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परिश्रम का महत्व

परिश्रम अथवा कार्य ही मनुष्य की वास्तविक पूजा-अर्चना है । इस पूजा के बिना मनुष्य का सुखी-
समृद्‌ध होना अत्यंत कठिन है । जो व्यक्ति परिश्रम से दूर रहता है वह सदैव दु:खी ओ र
दूसरों पर निर्भर होता है।

मरका एक महत्वपूर्ण स्थान है, जीवन में आगे


जीवन के उत्थान में परिरम
बढ़ने के लिए, लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए श्रम ही आधार है। परिश्रम से
कठिन से कठिन कार्य संपन्न किए जा सकते हैं I

जो euq"; परिश्रम करता है उसका भाग्य साथ देता है vkSj og


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व्यायाम का अर्थ होता है अपने रीर की देख-रेख। स्वास्थ्य के


कयहैं। व्यायाम करने से मनुष्य का शरीर
लिए व्यायाम अत्यंत आवयक
, मन और दिमाग स्वस्थ रहता हैं। यही प्रत्येक बीमारी को दूर
करने का सबसे अच्छा उपाय हैं। व्यायाम का महत्व हमें व्यायाम
करके ही मालूम चलता है।

व्यायाम करने के लिए अत्यधिक रौशनी और स्वच्छ हवा आवश्यक


है। इसलिए खुले इलाके व्यायाम करने के लिए सबसे अच्छी
जगह हैं। इस स्थान में खुली हवा का बहाव होता है। व्यायाम का
महत्व खुली जगह में व्यायाम करने से बढ़ जाता है।

हम अलग – अलग प्रकार के व्यायाम कर सकते हैं। जैसे कि


सुबह-सुबह उठकर टहलना, साइकल चलाना और योग करना इत्यादि।
रस्सी कूद, उठक – बैठक, लम्बी कूद, गोलाफेक यह सभी भी व्यायाम
, खेल, साइकिल चलाना, और विभिन्न खेलों
के प्रकार हैं। कुती श्ती
में भाग लेना जैसे फुटबॉल, क्रिकेट, हॉकी, टेनिस, बैडमिंटन,
कबड्डी, आदि व्यायाम है। यहां तक कि तैराकी, दौड़ना या लंबी दूरी
तक चलना व्यायाम का हिस्सा है। इन प्रकारों से व्यायाम का महत्व
और भी बढ़ जाता है।

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