Professional Documents
Culture Documents
com @studyforcivilservices
RO / ARO
Review Officer/Assistant Review Officer
समीक्षा अधधकारी
Pre&Mains
सामान्य धहन्दी
पयाायवाची शब्द
STUDY FOR CIVIL SERVICES - GYAN
पयाायवाची शब्द के प्रकार – पयाायवाची शब्द मुख्य रूप से तीन प्रकार के होते हैं-
पणू थ पयाथय
पणू ाथपणू थ पयाथय
अपणू थ पयाथय
पणू थ पयाथय – वाकय में यकद एक शब्द के स्थान पर दसू रा शब्द रखा जाय और उसके अथथ में कोई भी अन्तर न पड़ता हो, तो
वह शब्द उसका पणू थ पयाथय है, और अकधक सरल बनाने के कलए इसका उदाहरणों द्रारा जान लेना भी आवश्यक हो जाता
है। जैसे – आश्रम, मठ, अश ेां , भाग, कहस्सा आकद।
पणू ाथपणू थ पयाथय – एक ही कायथ कवशेष के कलए प्रयोग ककये गये दो शब्द पणू थ पयाथय नहीं हो सकते। दसू रे शब्दों में जब एक
प्रसेांग का समानाथी शब्द दसू रे प्रसेांग में असमान अथथ का बोध स्पष्ट करता है तो पणू ाथपणू थ पयाथय होता है।
जैसे – खाना-खाना, कनगलना, कपड़ा टॉेांगना या लटकाना ।
अपणू थ पयाथय – कोई भी व्यकि शब्दों के अथथ की छाया बदल-बदलकर अपने-अपने ढेांग से प्रयोग करता है और कवषय की
व्यापकता के पररप्रेक्ष्य में उसी शब्द का प्रयोग नये अथथ में होने लगता है। यह अपणू थ पयाथय कहलाता है। कुछ शब्दों के
सक्ष्ू म भेद उसके मल
ू अथथ में कवद्यमान होते हैं ककन्तु अपनी आवश्यकतानसु ार उन्हें उसका पयाथय मान कलया जाता है ककन्तु
ऐसा नहीं है। दोनों के अथथ तथा भाव अलग-अलग होते हैं। ऐसी कस्थकत से बचने के कलए सदैव उकचत शब्दों का ही प्रयोग
करना चाकहए- जैसे – ‘गाकभन’ तथा ‘गकभथणी’ इन दोनों शब्दों का अथथ एक ही है लेककन उकचत स्थान पर इनका प्रयोग न
हो पाने के कारण अथथ का अनथथ हो जाता है। ‘ गाकभन’ शब्द का प्रयोग सदैव पशओ ु ेां के कलए ककया जाता है ककन्तु
‘गकभथणी’ शब्द का प्रयोग ह्ली के कलए ककया जाता है।
पयाथयवाची के सक्ष्ू म भेद को समझने के कलए इनका चयन प्रसगेां ानसु ार करना ही उकचत होगा। आपकी आवश्यकता के
कलए कुछ पयाथयवाची उदाहरण स्वरूप कदये जा रहे हैं जो कनम्नकलकखत हैं-
अ
अरण्य – वन, कवकपन, अटवी , कानन, जेांगल
अगेां - कलेवर, तन, अवय, वय,ु देह, काया , शरीर
अकनन – आग, अनल, पावक , दव , धम्रू के त,ु धन्नजय , जातदेव, हुताशन, वैश्वानर, ज्वाला, वायसु ख, दहन, ज्वलन,
कृषान,ु रोकहताश्व, वकहन
अचल – कगरर, शैल, नग, मकहधर, आकर
अचला – पथ्ृ वी, कक्षकत, धरा, वसन्ु धरा, वसधु ा, धरती
अक्षर – मोक्ष, वणथ, कशव, ब्रम्हा
असरु – दनजु , दानव, दैत्य, राक्षस , कनशाचर, रजनीचर, तमीरचर, यातधु ान, सरु ारर
अनपु म - अद्भूत, अनठू ा, अपवू थ, अकद्रतीय , अनोखा
अमतृ – सधु ा, अकमय, सोम, पीयषु , अमी
अकभजात - श्रेष्ठ, पज्ू य , उच्च, कुलीन
अश्व – हय, बाकज, तरु ेां ग , घोटक, घोड़ा, रकवसतु सैंधव
अधर – ओष्ठ , ओठ, रदच्छद, रदपटु
अज – ब्रम्हा, ईश्वर, दशरथ के जनक, बकरा
अथथ – अकभप्राय , धन , हेतु
अरूण – कसन्दरू , सयू थ
अक ेां – रृदय, गोद, सख्ेां या, नाटका का एक भाग, सगथ, नबेां र, क्रमाक
ेां
अनार – दाकड़म, शक ु कप्रय, रामबीज
अधेां ा – नेत्रहीन, सरू दास , अन्ध, चक्षकु वकहन , प्रज्ञाचक्षु
अनाज – अन्न, गल्ला , धान्य , शस्य
अध्यापक – आचायथ , गरू ु , कशक्षक , प्रविा, व्याख्याता ।
अनेक – नाना, कई , एकाकधक ।
अनवु ार – भाषान्तर, उल्था, तजथमु ा ।
अन्वेषण – गवेषण, खोज, जॉेांच , शोध, अनसु धेां ान
अपमान – अनादर, अवमान, बेइज्जती, अवज्ञ , कतरस्कार , उपेक्षा, कनरादर
अपराध – कसरू , दोष, जमु थ
अप्सरा – देवागेां ना, सरु बाला, कदव्यानेां ना, सरु सन्ु दरी, देवबाला
अपार – असीम, अनन्त, बेहद, बेशमु ार, कनस्सीम
अकतकथ – पाहुन, मेहमान, आगन्ु तक ु , अभ्यागत
अकधकार – स्वत्व, प्रभत्ु व, स्वाकमत्व, हक, आकधपत्य
क्रोध- कोप, अमषथ, गस्ु सा, रोष, आक्रोश, प्रकोप, तैश, क्षोभ
ख
खल – दष्टु , अधम, पामर, नीच ,शठ , दजु थन ,कुटल, धतू थ , नश ृ सेां
खग- कवहग, कवहगेां , पक्षी, पेांक्षी, कद्रज, कचकड़या, शकुकन, पखेरू
खम्भा- थभेां , स्तम्भ, स्तपू
खबर – सदेां श े , सचू ना, समाचार, जानकारी, हाल-चाल, विृ ान्त
खेांड- अेांश, भाग, टुकड़ा, कहस्सा
खेती – कृकष, ककसानी, कृकषकायथ, काश्तकारी, कृकषकमथ
ग
गणेश- कवनायक, एकदन्त, गजानन, गणाकध, लम्बोदर, गणपकत, हेरम्ब , द्रयमातरु , गजबदन,् कगररजा-नन्दन, कवघ्न-
कवनायक, गौरीसतु , मोदककप्रय, मषू क-वाहन, महाकाय, भवानी-नन्दन
गगेां ा- भगीरथी, जाह्नवी,सरु सरर, देवसारर, कत्रपथगा, सरु ध्वकन, नदीश्वरी, देवनदी, मन्दाककनी, अलकनन्दा, देवापगा,
कवष्णपु दी
गहृ - घर, सदन, भवन, मकन्दर, धाम, कनके तन, कनके त, आगार, आलय, कनलय, गेह, शाला, ओक, आकशयाना,
आयनशाला, मकान, आवास
गरूण – खगेश, पन्नगारर, उरगारर, हररयान, वातनेय, खगपकत, सपु णथ, नागान्तक, वैनतेय
गाय- गौरी, गऊ, गइया, धेन,ु भरा, दोनधी, गौ, सरु कभ
गफ ु ा- गहु ा, कन्दरा, गह्रर , कववर
गज- हकस्त, हस्ती, केांु जर, करर, गयन्द, मतगेां , मातेांग, कवतण्ु ड, केांु भी
गण- समहू , समदु ाय, अनचु र, अनयु ायी, दतू
गभाथशय- गभथ, पेट, बच्चेदानी, उदर, जठर
गॉेांव – ग्राम, मौजा, परु वा, बस्ती, देहात
गरीब- कनधथन, दररर, अककेांचन, दीन, केांगाल
ग़िू - जकटल, ककठन, दरूु ह, दबु ोध, गहन, पेचीदा, सेांकलष्ट
गीला- तर, नम, भीगा, आरथ, ककलनन
गदहा- खर, गदथभ, वैशाखनन्दन, रासभ, धसू र, बेसर, चक्रीवान, गधा
घ
घड़ा – घट, कलश, केांु भ, गगरा, गगरी
कघनौना – घण्ृ य, घणृ ास्पद, गकहथत, वीभत्स, गदेां ा, घकृ णत, हेय
घमु ककड़- रमता, सैलानी, पयथटक, घमु न्त,ू कवचरणशील, यायावर
च
चन्रमा – कनशानाथ, इन्द,ु शकश, शशाेांक, सधु ाकर, राकापकत, कहमाेांश,ु कनकशपकत, कहमकर, कनकध, सधु ाकर, कनशाकर,
कवभाकर, सधु ाश ेां ,ु कवध,ु राके श, कला कनकध, मयक
ेां
चमक- प्रभा, ज्योकत, द्यकु त, दीकप्त, काकन्त, शोभा, छकव, आभा, प्रकाश
चक्ष-ु ऑखेां , नयन, नेत्र, दृग, लोचन, अकक्ष
चतरु - कवज्ञ, दक्ष, प्रवीण, कनपणु , पटु, नागर, सयाना, कुशल, होकशयार, कनष्णात
देवबाला- अप्सरा, देववध,ू देवाेांगना, सरु बाला, सरु नारी, देवनारी, अमरनारी
दोष- अवगणु , ऐब, दषू ण, खराबी, बरु ाई
दोषी- अपचारी, कसरू वार, अपराधी, अकभयि ु
रौपदी- कृष्णा, पाेांचाली, रुपदसतु ा, याज्ञसेनी
द्रेष- कवरोध, दश्ु मनी, खार, शत्रतु ा, बैर, ईष्या, जलन, डाह, मात्सयथ
दपथण-शीशा, प्रकतमान, आरसी, मक ु ु र, आईना
ध
धधेां ा- व्यापार, कामकाज, कारोबार, रोजगार, व्यवसाय, उद्यम
धकका- कभड़ेांत, टककर , आघात, झोंका, लघेां ट्ट , रे ला
धनन्जय- अजथनु , पाथथ, कौन्तेय, गडु ाके श, गाडेां ीवधर, ककरीकटश्श्वेत वाहना, वीभत्सकु वथजयी
धन- रव्य, दौलत, पैसा, माल, माया, सम्पदा, रूपया-पैसा
धनवान- धनी, धनाढ्य, धन्नासेठ, धनपकत, मालदार, दौलतमदेां , पैसेवाला
धनषु - कमान, शरासन, चाप, कपनाक, कोदडेां
धनधु थर – तीरेांदाज, धनधु ारी, कमनैत, धन्वी, कनेांषगी
धन्यवाद- मेहरबानी, शकु क्रया , कृतज्ञता, आभार
धरोहर- थाती, अमानत, जमा
न
नदी - सररता, कनझथररणी, तरेांकगणी, पयकस्वनी, तरनी, स्रोतकस्वनी, लहरी, अपगा, सरी, तररणी तरेांगवती, कनम्नगा,
लरमाला, नकदया, तकटया, कल्लोकलनी
नर – जन, मानव, मनष्ु य, परू ु ष, मत्य, मनजु
नरक- यमलोक, यमपरु , यमालय, जहन्नमु , दोजख
नमक – लवण, लोन, समरस, नोन, ननू
नया - नतू न, नवीन, नव्य, अकभनव, आधकु नक, नव, ताजा, अवाथचीन
नक्षत्र - तारा, खद्योत, उडु, ऋक्ष, कसतारा, तारक
नेांगा- कनवथह्ल, कदगम्बर, ननन,खल ु ा, अनावतृ
नरम - कोमल, मदृ ल ु , मल ु ायम, नाजक ु
नरे न्र - राजा, भपू कत, नरपकत, भपू ाल, भपू , नरे श
नवल - अनोखा, कवलक्षण, अजब, कवकचत्र, अद्भुत
नश्वर - कवनाशी, नाशवान, मरणशील, नाशाधीन, अकनत्य
नष्ट - बबाथद , चौपट, बेकार, ध्वस्त, टूटा-फूटा
नाज- अदा, चौचला, नखरा, हाव-भाव, बनाव-कसेांगार
नाजक ु – कोमल, सक ु ु मार, मदृ लु , मसणृ , कस्ननध
नाता- ररश्ता, सम्बन्ध, नातेदारी, लगाव, वास्ता, ररश्तेदारी
नाम- ख्याकत, बड़ाई, कीकतथ, यश, प्रकसद्धी, मशहूरी, सोहरत
नारी- औरत, मकहला, रमणी, ह्ली, वकनता, ललना, वामा
नाकवक – मल्लाह, पोतवाहक, पोतचालक , नौचालक
कवष्णु - गरूड़ध्वज, अच्यतु , जनादथन, चक्रपाकण, कवश्वम्भर, मक ु ु न्द, नारायण, रृकषके श, दामोदर, के शव, माधव,
गोकवन्द, लक्ष्मीपकत, कवध,ु कवश्वरूप, जलाशायी, वनमाली, उपेन्र, पीताम्बर , चतभु जथु , मधरु रप,ु रमापकत, रमेश, चक्रधर,
गदाधर, मरु ारी, शखेां धर, इकन्दरापकत
कवधाता - कवरकन्न्च, कवकध, ब्रह्मा, स्रष्टा, अब्जयोकन
कवनाशी - मरणशील, कवनाशशील, अकनत्य, मरणधमी, नश्वर
कवकनमय - लेन-देन, अदला-बदली, आदान-प्रदान, व्यकतहार
कवपकि - सेांकट, आफत, कवपदा, मसु ीबत, आपदा
कवपन्न - द:ु खी,पीकड़त, कवपकिग्रस्त, व्यकथत, आतथ
कवपरीत - उलटा, प्रकतकूल, कखलाफ, कवरूद्ध
कवकध - शैली, तरीका, कनयम, रीकत, पद्धकत, प्रणाली, चाल
कवमल - स्वच्छ, कनमथल, पकवत्र,पावन, कवशद्ध ु
कवमान - वायमु ान, खग, उड़नखटोला, हवाईजहाज, नभयान
कववाह - ब्याह, पाकणग्रहण, पररणय, शादी, गठबन्धन, कनकाह, गठजोड़
कवधवा - पकतहीना, अनाथा, रौंड, पकतकवहीना, पकतरकहता
कवफल - कनष्फल, व्यथथ, बेकार, कनरथथक,फलरकहत
कवभा - आभा, काकन्त, चमक, प्रभा, शोभा
कवकभन्न - कभन्न-कभन्न, तरह -तरह का, कवकवध, नाना प्रकार, भॉेांकत-भॉेांकत का
कवभोर - मनन, मनु ध, लीन, मस्त, तल्लीन
कवमि ु - स्वतन्त्र, स्वच्छन्द, ररहा, बरी, आजाद, उन्मि ु
कवमख ु - उदासीन, अनासि, तटस्थ, बेलाग, कवरि
कवरकि - अनासकि, कवमख ु ता , उदासीनता, कनकलथप्तता, कवराग
कवराम - अटकाव, ठहराव, कवश्राम, आराम
कवरद - गणु गान, यशोगान, प्रशकस्त, गणु वणथन, कीकतथ
कवलास - आनन्द, वासना, भोग, सन्तकु ष्ट, सख ु भोग
कवलासी - कामी, कवषयी, भोगी, लम्पट, कामक ु
कवलोम - कवपरीत, उलटा, कवरूद्ध, कखलाफ, प्रकतकूल, प्रकतलोम
कववश - लाचार, असहाय, बेबस, मजबरू , बाध्य
कववरण - वणथन, खल ु ासा, ब्यौरा, तफसील
कववेचन - जॉेांच , मीमासेां ा, कनरूपण, समीक्षण
कवशद - साफ, व्यि, स्पष्ट, प्रकट
कवकशष्ट - मख्ु य, प्रधान, श्रेष्ठ, गणमान्य
कवष - गरल, माहुर, जहर, कालकूट, हलाहल
कवषम - भीषण, भयक ेां र, उग्र,भयावह, खौफनाक
कवषम - अनमेल, बेजोड़, असेांगत, बेमेल, असमान
कवष्टा - मल, परु ीष, गहू
कवस्ततृ - कवशाल, फै ला हुआ, लबेां ा-चौड़ा, कवस्तीणथ