Professional Documents
Culture Documents
-33004/99
सी.जी.-डी.एल.-अ.-06102023-249217
xxxGIDHxxx
CG-DL-E-06102023-249217
xxxGIDExxx
असाधारण
EXTRAORDINARY
भाग II—खण्ड 3—उप-खण्ड (ii)
PART II—Section 3—Sub-section (ii)
प्राजधकार से प्रकाजित
PUBLISHED BY AUTHORITY
िल िजि मंत्रालय
अजधसूचना
का.आ. 4375(अ).—अंतरराजययक नदी िल जििाद अजधजनयम, 1956 (1956 का 33) (जिसे इस अजधसूचना
में इसके पश्चात् उि अजधजनयम कहा गया है) की धारा 4 के अधीन, भारत सरकार के तत्कालीन िल संसाधन मंत्रालय की
अजधसूचना संखयांक का.आ. 451 (अ), तारीख 2 अप्रैल, 2004 द्वारा कृ ष्णा िल जििाद अजधकरण (जिसे इस अजधसूचना में
इसके पश्चात् उि अजधकरण कहा गया है) का गठन तारीख 2 अप्रैल, 2004 को अंतरराजययक कृ ष्णा नदी और उसकी नदी
घाटी से संबंजधत िल जििादों के न्यायजनणणयन के जलए दकया गया था;
और,उि अजधकरण ने उक्त अजधजनयम की धारा 5 की उपधारा (2) के अधीन अपनी िरपोटण और जिजनश्चय
तारीख 30 ददसंबर, 2010 को प्रस्ट्तुत दकया था;
और, कें द्रीय सरकार और पक्षकार आंध्र प्रदेि, कनाणटक और महाराष्र राययों द्वारा उनसे संबंजधत जनदश उि उक्त
अजधजनयम की धारा 5 की उपधारा (3) के अधीन उक्त अजधकरण को तारीख 29 माचण, 2011 को जनर्दणष्ट दकया था;
और, उक्त अजधजनयम की धारा 5 की उपधारा (3) के अधीन, उक्त अजधकरण द्वारा कें द्रीय सरकार को आगे की
िरपोटण तारीख 29 माचण, 2011 को या उससे एक िर्ण से पूि,ण अग्रेजर्त करना अपेजक्षत था;
और, उक्त अजधकरण के अनुरोध पर, उक्त अजधजनयम की धारा 5 की उपधारा (3) के अधीन आगे की िरपोटण
प्रस्ट्तुत करने की अिजध समय-समय पर, अजधसूचना संखयांक का.आ. 653 (अ), तारीख 29 माचण, 2012,
का.आ. 2339 (अ),तारीख 28 जसतंबर, 2012, का.आ. 916 (अ),तारीख 2 अप्रैल, 2013, का.आ. 2939 (अ), तारीख
27 जसतंबर, 2013, का. आ. 3515 (अ) तारीख 27 निंबर, 2013 द्वारा 31 िनिरी, 2014 तक आगे बढाा़ई गई थी, जिसे
िल संसाधन मंत्रालय के तारीख 5 फरिरी, 2014 के आदेि द्वारा तारीख 31 िुलाई, 2014 तक और जिस्ट्तािरत की गयी
थी, अजधसूचना संखया का.आ. 1290 (अ), तारीख 15 मई, 2014, का.आ. 2462 (अ), तारीख 18 िुलाई, 2016
का.आ. 2459 (अ), तारीख 31 िुलाई, 2017; का.आ. 3950 (अ), तारीख 9 अगस्ट्त,2018 और का.आ. 3146 (अ),
तारीख 29, अगस्ट्त 2019, का.आ. 2412 (अ), तारीख 23 िुलाई, 2020 ,का.आ. 2890 (अ), तारीख 20 िुलाई, 2021
और का.आ. 2916 (अ), तारीख 27 िून, 2022, द्वारा जिस्ट्तार की ज्ञी थी;
और, उक्त अजधकरण ने उक् त अजधजनयम की धारा 5 की उपधारा (3) के अधीन कें द्रीय सरकार को अपनी आगे
की िरपोटण की तारीख 29 निंबर,2013 को अग्रेजर्त की थी;
और,उक्त अजधजनयम की धारा 12 के अधीन, अजधकरण द्वारा िरपोटण अग्रेजर्त दकये िाने के पचात् और कें द्रीय
सरकार को यह संतुजष्ट होने पर दक अजधकरण की मामले में और जनदश उि की आियकता नह होगी, कें द्रीय सरकार अजधकरण
का यथािीघ्र जिघटन कर देगी;
और, आंध्र प्रदेि पुनगणठन अजधजनयम, 2014 (2014 का 6) की धारा 89 यह उपबंध करती है दक कृ ष्णा िल
जििाद अजधकरण की अिजध उक्त धारा के खंड (क) और खंड (ख) में जिजनर्दणष्ट जनदश उि- जनबंधनों की ितों के साथ
जिस्ट्तािरत होगी;
और, के न्द्रीय सरकार ने, अंतरराजययक नदी िल जििाद अजधजनयम, 1956 की धारा 5 की उप-धारा (3) द्वारा
प्रदत्त िजियों का प्रयोग करते हुए, उि अजधकरण द्वारा आगे की िरपोटण प्रस्ट्तुत करने की अिजध को, भारत सरकार के िल
िजि मंत्रालय के िल संसाधन, नदी जिकास एिं गंगा संरक्षण जिभाग की अजधसूचना संखया का. आ. 2994 (अ), तारीख
6 िुलाई, 2023 द्वारा 31 माचण, 2024 तक की अिजध का जिस्ट्तार दकया था तादक आंध्र प्रदेि पुनगणठन अजधजनयम, 2014
की धारा 89 के खंड (क) और (ख) में जिजनर्दणष्ट जनदश उि- जनबंधनों का जनदान दकया िा सके ;
और, उि अजधजनयम की धारा 3 के अधीन तेलंगाना सरकार से यह अनुरोध प्राप्त हुआ है दक के िल आन्ध्र प्रदेि
और तेलंगाना राययों के बीच जनदश उि के दायरे को सीजमत करके अंतरराजययक कृ ष्णा नदी और उसकी नदी घाटी से संबंजधत
िल जििादों के न्यायजनणणयन के जलए उि अजधकरण को भेिा िाए;
और, के न्द्रीय सरकार को यह समाधान हो गया है दक उि अजधजनयम की धारा 12 के अधीन मामले में
आजधकरण को आगे के जिचाराथण जिर्य भेिा िाना आियक है;
अब, इस प्रकार, उि अजधजनयम की धारा 3, धारा 5 की उपधारा (1) और धारा 12 में अंतर्िणष्ट उपबंधों के
अनुसरण में, कें द्रीय सरकार न्यायजनणणयन के जलए उि अजधकरण को जनम्नजलजखत आगे के जिचाराथण जिर्य भेिती है:
(1) मौिूदा जिचाराथण जिर्यों में खंड (क) और (ख) के प्रयोिन के जलए, “पिरयोिना-िार” का अथण तेलंगाना और
आंध्र प्रदेि दोनों राययों की मौिूदा, चालू और जिचािरत पिरयोिनाएं हैं।
(2) पूिणिती आंध्र प्रदेि रायय के अजिभाजित जहस्ट्से से कृ ष्णा नदी के पानी को तेलग
ं ाना और ितणमान रायय आंध्र
प्रदेि के बीच जितिरत/आिंिटत करे गा। इस जितरण/आिंटन के प्रयोिन के जलए पूिणिती आंध्र प्रदेि रायय का कु ल
अजिभाजित जहस्ट्सा इस प्रकार माना िा सकता है:-
[भाग II—खण्ड 3(ii)] भारत का रािपत्र : असाधारण 3
(i) कृ ष्ण िल जििाद अजधकरण-I द्वारा पूिणिती आंध्र प्रदेि रायय को दकया गया कु ल आिंटन (एकमुत) 811
टीएमसी और इसके अलािा उि अजधकरण द्वारा पूिणिती आंध्र प्रदेि रायय को दकया गया कोई भी अजतिरि
आिंटन।
(ii) गोदािरी नदी जििाद अजधकरण द्वारा पूिणिती आंध्र प्रदेि रायय को आिंिटत पानी का जहस्ट्सा िो
पोलािरम पिरयोिना के माध्यम से गोदािरी से कृ ष्णा तक पानी के हस्ट्तांतरण और पोलािरम पिरयोिना से
गोदािरी से कृ ष्णा तक दकसी भी अन्य प्रस्ट्ताजित हस्ट्तांतरण द्वारा उपलब्ध कराया िाता है।
[का.सं.एन -57021/2/2021- बीएम अनुभाग, एम िो डब्ल्यू आर – भाग (2)]
And, whereas, the Central Government is satisfied that further reference to the Tribunal in the matter is
necessary under section 12;
Now, therefore, in pursuance of the provisions contained in section 3, sub-section (1) of section 5 and section
12 of the said Act, the Central Government hereby refers the following further terms of reference to the said Tribunal
for adjudication:
(1) for the purposes of clauses (a) and (b) in the existing terms of reference, “project-wise” means existing,
on-going and contemplated projects of both the States of Telangana and Andhra Pradesh; and
(2) shall distribute/allocate the Krishna River waters between the States of Telangana and the present State of
Andhra Pradesh from the undivided share of erstwhile State of Andhra Pradesh and the total undivided
share of the erstwhile State of Andhra Pradesh that may be considered for the purpose of this
distribution/allocation is as below:
(i) 811 Thousand Million Cubic Feet (TMC) of overall allocation (en bloc) made by the Krishna
Water Disputes Tribunal-I to the erstwhile State of Andhra Pradesh and any additional
allocation over and above it made by the said Tribunal to the erstwhile State of Andhra
Pradesh; and
(ii) share of water allocated to the erstwhile State of Andhra Pradesh by the Godavari Water
Disputes Tribunal, which is made available by transfer of water from Godavari to Krishna
through Polavaram Project and any further transfer from Godavari to Krishna from Polavaram
project, if proposed.
[F.No. N-57021/2/2021-BM Section-MOWR-Part(2)]
ANAND MOHAN, Jt. Secy.
Uploaded by Dte. of Printing at Government of India Press, Ring Road, Mayapuri, New Delhi-110064
and Published by the Controller of Publications, Delhi-110054. MANOJ KUMAR
Digitally signed by MANOJ
KUMAR VERMA
VERMA Date: 2023.10.06 21:58:20
+05'30'