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निमंत्रण पत्र का अर्थ

वििाह, जन्म-दिि, गह
ृ -प्रिेश, उद्घाटि, पाठ, जागरण आदि अिेक मांगलिक कार्थक्रमों पर हम
अपिे वप्रर्जिों ि लमत्रों को आमंत्रत्रत करिे के लिए पत्र लिखते हैं। र्े पत्र व्र्क्ततगत भी
होते हैं और सामाक्जक भी। व्र्क्ततगत-पत्र हम स्िर्ं अपिे हार्ों से लिखकर भेजते हैं और
सामाक्जक-पत्र छपिाए जाते हैं। र्हााँ हम व्र्क्ततगत-पत्रों के कुछ उिाहरण िे खेंगे।

निमंत्रण पत्र का उिाहरण

1. अपिे भाई के जन्म-दििस के उत्सि पर अपिे लमत्र को निमंत्रण-पत्र लिखखए।


418, िक्ष्मी िगर
दिल्िी-92
दििांक: 18 मार्थ, 20XX
वप्रर् लमत्र राहुि

सप्रेम िमस्कार
बहुत दिि हुए तुम्हारा कोई पत्र प्राप्त िहीं हुआ। निक्चर्त ही तुम सभी सकुशि होंगे। राहुि
पहिे तमु पत्र व्र्िहार में बहुत कुशि र्े, िेककि जैसे-जैसे आगे बढ़ रहे हो, अपिे पुरािे लमत्रों
को भूिते जा रहे हो, परं तु मैं तुम्हें ऐसा िहीं करिे िं ग
ू ा। लमत्र इस बार तुम्हें मेरे र्हााँ अिचर्
आिा है।

तुम्हें र्ह जािकर हादिथक प्रसन्िता होगी कक 28 मार्थ को मेरे छोटे भाई वििेक का जन्म-
दििस है। हमिे उसके जन्म-दििस पर एक उत्सि का आर्ोजि ककर्ा है। सार्ंकािीि 5 बजे
जिपाि की व्र्िस्र्ा है । इस अिसर पर उसके कुछ लमत्र सांस्कृनतक कार्थक्रम भी आर्ोक्जत
करिा र्ाहते हैं। इस कार्थक्रम द्िारा सभी का मिोरं जि होगा। मैं र्ाहता हूाँ कक इस शुभ
अिसर पर तुम अपिे पररिार के सार् आओ और वििेक को आशीिाथि िो। िैसे भी तुमसे
लमिे काफी समर् हो गर्ा है , इसी बहािे हम एक-िस
ू रे के सार् र्ोडा समर् गुजार िेंगे। मैंिे
अपिे और लमत्रों को भी बुिार्ा है , सभी एक सार् लमिकर अच्छा समर् त्रबताएाँगे, िार्ें ग,े
गाएाँगे। बहुत मजा आएगा।

मुझे आशा है कक तुम इस अिसर पर अपिे पररिार के सार् जरूर आओगे और हमारे
कार्थक्रम की शोभा बढ़ाओगे।
शेष लमििे पर
तम्
ु हारा लमत्र
अलमत खन्िा

2. अपिे जन्मदिि पर मामा जी को बुिािे के लिए आिोक की ओर से एक निमंत्रण-पत्र


लिखखए।
सी-23, सेतटर-31
िोएडा
दििांक: 10 अगस्त, 20XX
आिरणीर् मामा जी

सािर िमस्कार
आशा है, आप सपररिार आिंि से होंगे। हम सभी र्हााँ सकुशि हैं । मामाजी इस बार
ग्रीष्मािकाश पर आपसे लमििे ि आ सका। इसके लिए क्षमा प्रार्ी हूाँ। मैं अपिे विद्र्ािर्
के लमत्रों के सार् लशमिा घम
ू िे र्िा गर्ा र्ा सो ि आ सका। आप सभी की र्ाि बहुत आई
र्ी। हर िषथ आपके सार् एक सप्ताह त्रबताकर जो आिंि प्राप्त होता है उसका िणथि िहीं कर
सकता।

समार्ार र्ह है कक इस बार मैं अपिा जन्मदिि बडी धम


ू धाम से मिािे जा रहा हूाँ। मेरी
हादिथक इच्छा है कक आप भी इस दिि मामी जी तर्ा भािेश के सार् मेरी इस खशु ी में
शालमि हों। मेरा जन्मदिि 20 अगस्त को है । मैं र्ाहता हूाँ, आप 19 अगस्त को ही िोएडा
पहुाँर् जाएाँ। अगिे दिि के कार्थक्रम की रूपरे खा बिािे में मुझे आपके सहर्ोग की
आिचर्कता है। मैं जािता हूाँ कक आप इस तरह के कार्थक्रमों का आर्ोजि सहज ही कर िेते
हैं। इस अिसर पर आपके सार् काम करके मैं आपके सानिध्र् में बहुत कुछ सीखिा र्ाहता
हूाँ। आशा करता हूाँ कक आप मुझे निराश िहीं करें गे। मैं आपका इंतजार कर रहा हूाँ।

आपका
आिोक

3. अपिे लमत्र को ग्रीष्मािकाश अपिे सार् त्रबतािे का निमंत्रण िे ते हुए पत्र लिखखए।
1237, मिरसा रोड
कचमीरी गेट
दिल्िी -110006
दििांक: 22 जििरी, 20XX
वप्रर् रवि
सप्रेम िमस्ते आज की डाक से तम् ु हारा पत्र लमिा। पढ़कर विदित हुआ कक तम् ु हारे वपता जी
की वििे श र्ात्रा के कारण तम्
ु हारा ग्रीष्मािकाश में लशमिा जािे का कार्थक्रम रद्ि हो गर्ा
है। जैसा कक तम
ु को मैंिे बतार्ा र्ा कक ग्रीष्मािकाश में हम मंब
ु ई जा रहे हैं। हम 25 मई को
िहााँ जाएाँगे और एक सप्ताह िहााँ रुकेंगे। मैं जािता हूाँ कक तमु भी मंब
ु ई जािा र्ाहते हो।
इस शहर को िे खिे की तम् ु हारी बहुत इच्छा है, तो तर्ों ि तम ु भी हमारे सार् ही र्ि िो।

मेरी इच्छा है कक र्ह छुट्दटर्ााँ हम िोिों एक सार् लमिकर मिाएाँ। मंब


ु ई में हम एसििडथ,
जह
ु ू बीर्, मरीि ड्राईि, र्ौपाटी, हाजी अिी आदि अिेक जगहों पर घम
ू ें गे। वपछिे साि मैं
तम्
ु हारे पररिार के सार् श्रीिगर घम
ू िे गर्ा र्ा। अतः तम्
ु हारे वपता जी तम्
ु हें हमारे सार्
र्ििे की अिम
ु नत िे िें गे। किर भी र्दि कोई समस्र्ा हो तो मझ
ु े लिखिा, मैं िरू भाष पर
अपिे वपता जी की तम्
ु हारे वपता जी से बात करिा िं ग
ू ा।

तम्
ु हारा अलभन्ि लमत्र
राहुि

4. अपिे जन्मदिि पर लमत्र को बि


ु ािे के लिए निमंत्रण-पत्र लिखखए।
परीक्षा भिि
िई दिल्िी
दििांक: 26 िरिरी, 20XX
वप्रर् लमत्र

मधरु स्मनृ त
लमत्र, जब से तम
ु िे अपिा विद्र्ािर् बिि लिर्ा है , मेरा मि ही िहीं िग रहा। हम िोिों
इतिे अच्छे लमत्र र्े कक िोग हमारी लमत्रता की लमसाि दिर्ा करते र्े। सर् मैं उि दििों को
बहुत र्ाि करता हूाँ और सिै ि तुम्हारा सार् पािे की कामिा करता रहता हूाँ। तुम जािते ही
हो कक मेरा जन्मदिि 3 मार्थ को है। तुम्हें र्ह जािकर अत्र्ंत हषथ होगा कक मेरे माता-वपता
इस बार भी मेरा जन्मदिि बहुत धूम-धाम से मिा रहे हैं। तुम्हारे वप्रर् भोजि का इंतजाम
करिे के सार्-सार् संगीत का आर्ोजि भी ककर्ा है । खूब िार्ें गे और मजे करें गे। सर् मेरी
खुशी का तो दठकािा ही िहीं है ।

हमारे पुरािे और मेरे िए लमत्र भी आ रहे हैं। इस अिसर पर तुम्हारा र्हााँ होिा बहुत जरूरी
है। र्दि इस खुशी के मौके पर तुम मेरे सार् होओगे, तो मजा िग
ु ुिा हो जाएगा। मुझे र्ाि है
कक वपछिे िषथ ककन्हीं कारणों से तुम इस अिसर पर िहीं आ सके र्े, तब भी तुम्हारी कमी
बहुत खिी र्ी, अब कोई बहािा िहीं र्िेगा लमत्र, तर्ोंकक तुम्हारा सार् पाकर तो मेरी खुशी
एिं उत्साह िग
ु ि
ु ा हो जाता है । कम-से-कम र्ार-पााँर् दिि का समर् िेकर आिा। हम खब ू
मजे करें गे। दिल्िी िशथि को भी र्िेंगे। र्ार्ा जी एिं र्ार्ी जी को मेरा र्रण-स्पशथ कहिा।
अपिे छोटे भाई को प्र्ार।

तुम्हारी प्रतीक्षा में


तम्
ु हारा अलभन्ि लमत्र
अ०ब०स०

5. अपिे भाई के वििाह में सक्म्मलित होिे के लिए लमत्र को निमंत्रण-पत्र लिखखए।
16/40, वििेक विहार
दिल्िी
दििांक: 10 अप्रैि, 20XX

वप्रर् लमत्र
करण मधरु र्ाि तम्
ु हें सूचर्त करते हुए अत्र्ंत हषथ हो रहा है कक मेरे बडे भाई लसद्धार्थ का
वििाह दििांक 10 अप्रैि, 20XX को होिा निक्चर्त हुआ है । बारात 9 अप्रैि को सब ु ह की
फ्िाइट से मंब ु ई जाएगी। तम्
ु हें 8 अप्रैि तक मेरे घर अिचर् पहुाँर् जािा है । इि दििों कोई
परीक्षा िहीं होती, इसलिए समर् के अभाि र्ा छुट्टी ि लमििे का बहािा तो िहीं होगा।
अतः मैं र्ाहता हूाँ कक तम
ु सही समर् पर आकर हमारी खलु शर्ों में शालमि हो जाओ।

लमत्र, तम्
ु हारे आिे से वििाहोत्सि की खलु शर्ााँ िग
ु ि
ु ी हो जाएाँगी। अतः अपिे आगमि की
नतचर् के विषर् में शीघ्रानतशीघ्र सचू र्त करिा। माता जी एिं वपता जी को मेरा सािर र्रण-
स्पशथ कहिा और अपिी छोटी बहि दिव्र्ा को प्र्ार िे िा।

तम्
ु हारा िशथिालभिाषी
लशिा

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