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Koshtha Ayurveda
Koshtha Ayurveda
Anamika
Srivastava
BAMS 2021
Roll no :07
Introduction to koshta
• मृदुकोष्ठ का लक्षण – गुड़ ईख का रस, दही का पानी, दूध, मथा हुआ दही, खिचड़ी, घृत, गम्भार, त्रिफला,
मुनक्का और पीलु का रस या क्वाथ अथवा गरम जल या नूतन मदिरा पी लेने से ही मृदुकोष्ठ व्यक्ति को विरेचन होने
लगता है ।। ६६-६७।।
• क्रू रकोष्ठ का लक्षण—ये ऊपर बताये हुए गुड़, गन्ने का रस आदि द्रव्य क्रू रकोष्ठ वाले व्यक्तियों को कभी भी विरेचन
नहीं कराते हैं क्योंकि क्रू रकोष्ठ वाले पुरुष की ग्रहणी में वायु की अत्यन्त प्रधानता रहती है ।।