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DPP 2023 Day 48
DPP 2023 Day 48
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Q.1) सच
ू ी 1 को सच
ू ी II के साथ सम
ु ेलित करें और सचू चयों के a) शील्ड ज्वालामख
ु ी
नीचे दिए गए कूट का प्रयोग कर सही उत्तर का चयन करें : b) ममचित ज्वालामख
ु ी
सच
ू ी1 सूची II c) काल्डेरा ज्वालामुखी
(तह/विन के प्रकार) (विन के उिहारण) d) ववदर/दरार प्रकार का ज्वालामख
ु ी
A. समममत वलन 1) स्ववट्जरलैंड के जुरा
पववत Q.4) अम्िीय और क्षारीय चट्टानों के बीच अंतर के संिर्ा में,
सच c) 1,2 तथा 3
ू ी1 सच
ू ी II
(सकिय ज्वािामि d) 1 तथा 3 केवल
ु ी) (िे श का नाम)
A. ताल ज्वालामख
ु ी 1. इिंडोनेमशया
Q.11) अन्तवेिी आग्नेय चट्टानी वपंडो के संिर्ा में
B. सािंगे ज्वालामख
ु ी 2. नयज़
ू ीलैंड
ननम्नलिखित कथनों पर ववचार करें :
C. सफेद द्वीप 3. कफलीपीिंस
1. बाथोमलथ बडे गुम्बद के आकार के नमलका अनतवेदही
D. माउिं ट मेरापी 4. इक्वेडोर
वपिंड होते हैं स्जनका एक समतल आधार होता है और
Code:
A B C D नी े से एक नमलका से जड
ु ा होता है ।
a) 1 3 2 4
b) 4 3 1 2
2. डाइक क्षैनतज वपिंड होते हैं, जो तब ववकमसत होते हैं जब 3. महासागरीय िवट ट्टानें, महाद्वीपीय ट्टानों की
लावा दरारों और भूमम में ववकमसत दरारों के माध्यम से तुलना में बहुत छोटी होती हैं।
अपना रावता बनाता है । ऊपर दिए गए कथनों में से कौन-सा/से सही है /हैं?
ऊपर दिए गए कथनों में से कौन-सा/से सही है /हैं? a) केवल 1 और 2
a) 1 केवल b) केवल 2 और 3
b) 2 केवल c) 1,2 और 3
c) 1 तथा 2दोनों d) केवल 1 और 3
d) कोई नही
Q.15) ननम्नलिखित कथनों पर ववचार करें :
Q.12) कायांतररत चट्टानों के संिर्ा में , ननम्नलिखित 1. दो सामानय भ्रिंशों के बी िवटल भागों के वववथापन
कथनों पर ववचार करें : और मध्य भाग के अवतलन के कारण भ्रिंश घाहटयों का
1. गनतशील कायािंतरण तापमान के दबाव में होता है । ननमावण होता है ।
2. गनतशील कायािंतरण के मामले में , शेल वलेट में 2. खिंड पववत तब बनते हैं जब पथ्
ृ वी की पपवटी समानािंतर
पररवनतवत हो जाता है । भ्रिंश के दोनों ओर डूब जाती है और मध्य भाग अपने
ऊपर दिए गए कथनों में से कौन-सा/से सही है /हैं? वथान पर रहता है ।
a) 1 केवल ऊपर दिए गए कथनों में से कौन-सा/से सही है /हैं?
b) 2 केवल a) केवल 1
c) 1 तथा 2 दोनों b) केवल 2
d) कोई नही c) 1 और 2 दोनों
d) ना ही 1 ना 2
Q.13) डायस्रोकफक बिों (अंतजाात बिों) के संिर्ा में ,
ननम्नलिखित पर ववचार करें : Q.16) महाद्वीपीय शेल्फ के संिर्ा में ननम्नलिखित कथनों
1. लिंबवत डायवरोकफक सिं लनो को ऑरोजेननक सिं लनो पर ववचार करें :
यानी पववत ननमावण गनत के रूप में भी जाना जा सकता 1. महाद्वीपीय समतल की ढाल प्रवणता, 1° या उससे भी
है । कम है ।
2. क्षैनतज डायवरोकफक बलों को सिंपीडन और तनाव बलों 2. महाद्वीपीय शेल्फ की ौडाई और गहराई ववमभनन तटों
में ववभास्जत ककया जा सकता है । पर मभनन होती है ।
ऊपर दिए गए कथनों में से कौन-सा/से सही है /हैं? 3. महाद्वीपीय शेल्फ आचथवक खननजों का एक सिंभाववत
a) केवल 1 स्रोत हैं।
b) केवल 2 ऊपर दिए गए कथनों में से कौन-सा/से सही है /हैं?
c) 1 और 2 दोनों a) 1 और 2
d) ना ही 1 ना 2 b) 2 और 3
c) 1 और 3
Q.14) समद्र
ु ननति प्रसारण पररकल्पना के संबंि में d) 1,2 और 3
ननम्नलिखित कथनों पर ववचार करें :
1. यह पररकल्पना आथवर होम्स द्वारा गढी गई थी। Q.17) समद्र
ु ननति प्रसारण पररकल्पना के संबंि में
2. मध्य महासागरीय कटक के ननकट की ट्टानों में ननम्नलिखित कथनों पर ववचार करें :
सामानय ध्रुवता होती है और ये सबसे छोटी होती हैं। 1. यह पररकल्पना आथवर होम्स द्वारा गढी गई थी।
Q.23) ‘वह
ृ त ् संचिन' की बदहजाात र्ू-आकृनत प्रकिया के c) केवल 1 और 2
संिर्ा में ननम्नलिखित कथनों पर ववचार करें : d) 1, 2 और 3
1. वह
ृ त ् सिं लन', गुरुत्वाकर्वण के प्रभाव से ववतिंत्र है ।
2. प्राकृनतक वनवपनत का अिंधाधध Q.26) मि
ृ ा की उत्पवत्त के संिर्ा में ननम्नलिखित कथनों पर
ुिं ननष्ट्कासन, वह
ृ त्
सिं लन' का एक सकिय कारण है । ववचार करें :
3. वह 1. मद
ृ ा में ह्यूमस की मात्रा इसकी उववरता में बहुत
ृ त ् सिं लन' की प्रकिया अपरदन के अिंतगवत आती है ।
4. वह महत्वपूणव भूममका ननभाती है ।
ृ त ् सिं लन' के मलए अपक्षय एक पूवावपक्ष
े ा है ।
ऊपर दिए गए कथनों में से कौन-सा/से गित है/हैं? 2. मद
ृ ा एक मल
ू भत
ू अिंतरफलक के रूप में कायव करती है
जाती हैं और ननस्श् त ैनलों के साथ नी े बहती हैं जैसे कौन सा कारक सही नहीं है ?
a) केवल 1 c) जलवायु
b) केवल 2 d) मद
ृ ा सिंर ना
c) केवल 2 और 3
Q.28) अपरिन अनाच्छािात्मक प्रकियाओं के संिर्ा में ,
d) उपरोक्त सभी
ननम्नलिखित कथनों पर ववचार करें :
Q.25) र्ू-आकृनतक गनतववचि के रूप में र्ूस्ििन के संिर्ा 1. यह भौनतक रूप से कायव करता है लेककन रासायननक रूप
1. भूवखलन एक धीमी और बोधगम्य गनत है । 2. कटाव एजेंटों में बहता पानी, हवा, लहरें और धाराएिं,
ऊपर दिए गए कथनों में से कौन-सा/से सही है /हैं? हाइड्रोलॉस्जकल ि लाता है।
b) केवल 3 a) केवल 1
b) केवल 1 और 2
वपछले हहमनदी पैटनव और जलवायु पररवतवन की 2. ट्टानों की सतह से धूल और छोटे कणों का उठना,
नीचे दिए गए कूट का प्रयोग कर सही उत्तर चुननए- 3. मूसलाधार बाररश ,अपक्षनयत मलबे को हटाने में मदद
a) केवल 1 करती है ।
c) केवल 1 और 3 a) केवल 1 और 2
d) केवल 2 और 3 b) केवल 2 और 3
c) केवल 1 और 3
Q.35) दहमनि अपरिन से ननम्नलिखित में से कौन-सी र्ू- d) ऊपर के सभी
आकृनतयााँ बनती हैं?
1. सकव Q.38) पेडडमें ट के संिर्ा में ननम्नलिखित कथनों पर ववचार
2. एरे त करें :
नीचे दिए गए कूट का प्रयोग कर सही उत्तर चनु नए: 3. मुख्य वववतवननक िों के अिंत में पेडडमें ट्स का ननमावण
a) केवल 1 पथ्
ृ वी की पपवटी के ववकास के ऑरोजेननक रण से
3. पानी के दाब, को गीला करने और सुखाने के िों द्वारा 1. अपक्षय जन आिंदोलन के मलए एक पूवावपेक्षा है और जन
नीचे दिए गए कूट का प्रयोग कर सही उत्तर चनु नए: 2. यहद ट्टानें पारगम्य और घल
ु नशील हों और पानी
c) केवल 1 और 3 a) केवल 1
d) 1, 2 और 3 b) केवल 2
c) 1 और 2 दोनों
Q.47) ननम्नलिखित में से कौन सा/से कथन गित है /हैं? d) उपरोक्त में से कोई नहीिं
1. सीरे टेड ररज सककवल की दीवारों के मसर की ओर कटाव के
माध्यम से बनते हैं। Q.51) ननक्षेवपत र्ू-आकृनतयों के बारे में ननम्नलिखित में से
2. अपरदन रूप पस्श् मी तट पर हावी हैं और ननक्षेपण रूप कौन सा/से कथन सही है /हैं?
नीचे दिए गए कूट का प्रयोग कर सही उत्तर चुननए। ववशेर्ताएिं हैं जो मुख्य रूप से हहमनदों से बनी होती हैं,
d) उपरोक्त में से कोई नहीिं नीचे दिए गए कूट का प्रयोग कर सही उत्तर चुननए।
a) केवल 1
Q.48) ननम्नलिखित में से कौन सा/से कथन गित है /हैं? b) केवल 2
1. सभी अिंतजावत भू-आकृनत प्रकियाएिं एक सामानय शब्द, c) 1 और 2 दोनों
अनाच्छादन के अिंतगवत आती हैं। d) उपरोक्त में से कोई नही
2. तापमान पररवतवन से प्रेररत वववतार और सिंकु न के
कारण अपशल्कन हो सकता है। Q.52) ननम्नलिखित में से कौन सा/से कथन सही है/हैं?
नीचे दिए गए कूट का प्रयोग कर सही उत्तर चनु नए। 1. शील्ड ज्वालामुखखयों की ववशेर्ता बेसाल्ट की तुलना में
d) उपरोक्त में से कोई नहीिं नीचे दिए गए कूट का प्रयोग कर सही उत्तर चुननए।
a) केवल 1
Q.49) ननम्नलिखित में से कौन सी सामग्री जियोजन b) केवल 2
प्रकिया से प्रर्ाववत होती है? c) c)1 और 2 दोनों
d) उपरोक्त में से कोई नही Q.56) प्िेट टे क्टोननक्स के संबंि में , ननम्नलिखित कथनों
पर ववचार करें -
Q.53) ननम्नलिखित कथनों पर ववचार करें : 1. प्लेटें स्वथर नहीिं होतीिं और आकाशमिंडल के ऊपर क्षैनतज
1. मलबा हहमवखलन हहमवखलन के समान होता है और रूप से गनत करती हैं।
यह की ड के बहाव की तुलना में बहुत तेज हो सकता है । 2. महाद्वीपीय ट्टानें महासागरीय िवट ट्टानों की
2. मडफ्लो अक्सर फटने वाले या हाल ही में वववफुहटत तुलना में बहुत छोटी होती हैं।
ज्वालामुखखयों की ढलानों पर होते हैं। 3. मध्य-महासागरीय कटक ज्वालामुखी वववफोट के
ऊपर दिए गए कथनों में से कौन-सा/से सही नहीं है /हैं? मामले में सबसे अचधक सकिय हैं।
a) केवल 1 ऊपर दिए गए कथनों में से कौन-सा/से गित है/हैं?
b) केवल 3 a) केवल 2
c) 1 और 2 दोनों b) केवल 1 और 3
d) न तो 1 और न ही 2 c) केवल 3
d) केवल 1 और 2
Q.54) ननम्नलिखित में से कौन सा/से कथन गित है /हैं?
1. बाढ बेसाल्ट प्रािंत ज्वालामख
ु ी अत्यचधक तरल लावा का Q.57) ननम्नलिखित में से कौन समुद्र ननति प्रसारण की
ननववहन करता है जो लिंबी दरू ी तक बहता है । घटना का सझ
ु ाव िे सकता है -
2. प्रमुख ढाल ज्वालामुखी ििंख
ृ ला प्रशािंत ररम हैं स्जसे 1. मशखा से दरू जाने पर ट्टानों का समयकाल(age)
“अस्ग्न ररम” के रूप में जाना जाता है । बढता है ।
नीचे दिए गए कूट का प्रयोग कर सही उत्तर चुननए। 2. एथेनोवफीयर के ऊपर क्षैनतज रूप से गनतमान प्लेट्स।
a) केवल 1 3. महासागरीय तल की तलछट महाद्वीपीय तल की
b) केवल 2 तुलना में बहुत पतली होती है ।
c) 1 और 2 दोनों 4. महासागरीय कटक के मशखर पर लगातार वववफोट होने
d) उपरोक्त में से कोई नहीिं से महासागरीय िवट को दोनों ओर धकेल हदया जाता
है ।
Q.55) ननम्नलिखित यग्ु मों पर ववचार कीस्जए-
नीचे दिए गए कूट का प्रयोग कर सही उत्तर चुननए-
प्िेट्स प्रकृनत/ववशेषताएं
a) केवल 1 और 3
1. 1-रािंसफॉमव बाउिं ड्रीज़ प्लेट्स के खीिं े जाने पर नई िवट
b) केवल 1 और 2
उत्पनन होती है
c) केवल 1, 3 और 4
2. अमभसारी सीमाएाँ जब एक प्लेट दस
ू रे के नी े आती हैं
d) ऊपर के सभी
तो िवट नष्ट्ट हो जाता है ।
3. अपसारी सीमाएिं, दरार घाहटयों और नए महासागरों का Q.58) ननम्नलिखित पर ववचार करें :
ननमावण करती हैं। 1. ध्रुव-भागने वाला बल
नीचे दिए गए कूट का प्रयोग कर सही उत्तर चनु नए- 2. प्लेसर जमा।
a) केवल 1 और 2 3. गरु
ु त्वाकर्वण
b) केवल 2 और 3 4. ज्वारीय बल।
c) केवल 1 और 3 5. पथ्
ृ वी के भीतर रे डडयोधमी धाराएाँ।
d) केवल 3
टे क्टोननक मव
ू मेंट के लिए उपरोक्त में से कौन स्जम्मेिार हो b) 3 केवल
सकता है ? c) 2 तथा 3 केवल
a) केवल 1, 3, 4 और 5 d) 1 तथा 3 केवल
b) केवल 1, 2, 4 और 5
c) केवल 1, 2, 3, और 5 Q.62) प्िेट वववताननकी के संिर्ा में ननम्नलिखित कथनों
2. ये अनद
ु ान सिंसद द्वारा वविीय वर्व की शरु
ु आत से पहले c) 1, 2 और 3
यानी बजट सत्र में प्रवतुत ककए जाते हैं। d) केवल 1 और 3
3. भारत के ननयिंत्रक-महालेखापरीक्षक सिंसद में अनुदान
ज्यादनतयों की मािंग के सिंबध
िं में नोहटस लाते हैं। Q.73) राष्ट्रीय अनुसूचचत जनजानत आयोग के संिर्ा में
ऊपर दिए गए कथनों में से कौन-सा/से सही है /हैं? ननम्नलिखित कथनों पर ववचार कीस्जएः
Q.81) इिेक्रॉननकिी रांसलमटे ड पोस्टि बैिेट लसस्टम( ऊपर दिए गए कथनों में से कौन-सा/से सही नहीं है /हैं?
इिेक्रॉननक रूप से प्रेवषत पोस्टि बैिट लसस्टम )(ETPBS) a) केवल 1
के संबंि में ननम्नलिखित कथनों पर ववचार करें : b) केवल 2
1. ETPBS में डाक मतपत्र डाक द्वारा पिंजीकृत सेवा c) 1 और 2 दोनों
मतदाताओिं को मतदान के मलए भेजे जाते हैं। d) न तो 1 न ही
2. एक प्रवासी भारतीय उस ननवाव न क्षेत्र में मतदान कर
सकता है स्जसमें उसका ननवास वथान स्वथत है । Q.85) ‘अनुसूचचत जनजानत’ के संबंि में ननम्नलिखित
ऊपर दिए गए कथनों में से कौन-सा/से सही है /हैं? कथनों पर ववचार करें :
नहीिं के मलए एकत्र ककए गए वववरण को डडस्जटल रूप में पर ववचार करें :
2. साहहत्य अकादमी परु वकार 22 आचधकाररक भार्ाओिं में ऊपर दिए गए यग्ु मों में से कौन-सा/से सही है /हैं?
साहहस्त्यक कायों के मलए सालाना 22 पुरवकार प्रदान a) केवल 1
करता है । b) केवल 2 और 3
3. साहहत्य अकादमी एक सरकारी सिंवथान के रूप में c) केवल 2
सिंवकृनत मिंत्रालय के अधीन काम करती है । d) केवल 1 और 3
ऊपर दिए गए कथनों में से कौन-सा/से सही है /हैं?
a) केवल 1 Q.95) संतािी र्ाषा के संिर्ा में ननम्नलिखित कथनों पर
3. अवनद्ध: वाद्य ध्वनन एक तार या जीवा के 2. ीन सबसे बडा शेयरधारक है और भारत के पास सबसे
3. एमशया इिंफ्रावरक् र बैंक के बोडव ऑफ गवनवसव में प्रत्येक Q.100) कृवष ववकास के लिए अंतरााष्ट्रीय कोष के संिर्ा में,
सदवय दे श द्वारा ननयुक्त दो गवनवर होते हैं। ननम्नलिखित कथनों पर ववचार करें :
ऊपर दिए गए कथनों में से कौन-सा/से सही है /हैं? 1. यह एक ववशेर् सिंयक्
ु त राष्ट्र एजेंसी है ।
a) केवल 1 2. यह लोगों को अपने कारोबार का वववतार करने में मदद
b) केवल 1 और 2 करता है ।
c) केवल 2 और 3 3. यह हर साल एक ग्रामीण ववकास ररपोटव प्रकामशत करता
d) 1, 2 और 3 है ।
ऊपर दिए गए कथनों में से कौन-सा/से सही है /हैं?
Q.98) मोटर वाहन समझौते के संबंि में ननम्नलिखित a) केवल 1 और 3
कथनों पर ववचार करें : b) केवल 1 और 2
1. हाल ही में भारत, नेपाल और बािंग्लादे श ने मोटर वाहन c) केवल 2 और 3
समझौते के कायावनवयन को अिंनतम रूप हदया। d) 1, 2 और 3
2. इसका उद्दे श्य लोगों से लोगों के बी सहज सिंपकव प्रदान
करना और आचथवक सिंपकव को बढाना है ।
3. आमसयान ववकास बैंक बािंग्लादे श-भूटान-भारत-नेपाल
मोटर वाहन समझौते की पहल के मलए तकनीकी,
सलाहकार और वविीय सहायता प्रदान करता रहा है ।
नीचे दिए गए कूट का प्रयोग कर सही उत्तर चुननए:
a) केवल 1, 2 और 3
b) केवल 3 और 4
c) केवल 1 और 2
d) केवल 2, 3 और 4
Q.1) Ans: B
Exp:
वलन(folds) के बारे में
• वलन एक लहरदार संरचना (लहर जैसी) है जो तब
बनती है जब चट्टानें या पथ्
ृ वी की पपडी का एक
हहस्सा संकुचचत दबाव के तहत मुडा हुआ (झक
ु ने से
ववकृत) होता है । वलन कई स्तरों (रॉक लेयसस) से बनी Q.2) Ans: B
होती हैं। Exp:
• ऊपर की ओर उत्तल(उत्थान) वलन को एंटीकलाइन अव ादी चट्टानों के बारे में :
कहा जाता है । एक एंटीलाइन वलन के कोर (केंद्र) में • कथन 1 ही है : आग्नेय और कायांतररत चट्टानों
पुरानी परते होती हैं, और बाहर की तरफ नई परते के क्षरण और जमाव के कारण पथ्
ृ वी की सतह पर
होती है । बनने वाली चट्टानों को अवसादी/तलछटी चट्टानें
• इसके ववपरीत, जो वलन नीचे की ओर उत्तल होती हैं, कहा जाता है । तलछटी चट्टानें स्तररत या स्तरीकृत
स क
ं लाइन कहलाती हैं। एक ससंकलाइन वलन के चट्टानें होती हैं। इन चट्टानों के ननमासण में
मूल में नई परते होती हैं, और बाहर की तरफ पुरानी काबसननक पदाथस भी बडी भसू मका ननभाते हैं।
• ज्वालामख
ु ी ववस्फोट से कभी-कभी हीरे की खान
ज्वालामुखी ववस्फोट के बारे में जैसे कीमती पत्थरों का ननमासण होता है । उदहारण:
ज्वालामख
ु ी ववस्फोट से प्राप्त पदाथस तरल, ठोस और गैसीय दक्षक्षण अफ्रीका में ककम्बरले
प्रकृनत के होते हैं। तरल पदाथस लावा है । ठो सामग्री में महीन यह ज्वालामख
• ु ी पयसटन को बढ़ावा दे ता है क्योंकक
राख और िूल के कण और कोणीय टुकडे ज्यादातर लावा के सकिय ज्वालामुखखयों से आनतशबाजी दनु नया के
होते हैं, वेंट के भीतर से ननकली चट्टान आहद होते है । र्गै ीय ववसभन्न हहस्सों से कई पयसटकों को आकवर्सत करती
पदाथभ मुख्य रूप से भाप से बने हुए, हाइड्रोक्लोररक एससड है और ज्वालामुखी द्वीपों को एक लोकवप्रय पयसटन
उत्पाद, अमोननयम क्लोराइड, सल्फर डाइऑक्साइड, स्थल बनाती है ।
हाइड्रोजन सल्फाइड, हाइड्रोजन और काबसन डाइऑक्साइड
होते हैं।
Q.6) Ans: D
Exp:
ज्वालामुखी ववस्फोट के रचनात्मक प्रर्ाव:
• कथन 1 ही है : सभी प्राकृनतक भक
ू ंप
• कथन 1 सही है : ज्वालामख
ु ीय चट्टानें, अपक्षय और
स्थलमंडल(सलथोस्फीयर) में होते हैं। स्थलमंडल
अपघटन पर बहुत उपजाऊ समट्टी पैदा करती हैं।
पथ्
ृ वी की सतह से 200 ककमी तक की गहराई के
बार-बार होने वाले ववस्फोटों के खतरों के बावजद
ू
हहस्से को संदसभसत करता है । 'सीस्मोग्राफ' नामक
ककसान अच्छी फसल पाने के सलए इसे जोतते रहते
उपकरण सतह पर पहुंचने वाली तरं गों को ररकॉडस
हैं।
करता है ।
• कथन 2 गलत है : ज्वालामख
ु ी की धल
ू और राख खेतों
o भूकंप तरं गें मूल रूप से दो प्रकार- भू गसभसक
और बर्गीचों के सलए बहुत उपजाऊ होती है , अगर यह
तरं गें और सतही तरं गेंहोती हैं। भू गसभसक
वनस्पनत को दफन या नष्ट नहीं करती है ।
तरं गें फोकस पर ऊजास की ववमुजक्त के
• कथन 3 सही है : उन क्षेत्रों में , जहां ज्वालामुखी
कारण उत्पन्न होती हैं और पथ्
ृ वी के
सकिय रहे हैं, गहराई में पानी गमस मैग्मा के संपकस से
आंतररक भाग के माध्यम से यात्रा करके
गमस होता है । कुछ स्थानों पर, छोटे -छोटे नछद्रो से
सभी हदशाओं में चलती हैं। शरीर की तरं गें
सामनयक अंतराल पर भाप और उबलते गमस पानी का
सतह की चट्टानों के साथ परस्पर किया
एक जेट उत्सजजसत होता है । ये र्गीजर होते हैं और
करती हैं और तरं गों के नए सेट उत्पन्न
इनकी उच्च तापमान की भाप को भू-तापीय ब्रबजली
करती हैं जजन्हें तही तरं र्गें कहा जाता है ।
उत्पन्न करने के सलए उपयोग ककया जाता है ।
भू गसभसक तरं गें दो प्रकार – P तरं ग व S तरं ग
• ज्वालामुखी वैजववक शीतलन प्रकिया में मदद करते
,की होती है ।
हैं। यह पथ्
ृ वी को उसके आंतररक भाग से गमी को दरू
o P-तरं गें ध्वनन तरं गों के समान अनद
ु ै र्घयस
करने के सलए ठं डा करने में मदद करता है । इसके
तरं गें होती हैं। चकूं क P-तरं गें तरं ग की हदशा
अलावा जब ज्वालामख
ु ी की राख और सल्फर
के समानांतर कंपन करती हैं। यह प्रसार की
डाइऑक्साइड जैसे यौचगक वायुमंडल में मुक्त होते
हदशा में सामग्री पर दबाव डालती है ।
है , तो यह सूयस की कुछ ककरणों को वापस अंतररक्ष में
नतीजतन, यह सामग्री में घनत्व अंतर पैदा
परावनतसत कर सकते है , जजससे वातावरण द्वारा
करती है जजससे सामग्री फैलती और
अवशोवर्त ऊष्मा ऊजास की मात्रा कम हो जाती है । इस
ससकुडती है । जबकक S तरं र्गें प्रकाश तरं र्गों के
प्रकिया को ग्लोबल डडसमंर्ग(dimming) कहा जाता है ।
अनुरूप अनुप्रस्थ तरं र्गें होती हैं। वे प्रसार
की हदशा के लंबवत कंपन करती हैं।
उदाहरण हैं- मोटे दाने वाला ग्रेनाइट, डोलराइट। है जोववयन ग्रहों का ननमासण काफी दरू स्थान पर
इसका उपयोग बडे पैमाने पर एक इमारत के पत्थर हुआ था।
के रूप में ककया जाता है और मंहदरों जैसे कई प्राचीन • इस प्रकार जोववयन ग्रहों को "गैस हदग्गज" के रूप
स्मारक ग्रेनाइट चट्टानों से बने होते हैं। में संदसभसत ककया जाता है क्योंकक वे ज्यादातर गैस
• कथन 3 ही है : आग्नेय चट्टानें बडी होती हैं जजनमें से बने होते हैं, हालांकक उनमें से कुछ या सभी में
कोई परत नहीं होती है , ये कठोर, ठोस, जीवावमों से शायद छोटे ठोस कोर होते हैं। सौर हवाएं इतनी तीव्र
मुक्त और बेसाल्ट के रूप में गहरे या ग्रेनाइट के रूप नहीं थीं कक जोववयन ग्रहों से गैसों को समान रूप से
में हल्के रं ग की होती हैं जो उनमें मौजूद सससलका की हटा दें ।
अचिक या कम मात्रा पर ननभसर करती हैं।
• सभी में महत्वपण
ू स ग्रहीय चब
ंु कीय क्षेत्र, वलय और
o चूंकक मैग्मा िातु अयस्कों का मुख्य स्रोत है ,
बहुत से उपग्रह हैं।
उनमें से कई आग्नेय चट्टानों से जुडे हैं।
उनमें पाए जाने वाले महान आचथसक मूल्य
सन्दभस: Fundamentals of Physical Geography Ncert-
के खननज चब
ुं कीय लोहा, ननकल, तांबा, Class 11th Chapter- 2
सीसा, जस्ता, िोमाइट, मैंगनीज और
दल
ु भ
स तत्व जैसे सोना, हीरे और प्लेहटनम
पाए जाते है । Q.11) Ans: D
Exp:
Q.10) Ans: C कथन 1 र्गलत है : लैकोसलथ एक समतलीय आिार
के साथ बडे गुंबद के आकार के अन्तवेिी वपंड होते हैं
Exp:
बुध, शि
ु , पथ् और नीचे से एक पाइप जैसी नसलका से जुडे होते हैं।
• ृ वी और मंर्गल ग्रह, स्थलीय ग्रह
कहलाते हैं क्योंकक उनके पास पथ् यह समचित ज्वालामुखखयों के सतही ज्वालामख
ु ी
ृ वी की सुखी िरती
जैसी एक ठोस, चट्टानी सतह है । स्थलीय ग्रह गुंबदों से समलता जुलता है , केवल ये अचिक गहराई
सौरमंडल के चार अंतरतम ग्रह हैं। पर जस्थत होते हैं। इसे लावा के स्थानीय स्रोत के रूप
• स्थलीय ग्रहों का ननमासण मूल तारे के पास के क्षेत्र में में माना जा सकता है जो सतह पर अपना रास्ता
हुआ था, जहां यह इतना गमस था कक गैसों को ठोस बनाते है । कनासटक के पठार को ग्रेनाइट चट्टानों की
कणों में संघननत नहीं ककया जा सकता था। सौर हवा डोमल पहाडडयों के साथ दे खा जाता है । इनमें से
सय
ू स के ननकट सबसे तीव्र थी; इससलए, इसने अचिकांश, जो अब एक्सफोलीएटे ड(ननस्ताररत) हैं,
स्थलीय ग्रहों से बहुत सारी गैस और िूल उडा दी। लैकोसलथ या बाथोसलथ के उदाहरण हैं।
गुरुत्वाकर्सण ननकलने वाली गैसों को रोक नहीं पाता वपंड होता है जो िस्ट की गहरी गहराई में
बाथोसलथ मैग्मा कक्षों का ठं डा भाग होता ज्यादातर सतह से लगभग 12-16 ककमी की गहराई
है । पर होती है ।
• कथन 2 र्गलत है : o कायांतरण की प्रकिया ऊपर की चट्टानों के
o डाइक् : जब लावा भूसम में ववकससत नछद्रो दाब में या गमस आग्नेय सामग्री के संपकस के
और दरारों के माध्यम से अपना रास्ता पररणामस्वरूप गहराई पर होती है ।
बनाता है , तो यह जमीन के लगभग लंबवत o दाब के दबाव में कायांतररत चट्टानों के
रूप में जम जाता है । ननमासण को गनतशील कायांतरण के रूप में
▪ यह दीवार जैसी संरचना ववकससत जाना जाता है ।
करने के सलए उसी जस्थनत में ठं डा o भू पपसटीके भीतर प्रचसलत उच्च तापमान के
हो जाता है । ऐसी संरचनाओं को प्रभाव में तलछटी और आग्नेय चट्टानों के
डाइक कहा जाता है । खननजों के रूप में पररवतसन या पुन:
▪ ये पजवचमी महाराष्र क्षेत्र में सबसे किस्टलीकरण को थमभल या प
ं कभ कायापलट
अचिक पाए जाने वाले अन्तवेिी की प्रकिया के रूप में जाना जाता है ।
रूप हैं। • कथन 2 र्गलत है: गनतशील कायांतरण के मामले में ,
▪ इन्हें ववस्फोटों के सलए फीडर ग्रेनाइट को गनीस में बदल हदया जाता है ; समट्टी
माना जाता है जजसके कारण और शेल भू पपसटी की अचिक गहराई पर सशस्ट में
डेक्कन रै प का ववकास हुआ। बदल जाते हैं। गनीस और सशस्ट चट्टानों में एक
o स ल: अन्तवेिी आग्नेय चट्टानों के ननकट अच्छी तरह से चचजननत बंिी संरचना होती है जजसमें
क्षैनतज वपंडो को सामग्री की मोटाई के घटक खननजों को लगभग समानांतर परतों में
आिार पर ससल या शीट कहा जाता है । व्यवजस्थत ककया जाता है ।
पतली परते शीट कहलाती हैं। जबकक मोटे o थमसल कायांतरण के मामले में, बलुआ पत्थर
क्षैनतज ननक्षेपों को ससल्स कहा जाता है । क्वाटस जाइट में बदल जाता है ; समट्टी और शेल
स्लेट में तब्दील हो जाते हैं। कोयला 90
प्रनतशत से अचिक काबसन के साथ एन्रेसाइट
Q.12) Ans: D और ग्रेफाइट में बदल जाता है । संगमरमर
Exp:
तलछटी चूना पत्थर के बराबर एक रूपांतररत
• कथन 1 र्गलत है : कायांतरण का अथस है 'रूप में
चट्टान बन जाती है ।
पररवतसन'। सभी चट्टानों में पररवतसन होता है । जब
चट्टानों का मल
ू स्वरूप-उनका रं ग, कठोरता,
बनावट और खननज संरचना आंसशक या पण
ू स रूप से Q.13) Ans: B
Exp:
बदल जाती है , तो यह गमी और दबाव की अनुकूल
अंतजाभत बलों के बारे में :
पररजस्थनतयों में रूपांतररत चट्टानों को जन्म दे ती
• पथ्
ृ वी की पपसटी को प्रभाववत करने वाली शजक्तयों को
है ।.
उनके उद्गम के स्रोत के आिार पर दो व्यापक िेखणयों
o खननजों का पन
ु : किस्टलीकरण आग्नेय और
में बांटा गया है , वे अंतजासत बल और बहहजासत बल हैं।
अवसादी चट्टानों दोनों में होता है । पररवतसन तब
• अंतजासत बल कई ऊध्वासिर असंबद्िताओं को जन्म
होता है जब चट्टान एक ठोस या प्लाजस्टक अवस्था
दे ते हैं, जजससे पथ्
ृ वी की सतह पर कई प्रकार की राहत
सुवविाओं का ननमासण होता है ।
डायस्रोकफक मव
ू में ट् Q.14) Ans: B
Exp:
o डायस्रोकफक बलों में ऊध्वाभधर और क्षैततज दोनों
कथन 1 र्गलत है : समुद्र ननतल प्रसारण
र्गततयां शासमल हैं, ष्क्जन्हें िमशः एवपरोजेतनक
पररकल्पना हे स द्वारा 1961 में प्रस्ताववत
आंदोलनों (महाद्वीप बनाने की र्गतत) और
की गई थी। आथसर होम्स ने संवहनी वतसमान
ऑरोजेतनक आंदोलनों (पवभत तनमाभण आंदोलनों) के
ससद्िांत हदया था। हे स ने तकस हदया कक
रूप में जाना जाता है ।
महासागरीय दरारों के सशखर पर लगातार
ऊध्वस गनत दो प्रकार की होती है - उध्वस गनत और
ववस्फोट से समुद्री िस्ट का टूटना होता है
अिोमुखी गनत।
और नया लावा उसमें समा जाता है , जजससे
o कथन 1 ही है : ऊपर की ओर गनत से महाद्वीपों या
समद्र
ु ी िस्ट दोनों तरफ िकेल हदया जाता
उसके भागों का उदय होता है , तटीय क्षेत्रों का उदय
है । इस प्रकार महासागरीय तल फैल जाता
होता है । उदा. भारत में कच्छ की खाडी के पास
है ।
लगभग 24 ककमी लंबा एक भूसम क्षेत्र कई
• कथन 2 और 3 सही हैं: समद्र
ु तल के प्रसार की
ककलोमीटर की ऊंचाई में उभरा है , इसे ‘अल्लाह-बंद’
पररकल्पना के प्रमाण हैं:
के रूप में जाना जाता है ।
o मध्य-महासागरीय कटक के सशखर के दोनों
o अिोमुखी गनत ननवासह या जलमग्न का कारण बनती
ओर समान दरू ी पर जस्थत चट्टानें ननमासण
है । मुंबई के वप्रंस डॉक इलाके में जलमग्न जंगल
की अवचि, रासायननक संरचना और
जलमग्न होने का एक उदाहरण है ।
चंब
ु कीय गण
ु ों के संदभस में उल्लेखनीय
o कथन 2 ही है : क्षैततज बल कफर े दो प्रकार के होते
समानताएं दशासती हैं। मध्य-महासागरीय
हैं- ंपीडन बल और तनाव बल।
कटक के करीब की चट्टानों में सामान्य
▪ संपीडनकारी बलों के कारण, चट्टान की
ध्रव
ु ता होती है और ये सबसे छोटी होती हैं।
परतें मुडी हुई हो जाती हैं- ऊपर की ओर मुडी
सशखा से दरू जाने पर चट्टानों की आयु
हुई चट्टानें एंहटक्लाइन कहलाती हैं और
बढ़ती जाती है ।
नीचे की ओर मुडी हुई चट्टानें ससंकलाइन
o महासागरीय िस्ट चट्टानें महाद्वीपीय
कहलाती हैं।
चट्टानों की तुलना में बहुत छोटी होती हैं।
▪ तनाव बल: तनाव के बल क्षैनतज रूप से
महासागरीय िस्ट में चट्टानों की आयु
कायस करते हैं, लेककन ववपरीत हदशाओं में ।
200 समसलयन वर्स से अचिक परु ानी नहीं है ।
तीव्र तनाव बलों के संचालन के तहत, रॉक
कुछ महाद्वीपीय चट्टानें 3,200 समसलयन
स्रे टम टूट जाता या खंडडत हो जाता है
वर्स पुरानी हैं।
जजसके पररणामस्वरूप िस्ट में दरारें और
o समुद्र तल पर तलछट अप्रत्यासशत रूप से
फ्रैक्चर का ननमासण होता है ।
बहुत पतली होती है । वैज्ञाननक उम्मीद कर
अचानक हलचलें: अचानक भू-आकृनत संबंिी हलचलें
रहे थे, अगर समुद्र के फशस महाद्वीप के रूप
ज्यादातर सलथोस्फेररक प्लेट माजजसन (टे क्टोननक प्लेट
में पुराने थे, तो बहुत लंबी अवचि के सलए
माजजसन) पर होती हैं। में टल (संवहन िाराओं) में मैग्मा के
तलछट का एक परू ा िम होगा। हालााँकक,
कारण बने दबाव के कारण प्लेट माजजसन अत्यचिक अजस्थर
तलछट स्तंभ कहीं भी 200 समसलयन वर्स से
क्षेत्र हैं। इन आंदोलनों से छोटी अवचि में काफी ववकृनत होती
अचिक पुराना नहीं पाया गया।
है । उदाहरण: भूकंप।
में , भूकंप के केंद्रों में उथली गहराई होती है । प्लेट का मंद ढलान वाला समद्र
ु ी ववस्तार है । सभी
बारे में सोचा। उन्होंने आगे कहा कक सशखर जजसे शेल्फ िेक कहा जाता है ।
आता है । वे सबसे अच्छी मछली पकडने के मैदान के रूप में परु ाने थे, तो बहुत लंबी
प्रदान करते हैं। अवचि के सलए तलछट का एक पूरा
िम होगा। हालााँकक, तलछट स्तंभ
Q.17) Ans: B
Exp: कहीं भी 200 समसलयन वर्स से
o कथन 1 र्गलत है : समुद्र ननतल प्रसारण अचिक पुराना नहीं पाया गया।
पररकल्पना हे स द्वारा 1961 में प्रस्ताववत ▪ गहरी खाइयों में गहरे भूकंप की
की गई थी। आथसर होम्स ने संवहनी करें ट घटनाएं होती हैं जबकक मध्य
ससद्िांत हदया था। हे स ने तकस हदया कक महासागरीय ररज क्षेत्रों में , भक
ू ंप
महासागरीय लकीरों के सशखर पर लगातार के केंद्रों में उथली गहराई होती है ।
ववस्फोट से समुद्री िस्ट का टूटना होता है ▪ महासागरीय िस्ट की कम उम्र के
और नया लावा उसमें समा जाता है , जजससे साथ-साथ तथ्य यह है कक एक
समुद्री िस्ट दोनों तरफ िकेल हदया जाता महासागर के फैलने से दस
ू रे के
है । इस प्रकार महासागरीय ननतल प्रसा है । ससकुडने का कारण नहीं बनता है ,
o कथन 2 और 3 सही हैं: समुद्र तल के प्रसार हे स ने समद्र
ु ी िस्ट की खपत के
की पररकल्पना के प्रमाण हैं: बारे में सोचा। उन्होंने आगे कहा
▪ मध्य-महासागरीय कटक के कक सशखर पर ज्वालामुखी
सशखर के दोनों ओर समान दरू ी पर ववस्फोट के कारण समद्र
ु का तल
जस्थत चट्टानें ननमासण की अवचि, िक्का दे जाता है , समुद्री खाइयों में
रासायननक संरचना और चंब
ु कीय डूब जाता है और भस्म हो जाता है ।
Reference: Fundamentals of Physical geography Class
गुणों के संदभस में उल्लेखनीय
X1. Page no. 33
समानताएं दशासती हैं। मध्य-
महासागरीय कटक के करीब की
Q.18) Ans: C
चट्टानों में सामान्य ध्रुवता होती है Exp:
और ये सबसे छोटी होती हैं। सशखा • कथन 1 सही है : भ्रंश घाहटयां दो िस्टल भागों के बीच
से दरू जाने पर चट्टानों की आयु एक गतस, अवसाद या बेससन का प्रनतननचित्व करती
बढ़ती जाती है । हैं। भ्रंश घाहटयााँ वास्तव में िस्टल भागों के
▪ महासागरीय िस्ट चट्टानें, ववस्थापन और मध्य भाग के दो सामान्य भ्रंशों के
महाद्वीपीय चट्टानों की तुलना में बीच िंसने के कारण बनती हैं। ये तनावग्रस्त बलों के
बहुत छोटी होती हैं। महासागरीय कारण दो ववपरीत हदशाओं में रॉक ब्लॉकों की गनत के
िस्ट में चट्टानों की आयु 200 कारण बनते हैं। भ्रंश घाहटयााँ लंबी और संकरी होती
समसलयन वर्स से अचिक पुरानी हैं। उदा. जॉडसन का मत
ृ सागर, कैसलफोननसया में डेथ
नहीं है । कुछ महाद्वीपीय चट्टानें वैली। नमसदा, तापी और ऊपरी दामोदर नदी घाहटयााँ
3,200 समसलयन वर्स पुरानी हैं। भारत में भ्रंश घाहटयों के उदाहरण हैं।
▪ समुद्र तल पर तलछट • कथन 2 सही है : ब्लॉक पवसत तब बनते हैं जब पथ्
ृ वी
अप्रत्यासशत रूप से बहुत पतली की पपसटी, दो समानांतर भ्रंशों के दोनों ककनारों पर
होती है । वैज्ञाननक उम्मीद कर रहे (संपीडन) डूब जाती है और मध्य भाग अपनी जगह
थे, अगर समुद्र ननतल महाद्वीप पर रहता है । इससलए, दो भ्रंश घाहटयों के बीच एक
ब्लॉक पवसत पाया जा सकता है । जो भसू म डूबती है उसे उथला हो सकता है जबकक कुछ क्षेत्रों में यह 600
हॉस्टस कहा जाता है , जैसे भारत में सतपुडा पवसत। मीटर जजतना गहरा हो सकता है ।
Reference: Geography by Mahesh Kumar Barnwal.3rd • कथन 3 सही है : वे आचथसक खननजों के सलए संभाववत
edition . Page number-30
स्थल हैं [दनु नया के पेरोसलयम और गैस के उत्पादन
का 20% अलमाररयों से आता है । पॉलीमेटेसलक
Q.19) Ans: D नोड्यूल्स (मैंगनीज नोड्यल्
ू स, आयरन और
Exp:
मैंगनीज हाइड्रॉक्साइड की संकेंहद्रत परतें ) आहद
• कथन 1 ही है : महाद्वीपीय शेल्फ ,महाद्वीपीय
ववसभन्न खननज अयस्कों जैसे मैंगनीज, आयरन
प्लेट का मंद ढलान वाला समद्र
ु ी ववस्तार है । प्रत्येक
कॉपर, सोना आहद के अच्छे स्रोत हैं। समद्र
ु ी भोजन
महाद्वीप के इन ववस्ताररत हासशये पर अपेक्षाकृत
लगभग पूरी तरह से महाद्वीपीय अलमाररयों से
उथले समुद्र और खाडी का कब्जा है । सभी महासागरों
आता है ।
का महाद्वीपीय शेल्फ एक साथ महासागरों के कुल
क्षेत्रफल का 7.5% कवर करता है ।
o महाद्वीपीय का ढाल 1° या उससे भी कम Q.20) Ans: C
Exp:
है । शेल्फ आमतौर पर बहुत खडी ढलान पर
• कथन 1 सही है : जब पानी या एससड में कुछ घुल जाता
समाप्त होती है , जजसे शेल्फ िेक कहा जाता
है , तो पानी या एससड में घुली हुई सामग्री को घोल
है ।
कहा जाता है । कई खननज पानी से घल ु जाते हैं,
o महाद्वीपीय शेल्फ नहदयों, ग्लेसशयरों आहद
खासकर जब, बाररश के पानी की तरह, इसमें एक
द्वारा नीचे लाए गए तलछट से ढकी हुई
कमजोर एससड बनाने के सलए पयासप्त काबसन
होती हैं। महाद्वीपीय शेल्फ द्वारा लंबे
डाइऑक्साइड होता है ।
समय से प्राप्त भारी तलछटी जमा,
• कथन 2 गलत है : घल
ु नशील चट्टान बनाने वाले
जीवावम ईंिन [पेरोसलयम] का स्रोत बन
खननज जैसे नाइरे ट, सल्फेट और पोटे सशयम
जाते हैं।
ववलयन प्रकिया से प्रभाववत होते हैं। इससलए,
o उदाहरण: दक्षक्षण-पूवस एसशया का
बरसात के मौसम में कोई अवशेर् छोडे ब्रबना ये
महाद्वीपीय शेल्फ, न्यफ
ू ाउं डलैंड के
खननज आसानी से बाहर ननकल जाते हैं और शुष्क
आसपास ग्रेट बैंक, ऑस्रे सलया और न्यू
क्षेत्रों में जमा हो जाते हैं।
चगनी के बीच जलमग्न क्षेत्र।
• कथन 3 सही है : सामान्य नमक (सोडडयम क्लोराइड)
• कथन 2 सही है: महाद्वीपीय समतल की औसत
भी एक चट्टान बनाने वाला खननज है । सोडडयम
चौडाई 70 – 80 ककमी के बीच है । चचली के तट,
काबोनेट, या सोडा ऐश, Na2CO3, प्रकृनत में व्यापक
सम
ु ात्रा के पजवचमी तट, आहद जैसे कुछ शेल्फ
रूप से पाया जाता है , जो खननज पानी के घटकों के
लगभग अनुपजस्थत होते हैं। [महासागर – महाद्वीप
रूप में और ठोस खननज नारोन, रोना और
असभसरण और महासागर – महासागर असभसरण]।
थमोनाराइट के रूप में होता है । इस क्षारीय नमक की
यह संयुक्त राज्य अमेररका के पूवी तट के साथ 120
बडी मात्रा का उपयोग कांच, डडटजेंट और क्लीऩ्र
ककमी तक चौडा है । इसके ववपरीत, आकसहटक
बनाने में ककया जाता है ।
महासागर में साइबेररयन शेल्फ, दनु नया में सबसे
बडा, 1,500 ककमी चौडा है । अलमाररयों की गहराई Reference: Fundamental of physical geography (11th
भी सभन्न होती है । यह कुछ क्षेत्रों में 30 मीटर जजतना NCERT) page no. 45-57
ढलान से दरू रखते हुए ककसी भी खडी ढलान पर रॉक हैं। वेदरड बेडरॉक, हटल, आउटवॉश डडपॉजजट, इओसलयन
ब्लॉकों का मक्
ु त रूप से चगरना है । चट्टान का चगरना सैंड, लोएस, एल्यूववयम और लोकल ओवरवॉश।
चट्टान की सतही परतों से होता है । • ववकल्प B ही है : स्थलाकृनत का समट्टी के ववकास पर
गहरा प्रभाव पडता है । कटाव के कारण पहाडडयों के
Reference: Fundamental of physical geography (11th
NCERT) page no. 45-57 ककनारे की समट्टी उथली हो जाती है । लीचचंग हाननयों के
कारण पहाडडयों की चोटी पर समट्टी गहरी, लेककन रं ग में
हल्की होती है । घाहटयों में समट्टी गहरी और अचिक
Q.26) Ans: D
Exp: क्षक्षनतज वाली होती है । मौसम और जलवायु के ववसभन्न
• कथन 1 ही है : पवत्तयां और काबसननक घटक मद
ृ ा की तत्वों की कियाओं के माध्यम से अपक्षय को यांब्रत्रक
ऊपरी काबसननक परत बनाने के सलए ववघहटत हो जाते ववघटन और चट्टानों के रासायननक अपघटन के रूप में
हैं, जजसे ह्यूम के रूप में जाना जाता है । समट्टी में पररभावर्त ककया गया है ।
नयूमस की मात्रा इसकी उवसरता में बहुत महत्वपूणस • ववकल्प C ही है : समट्टी के ननमासण में जलवायु एक
भूसमका ननभाती है । समट्टी की बनावट के सलए महत्वपूणस सकिय कारक है । समट्टी के ववकास में शासमल
जजम्मेदार तीन मुख्य घटक रे त, गाद और समट्टी हैं। जलवायु तत्व हैं:
इन तीन घटकों के आिार पर समट्टी की खननज (i) तीव्रता, आववृ त्त और वर्ास की अवचि के संदभस में
बनावट सभन्न होती है । नमी- वाष्पीकरण और आद्रस ता
• कथन 2 ही है : समट्टी को भूसम की सतह पर पतले (ii) मौसमी और दै ननक वववविताओं के संदभस में
रूप से ववतररत ककया जाता है और एक मल
ू भत
ू तापमान।
अंतरफलक के रूप में कायस करता है जहां वायुमंडल, • ववकल्प D र्गलत है : समट्टी की बनावट समट्टी के ननमासण
स्थलमंडल, जलमंडल और जीवमंडल समलते हैं। के सलए जजम्मेदार कारक नहीं है । मूल सामग्री (खननज
अचिकांश समट्टी एक अकाबसननक सामग्री है , और पोर्क तत्व), समय, जलवायु, राहत और जीव ऐसे
इससलए समट्टी को आमतौर पर स्थलमंडल के हहस्से कारक हैं जो समट्टी के ननमासण के सलए जजम्मेदार हैं।
के रूप में वगीकृत ककया जाता है , लेककन यह अन्य
Reference: Fundamental of physical geography (11th
तीन पथ्
ृ वी मण्डलों से भी घननष्ठ रूप से संबंचित है । NCERT) page no. 45-57
• कथन 3 ही है : समट्टी जो पथ्
ृ वी की पपडी की सबसे
ऊपरी परत पर बनती है , हजारों वर्ों से पहाडों के
Q.28) Ans: D
ननरं तर अपक्षय का पररणाम है । यह क्षय का पररणाम Exp:
है और यह एक पररवनतसत और ववकासशील प्रकिया • कथन 1 र्गलत है : अनाच्छादन में सभी बहहजासत भू-
है । आकृनत प्रकियाएं शासमल हैं। यह रासायननक और
भौनतक दोनों तरह से कायस करता है । रासायननक
Reference: https://lotusarise.com/soil-genesis
अनाच्छादन को रासायननक अपक्षय भी कहा जाता
है और भौनतक अनाच्छादन को कभी-कभी यांब्रत्रक
Q.27) Ans: D अपक्षय भी कहा जाता है ।
Exp:
• कथन 2 ही है : पथ्
ृ वी की सामग्री का क्षरण और
• ववकल्प A ही है : मूल सामग्री भूगसभसक सामग्री है जजससे
पररवहन हवा, बहते पानी, ग्लेसशयरों, लहरों और
समट्टी का ननमासण होता हैं। मल
ू सामग्री के सात रूपांतर
भज
ू ल द्वारा लाया जाता है । इन एजेंटों को जलवायु
पररष्क्स्थततयों द्वारा तनयंत्रत्रत ककया जाता है ।
Reference:
https://www.sciencedirect.com/topics/earth-and- Q.30) Ans: C
planetary-sciences/denudation Exp:
• कथन 1 र्गलत है : ओरोजेननक प्रकियाओं में गंभीर
Q.29) Ans: D वलन के माध्यम से पवसत ननमासण और पथ्
ृ वी की
Exp: पपडी के लंबे और संकीणस बेल्ट को प्रभाववत करना
• कथन 1 ही है : हहमालय और पजवचमी घाट दोनों ही शासमल है । पपडी गंभीर रूप से वलनों में ववकृत हो
भूस्खलन के प्रनत सवासचिक संवेदनशील क्षेत्र हैं। जाती है ।
हहमालय पवसत बेल्ट में गंभीर भूकंपीय गनतववचि के कथन 2 ही है : सभी प्रकियाएं जो पथ्
• ृ वी की पपडी के
अिीन वववतसननक रूप से अजस्थर युवा भूवैज्ञाननक कुछ हहस्सों का स्थानांतरण, उन्नयन या ननमासण
संरचनाएं शासमल हैं। हहमालय वववतसननक रूप से करती हैं, डायस्रोकफज्म के अंतगसत आती हैं, जजसमें
सकिय हैं और ज्यादातर तलछटी चट्टानों और ऑरोजेनी, भक
ू ं प और प्लेट टे क्टोननक्स की
असंगहठत और अिस-समेककत ननक्षेपों से बने हैं। प्रकियाओं के पररणामस्वरूप पथ्
ृ वी की पपडी में
इसकी ढलान भी बहुत खडी हैं। फॉल्ट और फ्रैक्चर होता है ।
• कथन 2 ही है : हहमालय की तुलना में , तसमलनाडु, कथन 3 ही है : एवपरोजेननक प्रकियाओं में पथ्
• ृ वी की
कनासटक, केरल और पजवचमी तट के साथ पजवचमी पपडी के एक बडे हहस्से का उत्थान शासमल है । इसके
घाट की सीमा पर जस्थत नीलचगरी अपेक्षाकृत पररणामस्वरूप पथ्
ृ वी की पपडी का एक सािारण
वववतसननक रूप से जस्थर हैं और ज्यादातर बहुत कठोर ववरूपण हो सकता है । एवपरोजेतनक एक महाद्वीपीय
चट्टानों से बनी हैं; लेककन, कफर भी, मलबा-स्खलन तनमाभण प्रकिया है ।
और भूस्खलन होते हैं, हालांकक हहमालय में उतनी
बार नहीं होते हैं। पजवचमी घाट और नीलचगरी Reference: Fundamental of physical geography (11th
NCERT) page no. 45-57
भूगभीय रूप से जस्थर हैं, लेककन नव-वववतसननक
गनतववचि से प्रभाववत पठारी माजजसन को ऊपर उठा
Q.31) Ans: D
चक
ु े हैं।
Exp:
भोजन, पैकेजजंग, बतसन, पररवहन आहद में ककया तब बनते हैं जब नदी का पानी चैनल के बाहरी
छोटे टुकडे, जैसे गाद का जमाव होता है । इस अवतल बैंक एक कट-ऑफ बैंक के रूप में जाना
तलछट को जलोढ़ कहा जाता है । जलोढ़ पंखे जाता है जो एक तीव्र कगार के रूप में हदखाई दे ता है
आमतौर पर पहाडों, पहाडडयों या घाहटयों की खडी और उत्तल बैंक एक लंबी, मंद ढाल वाले होते है ।
दीवारों के साथ बहने वाले पानी के रूप में बनाए • जैस-े जैसे मेन्डसस गहरे छोरों में ववकससत होते हैं,
जाते हैं। जलोढ़ पंखे तब बनते हैं जब उच्च स्तरों से वैसे-वैसे वे मुडाव ब्रबंदओ
ु ं पर अपरदन के कारण
बहने वाली िाराएाँ ननम्न ढाल वाले फुट ढलान वाले कट-ऑफ हो सकते हैं और ऑक्स-बो (गोखुर झील)
मैदानों में चगर जाती हैं। के रूप में छोड हदए जाते हैं।
• कथन 2 ही है : आम तौर पर जलोढ़ पंखे में पहाडी Reference: Fundamental of physical geography (11th
ढलानों पर बहने वाली िाराओं द्वारा बहुत मोटे NCERT) page no. 58 -73
Q.34) Ans: B अवसाद में एक झील पाई जाती है , जजसे टानभ कहा
Exp:
जाता है ।
• कथन 1 ही है : सकस एक प्रकार का दहमनदीय
• ववकल्प 2 ही है : एरे त एक पतली, चट्टान की सशखा
अपरदन स्थलरूप है । इसे कोरी के नाम से भी जाना
है जो दो समीपवती ग्लेसशयरों द्वारा चट्टान में एक
जाता है । वे गहरे , लंबे और चौडे कंु ड या बेससन होते हैं
खडी ररज पहनने के बाद बची है । एक हॉनस तब होता
जजनमें बहुत खडी अवतल होती हैं जो इसके ससर के
है जब ग्लेसशयर तीन या अचिक आटे स को नष्ट कर
साथ-साथ ककनारों पर ऊंची दीवारों को लंबवत रूप से
दे ते हैं, आमतौर पर एक तेज िार वाली चोटी का
चगराती हैं। एक सकस मूल रूप से एक कटोरे के आकार
ननमासण करते हैं। सकस अवतल, गोलाकार बेससन होते
का अवसाद है जो ग्लेसशयर की अपरदन गनतववचि
हैं जजन्हें ग्लेसशयर के आिार पर उकेरा जाता है
द्वारा ननसमसत होता है ।
क्योंकक यह पररदृवय को समटा दे ता है ।
• कथन 2 र्गलत है : सकस एक कटोरे के आकार का
• ववकल्प 3 ही है : वपरासमड सशखर, जजसे कभी-कभी
अवसाद है जो एक अल्पाइन ग्लेसशयर द्वारा पहाड
चरम मामलों में दहमनद श्र्ग
ं ृ कहा जाता है , एक
से उकेरा गया है । सकस के भीतर कभी-कभी केंद्रीय
कोणीय, तेज नुकीला पवसत सशखर है जो एक केंद्रीय
अवसाद में एक झील पाई जाती है , जजसे टानभ कहा
ब्रबंद ु से कई ग्लेसशयरों के ववचलन के कारण चक्कर
जाता है ।
के कटाव के पररणामस्वरूप होता है । वपरासमड की
• कथन 3 ही है : हहमरे खा वह रे खा है (जैसा कक एक
चोहटयााँ अक्सर नुनाटक के उदाहरण हैं। ये तब बनते
पहाड पर उन्नयन के ब्रबंद ु पर) जजस पर चगरने वाली
हैं जब एक पवसत के ककनारे पर तीन या अचिक कोरी
बफस की मात्रा गसमसयों में बफस के वपघलने की मात्रा के
बनते हैं।
बराबर होती है । ग्लेसशयर जलवायु पररवतसन के
• ववकल्प 4 ही है : टानभ एक छोटी पहाडी झील है ,
संकेतक के रूप में महत्वपूणस हैं क्योंकक भौनतक
ववशेर् रूप से एक हहमाच्छाहदत खडी दीवार वाले
पररवतसन ग्लेसशयरों में चाहे वे बढ़ रहे हैं या ससकुड
एम्फीचथएटर में एक सेट जजसे सकस के रूप में जाना
रहे हैं, आगे बढ़ रहे हैं या घट रहे हैं, तापमान और वर्ास
जाता है ।
में पररवतसन के दृवय प्रमाण प्रदान करते हैं।
Reference: Fundamental of physical geography (11th
Reference: https://www.epa.gov NCERT) page no. 58 -73
कमजोर एससड काबोननक एससड बनाता है । समय के साथ, ये पररवतसन के कारण यांब्रत्रक और रासायननक अपक्षय
पॉकेट्स भूसमगत बडे छे दों में ववकससत हो जाते हैं - गुफाएाँ या प्रकियाओं के संपकस में आती हैं, तेजी से क्षय होती हैं और
कंदराएाँ। मूसलािार बाररश अपक्षय सामग्री को आसानी से हटाने में
कथन 3 ही है : गफ
ु ाओं के अंदर बनने वाली दो संरचनाएं मदद करती है यानी रे चगस्तान में अपक्षनयत मलबा न केवल
स्टै लेग्माइट् और स्टै लक्
े टाइट् सबसे प्रससद्ि गफ
ु ा हवा से बजल्क बाररश से भी चलता है । .
संरचनाओं में से कुछ हैं। वे बफस के आकार के जमा होते हैं जो
तब बनते हैं जब पानी चूना पत्थर के ऊपर से घुल जाता है और ंदर्भ: भौनतक भूगोल का मल
ू (11वीं एनसीईआरटी) पष्ृ ठ
या पॉसलश की जाती हैं। रे त और चट्टान के कणों की एक बडी बहुत लिंबी अवचध में नहदयों या नालों द्वारा भमू म की सतह के
मात्रा को हवाओं द्वारा जमीन के करीब ले जाया जाता है जो कटाव से बनती हैं।
ऊपर से नीचे की ओर अचिक होता है । इसके पररणामस्वरूप 0 घाहटयााँ छोटी और सिंकरी नालों के रूप में शुरू होती हैं, नहदयााँ
मशरूम जैसे आकार में चट्टान के खंभे बन जाते हैं। धीरे -धीरे लिंबी और ौडी नामलयों में ववकमसत होंगी, घाहटयों
• ववकल्प C र्गलत है : जब रे चगस्तान में उच्चावच संरचनाएं को जनम दे ने के मलए गमलयााँ और गहरी, ौडी और लिंबी होंगी।
हवा की गनतववचियो से, मैदानों में कम हो जाती हैं, तो उन्हें o कवठ एक गहरी घाटी है स्जसमें बहुत सीधी भुजाएाँ होती हैं
पेडडप्लेन कहा जाता है । पथ्ृ वी की पपसटी के ववकास के और एक घाटी की ववशेर्ता खडी सीढीनुमा पाश्वव ढलान है ।
ऑरोजेननक चरण से मंच चरण तक संिमण के दौरान प्रमख
ु o इसके ववपरीत, एक घाटी इसके नी े की तुलना में इसके
वववतसननक चिों के अंत में पेडडप्लेन बनते हैं। शीर्व पर पाई जाती है । वावतव में , घाटी कवठ का एक प्रकार है ।
• ववकल्प D र्गलत है : पहाडों के पास िीरे -िीरे झक
ु े हुए घाटी के प्रकार ट्टानों के प्रकार और सिंर ना पर ननभवर करते
चट्टानी फशस उनके पैरों पर मलबे के पतले आवरण के साथ हैं स्जसमें वे बनते हैं। उदाहरण के मलए, घाटी आमतौर पर
या ब्रबना पेडडमें ट कहलाते हैं। क्षैनतज बबवतरों वाली तलछटी ट्टानों में बनती है और कठोर
ट्टानों में घाहटयााँ बनती हैं।
ंदर्भ: भौनतक भूगोल का मल
ू (11वीं एनसीईआरटी) पष्ृ ठ
संख्या। 58 -73 सिंदभव: भौनतक भूगोल का मल
ू (11वीिं एनसीईआरटी) पष्ट्ृ ठ
सिंख्या। 58 -73
Q.40) Ans: D
Exp:
• कथन 1 गित है : अनुप्रवथ टीले हवा की हदशा के लिंबवत Q.42) Ans: C
सिंरेखखत होते हैं। ये टीले तब बनते हैं जब हवा की हदशा स्वथर Exp:
होती है और रे त का स्रोत हवा की हदशा के समकोण पर होता • वववकल्प A गित है : पवन, हवा का ऐसा संचलन है , जो
है । सय
ू व द्वारा पथ्
ृ वी के असमान ताप और पथ्
ृ वी के ववयिं के
से आच्छाहदत होती है तो परवलनयक टीले बनते हैं। ये टीले अपरदनात्मक भू-आकृनतयााँ हैं, इरोडेड एररड लैंडफॉमव –
एक ही हवा की हदशा के साथ उलटे बर न हैं। वे य-ू आकार के अपवफीनत बेमसन, मशरूम ट्टानें, इनसेलबगव, डेमोइसेल,
होते हैं और बर नों की तुलना में बहुत लिंबे और सिंकरे होते हैं। डेमोइसेल, ज़ुगेन, वविंड बब्रज और खखडककयािं। ननक्षेपी शुष्ट्क
• कथन 3 गित है : रे त की आपूनतव कम होने और हवा की हदशा भू-आकृनतयााँ – लहर के ननशान, रे त के टीले, अनद
ु ै ध्यव टीले,
प्राकृनतक जलधाराएाँ बडी नहदयों के ककनारे पाई जाती हैं। वे o सकसस कटोरे के आकार के, एम्फीचथएटर जैसे अवसाद होते
नहदयों के ककनारे मोटे ननक्षेपों की नन ली, रै खखक और हैं जो हहमनदों को पहाडों और घाटी के ककनारे उच्च ऊंचाई पर
समानािंतर लकीरें हैं, स्जनहें अक्सर अलग-अलग टीले में काट बनाते हैं। दं गल ग्लेसशयरों की अपरदनकारी भू-आकृनतयााँ हैं।
हदया जाता है । प्वाइिंट बार को मेनडर बार के रूप में भी जाना o एस्कसस रे त और बजरी से बनी लकीरें हैं, जो ग्लेसशयरों के
जाता है । वे बडी नहदयों के ककनारे के अवतल ककनारे पर पाए भीतर और नीचे सुरंगों के माध्यम से बहने वाले हहमनदों के
जाते हैं और तट के ककनारे बहते पानी द्वारा एक रे खीय वपघले पानी या ग्लेसशयरों के ऊपर वपघले पानी के चैनलों के
फैशन में जमा तलछट हैं। वे प्रोफाइल और ौडाई में लगभग माध्यम से जमा होती हैं। एस्कसस हहमनदों की ननक्षेपी भू-
समान हैं और ममचित आकार के तलछट होते हैं। आकृनतयााँ हैं।
• ववकल्प D गित है : एक ग्लेमशयर किवटलीय बफव, o प्लेआस एक सख
ू ा, वनस्पनत-मक्
ु त, समतल क्षेत्र है जो एक
ट्टान, तलछट, और अक्सर तरल पानी का एक बडा, अससंचचत मरुस्थलीय बेससन के सबसे ननचले भाग पर जस्थत
बारहमासी सिं य है जो जमीन पर उत्पनन होता है और अपने है । यह एक ऐसा स्थान है जहां अल्पकासलक झीलें गीली
वजन और गुरुत्वाकर्वण के प्रभाव में ढलान से नी े ला अवचि के दौरान बनती हैं, और स्तरीकृत समट्टी, गाद और
जाता है । हहमनदों के कारण होने वाली अपरदन भू-आकृनतयााँ रे त, और आमतौर पर घुलनशील लवणों के नीचे होती हैं।
हैं, क्कर, सीिंग और दााँतेदार लकीरें , ग्लेमशयर घाटी / किंु ड। समद्र
ु तटों हवाओं की अपरदनात्मक स्थलाकृनतयााँ हैं।
ननक्षेवपत भू-आकृनतयााँ मोराइनस, एवकसव, आउटवाश प्लेन,
ड्रमलाइनस हैं। ंदर्भ: भौनतक भग
ू ोल का मल
ू (11वीं एनसीईआरटी) पष्ृ ठ
o जलोढ़ पंख बजरी, रे त और यहां तक कक तलछट के छोटे - वर्ास का पानी दीवारों, नालों, नालों और अंततः नहदयों के रूप
छोटे टुकडों जैसे गाद का एक ब्रत्रभुज के आकार का ननक्षेप में प्राकृनतक ढलान के साथ समुद्र की ओर बहने लगेगा और
होता है । इस तलछट को जलोढ़ कहा जाता है । जलोढ़ पंख नीचे की ओर कटाव हावी हो जाता है ।
आमतौर पर पहाडों, पहाडडयों या घाहटयों की खडी दीवारों के o भू-आकृनत की पररपक्व अवस्था में , िाराएाँ अच्छे एकीकरण
साथ बहने वाले पानी के रूप में बनाए जाते हैं। जब कोई नदी के साथ भरपूर होती हैं। घाहटयााँ अभी भी वी-आकार की हैं
ककसी झील या समद्र लेककन गहरी हैं; रं क िाराएं व्यापक बाढ़ के मैदानों के सलए
ु में पहुाँचती है तो पानी िीमा हो जाता है
और तलछट ले जाने की शजक्त खो दे ता है । तलछट , नदी के पयासप्त हैं, जजसके भीतर घाटी के भीतर सीसमत मेन्डसस में
मुहाने पर चगराया जाता है । कुछ नहदयााँ इतनी तलछट िाराएं बह सकती हैं। समतल और ववस्तत
ृ अंतिासरा क्षेत्र के
चगराती हैं कक लहरें और ज्वार इसे दरू नहीं ले जा सकते। यह दलदल गायब से हो जाते हैं और िारा का ववभाजन तेज हो
डेल्टा बनाने वाली परतों में बनता है । जाते हैं। झरने और रै वपड्स गायब हो जाते हैं।
o नदी की छतों के ननक्षेपण स्थल रूप हैं जलोढ़ पंखे, डेल्टास, 0 भ-ू आकृनत के पुराने चरण में , नहदयााँ अपने बाढ़ के मैदानों
बाढ़ के मैदान, प्राकृनतक लेवे और पॉइंट बार, मेन्डसस, िेडेड से टे ढ़ी-मेढ़ी तरीके से बहती हैं। भू-आकृनत इतनी कम राहत
• ववकल्प 3, 4 र्गलत हैं: मैदान बन जाती है जजसे पेनप्लेन के रूप में जाना जाता है । परू ा
अपशल्कन, एक पररणाम है लेककन एक प्रकिया नहीं है । आिारसशला और अपक्षय के उत्पादों पर। इससलए, जन
घुमावदार जमीन की सतह के क्षेत्रों में, िनुर्ाकार फ्रैक्चर आंदोलन के सलए अपक्षय कोई पूवासपेक्षा नहीं है , हालांकक यह
बडे पैमाने पर चादरें या चट्टान के छूटने वाले स्लैब का जन आंदोलनों में सहायता करता है । अपक्षनयत सामग्री के
उत्पादन करते हैं। उतराई और दबाव मुक्त होने के कारण बजाय अपक्षनयत ढलानों पर जन आंदोलन बहुत सकिय हैं।
ववस्तार के पररणामस्वरूप छूटने वाली चादरें क्षैनतज
• कथन 2 ही है : यहद चट्टानें पारगम्य और घुलनशील हैं
सीमा में सैकडों या हजारों मीटर तक माप सकती हैं। इस
और पानी उपलब्ि है तभी कास्टस स्थलाकृनत ववकससत होती
प्रकिया के कारण बडे, चचकने गोल गुंबद, जजन्हें
है । एडड्रयाहटक समद्र
ु से सटे बाल्कन में कास्टस क्षेत्र के चूना
एक्सफोसलएशन डोम कहा जाता है , का पररणाम होता है ।
पत्थर चट्टानों में ववकससत ववसशष्ट स्थलाकृनत के बाद
ंदर्भ : 11वीं कक्षा ch-06 र्ौततक र्र्ग
ू ोल एन ीईआरटी
समािान और ननक्षेपण की प्रकियाओं के माध्यम से भज
ू ल
की किया द्वारा ननसमसत ववसशष्ट भू-आकृनतयों को हदखाने
Q.49) Ans: d
Exp: वाला कोई भी चूना पत्थर या डोलोसमहटक क्षेत्र कास्टस
स्थलाकृनत कहलाता है ।
हाइड्रेशन
ंदर्भ : 11वीं कक्षा ch – 06 और 07 र्ौततक र्ूर्गोल NCERT
• जलयोजन ,जल का रासायननक योग है । यह प्रकिया
प्रनतवती और लंबी है , इस प्रकिया की ननरं तर पुनराववृ त्त
Q.51) Ans: a
चट्टानों के ववघटन का कारण बन सकती है । कई समट्टी के Exp:
खननज ससकुड जाते हैं और इस प्रकिया की पुनराववृ त्त के कथन 1 ही है :ड्रमसलन चचकनी अंडाकार आकार की ररज
पररणामस्वरूप ऊपर की सामग्री में दरार आ जाती है । जैसी ववशेर्ताएं होती हैं जो मख्
ु य रूप से हहमनदों से बनी होती
रोमनछद्रों में लवण तेजी से और बार-बार जलयोजन से हैं, जब तक कक बजरी और रे त के कुछ द्रव्यमान होते हैं।
गज
ु रते हैं और रॉक फ्रैक्चररंग में मदद करते हैं। जलयोजन ड्रमसलन की लंबी कुल्हाडडयां बफस की गनत की हदशा के
के कारण खननजों में मात्रा में पररवतसन भी छूटना और समानांतर होती हैं। ग्लेसशयर में दरारों के माध्यम से भारी भरी
दानेदार ववघटन के माध्यम से भौनतक अपक्षय में मदद हुई बफस के नीचे रॉक मलबे के डंवपंग के कारण ड्रमसलन का
करे गा। ननमासण होता है ।
कथन 2 र्गलत है : जब नहदयााँ मोटे पदाथस को ले जाती हैं, तो
ंदर्भ : 11वीं कक्षा ch – 06 र्ौततक र्ूर्गोल NCERT
मोटे पदाथों का चयनात्मक ननक्षेपण हो सकता है जजससे एक
केंद्रीय पट्टी बन जाती है जो प्रवाह को ककनारों की ओर मोड
दे ती है ; और यह प्रवाह ककनारों पर पाववस क्षरण को बढ़ाता है ।
Q.50) Ans: b
Exp: जैस-े जैसे घाटी चौडी होती है , पानी का स्तंभ कम होता जाता
है और अचिक से अचिक सामग्री द्वीपों और पाववस सलाखों के
• कथन 1 र्गलत है : मौसम और जलवायु के ववसभन्न तत्वों रूप में जमा हो जाती है जजससे जल प्रवाह के कई अलग-अलग
की कियाओं के माध्यम से अपक्षय को यांब्रत्रक ववघटन और चैनल ववकससत होते हैं। िेडेड पैटनस के ननमासण के सलए बैंकों
चट्टानों के रासायननक अपघटन के रूप में पररभावर्त ककया का जमाव और पाववस क्षरण आववयक है ।
गया है । द्रव्यमान की गनत िीमी से तीव्र तक हो सकती है , ंदर्भ : 11वीं कक्षा ch- 07 र्ौततक र्र्ग
ू ोल NCERT
सामग्री के उथले से गहरे स्तंभों को प्रभाववत करती है और
इसमें रें गना, प्रवाह, स्लाइड जैसी प्रकियाएं शासमल है ।
Q.52) Ans: b
गुरुत्वाकर्सण सभी पदाथों पर अपना बल लगाता है , दोनों
Exp:
▪ समचित ज्वालामख
ु ी बेसाल्ट की तुलना में कूलर और • ये ज्वालामख
ु ी समद्र
ु ी क्षेत्रों में पाए जाते हैं।
अचिक चचपचचपे लावा के प्रकोप की ववशेर्ता है । • समुद्र के घाहटयों में 70000 ककमी से अचिक
तक फैले मध्य-महासागरीय कटक की एक
▪ इनका ननमासण अनेक ववस्फोटक ववस्फोटों से हुआ है ।
प्रणाली मौजद
ू है ।
▪ बडी मात्रा में पाइरोक्लाजस्टक सामग्री और राख लावा के • इस कटक के मध्य क्षेत्र में बार-बार ववस्फोट
साथ जमीन में समल जाती है । होते रहते हैं।
▪ काल्डेरा को पथ्
ृ वी पर सबसे ववस्फोटक ज्वालामुखखयों o मलबा हहमस्खलन तीव्र प्रवाह जन आंदोलनों के
के रूप में जाना जाता है । प्रकारों में से एक है । तीव्र गनतयााँ ज्यादातर आद्रस
जलवायु क्षेत्रों में प्रचसलत हैं और कोमल से खडी
▪ वे आम तौर पर ववस्फोटक होते हैं।
ढलानों पर होती हैं।
▪ जब वे फटते हैं, तो वे ककसी भी संरचना का ननमासण करने
• कथन 2 ही है : मडफ्लो पानी का प्रवाह है जजसमें बडी
के बजाय अपने आप चगर जाते हैं।
मात्रा में ननलंब्रबत कण और गाद होती है । मडफ्लो खडी
▪ ढह गए गड्ढों को काल्डेरास के रूप में जाना जाता है ढलानों पर होते हैं जहां वनस्पनत तेजी से कटाव को रोकने के
सलए पयासप्त नहीं है , लेककन अन्य शतों को पूरा करने पर मंद
ढलानों पर हो सकता है । अन्य कारक छोटी अवचि में भारी
केवल आईएए द्वारा अततररक्त बढ़त वर्ास और आसानी से नष्ट होने योग्य स्रोत सामग्री हैं।
• बाढ़ बेसाल्ट प्रांत मडफ्लो ककसी भी जलवायु व्यवस्था में उत्पन्न हो सकते हैं
बाढ़ बेसाल्ट प्रांत ज्वालामख लेककन शुष्क और अिस-शुष्क क्षेत्रों में सबसे आम हैं। मडफ़्लो
• ु ी अत्यचिक तरल
लावा का ननवसहन करता है जो लंबी दरू ी तक अक्सर फटने वाले या हाल ही में फटे ज्वालामखु खयों की
समचित ज्वालामख
ु ी बेसाल्ट की तुलना में कूलर और अचिक
Q.56) Ans: a
चचपचचपे लावा के प्रकोप की ववशेर्ता है ।
Exp:
इनका ननमासण अनेक ववस्फोटों से हुआ है । • कथन 1 ही है : प्लेटें जस्थर नहीं होती हैं और क्षैनतज रूप से
अजस्थमंडल के ऊपर चलती हैं। ग्रह के आंतररक भाग के
बडी मात्रा में पाइरोक्लाजस्टक सामग्री और राख लावा के साथ भीतर रे डडयोिमी प्रकियाओं से ननकलने वाली ऊष्मा, प्लेटों
जमीन में समल जाती है । को कभी-कभी एक-दस
ू रे की ओर और कभी-कभी दरू ले जाने
का कारण बनती है ।
यह सामग्री वेंट के उद्घाटन के पास इकट्ठा होती है जजसके
पररणामस्वरूप परतों का ननमासण होता है । • कथन 2 र्गलत है : समद्र
ु तल लगातार मध्य महासागर की
लकीरों पर बन रहा है जहां टे क्टोननक प्लेट अलग हो रही हैं।
कफलीपींस में मेयोन ज्वालामख
ु ी, जापान में माउं ट फूजी और
यही कारण है कक महासागरीय िस्ट महाद्वीपीय की तुलना
वासशंगटन में माउं ट रे ननयर दनु नया के प्रमुख समचित
में बहुत छोटा है ।
ज्वालामख
ु ी हैं।
• कथन 1 ही है : समद्र
ु तल के मानचचत्रण और • त्रबंद ु 4 ही है : वैगनर ने महाद्वीपों के बहाव के अन्य
महासागरीय क्षेत्रों से चट्टानों के पुराचुंबकीय अध्ययनों से कारणों के सलए ज्वारीय बल का भी सझ
ु ाव हदया। ज्वारीय
पता चला है कक सशखा से दरू जाने पर चट्टानों की आयु बढ़ बल चंद्रमा और सूयस के आकर्सण के कारण होता है जो समुद्र
जाती है । यह समुद्र तल के फैलने के प्रमुख प्रमाणों में से एक के पानी में ज्वार पैदा करता है।
है ।
• कथन 2 र्गलत है : एस्थेनोस्फीयर के ऊपर क्षैनतज रूप
• त्रबंद ु 5 ही है : पथ्
ृ वी के भीतर रे डडयोिमी िाराएं प्लेट
से घूमने वाली प्लेटें समुद्र तल के फैलने का संकेत नहीं
टे क्टोननक्स को भी प्रभाववत करती हैं। में टल के अंदर उठने
दे ती हैं।
और चगरने से कोर में रे डडयोिमी क्षय द्वारा उत्पन्न संवहन
• कथन 3 ही है : महाद्वीपीय तल की तल
ु ना में
िाराएं बनती हैं। संवहन िाराएाँ इस प्रकार प्लेटों को गनत
महासागर तल तलछट बहुत पतले होते हैं क्योंकक एक
प्रदान करती हैं।
ननरं तर नई महासागर परत उत्पन्न हो रही है , इससलए
तलछट का संचय महाद्वीपीय तल के मामले में नहीं
होता है । Q.59) Ans: d
Exp:
• कथन 4 ही है : महासागरीय कटक के सशखर पर
• कथन 1 ही है : महाद्वीप , प्लेट का हहस्सा होते हैं और
लगातार ववस्फोट होने से समद्र
ु ी िस्ट दोनों ओर
जो गनत करता है वह प्लेट हैं। कई महाद्वीप प्लेटों के
खखसक जाता है । सशखर पर ज्वालामुखी ववस्फोट के
बीच में होते हैं, उनकी सीमाओं या ककनारों पर नहीं।
कारण जो समद्र
ु तल िंस जाता है , वह समद्र
ु की खाइयों
प्लेट्स भी पथ्
ृ वी के महासागरों के नीचे जस्थत हैं। एक
में डूब जाता है और भस्म हो जाता है ।
प्लेट में अक्सर महाद्वीपीय और महासागरीय दोनों
क्षेत्र शासमल होते हैं। उदाहरण: उत्तरी अमेररकी प्लेट के
Q.58) Ans: a मूल में महाद्वीपीय िस्ट है और यह अचिकांश पक्षों से
Exp:
समद्र
ु ी िस्ट से नघरी हुई है ।
• त्रबंद ु 1 ही है : महाद्वीपों के बहाव के सलए अल्फ्रेड वेगेनर
• कथन 2 ही है : जैसे-जैसे महासागरीय िस्ट उथले
द्वारा सझ
ु ाए गए कारणों में से एक ध्रुव-भागने वाला बल था।
मध्य-महासागरीय कटक से दरू जाता है , यह ठं डा होता
ध्रुवीय-भागने वाला बल पथ्
ृ वी के घूणन
स से संबंचित है ।
जाता है और अचिक सघन होने पर डूब जाता है । इससे
महासागरीय बेससन का आयतन बढ़ जाता है और समुद्र
• प्वाइंट 2 र्गलत है : टे क्टोननक मूवमें ट के सलए प्लेसर का स्तर कम हो जाता है ।
डडपॉजजट्स का अजस्तत्व जजम्मेदार नहीं है । हालांकक, यह • कथन 3 ही है : समुद्र तल का फैलाव प्लेट
महाद्वीपीय बहाव ससद्िांत के समथसन के प्रमाणों में से एक वववतसननकी का ससफस एक हहस्सा है ।
है । सबडक्शन जोन में , सघन प्लेट का ककनारा
सबडक्ट्स, या स्लाइड्स, कम-घने वाले के
नीचे होता है । सघन सलथोस्फेररक पदाथस कफर
• त्रबंद ु 3 ही है : प्लेट वववतसननकी का मुख्य प्रेरक बल
वापस पथ्
ृ वी के मेंटल में वपघल जाता है ।
गरु
ु त्वाकर्सण है । यहद महासागरीय स्थलमंडल वाली एक
प्लेट दस
ू री प्लेट से समलती है , तो सघन महासागरीय
स्थलमंडल दस
ू री प्लेट के नीचे गोता लगाता है और में टल में Q.60) Ans: D
Exp:
डूब जाता है ।
• कथन 1 ही है : समद्र
ु तल प्रसार मध्य-महासागर
कटको के साथ होता है । यह सभी मध्य-
सीमा पर प्लेटों के बीच पीसने की किया के चलती रहती हैं, इससलए बनने वाला ज्वालामख
ु ी
पररणामस्वरूप दल
ु भ
स उथले भूकंप, चट्टान के बडे टे क्टोननक प्लेट के साथ उस हदशा में "गनतमान"
पाववस ववस्थापन, और िस्टल ववरूपण का एक होगा जहां टे क्टोननक प्लेट जा रही है , लेककन
व्यापक क्षेत्र होता है ।. साथ ही साथ हॉटस्पॉट लावा का उत्पादन बंद नहीं
करता है । यह प्लेटों की गनत की रे ककं ग सक्षम
• कथन 2 ही है : महाद्वीप-महाद्वीप असभसरण बनाता है ।
तब होता है जब दो महाद्वीपीय प्लेटें टकराती हैं।
जब महाद्वीपीय िस्ट की दो प्लेटें टकराती हैं, तो
Q.65) Ans: B
सामग्री ऊपर की ओर उठती है । यह एक उच्च
Exp:
पवसत िंख
ृ ला बनाती है । उदाहरण: वसलत पवसतों • कथन 1 ही है : समड-अटलांहटक कटक आइसलैंड
का ननमासण। से होकर गज
ु रती है जहां कटक को ननयोवोल्केननक
जोन के रूप में भी जाना जाता है ।.
• कथन 3 र्गलत है : महासागर-महासागर असभसरण
में , दो महासागरीय प्लेटें आपस में समलती हैं या
टकराती हैं। एक सघन महासागरीय प्लेट कम • कथन 2 ही है : जापान एक ववनाशकारी प्लेट
घनी समद्र
ु ी प्लेट के नीचे आ जाती है जजससे माजजसन के पास जस्थत है , जहां प्रशांत प्लेट को
सीमा के साथ एक खाई बन जाती है ।सबडक्शन कफलीपीन प्लेट के नीचे िकेला जा रहा है ।
़ोन के ऊपर लगातार ज्वालामुखी चट्टानों की "पैससकफक ररंग ऑफ फायर" के साथ दे श की
परतें बनाता है । एक अन्य महासागरीय िस्ट के जस्थनत के कारण जहााँ यह प्रशांत महासागर के
नीचे एक महासागर प्लेट के सबडक्शन के नीचे प्रशांत प्लेट और कफलीपीन सागर प्लेट सहहत
पररणामस्वरूप एक ज्वालामख
ु ी द्वीप चाप, एक तीन टे क्टोननक प्लेटों में जस्थत है , जापान और
महासागरीय खाई और कई भूकंप बनते हैं। भूकंप साथ-साथ चलते हैं।
वर्स के बजट में ववचार नहीं ककया गया मौसलक हैं। इन अचिकारों को राज्य द्वारा
• ज्यादती अनुदान: जब ककसी ववत्तीय वर्स मौसलक अचिकार (FRs) कहा जाता है।
मांग वास्तव में खचस होने और जजस ववदे सशयों दोनों के सलए उपलब्ि मौसलक
प्रस्ताववत व्यय को पूरा करने के सलए दोर्ससद्चि के संबंि में संरक्षण से संबंचित
o अनुच्छे द 23 - मानव के दव्ु यासपार और • कथन 1 र्गलत है : 1973 की आपराचिक प्रकिया संहहता
बलात ् िम का प्रनतर्ेि। (सीआरपीसी) की िारा 144 आम तौर पर सावसजननक सभा
o अनुच्छे द 24 - कारखानों आहद में बच्चों को प्रनतबंचित करती है । यह ककसी भी राज्य या क्षेत्र के
कायसकारी मजजस्रे ट को एक क्षेत्र में चार या अचिक लोगों के
के ननयोजन का प्रनतर्ेि।
इकट्ठा होने पर रोक लगाने का आदे श जारी करने के सलए
o अनुच्छे द 25 - अंतःकरण की स्वतंत्रता
अचिकृत करता है ।
और िमस के स्वतंत्र व्यवसाय, आचरण
• कानून के अनुसार, ऐसी 'गैरकानूनी सभा' का हर सदस्य
और प्रचार-प्रसार की स्वतंत्रता।
दं गा करने के सलए संहदग्ि हो सकता है । धारा 144 के
o अनुच्छे द 26 - िासमसक मामलों के प्रबंिन उल्लंघन पर अधधकतम जा तीन ाल है । इ के अलावा,
की स्वतंत्रता पुसलस को गैरकानूनी सभा को हटाने से रोकना एक दं डनीय
o अनुच्छे द 27 - ककसी भी िमस के प्रचार के अपराि भी है । िारा 144 उस क्षेत्र में ककसी भी प्रकार के
सलए करों के भुगतान से मुजक्त। हचथयार ले जाने पर भी प्रनतबंि लगाती है जहां िारा 144
o अनुच्छे द 28 - कुछ शैक्षखणक संस्थानों में लागू की गई है और लोगों को इसका उल्लंघन करने के सलए
िासमसक सशक्षा या पूजा में भाग लेने की हहरासत में सलया जा सकता है।
ननवास और पेशे की स्वतंत्रता; िारा का उपयोग वववादास्पद बना हुआ है क्योंकक इसमें बहुत
कम पररवतसन हुआ है ।
o अनुच्छे द 29 और 30: सांस्कृनतक
• कथन 3 ही है : िारा 144 आमतौर पर प्रकृनत में
और शैक्षक्षक अचिकार
ननर्ेिात्मक है । यह सावसजननक सभा से प्रनतबंचित करता है
सन्दभस:
लेककन यह सब एक साथ नहीं रोकता है । दस
ू री ओर, एक
https://www.thehindu.com/news/national/gover
nment-seeks-law-on-rights-of-foreigners-who- कफ्यूस लोगों को एक ननजवचत अवचि के सलए घर के अंदर
violate-visa-conditions/article65224111.ece रहने का आदे श दे ता है । इससलए, अचिकारी एक ननजवचत
अवचि के सलए कफ्यूस लगा सकते हैं (हालांकक, जरूरत पडने
Q.72) Ans: B पर अचिकारी कफ्यूस को बढ़ा भी सकते हैं)। कफ्यूस के दौरान
Exp: बाहर ननकलने के सलए स्थानीय पुसलस की पूवासनुमनत की भी
आववयकता होती है ।Reference:
को ककसी अन्य आदे श के तहत st को प्रदान ककए गए समानता को बढ़ावा दे ता है , सकारात्मक अचिकार प्रदान
ववसभन्न सुरक्षा उपायों के कायासन्वयन की ननगरानी करने करने में सक्षम बनाता है और ववकलांगता, स्वास्थ्य की
और ऐसे सुरक्षा उपायों के कामकाज का मूल्यांकन करने की जस्थनत या व्यजक्तगत ववववास के आिार पर भेदभाव को
शजक्त दे ता है । रोकता है ।
• कथन 2 र्गलत है : संवविान NCST की संरचना को • इसका उपयोग मुख्य रूप से ववकलांगता अचिकार क्षेत्र में
ननिासररत करता है , जजसमें एक अध्यक्ष, एक उपाध्यक्ष और होता है । यह ववकलांग व्यजक्तयों को समाज में उनकी पण
ू स
3 अन्य सदस्य शासमल होते हैं जजन्हें राष्रपनत द्वारा उनके और प्रभावी भागीदारी को सवु विाजनक बनाने के सलए
हस्ताक्षर और मुहर के तहत वारं ट द्वारा ननयुक्त ककया अनतररक्त सहायता प्रदान करने के सलए राज्य और ननजी
0 कम से कम एक सदस्य एक महहला होनी चाहहए। • कथन 2 र्गलत है : अंतरासष्रीय िम संगठन 2016 में
o अध्यक्ष, उपाध्यक्ष और अन्य सदस्य 3 वर्स की अवचि के कायसस्थल समायोजन के माध्यम से वववविता और समावेश
0 सदस्य दो से अचिक कायसकाल के सलए ननयजु क्त के पात्र आया था। कायसस्थल आवास की आववयकता ववसभन्न
o राज्य मंत्री और अन्य सदस्यों को भारत सरकार के सचचव o एचआईवी और एड्स से ग्रससत िसमक,
• कथन 3 ही है : राष्रीय अनुसूचचत जनजानत आयोग o कायसकतास जो एक ववशेर् ववववास या िमस को मानते हैं।
द्वारा ककए गए कतसव्यों और कायों में से एक राष्रपनत के • इन िेखणयों के कामगारों को काम पर ववसभन्न प्रकार की
पास वावर्सक रूप से उपजस्थत होता है और ऐसे अन्य समय बािाओं का सामना करना पडता है । इनके पररणामस्वरूप
पर जैसा आयोग उचचत समझे, उन सुरक्षा उपायों के कायस की या तो रोजगार का नुकसान हो सकता है या रोजगार तक
ररपोटस दे ता है । आयोग जैसे अन्य कायस अनुसूचचत पहुंच में कमी हो सकती है । उचचत आवास का प्राविान इन
जनजानतयों के अचिकारों और सुरक्षा उपायों से वंचचत होने बािाओं को दरू करने में एक प्रमुख भूसमका ननभाता है और
इस प्रकार अचिक से अचिक कायसस्थल समानता, वववविता वाला व्यजक्त ववदे शी है या नहीं। इससे पहले,
और समावेश में योगदान दे ता है । न्यायाचिकरणों के गठन की शजक्तयााँ केवल केंद्र के पास थीं।
• कथन 3 ही है : भारत में , ववकलांग लोगों के अचिकार • कथन 3 र्गलत है : संशोचित आदे श (ववदे शी (हरब्यूनल)
अचिननयम, 2016 में 'उचचत आवास' को "आववयक और आदे श, 2019) व्यजक्तयों को हरब्यूनल से संपकस करने का
उपयुक्त संशोिन और समायोजन, ककसी ववशेर् मामले में अचिकार भी दे ता है । इससे पहले, केवल राज्य प्रशासन ही
ब्रबना अनुपानतक या अनचु चत बोझ के, व्यजक्तयों को ककसी संहदग्ि के खखलाफ हरब्यूनल में जा सकता था। एक
सुननजवचत करने के सलए" के रूप में पररभावर्त ककया गया घोवर्त ववदे शी, या डीएफ, एक ऐसा व्यजक्त है जजसे फॉरे नसस
है । दस
ू रों के साथ समान रूप से अचिकारों के आनंद या हरब्यूनल (एफटी) द्वारा कचथत तौर पर अपनी नागररकता
प्रयोग को अक्षम करता है "। िारा 2 (H) 'भेदभाव' को 'उचचत साब्रबत करने में ववफल रहने के सलए राज्य पसु लस के बॉडसर
आवास से इनकार' के रूप में पररभावर्त करती है । ववंग द्वारा उसे एक अवैि अप्रवासी के रूप में चचजननत करने
• ववकाश कुमार बनाम यूपीए ी (2021): सवोच्च के सलए चचजननत ककया गया है ।
न्यायालय ने माना कक बेंचमाकस ववकलांगता, जो कक 40 ं र्भ:
द
प्रनतशत के कोटे के सलए एक ननहदस ष्ट ववकलांगता है , केवल https://www.thehindu.com/news/national/other-
states/assam-decides-tribunal-members-term-on-
ववकलांगों के सलए रोजगार में ववशेर् आरक्षण से संबंचित है , rate-of-declaring-foreigners-
लेककन यह ककसी अन्य प्रकार के आवास के सलए प्रनतबंि amnesty/article31051919.ece
नहीं होना चाहहए।
Reference:
Q.76) Ans: D
https://www.thehindu.com/news/national/explained-
Exp:
did-the-karnataka-high-courts-hijab-verdict-overlook-
reasonable-accommodation/article65240144.ece • हाल ही में , राष्रीय महहला आयोग (NCW) ने हदल्ली राज्य
कानन
ू ी सेवा प्राचिकरण (DSLSA) के सहयोग से एक कानन
ू ी
सहायता जक्लननक शुरू ककया है । यह महहलाओं को मफ्
ु त
Q.75) Ans: A
Exp: कानूनी सहायता दे कर उनकी सशकायतों के समािान के सलए
• कथन 1 ही है : फॉरे नसस हरब्यूनल अिस-न्यानयक ननकाय एकल खखडकी सुवविा के रूप में कायस करे गा।
हैं जजन्हें फॉरे नसस हरब्यूनल ऑडसर, 1964 और फॉरे नसस एक्ट, • कानूनी सहायता जक्लननक नई हदल्ली में एनसीडब्ल्यू
1946 के अनस
ु ार स्थावपत ककया गया है । फॉरे नसस हरब्यन
ू ल कायासलय से संचासलत होगा। जक्लननक के तहत,
की संरचना में 35 वर्स से कम आयु के अचिवक्ता जजन्हें 7 सशकायतकतासओ,ं संकट में महहलाओं, राष्रीय कानूनी सेवा
साल का अनुभव या अब प्रैजक्टस (या) असम न्यानयक सेवा प्राचिकरण (NALSA) की ववसभन्न योजनाओं पर सलाह और
से सेवाननवत्त
ृ न्यानयक अचिकारी (या) एसीएस अचिकाररयों जानकारी, मफ्
ु त कानूनी सहायता, वैवाहहक मामलों में
के सेवाननवत्त
ृ आईएएस (सचचव / अनतररक्त सचचव के पद से सुनवाई और आयोग के साथ पंजीकृत अन्य सशकायतों के
नीचे नहीं) जजन्हें अिस-न्यानयक कायों में अनुभव न हो सलए परामशस प्रदान ककया जाएगा।
शासमल नहीं हैं। । राष्ट्रीय मदहला आयोर्ग:
• कथन 2 ही है : गह
ृ मंत्रालय (एमएचए) ने ववदे शी • इसे राष्रीय महहला आयोग अचिननयम, 1990 के तहत
(हरब्यन
ू ल) आदे श, 1964 में संशोिन ककया है , और सभी जनवरी 1992 में एक वैिाननक ननकाय के रूप में स्थावपत
राज्यों और केंद्र शाससत प्रदे शों में जजला मजजस्रे टों को यह ककया गया था। इसका समशन महहलाओं को उनके उचचत
तय करने के सलए हरब्यूनल (अिस-न्यानयक ननकाय) स्थावपत अचिकारों और अचिकारों को हाससल करने के सलए उपयुक्त
करने का अचिकार हदया है । भारत में अवैि रूप से रहने अचिकारों और अचिकारों को हाससल करने के सलए जीवन के
सभी क्षेत्रों में समानता और समान भागीदारी प्राप्त करने के
सलए नीनत ननमासण, वविायी उपाय, आहद बनाने की हदशा में Q.78) Ans: C
Exp:
प्रयास करना है । ।
• राष्ट्रीय मदहला आयोर्ग के कायभ • संसदीय कायस मंत्रालय (MoPA) ने दे श में सभी वविान
o महहलाओं के सलए संवैिाननक और कानूनी सुरक्षा उपायों सभाओं के कामकाज को कागज रहहत बनाने के सलए
की समीक्षा करें । डडजजटल वविानमंडलों के सलए एक समशन मोड प्रोजेक्ट
0 उपचारात्मक वविायी उपायों की ससफाररश करना। "नेशनल ई-वविान एजप्लकेशन (नेवा)" ववकससत ककया है ।
o सशकायतों के ननवारण को सुगम बनाना। राष्रीय ई-वविान एजप्लकेशन (नेवा) डडजजटल इंडडया
0 महहलाओं को प्रभाववत करने वाले सभी नीनतगत मामलों कायसिम में शासमल एक समशन मोड प्रोजेक्ट (एमएमपी) है ।
पर सरकार को सलाह दे ना। 'एक राष्र-एक आवेदन' की थीम पर दे श के सभी वविान
ं र्भ: यूपीएससी 2015
द सभाओं के कामकाज को कागज रहहत बनाना।
https://pib.gov.in/PressReleaseIframePage.aspx?PRID • सभी राज्य वविानसभाओं को 'डडजजटल सदनों' में बदलना
=1810921
ताकक वे राज्य सरकार के ववभागों के साथ डडजजटल मोड में
सच
ू ना के आदान-प्रदान सहहत डडजजटल प्लेटफॉमस पर परू े
Q.77) Ans: B
Exp: सरकारी कायस संचालन कर सकें। आवेदन ने संसद के दोनों
• कथन 1 र्गलत है : राष्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) के सदनों में शासमल होने के प्राविानों को भी सक्षम ककया है ।
ववपरीत, सीबीआई ककसी राज्य में ककसी मामले का स्वत: • ई-वविान के सलए ववत्त पोर्ण एमओपीए द्वारा प्रदान
संज्ञान नहीं ले सकती है - चाहे वह भ्रष्टाचार के मामले में हो ककया जाता है । यह केंद्रीय प्रायोजजत योजना की तजस पर है ,
जजसमें केंद्र के सरकारी अचिकारी और पीएसयू कमसचारी यानी राज्यों के सलए 60:40; उत्तर पव
ू स और पहाडी राज्यों के
शासमल हों या हहंसक अपराि की घटना हो। केंद्र सरकार के सलए 90:10 और केंद्र शाससत प्रदे शों के सलए 100%। 2021
कमसचाररयों से जड
ु े भ्रष्टाचार के मामलों को लेने के सलए, इसे में , ब्रबहार वविान पररर्द दे श का पहला सदन बन गया,
या तो राज्य सरकार की सामान्य सहमनत या केस-टू-केस जजसने पूरी तरह से NeVA प्लेटफॉमस पर रांजजट ककया और
आिार पर ववसशष्ट सहमनत की आववयकता होती है । पेपरलेस मोड में NeVA प्लेटफॉमस पर शीतकालीन सत्र, 2021
• अन्य सभी मामलों के सलए, चाहे राज्य सरकार में का आयोजन ककया।
Reference:https://indianexpress.com/article/cities/jai
भ्रष्टाचार हो या अपराि की घटना, राज्य को सीबीआई से
pur/tension-between-rajasthan-governor-university-
जांच का अनुरोि करना होगा, और केंद्र को इसके सलए vc-building-up-since-last-year-7806689/
सहमत होना होगा। यहद राज्य ऐसा अनुरोि नहीं करता है ,
तो सीबीआई संबंचित उच्च न्यायालय या सवोच्च Q.79) Ans: D
न्यायालय के आदे श के आिार पर मामले को अपने हाथ में Exp:
ले सकती है । • कथन 1 ही है : र्ारतीय संवविान के अनुच्छे द 153 से
• कथन 2 ही है : केंद्रीय अन्वेर्ण ब्यूरो (सीबीआई) भारत अनुच्छे द 162 के तहत राज्यपाल की ननयजु क्त, उनकी
की प्रमख
ु जांच पसु लस एजेंसी है । यह कासमसक, कासमसक, शजक्तयों और राज्यपाल के कायासलय से संबंचित हर चीज
पें शन और लोक सशकायत मंत्रालय, भारत सरकार - जो पर चचास की गई है । राज्यपाल राज्य का संवैिाननक प्रमख
ु
प्रिान मंत्री कायासलय के अंतगसत आता है ववभाग के अिीक्षण होता है , जो अपने मंब्रत्रपररर्द की सलाह से बाध्य होता है ।
में कायस करता है । । यह भारत में नोडल पुसलस एजेंसी भी है वह केंद्र सरकार और राज्य सरकार के बीच एक महत्वपूणस
जो इंटरपोल सदस्य दे शों की ओर से जांच का समन्वय करती कडी के रूप में कायस करता है ।
है ।
Reference: https://indiankanoon.org/doc/72281371/
• कथन 2 र्गलत है : राज्यपाल के पास संवविान में ननयजु क्त या ववववास को खोने के पवचात सरकार को
उजल्लखखत वववेकाचिकार, संवि
ै ाननक वववेक और वववेक की बखासस्त करना
दो िेखणयां हैं। Reference:
https://indianexpress.com/article/cities/jaipur/tensio
• पररजस्थनतजन्य वववेकाचिकार एक नछपा हुआ वववेक है n-between-rajasthan-governor-university-vc-building-
जो एक प्रचसलत राजनीनतक जस्थनत की अननवायसताओं से up-since-last-year-7806689/
प्राप्त होता है । मुख्यमंत्री की ननयुजक्त तब होती है जब राज्य
वविानसभा में ककसी भी पाटी के पास स्पष्ट बहुमत नहीं Q.80) Ans: B
होता है या जब वतसमान मुख्यमंत्री की अप्रत्यासशत रूप से Exp:
मत्ृ यु हो जाती है और कोई स्पष्ट उत्तराचिकारी नहीं होता है , बाहरी लोर्गों को महा धचव के रूप में तनयक्
ु त करने की
वववेक में राज्य वविान सभा के ववववास को प्रदसशसत करने में • शष्क्क्तयों के पथ
ृ क्करण के स द्धांत के णखलाफ: सेवारत
असमथस होने पर मंब्रत्रपररर्द की बखासस्तगी शासमल है । या सेवाननवत्त
ृ ससववल सेवकों को महासचचव के पद पर
राज्य वविान सभा की बखासस्तगी जब मंब्रत्रपररर्द अपना ननयुक्त करना भारतीय संवविान के तहत पररकजल्पत
बहुमत खो दे ती है । शजक्त के पथ
ृ क्करण के ससद्िांत का उल्लंघन है और
• ंववधान के अनु ार राज्यपाल के पा तनम्नसलणखत न्यायपासलका द्वारा इसे बनु नयादी ढांचे के रूप में भी
राष्रपनत के ववचार के सलए वविान सभा द्वारा पाररत अलग-अलग सचचवालयों का प्राविान करके इस ससद्िांत
0 संबचं ित राज्य में राष्रपनत शासन लगाने की ससफाररश। सरकार से स्वतंत्र होना चाहहए। एक अलग और स्वतंत्र
o जब वह ककसी ननकटवती केंद्र शाससत प्रदे श के प्रशासक के सचचवालय एक कायसशील संसदीय लोकतंत्र की एक ववशेर्ता
रूप में अपने कायों का प्रयोग कर रहा हो। है । महासचचव के पद पर ससववल सेवकों की ननयुजक्त
0 असम, मेघालय, ब्रत्रपरु ा और समजोरम सरकार द्वारा एक सचचवालय की स्वतंत्रता को कमजोर कर सकती है ।
स्वायत्त जनजातीय जजला पररर्द को खननज अन्वेर्ण के • ववधातयका के कामकाज के बारे में जानकारी का अर्ाव:
सलए लाइसेंस से प्राप्त होने वाली रॉयल्टी के रूप में दे य रासश महासचचव को कई तरह के कतसव्य और कायस सौंपे जाते हैं,
डडप्टी स्पीकर में सुप्रीम कोटस के संवविान पीठ के फैसले ने • कायभपासलका को जवाबदे ह ठहराने में ववधातयकाओं की
कहा कक एक राज्यपाल कैब्रबनेट की ससफाररश पर फ्लोर र्ूसमका: भारत जैसी संसदीय व्यवस्था में, वविान पाररत
टे स्ट के सलए वविानसभा की बैठक बुलाने के सलए बाध्य है । करने के अलावा, संसद से कायसपासलका के प्रशासननक
एक राज्यपाल अपने "वववेक" को ननयोजजत नहीं कर सकता व्यवहार की जांच करने की भी अपेक्षा की जाती है । एक
है , और उसे फ्लोर टे स्ट के सलए वविानसभा को बुलाने के शजक्तशाली संसद का अथस है अचिक जवाबदे ह कायसपासलका।
सलए कैब्रबनेट की "सहायता और सलाह" का सख्ती से पालन सचचवालय जैसे महत्वपूणस वविानयका ननकायों के प्रमुख के
करना चाहहए। राज्यपाल की वववेकािीन शजक्तयााँ ननहदसष्ट सलए पूवस नौकरशाहों की ननयुजक्त से हहतों के संभाववत
क्षेत्रों तक सीसमत हैं जैसे राष्रपनत को ककसी वविेयक को टकराव की जस्थनत पैदा हो सकती है ।
प्रशासन में वररष्ठ पदों पर कायस करते हैं। उदाहरण अल्पसंख्यक घोवर्त करने जैसे मामले उक्त राज्य
के सलए, एक आहदवासी संगीतज्ञ और रो़म (एक में अपनी पसंद के शैक्षखणक संस्थानों की स्थापना
आहदवासी वाद्य यंत्र) उस्ताद थंगा डारलोंग को और प्रशासन कर सकते हैं। और राज्य स्तर पर
संस्कृनत में उनके योगदान के सलए कुछ साल पहले अल्पसंख्यकों की पहचान के सलए हदशाननदे श
प्रनतजष्ठत पद्म िी से सम्माननत ककया गया था। ननिासररत करने पर संबचं ित राज्य सरकारों द्वारा
Reference: ववचार ककया जा सकता है ।
https://www.thehindu.com/news/national/lok-sabha- Reference:
nod-to-include-two-tribes-in-tripura-st- https://www.thehindu.com/news/national/states-
list/article65268500.ece free-to-identify-minorities-and-allow-them-to-
administer-educational-
institutions/article65265596.ece
Q.86) Ans: C
Exp:
• कथन 1 ही है : अनुच्छे द 29 में प्राविान है कक Q.87) Ans: d
भारत के ककसी भी हहस्से में रहने वाले नागररकों के Exp:
ककसी भी वगस की अपनी एक अलग भार्ा, सलवप या • कथन 1 ही है : अनुच्छे द 365 कहता है कक जब भी
संस्कृनत है , उसे इसे संरक्षक्षत करने का अचिकार कोई राज्य केंद्र के ककसी ननदे श का पालन करने या
होगा और िासमसक अल्पसंख्यकों के साथ-साथ उसे लागू करने में ववफल रहता है , तो राष्रपनत के
भार्ाई अल्पसंख्यकों दोनों को संरक्षण प्रदान सलए यह मानना वैि होगा कक ऐसी जस्थनत उत्पन्न
का दायरा केवल अल्पसंख्यकों तक ही सीसमत नहीं • कथन 2 र्गलत है: राष्रपनत शासन के
है , क्योंकक अनुच्छे द में ‘नागररकों के वगस’ शब्द के पररणामस्वरूप, जब ककसी राज्य में राष्रपनत
अचिननयम 1956 में अनुच्छे द 350 (b) जोडा गया। या राज्य में ककसी अन्य कायसकारी
अल्पसंख्यकों के सलए प्रदान ककए गए सुरक्षा उपायों वविानमंडल की शजक्तयों का प्रयोग संसद
• कथन 3 र्गलत है : संसद और राज्य वविानयका दोनों 1975 के 38वें संशोिन अचिननयम ने अनुच्छे द 356
को अल्पसंख्यकों और उनके हहतों की सुरक्षा के को अंनतम और ननणासयक लागू करने में राष्रपनत
सलए कानून बनाने की समवती शजक्तयां हैं। की संतजु ष्ट की, जजसे ककसी भी आिार पर ककसी भी
लद्दाख, अरुणाचल प्रदे श, पंजाब, समजोरम, अदालत में चुनौती नहीं दी जाएगी। लेककन, इस
लक्षद्वीप, कवमीर, नागालैंड, मेघालय और मखणपुर प्राविान को बाद में 1978 के 44वें संशोिन
में यहूदी, बहावाद और हहंद ू िमस के अनय अचिननयम द्वारा हटा हदया गया था, जजसका अथस
ु ानययों को
बनाए गए ननयमों के तहत ननिासररत तरीके से बजस्तयां लाईं, जजसके कारण पाइकाओं ने अपनी
वववरण एकत्र कर सकते हैं। राज्य सरकार हो या सम्पदा खो दी।
केंद्र सरकार। इस अचिननयम के तहत, एक • त्रिदटश शोर्क नीततयां: खद
ु ास के राजा को हटाने के
मजजस्रे ट ककसी व्यजक्त को सीआरपीसी (दं ड साथ, ब्रिहटश प्रशासन की शोर्णकारी नीनतयां
प्रकिया संहहता) के तहत जांच या कायसवाही के ओडडशा के लोगों के सलए असहनीय हो गईं।
उद्दे वय से वववरण दे ने का ननदे श दे सकता है । अथसव्यवस्था और राजस्व प्रणासलयों में ननरं तर
• कथन 3 ही है : आपराचिक प्रकिया (पहचान), हस्तक्षेप से ककसानों का शोर्ण और उत्पीडन हुआ
अचिननयम कैहदयों की पहचान अचिननयम, 1920 और अंततः अंग्रेजों के खखलाफ ववद्रोह शुरू हो गया।
के तहत तलाश करना है । इस अचिननयम ने केवल • नई मद्र
ु ा प्रणाली : अंग्रेजों ने मद्र
ु ा प्रणाली को कौडी
राज्य सरकार में ननयम बनाने की शजक्त ननहहत से बदलकर रुपया कर हदया। ग्रामीणों को नई मुद्रा
की। इस अचिननयम के संशोिन ने इस शजक्त का को संभालने में काफी समस्याओं का सामना करना
ववस्तार केंद्र सरकार को भी ककया है । वववरण एकत्र पडा और स्थानीय महाजनों द्वारा उनका घोर
करने के तरीके जैसे ववसभन्न मामलों पर केंद्र या शोर्ण ककया गया।
राज्य सरकार ननयम बना सकती है । • त्रिदटश नमक नीतत: ओडडशा के लंबे समद्र
ु ी तट से
Reference: भारी मात्रा में नमक का उत्पादन होता था जजसका
https://www.thehindu.com/news/national/criminal-
procedure-identification-bill-to-be-tabled-in-lok- उपयोग इस भूसम के लोग स्वतंत्र रूप से करते थे।
sabha-on-monday/article65266837.ece हालााँकक, ब्रिहटश अचिकाररयों ने जमींदारों और
तटीय क्षेत्र के स्थानीय लोगों को नमक बनाने के
Q.90) Ans: a उनके पारं पररक अचिकारों से वंचचत कर हदया।
Exp: Reference:
• पाइका ववद्रोह एक सशस्त्र ववद्रोह था जो ब्रिहटश https://www.thehindu.com/news/national/paika-
rebellion-to-be-included-as-case-study-in-history-
ईस्ट इंडडया कंपनी (ईआईसी) के खखलाफ ओडडशा textbook-minister/article37805249.ece
में हुआ था। यह पहले ससपाही ववद्रोह से लगभग 40
साल पहले हुआ था। पाइका ओडडशा के गजपनत
Q.91) Ans: c
शासकों के ककसान समसलसशया थे जजन्होंने राजा को Exp:
सैन्य सेवाएं दीं। उनके पास ककराया-मुक्त भसू म थी • सोहराई पें हटंग झारखंड के हजारीबाग जजले में
जो उन्हें खुदास साम्राज्य में उनकी सैन्य सेवा के सलए आहदवासी महहलाओं द्वारा इस्तेमाल की जाने
दी गई थी। वाली पें हटंग का एक स्वदे शी कला रूप है । मवेसशयों
• अंग्रेजों ने ओडडशा में खुद को स्थावपत ककया जब और फसल का स्वागत करने के सलए समट्टी की
ईआईसी ने 1803 में खद
ु ास के राजा, राजा मुकंु द दे व दीवारों पर पेंहटंग की जाती थी। महहलाएं अपने घरों
को गद्दी से उतार हदया। बक्शी जगबंिु ववद्यािर की सफाई करती हैं और अपनी दीवारों को सजाने के
के अिीन पाइका, गजपनत राजा की समसलसशया सलए सोहराई कला के सभवत्त चचत्रों का उपयोग करती
सेना के वंशानग
ु त प्रमख
ु , आहदवाससयों और समाज थीं।
के अन्य वगस का समथसन लेते हुए ववद्रोह शुरू ककया । • यह कला रूप 10,000-4,000 ईसा पूवस से जारी है ।
पाइका ववद्रोह के प्रमख
ु कारण: पहले, यह ज्यादातर गुफाओं में प्रचसलत था, लेककन
• र्ू-राजस्व पद्धतत: अंग्रेजों के आगमन और बाद में इसे समट्टी की दीवारों वाले घरों में
औपननवेसशक शासन की स्थापना ने नई भू-राजस्व स्थानांतररत कर हदया गया।
समशनरी द्वारा संचासलत संस्थान और पण यंत्र) घन वाद्या स्व-कंपनकतास हैं, अथासत उनकी
ु े के
नॉमसल स्कूल में एक सशक्षक प्रसशक्षण पाठ्यिम भी लोचदार प्रकृनत के कारण, उनकी अपनी एक ध्वनन
आिाररत पहचान के आिार पर भेदभाव के खखलाफ उपकरण ननजवचत वपच बनाने में सक्षम नहीं हैं जो
वविवाओं और बलात्कार पीडडतों की सुरक्षा के सलए महहला की लगभग 8 फीट ऊंची यह ववशाल मूनतस
एक चाइल्डकैअर सेंटर ‘बाल्यता प्रनतबंदक गह हदखाई दे ती है । उदाहरण: बेल, भजन चक्कल,ू भुंज,
ृ ’ की
स्थापना की। साववत्रीबाई फुले ने सत्यशोिक आहद।
समाज के काम को ननदे सशत करने में भी महत्वपूणस • युग्म 2 र्गलत है : टाट वाद्य (कॉडोफोन या तार वाले
भूसमका ननभाई, जजसे उनके पनत ने सीमांत की वाद्ययंत्र) में , ध्वनन एक तार या तार के कंपन से
ननचली जानतयों के सलए समान अचिकार प्राप्त उत्पन्न होती है । ये कंपन तना खींची गई डोरी को
पुणे और द सोसाइटी फॉर प्रमोशन द एजक इनका प्रनतननचित्व पुराने हदनों की कई मनू तसयों और
ु े शन
ऑफ महार, मांग और अन्य- जजसके तहत कई सभवत्त चचत्रों में पाया जा सकता है , उदाहरण के सलए,
स्कूल थे।
o सशक्षा, ववज्ञान और प्रौद्योचगकी आहद के पररणामों में सुिार करना है , जनवरी 2016
सदस्यों के बीच अंतर-क्षेत्रीय सहयोग के सलए एक करना है । बुननयादी ढांचे में प्रगनत के
मंच है । यह लगभग 1.5 ब्रबसलयन लोगों का ननवास माध्यम से क्षेत्र में परस्पर संपकस और
है , जो वैजववक आबादी का लगभग 22% हहस्सा हैं। आचथसक ववकास। इसका मुख्यालय बीजजंग
2.7 हरसलयन अथसव्यवस्था के संयुक्त सकल घरे लू में स्थावपत ककया गया था। अब 100 से
वपछले पांच वर्ों में औसतन 6.5% आचथसक ववकास o कथन 2 गलत है : बैंक में 26.61% वोहटंग
प्रक्षेपवि को बनाए रखने में सक्षम हैं। शेयरों के साथ चीन सबसे बडा शेयरिारक
• ब्रबम्सटे क ने सहयोग के सलए ननम्नसलखखत क्षेत्रों है , इसके बाद भारत (7.6%), रूस (6.01%)
Reference:
https://www.thehindu.com/news/international/asian
-infrastructure-investment-bank-puts-russia-belarus-
projects-on-hold/article65187557.ece
Reference:
https://www.thehindu.com/news/national/banglades
Q.98) Ans: C h-india-nepal-move-ahead-on-motor-vehicle-
Exp: agreement-project/article65205145.ece
• कथन 1 ही है : हाल ही में , भारत, नेपाल और
बांग्लादे श ने बांग्लादे श-भूटान-भारत-नेपाल Q.99) Ans: A
(बीबीआईएन) मोटर वाहन समझौते को लागू करने Exp:
India- Australia relations:
के सलए एक समझौता ज्ञापन को अंनतम रूप हदया
• कथन 1 र्गलत है : व्यापार संबि
ं : ऑस्रे सलया भारत
है । बांग्लादे श, भूटान, भारत और नेपाल
का 17वां सबसे बडा व्यापाररक भागीदार है , जबकक
(बीबीआईएन) ने 2015 में चथम्प,ू भट
ू ान में मोटर
भारत ऑस्रे सलया का 9वां सबसे बडा भागीदार है
वाहन समझौते (एमवीए) पर हस्ताक्षर ककए थे।
और भारत ने ऑस्रे सलयाई सरकार के साथ संयक्
ु त
• कथन 2 सही है : इसका उद्दे वय न केवल लोगों से
रूप से $6 समसलयन का ननवेश करने के सलए
लोगों के बीच सहज संपकस प्रदान करना है बजल्क
प्रनतबद्ि ककया है क्योंकक यह ऑस्रे सलया में
लोगों और सामानों की सीमा पार आवाजाही को
सलचथयम और कोबाल्ट खदानों की खोज करता है ।
सुवविाजनक बनाकर आचथसक संपकस को बढ़ाना भी
Q.100) Ans: d
Exp:
सभी कथन सही हैं: कृवर् ववकास के मलए अिंतरावष्ट्रीय कोर्
एक ववशेर् सिंयक्
ु त राष्ट्र एजेंसी है स्जसे 1977 में बनाया गया
था जो सिंबद्ध पररयोजनाओिं के मलए कम ब्याज के साथ
अनुदान और ऋण प्रदान करने में लगी हुई थी। IFAD ग्रामीण
लोगों के साथ काम करता है स्जससे उनहें अपनी खाद्य
सरु क्षा बढाने, पोर्ण में सध
ु ार करने और अपनी आय बढाने
की अनुमनत ममलती है ।
• कृवर् ववकास के मलए अिंतरावष्ट्रीय कोर् भी लोगों को अपने
कारोबार का वववतार करने में मदद करता है । यह सिंगठन
1974 के ववश्व खाद्य सम्मेलन का पररणाम है और इसका