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कक्षा 1 से 5

Annotated Bibliography of
Children’s Literature
Classes I to V
चित्रांकन – शभु म लखेरा
cky lkfgR; dh foojf.kdk
कक्षा 1 से 5
Annotated Bibliography of
Children’s Literature
Classes I to V

चित्रांकन – निलेश गहलोत


i
23101 – बाल साहित्‍य की विवरणिका ISBN 978-93-5292-383-0
कक्षा 1 से 5
izFke laLdj.k सर्वािधकार सरु क्षित
ˆ प्रकाशक की पूर्व अनुमति के िबना इस प्रकाशन के िकसी भाग को छापना तथा
फ़रवरी 2021 माघ 1942 इलैक्‍ट्रॉिनकी, मशीनी, फ़ोटोप्रतििलपि, िरकॉिर्डंग अथवा िकसी अन्‍य िवधि से पनु : प्रयोग
पद्धति द्वारा उसका संग्रहण अथवा प्रचारण वर्जित है।
PD 1T RPS ˆ इस पस्‍त
ु क की िबक्री इस शर्त के साथ की गई है िक प्रकाशन की पूर्व अनमु ति के िबना यह
पस्‍त
ु क अपने मूल आवरण अथवा िजल्‍द के अलावा िकसी अन्‍य प्रकार से व्‍यापार द्वारा
© राष्‍ट्रीय शैिक्षक अनस
ु धं ान और प्रशिक्षण उधारी पर, पनु र्विक्रय या िकराए पर न दी जाएगी, न बेची जाएगी।
ˆ इस प्रकाशन का सही मूल्‍य इस पृष्‍ठ पर मद्ु रित है। रबड़ की महु र अथवा िचपकाई गई
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सचिव, राष्‍ट्रीय शैक्षिक अनस ु ंधान और प्रशिक्षण उत्‍पादन अधि‍कारी : अतल
ु सक्‍सेना
परिषद,् श्री अरविंद मार्ग, नयी िदल्‍ली 110 016
से प्रकाशित तथा पुष्‍पक प्रैस प्राइवेट लिमिटेड, आवरण चित्रांकन
203-204 डी.एस.आई.डी.सी. शे ड् स , ओखला विभति
ू पांडे
इडं स्ट्रियल एरिया, फ़े ज़-I, नयी दिल्‍ली 110 020
द्वारा मद्ु रित।
आमुख
बच्चों का साहित्य, छोटे बच्चों में पढ़ने को प्रोत्साहित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। उन्हें पस्तु कों की रंगीन
दनिय
ु ा अपनी ओर आम त्
ं रित करती है
। वे उनके प्रति आकर्षण महस स
ू करते हैं और उन्हें अपने हाथों में पकड़कर
पढ़ने के लिए लालायित रहते हैं। एक पस्त ु क को पकड़ना, कहानी के पात्रों को उनकी पसंद के नाम देना, पस्त ु क में
दिए चित्र के बारे में बात करना, कहानियों में घटनाओ ं का वर्णन करना, चित्र को देखकर उसमें होने वाली घटनाओ ं
के आधार पर यह अनमु ान लगाना कि आगे क्या हो सकता है, उन्हें उपलब्धि का एहसास देता है। यह व्यक्‍त‍िगत
जड़ाु व जो बच्चे और कहानी के बीच होता है, उनकी जिज्ञासा को और बढ़ा देता है और वे कल्पना की दनिय ु ा में
शामिल होने लगते हैं। इस क्षण के उपरांत वे पीछे मड़ु कर नहीं देखते और पढ़ने की कुशलता में आगे बढ़ते जाते हैं।
अतः विश्‍लेषणात्मक सोच, कल्पना और रचनात्मकता के साथ-साथ प्रभावी साहित्यिक कौशल विकसित करने के
लिए बच्चों को विभिन्न प्रकार की कहानियों की किताबों से परिचित कराना अत्यंत महत्वपूर्ण है।
बाल साहित्य का चयन ध्यान से किया जाना चाहिए। बाल साहित्य बच्चों की आयु के अनरू ु प हो और उनकी
पढ़ने की क्षमता तथा रुचि को परू ा करने में सक्षम हो। इसी सदं र्भ में, रा.शै.अ.प्र.प. के प्रारंभिक शिक्षा विभाग के समग्र
शाला भाषा कार्यक्रम (पूर्व में प्रारंभिक साक्षरता कार्यक्रम) ने प्राथमिक स्तर 1 से 5 के बच्चों के लिए उपयक्ु ‍त और
रोचक बाल साहित्य उपलब्ध कराने के लिए इनके चयन की एक सदृु ढ़ प्रक्रिया शरू ु की। विभिन्न मानदडं ों के आधार
पर बाल साहित्य का सावधानीपूर्वक चयन किया गया। चयन के मानदडं ों में जो कारक शामिल रहे, वे हैं— शैलियों
में विविधता, चित्र, आय-ु उपयक्ु ‍तता, रुचि, पढ़कर सनु ाने के लिए अवसर ,लोकतत्व, सवं ैधानिक मलू ्य, सस्कृति ं का
पोषण आदि। इस प्रक्रिया के माध्यम से बच्चों के साहित्य की सूची विकसित की गई। इस सूची में हिदं ी, अग्रेज़ ं ी और
उर्दू भाषाओ ं की पस्त
ु कें शामिल की गई हैं। यह सूची शिक्षकों, शिक्षक-प्रशिक्षकों, अभिभावकों, बच्चों और अन्य
उन सभी व्यक्‍त‍ियों के लिए उपयोगी होगी जो बाल पाठकों के लिए बाल साहित्य का चयन करने और उन्हें उपलब्ध
कराने में रुचि रखते हैं।
प्रारंमिभक शिक्षा विभाग तथा उषा शर्मा, प्रोफ़ेसर (कार्यक्रम समन्वयक) द्वारा किया गया कार्य सराहनीय है।
आशा करता हूँ कि यह विवरणिका बच्चों के लिए पढ़ने का आनंद देने वाले बाल साहित्य के चयन में
मदद करे गी।

हृषिके श सेनापति
नयी दिल्ली निदेशक
जल
ु ाई, 2020 राष्ट्रीय शैक्षिक अनसु धं ान और प्रशिक्षण परिषद्
Foreword
Children’s literature plays an important role in promoting reading amongst young
children. They find the world of colourful books welcoming and fascinating. They
feel attracted towards them and get tempted to hold them in their hands and read.
Holding a book, giving the names to the characters in story, talking about the
illustrations, describing the events, wondering what is happening in the picture and
predicting what may happen next gives them a sense of achievement. The personal
engagement that happens between the child and the story fuels their curiosity and
children begin to indulge in the world of fantasy. This moment onwards there is
no looking back and they move further on the road to effective literacy. Hence, it
is of utmost importance to introduce children to a variety of storybooks to develop
effective literary skills along with analytical thinking, imagination and creativity.
Children’s literature, however need to be selected carefully. It should be
age-appropriate and catering to different reading abilities as well as interests of
children. In this context, Integrated School Language Programme (earlier, Early
Literacy Programme) of Department of Elementary Education of NCERT started a
process of identifying suitable books for children of primary classes (I to V) through
a rigorous process. The titles have been carefully selected based on a variety of
factors. The factors included in the process of selection were— variety in genres,
pictures or illustrations, age-appropriateness, interest, scope for read-aloud, folk
elements, constitutional values, cultural reinforcement, etc. A comprehensive
list of children’s literature has been developed, which includes books of Hindi,
English and Urdu languages. This catalogue will facilitate teachers, teacher-
educators, parents and others who are interested in children’s literature to choose
books for their young readers.
The efforts made by the Department of Elementary Education and Professor
Usha Sharma, Programme Coordinator, are appreciated.
I hope that this Annotated Bibliography will help in the selection of literature
which make reading enjoyable for children!

Hrushikesh Senapaty
Director
New Delhi National Council of Educational
July 2020 Research and Training
बाल साहित्य
बाल साहित्य वही है जो अपने पाठकों को भावनाओ,ं कल्पनाओ,ं रोमाचं , साहसिक कार्यों और भाषा के रंगों से
भरी सभं ावनाओ ं की दनिय ु ा में ले जाए। अतः बच्चों को स्वतत्रं रूप से पढ़ने, मिलकर पढ़ने और पस्त ु क पढ़कर
सनु ने-सनु ाने के अवसर मिलने चाहिए। इससे उनमें तर्क -विश्‍लेषण की क्षमता विकसित होगी और साथ ही
कल्पना और सृजनात्मकता को भी बढ़ावा मिलेगा। प्रारंभिक साक्षरता पर हुए शोध हमें बताते हैं कि कहानियों
की किताबों से परिचय और जड़ु ाव के द्वारा बच्चे लिखने, पढ़ने, अर्थ निकालने आदि के बारे में कई महत्वपूर्ण
अवधारणाओ ं का निर्माण करते हैं। बच्चों का परिचय उनके शरू ु आती वर्षों में, जिस तरह क‍ी पस्‍त ु कों से
करवाया जाता है, पस्त ु कों के प्रति उनका जड़ु ाव और प्यार उसी पर निर्भर करता है, इसलिए बच्चों को तरह-तरह
की पस्तु कें उपलब्ध कराई जानी चाहिए ताकि वे पढ़ने का आनदं ले सकें । अतः बच्चों की उम्र, पठन-क्षमता
और उनकी विविध रुचियों को ध्यान में रखते हुए उनके लिए पस्त ु कों का चयन करना चाहिए।
बाल साहित्य का चयन करने के लिए निम्नलिखित महत्वपूर्ण बिंदओ ु ं को ध्यान में रखा जाना चाहिए—
• विधा और विषयवस्तु में विविधता — पस्त ु क की विषयवस्तु और भाषा में विविधता होनी चाहिए।
यह विविधता विषय, प्रकार, भाषा शैली, कहानी की शैली, विषय-क्षेत्र, पस्त ु कों की सख्या ं और प्रारूप
में भी दिखाई देनी चाहिए।
• चित्र एवं चित्रांकन — बच्चों में चित्रों के प्रति स्वाभाविक आकर्षण होता है और आमतौर पर किताब
के इस पक्ष की ओर बच्चों का ध्यान सबसे पहले जाता है, इसलिए पस्त ु कों के चित्रों पर विशेष ध्यान
दिया जाना चाहिए। चित्रों में ऐसी बातें न हों जो रूढ़िवादिता को बढ़ावा देती हों और सवं ैधानिक मलू ्यों
के विपरीत हो। अकसर ऐसा माना जाता है कि बच्चों की किताबें रंग-बिरंगी और चमकदार कागज़ वाली
हों। हालाँकि श्‍वेत-श्याम चित्र या सादे लेकिन लालित्यपूर्ण चित्रंाकन भी बच्चों के मन को भाते हैं।
• स्तर के अनुरूप — पस्त ु कों की विषयवस्तु, पठन का स्तर और अवधारणाएँ प्राथमिक स्तर के बच्चों
के लिए प्रासगिं क और उपयक्ु ‍त होनी चाहिए। बाल साहित्य के चयन में इस तरह का सतं ल ु न हो कि उनमें
कुछ किताबें ऐसी हों जो उनके स्तर की हों और कुछ किताबें ऐसी भी हों जो उनके पठन को उत्साहपूर्ण
चनु ौती देते हुए उनके पढ़ने की कुशलता को विस्तार देती हों।
• नैतिक मूल्य — वे किताबें जो मलू ्यों और नैतिकता का सीधे-सीधे उपदेश देती हैं, वे बच्चों के लिए
उपयक्ु ‍त नहीं मानी जाती, क्योंकि उन किताबों में बच्चों के नैतिक विकास की प्रक्रिया की सरलीकृ त
और दोषपूर्ण समझ दिखाई देती है।
• रोचकता — पस्त ु क बच्चों के लिए रुचिकर और कल्पनापूर्ण हो। बच्चों की किताबों में विविध पृष्‍ठभूमि
के बच्चों के समकालीन अनभु वों को प्रभावी रूप में और प्रामाणिकता के साथ जगह मिलनी चाहिए।
• लोक तत्व — पस्त ु क में यदि लोक कला के तत्व सम्मिलित किए गए हैं तो ध्यान देना चाहिए कि लोक
कला को प्रामाणिकता, पाठ के साथ उचित मेल और उपयक्ु ‍त विस्तार के साथ उपयोग में लाया गया हो।
यदि पस्त ु क में पारंपरिक लोक कथाओ ं का रूपांतरण प्रस्तुत किया गया है तो ध्यान रखना चाहिए कि
यह रूपांतरण स्तरीय हो।
• अनुदित पुस्तकें — यदि विभिन्न भाषाओ ं में उपलब्ध उच्च गणु वत्ता के बाल साहित्य की पहचान
करके उसका अनवु ाद किया गया है तो ध्यान देना चाहिए कि अनवु ाद कृ त्रिम और अस्वाभाविक न हो।
बाल साहित्य की पस्तु कों में लेखक, अनवु ादक, चित्रकार आदि का उल्लेख अवश्य किया जाना चाहिए।
• पढ़कर सनु ाना — प्रारंभिक कक्षाओ ं में पढ़कर सनु ाने (सस्वर वाचन) के महत्व को देखते हुए ऐसे बाल
साहित्य का चयन किया जा सकता है। जिन्हें स्व-अध्ययन के साथ-साथ परू ी कक्षा में पढ़कर सनु ाने के
लिए भी प्रयोग में लाया जा सके ।
• उत्पादन और साज-सज्जा — पस्त ु क की छपाई अच्छी होनी चाहिए। अक्षर का आकार-प्रकार उचित
और पढ़ने योग्य होना चाहिए। कागज़ की गणु वत्ता अच्छी होनी चाहिए ताकि छपी हुई सामग्री कागज़ के
आर-पार नज़र न आए। कला, साज-सज्जा और डिज़ाइन भी उपयक्ु ‍त होने चाहिए।
• उपयुक्‍तता और पठनीयता — पस्त ु क में भाषा और वर्तनी की अशद्धिय ु ाँ न हों। कहानी और कथानक
रोचक, प्रासंगिक, समझने में आसान होने चाहिए। गैर-काल्पनिक (नॉन फ़‍िक्शन) पस्त ु कों में दिए गए
तथ्य सटीक और सही होने चाहिए। पस्त ु क में दी गई जानकारी के उपयक्ु ‍त और प्रामाणिक स्रोतों का
उल्लेख ज़रूर होना चाहिए।
• भाषा — भाषा में प्रवाह होना चाहिए। भाषा के प्रयोग में समृद्धि, दोहराव (पनु रावृत्ति) आदि हो। भाषा
आय,ु विषयवस्तु, अवधारणाओ ं आदि के आधार पर उपयक्ु ‍त हो।
वास्तव में —
बच्चों के लिए साहित्य का चयन करने के लिए उपर्युक्‍त दिशानिर्देश न तो सपं ूर्ण कहे जा सकते हैं न ही
ये अपरिवर्तनीय कहे जा सकते हैं। बच्चों के लिए पस्त ु कों का चयन करने के सबसे अच्छे दिशानिर्देश स्वयं
बच्चे ही निश्‍च‍ित कर सकते हैं, इसलिए इस कार्य के लिए यथासंभव बच्चों की राय को लेकर उसका सम्मान
और उपयोग किया जाना चाहिए।
इस समझ के सदं र्भ में, बाल साहित्य की चनि ु ंदा पस्त
ु कों की यह वि‍वरणि‍का सझु ाव रूप में दी गई है जो
पस्त
ु कालयों, विद्यालयों, बच्चों के लिए कार्य कर रही स्वयं-सेवी संस्थाओ,ं अभिभावकों, राज्य शिक्षा बोर्ड
एवं अन्य संबंधित संस्थानों के बच्चों के लिए पस्त ु कों के चयन में मदद करे गी। वे ऐसी पस्त ु कों का चयन
करके खरीद पाएँगे जो उत्तम हैं, बच्चों के लिए उपयोगी हैं और उनके बजट के भीतर हैं। सझु ाव के रूप में
प्रस्तुत यह सूची विशेषज्ञों द्वारा विकसित एक व्यापक मानदडं के माध्यम द्वारा व्यापक विश्‍लेषण के आधार
पर तैयार की गई है। हमें आशा है कि ऐसी पस्त ु कें बच्चों में पढ़ने के प्रति प्रेम और पढ़ने की सस्कृति
ं को
विकसित करने में मदद करें गी।
उषा शर्मा
कार्यक्रम समन्वयक
समग्र शाला भाषा कार्यक्रम
रा.शै.अ.प्र.प.

viii
Children’s Literature
Children’s literature is that which takes its readers to a world of possibilities, full
of emotions, imagination, adventure, brave acts and colours of language. Exposing
children to a range of children’s literature for independent reading, shared reading
as well as read aloud is critical for the development of their sustained literacy skills
as well as to develop critical thinking, imagination and creativity among them.
Researches on early literacy show us that through introduction and connection
with storybooks, children’s necessary conceptions about writing, reading, seeking
meaning, etc., are developed. The kind of books children are introduced to in their
initial years forms the basis of their love and connection with books. Therefore,
a variety of books should be made available to children so that they can enjoy
reading. There is a need to select the books carefully that are suitable for children
with varying age groups, reading abilities and diverse interest.
In selecting children’s literature, the following points should be kept in mind:
• Variety in themes, styles and forms of children’s literature — There should
be variety in themes and languages of these books. This variety should be
visible in topics, kinds, language style, style of stories, subjects, number of
books and forms.
• Pictures or Illustrations — Children are naturally attracted to pictures and
usually they first focus on this aspect of books. So, special consideration
should be given to pictures in books. Pictures should not oppose constitutional
values. It is commonly believed that children’s books should be colourful and
have attractive pages. However, ‘black and white’ pictures or plain yet artistic
illustrations are also appreciated by children.
• Suitable for their Level — Themes of books, level of reading and conceptions
should be suitable and appropriate for children at the primary level. There
must be a balance in selecting children’s literature, it must include some
books appropriate for their level and some which enthusiastically challenge
their reading skills and also enhance them.
• Moral Values — Those books which directly preach values and morality are
not considered suitable for children because in such books there is a simplified
and erroneous understanding of the process of moral development in children.
• Interesting — Books should be interesting and imaginative for children.
Contemporary experiences of children from diverse backgrounds should be
included in an effective and credible manner.
• Folk Elements — If folk elements have been included in a book, then it is
worth noting that folk art should be used with credibility, according to the text
and with required elaboration. If anywhere, contexts and characters have been
changed according to contemporary situations; ensure that this has been done
in a rational way to maintain the integrity of the story.
• Translated Books — If high quality children’s literature of other languages
has been identified and translated, ensure that the translation is not literal
and has not lost the nuance of the content. In books of children’s literature,
the names of author, translator, illustrator, etc., must be mentioned.
• Reading Aloud — Keeping in mind the importance of reading aloud in primary
classes, such children’s literature can be selected which can be read aloud in
the entire class apart from being read individually.
• Production and Designing — The books should have decent printing. The font
size and font type should be suitable and readable. Good quality paper should
be used so that printed text is not visible through pages. The art, decoration
and design should be appropriate.
• Utility and Readability — There should not be any spelling or grammatical
errors. Story and narrative should be interesting, relevant and easy to
understand. Facts given in non-fiction books must be correct and accurate.
Suitable and credible sources of information must be mentioned in the books.
• Language — There should be flow in language, richness and some repetition in
use. Language should be suitable on the basis of age, content and conceptions.

In fact —
The given guidelines for selecting literature for children can never be called
complete and inflexible. The best guidelines to select books for children can be
provided by children themselves. Therefore, for this task include children’s point
of view as much as possible and respect and use it.
On the basis of this understanding, a suggestive list of selected children’s
literature is presented here that intends to guide libraries, schools,
Non-Government Organisations, parents and State boards and other
organisations to select and buy good and useful children’s literature for young
readers according to their budget and requirement of the readers. The book in the
suggestive list went through many phases of scrutinising through a comprehensive
criterion developed by our Expert Committee. We hope that such books would help
in inculcating love for reading and promoting reading culture in young readers.
Usha Sharma
Programme Coordinator
Integrated School Language Programme
N.C.E.R.T.
x
आभार
राष्ट्रीय शैक्षिक अनसु ंधान और प्रशिक्षण परिषद,् उन सभी प्रकाशकों के प्रति विशेष रूप से आभार व्यक्‍त करती है,
जिन्होंने समीक्षा के लिए बाल साहित्य उपलब्ध कराया।
परिषद् उन सभी रचनाकारों और चित्रांकन कर्ताओ ं के प्रति आभार व्यक्‍त करती है, जिनकी रचनाएँ और चित्र
बाल साहित्य की इस प्रस्तावित सूची में शामिल किए गए हैं।
बाल साहित्य की समीक्षा के लिए परिषद,् मजं ल ु ा माथरु , प्रोफे ़सर (सेवानिवृत्त), रा.शै.अ.प्र.प.; माधवी कुमार,
रीडर (सेवानिवृत्त), रा.शै.अ.प्र.प.; मालविका राय, फ़्रीलांसर, नयी दिल्ली; शारदा कुमारी, प्राचार्य, डाइट, आर.के .
परु म; अक्षय कुमार दीक्षित, शिक्षक, सर्वोदय विद्यालय, नयी दिल्ली; पजू ा बहुगणु ा, शिक्षिका, प्राथमिक विद्यालय;
निधि कंवर, असिस्टेंट प्रोफे ़सर, माता संदु री कॉलेज, नयी दिल्ली; बबली मोएत्रा, पर्वू -प्राचार्या, इद्रं प्रस्थ कॉलेज, नयी
दिल्ली; अमृता पटवर्धन, सर रत्न टाटा ट्रस्ट, नयी दिल्ली; उषा मक ु ंु दा, फ़्रीलांसर, बैंगलोर; तान्या सरू ी, शिक्षिका,
प्राथमिक विद्यालय, नयी दिल्ली; विनीता अरोड़ा, प्राचार्या, प्रकृ ति स्कूल, नोएडा; प्राची कालरा, असिस्टेंट प्रोफे ़सर,
गार्गी कॉलेज; रचना सिहं , प्रोफे ़सर, हिदं ू कॉलेज़, नयी दिल्ली; निरंजन सहाय, प्रोफे ़सर, महात्मा गांधी काशी
विद्यापीठ, वाराणसी; खलीक अहमद, उप-प्राचार्य, राजकीय वरिष्‍ठ मध्यमिक विद्यालय, नयी दिल्ली; अनरु ाधा,
भतू पर्व ू अध्यक्ष, हिदं ी विभाग, सरदार पटेल विद्यालय, नयी दिल्ली; कीर्ति जयराम, निदेशक, ओ.एल.पी.,
नयी दिल्ली; मेघा सहगल, शिक्षिका, भारत नेशनल पब्लिक स्कूल, नयी दिल्ली; मक ु े श मालवीय, शिक्षक, बैतपरु ,
मध्य प्रदेश और शिक्षा त्रिपाठी, फ़्रीलांसर, नयी दिल्ली के प्रति आभार व्यक्‍त करती है।
पस्त
ु क के विकास के विभिन्न चरणों में सहयोग के लिए गिरीश गोयल एवं उषा तंवर, डी.टी.पी. ऑपरे टर की
भी परिषद् आभारी है। जिनके सहयोग से इस कार्य को परू ा करने में मदद मिली।
प्रकाशन प्रभाग द्वारा पूर्ण सहयोग एवं सविध ु ाएँ प्राप्‍त हुर्इं, इसके लिए भी परिषद् आभार व्‍यक्‍त करती है।
परिषद,् ममता गौड़, संपादक (सवि ं दा), अजं ू शर्मा, संपादन सहायक (संविदा), रवि रंजन, प्फ़ रू रीडर (संविदा),
सरु े न्‍द्र कुमार, र्इंचार्ज, डी.टी.पी. सैल एवं मौहम्‍मद वसी, डी.टी.पी. ऑपरे टर (संविदा) के प्रति भी धन्‍यवाद ज्ञापित
करती है।
Acknowledgements
The National Council of Educational Research and Training expresses special
gratitude to all publishers who made children’s literature available for review.
The Council expresses gratitude to all the writers and illustrators, whose
writings and illustrations have been included in this selected list of children’s
literature.
We thank Manjula Mathur, Professor, (Retd. NCERT); Madhavi Kumar, Reader
(Retd. NCERT); Malavika Rai, Freelancer; Sharda Kumari, Principal, DIET, R.K.
Puram; Akshay Kumar Dixit, Teacher, Sarvodaya Vidyalaya, New Delhi; Puja
Bahuguna, Teacher, Primary School; Nidhi Kanwar, Assistant Professor, Mata
Sundari College, New Delhi; Babli Moitra, Former Principal, Indrasprastha
College, New Delhi; Amrita Patwardhan, Zonal Manager, Sir Ratna Tata Trust,
New Delhi; Usha Mukunda, Freelancer, Bangalore, Tanya Suri, Teacher, Primary
School, New Delhi; Vinita Arora, Principal, Prakriti School, Noida; Prachi Kalra,
Assistant Professor, Gargi College; Rachna Singh, Professor, Hindu College, New
Delhi; Niranjan Sahay, Professor, Mahatma Gandhi Kashi Vidyapeeth, Varanasi;
Khaliq Ahmed, Deputy Principal, Government Senior Secondary School, New
Delhi; Anuradha, Former President, Hindi Department, Sardar Patel Vidyalaya,
New Delhi; Kirti Jayaram, Director, OLP, New Delhi; Megha Sehgal, Teacher,
Bharat National Public School, New Delhi; Mukesh Malviya, Teacher, Baitpur,
Madhya Pradesh; Anjali Tiwari, Senior Consultant, NCERT; Kiran Sharma, Junior
Project Fellow, NCERT; and Shiksha Tripathi, Freelancer, New Delhi.
We are also grateful to Girish Goyal and Usha Tanwar, DTP Operator, for their
support at different levels of development of this book, their support facilitated the
completion of this work.
The contribution of Chanchal Chauhan, Proofreader (Contractual),
Surender Kumar, Incharge, DTP Cell and Mohd. Wasi, DTP Operator
(Contractual), Publication Division, NCERT are duly acknowledged.
विषय सच
ू ी
Contents
आमख
ु iii
Foreword v
बाल साहित्‍य vii
Children’s Literature ix

1. प्रस्‍तावित बाल साहित्‍य Suggestive Children’s Literature 2012–2013 1–42


– प्रस्‍तावित बाल साहित्‍य (हिदं ी) 2012–2013 3–25
• स्‍तर 1 (कक्षा 1 और 2) 3
• स्‍तर 2 (कक्षा 3 से 5) 16
– Suggestive Children’s Literature (English) 2012–2013 26–42
• Level I (Classes I and II) 26
• Level II (Classes III to V) 35

2. प्रस्‍तावित बाल साहित्‍य Suggestive Children’s Literature 2013–2014 43–80


– प्रस्‍तावित बाल साहित्‍य (हिदं ी) 2013–2014 45–62
• स्‍तर 1 (कक्षा 1 और 2) 45
• स्‍तर 2 (कक्षा 3 से 5) 53
– Suggestive Children’s Literature (English) 2013–2014 63–80
• Level I (Classes I and II) 63
• Level II (Classes III to V) 72

3. प्रस्‍तावित बाल साहित्‍य Suggestive Children’s Literature 2014–2015 81–94


– प्रस्‍तावित बाल साहित्‍य (हिदं ी) 2014–2015 83–87
• स्‍तर 1 (कक्षा 1 और 2) 83
• स्‍तर 2 (कक्षा 3 से 5) 86
– Suggestive Children’s Literature (English) 2014–2015 88–90
• Level I (Classes I and II) 88
• Level II (Classes III to V) 90
– प्रस्‍तावित बाल साहित्‍य (उर्दू) 2014–2015 91–94

4. शिक्षकों के लिए सदं र्भ सामग्री (Reference Material for Teachers) 95–101

चित्रांकन – शोभा घारे


प्रस्‍तावित बाल साहित्‍य
Suggestive Children’s Literature
2012–2013

चित्रांकन – राधेश्‍याम खैरवार


चित्रांकन – मयख
ू घोष
प्रस्‍तावित बाल साहित्‍य (हिंदी) 2012–2013
स्‍तर 1 (कक्षा 1 और 2)
आई एक खबर
आई एक खबर काफ़ी मजे़दार कविता है। इसमें अटपटी पर रोचक घटनाओ ं
को तकु में बाँधा गया है। इस कहानी में मक्खी एक ख़बर लाती है, उसके
बाद जो होता है वह पढ़कर बच्चों को बहुत मज़ा आएगा। बच्चे इसे गाकर
आनंद उठाएँगे। उलटा-पल ु टा सोचने का भी अपना ही मज़ा होता है।
रचनाकार — शान्त‍ि अग्रवाल

चित्रांकनकर्ता — सौम्या मेमन


प्रकाशक — एकलव्य

प्रकाशन वर्ष — 2011


मूल्य — ` 30.00

ISBN — 978-81-89976-90-3

कबाड़ी वाला
इस कहानी में चीनू नाम का एक बच्चा है, जो स्कू ल के बाद अपने
पिताजी के काम में उनकी सहायता करता है। उसके पिताजी एक कबाड़ी
वाले हैं। पिताजी की मदद करने में चीनू को बहुत मज़ा भी आता है,
क्योंकि कभी-कभी उसे कुछ ऐसा मिल जाता है जो उसके मन को बहुत
ही भाता है। इस किताब का चित्रांकन भी आकर्षक है।
रचनाकार — श्रीदला स्वामी

चित्रांकनकर्ता — सजं य सरकार


प्रकाशक — प्रथम बकु ्स
अनुवादक — मनीषा चौधरी

प्रकाशन वर्ष — 2009


मूल्य — ` 25.00

ISBN — 978-81-8479-068-9
कहाँ गई बिल्ली?‍
मिन्नी निकल पड़ी है सड़क पर अपनी शरारती बिल्ली पनू ी को ढूँढ़ने जो
हर वक़्त एक कदम आगे रहती है। इस तलाश में बच्चे मिन्नी के साथ
जड़
ु पाएँगे और वे भी बिल्ली को खोजने लगेंगे। कहानी के साथ बच्चों
को इतने अनभु व प्राप्‍त होंगे कि क्या पता एक नई कहानी ही बन जाए।
मिन्नी को उसकी बिल्ली पनू ी मिली या नहीं? यह जानने के लिए कहाँ
गर्इ बिल्ली? कहानी पढ़ें।
रचनाकार — मज ं ल
ु ा पद्मनाभन
प्रकाशक — तलि ू का
अनुवादक — प्रिया कृ ष्‍णन

प्रकाशन वर्ष — 2009


मूल्य — ` 95.00

ISBN — 978-81-8146-703-4

किताब! किताब! किताब!


क्या हुआ जब सारे जानवर चल पड़े शहर की ओर, अौर पहुचँ े सार्वजनिक
पसु ्तकालय! वे कुछ करना चाहते हैं। बारी-बारी सब अदं र जाते हैं, मगर
बात नहीं बनती। फिर क्या होता है? जानने के लिए पढ़ि‍ए‍— किताब!
किताब! किताब! इस पसु ्तक का आकर्षण बिंदु उसके चित्र हैं। पसु ्तक के
वाक्य छोटे और सरल हैं। खश
ु नमु ा रंगों से बने बड़े चित्र बच्चों को सहज
ही आकर्षित करें गे।
रचनाकार — डेबोरा ब्सरु
चित्रांकनकर्ता — टिफानी बीके
प्रकाशक — स्कॉलास्टि‍क

अनुवादक — अरुधत ं ी देवस्थले


प्रकाशन वर्ष — 2011
मूल्य — ` 45.00

ISBN — 978-81-7655-906-5

4 बाल साहित्‍य की विवरणिका— कक्षा 1 से 5


क्या हुआ !
यह चीकू बदं र की कहानी है, जो एक दिन अचानक ज़मीन पर गिर जाता है।
फिर उसके साथ सभी कुछ उलटा-पल ु टा होता है। उसे यह समझ नहीं आता
कि यह सब क्या हो रहा है। वह बहुत परेशान हो जाता है। तभी उसे अप्पू हाथी
मिलता है और वह उसकी परेशानी को सनु ता है और कै से उसकी समस्या का
समाधान करता है, यह जानने के लिए इस किताब को पढ़ि‍ए। यह सदंु र चित्रों
से सजी एक रोचक कहानी की पसु ्तक है और बच्चों के लिए मजेद़ ार है।
रचनाकार — जगदीश जोशी
चित्रांकनकर्ता — जगदीश जोशी
प्रकाशक — नेशलन बक ु ट्रस्ट
प्रकाशन वर्ष — 2011
मूल्य — ` 30.00

ISBN — 978-81-237-6132-9

खरगोश की दावत
खरगोश की दावत कहानी में एक खरगोश अपने तीन दोस्तों
को अपने जन्मदिन की पार्टी में बल ु ाता है। वह चाहता है कि ये
तीनों दोस्त कम से कम दो और दोस्तों को लेकर आएँ, लेकिन
होता कुछ और है। दोस्त आते हैं या नहीं और व‍े अपने साथ
कितने दोस्तों को लाते हैं यह आप इस किताब को पढ़कर ही
जान पाएँगे। कहानी बहुत संदु र और मजे़दार है।
रचनाकार — र्इव बंटिंग

चित्रांकनकर्ता — एलन स्लोन चिल्डर्स


प्रकाशक — स्कॉलास्टि‍क

अनुवाद — अरुधत ं ी देवस्थले


प्रकाशन वर्ष — 2012
मूल्य — ` 25.00

ISBN — 978-81-7655-894-5

प्रस्‍तावित बाल साहित्‍य (ि‍हदं ी) 2012–2013 5


खिचड़ी. . .
एक लोककथा
खि‍च‍ड़ी... एक लोककथा शीर्षक की यह लोक कथा बच्चों ने पहले भी सनु ी
होगी, पर इस लोककथा के आकर्षक चित्र मध्य प्रदेश के ‘परधान’ शैली में बने
हैं। पसु ्तक का आकार बच्चों के लिए काफ़ी मज़ेदार है, जो बच्चों को किताब
पढ़ना सीखने में मददगार होगा। इस किताब का चित्रांकन बहुत आकर्षक है।
रचनाकार — जितेन्द्र कुमार

चित्रांकनकर्ता — दर्गाु बार्इ व्याम


प्रकाशक — एकलव्य

प्रकाशन वर्ष — 2007


मूल्य — ` 130.00

ISBN — 978-81-89976-02-6

गाँव का बच्चा
एक बच्चे के लालन-पालन में परू ा गाँव लगता है, अफ्रीका की एक
कहावत को बेहद आकर्षक, स्पष्‍ट चित्रों और कम वाक्यों के साथ कहानी
के रूप में बनु ा गया है। इस पसु ्तक में अफ्रीका के गाँव की स्पष्‍ट झलक
मिलती है, जो सहज रूप से मिल-जल ु कर रहने के गण सि
ु खाती है। पसु ्तक
की भाषा सरल व स्पष्‍ट है।
रचनाकार — जेन कोवेन फ्लैचर

चित्रांकनकर्ता — जेन कोवेन फ्लैचर


प्रकाशक — स्कॉलास्टि‍क

अनुवादक — अरूं धती देवस्थले

प्रकाशन वर्ष — 2008


मूल्य — ` 130.00

ISBN — 978-81-7655-907-2

6 बाल साहित्‍य की विवरणिका— कक्षा 1 से 5


गिजिगाडू और टिमटिमाते जुगनू (बड़ी किताब)
चटक रंगों में सजी मज़ेदार चित्रों वाली यह ‘बड़ी किताब’ कल्पना लोक की
सैर कराती है। प्रारंभिक कक्षाओ ं के बच्चों के लिए किताब का आकार बड़ा
होना सीखने का अदभ् तु आनंद देता है। इस कहानी में नन्हीं-सी गिजिगाडू
चिड़ि‍याँ अपने घरों में रोशनी लाने की तरकीब खोजती हैं। वे अपने जीवन में
रोशनी पाने के साथ कुछ नए दोस्त भी बना लेती हैं। पसु ्तक के चित्रों पर बच्चों
से बातचीत भी की जा सकती है और उन्हें अनमु ान लगाने के अवसर दिए जा
सकते हैं। इससे उनकी भाषायी गतिविधियों को बढ़ावा मिलेगा।
रचनाकार — गोपिनी करुनाकर

चित्रांकनकर्ता — अतनु राय


प्रकाशक — कथा

प्रकाशन वर्ष — 2011


मूल्य — ` 275.00

ISBN — 978-81-89934-76-7

गिरने लगा आसमान!


गिरने लगा आसमान एक पारपंरिक कहानी है, जिसे एक नई शैली में प्रस्तुत
किया गया है। कहानी में मज़ेदार दोहराव है, जो अनमु ान लगाने के कई मौके
देता है और कहानी को बाँधे रखता है। कहानी में एक खरगोश है, जिसे लगता
है कि उस पर आसमान गिर गया है। इसके बाद वह किस तरह से जगं ल के सभी
जानवरों को लेकर भागता है यह आपको इस किताब में पढ़ने को मिलेगा।
रचनाकार — संध्‍या राडकर और लीना माणकीकर

चित्रांकनकर्ता — जयंती मनोकरण


प्रकाशक — सेन्टर फॉर लर्निंग रिसोर्सेज

अनुवादक — सोनाली साठये


प्रकाशन वर्ष — 2011
ISBN — 978-81-89883-16-4

प्रस्‍तावित बाल साहित्‍य (ि‍हदं ी) 2012–2013 7


गीत का कमाल
यह कहानी एक ऐसी औरत की है, जिसे कोर्इ गीत नहीं आता। तो शरू ु
होती है गीत खोजने की भागा-दौड़ी। गीत कै से मिला और गीत ने कै सा
कमाल दिखाया, यह तो किताब पढ़ने पर ही पता चल सके गा। यह कहानी
बन्दे
ु लखडं ी लोक कथा पर आधारित है। यह किताब रोचक सवं ाद और
अपर्व
ू चित्रांकन से परिपर्ण
ू है।
चित्रांकनकर्ता — जितेन्द्र ठाकुर
प्रकाशक — एकलव्य

प्रकाशन वर्ष — 2011


मूल्य — ` 70.00

ISBN — 978-81-906971-5-6

चाँद, रामू और मैं


यह कहानी एक लड़की (मैं), रामू और उसके नाना-नानी के
चाँद पर जाने के सफ़र की है। किस प्रकार वे चाँद पर पहुचँ ते
हैं यह बड़ा रोमांचकारी है। बाल मन में चाँद के प्रति जिज्ञासा
को दर्शाती हुर्इ यह कहानी प्राथमिक स्तर के बच्चों के लिए
बेहद आकर्षक व दिलचस्प है। इस पसु ्तक की भाषा बहुत
सरल है और चित्र बहुत सजीव हैं, जो कहानी को परू ा करते
नज़र आते हैं।
रचनाकार — गीता धर्मराजन

चित्रांकनकर्ता — हर्षवर्धन कदम


प्रकाशक — कथा

प्रकाशन वर्ष — 2010


मूल्य — ` 275.00
ISBN — 978-81-89934-60-6

8 बाल साहित्‍य की विवरणिका— कक्षा 1 से 5


चालाक बिल्ली
चालाक बिल्ली कहानी में बिल्ली और चहू े के संबंध को नए ढंग से
द‍िखाया गया है। कहानी का अतं बहुत मजे़दार है। लीना माणकीकर के
चित्र बच्चों को इस पारंपरिक अमेरिकन लोककथा से बहुत ही रोचक
तरीके से जोड़ते हैं।
रचनाकार — संध्या राडकर और लीना माणकीकर

चित्रांकनकर्ता — लीना माणकीकर


प्रकाशक — सेंटर फॉर लर्निंग रिसोर्सेज

अनुवादक — सोनाली साठये

प्रकाशन वर्ष — 2011


ISBN — 978-81-89883-20-1

छुटकू गधा और याकू का जन्मदिन


कै से एक बच्चे की ज़ि‍द को माँ बहुत ही शांत और सकारात्मक तरीके से
मानती है। बाल मनोविज्ञान की बेहतर समझ रखने वाली यह पसु ्तक कई
स्तरों पर उत्कृ ष्‍ट है। कथानक में नाटकीयता का तत्व उसे अत्यंत रोचक
बनाता है और सरल शब्दों के सहज संयोजन ने भाषा को सरस बना दिया
है। बाल-स्वभाव को समझने के कारण, पसु ्तक बच्चों के दिल को छू लेगी।
रचनाकार — रिंडर्ट क्रोमहौट

अनुवादक — अरुधत ं ी देवस्थले


प्रकाशक — ए एड ं ए पब्लिशर
प्रकाशन वर्ष — 2012
मूल्य — ` 60.00
ISBN — 978-93-80141-40-4

प्रस्‍तावित बाल साहित्‍य (ि‍हदं ी) 2012–2013 9


जादुर्इ पंख
छोटी-सी लड़की दोस्तों को ढूँढ़ती हुर्इ किताबों की मायावी दनिया
ु की
ओर बढ़ती हुर्इ पहुच
ँ जाती है अपने दोस्तों के पास। इस जादर्इ ु सफ़र में
उसे बहुत-सी चीजें़ मिलती हैं, जिन्हें वह लेकर आगे चलती है। बाल
मन की काल्पनिकता को दर्शाते हुए चित्रांकन सजीव प्रतीत होते हैं।
प्राथमिक स्तर के बच्चों के लिए यह एक बेहतरीन किताब है और भाषा
सरल व रोचक है।
रचनाकार — रोमा सिंह

प्रकाशक — तलि ू का
अनुवादक — वीणा शि‍वपरु ी

प्रकाशन वर्ष — 2011


मूल्य — ` 120.00
ISBN — 978-93-5046-095–5

डड्डू निकली देखने दुनिया


यह अत्यंत रोचक कहानी है। डड्डू जो एक मेंढक होती है, एक
दिन दनिया
ु की सैर करने निकलती है। इस दौरान वह विभिन्न
जानवरों और पक्षियों से मिलती है। अतं में कै से ड्रैगनफ्लाई की
मदद से अपने घर वापस पहुचँ ती है, इस कहानी को पढ़कर यह
जानिए। इस किताब में चित्र भी आकर्षक व सदंु र हैं।
रचनाकार — प्रभजोत कौर

प्रकाशक — कथा

अनुवादक — राखी एम. सोमन

प्रकाशन वर्ष — 2011


मूल्य — ` 95.00

ISBN — 978-81-89020-13-2

10 बाल साहित्‍य की विवरणिका— कक्षा 1 से 5


थाथू और मैं
यह कहानी दादा और पोती के प्यार और मज़ेदार रिश्ते को दर्शाती है। इस
पसु ्तक में श्‍वेत-श्‍याम चित्र हैं। यह किताब बच्चों को बहुत भाएगी। दादा
और पोती के इस अटूट रिश्ते में बच्चे अपनी कहानी भी खोज सकते हैं।
रचनाकार — गीता धर्मराजन

चित्रांकनकर्ता — नैन्सी राज


प्रकाशक — कथा

प्रकाशन वर्ष — 2010


मूल्य — ` 95.00

ISBN — 9781-8993-49-1

दुनिया रंग-बिरंगी
दनिया
ु में बहुत सारे रंग हैं। यह पसु ्तक इसी रंग-बिरंगी दनिया
ु को दर्शाती है
और बड़े ही खबू सरू त ढंग से रंगों की इस दनिया ु से बच्चों का प्रथम परिचय
कराती है। साथ ही अपने आस-पास की दनिया ु का अवलोकन करने के लिए
प्रेरित करती है। इस पसु ्तक में रंगों के खबू सरू त उदाहरण हैं, जो मनभावन हैं।
इस किताब का चित्रांकन बच्चों के मन में सहज ही उमगं भरे गा।
रचनाकार — देवि‍का रंगाचारी

चित्रांकनकर्ता — सजं य सरकार


प्रकाशक — चिल्ड्रन्स बक ु ट्रस्ट
अनुवादक — सचिन कामरा

प्रकाशन वर्ष — 2012


मूल्य — ` 25.00

ISBN — 978-93-80076-23-2

प्रस्‍तावित बाल साहित्‍य (ि‍हदं ी) 2012–2013 11


नीलोफ़र की मुस्कान
नीलोफ़र की मसु ्कान गायब हो गर्इ और उसने अपने निराले अदं ाज़ में उसे
खोज निकाला। बच्चों की ज़ि‍दगं ी में चित्र और चित्रांकन की दनिया
ु बेहद
अनठू ी होती है। साथ ही पढ़ना सीख रहे छोटे बच्चों के लिए चित्र उनकी
अभिव्यक्‍त‍ि और कहानी की समझ बनाने को विस्तार देते हैं। ऐसी चित्रकथाएँ
बच्चों को बहुत लभु ाती हैं।
रचनाकार — अक़रम ग़ासेमपार

चित्रांकनकर्ता — नसीम आज़ादी


प्रकाशक — एकलव्य

अनुवादक — शशि‍ सबलोक

प्रकाशन वर्ष — 2005


मूल्य — ` 30.00
ISBN — 978-81-906971-7-0

पत्ते
पत्ते किताब पत्तों और उनके आसपास रहने वाले नन्हें जीवों की
किताब है। जिसमें प्रकृ ति के अवलोकन के छोटे-छोटे अनभु व
हैं। चित्रों के साथ एक छोटा वाक्य है जो हमें प्रकृ ति को महससू
करने के लिए कहता है। खशु नमु ा रंगों से बने बेहतरीन चित्र हर
पन्ने पर थोड़ी देर ठहरने के लिए मजबरू कर देते हैं। पत्ते प्रकृ ति
के रंगों और जादू को दर्शाते हैं।
रचनाकार — एनरिक लारा एवं लइु स गार्सि‍या

चित्रांकनकर्ता — एनरिक लारा एवं लइु स गार्सि‍या


प्रकाशक — कथा

प्रकाशन वर्ष — 2006


मूल्य — ` 75.00

ISBN — 978-81-89020-70-5

12 बाल साहित्‍य की विवरणिका— कक्षा 1 से 5


बिल्ली के बच्चे (बड़ी किताब)
यह कहानी एक बिल्ली के तीन बच्चों की है— एक काला, एक भरू ा और
एक सफ़े द। एक दिन खेलते-खेलते उनकी नज़र एक चहू े पर पड़ती है, वे
उसके पीछे भागते हैं, लेकिन चहू ा बच निकलता है। फिर एक दिन उनकी
नज़र एक मेंढक पर पड़ती है। वे फिर उसके पीछे भागते हैं, लेकिन उसके बाद
क्या होता है, यह जानने के लिए बिल्ली के बच्चों की किताब पढ़ि‍ए। यह
किताब छोटे बच्चों को किताबों से परिचित कराने का एक बढ़ि‍या तरीका
है। चित्र बहुत आकर्षक हैं और आकार में बड़ी होने के कारण यह पसु ्तक
बच्चों को अनायास ही आक‍र्षि‍‍‍त करेगी।
रचनाकार — वी. सत ु ेयेव
चित्रांकनकर्ता — वी. सतु ेयेव
प्रकाशक — एकलव्य
प्रकाशन वर्ष — 2010
मूल्य — ` 165.00
ISBN — 978-81-89976-67-65

माई और उसके दोस्त


माई और उसके दोस्त दोस्ती व साहस के महत्व पर आधारित एक छोटी तथा नई
कहानी है, जिसे बच्चे स्वयं भी पढ़ सकते हैं। एक बढ़ी
ू महिला का अपनी गाय और
बछड़े के प्रति प्यार और जंगल के जानवरों का बढ़ी ू महिला की मदद के लिए आगे
आना, मानवीय मलू ्यों को प्रदर्शि‍त करता है। अँधरे ी रात में गाय को ढूँढ़ने निकल
पड़ना एक साहस का परिचायक है। कहानी का प्रस्तुतीकरण बहुत अच्छा है। इसके
चित्र गोंड शैली में बने हैं, जो बहुत आकर्षक हैं।
रचनाकार — दर्गा ु बार्इ
चित्रांकनकर्ता — दर्गा ु बार्इ
प्रकाशक — कथा
प्रकाशन वर्ष — 2010
अनुवाद — अरुधत ं ी देवस्थले
मूल्य — ` 95.00
ISBN — 978-81-89934-56-9

प्रस्‍तावित बाल साहित्‍य (ि‍हदं ी) 2012–2013 13


माला की चाँदी की पायल
माला एक शरारती बच्ची है जो लक ु ती-छिपती सबको डराती है।
माँ से चाँदी की पायल पाकर पल ु कित माला ने जब इसे पहनकर
चलना शरू ु किया तो क्या हुआ? एक बेहद प्यारी किताब जो एक
नन्हीं बच्ची की बाल-सल ु भ चपलताओ ं और उमगं ों का सहज चित्र
उके रती है। छोटे बच्चों की इस पसु ्तक की एक खास विशेषता है
इसके ध्वन्यात्मक शब्द, जैसे— हु-श्‍श्‍श! छम-छि‍क-छि‍क! मऊऊ!
धप्प! संदु र चित्रों से सजी यह पसु ्तक मज़ेदार है, जो बच्चों में स्वयं
पढ़ने की ललक उत्पन्न करे गी।
रचनाकार — एेनी बेसंट

चित्रांकनकर्ता — नैन्सी राज


प्रकाशक — तलि ू का
अनुवादक — विधु परु कायस्था

प्रकाशन वर्ष — 2011


मूल्य — ` 95.00

ISBN — 978-81-8146-980-9

मेंढक का नाश्‍ता
यह कहानी एक मेंढक की है, जिसे बहुत भख ू लगी है और वह नाश्‍ता ढूँढ़
़रहा है, लेकिन मेंढक एक जगह बैठा रहता है। अपने नाश्‍ते के इतं ज़ार में बिना
मेहनत किए मेंढक कै से नाश्‍ता करता है? यह आपको इस कहानी में जानने
को मिलेगा। बच्चों के लिए कहानी बहुत मनोरंज‍क है।
रचनाकार — डी लिल्लेगार्ड

चित्रांकनकर्ता — जैरी ज़ि‍म्मरमैन


प्रकाशक — स्कॉलास्टि‍क

प्रकाशन वर्ष — 2011


मूल्य — ` 25.00

ISBN — 978-81-7655-891-4

14 बाल साहित्‍य की विवरणिका— कक्षा 1 से 5


मेरा है एक घर
इस किताब में कम-से-कम शब्दों का प्रयोग करते हुए के वल चित्रों के
माध्यम से कहानी को कहा गया है। यह कहानी है एक नन्ही-सी लड़की
और उसके जादर्इ ु घर की। यह अनमोल कहानी आपको ले जाएगी ‘यहाँ
‘वहाँ’ या जहाँ आप जाना चाहेंगे, फिर भी यह हमेशा आपके साथ
रहेगी। यह किताब बच्चों के लिएे कल्पना के घोड़े दौड़ाने का बहुत ही
उत्तम माध्यम है। बच्चों के मन में उठने वाले अनेक प्रश्‍नों को उजागर
करती है— यह कहानी।
रचनाकार — क्लौडिया लेगनाज्ज़ी

चित्रांकनकर्ता — क्लौडिया लेगनाज्ज़ी


प्रकाशक — कथा

प्रकाशन वर्ष — 2012


मूल्य — ` 120.00

ISBN — 978-81-89934-87-3

सिरी की मुस्कान
यह पसु ्तक बाल मन को स्पर्श करती हुर्इ उनकी जिज्ञासा को जगाती है।
अपनी खश ु ी को मसु ्कु राकर व्यक्‍त के वल मानव कर सकता है। रंग-बिरंगे
चित्रों के साथ-साथ इस किताब को पढ़ना बच्चों के लिए रोचक होगा। क्या
सिरी मसु ्कान को खोज पाती है? प्राथमिक स्तर के बच्चों के लिए यह एक
लभु ावनी किताब है।
रचनाकार — आर. अमरें द्रन

चित्रांकनकर्ता — भक्‍ति‍ फाटक


प्रकाशक — तलि ू का
अनुवादक — अनीता सान्याल

प्रकाशन वर्ष — 2011


मूल्य — ` 95.00
ISBN — 978-81-8146-953-4

प्रस्‍तावित बाल साहित्‍य (ि‍हदं ी) 2012–2013 15


प्रस्‍तावित बाल साहित्‍य (हिंदी) 2012–2013
स्‍तर 2 (कक्षा 3 से 5)
अप्पुकुट्टन को तौलें कै से?
एक शाही हाथी अप्पुकुट्टन को कै से तौला जाए, यह परू े राज्य के लिए
परे शानी से भरा प्रश्‍न है, जिसे एक छोटी बच्ची चटु की में हल कर लेती है।
हाथी को तौला कै से जाए, यह एक मजे़दार प्रक्रिया है। इस पसु ्तक की भाषा
प्र‍ाथमिक स्तर के बच्चों के अनसु ार है। भाषा बच्चों को लभु ाने में सक्षम है
और पृष्‍ठों पर वाक्यों को आकर्षक तरीके से प्रस्तुत किया गया है।
रचनाकार — इन्दु हरिकुमार

चित्रांकनकर्ता — इन्दु हरिकुमार


प्रकाशक — एकलव्य

अनुवादक — शशि‍ सबलोक

प्रकाशन वर्ष — 2010


मूल्य — ` 30.00

ISBN — 978-81-89976-83-5

एक रात जंगल में


मनष्ु ‍य और जानवर के गहरे संबंध को दर्शाती हुर्इ यह कहानी उन दोनों के
बीच की आत्मीयता को सिद्ध करती है। कहानी के चित्र कहानी के साथ आगे
बढ़ते नज़र आते हैं। प्रस्तुतीकरण आकर्षक है। हथि‍नी के बच्चे को ललआ ु
द्वारा बचाया जाना रोचक प्रक्रिया थी। साथ ही ललआ ु को डकै तों के चंगल
ु से
हथि‍नी के बच्चे द्वारा छुड़वाना रोमांच‍कारी रहा। भाषा बोधगम्य है।
रचनाकार — क्षमा शर्मा

चित्रांकनकर्ता — सभु ाष रॉय


प्रकाशक — नेशलन बक ु ट्रस्ट
प्रकाशन वर्ष — 2006
मूल्य — ` 25.00

ISBN — 978-81-237-4787-3
16 बाल साहित्‍य की विवरणिका— कक्षा 1 से 5
काँच का पेड़
इस कहानी में उन्नी नाम का एक छोटा बच्चा है जो अपनी दादी माँ को रोज़
एक कहानी सनु ाता है। कहानी सनु े बगैर उसकी दादी को नींद नहीं आती।
आज उन्नी की कहानी बहुत खास है। यह हमारे सामने कुछ महत्वपर्ण
ू सवाल
प्रस्तुत करने वाली कहानी है। यह किताब बहुत ही सदंु र और आकर्षक है।
पढ़ि‍ए और खदु आनंद लीजिए इस अदभ् तु कहानी का।
रचनाकार — एम. मक ु ु न्दन
चित्रांकनकर्ता — पनू म आठल्ये
प्रकाशक — कथा

अनुवादक — एम शेरिफ़ एवं नीरदा सरु े श

प्रकाशन — 2011

मूल्य — ` 145.00

ISBN — 978-81-89934-80-4

खिलौनों का खज़ाना
Toy Treasures
यह किताब विज्ञान के कुछ सरल प्रयोगों के द्वारा सस्ती सामग्री से बने खिलौनों
के निर्माण का समृद्ध संसार है, साथ ही गणितीय अभिरुचि को बढ़ाने वाली भी
है। बच्चे किस तरह पृथ्वी के ससं ाधनों का सदपु योग करें , यह जानने के लिए
यह पसु ्तक एक बेहतर विकल्प है। यह पसु ्तक शि‍क्षक की मदद से बच्चों को
विज्ञान के प्रयोगों के संसार से जोड़ती है।
रचनाकार — अरविन्द गप्‍ता

चित्रांकनकर्ता — अविनाश देशपाण्डे
प्रकाशक — एकलव्य

प्रकाशन वर्ष — 1993


मूल्य — ` 24.00

ISBN — 978-81-87171-37-9

प्रस्‍तावित बाल साहित्‍य (ि‍हदं ी) 2012–2013 17


गड़बड़ परिवार ने सल
ु झाई परेशानी
गड़बड़ परिवार के सभी सदस्य अपनी-अपनी पंसद का काम करते थे
पर किसी को भी कपड़े धोना पंसद नहीं था। फिर क्या था गंदे कपड़ों
का ढेर बढ़ता गया, बढ़ता गया और बढ़ता गया। एक दिन जब उनके
दादा-दादी आने वाले थे तब उन्हें अपने अच्छे कपड़ों की ज़रूरत पड़ी।
उन्होंने पाया क‍ि सारे कपड़े तो गंदे पड़े ह।ैं अब क्या करे गड़बड़ परिवार?
यह जानने के लिए पढ़ि‍ए यह रोचक व आकर्षक चित्रों से भरी कहानी!
रचनाकार — स्वाति जालनापरू कर

रेखांकन — जयंती मनोकरण

छायांकन — साज फ ू ि़लिप


प्रकाशक — सेन्टर फॉर लर्निंग रिसोर्सेज

अनुवादक — मीता श्रीवास्तव

प्रकाशन वर्ष — 2007


मूल्य — ` 80.00

ISBN — 978-81-89883-05-8

घुमन्तुओ ं का डेरा
यह पसु ्तक राजस्थान की ससं ्कृति, लोकगीत व मौसम आदि पर आधारित है, परं तु
इस पसु ्तक की विषयवस्तु हर क्षेत्र, प्रांत और गाँव के बच्चों को आकर्षित करने
की क्षमता रखती है। गीत बच्चों को पढ़कर सनु ाए जा सकते हैं। यह पसु ्तक अच्छे
गीतों का सग्रं ह है। ये सदंु र गीत बच्‍चों में भाषा के विकास को अभिप्रेरित करते हैं।
रचनाकार — प्रभात

चित्रांकनकर्ता — अतनु राय


प्रकाशक — एकलव्य

प्रकाशन वर्ष — 2012


मूल्य — ` 80.00

ISBN — 978-81-89976-77-4

18 बाल साहित्‍य की विवरणिका— कक्षा 1 से 5


छुपन-छुपाई
छुपन-छुपाई पारंपरिक कहानियों का संग्रह है। प्रत्येक कहानी को एक नए ढंग
से सनु ाया गया है और इसके साथ उन्हें चित्रात्मक गतिविधि से भी जोड़ा गया
है। गतिविधियाँ (अधिकांशतः जानवर ढूँढ़ने की) प्राथमिक कक्षा के बच्चों
की उत्सुकता के लिहाज़ से रोचक हैं। कहानी सनु ाने का लेखक का अदं ाज़ इन
कहानियों को एक नयापन देता है और कहानी के पात्रों को पढ़ने वालों के बेहद
नज़दीक पहुचाँ ता है।
रचनाकार — जगदीश जोशी

चित्रांकनकर्ता — जगदीश जोशी


प्रकाशक — एकलव्य

प्रकाशन वर्ष — 2011


मूल्य — ` 80.00

ISBN — 978-81-89976-98-9

छींका-छींक
एकलव्य की प्राथमिक शिक्षा कार्यक्रम समहू द्वारा सकं लित ये कहानियाँ
बच्चों के मखु से बच्चों को सनु ाई गई कहानियाँ हैं। लोक जीवन के विभिन्न
पहलओ ु ं को इन लोक कथाओ ं में रोचक ढंग से प्रस्तुत किया गया है। बच्चे
कहानियाँ पढ़ भी सकते हैं और सनु भी सकते हैं तथा उन्हें अभिनय के रूप में
प्रस्तुत भी कर सकते हैं। यह किताब, कहानियाँ सनु ाने और बच्चों को भाषा
से रूबरू कराने का एक लाजवाब ज़रिया है।
चित्रांकनकर्ता — मानसिंह
प्रकाशक — एकलव्य

प्रकाशन वर्ष — 2010


मूल्य — ` 25.00

ISBN — 978-81-89976-82-8

प्रस्‍तावित बाल साहित्‍य (ि‍हदं ी) 2012–2013 19


छुटकू उड़ चला. . .
छुटकू पंछी अपने घोंसले में रहते-रहते ऊब गया है और बाहरी
दनिया
ु देखने निकल पड़ता है। छोटे बच्चों के मन में दनिया ु के बारे
में जिस तरह का कौतहू ल है, छुटकू पंछी उन्‍हीं को व्यक्‍त करता है।
छुटकू को उड़ने में बहुत मज़ा आ रहा है पर एक चहिया य
ु ह सब देख
रही है और वह सोच रही है कि छुटकू गिरे गा या नहीं गिरे गा। अगर
आप भी यह जानना चाहते हैं तो आपको इस किताब को पढ़ने में
मज़ा आएगा। इस रोचक सैर का चित्रांकन भी मजे़दार है।
रचनाकार — क्रिस्ति‍यान मेरवाइ

चित्रांकनकर्ता — एम्मा द वू
प्रकाशक — एकलव्य

अनुवादक — दीपाली शक ु ्ला


प्रकाशन वर्ष — 2011
मूल्य — ` 60.00

ISBN — 978-81-7925-274-1

झींगुर गा ना पाए!
यह एक बहुत संदु र किताब है। इस पसु ्तक का चित्रांकन भावों को उभारने में
सहायक है। शोरगल ु के बीच मधरु सगं ीत को थामे रहने का सदं श े देती यह
किताब बच्चों को लभु ाएगी। साज़-सज्जा और प्रस्तुतीकरण मनोरंजक है और
अपनेपन के भाव से संपन्न है।
रचनाकार — फरीदा खल्‍अतबरी

चित्रांकनकर्ता — अज़ि‍ता आरता


प्रकाशक — एकलव्य

अनुवादक — समि ु त त्रिपाठी


प्रकाशन वर्ष — 2011
मूल्य — ` 40.00

ISBN — 978-81-906971-1-8

20 बाल साहित्‍य की विवरणिका— कक्षा 1 से 5


दादी की साड़ी
दादी की साड़ी एक रोचक कहानी है। इस कहानी में साड़ी से जडु ़ी मज़ेदार
घटनाएँ बच्चों को आकृ ष्‍ट करें गी। साड़ी के खो जाने पर कितनी मज़ेदार
संभावनाएँ हो सकती हैं यह आपको कहानी पढ़कर ही पता चलेगा। इस
कहानी का चित्रांकन बेहद आकर्षक है। खासकर दादी की विशिष्‍ट साड़ी
जिस पर एक जंगल अपने परू े परिवेश के साथ छपा हुआ है। यह पसु ्तक
बच्चों को अवश्य पसंद आएगी।
रचनाकार — आशा नेहमिया े
चित्रांकनकर्ता — सबु ीर रॉय
प्रकाशक — चिल्ड्रन्स बक ु ट्रस्ट
अनुवादक — कुसम ु लता सिंह
प्रकाशन वर्ष — 1999
मूल्य — ` 25.00

ISBN — 978-81-701-184-59

नन्हे खरगोश की बुद्धिमानी


यह कहानी काफ़ी रोचक और नवीन है। सामान्यतः चालाक समझी जाने
वाली लोमड़ी को एक नन्हा-सा खरगोश किस प्रकार बद्धू ु बनाता है यह
जानना बच्चों के लिऐ काफ़ी दिलचस्प होगा। चित्रों की सहायता से कहानी
को समझना आसान है। क्या शेर, जंगल का राजा, सर्टिफिके ट भी लिख कर
दे सकता है? यह जानना तो और भी मज़ेदार है।
रचनाकार — अमरजीत सिंह

चित्रांकनकर्ता — अतल ु वर्द्धन


प्रकाशक — नेशनल बक ु ट्रस्ट
प्रकाशन वर्ष — 2011
मूल्य — ` 25.00

ISBN — 978-81-237-6302-6

प्रस्‍तावित बाल साहित्‍य (ि‍हदं ी) 2012–2013 21


पेड़ का तना, तने में होटल
यह किताब अत्यंत रोचक ढंग से परिवेश के कुछ जीव-जतं अ ु ों व उनकी
भोजन-�ृंखला की कथात्मक जानकारी प्रस्तुत करती है और पेड़ के
जैविक चक्र को अभिव्यक्‍त करती है। आँधी से गिरे एक परु ाने पेड़ के
तने में किस तरह धीरे -धीरे विभिन्न जीव-जंतु अपना आश्रय और भोजन
तलाशते हैं, इस परू ी प्रक्रिया को रोचक तरीके से इस कि‍ताब में प्रस्तुत
किया गया है। यह एक अत्यंत कल्पनाशील तथा सचू नात्मक पसु ्तक है।
निश्‍चय ही यह पसु ्तक बच्चों को आस-पास की दनिया ु का अवलोकन
करने के लिए प्रेरित करे गी।
रचनाकार — ऐन श्क्रार्इबर

चित्रांकनकर्ता — डेबी पिंकनी


प्रकाशक — स्कॉलास्टि‍क

अनुवादक — अनष्‍का
ु भाटिया
प्रकाशन वर्ष — 1994
मूल्य — ` 35.00

ISBN — 978-81-7655-680-4

प्यार की रानी
यह कहानी एक ऐसी राजकुमारी की है जो प्यार की रानी की तलाश में एक लबं ा सफ़र
तय करती है, परंतु उसे प्यार की रानी नहीं मिलती और रानी माँ को कर्इ काम हैं। सदंु र
चित्रों से भरपरू यह किताब बच्‍चों का ध्यान आकर्षि‍त करने में सक्षम हैं। प्राथमिक
स्तर के बच्चों के लिए यह बेहद सदंु र और आकर्षक किताब है। क्या राजकुमारी को
अपनी माँ के पास आने पर प्यार की रानी मिलती है या नहीं? पढ़ो और जानो।
रचनाकार — क्रिस्तीन आर्तसन
चित्रांकनकर्ता — क्रिस्तीन आर्तसन
प्रकाशक — ए एड ं ए बकु ्स
अनुवादक — अवत ं ी देवस्थले
प्रकाशन वर्ष — 2012
मूल्य — ` 70.00

ISBN — 978-93-80141-45-9

22 बाल साहित्‍य की विवरणिका— कक्षा 1 से 5


भेड़ि‍ए को दुष्‍ट क्यों कहते हैं?
इस कहानी में एक तरफ़ भेड़ि‍या है तो दसू री तरफ़ मेमना, सअ
ू र, बत्तख,
गधा, चहू ा आदि हैं। इस कहानी में दो अलग-अलग दनिया ु समानांतर
चलती हैं। अतं में किस्सा यँू पलट जाता है कि भेड़ि‍ए को यकीन हो जाता
है कि राक्षस उसे खाने आ गया है और वह बेतहाशा भागता है। इस पसु ्तक
का चित्रांकन सजीव और कहानी, सहज और लाजवाब है।
रचनाकार — कॉन्ताँ ग्रेबाँ

चित्रांकनकर्ता — कॉन्ताँ ग्रेबाँ


प्रकाशक — एकलव्य

अनुवादक — समि ु त त्रिपाठी


प्रकाशन वर्ष — 2011
मूल्य — ` 60.00

ISBN — 978-81-7925-272-7

मटकू बोलता है
मटकू बोलता है एक मटके की दिलचस्प कहानी है जो बच्चों की
कल्पनाशीलता को बढ़ाने के साथ ही मानवीय मलू ्यों को भी बढ़ावा देती
है। यह ‘मटका’ प्याऊ में आए प्यासे लोगों की प्यास बझु ाता है। यह मटका
उनसे बातें भी करता है। उन्हें अपनी ओर आकर्षि‍त भी करता है, साथ ही
साथ उन्हें अपने कर्त्तव्यों के प्रति सचेत भी करता है।
रचनाकार — गोविन्द शर्मा

चित्रंकनकर्ता — दर्गा ु दत्त पांडे


प्रकाशक — नेशनल बक ु ट्रस्ट
प्रकाशन वर्ष — 2012
मूल्य — ` 30.00

ISBN — 978-81-237-6483-2

प्रस्‍तावित बाल साहित्‍य (ि‍हदं ी) 2012–2013 23


मम्मी गड़बड़ ने छुट्टी मनाई
मम्मी एक दिन छुट्टी पर जाना चाहती हैं, पर घर के कामों से उन्हें छुट्टी
कै से मिले? घर की तो कोई छुट्टी नहीं होती। कौन आया आखि‍र मम्मी
की मदद करने? यह इस मजे़दार कहानी में पढ़ि‍ए। इसका चित्रांकन
कठपतु ली शैली में किया गया है, जाे बेहद आकर्षक है।
रचनाकार — मिनी श्रीनिवासन

छायांकन — संदश े भडं ारे


चित्रंकनकर्ता — संध्‍या राडकर
प्रकाशक — सेन्टर फॉर लर्निंग रिसोर्सेज

अनुवादक — मीता श्रीवास्तव

प्रकाशन वर्ष — 2007


मूल्य — ` 80.00

ISBN — 978-81-89883-07-2

मैं हूँ आन
य‍ह कहानी है नन्हे हाथी ‘आन’ की जो अपने झडँु के साथ रहता
है, जहाँ उसे बहुत प्यार व दल ु ार मिलता है, परंत यु वु ावस्था तक
आते-आते वह झडँु से कै से अलग होता है? यह परू ी कहानी पढ़कर
ही जान पाएँगे। क्या वह वापस अपने परिवार के पास आ पाता है?
पसु ्तक का चित्रांकन बेहद खबू सरू त व आकर्षक है तथा भाषा सरल
है। अतं में हाथि‍यों के बारे में दी गर्इ ज्ञानवर्धक जानकारी बच्चों के
लिए लाभकारी है।
रचनाकार — मीनाक्षी भारद्वाज

चित्रांकनकर्ता — क्रिस्टोफर कोर


प्रकाशक — कथा

अनुवादक — नीना वाघ

प्रकाशन वर्ष — 2010


मूल्य — ` 95.00

ISBN — 987-81-89938-62-0

24 बाल साहित्‍य की विवरणिका— कक्षा 1 से 5


रास्ता छोड़ो! रास्ता छोड़ो!
यह एक नन्हे पौधे के विशाल वृक्ष बनने तक की यात्रा की संदु र कथा है। इसकी
खबू सरू ती यह है कि पतली गली से पक्की सड़क बनने की यात्रा में पेड़ यथावत
बना रहता है। यह कहानी मशीनीकरण, आधनि ु कीकरण के साथ-साथ प्रकृ ति
और जीवन के समरस संबंध की संभावना की ओर इशारा करती है। चित्रांकन
में श्याम-श्‍वेत और रंग-बिरंगे रंगों का एक साथ प्रयोग एक नई ताज़गी देता है।
यह किताब बच्चों के मन में कला और पर्यावरण के प्रति सवं ेदना जागृत करे गी।
रचनाकार — उमा कृ ष्णस्वामी

चित्रांकनकर्ता — उमा कृ ष्णस्वामी


प्रकाशक — तलि ू का
अनुवादक — वीणा शि‍वपरु ी

प्रकाशन वर्ष — 2010


मूल्य — ` 135.00

ISBN — 978-81-8146-793-5

हमारा जॉन
एक अडं े से निकले जीव ‘नन्हे’ को सभी पक्षी गोद लेकर अपनी ही
तरह से उसकी परवरिश करना चाहते हैं। सब उसे अपने जैसा बनाने
की कोशि‍श करते हैं। कथा की खबू सरू ती उस बच्चे की तरफ़ सभी
के अपनेपन और प्रेम में हैं, जो कहानी के अन्य पात्रों में भी झलकती
है। इस कहानी को विभि‍न्न जीव-जंतआ ु ें के इर्द-गिर्द बनु ा गया है। यह
कहानी बच्चों को रोचक और आकर्षक लगेगी।
रचनाकार — वेरानीक दाँ अबील

चित्रांकनकर्ता — एम्मा द वू
प्रकाशक — एकलव्य

अनुवादक — अमित

प्रकाशन वर्ष — 2011


मूल्य — ` 60.00

ISBN — 978-81-7925-275-8

प्रस्‍तावित बाल साहित्‍य (ि‍हदं ी) 2012–2013 25


Suggestive Children’s Literature (English)
2012–2013
Level I (Classes I and II)

Bindi Su
Who is Bindi Su and where is she going? You
cannot fail to be entranced with this story and
the magical pictures that enhance the book even
more. If you have ever been to Goa or better
still, lived there, spot your favourite places from
the book. The open ending allows the reader to
participate in the story.
Illustrator — Milan Khanolkar
Publisher — Bookworm
Publishing year — 2012
Price — ` 150.00
ISBN — 978-81-923042-29

Counting Clouds
It is a poem about the life of clouds. The poem
portrays a fun activity for learning addition. It
has short rhythmic rhymes around numbers
1–10 that draw the beginning readers to the
clouds that count, play, make shapes and then
fly away.
Author — Santhini Govindan
Illustrator — Saurabh Pandey
Publisher — Children’s Book Trust
Publishing year — 2011
Price — ` 20.00
ISBN — 81-7011-982-0
Daddoo’s Day Out
Dadoo, the little frog decides to do
something different on her day out.
She meets many animals during the
day but forgets her way back home.
Well-illustrated, the book can also be
read aloud to children.
Author — Prabhjot Kaur
Illustrator — Prabhjot Kaur
Publisher — Katha
Publishing year — 2004
Price — ` 95.00
ISBN — 978-81-78649-94-6

Days with Thathu


A story about a young girl and her
grandfather, whom she lovingly calls Thathu.
They share a very strong bond and fun-filled
everyday life. The book is very well illustrated
and has an activity to learn new words in
the end.
Author — Geeta Dharmarajan
Illustrator — Nancy Raj
Publisher — Katha
Publishing year — 1991
Price — ` 120.00
ISBN — 978-81-89934-48-4

Suggestive Children’s Literature (English) 2012–2013 27


Flying Man
It is a collection of poems for early readers. Easy
language and familiar contexts make the book
interesting for kids. Some poems also demands
active participation, which can be fun.
Author — Ruth Rastogi and Anjali
Noronha
Illustrations — Kanak
Publisher — Eklavya
Publishing Year — 2007
Price — ` 30.00
ISBN — 978-81-87171-99-7

I Have a Home
A beautifully illustrated picture book
that allows the reader to be absorbed
into the visuals and find a home on
every page. You can go anywhere and
yet your home stays with you. The book
is a visual treat for the reader. There is
a lot of scope for discussion and lets the
reader go beyond the text through this
book.
Author-Illustrator — Claudia Legnazzi
Translation — Clara Stern Rodriguez
Publisher — Katha
Publishing year — 2001
Price — ` 145.00
ISBN — 978-81-89934-86-6

28 Annotated Bibliography of Children’s Literature— Classes I to V


Leaves
Stunning bold illustrations and layout
draw the reader into the world of leaves.
An unusual book full of fantasy and
imagination where children have scope
to go beyond the text given and build on
their own — weaving experiences from
their own lives.
Author — Enrique Lara and Luis Garcia
Publisher — Katha
Publishing year — 2004
Price — ` 70.00
ISBN — 81-89020-07-2

Oo & Too
A traditional Marathi tale that has weaved
in the everyday activities like eating,
buying vegetables, cooking and sleeping
with an element of humor and playfulness.
Illustrator — Sujatha Bhagwat
Publisher — Eklavya
Publishing year — 2011
Price — ` 40.00
ISBN — 978-93-81300-03-9

Suggestive Children’s Literature (English) 2012–2013 29


Rangy—The Mangy Dog
The story has rhythm and rhyme that comes
alive as a homeless dog talks with the old
moon. Read and find out what happens to the
fun loving dog— Rangy on a cold night.
Author — Anon
Illustrator — Jitendra Thakur
Publisher — Eklavya
Publishing year — 2011
Price — ` 30.00
ISBN — 978-93-81300-11-4

Sheebu—the Sheep
Sheebu, the sheep, has lost her bell. Her
friends—the fireflies glow and help her to find
the bell.
Author — Neetu Sharma
Illustrator — Partha Sengupta
Publisher — National Book Trust
Publishing year — 2012
Price — ` 25.00
ISBN — 978-81-237-6365-1

30 Annotated Bibliography of Children’s Literature— Classes I to V


Siri’s Smile
Little Siri slips away from home one day and
goes around asking everyone she meets to
smile. But finds a priceless answer for her
own self. Read to find more!
Author — R. Amarendran
Illustrator — Bhakti Pathak
Publisher — Tulika
Publishing year — 2011
Price — ` 95.00
ISBN — 81-8146-952-6

The Magic Feather


An owl drops a purple feather in a forest.
A little girl picks it up and there begins a
journey into magical lands. A simple story
illustrated using a variety of paper craft.
Author — Roma Singh
Illustrator — Roma Singh
Publisher — Tulika
Publishing year — 2011
Price — ` 120.00
ISBN — 93-504-60-94-7

Suggestive Children’s Literature (English) 2012–2013 31


The Sky is Falling!
A timeless tale of a little rabbit who is
scared of almost everything. One day he
throws all the animals into a panic for no
reason at all!
Illustrator — Jeyanthi
Manokaran
Publisher — Centre for
Learning Resources
Publishing year — 2011
ISBN — 978-81-89883-15-7

The World’s Smartest Cat


This is an interesting story about growing
friendship between a cat and the grey
mouse. An American folktale with quick
paced story and timeless character interests
the reader in the sequence of events. The
surprising twist delights the reader and
offers room for imagination.
Illustrator — Leena Mankeekar
Publisher — Centre for
Learning Resources
Publishing year — 2011
Price — ` 80.00
ISBN — 978-81-89883-19-5

32 Annotated Bibliography of Children’s Literature— Classes I to V


What a Song!
It is a Bundelkhandi folk tale. A woman
wanted to sing but did not know any
songs. This story is about an interesting
search for a song. And no ordinary song it
is! It will be fun reading this story aloud
to young children. The bold and beautiful
illustrations will bind the readers for sure.
Illustrator — Jitendra Thakur
Publisher — Eklavya
Publishing year — 2011
Price — ` 90.00
ISBN — 978-81-906971-6-3

Where’s that Cat?


It is an endearing story of little Minnie and
her lost cat Pooni. Infinite details in the
illustrations allow the reader to explore a
wider environment around the lost cat. Read
and find out how she found her cat.
Author — Manjula
Padmanabhan
Illustrator — Manjula Padmanabhan
Publisher — Tulika
Publishing year — 2011
Price — ` 95.00
ISBN — 81-8146-702-7

Suggestive Children’s Literature (English) 2012–2013 33


The Gijjigadus and the Fireflies
The nests of the golden sparrows are dark
without any light. They fly to the kingdom of
Gods to ask for help and together they find a
magical solution. A visually stunning book,
which can be read aloud to children of classes
I and II while older children can enjoy the
book on their own.
Author — Gopini Karunakar
Illustrator — Atanu Roy
Publisher — Katha
Publishing year — 2011
Price — ` 350.00
ISBN — 978-81-89934-75-0

34 Annotated Bibliography of Children’s Literature— Classes I to V


Suggestive Children’s Literature (English)
2012–2013
Level II (Classes III to V)

A Lion in Paris
Story of a lion, who feels bored by his life
in Savannah, goes to a metropolitan city to
seek enjoyment. There he travels by metro,
visits a museum and choose a place for
himself to live. The story is very interesting
and through the illustrations children can
imagine the life of people in Paris, which
may be an unknown city for them.
Author — Beatrice Alemagna
Translator — Mariette Robbes
Publisher — Katha
Publishing year — 2009
Price — `150.00
ISBN — 978-81-89934-27-9

AHA! Activities
A must have resource for classrooms. The book has
a number of activities for simple science and craft
projects that make reading and doing possible and
fun, while learning at the same time.
Author — Arvind Gupta
Illustrator — Monil Dalal
Publisher — Eklavya
Publishing year — 2007
Price — ` 100.00
ISBN — 978-81-87171-88-1

Suggestive Children’s Literature (English) 2012–2013 35


Black Panther
A gripping story about meeting a panther
in the Anaimalai forests of India and the
close encounter a father and son have with
this majestic animal. Ashok Rajagopalan’s
pastel illustrations lend a rich story quality
to the book.
Author — Aravind Krish Bala
Illustrator — Ashok Rajagopalan
Publisher — Tulika
Publishing year — 2011
Price — ` 150.00
ISBN — 8-8146-988-7

Clouds and Waves


An endearing poem of a little girl who refuses
invitations from people living on the clouds to
come and play with them. Instead she prefers
staying with her mother and playing with her.
Author — Rabindranath Tagore
Illustrator — Sunaina Coelho
Publisher — Katha
Publishing year — 2011
Price — ` 120.00
ISBN — 978-81-89934-83-5

36 Annotated Bibliography of Children’s Literature— Classes I to V


Four Forest Friends and Other Panchatantra Tales
A comprehensive collection from the timeless
Panchatantra tales. The stories make for
great read aloud to young children and the
beautiful vivid illustrations of Bindia Thapar
will captivate and bring the stories to life for
an independent reader as well.
Author — Suvir Kaul
Illustrator — Bindia Thapar
Publisher — Scholastic
Publishing year — 2009
Price — ` 250.00
ISBN — 10-81-8477-296-3

Fly High in the Sky


A red loose kite in the sky is the point of
attraction for all the boys playing in the
ground. They all jump quarrelling to grab it and
as a result tear it apart to pieces. A common
scene in play areas. This girl Meena enters the
scene to transform the situation completely.
What happens to the kite? Find out by reading
this story ‘Fly High in the Sky’.
Illustrator — Jagdish Joshi
Publisher — National Book Trust
Publishing year — 2011
Price — ` 30.00
ISBN — 978-81-237-6336-1

Suggestive Children’s Literature (English) 2012–2013 37


Good Friends
John Kilaka brings to life a traditional
Tanzanian animal fable. Elephant and Rat
are best friends but poles apart in nature.
While Rat works like crazy storing grain,
making fire and helping his friends with it,
Elephant succumbs to greed and he steals
Rat’s grain. Rat gets angry and leaves the
village. When other animals return to fetch
fire, Rat is gone but Elephant looks worried.
What will his betrayed friend do?
Author — John Kilaka
Illustrator — John Kilaka
Translation — Shelley Tanaka
Publisher — National Book Trust
Publishing year — 2007
Price — ` 35.00
ISBN — 81-237-5159-1

Mama Gudbud Takes a Break


Mama wants to go on a tour but she is
wondering how will her family manage without
her. A story where all the family members
come forward to understand and share
responsibilities of the home.
Author — Mini Srinivasan
Illustrator — Sandhya Radkar
Publisher — Centre for Learning Resources
Publishing year — 2007
Price — ` 80.00
ISBN — 81-89883-14-3

38 Annotated Bibliography of Children’s Literature— Classes I to V


The Dog who Loved Red
Raja, the dog, loved everything red. But one
day he loses his red ball. Raja’s adventure
to get back his red ball from Mr. Mehta’s
backyard is well illustrated in this book.
Author — Anitha Balachandran
Illustrator — Anitha Balachandran
Publisher — Scholastic
Publishing year — 2006
Price — ` 150.00
ISBN — 978-81-8477-550-1

The Gudbuds Get Out of a Mess


The Gudbud family hates washing clothes.
So the dirty clothes keep on increasing and
are piled outside the house as well. But
one day they get the news of grandparents
visiting them. What will the Gudbud family
do now?
Author — Swati Jalnapurkar
Illustrator — Jeyanthi Manokaran
Publisher — Centre for Resource Learning
Publishing year — 2007
Price — ` 80.00
ISBN — 81-89883-12-7

Suggestive Children’s Literature (English) 2012–2013 39


The Little Big Man
Young boy who wants to grow up and be a part
of the adult world, take responsibilities and
enjoy the new found freedom. A secret desire
that exists in the hearts of all young children.
The content will delight the young readers
who can feel a connection with the yearning to
grow up.
Author — Rabindranath Tagore
Illustrator — Rajiv Eipe
Publisher — Katha
Publishing year — 2011
Price — ` 120.00
ISBN — 978-81-89934-81-1

The Mountain That Loved a Bird


An unusual friendship between a mountain
and a bird and the extraordinary happenings
that arise out of this friendship. The brilliant
illustrations make the text come alive!
Author — Alice McLerran
Illustrator — Stephen Aitken
Publisher — Tulika
Publishing year — 2011
Price — ` 150.00
ISBN — 81-8146- 076-6

40 Annotated Bibliography of Children’s Literature— Classes I to V


The Song of a Scarecrow
It is the story of a lonely scarecrow who is
bored of his work and steps out of his field
to enjoy the new found freedom and to seek
friends of a different kind. The lyrical stanzas
and pleasing water colour illustrations make
this book suitable to be read aloud to younger
children as well.
Author — Suddhasattwa Basu
Illustrator — Suddhasattwa Basu
Publisher — Katha
Publishing year — 2002
Price — ` 120.00
ISBN — 81-87649-49-6

The Whole Wide World


Nature is beautiful and playful for a child.
But there’s also a fierce side to it. This book
lends itself to discuss what on one side may
be a cite for romanticism can be yarned into a
dreadful situation on the other. This can also
enable children to realise that the experiences
of nature are different for different people.
Author — Jeyanthi Manokaran
Artist — Jeyanthi Manokaran
Publisher — National Book Trust
Publishing year — 2012
Price — ` 25.00
ISBN — 81-23763-87-5

Suggestive Children’s Literature (English) 2012–2013 41


Tiny Turtle Wants a Friend
A delightfully illustrated story about a tiny
turtle who is out to look for a friend. She
meets many friends but is searching for
someone who looks just like her. Will she
find a similar looking friend? Delightfully
illustrated, the book can be read aloud to
children of Classes I and II as well.
Author — Scholastic India
Editorial Team
Illustrator — Shilpa Ranade
Publisher — Scholastic
Publishing year — 2008
Price — ` 80.00
ISBN — 978-81-8477-586-0

Who will teach Emperor Akbar?


Emperor Akbar is unhappy. There are so
many things he does not know. He wants
to learn everything there is to learn in the
world. Who will teach the emperor?
Author — An Avehi-Abacus
story
Illustrator — Deepa Balsavar
Publisher — Eklavya
Publishing year — 2010
Price — ` 40.00
ISBN — 978-81-89976-71-2

42 Annotated Bibliography of Children’s Literature— Classes I to V


प्रस्‍तावित बाल साहित्‍य
Suggestive Children’s Literature
2013–2014

चित्रांकन – प्रशंात सोनी


चित्रांकन – शोभा घारे
प्रस्‍तावित बाल साहित्‍य (हिंदी) 2013–2014
स्‍तर 1 (कक्षा 1 और 2)
अपनी अपनी पसदं
राजस्थानी लोक साहित्य में रची-बसी यह कहानी दो औरतों की है। इस
कहानी में एक मछुआरिन है जिसे मछली की गंध पसंद है तथा दसू री मालिन
है जिसे फूलों की गधं पसदं है। एक-दसू रे की गधं नापसदं होते हुए भी वे
दोनों बरसात की रात एक-दसू रे के साथ कै से गजु ़ारती हैं, पढ़कर जानिए। इस
पसु ्तक की भाषा सरल और रोचक है तथा चित्रांकन बहुत ही आकर्षक है।
रचनाकार — विजयदान देथा
चित्रांकनकर्ता — अनीता हाशेमी मोघद्दम
प्रकाशक — कथा
अनुवादक — रंजना शकु ्ला
प्रकाशन वर्ष — 2012
मूल्य — ` 225 रुपये
ISBN — 978-81-89934-03-3

गटिला
इस कहानी में गटिला एक गाय है जिसे यह लगता है कि सभी जीव-जतं ु तो
रंग-बिरंगे हैं वही क्यों काले रंग की है। तब वह दसू रे जीवों के जैसा बनने की
कोशि‍श करती है। गटिला द:ु खी है, क्योंकि उसे लगता है कि वह सदंु र नहीं है।
परे शान गटिला रात में चपु के -से रंगों के डिब्बे में उपाय ढूँढ़ने की कोशि‍श करती
है, लेकिन तब भी बात नहीं बनती। अतं में उसे यह बात समझ में आ जाती है
कि वह स्वयं के रंग में ही सदंु र है। इस किताब में चित्र कहानी की तरह ही सदंु र
हैं तथा कहानी को सजीवता प्रदान करते हैं।
रचनाकार — लीसा डाएस नोरोन्हा एवं अन्जोरा नोरोन्हा
चित्रांकनकर्ता — लीसा डाएस नोरोन्हा एवं अन्जोरा नोरोन्हा
प्रकाशक — कथा
प्रकाशन वर्ष — 2012
मूल्य — ` 175.00
ISBN — 978-93-82454-05-2
छम छम बारिश
वैशाली श्रॉफ़ की कथा पर आधारित यह किताब असल में चित्रों
पर आधारित किताब है। रुचि म्हसाणे का चित्रांकन जीवंत है और
बारिश में भीगने के अहसास और आनंद को उजागर करता है। अजं ू
का बारिश देखना, एक मामल ू ी घटना होते हुए भी कै से यादगार हो
सकती है, इसे इन दोनों सृजकों ने संदु रता से उके रा है। प्रकृ ति से सहज
जडु ़ाव में आ गई दरू ियों को यह बारिश कै से मिटा देती है। अजं ू के
बहाने पाठक भी बारिश के अनभु वों से परिचित हो जाते हैं।
रचनाकार — वैशाली श्रॉफ़
चित्रांकनकर्ता — रुचि म्हसाणे
प्रकाशक — तलि ु का
अनुवादक — सषु मा
प्रकाशन वर्ष — 2013
मूल्य — ` 150.00
ISBN — 978-93-5046-345-1

जब आये पहिए
यह पसु ्तक चींटियों की समझदारी की एक काल्पनिक कहानी मात्र नहीं है,
बल्कि पहिए के अाविष्कार और उसके क्रमिक विकास को प्रस्तुत करने
वाली रोचक पसु ्तक है। प्रत्येक पृष्‍ठ पर आकर्षक चित्र बच्चों को कहानी
को आगे बढ़ाने में मदद करेंग,े बोझा ढोने के लिए छड़ि‍यों का उपयोग,
गोल, लट्ठों पर वज़न को ढोना, लकड़ी के तख्‍तों पर गोल लट्ठों को रखना,
हाथ गाड़ी आदि। यह कहानी पढ़ने में छोटे बच्चों के साथ बड़े बच्चों को
भी आनदं देगी। इस कहानी को आगे जानने के लिए इस किताब को पढ़िए।
रचनाकार — अनपू राय
प्रकाशक — नेशनल बक ु ट्रस्ट
अनुवादक — दीपक कुमार गपु ्‍ता
प्रकाशन वर्ष — 2006
मूल्य — ` 150.00
ISBN — 978-81-237-4754-5
46 बाल साहित्‍य की विवरणिका— कक्षा 1 से 5
तारा खोजक
रबिन्द्रनाथ ठाकुर द्वारा सिर्फ़ 11 वर्ष की आयु में लिखी गर्इ तारा खोजक बालपन में
चाँद को देखकर उसको पाने की जिज्ञासा को दर्शाती हुर्इ एक रचना है। खकु ी और
उसके दादा के संवाद बहुत रोचक व खबू सरू त हैं, चित्रांकन काफ़ी जीवंत है। अतं में
चाँद के बारे में दी गर्इ ज्ञानवर्धक जानकारी बच्चों के लिए अत्यंत लाभकारी है। भाषा
सरल और बोधगम्य है। इस पसु ्तक में बच्चों को गरुु देव जी के बारे में भी बहुत कुछ
जानने को मिलेगा।
रचनाकार — रबिन्द्रनाथ ठाकुर
चित्रांकनकर्ता — हर्षवर्धन कदम
अनुवादक — हर्षवर्धन कदम
प्रकाशक — कथा
प्रकाशन वर्ष — 2012
मूल्य — ` 95.00
ISBN — 978-93-82454-03-8

बतख जब डर जाती है!


डर, नींद, भख ू , प्यास सब जीवों के नैसर्गिक गणु हैं। इनसे लड़ा जा सकता है और
इन पर विजय पाने की कोशिश अन्य जीव भी करते हैं, लेकिन क्या हम यह अनमु ान
लगा सकते हैं कि कोई बतख डर जाती होगी, तब क्या करती होगी? यह किताब
हमारी प्रकृ ति के विभिन्न जीवों के ऐसे ही क्षणों के बारे में बताती है। जब जीव डर
जाते हैं तो क्या करते हैं? अतं में बच्चे को यह रास्ता भी मिलता है कि जब वह डर
जाए तो क्या करे ? यह बहुत संदु र और प्रभावी पसु ्तक है।
रचनाकार — श्यामला एस.
चित्रांकनकर्ता — अक ं ु र मित्रा
प्रकाशक — चिल्ड्रन्स बक ु ट्रस्ट
अनुवादक — सचिन कामरा
प्रकाशन वर्ष — 2008
मूल्य — ` 25.00
ISBN — 978-81-89750-69-5
प्रस्‍तावित बाल साहित्‍य (ि‍हं‍दी) 2013–2014 47
बुलबुली के बाँस
बल ु बलु ी अपने आस-पास बाँस को देखती है, उपयोग करती है, उपभोग
करती है और बाँस की अपनी छोटी-सी दनिया ु में मगन रहती है। यह कहानी
के वल प्रकृ ति और मनषु ्य के साहचर्य का संदु र चित्र ही नहीं है, बल्कि यह
बताती है कि जिन्हें हम वैकल्पिक समझते हैं, वे तत्‍व जीवन में प्रधान या
मखु ्य भी हो सकते हैं। मीटा बॉर्डोलॉय की कहानी को प्रोइती रॉय के चित्र
संदु रता से प्रस्तुत करते हैं। चित्रों का गहरा रंग और प्रस्तुतीकरण का मौलिक
ढंग किताब को मनोहारी बनाता है।
रचनाकार — मीटा बॉर्डोलॉय
चित्रांकनकर्ता — प्रोइती रॉय
प्रकाशक — तलि ू का
अनुवादक — वीणा शिवपरु ी
प्रकाशन वर्ष — 2012
मूल्य — ` 135.00
ISBN — 978-93-5046-159-4

मुझे कोई नहीं खिलाता. . .


आमतौर पर ऐसा देखा जाता है कि बच्चों को अनेक तरह की
शि‍कायतें रहती हैं— मेरी पसंद का टी.वी. प्रोग्राम कोई नहीं चलाता,
मेरी पसंद का खाना माँ नहीं बनाती आदि अब क्या किया जाए? इन्हीं
समस्याओ ं को कें द्र‍ि‍त कर देवकरण पाटीदार द्वारा यह कहानी लिखी
गर्इ है मझु े कोई नहीं खिलाता... परंतु राह कै से निकली और खेल में
उसे जगह मिली? पसु ्तक का चित्रांकन बेहद मनभावन है।
रचनाकार — देवकरण पाटीदार
चित्रांकनकर्ता — ध्बरु ा चटर्जी, वालेन मेनीज़ीज़, ऑस्टि‍न रॉजर्स
प्रकाशक — एकलव्य
प्रकाशन वर्ष — 2012
मूल्य — ` 65.00
ISBN — 978-93-81300-55-8
48 बाल साहित्‍य की विवरणिका— कक्षा 1 से 5
मूली
बच्चों में रचनात्मकता और कल्पनाशीलता की वृद्धि करने वाले आकर्षक
चित्रों के साथ यह छोटी-सी कहानी बच्चों को अनमु ान से पढ़ने के लिए
प्रेरित करे गी। नाना जी ने बगीचे में मल
ू ी बोई। मोटी और लंबी मल
ू ी उग आई,
फिर क्या हुआ? चित्रों में मल ू ी के हाव-भाव कहानी को आगे तो बढ़ाते ही
हैं साथ ही उसे रोचकता भी प्रदान करते हैं। पढ़ना सीखने की शरुु आत करने
वाले बच्चों के साथ इस पसु ्तक के चित्रों पर बातचीत की जा सकती है और
कहानी को आगे बढ़ाया जा सकता है।
रचनाकार — स्नेहलता शकु ्ला
चित्रांकनकर्ता — दिगम्बर तळे कर
प्रकाशक — भारत ज्ञान विज्ञान समिति
प्रकाशन वर्ष — 2011
मूल्य — ` 45.00
ISBN — 978-81-921705-2-7

मेंढक और सांप
मेंढक इधर-उधर खेल रहे हैं। हरी-घास में पड़ा साँप ताक रहा है।
यहीं से शरूु होती है, यह छोटी-सी कहानी! आगे क्या हुआ? यह
जानने के लिए पढ़ि‍ए यह पसु ्तक। चित्रांकन और लिखित सामग्री
दोनों की इसमें बराबर हिस्सेदारी है। पढ़ना सीखने की शरूु आत
करने वाले बाल पाठक चित्रों से कहानी को आगे बढ़ा सकते हैं
और चित्रों की मदद से लिखे हुए विषय का अनमु ान लगा सकते
हैं। कहानी का अतं पाठक के लिए महत्वपर्णू है।
रचनाकार — गणेश हालईू
प्रकाशक — नेशनल बक ु ट्रस्ट
अनुवादक — सबु ीर शकु ्ला
प्रकाशन वर्ष — 2012
मूल्य — ` 17.00
ISBN — 978-81-237-0858-4
प्रस्‍तावित बाल साहित्‍य (ि‍हं‍दी) 2013–2014 49
रजि‍या का कमाल
रजि‍या पक्के इरादे वाली लड़की है। वह यह मानती है कि मन में
ठान लिया जाए, तो कुछ भी असंभव नहीं है। मेहनत का काम तो
सिर्फ़ आदमी ही कर सकते हैं। इसी धारणा को नकारते हुए वह कुछ
ऐसा काम करके दिखाती है जो गाँव की महिलाओ ं की सवि ु धा के
लिए बहुत ज़रूरी था। रजि‍या ने ऐसा क्या किया? और कै से किया?
इन सवालों के जवाब मिलेंगे इस कहानी में। कहानी की विषयवस्तु
सरल और चित्रांकन प्रभावकारी है। पसु ्तक के चित्र कहानी के मल

उद्देश्य को समझाने में सहायक होंगे।
रचनाकार — स्नेहलता शकु ्ला
चित्रांकनकर्ता — कनिका नायर
प्रकाशक — भारत ज्ञान विज्ञान समिति
प्रकाशन वर्ष — 2012
मूल्य — ` 50.00
ISBN — 978-93-81811-02-3

वेलू महासागर में


लेनार्ट एगं की इस किताब में एक व्हेल ‘वेल’ू की कहानी है जो महासागर
में रहती है। महासागर के अदं र का जीवन और वहाँ की गतिविधियाँ चित्रों में
प्रस्तुत होकर किताब को ऐसा रोचक बना देती हैं कि कोई भी वेलू होना चाहेगा।
समद्रु में रात भी होती है और सरू ज भी चमकता है। इस किताब में समद्रु की
दनिया
ु सचमचु रोचक, भव्य और नवीन दिखार्इ गर्इ है। चित्रांकन सजीव और
नयनाभि‍राम है।
रचनाकार — लेनार्ट एगं
प्रकाशक — ए एंड ए बकु ्स
अनुवादक — अरूं धती देवस्थले
प्रकाशन वर्ष — 2013
मूल्य — ` 65.00
ISBN — 978-93-80141-50-3
50 बाल साहित्‍य की विवरणिका— कक्षा 1 से 5
हँसमुख राक्षस
यह कहानी है प्यारे से हँसमख ु राक्षस—करिमगु ा की। करि‍मगु ा
बहुत ही संदु र राक्षस है। इसी बात से दसू रे राक्षसों को करिमगु ा से
जलन होती है। दरिया-दिल करिमगु ा अपने दोस्तों को उदास नहीं
देख सकता। सौम्या राजेंद्रन ने बहुत-ही प्रभावी ढंग से हास्य और
सादगी से राक्षसों के संबंध में हमारे विचार बदल दिए हैं। मज़ेदार
चित्रों द्वारा छोटे-बड़े, रंग-बिरंगें राक्षसों को पृष्‍ठों पर उछल-कूद
मचाते और मस्ती करते दिखाया गया है।
रचनाकार — सौम्या राजेंद्रन
चित्रांकनकर्ता — निवेदिता सब्रु मण्यम
प्रकाशक — तलि ू का
अनुवादक — सषु मा
प्रकाशन वर्ष — 2012
मूल्य — ` 135.00
ISBN — 978-93-5046-316-1

सच्चे बच्चे, अच्छे बच्चे


सच्चे बच्चे, अच्छे बच्चे चित्रात्मक कहानियों की एक माला है, जिसमें चीनी
बच्चों के दैनिक जीवन की मनमोहक तसवीरें है जो एक छपार्इ मज़दरू द्वारा खींची
गर्इ हैं। किस तरह बच्चे एक-दसू रे की मदद करते हैं, यह चित्रांकित किया गया है।
चित्रों की सजीवता बहुत कुछ बयान कर देती है।
रचनाकार — फड क्वो-ल्याड
चित्रांकनकर्ता — अभय कुमार झा
प्रकाशक — भारत ज्ञान विज्ञान समिति
प्रकाशन वर्ष — 2011
मूल्य — ` 20.00

प्रस्‍तावित बाल साहित्‍य (ि‍हं‍दी) 2013–2014 51


सचित्र कहानियां
रूसी लेखक चित्रकार निकोलाई रादलोव की प्रसिद्ध
पसु ्तक सचित्र कहानियां बच्चों और बड़ों में समान रूप
से लोकप्रि‍य है। इसमें विचित्र परिस्थितियों द्वारा कहानी
बनाई गई है, वह भी के वल चित्रभाषा में। इसके जीवंत चित्र
बार-बार इस किताब की ओर आकर्षि‍त करते हैं। यह
किताब बच्चों के लिए आनंद और आकर्षण से भरपरू है।
रचनाकार — निकोलार्इ रादलोव
चित्रांकनकर्ता — अविनाश देशपांडे
प्रकाशक — भारत ज्ञान विज्ञान समिति
प्रकाशन वर्ष — 2004
मूल्य — ` 10.00
ISBN — 81-903348-1-6

52 बाल साहित्‍य की विवरणिका— कक्षा 1 से 5


प्रस्‍तावित बाल साहित्‍य (हिंदी) 2013–2014
स्‍तर 2 (कक्षा 3 से 5)
अशरफ़ का उड़नखटोला
अशरफ़ एक अफ़लातनू ी लड़का है, जिसका सपना हवाई जहाज़ बनाना है।
वह पेड़ पर एक यंत्र जैसा कुछ बनाता भी है, लेकिन ज़ाहिर है कि वह यंत्र उड़
नहीं सकता। अशरफ़ की कहानी पढ़ना हमें आज के दौर की यांत्रिक समझ
और कल्पना की उड़ान जैसा लगता है। इस किताब का अनवु ाद सहज, सरल
और सबु ोध है।
रचनाकार — फातिमा अकिलु
चित्रांकनकर्ता — मसु ्तफा बल ु ामा
प्रकाशक — एकलव्य
अनुवादक — समि ु त त्रिपाठी
प्रकाशन वर्ष — 2012
मूल्य — ` 60.00
ISBN — 978-93-81300-45-9

एक थी बकरी
एक थी बकरी कहानी एक ऐसी मटमैली बकरी की कहानी है जो अपने मालिक से
खफ़ा होकर अके ले रहने का निश्‍चय कर लेती है और मौका देखकर मेले में चली
जाती है। वहाँ वह कर्इ रोमांचकारी कार्य करती है। भाषा के अनसु ार यह प्राथमिक स्तर
के लिए एक मनोरंजक किताब है। बकरी विषय पर अब तक बनी अन्य कहानियों
से यह कहानी अलग है। इस किताब के चित्रांकन लभु ाते हुए कर्इ बातें बोल जाते हैं।
रचनाकार — पारुल बत्रा
चित्रांकनकर्ता — आर्य प्रहराज
प्रकाशक — नेशनल बक ु ट्रस्ट
प्रकाशन वर्ष — 2012
मूल्य — ` 25.00
ISBN — 978-81-237-6553-2
प्रस्‍तावित बाल साहित्‍य (ि‍हं‍दी) 2013–2014 53
खेलो कहानी
इस किताब में चार कहानियाँ हैं, जो अलग-अलग खेलों और गतिविधियों पर
कें द्रित हैं। यह किताब रोचक है और धीरे -धीरे लप्‍त
ु हो रहे खेलों की तरफ़ दिलचस्पी
जगाने वाली है। यह बच्चों में परु ाने खेलों के प्रति उत्सुकता जगाने वाली किताब है।
रचनाकार — कुसमु लता सिंह, शशि‍जैन, गिरिजारानी अस्थाना,
सरु े खा पाणदीकर
चित्रांकनकर्ता — संध्या गोयल बंसल
प्रकाशक — बचपन सोसायटी फॉर चिल्ड्रेन्स लिटरे चर एंड कल्चर
मूल्य — ` 35.00

गिट्टी की कहानी पथृ ्वी


प्याज की तरह धरती की भी अनेक परतें हैं। यह एक प्राचीन चट्टान की
कंकड़ी ‘गिट्टी’ की कहानी है। गिट्टी की यात्रा बहुत लंबी है। वह यात्रा
पृथ्वी के उबलते हुए कें द्र से शरू
ु हुर्इ और पहाड़ की एक ऊँची चोटी पर
जाकर रुकी जहाँ गिट्टी चपु चाप बैठकर वर्षों से कर्इ चीज़ें देख रही है। गिट्टी
की यात्रा को कहानी में बहुत ही रोचक ढंग से चित्रों द्वारा प्रदर्शि‍त किया
गया है। क्या है गिट्टी की कहानी जानने के लिए पढ़ि‍ए यह रोचक कहानी।
रचनाकार — अनषु ्का कालरो, राजसी राय, शख ं लीना नाथ,
शभु ाँगी गोयल
चित्रांकनकर्ता — अनषु ्का कालरो, राजसी राय, शख ं लीना नाथ, शभु ाँगी गोयल
प्रकाशक — तलि ू का
अनुवादक — वीणा शि‍वपरु ी
प्रकाशन वर्ष — 2012
मूल्य — ` 95.00
ISBN — 978-93-5046-290-4

54 बाल साहित्‍य की विवरणिका— कक्षा 1 से 5


जादुर्इ मच्छी
जादरु ्इ मच्छी मध्य प्रदेश की एक प्रसिद्ध लोक कथा है। यह एक ऐसी रोचक
कथा है जिसमें लेखक ने जन-सामान्य बोलचाल का इस्तेमाल किया है।
गोंडी भिि‍‍त्त चित्र शैली में रचित सदंु र कलाकृ तियाँ, पृष्‍ठों में एक जादर्इु और
खबू सरू त ससं ार की सृष्टि‍कर देती हैं। यह कहानी है एक बढ़ी ू औरत की है जो
अपने दृढ़ सक ं ल्प से दनिया
ु में समाप्‍त हो रही खशु ी को वापस लाती है। वह
इस कठि‍न कार्य को कै से परू ा करे गी, जानने के लिए पढ़‍िए यह लोक कथा।
रचनाकार — महीन और रिनचिन
चित्रांकनकर्ता — शकुनलता कुशराम
प्रकाशक — तलि ू का
प्रकाशन वर्ष — 2013
कथावाचक — चन्द्रकला जगत
मूल्य — ` 175.00
ISBN — 978-93-5046-411-3

डुमडुम की कुर्सी
डुमडुम की कुर्सी दोस्ती पर आधारित आकर्षि‍त करने वाली एक कहानी है।
किस प्रकार डुमडुम की कुर्सी उसे दोस्तों के करीब लाती है यह जानना बहुत
रोचक है। इस पसु ्तक की भाषा बाल मनोविज्ञान के अनरू ु प है। इस पसु ्तक
के चित्र सजीव हैं और पाठकों को अपनी ओर आकर्षि‍त करते हैं। कहानी में
एक प्रवाह है जो बच्चों को बाँधे रखेगा।
रचनाकार — उषा छाबड़ा
चित्रांकनकर्ता — सौरभ पाण्डेय
प्रकाशक — चिल्ड्रन बक ु ट्रस्ट
प्रकाशन वर्ष — 2013
मूल्य — ` 25.00
ISBN — 978-93-80076-77-5

प्रस्‍तावित बाल साहित्‍य (ि‍हं‍दी) 2013–2014 55


धरती की कहानी अं‍तरिक्ष
प्राथमिक स्तर के बच्चों की विज्ञान से मलु ाक़ात करवाने के लिए धरती
की कहानी अतं रिक्ष एक उत्तम पसु ्तक है। इस पसु ्तक में अदभ् तु व
मनमोहक चित्रों द्वारा अतं रिक्ष की रहस्यमयी दनिया
ु की सैर करार्इ गर्इ
है। धरती और सौरमंडल, इस अनंत अतं रिक्ष का एक बहुत छोटा-सा
हिस्सा हैं। सच में अतं रिक्ष का जीवन बेहद रोचक है। धरती के अलावा
इस अतं रिक्ष में और कौन-कौन हो सकता है? यह जानने के लिए पढ़ि‍ए
यह किताब!
रचनाकार — अनषु ्का कालरो, राजसी राय, शख ं लीना नाथ, शभु ाँगी गोयल
चित्रांकनकर्ता — अनषु ्का कालरो, राजसी राय, शख ं लीना नाथ, शभु ाँगी गोयल
प्रकाशक — तलि ू का
अनुवादक — वीणा शि‍वपरु ी
प्रकाशन वर्ष — 2012
मूल्य — ` 95.00
ISBN — 978-93-5046-28-2
धूलि की कहानी हवा
धलि ू की कहानी हवा प्राथमिक स्तर के बच्चों को विज्ञान से पहली
मल ु ाकात करवाने के लिए श्रेष्‍ठ है। इस पसु ्तक में धलिू के सफ़र को बड़े
रोचक व आकर्षक चित्रों के द्वारा प्रभावी ढंग से दर्शाया गया है। धलिू अपने
दोस्तों के साथ हवा में उड़ता व तैरता रहता है। वह बादलों, चिड़ि‍यों और
हवार्इ जहाज़ों के पास से गज़ु रता है। आसमान में इद्रं धनषु भी देखता है। अतं
में हवा पर सवार होकर धलि ू और क्या-क्या करता है? इस रहस्य को जानने
के लिए पढ़ि‍ए यह पसु ्तक!
रचनाकार — अनषु ्का कालरो, राजसी राय, शख ं लीना नाथ, शभु ाँगी गोयल
चित्रांकनकर्ता — अनषु ्का कालरो, राजसी राय, शख ं लीना नाथ, शभु ाँगी गोयल
प्रकाशक — तलि ू का
अनुवादक — वीणा शि‍वपरु ी
प्रकाशन वर्ष — 2012
मूल्य — `95.00
ISBN — 978-93-5046-272-0
56 बाल साहित्‍य की विवरणिका— कक्षा 1 से 5
नाबिया
यह एक शिक्षिका की अपनी छात्रा नाबिया के साथ अनरु ाग और अनभु वों की
बड़ी भावक ु तथा संदु र कहानी है। इससे भी बढ़कर यह है कि शिक्षिका अपनी
छात्रा नाबिया की किताब पढ़ने की ललक को पहचान लेती है और उसके लिए
किताबों का ससं ार खोलने की शरुु आत करती है। यह कहानी शिक्षा को कक्षा
या स्कू ल तक सीमित न रखकर जीवन से जोड़ती है। रंगों, बनावट और चित्रों
के माध्यम से कहानी का चित्रांकन नाबिया को और जीवंत बनाता है।
रचनाकार — चतरु ा राव
चित्रांकनकर्ता — रुचि म्हसाणे
प्रकाशक — तलि ू का
अनुवादक — लवलीन मिश्रा
प्रकाशन वर्ष — 2013
मूल्य — ` 150.00
ISBN — 978-93-5046-464-9

नीली छतरी
नीली छतरी प्रसिद्ध लेखक रस्किन बॉण्ड के अग्ं रेज़ी उपन्यास ब्ल्यू अम्ब्रेला का
हिदं ी रूपांतर है। यह एक सदंु र उपन्यास है, जिसमें एक छाते की चोरी के इर्द-गिर्द
संपर्णू घटनाक्रम चलता है। कहानी में एक ओर गाँव के बढ़ेू दक ु ानदार रामभरोसे
की छाता पाने की तीव्र लालसा से उपजी नाटकीय परिस्थितियों को मर्मस्पर्शी ढंग
से प्रस्तुत किया गया है तो दसू री ओर बिनिया जैसी बाल नायि‍का के संवेदनशील
और उदार चरित्र के माध्यम से बालमन की भावनाओ ं को दर्शाया गया है।
रचनाकार — रस्किन बॉण्ड
प्रकाशक — रूपा एण्ड कंपनी
अनुवादक — समता गाँधी
प्रकाशन वर्ष — 2002
मूल्य — ` 50.00
ISBN — 978-81-716-79393

प्रस्‍तावित बाल साहित्‍य (ि‍हं‍दी) 2013–2014 57


पकड़ो, पकड़ो उस बिल्ले को!
तारिणी विस्वनात की यह पसु ्तक डिपडिप नाम की बच्ची की
कहानी बताती है जो शरारती है, आसपास के लोगों और प्रकृ ति
से प्यार करती है और अपनी दोस्त मीमो के बिल्ले कापी को खबू
चाहती है। एक दिन अचानक कापी गायब हो जाता है, तब यह
बच्ची डिपडिप उसे ढूँढ़ने निकलती है। अतं में वह उसे ढूँढ़ ही लेती
है और दोनों फिर मिल जाते हैं। नैन्सी राज के चित्र इस पसु ्तक को
सजीव बनाते हैं।
रचनाकार — तारि‍णी विस्वनात
चित्रांकनकर्ता — नैन्सी राज
प्रकाशक — तलि ू का
अनुवादक — राज शेखर
प्रकाशन वर्ष — 2013
मूल्य — `150.00
ISBN — 978-93-5046-437-3

पप्पू की पतंग
यह एक मजे़दार काव्य कथा है, जिसमें हवा के झोंको में उड़ती
पतंग को पकड़ने के प्रयास में सब उसके साथ उड़ते चले जाते
हैं। कहानी में वाक्यों के दोहराव का मजे़दार उपयोग हुआ है।
इस पसु ्तक में चित्र सामान्य हैं तथा कहानी को समझने में
सहायक हैं।
रचनाकार — एलिजाबेथ मैकडोनॉल्ड
चित्रांकनकर्ता — ज्योति हिरे मठ
प्रकाशक — भारत ज्ञान विज्ञान समिति
अनुवादक — अरविंद गपु ्‍ता
प्रकाशन वर्ष — 2008
मूल्य — `20.00

58 बाल साहित्‍य की विवरणिका— कक्षा 1 से 5


पूछ पाछ का खेल
रोज़ रात हम सब आसमान में चाँद को देखते हैं। हमने उसका आकार
भी घटते-बढ़ते देखा है। चाँद की चमक को भी बदलते देखा है। हमने
कर्इ गीत और कहानियों में चाँद के किस्से सनु े हैं। बच्चे चंदा को मामा
कहते हैं। उसे लेकर कर्इ कल्पनाएँ करते हैं, पर सच्चार्इ क्या है? मनु ्नी,
गबु ्बू, किशन, मोहित और उसकी छोटी बहन लज्जो के साथ जानने की
कोशि‍श करते हैं।
रचनाकार — कनिका नायर
चित्रांकनकर्ता — कनिका नायर
प्रकाशक — भारत ज्ञान विज्ञान समिति
प्रकाशन वर्ष — 2012
मूल्य — ` 90.00
ISBN — 978-93-81811-01-6

बबली और भूरे भेड़िये


बबली एक छोटी लड़की है, वह छोटी-छोटी चीज़ों से भी डरती थी, लेकिन
एक बार वह जंगल में जाती है तो भटकते हुए भेि‍ड़यों के बीच फँ स जाती है।
भेि‍ड़ए उसके व्‍यवहार के चलते उससे इतना घलु -मिल जाते हैं कि जब वह
वापिस जाती है तो भेि‍ड़ए उसे फिर से आने के लिए कहते हैं। इस दौरान वे
कुछ मजे़दार खेल भी खेलते हैं। यह ए‍क रोचक कहानी है।
रचनाकार — पिया लिडंनेबाम
चित्रांकनकर्ता — पिया लिडंनेबाम
प्रकाशक — ए एंड ए पब्लिशर्स
प्रकाशन वर्ष — 2013
मूल्य — ` 80.00
ISBN — 978–93–80141–49–7

प्रस्‍तावित बाल साहित्‍य (ि‍हं‍दी) 2013–2014 59


बाबूजी का दबंग दस्ता
बाबजू ी का दबंग दस्ता छोटे बच्चों के लिए रहस्य-रोमांच से भरी कहानी है।
इस पसु ्तक के चित्र कहानी को अधि‍क प्रभावी बनाते हैं। यह कहानी अतं तक
पाठक को बाँधे रखती है। भाषा रोचक और मजे़दार है। कोलकाता की वीरान
सड़कों पर बाबजू ी और उनके दोस्त हर सबु ह सैर पर निकलते हैं। सब सामान्य
रूप से चल रहा होता है। कहानी में एक घटना अचानक रोमांचक मोड़ ले
आती है। भाषा रोचक है। कहानी को आगे जानने के लिए पढ़ि‍ए यह पसु ्तक!
रचनाकार — नोन्दा चटर्जी
चित्रांकनकर्ता — जोयिता बनर्जी
प्रकाशक — कथा
अनुवादक — गायत्री हज़ारिका चलिहा एवं मानवर्धन कंठ
प्रकाशन वर्ष — 2013
मूल्य — ` 60.00
ISBN — 978-93-82454-09-0

बालटी के अन्दर समन्दर


बालटी में आया पानी अलग-अलग रास्तों से होते हुए कै से आता है? इस पसु ्तक
का चित्रांकन इस प्रश्‍न को आगे बढ़ाता है, ताकि बच्चों में पसु ्तक को पढ़ने की
उत्सुकता बनी रहे। जिससे बच्चों को पानी के महत्व का पता चले। रंग-बिरंगें चित्र
बच्चों के लिए आकर्षण का कें द्र हैं। भाषा सरल होने के साथ-साथ लयात्मक भी
है। नल से पानी पाइप, झील, नदी, पहाड़, बादल, सरू ज और अतं में समन्दर में
समाता हुआ क्या वाकर्इ बालटी के अदं र समन्दर को दर्शाता है? जानने के लिए
पढ़ि‍ए यह कहानी।
रचनाकार — अवेहि अबकस
चित्रांकनकर्ता — दीपा बलसावर
प्रकाशक — एकलव्य
अनुवादक — दीपाली शकु ्ला
प्रकाशन वर्ष — 2013
मूल्य — ` 45.00
ISBN — 978-93-81300-69-5
60 बाल साहित्‍य की विवरणिका— कक्षा 1 से 5
बीजी की कहानी भूतल
इस कहानी में बीजी (बीज) के पेड़ बनने का सफ़र बहुत ही रोचक ढगं
से प्रस्तुत किया गया है। वीणा शि‍वपरु ी द्वारा अनवु ादित बीजी की कहानी
भतू ल में बच्चों को विज्ञान की ओर आकर्षि‍त किया गया है। चित्रों से भरपरू
बीजी की कहानी बच्चों को विज्ञान से पहली मलु ाकात करवाने के लिए
श्रेष्‍ठतम कहानियों में से एक है। यह भमि ू के अलग-अलग रूपों का दर्शन है,
बीज की नज़र से। इस पसु ्तक की भाषा सरल व रोचक ढगं से प्रस्तुत की गर्इ
है। पसु ्तक के अतं में कहानी से जडु ़े वैज्ञानिक तथ्यों का सारांश दिया गया है।
चित्रांकनकर्ता — अनषु ्का कालरो, राजसी राय, शख ं लीना नाथ, शभु ाँगी गोयल
रचनाकार — अनषु ्का कालरो, राजसी राय, शख ं लीना नाथ, शभु ाँगी गोयल
प्रकाशक — तलि ू का
अनुवादक — वीणा शि‍वपरु ी
प्रकाशन वर्ष — 2012
मूल्य — ` 45.00
ISBN — 978-93-5046-299-7

बूदँ ी की कहानी पानी


छोटे बच्चों को विज्ञान की ओर आकर्षि‍त करके उन्हें पानी की दनिया ु
से परिचित कराती है बँदू ी की कहानी पानी। किस प्रकार एक बँदू एक
लम्बा सफ़र तय करती हुर्इ बादलों में पहुचँ जाती है। यह विषय बच्चों को
आकर्षि‍त करे गा। इस पसु ्तक की भाषा बोधगम्य है तथा अतं में कहानी से
जडु ़े वैज्ञानिक तथ्यों का सारांश बच्चों के लिए ज्ञानवर्धक है।
रचनाकार — अनषु ्का कालरो, राजसी राय, शख ं लीना नाथ,
शभु ाँगी गोयल
चित्रांकनकर्ता — अनषु ्का कालरो, राजसी राय, शख ं लीना नाथ, शभु ाँगी गोयल
प्रकाशक — तलि ू का
अनुवादक — वीणा शि‍वपरु ी
प्रकाशन वर्ष — 2012
मूल्य — ` 95.00
ISBN — 978–93–5046–263–8
प्रस्‍तावित बाल साहित्‍य (ि‍हं‍दी) 2013–2014 61
सचित्र हिंदी बाल शब्‍दकाेश
यह एक सरल शब्‍दकोश है। इसमें चित्रों के द्वारा श्‍ाब्‍द के अर्थ को समझाने का
प्रयास किया गया है। साथ ही शब्‍द का दाे-‍तीन तरह से वाक्‍यों में प्रयोग करके
बताया गया है इससे प्राथमिक स्‍तर के बच्‍चों की शब्‍दकोश को देखने की रुि‍च
का विस्‍तार द‍िया जा सकता है।
प्रकाशक — किताबघर प्रकाशन
प्रकाशन वर्ष — 2012
मूल्य — ` 490.00
ISBN — 81-89424-13-0

62 बाल साहित्‍य की विवरणिका— कक्षा 1 से 5


Suggestive Children’s Literature (English)
2013–2014
Level I (Classes I and II)

A Visit to the City Market


Manjula Padmanabhan’s detailed and
realistic illustrations bring to life every
child’s visit to the local market, in the
mother’s company. As a wordless picture
book, children can make their own
stories about the illustrations. Each page
can generate a lot of talk as children
discover the rich detail in each scene.
Author — Manjula Padmanabhan
Illustrator — Manjula Padmanabhan
Publisher — National Book Trust
Publication Year — 2013
Price — ` 17.00
ISBN — 978-81-237-2005-0

Brum-brum-brrr Goes the Tuk-Tuk


A one word picture book in which the central
character is the ever-present ‘auto’! Teacher can
use the colourful and energetic illustrations to
get children to create their own stories. Allow
children to have fun with the book.
Illustrator — Kamlesh Mohindra
Publisher — Vishv Books
Publication Year — 2014
Price — ` 125.00
ISBN — 978-93-506-5200-8
Bulbuli’s Bamboo
Away from artificial world, Bulbuli lives her
life naturally surrounded by bamboo and
bamboo products. This is a charming story
using cumulative language that takes you to
a world that beautifully balances nature and
human life. What is an alternative lifestyle
for some can be central to others’ lifestyles.
The water colour illustrations draw you into
Bulbuli’s world where everything is made up
of bamboo.
Author — Mita Bordoloi
Illustrator — Proiti Roy
Publisher — Tulika Publishers
Publication Year — 2012
Price — ` 135.00
ISBN — 978-93-5046-158-7

Chandu’s Chaat
This short story is about a young boy Chandu,
who is making fruit chaat. With beautiful
illustrations, it keeps the reader engaged till
the chaat is ready. Teacher can use it for
vocabulary development as well as extend it in
class for beginning writing using drawing, etc.
Author — Usha Datta
Illustrator — Henu Studio
Publisher — Publication Division, NCERT
Publication Year — 2012
Price — ` 15.00
ISBN — 978-93-5007-229-5

64 Annotated Bibliography of Children’s Literature— Classes I to V


Cows
This beautiful picture book on cows is
especially suited for young learners who
are just learning to read. Cows on the
road, in the field, in the market, at home
and almost everywhere. Children can
learn to count (conceptually), as well as,
enjoy the exuberance of life captured in
the illustrations.
Author — Nandini Majumdar
Illustrator — Ishaan Dasgupta
Publisher — Eklavya
Publication Year — 2012
Price — ` 40.00
ISBN — 978-93-81300-44-2

Flitter-Flutter
A little girl is trying to catch a butterfly.
Will she be able to catch it? This picture
book is filled with animal imagery with
the background of a jungle. Children can
create their own narratives by looking at
the pictures.
Illustrator — Jeyanthi Manokaran
Publisher — National Book Trust
Publication Year — 2015
Price — ` 45.00
ISBN — 978-81-237-6710-9

Suggestive Children’s Literature (English) 2013–2014 65


Go Green
This short story about a young girl Seema
and her kitchen garden is bound to keep the
young readers engaged and interested. The
narrative explores Seema’s life and that of her
family and the role each of them plays in the
kitchen garden. Teacher can extend the text
in her classroom by involving students into
vocabulary games, drawing and sketching.
Author — Usha Datta
Illustrator — Henu Studio
Publisher — NCERT
Publication Year — 2012
Price — ` 15.00
ISBN — 978-93-5007-228-8

Let’s Catch the Rain


Rain water is the only source of fresh
water left for us; it is important to
know how to harvest it, save it and
reuse it. This lovely picture book
captures it all!! All the participants are
young children. It is highly engaging
and teacher can help the children in
gaining real life experiences during
reading.
Author — Vinod Lal Heera Eshwer
Illustrator — Vinod Lal Heera Eshwer
Publisher — Tulika
Publication Year — 2012
Price — ` 65.00
ISBN — 978-93-5046-226-3

66 Annotated Bibliography of Children’s Literature— Classes I to V


Let’s Go!
It is a counting book with a different mode
of transport on every page! The richness
of detail will draw children into the world
of numbers and the chaos of Indian roads.
It is definitely an unusual counting book
as it also goes backwards.
Author — Anthara Mohan
Illustrator — Rajiv Eipe
Publisher — Tulika
Publication Year — 2013
Price — ` 150.00
ISBN — 978-93-5046-401-4

Lonely Goldy
It is a story about friendship between a boy
and his pet fish. It explores their relationship
using beautiful illustrations, moving towards
an interesting climax where Chiku takes
out Goldy from the bowl. The story is for
beginners with minimal text and a lot of
pictures.
Author — Usha Datta
Illustrator — Henu Studio
Publisher — NCERT
Publication Year — 2012
Price — ` 15.00
ISBN — 978-93-5007-226-4

Suggestive Children’s Literature (English) 2013–2014 67


My Yellow School Bus
This fun filled poem is a slice of life from
children’s life. Children will be immediately
drawn in this narrative about the experiences in
a school bus, which have a direct influence over
their lives. The teacher can use this poem to
introduce the theme of transport in her class or
extend it to help students share their experience
of how they travel to and from school.
Author — Hemlata S. Deepak
Illustrator — Suvidha Mistry
Publisher — Children’s Book Trust
Translator — Navin Menon
Publication Year — 2012
Price — ` 25.00
ISBN — 978-93-80076-65-2
Our Mom is Funny
‘Our Mom is Funny’ is a very playful
narrative from a child’s own voice, using
beautiful illustrations and puzzle format.
The story also aims at building vocabulary.
The use of rhyming words makes the young
readers engaged and is sure to make them
laugh. The teacher can further engage the
students to find out more such words. A fun
read!
Author — Yeshwanti Balagopal
Illustrator — Neetu Sharma
Publisher — Scholastic
Publication Year — 2013
Price — ` 150.00
ISBN — 978-81-8477-990-5

68 Annotated Bibliography of Children’s Literature— Classes I to V


Raindrops
It is a very well illustrated narrative with
well thought illustrations which sensitively
captures a rainy day in Anju’s life. It tells
the reader about Anju’s imaginations and
how she creates different objects by merging
raindrops into each other. It captures the
life on a city street very well. Teachers can
engage children into discussions and writing
about their own experiences during rains.
Author — Vaishali Shroff
Illustrator — Ruchi Mhasane
Publisher — Tulika
Publication Year — 2013
Price — ` 150.00
ISBN — 93-5046-344-X

Ravan Remedy
A lovely picture book about two kids who
create Ravana’s statue. They eventually do
not burn it and put it to extremely interesting
use. Young readers will be completely
enthralled by this lovely narrative. The
teacher can develop guessing games around
the same theme and involve students in some
art and craft activities in the post-reading
session.
Author — Suddhasattwa Basu
Illustrator — Suddhasattwa Basu
Publisher — National Book Trust
Publication Year — 2016
Price — ` 50.00
ISBN — 81-237-6751-X

Suggestive Children’s Literature (English) 2013–2014 69


The Astronomer
This charming story by Rabindranath Tagore
plays on children’s fascination for the Moon.
Can we try to catch the moon? The sibling
exchange between the sister who would like
to catch the moon and the elder brother who
keeps teasing her, creates many fun-filled
images.
Auhtor — Rabindranath Tagore
Illustrator — Harshvardhan Kadam
Publisher — Katha
Publication Year — 2012
Price — ` 120.00
ISBN — 978-93-82454-02-1

The Kite
This short story about a kite, with minimal
text and lots of pictures, engages the young
readers. The book can be especially useful
for beginner readers.
Auhtor — Usha Datta
Illustrator — Henu Studio
Publisher — NCERT
Publication Year — 2012
Price — ` 15.00
ISBN — 978-93-5007-227-1

70 Annotated Bibliography of Children’s Literature— Classes I to V


The Pleasant Rakshasa
This story is about a beautiful Rakshasa, who
shares his beauty with his friends to make them
happy. The story subverts the notion of beauty and
happiness. In a light and humorous way, it explores
the unknown and develops the very concept of
uniqueness. The story can be used by the teachers at
multiple levels by initiating a discussion on the idea
of beauty, sensitively involving children in creating
their own puppets and extending the story itself.
Author — Sowmya Rajendran
Illustrator — Niveditha Subramaniam
Publisher — Tulika
Publication Year — 2012
Price — ` 135.00
ISBN — 93-5046-315-6

When I Grow Up
A book about a question that bugs most
children— what will you be when you grow
up? Two friends— Lola and Appu, have the
most uncommon answers to this question.
Appu plays with language as he wants to be
a ‘pironaut’ — pirate+astronaut! Children
will have fun creating their own worlds while
imagining endless possibilities for the future!
Author — Annie Besant
Illustrator — Anushree Bhat
Publisher — Tulika
Publication Year — 2013
Price — ` 95.00
ISBN — 93-5046-356-3

Suggestive Children’s Literature (English) 2013–2014 71


Suggestive Children’s Literature (English)
2013–2014
Level II (Classes III to V)

Catch that Cat!


A cat called Kaapi is lost. Who will find her?
This is a lively story about Dip Dip, a spirited
girl in a wheelchair who sets out to look for
Kaapi. Dip Dip doesn’t allow the wheelchair
to get in her way of becoming a daredevil. The
illustrations are quirky and make the reader
to identify with Dip Dip and her search.
Author — Tharini Viswanath
Illustrator — Nancy Raj
Publisher — Tulika
Publication Year — 2013
Price — ` 150.00
ISBN — 978-93-5046-436-6

Gatila
This is a story about a cow in search of her
identity. Every night Gatila paints herself with
her tail. With every page, children will wonder
what Gatila will become on the next page. The
illustrations are brilliant, adding colour and
character to a naughty cow.
Author — Lisa Dias Noronha
and Anjora Noronha
Illustrator — Lisa Dias Noronha and Anjora Noronha
Publisher — Katha
Publication Year — 2012
Price — ` 225.00
ISBN — 978-93-82545-04-5

72 Annotated Bibliography of Children’s Literature— Classes I to V


How the Path Grew
The story of how Sashaha’s village slowly got
connected to the town Tathada. Poile Sengupta
uses repetition and poetry to show how Hahaho
discovered the golden mangoes in Sashaha’s
village.
Author — Poile Sengupta
Illustrator — Subir Roy
Publisher — Children’s Book Trust
Publication Year — 2013
Price — ` 30.00
ISBN — 978-8170-1177-97
Jiro Mithe
An Andamanese folk tale to introduce
children to the life and myths of fishermen
in the Andaman Islands. The teacher can
use the story as a ‘tell–me–why’ story which
explains natural phenomena in this case—
the closeness of the Andamanese to birds.
Atanu Roy’s illustrations are powerful, and
highlight the macabre nature of events in
the story. A valuable introduction to other
cultures and lifestyles.
Retold by — Anvita Abbi
Illustrator — Atanu Roy
Publisher — National Book Trust
Publication Year — 2013
Price — ` 35.00
ISBN — 978-81-237-6718-5

Suggestive Children’s Literature (English) 2013–2014 73


Magnificent Makhna
This dramatic story of a tuskless
elephant from the jungles of Tamil
Nadu, addresses interesting questions
about the man-nature conflict. The
water-colour illustrations add magic
to the story. It can also be read aloud
to discuss ideas about conservation of
nature. A very interesting book.
Author — Aravind Krish
Bala
Illustrator — Sandip K. Luis
Publisher — Tulika
Publication Year — 2012
Price — ` 150.00
ISBN — 978-93-5046-44-7

My Nose is so Ugly
The central character of this book is an
elephant with identity crisis. He thinks he
is ugly. Children will find it amusing to
read a story about their favourite animal
who is unhappy with his nose. They will
also enjoy meeting many other animals in
the jungle.
Author — Bina Kapoor
Publisher — Vishv Books
Publication Year — 2013
Price — ` 110.00
ISBN — 978-93-5065-179-7

74 Annotated Bibliography of Children’s Literature— Classes I to V


Nabiya
Nabiya is a girl who lives in a kholi in Mumbai.
She listens to her English teacher so carefully that
she forgets to blink! This is a sensitively told story
about a spirited girl who likes story books and
football. The water colour and pencil illustrations
invite you into Nabiya’s world and her journey into
stories and books. It will strike a chord with all
children struggling with the language of school.
Author — Chatura Rao
Illustrator — Ruchi Mhasane
Publisher — Tulika
Publication Year — 2013
Price — ` 150.00
ISBN — 935-04-6463-2

Old Man who would not Listen


This story is about an old man and his dogs.
It is a very powerful narrative exploring
the relationship among human beings and
animals. This old man who has five dogs as
his companions meets with an accident during
his daily stroll. How these dogs help him under
those circumstances and the eventual climax
makes for a wonderful reading. Illustrations
are very well thought of and add value to the
reading experience.
Author — Nonda Chatterjee
Illustrator — Joyita Banerjee
Publisher — Katha
Publication Year — 2013
Price — ` 80.00
ISBN — 978-81-237-6751-2

Suggestive Children’s Literature (English) 2013–2014 75


Palanquin Bearers
A lyrical and dreamy poem about a bride
in a palanquin written by Sarojini Naidu.
The lovely artwork uses embroidery and
appliqué in splash of colour to create
stunning images.
Author — Sarojini Naidu
Illustrator — Indu Harikumar
Publisher — Katha
Publication Year — 2012
Price — ` 195.00
ISBN — 978-81-89934-94-1

Romi and the Wildfire


Another beautifully written story by Ruskin
Bond. He invokes the sights, the smells,
the sounds and the heat of a jungle fire.
The reader would join Romi in his race to
escape the five that threatens to engulf him!
The suspense keeps the reader hooked to
the book. The teacher can read this aloud
to introduce children to longer narratives in
chapter books.
Author — Ruskin Bond
Illustrator — Prasun Mazumdar
Publisher — Publishers Rupa
Publication Year — 2013
Price — ` 125.00
ISBN — 978-81-291-2935-2

76 Annotated Bibliography of Children’s Literature— Classes I to V


The Anger of Apsu
It is a story about a dragon called Apsu who
drifts away from his home. The story tries to
link Apsu’s anger to thunder and lightning.
Teacher can read aloud the text in her class
room and can use the story to introduce a
theme such as relationships.
Author — Santhini Govindan
Illustrator — Saurabh Pandey
Publisher — Children’s Book Trust
Publication Year — 2012
Price — ` 35.00
ISBN — 978-93-80076-60-7

The Coming of Wheels


The fascinating story of how wheel
got invented. It is an informative
book for children who have seen
the wheels on toys and have played
with them. As a follow-up, children
can create collages showing the use
of wheels or write about the wheels
they see in their environment.
Retold by — Anvita Abbi
Illustrator — Anup Ray
Publisher — National Book Trust
Publication Year — 2004
Price — ` 25.00
ISBN — 978-81-237-4208-3

Suggestive Children’s Literature (English) 2013–2014 77


The Cycle’s Dream
If a cycle could dream, what would it
dream of? A lovely exploration of the
bicycle as a mode of transport that
gets ignored in urban areas. Many
children are dependent on their
cycles. Children can also be inspired
by the simple art work to create their
own books on similar themes.
Author — Prabhat
Illustrator — Bidyut Rai
Publisher — Eklavya
Publication Year — 2013
Price — ` 70.00
ISBN — 978-93-81300-70-1

The Magical Fish


A lyrical folk story of an old woman and her
daughter who set out to look for happiness.
Will they be able to bring back colour, food
and smiles to the magical fish and keep it
safe in their river? This heart warming tale is
brought alive by the illustrations.
Author — Chandrakala Jagat
Illustrator — Shakunlata Kushram
Publisher — Tulika
Translator — Navin Menon
Publication Year — 2013
Price — ` 175.00
ISBN — 978-93-5046-410-6

78 Annotated Bibliography of Children’s Literature— Classes I to V


The Scare
This book is Shankar’s retelling
of an evergreen folk story. It is a
cumulative story which can also be
acted out by children. Shankar’s
illustrations are expressive. The
teachers can also get children to
collect and explore other versions of
this story.
Retold and
illustrated by — Shankar
Publisher — Children’s Book Trust
Publication Year — 2013
Price — ` 25.00
ISBN — 81-7011-145-5

The Sea in a Bucket


This is a story about a young boy Sonu who
is going to take a bath. The narrative in the
process explores different sources of water,
as well as, the water cycle. Expression is
lucid and there are lots of repetitions which
will keep the young readers involved. The
teacher can also make students aware about
the uses of water. Lively illustrations are a
delight to the reading.
Author — Avehi-Abacus
Illustrator — Deepa Balsavar
Publisher — Eklavya
Publication Year — 2013
Price — ` 60.00
ISBN — 978-93-81300-68-8

Suggestive Children’s Literature (English) 2013–2014 79


Ugh! My Long Ears
Rabbits are endearing because of their long
ears. But what happens when Akeeta rabbit
is embarrassed by her ears and keeps them
clipped? Will she be able to save her brother
from the hunter? What role will her ears play
in that? A story about a race for survival in
which the hero is a rabbit!
Author — Bina Kapoor
Publisher — Vishv Books
Price — ` 110.00
ISBN — 978-93-5065-183-4

80 Annotated Bibliography of Children’s Literature— Classes I to V


प्रस्‍तावित बाल साहित्‍य
Suggestive Children’s Literature
2014–2015

चित्रांकन – आशिका
चित्रांकन – हरिओम
प्रस्तावित बाल साहित्य (हिंदी) 2014–2015
स्तर 1 (कक्षा 1 और 2)
चींटा
यह एक लयमय कविता है, जिसे बच्चे गाना पसंद करें गे। साथ ही इसमें
चींटे को घरे लू कार्य करने के लिए कहा गया है, जिससे चींटी खशु हो
जाएगी। इससे बच्चों में कार्य करने की भावना का निर्माण भी किया
जा सकता है।
चित्रांकनकर्ता — सौम्या मेनन
प्रकाशक — एकलव्य
प्रकाशन वर्ष — 2013
मूल्य — ` 30.00
ISBN — 978-93-81300-90-9

जैसे को तैसा
यह पस्ु ‍तक एक अग्ं रेज़ी लोककथा का हिंदी अनवा ु द है, जिसमें जीवों के बीच
के संबंधों का वर्णन है। पढ़ना शरूु करने वाले बालकों के लिए यह पस्ु ‍तक बहुत
उपयोगी है, क्‍याेंकि इसमें चित्रों की सहायता से बच्‍चे कहानी का अदं ाज़ा लगा कर
उसे आगे बढ़ा सकते हैं।
चित्रांकनकर्ता — दर्ल ु भ भट्टाचार्य
रचनाकार — कें गसम कें गलांग
अनुवादक — पक
ं ज चतर्ु वेदी
प्रकाशक — नेशनल बक
ु ट्रस्ट
प्रकाशन वर्ष — 2013
मूल्य — ` 30.00
ISBN — 978-81-237-6310-1
तीन दोस्त
इस कहानी में बड़े ही रोचक अदं ाज़ में रंगों के बारे में बताया गया है।
चित्रांकन भी बच्चों को कहानी का अर्थ समझने में मदद करता है। पढ़ना
सीख रहे बच्चों के लिए यह एक अच्छी पस्तु क है।
रचनाकार — इन्‍दु हरिकुमार
चित्रांकनकर्ता — इन्‍दु हरिकुमार
प्रकाशक — एकलव्य
प्रकाशन वर्ष — 2013
मूल्य — ` 35.00
ISBN — 978-93-81300-67-1

फू-कू दूसरे ग्रह का यात्री


यह पस्ु ‍तक एक दसू रे ग्रह के यात्री की कहानी है, जो धरती पर आता है। इसमें
लोगों द्वारा किए जा रहे कार्यों से यहाँ रह रहे जीवों पर जो बराु असर पड़ रहा
है, उसका चित्रण किया गया है। पस्ु ‍तक के चित्र बहु त संदु र हैं और कहानी के
अर्थ निर्माण में सहायक हैं।
रचनाकार — जगदीश जोशी
चित्रांकनकर्ता — जगदीश जोशी
प्रकाशक — नेशनल बक
ु ट्रस्ट
प्रकाशन वर्ष — 2013
मूल्य — ` 30.00
ISBN — 978-81-237-51139

84 बाल साहित्‍य की विवरणिका— कक्षा 1 से 5


बंदर बांट
यह पस्ु ‍तक श्रेष्‍ठ बाल कहानियों का कविता रूपी संग्रह है। हमारी लोक
कथाओ ं को रचनाकार ने कविताअों का संदु र रूप दिया है। आखिरी पाठ में
एक बाल नाटिका को सम्मिलित किया गया है।
रचनाकार — हरिवंश राय बच्चन
प्रकाशक — राजपाल एडं संस
प्रकाशन वर्ष — 2013
मूल्य — ` 70.00
ISBN — 978-93-506-41354

साँप ने सोचा
यह बालसल ु भ विचार को व्यक्‍त करती एक बहुत ही सदंु र कहानी है।
चित्रांकन से बच्चे जड़ु ाव महससू कर पाएँगे। इस कहानी में एक साँप घमू ने
निकलता है। उसे रास्ते में क्या-क्या मिलता है और वह क्या प्रतिक्रिया
करता है? इसे जानने के लिए पढ़िए, यह पस्त ु क!
रचनाकार — अशोक हुसैन
चित्रांकनकर्ता — बिदिया परबि
ु या
प्रकाशक — एकलव्य
प्रकाशन वर्ष — 2013
मूल्य — ` 35.00
ISBN — 978-93-81300-92-3

प्रस्‍तावित बाल साहित्‍य (हिंदी) 2014–2015 85


प्रस्‍तावित बाल साहित्‍य (हिंदी) 2014–2015
स्‍तर 2 (कक्षा 3 से 5)
नाना-नानी
‘नाना-नानी’ वास्तव में लड़के और लड़की का नाम है। इन नामों का
प्रचलन प्राय: गजरा
ु त और मालवा में है। नाना-नानी का अर्थ है ‘छोटा’
और ‘छोटी’। कहानी में एक-दसू रे से आगे बढ़ने और ऊँचा दिखने की
होड़ में, नाना-नानी ऊँचार्इ पर चढ़ते-चढ़ते सरज
ू तक जा पहुचँ ,े जहाँ
सरू ्य का ताप उन्हें जलाने लगा। पस्त
ु क में भाषा को तक ु बंदी से कविता
का रूप देने की कोशि‍श की गर्इ है। पस्त
ु क में चित्रों को आकर्षक ढंग
से प्रस्तुत किया गया है।
रचनाकार — घनश्याम तिवारी
चित्रांकनकर्ता — धनंजय
प्रकाशक — एकलव्य
प्रकाशन वर्ष — 2009
मूल्य — ` 12.00
ISBN — 978-81-87171-87-4

पांच दोस्त
शीरीन रिज़वी द्वारा रचित यह पस्त
ु क पाँच जानवरों की दोस्ती पर आधारित है।
इन जानवरों की गतिविधि‍याँ अलग-अलग हैं, पर समय आने पर ये सब अपनी
क्षमतानसु ार एक-दसू रे की मदद करते हैं और मश्किु लों से बाहर निकलते हैं।
एकता से रहना, एक-दसू रे की मदद करना और कठि‍न समय का मिलकर
सामना करने जैसे सार्थक मलू ्यों को कहानी में पिरोया गया है।
रचनाकार — शीरीन रिज़वी
चित्रांकनकर्ता — शैवाल चटर्जी
प्रकाशक — नेशलन बक ु ट्रस्ट
प्रकाशन वर्ष — 2010
मूल्य — ` 35.00
ISBN — 978-881-237-5862-6

86 बाल साहित्‍य की विवरणिका— कक्षा 1 से 5


भूतू
यह कहानी बच्चों में प्यार की भावना को उत्पन्न करती है। यह एक बंदर के
लावारिस बच्चे की कहानी है जो अपनी माँ से बिछड़ गया था और मरने वाला
था, मगर गगन इस ज़ख्मी बंदर की जान बचाता है। ज़रा-सी देखभाल से उसे
नया जीवन दान मिलता है। पृथ्वी पर जानवरों का भी हक है और इसं ान को
यह अधि‍कार उन्हें देना ही चाहिए। कितने ही जानवर अकारण मारे जाते हैं।
यदि हम ज़रा-सा सहारा दें तो उनकी जान बच सकती है।
रचनाकार — राहुल शर्मा
चित्रांकनकर्ता — दर्ल ु भ भट्टाचार्य
प्रकाशक — नेशनल बक ु ट्रस्ट
अनुवादक — शम्सइक़बाल
प्रकाशन वर्ष — 2013
मूल्य — ` 55.00
ISBN — 978-81-237-5994-4

मधुमक्खी के अनोखे काम


शहद इसं ान के जीवन और स्वास्थ में बड़ा महत्व रखता है। हम
आसानी से शहद का स्वाद लेते हैं और यह कभी नहीं सोचते
कि इसकी एक-एक बँदू एक मधमु क्खी के कठि‍न परिश्रम का
परिणाम है। बच्चों को आसान भाषा में शहद बनाना सीखने
की प्रक्रिया का ज्ञान दिया गया है। यह काम एक ख़ास किस्म
की मधमु क्खी ही कर सकती है। यह किसी इसं ान के बस की
बात नहीं। ये मधमु क्खि‍याँ हज़ारों की संख्या में छत्ता बनाकर
एक-एक खाने में अपना-अपना घर बनाकर ताज़ा फूलों का रस
जमा करती हैं। इस पस्त ु क की भाषा सरल और चित्र संदु र हैं।
रचनाकार — शमसल ु इस्लाम फारूखी
चित्रांकनकर्ता — मेशतनु ी (मिष्‍टुनी) चौधरी
प्रकाशक — नेशलन बक ु ट्रस्ट
मूल्य — ` 40.00
ISBN — 978-81-237-6405-4

प्रस्‍तावित बाल साहित्‍य (हिंदी) 2014–2015 87


Suggestive Children’s Literature (English)
2014–2015
Level I (Classes I and II)

Anandi’s Rainbow
This story is about the dream of a girl of
seeing Rainbow. What does the girl do after
seeing that. read the story to find out.
Illustrator — Anup Ray
Publisher — National Book Trust
Publishing Year — 2004
Price — ` 35.00
ISBN — 13141073

Greet When You Meet


It is a book that shows greeting as a
universal phenomenon. It includes
different species and their different
ways of greeting. It also depicts various
manners of greetings in different
human cultures. This book is very well
illustrated and is useful in teaching
children the non-verbal forms of
greeting.
Author — Shyamala S.
Illustrator — Atanu Roy
Publisher — National Book trust
Publishing year — 2014
Price — ` 30.00
ISBN — 812376905-9
Neelu & Peelu
This story personifies two plants, which grow
together and live as neighbours. It highlights
the human traits of over-confidence and
domination and what follows after that. It is a
moral story for kids.
Illustrator — Viky Arya
Publisher — National Book Trust
Publishing year — 2013
Price — ` 25.00
ISBN — 812376681-5

Three Friends
The book talks about the primary colours
and the formation of secondary colours in an
interesting way. The bright illustrations also
help children in understanding the story in
a playful and exciting manner.
Author — Indu Harikumar
Illustrator — Indu Harikumar
Publisher — Eklavya
Publishing Year — 2013
Price — ` 70.00
ISBN — 978-93-81300-65-7

Suggestive Children’s Literature (English) 2014–2015 89


Suggestive Children’s Literature (English)
2014–2015
Level II (Classes III to V)

A Journey
A caterpillar befriends a page, which shows him
around the world. This book teaches children about
the concept of knowledge and the process of rain.
In the end the caterpillar becomes the butterfly.
Illustrator — Jagdish Joshi
Translation — Kanchan Wanchoo Sharma
Publisher — National Book Trust
Publishing year — 2013
Price — ` 30.00
ISBN — 81-2376-748-X

Nature’s Gift
If an elephant wants to fly like a bird, will he be
able to? This story is a tale of friendship between
an elephant and a baya bird and his effort to
make his friend fly. It tells children that nature
has given each individual a unique gift and
one must always be happy about it rather than
looking at other people’s abilities. The book is
very well illustrated and is fun to read.
Illustrator — Utpal Talukdar
Publisher — National Book Trust
Publishing Year — 2014
Price — ` 45.00
ISBN — 81-237-6933-4

90 Annotated Bibliography of Children’s Literature— Classes I to V


प्रस्तावित बाल साहित्य (उर्दू) 2014–2015
� �
‫ ب ّ ڑ‬-‫( ّاکڑ‬अक्कड़-बक्कड़)

बहुत-सी तक ु बंदियों को लोक कविताओ ं का दर्ज़ा मिल गया है।
आज ये ‘खेलगीत’ कहीं गमु होते जा रहे हैं। इन्हें संजोकर रखने के
लिए यह एक अच्छा प्रयास है। जापानी ‘हाइकू’ की तरह यह तक ु बंदी
दो-तीन पकं ्‍ति‍यों की है जिसे बच्चे आसानी से याद रख सकते हैं।
रचनाकार — मनोज साहू ‘निडर’
चित्रांकनकर्ता — प्रीति सलजू ा
प्रकाशक — एकलव्य
अनुवादक — कहकशाँ अनवर
प्रकाशन वर्ष — 2009
मूल्य — ` 18.00
ISBN — 978-81-89976-44-6
ِ
‫( ڑچھکی‬खि‍चड़ी)
यह प्रथम स्तर के बच्चों के लिए रोचक कहानी है जो लोक सहित्य का दर्ज़ा
प्राप्‍त कर चक
ु ी है। यह कहानी के वल बच्चों में पढ़ने की रुचि ही जाग्रत नहीं
करती है, बल्कि गलत उच्चारण से जो हास्यास्पद स्थि‍ति उत्पन्न हो जाती है
उसका आनन्द भी प्रदान करती है। इस कहानी से सही उच्चारण और कहानी
को स्मरण रखने में मदद मिलती है। इस पसु ्तक के आकर्षक चित्र पर्णू त:
कहानी पर आधारित हैं और अत्यंत रोचक हैं।
रचनाकार — जितेन्द्र कुमार
चित्रांकनकर्ता — दर्गा ु बार्इ व्याम
प्रकाशक — एकलव्य
अनुवादक — कहकशाँ अनवर
प्रकाशन वर्ष — 2010
मूल्य — ` 25.00
ISBN — 978-81-89976-70-5
‫ت‬
‫دوس‬ ‫( ےھنن وچزے یک‬नन्हे चूज़े की दोस्त)

रावेन्द्र कुमार रवि द्वारा रचित और कनक द्वारा चित्रांकित यह
पसु ्तक रोचक भी है और शि‍क्षाप्रद भी। जो पशु एक-दसू रे की
जान के दशु ्मन हैं, वह एक साथ रहकर भी एक-दसू रे के दोस्त
बन जाते हैं। यह स्वाभावि‍क भी है और व्यावहारिक भी। यह
कहानी एक आदर्श प्रस्तुत करती है कि किस तरह एक-दसू रे से
भि‍न्न होते हुए भी एक साथ रहा जा सकता है।
रचनाकार — रावेन्द्र कुमार रवि
चित्रांकनकर्ता — कनक
प्रकाशक — एकलव्य
अनुवादक — मज़ू ं र एहतेशाम
प्रकाशन वर्ष — 2009
मूल्य — ` 20.00
ISBN — 978-81-89976-36-1
‫ن‬
‫( �اؤ‬नाव चली)
‫یلچ‬
यह बच्चों के लिए एक जानकारीपरक कहानी है। वे बेकार चीज़ों से भी
अपने मनोरंजन के लिए कुछ नया बना सकते हैं। बच्चों की रचनात्मक
शक्‍ति को बाहर लाने के लिए कक्षा और उसके बाहर इस प्रकार के
प्रयोग नितांत आवश्यक हैं और उनमें छुपी हुर्इ कल्पनाशीलता को
मोड़ देने का यह अच्छा प्रयास है। इस पसु ्तक के चित्र प्रभावशाली हैं
जो बच्चों को अपनी ओर खींचते हैं।
रचनाकार — वी. सतु ेयेव
चित्रांकनकर्ता — वी. सतु ेयेव
प्रकाशक — एकलव्य
अनुवादक — मज़ू ं र एहतेशाम्र
प्रकाशन वर्ष — 2009
मूल्य — ` 15.00
ISBN — 978-81-89976-30-9

92 बाल साहित्‍य की विवरणिका— कक्षा 1 से 5


‫دن‬
�‫( �بارش اک یا‬बारिश का एक दिन)
एक बच्ची (जैकी जकनोरे ) द्वारा लिखी गर्इ यह एक सच्ची
कहानी है, जिसका अनभु व उसने बारिश के दौरान किया है।
मसू लाधार बारिश में पानी भर जाने से अपनी जान बचाने के साथ
उसने आवश्यक वस्तुओ ं के साथ किस तरह अपना घर छोड़ा
और हौसला नहीं खोया, सीधे-साधे शब्दों में इसका बयान किया
गया है। इस पसु ्तक से बच्चों को अपने ससं ्मरण और अनभु व
लिखने की प्रेरणा भी मिलती है साथ ही कठि‍न परिस्थि‍तियों का सामना करने की हिम्मत भी।
रचनाकार — जैकी जकनोरे
चित्रांकनकर्ता — कनक
प्रकाशक — मसु ्कान एवं एकलव्य
अनुवादक — मैमनू ा जाफ़री
प्रकाशन वर्ष — 2009
मूल्य — ` 5.00
ISBN — 978-81-89976-45-3

‫وخاب‬
‫( وموھت اک‬मुत्‍थू का ख्‍़वाब)
ससं ार के सभी बड़े लोगों का कहना है कि बच्चों को ख्वाब देखना चाहिए, ताकि
वे ऊँची उड़ान भर सकें । यह संसार और यहाँ की धरोहर सबके लिए हैं। आकाश
में उड़ने के लिए के वल मज़बतू पंखों की आवश्यकता होती है। मतु ्थू एक गाँव का
लड़का है, जिसमें महत्वकांक्षा कूट-कूट कर भरी है। आकाश छूने के उसके सपने
का गाँव वाले मज़ाक बनाते हैं, पर एक शि‍क्षक गाँव में आकर उसके सपनों को
पंख देता है। मतु ्थू सोचता है कि यदि वह आकाश में न उड़ सका तो एक शि‍क्षक
अवश्य बनेगा। कहानी का ताना-बाना बहुत गठा हुआ और भाषा संदु र तथा सरल
है। कहानी का सबसे मज़बतू पक्ष उसके चित्र हैं जो गाँव के परिवेश से जड़ेु हैं। चित्र
सदंु र, सरल और आकर्षक हैं।
रचनाकार — कामाक्षी बालसब्रु मण्यन
प्रकाशक — नेशलन बक ु ट्रस्ट
अनुवादक — मैमनू ा जाफ़री
प्रकाशन वर्ष — 2013
मूल्य — ` 35.00
ISBN — 978-81-237-0195-0

प्रस्‍तावित बाल साहित्‍य (उर्दू) 2014–2015 93


‫وہں‬
‫( یممت ےس ااھچ‬मैं तुमसे अच्छा हू)ँ
बच्चों में प्रतिद्दवं िता और वर्चस्वता को लेकर अकसर नोंक-झोंक रहती है।
सिगरु न श्रीवास्तव ने इसी प्रतिद्दवं िता को भार्इ-बहन के रूप में पेश किया है।
बात जब अहम की आती है तो यही बच्चे अपना अहक ं ार भल
ू कर एक-दसू रे
के प्रति उस अहम को दरू भगा देते हैं और एक-दसू रे के सामने झक ु जाते हैं।
पल-पल बदलते बाल सल ु भ मन की यह एक संदु र कहानी है जो आपसी प्यार,
विश्‍वास और भरोसे पर समाप्‍त होती है। इस किताब के चित्र बहुत संदु र और
आकर्षक हैं।
रचनाकार — सि‍गरु न श्रीवास्तव
प्रकाशक — नेशलन बक ु ट्रस्ट
अनुवादक — इलाहाबादी
प्रकाशन वर्ष — 2013
मूल्य — ` 25.00
ISBN — 978-81-237-0662-7

�‫( ُرویس اور ُ پ‬रूसी और पूसी)


‫ویس‬

इस पसु ्तक में रूसी नाम की एक लड़की और पसू ी नाम की बिल्ली की कहानी दी
गर्इ है। मनषु ्य और पशु का रिश्ता उतना ही परु ाना है, जितना यह संसार। पशु प्रेम
देता भी है और मनषु ्य से प्रेम पाता भी है । पालतू पशु बिना बोले अपनी शर्तों पर
जीते हैं। पसू ी एक सरु क्षि‍त घर तो चाहती है पर उसकी रखवाली के लिए एक कुत्ते
के नाम पर नाराज़ हो जाती है। यह कहानी छोटे स्तर के बच्चों के लिए रोचक है।
रचनाकार — वी. सतु ेयेव
चित्रांकनकर्ता — वी. सतु ेयेव
प्रकाशक — एकलव्य
प्रकाशन वर्ष — 2000
मूल्य — ` 18.00
ISBN — 978-81-89976-42-2

94 बाल साहित्‍य की विवरणिका— कक्षा 1 से 5


शिक्षकों के लिए संदर्भ सामग्री
Reference Material for Teachers

चित्रांकन – शोभा घारे


खुशहाल बच्चे
बालभवन में लगभग दो दशकों से बच्चों के बीच काम करने के सकारात्मक
अनभु व का यह एक ब्यौरा है। यह पसु ्तक शि‍क्षकों के साथ-साथ हर एक
व्यक्‍ति जो शि‍क्षा और बच्चों में रुचि रखता है, उसके लिए अनिवार्य है।
सबु ह के व्यायाम से लेकर अलग-अलग खेल, प्रकृ ति निरीक्षण, पिकनिक,
चित्रकला और हस्तकला आदि को विस्तृत तरीके से बताया गया है। साथ ही
‘भविष्य की आवश्यकताएँ’ जैसे विषय भी इसमें दिए गए हैं।
रचनाकार — शोभा भागवत
चित्रांकनकर्ता — एलिनेयर वॉटस
प्रकाशक — भारत ज्ञान विज्ञान समिति
अनुवादक — विमला प्रभाकर पंधे
प्रकाशन वर्ष — 2010
मूल्य — ` 12.00

बच्चे और तराजू
तराजू रोज़मर्रा की ज़ि‍दगं ी में काम आने वाली एक छोटी-सी वस्तु, विज्ञान
सीखने का एक अच्छा माध्यम हो सकती है। यह पसु ्तक इस विषय में ठोस
सामग्री प्रस्तुत करती है। शिक्षक के सहयोग से बच्चे तराजू से खेल-खेल में
विज्ञान की अवधारणाओ ं को समझ सकते हैं। बच्चे तराजू के साथ विभिन्न
प्रयोग करते हुए, स्वंय सवाल करते हुए उनके जवाब खोज सकते हैं। इस
किताब में तराजू के साथ वैज्ञानिक विधि का प्रयोग स्वयं करके देखने के लिए
निर्देश और छोटी-छोटी कहानियाँ, इस सरल से विषय को एक जिज्ञासा की
दृष्‍टि से देखने के लिए दिशा प्रदान करते हैं।
रचनाकार — जोस एल्सटगीस्ट
चित्रांकनकर्ता — अभय कुमार झा
प्रकाशक — भारत ज्ञान विज्ञान समिति
प्रकाशन वर्ष — 1998
मूल्य — ` 8.00

96 बाल साहित्‍य की विवरणिका— कक्षा 1 से 5


बच्चे और पर्यावरण
हमारे आस-पास के पर्यावरण से बच्चा बहुत कुछ सीख सकता है। पर्यावरण
शि‍क्षण एक महत्वपर्णू विषय है। बच्चों के लिए यह पसु ्तक इस विषय को सरल
व संदु र ढंग से प्रस्तुत करती है। इस पसु ्तक में अपने परिवेश को खोजने और
जाँचने-परखने के तरीके बताए गए हैं। इस पसु ्तक में बच्चों और शि‍क्षकों के साथ
की जाने वाली गतिविधि‍यों की जानकारियाँ दी गर्इ हैं।
रचनाकार — जोस एल्सटगीस्ट
चित्रांकनकर्ता — अभय कुमार झा
प्रकाशक — भारत ज्ञान विज्ञान समिति
प्रकाशन वर्ष — 2011
मूल्य — ` 15.00

बच्चे और पानी
प्राथमिक स्कू ल के स्तर पर पानी के प्रयोगों को बहुत ही साधारण और आसानी
से उपलब्ध चीज़ों से कै से बच्चे कर सकते हैं, यह इस पसु ्तक में दिखाया और
बताया गया है। जब बच्चे पानी से वैज्ञानिक प्रयोग करें गे तभी वे पानी के गणु धर्मों
से भली-भाँति अवगत हो पाएँगे। बच्चों और शि‍क्षकों के साथ-साथ यह पसु ्तक
अन्य लोग जो विज्ञान के शि‍क्षण से संबंधित हैं, के लिए लाभप्रद है। पस्‍त
ु क की
भाषा बोधगम्य है।
रचनाकार — जोस एल्सटगीस्ट
चित्रांकनकर्ता — अभय कुमार झा
प्रकाशक — भारत ज्ञान विज्ञान समिति
प्रकाशन वर्ष — 2002
मूल्य — ` 10.00

शिक्षकों के लिए संदर्भ सामग्री 97


बच्चे दर्पण और प्रतिबिंब
इस पसु ्तक में दर्पण को लेकर कर्इ गतिविधि‍याँ बतार्इ गर्इ हैं। जब बच्चे अपने
हाथों से खदु प्रयोग करते हैं तभी उनके विभि‍न्न सिद्धांतों को समझ पाते हैं।
इसमें दर्पण से करने योग्य कर्इ मज़ेदार और रोचक गतिविधि‍याँ और क्रियाएँ
सझु ार्इ गर्इ हैं।
रचनाकार — जोस एल्स्टगीस्ट
प्रकाशक — भारत ज्ञान विज्ञान
अनुवादक — अरविन्द गपु ्‍ता
प्रकाशन वर्ष — 2007
मूल्य — ` 15.00

बच्चों की सभ
ु द्रा
सभु द्रा कुमारी चौहान हिदं ी की सर्वकालिक श्रेष्‍ठ कवयित्रियों में अग्रगण्य हैं।
प्रस्तुत पसु ्तक में चन्द्रा सदायत ने उनकी चौदह प्रसिद्ध बाल कविताओ ं को
संकलित किया है। इस पसु ्तक की भमि ू का में इन कविताओ ं के महत्त्व पर
टिप्पणी दी गर्इ है। यहाँ ‘झाँसी की रानी’ जैसी कालजयी कविता को पढ़ना
आनंददायी है।
रचनाकार — सभु द्रा कुमारी चौहान
सपं ादक — चन्द्रा सदायत
प्रकाशन — प्रकाशन विभाग, सचू ना और प्रसारण मंत्रालय
प्रकाशन वर्ष — 2012
मूल्य — ` 65.00
ISBN — 978-81-230-1731-0

98 बाल साहित्‍य की विवरणिका— कक्षा 1 से 5


बिनी के जानवर
यह बच्चों की स्वाभाविक जिज्ञासाओ ं को दबाने या टालने वाली किताब नहीं
है। बच्चों की जिज्ञासा का कै से सही मार्गदर्शन करें , यही इस पसु ्तक में दर्शाया
गया है। यह बच्चों को खोजी बनने की ओर प्रेरित करने वाली किताब है। यह
अध्यापकों के लिए सहायक पसु ्तक का काम करे गी।
रचनाकार — मिलसेंट सेल्सैम
चित्रांकनकर्ता — अभय कुमार झा
प्रकाशक — भारत ज्ञान विज्ञान समिति
अनुवादक — अरविन्द गपु ्‍ता
प्रकाशन वर्ष — 2001
मूल्य — ` 10.00

सडाको और कागज़ के पक्षी


‘सडाको और कागज़ के पक्षी’ हिरोशि‍मा में एटम बम गिरने के दौरान जन्मी
एक लड़की की कहानी है, जिसे बाद में कैं सर हो जाता है। अब बचने की एक
उम्मीद से वह एक हज़ार कागज़ के पक्षी मोड़ने की ठानती है। क्या हुआ फिर?
क्या वह बच पार्इ? सच्ची घटना पर आधारित यह कहानी अमन और चैन से
जीने वाले प्रत्येक व्यक्‍ति के लिए अनिवार्य पसु ्तक है।
रचनाकार — एलीनेर कोयर
चित्रांकनकर्ता — अभय कुमार झा
प्रकाशक — भारत ज्ञान विज्ञान समिति
अनुवादक — अविनाश देशपांडे
प्रकाशन वर्ष — 2010
मूल्य — ` 15.00

शिक्षकों के लिए संदर्भ सामग्री 99


हमारा राष्ट्र चिह्न
राष्ट्र चिह्न के उदभ् व और महत्व को स्पष्‍ट करते हुए इस पसु ्तक में, इसके समचु ित
प्रयोग संबंधी नियमों और परंपराओ ं को भी शामिल किया गया है। राष्ट्र चिह्न की
ऐतिहासिक पृष्‍ठभमि ू , संबद्ध स्मारक, आख्यान, चक्र के परंपरागत महत्व पर दी
गई संक्षिप्‍त जानकारी इस विषय में और पढ़ने और जानने की जिज्ञासा उत्पन्न
करे गी। इस पसु ्तक के आधार पर शिक्षक बच्चों को उनके स्तर के अनसु ार राष्ट्र
चिह्न के विषय में बता सकें गे। सारनाथ संग्रहालय के दर्ल
ु भ चित्र पसु ्तक की गरिमा
को बढ़ाते हैं।
रचनाकार — सी. शि‍वराम मर्तिू
चित्रांकनकर्ता — आश्‍ाा सक्‍सेना
प्रकाशक — प्रकाशन विभाग, सचू ना और प्रसारण मंत्रालय
प्रकाशन वर्ष — 2011
मूल्य — ` 30.00
ISBN — 978-81-230-1657-03

हमारे जल-पक्षी
इस पसु ्तक में जल बत्तखों और जलतट के प्रमख ु पक्षि‍यों का वर्णन किया
गया है। पक्षि‍यों का अस्ति‍त्व हमारे ससं ार में सौंदर्य का विकास ही नहीं करता
अपितु यह हमारे पर्यावरण के लिए बहुत अनिवार्य भी है। जल पक्षि‍यों में
रुचि और जिज्ञासा रखने वाले व्यक्‍ति‍यों के साथ-साथ बच्चों के लिए भी यह
पसु ्तक बहुत-सी जानकारी लिए हुए है, जैसे— पक्षि‍यों के एक देश से दसू रे देश
में जाने के बारे में रोचक बातें आपको दिलचस्प लगेंगी तथा प्रवासी पक्षि‍यों से
सबं ंधि‍त जानकारी ज्ञान में वृद्धि‍करे गी।
रचनाकार — राजेश्‍वर प्रसाद नारायण सिंह
प्रकाशक — नेशलन बक
ु ट्रस्ट
प्रकाशन वर्ष — 2013
मूल्य — ` 60.00
ISBN — 978-81-237-5609-7

100 बाल साहित्‍य की विवरणिका— कक्षा 1 से 5


हमारे राष्ट्रीय प्रतीक‍
यह किताब शि‍क्षकों के लिए उपयोगी है। इसमें राष्ट्रीय प्रतीकों के संबंध में
शोधपर्णू जानकारियाँ दी गर्इ हैं। हर एक राष्ट्रीय प्रतीक के बारे में विस्तार से
बताया गया है। पसु ्तक की भाषा सरल और मनोरंजक है। भारत के फल-फूल,
वृक्षों का देश के राष्ट्रीेय प्रतीकों में समावेश किस प्रकार किया गया है, यह
पाठक जान पाएँगे।
रचनाकार — रानी भटनागर
चित्रांकनकर्ता — आर. एस. रावत
प्रकाशक — प्रकाशन विभाग
प्रकाशन वर्ष — 2012
मूल्य — ` 65.00
ISBN — 978-81-230-1731-0

शिक्षकों के लिए संदर्भ सामग्री 101


टिप्‍पणी
चित्रांकन – शोभा घारे
चित्रांकन – विभतू ि पांडे
23101

ISBN 978-93-5292-383-0

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