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Tambola Story - Timepass

6 baje they. घर पर बैठे बैठे मुझे बहुत बोरियत हो रही थी। बाहर बारिश थमने का नाम ही नहीं ले रही थी तो
बाहर घूमने तो जाया नहीं जा सकता था । 15 din se kaamwali bai nahi ayi hai, 14 date ko aungi kehkar gayi
thi aj 30 ho gayi. और सोने पर सुहागा यह की दो teen (2)(3) घंटे से बिजली भी नहीं थी वर्ना टीवी दे खकर
की टाइम पास कर लेती। और रसोई का और घर के बाकी छोटे मोटे काम तो मैंने सुबह ही निपटा दिए थे।
दिमाग में बस एक (1) ही सवाल चल रहा था की समय कैसे काटूँ। 6. 15. 14. 30. 2. 3. 1

तभी ख्याल आया की आज क्यूँ ना अपनी किसी पुरानी सहे ली से फ़ोन पर गप्पे मार ली जाएं। बस फिर क्या था
झट से फ़ोन उठाया और घम
ु ा दिया आरती अग्रवाल का नंबर। 89-75- 45- 20-33| वो भी जैसे फ़ोन को अपने से
चिपकाए बैठी थी।पहली ही घंटी में उसने फ़ोन उठा लिया। इससे पहले की मैं कुछ कहती उसकी तूफ़ान एक्सप्रेस
शुरू हो गई। हम दोनों ने तक़रीबन 40- 42 मिनट तक गप्पे मारीं।

Aarti ka makan number 74 hai ya fir shayad 71 yaad nahi mujhey theek se. Aarti ne bataya ki pyaz 82 rs
kg ho gaye hain aur tamatar bhi 66 rs kg hain. Kal tak 61-62 Rs kg tamatar aj aur costly ho gaye. Beech
mein ek din toh 59 Rs bhi ho gaye the. Aarti ne ek real kundan set kharida hai jisme 63-43 red kundan
aur 72-73 green kundan lage hain. Who set usne 83 thousand ka lia hai. Mainey use bataya ki mere paas
bhi ek kundan set hai jo mainey 87- 88 thousand ka lia tha. Arti to jal ke koyla ho gayi hogi. Huh!! Mainey
use jalane ke yeh bhi bata dia ki mere paas ek mota gold kada hai jo mainey 67- 69 thousand ka lia tha
but who ab 81 thousand ka ho gaya hai aur 10 gold bangles bhi hain 77-78 grams ki . Puri tarah jal gayi
aarti, aur bata apna kundan ka set. Chup ho gayi ek dum madam. चलो कम से कम 42 मिनट तो निकले
किसी तरह।

89, 75, 45, 20, 33, 40, 42, 74,71, 82, 66, 61, 62, 59, 63, 64, 72, 73, 83, 87, 88, 67,
69, 81, 77, 78.

6 bajke 50 min ho gaye they/ अभी तक बिजली नहीं आई थी पर बाहर बारिश थम चुकी थी और ठं डी
ठं डी हवा चल रही थी। Road par 8-10 bache khel rahe they. 16- 17 ladies ghoom rahi thi aur kuch 4-5
budhe bhi tehal rahe they. Hamari colony bahot grand hai, yaha kuch 76 trees hain jinme se 60-65 bahot
lambe aur hare bhare hain, 11 parks, 9 chote chote mandir, parks mein kuch 51 (chote-bade) jhoole
hain. Colony mein 90 se zyada Bengali families hain, kuch 35 sindhi, kareeb 38 madrasi, 46 marwadi, 48
punjabi aur 29 gujrati, 23 jain, 34 baniya, 24 kannad, 47 oriya, 57 parsi families hain.
50, 8, 10, 16, 17, 4, 5, 60, 65, 11, 9, 51, 90, 35, 38, 46, 48, 29.23, 34, 24, 47, 57

तो मैं बाहर बालकनी में जाकर खड़ी हो गई।मैंने दे खा की साथ वाले घर house no- 84 में जो नए पड़ोसी आए थे
(गुडगाँव से) उस परिवार की एक अधेड़ उम्र महिला Uski umar kuch 68- 70 hogi ठे ले पर सब्ज़ी बेचने वाले भैया
से मगजमारी कर रही थी।आंटी ने उससे कहा की ,”अरे भाई यह टमाटर ठीक दाम पर लगाओ।अगर 25-26
रुपये किलो लगाते हो तो दो किलो ले लँ ूगी।” सब्जी वाले भैया को कन्नड़ के अलावा कोई और भाषा आती नहीं
थी। वो बोले जा रहे थे कि ,”ना माँ 44 रुपीस माँ (दक्षिण भारत में महिलायों और लड़कियों को माँ कहकर ही
संबोधित किया जाता है )।” आंटी को गुस्सा आ गया।तमतमाते हुए बोली की ,”अरे माँ होगी तेरी बीवी।मैं क्या
तेरे को माँ की उम्र की दिखती हूँ ? चल जा यहाँ से नहीं लेने मुझे तेरे से टमाटर।” ठे ले वाले को हिंदी बेशक ना
समझ आई हो पर वो यह समझ गया की आंटी ने उससे सब्जी नहीं लेनी है और वो ठे ला लेकर आगे चला गया।
मेरी तो हँसी का फव्वारा ही छूट गया।

(84, 68, 70, 25, 26,44)

यह सब दे खकर मुझे एक पुराना किस्सा kuch 18-19 saal purana kissa याद आ गया। शादी के पहले जब मैं
दिल्ली में रहा करती थी तब हमारे घर (house no- 79) के पीछे वाली मार्कि ट में एक टे लर की छोटी सी दक
ु ान
हुआ करती थी।एक बार जब मैं टे लर की दक
ु ान पर अपना सट
ू लेने पहुँची तो मेरे साथ साथ एक बज
ु र्ग
ु अंकल
jinki umar kuch 85-86 hogi भी पहुँचे। Tailor ki umar kuch 56-58 hogi. इससे पहले मैं कुछ कहती वो
अंकल टे लर से बोले की ,”अंकल जी ! मेरी पौती का सूट रे डी हो गया क्या ?” मैं फटी से आँखों से उनकी तरफ
दे खने लगी।इतने में उस हाज़िरजवाब टे लर का जवाब आया ,”अरे नहीं बेटा जी अभी रे डी नहीं हुआ है ।आप कल
12 बजे के बाद आना।” यह सुनकर मैं अपना चेहरा दस
ू री तरफ घुमाकर दांतों को भींच कर हँसने लगी। यह आंटी
अंकल कह कर बुलाने का कल्चर बरु ा नहीं है लेकिन कुछ लोग इसका कुछ ज्यादा ही फ़ायदा उठाते हैं। (18, 19,
79, 85, 86, 12, 56, 58)

खैर मैं 21-22 minutes khadi thi fir अन्दर कमरे में वापस लौट गयी।मुझे थोड़ी थोड़ी भूख लगने लगी थी।फ्रिज
खोल कर दे खा तो पपीता सड़ गया था।खाने लायक नहीं बचा था। 7 amrood rakhe the, kuch 13 apple bhi
rakhe the. Apple aj kal yahan 52-53 rs Kg hain to zyada le ayi thi. Amrood 27 rs kg mile. Cheeku 55 rs kg
the to mainey nahi liye aur grapes bhi 37-39 rs ke half kg mile.

Papita 36 rs kg mila tha waste ho gaya. papita मैंने बाहर निकाल कर टे बल पर रख दिया। फिर अपने लिए
मैंने अमरूद निकाला और खाने लगी।खाते खाते मन में विचार आया की क्यूँ ना यह पपीता गाय को डाल दिया
जाए। वैसे भी हमारे घर के सामने जो 80 suare yard खाली प्लाट पड़ा है वहां रोज़ ही 31-32 गायों का झण्
ु ड खड़ा
रहता है । फटाफट अमरुद खाकर पपीते को पॉलिथीन में डाला और घर को ताला मारकर सामने वाले खाली प्लाट
की और चल पड़ी जहाँ गायों का झुण्ड खड़ा रहता है ।

21, 22, 7, 13, 52, 53,27, 55, 37,39 36, 80, 31, 32

मेरा अंदाज़ा galat निकला। wahan kareeb 49 se 54 ke as paas गाय खड़ी थी वहाँ। पास की झुग्गी
वाले कुछ 41- 43 बच्चे भी खेल रहे थे वहीँ पर। मैंने पपीते को लिफाफे से निकाला और झुण्ड की एक गाय की
तरफ बड़ गई।मैंने पपीता अभी उस गाय के आगे डाला ही था की इतने में एक दस
ू री गाय ने मुझे पीछे से दल
ु त्ती
मार दी और मैं ज़मीन पर गिर पड़ी। इससे पहले की मैं खुद को संभालती मैंने दे खा वो बच्चे जो वहीँ खेल रहे थे
मझ
ु पर हँस रहे थे।उसमे में से एक शैतान लड़की बोली की ,”हे हे हे आंटी ! आप तो गिर गयीं। आंटी और खिला
दो पपीता गाय को।” मुझे गुस्सा भी आ रहा था और हँसने का भी मन कर रहा था। वो तो अच्छा हुआ की किसी
और ने मुझे गिरते हुए नहीं दे खा। 49, 54, 41. 43

मैं झटपट उठी,कपड़े झाड़े और घर वापस लौट आई। घर के अन्दर प्रवेश करने के बाद उस बच्ची की बात याद
करके मैं खुद पर ही खूब हँसी। आज तो वाकई में बढ़िया टाइम पास हो गया था।

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