You are on page 1of 5

“स्ववृत्त-लेखन”

प्रश्न.१- स्ववृत्त क्या है ? उसमें क्या ववशेषताएँ होनी चावहए ?

उत्तर- किसी व्यवि ववशेष द्वारा अपने बारे में सूचनाओं िा वसलवसलेवार संिलन ही स्ववृत्त
िहलाता है। इसमें व्यवि अपने व्यवित्त्व, ज्ञान और अनुभव िे सबल पक्ष िो इस प्रिार प्रस्तुत
िरता है जो वनयोिा िे मन में उम्मीदवार िे प्रवत अच्छी व सिारात्मि छवब प्रस्तुत िरता
है।
प्रश्न.२- स्ववृत्त में किन-किन बातों िा समावेश होना चावहए?

उ.- स्ववृत्त में अपना पूरा पररचय, पता, सम्पिक सूत्र-(टेलीफोन, मोबाइल, ई-मेल आकद),

शैक्षविि व व्यावसावयि योग्यताओं िे वसलवसलेबार वववरि िे साथ-साथ अन्य संबंवित


योग्यताओं,ववशेष उपलवधियों, िायेत्तर गवतवववियों व अवभरुवचयों िा उल्लेख होना चावहए।
एि-दो ऐसे सम्मावनत व्यवियों िे वववरि, जो उम्मीदवार िे व्यवित्व व उपलवधियों से
पररवचत हों, िा समावेश भी होना चावहए।

प्रश्न.३- स्ववृत्त िी भाषा िै सी होनी चावहए?

उत्तर- स्ववृत्त में अलंिाररि भाषा िी गुज


ं ाइश नहीं है। इसीवलए इसिी शैली
सरल, सीिी, सटीि और साफ़ होनी चावहए. ताकि पढ़ने वाले िो सारी बातें एि ही नज़र में
स्पष्ट हो जाएँ और अथक वनिालने िे वलए कदमाग पर ज़ोर न डालना पड़े।

प्रश्न.४- स्ववृत्त कितने पृष्ठों िा होना चावहए?

उत्तर- जब पद बहुत बड़ा होता है तो उसिे वलए उम्मीदवार भी िम होते हैं। यकद मैनेजजंग
डायरे क्टर िे पद िे वलए ववज्ञापन कदया जाए तो वगनती िे लोग ही अपना स्ववृत्त भेंजेगे। ये
सारे प्राथी अच्छी योग्यता और व्यापि अनुभव वाले होंगे। अतः इस वस्थवत में स्ववृत्त यकद
नौ-दस पृष्ठों िा भी हुआ तो उसे ध्यानपूवकि और बारीिी से पढ़ा जाएगा। लेकिन सामान्य पद
िे वलए तो बड़ी संख्या में आवेदन आते हैं। यहाँ पर यकद स्ववृत्त दो-तीन पृष्ठों से अविि लंबा
हुआ तो पढ़ने वाला अपना िैयक खो सिता है।
 मानव संसािन वविास ववभाग िे महाप्रबंिि िो ‘मािे टटंग एक्जीक्यूरटव’ पद िे वलए
आवेदन-पत्र

परीक्षा भवन
नई कदल्ली
कदनांि: २३माचक,२०२०

महाप्रबंिि
मानव संसािन ववभाग
नई कदल्ली
ववषय- मािे टटंग एक्जीक्यूरटव पद हतु आवेदन।
महोदय
‘रोजगार समाचार’ कदनांि ……………… · में प्रिावशत ववज्ञापन से पता चला कि आपिे
ववभाग में ‘मािे टटंग एक्जीक्यूरटव’ पद ररि है। मैं अपनी योग्यता व अनुभव िे आिार पर
स्वयं िो इस पद िे वलए उम्मीदवार िे रूप में प्रस्तुत िर रहा हँ। मेरा संवक्षप्त वववरि
वनम्नवलवखत है –

 नाम- सतीश नारं ग


 वपता िा नाम- श्री मुिेश नारं ग
 जन्मवतवथ- १०.०५.१९८२ (दस मई सन् उन्नीस सौ बयासी)
 शैक्षविि योग्यताएँ-
 दसवीं- सी०बी०एस०ई०- १९९६ - ७५% अंि
उच्चतर माध्यवमि – मानवविी-सी०बी०एस०ई०- १९९८- 80% अंि
स्नाति- राजिानी िॉलेज- कदल्ली ववश्वववद्यालय- २००१- ६०% अंि
पीजीडीबीएम- कदल्ली ववश्वववद्यालय- २००३- ७०% अंि
 अनुभव- ववक्रय प्रवतवनवि िे रूप में जहंदस्ु तान लीवर िं पनी में २ वषीय िायाकनुभव ।
मैं वचन देता हँ कि यकद आप मुझे सेवा िा मौिा देंगे तो मैं पूरी वनष्ठा िे साथ िायक
िरते हुए आपिो संतुष्ट रखने िा पूिक प्रयास िरूँगा।
िन्यवाद!
भवदीय
 एि बहुराष्ट्रीय बैंि िो अपनी ग्राहि-संख्या में ववस्तार िे वलए िु छ सहायि चावहए-
अभ्यथी दवारा अपनी रुवच, योग्यता और अनुभव िा उल्लेख िरते हुए बैंि िे प्रबंिि िो
आवेदन-पत्र—

परीक्षा भवन
नई कदल्ली
कदनांि: १६.माचक २०२०.

प्रबंिि
………….. बैंि
नई कदल्ली।

ववषय- सहायिों िी भती िे सबि में आवेदन-पत्र.

महोदय,
कदनांि …………….. िे ‘दैवनि जागरि’ समाचार-पत्र में प्रिावशत ववज्ञापन से पता चला
कि आपिे बैंि िो िु छ सहायि-िमकचाररयों िी आवश्यिता है। मैं इस िायक िे वलए स्वयं िो
अभ्यथी िे रूप में प्रस्तुत िर रहा हँ। मेरा संवक्षप्त वववरि वनम्नवलवखत है –

 नाम- रघुनन्दन दास


 वपता िा नाम-श्री मविराम दास
 जन्मवतवथ- १०.१०.१९८८ (दस अक्टू बर उन्नीस सौ अठ्ठासी)
 शैक्षविि योग्यताएँ-
 दसवीं- सी०बी०एस०ई०- २००३- ६५% अंि
उच्चतर माध्यवमि-वाविज्य- सी०बी०एस०ई० -२००५- ६०% अंि
वाविज्य स्नाति- जावमया वमवलया ववश्वववद्यालय -२००८- ५८% अंि
िं प्यूटर िोसक– एि-वषीय वडप्लोमा.
 रुवच- वाविज्य िा ज्ञान प्राप्त िरना।
अनुभव- कदल्ली िे सहिारी बैंि में दो वषक िा सहायि पद िा अनुभव।
आशा है आप मेरे आवेदन पर सहानुभूवतपूवकि ववचार िरें गे तथा मुझे अवसर देंगे।
िन्यवाद!
भवदीय

You might also like