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SEEL Campaign

Connections: Self & Others

Week 1 Theme: Emotions


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Activity Exploring Emotions (भावनाओं और जरूरतों को पहचानना)

Activity Details & Instructions

उद्दे श्य
इस शिक्षण उद्दे श्य का उद्दे श्य जरूरतोों और भावनाओों के बीच के सोंबोंध को तलािना है । एक कहानी के मुख्य पात्र की जरूरतोों को और
भावनाओ को पहचाोंन कर, शवद्याथी दू सरोों की जरूरतोों को पहचानने का अभ्यास करें गे , साथ जरूरतोों और भावनाओों के बीच के सोंबोंध को भी
दे ख पाएों गे। शवद्याथी यह भी समझ पाएों गे शक भावनाएँ िरीर में िारीररक सोंवेदना के रूप में या शकसी पररस्थथशत में हम जैसा महसूस करते है ,
दोनोों ही रूप में हो सकती है ।

शवद्याथी:
• खुि रहने , सीखने और जीने शलए बुशनयादी जरूरतोों को पहचानना
• सोंबोंधो को पहचानना

अवशध : 20 शमनट

आवश्यक सामग्री
• बोडड या चाटड पेपर, माकडर
• ने ल्सन’स डे एट ग्रैंडमा’स हाउस कहानी
• साझा जरूरतोों की सूची
• एक हरा माकडर
• एक नीला माकडर

चेक-इन I 3 शमनट
• “अभी साँस पर ध्यान दे ने का एक छोटा सा अभ्यास करते है । हम अपने िरीर को कैसे दे खना चाहते है?
• सबसे पहले हम सीधे होकर सहज रूप से बैठेंगे। शिर हम अपनी आों खें ज़मीन पर रखेंगे या बोंद कर लें गे।
• ध्यान करने से पहले स्वयों को िाोंत करने के शलए हम ग्राउनडीोंग या रे सोशसिंग करें गे । अपने सामान शकट में से एक वस्तु चुन
ले , या आप कोई नई वस्तु भी चुन सकते है या आप कोई वस्तु की कल्पना भी कर सकते है ।
• अब अपनी चुनी गई वस्तु पर ध्यान लगते है । और दे खेते है शक क्या हम थोड़ी दे र िाोंशतपूवडक अपनी चुनी हुई वस्तु पर ध्यान दे
पाते है । ओर अगर आप चाहे तो आप ग्राउनडीोंग भी कर सकते है । जो भी आप चुने, हम कुछ दे र िाोंशत से ध्यान दें गे। *कुछ
दे र का शवराम+
• आपने अपने भीतर क्या महसूस शकया? अगर आपको अच्छा लगा या ठीक लगा तो पहले की तरह ही ध्यान लगा सकते है ।
• अगर आपको अच्छा न लग रहा हो तो, आप अपना ध्यान शकसी अन्य वस्तु पर लगा सकते है या आप ग्राउनडीोंग कर सकते
है । आप चाहे तो अपने बैठने के तरीके को भी बदल सकते है ले शकन ध्यान रहे शक आसपास शकसी को परे िानी न हो। अन्यथा
अपना ध्यान अपनी वस्तु पर लगाए रखे। *कुछ दे र का शवराम+
• अब अपनी साँस को लेकर जागरूक होते है । चशलये दे खते है शक साँस के अों दर आने और बाहर जाने पर हम ध्यान दे पा रहे
है या नहीों।
• यशद आपको साँस पर ध्यान दे ने में असहज महसूसहो तो आप शिर से रे सोशसिंग या ग्राउनडीोंग कर सकते है या कुछ दे र
शवराम ले ले , साथ ही इस बात को सुशनशित करे शक आसपास शकसी को परे िानी न हो। *15 से 30 सेकोंड के शलए रुके+
• जब भी आपका ध्यान भटके आप शिर से धीरे से अपना ध्यान साँस पर लेकर आये। आप चाहे तो साँस को शगन भी सकते है ।

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*30से 60 सेकोंड तक रुके+
• आपने क्या महसूस शकया?"

अों तर्दड शि गशतशवशध I 13 शमनट

जरूरतोों को पहचानना

शववरण
इस अों तर्दड शि गशतशवशध में शवद्याथी दी गई कहानी पढ़ें गे और कहानी के मुख्य पात्र ने ल्सन को कैसा महसूस हो रहा था इस शवषय पर चचाड
करें गे। समू ह में ने ल्सन की जरूरतोों और उसकी पूरी और अधू री जरूरतोों के साथ जुड़ी भावनाओों पर चचाड की जाएगी।

शवषय वस्तु
• प्रशतशदन हमारी बहुत सी जरूरतें होती है ।
• हमारी कुछ जरूरतें पूरी होती है और कुछ नहीों पूरी होती।
• अगर हमारी जरूरत पूरी होती है तो हम एक तरह से महसूस करते है और अगर पूरी नहीों होती तो हम कुछ अलग महसूस
करते है ।
• व्यस्ि की जरूरतोों को जानकर हम यह समझ सकते है शक वो व्यस्ि शकन हालात से गुजर रहा है और उसे शजस तरह की
भावनाएँ महसूस हो रही है वो क्योों हो रही है ।

आवश्यक सामग्री
• शपछले अध्याय में बनाई गई समान जरूरतोों की सूची
• चाटड पेपर
• 1 हरा माकडर
• 1 नीला माकडर
• कहानी : ने ल्सन’स डे एट ग्रैंडमा’स हाउस कहानी

शनदे ि
• शवद्याशथडयोों को बताए शक आज हम “ने ल्सन’स डे अत ग्रैंडमा’स हाउस” कहानी पढ़ें गे। आस्खरी बार जब हमने ने ल्सन के कशठन शदन
के शवषय में पढ़ा था। इस कहानी में हम ने ल्सन और उसकी दादी माँ की कहानी पढ़ें गे।
• कहानी पढ़ते हुए जहाों भी ने ल्सन की भावनाओों को ले कर ररि थथान शदया गया है वहाँ रुके और शवद्याशथडयोों से ररि थथान पर क्या
आयेगा ये बताने को कहें । शवद्याशथडयोों के जवाब को आप चाटड पेपर पर नीले रों ग के माकडर से शलखेंगे। शिर शवद्याशथडयोों से ने ल्सन को
क्या सोंवेदना महसूस हो रही होगी वह बताने को कहें और उन्हें हरे रों ग के माकडर से चाटड पेपर पर शलखे।
• कहानी में ररि थथान भरने की जगह पर शवद्याशथडयोों से शनम्न सवाल पूछे:
o आपके अनु सार ने ल्सन इस समय-सीमा कैसा महसूस कर रहा होगा?
o उसके िरीर में शकस तरह की सोंवेदना हो रही होगी?
o उसे इस समय-सीमा शकस चीज़ की जरूरत है ? *जरूरत पड़ने पर साझा सूची का उदाहरण दे । शवद्याशथडयोों द्वारा शदए
गये जवाब को बोडड पर शलखे।+
o ने ल्सन को इस समय-सीमा जो चाशहए वो शमल जाने पर उसे कैसा लगेगा?
o ने ल्सन को जो इस समय-सीमा चाशहए उसके न शमलने पर उसे कैसा लगेगा?
o एक बार जब आप कहानी खत्म कर ले , जरूरतोों की साझा सूची को दोहराएँ । क्या ने ल्सन की इन जरूरतोों में से भी कोई
जरूरत थी?

शिक्षण सलाह:
शवद्याशथडयोों को जब भी ने ल्सन की जरूरत या उसे कैसा महसूस हो रहा है यह समझ आए तब वो आफ्ना हाथ उठा कर बता सकते है । अगर
वो ऐसा न करें , तो * शचन्ह जहाों भी लगा है उन जगह रुके और शवद्याशथडयोों से ऊपर शदए गये प्रश्न पूछे।

आले ख प्रशतरूप
• पहले जो हमने ने ल्सन की कहानी पढ़ी थी वो शकन-शकन को याद है ? उस कहानी के समय-सीमा हमने कौनसी गशतशवशध की थी?
हाँ , हमने शचोंगारी पर बात की थी और कैसे शचोंगारी अलग अलग स्तर से गुजरती है ?
• हम ने ल्सन से सोंबस्ित एक और कहानी पढ़ने वाले है । इस बार, हम ने ल्सन की भावनाओों पर ध्यान दें गे और यह दे खेंगे की उसे जो
महसूस हो रहा है वो कैसे उसकी जरूरतोों से सोंबस्ित है ?
• शकसी जरूरत का पू री हो जाना या अधू री रह जाने का क्या मतलब है ? अगर ने ल्सन को दोस्ती की जरूरत है उसकी जरूरत

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उसके दोस्तोों के आसपास होने पर ही पूरी होोंगी। ले शकन अगर उसे दोस्ती की जरूरत है और उसके कोई दोस्त नहीों है तो उसकी
जरूरत अधूरी रह जाएगी।
• मैं कहानी पढ़ूँगा और जब भी हम भावनाओों या जरूरत की बाट करें गे तब मैं कहानी को बीच में रोक दू ों गा।

*नीची दी गई कहानी को पढे । जब आप ररि थथान पर पहुँ चे। नीचे शदए गये प्रश्न पूछे:+
• आपके अनु सार ने ल्सन को इस समय-सीमा शकस तरह की सोंवेदना महसूस हो रही होगी? (जै से की उसका हृदय तेज़ चल रहा
होगा, पसीना आ रहा होगा, थका हुआ महसूस हो रहा होगा)।{इन सोंवेदना सोंबोंधी िब्ोों को बोडड या चाटड पेपर पर हरे रों ग में शलखे। }
• इस स्थथशत में उसे क्या भावना महसूस रही होगी? (दु ख, खुिी, आियडचशकत, डर, गुस्सा ? या कुछ और?) *इन भावनाओों को बोडड
या चाटड पेपर पर नीले रों ग में शलखे+
• उसे अच्छा महसूस करने में कौनसी चीज़ मदद करे गी? (अगर आवश्यकता हो तो साझा जरूरत सूची का उपयोग करें )
• उसे उसकी जरूरत क्योों होगी?
• अगर उसे जो चाशहए वो शमल जाये तो उसे कैसा महसूस होगा?
• अगर उसे जो चाशहए वो उसे न शमले तो उसे कैसा लगेगा?
• इस समय-सीमा क्या वो ऐसा कुछ कर सकता है शजससे की उसे जो चाशहए वो शमल जाएँ ?
• ठीक है । चलो अब कहानी को आगे बढ़ाते है । *इस तरह से आगे भी ररि थथान आने पर सवाल पूछें।+
• *जब कहानी खत्म हो जाए तब भावनाओों को महसूस करने के दो तरीके बताए : िारीररक सोंवेदना और हमे जो महसूस हो रहा हो
वह भावना]
• क्या आपने दे खा शक ने ल्सन को कैसा महसूस हो रहा है उसके शलए मैंने ड्डो सूची बनाई है ? इन दोनोों सूची में क्या अों तर है ?
• हाँ , यह जो है वो सोंवेदनाओों की सूची है , जो हम अपने िरीर में महसूस करते है । दू सरी सूची हमारी भावनाओों की है । वो िरीर के
शकसी एक भाग में नहीों होती। हम भावनाओों के शवषय में आगे और बात करें गे।+”

समे कन I 4 शमनट
• " जब ने ल्सन की कोई जरूरत पूरी नहीों होती उसे कैसा महसूस होता है ?
• जब उसकी जरूरत पूरी होती है तब उसे कैसा महसूस होता है ?
• अपनी जरूरतोों को पूरा करने में शकसने ने ल्सन की मदद की?
• हम यह कैसा पता करें गे की शकसी व्यस्ि को इस समय-सीमा शकस चीज़ की जरूरत है , जैसे हमारी कक्षा में ? *शकन चीजोों/
बातोों से हम खुिी महसूस करें गे , स्वथथ रह सकेंगे और ज्यादा सीख सकेंगे।+
• क्या आपने दू सरोों की जरूरतोों पर कभी गौर शकया है ?
• अगर हम सभी एक दू सरे की जरूरतोों पर और अच्छे से ध्यान दे ने लगे तो क्या होगा?

कहानी: “ने ल्सन’स डे एट ग्रैंड माँ’स हाउस”

“ ने ल्सन एक दम से उठा। उसने दे खा की गली में कारोों का बहुत िोर हो रहा है । बीप ! बीप ! बीप ! ने ल्सन के गाोंव में कारोों का िोर सुनाई
दे ना बहुत अजीब था। वहाँ अक्सर ज्यादा कर नहीों होती। वो उठा और उसने आसपास दे खा तो उसने दे खा शक यह सब सामान तो अलग सा
लग रहा है , यह मेरे कमरे का सामान नहीों है । एक क्षण के शलए ने ल्सन को महसूस हुआ|
शिर ने ल्सन ने अपने अपने हाथोों में शकसी नाजु क चीज़ का अहसास हुआ। उसने दे खा शक यह तो उसकी दादी ने उसके शलए बनाया था वही
रुमाल है । जब भी वो कही घूमने जाता है रोमाल जरूर साथ रखता है । शिर उसे याद आया “ जरूर मैं दादी के घर पर हँ ।“ ने ल्सन को याद
आया शक कल रात को उसके पापा उसको दादी के घर ले कर आए थे। अब ने ल्सन को महसूस हुआ| ने ल्सन अपने पलोंग से उठा और उसने
अपने पेट में गुड़गुड़ महसूस शक। उसे महसूस हो रहा था। इस सामी उए शकस बात जरूरत है |

शिर उसने अपनी दादी शक आवाज़ सुनी। “ने ल्सन क्या तुम उठ गए हो? मैं ने तुम्हारा पसोंदीदा नाश्ता बनाया है! रसोई में आओ!” उसकी दादी
ने उसका पसोंदीदा नाश्ता बनाया है यह दे ख ने ल्सन को महसूस हुआ। यह शविेष नाश्ता उसकी दादी ने उसके शलए ही बनाया था। ने ल्सन ने
ब्रैड, चने और केले से बना यह नाश्ता बहुत चाव से खाया। उसे बहुत नाश्ता बहुत अच्छा लगा। अब उसे महसूस हो रहा था।
ने ल्सन और उसकी दादी बतडन साफ़ कर रहे थे शक अचानक िोन शक घोंटी बाजी। दादी ने िोन उठाया। ने ल्सन को कुछ अच्छे से सुनाई नहीों
शदया ले शकन उसने दादी को यह बोलते सुना “ओह, यह तो बहुत बुरा हुआ। मैं आिा करती हँ शक वो जल्दी बेहतर हो जाए।“ दादी ने कहा
“ने ल्सन, वो शमस मोन्तोया का िोन था। उन्होनें बताया शक जुआन बहुत बीमार है और आज खेलने के शलए नहीों आयेगा। “ ने ल्सन का शदल
घबराया। दादी के यहाँ आने पर ही नेल्सन जुआन से शमल पाता था क्योोंशक जुआन िहर में रे हता था और ने ल्सन गाँव में । ने ल्सन को लगा। उसे
जुआन से शमलना और उसके साथ िूटबॉल खेलना पसोंद था। उसे दादी का घर पसोंद था पर वहाँ पर घर के अों दर खेलने के शलए स्खलौने और
गेम नही थे। अब ने ल्सन सोचने लगा शक वो अपने खाली समय-सीमा में क्या करे गा।

ने ल्सन की दादी ने ने ल्सन के चेहरे पर घबराहट दे खी। दादी ने कहा “नेल्सन, चलो न क्योों न हम पाकड चलते है घूमने के शलए? हो सकता है
तुम्हें वहाँ कोई नए दोस्त शमल जाएँ ।“ ने ल्सन को लगा। जब ने ल्सन और उसकी दादी पाकड पहुँ चे तो ने ल्सन ने दे खा शक वहाँ बहुत से बच्चे खेल
रहे है । कोई बचचें झूला झूल रहे है , कोई शिकेट खेल रहे है और कुछ बच्चें भाग रहे है । ने ल्सन शिकेट खेल रहे बच्चोों के पास पहुँ चा। उसने

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उनसे कहा शक क्या मैं भी तुमह लोगोों के साअथ खेल सकता हँ ? एक लड़के ने कहा नहीों हमारी पहले ही टीम बन चुकी है । ने ल्सन को लगा।
उसी समय-सीमा , शकसी ने ने ल्सन के कोंधे पर हाथ रखा। ने ल्सन से मुड़कर दे खा तो पीछे खड़े लड़के ने कहा “ तुम आउट हो गए, मैंने तुम्हें
छू शलया। ने ल्सन को समझने का समय-सीमा भी नही शमला। उसने दे खा बहुत से बच्चे इधर उधर भाग रहे थे। उसे लगा शक अगर वो ज़ोर से
भागेगा तो वो भी दू सरोों को छू कर आउट कर दे गा। अब ने ल्सन को लगा। यह हमारा मस्ती करने का समय-सीमा है ।“

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Activity Families of Emotions (भावनाओं का पररवार)

Activity Details & Implementation Instructions

उद्दे श्य
इस शिक्षण अनु भव का उद्दे श्य भावनाओों से सोंबस्ित िब्ावली का शनमाडण करना है । शवद्याथी ‘भावनाओों के पररवार’ को बनाएँ गे शजसमें वो
आपस में जुड़ी भावनाओों को समझेंगे। वो इस बात को भी समझेंगे की अलग अलग प्रकार की भावनाएँ आने पर हमें कुछ अलग महसूस होता
है , उनके साथ अलग तरह की सोंवेदना होती है और हम शभन्न तरह से आचरण करते है ।

शवद्याथी:
• भावनाओों के सोंबोंध में अपनी िब्ावली को शवकशसत करना
• इस बात का पता लगाना शक शकस तरह अलग अलग भावनाएँ एक दू सरे से जुड़ी हुई है ।

अवशध : 30 शमनट

आवश्यक सामग्री
• इस शिक्षण अनु भव के अों त में शदए गये काडड के शप्रोंट आउट।
• शपछली गशतशवशध में बनाए गये भावनाओों का पररवार
• एसईई शिक्षण पुस्स्तका
• शलखने के शलए सामग्री

चेक इन I 4 शमनट
• “अभी साँस पर ध्यान दे ने का एक छोटा सा अभ्यास करते है । हम अपने िरीर को कैसे दे खना चाहते है ?
• सबसे पहले हम सीधे होकर सहज रूप से बैठेंगे। शिर हम अपनी आों खें ज़मीन पर रखेंगे या बोंद कर लें गे।
• ध्यान करने से पहले स्वयों को िाोंत करने के शलए हम ग्राउनडीोंग या रे सोशसिंग करें गे । अपने सामान शकट में से एक वस्तु चुन
ले , या आप कोई नई वस्तु भी चुन सकते है या आप कोई वस्तु की कल्पना भी कर सकते है ।
• अब अपनी चुनी गई वस्तु पर ध्यान लगते है । और दे खेते है शक क्या हम थोड़ी दे र िाोंशतपूवडक अपनी चुनी हुई वस्तु पर ध्यान दे
पाते है । ओर अगर आप चाहे तो आप ग्राउनडीोंग भी कर सकते है । जो भी आप चुने, हम कुछ दे र िाोंशत से ध्यान दें गे। *कुछ
दे र का शवराम+
• आपने अपने भीतर क्या महसूस शकया? अगर आपको अच्छा लगा या ठीक लगा तो पहले की तरह ही ध्यान लगा सकते है ।
• अगर आपको अच्छा न लग रहा हो तो, आप अपना ध्यान शकसी अन्य वस्तु पर लगा सकते है या आप ग्राउनडीोंग कर सकते
है । आप चाहे तो अपने बैठने के तरीके को भी बदल सकते है ले शकन ध्यान रहे शक आसपास शकसी को परे िानी न हो। अन्यथा
अपना ध्यान अपनी वस्तु पर लगाए रखे। *कुछ दे र का शवराम+
• अब अपनी साँस को लेकर जागरूक होते है । चशलये दे खते है शक साँस के अों दर आने और बाहर जाने पर हम ध्यान दे पा रहे
है या नहीों।
• यशद आपको साँस पर ध्यान दे ने में असहज महसूसहो तो आप शिर से रे सोशसिंग या ग्राउनडीोंग कर सकते है या कुछ दे र
शवराम ले ले, साथ ही इस बात को सुशनशित करे शक आसपास शकसी को परे िानी न हो। *15 से 30 सेकोंड के शलए रुके+
• जब भी आपका ध्यान भटके आप शिर से धीरे से अपना ध्यान साँस पर लेकर आये। आप चाहे तो साँस को शगन भी सकते है ।
*30से 60 सेकोंड तक रुके+
• आपने क्या महसूस शकया?"

अों तर्दड शि गशतशवशध I 15 शमनट

भावनाओों का पररवार बनाना

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शववरण
इस अों तर्दड शि गशतशवशध में भावनाओों की िब्ावली को शवकशसत करने के शलए भावनाओों का पररवार बनाएँ गे और दे खेंगे की शकस तरह शवशभन्न
भावनाएँ एक दू सरे से जुड़ी है ।

शवषय वस्तु
• भावनाओों की प्रबलता कम ज्यादा हो सकती है ।
• कुछ भावनाएँ एक दू सरे से जुड़ी होती है

आवश्यक सामग्री
इस शिक्षण अनु भव के अों त में शदए गये भावनाओों के काडड के 5 शप्रोंट आउट सेट ।

शनदे ि
• कक्षा को 3 से 5 शवद्याशथडयोों के समू ह में बाोंटे या आप चाहे तो इस गशतशवशध को पूरी कक्षा के साथ ए साथ भी कर सकते है । (नीचे जो
आले ख शलखा है वो छोटे समू ह के शलए आले ख शलखा हुआ है ।) शवद्याथी अपने समू ह में शकसी टे बल पर या नीचें ििड पर गोला
बनाकर बैठ सकते है ।
• हर समू ह को भावनाओों (खुि, समानुभूशत, दु ख, िोध, डर) का काडड दे । आप इन काडडड स को इस शिक्षण अनुभव के अों त में दे ख
सकते है । भावनाओों के अलग अलग समू ह की मूल भावना के बारे में शवद्याशथडयोों को बताएँ ।
• हर समू ह को बचे हुए भावनाओों के काडड का एक सेट दे । यह भावनाओों के पररवार के अशतररि सदस्य है ।
• हर िब् को एक बार शवद्याशथडयोों के साथ पढ़ इस बात को सुशनशित करें शक शवद्याथी हर काडड को पढ़ सकते है।
• शवद्याशथडयोों को यह समझाए शक उन्हें एक समान से िब्ो का समू ह बनाकर ‘भावनाओों का पररवार’ बनाना है ।
• खुिी की भावना का पररवार पूरी कक्षा के साथ बनाए। शवद्याशथडयोों को खु िी से सोंबस्ित काडडड स ढूोंढने को कहें । जो भी काडड शमलते
जाएँ उन्हें खुिी के काडड के पास रखते जाएँ ।
• बाकी की गशतशवशध शवद्याशथडयोों को छोटे समू ह में ही करने दे । हर भावना को सोंबस्ित समू ह में रखने को कहें ।

शिक्षण सलाह
• यहाँ पर भावनाओों के पररवार की सूची दी गई है :
• खुिी: आनों शदत, उत्साशहत, सोंतुि, प्रसन्न
• समानु भूशत : परवाह , स्नेहमय , शमत्रतापूणड
• उदास : अकेलापन , सूना , दयनीय
• िोध : हतािा , बेचैनी , शचड़शचड़
• डर : शचोंता , भय , घबराहट
• हर समू ह को काडड रखने के शलये पयाडप्त जगह की जरूरत होगी।
• भावनाओों के काडड उनसे सोंबस्ित चेहरे या “इमोशजस” बनाना सहायक होगा। खासकर यह उन शवद्याशथडयोों को बहुत मदद
करे गा शजन्हें पढ़ने में मु स्िल होती है ।

आले ख प्रशतरूप
• ‚यहाँ हमारे पास पाँच भावनाएँ है । मैं हर समू ह को एक भावना का काडड दू ँ गा। यह आपके भावना के पररवार की मू ल भावना
होगी। चलो इन्हें साथ शमलकर पढ़ते है ।
• हमारे पास और भी दू सरी भावनाओों के काडड भी है । वो एक दू सरे से सोंबस्ित है । हर काडड भावनाओों के अलग अलग समू ह
में जाएगा और अपने पररवार से शमलेगा। (शिक्षक हर काडड को हाथ से ऊपर कर शदखाएों गे और शवद्याशथडयोों की साथ पढ़ें गे।)
• अब दे खते है कौनसा काडड शकस पररवार में जाता है । िुरुआत करते है “खुिी” के पररवार से और यह हम साथ शमलकर
करें गे।
• अगर मैं खुि होता हँ तो साथ में , मैं और कौनसी भावना महसूस कर सकता हँ ? खुिी की भावना के जैसे और कौन सी
भावनाएँ है ? अपने काडड स में खुिी से सोंबस्ित भावना को ढूोंढो। *आनों शदत, उत्साशहत+। हाँ , मैं आनों शदत को खुिी के काडड
नीचे रखूँगा।
• खुिी से सोंबस्ित और कौनसी भावनाएँ काडडड स में दी गई है ? *शवद्याशथडयोों से सुझाव ले +
• अब हम बाकी की भावनाओों के शलए अपने समू ह में काम करें गे। ऐसे काडडड स ढूँढे जो आपको दी गई मू ल भावना से सोंबास्ित
है और उन्हें अपने मू ल भावना के काडड के पास रखें। *हर समू ह को पयाडप्त समय-सीमा दे , साथ ही हर समू ह के पास जाएँ +
• चशलये अब एक दू सरे के साथ साझा करते है । कौनसा समू ह पहले अपनी बात रखना पसोंद करे गा? पहले अपने समू ह की मू ल
भावना बताएँ , और शिर ये बताएँ की कौनसी भावनाएँ आपको मू ल भावना से सोंबस्ित लगी? *हर समू ह को साझा करने का
समय-सीमा दे +
• भावनाओों सोंबस्ित कोई िब् जो आपको समझ नहीों आया हो?"

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शचोंतनिील अभ्यास I 8 शमनट

अपने आसपास लोगोों में कौनसी भावना आप ज्यादा दे खते है?

शववरण
शवद्याथी अपने आसपास लोगोों में जो भावनाएँ दे खते है उन्हें शचत्र बनाकर प्रदशिडत करें गे।

शवषय वस्तु
• हम अपने आसपास के लोगो में अलग अलग भावनाओों को दे ख सकते है ।
• हम इस बात पर शचोंतन करें गे शक उन लोगोों की क्या जरूरत हो सकती है ?

आवश्यक सामग्री
• शपछली गशतशवशध में बनाया गया भावनाओों का पररवार
• हर शवद्याथी के शलए शचत्र बनाने के शलए िीट
• माकडर या कलर पेंशसल
• एसईई शिक्षण पुस्स्तका

शदिा-शनदे ि
• भावनाओों के पररवार की गशतशवशध के समय-सीमा शलखी गई शवशभन्न भावनाओों में से कुछ भावनाओों को चुने। नकारात्मक
भावनाओों (जैसे डर, िोध,, उदासी आशद) के बजाय सकारात्मक या तटथथ भावनाओों (जैसे खुिी, उत्साह, आियड आशद) को
चुने।
• पहली भावना से िुरू करें । शवद्याशथडयोों से पूछें की क्या उन्होनें दू सरोों में कभी इस भावना को दे खा है । उन्हें अपनी बात साझा
करने को कहें । उसके बाद अगली भावना पर बात करें ।
• शवद्याशथडयोों को एक िीट दे । अपने आसपास के लोगो में शवद्याथी जो भावनाएँ दे खते है उन्हें शचत्र बनाकर प्रदशिडत करने को
कहें । शवद्याशथडयोों से कहें शक अगर वो न चाहे तो उन्हें अपने शचत्र को दू सरोों के साथ साझा करने की कोई जरूरत नहीों।
• शचत्र बनाने के शलए पयाडप्त समय-सीमा दे । उन्हें शचत्र को दे खकर इस बात की कल्पना करने को कहें की जब वह व्यस्ि इस
भावना को महसूस कर रहे होोंगे तब उन्हें शकस चीज़ की जरूरत हो सकती है । शवद्याशथडयोों को शलखने या शचत्र बनाने के शलए
कुछ समय-सीमा दे ।
• जो भी शवद्याथी अपनी बात साझा करना चाहे उन्हें साजह करने को कहें । जो शवद्याथी अपने शचत्र आपको दे ना चाहे उनसे शचत्र
ले ले । उन्हें याद शदलाये की अपनी बात साझा करना जरूरी नहीों है ।

शिक्षण सलाह
कोई नही

आले ख प्रशतरूप
• " इस अभ्यास के शलए इन भावनाओों पर ध्यान दे ते है ।
• क्या आप ऐसी कोई बात/घटना याद कर सकते है जब आपने इनमें से कोई भावना दू सरोों में दे खी थी? क्या आप उसका
शववरण कर सकते है ?
• चशलये अब िाोंत रहकर शचोंतन करते है । यह आपको केवल स्वयों के शलए सोचना है , आपको अपनी बात साझा करने की कोई
जरूरत नहीों है ।
• अपनी िीट ले या अपनी शिक्षण पुस्स्तका शनकले और जो भावनाएँ आप अपने आसपास दू सरोों में नोशटस करते है उन्हें शचत्र
बनाकर शदखाएँ या शलखे। आप एक या एक से अशधक भावनाओों के बारे में शलख सकते है । जरूरी नहीों है शक वो भावनाओों के
एक ही पररवार से हो। *कुछ दे र का शवराम ।+
• आपके अनु सार जब वो व्यस्ि इस भावना को महसूस कर रहा था तब उन्हें शकस चीज़/बात की जरूरत थी, इस बात को
सोचें। हर शचत्र के नीचें उन जरूरतोों का शचत्र बनाए या उन्हें शलखे। *कुछ दे र कर शवराम।+
• क्या आपमें से कोई अपनी बात साझा करना पसोंद करें गे ? *शवद्याशथडयोों को अपनी बात साझा करने को कहें ।+ आपने क्या
भावना बनाई थी? आपने शकन जरूरतोों को नोशटस शकया?
• क्या आपमें से कोई अपने शचत्र केवल मु झे शदखाना पसोंद करें गे ? अगर हाँ तो आप मु झे दे दो।"

समे कन I 3 शमनटड स
• "दू सरोों की भावनाओों और जरूरतोों पर ध्यान दे ने से क्या होता है ?
• क्या आप ऐसे समय-सीमा को याद कर सकते है जब आपने यह नोशटस शकया हो शक आपके पररवार के सदस्य को शकस
चीज़/बात की जरूरत है ? आपको उस समय-सीमा कैसा महसूस हो? आपके पररवार के सदस्य को कैसा लगा?

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• भावनाओों के बारे में और जानने से हमें कैसे मदद शमल सकती है ?
• दू सरोों की भावनाएँ और जरूरतोों पर ध्यान दे ना हमारे शलए कैसे उपयोगी हो सकता है ? "

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Activity Emotional Hygiene (भावनात्मक स्वच्छता)
Activity Details & Implementation Steps

उद्दे श्य
इस शिक्षण अनु भव का उद्दे श्य सोंकटपूणड भावनाओों के द्वारा नु कसान पहुों चाने से पहले ही उन्हें रोकने या उनका सामना करने के शलए
“भावनात्मक स्वच्छता” की अवधारणा का उपयोग करने से है । शवद्याथी शवशभन्न कथानक की कल्पना करें गे और सोंकटपूणड भावनाओों की
चेकशलस्ट को दे ख इस बात का शचोंतन करें गे की वे स्वयों और दू सरोों के शलए इस भावना के आने पर क्या कर सकते है ।

शवद्याथी :
• भावनात्मक स्वच्छता की अवधारणा को स्वयों की दे खरे ख और भावनाओों पर शनयोंत्रण के अभ्यास के रूप में समझना।
• स्वयों और दू सरोों में सोंकटपूणड भावनाओों का सामना करने के शलए तरीके पहचानना

अवशध : 50 शमनट

आवश्यक सामग्री
• भावनाओों के पररवार को बोडड या चाटड पेपर पर सही जगह लगाएँ ।
• एक चाटड पेपर या बोडड ।
• शवद्याशथडयोों के शलए 4 अों तर्दड शि गशतशवशध िीट
• हर शवद्याथी के शलए एक शचोंतनिील अभ्यास वकडिीट

चेक-इन I 10 शमनट
• “अभी साँस पर ध्यान दे ने का एक छोटा सा अभ्यास करते है । हम अपने िरीर को कैसे दे खना चाहते है?
• सबसे पहले हम सीधे होकर सहज रूप से बैठेंगे। शिर हम अपनी आों खें ज़मीन पर रखेंगे या बोंद कर लें गे।
• ध्यान करने से पहले स्वयों को िाोंत करने के शलए हम ग्राउनडीोंग या रे सोशसिंग करें गे । अपने सामान शकट में से एक वस्तु चुन ले , या
आप कोई नई वस्तु भी चुन सकते है या आप कोई वस्तु की कल्पना भी कर सकते है ।
• अब अपनी चुनी गई वस्तु पर ध्यान लगते है । और दे खेते है शक क्या हम थोड़ी दे र िाोंशतपूवडक अपनी चुनी हुई वस्तु पर ध्यान दे पाते
है । ओर अगर आप चाहे तो आप ग्राउनडीोंग भी कर सकते है । जो भी आप चुने, हम कुछ दे र िाोंशत से ध्यान दें गे। *कुछ दे र का
शवराम+
• आपने अपने भीतर क्या महसूस शकया? अगर आपको अच्छा लगा या ठीक लगा तो पहले की तरह ही ध्यान लगा सकते है ।
• अगर आपको अच्छा न लग रहा हो तो, आप अपना ध्यान शकसी अन्य वस्तु पर लगा सकते है या आप ग्राउनडीोंग कर सकते है ।
आप चाहे तो अपने बैठने के तरीके को भी बदल सकते है ले शकन ध्यान रहे शक आसपास शकसी को परे िानी न हो। अन्यथा अपना
ध्यान अपनी वस्तु पर लगाए रखे। *कुछ दे र का शवराम+
• अब अपनी साँस को लेकर जागरूक होते है । चशलये दे खते है शक साँस के अों दर आने और बाहर जाने पर हम ध्यान दे पा रहे है या
नहीों।
• यशद आपको साँस पर ध्यान दे ने में असहज महसूसहो तो आप शिर से रे सोशसिंग या ग्राउनडीोंग कर सकते है या कुछ दे र शवराम ले
ले , साथ ही इस बात को सुशनशित करे शक आसपास शकसी को परे िानी न हो। *15 से 30 सेकोंड के शलए रुके+
• जब भी आपका ध्यान भटके आप शिर से धीरे से अपना ध्यान साँस पर लेकर आये। आप चाहे तो साँस को शगन भी सकते है । *30से
60 सेकोंड तक रुके+
• आपने क्या महसूस शकया?"

चचाड I 10 शमनट
भावनात्मक स्वच्छता क्या है ?

शववरण
इस चचाड में भावनात्मक स्वच्छता की अवधारणा पर बात की गई है ।

शवषय वस्तु
• शजस तरह हम अपने िरीर का ध्यान (िारीररक स्वच्छता) रखते है उसी तरह हम अपने मानशसक स्वास्थ्य (भावनात्मक
स्वच्छता) का भी ध्यान रख सकते है ।

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• . भावनात्मक स्वच्छता से हम यह सीख पाते है शक शकसी भी सोंकटपूणड भावना के आने पर हम रुककर दो बार सोच सकें
ताशक स्वयों और दू सरोों को हाशन पहुोंचाने से बच सकें।

आवश्यक सामग्री
कोई नहीों

शदिा-शनदे ि
• िुरुआत में भावनात्मक स्वच्छता पर बात करने से पहले शवद्याशथडयोों से िारीरक स्वच्छता और अपने िरीर का ध्यान रखने पर
बात करें । *आप नीचे शदए गये आलेख का उपयोग कर सकते है ।+
• पूछे: हम अपने िरीर का ध्यान रखने के शलए क्या करते है ? हम ऐसा क्योों करते है ? (स्नान करना, ब्रि करना आशद)
• क्या हम अपनी भावनाओों का भी इसी तरह ख्याल रख सकते है ? अगर हाँ तो शकस तरह रख सकते है ?
• हमने पहले ऐसा क्या सीखा है शजससे हमें भावनात्मक स्वच्छता का अभ्यास करने में सहायता शमले गी?

आले ख प्रशतरूप
• " शकसने स्वच्छता िब् पहले भी सुना है ?
• क्या शकसी को इसका मतलब पता है ? चलो साथ शमलकर दे खते है की हमें इसका अरता पता है या नहीों।
• हाँ , स्वच्छता स्वास्थ्य की तरह ही है । इसका अथड है की स्वथथ रहने के शलए शकसी चीज़ की दे ख रे ख करना। अक्सर हम अपने
िरीर का ध्यान रखने की बात सुनते रहते है । हम इसके शलए एक िब् का उपयोग करते है “िारीररक स्वास्थ्य”। इसका अथड
है शक अपने िरीर का ध्यान रखना ताशक हम स्वथथ और खुि रह सकें।
• अपने िरीर का ध्यान रखने के शलए हम क्या क्या करते है ?
• हम अपने िरीर का ध्यान क्योों रखते है ? (स्वथथ रहने के शलए, अच्छा महसूस करने के शलए, ताकी हमारा िरीर सभी काम
अच्छे से कर सकें)
• इसी तरह चलो अब अपनी भावनाओों के शवषय में सोचते है ? क्या आपको लगता है शक हम अपनी भावनाओों का ध्यान भी रख
सकते है? क्या उससे हमे खुि और स्वथथ रहने में मदद शमले गी?
• भावनाओों के शवषय में क्या आपको कुछ पता है या ऐसा कुछ हमने साथ में शमलकर सीखा शजससे शक हम खुि और स्वथथ रह
सकें?
• अपनी भावनाओों का ध्यान रखने से हमें कैसे मदद शमलेगी? *हम खुि होोंगे; हम अपने सोंकटपूणड भावनाओों का अच्छे से प्रबोंध
कर सकेंगे। नकारात्मक भावनाओों के प्रभाव में हम हाशनकारक आचरण करने से स्वयों को रोक सकेंगे। +
• बहुत अच्छे । आप सभी भावनात्मक स्वच्छता के शवषय में बात कर रहे हो।"

अों तर्दड शि गशतशवशध I 15 शमनट

भावनात्मक स्वच्छता का अभ्यास

शववरण
इस अों तर्दड शि गशतशवशध में शवद्याथी सोंकटपूणड भावनाओों के तीव्र होने पर उनका सामना करने के शलए शवशभन्न तरीको का पता लगाएों गे।

शवषय वस्तु
• शजस तरह हम अपने िरीर का ध्यान (िारीररक स्वच्छता) रखते है उसी तरह हम अपने मानशसक स्वास्थ्य (भावनात्मक
स्वास्थ्य) का भी ख्याल रख सकते है ।
• सोंकटपूणड भावनाओों का प्रबोंध करने के शलए हम बहुत सारे तरीके खोज सकते है ।
• भावनात्मक स्वच्छता से हम अपनी भावनाओों को शनयोंशत्रत कर सकते है शजससे हम स्वयों और दू सरोों को सुरशक्षत रख सकते
है ।

आवश्यक सामग्री
• एक बड़ा चाटड पेपर या बोडड शजस पर शलखा हो “सोंकटपूणड भावनाओों का सामना करने के तरीके’
• हर शवद्याथी की शलए अों तर्दड शि गशतशवशध की 4 प्रशत और शचोंतनिील अभ्यास की एक िीट

शदिा शनदे ि
• कक्षा को ‘भावनाओों के पररवार’ वाली गशतशवशध और साथ ही सोंकटपूणड भावनाओों के बारे में याद शदलाए। इस चाटड को कक्षा
में कही लगाएँ या शवद्याशथडयोों द्वारा बताए गये सोंकटपूणड भावनाओों की सूची बनाए ताशक सभी इसे दे ख सकें।
• ने ल्सन की कहानी “ने ल्सन का मु स्िल शदन’ या ‘ने ल्सन का दादी के घर का शदन’ शवद्याशथडयोों को याद शदलाए। चूोंशक कहानी
को सुने कािी शदन हो चुके है उन्हें शिर से कहानी याद शदलाए या जरूरत लगे तो दोबारा पूरी कहानी सुनाये।

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• कहानी पर बात करते समय-सीमा शवद्याशथडयोों से पूछे शक ने ल्सन ने सोंकटपूणड भावना कब महसूस की। इस सोंकटपूणड भावना
को चाटड पेपर या बोडड पर शलखे।
• शवद्याशथडयोों द्वारा सोंकटपूणड भावनाओों की पहचान कर ले ने के बाद इस गशतशवशध के अों त में दी गई चेकशलस्ट की सहायता से
इस बात पर चचाड करें शक सोंकटपूणड भावनाओों का सामना करने के शलए ने ल्सन स्वयों की सहायता कैसे कर सकता है ।
• दो या तीन के समू ह में कहानी में अन्य सोंकटपूणड भावनाओों का पता लगाने और साथ ही उनका सामना करने के तरीके ढूँढने
को कहें ।
• अपनी बात साझा करने के शलए समय-सीमा दे ।

शिक्षण सलाह
अगर अवसर हो तो शवद्याशथडयोों का ध्यान इस बात पर दे शक शकसी एक पररस्थथशत में जो तरीका काम कर जाये हो सकता है शक वो दू सरी
पररस्थथशत में न करें । इसशलए शकसी एक सोंकटपूणड भावना का सामना करने के शलए एक से ज्यादा तरीके होना उशचत होता है ।

आले ख प्रशतरूप
• “आपमे में से शकन शकन को ‘भावनाओों के पररवार’ वाली गशतशवशध याद है ? क्या आप पूरी कक्षा के साझा कर सकते है ?
• हाँ , हमने शवशभन्न भावनाओों से सोंबस्ित िब्ो पर बात की थी।
• क्या शकसी को याद है शक हमने शकन भावनाओों को सोंकटपूणड भावनाओों के रूप में चुना था?*अपनी कक्षा के साथ इस पर
समीक्षा करें , साथ ही याद शदलाए की कौनसी भावनाएँ सोंकटपूणड है । शपछले शिक्षण अनु भव में पहचाने गये सोंकटपूणड
भावनाओों का चाटड कक्षा में लगाए।+
• क्या आप सभी ने यह भावना महसूस की है ?
• चलो अब ने ल्सन के दादी के घर जाने की कहानी पर बात करते है । क्या आपको वो कहानी याद है ?
• ने ल्सन अपनी दादी के घर गया था। जब वो उठा तब उसे याद नहीों था की वो कहा है । शिर उसे पता चला की उसका दोस्त
उसके साथ खेलने नहीों आ पाएगा। थोड़ी दे र बार वो दादी के साथ पाकड में घूमने गया जहाँ बाकी बच्चे उसके साथ नही खेल
रहे थे।
• क्या ऐसा सोंभव है की इस समय-सीमा ने ल्सन कुछ सोंकटपूणड भावना महसूस कर रहा होगा? वो कौनसी भावनाएँ महसूस कर
रहा होगा? *एक बार जब शवद्याथी जवाब दे , तब उन्हें इस भावना को पचे पर शलखने को कहें । +
• अगर वो यह सोंकटपूणड भावना महसूस कर रहा होगा तो उसके िरीर में क्या सोंवेदना हो रही होगी?

*इसे पचे पर शलखे+


• अगर वो यह सोंकटपूणड भावना महसूस कर रहा था तो उसके शलए वो क्या कर सकता था? क्या हमने ऐसे कोई तरीके सीखे है
शजनका उपयोग वो कर सकता है ? (यह तरीके उसके स्वयों के शलए है । इन उपायोों को बोडड पर “यह चीज़ें हम अपने शलए कर
सकते है ” िीषडक के नीचे शलखे।)
• अगर हम उसके साथ वहाँ होते तो क्या होता? अगर वो ऐसा महसूस कर रहा होता तो हम उसकी मदद करने के शलए क्या कर
सकते थे? (यह तरीके दू सरोों के शलए है । इन उपायोों को बोडड पर “यह चीज़ें हम दू सरोों के शलए कर सकते है ” िीषडक के नीचे शलखे।)
• बहुत बशढ़या। हमने ऐसे कुछ तरीके दे खे शजनसे हम खुद की और दू सरोों की मदद कर सकते है ।
• अगर ने ल्सन ने कुछ और सोंकटपूणड भावनाओों को महसूस शकया जैसे डर, गुस्सा, शनरािा आशद तब हम क्या कर सकते है ? "
• दो या तीन के समू ह में शवद्याशथडयोों को चार और सोंकटपूणड भावनाओों पर काम करने दे । इन सवालोों को दोहराएँ ।
o " यह भावना महसूस होने पर आपको िरीर में कैसा लगता है ?
o आप ऐसी स्थथशत में स्वयों के शलए क्या कर सकते है ?
o आपका कोई दोस्त आपके शलए क्या कर सकता है?
• कल्पना करो शक ने ल्सन हमारे पास मदद के शलए आता क्योोंशक वो सोंकटपूणड भावनाओों को महसूस कर रहा है। उसे पता है शक हम
भावनात्मक स्वच्छता के शवषय में सीख रहे है । सोंकटपूणड भावनाओों की शचोंगारी को आग में बदलने से रोकने के शलए हम उसे क्या
सीख दे सकते है ताशक वो रोज शवश्वास के साथ उनका सामना कर सकें? "

शचोंतनिील अभ्यास I 20 शमनट

जब मैं कोई तीव्र भावना को महसूस करता हँ तब मैं स्वयों के शलए क्या कर सकता हँ ?

शववरण
इस शचोंतनिील अभ्यास में , शवद्याथी भावनाओों के पररववार के चाटड में से कोई एक तीव्र भावना को चुनेंगे जो उनके और दू सरोों के शलए परे िानी
खड़ी कर सकती है । अगर उनके उम्र के ही शकसी व्यस्ि को ऐसा महसूस होता तो वो स्वयों के शलए क्या कर सकता है इस बात को शचत्र
बनाकर प्रदशिडत करें गे।

नोट: यह गशतशवशध पहले भाग के शवस्तार के रूप में अगले शदन की जा सकती है ।

10 | P a g e
शवषय वस्तु
हम सोंकटपूणड भावनाओों के आने पर उनका सामना करने के शलए अलग-अलग तरीकोों का उपयोग कर सकते है ।

आवश्यक सामग्री
• सोंकटपूणड भावनाओों के शलए शचोंतनिील अभ्यास का पचाड
• भावनाओों का पररवार का चाटड और काडड ।

शदिा शनदे ि
• ने ल्सन ने हमारी कक्षा से भावनात्मक स्वच्छता का अभ्यास करना सीखा है । इसशलए जब भी वो कोई मु सस्िल भावना को
महसूस करता है उसे पता होता है शक ऐसे समय-सीमा वो खुद के शलए क्या कर सकता है ।
• इस बात को समझाये शक हर स्िद्याथी अपने अनु सार से कोई भी सोंकटपूणड भावना का चुनाव कर सकता है । जरूरी नहीों शक
वो केवल भावनाओों के पररवार के चाटड में से ही सोंकटपूणड भावना को चुने। (आप चाहे तो शदये गए काडड में से कोई भी काडड
का चुनाव करने को भी कह सकते है।) ने ल्सन इस भावना का सामना करने के शलए कक्षा में सीखे गए शकन तरीको का
उपयोग कर सकता है ताशक यह भावना स्वयों और दू सरोों के शलए बड़ी परे िानी न बनें ।
• अपने अपने तरीके साझा करने के शलए समय-सीमा दे ।

शिक्षण सलाह
सोंकटपूणड भावनाओों और उनसे सोंबस्ित हाशनकारक आचरण पर िुरू से ही शवद्याशथडयोों के अनु भव पर बात करना उनके शलए मु स्िलें खड़ी
कर सकता है । इसशलए उन्हें पहले एक तीसरे व्यस्ि (ने ल्सन) के अनु भव के आधार पर समझाया गया है । वो स्वाभाशवक रूप से खुद ब खुद
इस शिक्षा को अपने जीवन में आत्मसात कर लें गे। बहुत सी पररस्थथशत में कक्षा में शवद्याशथडयोों की सोंकटपूणड भावना और अनु भव पर बात करने
से पहले इस तरह के अप्रत्यक्ष तरीके से िुरू करना सुझाया जाता है ।

आले ख प्रशतरूप
• " चलो ऐसा मान ले ते है शक ने ल्सन हमारी कक्षा में हमारे साथ है और उसने भी जो हम सीख रहे है वो सीखा है । वो
भावनात्मक स्वच्छता का अभ्यास कर सकता है । इसशलए जब ने ल्सन कोई सोंकटपूणड भावना को महसूस करता है तब उसे
पता होता है शक उनका सामना कैसे करना है ।
• आप सभी भावनाओों के पररवार के चाटड से एक सोंकटपूणड भावना का चुनाव करें गे।
• इस सोंकटपूणड भावना का सामना करने के शलए ने ल्सन क्या क्या कर सकता है ताशक वो बड़ी समस्या न बने ।
• जब शचत्र बनाकर या शलखकर यह प्रदशिडत करें शक इस सोंकटपूणड भावना का सामना करने के शलए ने ल्सन क्या तरीका अपना
सकता है । शलखने या शचत्र बनाने के बाद, शवद्याथी अपने शचत्र या अपनी बात साझा कर सकते है ।‚
• *शलखने और शचत्र बनाने के शलए 10 शमनट का समय-सीमा दे । शिर शवद्याशथडयोों को अपनी बात साझा करने को कहें ।+

समे कन I 6 शमनट
• " आपको क्योों लगता है शक भावनात्मक स्वच्छता उपयोगी हो सकती है ?
• हम शकस तरह भावनात्मक स्वच्छता को ले कर और बेहतर हो सकते है ?"

11 | P a g e

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