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12/11/2018

ए ोमा आग ा (उलट क ल)
(ABROMA AUGUSTA) (Olat Kambal)-ए ो-आग

प रचय-
ए ोमा आग ा औषिध अिन ा रोग, नासूर, मधुमेह, मू रोग, कमजोरी, मानिसक कमजोरी तथा
अ सारमेह (ए ुमीिन रया) रोगों को ठीक करने म ब त उपयोगी है ।
ए ोमा आग ा औषिध िन िल खत ल णों के रोिगयों के रोग को ठीक करने म उपयोगी ह-
भूख से स त ल ण :- अ ाभािवक भूख (िकसी ऐसे समय पर भूख लगना िजस समय पर भूख नहीं लगना
चािहए।) जैसे- भरपेट भोजन करने के तुर बाद भी भूख लग जाना और खाना खा लेना। इस ल ण से पीिड़त रोगी
का उपचार करने के िलए ए ोमा आग ा औषिध ब त उपयोगी है ।
आमाशय से स त ल ण :- भूख महसूस होने के साथ बेहोशी जैसा अनुभव होना, कई कार का भोजन
करने की इ ा होना, पेट के अ र खालीपन महसूस होना। इस कार के ल ण से पीिड़त रोगी का इलाज करने
के िलए ए ोमा आग ा औषिध लाभदायक होती है ।
पेट से स त ल ण :- आ ान ( े ुलस) अथात पेट के फूलने पर ए ोमा आग ा औषिध का उपयोग
लाभदायक है ।
मल से स त ल ण :- क रोग, काला मल होना, गां ठदार मल होना, ढे लेदार मल होना, शौच ि या म ब त
तेज जोर लगाने के बाद मल िनकलना। इन ल णों से पीिड़त रोगी के इलाज के िलए ए ोमा आग ा औषिध
उपयोगी है ।
मू से स त ल ण :- िदन-रात अिधक मा ा म पेशाब होना, पेशाब करने के िलए बार-बार जाना, मुंह का
सुखना, अिधक ास लगना, पेशाब करने के बाद पानी पीने की इ ा करना, पेशाब करने के बाद थकान महसूस
होना, पेशाब से मछली जैसी बदबू आना, पेशाब ह ा तैलीय होना, मधुमेह रोग होना, रात के समय म िब र पर
पेशाब हो जाना, िलंग के ऊपरी भाग (िलंग के मुख) पर सफेद रं ग का घाव हो जाना, यह पेशाब म अिधक मा ा म
शकरा हो जाने के कारण होता है तथा पेशाब करने म असमथ होना (इनिबिलटी टू रटन युरीन)। इन ल णों से
पीिड़त रोगी का उपचार करने के िलए ए ोमा आग ा औषिध लाभदायक है ।
मन से स त ल ण :- रोगी का भाव िचड़िचड़ा हो, उ ेजनशील भाव वाला हो, भ ा मजाक करने वाला
हो, याददा कमजोर हो, हताश, िनराश, धैय की मता कम होना तथा अपने भाव को बदलने म असमथ होना।
इन ल णों से पीिड़त रोगी का उपचार करने के िलए ए ोमा आग ा औषिध लाभकारी है ।
दय से स त ल ण :- दय म कमजोरी आना, धड़कन की गित तेज होना तथा बेहोशी जैसा अनुभव होना।
इन ल णों से पीिड़त रोगी का उपचार के िलए ए ोमा आग ा औषिध ब त उपयोगी है ।
चम रोग से स त ल ण : खुजली, जलन, गिमयों म छोटे -छोटे फोड़े , नासूर तथा सूखी चा को ठीक करने म
ए ोमा आग ा औषिध लाभदायक है ।
ास सं थान से स त ल ण : खां सी के साथ पीब जैसा बलगम िनकलना, छाती म दद होना, सफेद या पीला
ढे लेदार थूक, ठ ी हवा से ल णों म और तेजी होना, शाम तथा रात के समय म ल णों म तेजी होना तथा खां सते
समय छाती म दद होना। इन ल णों से पीिड़त रोगी के रोग को ठीक करने के िलए ए ोमा आग ा औषिध ब त
उपयोगी है ।
गदन तथा पीठ और शरीर के बाहरी अंगों से स त ल ण : गदन, पीठ तथा शरीर के बाहरी अंगों म
ह ा-ह ा दद होना, अंगों म कमजोरी होना तथा गुद म दद होना। इन ल णों से पीिड़त रोगी के रोग को ठीक
करने के िलए ए ोमा आग ा औषिध ब त उपयोगी है ।
मुंह से स त ल ण : पूरे मुंह के अ र खापन होना, रोगी एक बार म ब त सारा पानी पी जाता है , लेिकन
िफर भी मुंह के अ र का खापन दू र नहीं होता है , जीभ साफ और सूखी रहती है , होठ सूखे और नीले-नीले पड़
जाते ह तथा आवाज साफ िनकलती है । इन ल णों को दू र करने के िलए ए ोमा आग ा औषिध ब त उपयोगी है ।
पु ष से स त ल ण : स ोग ि या करने म कमजोरी तथा असमथता होना, स ोग ि या करने के बाद
बुरी तरह से थक जाना, वृषणों (अ कोष) म सूजन तथा वह ढीले होकर नीचे की ओर लटक जाते ह, िलंग की
उ ेजना ख हो जाना। इन ल णों से पीिड़त रोगी का उपचार करने के िलए ए ोमा आग ा औषिध ब त उपयोगी
है ।
ी रोग से स त ल ण : मािसक धम की अिनयिमता, खून का काला हो जाना, खून का थ े दार प म हो
जाना, शरीर म खून कम या अिधक होना तथा खून पीला हो जाना, मािसक- ाव का अिधक मा ा म होना,
मािसकधम का क जाना, क ातव (डाइमेनो रया)-मािसक धम म अिधक क होना, मािसकधम के समय म ाव
अिधक होना, सफेद, पतला तथा पानी की तरह ाव होना, ह र ा ू रोग ( ोरोिसस), मािसकधम शु होने से
दो-तीन िदन पहले पेट के िनचले भाग म दद होना, िह ी रया रोग तथा मािसकधम से स त कुछ गड़बड़ी एिलयम सटाइवम
होना। इन ल णों से पीिड़त यों का उपचार करने के िलए ए ोमा आग ा औषिध ब त उपयोगी है । ऐलनस

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12/11/2018 ए ोमा आग ा | Treatment by Abroma Augusta | Homeopathic Aushdhi
आसन नी ंद से स त ल ण : आल , अिन ा, िकसी काय को करने का मन न करना तथा सुबह के समय म अ ी ऐलो साकोिटना
एलूमेन
ाणायाम-की-ि या नींद आना। इन ल णों से पीिड़त रोगी का रोग ठीक करने के िलए ए ोमा आग ा औषिध लाभदायक है ।
ऐलूिमना
ाणायाम-की-जानका रयां र (बुखार) से स त ल ण : रोगी को बुखार के साथ ही शरीर सूख जाता है तथा गम महसूस हो रही हो
एलूिमना िसिलकैटा
मु ा ारा िचिक ा तथा उसे अिधक ास लग रही हो तो उसके रोग को ठीक करने के िलए ए ोमा आग ा औषिध लाभकारी है । ऐ ा ीिशया

आहार की जानकारी िसर से स त ल ण : िसर म खालीपन महसूस होना, िसर को इधर-उधर लुढ़काते रहने की आदत व घुमरी अ ोिसया

गभाव था की जानकारी
होना, भारीपन तथा असुिवधा महसूस होना तथा अिधक च र आने पर ए ोमा आग ा औषिध का उपयोग ऐं ासीनम
ऐं ाकोकाली
लाभकारी है ।
मानव शरीर की जानकारी ए मोिनयम आसिनकोसम
आं खों से स त ल ण : ि दोष (आं खों की दे खने की रोशनी कम होना), पलकों म सूजन होना, भारीपन
कामसू की जानकारी ए मािनयम ू डम
महसूस होना, आं ख थक जाती ह, आं ख बार-बार ऊपर नीचे करना, आं खों म दद तथा जलन होना, आं खों की ए मोिनयम स ूरेटम औरे टम
िवटािमंस-और-िमनर
ने े ा पीली पड़ जाना। इन ल णों से पीिड़त रोगी का उपचार करने के िलए ए ोमा आग ा औषिध अिधक Read more ar
सौंदय साधन
लाभदायक होता है ।
आयुविदक िट कान से स त ल ण : सुनने की श कमजोर होना, कानों म िभनिभनाहट होना तथा कान का बहना। इन
हे िट ल णों से पीिड़त रोगी के रोग को ठीक करने के िलए ए ोमा आग ा औषिध का उपयोग करना चािहए। यह ब त अिधक लाभदायक होता है ।
ूटी िट चेहरे से स त ल ण : चेहरा मुरझाया आ लगना, पीला चेहरा होना, चेहरे पर झु रया पड़ना, बूढ़ों जैसा चेहरा हो जाना, चेहरे पर खुजलाहट ह
योगा िट साथ-साथ जलन महसूस होना तथा चेहरे पर दरारे पड़ना। इन ल णों से पीिड़त रोगी का उपचार करने के िलए ए ोमा आग ा औषिध अिधक उ
हे िफट् नस है ।
सुिवचार गले से स त ल ण : कंठ म खु ी होना तथा जलन होना, ऐसा महसूस होना जैसे की गले म कुछ अटक गया हो तथा दद होने पर इस
अनमोल वचन आग ा औषिध का उपयोग लाभदायक है ।
मा ा :
ेट इं िडयन ोटस
ए ोमा आग ा औषिध की मूलाक, 2x, 3x श यां का योग करना चािहए।
ा सलाह
ा ान
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