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हहनदद ससहहतय कस इहतहसस

आधधहनक कसल
इककाई -१
हहिन्ददी सकाहहित्य कका आधहध निक ककाल :एक पहरिचय
Dr Rajan T K
Assistant Professor of Hindi
SDE, University of Kerala
Thiruvananthapuram
पपरसतसवनस

 उन्निदीसवदी व सददी कक मधय सक आधहध निक ककाल कका परिप कारिवभ


 गद सकाहहित्य कदी परिप चरिध तका
 निकाटक, उपन्यकास, कहिकानिदी, आललचनिका, रिकखकाहचतरिप , हनिबवध आहद
हवधकाओव कका हवककास
 मकानिव जदीवनि कक हवहभन्नि पहिलओ ध व कदी अहभवयहकत
 दकशभहकत, धकाहमरकतका, सध ध कारिवकाददी आन्दललनि
 पनिध रत्थकानिवकाद औरि निवजकागरिण
 सकामकाहजक निदीहतयकाय औरि रिकाजनिदीहतक पहरिवतरनि
खडद-बबलद गद कस हवकसस
 हदललदी –मदीरिकठ कक हनिकटसथ गगववकाललव कदी बललदी
 खड़दी –बललदी कल फकारिसदी मम परिप सततध करिनिक कका परिप यकास
 खड़दी-बललदी कक हवककास मम अवगरिप कज़दी कका यलगदकानि
 जनिसकाधकारिण कदी भकाषका –खडदी-बललदी मम ककाम चलकानिक कका परिप यकास
हहनदद खड़द-बबलद और फबरर हवहलयम ककललज

 1800 ई॰- फलटर हवहलयम कगलकज कदी सथकापनिका


 खडदी-बललदी कदी तदीनि शशहलयकाय- डग हगलहकपरिसट
 १.दरिबकारिदी यका फकारिसदी शशलदी
 २.हहिन्दधसतकानिदी शशलदी
 ३.हहिन्दवदी शशलदी
 वक हहिन्दधसतकानिदी शशलदी कक समथरक थक
 1802ई॰- लललज ल दी लकाल कदी हनियहध कत
ईससई धमर कस पपरचसर कसयर और खड़द-बबलद गद
 धमर परिप चकारि ककहलए बकाइहबल कका अनिवध काद जनि भकाषका मम हकयका
 अवगरिप कज़दी कक सकाथ –सकाथ हहिन्ददी –उदलर भकाषका कदी पठकाई कदी
वयवसथका
 आगरिप का मम सकलल –बक ध सलसकाईटदी(1833) तथका छकापकाखकानिलव कदी
सथकापनिका
 हहिन्ददी मम इहतहिकास औरि भगल लल कदी पकाठय पसध तकलव कदी रिचनिका
 भगल लल सकारि (1841),रिसकायनि परिप ककाश (1847) आहद कका
परिप ककाशनि(गद पकाठय पसध तकलव कका परिप ककाशनि )
हहनदद कल समसचसर पतपर
 खडदी-बललदी कक हवककास मम समकाचकारि पतरिप लव कका यलगदकानि
 1826ई॰ - उदन्त मकातकारणड (हहिन्ददी कका पहिलका समकाचकारि पतरिप –
यगध ल हकशलरि सक ध ध ल कक निकतत्त व मम कललकतका सक हनिककालका )
 1845ई॰ –बनिकारिस अखबकारि (रिकाजका हशवपरिप सकाद )
 1850ई॰ सध ध कारिक –(शद ध खडदी –बललदी मम )
 1860ई॰परिप जका हहितशषदी–(रिकाजका लकमण हसवहि कक सवपकादकत्व मम)
 1863ई॰ ललकहमतरिप (आगरिप का सक )
 1867ई॰जकानि परिप दकायनिदी पहतरिप कका (निवदीनि चन्दपरि -सवपकादक )
उदर –हहनदद कल समरर क

 उदलर तत्ककालदीनि सवयकध त परिप कान्त कक दफतरिलव कदी भकाषका बनि गयदी
 हहिन्ददी धमर ,परिध काण आहद सनिध निक -सनिध कानिक कदी भकाषका
 गकासकार द तकासदी,सशयद अहिमद ,रिकाजका हशवपरिप सकाद हसतकारिक हहिन्द
आहद उदलर कक समथरक
 रिकाजका लकमण हसवहि ,भकारितकन्दध हिहरिशचन्दपरि –हहिन्ददी कक पकधरि
सवसमद दयसननद सरसवहत कद हहनदद सलवस
 आयर समकाज कदी सथकापनिका (1875 )
 वश हदक धमर कक समथरक
 सत्यकाथर परिप ककाश कदी रिचनिका कदी (पहरिमकाहजरत हहिन्ददी मम )
खडद-बबलद कल पपरसरनहभक रचनसकसर

 लललज ल दी लकाल-फलटर हवहलयम कगलकज कक अधयकापक


 पपरिकमसकागरि कदी रिचनिका (खड़दी-बललदी मम ,शपरिदीमदप भकागवत कक आधकारि परि
हलहखत )
 बपरिज भकाषका कका पपरिभकाव
 सदल हमशपरि – फलटर हवहलयम कगलकज कक अधयकापक
 निकाहसककतलपकाखयकानि (निहचककतका कदी कहिकानिदी ,खड़दी-बललदी मम )
 मधशव दी सदकासधखलकाल ‘हनियकाज ‘-सधख सकागरि कदी रिचनिका कदी
 सवसकतत हमहशपरित खड़दी-बललदी कका पपरियलग
 इवशका अललका खकाव –उदलर कक पपरिहसद कहव
 रिकानिदी ककतकदी कदी कहिकानिदी यका उदयभकानि चहरित कदी रिचनिका
 फकारिसदी भकाषका कका पपरिभकाव
कसल हवभसजन
 भकारितकन्दध यगध (निवजकागरिण ककाल ) -सनि प 1857-1903
 हदवकददी यगध (पहरिमकाजरनि ककाल )-सनि1प 903 -1920
 गकायधदी यगध (उत्कषर ककाल )-सनि प 1920-1947
 सवकातवतयलतरि हहिन्ददी सकाहहित्य -1947-आज तक
इकसई -2
भसरतलनदध यधगदन ससहहतय
 परिप सतकावनिका
 सकामकाहजक ,रिकाजनिशहतक ,सकायसकतहतक,सकाहहिहत्यक गहतहवहधयलव
कका पहरिचय
 रिचनिकाककारि एवव रिचनिकाओव कका अधययनि
 मकानिव जदीवनि कदी हवषमतकाओव कदी अहभवयहकत
ससमहजक पहरवलश
 तत्ककालदीनि सकामकाहजक –रिकाजनिदीहतक पहरिवकश कका परिप भकाव
 यथकाथर कदी अहभवयहकत
 आहथरक समसयका ,सवतवतरिप तका,सतरिप दी हशकका ,धकाहमरक पकाखणड
हहिन्ददी भकाषका आहद परि हवचकारि
 उपन्यकास .कहिकानिदी ,निकाटक ,हनिबवध ,आललचनिका ,कहवतका ,
रिकखकाहचतरिप आहद हवधकाओव कका हवककास
भसरतलनदध यधग(1850-1903 )
 आधहध निक हहिन्ददी कक यगध परिप वतरक
 अवगरिप कज़लव कका शकासनि –शलषण वयवसथका
 परिप थम सवतवतरिप तका सवगरिप काम (1857)
 चग व ध दी कदी वयवसथका
 हवदपरिलहि कका सवरि
 सकाहहित्य कक मकाधयम सक इनि सब कदी अहभवयहकत
भसरतलद
न य
ध ग
ध दन हनबनध

 अनिकक पतरिप -पहतरिप ककाएय परिप ककाहशत


 हवचकारिलव कदी परिप सतहध त हनिबवधलव कक मकाधयम सक
 लहलत, हवचकारिपरिक, अनिनौपचकाहरिक औरि वयवग्य-हवनिलद पण ल र हनिबवध
 बकालकतष्ण भट्ट –परिप थम हनिबवधककारि
 रिकाधकाचरिण गलसवकामदी, भकारितमद,ध आहद परिप मख ध हनिबवधककारि
 सवगर कदी हवचकारि सभका, यमललक कदी यकातरिप का –परिप हसद रिचनिकाएय
भसरतलनदय
ध ग
ध दन नसरक
 अहधककावश निकाटक वयवग्य पण ल र हिश –यथकाथरबलध
 मनौहलक तथका अनिहध दत निकाटकलव कदी रिचनिका
 परिप कम कका वणरनि ,दकश दशका आहद कका हचतरिप ण-चन्दपरिकावलदी
निकाहटकका(परिप कमपण ल र निकाटक),भकारित दधदरशका(दकश दशका),अवधकरि निगरिदी
(वयवग्य)
 लकालका शरिप दीहनिवकास दकास ,परिप तकापनिकारिकायण हमशरिप ,रिकाधकाचरिण
गलसवकामदी परिप मख ध निकाटकककारि
भसरतलनदय
ध ग
ध दन उपनयसस

 निदीहतपरिक उपन्यकास ,हतलसमदी –ऐयकारिदी उपन्यकास ,हहिन्दध–मस ध लमकानि


मशतरिप दी आहद सक सवबहव धत रिचनिकाएय
 दकवकदीनिवदनि खतरिप दी –सवकारहधक परिप हसद एवव ललकहपरिप य
उपन्यकासककारि
 लकालका शरिप दीहनिवकास दकास-परिदीककागरू

 बकालकतष्ण भट्ट –सनौ अजकानि औरि एक सज ध कानि
 रिकाधकाकतष्ण दकास-हनिससहिकाय हहिवद ध
 दकवकदीनिवदनि खतरिप दी –चन्दपरिककान्तका औरि चन्दपरिककान्तका सवतहत
 हकशलरिदीलकाल गलसवकामदी –आदशररिमणदी व लववग लतका
भसरतलनदय
ध ग
ध दन कहसनद

 भकारितकन्दध यगध मम कहिकानिदी बहिधत कम थदी


 भकारितमद ध कदी आत्मकथकात्मक कहिकानिदी- ‘आप बदीतदी जग बदीतदी’ निक
बहिधत खयकाहत अहजरत कदी
 रिकाजका हशवपरिप सकाद हसतकारिकहहिवद कदी कहिकानिदी – ‘रिकाजका भलज कका सपनिका’
 बकाण रिहचत ककादम्बरिदी कका कहिकानिदी रूप मम अनिवध काद- गजकाधरि हसवहि निक
हकयका
भसरतलनदय
ध ग
ध दन आलबचनस
 पकाशचकात्य सभ्यतका एवव सवसकतहत कका पपरिभकाव
 वशजकाहनिक अनिधसध व कानि ,औदलहगक कपरिकाहन्त ,रिकाष्टप रिदीय एकतका ,जनितकावहतपरिक जदीवनि
वयवसथका ,हवचकारि सवकातवतय ,जदीवनि कक पपरिहत बनौहधक एवव उपयलहगतकावकाददी
दतहष्टकलणआहद कका भदी पपरिभकाव
 भकारितमद ध –हहिन्ददी आललचनिका कक पपरिमधख पपरिवतरक
 निकाटक –पपरिमधख हनिबवध हिश-निकाटक कदी दतशयतका औरि पपरिभकावलत्पकादकतका परि बल
हदयका
 बकालकतष्ण भट्ट –हहिन्ददी कक पपरिथम आललचक
 सवयलहगतका सवयववरि परि हलहखत आललचनिका –पपरिथम आललचनिका (1886)
 रिदीहतककालदीनि निकायक-निकाहयकका भकद ,निख-हशख वणरनि,ऋतध-वणरनि-आहद कका हवरिलध
भसरतलनदय
ध ग
ध दन कहवतस
 वश चकाहरिकतका औरि गदकात्मकतका कका परिप भकाव
 भहकत औरि ककावय रिदीहत –दलनिलव परिम्परिकाओव मम कवय रिचनिका
 जदीवनि कदी समसयकाएय कहवतका कका हवषय
 सकामहजक दधदरशका कका वणरनि
 परिप कतहत वणरनि ,तत्सम दकशदी शब्दलव कका परिप यलग
 भकारितमद,ध बदरिदीनिकारिकायण चनौधरिदी ‘परिप कमधनि’,परिप तकाप निकारिकायण
हमशरिप ,अहम्बककादत वयकास,रिकाधकाचरिण गलसवकामदी –परिप मख ध कहव
 परिप कम मकाहलकका ,परिप कम सरिलवरि ,गदीत गलहवन्द जदीणर जनिपद, आनिन्द
अरणलदय,परिप कम पष्ध पकावलदी,पकावस पचकासका –रिचनिकाएय
पपरमधख रचनसकसर
भसरतलनदध हहरशचनदपर
 1850ई॰ मम भकारितकन्दध कका जन्म
 बहिधमख ध दी पपरिहतभका सवपन्नि रिचनिकाककारि
 वश हदकदी हहिवसका –हहिवसका नि भवहत ,भकारित दधदरशका ,निदीलदकवदी अवधकरि निगरिदी –
मनौहलक निकाटक
 हवदकासदव ध रि ,धनिवजय हवजय ,मदध रिप कारिकाकस,सत्य हिहरिशचन्दपरि –अनिहध दत निकाटक
 बकादशकाहि दपरण ,औरि ककाशमदीरि कध समध –इहतहिकास गपरिन्थ
 रिकामलदीलका ,हिमदीरि हिठ,सल ध लचनिका ,शदीलवतदी –उपन्यकास
 सबश जकाहत गलपकाल कदी ,हमतपरितका,सय ल लरदय,जयदकव –हनिबवध
 पपरिकमकाशपरवणरनि ,पपरिकम मकाधरिध दी ,पपरिकम तरिवग ,पपरिकम पपरिलकाप ,गदीतगलहवन्द ,
 हिललदी ,रिकामलदीलका आहद ककावय कतहतयकाय
 1885 ई॰ मम हनिधनि .
पपरतसपनसरसयण हमशपर (1856-1894)
 कहव ,पतरिप ककारि ,हनिबवधककारि,निकाटकककारि
 बरिप काह्मण –मकाहसक पहतरिप कका कका सवपकादनि
 दशहनिक जदीवनि कदी घटनिकाओव परि कहवतकाएय
 दकश कदी तत्ककालदीनि दशका तथका रिकाजनिदीहतक चकतनिका कका वणरनि
 परिप कम पष्ध पकावकालदी ,मनि कदी लहिरि .ललकलहकत शतक ,तप्त यन्तकाम
्प,शरिप ग व कारि हवलकास,कनौतक ध रूपक जकारिदी खआ ध कतहतयकाय
ध रिदी-परिप मख
बदरदनसरसयण चचधरद‘पपरलमधन’(1855-1923)
 जदीणरजनिपद, आनिन्द अरणलदय, हिकाहदरक हिषलरदशर ,मयवक महहिमका,
अलनौहकक लदीलका, वषकार हबन्दध, लकाहलत्य लहिरिदी, बरिप जचन्द पवचक-
परिप हसद रिचनिकाएय
 रिकाजभहकत एवव रिकाष्टप रिदीयतका कका समकावकश
 दकश कदी दधरिवसथका कका हचतरिप ण
 बरिप ज भकाषका मम ककावय सज त नि
 आनिन्द ककादहम्बनिदी (मकाहसक),निकागरिदी निदीरिद (सकाप्तकाहहिक) कक
सवपकादक
अन हबकसदत बयसस (1858-1900)
 पकावस पचकासका, सक ध हव सतसई, हिल हिल हिलरिदी, हबहिकारिदी
हवहिकारि-ककावय रिचनिकाएय
 ‘अवतकारि मदीमकावसका’ धकाहमरक गरिप थव
 कवस वध- परिप बवध ककावय (अपण ल र) -खडदी-बललदी भकाषका मम
 गदकवय मदीमकावसका –गद रिचनिका
 लहलत निकाहटकका,गलसवकट (निकाटक)
 लहलत बरिप ज भकाषका मम ककावय हलखनिक कका परिप यकास
ठसकधर जगमबहन हसनह (1857-1899)
 परिप कम सवपहत लतका ,शयकामलतका,शयकाम सरिलहजनि
्दी,दकवयकानिदी-परिप मख ध रिचनिकाएय
 मकघदलत, ऋतस ध हिव कारि (अनिहध दत)
 शरिप गव कारि वणरनि एवव परिप कतहत परिप कम कदी कहवतकाएय
 अलवकरिलव कका सवकाभकाहवक परिप यलग
 बरिप ज भकाषका मम ककावय सज त नि
इकसई 3
दपहववलदद यधगदन ससहहतय (1903-1920)
 परिप सतकावनिका
 यगध परिप वतरक –आचकायर महिकावदीरि परिप सकाद हदवकददी
 सकामकाहजक एवव सकावसकतहतक पहरिवकश
 हहिन्ददी गद कका हवककास
 परिप मख
ध रिचनिकाककारि औरि उनिकदी रिचनिकाएय
 परिप मखध परिप वहत तयकाय
दपहववलदद यधग(1864-1938)
 महिकावदीरि परिप सकाद हदवकददी –यगध परिप वतरक
 खडदी-बललदी हहिन्ददी कका हवककास
 भकारित कदी सवपकर भकाषका
 1903मम सरिसवतदी पहतरिप कका कका सवपकादक
 निकाहयकका-भकद कल छलड़करि हवहवध हवषयलव परि ककावय हलखनिक कदी
परिप करिणका
 कहव-कतरवय कक बकारिक मम सवककत
 हहिन्ददी भकाषका कका सधध कारि
 खड़दीबललदी कल ककावय-भकाषका कका रूप दकनिक कका परिप यकास
दपहववलदद यधग और हहनदद कस पपरचसर

 1884 - परिप यकाग मम हहिन्ददी उदकाहरिणदी परिप हतहनिहध सभका कदी सथकापनिका
 1893 – ककाशदी निकागरिदी परिप चकाहरिणदी सभका कका सथकापनि
 बकाब ल शयकामसन्ध दरि दकास,पव.रिकामनिकारिकायण हमशरिप ,हशवकधमकारि हसवहि आहद
कका निकतत्त व
 निकागरिदी अकरिलव कका परिप चकारिऔरि हहिन्ददी सकाहहित्य कल समद त करिनिका आहद
मखध य लकय
 परिप काचदीनि हिसतहलहखत पसध तकलव कदी खलज ,उत्कतष्ट पसध तकलव कका
परिप ककाशनि,हहिन्ददी शब्द सकागरि, हहिन्ददी वयकाकरिण,हहिन्ददी सकाहहित्य कका
इहतहिकास आहद गरिप थ व लव कका परिप ककाशनि
 समकाचकारि पतरिप एवव पहतरिप ककाओव कका परिप ककाशनि
दपहववलदद यग
ध दन हनबनध
 यगध कदी सबसक महित्वपण ल र हवधका
 आचकायर महिकावदीरिपरिप सकाद हदवकददी ,पव.मकाधवपरिप सकाद हमशरिप बकाब ल
बकालमक ध ध न्द गप्ध त, शयकामसदव ध रि दकास, चवदरिप धरि शमकार गल
ध रिक दी –परिप मख

हनिबवधककारि
 कछध आ धमर मज़दलरिदी औरि परिप कम, सच्चदी वदीरित ,हशवशम्भ ल कक हचट्ठक -
परिप मख
ध हनिबवध रिचनिकाएय
 हवचकारि परिप धकानि हनिबन्धलव कदी रिचनिका
 भकाषका शशलदी मम परिप नौढ़तका
 सकाहहिहत्यक एवव वश चकाहरिक हनिबवधलव परि धयकानि दकनिका
दपहववलदद यधग :उपनयसस
 हहिन्ददी उपन्यकासलव कदी अहवहच्छन्नि परिवपरिका इस यगध मम पपरिकारिवभ हिधई |
 हकशलरिदी लकाल गलसवकामदी ,लजजकारिकाम शमकार ,अयलदकाहसवहि उपकाधयकाय ,
रिकाहधककारिमण पपरिसकाद हसवहि,गलपकालरिकाम गहिमरिदी-पपरिमखध उपन्यकासककारि |.
 हजवदक कदी लकाश ,हतलसमदी शदीशमहिल ,लदीलकावतदी -जकासस ल दी उपन्यकास
(हकशलरिदीलकाल गलसवकामदी)
 सरिकटदी लकाश, जकासस ल कदी भल ल ,गप्ध त भकद –जकासस ल दी उपन्यकास (गलपकालरिकाम
गहिमरिदी )
 अयलधयकाहसवहि उपकाधयकाय-ठक ठ हहिन्ददी कका ठकाठ ,अधहखलका फलल- सध ध कारिवकाददी
उपन्यकास (हहिन्दल समकाज कदी कध रिदीहतयलव कक हखलकाफ )
 मनिलरिवजनि ककहलए हलखका गयका उपन्यकास
 उपदकशकात्मक वहत त एवव सध ध कारिवकाददी दतहष्ट
दपहववलदद यग
ध दन कहवतस
 खडदी-बललदी –ककावय कदी भकाषका
 परिप बवध ककावय हलखनिक कका परिप यकास
 रिदीहतवकाद कका हवरिलध
 ललक जदीवनि –ककावय कका हवषय
 परिप कतहत औरि जदीवनि कका सकामवजसय
 अयलधयकाहसवहि उपकाधयकाय ‘हिहरिऔध’,शरिप दीधरि पकाठक , मशहथलदीशरिण
गप्ध त ,गलपकालशरिण हसवहि –परिप मखध रिचनिकाककारि
 हपरिप यपरिप वकास , एककावतवकासदी यलगदी ,भकारित भकारितदी ,सकाककत
यशलधरिका ,हमलनि ,पहथक –परिप मख ध रिचनिकाएय
दपहववलदद यधगदन कसवय कद पपरववहतयसय
 रिकाष्टप रिदीयतका,दकशपरिप कम,अतदीत गनौरिव
 परिप बवध रिचनिका कदी परिप वहत त
 निशहतकतका एवव आदशरवकाद
 परिप कतहत हचतरिप ण
 सकामकाहजक समसयकाओव कका हचतरिप ण
दपहववलदद यधग :कहसनद

 आधहध निकतका कका परिप भकाव


 हकशलरिदीलकाल गलसवकामदी ,आचकायर रिकामचवदरिप शकध ल , रिकाजकन्दपरिबकालका
घलष(बवगमहहिलका ),रिकाहधककारिमण परिप सकाद हसवहि –परिप मख
ध कहिकानिदीककारि
 इवदमध तदी-हकशलरिदीलकाल गलसवकामदी (1900ई॰)
 ग्यकारिहि वषर कका समय –आचकायर रिकामचवदरिप शकध ल (1903ई॰)
 दधलकाई वकालदी –बवगमहहिलका(1907ई॰),एक टलकरिदी भरि हमट्टदी-
मकाधवरिकाव सपरिप क (1901ई॰)
 उसनिक कहिका थका – चन्दपरिधरि शमकार (1915ई॰)-सबसक ललकहपरिप य
कहिकानिदी
ध :नसरक
दपहववलदद यग
 मनौहलक निकाटकलव कदी सवखयका कम
 अवगरिप कज़दी ,बयगलका ,सवसकतत भकाषकाओव सक अनिवध काद
 रिलहमयल एवड जहल लयट ,मशकबकथ औरि हिशमलकट –अवगरिप कज़दी सक अनिहध दत
 मछ त प कहटकम,उतरि रिकामचहरित ,मकालतदी मकाधव ,मकालहवककाहग्निहमतरिप
–सवसकतत सक अनिहध दत
 हकशलरिदीलकाल गलसवकामदी ,हिहरिऔध ,हशवनिवदनि सहिकाय –परिप मख

निकाटकककारि
 चनौपट चपकट ,मयवक मवजरिदी ,रकमणदी पहरिणय ,परिप दम्ध नि हवजय –
चहचरत निकाटक
ध :समसलबचनस
दपहववलदद यग
 रिदीहतवकाददी औरि आधहध निक परिप वहत तयलव मम दन्द हवषय परि अहधक
आललचनिका हिधई
 आचकायर महिकावदीरि परिप सकाद दकवकददी,हमशरिप बवध ध ,बदरिदीनिकाथ भट्ट
,पदमहसवहि शमकार ,भगवकानिददीनि –परिप मख ध आललचक
 हहिन्ददी निवरित्नि,हबहिकारिदी औरि दकव , दकव औरि हबहिकारिदी ,निशषध चहरित
चचकार ,हवकपरिमकावक दकव चहरित चचकार ,ककाहलदकास कदी हनिरिवकधशतका –
आललचनिकात्मक गरिप न्थ
इकसई -4
गसयधद यधग कस ससहहतय(1920 -1947)
 परिप सतकावनिका
 रिकाष्टप रिहपतका गकायधदीजदी कक निकाम सक निकामकरिण
 सवतवतरिप तका आन्दललनि मम गकायधदीजदी कका यलगदकानि
 सकाहहित्य,समकाज,धमर,औरि सवसकतहत परि परिप भकाव
 खडदी-बललदी गद कका उत्कषर ककाल
 कहिकानिदी ,उपन्यकास ,हनिबवध आहद हवधकाओव कका हवककास
 रिकाष्टप रिदीय चकतनिका सक ओत-परिप लत कहवतकाएय
 यथकाथरवकाददी-आदशरवकाददी रिचनिकाओव कका सज त नि
गसयधद यधगदन हनबनध

 आचकायर रिकामचन्दपरि शकध ल ,रिकामहवलकास शमकार,रिघवध दीरि


हसवहि,जयशवकरि परिप सकाद ,हनिरिकालका,महिकादकवदी वमकार,आचकायर हिजकारिदी
परिप ससकाद हदवकददी ,हसयकारिकामशरिण गप्ध त-परिप मखध हनिबवधककारि
 हचवतकामणदी(शकध ल),परिप बवध परिप हतमका(हनिरिकालका),हववकचनिकात्मक
गद(महिकादकवदी वमकार),अशलक कक फलल (हिजकारिदी परिप सकाद हदवकददी)-
हनिबवध रिचनिकाएय
 हवषय वश हवधय,गवभदीरि हचवतनि-मनिनि ,वयवग्यकात्मक शशलदी -हवशकषतकाएय
गसयधद यधगदन नसरक
 परिध कानिदी निकाट्य पदहतयलव कका हनिषकध
 तत्ककालदीनि सकामकाहजक,रिकाजनिदीहतक पहरिवकश कल निकाटक मम लकानिक कका
परिप यकास
 ऐहतहिकाहसक निकाटकलव कका सज त नि
 जयशवकरि परिप सकाद ,गलहवन्द वललभ पन्त ,सकठ गलहवन्द दकास –
ऐहतहिकाहसक निकाटकककारि
 लकमदीनिकारिकायण हमशरिप , उपकन्दपरिनिकाथ अशक ,भवध निकशवरि –सकामहजक
निकाटकककारि
 डकाय .रिकामकधमकारि वमकार -ऐहतहिकाहसक एवव सकामहजक निकाटकककारि
 अजकातशतर प ,रिकाजयशरिप दी,जनिमकजय कका निकागयज,हशवसकाधकानि
्का,रिककाबवधनि,आहद परिप मख ध निकाट्य रिचनिकाएय
गसयधदयधगदन ससहहतय :उपनयसस
 आम जनितका कदी समसयकाओव कदी परिप सतहध त
 हकसकानिलव कदी तरिप कासददी कदी अहभवयहकत
 निकारिदी समसयका -अनिमकल हववकाहि ,दहिकजपरिप थका ,सतदीपरिप थका ,हवधवका
समसयका ,
 अवधहवशवकास,छध आछल त,बकालहववकाहि ,शलषण
 दकशपरिप कम एवव सधध कारिवकाददी दतहष्टकलण
 सकामकाहजक उपन्यकास,ऐहतहिकाहसक उपन्यकास,मनिलवश जकाहनिक
उपन्यकास ,मकाकसरवकाददी उपन्यकास
गसयधदयधगदन ससहहतय :पपरमधख उपनयससकसर
 परिप कमचवद ,वन्त दकावनिलकाल वमकार,सय ल रककावत हतरिप पकाठदी हनिरिकालका, जशनिकन्दपरि
कधमकारि,यशपकाल ,इलकाचवदरिप जलशदी ,अजकय –परिप मख ध रिचनिकाककारि
 परिप कमचन्द -सकवकासदनि ,परिप कमकाशरिप म ,रिवगभहल म ,ककायकाकलप,हनिमरलका
,गबनि,कमरभहल म,गलदकानि ,मवगलसत ल रिप (अपण
ल र)
 वन्त दकावनिलकाल वमकार-गढ़ कव ध डकारि ,हवरिकाट कदी पहत्मनिदी,झकावसदी कदी रिकानि
्दी,मगत निहयनिदी
 हनिरिकालका –अप्सरिका,अलकका ,हनिरूपमका,कधललदीभकाट
 इलकाचवदरिप जलशदी –सन्यकासदी,पदर कदी रिकानिदी,परिप कत औरि छकायका,
 अजकय –शकखरि एक जदीवनिदी,निददी कक ददीप,अपनिक अपनिक अजनिबदी
 यशपकाल-पकाटर ककामरिकड ,दकादका ककामरिकड,अहमतका,मनिष्ध य कक रूप,झठल कासच
गसयधद यधगदन कहसनद

 पपरिकमचवद ,जयशवकरि पपरिसकाद ,जशनिकदरिप ,अजकय,इलकाचवदरिप जलशदी,सदध शरनि


यशपकाल –पपरिमख ध कहिकानिदीककारि
 पवचपरिमकशवरि ,बढ़ल दी ककाकदी, पहरिकका,सवका सकरि गकहिल,व शतरिवज कक हखलकाड़दी,ठकाकध रि
कका कध आव निमक कका दकारिलगका ,पस ल कदी रिकात,कफ़नि-पपरिकमचवद
 परिध सककारि,इवदरिप जकाल,आककाशददीप ,ममतका,पपरिहतधवहनि,सकालवतदी, बकडदी-
जयशवकरि पपरिसकाद
 जकान्हिवदी,पत्निदी,मकासटरि सकाहिब,परिख,एक रिकात,-जशनिकन्दपरि
 रिलज़,हखतदीनि बकाब,ल गगगरिप दीनि,कलठरिदी कदी बकात,सकाबनिध ,पहध लस कदी सदीटदी-अजकय
 रिलगदी,हमसतपरिदी,पहरित्यकतका-इलकाचवदरिप जलशदी,
 हपवजड़क कदी उडकानि,फलललव कका कध तकार,वल दधहनियका –यशपकाल
 हिकारि कदी जदीत,कमल कदी बकटदी,पपरिकम तर,दल हमतपरि –सदध शरनि
गसयधद यधगदन एकसनकद
 एक घट यल (जयशवकरि परिप सकाद )–परिप थम एककावकदी कहिका जकातका हिश
 डकाय.रिकामकधमकारि वमकार,उपकन्दपरिनिकाथ अशक,भवध निकशवरि-परिप हसद
एककावकदीककारि
 एक तललक अफदीम कदी कदीमत,सवगर कका कमरिका,लकमदी कका
सवकागत,सख ल दी डकालदी,पहिकलदी,सटप रिकाइक ,परिप हतभका कका हववकाहि-परिप हसद
एककावकदी
 समसयकामल ल क रिचनिकाएय –निकारिदी सवतवतरिप तका
,बकालहववकाहि,अन्मकहलववकाहि,छध आछल त,अवधहवशवकास ,
 रिकाष्टप रिदीय गनौरिव एवव रिकाष्टप रिदीयतका कदी भकावनिका जगकानिक कका परिप यकास
 समसयकाओव कका यथकाथर हचतरिप ण
गसयधद यधगदन कहसनद –पपरववहतयसय
 सकामकाहजक ,रिकाजनिदीहतक ,आहथरक समसयकाएव
 वगर सवघषर,शलषण,सकामहजक एवव निशहतक रूहढयलव परि आकपरिलश
 मधयवगरय जदीवनि कदी समसयका,छध आछल त,अवधहवशवकास,सवयकध त
पहरिवकारि कदी समसयका,भरिप ष्टकाचकारि,वश हकतक समसयका
 परिप कम,करणका,त्यकाग,बहलदकानि ,निकारिदी जकावनि कदी समसयका
गसयधद यधगदन कहवतस –छसयसवसद (1920-1936)

 1920 सक छकायकावकाद यगध कका परिप कारिवभ


 आचकायर रिकामचवदरिप शकध ल निक इसक “इसकाई मत मम ‘छकायका’ अथर
दकनिकवकालका फगटसमशटका “ शब्द सक जलड़ हदयका हिश
 निवददधलकारिक वकाजपकयदी निक “अधयकाहत्मक छकायका कका भकास” कहिका हिश
 डकाय॰निगकन्दपरि निक “सथलल कक परिप हत सकल म कका हवदपरिलहि “कहिका हिश
 निकामवरि हसवहि कक अनिस ध कारि” छकायकावकाद उस रिकाष्टप रिदीय जकागरिण कदी
ककावयकात्मक अहभवयहकत हिश जल एक ओरि परिध कानिदी रूहढ़यलव सक महध कत
चकाहितका थका औरि दलसरिदी ओरि हवदकशदी परिकाधदीनितका सक” .
छसयसवसद कद पपरववहतयसय
 वश यहकतकतका –ककावय मम परिप सततध अनिभ ध हल तयलव कल अपनिदी
अनिभ ध हल तयकाय समझ करि अहभवयहकत दकनिक कका परिप यकास
 हजजकासका –जदीवनि जगत कक रिहिसयलव कल जकानि लकनिका चकाहितका हिश
 परिप कतहत हचतरिप ण –परिप कतहत मम मकानिवदीय चकतनिका कदी अहभवयहकत
 निकारिदी वणरनि -निकारिदी कक दल रूप,दशहवक औरि लनौहकक
 रिकाष्टप रिदीय सवकाधदीनितका.सकादतशय हवधकानि औरि मकध त छव द कका परिप यलग
छसयसवसद कल चसर सतनभ
 जयशवकरि परिप सकाद(1890-1937) –ककानिनि कधसमध ,परिप कम
पहथक ,महिकारिकाणका कका महित्व ,झरिनिका ,आयस,ल लहिरि,ककामकायनिदी –
परिप मखध ककावय रिचनिकाएय
 ककामकायनिदी- छकायकावकाददी महिकाककावय,रिहिसयवकाद कदी परिप वहत त
 सय ल रककावत हतरिप पकाठदी ‘हनिरिकालका’(1897-1963)-अनिकाहमकका
,पहरिमल,गदीहतकका,अपरिका ,कधकधरिमत ध का –परिप मख
ध कहवतकाएय
 वश यहकतक जदीवनि कक सत्य कदी अहभवयहकत,परिप कतहत परि मकानिवदीय
चकतनिका कका आरिलप
छसयसवसद कल चसर सतनभ
 सहध मतरिप कानिवन्दनि पन्त(1900-1977)-उच्छप वकास,गरिप हव थ,वदीणका,
 गजव ध नि,पललव,यगध कावत,गरिप काम्यका,हचतवबरिका –ककावय कतहतयकाय
 हचतवबरिका ककहलए जकानिपदीठ परिध सककारि
 परिप कतहत वणरनि
 महिकादकवदी वमकार(1907-1987)-निदीहिकारि,निदीरिजका,ददीपहशखका ,यकामका
,सकावधयगदीत –ककावय रिचनिकाएय
 महिकादकवदी वमकार –आधहध निक मदीरिका कहिका जकातका हिश
 परिप कतहत कका मकानिवदीकरिण,रिहिसयवकाददी चकतनिका
 हवरिहि कदी तदीवरिप तका
 ‘यकामका’कल जकानिपदीठ परिध सककारि
छसयसवसदबतर कसवय
 दल आलग ककावय पपरिवहत तयकाय-पपरिणयमल ल क वशयहकतक ककावयधकारिका(पपरिकम औरि
मसतदी कदी कहवतकाएय)औरि रिकाष्टप रिदीय ककावयधकारिका
 पपरिकाचदीनितका कका हवरिलध ,मसतदी,निशवरितका कदी अनिभ ध हल त ,सभदी पपरिककारि कदी
सवकदीणरतका कका हवरिलध
 हिहरिववशरिकाय बच्चनि ,रिकामकशवरि शकध ल अवचल ,निरिकन्दपरि शमकार –पपरिणय मल ल क
वशयहकतक ककावयधकारिका कक पपरिवतरक
 मधश ध लश,हनिशकाहनिमवतण,हमलनि यकाहमनिदी –बच्चनि कदी
ध कालका,मधबध कालका,मधक
कहवतकाएय
 रिकामकशवरि शकध ल अवचल –मधहल लकका,अपरिकाहजतका,हकरिणबकलका –पपरिमख ध रिचनिकाएय
 निरिमदरिप शमकार –शल ल -फलल,पपरिभकातफकरिदी ,सवध णकार,उतजरय
,पलकाशवनि,कदलदीवनि –मखध य रिचनिकाएय
छसयसवसदबतर कसवय –रसषरप रदय कसवयधसरस
 रिकामधकारिदी हसवहि ‘हदनिकरि ‘,मकाखनिलकाल चतवध रददी ,बकालकतष्ण शमकार
निवदीनि ,सभ ध दपरिकाकधमकारिदी चनौहिकानि,रिकामनिरिकश हतरिप पकाठदी –परिप मख

रिचनिकाककारि
 दकशभहकत एवव रिकाष्टप रिदीयतका कदी भकावनिका,सवतवतरिप तका सवगरिप काम ककहलए
उत्बलधनि ,बहलदकानि कदी भकावनिका ,वदीरि भकावलव कदी परिप धकानितका ,जनि
जकागरिण कका सन्दकश –परिप मख ध हवशकषतकाएय
 रिकणक व कारि, कधरककतरिप ,परिशरिध काम कदी परिप तदीकका ,पष्ध प कदी
ध का हिधक
अहभलकाषका ,झकावसदी कदी रिकानिदी –पकामख ध रिचनिकाएय
पपरगहतशदल कसवय

 1936-परिप गहतशदील लकखक सवख कदी सथकापनिका


 हनिम्नि वगर कदी ओरि दतहष्ट डकालनिक कका परिप यकास
 शलषण कका हवरिलध,शलहषतलव कदी महध कत,नियका सनौन्दयर बलध ,वयवग कका
हचतरिप ण ,परिप कतहत वणरनि ,परिप कम कदी अहभवयहकत आहद मखध य हवशकषतकाएय
 निकागकाजरनिध ,ककदकारिनिकाथ अगरिप वकाल ,महध कतबलध ,रिकामहवलकास शमकार
,हगहरिजकाकधमकारि मकाथरिध आहद परिप मख ध रिचनिकाककारि
 बकादल कल हघरितक दकखका हिश,बसन्तदी हिवका ,धपध मम जग-रूप सन्ध दरि ,परिप कत
कका बयकानि,अककाल औरि उसकक बकाद,धरितदी,हमट्टदी कदी बकारिकात, परिप हसद
रिचनिकाएय
 1943-तकारिसप्तक कका सम्पकादनि
इकसई-5
सवसतनतयबतर हहनदद ससहहतय

 परिप सतकावनिका
 सकामकाहजक,रिकाजनिदीहतक,सकावसकतहतक पहरिवकश कका पहरिचय
 हहिन्ददी सकाहहित्य कदी नियदी रिदीहतयलव परि हवचकारि करिनिका
 आधहध निक रिचनिकाककारि एवव उनिकदी रिचनिकाएय
 सवकातवतयलतरि सकाहहित्य कदी मल ल परिप वहत तयकाय
सवसतनतयबतर हहनदद ससहहतय :हवशलषतसएय
 हवभकाजनि कदी तरिप कासददी –सबसक बड़दी समसयका
 गकायवलव सक शहिरि कदी ओरि जकानिक कदी समसयका
 अककलकापनि कदी मकानिहसकतका
 निकारिदी हशकका मम परिप गहत
 निकारिदी समसयका –सवकावलवबदी निकारिदी कका हचतरिप ण
 पकाहरिवकाहरिक जदीवनि ,‘निरि-निकारिदी सम्बन्ध आहद कदी अहभवयहकत
 अहसतत्ववकाददी दशरनि कका परिप भकाव
 मलहिभवग,कणतका ,वयवग आहद कका हचतरिप ण
दहलत चलतनस
 सतरि कक बकाद आयक एक नियका सकाहहिहत्यक आन्दललनि
 समकाज सक बहहिष्कतत दहलत समकाज कदी समसयकाओव कदी अहभवयहकत
 डकाय.जयपरिप ककाश कदरम ,ओमपरिप ककाश वकालमदीहक ,सरिल जपकाल
चनौहिकानि आहद परिप हसद रिचनिकाककारि
 जठ ल नि (आत्मकथका ) छप्परि (परिप थम उपन्यकास) बस बहिधत हिल
चकध का हिश (कहवतका ) सलकाम , घस ध पशहठए (कहिकानिदी )
 जकातदीयतका,वणर-वयवसथका ,अवधहवशवकास ,छध आछल त आहद कका हवरिलध
 सकामकाहजक एवव रिकाजनिदीहतक मकानि-सम्मकानि ककहलए सवघषर
सवसतनतयबतर हहनदद ससहहतय: नसरद चलतनस
 निकारिदी समकाज कदी समसयकाओव कदी अहभवयहकत
 सकामकाहजक औरि रिकाजनिदीहतक मकानि-सम्मकानि ककहलए सवघषर
 निकारिदी सवतवतरिप तका एवव समकानितका मखध य सवरि
 ममतका ककाहलयका, मशतरिप यदी पष्ध पका, उषका हपरिप यववदका, मदत ल
ध का गगर, परिप भका
खकतकानि, हचतरिप का मदध गल, ककात्यकायनिदी -परिप मख ध महहिलका लकखक
 सकात भकाईयलव कक बदीच चवपका, सदीमका रिकखका, मग हकसकदी औरित हिलय ,
अन्यका सक अनिन्यका, हज़वदगदीनिकामका, शकषयकातरिप का, अलमका कबत ल रिदी,
हमतरिप ल मरिजकानिदी-परिप हसद रिचनिकाएय
उतरसधधहनकतस
 सलहवयत सवघ कक हवघटनि कक बकाद उतरिकाधहध निकतका कका परिप चकारि-
परिप सकारि हिधआ
 उपकहकत जनितका कदी हचवतका करिनिक कका दकावका करितका हिश
 समकासयकाओव कल सकामकानि रूप सक दकखनिक कका परिप यकास (हकसदी भदी
समसयका कल परिप काधहमकतका निहिदी व हिश
 वयवग्य कदी परिप वहत त बढ़निक लगदी
 कहवतका गद कक हनिकट आयदी
 कहिकानिदी मम आत्मकालकाप कदी परिप वहत त निज़रि आनिक लगदी
सवसतनतयबतर कहवतस
 निई कहवतका कदी शधरआत
 1951-दलसरिका सप्तक,1953-तदीसरिका सप्तक –अजकय (सवपकादक)
 हिहरिनिकारिकायण वयकास,भवकानिदीपपरिसकाद हमशपरि ,शमशकरिबहिकादधरि हसवहि,निरिकश मकहितका ,शकध न्त
मकाथधरि ,रिघधवदीरि सहिकाय,औरि धमरवदीरि भकारितदी –दलसरिक सप्तक कक पपरिमधख कहव
 पपरितकापनिकारिकायण हतपरिपकाठदी,कधय वरि निकारिकायण,कदीहतर चनौधरिदी ,सवर शवरिदयकाल सकसकनि
्का,मदनि वकात्सयकायनि ,औरि हवजयनिकारिकायण सकाहिदी -तदीसरिक सप्तक कक कहव
 कहवतका कदी हनिजतका कदी सधरिकका –पपरियलगवकाददी ककावय कदी हवशकषतका
 मलहिभवग एवव उससक उत्पन्नि वयवग हवदपरूपतका कदी मनिहसथहत कका हचतपरिण
 लघध मकानिव कदी पपरिहतष्ठका –निई कहवतका कदी हवशकषतका
 शमशकरिबहिकादधरि हसवहि,अजकय आहद कदी रिचनिकाएय उललकखनिदीय
 अकहवतका –(1960 कक बकाद)-परिम्परिका कल पण ल र रूप सक निककारिनिक कदी पपरिवहत त
पपरगहतशदल कसवयधसरस
 शमशकरिबहिकादधरि हसवहि,निरिकश मकहितका ,हगहरिजकाकधमकारि
मकाथरिध ,भवकानिदीपरिप सकाद हमशरिप ,महध कतबलध धहल मल आहद
 हबम्बलव कका परिप यलग,मकानिव कक दल पकलव कदी अहभवयहकत -सवकाथर एवव
आदशरवकाददी,अवसरिवकाददी,सहध वधका जदीवदी मकानिव कका हचतरिप ण,
सकामकाहजक यथकाथर कका हचतरिप ण,छव द,अलवककारि आहद कका निककारि
 सवसद सक सड़क तक,कल सनिध निका मझ ध क,कधआनिल निददी,यहिकाय सक
दकखल,चकायद कका महिय ध टक ढ़का आहद चहचरत कहवतकाएय
 चवदरिप ककावत दकवतकालक,मवगलकश डबरिकाल,अरण कमल,अनिकाहमक
्का,निदीलकश रिघवध वशदी,आललक धन्वका ,सहवतका हसवहि -समककालदीनि
कहव
सवसतनतयबतर उपनयसस
 आवचहलक उपन्यकास –फणदीशवरिनिकाथ रिकण,ध भशरिवपपरिसकाद गधप्त ,रिकाहिदी मकासमल रिकाजका ,अब्दधल
हबहसमललकाहि-पपरिमधख उपन्यकासककारि
 मशलका आयचल,रिहतनिकाथ कदी चकाचदी, बलचनिमका ,अवधका गकायव, झदीनिदी झदीनिदी बदीनिदी चदहरियका –
पपरिमधख रिचनिकाएय
 रिकाजनिदीहतक उपन्यकास-यशपकाल अमत त लकाल निकागरि,भदीष्म सकाहिनिदी –पपरिमधख रिचनिकाककारि
 झठल का –सच ,बदयल औरि समधदरिप ,तमस-चहचरत उपन्यकास
 सकामकाहजक-पकाहरिवकाहरिक उपन्यकास-मलहिनि रिकाककश,भगवतदीचरिण वमकार, रिकाजकन्दपरि
यकादव,उपकन्दपरिनिकाथ अशक ,रिमकाककावत पहसद रिचनिकाककारि
 ल क हबसरिक हचतपरि,अयधकरिक बन्ध कमरिक,हगरितदी ददीवकारिम आहद पपरिहसद रिचनिकाएय
टक ढक मकढ़क रिकासतक,भल
सवसतनतयबतर उपनयसस
 अहसतत्ववकाददी उपन्यकास –अपनिक अपनिक अजनिबदी,शकखरि एक जदीवनिदी पपरिहसद
उपन्यकास –अजकय पपरिमधख रिचनिकाककारि
 ऐहतहिकाहसक उपन्यकास-वन्त दकावनिलकाल वमकार,रिकाहिधल सकावकतत्यकायनि,चतधरिसकनि
शकासतपरिदी,अमत त लकाल निकागरि ,आचकायर हिजकारिदी पपरिसकाद हदवकददी –पपरिमधख
रिचनिकाककारि
 मगत नियनिदी,हसवहि सकनिकापहत,वश शकालदी कदी निगरि वधध,अनिकामदकास कका पलथका ,पधनिनिरवका
आहद –पपरिहसद रिचनिकाएय
 महिकानिगरिदीय उपन्यकास-जगदवबकापपरिसकाद ददीहकत ,पवकज हबष्ट ,मवनिभ ध ड
व कारिदी अलकका
सरिकावगदी -पपरिहसद रिचनिकाककारि
 आप कका बवटदी,कहलकथका वकायका बकाईपकास ,लकहकनि दरिवकाज़का ,-उललकखनिदीय
रिचनिकाएय
सवसतनतयबतर कहसनद
 1955ई॰ सक निई कहिकानिदी आन्दललनि कदी शर ध आत
 हशवपरिप सकाद हसवहि ,मकारिकवडकय,फणदीशवरिनिकाथ रिकण,ध मलहिनि
रिकाककश,कमलकशवरि ,कतष्णका सलबतदी, भदीष्म सकाहिनिदी ,रिकाजकन्दपरि यकादव
–आहद उललकखनिदीय रिचनिकाककारि
 दकाददी मकाय,गल ध रिक का कक बकाबका ,तदीसरिदी कसम,एक औरि हज़वदगदी ,रिकाजका
हनिरिकाबवहसयका,हमतरिप ल मरिजकानिदी,चदीफ कदी दकावत ,वकापसदी –चहचरत
कहिकाहनियकाय
 आवचहलकतका ,निए पकाहरिवकाहरिक सवबध व , भरिप ष्टकाचकारि ,हशहकत एवव
निनौकरिदी परिप काप्त निकारिदी कदी समसयका,बज ध गध र कदी हिकालत,निए सतरिप दी-
पर ध ष सम्बन्ध आहद समसयकाओव कदी अहभवयहकत
सवसतनतयबतर नसरक एवन एकसनकद
 मत्त यज
व ध य,शकहवजय,कलणकाकर,पहिलका रिकाजका ,अवधकायगध ,आषकाढ़ कका
एक हदनि,आधक अधरिल क ,लहिरिलव कका रिकाजहिवस ,आठवकाय सगर
,मकाधवदी,कबदीरिका खडका बकाज़कारि मम –परिप मख ध निकाट्य कतहतयकाय
 जगददीशचन्दपरि मकाथरिध ,धमरवदीरि भकारितदी,मलहिनि रिकाककश
,लकमदीनिकारिकायण लकाल,सरिध कन्दपरि वमकार ,भदीष्म सकाहिनिदी –परिप हसद
निकाटकककारि
 उपकन्दपरिनिकाथ अशक,भवध निकशवरि,हवष्ण ध परिप भकाकरि ,हवनिलद रिसतलगदी
आहद-एककावकदीककारि
 इन्सकानि ,दस बजक रिकात,सटप रिकाइक, लकमदी कका सवकागत, कफयर
्ल,आज कका आदमदी आहद परिप मख ध रिचनिकाएय
सवसतनतयबतर ससहहतय –हनबनध
 आचकायर हिजकारिदी परिप सकाद हदवकददी ,अजकय ,रिकामवक त बकनिदीपरिध दी,डकाय
निगकन्दपरि,हिहरिशवकरि परिसकाई ,बकाब ल गल
ध काबरिकाय हशवपज ल नि सहिकाय –
परिप मखध हनिबवधककारि
 कधटज,हशरिदीष कक फलल,भकारितदीय सवसकतहत कदी दकनि ,बरिप ज भकाषका
कका गद,हफरि हनिरिकाशका कयलव ,मनि कदी बकातम,आत्मनिकपद ,हतरिप शवक
्ध,सदकाचकारि कका तकाबदीज –परिप मख ध हनिबवध सकाहहित्य
 वश चकाहरिक,भकावकात्मक, हववरिणकात्मक ,वणरनिकात्मक,आत्मपरिक
हनिबवधलव कका सज त नि
 सकामकाहजक,रिकाजनिदीहतक समसयकाओव कदी अहभवयहकत
सवसतनतयबतर समसलबचनस
 आचकायर निवददधलकारिक वकाजपकयदी ,आचकायर हिजकारिदी परिप सकाद हदवकद
्दी,डकाय॰निगकन्दपरि ,डकाय॰रिकामहवलकास शमकार ,डकाय॰निकामवरि हसवहि
हशवदकानिहसवहि चनौहिकानि –परिप हसद आललचक
 हहिन्ददी सकाहहित्य बदीसवदी व सददी,आधहध निक सकाहहित्य,हहिन्ददी सकाहहित्य कदी
भहल मकका ,कबदीरि,सकाककत :एक अधययनि,रिस हसदकावत ,परिप गहत औरि
परिम्परिका ,परिप गहतशदील सकाहहित्य कदी समसयकाएय,कहिकानिदी औरि निई
कहिकानिदी,छकायकावकाद,परिप गहतवकाद –चहचरत आललचनिकात्मक गरिप न्थ
गद कद अनय हवधसएन
 हरिपलतकारज,आत्मकथका,जदीवनिदी
,रिकखकाहचतरिप /सवसमरिण,यकातरिप कावत त कावत ,जकानि सकाहहित्य ,पतरिप सकाहहित्य
आहद
 हरिपलतकारज- तफ ल कानिलव कक बदीच (रिकावगकय रिकाघव),यद ध यकातरिप का (धमरवदीरि
भकारितदी)लकमदीपरिध का (हशवदकानिहसवहि चनौहिकानि),लकाल धरितदी
(अमत त रिकाय )
 आत्मकथका –अदर कथकानिक-(बनिकारिसदीदकास जशनि) –हहिन्ददी कदी
पहिलदी आत्मकथका
 हसहिकावललकनि (यशपकाल),मकरिदी असफलतकाएय(गल ध काबरिकाय),मकरिदी
जदीवनियकातरिप का (रिकाहिधल सकावकतत्यकायनि )अपनिदी धरितदी अपनिक
ललग(रिकामहवलकास शमकार )
गद कद हवहभनन हवधसएय
 जदीवनिदी -अमत त रिकाय,रिकामहवलकास शमकार ,हवष्णध पपरिभकाकरि,--पपरिमधख रिचनिकाककारि
 कलम कका हसपकाहिदी(अमत त रिकाय)आवकारिका मसदीहिका (हवष्णध पपरिभकाकरि ),हनिरिकालका कदी
सकाहहित्य सकाधनिका(रिकामहवलकास शमकार),पन्त कदी जदीवनिदी (शकाहन्त जलशदी) महित्वपण ल र
रिचनिकाएय
 रिकखकाहचतपरि /सवसमरिण-महिकादकवदी वमकार ,रिकामवक त बकनिदीपधरिदी,आचकायर हवनियमलहिनि शमकार
,जगददीशचवदरिप मकाथधरि –पपरिहसद रिचनिकाककारि
 अतदीत कक चलहचतपरि ,समहत त कदी रिकखकाएव,पथ कक सकाथदी(महिकादकवदी वमकार),रिकखकाएव औरि
रिवग(हवनियमलहिनि शमकार),मकाटदी कदी मरिल तम,लकाल तकारिका(रिकामवक त बकनिदीपधरिदी), दस तसवदीरिम
(जगददीशचन्दपरि मकाथधरि)-पपरिहसद रिकखकाहचतपरि
 जकानि कका सकाहित्य-शब्दकानिधशकासनि (हकशलरिदीदकास वकाजपकयदी ),हहिन्ददी हवशवकलश (ककाशदी
निकागरिदी पपरिचकाहरिणदी सभका )सकाहहित्य कलश(जकानिमवडल ,बनिकारिस)
 पतपरि सकाहहित्य-हशवशवभ ध कक हचट्ठक (बकालमधकधन्द गधप्त)हमतपरि सववकाद (रिकामहवलकास शमकार )
पकायका पतपरि तधम्हिकारिका (निकहमचन्दपरि जशनि )
हहनदद ससहहहतयक पहतपरकसएय
 कहववचनि सध ध का (1868),हिहरिशचन्दपरि मशगजदीनि
(1873 ),बकालबलहधनिदी (1874) –भकारितमद(ध सवपकादक)
 हहिन्ददी परिप ददीप (1877)-बकालकतष्ण भट्ट(सवपकादक) ,सरिसवतदी
(1900)-हचवतकामहण घलष ,शयकामसदव ध रि दकास(सवपकादक )
 परिप तकाप,चकायद, मकाधरिध दी, सध
ध का,हिवस,वसध
ध का ,निई कहवतका आहद परिप मख

पहतरिप ककाएय
 आललचनिका-समदीकका परि ककहन्दपरित –हशवदकानिहसवहि चनौहिकानि (परिप थम
सवपकादक)
 निटरिवग –निकाटक परि ककहन्दपरित –निकहमचवदरिप जशनि (सवपकादक )
 आजकल-कमदपरि सरिककारि कदी पहतरिप कका

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