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संपादक य

नम कार,

हमारे सं थान के जीवंत सार एवं ेरणा से भरी हमारी िति त इन-हाउस पि का के सातव सं करण
को तुत करते ए मुझे असीम स ता हो रही है। इस काशन के िनरं तर िवकास और मागत
उ ित को देखकर म काफ गौरवाि वत ,ँ यह पि का हमारे टाफ सद य के िलए अपने कौशल का
दशन करने और अपने िवचार करने का एक मू यवान मंच बन गई है।
इस तेजी से बदलती दुिनया म एक तरफ जहां ौ ोिगक ने हमारी जीवन-शैली को बेहद सुखद एवं
सरल बना दया है वह दूसरी ओर आज हम अपने जीवन म इतना त हो गए ह क हम अपने
िनकट थ समुदाय के भीतरी साथक संबंध के मह व को भूलते जा रहे ह। हमारी ई-पि का समु का
हम सभी को एक मंच पर लाने, पर पर सौहाद क भावना उ प करने एवं हमारे रास ौसं प रवार के
सद य के भीतर छु पी अिव सनीय ितभा को उजागर करने क दशा म एक सेतु के प म काय
करती है। इस पि का के मा यम से हम हमारे वै ािनक , कमचा रय क उपलि धय क सराहना
करने का एक अवसर ा होता है और उ ह अपनी कहािनय , अनुभव और अंतदृि को साझा करने के
िलए एक मंच ा होता है।
हमारी पि का का यह सं करण िविवधता और समावेिशता को अपनाने क हमारी ितब ता का एक
ितिबंब है। यह पि का हमारे ितभाशाली टाफ सद य के असं य दृि कोण और िवचार का
ितिनिध व करने वाले तकनीक लेख , किवता , कहािनय और कलाकृ ित को दशाती है। हम अपने
रा क समृ भाषाई िवरासत का भी स मान करते ह और उन सभी भाषा का स कार करते ह
िज ह ने हमारी सां कृ ितक पहचान को आकार दया है।
म इस पि का के संपादक य म डल और उन सभी योगदानकता का दय से आभार करता ं
िज ह ने इस पि का को सफल बनाने के िलए अपना समय और यास इसके ित समिपत कया है।
अंततः, म इस सं करण को जीवंत बनाने म शािमल सभी लोग को बधाई देना चा ग
ं ा। आपके
सामूिहक यास के कारण ही यह पि का हमारे संगठन क भावना और उ कृ ता के ित ितब ता
का साथक ितिबंब बन पाई है। मुझे इस सफर का िह सा बनने पर गव है, और म आने वाले वष के
िलए हमारी पि का को ओर बेहतर एवं सफल बनाने के िलए त पर ।ं
ध यवाद, एवं है पी रीिडंग!
जय िह द!
डॉ.जी ए रामदास, िनदेशक
3

िवषय-सूची

.सं. िवषय पृ सं.


1. वाय अंतजलीय वाहन (एयूवी) के उपयोग से म य िहंद महासागर 4
बेिसन म पॉली-मेटैिलक मगनीज नो ूल (पीएमएन) साइट म 5300
मीटर क गहराई पर वै ािनक अ वेषण
2. 1000 मीटर समु ी जल गहराई का िडजाइन और संरचना मक मू यांकन 8
सीटीडी (संवाहकता, तापमान और गहराई) ससर आवरण
3. फे कल कॉलीफाम 19
4. गहरे समु के सू मजीव म मेटागेनोिमक अंतदृि 22
5. अ तजलीय संरचना म ित आकलन हेतु उ त तकनीक 26
6. आजादी के 75 साल एक वै ािनक दृि कोण 28
7. मिहला सशि करण 30
8. रा िनमाण म िश क क भूिमका 32
9. ब के िवकास म इले ॉिनक गैजे स के फायदे और नुकसान 34
10. नैितकता 36
11. नील समंदर 37
12. ஆழ் கடல் ண் ர்க ம் அதன் உ ரிெதா ல் ட்பத் ைற 38
பயன் பா க ம்
4

वाय अंतजलीय वाहन (एयूवी) के उपयोग से म य िहंद महासागर बेिसन म


पॉली-मेटैिलक मगनीज नो ल ू (पीएमएन) साइट म 5300 मीटर क गहराई पर
वै ािनक अ वेषण
एन.आर.रमेश, तमशुक चौधरी, एस.रमेश

भूिमका: डॉपलर वेलोिसटी लॉग (DVL), डे थ


पृ वी िव ान मं ालय, भारत ससर, अ टीमीटर, बाधा िनवारण सोनार,
सरकार के त वावधान म रा ीय समु विनक मॉडेम और HiPAP विनक
ौ ोिगक सं थान (रास ौसं) ने मेसस पोिजशिनंग िस टम उपल ध है। एयूवी को
क सबग मैरीटाइम, नॉव के सहयोग से एक तैनाती और पुन ाि के िलए कं टेनरीकृ त
गहरे समु ी वाय अंतजलीय वाहन लॉि चंग और रकवरी िस टम को जहाज
(एयूवी) का िनमाण कया है। गहरे समु के पर लगाया जायेगा। एयूवी को कसी भी
प रभािषत पथ म वै ािनक अनुसंधान और जहाज से तैनात कया जा सकता है िजसम
खिनज संसाधन (पॉलीमेटैिलक मगनीज तैनाती और पुन ाि काय के िलए
नो ूल, हाइ ोथमल स फाइड, गैस डायनेिमक पोिजशिनंग िस टम, क सबग
हाइ टे आ द) के अ वेषण के िलए एयूवी म विनक पोिजशिनंग िस टम और 30 फ ट
आव यक वै ािनक पेलोड लगाया गया है। तथा 10 फ ट कं टेनर क ि थित के िलए
डेक ावधान है।एयूवी क लंबाई 6.6
यान का िववरण: मीटर, ास 0.8 मीटर और हवा म वजन
एयूवी म 6000 मीटर तक क 2.1 टन है। एयूवी म 48 घंटे तक चलने
गहराई के साथ 48 घंट तक काय करने वाली 48 kWh मता क िलिथयम
क ,प रचालन मता है और गहरे समु म पॉलीमर बैटरी है।
खिनज अ वेषण के िलए आव यक वै ािनक
पेलोड ससर भी इसमे मौजूद ह। एयूवी के समु ी वीकृ ित परी ण:
साथ इंटरफे स कए गए वै ािनक पेलोड म ओआरवी सागर िनिध को 11
िसंथे टक अपचर सोनार, म टीबीम सोनार, नवंबर से 29 नवंबर 2022 तक बंगाल क
सब-बॉटम ोफाइलर, एडीसीपी, खाड़ी म 12º40.45' उ रअ ांश और
मै ेटोमीटर, कं डि टिवटी ससर, जल का 82º46.00' पूवदेशांतर पर 3400 मीटर
तापमान मापने के िलएससर, टिबिडटी क गहराई पर समु वीकृ ित परी ण
ससर, घुली ई मीथेन और घुली ई सफलतापूवक कया गया था। सभी
ऑ सीजन मापने के िलए ससर, वै ािनक पेलोड, नेिवगेशन णाली और
रे डॉ सससर, पीएच ससर और लाइट वाला विनक संचार उपकरण के साथ एयूवी को
कै मरा शािमल ह। एयूवी म नेिवगेशनल 26 नवंबर 2022 म 3400 मीटर गहराई
ससर, संचार और पोिजशिनंग िडवाइस; पर तैनात कया गया था। दो लॉक के
जैसे इनिशयल नेिवगेशन िस ट (INS), बीच क 17 कमी क दूरी के े पर काम
5

पूरा करने के िलए 250 मीटर लाइन क दसंबर 2022 के दौरान 5271 मीटर क
दूरी पर परी ण कया गया था। सभी गहराई पर सभी पेलोड के साथ 13º
वै ािनक पेलोड और पयावरण ससर के 32.10 'दि ण अ ांश और 75º 33.15'
साथ 3390 मीटर गहराई म (यानी 3360 पूव देशांतर म क गई थी। एयूवी को सभी
मीटर क एयूवी प रचालन गहराई) समु वै ािनक पेलोड के साथ पूविनधा रत
तल से 30 मीटर क ऊंचाई पर 48 घंटे के चयिनत लॉक म 7 कमी X 2 कमी े
िनरं तर संचालन के साथ कु ल 275 लाइन म संचािलत कया गया था और 5271
कलोमीटर का परी ण कया गया था। मीटर क गहराई पर 30 मीटर क ऊंचाई
पूव-िनधा रत रे खा म समु तल क (समु ी तल से) से 26 घंटे से अिधक समय
प ता ा करने के िलए एयूवी को 5 तक डेटा सेट ा कया और उ समु
मीटर क ऊँचाई पर समु ी तल क ि थित म सुरि त प से तैनात और
फोटो ाफ के िलए संचािलत कया गया पुन ा कया गया।
था। िमशन के पूरा होने के बाद एयूवी उ रज़ॉ यूशन वाली सीबेड
(एयूवी) को समु ी सतह पर लाया गया फ़ोटो ाफ़ के िलए, 1 कमी x 0.5 कमी
और रे िडयो सी मॉडेम के साथ रे िडयो को े चुना गया था और 17 और 18
संचार थािपत कया गया। वतमान समय दसंबर 2022 के दौरान समु ी तल (5271
म 200 मीटर क दूरी पर डेटा ांसफर के मीटर क गहराई म) से 5 मीटर क ऊँचाई
िलए आपातकालीन और वाईफाई संचार के पर 30 घंटे के िलए एयूवीको संचािलत
मामले म इ रिडयम उप ह संचार क कया गया और 4 मीटर क दूरी पर 130
काय मता के िलए परी ण भी कए गए से अिधक फ़ोटो ा फ़क लाइन पूरी क ग ।
ह। िनयोिजत िमशन गितिविध के पूरा होने मेसस क सबग मैरीटाइम, नॉव और भारत
के बाद 28 नवंबर 2022 को 16.00 बजे के किमय के समथन से रास ौसं-पृिवमं,
िस टम को जहाज पर सुरि त प से पुनः एनसीपीओआर-पृिवमं और एनआईओ-
ा कया गया। सीएसआईआर के वै ािनक क भागीदारी
से डेटा सेट हािसल कए गए और संसािधत
म य िहंद महासागर बेिसन क पॉली- कए जा रहे ह।
मेटैिलक मगनीज नो ल ू साइट म 5271
मीटर क गहराई पर वै ािनक अ वेषण:
समु ी वीकृ ित परी ण के बाद,
एयूवी-ओएमई 6000 को अनुसंधान जहाज
सागर िनिध के ारा म य िहंद महासागर म
पीएमएन साइट पर हाई रे जो यूशन समु ी
तल के मानिच ण के िलए लगाया गया था। िच 1. म य िहंद महासागर बेिसन म
एयूवी क पहली तैनाती 15 और 16 एयूवीक तैनाती
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िच 2. म य िहंद महासागर बेिसन म


िच 5. पीएमएन साइट पर जैिवक
एयूवीक पुन ाि
उपि थित के साथ नो ल ू ब तायत
पीएमएन साइट पर ा उ दखाते ए एयूवी कै मरे से अंतजलीय छिव
रज़ॉ यूशन िववरण ने मगनीज नो ूल
िवतरण और जैव िविवधता को सामने
लाया ह। एयूवी से ा िववरण
सीआईओबी म पीएमएन साइट पर आने
वाले महीन म कले टर िडवाइस के साथ
गहरे समु म खनन मशीन क तैनाती के
िलए समतल सतह और पयावरण भाव के
िच 6. पीएमएन साइट पर नो ूल
आकलन के साथ उ ब तायत वाले े
ब तायत दखाते ए एयूवी कै मरे से
को लि त करने के िलए संसाधन के
अंतजलीय छिव
अनुमान क सुिवधा दान करगे।
डीप ओशन िमशन के तहत,
ओएमई6000 एयूवी (ओशन िमनरल
ए स लोरर - 6000) गहरे समु के
संसाधन का पता लगाने और िहंद
महासागर के गहरे समु ी े से नई
वै ािनक अंतदृि लाने हेतु भारतीय
िच 3. म य िहंद महासागर बेिसन म वै ािनक के िलए एक नया उपकरण है।
एयूवीक पुन ाि

िच 4. कं ोल कं सोल म ऑपरे टंग टेशन


िच 7. पीएमएन साइट पर ा कए गए
न एयूवी ऑपरे शन दशाया गया है
िहसास डेटा ारा 5 मीटर लंबाई क धातु
7

िच 8. पीएमएन साइट पर ा िहसास िच 11. पीएमएन साइट म ा सब


डेटा ारा 20m X 2m आकार क जलम बॉटम ोफाइलर डेटा
व तु

िच 12. पीएमएन े के नो ल

िच 9. पीएमएन साइट म अिध हीत उ


रज़ॉ यूशन बािथमे ी

िच 10. पीएमएन साइट म समु ी तल


पर गोलाकार ाकृ ितक िवशेषता दखाते
ए िहसास डेटा ा कया गया
8

1000 मीटर समु ी जल गहराई का िडजाइन और संरचना मक मू यांकन सीटीडी


(संवाहकता, तापमान और गहराई) ससर आवरण
आनंद कशोर, ीिनवासन आर, युवराज एस और टाटा सुधाकर

सारांश
समु ी िव ान अनुसंधान के े म सवािधक उपयोग म लाये जाने वाले उपकरण म से एक
संवाहकता, तापमान और गहराई (सीटीडी) ससर है। इन उपकरण का उपयोग मु य प से
समु क अिधकतम गहराई से समु ी मापदंड एक करने के िलए कया जाता है। एक कृ त
संवाहकता, तापमान और डे थ ससर ने ापक प से वचिलत ससर के थान म प रवतन
कर फ ड डाटा सं हण के काय को सरल बनाते ह। चूं क संवाहकता-तापमान और जल घन व
एवं लवणता से अ यिधक भािवत होते है, इसिलए संवाहकता का सटीक मापन अ य भौितक
मापदंड क तुलना म इतना सरल नह होता। रा ीय समु ौ ोिगक सं थान (रास ौसं) ने
तापमान एवं डे थ ससर के साथ कै पेिस टव क लड कं ड टिवटी तापमान तकनीक पर आधा रत
सीटीडी ससर के वदेशी िवकास काय क शु आत क है। यह लेख पानी म 1000 मीटर क
िनयत गहराई वाले टेनलेस टील सीटीडी ससर के घेराव के ा प, संरचना मक मू यांकन
एवं हाइ ो टे टक दाब परी ण के प रणाम को दशाता है। प रिमत त व िव ेषण का उपयोग
करके संल ससर का संरचना मक िव ेषण कया जाता है ता क उपधारा तनाव एवं िवकृ ित
का अनुमान लगाया जा सके । इसिलए यह ा प जल म 1000 मीटर तक क गहराई पर
प रचालन काय करने के िलए उपयु ह।
संकेत श द: सीटीडी (संवाहकता, तापमान एवं गहराई) ससर, 1000 मीटर समु ी जल
गहराई, िनयत घेराव, हाइ ो टे टक दाव परी ण।
* संबंिधत लेखक (ईमेल): rsrini34@gmail.com@gmail.com

1. प रचय तापमान, लवणता एवं गहराई/दाब जैसी


मह वपूण भौितक िवशेषता का आकलन
पृ वी का अिधकांश भाग महासागर से
करना अ यंत अिनवाय होता ह।
ढका है, और मनु य, पेड़-पौध एवं जानवर
संवाहकता, तापमान एवं डे थ ससर
पर इसका भाव कभी-कभी अनुपादेय नह
(सीटीडी) जो समु ी चलन, िम ण एवं
होता है। तेजी से बदलती वैि क जलवायु ने
जलवायु-िवषयक या के िलए डाटा
मनु य को यह समझा दया ह। क
उपल ध कराती ह वे ऐसी िवल णता के
महासागर के संबंध म समझ िवकिसत
िलए मु य अनुसंधान उपकरण म एक है।
करना कतना मह वपूण िवषय ह। समु ी
इसीिलए सीटीडी ससर एक मह वपूण
पयावरण के अ ययन के िलए, समु के
पा रि थितक उपकरण ह, जो समु ी
9

घटना एवं जलीय जाित के अ ययन म सीटीडी ोफाइलर का िवकास कया िजसे
सहायक ह। मूरड बॉय, अ तजलीय बाथीस स के नाम से िन द कया जाता
ो फिलंग लोट एवं वाय अंतरजलीय है । वष 1964 म नील ाउन ारा
वाहन (एयूवी) जैसे वाय उपकरण लघु, इले ोिनक अवयवो के साथ थम सीटीडी
सटीक एवं िन ऊजायु सीटीडी ससर के िवकिसत कया गया। वष 1970 म इ ह ने
िलए अिनवाय बनते जा रहे ह। चार पोल क ितरोधकता के मापन के
यात डेिनस वै ािनक मा टन िलए चार इले ोड (एमके IIIबी) के साथ
नुडसन ने वष 1898 म काय थल पर खारे संशोिधत संपक कार के एक सीटीडी ससर
पानी का तापमान एवं लवणता का पता का िवकास कया । वष 1978 म समु ी
लगाने के िलए एक मह वपूण तकनीक जल के पर पर िवरोधी संवाहकता-
िवकिसत क थी। बाद म वष 1900 म तापमान-दाब संबंध को प करने के िलए
उ ह ने जल क लवणता और तापमान क ावहा रक लवणता के ल, बचमाक के ल
व रत िनगरानी के िलए एक उपकरण का िवकास कया गया । [1]।
िवकिसत कया। वु स होल ओसोनो ा फक 1987 क शु आत म, माक वी सीटीडी
इं टी ूशन के साथ एक उपअनुबंध क को माइ ो ोसेसर तकनीक का उपयोग
शत के अधीन एड लू जैकबसन ने वष करने के िलए िवकिसत कया गया था,
1940 एक मैकेिनकल बैथीथम ाफ िजसने हाडवेयर क तुलना म सॉ टवेयर म
(एमबीटी) िवकिसत कया था। एलनवाईन अिधकांश क टम समायोजन और अंशांकन
ारा 400 मीटर क गहराई पर योग म प रवतन क अनुमित दी, िजससे उ पादन
लाई जाने वाली पनडु ि बय और अनुसंधान या म कमी देखने को िमली बेहतर
पनडु ि बय म काफ संशोधन काय कया ि थरता दान करने वाले छः इले ोड सेल
गया। को अपनाना इसक एक अ य मह वपूण
ि कमम ि चड और ए टरसन ने िविश ता है। सेल के एक छोर पर बाहरी
1950 के दशक म स य और िस ल ओर से यह समु ी जल के ित
ांसफामर का उपयोग करते ए एक रे क ित याशील है, परं तु समु जल के भीतर
संवाहक तापमान संकेतक िवकिसत कया। से नह । सभी छह इले ोड सेल के भीतर,
वष 1958 म सीटीडी िस टम के जनक स ु इसके संवेदनशील े से दूर थ ह। माक III
हेमन और नील ाउन ारा 1000 मीटर िस टम के ससर क तुलना म, माक वी
क गहराई के िलए ट ेचर- लो रिनटी-डे थ सीटीडी का टाइटेिनयम दाब ससर लगभग
रकॉडर के ा प का िनमाण और िवकास तीन गुना अिधक सटीक है [2]।
कया गया। वष 1961 म ब चालकता सािह य समी ा के अनुसार, समु ी
के वल के िलए तापमान, संवाहकता और अनु योग के िलए इले ॉिनक ससर
दाब के संबंध म तीन मापक ोबस के िवकिसत करने हेतु एक घेराव क
िवकास ारा कोरबेल ने थम भावकारी आव यकता होती है जो अ यिधक सं ारण
10

ितरोधी, रसाव-रिहत हो, और मह वपूण गुण जो गणना और प रिमत त व िव ेषण


तापमान ेिडएंट और हाइ ो टे टक दाब से म उपयोग कए गए थे, तािलका 1 म
सुर ा दान कर सकता हो समु ी सूचीब ह।
अनु योग म कु छ टील, ए यूमीिनयम और
3. िव ष े णा मक या
टाइटेिनयम िम धातु का उपयोग कया
ेशर वै सल का िनमाण सामा यतः
जाता है हालां क, ए यूमीिनयम िम धातु
एएसएमई कोड, धारा VIII, भाग 1 और 2
इन अनु योग म टील और टाइटेिनयम
[16] के अनुपालन म कया जाता है। भाग
िम धातु क तुलना म कम मजबूत ह।
1 का ा प िनयमानुसार तैयार कया गया
टेनलेस टील िम धातु क तुलना म
है और इसम तनाव संबध ं ी गहन िव ेषण
मजबूत होने के बावजूद, टाइटेिनयम िम
क आव यकता नह है। उ थानीयकृ त
धातु अिधक महंगे ह [3] इस परी ण के
और ि तीयक वंकन तनाव को वाभािवक
िलए टेनलेस टील का चयन इसक जंग
माना जाता है, ले कन िववरण के िलए
ितरोधक मता, बेहतर उपज मता तथा
अिधक िडजाइन मािजन और िडजाइन
उिचत लागत के कारण कया गया था।
दशािनदश का उपयोग करके उ ह समकृ त
2. ा प क ि थित कया जाता है। हालां क, सम लोिडंग को
यान म रखना आव यक है अथात, एक
इनपुट डेटा का उपयोग बेलनाकार दाब
पोत या उसके संरचना मक अनुल क पर
आवरण के मह वपूण आयाम को िनधा रत
रखे गए बल [5]।
करने के िलए कया गया था। यह ा प
खंड VIII म, भाग 2 िनयम
1000 मीटर समु ी जल क गहराई या 10
आव यकता (भाग 4) ारा ा प का
एमपीए बाहरी दाब के िलए है।
वणन करता है। हालां क ा प -दर-िनयम
तािलका 1. एआईएसआई 316 टेनलेस के प म वग कृ त कया जा रहा है, ा प
टील क भौितक िवशेषताएँ [4] मािजन भाग 1 क तुलना म कम है, जो
अिधक अ ययन क मांग करता है। भाग 4
िवशेषता मू य इकाई
यह प करता है क य द िविश िववरण,
उपज मता 172 एमपीए
यािमित या लोिडंग के िलए दशािनदश
त यता मता 520 एमपीए नह दए गए ह तो भाग 5 या ा प-दर-
िव ेषण ारा िव ेषण कया जाना चािहए
पॉइसन अनुपात 0.27 -
। भाग 4 के जहाज का अिधकतम िह सा
लोच का मापांक 193000 एमपीए भाग 4 और भाग 5 दोन क ही िवशेष
या का अनुपालन करता ह। ेशर
बेलनाकार दाब शेल का आंत रक ास एनवलप के लोड संयोजन भाग 4 और 5
6.25 िममी क मोटाई के साथ 52.5 िममी [6] म पाए जाते ह।
है। टेनलेस टील (एसएस 316) के भौितक
11

बाहरी दाब के कारण बेलनाकार 𝑝 =


2∗𝐸 𝑡
( 𝐷)
1−𝜇
ूब म े रत तनाव का अनुमान लगाने के
िलए िन िलिखत समीकरण का उपयोग जहां 𝑝 = लोचदार बकिलंग दाब।
कया जा सकता है [7]। E = लोच का मापांक।
2∗𝑏 μ = पॉइसन का अनुपात।
(𝑆)𝑚𝑎𝑥. =
𝑏 −𝑎
(𝑝) t = ूब क मोटाई।
Do = ूब का बाहरी ास।
जहां p = बाहरी दाब।
h = मीटर म समु क गहराई।
b = ूब क बाहरी ि या।
a = ूब क आंत रक ि या। बाड़े के िडजाइन म उपयोग कए
(s) अिधकतम = ूब म े रत अिधकतम जाने वाले लैट सकु लर एंड कै स को के वल
तनाव। इसके कनारे के आसपास समिथत माना जा
बाहरी दाब जो बेलनाकार ूब के सकता है और बाहरी दाब के कारण े रत
लोचदार बकिलंग का कारण बन सकता है, तनाव का अनुमान लगाने के िलए
का अनुमान िन िलिखत समीकरण [7] का िन िलिखत समीकरण का उपयोग कया
उपयोग करके लगाया जा सकता है। जा सकता है [9]।
समु ी जल क गहराई के साथ दाब
3(3𝑚 + 1)𝑎
(𝑆)𝑚𝑎𝑥. = (𝑝) िभ ता का बेहतर अनुमान लगाने के िलए
8𝑚𝑡
समु ी जल घन व म होने वाले प रवतन
जहां p = बाहरी दाब। और संपीिड़तता पर िवचार करने क
a = असमिथत लेट क ि या। आव यकता होती ह। ले कन, इस अ ययन
t = असमिथत लेट क ि या। म दाब और गहराई के बीच रै िखक संबधं
m = पॉइसन के अनुपात का का उपयोग कया गया है य क
पार प रक। अनुमािनत गहराई क तुलना म ु ट 0.02
(S) अिधकतम = ब
ू म े रत से कम है [8]।
अिधकतम तनाव।
4. सीटीडी ससर घटक का ा प मापदंड
दए गए समु ी जल क गहराई के अनु प
िच 1 सीटीडी ससर घटक के संकिलत
दाब का अनुमान िन िलिखत समीकरण
दृ य को दशाता है। इसम बाहरी कवर, एंड
[21] का उपयोग करके लगाया जा सकता
कै प, का डि टिवटी ोब, इले ॉिनक
है।
पा स आ द जैसे बाहरी त व शािमल ह।
𝑝 = 0.01 ∗ ℎ िजन पर बाद के उपखंड म चचा क गई है।
जहां p = MPa म दाब
12

समायोिजत कया जा सके । रसाव रिहत


हाउिसंग सुिनि त करने के िलए, शेष
गहराई हेतु ास को दो ू स के साथ
12िममी तक कम कया गया है एंड कै प के
बाहरी उभरे ए कनारे क लंबाई 20
िममी है तथा इसका ास 65 िममी है
जैसा क िच 2 म दशाया गया ह। सभी
आवरण घटक के मशीिनंग डेिवएशन
भारतीय मानक (आईएस: 2102-1) ारा
कए गए थे। [9]

िच 1. सीटीडी ससर के घटक


4.1 क डि टिवटी ोब
का डि टिवटी ोब को िनचले छोर
िच 2. ऊपरी कै प
के कवर पर बांधा जाता है, जो तांबे तथा
नायलॉन से बना होता है, िजसम येक 4.3 लोअर-एंड कै प
कोने पर 3.6 िममी के चार ू का उपयोग संवाहकता, तापमान और दाब ससर
कया जाता है, का डि टिवटी इं सट को 24 िनचले छोर क कै प पर लगाए जाते ह।
िममी मोटे, 150 िममी लंबे हो लो बार पर इसक लंबाई 64 िममी है और यह टेनलेस
लगाया जाता है। क डि टिवटी ोब को टील (एसएस 316) से बना है। िनचले
येक साइड पर 6 वृ ाकार िछ के साथ छोर क कै प 65 िममी ास और 40 िममी
एसएस316 से ु िमत यू आकार म बनी गहराई के साथ बनाई गई है ता क इसे
एक सुर ा मक शीट से कवर कया जाता है बाहरी लज के प म थािपत कया जा
िजसम येक का ास 25 िममी है जैसा सके जैसा क िच 3 म दखाया गया है।
क िच 1 म दशाया गया ह। रसावरिहत हाउिसंग सुिनि त करने के
िलए, शेष भाग को दो ू स के साथ 52.5
4.2 अपर-एंड कै प
िममी के ास तक कम कर दया जाता है।
ऊपरी-अंत कै प का िनमाण टेनलेस
यहां दो र थान हैः दाब ससर को पहले
टील (एसएस 316) से कया गया है।
थान म थािपत कया जाता है, िजसका
इसक लंबाई 56 िममी और ास 65
ास 13 िममी और लंबाई 52 िममी है।
िममी है। इसम 24 िममी के ास और 20
तापमान ससर को दूसरे र थान म
िममी क गहराई के साथ एक होल ( र
थािपत कया गया ह, िजसक संपण ू लंबाई
थान बनाने पर िवचार कया जा रहा है
म से 13 िममी इसका ास है।
िजसके मा यम से इसम संचार कने शन को
क डि टिवटी ोब को िनचले कवर से
13

जोड़ने के िलए ास म 4 िममी और 4.5 तापमान ससर हाउिसंग


गहराई म 5 िममी के िपनहोल का उपयोग हाउिसंग क कु ल लंबाई 37 िममी है
कया जाता है। और इसका िनमाण टेनलेस टील (एसएस
316) से कया गया है। थिम टर बीड को
3.2 िममी के र थान के साथ आवािसत
करने पर िवचार कया गया ह जो 6 िममी
ास और 12 िममी लज ास के साथ
35 िममी गहरा ह।
िच 3. लोअर कै प
4.6 ओ रं स और लप
4.4 बाहरी कवर
ओ रं स का उपयोग अिधकतर
ससर और ससर इले ॉिन स क
तरल पदाथ के रसाव को रोकने के िलए
सुर ा बाहरी कवर पर अ यिधक िनभर
कया जाता है। सीटीडी के िसंग के िडजाइन
करती है। सीटीडी ससर के बाहरी टेनलेस
म िनयोिजत तीन कार के ओ रं ग
टील (एसएस 316) बेलनाकार घेराव क
िन ानुसार ह:
मोटाई 6.25 िममी है और इसक लंबाई
1. अपर एंड लोअर ए ड कै स - पाकर 2-
300 िममी है जैसा क िच 1 म दखाया
033
गया है। रसाव रिहत आवरण के िनमाण
2. समु ी सतह तापमान के िसंग - पाकर
हेतु, िसलडर का उपरी और िनचला भाग 2-013
ओ रं स क थापना के िलए दो ू स के 3. का डि टिवटी ोब फ चर - पाकर
साथ िनिमत कया गया ह। 0.01 िममी क 2-012
सिह णता के साथ, िसलडर क लंबाई
सीटीडी ससर को सि मिलत करने के
सिहत पहले और दूसरे ूव क गहराई 0.5
िलए, 20 िममी मोटाई वाले दो नायलॉन
िममी तथा 0.75 िममी ह। ऊपरी एवं
लप को ऊपरी और िनचले कै प के साथ
िनचले कै स क उपयु अनु पता
जोड़ा जाता है।
सुिनि त करने के िलए येक ूव
दि णावत दशा म ैितज के साथ 110º 4.7 आंत रक पीसीबी और बैटरी पैक
एवं 135º िड ी कोण का िनमाण करते ह माउं टंग सेटअप
जैसा क िच 4 म दशाया गया है। ससर से डेटा सं ह, भंडारण और
संचरण के िलए आंत रक पीसीबी का
कॉि फ़गरे शन िच 5 म दशाया गया है।
बैटरी पैक को उ घन व वाले पॉलीथीन
(एचडीपीई) िडवाइडर के दूसरी तरफ रखा
गया है जहां से पीसीडी को इसके साथ
िच 4. एंड कै स पर व
ू थािपत कया गया है।
14

हाइ ो टे टक दाब पर वॉन-िमसे


वॉन स तनाव के
आधार पर एक तनाव िव ेषण आयोिजत
कया जाता है।
मेश / ि ड पर वतं अ ययन कया
िच 5. पीसीबी और बैटरी पैक गया था और मेश को तदनुसार अनुकूिलत
कया गया था। मेश और नो स का िववरण
5. प रिमत त व िव ष
े ण
तािलका 2 म तुत कया गया है।
6. हाइ ो टे टक दाब परी ण -
हाइपरबे रक परी ण सुिवधा
हाइपरबे रक क म, म सीटीडी ससर
एन लोशर को हाइ ो टे टक प से 12
एमपीए तक लोड कया जाता है और
रसाव ितरोध के िलए इसका परी ण
कया जाता है। िच 7 यु लोड के
समय चरण को दशाता है। हाइपरबे रक
क का प रचालन दाब और तापमान
मशः 90 एमपीए और 4.5 िड ी
िच 6. एंड कै प के साथ सीटीडी ससर का सेि सयस से 50 िड ी सेि सयस तक है,
3 डी मॉडल और यह टील िम धातु एसएई ेड 3 ेड
2 से िनिमत है, िजसे िच 8 म दशाया गया
िच 6 सीटीडी ससर एन लोशर के है।
3D मॉडल को एंड कै स के साथ दशाया
गया है। िसमुलेशन के िलए उ गुणव ा 7. प रणाम और चचा
वाले मेश का उपयोग सुिनि त करने के सीटीडी ससर एन लोशर के
िलए 16 जैकोिबयन पॉइं ट के साथ एक प रिमत त व िव ेषण के प रणाम को िच
लेि डड कवचर आधा रत मेशर का उपयोग 9 म दशाया गया ह। बेलनाकार शेल के चार
करके ठोस त व का उ पादन कया जाता प रवत कारक के बीच क इ तम मोटाई
ह। िव ेषण के िलए सॉिलडव स स® 2021 िव ेषण के मा यम से िनधा रत क जाती
िसमुलेशन सॉ टवेयर पैकेज का उपयोग है। िविभ शेल मोटाई के िलए प रिमत
कया जाता है। लोउर ए ड कै स के िनचले त व प रणाम तािलका 3 म दशाए गए ह।
नो स सभी दशा म िनधा रत कए जाते
ह, और मॉडल के अ य सभी अ भाग 10
एमपीए वाले समान दाब के अधीन होते ह।
एसएस 316 क उ पादन मता और
15

तािलका 2. मेश जानकारी


मेश का कार सोिलड मेश म मामूली अंतर तनाव क मा ा को
उपयोग म लाया गया िमि त व ता- भािवत करता है।
मेशर: आधा रत मेल
तािलका 3. िविभ शेल मोटाई के िलए
उ गुणव ा वाले मेश 16 पाइं ट
सुर ा मक कारक
के जैकोिबयन पाइंट
अिधकतम त व आकार 8.12687 िममी
शेल वॉन-िमस सुर ा मक
यूनतम त व आकार 0.406343 मोटाई
िव थापन
ेन तनाव कारक
(िममी)
िममी (िममी) (एमपीए) एफओएस
कु ल नो स 667663 5 0.04 0.0005 1.726 * 10
2
1.02
कु ल त व 432364 5.25 0.038 0.00046 1.518 * 10
2
1.14
अिधकतम ि थित 7.873 5.5 0.035 0.00041 1.263 * 10
2
1.37
अनुपात 2
5.75 0.033 0.00038 1.138 * 10 1.52
ि थित अनुपात वाले 97.4 2
6 0.030 0.00033 1.062 * 10 1.63
त व का ितशत < 3
2
6.25 0.028 0.00032 1.012 * 10 1.71
ि थित अनुपात वाले 0
2
त व का ितशत > 10 6.5 0.023 0.00024 0.967 * 10 1.79

िवकृ त त व का ितशत 0
2
6.75 0.019 0.00019 0.951 * 10 1.82
2
7 0.016 0.00016 0.920 * 10 1.88

िच 7. यु लोड का समय चरण


िच 10 िव ेषण के िव थापन
प रणाम को दशाता है, जो िविभ मोटाई
के िलए एक रै खीय पैटन का अनुसरण करते
ह। यह देखा गया है क जब मोटाई 6 और
6.5 िममी के बीच होती है तब रै िखक पैटन िच 8. हाइपरबे रक परी ण सुिवधा
16

िमसेस ेस लॉट क वणता म 6 िममी क


शेल मोटाई तक वृि होती है और उसके
बाद तनाव मू य म मामूली उतार-चढ़ाव के
कारण यह रै िखक हो जाती है।

िच 9. (क) िवकृ त आकृ ित के ल (1600)


(ख) िव थापन (ग) तनाव (घ)) ेन (ङ)
एफओएस

िच 12. िविभ शेल मोटाई के िलए


अिधकतम वॉन-िमस
िमस तनाव
िच 13 म यह दशाया गया है क
सीटीडी ऐ लोशर के िलए सुर ा मक
कारक 6 िममी तक क ती ढाल के साथ
िच 10. िविभ शेल मोटाई के िलए िभ होता है और बाद म िवचरण कम
िव थापन होता है। आंकड़ा 12 और 13 से यह
अनुमान लगाया जा सकता है क 10
एमपीए हाइ ो टे टक तनाव के िलए 6.25
िममी शेल क मोटाई अिधक उपयु है।

िच 11. िविभ शेल मोटाई के िलए


अिधकतम तनाव
जैसा क िच 11 म दशाया गया
है, अिधकतम तनाव भी िविभ मोटाई म िच 13. िविभ शेल मोटाई के िलए
एक रै िखक पैटन का अनुसरण करता है। इस सुर ा मक कारक
बात पर यान दया जाना चािहए क 8. िन कष
सामा य ढलान िवचलन के बावजूद 6 और सीटीडी ससर एन लोशर का िनमाण
6.25 िममी के बीच तनाव लगभग समान प रिमत त व िव ेषण के िन कष के
है। िच 12 से यह ात होता है क वॉन- आधार पर ए ड कै प सिहत 6.25 िममी क
17

िभि मोटाई के साथ कया जाता है और 5. बॉयलर, ए.एस.एम.ई., और कोड,


िच 7 और िच 8 म दशाए गए समय पी.वी. (2019). खंड VIII िडवीजन 1.
चरण के अनुसार 12 एमपीए तक ेशर वे सल के िनमाण हेतु िनयम।
हाइपरबे रक क म इसका परी ण कया 6. बॉयलर, ए.एस.एम.ई., और कोड,
जाता है। िनिमत एन लोशर ने पी.वी. (2019). खंड VIII िडवीजन 2 -
हाइ ो टे टक टाइम लोिडंग को वैकि पक िनयम ेशर वे सल के िनमाण
सफलतापूवक पूरा कया है। इसिलए, यह हेतु िनयम।
िन कष िनकालना उपयु है क, 1000
7. रोक, आर जे और यंग, ड यू सी, ेस
मीटर तक क समु जल गहराई के िलए
एंड ेन के िलए फॉमुला, पांचवां
यह एक मजबूत ा प है। एसएस 316 के
सं करण, मैक ा िहल, यूयॉक, 1975।
िवक प के प म टाइटेिनयम या अ य गैर-
सं ारक सामि य का उपयोग करके भार- 8. मावोर, जेड यू, जूिनयर, एि वन
से- मता अनुपात म सुधार कया जा फ ड और वै रएबल बॉयंसी े के
सकता है, ले कन इससे साम ी और िनमाण, िनरी ण और परी ण पर
मशीिनंग लागत म वृि हो सकती है। सारांश रपोट, वु स होल
ओशनो ा फक इं टी ूशन टे कल
संदभ मेमोरडम नंबर डीएस -15, जनवरी
1. लुईस, ई (1980) ावहा रक लवणता 1965।
के ल 1978 और इसके पूववृ आईईईई
जनल ऑफ ओशिनक इंजीिनय रं ग, 5 9. भारतीय मानक यूरो (बीआईएस),
(1), 3-8। सामा य सिह णुता, भाग 1: ि गत
2. ि पलहास ए एफ (1987), ऑन रिचंग सिह णुता संकेत के िबना रै िखक और
50: बाथीथम ाफ का एक ारं िभक कोणीय आयाम के िलए सिह णुता.
इितहास, समु ौ ोिगक , 28, 19- आईएस 2102-1:1993।
28। 10. संिध, के .के ., और ज़पुनार, जे.
3. इ सिलंग, एफ पी (1989) समु ी (2021). तरल नमक उ तापमान
अनु योग के िलए साम ी के सं ारण वातावरण म है टेलॉय-एन, िम धातु
परी ण हेतु सामा य दशािनदश: एक ए स 750, एसएस 316 और एसएस
परी ण वातावरण के प म समु ी जल 304 के सं ारण का ऊजा िव ेषण। 14
पर एक सािह य समी ा। ि टश (3), 543।
सं ारण जनल, 24 (1), 53-78।
4. वेन, बीसी, 2010 मशीन िडजाइन 11. डेिनस, एम और माइकल, बी
हडबुक बीिजंग: चीन मशीन ेस। (2013)। ेशर वे सल िडजाइन
मैनुअल, ए सेिवयर काशन।
18

12. बॉयलर, ए.एस.एम.ई., और कोड, 15. वेन, बीसी, 2010 मशीन िडजाइन
पी.वी. (2019). खंड VIII िडवीजन 1. हडबुक बीिजंग: चीन मशीन ेस।
ेशर वे सल के िनमाण हेतु िनयम।
16. रोक, आर जे और यंग, ड यू सी, ेस
13. बॉयलर, ए.एस.एम.ई., और कोड,
एंड ेन के िलए फॉमुला, पांचवां
पी.वी. (2019). खंड VIII िडवीजन 2
सं करण, मैक ा िहल, यूयॉक, 1975।
- वैकि पक िनयम श े र वे सल के
िनमाण हेतु िनयम। 17. मावोर, जेड यू, जूिनयर, एि वन
फ ड और वै रएबल बॉयंसी े के
14. भारतीय मानक यूरो (बीआईएस),
िनमाण, िनरी ण और परी ण पर
सामा य सिह णुता, भाग 1: ि गत
सारांश रपोट, वु स होल
सिह णुता संकेत के िबना रै िखक और
ओशनो ा फक इं टी ूशन टे कल
कोणीय आयाम के िलए सिह णुता.
मेमोरडम नंबर डीएस -15, जनवरी
आईएस 2102-1:1993।
1965।

*****
19

फे कल कॉलीफाम
लेरस बेउ लाह एम, कृ पा र म, पंकज वमा, धरणी जी

प रचय: सीवेज संदष


ू ण के संकेतक के प म उपयोग
एक फे कल कोलीफॉम एक ऐि छक कए जाते ह य क वे आमतौर पर मानव
प से अवायवीय, छड़ के आकार का, ाम- और पशु मल म पाए जाते ह। हालां क वे
िनगे टव, गैर- पो ले टंग जीवाणु है। आम तौर पर वयं हािनकारक नह होते ह,
कोलीफॉम बै टी रया आमतौर पर गम खून वे रोगजनक (बीमारी पैदा करने वाले)
वाले जानवर क आंत म उ प होता है। बै टी रया, वायरस और ोटोजोआ क
फे कल कोलीफॉम िप लवण या समान संभािवत उपि थित का संकेत देते ह जो
एजट क उपि थित म वृि करने म स म मानव और पशु पाचन तं म भी रहते ह।
ह, ऑ सीडेज िनगे टव ह, और 44 ± 0.5
पानी म बै टी रया के संभािवत ोत
िड ी सेि सयस पर 48 घंटे के भीतर
जलीय वातावरण म फ कल
लै टोज से एिसड और गैस का उ पादन
कोलीफॉम क उपि थित यह संकेत दे
करते ह। "थम टोलेरट कोलीफॉम" श द
सकती है क पानी मनु य या अ य
अिधक सही है और "फे कल कोलीफॉम"
जानवर क मल साम ी से दूिषत हो गया
वीकृ ित ा कर रहा है.
है। फे कल कोलीफॉम बै टी रया
कोलीफॉम बै टी रया म ऐसे जेनेरा
तनधा रय और पि य से, कृ िष और
शािमल ह जो मल म उ प होते ह (जैसे
तूफान अपवाह से, और मानव सीवेज से
ए चे रिचया) और साथ ही ऐसे जेनेरा भी
कचरे के सीधे िनवहन के मा यम से न दय
शािमल ह जो मल से उ प नह होते ह
म वेश कर सकते ह।
(जैसे एंटरोबै टर, लेबिसएला,
िस ोबै टर)। परख मल संदष ू ण का एक मानव वा य के खतरे :
संकेतक होने का इरादा है; अिधक िवशेष पानी म बड़ी मा ा म फ कल
प से ई. कोलाई जो अ य रोगजनक के कोलीफॉम बै टी रया कु छ अिधका रय के
िलए एक संकेतक सू मजीव है जो मल म अनुसार हािनकारक नह ह, ले कन पानी म
मौजूद हो सकते ह। पानी म फ कल रोगजनक के मौजूद होने के उ जोिखम
कोलीफॉम क उपि थित य प से का संकेत हो सकता है। कु छ जलजिनत
हािनकारक नह हो सकती है, और ज री रोगजनक रोग जो फे कल कोलीफॉम संदषू ण
नह क यह मल क उपि थित का संकेत के साथ मेल खा सकते ह, उनम कान के
हो। सं मण, पेिचश, टाइफाइड बुखार, वायरल
दो बै टी रया समूह , कोलीफॉम और बै टी रयल गै ोएंटेराइ टस और
और फे कल े टोकॉसी के सद य, संभािवत हेपेटाइ टस ए शािमल ह।
20

फे कल कोलीफॉम यु अनुपचा रत पानी म फे कल कोलीफॉम के


काबिनक पदाथ पयावरण के िलए िव ेषण के िलए मे ेन फ ेशन पसंदीदा
हािनकारक हो सकते ह। न दय या तरीका है। परी ण कए जाने वाले नमूने
जलमाग म छोड़े जाने पर इस साम ी का िवशेष ताकना आकार (आमतौर पर 0.45
एरोिबक अपघटन घिलटू ऑ सीजन के तर माइ ोमीटर) के एक फ टर के मा यम से
को कम कर सकता है। यह मछली और अ य पा रत कए जाते ह। पानी म मौजूद
जलीय जीवन को मारने के िलए ऑ सीजन सू मजीव फ टर क सतह पर रहते ह।
के तर को काफ कम कर सकता है। फ टर को एक चुिनंदा मा यम के साथ
अपिश जल म फ कल कोलीफॉम क कमी टराइल पे ी िडश म रखा जाता है, वांिछत
के िलए लोरीन और अ य क टाणुनाशक जीव के िवकास को ो सािहत कया जाता
के उपयोग क आव यकता हो सकती है। है, जब क अ य गैर-लि त जीव को दबा
ऐसी साम ी फे कल कोलीफॉम और रोग दया जाता है। येक कोिशका एक अलग
जीवाणु को मार सकती है। वे जलीय कॉलोनी म िवकिसत होती है, िजसे सीधे
वातावरण के उिचत संतल ु न के िलए िगना जा सकता है, और ारं िभक इनोकु लम
आव यक जीवाणु को भी मारते ह, उन आकार िनधा रत कया जा सकता है। आम
जीवाणु पर िनभर जाितय के अि त व तौर पर ित फ़ टर 20 से 60 कॉलोिनय
को खतरे म डालते ह। इसिलए फ कल क अंितम वांछनीय कॉलोनी घन व सीमा
कोलीफॉम के उ तर के िलए लोरीन के ा करने के ल य के साथ, पानी के
उ तर क आव यकता होती है, िजससे परी ण और फ़ टर के िलए 100
उन जलीय जीव को खतरा होता ह। िमलीलीटर क नमूना मा ा का उपयोग
कया जाएगा। दूिषत ोत को "गणनीय"
फ कल कोलीफॉम का िव ष े ण:
िझ ली ा करने के िलए डाइ यूट पड़ने
य द बढ़ो री के िलए प रि थितयाँ
क आव यकता हो सकती है। फ़ टर को
सही ह तो बै टी रया तेजी से जनन करते
M-FC agar यु पे ी िडश पर रखा जाता
ह। अिधकांश जीवाणु भोजन के साथ अंधेरे,
है और 44.5 °C (112.1 िड ी F) पर 24
गम, नम वातावरण म सबसे अ छे प म
घंटे के िलए इन यूबेट कया जाता है। यह
िवकिसत होते ह। जब ठोस मीिडया पर
ऊंचा तापमान गैर-मल बै टी रया को िहट-
उगाया जाता है, तो कु छ बै टी रया
शॉक देता है और उनक वृि को दबा देता
कॉलोिनय का िनमाण करते ह य क वे
है। जैस-े जैसे फे कल कॉलीफॉम कॉलोिनयां
गुणा करते ह जो देखने म काफ बड़े हो
बढ़ती ह, वे एक एिसड ( कि वत लै टोज
सकते ह। पानी के एक नमूने से फे कल
के मा यम से) उ प करते ह जो अगार म
कोलीफॉम बै टी रया क कॉलोिनय को
एिनिलन डाई के साथ ित या करता है,
िवकिसत और िगनकर, मूल प से मौजूद
िजससे कॉलोिनय को उनका नीला रं ग
बै टी रया क मा ा िनधा रत क जा
िमलता है।
सकती है।
21

कोलीफॉम का पता लगाने के नए


तरीके कोलीफॉम के संकेतक के प म
िविश एंजाइम सब े स पर आधा रत ह।
ये जांच डाई से जुड़ी चीनी का उपयोग
करती ह, िजस पर जब एंजाइम बीटा-
गैले टोिसडेज़ ारा काय कया जाता है, तो
एक िवशेष रं ग का उ पादन होता है।
एंजाइम बीटा-गैले टोिसडेस आम तौर पर
कोलीफॉम के िलए एक माकर है और
एंजाइम िविश लाइकोसाइ साइ स जैसे ओ-
नाइ ो फनाइल-बीटा-डी-गै गैले टोज के
हाइ ोिलिसस ारा परखा जा सकता है।
जांच म आम तौर पर एक अलग डाई से
जुड़ी दूसरी सुगर शािमल होती है, जो
एंजाइम बीटा- लुकुरोिनडेस ारा काय
करने पर एक लोरोसट उ पाद बनाती है।
य क ई.कोली बीटा-गैले टोिसडेज़ और
बीटा- लुकुरोिनडेज़ दोन का उ पादन
करता है, दो रं ग के संयोजन से कोलीफ़ॉम
और ई.कोलाई को क ही बतन म अलग
करना और इसक मा ा िनधा रत करना
संभव हो जाता है।
िच 1. िविभ समु ी जल के नमून म
एमई अगार पर एंटरोकोकस क गहरी लाल
कॉलोन

*****
22

गहरे समु के सू मजीव म मेटागेनोिमक अंतदृि


ं री बी, सा
करपगा राजा सुद ह रहरन एसएस, िवजया राघवन आर, ीशमा एम, बामथी एस,
धरणी जी.

महासागर माइ ोबायोम वैि क अनुकरण कया है, िजसे काया मक िनंग
जैव-भू-रासायिनक च , मुख बायोमास के साथ जोड़ा जा सकता है। आई-िचप
उ पादन और तटीय एवं समु ी वातावरण िविध का उपयोग एक उपकरण म जुड़े 192
म पोषक त व के पुनच ण म मह वपूण सार क के साथ एक इन-सीटू संवधन
भूिमका िनभाता है। गहरा समु ी जैवम डल तकनीक के प म कया गया था, जो समु ी
(पेलािजक और बिथक) पृ वी पर सबसे जल और िम ी के नमून के िलए मानक
बल एवं िन अ ययन वाले पा रि थितक खेती तकनीक क तुलना म पयावरणीय
तं म से एक है। अरब सागर को सू मजीव क समानांतर संवधन और
महासागरीय दुिनया म सबसे गितशील जीवाणु िविवधता म वृि क अनुमित देती
समु म से एक माना जाता है जो गहरे है। हाल ही म, माइ ोिपपेट टप का
समु के नीचे तलछट के मह व पर भारी उपयोग करते ए आई- टप िविध के अंतगत
काश डालने वाली न दय के ोत से - एक इन-सीटू संवधन तकनीक का उपयोग
5×108 टन तक तलछट जमा करता है। ताजे पानी के पंज म माइ ोिबयल
उ ोग , िच क सीय और कृ िष म इसके िविवधता का अ ययन करने के िलए कया
िवशाल जैव ौ ोिगक अनु योग के गया था। रास ौसं म, हम अरब सागर से
कारण जैव स य यौिगक क पहचान के ाकृ ितक वातावरण म गहरे समु ी
िलए समु ी सू मजीव क जैव पूव ण सू मजीव के संवधन के िलए इसी तरह क
मता पर कई शोध रपोट यान क त आई- टप प ित का उपयोग करते ह। हमने
करती ह। कसी भी पयावरणीय नमूने म ओआरवी सागर िनिध ( ू ज नंबर एसएन-
सू म जीव क िवशाल िविवधता होती है, 137) म गु वाकषण कोरर का उपयोग
ले कन रोगाणु क िन संवधन मता के करके 3354 मीटर और 3929 मीटर क
कारण खतनारिहत जीव क जैव-पूव ण गहराई पर अरब सागर तलछट के नमूने
मता का पता लगाया जाता है। एक कए ह। हमने आई- टप िविध
सू मजीव के संवधन क प ितय अपनाई जो एक इन-सीटू क टीवेशन
म सुधार के िलए हाल ही म कई तकनीक िडवाइस (1 एमएल माइ ो टप) है जो
का िवकास कया गया है, िजसम तलछट म ाकृ ितक रासायिनक यौिगक को
मेटागेनोिमक दृि कोण और सं कृ ित- वतं िड यूज़न क अनुमित देता है, िजससे
डीएनए अनु म जानकारी के मा यम से सू मजीव को उनके ाकृ ितक वातावरण म
योगशाला म ाकृ ितक वातावरण का मौजूद पोषक त व का उपयोग करके टप
23

म रखे गए अगर म िवकिसत होने क (WGS) शािमल ह, िज ह ने सू मजीव क


अनुमित िमलती है। इस प ित के मा यम िविवधता क पहचान करने और िविभ
से, 106 अि तीय जीवाणु समूह क वातावरण म माइ ोिबयल ब तायत का
पहचान क गई, िजनम से कई अनुमान लगाने के िलए डीएनए अनु म
ए ीमो फिलक जीव थे जो ज़ोबेल समु ी िव ेषण का माग श त कया है। अपनी
आगर मीिडया के साथ मानक िविध म नह सुिवधानुसार कसी भी चुने ए नमूने
पाए गए थे। क टीवेशन के आई- टप तरीके (तलछट / पानी के नमून)े से कु ल मेटाजेनोम
हम अ के िनवोरै स, हैलोमोनास और डीएनए के पूण-जीनोम शॉटगन अनु मण
साइकोबै टर प मोिनस, कु शने रया से हम संपूण जीनोम जानकारी और इसके
कोनोिसरी, हैलोमोनस मे रिडयाना, काया मक माग क भिव यवाणी करने के
हैलोमोनास ए ामरीना, सेिलिनकोकस साथ-साथ जीवन के सभी े से जैव
एसपी. अ के िनवोरै स वेनु टिसस, िविवधता को उजागर करने म मदद
ने टु नोमोनस फाइको फला और िमलेगी। नैनोपोर लॉ ग रीड सी िसंग
ओशनोबैिसलस एिडंगिसस जैसे कु छ तकनीक के मा यम से ऊपर विणत I- टप
मह वपूण ए ीमो फिलक समु ी जीव िविध के िलए उपयोग कए जाने वाले
को अलग करने के िलए े रत करते ह । समान अरब सागर तलछट के िलए
मेटाजेनोिम स एक अय मेटाजेनोम अनु मण कया गया था।
प रवतनवादी अवधारणा है जो कसी भी िसिलको बायोइनफॉरमै ट स टू स का
पयावरणीय नमूने से संपूण माइ ोिबयल उपयोग करते ए टै सोनॉिमक िव ेषण से
जैव िविवधता का पता लगाने का माग कई बै टी रयल फाइला का पता चला,
श त करती है, जो क कु ल डीएनए को िजनम से ोटीनबै टी रया सबसे चुर
िनकालने के िलए असं कृ त आधा रत मा ा म पाया गया, िजसके बाद बै टी रया
दृि कोण के मा यम से होती है और और एि टनोबै टी रया पाए गए थे।
वग करण संबंधी अंतदृि और उनके गैम ोटोबै टी रया के भीतर, मुख समु ी
काया मक मह व को समझने के साथ-साथ जीव को शरण देने वाले टै सोनॉिमक
िविभ पा रि थितक िनशान के अनुकूलन ऑडर अ के नीवोराके सी और हैलोमोनैडस े ी
के िलए उनके अनु म क पहचान करती है। को तलछट मेटागेनोम के उ अनुपात म
मेटाजेनोिम स के साथ िमलकर उ - ूपुट अ छी तरह से दशाया गया था। इस तलछट
अनु मण तकनीक के आगमन ने मेटाजेनोम से पहचाने जाने वाले मुख
माइ ोिबयल इको-जीनोिम स के े म समु ी जेनेरा म ओशनोबैिसलस,
खासा प वतन ला दया है। मेटाजेनोिम स साइकोबै टर, अ के िनवोरै स (ए के न
म सबसे अिधक उपयोग कए जाने वाले िड ेिडंग सद य), कांिगएला (हेलो फिलक
दृि कोण म 16S एि लकॉन अनु मण समु ी जीवाणु) शािमल ह।
और संपूण जीनोम शॉटगन अनु मण
24

गहरे समु के अवसाद के काया मक के नमून का उ ितिनिध व दखाते ह।


मेटागेनोिमक िव ेषण ने भी गहरे समु से जीसी-एमएस िव ेषण के मा यम से
जैविन ीकरण जीन क अिधकता क तलछट म हाइ ोकाबन क उपि थित का
सूचना दी, जो िनरं तर काबिनक दूषक के भी अनुमान लगाया गया था िजसम
खिनजकरण म मह वपूण भूिमका िनभाते डोडेकेन और 2,4-डाइ-टट- यू टलफे नोल,
ह। ऐसी रपोट सामने आ रही ह जो बताती और हे साडेकेनोइक एिसड क उपि थित
ह क अरब के समु ी तलछट के नमून म का पता चला है, जो समु के वातावरण म
मुख बायोरे मेिडएशन और बायोिड ेडश े न हाइ ोकाबन को कम करने के िलए उपरो
एंजाइम पाए गए ह, िजनका तेल रसाव, अनुमािनत हाइ ोकाबन िड ेिडंग एंजाइम
बायो-सफ टट उ पादन, पे ोिलयम रण िस ेचर के िलए इन रोगाणु क भूिमका
और कपड़ा रं ग म संभािवत अनु योग है। का संकेत देते ह।
रास ौसं म, हमने अरब सागर के ओएमजेड मेटागेनोिमक लोन के काय
े म िनिहत दूषक डे ािडंग एंजाइम को आधा रत न को पूरा करने के िलए
टैप करने के िलए लाि टक, डाई और समु ी आवास से बड़े-सि मिलत
हाइ ोकाबन रण म शािमल तलछट मेटागेनोिमक लाइ ेरी का िनमाण
मेटाजेनोम से बायोरे मेिडएशन एंजाइम का मह वपूण है। रास ौसं म, हम डीप ओशन
अनुमान लगाने के िलए रे मीडीबी डेटाबेस िमशन ो ाम के तहत गहरे समु के नमून
िवकिसत कया है। अरब सागर के तलछट के िलए मेटागेनोिमक लाइ ेरी के िनमाण म
मेटाजेनोम म अनुमािनत सबसे सामा य शािमल रहे ह। हमने उपयु फॉि मड
हाइ ोकाबन-िड ेिडंग एंजाइम म वे टर के साथ बड़े डीएनए अंश (40 के बी
मोनोऑ सीिजनेस, िमथाइले टरे ज़, लैकेस का डीएनए आकार डाल) क लोिनंग करने
और बजोएट डाइऑ सीजनेज़ शािमल ह, के िलए आव यक उ आणिवक भार
जो सू म जीव ारा तेल रसाव के दौरान डीएनए को अलग करने के िलए ोटोकॉल
हाइ ोकाबन को मेटाबोलाइज़ करने के को अनुकूिलत कया है। महासागर
िलए उ प हो सकते ह। हम तलछट अनुसंधान पोत, सागर मंजूशा (एसएएमए
मेटाजेनोम म फे िनलैसेटेि डहाइड 10) का उपयोग करके अरब सागर खाड़ी से
िडहाइ ोजनेज, टाइरीन से 850 मीटर (एम-एएसएम2बी)
मोनोऑ सीिजनेज, कै टालेज और पीएलए [12.988333°उ/ 73.600283°पू] क
डेपोलीमरे ज़ जैसे कु छ मह वपूण एंजाइम गहराई के साथ और 280 मीटर (एम-
क भी अनुमान लगा सकते ह जो लाि टक एएसएम2टी) [12.968964°
रण के िलए िज मेदार ह । डाई िड ेडश े न उ/73.537322° पू] क गहराई वाली
से जुड़े मगनीज पेरो सीडेज, पॉलीफे िनल खाड़ी के शीष से तलछट के नमूने एक
ऑ सीडेज, टाइरोिसनेज और वेरे ील कए गए थे। दोन तलछट के नमूने से उ
अ कोहल ऑ सीडेज तलछट के िन को ट आणिवक भार मेटागेनोिमक डीएनए
25

(40kb) ा कया गया था, िजसका टै सोनोिमक िविवधता को समझने और


उपयोग बड़ी सं या म मेटागेनोिमक लोन औ ोिगक मह व के साथ काया मक जीन
बनाने हेतु मेटागेनोम लाइ ेरी के िनमाण के िस ेचर का अनुमान लगाने के िलए उसी
िलए कया गया था। गहरे समु के नमून से नमूने से मेटाजेनोम अनु मण भी कया जा
बड़ी सं या म मेटागेनोिमक लोन ा रहा है। इसिलए, अनु मण आधा रत प ित
कए गए िजनका उपयोग िविश एंजाइम के मा यम से गहरे समु के रोगाणु म
के िलए उपयु स स ेट के साथ फाइटेज, मेटागेनोिमक अंतदृि और मेटागेनोिमक
लाइपेज, फॉ फे टेज आ द सिहत औ ोिगक लोन क िनंग से हम काया मक प से
प से मह वपूण एंजाइम क काया मक मह वपूण जीन िस ेचर/ नॉवेल एंजाइम
जांच के िलए कया जा रहा है। इसके
अलावा, इन एंजाइम को या तो सीधे क जैव-संभावना म मदद िमलेगी जो
संभािवत गहरे समु ी ेन से शोिधत औ ोिगक अनु योग के िलए बड़े पैमाने पर
कया जाएगा या इसे बड़े पैमाने पर पुनः उ पा दत कए जा सकते ह।
संयोजक लोन के प म उ पा दत कया
जाएगा जो औ ोिगक अनु योग के िलए
उपयोगी होगा। तलछट नमूने क

*****
26

अ तजलीय संरचना म ित आकलन हेतु उ त तकनीक


अ णा कु मार अवुला, अिभषेक त वा, अं कत कु मार िवमल, डीवी ीनाथ रे ी, अ ला नवीन कु मार,
अ ण िस ाथ, इलावरसन एम. ारा

पोट और हाबर जैसी तटीय को ेकवाटर के पुनिनवेशन के िलए


संरचनाएं कसी रा के सामािजक
सामािजक-आिथक उपचारा मक उपाय दान करने क
िवकास को दृढ़ बनाने म ब त मह वपूण िज़ मेदारी स पी गई थी।
थी उपचारा मक
भूिमका िनभाती ह। इसिलए
इसिलए, थािपत उपाय का पता लगाने के िलए , िपछले
उ ोग मानक के अनुसार इन संरचना िडजाइन का िव तृत िव ेषण और क
े वाटर
का िनमाण करना और उसके अनुसार के नुकसान का आकलन कया जाना था।
योजना को याि वत करना आव यक है।
कभी-कभी, संरचना के िडजाइन को
भािवत करने वाले मापद ड (तरं ग,
वार, थलाकृ ित और बैथीमे ीआ दद) का
मू यांकन ठीक से नह कया जाता है
िजसके फल व प िडजाइन उपयु नह
बन पाता जो बाद म संरचना क िवफलता
का कारण बनता है।
िच 2 ेकवाटर का ए रयल ोन दृ य

िच 1 ेकवाटर के ित त खंड का दृ य
िच 3 ेकवाटर क अ तजलीय ि थित
हाल ही म रास ौसं ारा ेकवाटर से
िपछले अ ययन के आधार पर िपछले
संबि धत एक ऐसा ही मामला देखा गया
िडजाइन का िव ेषण कया जा सकता है।
है, िजसम तरं ग बल के यूनतम आकलन
ेकवाटर के नुकसान का आकलन करना
और िनमाण के दौरान िडजाइन से िवचलन
एक बड़ी चुनौती है य क इसका मह वपूण
के कारण ेकवाटर के ंक और हेड से शन
िह सा अ तजलीय है और ेकर जोन म है।
का जं शन ित त हो गए ह ह। रास ौसं
एक इं जीिनय रं ग समाधान करने के िलए,
27

ढलान के साथ ित त थान का सटीक समाधान तुत कया है। जल तर के ऊपर


मू यांकन आव यक है। ेक वॉटर के िह से का हवाई
हवा थलाकृ ित के
साथ और अ तजलीय
िह से का 3-डी अंडरवाटर इमेिजंग
के साथ मू यांकन कया जाएगा। फ ड
जांच के कु छ प रणाम नीचे दए गए िच
म दशाए गए ह।
एकि त आंकड़ के िव तृत िव ेषण
के बाद, रास ौसं ारा ेकवाटर के
संशोिधत िडजाइन का िनमाण
िनमा कया गया
िच 4 ेकवाटर के पुरोभाग का दृ य
है। बाद म संशोिधत िडजाइन को भौितक
प रयोजना क आव यकता को मॉडल अ ययन के साथ मा य कया गया।
पूरा करने के िलए, एनआईओटी ने 3-डी
अंडरवाटर इमेिजंग के साथ ए रयल ोन
थलाकृ ित के संयोजन का एक अिभनव

*****
28

आजादी के 75 साल एक वै ािनक दृि कोण


िवकास पा डेय

हमारे देश को वतं ता ा ए 75 के िलए यादा समय नह थ करना


वष हो चुके ह, जो क हम सभी पड़ता। आज हम घर बैठे ही बक से जुड़ी
भारतवािसय ने अभी हाल म ही मनाया सभी सुिवधाएं सहजता से ा कर लेते ह।
है। गत वष 21 माच 2021 को हमारे
िमशन मंगलः- महज 75 वष म ही
धानमं ी नरे मोदी जी ने अहमदाबाद के
भारत आज दुिनया के उन 5 देश म शुमार
साबरमती आ म म दीप विलत कर के
है, िज ह ने सफलतापूवक गैर-मानवीय
आजादी का अमृत महो वस आर भ कया
अंत र यान को मंगल ह क क पर
था। आजादी का यह महो सव 15 अग त
उतारा है। पर तु यह सफलता और भी
2023 अग त तक के िलए है। और इसी
यादा मह वपूण है य क हमने यह
अवसर पर भारत के 75 साल म ए
कारनामा थम यास म और सबसे कम
बदलाव के बारे म एक वै ािनक दृि कोण
लागत म पूण क । अगर कड़ क माने तो
यहाँ पर विणत करने क यथास मभव
भारत के मंगल िमशन का बजट हॉलीवुड
कोिशश है।
क िस फ य ैिवटी से भी कम ह। इस
िपछले 75 वष म हमारे देश ने
से एक बात का अ देशा लगाया जा सकता
ब मुखी िवकास देखा है। चाहे वह तकनीक
है, क िजतना धन अ य देश फ म नाने म
क बात हो यह फर दूसरे ह पर प च ँ ने
लगाते ह उतने म हम मंगल तक प च ँ गए
क।
अगर हम अपने ोत को बेह र तरीके से
िडिजटल भारत अगर हम अपने देश
उपयोग कर तो वह समय दूर नह जब
को एक नया देश कहे तो इसम कोई
भारत का झ डा ा ड के के ई ह पर
अित योि नह होगी। अपने देश को
लगा दखाई देगा। भारत क यह
आजाद ए अभी 75 वष ही ए ह और
िमत ियता क वजह से आज िव के अ य
हमने इतने कम समय म म ही कई देश को
देश भी अपनी सैटेलाइ स को आज हमारे
पछाड़ दया है। आज हम िडिजटल इंिडया
ज रए अंत र म प च ँ ा रहे ह।
के प म एक नया भारत देखने को िमलता
है। इन 75 वष म भारत एक नए युग क डीप ओशन िमशनः- जैसा क
तरफ अ सर है। आज यादातर च जे ार भ म ब मुखी िवकास का िज कया
िडिजटल हो चुक है, चाहे वह समाचार का था, हमने गत 75 वष म न के वल अंत र
े हो, या ा करने क िलए टकट हो, म अपना लोहा मनवाया है अिपतु आज हम
िबजली, पानी या अ य सेवा का भुगतान धरती के गभ म भी उतनी ही सफलतापूवक
ह । आज भारतवािसय को इन सब चीज अ सर ह। भारत ने हाल म ही “ डीप
29

ओशन िमशन” को हरी झ डी दखाई है व तु बनायेगा बि क दूसरे देश भी अपनी


िजसके अंतगत हम समु के गभ म समायी ज रत को पूरा करने के िलए भारत पर
जीिवत व अजीिवत त पर काश िनभर रहगे।
डालने म स म हो सके ग।
उपसंहारः- भारत कई वष
मेक इन इं िडयाः- संभवतः सबसे तक गुलामी क जंजीर से बंधा रहा। ब त
बड़ी ांित जो िपछले कु छ वष म हमने संघष के बाद हम 1947 म आजादी ा
देखा है वह है हमारे वतमान धानमं ी ई। आजादी के इन िपछले 75 वष म आज
ारा शु क गई मेक इन इं िडया मुिहम। भारत ौ ोिगक , अंत र िव ान, नई
आज हमारे देश म नए िवचार को तकनी कय व अिभयांि क के िजस मुकाम
ो साहन िमल रहा है। आज भारत सरकार पर खड़ा है, वह शायद ही कसी अ य देश
चीज का भारत म ही िनमाण को लेकर के िलए संभव होता। आज दुिनया के कई
काफ जाग क है तथा हर ऐसी चीजे के िवकिसत देश भारत को अपना िम देश
िनमाण म ज री मदद के िलए हमेशा बनाने के िलए त पर है। भारत िजस वेग से
त पर रहती है। उ ित के पथ पर बढ़ा है, हम के वल यह
हालांक अभी स पूण मेक इन अंदाजा ही लगा सकते ह क अगले 75 वष
इि डया म समय है पर तु देश वािसय म म हम िव गु बनकर शीष पर
उ साह व जूनून को देखते ए यह ज र िवराजमान ह गे।
कहा जा सकता है क आने वाले कु छ वष म
भारत न िसफ अपने देशवािसय के िलए
30

मिहला सशि करण


ित ा देवगडे

हमारे समाज एवं सं कृ ित क दो समाज क क पना करना थ है। नारी के


मह वपूण िवशेषताएं वण व था और अनुभूितय का संबंध उनके इ छाशि के
िपतृस ा मक व था ने समाज को सदैव सार से है एवं उनक इ छाशि का
धूिमल एवं कुं ठत कया है। वण व था ने सार, उनक वतं ता क िनशानी है। ी
जहाँ मनु य को वण के आधार पर बाँटकर क अनुभूितय क वतं ता नए समाज का
मानव के एक वग के अि त व पर ही व है परं तु इसका यह मतलब नह क
िच ह लगा दया है, वही समाज के उसे उपभोग क व तु के प म देखा जाए।
िपतृस ा मक व था ने नारी के अि त व ी जीवन क इह िवडंबना ,
को ख म करने का ापक पंच रचा है िजजीिवषा तथा संघषशीलता को आज
क तु वतमान समय म देश म ना रय का क वतमान ना रय ने बदला है।
एक ऐसा भी वग है जो िशि त एवं सजक
“एक श द भी ऐसा नह
जाग क है। उसे अपने पैर पर खड़ा होने के
जो उसके मह व को बयान कर सके ”
िलए पु ष पी बैशाखी क आव यकता
नह है। वामी िववेकानंद जी ने कहा था आज क ी आगे बढ़ने क , जीवन एवं
“िजस कार एक प ी एक पंख से उड़ नह समाज के ित े म कु छ - कर गुजरने के ,
सकता उसी कार समाज मिहला क अपने अथक यास से पूरी दुिनया म तथा
उपे ा करके िवकिसत नह हो सकता है। प र म से सश इबारत िलखने क िजसम
कोई भी समाज अपने आधे िह स को मिहला को अबला प म न देखा जाए।
उपेि त, तािड़त तथा दिलत बनाकर रा ीय तर पर मिहला सशि करण के
अपने संपूण िवकास का दावा नह कर िलए सरकारी यास कये जा रहे ह –
सकता है। समाज म मिहला क ि थित सबला योजना, इं दरा गांधी मातृ व
एवं उनके अिधकार म वृि ही मिहला सहयोग योजना, उ वला योजना, िलंग
सशि करण है। परी ण रोकथाम िवधेयक आ द। आिथक
मिहलाएं समाज को िवकिसत एवं िव ीय सुिवधा भी दान क जा रही है
समृ बनाती है य द आप एक पु ष को िजससे नारी सशि करण को और मजबूती
िशि त कर रहे है, तो आप के वल एक पु ष दान हो।मिहला बक थापना एस.एच.जी.
को िशि त कर रहे ह। पर तु य द आप एक को ो साहन, नौक रय म आर ण, टै स
मिहला को िशि त कर रहे ह तो आप आने म छू ट आ द। कानूनी सुर ा के मा यम से
वाली पूरी पीढ़ी को िशि त कर रह है। मिहला को दीन ि थित से िनकालने का
मिहला क मता को नजरअंदाज करके अथक यास कया जा रहा है। दहेज
31

िनवारण अिधिनयम 1961, घरे लू िहंसा अवधारणा, बािलका छा वृि योजना


अिधिनयम 2005, मिहला यायालय, यौन आ द।
िहंसा रोकथाम िवधेयक।
िन कषः
शै िणक एवं सामािजक े म कये
म कसीसमुदाय के िवकास का
जाने वाले क याणकारी काय का मिहला
आकलन समुदाय क ि य ारा ा कये
सशि करण को मजबूत बनाने के िलए
गए िवकास के प रणाम से क ँ गा – डॉ. बी.
िजसम सभी कार क िहंसा – शारी रक,
आर. अ बेडकर
मानिसक दहेज संबध ं ी ताड़ना कामुकता
संबंधी दु वहार आ द से मिहला के
बचाव के उपाय कये जा सके – जन
जाग कता, बेटा-बेटी एकसमान क
32

रा िनमाण म िश क क भूिमका
दलीप कु मार झॉ

िश ा एक ऐसा श द है जो येक आते थे इसका मुख कारण यह था क


मनु य के जीवन को बेह र बनाने के िलए िश क के ान का तर ब त ही उ को ट
अित आव यक है जो का था और उनके पढ़ाने के तरीके ब त ही
इंसान िश ा को जन-जन तक सरल थे। िश ा ऐसी चीज है जो लगातार
प चं ाने का काम करता है उसे हम िश क यास करने से हम आसानी से समझ म आ
कहते ह। िश ा एवं िश क का मह व जाती है। किव रहीम के ारा एक दोहा
आ दकाल से रहा है। हमने रामायण एवं िलखा गया था िजसम उ ह ने लगातार
महाभारत म िश क के प म िति त यास पर जोर दया था। वह दोहा कु छ इस
अनेक गु के बारे म सुना है। हमने यह कार ह।
देखा क कै से गु ौण ने अपने िश य अजुन
करत करत अ यास के जड़मत होत सुजान
को िव का बेहतर धनुरधारी बनाया था।
र सरी आवत-जात से िशल पर परत
एक ब ा अपने ज म से लेकर बुढ़ापे
िनशान।
तक िश ा हण करता रहता है। ब े को
अ छी िश ा िमलने से उनका च र , उपयु दोहे के ारा उ ह ने लगातार
सं कार एवं उनके ान म वृि होता है। जो यास करने पर बल दया। एक अ छा
उनक िज दगी म एक बेहतर इं सान बनने िश क ब को तब तक पढ़ाता है जब तक
म मदद करता है। इस ान को देने के िलए क उसे वह का उ र अ छी तरह से
हम एक बेहतर िश क क ज रत होती ह समझ नह आ जाता ह। अ छे िश क का
य क एक बेहतर िश क ब क ज रत मूल कत यह है क वह ब े क कमजोरी
के िहसाब से और उनके अंदर छु पे गुण को को समझकर फर उसे समझाने का यास
पहचान कर उनक ान दान करता है। कर। अ छे िश क ब े के अंदर दबे ए गुण
एक बेहतर रा िनमाण के िलए यह ब त को पहचानकर उसे बाहर लाने का यास
ज री है क हमारे िश क भी उ को ट के करता ह।
ानी ह । जैसा क हम सभी जानते ह क
ाचीन काल म भारत िश ा के े भारत र पुर कार से स मािनत महान
म िव गु कहलाता था। हमारे देश म एक क े ट िखलाड़ी सिचन तदूलकर पढ़ाई म
से बढ़कर एक िव िव ालय थे जैसे नालंदा ब त कमजोर थे। य द उनके गु रामाकांत
िव िव ालय, त िशला िव िव ालय आचेकर उनके अंदर के ट क छु पी ई
और िव मिशला िव िव ालय आ द। इन ितभा को नह पहचानते तो या हम
म दूर-दूर से िव ाथ िश ा हण करने सिचन जैसा महान िखलाड़ी को जानने का
33

मौका िमलता। एक बेहतर िश क का रा अपने छा से अ छी फ स लेते ह। ऐसा


िनमाण म ब त बड़ा योगदान होता ह। नह है यह काम सारे िश क करते ह ले कन
आ द काल से यह था चली आ रही कु छ िश क ने ऐसा काम करके सभी
है क हमारे समाज म िश क को ब त ही िश क को बदनाम कर दया है।
आदर एवं स मान दया जाता रहा ह। ऐसा िश क के ित अपने स मान और
कहा जाता है क य द हमारे समाने हमारे उनके सामािजक मह व को समझते ए
िश क, माता-िपता एवं भगवान सभी एक हमारे पूव रा पित सवप ली राधाकृ णन ने
साथ खड़े ह तो ऐसी ि थित म भी हम अपने ज म दवस “5 िसंतबर को िश क
सबसे पहले अपने िश क को णाम करना दवस” के प म मनाने का आ ह कया
चािहए। यह इस बात तीक ह समाज म था। यह िश क के ित हमारे स मान को
िश क को कतना आदर एवं स मान ा दशाता है। अ छे िश क रा िनमाण म एक
ह। इसक सबसे बड़ी वजह यह है क ब त अहम भूिमका िनभाते ह। हम हर साल
िश क ब को पढ़ाते ह और ब को रा अपने अ छे िश क का स मान करते ह।
का भिव य माना जाता है। इस तरह से य द और अ छे िश क ब म अ छे च र का
हम देखे तो यह प हो जाता है क िनमाण करते ह जो क रा िनमाण के ब त
िश क के हाथ म देश एवं समाज का ही ज री है। हम िश क को उिचत
भिव य है िजसे बनाने क िज मेदारी इनके स मान, अ छावेतन, इ या द देना चािहए
मजबूत कं ध पर ह। आज बदलते ए ता क वे हमारे ब को अ छी िश ा एवं
प रवेश म िश क के तर म भी िगरावट अ छा च र देकर एक बेहतर रा का
ई िजसक वजह से ित दन हम अखबार िनमाण कर सक।
म यह सुनने को िमलता है क िश क ने
अपनी छा ा के साथ दुराचार कया। इसके
अलावा आज िश क ने िश ा को एक
ापार का प दे दया है। िजसम वह

*****
34

ब के िवकास म इले ॉिनक गैजे स के फायदे और नुकसान



े ा लोखंडे

तावना- एक स य कहावत ब के िवकास म ये उपकरण काम आ


है क आव यकता ही अिव कार क जननी सकते ह। य द मया दत उपयोग कया जाए
है। आज का युग िव ान का युग है तो ये गैसे स ब के िलए िश क क भांित
आव यकता के अनु प अिव कार होते जा काम आ सकते ह। कु छ समय इन उपकरण
रहे ह। इन अवकाश म मह वपूण अिव कार के साथ बीताना उनका ान बढ़ा सकता ह।
है इले ॉिनक उपकरण जो हमारे जीवन वो देश दुिनया क सूचना के बारे म जान
का अिभ िह सा बन चुके ह। और सबसे सकते ह अपने िश ण से संबिधत
मह वूपूण बात है क बड़ो के साथ ब े भी जानका रयाँ जुटा सकते ह और यहाँ तक क
इले ॉिनक उपकरण के उपयोग से अछू ते िवभीन पा म संबधी क ा म भाग
नह रह। इले ॉिनक उपकरण हमारे दैिनक लेकर अपने खाली समय का उपयोग कर
जीवन को सरल और सुिवधा यु बनाने के सकते ह। थोड़ा समय वीिडय गे स जैसे
िलए अिव कार कए गए ह। पर तु हर िस े गैजे स म बीताना ब के दमाग को
के दो पहलू होते ह। उसी तरह इले ािनक के ि त व तरोताजा कर सकता है। ऊजा के
उपकरण को फायदे के साथ-साथ नुकसान युग म जहा हर चीज ऑनलाईन हो गई ह
भी ह खासकर ब के िलए, जो आज के इन इले ॉिनक गैजे स के िबना ब का
युग म इन इले ािनक उपकरण पर ब त आगे बढ़ना असंभव सा तीत होता ह।
िनभर होते जा रहे ह जो क एक हद तक ही ऑनलाईन मी टंगस, लासेस, कोिडंग,
सही ह। ब का िवकास इस बात पर ितयोिगताऍ, िबना इले ॉिनक उपकरण
िनभर करता है क वह कस वातावरण म के इ तेमाल के असंभव सा ह। ब े
रह रह ह, कस प रवेश म उनका लालन इले ॉिनक उपकरण के इ तेमाल से अपने
पालन हो रहा है। वह जो देखता है, सुनता माता-िपता पर िनभरता कम कर सकते ह
है, वही सीखता है। आज हर ि के पास खासकर िजनके माता िपता दोन कायारत
कोई न कोई इले ॉिनक गैजेट होता ह जैसे हो यह ब के आ मिनभर बनाने म मदद
मोबाइल। ब ा बचपन से ही अपने माता करता है ब े मनोरं जन के िलए इले ॉिनक
िपता को मोबाइल का उपयोग करते ए गैजे स का उपयोग कर सकते ह। जो उनके
देखता ह और सीखता ह। इन गैजे स का िवकास म योगदान दे सकता ह।
उपयोग करना एक हद तक ही उिचत ह।
इले ॉिनक गैजे स के नुकसान – छोटे
इले टॉिनक गैजे स के फायदे - ब े िम ी के पुतले के समान माने जाते ह
इले टॉिनक गैजे स आमजन क उ ह जैसे माहोल म ढालो वो वैसे ही बन
सुिवधा के िलए अिव कार कए गए ह। जाते ह। आज के वतमान युग म ब क
35

इले ॉिनक गैजे स पर िनभरता बढ़ती जा सुिनयोिजत उपयोग करना ही उपयु होता
रही ह। ब े सारा दन मोबाइल, टीवी, है।
गे स म लगे रहते ह। इससे उनके शारी रक उपसंहार- इले ॉिनक गैजे स ब के
व मानिसक िवकास दोन पर असर पड़ता िवकास म सहायक भी है और गलत तरीके
ह। ब क शारी रक याए कम हो जाती से उपयोग करने पर इसके नुकसान भी ह।
ह। आंख के िलए ये उपकरण हािनकारक माता िपता उिचत फायदे व नुकसान
होते ह। लगातार इनके संपक म रहना ब बताकर इन गैजेटनस का उपयोग ब के
क दृि दोष का कारण बन सकता है। ब े िवकास व अपने जीवन को सरल बनाने म
पाक म खेलना-कू दना लोग से िमलना, कर सकते ह। इन गैजे स पर अ यिधक
सामािजक काय म म भाग लेना जैसी िनभरता ब के िलए हािनकारक ह य द
या म भाग नह लेते जो क उनके हम समय-समय पर के वल आव यकता
िवकास म सहयोगी होते ह। ब े टीवी, पड़ने पर ही इनका उपयोग कर, तभी हम
मोबाइल देखते ए खाना खाते ह। जो उ ह इनका पूरा लाभ उठा सकते ह। और ये ब े
अपने भारतीय परं परा से दूर ले जाता है। आगे जाकर हमारे देश के िनमाण म सहयोग
ब े हर काम के िलए इन इले ॉिनक दे सकते ह। ब का िवकास इस बात पर
उपकरण पर आि त हो जाते ह और अपना िनभर करता है क वो इन गैजे स को
दमाग का उपयोग करना कम कर देते ह समुिचत उपयोग करते ए शारी रक
जो उनके मि त क के िवकास के िलए या म अ यािधक भाग ल तभी इन
हािनकारक होता है। हर अिव कार का अिव कार का फायदा यादा व नुकसान
कम होगा।
36

नैितकता
एस.आर. जोशी

नैितकता एक ीक श द है, िजसका परे शानी समझने और उस परे शानी से


अथ आदत, क टम या च र है। हमारे िनकलने म उनक मदद करने क भावना।
यारे भारत देश म हम नैितकता बचपन से नैितकता के िलए मानव का सबसे बड़ा
ही िसखाई जाती है। जो हमारे साथ-साथ दु मन अहंकार है, जब ि अपना जीवन
हमारे आस-पास के लोग व समाज को भी िबना अहंकार के िनवाह करता है, तो
भािवत करती ह। जीवन सुलभ और सहज बन जाता ह।
अगर हमारे देश भर का येक न अहंकार जो मानव को थोड़ी से सफलता
सही कम से ऐसे लोग जो थोड़े-ब त संप िमलने पर आ जाता है पर तु अहंकारी
ह, अगर वही नैितकता अपने जीवन म मनु य, मानिसक पीड़ा से बाहर ही नह आ
अपनाए तो हमारा यारा देश एक प रवार पाता है। इसिलए जीवन म िबना अहंकार के
क तरह बन जाए। नैितकता को रिहए।
प रभािषत तो कया नह जा सकता, पर तु जीवन म कम करते रिहए और
इसे िनमल दय से समझा जा सकता है। नैितक बने रिहए इस तरह जीने का आनंद
कु छ भावना के मा यम से ही हम इसे ही स ा सुख ह।
समझ सकते ह। जैसे लोग म एक-दूसरे क

*****
37

नील समंदर
क णा राव

नील गगन सा नील समंदर, कह रह य है इसके अंदर।


कभी लहर का खेल, तो कभी वार – भाट का मेल।
कभी कसी अनुभवी क तरह गंभीर, तो कभी अ हड़ ब े क तरह सरीर।
सारी न दयां आकर इसी म समाती और इसे सु दर मुहाना बनाती।
कह लावे से गम सम दर, तो कह बफ से जमे सम दर।
कभी कभी रौ प धर लेता, पर पृ वी को जीवन भी देता।
कई जीवन है इसम बसते, तरह – तरह के ाणी ह दखते।
कि तयां इसक गोद म खेल,े लहर के लगते ह मेले।
िजतना खोजा उतना गहरा, सागर का हर प सुनहरा।
िजतना गहरा उतना शांत, नजर ना आये इसका वृतांत।
समु से है पृ वी पर संतुलन, िजससे है जीवन का संर ण।
पूजे जाते देव समान, खारे पानी क है खान।
आगोश म िलये अथाह जल रािश, उफने तो बने सवनाशी I
सागर तट पर लहरे हजार, सूय डू बे िनकले बार-बार।
लुभावन होता यह नजारा, भुला देता है क सारा
कृ ित का यह अ भुत उपहार, हम पर है इसके उपकार।
मानव को दया समु िव ान, जीवन क ई अलग पहचान।
पृ वी को िमला इसी से नीले ह का िखताब, िजसक खूबसूरती का नह कोई जवाब।
इसक र ा फज हमारा, टका है इस पर भिव य सारा I
बने हम भी समु समान, जो देता है समानता का ान,
नील गगन का नील समंदर कई रह य है इसके अंदर।
38

ஆழ் கடல் ண் ர்க ம் அதன் உ ரிெதா ல்


ட்பத் ைற பயன்பா க ம்
கற் பக ராஜ ந் தரி. பா, சாய் ஹரிஹரன்.ச. , ஜய ராகவன்.ர,
ரீஷ்மா.ம, பம .ெச, தரணி.ேகா.

உலகளா ய கடேலார மற் ம் ஆய் வகத் ல் பல் ர் மரப யல்


கடல் ழ ல் , ஆழ் கடல் அ ைறகள் (metagenomic approaches)
ண் ரிகள் உ ர் ேவ யல் மற் ம் .என் .ஏ. (DNA) சார்ந்த
ழற் , உ ரினங் கள் உற் பத் மற் ம் தகவல் கைள பயன் ப த்
ஊட்டச்சத் (Nutrients) ம ழற் ண் ரிகைள வளர்க் ம் ைற
ஆ யவற் ல் க் ய பங் ேமம் ப த்தப் பட் ள் ள . கடல் நீ ர்
வ க் ற . ஆழ் கடைல ெபா த்தவைர மற் ம் ஆழ் கடல் மண் மா ரிகளில்
ப் பாக ேமற் பரப் (Pelagic) மற் ம் இ ந் ெபறப் பட்ட ண் ரிகைள
அ பரப் (Benthic) ப கள் க ம் வளர்ப்பதற் க்காக ஐ- ப் (I-chip)
ைறவாக ஆய் ெசய் யப் பட்ட ைறயான பயன் ப த்தப் ப ற .
8
ப களா ம் . ஆண் ேதா ம் 5×10 இம் ைற ல் , ஒ சாதனத் ல் 192
டன் வண்டல் ப கைள ந களின் ய அள லான அைறகள்
லம் ெப ம் அர க்கடல் , உல ல் இைணக்கப் பட்ட ப ல்
உள் ள க ம் வளம் ந் த கடல் களில் பாக் ரியாைவ வளர்த் அதன்
ஒன் றாக க தப் ப ற . கடல் பன் கத்தன் ைமைய இயற் க்ைக
ண் ரிகளில் காணப் ப ம் ழ க் இைணயாக உ வாக் ம்
உ ரியக் க ேசர்மங் கைள பேயா ட்பம் ஞ் ஞானிகளால்
ப் ராஸ்ெபக் ங் (Bio prospecting) அ கப த்தப் பட் ள் ள . ச பத் ல் ,
ைற ல் அைடயாளம் கண் அதன் ஐ- ப் (I-tip) ைறைய பயன் ப த்
பரந்த உ ரியல் ெதா ல் ட்பங் கைள நன் நீ ர் ஸ்பான் ஜ் (Sponge) வைககளில்
பல ஆராய் ச் அ க்ைககள் லம் காணப் ப ம் ண் ரிகளின்
ெவளி ட் , வசாயம் , ம த் வம் , பன் கத்தன் ைம ஆராயப் பட்ட .
ெதா ற் சாைலகள் ேபான் ற ைறகளில் ேத ய கடல் சார் ெதா ல் ட்ப
பயன் ப த் வ றார்கள் . ெபா வாக, நி வனத் ன் (NIOT) ஞ் ஞானிகள்
ற் ச் ழல் மா ரிகைள ஆய் அர க்கட ல் இ ந் ேசகரிக்கப்பட்ட
ேமற் ெகாள் ம் ேபா ண் ரிகள் ஆழ் கடல் ண் ரிகைள அவற் ன்
பரந்த பன் கத்தன் ைமையக் இயற் ைகயான ழ ல் வளர்ப்பதற்
ெகாண் ள் ள என இேத ேபான் ற ஐ- ப் ைறைய
நி க்கப் பட் ள் ள . ஆனால் , பயன் ப த் னாரகள் . ஆராய் ச் க்
ண் ரிக க் யகாலத் ல் கப் பலான ORV சாகர்நி ல் (கப் பல்
அ க அள ல் வள ம் றன் இல் லாத எண். SN-137) ஈர்ப் ைச
காரணத்தால் இதைனச் சார்ந்த உபகரணங் கைள பயன் ப த் 3354
ெதா ல் ட்பப் பயன் கள் மற் ம் மற் ம் 3929 ஆழத் ல் அர க்கட ன்
உற் பத் ெப மள ல் ஆராயப் படாமல் ஆழ் கடல் வண்டல் மா ரிகைளச்
உள் ள . ேசகரித்தார்கள் . ன் னர், ஆய் வகத் ல்
ண் ரிகைள வளர்க் ம் ஐ- ப் ைற ல் ஒ ல் ட்டர்
ைறகைள ேமம் ப த் வதற் காக பல மா ரி எ த் அகர் என் ற ண் ர்
ந ன ட்பங் கள் வளர்ப் உண ல் வளர்க் ம் ேபா
உ வாக்கப் பட் ள் ளன. இ ல் , அ ல் 106 தனிப் பட்ட பாக் ரியா
இயற் ைகயான ழல் ேபால வைககள் இ ப் ப கண்ட யப் பட்ட .
39

இ ஞ் ஞானிக க் யப் ைப ம் , க் யத் வத்ைதப் ரிந் ெகாண்


ஆர்வத்ைத ம் வழங் ய . ேம ம் , அைடயாளம் காண ம் வ வ க் ற .
இந்நி வனத் ல் ஐ- ப் வளர்ப் பல் ர் மரப யல் இைணந்த
ைறையப் பயன் ப த் கட ல் உயர்-ெசயல் றன் வரிைச ைறத்
காணப் ப ம் க் ய ெதா ல் ட்பங் களின் வ ைக,
ண் ர்களான ண் ர் ழல் -மரப யல்
அல் கானிேவாராக்ஸ் (Alcanivorax), ைற ல் ரட் ைய
ஹாேலாேமானாஸ் (Halomonas), ஏற் ப த் ள் ள . பல் ர்
ைசக்ேராபாக்டர் ல் ேமானிஸ் மரப யல் ெபா வாகப்
(Psychrobacterpulmonis), பயன் ப த்தப் ப ம் அ ைறகளில்
ஷ்ேனரியாேகாேனா ரி 16S ஆம் ப்ளிகான் க்ெவன் ங் (Amplicon
(Kushneriakonosiri), sequencing) மற் ம் ேனாம்
ஹாேலாேமானாஸ்ெமரி யானா, ஷாட்கன் க்ெவன் ங் (Whole genome
(Halomonasmeridiana), ஹாேலாேமானாஸ் shotgun sequencing) ஆ யைவ அடங் ம் .
அக்வாமரினா (Halomonas aquamarine), அைவ, ண் ரிகளின் பன் கத்
சா னிேகாகஸ் (Salinicoccussp), தன் ைமைய அைடயாளம் காண ம்
அல் கானிேவாராக்ஸ் னஸ்ெடன் ஸ் பல் ேவ ழல் களில் ண் ர்
(Alcanivoraxvenustensis), ைய ம ப் ட ம் DNA வரிைசகள்
ெநப் ேனாேமானாஸ்ைபேகா லா ப ப் பாய் க் ம் வ வ க் ன் றன.
(Neptunomonasphycophila) மற் ம் ேம ம் , ேசகரிக்கப் பட்ட ஆழ் கடல்
ஓ யாேனாபா லஸ்ஐ ெஜன் ஸ் வண்டல் / நீ ர்மா ரி ந் ெமாத்த
(Oceanobacillusaidingensis) ேபான் றவற் ைற
மரப .எ.ன் ஏ. ன் -மரப
தனித்தனிேய ரித்ெத த் ஆய் கள்
ஷாட்கன் வரிைச ைறயான (WGS),
ேமற் ெகாள் ளப் பட்டன.
ைமயான மரப த் தகவல் மற் ம்
அதன் ெசயல் பாட் ப் பாைதகைளக்
கணிப்பேதா , பல் ர் பரவைல
கண்ட ய உத ற . ேம ம் ,
நாேனா ர்லாங் ரீட் க்ெவன் ங்
(Nanopore long read sequencing technology)
ெதா ல் ட்பத் ன் லம் அர க்கடல்
வண்டல் மா ரி ந்
மரப யல் வரிைச ைற
ேமற் ெகாள் ளப் பட்ட . அதைன
படம் 1. கப் ப ல் இ ந் அர க்கட ல் ேகாபேயா-இன் ஃபர்ேமட் க்
ஆழ் கடல் நீ ர் மா ரிகைளச் ேசகரித்த க கைளப் (Silico bioinformatic tools)
ேபா எ த்த படம் பயன் ப த் வைகப த் ப ப் பாய்
ெசய் த ல் பலவைக பாக் ரியா
ண் ர் ஆய் ல் பல் ர் ைபலங் கள் கண்ட யப் பட்டன, அ ல் ,
மரப யல் என் ப மற் ெறா ேராட் ேயா பாக் ரியா (Proteobacteria)
தனித் வம் க்கதாகக் க ம் யாகக்
க தப் ப ற , இ பல் ேவ
கண்ட யப் பட்ட , அைதத் ெதாடர்ந் ,
ற் ச் ழல் மா ரி ந்
பாக் ராய் கள் (Bacteroidetes) மற் ம்
ெபறப் ப ம் ண் ரிகளின்
ஆக் ேனாபாக் ரியாக்கள்
பன் கத்தன் ைமைய .என் .ஏ. ைவப் (Actinobacteria) காணப்பட்டன.
ரித்ெத ப் பதன் லம் , அதாவ , காமா ேராட் ேயாபாக் ரியா
ண் ரிகைள வளர்க்காமேலேய (Gammaproteobacteria) வைககளில் ,
அதைன ஆராய ம் , வைகப த்த ம் க் யமாக கடல் உ ரினங் க க்
அவற் ன் ெசயல் பாட்
40

உைற டமளிக் ம் கடல் சார் ெதா ல் ட்ப நி வனத் ன்


அல் கனிேவாராேக (Alcanivoracaceae) ஞ் ஞானிகள் ெரெம (RemeDB)
மற் ம் ஹாேலாேமானேட ேய தர த்தளத்ைத உ வாக் ள் ளார்கள் .
(Halomonadaceae) ேபான் றைவ ஆழ் கடல் இதைன பயன் ப த் ளாஸ் க்,
வண்டல் பல் ர் மர ெபா ட்களில் சாயம் மற் ம் ைஹட்ேராகார்பன்
அ க அ க அள ல் காணப் பட்டன. ைத களில் ஈ ப ம்
ேம ம் , இந்த வண்டல் பல் ர் பேயாெர ேயஷன் (Bioremediation)
மர ெபா ட்களில் இ ந் அைடயாளம் என் ைசம் கைள கணிக்க ம் .
காணப் பட்ட அ க ஆ க்கம் ெச த் ம் ஆழ் கடல் மா ரிகளில் , கணிக்கபட்ட
கடல் ண் ரினங் களில் , வைககளில் க ம் ெபா வாக
ஓ யாேனாபா ல் லஸ் (Oceanobacillus), காணப் ப ம் ைஹட்ேராகார்பன் -
ைசக்ேராபாக்டர் (Psychrobacter), ைத ெநா களில்
அல் கனிேவாராக்ஸ் (Alcanivorax), ேமாேனாஆக் ெஜேனஸ்,
காங் ெயல் லா (Kangiella) ஆ யைவ (Monooxygenases) ெமத் ல் ஸ்ெடேரஸ்
அடங் ம் . (Methylesterase,), லாக்ேகஸ் (Laccases)
மற் ம் ெபன் ேசாேயட்ைட
ஆக் ெஜேனஸ் (Benzoate dioxygenase)
ஆ யைவ அடங் ம் , இைவகள் கடல்
நீ ரில் காணப் ப ம் எண்ெணய்
க கள் ைத ம் ேபா உ வா
கணிக்கப் ப ற . இ ேபால
இம் ைறைய பயன் ப த் ளாஸ் க்
ைத களில் ஈ ப ம் ல
க் யமான ெநா களான
ஃைபனிலாெசட்டால் ைஹட் ைஹட்ர
ஜேனஸ் (Phenylacetaldehyde dehydrogenase)
ஸ்ைடரீன் ேமாேனாஆக் ெஜேனஸ்
(Styrene monooxygenase) ேகடேலஸ்
படம் 2. அ க்கற் ைற (Catalase) மற் ம் .எல் .ஏ
ண்ேணாக் ல் (Scanning Electron ேபா ெமேரஸ் (PLA depolymerase)
Microscope) எ க்கப்பட்ட ஆழ் கடல் ஆ யவற் ைற கணிக்க ம் . ேம ம் ,
பா ல் லஸ் வைக பாக் ரியா வண்டல் மா ரி ல் உள் ள க் ய
ெநா களான மாங் கனீ
ஆழ் கடல் வண்டல் களின்
ெபராக் ேடஸ். (Manganese peroxidase),
பல் ர் மரப யல் ப ப் பாய் ,
பா ைனல் ஆக் ேடஸ் (Polyphenyl
ெதாடர்ச் யான கரிம
oxidase), ைடேரா ேனஸ் (Tyrosinase),
மா ப த் களின் கனிம மயமாக்க ல்
மற் ம் ெவராட்ைரல் ஆல் கஹால்
பங் வ க் ம் ஏராளமான ைதந்த
ஆக் ேடஸ் (Veratryl alcohol oxidase)
உ ரினங் களின் மரப க்கைள ம்
ேபான் றைவ சாயங் கைள ைத
கண்ட ந் ள் ள . ேம ம் , அைடய ெசய் வ ல் க் ய
அேர யகடல் வண்டல் மா ரிகளில் பங் காற் ன் றன. வண்டல்
காணப் ப ம் ெநா கள் நீ ரில் மா ரிகைள -எம் எஸ் (GC-MS)
காணப் ப ம் ெபட்ேரா ய க கைள ப ப் பாய் ெசய் ம் ேபா ,
அ க் ம் றன் ெபற் றைவ. ேம ம் , ைஹட்ெராகார்ேபாைன ைதப் ப ல்
இந்த ெநா கள் உ ரி-சர்பாக்டண்ட் ஈ ப ம் ேடாெடேகன் (Dodecane), 2,4- -
(Bio-surfactant) உற் பத் , ஆைட உற் பத் ெடர்ட-் ட் ல் ஃெபனால் (2,4-Di-tert-
நி வனங் களி ம் பய ள் ளதாக butylphenol) மற் ம்
அ க்ைககள் ெவளிவந் ள் ளன. ேத ய ெஹக்ஸாெடகாேனா க் அ லம்
41

(hexadecanoic acid) ேபான் றைவ உ வாக்க ம் பயன் ப த்தப் பட்ட .


கண்ட யப் பட்டன. இந்த வண்டல் ஆழ் கடல் மா ரிகளி ந்
மா ரிகளில் உள் ள ண் ரிகள் ெபறப் பட்ட மரப ேளான் களில்
இந்த அ லங் க டன் ெதாடர் உைடய ெதா ல் ைற க் யத் வம் வாய் ந்த
என் ைசம் கைள ெபற் ப் ப ம் என் ைசம் ககளின் லக் க டன்
ெதரியவந் ள் ள ஒத் ேபாகக் ய ப் பாக
கடல் சார்ந்த மரப யல் ஃைபேடஸ் (Phytase), ேபஸ் (Lipase),
ேளான் களின் (Metagenomic clones) பாஸ்ேபேடஸ் (Phosphatase) ேபான் ற
ெசயல் பா கைள அ ந் ெகாள் வதற் என் ைசம் கள் இ ப் பதால் அ சார்ந்த
ெபரிய அள ல் ட்ட டப் பட்ட ஆய் கள் ேமற் ெகாள் ளப் பட்
மரப யல் லகங் கைள வ ன் றன. ேம ம் , இவ் வைக
(Metagenomic libraries) அைமப் ப என் ைசம் கள் ெதா ல் ைறகளில்
அவ யமா ற . எனேவ, ேத ய பய ள் ளதாக இ ப் பதால் இைவ
கடல் சார் ெதா ல் ட்ப நி வனம் , ஆழ் கட ந் ேநர யாக ம் ,
ஆழ் கடல் ஆராய் ச் த் ட்டத் ன் (Deep ம ரைமப் ேளான் களாக ம்
Ocean Mission Program.) ஒ ப யாக (recombinant clone) உற் பத்
இ ேபான் ஒ லகத்ைத ெசய் யப் ப ன் றன. மரப யல்
அைமப் பதற் காக ட்ட ட் ள் ள . வரிைச ைறகைள பயன் ப த்
ேம ம் , இந்நி வனத் ல் , (Metagenome sequencing) வண்டல்
ெபா த்தமான ஃபாஸ் ட் ெவக்ட டன் மா ரிகைள வைகப த் வதற் ம் ,
(Fosmid vector.) ெபரிய அள லான அதன் பன் கத்தன் ைமையப் ரிந்
.என் .ஏ.க்கைள (40 ேக ) ேளானிங் ெகாள் வதற் ககாக ம் மற் ம்
ெசய் வதற் த் ேதைவயான உயர் ெதா ல் ைற க் யத் வம் ெகாண்ட
லக் எைட .என் .ஏ.ைவ மரப அைடயாளங் கைள
ஆராய் ந் அதற் ரிய ெந ைறகள் கணிக்க ம் ெவற் கரமாக ஆய் கள்
ேமம் ப த்தப் பட் ள் ள . கடல் ேமற் ெகாள் ளப் பட் வ ன் றன.
ஆராய் ச் க் கப் பலான சாகர் இவ் வா , ஆழ் கடல்
மஞ் ஷாைவ (SAMA 10) பயன் ப த் , ண் ரிகைளப் பற் ய
அர க்கட ல் வண்டல் மா ரிகள் கடல் மரப யல் ஆய் கள் , அதன் வரிைச
மைலகளின் 850 ட்டர் ஆழத் ம் (M- அ ப் பைட லான ைறகள் மற் ம்
ASM2B) [12.988333°N/ 73.600283°E] ேமல் மரப யல் ேளான் கள் லம்
ப களி ந் ம் ேசகரிக்கப் பட்டன. வ ங் கால ெதா ல் ைறக்
இந்த வண்டல் மா ரிகளில் இ ந் , க் யத் வம் வாய் ந்த மரப க்கைள
உயர் லக் எைட மரப .என் .ஏ. உ வாக்க ம் , யவைக
(40kb) ெபறப் பட்டன, இ அ க என் ைசம் கைள உற் பத் ெசய் ய ம்
எண்ணிக் ைக லான மரப ம் என் ப ல் ஐய ல் ைல.
ேளான் கைள உ வாக்க ம்
மரப யல் லகத்ைத

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