Professional Documents
Culture Documents
1. ट् ्
बयत नाट्मभ, बायत के प्रसिद्ध नृत्मों भसे िे हक तथ तथा ािका िधफधध दिण भण बायत के
तसभरनाडु याज्म िे तथ ऩतरे ािे िािदय, दािी अट्टभ औय तन्जावूरनयनाट्मभ के नाभों िे
जाना जाता था
2. थ ल
केयर के दिण भण – ऩििभी याज्म का हक िभृद्ध औय परने पनरने वूरारा नृत्म कथकरी मताध
की ऩयम्ऩया तथ कथकरी का अथश तथ हक कथा का नाटक मा हक नृत्म नािटका
3. थ
कथक का नृत्म ूपऩ 100 िे असधक घुधघरुंध कु ऩथयों भसे फाधध कय तारफद्ध ऩदचाऩ, ववूरतध भ
चक्कय द्वाया ऩतचाना जाता तथ औय ितन्द ु धासभशक कथांध के अरावूरा ऩसाशमन औय भदश न कववूरता
िे री ई ववूरर्षमवूरथतुंध का नाटकीम प्रथतुतीकयण िकमा जाता तथ कथक का जन्भ भ्तरय भसे
तुव िकन्तु ऩसाशमन औय भुिथरभ प्रबावूर िे मत भधिदय की यीसत िे दयफायी भनुयध जन तक
ऩतुधच मा
ाब्द कथक का भ्वूर कथा िे तुव तथ , िजिका ाािब्दक अथश तथ कतानी कतना ऩुयाने
िभम भसे कथा वूराचक ानों के ूपऩ भसे ािे फुरते औय अऩनी कथा कु हक नमा ूपऩ
दे ने के सरह नृत्म कयते
ाििे कथा कराण भेऩभ औय दिण भण बायत भसे तयी कथा का ूपऩ फना औय मती भ्तरय
बायत भसे कथक के ूपऩ भसे जाना जाता तथ
र ब 15वूरीध ाताब्दी भसे ाि नृत्म ऩयम्ऩया भसे भु र नृत्म औय िध ीत के कायण
फडा ऩरयवूरतशन वमा
16वूरीध ाताब्दी के अधत तक किे तुह चनडीदाय ऩामजाभे कु कथक नृत्म की वूरेाबनर्षा
भान सरमा मा
कथक की ाथरी का जन्भ ्ा्मणण ऩुजारयमों द्वाया ितन्दं
ु ध की ऩायम्ऩरयक ऩुन: णना
भसे सनितत तथ , िजन्तसे िकथक कतते थे, जु नाटकीम अधदाज भसे तावूर बावूरों का भऩमु
कयते थे
क्रभा: ािभसे कथा कतने की ाथरी औय असधक ववूरकसित तुई तथा हक नृत्म ूपऩ फन
मा भ्तरय बायत भसे भु रों के वने ऩय ाि नृत्म कु ााती दयफाय भसे रे जामा मा
औय ािका ववूरकाि ह ऩरयष्कृ त कराूपऩ भसे तुव, िजिे भु र ाािकों का िधयण भण
प्राप्त था औय कथक ने वूरतशभान थवूरूपऩ सरमा ाि नृत्म भसे अफ धभश की अऩेण भा
िौंदमश फुध ऩय असधक फर िदमा मा
ाि नृत्म ऩयम्ऩया के दु प्रभु घयाने तैं , ान दुनों कु भ्तरय बायत के ातयों के नाभ
ऩय नाभ िदमा मा तथ औय ानभसे िे दुनों ती ण भेरीम याजांध के िधयण भण भसे ववूरथतारयत
तुव – र नऊ घयाना औय जमऩुय घयाना
4. ओड़िस
ंिडिी कु
ऩुयाताित्वूरक िाक्ष्मों के वधाय ऩय िफिे ऩुयाने जीववूरत नृत्म ूपऩों भसे िे हक भाना जाता तथ
ंिडिा के ऩायम्ऩरयक नृत्म, ंिडिी का जन्भ भधिदय भसे नृत्म कयने वूरारी दे वूरदासिमों के
नृत्म िे तुव था
ंिडिी नृत्म का भ्रे सारा रे ों भसे सभरता तथ , ािे ््मणे्वूरय भधिदय के सारा रे ों
भसे दााशमा मा तथ िाथ ती कुणाकश के िनमश भधिदय के केन्रीम कण भ भसे ािका भ्रे
सभरता तथ
वूरर्षश 1950 भसे ाि ऩनये नृत्म ूपऩ कु हक नमा ूपऩ िदमा मा, िजिके सरह असबनम
चधिरका औय भधिदयों भसे ऩाह ह तयााे तुह नृत्म की भुराहध धन्मवूराद के ऩार तैं
िकिी अन्म बायतीम ााथरीम नृत्म ूपऩ के िभान ंिडिी के दु प्रभु ऩण भ तैं : नृत्म
मा थय सनरुऩण नृत्म, जताध अधतरयण भ औय िभम भसे ायीय की बधस भांध का भऩमु
कयते तुह िजावूरटी ऩथटनश िृिजत िकह जाते तैं
ािका हक अन्म ूपऩ असबनम तथ , िजिे िाधकेसतक ताथ के तावूर बावूर औय चेतये की
असबव्मविमों कु कतानी मा ववूरर्षमवूरथतु िभझाने भसे भऩमु िकमा जाता तथ
ािभसे वरबध ऩय ध्मान केिन्रत िकमा जाता तथ , िजिका अथश तथ ायीय कु तीन बा ों
भसे फाधटना, सिय, ायीय औय ऩथय; भुराहध औय असबव्मविमाध बयत नाट्मभ के िभान तुती
तथ
ंिडिी नृत्म भसे ववूरष्णु के वठवूरसे अवूरताय कृ ष्ण के फाये भसे कथाह फताई जाती तैं मत
हक कुभर, कववूरताभम ााथरी नृत्म तथ िजिभसे भडीिा के ऩरयवूरेा तथा ािके िवूराशसधक
रुकवप्रम दे वूरता, ब वूरान ज न्नाथ की भितभा का ान िकमा जाता तथ
5. णिप ी
मत नृत्म ूपऩ 18वूरीध ाताब्दी भसे वूरथष्णवूर िम्प्रदाम के िाथ ववूरकसित तुव जु ािके
ाुूपवती यीसत रयवूराज औय जादईु नृत्म ूपऩों भसे िे फना तथ ववूरष्णु ऩुयाण, बा वूरत
6. ोडि अट्ट
7. चिप़िी
कुचीऩुडी वधध्र प्रदे ा की हक थवूरदे ाी नृत्म ाथरी तथ िजिने ािी नाभ के ाधवूर भसे जन्भ सरमा
औय ऩनऩी, ािका भनर नाभ कुचेराऩुयी मा कुचेराऩुयभ था, जु कृ ष्णा िजरे का हक कथफा तथ
अऩने भनर िे ती मत तीियी ाताब्दी फीिी भसे अऩने धुधधरे अवूराेर्ष छुड वई तथ , मत
ाि ण भेर की हक सनयध तय औय जीववूरत नृत्म ऩयम्ऩया तथ कुचीऩुडी करा का जन्भ
असधकाधा बायतीम ााथरीम नृत्मों के िभान धभके के िाथ जुडा तुव तथ
हक रम्फे िभम िे मत करा केवूरर भधिदयों भसे औय वूरत बी वधध्र प्रदे ा के कुछ भधिदयों
भसे वूरावर्षशक भत्िवूर के अवूरिय ऩय प्रदसाशत की जाती थी
ऩयम्ऩया के अनुिाय कुचीऩुडी नृत्म भनरत: केवूरर ऩुरुर्षों द्वाया िकमा जाता था औय वूरत
बी केवूरर ्ा्मणण िभुदाम के ऩुरुर्षों द्वाया
मे ्ा्मणण ऩरयवूराय कुचीऩुडी के बा वूरतथारन कतराते थे कुचीऩुडी के बा वूरतथारन
्ा्मणणों का ऩतरा िभनत 1502 ह. डी. सनसभशत िकमा मा था भनके कामशक्रभ
दे वूरतांध कु िभवऩशत िकह जाते थे तथा भन्तोंने अऩने िभनतों भसे भितरांध कु प्रवूरेा
नतीध िदमा
भितरा नृत्माध नांध के ाुर्षण के कायण नृत्म करा के ्ाि के मु भसे हक सिद्ध
ऩुरुर्ष सिद्धसे र मु ी ने नृत्म कु ऩुन: ऩरयबावर्षत िकमा कुचीऩुडी के ऩधरत ्ा्मणण
ऩरयवूरायों ने ऩाधच ातािब्दमों िे असधक िभम तक ऩयम्ऩया कु व े फ़ाामा तथ
प्रसतवित ुरु जथिे वूरेदाधतभ रक्ष्भी नायामण, सचधता कृ ष्णा भनसतश औय तादे ऩ्री ऩेयामा ने
भितरांध कु ािभसे ाासभर कय नृत्म कु औय िभृद्ध फनामा तथ ड॰ वूरेभाऩसत सचन्ना
ित्मभ ने ािभसे कई नृत्म नािटकांध कु जुडा औय कई हकर प्रदाशनों की नृत्म
िधयचना तथमाय की औय ाि प्रकाय नृत्म ूपऩ के िण भसतज कु व्माऩक फनामा
मत ऩयम्ऩया तफ िे भतान फनी तुई तथ जफ ऩुरुर्ष ती भितरांध का असबनम कयते थे
औय अफ भितराहध ऩुरुर्षों का असबनम कयने र ी तैं
8. डट ट्ट
याजा कुर ाे य वूरभशन ने 10वूरीध ाताब्दी ह. डी. भसे कुिटमाट्टभ भसे िुधाय िकमा औय
ूपऩ िधथकृ त भसे प्रदाशन की ऩयम्ऩया कु जायी य े तुह तथ प्राकृ त बार्षा औय भरमारभ
अऩने प्राचीन ूपऩों भसे ाि भाध्मभ कु जीववूरत य े तैं ाि ब्डाय भसे बाि, तर्षश औय
भते न्र ववूरक्रभ ऩ्रवूर द्वाया िद े ह नाटक ाासभर तैं
ऩायम्ऩरयक ूपऩ िे चकमाय जासत के िदथम ािभसे असबनम कयते तैं औय मत ाि
िभनत कु िभऩशण ती तथ जु ातािब्दमों िे कुिटमाट्टभ के िधयण भण का भ्तरयदामी तथ
रभ
ु यों की भऩ जासत नािम्फमाय कु ाि यध भधच के िाथ सनझावूरन के असबनेता के ूपऩ
भसे जुडा जाता तथ (भटके के वकाय का हक फडा ड्रभ कुिटमाट्टभ की ववूराेर्षता तथ )
नािम्फमाय िभुदाम की भितराहध ािभसे भितरा चरयरों का असबनम कयती तथ औय फेर
धातु की घधिटमाध फजती तथ जफिक अन्म िभुदामों के रु ाि नाट्म करा का
अध्ममन कयते तैं औय भधच ऩय प्रदाशन भसे बा रे िकते तैं , िकन्तु वूरे भधिदयों भसे
प्रदाशन नतीध कयते
जिटर तावूर बावूर की बार्षा, भधरुच्चाय, चेतये औय वध ों की असताम असबव्मवि ववूरथतृत
भुकुट औय चेतये की िज्जा के िाथ सभरकय कुिटमाट्टभ का असबनम फनाते तैं
ािभसे सभझावूरन ड्रभों द्वाया, छुटी घधिटमों औय ाडक्का (हक िीधे स राि के वकाय का
ड्रभ) िे तथा कुझार (पनधक कय फजाने वूरारा हक वूरायपि) औय ाध िे िध ीत िदमा
जाता तथ