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आपने सही कहा है, एक प्राथर्ना है कुछ िलख रहा हूँ , शांतिचत से गोर करे,आपकी िज़ं दगी आप 40-41

वषर् के हुए
तब तक अलग थी आपकी एक प्रितष्ठा पिरवार में थी आप पािरवािरक इं सान थे इसके बाद जो भी वजह होगी आप
स्वाथीर् हो गए, अब देखना यह है कम उमर में ही आप बालिकशन सेठ थे, िफर आप बदल क्यों गए, आपके पैसे आप
स्तेमाल नहीं कर पाए क्या ख़राबी रही कमाई में?
आपके पैसे आपके माता िपता ,धमर् के माता िपता( RAMAWATAR भाई जी एवं भाभी) आपके ससुराल के अलावा
िकसी के काम क्यों नहीं आए, आपके , आपकी लड़कीयो केभी काम नहीं आए, आपके लड़कों के संस्कार ख़राब कर
िदए, आपके लड़कों को ग़लत जमीनो के मािलक बनने का चस्का लग गया, मेरी जानकारी के अनुसार आपके लड़कों
पर कई केस होगे, आपको गोर करना चािहए ऐसा क्यों हुआ, आपने अहमदाबाद में लोभ करके share बढ़ाना चाहा
िरज़ल्ट में अहमदाबाद पूरा डूबने की नोबत आ गई, में जब से सूरत आया आपको िरस्ते तोड़ते हुए ही देखा आज
आपके िरस्ते आपके बचों से भी अच्छे नहीं है आपको सेठ कहे की गरीब, राजेश से मेरे िरस्ते बहुत अच्छे थे आपके
खोटे लोभ ने ख़त्म करवा िदए, आपके लोभ एवं लड़ाई से राजेश ने भी वही करना शुरू कर िदया आप िपता है खाने
पीने की कोई कमी नहीं सेठाने में कमी नहीं िफर ठग की मानिसकता क्यों, अभी भी िजं दंगी आनंद लेने के िलए बाक़ी
है, आपसे प्राथर्ना है ego, लोभ , अहंकार से बाहर आए आपके पिरवार के संस्कार अच्छे करे मेरे राजेश के िरश्ते भी
पुराने थे वेसे करे, आप वासुदेव जी के िहसाब ख़त्म करने में भी आपका रुपया काम नहीं आ रहा है ऐसा रुपया सुध तो
नहीं कहलाएगा, पिवत्र कमाई करे िजससे रुपया काम आवे, लोभ करने से कही फ़ायदा होता हैं उसकी क़ीमत बड़ी
चुकानी होती है, िकसीका रुपया लेते है तो उसका दुभार्ग्य भी साथ ही आता है घर में शांित नहीं रहती, प्लीज़ अहंकार
छोड़कर कामो को आपके रहते सलटावे घर में संस्कार ही क़ीमती है,मेरे साथ लड़ाई से आपको दू र दू र तक भी कोई
फ़ायदा हुआ क्या चेक करके देखना चािहए , केवल वकीलों के बहकावे में हर िदन के साथ नुक़सान कर रहे हो इस
उम्मीद में की गलती पुरानी है वो legal हो गई, कोई भी कोटर् का एक दो फ़ैसला सिवधान नहीं बनता reference ही
होता है धोखा फ़रेब िकसी भी जगह समय मयार्दा से ख़त्म नहीं होता, आप लोगों को आशा थी आप हर जगह मेनेज
करके जीत जावोगे आपके साथ देने वालों ने भी यही उम्मीद के साथ आपको फँसाते चले गए गोर करे, आपने 3 FIR
कराके भी देख िलया,दो FIR में तो with prosecution B summary दािखल हुई हैं देर सवेर फ़िरयादी को सजा
ही होगी, अभी भी आप ओर FIR करने की चेष्टा कर रहे हो, आपके सामने एक fir हुई उसका अनुभव शायद भूल गए
वािपस वो ही गेम खेल रहे हो, पिरवार पिरवार ही होता है िरश्तों की क़द्र करे , मेरी शादी से आना जाना बंद िकया अब
शुरू करके जावो तो आपका बड़पन है, आप बड़े हो बड़पन िदखावों
प्लीज़ व्यवस्था करे की लड़ाई बंद हो
हर िदन के साथ पिरिस्थित ज़्यादा ख़राब हो रही है शायद कई ख़राबी reverse भी न हो पाए, आप िनिश्चं त रहे में
अपने हक़ से ज़्यादा कुछ भी नहीं लूँगा हक़ मेरा मेरे नाम से एवं मेरे पास है वो में नहीं दू ँगा, आप समझदारी से िवचार
करे, आप यह ग़लत सोच न ले की में कुछ कर नहीं पा रहा हूँ , सचाई यह है अभी भी में नुक़सान कम से कम हो यह
प्रयास ही कर रहा हूँ ,
इसको मेरा डर या कमजोरी समझने से कोई लाभ नहीं है
बाक़ी आप समझदार हैं

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