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काश उ सजक डायोड

काश उ सजन डायोड (अं ेज़ी:लाइट ए म टग


डायोड) एक अध चालक-डायोड होता है, जसम व ुत
धारा वा हत करने पर यह काश उ स जत करता
है।[1] यह काश इसक बनावट के अनुसार कसी भी
रंग का हो सकता है। एल.ई.डी. कई कार क होती ह।
इनम म नएचर, लै शग, हाई पावर, अ फा- यूमे रक,
ब वण और ओ.एल.ई.डी मुख ह। म नएचर
एल.ई.डी. का योग इं डकेटस म कया जाता है।
लैपटॉप, नोटबुक, मोबाइल फोन, डीवीडी लेयर,
वी डयो गेम और पी.डी.ए. आ द म योग होने वाली
ऑग नक एल.ई.डी. (ओ.एल.ई.डी.) को एल.सी.डी.
और सी.आर.ट . टे नोलॉजी से कह बेहतर माना जाता
है।[1] यह एक इले ॉ नक चप है जसम से बजली
गुज़रते ही उसके इले ॉन पहले तो आवे शत हो जाते ह
और उसके बाद ही, अपने आवेश वाली ऊजा को काश
के प म उ स जत कर दे ते ह।[2] इसका मु य
काशो पादन घटक गै लयम आसनाइड होता है। यही
व ुत ऊजा को काश म बदलता है।[3] इनक मता
५०% से भी अ धक होती है। इस तरह वे व ुत ऊजा
को काश ऊजा म बदलते ह। इसक वशेषता ये है, क
इसे कसी ला टक फ म म भी लगाया जा सकता है।
एल.ई.डी. पारंप रक काश ोत क तुलना मे ब त
उ त है जसका कारण है, ऊजा क कम खपत, लंबा
जीवनकाल, उ त ढ़ता, छोटा आकार और तेज वचन
आ द,[4] हालां क, यह अपे ाकृत महंगी होती ह और
परंपरागत ोत क तुलना म इनके लए अ धक सट क
व ुत धारा और गम के बंधन क ज रत होती है।
एक व ुत ब ब लगभग १००० घंटे ही काश दे पाता
है, जब क एल.ई.डी. एक लाख घंटे भी काश दे सकते
ह।[4]
काश उ सजक डायोड

५ ममी कार क लाल, हरी और नीली एल ई डी

कार न य, ऑ टोइले ॉ नक

काय स ा त व ुतसंद त

अ व कता नक होलो नएक जू. (1962)

व ुतीय तीक

पन व यास धना एवं ऋणा

दे वा सं
एल.ई.डी क आंत रक संरचना

इ तहास
एल.ई.डी के बारे म पहली रपोट १९०७ म टश
वै ा नक एच जे राउंड क मारकोनी योगशाला म एक
योग के दौरान सं ान म आयी थी। इसका आ व कार
१९२० के दशक म स म आ था और १९६२ म इसे
अमे रका म एक ावहा रक इले ॉ नक घटक के प
म तुत कया गया। जनरल इले क कंपनी म काम
करने के दौरान इसका पहला ायो गक य वण म

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