपविधियॉ ििी िॉति
एिं समझी है जो मुझे/हमें मान्य है । में/हम उनका यथाविधि पािन करने हे िु विधि
अनस
ु ार बाध्य है ।
तनिेिन है कक मंडी ििग एक अप्रैि .................... से 31 माचग ....................... हे िु
संिग्न अनुज्ञस्प्ि शुल्क रूपये .................... तिीकार कर मंडी ििग ............ के मिये केिि
िण्डारण हे िु अनुज्ञस्प्ि प्रिान करने की कृपा करें ।
तथान :- .............................
दिनांक :- ...........................
हतिाक्षर (नाम एिं मुरा सदहि)
व्यस्क्िर्ि-प्रोपराईटर/फमग-सिी िार्ीिार/
दहन्ि ु संयुक्ि पररिार-किाग/कम्पनी-डायरे क्टर/
सहकारी संतथा-अध्यक्ष/सरकारी संतथा-प्राधिकृि
अधिकारी
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म0प्र0रा0कृ0वि0बो0
मंडी सममतियों के मिये उपविधि सन ् 2000
घोषणा
मैं/हम आिेिक एिद् द्िारा शपथ पर घोविि करिा/करिी हूं कक आिेिन पत्र में
प्रतिुि उपयुक्ि सूचनायें मेंरे/हमारे ज्ञान एिं विश्िास में सत्य है िथा सही
अमिमिखिि की र्ई है और काई सूचना तछपाई नहीं र्ई हैं ।
2. आिेिक ने मध्यप्रिे श कृवि उपज मंडी अधितनयम, तनयम, उपविधि, मैनुअि
का ििी-िांति अध्ययन कर मिया है और उनमें िी र्ई व्यितथाओं का पािन
करिे हुये कायग ककया जायेर्ा ।
3. अधितनयम, तनयम, उपविधि, मैनअ
ु ि में िी र्ई व्यितथाओं को िंर् करने पर
आिेिक को िी र्ई अनुज्ञस्प्ि तनिंबबि अथिा रद्ि कर दिये जाने के
िातयत्िािीन होर्ी ।
4. आिेिक यह विश्िास दििािा है कक मंडी सममति से जारी ककये र्ये
आिे शों/तनिे शों का िी आिेिक द्िारा पािन ककया जायेर्ा।
5. आिेिक अनुज्ञस्प्ि के मिये फीस एिं अमििेि आिेिन के साथ प्रतिुि कर रहा हैं।
तथान :- .......................
दिनांक :- ......................
हतिाक्षर
कायाािय के उपयोग हे तु
1. कुि रूपये ................. पैसे ................ (शब्िों में) ...................................... रसीि क्र.
.......... दिनांक ......... द्िारा प्राप्ि कर अनुज्ञस्प्ि पंजी में अनुक्रमांक ................. पर
प्रविस्ष्ठ ककया र्या है ।
िेिापाि मिवपक
2. मंडी सममति द्िारा ििग .................. के िेिा पुतिकों का सत्यापन मंडी ररकाडग एिं
व्यापारी द्िारा प्रतिि
ु िािों से कर मिया र्या है एिं सम्पूणग ििग में व्यापारी द्िारा
क्रय मूल्य रूपये ............... पर मंडी शुल्क रूपया ................. एिं तनराधश्रि शुल्क
रूपया ............ पूणग जमा करा दिया र्या है ।
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मंडी सममतियों के मिये उपविधि सन ् 2000
3. अनुज्ञस्प्ि तिीकृि या अतिीकृि ककये जाने के संबंि में मंडी सममति के ठहराि
क्रमांक ......... दिनांक .............. अनुसरण में आिे श।
सधचि
4. तिीकृति की स्तथति में अनुज्ञस्प्ि क्रमांक .....................................................
(मिवपक)
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म0प्र0रा0कृ0वि0बो0
मंडी सममतियों के मिये उपविधि सन ् 2000
व्यस्क्िर्ि-प्रोपराईटर/फमग-सिी िार्ीिार/
दहन्ि ु संयुक्ि पररिार-किाग/कम्पनी-डायरे क्टर/
सहकारी संतथा-अध्यक्ष/सरकारी संतथा-प्राधिकृि
अधिकार
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85
म0प्र0रा0कृ0वि0बो0
मंडी सममतियों के मिये उपविधि सन ् 2000
रूपये 500/-
शपथ-पत्र का प्रारूप
तथान :- .......................
दिनांक :- ......................
हतिाक्षर (नाम एिं मुरा सदहि)
व्यस्क्िर्ि-प्रोपराईटर/फमग-सिी िार्ीिार/
दहन्ि ु संयुक्ि पररिार-किाग/कम्पनी-डायरे क्टर/
सहकारी संतथा-अध्यक्ष/सरकारी संतथा-प्राधिकृि
अधिकारी
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म0प्र0रा0कृ0वि0बो0
मंडी सममतियों के मिये उपविधि सन ् 2000
प्रारूप - पांच-ब
आिेिक का
पासपोटग साईज
अनुज्ञप्तत के लिये आवेदन का फोटो चतपा
(प्रसंतकरणकिाग, वितनमागिा के उपयोर् हे िु) करे
15. में/हम घोविि करिा/करिी हूं कक मैंनें/हमनें म.प्र. कृवि उपज मंडी अधितनयम 1972
ििािीन तनयम एिं उपविधियां ििी िांति पढ़ी समझी है मैं/हम उनका यथा विधि
पािन करूंर्ा/करूंर्ी/करें र्ें िथा िे मुझे/हमें मान्य होंर्े।
तथान : ............................
तिधथ : .............................
(आिेिक के हतिाक्षर िथा मर
ु ा आदि
आिश्यक)
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मंडी सममतियों के मिये उपविधि सन ् 2000
घोषणा
में/हम आिेिक एिद् द्िारा शपथ पर घोविि करिा/करिी हूं कक आिेिन पत्र में
प्रतिुि उपयुक्ि सूचनायें मेंरे/हमारे ज्ञान एिं विश्िास में सत्य है िथा सही अमििेखिि की
र्ई है और कोई सूचना तछपाई नहीं र्ई हैं।
4. आिेिक यह विश्िास दििािा है कक मंडी सममति से जारी ककये र्ये आिे शों/तनिे शों
का िी आिेिक द्िारा पािन ककया जायेर्ा।
5. आिेिक अनुज्ञस्प्ि के मिये फीस एिं अमििेि आिेिन के साथ प्रतिुि कर रहा हैं।
तथान : .................................
तिधथ : .................................
हतिाक्षर
(एक ही व्यस्क्ि के हतिाक्षर पयागप्ि है )
कायाािय के उपयोग हे तु
िेिापाि मिवपक
अनुज्ञस्प्ि तिीकृि या अतिीकृि ककये जाने के संबंि में मंडी सममति के ठहराि
क्रमांक ............................. दिनांक ....................... के अनुसरण में आिे श।
सधचि
(मिवपक)
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म0प्र0रा0कृ0वि0बो0
मंडी सममतियों के मिये उपविधि सन ् 2000
प्रारूप - पांच-स
आिेिक का
अनुज्ञप्तत हे तु आवेदन
पासपोटग साईज
का फोटो चतपा
प्रति,
करे
सधचि,
कृवि उपज मंडी सममति,
....................... स्जिा .......................
1. यह कक आिेिक मंडी क्षेत्र में विर्ि ििग से अधिसधू चि कृवि उपज से संबंधिि
हम्माि/िुिैया/सिेक्षक/िण्डार्ाररक/पररिहन का कायग कर रहा है ।
2. आिेिक द्िारा मध्यप्रिे श कृवि उपज मंडी अधितनयम, तनयम, उपविधि, मैनुअि में
िी र्ई व्यितथाओं का पािन करिे हुये उपरोक्ि कृत्यकारी के रूप में कायग ककया
र्या है ।
4. आिेिक यह विश्िास दििािा है कक मंडी सममति से जारी ककये र्ये आिे शों/तनिे शों
का पािन ककया जायेर्ा।
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म0प्र0रा0कृ0वि0बो0
मंडी सममतियों के मिये उपविधि सन ् 2000
प्रारूप – पांच-द
आिेिक का
मंडी प्रांगण के बाहर अन्द्य स्थान पर अधधसूधचत पासपोटग साईज
कृषष उपज के क्रय के षवननयमन हे तु का फोटो चतपा
करे
अनुज्ञप्तत के लिए आवेदन
प्रति,
श्रीमान ् अध्यक्ष/िारसािक महोिय,
कृवि उपज मंडी सममति ..................
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म0प्र0रा0कृ0वि0बो0
मंडी सममतियों के मिये उपविधि सन ् 2000
14. मैं/हम घोविि करिा/करिी हूं कक मैंने/हमने मध्यप्रिे श कृवि उपज मंडी अधितनयम
1972 ित्िािीन तनयम एिं उपविधियॉ ं ििी िॉति
ं पढ़ी एिं समझी है । में/हम उनका
यथाविधि पािन करं र्ा/करं र्ी/करें र्े, िथा िे मुझे/हमें मान्य होंर्े।
तथान :- ...............................
दिनांक :- .............................
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मंडी सममतियों के मिये उपविधि सन ् 2000
घोषणा
में/हम आिेिक एिद् द्िारा शपथ पर घोविि करिा/करिी हूं कक आिेिन पत्र में
प्रतिुि उपयुक्ि सूचनायें मेंरे/हमारे ज्ञान एिं विश्िास में सत्य है िथा सही अमिमिखिि की
र्ई है और कोई सूचना तछपाई नहीं र्ई है ।
5. आिेिक यह विश्िास दििािा है कक मंडी सममति से जारी ककये र्ये आिे शों/तनिे शों
का िी आिेिक द्िारा पािन ककया जायेर्ा।
6. आिेिक अनुज्ञस्प्ि के मिये फीस एिं अमििेि आिेिन के साथ प्रतिुि कर रहा है ।
तथान :- ...............................
दिनांक :- .............................
हतिाक्षर
(सिी िार्ीिारों/संचािकों के)
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म0प्र0रा0कृ0वि0बो0
मंडी सममतियों के मिये उपविधि सन ् 2000
कायाािय के उपयोग हे तु
िेिापाि मिवपक
(अ) सािधि जमा रसीि क्रमांक ................ बैंक का नाम .............. रपये .............
(ब) बैंक र्ारं टी रपये .......................... बैंक का नाम ........................................
(2) क्या उस मंडी क्षेत्र में िह इस नाम से या अन्य नाम से मंडी िायसेंसी है ।
(3) क्या मंडी क्षेत्र में उसे िायसेंस की क्यों आिश्यकिा हुई ।
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म0प्र0रा0कृ0वि0बो0
मंडी सममतियों के मिये उपविधि सन ् 2000
(4) क्या म0प्र0 की अन्य और मस्ण्डयों में आिेिक के पास मंडी िायसेंस है , उनके नाम।
(7) आिेिक म0प्र0 में जहां का मूि तनिासी है , िहां पर उसकी सम्पवियों की जानकारी
(मय प्रमाण के)।
(8) कृिकों के िुर्िान हे िु ...................... िाि की बैक ग्यारं टी का नम्बर एिं बैक का
नाम।
(9) तथानाीय मंडी में र्ि ् िीन ििो से कायगरि ककन्ही 2 िायसेंमसयों के पहचान पत्र
प्रतिि
ु करें ।
हतिाक्षर
सिी िार्ीिार/व्यस्क्िर्ि/प्रबंिक
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म0प्र0रा0कृ0वि0बो0
मंडी सममतियों के मिये उपविधि सन ् 2000
प्रारूप – छः
घोषणा पत्र
2. यह िी घोविि ककया जािा है कक कृवि उपज के विक्रेिा को उसी दिन िुर्िान ककया
जायेर्ा, यदि उसी दिन िुर्िान नहीं ककया जािा है िो कृवि उपज के मूल्य के 1 प्रतिशि की
िर से अतिररक्ि िुर्िान सदहि पूरा िुर्िान 5 दिन में कर दिया जायेर्ा अन्यथा 6िें दिन
अनुज्ञस्प्ि तििः तनरति हो जायेर्ी और मुझे/हमें या हमारे उन ररश्िेिारों को जैसा की
अधितनयम की िारा 11 की उपिारा (1) के तपष्टीकरण में उल्िेखिि है । आर्ामी एक ििग
की कािािधि में कोई अनुज्ञस्प्ि मंजूर नहीं की जायेर्ी और मेंरी/हमारी कोई आपवि नहीं
होर्ी एिं यह िी घोविि ककया जािा है कक, क्रय क्षमिा को प्रमाखणि करने के मिये जो
सामूदहक/व्यस्क्िर्ि प्रतििूति का प्रमाण पत्र प्रतिुि ककया र्या है उसे प्रत्याहिग समझा
जायेर्ा।
तथान : .......................
दिनांक : ......................
हतिाक्षर
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म0प्र0रा0कृ0वि0बो0
मंडी सममतियों के मिये उपविधि सन ् 2000
प्रारुप - छः-अ
घोषणा पत्र
(उपविधि कंडडका (29) के अंिर्गि)
मैं/हम एिद् द्िारा यह घोिणा करिा हूं/करिे है कक मंडी क्षेत्र में अधिसूधचि कृवि
उपजों के क्रय हे िु मेंरे/हमारे द्िारा तथावपि क्रय केन्रों की अधिकिम ् िै तनक क्रय क्षमिा
............... स्क्िंटि है िथा एक दिन अधिकिम ् िरीिी का मूल्य ........... रपया होिा है ।
Suresh Raikwar/Upvidi_2000_MAIN
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म0प्र0रा0कृ0वि0बो0
मंडी सममतियों के मिये उपविधि सन ् 2000
तथान : .............................
दिनांक : .....................
हतिाक्षर
आिेिक का नाम
पूरा पिा
Suresh Raikwar/Upvidi_2000_MAIN 99
म0प्र0रा0कृ0वि0बो0
मंडी सममतियों के मिये उपविधि सन ् 2000
प्रारूप – सात
2/ यह िी प्रमाखणि ककया जािा है कक, व्यापारी एसोमसयेशन द्िारा कृवि उपज मंडी
सममति ................................ स्जिा ............................ के पक्ष में बनिाई र्ई समति
सािधि जमा/बैंक र्ारं टी प्रतिितू ि रामश वििरण तनम्नानस
ु ार है ।
तथान : .....................
दिनांक : ...................
प्रारूप - सात-अ
यह िी प्रमाखणि ककया जािा है कक, आिेिन की क्रय क्षमिा उसके द्िारा प्रतिुि
घोिणा पत्र में उल्िेखिि रामश रूपया ............... िक की है एिं इिनी रामश िक आिेिक
द्िारा कृवि उपज के विक्रेिा/विक्रेिाओं को िुर्िान नहीं ककया जािा है िब इसका िुर्िान
मेंरे/हमारे द्िारा कृवि उपज मंडी सममति ............ स्जिा .............. के पक्ष में बनिाई र्ई
सािधि जमा क्रमांक .............. से जमा रामश में से ककया जायेर्ा एिं इसकी पूतिग ित्काि की
जाएर्ी। मेंरे/हमारे द्िारा जमा नर्ि प्रतििूति से की जाएर्ी।
तथान : ....................
दिनांक : ..................
मर
ु ा सदहि हतिाक्षर
पूरा पिा ..........................
प्ररुप - सात-ब
आिेिक द्िारा आिेिन के साथ मंडी प्रांर्ण के बाहर मंडी क्षेत्र में अधिसधू चि कृवि
उपजों के िरीिी के मिए फमग द्िारा तथावपि ककये जाने िािे क्रय केन्रों की सूची संिग्न की
र्ई है ।
4- यह िी प्रमाखणि ककया जािा है कक आिेिक द्िारा से क्रय की जाने िािी कृवि उपजों
के िुर्िान की कोई जोखिम विक्रेिाओं को नहीं है ।
तथान : ......................
दिनांक : ......................
हतिाक्षर
आिेिक का नाम ............................
पूरा पिा ...........................................
Suresh Raikwar/Upvidi_2000_MAIN
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म0प्र0रा0कृ0वि0बो0
मंडी सममतियों के मिये उपविधि सन ् 2000
प्रारूप - आठ
कायागिय
कृवि उपज मंडी सममति,
........................ स्जिा .......................
हतिाक्षर हतिाक्षर
अध्यक्ष सधचि
कृवि उपज मंडी सममति, कृवि उपज मंडी सममति,
.............. स्जिा ............... ............ स्जिा .............
हतिाक्षर हतिाक्षर
अध्यक्ष सधचि
कृवि उपज मंडी सममति, कृवि उपज मंडी सममति,
............... स्जिा ................ .......... स्जिा ..........
(क) अनुज्ञस्प्ि िारी का आचरण मंडी सममति के दहि में नही होने पर।
(ि) मंडी फीस/तनराधश्रि सहायिा रामश का िुर्िान चौिह दिन के िीिर नही
करने पर तनिंबबि अथिा वििम्ब की िशा में 24 प्रतिशि प्रतिििग की िर से
ब्याज सदहि 1 माह में िुर्िान नहीं करने पर।
(र्) मंडी अधितनयम, तनयम, उपविधि के प्राििानों का उल्िंघन करने।
(घ) अन्य अिशेि के मामिों में मंडी सममति से जारी सूचना पत्र/मांर् पत्र में
उल्िेखिि अिधि में रामश जमा न करने पर।
(ड) वििरणीयां तनयि कामिक अिधि में प्रतिुि न करने पर।
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म0प्र0रा0कृ0वि0बो0
मंडी सममतियों के मिये उपविधि सन ् 2000
प्ररुप- आठ-अ
कायागिय
कृवि उपज मंडी सममति,
......................... स्जिा ..........................
हतिाक्षर
प्रारूप - नौ (संशोधधत)
Suresh Raikwar/Upvidi_2000_MAIN
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म0प्र0रा0कृ0वि0बो0
मंडी सममतियों के मिये उपविधि सन ् 2000
(नोट- क्रेिा व्यापारी को जारी इस अनुज्ञा पत्र के आिार पर ही मण्डी फीस से छूट का िाि
दिया जाकर र्ंिव्य/डडमििरी क्रेिा के पक्ष में यह अनुज्ञापत्र जारी ककया र्या है । यदि
र्ंिव्य/डडमििरी क्रेिा व्यापारी द्िारा होिोग्राम युक्ि र्ुिाबी िाहन प्रति को उपविधि
कस्ण्डका 20(4) के अनुसार 14 दििस की विदहि समयािधि में मण्डी कायागिय में प्रतिुि
ककया जाकर ककसी अन्य को इस कृवि उपज का पुनः विक्रय ककया जािा है िो केिि उस
िशा में ही इस अनज्ञ
ु ा पत्र से मण्डी फीस छूट का िाि र्ंिव्य/डडमििरी क्रेिा द्िारा मिया
जा सकेर्ा।)
मैं प्रमाखणि करिा हूं (व्यापारी के मिये िार्ू) इस अनज्ञ
ु ापत्र में िजग कृवि उपज का
िुर्िान विक्रेिा को ककया जा चुका है िथा इस पर िे य मण्डी शुल्क/तनराधश्रि सहायिा रामश
का पूणग िर्
ु िान ककया जा चुका है ।
हतिाक्षर
(कृवि उपज के
तिामी/प्रतितनधि के)
उपरोक्ि कृवि उपज की मण्डी प्रांर्ण के बाहर िे जाने की अनुमति प्रिान की जािी
है । प्रमाखणि ककया जािा है कक जहां िक ये व्यापारी के माि पर िार्ू होिा है । मैंने
िंिीिांति जांच कर अपने आपको आश्िति कर मिया र्या है कक अनुज्ञापत्र में तनकासी हे िु
िशागयी र्ई कृवि उपज का पण
ू ग िर्
ु िान विक्रेिा को ककया जा चक
ु ा है िथा इस पर िे य मण्डी
फीस एिं तनराधश्रि सहायिा रामश का िुर्िान प्राप्ि ककया जा चुका है ।
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म0प्र0रा0कृ0वि0बो0
मंडी सममतियों के मिये उपविधि सन ् 2000
प्रारूप - नौ (संशोधधत)
अनुज्ञस्प्ि क्रमांक ......................... कुि िाई र्ई मात्रा ................................. कृवि उपज
क्रय वििरण ..................... िापसी िे जायी र्ई मात्रा ................... क्रय दिनांक ................
िापसी िे जाने का कारण .................. कुि क्रय मात्रा (स्क्िं) ................... व्यापारी के पास
इस अनुज्ञा पत्र से तनकासी के बाि शेि तकंि िजन (स्क्िं) ................. क्रेिा
व्यापारी/फमग/तथान, जहां कृवि उपज (विक्रय/प्रोसेमसंर्) के उद्िे श्य से िेजी जाना है का
नाम -....................... जी.एस.टी. पंजीयन क्रमांक ................... मण्डी अनुज्ञस्प्ि/मान
नम्बर ................. मण्डी सममति का नाम ................ स्जिा ...................
र्ंिव्य/डडमििरी क्रेिा व्यापारी/फमग/तथान जहां कृवि उपज (विक्रय/प्रोसेमसंर्) के उद्िे श्य
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म0प्र0रा0कृ0वि0बो0
मंडी सममतियों के मिये उपविधि सन ् 2000
से िेजी जाना है का नाम- .............. जी.एस.टी पंजीयन क्रमांक ............ मण्डी अनुज्ञस्प्ि
मान नम्बर ................... मण्डी सममति का नाम स्जिा/प्रिे श .........................................
(नोट- क्रेिा व्यापारी को जारी इस अनुज्ञा पत्र के आिार पर ही मण्डी फीस से छूट का िाि
दिया जाकर र्ंिव्य/डडमििरी क्रेिा के पक्ष में यह अनुज्ञापत्र जारी ककया र्या है ।)
मैं प्रमाखणि करिा हूं (व्यापारी के मिये िार्ू) इस अनुज्ञापत्र में िजग कृवि उपज का
िर्
ु िान विक्रेिा को ककया जा चक ु ा है िथा इस पर िे य मण्डी शल्
ु क/तनराधश्रि सहायिा रामश
का पूणग िुर्िान ककया जा चुका है ।
हतिाक्षर
(कृवि उपज के
तिामी/प्रतितनधि के)
उपरोक्ि कृवि उपज की मण्डी प्रांर्ण के बाहर िे जाने की अनुमति प्रिान
की जािी है । प्रमाखणि ककया जािा है कक जहां िक ये व्यापारी के माि पर िार्ू
होिा है । मैंने िंिीिांति जांच कर अपने आपको आश्िति कर मिया र्या है कक
अनुज्ञापत्र में तनकासी हे िु िशागयी र्ई कृवि उपज का पूणग िुर्िान विक्रेिा को
ककया जा चुका है िथा इस पर िे य मण्डी फीस एिं तनराधश्रि सहायिा रामश का
िुर्िान प्राप्ि ककया जा चुका है ।
Suresh Raikwar/Upvidi_2000_MAIN
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म0प्र0रा0कृ0वि0बो0
मंडी सममतियों के मिये उपविधि सन ् 2000
प्ररुप - नौ-(अ)
प्ररुप - नौ-(ब)
मंडी क्षेत्र में व्यापाररयों के बीच ''वार्णप्ज्यक संव्यवहार'' के अनुक्रम में अधधसूधचत
कृषष उपज के पुनः षवक्रय पर उपषवधध कंडडका 20(10)(ग)(दो) के अधीन
क्रेता/षवक्रेता द्वारा जारी की गई सूचना/घोषणा की सूची-
प्रतिुिकिाग व्यापारी/फमग की
मुरा एिं हतिाक्षर
दिनांक ...................................
Suresh Raikwar/Upvidi_2000_MAIN
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म0प्र0रा0कृ0वि0बो0
मंडी सममतियों के मिये उपविधि सन ् 2000
प्रारूप - दस
3. (एक) प्रिे श के बाहर के व्यापारी/क्रेिा का नाम स्जसको कृवि उपज राज्य के बाहर
िेजी जा रही है .............
(िो) विक्रय कर/िाखणज्य कर पंजीयन क्रमांक ...................................................
(िीन) केन्रीय विक्रय कर अधितनयम के अन्िर्गि पंजीयन क्रमांक ......................
दिनांक : ............................
तथान : ..............................
तिामी का हतिाक्षर एिं उसकी स्तथति
फमग या कंपनी या व्यापारी की िशा में मुरा
सरपंच का प्रमाण-पत्र
िजन/मल्
ू य कजस जमा मण्डी शुल्क कृवि उपज कजस पर तनर्मममि करने स्थानीय पक्ष में कुि विक्रय पक्ष के अंि में जमा तनराधिि दटतपणी
पर मंडी शुल्क िे य मंडी शुल्क दिया हे िु अनुज्ञापत्र विक्रय बबिों के शेि स्कन्ि शुल्क
है जा चुका है आिार पर
िजन मूल्य रामश रसीि न. िजन मूल्य िजन मूल्य िजन मूल्य िजन मूल्य िजन मूल्य रामश रसीि न.
3+9 4+10 ि दिनांक 5+7 6+8 23+25 24+26 15-27 16-28 ि दिनांक
17 18 19 20 21 22 23 24 25 26 27 28 29 30 31 32 33
Suresh Raikwar/Upvidi_2000
113
म0प्र0रा0कृ0वि0बो0
मंडी सममतियों के मिये उपविधि सन ् 2000
क्र. विक्रेिा/क्रेिा विक्रय प्रमाणक न. ि िायी गयी/बेची गयी कृवि उपज प्रस्िुि
व्यापारी का दिनांक कृवि उपज का नाम मंडी क्षेत्र में करने का
नाम एिं अनुज्ञापत्र क्र. एिं आने का दिनांक
पिा दिनांक नाम िजन मूल्य दिनांक (कािम
बबि क्र. एिं दिनांक 3 में
प्रिे श के बाहर का बबि िर्णिि)
क. एिं दिनांक
1 2 3 4 5 6 7 8
योग
प्रस्िुिकिाि व्यापारी/प्रसंस्करणकिाि,
वितनमाििा फमि
की मुद्रा एिं हस्िाक्षर
SURESH/Upvidi_2000_MAIN
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म0प्र0रा0कृ0वि0बो0
मंडी सममतियों के मिये उपविधि सन ् 2000
प्रपत्र - ग्यारह-ग
सरि विक्रेिा सौिा पत्रक िाई गई िाई गई िर प्रति केिा द्िारा विक्रेिा
क्रमांक का नाम का क्रमांक कृवि कृवि क्िंटि क्रय की गई को
एिं उपज का उपज की अधिसधू चि भग
ु िान
दिनांक नाम मात्रा कृवि उपज की गई
का मल्
ू य रामश
1 2 3 4 5 6 7 8
भुगिान पत्रक जमा की गई मंडी फीस जमा ककया गया तनराधिि ररमाकि
का की रामश एिं दिनांक शल्
ु क की रामश एिं दिनांक
क्रमांक/दिनांक िथा रसीि क्रमांक
9 10 11 12
Suresh Raikwar/Upvidi_2000_MAIN
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म0प्र0रा0कृ0वि0बो0
मंडी सममतियों के मिये उपविधि सन ् 2000
िजन/मल्
ू य कजस पर जमा मण्डी शुल्क कृवि उपज कजस पर तनर्ाममि करने स्थानीय विक्रय प्रसंस्कृि या पक्ष के अंि में जमा तनराधिि दट
मंडी शुल्क िे य है मंडी शुल्क दिया जा हे िु अनज्ञ
ु ापत्र बबिों के आिार वितनममाि की र्यी शेि स्कन्ि शुल्क तप
चुका है अथिा मंडी पर कृवि उपज णी
शुल्क से छूट है
िजन मूल्य रामश रसीि न. िजन मूल्य िजन मूल्य िजन मूल्य िजन मूल्य िजन मूल्य रामश रसीि न.
3+9 4+10 ि 5+7 6+8 23+25 24+26 15-27 16-28 ि दिनांक
दिनांक
17 18 19 20 21 22 23 24 25 26 27 28 29 30 31 32 33
क्र. विक्रेिा/क्रेिा विक्रय प्रमाणक िायी गयी/बेची गयी कृवि कृवि प्रस्िुि
व्यापारी का न. ि दिनांक उपज का नाम उपज करने का
नाम एिं पिा अनुज्ञापत्र क्र. एिं मंडी क्षेत्र दिनांक
दिनांक में आने (कािम
बबि क्र. एिं का 3 में
दिनांक नाम िजन मूल्य दिनांक िर्णिि)
प्रिे श के बाहर का
बबि क. एिं
दिनांक
1 2 3 4 5 6 7 8
SURESH/Upvidi_2000_MAIN
117
म0प्र0रा0कृ0वि0बो0
मंडी सममतियों के मिये उपविधि सन ् 2000
प्ररूप - बारह-ग
वाणिज्यिक संव्िवहार के अंतगगत प्रदे श के बाहर से प्रसंस्करि िा ववनिर्ागि हे तु क्रि की गई अधिसूधित कृवि उपजों (दलहिों)
की जािकारी का पाक्षिक/वाविगक वववरि पत्रक
अनुज्ञप्तििारी प्रसंस्करणकिाा, वितनमाािा का नाम .................... अनुज्ञप्ति क्रमांक ................. अिधि दिनांक ............. से दिनांक .............. िक
क्र. कृवि पक्ष/ििा प्रिे श के बाहर से प्रिे श के भीिर से क्रय की गई कृवि उपज योग क्रय की गई पक्ष/ििा में पक्ष/ ििा अमभयुप्तिय ं
उपज के प्रारं भ क्रय की गई कृवि का वििरण (6+7+8) कुि कृवि प्रसंस्करण के अंि में
का नाम में उपज का वििरण उपज (3+9) या कृवि
उपिब्ि मात्रा बबि बबक्री स्थानीय मंडी क्षेत्र के वितनमााण उपज का
कुि िजन अनुसार प्रमाणक व्यापाररयों से बाहर से के उपयोग शेि स्कंि
मूल्य के आिार बबिों के अनुज्ञापत्र में िाई गई
पर आिार पर के आिार मात्रा
क्रय पर क्रय
1 2 3 4 5 6 7 8 9 10 11 12 13
(1) उपरोतिानस
ु ार क िम (4) में िशाायी गई कृवि उपज प्रिे श के बाहर से क्रय की गई है ।
(2) उपरोतिानुसार क िम (4) में िशाायी गई कृवि उपज स्िंय के कारखाने के उपयोग में प्रसंस्करण या वितनमााण के मिये िाई गई है ।
(3) उपरोति जानकारी फमा द्िारा संिाररि अमभिेखों के आिार पर िी गई है एिं सही है ।
टीप :- 01 अप्रैि से 31 मार्ा िक की अिधि का िाविाक वििरण इसी प्ररूप में 30 अप्रैि के पि
ू ा प्रस्िि
ु करना अतनिाया होगा।
...........................................
हस्िाक्षर - फमा/प्रतितनधि
नाम .................................
Suresh Raikwar/Upvidi_2000
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म0प्र0रा0कृ0वि0बो0
मंडी सममतियों के मिये उपविधि सन ् 2000
प्ररूप - बारह-घ
वाणिज्यिक संव्िवहार के अंतगगत प्रदे श के बाहर से प्रसंस्करि िा ववनिर्ागि हे तु क्रि की गई अधिसधू ित कृवि उपजों (दलहिों)
के पररवहि/भग
ु ताि/प्रसंस्करि िा ववनिर्ागि संबंिी जािकारी का पाक्षिक/वाविगक वववरि पत्रक
अनुज्ञप्तििारी प्रसंस्करणकिाा, वितनमाािा का नाम ..................... अनुज्ञप्ति क्रमांक .................... अिधि दिनांक ......................... से दिनांक ............................... िक
क्र. प्रिे श के बाहर से क्रय की गई कृवि उपज के पररिहन का वििरण विक्रेिा का भुगिान का वििरण अन्िरााज्यीय मंडी ज र्ं मंडी में बबि
र्ौकी पर प्रविष्टी प्रस्िुि करने का
कृवि मंडी विक्रेिा ट्ांसपोटा र बबल्टी एिं ट्क र्ेक/ ड्राफ्ट बैंक का भुगिान ज र्ं र्ौकी र्ौकी आिक दिनांक
उपज क्षेत्र में का नाम का नाम बबि क्रमांक क्रमांक क्रमांक/ नाम की गई का नाम पंजी में
का आने एिं स्थान एिं पिा ि दिनांक दिनांक रामश एिं पिा प्रविष्टी का
नाम का क्रमांक
दिनांक
1 2 3 4 5 6 7 8 9 10 11 12 13
(1) पररिहन के िौरान पररिहन के साथ िाये गये अमभिेखों पर मागा में स्थावपि मंडी की अन्िरााज्यीय जांर् र्ौकी की मद्र
ु ा एिं प्रविष्टी क्रमांक अंककि कराया गया
है ।
(2) संिग्न 11 एिं 12 की जानकारी न िे ने की प्स्थति में यह प्रमाणणि ककया जािा है कक पररिहन के मागा में मंडी की कोई अन्िरााज्यीय जांर् र्ौकी स्थावपि नहीं है ।
(3) उपरोति जानकारी फमा द्िारा तनिााररि अमभिेखों के आिार पर िी गई है एिं पूणा सही है ।
हस्िाक्षर - फमा/प्रतितनधि
नाम .................................
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119
म0प्र0रा0कृ0वि0बो0
मंडी सममतियों के मिये उपविधि सन ् 2000
प्ररूप - बारह-ड.
(र्ात्रा ज््वंटल/बोरों र्ें)
अधिसधू ित कृवि उपजों के भण्डारि एवं निगगर्ि से संबंधित वववरि पत्रक (भाण्डागाररक के ललए)
अनज्ञ
ु प्तििारी भाण्डागाररक (िेयर हाउसमेन) का नाम ................ स्थान ............... प्जिा .............. मंडी अनज्ञ
ु प्ति क्रमांक ..............
(दिनांक ........................ से दिनांक ........................ िक की अिधि के मिए)
क्र. अधिसूधर्ि पक्ष का भण्डाररि प्रारं मभक पक्ष में भण्डारण हे िु प्राति अधिसूधर्ि कृवि उपजों की कुि पक्ष में भण्डागह
ृ से तनगाममि पक्ष के अंि में भण्डार गह
ृ
कृवि उपज स्कंि अधिसूधर्ि कृवि उपज भण्डाररि (उपिब्ि) मात्रा मात्रा उपिब्ि मात्रा
का नाम कृिकों व्यापाररयों यो कृिकों व्यापाररयों यो कृिकों व्यापाररयों योग कृिकों व्यापाररयों यो कृिक व्यापाररयों यो
द्िारा द्िारा रखी ग द्िारा द्िारा रखी ग द्िारा द्िारा (5+8) द्िारा िे द्िारा िे ग द्िारा द्िारा ग
रखी गई िात्रा रखी गई गई िात्रा भण्डाररि भण्डाररि जाई गई जाई गई भण्डाररि भण्डाररि
गई मात्रा मात्रा मात्रा
मात्रा
1 2 3 4 5 6 7 8 9 10 11 12 13 14 15 16 17
नोट :- ककसी भी व्यप्ति को म0प्र0कृवि उपज मंडी अधितनयम की िारा 19(6) के अनुसार मंडी प्रांगण/मूि मंडी/मंडी क्षेत्र से अधिसूधर्ि कृवि उपज को हटाने के मिए संबंधिि
मंडी सममति द्िारा प्रारूप-नौ में जारी अनुज्ञापत्र िेना अतनिाया है । अिः अधिसूधर्ि कृवि उपजों के तनगामन के समय मंडी द्िारा जारी अनुज्ञा पत्र का अििोकन कर
उसका क्रमांक/दिनांक भण्डारण पंजी/तनगामन पंजी में िजा करना अतनिाया है , िाकक मंडी क्षेत्र में अधिसूधर्ि कृवि उपजों के अिैि कारोबार को तनयंबत्रि ककया जा सके।
हस्िाक्षर
प्रबंिक प्रोपराईटर िेयर हाउस
मुद्रा
दिनांक .................................
Suresh Raikwar/Upvidi_2000
120
म0प्र0रा0कृ0वि0बो0
मंडी सममतियों के मिये उपविधि सन ् 2000
प्रारूप - तेरह
आदे श
कायाािय
कृवि उपज मंडी सममति,
.......................... जजिा .......................
तनिााररि ददनांक, स्थान एिं समय पर तनम्नानुसार अमििेख प्रस्िुि नहीं ककये
जािे अथिा र्िि अमििेख प्रस्िुि ककये जािे है िो अधितनयम की िारा 21 के अन्िर्ाि
कायािाही की जािेर्ी।
(1)
(2)
(3)
(4)
(5)
SURESH/Upvidi_2000_MAIN
121
म0प्र0रा0कृ0वि0बो0
मंडी सममतियों के मिये उपविधि सन ् 2000
खण्ड ''क''
क्र. कृवि विक्रय अनुज्ञापत्र के कािम 3 एिं कािम नं0 5 में जमा मंडी शुल्क
उपज प्रमाणक के आिार पर क्रय 4 का योर् उल्िेखखि
का आिार पर क्रय मूल्य पर दे य
नाम िजन मूल्य िजन मूल्य िजन मूल्य मंडी शुल्क रामश रसीद
न.
ददनांक
1 2 3 4 5 6 7 8
ििा के ििा में क्रय योर् ििा में विक्रय/प्रसंस्कृि या शेि स्कंि दटतपणी
प्रारं ि में स्कंि वितनममाि स्कंि
उपिब्ि िजन मूल्य
स्कंि
9 10 11 12 13 14
क्रमांक अनुज्ञापत्र िाई र्ई कृवि उपज का कृवि उपज मंडी अनुज्ञापत्र प्रस्िुि
क्रमांक नाम एिं मात्रा क्षेत्र में आने का करने का ददनांक
नाम मात्रा ददनांक
1 2 3 4 5 6
प्रस्िि
ु किाा व्यापारी/फमा/प्रसंस्करण या वितनमााण कारखाने के
स्िामी /अधििोर्ी की मुद्रा एिं हस्िाक्षर
ददनांक ............................ सदहि
प्रारूप - चौदह-ग
हस्िाक्षर हस्िाक्षर
व्यापारी/प्रसंस्करणकिाा, वितनमाािा िाटा ड एकाउन्टे न्ट
मुद्रा मुद्रा
स्थान : ................................
ददनांक : ..............................
मंडी सममति कमािारी की पाििी के हस्िाक्षर ......................................
प्रातिकिाा का नाम ............................
पद ...................................................
''नोटः- िािीस िाख रूपये िक टना ओव्हर िािी फमा/व्यज्ि, िाटा ड एकाउन्टे न्ट के सत्यापन से म्
ु ि
रहे र्ें।''
Suresh Raikwar/Upvidi_2000_MAIN
124
म0प्र0रा0कृ0वि0बो0
मंडी सममतियों के मिये उपविधि सन ् 2000
प्रारूप - पन्द्रह
प्रारूप- सोलह
प्रारूप - सत्रह
1. ददनांक ................................................................................................................
2. तनरीक्षणकिाा का नाम ..........................................................................................
3. पद ......................................................................................................................
4. तनरीक्षण का समय ...............................................................................................
5. तनरीक्षण का वििरण
.............................................................................................................................
.............................................................................................................................
.............................................................................................................................
.............................................................................................................................
........................................................................................................................
6. तनटकिा
.............................................................................................................................
.............................................................................................................................
.............................................................................................................................
.............................................................................................................................
........................................................................................................................
7. प्रस्िाविि कायािाही
.............................................................................................................................
.............................................................................................................................
.............................................................................................................................
.............................................................................................................................
........................................................................................................................
8. प्रतििेदन मंडी फीस शाखा में ककस कमािारी को प्रदत्त ककया र्या उसका नाम
............... पद ............. प्रदत्त करने का ददनांक ............ समय .......................
तनरीक्षणकिाा के हस्िाक्षर
मंडी सधिि द्िारा जारी ककये र्ये तनदे श .............................................................
प्रारूप - अठारह
मंडी सममति को क्रय केन्द्र पर र्ि ददिस िक क्रय केन्द्र पर र्ि ददिस िक
िुर्िान पत्रक प्रेिण क्रय की र्ई कृवि उपज की मात्रा क्रय की र्ई कृवि उपज का मूल्य
का ददनांक
11 12 13
नाम- ..............................
प्रारूप – उन्द्िीस
यह अनब
ु न्ि ..................... में ................................ (माह) ............. के ...............
ददन ...................... (ििा) में ................... (नाम/पद) आयु .........., तनिासी ......................,
जजसे/जजन्हें इसके बाद प्रथम िार् का पक्षकार कहा र्या है (जजसकी अमिव्यज्ि, जब िक
कक सन्दिा और उसके अथा से असंर्ि न हो, उसका अमिप्राय िही होर्ा एिं उसमें उसके
उत्तराधिकारी, तनटपादक, प्रशासक और समनद
ु े मशिी सजम्ममिि होंर्ें ) एक पक्ष और
में/....................... एक तनजी/सािाजतनक मयााददि कम्पनी जो कम्पनी अधितनयम, 1956
के प्राििानों के अिीन तनर्ममि है , और जजसका पंजीकृि कायाािय ....................... में हैं,
जजसे इसके बाद द्वििीय िार् का पक्षकार कहा र्या है (जजसकी अमिव्यज्ि, जब िक कक
सन्दिा एिं उसके अथा से असंर्ि न हो उसका अमिप्राय िही होर्ा और उसमें उसके
उत्तराधिकारी और समुनेदेमशिी सजम्ममिि होंर्े) दस
ू रा िार् होर्ा, के बीि सम्पन्न ककया
र्या है और प्रिेश ककया र्या है ।
जबकक प्रथम िार् का पक्षकार, तनम्नांककि नम्बरों िािी कृवि िमू म का
स्िामी/कृिक है :-
ग्राम मानांक हे ्टर में क्षेत्रफि िहसीि एिं जजिा राज्य
और जबकक द्वििीय िार् का पक्षकार कृवि उपज में व्यापार कर रहा है औेर िूमम की
िैयारी, रोपणी, उिारण, नाशी कीट प्रबन्िन, मसंिाई, फसि कटाई और ऐसी ही समान मुद्दों
पर िकनीकी समझ िी दे रहा है ।
औेर जबकक द्वििीय िार् के पक्षकार की रूधि, कृवि उपज की िस्िुओं में , विशेिकर
जो इसके साथ अनुिग्न अनुसूिी-एक में उल्िेखखि है िथा द्वििीय िार् के पक्षकार के
अनरु ोि पर, प्रथम िार् का पक्षकार खेिी करने औेर इसके साथ अनि
ु ग्न अनस
ु ूिी-एक में
उल्िेखखि कृवि उपज की िस्िुएं पैदा करने के मिये सहमि हो र्या है ।
और जबकक इससे सम्बद्ि पक्षकारर्ण एि ्द पश्िाि प्रर्ट होने िािे िरीके से
तनबन्िनों एिं शिो को िेखबद्ि करने के मिए सहमि हो र्ये हैं।
(र्) मंडी प्रांर्ण में औेर यदद उसके द्िारा प्राति मूल्य संविदा ककए र्ए मूल्य से
कम है , िब द्वििीय तनिेश के पक्षकार के मिए यथा अनुपाि कम िौटायेर्ा।
द्वििीय िार् का पक्षकार अपने स्ियं के कारणों से संविदा की र्ई उपज का
पररदान िेने से मना करिा है /में असफि रहिा है , जब प्रथम िार् का पक्षकार उपज
खुिी मंडी में बेिने के मिए स्ििन्त्र होर्ा और यदद प्राति ककया र्या मूल्य संविदा
मल्
ू य से नीिे है , िो अन्िर द्वििीय िार् के पक्षकार के खािे पर होर्ा, द्वििीय
िार् का पक्षकार, प्रथम िार् के पक्षकार को कधथि अन्िर वितनजश्िि करने से
.............. ददिस की अिधि के अन्दर अन्िर का िुर्िान करे र्ा।
खण्ड-5
द्वििीय िार् के पक्षकार द्िारा समय-समय पर सझ
ु ाये अनस
ु ार प्रथम िार् का
पक्षकार िूमम की िैयारी, रोपणी, उिारण, नाशी कीट प्रबन्िन, मसंिाई, फसि कटाई और
ककन्ही अन्य तनदे शो/प्रणामियों को अपनाने और एिद् अनुिग्न अनुसूिी-एक में उल्िेखखि
वितनददा जटटयों के अनुसार खेिी करने और िस्िुएं उत्पाददि करने के सहमि है ।
खण्ड-6
पक्षकारों द्िारा और उनके बीि यह स्पटट रूप से सहमति है कक खरीदी
तनम्नमिखखि तनबन्िनों के अनुसार होर्ी और क्रय के िुरन्ि बाद खरीद पधिायां जारी की
जािेर्ी।
ददनांक पररदान बबन्द ु पररदान का मूल्य
यह और सहमति है कक सहमि पररदान बबन्द ु पर पररदान अवपाि करने के बाद
द्वििीय िार् के पक्षकार का संविदार्ि उपज का आधिपत्य िेने का उत्तरदातयत्ि होर्ा
िथा यदद ................... अिधि के अन्दर िह पररदान िेने में असफि होिा है िब प्रथम िार्
का पक्षकार संविदार्ि कृवि उपज को तनम्नानुसार बेिने के मिए स्ििन्त्र होर्ा :
(क) खि
ु ी मंडी में (थोक क्रेिा, अथााि तनयाािक/प्रसंस्करणकिाा, वितनमाािा/
तनमाािा आदद को), और यदद िह संविदार्ि मूल्य से कम पािा है , िो िह
द्वििीय िार् के पक्षकार को उसके तनिेश के मिये यथा अनप
ु ाि कम
िुर्िान करे र्ा।
(ख) मंडी प्रांर्ण में , और यदद प्राति मल्
ू य से संविदार्ि मल्
ू य से कम है , िब िह
द्वििीय िार् के पक्षकार को उसके वितनयोर् के मिये यथा अनुपाि कम
िौटायेर्ा।
यह और सहमति है कक मार्ा में र्ुणित्ता रख-रखाि, द्वििीय िार् के पक्षकार का
उत्तरदातयत्ि होर्ा और प्रथम िार् का पक्षकार उसके मिये उत्तरदायी या दायी नहीं होर्ा।
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Suresh Raikwar/Upvidi_2000_MAIN
म0प्र0रा0कृ0वि0बो0
मंडी सममतियों के मिये उपविधि सन ् 2000
खण्ड-7
जब फसि काट िी जाय औेर द्वििीय िार् के पक्षकार को पररदान कर दी जाय,
प्रथम िार् के पक्षकार को द्वििीय िार् के पक्षकार द्िारा ददये र्ये अबशेि अधग्रमों को
घटाकर, द्वििीय िार् का पक्षकार अनुसूिी एक में उल्िेखखि मूल्य/िाि, प्रथम िार् के
पक्षकार को िुर्िान करे र्ा। िुर्िान के मिये तनम्नांककि अनुसूिी अपनाई जािेर्ी :-
ददनांक िुर्िान की रीति िुर्िान का स्थि
खण्ड-8
एिद् अनुसूिी-एक में उल्िेखखि संविदा की र्ई उपज का एिद् पक्षकारर्ण
............. अिधि के मिये वितनददा टट सम्पदा के ईश्िरीय कृत्य से विनाश, ऋण व्यतिक्रम
और उत्पादन िथा आय हातन और पक्षकारर्ण के तनयन्त्रण के बाहर के अन्य समस्ि कृत्य
या घटनाएं जैसे कक बीमारी के र्म्िीर प्रादि
ु ााि, महामारी या असामान्य मौसम की जस्थति,
बाढ़, सख
ू े, ओिे, िक्रिाि, िक
ू म्प, आर् या अन्य विपवत्तयों, यद्
ु ि द्िारा काररि बहुि कम
उत्पादन, शासन के कृत्य विद्यमान या इस अनुबन्ि के प्रिािी होने की िारीख के बाद जो
पण
ू ि
ा या या आंमशक रूप से कृिक की बाध्यिा पूतिा रोकिे है , के विरूद्ि बीमा करायेंर्ें।
अनुरोि करने पर, प्रथम िार् का पक्षकार ऐसी कृतियों को अििम्ब िेकर अन्य (दस
ू रे )
पक्ष को विद्यमान िथ्यों की अमि पजु टट प्रदान करे र्ा। ऐसा प्रमाण उपय्
ु ि शासकीय
वििार् के प्रमाण पत्र के वििरण के रूप में होर्ा। यदद ऐसे प्रमाण पत्र का वििरण
युज्ियु्ि रूप से प्राति नहीं ककया जा सकिा, िो ऐसे कृत्य के बदिे में दािा करने िािा
प्रथम िार् का पक्षकार, दािाकृि िथ्यों को विस्िार में िणान करिे हुए और कारणों का कक
ऐसे िथ्यों की विद्यमानिा की अमिपुजटट का प्रमाण-पत्र या वििरण का एक िेख्य-वििरण
दे र्ा। विकल्प के रूप में , दोनों पक्षकारों के बीि आपसी अनुबन्ि के अध्यिीन, प्रथम िार्
का पक्षकार अपने उत्पादन का कोटा अन्य स्त्रोिों के माध्यम से पूरा कर सकिा है और
उससे उसके द्िारा िर्
ु िी र्ई मल्
ू य अन्िर की हातन बीमा कम्पनी से िस
ू ि की र्ई रामश
वििार में िेने के बाद पक्षकारों के बीि समान रूप से बांटी जायर्ी। बीमा की प्रब्याजज
(प्रीममयम) दोनों पक्षकारों द्िारा समान रूप से साझा की (बांटी) जायर्ी।
खण्ड-9
द्वििीय िार् का पक्षकार एिद् द्िारा, प्रथम िार् के पक्षकार को खेिी और फसि
कटाई बाद के प्रबन्िन की अिधि में तनम्नांककि सेिाएं प्रदाय करने के मिये सहमि है , जजन
सेिाओं का वििरण तनम्नानस ु ार है :-
1. ...................................................
2. ................................................... 132
3. ...................................................
4. ...................................................
Suresh Raikwar/Upvidi_2000_MAIN
म0प्र0रा0कृ0वि0बो0
मंडी सममतियों के मिये उपविधि सन ् 2000
5. ...................................................
खण्ड-10
द्वििीय िार् का पक्षकार या उसके प्रतितनधि प्रथम िार् के पक्षकार द्िारा
स्थावपि/नाममि कृिकों के मंि के साथ संविदा अिधि में तनयममि पारस्पररक आदान-
प्रदान करिे रहने के मिये सहमि है ।
खण्ड-11
द्वििीय िार् का पक्षकार या उसके प्रतितनधि अपने स्ियं के व्यय पर समय-समय
पर अपनाई र्ई कृवि प्रणामियों और उपज की र्ुणित्ता का अनुश्रिण करने हे िु प्रथम िार्
के पक्षकार की पररसर/प्रक्षेत्रों में प्रिेश करने के हकदार होंर्ें ।
खण्ड-12
द्वििीय िार् का पक्षकार यह अमिपटु ट करिा है कक उसने अपने आप को पंजीयन
प्राधिकारी ....................... के पास ....................... को पंजीकृि करा मिया है और िह इस
संबंि में प्रिमिि कानून के अनुसार उस पंजीयन प्राधिकारी को शुल्क का िुर्िान कर दे र्ा,
जजसे िखणाि िूमम ....................... पर की र्ई कृवि की कृवि उपज के विपणन का
क्षेत्राधिकार प्राति है ।
या
द्वििीय िार् के पक्षकार ने राज्य द्िारा इस सम्बन्ि में विदहि पंजीकरण
प्र ्राधिकारी के पास अपने आपको एकास्थानीय पंजीकरण प्राधिकारी के पास पंजीकृि कर
मिया है । सम्बजन्िि पंजीकरण प्राधिकारी द्िारा उद्र्दृ हि शुल्क द्वििीय िार् के पक्षकार
द्िारा ही अनन्य रूप से िहन ककया जायेर्ा और जजसमें कुछ िी, ककसी रीति में प्रथम िार्
के पक्षकार को िुर्िान की र्ई रामश से नहीं काटा जायेर्ा।
खण्ड-13
द्वििीय िार् के पक्षकार को, प्रथम िार् के पक्षकार की िूमम/सम्पवत्त के स्ित्ि,
स्िाममत्ि, आधिपत्य के सम्बन्ि में ककसी िी प्रकार का कोई अधिकार नहीं होर्ा और न िो
िह प्रथम िार् के पक्षकार को, खासकर िूमम सम्पवत्त से, ककसी प्रकार से अन्य संक्राममि
(पर हस्िान्िररि) करे र्ा, न ही प्रथम पक्षकार की िूमम सम्पवत्त को, इस अनुबन्ि के प्रििान
पयान्ि ककसी अन्य व्यज्ि/संस्था को बन्िक, पटटे , उप पटटे पर दे र्ा या अन्िरण करे र्ा।
खण्ड-14
द्वििीय िार् का पक्षकार, दोनों पक्षकारों द्िारा हस्िाक्षररि इस अनुबन्ि की सत्य प्रति,
उसके तनटपादन के 15 ददिस के िीिर, जैसा कक कृवि उपज विपणन वितनयम अधितनयम (कृवि
उपज मंडी अधितनयम) में अपेक्षक्षि है , मंडी सममति/पंजीकरण प्राधिकारी ................/इस उददे श्य 133
के मिये विदहि ककसी अन्य पंजीकरण प्राधिकारी को प्रस्िि
ु करे र्ा।
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म0प्र0रा0कृ0वि0बो0
मंडी सममतियों के मिये उपविधि सन ् 2000
खण्ड-15
संविदा का विच्छे द, अिसान/तनरस्िीकरण दोनों पक्षकारों की सहमति से होर्ा।
ऐसा विच्छे द या अिसान /तनरस्िीकरण वििेख, ऐसे विच्छे द, अिसान/तनरस्िीकरण के 15
ददिसों के िीिर पंजीकरण प्राधिकारी को संसूधिि ककया जायेर्ा।
खण्ड-16
इस अनब
ु न्ि के अिीन, एिद्द्िारा सम्बद्ि दोनों पक्षकारों के बीि हक और
दातयत्िों के सम्बन्ि में या एक पक्षकार का दस
ू रे के विरूद्ि आधथाक अथिा अन्यथा दािे के
सम्बन्ि में या इस अनब
ु न्ि के ककसी तनबन्िनों के प्रिाि और शिो के तनिािन के सम्बन्ि
में कोई वििाद उद्िूि होने की जस्थति में , ऐसा वििाद या मििेद, इस उददे श्य से र्दिि
माध्यमस्थम प्राधिकारी को तनददा टट ककया जायेर्ा।
खण्ड-17
ककसी पक्षकार के पिे में पररििान होने की जस्थति में, यह दस
ू रे पक्षकार को िथा
पंजीकरण प्राधिकारी को िी संसूधिि ककया जाना िादहये।
खण्ड-18
इस अनुबन्ि के अिीन, एिद् सम्बद्ि प्रत्येक पक्षकार दस
ू रे के साथ अपने दातयत्िों
का पािन करने में ित्परिा और ईमानदारी से स्िस्थ विश्िास में काया करे र्ा और दस
ू रे के
दहिों को संकट में डािने का कोई काया नहीं ककया जायेर्ा।
इसकी साक्ष्य में पक्षकारों ने यह अनुबन्ि पहिे ऊपर उल्िेखखि .............................
माह के ....................... ददन और ....................... ििा पर हस्िाक्षररि ककया है ।
134
Suresh Raikwar/Upvidi_2000_MAIN
म0प्र0रा0कृ0वि0बो0
मंडी सममतियों के मिये उपविधि सन ् 2000
अिुसूची - एक
घोषणा
कायािलय के उपयोग हे तु
िेखापाि मिवपक
2. पंजीकरण स्िीकृि या अस्िीकृि ककये जाने के संबंि में मंडी सममति के िहराि
क्रमांक ....................... ददनांक ....................... के अनुसरण में आदे श जारी ककया र्या।
सधिि
Suresh Raikwar/Upvidi_2000_MAIN 136
म0प्र0रा0कृ0वि0बो0
मंडी सममतियों के मिये उपविधि सन ् 2000
प्रारूप - बीस
संर्वदा खेती के ललखखत करार के रष्जटरीकरण हे तु आवेदि पत्र.
(दे खखये िारा 37-क(1) एिं उपविधि की कंडडका क्रमांक- .............. )
प्रति,
अध्यक्ष/िारसािक अधिकारी
कृवि उपज मंडी सममति ......................... जजिा ..............................................
िो व्यिसाय/व्यापार प्रारम्ि
करने का ददनांक
(13) यदद (इस आिेदन के पूि)ा : ........................................................................
........................................................................
आिेदनकिाा द्िारा अन्य
........................................................................
उत्पादको से संविदा कृवि हे िु ........................................................................
करार ककया र्या है िो उनका ........................................................................
........................................................................
नाम, पिा, स्थान अधिसूधिि
कृवि उपज का नाम, ककस्म,
मात्रा एिं मूल्य आदद वििरण
संिग्न करें ।
(14) ्या संविदा खेिी से संबंधिि : ........................................................................
........................................................................
प्रदे श के ककसी मंडी क्षेत्र में
........................................................................
कोई वििाद उद्िूि हुआ है या ........................................................................
िि रहा है ? यदद ह ,ं िो करार ........................................................................
सदहि विस्िि
ृ वििरण
संिग्न करें ।
(15) आिेदक क्रेिा एिं उत्पादक के : ........................................................................
........................................................................
मघ्य सम्पाददि मिखखि
करार की छायाप्रति संिग्न
करें ।
प्रारूप – इक्कीस
कायाािय
कृवि उपज मंडी सममति ..................
जजिा ............ (म0प्र0)
(अधितनयम की िारा 37-क (2) के अिीन तनटपाददि करार का रजजस्रीकरण)
1. म0प्र0 कृवि उपज मंडी अधितनयम 1972 ( क्र0 24 सन ्-1973) की िारा 37-क की
उपिारा(1) के अिीन संविदा खेिी के मिए ।
हस्िाक्षर
अध्यक्ष/सधिि
कृवि उपज मंडी सममति ......................
जजिा .......................... (म0प्र0)
अिुसूची