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कोई तारीि अब तक तय नहीं हई है । कहा जा रहा सनम्नसलब्धित है –
पहला वदन है सक भारतीय अं तररक्ष समशन ISRO अपने 800
करोा रुपये के दू सरे lunar mission को ले कर वर्जेता
कोई ितरा मोल नहीं ले ना चाहता है । हाल ही में
Beresheet ने lunar orbit में स्पोटडव स पसवन ऑी द ईयर (पुरुष) – नीरज चोपाा
उसके लैं डर सर्क्रम के पैरों में लैं सडं ग टे स्ट के दौरान (एथले सटक्स)
रखा कदम, चांद के करीब फ्रैक्चर आ गया था। इसरो समशन के लॉन्च से पहले
पहंचने र्ाला 7र्ां दे श बना इस िामी को दू र करने की कोसशशों में लगा हआ स्पोटडव स पसवन ऑी द ईयर (मसहला) – पी.र्ी. ससन्धु
है । दो माह तक चंद्रमा की सतह पर रहे गा बेरेशीट (बैडसमं टन)
इजरायल
इजरायल के स्पे सक्राफ्ट बेरेशीट सफलता पूर्वक लैं डर : इजरायल के साइं स एं ड टे क्नोलॉजी समसनस्टर ी
कमबैक ऑी द ईयर – साईना ने हर्ाल (बैडसमं टन)
चंद्रमा की कक्षा में पहं च गया है । इजरायली यान ने के मु तासबक 11 अप्रैल को चंद्रमा की सतह पर
यह उपलब्धि उतरने के बाद बेरेशीट लैं डर तकरीबन 2 माह तक कोच ऑी द ईयर – जसपाल राणा (शूसटं ग)
तकरीबन डे ि माह रहे गा। बेरेशीट चंद्रमा के चुंबकीय क्षेत्र को मापने
में हाससल की है । और मै सपंग ससहत सतह पर र्ैज्ञासनक प्रयोग करना इमसजिंग स्पोटडव सपसवन ऑी द ईयर – सौरभ चौधरी
यह 11 अप्रैल को शुरू कर दे गा। (शूसटं ग)
चंद्रमा के सतह पर
उतरे गा। बेरेशीट
केरल में मकड़ी की नई प्रजावत टीम ऑी द ईयर – मसहला टीम (टे बल टे सनस)

को एलन मस्क की खयजी गई मै च ऑी द ईयर – असमत पंघाल बनाम हसनबॉय


कंपनी स्पे स एक्स के फाल्कन 9 रॉकेट से 21 दु स्भतोर् (बॉब्धक्संग)
हाल ही में केरल के एनावकुलम में मौजूद इसलथोडु
फरर्री को रर्ाना सकया गया था। बेरेशीट को सहब्रू
जंगलों में मकाी की एक नई प्रजासत की िोज की सदव्ांग एथलीट ऑी द ईयर – एकता भ्यान (पैरा-
में या जेनेससस कहा जाता है , सजसका अथव उत्पसि या
गई है . कोब्धि के एथले सटक्स)
प्रारं भ होता है ।
सेक्रेड हाटव कॉले ज
के जंतु र्ैज्ञासनकों मोमें ट ऑी द ईयर – मसहला 4x400m रीले
बेरेशीट के सक्रएटर SpaceIL ने एक ट्वीट में बताया
सक यान ने चंद्रमा की संर्ेदनशील कक्षा में सफलता द्वारा एनावकुलम के लाइफटाइम अचीर्में ट अर्ाडव – प्रदीप कुमार बनजी
पूर्वक प्रर्ेश कर सलया है । यान अब चंद्रमा की सतह इसलथोडु जंगलों में (फुटबॉल)
पर उतरने से पहले उसकी अं डाकार कक्षा में चारों पहली इन है ब्रोस्टे म
ओर चक्कर लगाएगा। SpaceIL के अध्यक्ष मॉररस मकसायों के एक ग्लयबल कूवलंग कयएवलशन
काह्न ने कहा सक यह ऐसतहाससक उपलब्धि है । इसके समू ह को दे िा गया.र्ैज्ञासनकों द्वारा िोजी गई
साथ इजरायल दु सनया के उन 7 दे शों में शासमल हो मकाी की यह प्रजासत आम तौर पर यूरेसशया और
गया है , जो चंद्रमा की कक्षा में दाब्धिल होने का अफ्रीका के जंगलों में पाई जाती है . यह
डे नमाकव के कोपेनहे गेन में Global Conference

मकसायााँ ‘है ब्रोसेस्टेम जीनस’ से जुाी एक नई on Synergies


कीसतवमान रच चुके हैं । भारत भी इन दे शों में शासमल
प्रजासत है .अध्ययन में पाया गया सक यूरोपीय है ब्रोस्टे म between the 2030
है । चंद्रयान-1 12 नर्ंबर 2008 को चंद्रमा की कक्षा
मकसायों की तुलना में इसलथोडु में पाई गई Agenda and Paris
में दाब्धिल हआ था।
मकसायााँ पूरी तरह से एक नई प्रजासत है क्ोंसक Agreement के
चंद्रमा पर सफलतापूर्वक उतरने का है उनके पास अलग-अलग प्रजनन अं ग हैं | दौरान ग्लोबल कूसलं ग
लक्ष्य: कोएसलशन को लांच
र्ैज्ञासनकों ने पाया सक इन मकसायों के अगले दोनों सकया गया।
SpaceIL का अगला लक्ष्य बेरेशीट को चंद्रमा की पैरों के नीचे एक लं बी रीि होती है . इस रीि की
सतह पर सफलतापूर्वक उतारने का है । अब तक लम्बाई लगभग 2 समलीमीटर होती है . इन्ळें असधकतर ग्लोबल कूसलं ग कोएसलशन को संयुक्त राष्ट्र, क्लाइमे ट
रूस, अमे ररका और चीन के लैं डर सफलतापूर्वक शुष्क, र्नीय एर्ं छायादार जगहों पर रहना पसंद एं ड क्लीन एयर कोएसलशन, सकगाली कूसलं ग
चंद्रमा की सतह पर उतर चुके हैं । चीन के यान ने होता है .इससलये इसका र्ैज्ञासनक नाम ‘है ब्रोसेस्टेम एसफसशएं सी प्रोग्राम तथा सस्टे नेबल एनजी फॉर आल
इस साल 2 जनर्री को युतु2 लैं डर चंद्रमा के अं धेरे लॉब्धगगब्धस्पनम’ (Habrocestum longispinum) (SEforALL) का समथवन प्राप्त है । इस गठबंधन में
सहस्से में सफलतापूर्वक उतारा है । यान ने चंद्राम के रिा गया है | सचली तथा रर्ांडा के पयावर्रण मं त्री शासमल है । इसमें
इस सहस्से पर कई सारे परीक्षण भी सकए हैं । अगर ENGIE और Danfoss नामक इं जीसनयररं ग फमव के
इजरायल का बेरेशील 11 अप्रैल को सफल्तापूर्वक प्रमु ि भी शासमल है । इसके असतररक्त इसमें सससर्ल
ESPN इं वडया मल्टी-स्पयर्व सोसाइटी, अनु सन्धान र् अं तर-सरकारी संगठनों के
चंद्रमा की सतह पर उतर जाता है तो तकनीकी और
सर्िीय तौर पर ऐसा करने र्ाला र्ह दु सनया का अर्ाडडव स 2018 ने ता भी शासमल हैं । इसका उद्दे श्य समाधानों की
पहला प्राइर्ेट समशन होगा। िोज करना तथा स्वच्छ र् कुशल कूसलं ग के सलए
कायव करना है ।
इसरो का Chandrayan-2 इस माह लॉन्च होने की हाल ही में 11 श्रेसणयों में
उम्मीद : इधर भारत का Chandrayan-2 समशन को ESPN इं सडया मल्टी- यह महत्वपूणव क्यं है?
जनर्री में स्थसगत कर सदया गया था। इसके इस माह स्पोटव अर्ाडडव स 2018
प्रदान सकए गये, सजस प्रकार हीट र्ेर् सनयसमत रूप से बि रही है ,
प्रक्षेसपत सकए जाने की उम्मीद है । हालासक इसकी
सर्जेताओं की सूची इससे लोगों के स्वास्थ्य पर प्रभार् पा रहा है ।

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इससलए इस प्रकार की कूसलं ग (शीतकरण) की को, जापासनयों ने सडपो पर भारी हमला सकया, ले सकन
वसंगापुर में फेक न्यूज फैलाने
आर्श्यकता है सजससे लोगों का स्वास्थ्य अच्छा रहे सडपो के सनचले भाग की ओर एक गहरे नाले को एक
तथा िाद्यान्न पौसष्ट्क रहे तथा अथवव्र्स्था उत्पादक सुरक्षा कर्र के रूप में इस्तेमाल सकया गया। इस र्ाले पर लगेगा पांच करयड़ तक
बने । नाले का बंकर के तौर पर उपयोग करते हए यहां से का जुमावना
दु शडमन पर भारी गोलीबारी की गई। इस हमले ने न
अं तरावष्ट्रीय उजाव एजेंसी के अनु सार बिते तापमान
ससफव दु शडमन को सहला सदया, बब्धल्क जापासनयों के फेक न्यूज से सनपटने के सलए ससंगापुर की सरकार
तथा लोगों की व्य क्षमता में र्ृब्धि होने के कारण
कई सैसनकों की मौत भी हई और दु शडमन को अपने ने काे कानू न का प्रस्तार् रिा है । इसके तहत फेक
र्तवमान में 1.2 अरब एयर कंडीशनर की संख्या
कदम र्ापस िींचने पर मजबूर होना पाा। इस न्यूज पोस्ट करने
2050 तक 4.5 अरब तक पहाँ च जायेगी। परन्तु
हमले में महतडर्पूणव भूसमका सनभाने र्ाली ब्रेन गन को र्ाले के सलए दस
उत्सजवन स्तरों को सीमा के अन्दर रिना एक बाी
हर्लदार और कडलकव स्टोर, बसंत ससं ह ने बनाया था। साल तक की जेल
चुनौती है ।
और संबंसधत सोशल
र्ीरता के इस कायव के सलए, मे जर बॉयड को समसलटर ी
मीसडया कंपनी पर
कंगला र्यंगबी की लड़ाई का क्रॉस (एमसी), कंडक्टर पक्केन को समसलटर ी मे डल
740000 डॉलर
(एमएम) और हर्लदार/क्लकव स्टोर, बसंत
प्लेवर्नम जुबली समारयह (करीब 5.12 करोा
ससंह को भारतीय सर्सशष्ट् सेर्ा मे डल से सम्मासनत
रुपये) तक के जुमावने
एडर्ांस ऑसडव नेनडस सडपो (एओडी) के 221 आयुध सकया गया। कंगला टोंगबी र्ॉर मे मोररयल,
का प्रार्धान सकया
कसमव यों द्वारा 6/7 अप्रैल 1944 की रात को लाे गए 221 एओडी, 19 के आयुध कसमव यों की कतवव् के
गया है । ससंगापुर के कानू न र् गृह मंत्री के. षणमु गम
कंगला तोंगबी के युि को सद्वतीय सर्श्व युि के प्रसत अगाध श्रिा का एक मौन प्रमाण होने के साथ-
ने कहा, ‘यह कानू न गलत िबरों को सनयंसत्रत करने
भयंकर युिों में से एक माना जाता है । जापानी बलों साथ उनके सर्ोि बसलदान का भी प्रमाण है । यह
के सलए प्रस्तासर्त सकया गया है । इससे सकसी के
ने तीन ओर से सडमारक सर्शडर् को यह बताता है सक आयुध कमी
सर्चार या आलोचना को सेंसर नहीं सकया जाएगा।’
आक्रामक पेशेर्र कासमव क होने के अलार्ा युि के समय में भी
ससंगापुर सरकार के अनु सार, कंटें ट हटाने या जुमावना
आक्रमण करके एक कुशल सैसनक के रूप से सकसी से पीछे नहीं हैं ।
लगाए जाने के फैसले के ब्धिलाफ कोटव में अपील की
इम्फाल और इसके चूंसक यह कसठन लााई प्लेसटनम जुबली का सडमरण
जा सकती है ।
आसपास के क्षेत्रों कराती है । इससलए भारतीय सेना के सभी सडतर के
पर कब्जा करने आयुध कोर कसमव यों के सदलों में कंगला तोंगबी की
भार्ना अनं त काल तक उनके सलए प्रेरणा का स्रोत
चीन लगातार खरीद रहा
की एक योजना
बनाई थी। इम्फाल बनी हई है । सयना, भारत के पास
तक अपनी संचार लाइन का सर्स्तार करने के प्रयास सद्वतीय सर्श्व युि के दौरान 6-7 अप्रैल 1944 की रात पावकस्तान के मुकाबले 10
के तहत, 33र्ीं जापानी सडर्ीजन ने को हई इस भयंकर लााई में 221 असग्रम आयुध गुना अवधक गयल्ड ररजर्व
म्ांमार ब्धस्थत 17र्ीं भारतीय सडर्ीजन के मागव को सडपो के आयुध कासमव कों के सर्ोचडच बसलदान को
अर्रुि करते हए मु ख्य कोसहमा-मसणपुर राजमागव समड मान दे ने हे तु इम्फाल के सनकट कंगला तोंगबी भारतीयों में गोल्ड (सोना) को लेकर जबरदस्त क्रेज
पर अपना कबड जा जमा सलया और कंगला तोंगबी की युि स्भारक पर सेना आयुध कोर के रहा है । ले सकन सपछले दशक के दौरान यह दु सनया
ओर आगे बिना शुरू कर सदया। कंगला तोंगबी में द्वारा 07 अप्रैल 2019 को प्लेसटनम जयंती के तौर भर के केंद्रीय बैंकों
तैनात 221 एओडी की एक छोटी ले सकन दृि टु काी पर मनाया जाता है । का पसंदीदा
ने असग्रम जापानी बलों को रोकने के सलए उनके सर्कल्प बनकर
ब्धिलाफ काा प्रसतरोध सकया। कायवक्रम का शुभारं भ ले ब्धफ्टनें ट जनरल दलीप सामने आया है ।
ससंह, र्ीएसएम, डीजीओएस के द्वारा इस युि में 2018 में दु सनया भर
हालांसक तकनीसक दृसष्ट् से 221 एओडी की ब्धस्थसत शहीद हए अं ग्रेज और भारतीय सैसनकों को के केंद्रीय बैंकों ने
सबल्कुल भी मजबूत नहीं थी। जब यह टु कडी हर मालड यापवण के साथ सकया गया। कायवक्रम के दौरान अपने गोल्ड ररजर्व
तरफ से दु श्मन से सघर गई तो इसने अपनी मु ख्य असतसथ के रूप में सीसनयर कनव ल में इजाफा सकया
आतडमरक्षा के सलए सडर्यं की युि क्षमता पर भरोसा कमांडेंट, र्ररषडठ असधकाररयों और कंगला तोंगबी है ।
सकया। सडपो की रक्षा के सलए उपमु िडय आयुध युि में भाग ले ने र्ाले सब्रसटश और भारतीय शहीदों
असधकारी (डीसीओओ), मे जर बॉयड को इस के पररजनों को भी समड मासनत सकया गया। इस हासलया आई ररपोटव के मु तासबक भारतीय ररजर्व बैंक
असभयान के संचालन का प्रभारी बनाया गया। हमले अर्सर पर स्थानीय नागररक प्रशासन के प्रसतसनसध (आरबीआई) के पास करीब 607 टन सोने का
की तैयारी के सलए एक आत्मघाती दस्ता तैयार सकया भी उपब्धस्थत थे। स्थानीय लोगों ने भी संपूणव आयोजन सुरसक्षत भंडार है , जो पाोसी दे श पासकस्तान के
गया, सजसमें मे जर बॉयड, हर्लदार/क्लकव स्टोर के में उत्साहपूर्वक भाग सलया। मु काबले दस गुना असधक है । र्ल्डव गोल्ड काउं ससल
तौर पर कायव करने र्ाले बसंत ससंह, कंडक्टर (WGC) की ररपोटव के मु तासबक पासकस्तान के पास
पक्केन के अलार्ा सडपो के अन्य कमी भी शासमल कांगला टोंगबी र्ार मे मोररयल में माल्यापवण के सोने का कुल भंडार 64.6 टन का है ।
थे। अलार्ा, डीजीओएस और र्ररष्ठ कनव ल कमांडेंट के
साथ र्ररष्ठ गणमान्य व्ब्धक्तयों और सब्रसटश एर्ं ररपोटव के मु तासबक चीन ने हाल के र्षों में गोल्ड के
06 अप्रैल 1944 को सडपो से 4,000 टन गोला- भारतीय शहीदों के पररजनों ने कांगला टोंगबी प्रसत रुसच सदिाई है , सजसकी र्जह से उसके ररजर्व
बारूद, आयुध और अन्य युि के सामानों को हटाने चाइल्डें स होम का दौरा सकया। इस मौके पर उपहारों में इजाफा हआ है । लगातार चौथे महीने चीन के
के आदे श समले । 6/7 अप्रैल 1944 की रात का सर्तरण भी सकया गया। गोल्ड ररजर्व में बिोतरी हई है । चीन के पीपुल्स बैंक

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के पास करीब 1,864.30 टन सोने का भंडार है और कमांडेंट ले ब्धफ्टनें ट जनरल आरएस सलाररया है । सदल्ली सर्श्वसर्द्यालय (डीयू) के समरांडा हाउस को
र्ह सातर्ें स्थान पर बना हआ है । र्ीएसएम, मे जर जनरल मनमीत ससंह, एमजी दे श के सभी कॉले जों में बेसडट माना गया है ।
आसटव लरी हे ड क्वाटव र पसिमी कमान चंडी मं सदर भी
गयल्ड ररजर्व के मामले में पां च शीर्व दे शयं की र्हीं सेंट सडटीफन कॉले ज को चौथा सडथान समला है ।
शासमल रहे ।
स्थथवत पर एक नजर- एचआरडी समसनसड टरी 2016 से ने शनल इं सडटीट्यू टों
ये हैं इसकी खू वबयां की रैं सकग जारी कर रहा है ।
1. अमे ररका-8,133.50 टन
र्जन - 13 टन से कम लंदन 24 घंर्े र्ायु प्रदू र्ण पर
2. जमव नी-3,369.70 टन
मारक क्षमता - 38 सकलोमीटर
शुल्क लगाने र्ाला पहला शहर
3. इटली-2,451.80 टन
फायर क्षमता - एक समनट में छह बार
4. फ्रांस-2,436 टन विटे न का लं दन शहर
संचालन - पूरी तरह ऑटोमे सटक हफ्ते के सातों सदन र्ायु
5. रूस-2,149.20 टन
कीमत - लगभग 18 करोा प्रदू षण पर शुल्क लगाने
ररपोटव के मु तासबक अं तरराष्ट्रीय मु द्रा कोष के पास र्ाला पहला दे श बन
कुल 2,814 टन सोने का भंडार है । जबसक 1,040 मौसम - सकसी भी मौसम का तोप पर कोई असर गया है । इसके तहत
टन के भंडार के साथ ब्धस्वटड जरलैं ड, 765.20 टन के नहीं होता। लं दन को दु सनया का
भंडार के साथ जापान और 612.50 टन के भंडार के सबसे कम उत्सजवन क्षेत्र
तैनाती - यह तोप सकसी भी स्थान पर तैनात की जा
साथ नीदरलैंड इस सूची में भारत से ऊपर है । बनाया जा रहा है । इस क्षेत्र के अं दर आने र्ाले
सकती है
र्ाहनों को सख्त उत्सजवन मानकों को पूरा करना
ग्राउं ड क्लीयरें स - 400 एमएम के हाई ग्राउं ड होगा या शुल्क दे ना होगा।
दू सरा वदन क्लीयरें स
लं दन के मे यर सासदक िान के कायावलय ने बताया
एसलर्ेशन की रें ज - माइनस तीन सडग्री से 70 सडग्री यूएलईजेड क्षेत्र के बारे में जानकारी दी। इसका लक्ष्य
सेना में शावमल हआ 'दे सी तक क्षेत्र में जहरीले र्ायु प्रदू षण को कम करना और
सार्वजसनक स्वास्थ्य की रक्षा करना है । सब्रसटश
बयफयसव'
एचआरडी वमवनसड र्री ने जारी राजधानी में हासनकारक नाइटर ोजन ऑक्साइड के
की दे श के उचड च वशक्षण उत्सजवन के आधे सहस्से के सलए र्ाहन सजम्मेदार हैं ।
मध्य प्रदे श के सजससे अस्थमा, कैंसर और मनोभ्रंश का जोब्धिम को
जबलपुर में ब्धस्थत गैन संसडथानयं की वलसडर्, IIT मद्रास बिाता है और साथ ही हर साल यह हजारों लोगों के
कैररज फैक्टर ी र्ॉप अकाल मृ त्यु का कारण बनता है ।
(जीसीएफ) में पहली
बार स्वदे शी तकनीकी भारत सरकार की 8 अप्रैल को पेश सकए गए नए सनयमों के तहत कुछ
से बनी छह धनु ष तोप मानर् संसाधन कारों, र्ैन और मोटरबाइकों के सलए 16 डॉलर और
9 अप्रैल 2019 को मं त्रालय (एचआरडी) टर कों, बस और कोचों का 130 डॉलर प्रसतसदन शुल्क
सेना के हर्ाले कर दी गई। इस स्वदे शी धनु ष तोप ने 8 अप्रैल को दे श दे ना होगा।
के सेना में शासमल होने से आसटव लरी गन के सलए के उचडच सशक्षण
भारत अब दू सरे दे श पर सनभवर नहीं रहे गा। संसडथानों की रैं सकंग
अमेररका ने ईरान के रे र्ल्यूशनरी
जीसीएफ को सेना ने 114 धनु ष तोप का ऑडव र जारी की। इसमें शीषव गाडडव स कय आतंकर्ादी संगठन
सदया है । के 10 सडथानों में सात आइआइटी का स्थान दे िने घयवर्त वकया
को समला। इस रैं सकंग में सबसे पहला सडथान
सेना को धनु ष तोप सौंपते समय ससचर् रक्षा
आइआइटी मद्रास को समला है ।
(उत्पादन) डॉ. अजय कुमार ने कहा सक सुरक्षा अमेररका के राष्ट्रपसत
सनमावणी जीसीएफ के 115 साल के इसतहास को यह सूची एचआरडी सर्भाग ने जारी की है । इसमें डोनाल्ड टर ं प ने 8 अप्रैल
साक्षी मानकर कहता हं सक 'धनु ष' तोप इस सनमावणी इं सडयन इं सडटीट्यूट ऑफ साइं स, बेंगलु रु को दू सरा 2019 को घोषणा की
की सबसे बाी उपलब्धि है । भारतीय सेना के सडथान और आइआइटी िागपुर को तीसरा सडथान सक अमे ररका ईरान के
सहयोग से यह आसटव लरी गन बनाने का काम पूरा समला है । इस सलसड ट में टॉप 10 के सशक्षण संसडथानों सर्सशष्ट् सैन्य बल
हआ है । धनु ष तोप की पहली िेप सेना को सौंपने में जड यादातर आइआइसटयों का कबडजा सदिने को 'रे र्ल्यूशनरी गाडव कापव
का कायवक्रम गन कैररज फैक्टर ी में हो रहा है , ले सकन समल रहा है । आइआइटी को दे श के सशक्षण संस्थानों को एक आतंकर्ादी संगठन घोसषत कर रहा है । टर ं प
उसकी गूंज पूरी दु सनया में सुनाई दे रही है । में अहम स्थान प्राप्त है । ने एक बयान में कहा सक यह अप्रत्यासशत कदम यह
याद सदलाता है सक ईरान न ससफव आतंकर्ाद
कायवक्रम में आयुध सनमावणी बोडव के अध्यक्ष एर्ं जर्ाहर लाल ने हरू (जेएनयू) को सातर्ां सडथान समला प्रायोसजत करने र्ाला दे श है , बब्धल्क आईआरजीसी
महासनदे शक सौरभ कुमार, थलसेना के महासनदे शक है जबसक बनारस सहं दू यूसनर्ससवटी दसर्ें पायदान पर आं तकर्ाद को धन मु हैया कराने और उसे बिार्ा
ले ब्धफ्टनें ट जनरल पीके श्रीर्ास्तर्, आसटव लरी स्कूल के दे ने में ससक्रयता से लगा है ।

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सर्दे श मं त्री माइक पोब्धिओ ने टर ं प की घोषणा के उत्सर् उफव समनी हॉनव सबल त्योहार का सर्षय
बाद सभी बैंकों और व्ापाररयों को रे र्ल्यूशनरी था ‘सांस्कृसतक सर्रासत के सलए मसहलाओं को मौसम वर्भाग ने वहमाचल प्रदे श
गाडडव स के साथ सकसी भी प्रकार का संपकव रिने पर सशक्त बनाना है । के वलए ‘पीले’ मौसम की
पररणाम भुगतने की चेतार्नी दी है । पोब्धिओ ने
चेतार्नी जारी की
कहा, ''ईरान के ने ता क्रांसतकारी नहीं रै केसटयर हैं ।"
भारत में आईएसओ प्रमाणन
ररर्ॉल्युशनरी गाडव कॉर्प्व ईरान के आम्डव फोसव का प्राप्त करने र्ाला गुर्ाहार्ी रे लर्े मौसम सर्भाग ने सहमाचल प्रदे श में बाररश के सलए
सहस्सा है . इस्लासमक ररर्ॉल्युशनरी गाडव कॉर्प्व का
गठन साल 1979 इस्लामी क्रांसत के बाद सकया गया
स्टे शन पहला रे लर्े स्टे शन बन एक पीले मौसम की चेतार्नी जारी की। राज्य में
गया अलग-अलग स्थानों
था. दे श की पारं पररक सैन्य इकाइयां सीमाओं की
पर बाररश हई थी।
रक्षा करती हैं जबसक इसके सर्परीत ररर्ॉल्युशनरी गु र्ाहाटी रे लर्े स्टे शन भारतीय ग्रीन सटर ब्यूनल
मौसम सर्भाग ने
गाडव दे श में इस्लामी गणतंत्र प्रणाली की रक्षा करता (एनजीटी) सेआईएसओ (अं तरावष्ट्रीय मानकीकरण गंभीर या ितरनाक
है | संगठन) प्रमाणन प्राप्त मौसम से पहले लोगों
ररर्ॉल्युशनरी गाडव का मु ख्य उद्दे श्य नई हकूमत की करने र्ाला भारतीय को सचेत करने के
सहीाऽत और आमी के साथ सिा संतुलन बनाना रे लर्े का पहला रे लर्े सलए रं ग-कोसडत
था. ईरान के मौलसर्यों ने एक नए ऺानू न का मसौदा स्टे शन बन गया है । चेतार्नी जारी की है ।
तैयार सकया सजसमें सनयसमत आमी को दे श की स्वच्छ और हरे भरे
र्ातार्रण में यात्री कोड रं ग पीला कम से कम ितरनाक मौसम की
सरहद और आं तररक सुरक्षा का सजम्मा सदया गया
सुसर्धाएं प्रदान करने के सलए यह प्रमाण पत्र सदया चेतार्नी है जो अगले कुछ सदनों में गंभीर मौसम की
और ररर्ॉल्यूशनरी गाडव को सनऽाम की सहफाऽत का
गया है । संभार्ना को इं सगत करता है जो लोगों को प्रभासर्त
काम सदया गया |
कर सकता है ।
माना जाता है सक ररर्ॉल्युशनरी गाडव ईरान की गुर्ाहाटी रे लर्े स्टे शन द्वारा प्राप्त आईएसओ प्रमाणन
आईएसओ-14001 है , जो सक अं तरावष्ट्रीय मानदं डों
अथवव्र्स्था के एक सतहाई सहस्से को सनयंसत्रत करता वर्श्व हयम्ययपैथी वदर्स 2019 :
है . अलग-अलग क्षेत्रों में काम कर रही कई चैररटी के अनु सार पयावर्रण प्रबंधन प्रणाली के सलए है ,
सजन्ळें 2015 में अपग्रेड सकया गया था। नई वदल्ली में दय वदर्सीय
संस्थानों और कंपसनयों पर उसका सनयंत्रण है |
सम्मेलन का आययजन
ररर्ॉल्युशनरी गाडव की कमान ईरान के सुप्रीम लीडर र्ैज्ञावनकयं ने पौधे की प्रवतरक्षा
के हाथ में है . सुप्रीम लीडर दे श के सशस्त्र बलों के
सुप्रीम कमांडर भी हैं . र्े इसके अहम पदों पर अपने
प्रणाली में ‘डे थ स्िच’ नामक वर्श्व होम्ोपैथी सदर्स
पुराने ससयासी सासथयों की सनयुब्धक्त करते हैं तासक एक वियावर्वध की खयज की है पर केनड द्रीय होम्ोपैथी
ररर्ॉल्युशनरी गाडव पर उनकी कमान मऽबूत बनी जय मजबूत फसलयं का उत्पादन अनु संधान पररषद
रहे | (सीसीआरएच) की
कर सकती है
ओर से 9 अप्रैल और
मयनयू, नागालैंड में वगनीज र्ल्डव 10 अप्रैल 2019 को
चीनी र्ैज्ञासनकों ने
ररकॉडव बनाने के वलए लगभग पौधे की प्रसतरक्षा
नई सदलड ली के डॉ.
5000 कयन्याक मवहलाओं ने नृत्य अमडबेडकर अन्तरावष्ट्रीय केन्द्र में दो-सदर्सीय
प्रणाली में ‘डे थ ब्धस्वच’
समड मेलन का आयोजन सकया जा रहा है . होम्ोपैथी
वकया सक्रयासर्सध नामक
के संसडथापक डॉ. सक्रशडसचयन फ्रेडररक सेमुएल
एक सक्रयासर्सध की
8 अप्रैल, 2019 को मोन (नागालैं ड) में आयोसजत हनीमै न के जनड मसदर्स के अर्सर पर सर्शड र्
िोज की है जो पौधे
होम्ोपैथी सदर्स आयोसजत सकया जाता है |
कायवक्रम में ओसलं ग को स्वस्थ रि सकती
मोनयू उत्सर् के है । यह नई सक्रयासर्सध संक्रसमत कोसशकाओं को इस अर्सर पर होम्ोपैथी के क्षेत्र में असाधारण
दौरान (आमतौर पर आत्म-सर्नाश के सलए उकसाती करता है और इस कायों को मानड यता दे ने के उद्दे शडय से, होम्ोपैथी से
1 अप्रैल से 3 अप्रैल प्रकार रोग के प्रसार को सीसमत करती है । संबंसधत आयुष पुरसडकार – लाईफ टाइम असचर्में ट,
के बीच हर साल) बेसडट टीचर, युर्ा र्ैज्ञासनक और सर्वश्रेषडठ अनु संधान
ससंघुआ यूसनर्ससवटी और चाइनीज एकेडमी ऑफ
लगभग 5000 प्रदान सकया जायेगा. इस बार सर्श्व होम्ोपैथी सदर्स
साइं सेज इं स्टीट्यू ट ऑफ जेनेसटक्स एं ड डे र्लपमें ट
कोन्याक नागा पर 24 छात्रों को होम्ोपैथी के क्षेत्र में अलडपकासलक
बायोलॉजी के र्ैज्ञासनकों ने शोध सकया और
मसहलाओं ने अपने छात्रर्ृसत योजना के तहत छात्रर्ृ सियां प्रदान की
इसे ‘साइं स’ नाम की पसत्रका में प्रकासशत सकया
पारं पररक पररधान में ‘सबसे बाा पारं पररक जाएं गी और चार छात्रों को ‘होम्ोपै थी में कडर्ासलटी
गया।इसके अलार्ा, इस िोज से कोसशका मृ त्यु पर
कोन्याक नृ त्य’ के सलए सगनीज र्ल्डव ररकॉडव बनाने एम.डी. सडसटे शन’ के सलए छात्रर्ृ सियां प्रदान की
सनयंत्रण, पौधों के सलए प्रसतरोधक क्षमता का संकेत
का प्रयास सकया। जाएं गी |
समलता है और नई पीिी की रोग-प्रसतरोधी फसलों
त्योहार र्संत के आगमन और एक अच्छी आगामी का जन्म हो सकता है जो कीटनाशक का कम
फसल के सलए मनाया जाता है । ओसलं ग मोनयू उपयोग करती हैं और पयावर्रण के अनु कूल हैं ।

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अनु संधान के साथ सशक्षा को जोाने के प्रयास के  ररपोटव के मु तासबक, सर्कासशील दे शों (कम एर्ं
सर्ोच्च न्यायालय ने चुनार्
तहत दो और पीजी होम्ोपैथी महासर्द्यालयों के साथ मध्यम आय र्ाले दे श) को भेजा गया धन 2018 में
सहमसत-पत्र पर हसडताक्षर सकये जाएं गे. अनु संधान 9.6 प्रसतशत बिकर 529 अरब डॉलर के ररकॉडव आययग कय VVPAT की पची का
सुसर्धाओं पर जोर दे ना, इस समझौते का मु ख्य स्तर पर पहं च गया है । यह 2017 में 483 अरब वमलान करने का वनदे श वदया
लक्षडय है . इसके पररणाम स्वरूप छात्र अनु संधान से डॉलर पर था।
जुाेंगे | हाल ही में सर्ोि न्यायालय ने भारतीय चुनार्
 दु सनया भर के दे शों में भेजा जाने र्ाला धन 2018
आयोग को EVM पररणामों से VVPAT पची के
समड मेलन में होम्ोपैथी से संबंसधत अने क सर्षयों पर में 689 अरब डॉलर पर पहं च गया। 2017 में यह
समलान की संख्या
सर्चार-सर्मशव सकया जाएगा. समारोह में होम्ोपै सथक 633 अरब डॉलर पर था। इसमें सर्कससत दे शों में
को बिाने के सलए
सचसकत्सा पिसत के प्रचार-प्रसार तथा इसकी उनके नागररकों द्वारा भेजा जाने र्ाला पैसा भी
कहा है । अब तक
सर्शेषताओं और सर्कास पर चचाव करें गे | शासमल है ।
प्रत्येक सर्धानसभा
 बैंक ने कहा सक दसक्षण एसशया में भेजी गई रकम सेगमें ट में एक
तीसरा वदन 12 प्रसतशत बिकर 131 अरब डॉलर हो पोसलं ग बूथ में EVM
गई।अमे ररका में आसथवक पररब्धस्थसतयों में मजबूती के पररणामों का
और तेल की कीमतों में तेजी के चलते धन प्रेषण में समलान VVPAT से सकया जाता है । अब सर्ोि
वर्दे श से धन भेजने के मामले में र्ृब्धि हई है । सजसका िााी सहयोग पररषद न्यायालय ने एक की बजाय पांच पोसलं ग बूथ की
भारतीय अव्वल (जीसीसी) के कुछ दे शों से सनकासी पर VVPAT की पसचवयों का समलान करने का सनदे श
सकारात्मक प्रभार् पाा। सदया है । सर्ोि न्यायालय ने कहा है सक इससे
वर्दे श से अपने चुनार्ी प्रसक्रया की सर्श्वसनीयता तथा सत्यसनष्ठा में
दे श में पैसे भेजने पेररयार नदी में बढ़ता हआ र्ृब्धि होगी।
के मामले में प्रदू र्ण इस बार लोकसभा में पहली बार VVPAT मशीन का
भारतीय एक बार
उपयोग सकया जा रहा है । हालांसक कुछ संसदीय
सफर सबसे आगे
पे ररयार नदी में पुनः चुनार्ों तथा सर्धानसभा चुनार्ों में VVPAT का
रहे हैं । 2018 में
उपयोग सकया जा चुका है ।
प्रर्ासी भारतीयों ने प्रदू षण बि रहा है ।
79 अरब डॉलर पेररयार नदी से VVPAT :-
भारत में भेजे हैं । सर्श्वबैंक ने जारी अपनी ररपोटव में कोिी शहर तथा
यह बात कही। इसके आसपास के VVPAT (Voter Verified Paper Audit Trail) एक
क्षेत्र को पेयजल की सडर्ाइस है , मतदाता ने सजस व्ब्धक्त को र्ोट सदया
सर्श्वबैंक की 'माइग्रेशन एं ड डे र्लपमेंट ब्रीफ ' ररपोटव आपूसतव होती है । यह है उसकी पाटी का चुनार् सचन्ळ एक पची पर
के नर्ीन संस्करण के मु तासबक , भारत के बाद चीन लोगों तथा सरकार मतदाता को सदिाई दे ता है । यह ब्धस्लप VVPAT
का नं बर आता है । चीन में उनके नागररकों द्वारा 67 दोनों के सलए सचंता का सर्षय है । कुछ एक भाग में मशीन के अन्दर 7 सेकंड के सलए सदिाई दे ती है ,
अरब डॉलर भेजा गया है । इसके बाद मै ब्धक्सको (36 पानी सबल्कुल काला हो गया है । उसके बाद यह पची मशीन के अन्दर मौजूद सडब्बे
अरब डॉलर), सफसलपीन (34 अरब डॉलर) और में सगर जाती है । मतदाता इस पची को अपने साथ
समस्त्र (29 अरब डॉलर) का स्थान है । ररपोटव में कहा प्रदू षण सनयंत्रण बोडव के अनु सार पेररयार नदी के नहीं ले जा सकता है । VVPAT में उमीदर्ार (सजसे
गया है सक भारत एक बार सफर पहले पायदान पर जल के काला होने का कारण पानी की ऻराब
आपने र्ोट सदया है ) की क्रम संख्या, नाम तथा चुनार्
रहने में कामयाब रहा है ।सपछले तीन र्षव में सर्दे श से गुणर्िा है । प्रदू षण सनयंत्रण बोडव ने र्क्तव् में कहा
सचन्ळ सदिाई दे ता है ।
भारत को भेजे गए धन में महत्वपूणव र्ृब्धि हई है । यह है सक सनकटर्ती नगरों से सीर्ेज नदी प्रणाली में
2016 में 62.7 अरब डॉलर से बिकर 2017 में 65.3 पहाँ च रहा है । सजससे नदी का जल प्रदू सषत हो रहा है
और जल का रं ग भी बदल रहा है ।
र्ैज्ञावनकयं ने जारी की ब्लैक हयल
अरब डॉलर हो गया था।
की पहली तिीर
 सर्श्वबैंक ने कहा , "भारत को भेजे गए धन में 14 पेररयार नदी :-
प्रसतशत से असधक की र्ृब्धि दजव की गई है । केरल
पेररयार नदी केरल में बहती है । इसका उद्गम पसिमी दु सनयाभर के र्ैज्ञासनकों और शोधकतावओं के सलए
में आई बाि के चलते प्रर्ासी भारतीयों के अपने
घाट में होता है । कुछ उिर की ओर बहने के बाद समस्टर ी बने ब्लैक की
पररर्ारों को ज्यादा आसथवक मदद भेजने की
पेररयार झील की ओर बहती है । पेररयार झील के पहली तस्वीर 10
उम्मीद है ।"
कृसत्रम झील है , इसका सनमावण नदी पर मु ल्लापेररयार अप्रैल को जारी की
 सऊदी अरब से पूंजी प्रर्ाह में कमी के कारण बााँध के कारण हआ है । पेररयार झील से सुरंग के गई। यह तस्वीरें
पासकस्तान में उनके प्रर्ाससयों द्वारा भेजे जाने र्ाले द्वारा जल तसमलनाडु की र्ैगई नदी को ले जाया भारतीय समयानु सार
धन में सगरार्ट आई है । र्हीं , बांग्लादे श में उनके जाता है जहााँ पर इसका उपयोग ससंचाई के सलए शाम को 6 बजे जारी
प्रर्ाससयों द्वारा भेजे गए धन में 2018 में 15 सकया जाता है । इस नदी पर इदु क्की बााँध का सनमावण की गईं। तस्वीरें जारी
प्रसतशत की र्ृब्धि दजव की गई है । भी सकया है । पहााों से बहने के बाद यह नदी तटीय करते हए गोथ
मै दानों से होते हए अरब सागर में प्रर्े श करती है । यूसनर्ससवटी फ्रैंकफटव की लु ससआनो रे जोला ने कहा

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सक बेहद साधारण भाषा में कहा जाए तो यह ऐसा र्ररष्ठ असधकारी और पुरस्कार सर्जेताओं के पररजन जहाजों का गमव जोशी से स्वागत सकया। जहाजों के
गड्ढा है , सजसे भरा नहीं जा सकता है । शासमल हए। बंदरगाह पर आने के दौरान आईएनएस सुजाता में
सेना बैंड ने लोकसप्रया धु नें बजाई। जहाजों से
गौरतलब है सक िगोल शास्त्र में रुसच रिने र्ाले स्थापना समारोह के अर्सर पर 50 सैन्यकसमव यों के
संबंसधत सर्सभन्न कायवक्रमों की जानकारी आईएनएस
लोगों के सलए ब्लैक होल की पहली तस्वीर जारी एक दल ने गाडव ऑफ ऑनव र परे ड सकया। एडसमरल
सुजाता पर दी गई।
होना बाी घटना है , क्ोंसक अब तब इसके आकार- सुनील लांबा ने गाडव ऑफ ऑनव र परे ड का सनरीक्षण
प्रकार के बारे में ससफव पररकल्पना ही की गई है । सकया। 7 अप्रैल, 2019 को 1टीएस जहाजों पर योग
दु सनया के छह जगहों पर र्ैज्ञासनक प्रेस कॉगफ्रेंस कर कायवक्रमों का आयोजन सकया गया। इनमें उिायोग
नौसेना प्रमु ि ने सर्जेताओं को पदक, प्रशब्धस्त पत्र
ब्लैक होल की असली तस्वीर जारी करें गे। इसके के असधकाररयों ने भी भाग सलया। इन जहाजों को
और सीएनएस टर ॉफी भी प्रदान सकए। इन सर्जेताओं
सलए दु सनया के 6 दे शों हर्ाई, एररजोना, स्पे न, भ्रमण के सलए िुला रिा गया था। जहाज दे िने
ने पयावर्रण अनु कूल कायवक्रमों में सर्सशष्ट् प्रदशवन
मे ब्धक्सको, सचसल और दसक्षणी ध्रु र् में Event Horizon र्ालों में सेशेल्स मै रीटाईम एकेडमी के कैडे ट भी
सकया था। 45 पदकों में 18 नौसेना पदक, ड्यूटी के
Telescope लगाया गया था। इसका सनमावण शासमल थे।
प्रसत समपवण के सलए 9 नौसेना पदक, 16 सर्सशष्ट्
िासतौर पर ब्लैक होल की तस्वीर ले ने के सलए ही
सेर्ा पदक, उाान सुरक्षा के सलए कैप्टन रसर्धीर 8 अप्रैल, 2019 को 1टीएस के र्ररष्ठ असधकारी
सकया गया था।
मे मोररयल गोल्ड मे डल और नौसेना तकनीक में कैप्टन र्रुण ससंह ने अन्य असधकाररयों के साथ
उल्लेिनीय है सक सामान्य सापेक्षता के ससिांत के उत्कृष्ट् शोध के सलए ले ब्धफ्टनें ट र्ी.के. जैन मे मोररयल राजदू त और सर्दे शी मामलों के ससचर् श्री बैरी
अनु सार, ब्लैक होल ऐसी िगोलीय र्स्तु होती है गोल्ड मे डल शासमल हैं । फायूरे, भारतीय उिायुक्त डॉ. औसफ सईद,
सजसका गुरुत्वाकषवण क्षेत्र इतना शब्धक्तशाली होता है एसपीडीएफ सडफेंस फोसेज के प्रमु ि कनव ल
नौसेना प्रमु ि ने आईएनएस सत्रशूल, आईएनएस
सक प्रकाश ससहत कुछ भी इसके ब्धिंचार् से बच नहीं ब्धक्लफोडव रोजलीन तथा सेशेल्स कोस्ट गाडव के
सह्याद्री, आईएनएएस 322 और आईएनएस तारासा
सकता। इसे ब्लैक होल इससलए कहा जाता है कमांडर कनव ल साइमन डाईन से मु लाकात की।
(समु द्र) तथा एनएसआरर्ाई (कोब्धि), आईएनएस
क्ोंसक यह अपने ऊपर पाने र्ाले सारे प्रकाश को सभी सर्सशष्ट् असधकाररयों ने मोजाब्धम्बक में सकए गए
उत्क्रोश, आईएनएचएच कल्याणी और मै सटररयल
अर्शोसषत कर ले ता है और कुछ भी ररफ्लेक्ट सहायता कायों के सलए भारतीय नौसेना के जहाजों
ऑगवनाइजेशन (मु म्बई) (तट) को प्रशब्धस्त पत्र प्रदान
(प्रसतसबंसबत) नहीं करता। की सराहना की। समु द्री प्रसशक्षण प्राप्त कर रहे
सकए। नौसेना डॉकयाडव (र्ाईजेग) और आईएनएस
सैन्यकसमव यों ने बॉटे सनकल गाडव न, सेशेल्स मै रीटाईम
इससे पहले यूरोपीय अं तररक्ष एजेंसी के िगोलसर्दड द्वाररका को पयावर्रण अनु कूल अभ्यासों के सलए
एकेडमी और सेशेल्स कोस्ट गाडव बेस का भी भ्रमण
और ब्लैक होल के एक सर्शेषज्ञ पॉल मै क्नमारा ने सीएनएस टर ॉफी से सम्मासनत सकया गया।
सकया। सेशेल्स कोस्ट गाडव के नासर्कों ने आईएनएस
कहा सक सपछले 50 र्षव से असधक समय से
अपने संबोधन में एडसमरल लांबा ने कहा सक इस शादुव ल का भ्रमण सकया।
र्ैज्ञासनकों ने दे िा है सक हमारी आकाशगंगा के केंद्र
अर्सर का सर्शेष महत्व है क्ोंसक यह र्ीरता, ड्यूटी
में कुछ बहत चमकीला है । उन्ळोंने बताया सक ब्लैक 8 अप्रैल, 2019 को आईएनएस सुजाता पर एक रासत्र
के प्रसत समपवण जैसे कायों को स्वीकृसत प्रदान करता
होल में इतना मजबूत गुरुत्वाकषवण है सक तारे 20 भोज का आयोजन सकया गया। इस अर्सर पर
है । उन्ळोंने पुरस्कार सर्जेताओं के पररजनों को
र्षव में इसकी पररक्रमा करते हैं । हमारी सौर प्रणाली कैप्टन र्रुण ससंह ने स्वागत भाषण सदया। इसके बाद
धन्यर्ाद दे ते हए कहा सक उनके सहयोग से ही
में आकाशगंगा की पररक्रमा में 23 करोा साल राजदू त श्री बैरी फायूरे ने अपने संबोधन में कहा सक
सैन्यकमी बेहतर प्रदशवन करने के सलए प्रोत्सासहत
लगते हैं । भारत और सेशेल्स के सद्वपक्षीय संबंध मजबूत है ।
होते है ।
उन्ळोंने 2018 में भारत द्वारा सेशेल्स को उपहार
आईएनएस वशिा पर नौसेना स्वरूप डॉसनव यर दे ने की प्रशंसा की।
1 र्ीएस के जहाज पयर्व
थथापना समारयह 1टीएस के जहाज सर्दे श में तैनाती के अं सतम पाार्
वर्क्टयररया, सेशेल्स की यात्रा पर
पर हैं । जहाज 10 अप्रैल, 2019 को कोब्धि के सलए
रर्ाना होंगे। तैनाती के तहत जहाज सबसे पहले पोटव
पसिमी नौसेना लु ईस, मॉररशस पहं चे। र्हां से तीन जहाजों को
पहले प्रसशक्षण स्क्वाडरन (1टीएस) के जहाज- मानर्ीय सहायता और आपदा राहत के सलए
कमान के नौसेना
आईएनएस तरं सगनी, आईएनएस सुजाता, आईएनएस मोजाब्धम्बक रर्ाना सकया गया था।
हे सलकॉप्टर बेस
शादुव ल और आईसीजीएस सारथी- 6 अप्रैल, 2019
आईएनएस सशक्रा पर
को पोटव सर्क्टोररया,
10 अप्रैल, 2019 को कन्नड़ लेखक बी ए सनदी का
सेशेल्स पहं चे।
नौसेना स्थापना
समारोह-2019 का
तरं सगनी कोब्धि से 86 र्र्व की आयु में वनधन हय
रर्ाना हआ था, गया
आयोजन हआ।
जबसक अन्य तीनों
नौसेना प्रमु ि एडसमरल सुनील लांबा पीर्ीएसएम, जहाज पोटव सबएरा,
एर्ीएसएम, एडीसी ने राष्ट्रपसत की ओर से बहादु र मोजाब्धम्बक से
31 माचव 2019 को, कन्ना कसर् डॉ बी ए सनदी का
सैन्यकसमव यों को र्ीरता और अन्य पुरस्कार प्रदान रर्ाना हए थे। ये तीनों जहाज इदाई चक्रर्ात के बाद 86 र्षव की आयु में कुमता तालु का के सहरर्िा क्षेत्र
सकए, जो गणतंत्र सदर्स के अर्सर पर घोसषत सकए ऑपरे शन सहायता के तहत मानर्ीय सहायता तथा के सनकट उनके सनर्ास पर सनधन हो गया।
गए थे। नौसेना प्रमु ि ने नौसेना इकाइयों को प्रशब्धस्त आपदा राहत के सलए मोजाब्धम्बक गए थे। कमोडोर उनका जन्म 18 अगस्त 1933 को बेलागर्ी सजले के
पत्र भी प्रदान सकए। समारोह में भारतीय नौसेना के र्रुण पासणकर ने अपने सहयोसगयों के साथ इन
सशंदल्ली गााँर् में हआ था।

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उन्ळें कई पुरस्कारों से सम्मासनत सकया गया, मायके से या जहां र्ह शरण सलये हए है र्हां से भी
सजनमें कनावटक सासहत्य अकादमी पुरस्कार, सामने आई दु वनया की पहली मु कदमा दायर करा सकती है |
काव्नं द पुरस्कार, श्रेष्ठा होरानादा कन्नसडगा जीन एवडर्े ड विपकली
यह व्र्स्था मु ख्य न्यायाधीश रं जन गोगोई, न्यायमू सतव
पुरस्कार, कन्ना राज्योत्सर् पुरस्कार, एस.एन.
एल नागेश्वर रार् और न्यायमू सतव संजय सकशन कौल
भूषणुरमता पुरस्कार, गोरूरू सासहत्य पुरस्कार, र्ै ज्ञासनक काफी समय से चूहों, सुअरों, बकररयों,
की पीठ ने सर्सभन्न राज्यों से दायर छह यासचकाओं
गुरू नारायण पुरस्कार और पिा पुरस्कार शासमल मु सगवयों और सततसलयों के जीन्ऱ में बदलार् करते रहे का सनपटारा करते हए दी |
हैं | हैं , ले सकन जीन एसडसटं ग के महत्वपूणव तरीके सक्रस्पर
तकनीक से अभी तक सुप्रीम कोटव ने कहा सक क्रूरता के कारण ससुराल से
जेम्स बॉन्ड अवभनेत्री नादजा बाहर कर दी गयी मसहला आरोसपयों के ब्धिलाफ उस
रे प्टाइल (सरीसृप) की
रे वगन का 87 र्र्व की आयु में जीन एसडसटं ग नहीं की स्थान पर भी मामला दजव करा सकती है , जहां र्ह
वनधन जा सकी थी। अब शरण ले ने के सलए मजबूर है . कोटव ने अपने फैसले में
र्ैज्ञासनकों ने असंभर् स्पष्ट् कर सदया है सक मसहला को उस इलाके में
सा लगने र्ाला सशकायत दजव कराने की आर्श्यकता नहीं है जहां
8 अप्रैल 2019 को, ससबवयाई असभने त्री नादजा
जेनेसटक पररर्तवन कर उसकी ससुराल है . सुप्रीम कोटव ने कहा सक पीसात
रे सगन का 87 र्षव की सदिाया है । र्ैज्ञासनकों ने एक सछपकली के जीन में मसहला भारतीय दं ड संसहता (आईपीसी) की धारा
आयु में सनधन हो गया। बदलार् सकया है । जीन में बदलार् की र्जह से 498 ए के तहत अपने आश्रय स्थल या मायके में
लगभग पारदशी सदिने र्ाली एनोसलस सलजाडव आपरासधक मु कदमा दजव करा सकती है . दरअसल,
र्ह दो बॉन्ड सफल्ों
सामने आई है । यह दु सनया में जीन में बदलार् से अभी तक मसहला को उसी जगह मु कदमा दायर
‚फ्रॉम रसशया सर्द लर्‛
जन्मा पहला रे प्टाइल है । कराना पाता था, जहां उसकी सुसराल है .कोटव ने
और ‚गोल्डसफंगर‛में
धारा 498ए की व्ाख्या करते हए कहा सक इसमें
सदिाई दीं। अमे ररका की जासजवया यूसनर्ससवटी की ग्रेजुएट स्टू डें ट शारीररक और मानससक दोनों प्रताानाएं शासमल
उनका जन्म 2 सदसंबर 1931 को ससबवया के बेलग्रेड एशले रे ससस, जो सक सछपकली की जीन एसडसटं ग मानी जाएं गी. कोटव ने कहा सक 498ए में दी गई
में हआ था। कायव से जुाी हई हैं , बताती हैं सक जब सछपकली क्रूरता की पररभाषा के मद्दे नजर ससुराल द्वारा सताई
अं डा फोाकर बाहर सनकली तो हम सब लोग गई मसहला के शारीररक और मानससक स्वास्थ्य पर
उन्ळोंने एक उपन्यास सलिा, सजसका नाम ‘द अचंसभत रह गए। उन्ळोंने बताया सक हमने पहली पाने र्ाले असर को नजरअं दाज नहीं सकया जा
सर्ब्धक्टम्स एं ड द फूल्स’ था, सजसे उनके पूरे नाम ऐसी सलजाडव पैदा करने के बारे में र्ाकई नहीं सोचा सकता |
नादजा पोडे रेसगन के तहत प्रकासशत सकया गया था। था।
चुनार् आययग ने पीएम मयदी पर
यूसनर्ससवटी के जेनेसटक्स सर्भाग के डायरे क्टर
डरीम 11 भारत का पहला अरब बनी बाययवपक की ररलीज पर
डगलस में के ने बताया सक अपने काम के जररए अब
डॉलर का गेवमंग स्टार्व अप बना हम और म्ूटेंट सछपकली बना सकते हैं । मानर् लगाई रयक
बायोलॉजी का अध्ययन करने में इस तरह के मॉडल
का उपयोग हो सकेगा। उन्ळोंने बताया, अब तक चुनार् आयोग ने प्रधानमं त्री नरें द्र मोदी पर बनी
डरीम 11 एक यूसनकॉनव बन गया है , यानी यह अब रे प्टाइल्स की सभी दस हजार प्रजासतयां ऐसी ररसचव बायोसपक के ररलीज पर
एक सबसलयन के दायरे से बाहर थीं। र्ैज्ञासनक सोचते थे सक ऐसा 10 अप्रैल 2019 को
डॉलर का स्टाटव अप करना बहत मु ब्धिल होगा, ले सकन यह संभर् हो गया रोक लगा दी है . यह
है । कुछ रोमांचक है । साइं स मै गजीन में प्रकासशत पेपर में सछपकली सफल् 11 अप्रैल 2019
घटनाक्रमों ने डरीम पैदा करने का ब्योरा सदया गया है । को ररलीज होनी थी.
11 को भारत चुनार् आयोग ने कहा
का पहला गेसमं ग चौथा वदन सक है सक जब तक
यूसनकॉनव बना सदया लोकसभा चुनार् ित्म नहीं हो जाते, तब तक इस
है सजसने इसे सनजी सफल् पर रोक लगी रहे गी |
क्षेत्र के स्टाटव अप के कुलीन क्लब में $ 1 सबसलयन या दहेज उत्पीड़न से परे शान
चुनार् की घोषणा के साथ ही 10 माचव को आदशव
उससे असधक मू ल्य का बना सदया है । मवहलाएं कही ं भी दजव करा सकती आचार संसहता लागू हो गया था. आचार संसहता
स्टीडव्ू कैसपटल ऑी लं दन एं ड हॉगगकॉगग ने डरीम हैं एफआईआर: सुप्रीम कयर्व चुनार्ों की घोषणा होते ही लागू कर दी जाती है .
11 में $ 60 समसलयन का सनर्ेश सकया है , इसका आचार संसहता चुनार् ससमसत द्वारा बनाया गया र्ो
मू ल्यांकन $ 1- $ 1.5 सबसलयन है । सु प्रीम कोटव ने 09 सदशासनदे श होता है सजसे सभी राजनीसतक पासटव यों
अप्रैल 2019 को एक को मानना होता है .आचार संसहता का मु ख्य उद्दे श्य
कलारी कैसपटल, मल्टीपल्स अल्टरने ट एसेट पासटव यों के बीच मतभेद टालने , शांसतपूणव एर्ं सनष्पक्ष
महत्वपूणव व्र्स्था
मै नेजमें ट और सथंक इनर्ेस्टमें टडस ने कंपनी में अपने चुनार् कराना होता है . आचार संसहता द्वारा ये
दे ते हए कहा सक
मौजूदा इब्धक्वटी बेचे हैं । सुसनसित सकया जाता है सक कोई भी राजनीसतक
ससुराल में उत्पीान
की सशकार मसहला पाटी, केंद्रीय या राज्य की अपने आसधकाररक पदों

10
का चुनार्ों में लाभ हे तु गलत इस्तेमाल न करें .अगर गौरतलब है सक साल 2018 में भुर्नेश्वर में हए हॉकी
कोई उम्मीदर्ार इन सनयमों का पालन नहीं करता तो सर्श्व कप के कुछ समय बाद हरें द्र ससंह को भारत के लयकसभा चुनार् 2019 :
चुनार् आयोग उसके ब्धिलाफ कारव र्ाई कर सकता मु ख्य कोच के पद से बिावस्त कर सदया गया था और वनजामाबाद में M3 EVM का
है , उसे चुनार् लाने से रोका जा सकता है , तब से टीम को नए कोच की तलाश थी. राष्ट्रीय
उपययग वकया जायेगा
उम्मीदर्ार के ब्धिलाफ एफआईआर दजव हो सकती महासंघ और भारतीय िेल प्रासधकरण ने सपछले तीन
है और दोषी पाए जाने पर उसे जेल भी जाना पा महीने से िाली पाे इस पद को भरने की स्वीकृसत चुनार् आयोग ने तेलंगाना के सनऽामाबाद लोकसभा
सकता है . आचार संसहता लागू होते ही प्रदे श का दी थी | क्षेत्र में बैलट पेपर की बजाय M3 EVM मशीन का
मु ख्यमं त्री या मं त्री जनता के सलए कोई घोषणा नहीं उपयोग करने का
कर सकते हैं . इस दौरान राज्य में न तो सशलान्यास र्ल्डव इकनयवमक आउर्लु क सनणवय सलया है ।
सकया जाता है न लोकापवण और न ही भूसमपूजन अप्रैल 2019 दरअसल सनऽामाबाद
सकया जाता है | में 185 उम्मीदर्ार
लोकसभा के चुनार् के
भारत और वसंगापुर के बीच अं तरावष्ट्रीय मु द्रा कोष
सलए िाे हैं .सनर्ावचन
ने र्ल्डव इकनोसमक
‘बयल्ड कुरुक्षेत्र’ युद्ध अभ्यास आयोग ने इले क्टरॉसनक्स
आउटलु क अप्रैल कारपोरे शन ऑी इं सडया सलसमटे ड को M3 के सलए
शुरू 2019 में सनम्नसलब्धित 26,820 EVM, 2,240 कण्ट्र ोल यूसनटड स तथा 2600
पूर्ावनुमान प्रकासशत VVPAT की आपूसतव करने के सलए कहा है । प्रत्येक
भारत और ससंगापुर की सेनाओं के बीच सद्वपक्षीय सकये हैं | पोसलं ग स्टे शन पर 12 M3 EVM उपयोग की
अभ्यास ‘बोल्ड कुरुक्षेत्र
जायेंगी ं। सभी EVM एक कण्ट्र ोल यूसनट तथा
अभ्यास-2019’ की 2019 में र्ैसश्वक र्ृब्धि दर 3.3% रहे गी। 2018 में यह
VVPAT से जुाी होंगी। इन EVM को ‚L‛ आकार में
बबीना में शुरूआत दर 3.6% तथा 2017 में 4% थी।
स्थासपत सकया जाएगा। प्रत्येक EVM में 16
हई. समारोह में दोनों
सर्कास दर में इस कमी का प्रमु ि कारण अमे ररका उम्मीदर्ारों के नाम सलिे होंगे।
सेनाओं की टु कसायों ने
और चीन के बीच का व्ापाररक तनार्, तुकी और
एक साथ भाग सलया. अजेंटीना में आसथवक दबार् तथा चीन की सख्त साि M3 EVM
यह संयुक्त अभ्यास 8 अप्रैल से 11 अप्रैल तक झांसी
नीसतयां हैं ।
के बबीना में आयोसजत की गई. इस युि अभ्यास में M3 EVM इले क्टरॉसनक र्ोसटं ग मशीन की तीसरी
भारतीय दल का प्रसतसनसधत्व कनव ल एस.पी. ससंह कर 2022 तक सर्कससत अथवव्र्स्थाओं की रफ़्तार कम पीिी है , इसमें 384 उम्मीदर्ारों का डाटा स्टोर सकया
रहे हैं . जबसक ससंगापुर के दल का प्रसतसनसधत्व होकर 1.6% पर पहाँ च जायेगी। जा सकता है । इस मशीन में टै िर सडटे क्शन तथा
ले ब्धफ्टनें ट कनव ल टोंग चोंग सकयात कर रहे हैं . यह सेल्फ डायग्नोब्धस्टक्स जैसे फीचर हैं । यसद कोई मशीन
उभरते हए बाजारों तथा सर्कासशील दे शों में मध्यम को िोलने का प्रयास करता है जो यह नई EVM
12र्ां अभ्यास है जो भारत-ससंगापुर के बीच सकया
काल में सर्कास की दर 4.8% पर ब्धस्थर रह सकती अपने आप काम करना बंद कर दे गी। जब मशीन
गया |
है । को ब्धस्वच ऑन सकया जाता है इसका सेल्फ
डायग्नोब्धस्टक्स फीचर पूरी मशीन की जांच पाताल
भारतीय पुरुर् हॉकी र्ीम के उभरते हए बाऽार तथा सर्कासशील दे श सर्कससत
करता, इस फीचर के द्वारा मशीन में सकसी हाडव र्ेयर
दे शों के मु काबले असधक गसत से सर्कास कर रहे हैं ।
मुख्य कयच ग्राहम रीड बने अथर्ा सॉफ्टर्ेयर बदलार् का पता लगाया जा
2024 तक चीन की सर्कास दर कम होकर 5.5% सकता है ।
तक पहाँ च सकती है ।
हॉकी इं सडया ने दु बई में एक बैंक, अमीरात
08 अप्रैल 2019 भारत के सन्दभव में पूर्ाव नुमान इस्लावमक, व्हार्ड सएप के माध्यम
को ऑस्टर े सलया के
अं तरावष्ट्रीय मु द्रा कोष ने सर्ि र्षव 2019-20 के सलए से बैंवकंग शुरू करने र्ाला
पूर्व ब्धिलााी एर्ं
सर्कास दर के अनु मान को घटाकर 7.3% सकया, दु वनया का पहला इस्लावमक बैंक
कोच ग्राहम रीड
इससे पहले अं तरावष्ट्रीय मु द्रा कोष ने 2019-20 में
को भारतीय पुरुष
भारत की सर्कास दर 7.4% रहने का अनुमान बन गया
हॉकी टीम का
लगाया था।
नया मु ख्य कोच सनयुक्त सकया हैं . र्े जल्द ही अमीरात इस्लासमक
बेंगलु रू ब्धस्थत भारतीय िेल प्रासधकरण (साई) में इसके बार्जूद भी भारत सर्श्व की सबसे गसत से बैंक ने अपने ग्राहक के
जारी कैि में भारतीय टीम से जुाेंगे. इस कैि के सर्कास करने र्ाली अथवयर्स्था के रूप में बना सलए व्हाटड सएप के
सलए 60 ब्धिलासायों का चयन सकया गया है . ग्राहम रहे गा। 2020 के सलए चीन की सर्कास दर 6.1% माध्यम से चैट बैंसकंग
रीड ने कहा की भारतीय हॉकी टीम का मु ख्य कोच रहने का अनुमान है । सुसर्धा शुरू की और
बनना मे रे सलए गर्व और सम्मान की बात है . इस िेल यह इस तरह की सुसर्धा
2020 के पिातड र्ैसश्वक सर्कास दर 3.5% के
में सकसी टीम के इसतहास की तुलना भारत से नहीं दे ने के सलए इस्लासमक बैंसकंग क्षेत्र में दु सनया का
आसपास ब्धस्थर हो जाएगी।
की जा सकती. उन्ळोंने कहा की मु झे भारतीय टीम पहला बैंक बन गया।
की तेज और ऑक्रामक हॉकी पसंद है |

11
यह चैट बैंसकंग सॉल्यूशन ग्राहकों को सकसी मौजूदा से प्रेररत है , जो भारत के नागररकों को स्वस्थ सदल्ली ब्धस्थत सकसी भी
काडव को अस्थायी रूप से ब्लॉक या अनब्लॉक करने र्ातार्रण का असधकार प्रदान करता है । एनजीटी केंद्रीय सर्श्वसर्द्यालय
और अकाउं ट बैलेंस चेक करने की सुसर्धा दे ता है । को प्राकृसतक न्याय के ससिांतों द्वारा सनदे सशत सकया की पहली मसहला
जाता है । इसमें पूणवकासलक अध्यक्ष के रूप में भारत कुलपसत बनी हैं । इसे
इमामी वलवमर्े ड ने र्रुण धर्न के सुप्रीम कोटव के सेर्ासनर्ृि न्यायाधीश या उि शैक्षसणत ने तृत्व के
न्यायालय के मु ख्य न्यायाधीश, न्यासयक सदस्य और इसतहास में एक
कय नर्रत्न कूल का िांड सर्शेषज्ञ सदस्य शासमल होते हैं । प्रत्येक श्रेणी में प्रगसतर्ादी सनणवय
एं बेसडर वनयुक्त सनधावररत न्यासयक और सर्शेषज्ञ सदस्य की न्यूनतम माना जा रहा है जो
संख्या 10 है तथा प्रत्येक श्रेणी में असधकतम संख्या जासमया के सलए भी गौरर् का सर्षय है ।
20 होती है ।
इमामी सलसमटे ड ने नर्रत्न कूल का समथवन करने के पूरे जासमया समु दाय ने 12 april को इस सनयुब्धक्त के
सलए भारतीय असभने ता र्रुण सनणवय का स्वागत सकया है । साथ ही सर्सभन्न सर्षयों
धर्न को चुना है । टीर्ी पााँचर्ा वदन और ज्ञान र् अध्ययन के क्षेत्र में सकारात्मक प्रगसत
सर्ज्ञापनों को लर् कल्ला द्वारा को ले कर अपनी आकांक्षाएं भी प्रकट कीं।
सनदे सशत और यूके में शूट अं तरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान बना चुकीं प्रो नजमा को
जस्स्टस वर्िम नाथ बने नर्
सकया गया है । शाहरुि िान, चार दशक के लं बे शैक्षसणक ने तृत्व का अनु भर् है ।
असमताभ बिन, गोसर्ंदा, गवठत आं ध्र प्रदे श उच्च र्ह एनआईपीए में 130 दे शों के र्ररष्ठ असधकाररयों
सचरं जीर्ी, सशल्पा शेट्टी और जूसनयर एनटीआर ने भी न्यायालय के प्रथम मुख्य के अं तरराष्ट्रीय शैसक्षक प्रशासक पाठ्यक्रम की 15
नर्रत्न ब्रांड के ब्रांड एं बेसडर के रूप में काम सकया र्षों तक सफल ने तृत्व के सलए जानी जाती हैं । दे श
न्यायधीश
है । में शैसक्षक प्रशासक तैयार करने के सलए इलाहाबाद
में पहले प्रदे श स्तर के प्रबंधन संस्थान को स्थासपत र्
हषव र्ी अग्रर्ाल इमामी सलसमटे ड के सनदे शक हैं । इलाहबाद उि न्यायालय
सफलतापूर्वक सर्कससत करने का श्रेय भी उन्ळी को
के सबसे र्ररष्ठ न्यायधीश
नर्रत्न संग्रह में नर्रत्न एक्स्ट्रा थंडा तेल, नर्रत्न तेल, जाता है ।
सर्क्रम नाथ को नर् गसठत
नर्रत्न स्भाटव कूल, नर्रत्न कूल और नर्रत्न बादाम आन्ध्र प्रदे श उि न्यायालय अलीगि मु ब्धस्लम सर्श्वसर्द्यालय में परीक्षा सनयंत्रक र्
कूल तेल शासमल हैं । का प्रथम मु ख्य न्यायधीश अकादसमक कायवक्रमों की सनदे शक ससहत प्रो नजमा
सनयुक्त सकया गया है । उन्ळें ने कई शीषव संस्थानों की अहम सजम्मेदाररयां बिूबी
राष्ट्रीय हररत अवधकरण (NGT) कायवकारी मु ख्य न्यायधीश सनभाई हैं । इं सदरा गांधी राष्ट्रीय मुक्त सर्श्वसर्द्यालय
ने यमुना अपरदन मामले की सी. प्रर्ीण कुमार के स्थान पर सनयुक्त सकया गया है । (इग्नू) में उन्ळोंने कई राष्ट्रीय र् अं तरराष्ट्रीय स्तर के
सडस्टें स एजुकेटर कैपेससटी सबब्धल्डंग पाठ्यक्रमों की
जांच के वलए वकया सवमवत का आं ध्र प्रदे श उि न्यायालय
अगुर्ाई की है ।
गठन आं ध्र प्रदे श उि न्यायालय 1 जनर्री, 2019 से
अलीगि मु ब्धस्लम सर्श्वसर्द्यालय की स्वणव पदक
कायवशील हआ यह भारत का 25र्ां उि न्यायालय
जब्धस्टस आदशव कुमार गोएल की अध्यक्षता में राष्ट्रीय सर्जेता प्रो अख्तर प्रसतसष्ठत सर्द्याथी भी रही हैं ।
है । हाल ही में भारत के सर्ोि न्यायालय ने हाल ही
उन्ळोंने राष्ट्रमं डल छात्रर्ृ सि ससहत कई अं तरराष्ट्रीय
हररत सटर ब्यूनल की में आं ध्र प्रदे श के सलए उि न्यायालय की स्थापना
प्रशब्धस्तयां अपने नाम की हैं । प्रो नजमा ने प्रसतसष्ठत
पीठ ने यमुना के को मं ऽूरी दी थी। आरम्भ में यह उि न्यायालय
मै दानी इलाके में अं तरराष्ट्रीय संस्थानों जैसे यूनाइटे ड सकंगडम के
अस्थायी भर्न में कायव करे गा, बाद में यह उि
र्ारसर्क सर्श्वसर्द्यालय र् नासटं घम सर्श्वसर्द्यालय के
अपरदन के मामले की न्यायालय आं ध्र प्रदे श की राजधानी अमरार्ती
अलार्ा आईआईईपी पेररस यूनेस्को से सशक्षा प्राप्त
जांच के सलए ससमसत जब्धस्टस ससटी में स्थासपत सकया जाये गा। यह अस्थायी
का गठन सकया है । इस की है । र्ह सर्कससत र् सर्काशशील दे शों के कई
उि न्यायालय 15 सदसम्बर, 2018 को कायवशील हो
साझा अनु संधान कायों में भी शासमल रही हैं । सफल
ससमसत में हररयाणा गया ता। 2 जून, 2014 को आं ध्र प्रदे श के सर्भाजन
ने तृत्वकताव के रूप में उन्ळोंने युर्ा सशक्षकों को स्वतंत्र
ससंचाई र् जल संसाधन सर्भाग के प्रधान ससचर्, के बाद आं ध्र प्रदे श और तेलंगाना के सलए है दराबाद
ने तृत्वकताव बनने के सलए प्रोत्सासहत र् सहयोग सकया
हररयाणा राज्य प्रदू षण सनयंत्रण बोडव के सदस्य में एक ही उि न्यायालय था, अब इस है दराबाद के
है ।
ससचर् तथा िान र् भू-गभव सर्भाग के सनदे शक उि न्यायालय को तेलंगाना उि न्यायालय के नाम
शासमल हैं । यह ससमसत एक माह के भीतर अपनी से जाना जायेगा। पदाथव की नयी अर्थथा की
संयुक्त ररपोटव सौंपेगी।
खयज
प्रय. नजमा अख्तर बनी ं
राष्ट्रीय हररत अवधकरण (NGT)
जावमया वमवलया यूवनर्वसवर्ी स्कॉटलैंड के एसडनबगव सर्श्वसर्द्यालय के र्ैज्ञासनकों
पयावर्रण संरक्षण, र्नों और अन्य प्राकृसतक संसाधनों की पहली मवहला कुलपवत ने शब्धक्तशाली कंप्यू टर ससमु लेशन के द्वारा पदाथव की
के संरक्षण से संबंसधत मामलों के प्रभार्ी और शीघ्र नई अर्स्था की िोज की है , इस अर्स्था को ‚चेन
सनपटान के सलए राष्ट्रीय ग्रीन सटर ब्यू नल असधसनयम, जासमया समसलया इस्लासमया के इसतहास में पहली मे ल्टेड स्टे ट‛ कहा जा रहा है । पहले यह माना जाता
2010 के तहत र्षव 2010 में एनजीटी की स्थापना बार प्रो नजमा अख्तर पहली मसहला कुलपसत बनी था सक पदाथव की केर्ल तीन अर्स्थाएं हो सकती हैं :
की गयी थी। यह भारतीय संसर्धान के अनु च्छेद- 21 हैं । ख्यासतप्राप्त सशक्षासर्द प्रो अख्तर जासमया ही नहीं ठोस, द्रर् और गैस।

12
चेन मे ल्टेड स्टे र् उपक्रम है । यह दे श के सबसे बाे टे सलकॉम फ्रीडम ऑफ़ द वसर्ी
इगफ्रास्टर क्चर प्रदाताओं में से एक है , इसमें पास दे श
चेन मे ल्टेड स्टे ट में परमाणु एक ही समय में ठोस भर में फैला हआ ऑसप्टक फाइबर नेटर्कव है । यह सम्मान लन्दन नगर कारपोरे शन द्वारा समु दाय
तथा द्रर् दोनों अर्स्थाओं में होते हैं । के सकसी महत्वपूणव सदस्य, सेलेसब्रटी अथर्ा सकसी
गणमान्य व्ब्धक्त को प्रदान सकया जाता है । इससे
र्ैज्ञासनकों ने शोध के दौरान पाया सक पोटै सशयम पर हांगकांग स्टॉक माकेर् जापान
पहले जर्ाहरलाल ने हरु को भी इस सम्मान से
अत्यसधक ताप र् दाब डालने के पिात जालीनु मा कय पिाड़ कर बना वर्श्व का सम्मासनत सकया जा चुका है ।
ढांचे का सनमावण हआ जबसक इसका कुछ सहस्सा द्रर्
अर्स्था में था।
तीसरा सबसे बड़ा स्टॉक बाज़ार
अब रूस के भी सर्ोच्च नागररक
सोसडयम तथा सबस्भथ समे त आधा दऽवन से असधक सम्मान से नर्ाजे जायेंगे
हां गकांग स्टॉक माकेट
पदाथव इस नयी अर्स्थसत को सनसमव त करने में सक्षम प्रधानमंत्री मयदी
जापान को पछाा कर
हो सकते हैं ।
सर्श्व का तीसरा सबसे
बाा स्टॉक बाऽार बन
प्रधानमंत्री नरें द्र मोदी को
पदाथव की इस नयी अर्ब्धस्थसत के उपयोग के सर्षय
गया है । जबसक पहले 11 april को रूस द्वारा
पर अभी शोध सकया जा रहा है ।
स्थान पर अमे ररका तथा ‘ऑडव र ऑफ द सेंट एं डू
द एपोस्टल' सम्मान के
रे लर्े ल ने 1600 रे लर्े स्टे शनयं दू सरे स्थान पर चीन
बरकरार हैं । सलए नासमत सकया गया.
कय रे लर्ायर WiFi जयन के रूप भारत और रूस के बीच
में पररर्वतवत वकया हां गकां ग इस्िर्ी माकेर् सद्वपक्षीय संबंधों को
प्रोत्सासहत करने में उत्कृष्ठ योगदान के सलए मोदी को
मौजूदा समय में हांगकांग का माकेट इस सम्मान के सलए चुना गया. रूसी दू तार्ास के एक
दे श भर के 1600 रे लर्े स्टे शन पर रे लटे ल ने
कैसपटलाइजेशन 5.78 सटर सलयन डॉलर हैं , जबसक असधकारी ने यह जानकारी दी |
रे लर्ायर WiFi शुरू कर जापान का माकेट कैसपटलाइजेशन 5.76 सटर सलयन
सदया है । मुं बई का डॉलर है । इस र्षव हांगकांग के हांग सेंग इं डेक्स में असधकारी ने बताया सक ‘ऑडव र ऑफ द सेंट एं डू द
सांताक्रूऽ रे लर्े स्टे शन 17% की र्ृब्धि हई है । इस र्ृब्धि के पीछे इन्टरने ट एपोस्टल' रूस का उिस्थ सरकारी सम्मान है . रूस
रे लर्ायर WiFi जोन बनने कंपनी टे नसेंट होब्धल्डंग्स की भूसमका महत्वपूणव है , के राष्ट्रपसत व्लासदमीर पुसतन ने भी इसको मं जूरी दे
र्ाला 1600र्ां रे लर्े इस र्षव टे नसेंट के स्टॉक में 22% की र्ृब्धि हई है । दी है . उन्ळोंने कहा सक प्रधानमं त्री मोदी को दोनों
स्टे शन बना। इस र्षव जापान के टॉसपक्स सूचकांक में 8.3% की दे शों के सद्वपक्षीय संबंधों को प्रोत्सासहत करने में
र्ृब्धि हई है । उत्कृष्ठ योगदान के सलए इस सम्मान के सलये चुना
रे ल र्ायर (RailWire)
गया. प्रधानमं त्री मोदी को जो सम्मान समल रहा है र्ह
रे लर्ायर रे लटे ल की ररटे ल ब्रॉडबैंड पहल है । इसका ऐवलस जी. र्ैद्यन कय प्रदान वकया रूसी प्रासधकरण द्वारा 1698 में शुरू सकया गया था.
उद्दे श्य जनता तक ब्रॉडबैंड को पहाँ चाना है । रे लटे ल गया फ्रीडम ऑफ़ द वसर्ी ऑफ़ यह रूस का पहला और सर्ोि नागररक सम्मान
एक र्षव के भीतर दे श में सभी रे लर्े स्टे शन में तेऽ माना जाता है . सोसर्यत शासन के दौरान इस सम्मान
लन्दन पुरस्कार को ित्म कर सदया गया था. हालांसक, साल 1998 में
और सनशुल्क WiFi सुसर्धा प्रदान करने पर काम
कर रहा है । रे लटे ल से 985 रे लर्े स्टे शन में अपनी एक बार सफर से इसे दे ने की प्रथा शुरू हई |
जनरल इं श्योरें स कारपोरे शन ऑी इं सडया की
फंसडं ग से तेऽ Wi-Fi की सुसर्धा प्रदान की है । A,
चेयरमैन र् मै नेसजंग बता दें सक बीते कुछ सदनों में प्रधानमं त्री को कई
A1 तथा C श्रेणी के 415 रे लर्े स्टे शन पर गूगल के
डायरे क्टर ऐसलस जी. अं तरराष्ट्रीय सम्मान समल चुके हैं . बता दें सक यह
सहयोग से Wi-Fi सुसर्धा की स्थापना की गयी है ।
र्ैद्यन को ‚फ्रीडम ऑी अर्ॉडव पाने र्ाले मोदी पहले भारतीय प्रधानमं त्री होंगे.
200 रे लर्े स्टे शनों पर Wi-Fi सुसर्धा भारत सरकार
द ससटी ऑी लन्दन‛ इससे पहले यह सम्मान चीन के राष्ट्रपसत शी सजनसपंग
के यूसनर्सवल ससर्वस ऑब्धब्लगेटरी फण्ड की सहायता
पुरस्कार प्रदान सकया को भी समल चुका है . इसी साल फरर्री में प्रधानमं त्री
से प्रदान की गयी है ।
गया है , उन्ळें यह सम्मान को दसक्षण कोररया ने ससयोल शां सत पुरस्कार से
यूवनर्सवल सवर्वस ऑस्ब्लगे शन फण्ड भारत और यूनाइटे ड सम्मासनत सकया था. इस पुरस्कार से सम्मासनत होने
सकंगडम के बीच संबंधों को मऽबूत बनाने के सलए र्ाले प्रधानमं त्री मोदी पहले भारतीय व्ब्धक्त थे. कुछ
यूसनर्सवल ससर्वस ऑब्धब्लगेशन फण्ड की स्थापना सदया गया है । सदन पहले संयुक्त अरब अमीरात ने प्रधानमं त्री नरें द्र
भारत सरकार ने ग्रामीण क्षेत्रों में कने ब्धक्टसर्टी को मोदी को जायद मे डल दे ने का ऐलान सकया था. यूएई
बिार्ा दे ने के सलए की थी। इस फण्ड के सलए धन ऐसलस जी. र्ैद्यन ने अं ग्रेजी सासहत्य में पोस्ट ग्रेजुएट की तरफ से ये सम्मान दोनों दे शों के संबंधों को नयी
टे सलकॉम ऑपरे टरों पर लगाए जाने ‚यूसनर्सवल की सडग्री प्राप्त की है । इसके असतररक्त उन्ळोंने ऊंचाई पर ले जाने के सलए सदया गया था. प्रधानमं त्री
एक्सेस ले र्ी‛ नामक शुल्क से प्राप्त होता है । अमे ररका के बोस्टन में हार्वडव सबऽने स स्कूल से
नरें द्र मोदी ने यूएई के क्राउन सप्रंस शेि मोहम्मद
प्रसशक्षण प्राप्त सकया है । ऐसलस जी. र्ैद्यन जनरल सबन जायद को इस सम्मान के सलए शुसक्रया भी अदा
रे लर्े ल (RailTel) इं श्योरें स कारपोरे शन ऑी इं सडया की पहली सकया था |
मसहला चेयरमै न र् मै नेसजंग डायरे क्टर हैं ।
रे लतटे ल कारपोरे शन ऑी इं सडया सलसमटे ड भारत
सरकार के अधीन एक समनीरत्न सार्वजसनक क्षेत्र का

13
इसी साल फरर्री में भी प्रधानमं त्री को दसक्षण उन्ळोंने 2016 में ररयो पैरासलं सपक में शॉट पुट एफ बख्तरबंद कोर को सदया जाएगा, सजसे भारत-
कोररया ने ससयोल शांसत पुरस्कार से सम्मासनत सकया 53 इर्ेंट में रजत पदक जीता था। र्ह पैरालं सपक पासकस्तान सीमा पर तैनाती के सलए उनके द्वारा
था. इस पुरस्कार से सम्मासनत होने र्ाले प्रधानमं त्री िेलों में पदक जीतने र्ाली पहली भारतीय आगे बिाया जाएगा।
मोदी पहले भारतीय व्ब्धक्त थे. दसक्षण कोररया की मसहला और 2010, 2014 और 2018 में लगातार
नए सौदे से सेना में टी-90 की सं ख्या बिकर शेष
ओर से कहा गया था सक प्रधानमं त्री नरें द्र मोदी एक तीन एसशयाई पैरा िेलों में पदक जीतने र्ाली पहली
टी-72 और टी-55 के साथ 2,000 हो जाएगी।
ग्लोबल लीडर के तौर पर उभर रहे हैं , साथ ही भारतीय मसहला बनीं।
उन्ळोंने दोनों दे शों के संबंध और अच्छे सकये हैं . iv.असधग्रहण में अर्ादी (चेन्नई के सनकट) में है र्ी
उन्ळें भारत के नागररक सम्मान पद्म श्री और िेल में
इसके अलार्ा प्रधानमं त्री नरें द्र मोदी को संयुक्त राष्ट्र व्हीकल फैक्टर ी में एकीकरण के सलए मे क-इन-
उत्कृष्ट्ता के सलए प्रसतसष्ठत अजुवन पुरस्कार से
की तरफ से चैंसपयंस ऑफ अथव का सम्मान भी सदया इं सडया पहलु भी शासमल है ।
सम्मासनत सकया और उन्ळोंने चार बार सलम्का बुक
जा चुका है |
ऑी र्ल्डव ररकॉडव में जगह बनाई। यह फेलोसशप टी-90 टैं क थमव ल इमे सजंग नाइट साइट के साथ
भारत और न्यूजीलैं ड के बीच संबंधों को मजबूत बनाया जाएगा जोरात की लााई के दौरान टैं क
िठर्ां वदन करने के सलए प्रधानमं त्री जैसकंडा अडव नव द्वारा दी गई कमांडर के सलए फायदे मंद होगा। टी-90 बल में टी-
थी। 72 और टी-55 टैं कों के पुराने र्ेररएं ट की जगह
नमावम गंगे कय ग्लयबल र्ार्र ले गा।
गूगल ने नए क्लाउड प्लेर्फ़ॉमव ,
सवमर् में र्ैवश्वक मान्यता के
‘एं थयस’ कय वकया लांच भारतीय सेना अजुवन माकव 1 टैं कों की दो रे सजमें टों
साथ मंजूरी वमली का भी संचालन करती है । इन टैं कों का उपयोग
उनके र्जन के कारण रे सगस्तानी इलाके में सकया
नेशनल समशन फॉर गू गल ने कहीं से भी एब्धप्लकेशन चलाने और प्रबंसधत जाता है । फ्यूचररब्धस्टक मे न बैटल टैं क प्रोजेक्ट के
क्लीन गंगा या नमासम करने के सलए ‘एं थोस’ तहत, भारतीय सेना नए टैं क सर्कससत करे गी।
गंगे जो सक भारत का नाम से एक नया ओपन
प्रमु ि कायवक्रम है , को प्लेटफॉमव लॉन्च सकया फयर्ब्व के सर्ेक्षण में
9 अप्रैल, 2019 है । यह उपयोगकतावओं एचडीएफसी बैंक कय वमला
को लं दन में आयोसजत को सार्वजसनक क्लाउड
प्रथम थथान
ग्लोबल र्ाटर ससमट पर या मौजूदा ऑन-
में ‘पब्धब्लक र्ाटर एजेंसी ऑफ द ईयर’ अर्ाडव से सप्रमाइसेस हाडव र्ेयर इन्रे स्टमें ट पर एब्धप्लकेशन
सम्मासनत सकया गया। चलाने दे ता है ।
फयर्ब्व र्ल्डव के पहले
बेस्ट बैंक सर्ेक्षण के
स्वच्छ गंगा के सलए राष्ट्रीय समशन को जल क्षेत्र में यह उपयोगकतावओं को माइक्रोसॉफ्ट अजुर और अनु सार,एचडीएफसी
इसकी पहल के सलए सम्मासनत सकया गया जो लोगों अमे जन एडब्ल्यूएस जैसे थडव पाटी क्लाउड पर बैंक को भारत में
के जीर्न में उल्लेिनीय सुधार लाता है । ग्लोबल चलने र्ाले कायवभार को प्रबंसधत करने में मदद ग्राहकों द्वारा नं बर 1
र्ाटर ससमट का 2019 संस्करण एक 3 सदर्सीय करता है । बैंक के रूप में मान्यता
कायवक्रम था, जो सोसफटे ल लं दन हीथ्रो होटल, दी गई है ।
हाउं स्लो में आयोसजत सकया गया था जो 8 अप्रैल से गूगल ने बीटा में ‘एं थोस माइग्रेट’ की भी घोषणा की,
शुरू हआ था। जो ऑन-सप्रमाइसेस से र्चुवअल मशीनों को ऑटो- यह शोध बाजार अनु संधान फमव ‘स्टे सटस्टा’ की मदद
माइग्रेट करता है , या अन्य क्लाउड को न्यूनतम से सकया गया था। फोर्ब्व ने 23 दे शों के सर्वश्रेष्ठ बैंकों
ररयय पैरावलंवपक की रजत पदक प्रभार् के साथ सीधे कुने नेटेस इं जन में डाल दे ता है । को मापने के सलए इस फमव के साथ भागीदारी की।
एं थोस को सडलीर्र करने के सलए र्ीएमर्ेयर, डे ल
वर्जेता दीपा मवलक कय 2019 में ईएमसी, एचपीई, इं टेल और ले नोर्ो ने प्रसतबि सकया
सर्ेक्षण ग्राहकों की संतुसष्ट् के साथ-साथ 5 प्रमु ि
सर्शेषताओं या ‘उप-आयाम’ सर्श्वास, सनयमों और
न्यूजीलैंड के प्रधानमंत्री सर है ।
शतों, ग्राहक सेर्ा, सडसजटल सेर्ा और सर्िीय
एडमंड वहलेरी फैलयवशप से सलाह पर आधाररत था।
भारत सरकार ने र्ी-90
सम्मावनत वकया गया
प्रयजेक्ट के तहत 464 रूसी आईसीआईसीआई बैंक ने दू सरा स्थान प्राप्त सकया
र्ैं कयं की खरीद कय मंजूरी दी और डीबीएस बैंक ने तीसरा स्थान हाससल सकया,
11 अप्रैल 2019 को, 48 उसके बाद कोटक मसहं द्रा बैंक और आईडीएफसी
र्षीय ररयो पैरासलब्धिक्स सु रक्षा मं सत्रमं डल बैंक चौथे और पांचर्ें स्थान पर हैं । साथ ही,
की रजत पदक सर्जेता ने 13,500 करोा ससंसडकेट बैंक, पीएनबी, इलाहाबाद बैंक, सर्जया
दीपा मासलक को उनकी रुपये से असधक के बैंक, और एब्धक्सस बैंक जैसे सार्व जसनक क्षेत्र के
‘प्ररे ररत उपलब्धियों’ की सौदे में टी-90 बैंक शीषव 10 में थे।
मान्यता में 2019 के सलए पररयोजना के तहत
न्यूजीलैं ड के प्रधानमं त्री सर 464 रूसी टैं कों की
एडमं ड सहले री फैलोसशप से सम्मासनत सकया गया है । िरीद को मं जूरी दे दी है । टैं कों को बल की

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15
सैंकाों सनदोष लोगों को मौत के घाट उतार सदया
इं डयनेवशयाई की नुरेनी कय बेरेशीर् स्पेसिाफ्ट: इजराइल
गया था। यह भारत के इसतहास का सबसे दु िद
एवशया 2019 में सर्वश्रेष्ठ नरसंहार है । का स्पेसिाफ्ट चन्द्रमा पर हआ
एथलेवर्क कयच के रूप में िेश
पृष्ठभूवम
नावमत वकया गया
सब्रसटश सरकार ने भारतीय क्रांसतकाररयों का दमन इजराइल का चन्द्रमा
एसशयन एथले सटक एसोससएशन (एएए) ने 2019 में करने के सलए रॉले ट एक्ट पाररत सकया था, इस समशन असफल हो
इं डोने सशया की एनी नु रेनी को शॉटव -हे ल रन श्रेणी के असधसनयम के तहत सबना अपील, सबना दलील के गया है , हाल ही में
सलएएसशया का सर्वश्रेष्ठ एथले सटक कोच घोसषत लोगों को जेल में डाला जा सकता था।गांधीजी ने इस इजराइल का बेरेशीट
सकया। इसे इं डोने सशयाई एथलेसटक स्पोटडव स कानू न के सर्रुि असभयान शुरू सकया। इस कानू न स्पे सक्राफ्ट चन्द्रमा
एसोससएशन (पीबी पीएएसआई)द्वारा प्रकासशत सकया के सर्रुि दे श के सर्सभन्न सहस्सों में लोगों में एकजुट की सतह पर
गया था। होकर सर्रोध प्रदशवन सकया। इसकी दो राष्ट्रीय दु घवटनाग्रस्त हो गया
ने ताओं सत्यपाल ससंह और सैफुद्दीन सकचलू को है । इजराइल के बेरेशीट स्पे सक्राफ्ट को चन्द्रमा की
एनी ने 2019 के ग्रां प्री मले सशया ओपन एथले सटक्स सतह पर लैं ड सकया जा रहा था, उस समय मु ख्य
सगरफ्तार सकया। उनकी सगरफ्तारी के सर्रुि लोग
चैंसपयनसशप में युर्ा धार्क लालू मु हम्मद ऽोहरी को इं जन तथा संचार में िराबी आने के कारण टच
जसलयांर्ाला बा़ में एकसत्रत हए थे। सब्रसटश
10.20 सेकंड में 100 मीटर का स्वणव पदक जीतने डाउन से कुछ ही समय पूर्व स्पे सक्राफ्ट चन्द्रमा की
असधकार जनरल डायर के आदे श पर सैसनकों ने
की कोसचंग दी हैं । ऽोहरी 2018 में टै ब्धियर, सतह पर सगरकर क्रेश हो गया। इस घटना का
सनदोष लोगों पर अं धाधुं ध गोसलयां चलाई। सब्रसटश
सफनलैं ड में आईएएएफ र्ल्डव यू20 चैंसपयनसशप में जीर्ंत प्रसारण इजराइल के टीर्ी तथा सोशल
सरकार के ररकॉडव के अनु सार इस घटना में 379
100 मीटर में स्वणव पदक सर्जेता है । उन्ळोंने जापान मीसडया पर भी सकया गया।
लोगों की मृ त्यु हई और हजारों लोगों घायल हए।
के सगफू में एसशयाई जूसनयर चैंसपयनसशप में 10.27
भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के मु तासबक इस घटना में
सेकंड में भी स्वणव पदक हाससल सकया। स्पे स एक्स के फाल्कन 9 राकेट ने SpaceIL के लू नर
लगभग 1,000 लोगों की मृ त्यु हई थी।
लैं डर के साथ फ्लोररडा से उाान भरी थी। यसद यह
सूचना समाज पर वर्श्व वशखर वर्श्व के सबसे शस्क्तशाली समशन सफल होता तो इजराइल रूस, अमे ररका
सम्मेलन जीतने पर ‘उत्कर्व ऑपरे शनल राकेर् फाल्कन हैर्ी
और चीन जैसे दे शों की सूची में शासमल हो जाता
सजन्ळोंने चन्द्रमा की सतह पर सफल सनयंसत्रत लैं सडं ग
बांग्ला’ और ‘सबुज साथी’ कय की पहली र्ावणस्िक उड़ान की है ।
र्ैवश्वक मान्यता वमली सफल रही इजराइल का चन्द्रमा वमशन:-
पसिम बंगाल सरकार के तहत योजनाओं, ‘उत्कषव
बांग्ला’ (युर्ाओं का
अमेररकी सनजी अन्तररक्ष कंपनी स्पेस एक्स ने हाल गौरतलब है सक इस समशन की फंसडं ग दान की गयी
कौशल प्रसशक्षण) ही में सर्श्व के सबसे रासश से की गयी है , यह सर्श्व का पहला सनजी लू नर
और ‘सबुज सथी’ शब्धक्तशाली ऑपरे शन लैं डर समशन है । इस प्रोजेक्ट की लागत 100
(छात्रों के सलए राकेट ‚फाल्कन है र्ी‛ (लगभग 700 करोा रुपये) है ।
साइसकल) पररयोज की पहली र्ासणब्धज्यक
उाान सफलतापूर्वक स्पे सक्राफ्ट का नाम बेरेशीट रिा गया है , इसका
नाओं ने संयुक्त राष्ट्र
लांच की। इस राकेट को भार 585 सकलोग्राम है ।
के सूचना समाज पर सर्श्व सशिर सम्मेलन पुरस्कारों
को जीता है । ’उत्कषव बांग्ला’ को सर्ोि अमे ररका के फ्लोररडा में यह स्पे सक्राफ्ट चन्द्रमा पर पहाँ च कर र्हां के चट्टानी
पुरस्कार समला और क्षमता सनमावण श्रेणी में एक केप कैनर्ेरल से लांच सकया गया। इस राकेट के धरातल की तस्वीरें भेजेगा तथा चन्द्रमा के चुम्बकीय
सर्जेता बन गया, जबसक ‘सबुज सथी’ को आईसीटी द्वारा 6 टन भार र्ाला अरबसैट-6A उपग्रह पृथ्वी से क्षेत्र पर प्रयोग भी करे गा।
एप्पलीकेशन ई-सरकार श्रेणी के तहत 18 श्रेसणयों में 36,000 सकलोमीटर ऊपर कक्षा में स्थासपत सकया
जायेगा। यह एक री-यूजेबल रॉकेटड (पुनः इस्तेमाल सहब्रू भाषा में बाइसबल के पहले शब्द ‚शुरुआत में‛
कुल 1062 नामांकनो में एक चैंसपयन पररयोजना के
सकये जा सकने र्ाले राकेट) है , इसमें तीन बूस्टसव का के सन्दभव में इस स्पे सक्राफ्ट का नाम बेरेशीट रिा
रूप में पहले स्थान के सलए चुना गया।
उपयोग सकया गया था। गौरतलब है सक अपना कायव गया है ।
13 अप्रैल, 2019 : जवलयांर्ाला करने के बाद यह बूस्टर मु ख्य राकेट से अलग होकर
चन्द्रमा पर लैं वडं ग:-
बाग़ हत्याकांड की 100र्ी ं ऽमीन पर र्ापस आ गये और यह तीनों बूस्टर
सुरसक्षत लैं सडं ग साईट पर उतर गये। फाल्कन है र्ी सबसे पहले सोसर्यत संघ ने लू ना 2 के साथ चन्द्रमा
र्र्वगााँठ राकेट 5.1 समसलयन पौंड का बल (थ्रस्ट) उत्पन्न पर 1959 में लैं सडं ग की थी।
13 अप्रैल. 2019 को करता है , इतना असधक थ्रस्ट एक दऽवन से असधक
जेटलाइनर समलकर उत्पन्न करते हैं । इसके र्षव बाद अमे ररका ने रें जर 4 को चन्द्रमा की
र्ीभत्स जसलयांर्ाला बा़
सतह पर उतारा था।
हत्याकांड की 100र्ीं
र्षवगााँठ है । 13 अप्रैल, लू ना 2 और रें जर 4 हाडव लैं सडं ग थीं अथावत इन दोनों
1919 को अमृ तसर के स्पे सक्राफ्ट को चन्द्रमा की सतह पर टकराया गया
जसलयांर्ाला बा़ में था।

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अमे ररका और सोसर्यत संघ ने 1966 में चन्द्रमा पर राइडसव, चेन्नई सुपर सकग्डड स, रॉयल चैलेंजसव 1994 में भारत में मातृत्व मृ त्यु अनु पात प्रसत
पहली बार सनयंसत्रत सॉफ्ट लैं सडं ग की। बंगलौर, सनराइजसव है दराबाद, सदल्ली कैसपटल्स, 1,00,000 जीसर्त जन्म पर 488 मृत्यु था, 2015 में
सकंग्स इले र्न पंजाब तथा राजस्थान रॉयल्स। यह दर 174 मौतें प्रसत 1,00,000 जीसर्त जन्म है ।
चन्द्रमा पर सॉफ्ट लैं सडं ग करने र्ाला तीसरा दे श चीन
है , चीन ने 2013 में चंगेई 3 को चन्द्रमा की सतह पर इसके पहले संस्करण का आयोजन 2008 में सकया
अब्दे लकादर बेनसलाह बने
लैं ड सकया था। गया था।
अल्जीररया के अंतररम राष्ट्रपवत
SpaceIL आईपीएस की ब्रांड र्ैल्यू लगभग 6.3 अरब डॉलर
है । अब्दे लकादर बेनसलाह
SpaceIL एक गैर-लाभकारी कंपनी है , इसकी को अल्जीररया का
स्थापना आठ र्षव पहले गूगल लू नर एक्स प्राइज में चेन्नई सुपर सकंग्स और मुं बई इं सडयन्ऱ आईपीएल की अं तररम राष्ट्रपसत सनयुक्त
सहस्सा ले ने के सलए की गयी थी। गूगल लू नर एक्स सबसे सफल टीमें हैं , यह दोनों टीमें 3-3 बार सकया गया है । हाल ही में
प्राइज प्रसतस्पधाव में चन्द्रमा की सतह से हाई आईपीएल का ब्धिताब जीत चुकी हैं । लम्बे समय तक
डे सफसनशन सर्सडयो भेजना, लाइर् टर ांससमशन, सकसी अल्जीररया के राष्ट्रपसत
सुरेश रै ना आईपीएल में सर्ावसधक रन बनाने र्ाले
भी सदशा में 500 मीटर घूमने र्ाले सनजी स्पे सक्राफ्ट रहे अब्दे लअऽीऽ बोउतेब्धफ्लका ने अपने पद से
बल्लेबाऽ हैं , र्े आईपीएल में अब तक 4,985 रन
के सनमावण शासमल था। परन्तु 2018 में इस कायवक्रम इस्तीीा सदया था।
बना चुके हैं ।
को रद्द कर सदया गया था क्ोंसक बची हई पांच टीमों
में से कोई भी टीम माचव तक की डे डलाइन को पूरा श्रीलं का के लससथ मसलं गा आईपीएल के सबसे चवचवत व्यस्क्तत्व : जुवलयन
नहीं कर सकी। सफल गेंदबाऽ हैं , र्े अब तक 154 सर्केट ले चुके असांजे
हैं ।
चवचवत व्यस्क्तत्व : महेंद्र वसंह
वर्सकलीक्स के
धयनी
संस्थापक जुसलयन
सातर्ां वदन असांजे को सब्रसटश
चेन्नई सुपर सकंग्स के कप्तान महें द्र ससंह धोनी
पुसलस ने 11
आईपीएल के
इसतहास में 100
वर्श्व जनसाँख्या की स्थथवत अप्रैल, 2019 को
सगरफ्तार कर
मै च जीतने र्ाले 2019
सलया है , र्े 2012
पहले कप्तान बन
से यूनाइटे ड सकंगडम में इक्वेडोर के दू तार्ास में रह
गये हैं । यह
रहे थे। हाल ही में इक्वेडोर ने उनकी राजनीसतक
उपलब्धि उन्ळोंने हाल ही में संयुक्त राष्ट्र
शरण को समाप्त कर सदया है । जुसलयन ने 2012 में
11 अप्रैल, 2019 जनसाँख्या फण्ड ने ‚स्टे ट
लन्दन में इक्वेडोर के दू तार्ास में शरण मांगी थी।
को राजस्थान ऑी र्ल्डव पापुलेशन
दरअसल स्वीडन की पुसलस यौन शोषण के आरोप
रॉयल्स के सर्रुि चेन्नई सुपर सकंग्स के मै च में जीत 2019‛ ररपोटव जारी की।
में जुसलयन असांजे की जांच-पाताल करना चाहती
के साथ ही प्राप्त की। धोनी ने आईपीएल में 166
ररपयर्व के मु ख्य वबं दु थीं। जुसलयन असांजे पर हाल ही में इक्वेडोर के
मै चों में कप्तानी की है , इनमे से 100 मै चों में उनकी
राष्ट्रपसत ले सनन मोरे नो के सनजी जीर्न की जानकारी
टीम की जीत हई है । आईपीएल में सर्ाव सधक मै च 2010 से 2019 के बीच भारत की र्ासषवक जनसाँख्या लीक करने का आरोप लगा था, इसके बाद इक्वेडोर
जीतने र्ाले कप्तानों की सूची में गौतम गंभीर दू सरे र्ृब्धि दर 1.2% रही, यह चीन की र्ासषवक जनसाँख्या ने जुसलयन असांजे की राजनीसतक शरण समाप्त
स्थान पर हैं , गौतम गंभीर अब तक 71 मै च जीत र्ृब्धि दर से लगभग दु गनी है । करने का सनणवय सलया।
चुके हैं । धोनी कप्तान के रूप में तीन बार आईपीएल
का ब्धिताब जीत चुके हैं । बल्लेबाऽ के रूप में महें द्र 2019 में भारत की जनसाँख्या लगभग 1.36 अरब पर
ससंह धोनी ने आईपीएल में 182 मै चों में 4172 रन पहाँ च गयी है ।
तेलुगु कवर् के. वसर्ा रे ड्डी कय
बनांये हैं । इसमें उनके 21 अधव शतक भी शासमल हैं । प्रवतवष्ठत सरिती सम्मान 2018
चीन की जनसाँख्या 2019 में 1.42 अरब पर पहाँ च
के वलए चुना गया
इं वडयन प्रीवमयर लीग गयी है ।

2010 से 2019 के बीच चीन की जनसाँख्या र्ृब्धि दर तेलुगु कसर् के. ससर्ा रे ड्डी
इं सडयन प्रीसमयर लीग सर्श्व 0.5% रही। को प्रसतसष्ठत सरस्वती
की अग्रणी िेल लीग है ।
1969 में मसहलाओं की प्रजनन दर 5.6 थी, 1994 में सम्मान 2018 के सलए चुना
इस लीग को टी-20 फॉमे ट
यह कम हो कर 3.7 तथा 2019 में 2.3 हो गयी। गया है , उन्ळें यह सम्मान
में िेला जाता है । इसका
उनके काव् संग्रह
आयोजन भारतीय सक्रकेट
भारत ने जन्म के समय जीर्न आकांक्षा दर में काफी ‚पक्काकी ओट्टीसगसलते ‛
कण्ट्र ोल बोडव द्वारा सकया
सुधार सकया है , 1947 में यह 47 र्षव थी तथा अब के सलए प्रदान सकया जा
जाता है । आईपीएल में इस बार कुल आठ टीमें
2019 में यह 69 र्षव तक पहाँ च गयी है । रहा है ।
सहस्सा ले रहीं हैं : मुं बई इं सडयन्ऱ, कलकिा नाईट

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‘प्लेयर अननोन्ऱ बैटलग्राउं ड’ को 11 अप्रैल को बैन इसकी भूसमका के सलए थाईलैं ड का स्वागत सकया
'दु वनया के सबसे बड़े वर्मान' ने करने का सनदे श सदया गया. पुसलस के अनु सार बैन और 2019 के सलए आससयान की अध्यक्षता के
पहली बार भरी उड़ान के बाद अब यसद कोई इस गेम को िेलते पकाे सलए थाईलैं ड की प्रशंसा की।
जाएं गे तो उन्ळें सगरफ्तार सकया जायेगा |
इस बैठक में , र्ररष्ठ असधकाररयों द्वारा अक्षय ऊजाव
ररपोटव में बताया गया सक काठमांडू सजला अदालत में में सहयोग बिाने और 2019 में अक्षय ऊजाव पर एक
पं िों के सलहाऽ से
महानगरीय अपराध शािा द्वारा दायर यासचका में आससयान-भारत सम्मेलन आयोसजत करने का सनणवय
दु सनया के सबसे
उल्लेि सकया गया था सक इस गेम के िेलने से बिों सलया गया। इस पररयोजना में , ऊजाव और संसाधन
बाे सर्मान ने पहली
के व्र्हार पर नकारात्मक प्रभार् पा रहा है . इसी संस्थान (टे री) और आससयान ऊजाव केंद्र (एसीई)
बार उाान भर ली
को ध्यान में रिते हए कोटव ने पबजी पर बैन लगाने सह-भागीदार होंगे।
है | स्टर े टोलांच
की अनुमसत दी. कोटव से अनु मसत समलने के बाद
नामक कंपनी ने यह साझेदारी शांसत, प्रगसत और साझा समृ ब्धि के
अपराध शािा ने ने पाल दू रसंचार प्रासधकरण
इसे बनाया है . इस कंपनी को दु सनया की सबसे बाी सलए आससयान-भारत साझेदारी को सनष्पासदत करने
(एनटीए) को पत्र सलिकर गेम पर प्रसतबंध लगाने का
सॉफ़्टर्ेयर सनमावता कंपसनयों में से एक माइक्रोसॉफ़्ट के सलए प्लान ऑफ एक्शन (2016-20) के माध्यम से
अनु रोध सकया |
के सह-संस्थापक पॉल एलन ने 2011 में बनाया था | कायावब्धन्रत की गई |

इस सर्मान को र्ास्तर् में सेटेलाइट के लॉन्च पैड के वर्ख्यात सामावजक कायवकताव


अमेररकी सीमा पर एक रयते हए
रूप में तैयार सकया गया है . इस सर्मान का मु ख्य शंकुरथ्री चंद्रशेखर की
उद्दे श्य अं तररक्ष में सेटेलाइट को छोाने से पहले 10 बच्चे की फयर्य ने वर्श्व प्रेस
आत्मकथा, ‘आशावकरणं’, लांच
सकलोमीटर तक उाना है | फयर्य पुरस्कार 2019 जीता
की गई
इस सर्मान के 385 ीुट लं बे पंि सकसी अमरीकी
ीुटबॉल मै दान के सजतने बाे हैं .अगर यह
‘आशासकरणं’ (ए रे ऑफ होप), प्रससि सामासजक 12 अप्रैल 2019 को, एक छोटी लाकी के रोने की
पररयोजना सफल होती है तो अं तररक्ष में सकसी चीऽ कायवकताव शंकुरथ्री चंद्रशेिर की एक आत्मकथा, िीची गई एक तस्वीर, जब उसे और उसकी मां को
को भेजना ऽमीन से रॉकेट से भेजने से ज़्यादा सस्ता धासमव क सर्द्वान चागंती कोटे श्वर रार् द्वारा जारी की अमे ररकी सीमा
हो जाएगा | गई। असधकाररयों ने टे क्सास
में सहरासत में ले सलया
इस सर्मान में दो एयरक्राफ़्ट बॉडी हैं जो आपस में गोदार्री सत्यमू सतव द्वारा आत्मकथा का तेलुगु में
था, ने प्रसतसष्ठत सर्श्व प्रेस
जुाी हैं और इसमें छह इं जन हैं . यह सर्मान अपनी अनु र्ाद सकया गया और ले िक और सासहत्यकार
फोटो ऑफ द ईयर
पहली उाान में 15 हऽार ीुट की ऊंचाई तक गया आलोचक र्दरे र्ु र्ीरलक्ष्मी दे र्ीद्वारा समीक्षा की
जीता।
और इसकी असधकतम गसत 170 मील प्रसत घंटा गई।
रही| सदग्गज गेटी फोटोग्राफर जॉन मू र ने 12 जून 2018
नई वदल्ली में 21 र्ी ं आवसयान- को ररयो ग्रांडे घाटी में यह तस्वीर ली थी।
स्टर े टोलॉन्च की र्ेबसाइट के अनु सार, 'सजस तरह से भारत के र्ररष्ठ अवधकाररययं की
आज व्ार्सासयक उाान पकाना आम बात है उसी इस तस्वीर में छोटी लाकी का नाम याने ला और
दय वदर्सीय बैठक आययवजत उसकी मााँ सैंडरा सांचेऽ ने सपछले साल अर्ैध रूप से
तरह से अं तररक्ष की कक्षा में जाना' उद्दे श्य है |
यूएस-मै ब्धक्सकन सीमा पार की थी।इस तस्वीर ने
11 अप्रैल 2019 को, 21 र्ें आससयान-भारत र्ररष्ठ र्ासशंगटन के सर्र्ादास्पद नीसत के बारे में
नेपाल में ‘पबजी’ गेम पर लगा सार्वजसनक नाराजगी पैदा कर दी, सजससे हजारों
असधकाररयों की
बैन बैठक (एसओएम) नई प्रर्ाससयों को अपने बिों से अलग होना पाा।
सदल्ली में भारतीय
इसके अलार्ा, डच-स्वीसडश फोटोग्राफर पीटर टे न
काठमांडय: लोकसप्रय मल्टीप्लेयर इं टरने ट गेम और आससयान दे शों
होपेन ने अमे ररकी सीमा पर 2018 जन-प्रर्ासी
‘पबजी’ को कोटव के के बीच समु द्री क्षेत्र में
कारर्ां की तस्वीर के सलए ‘र्ल्डव प्रेस फोटो स्टोरी
आदे श के बाद ने पाल कने ब्धक्टसर्टी को
ऑी द ईयर अर्ाडव ’ जीता।
में बैन कर सदया गया. बेहतर बनाने और सहयोग को मजबूत करने के सलए
इसके पीछे कारण आयोसजत की गई | पेयू ने 70 वमवलयन अमरीकी
बताया गया है सक इस इसकी सह-अध्यक्षता श्रीमती सर्जय ठाकुर डालर में वर्ब्मय का अवधग्रहण
गेम से युर्कों और ससंह एसओएम ने ता और ससचर् (पूर्व) सर्दे श
बिों के व्र्हार पर
वकया
मं त्रालय, भारत सरकार और श्रीमती बसया मै सथसलन,
नकारात्मक प्रभार् पा रहा था. मीसडया में आई एसओएम ने ता और स्थायी ससचर्,सर्दे श
िबरों में यह जानकारी दी गयी | मं त्रालय, थाईलैं डद्वारा की गई |
12 अप्रैल, 2019 को, पेयू,
सडसजटल भुगतान सुरक्षा
ने पाल दू रसंचार प्रासधकरण (द ने पाल भारत ने 2018-2021 की अर्सध के सलए आससयान- और भुगतान सुसर्धाकताव ने
टे लीकम्ुसनकेशन अथाररटी) ने सभी इं टरने ट और भारत संर्ाद साझेदारी के दे श समन्रयक के रूप में कंपनी के कारोबार को
मोबाइल सेर्ा प्रदाताओं को पबजी के नाम से चसचवत

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बिाने में मदद करने के सलए एक यूएस-आधाररत
सर्िीय तकनीक सर्ंबो का 70 समसलयन अमरीकी
डॉलर में असधग्रहण सकया है ।समझौते के तहत,
सर्ब्मो अपने सभी ग्राहकों को पेयू की पूणव स्वासमत्व
र्ाली सहायक कंपनी के रूप में सेर्ा दे ना जारी
रिेगा।

दू रसंचार वर्भाग ने र्ीर्ीएसएल


और भारती एयरर्े ल के वर्लय
कय मंजूरी दी

दू रसंचार सर्भाग ने भारती एयरटे ल के साथ


टीटीएसएल (टाटा टे लीससर्वसेज सलसमटे ड) के
उपभोक्ता व्र्साय के
सर्लय को मं जूरी दे दी
है , इस शतव के अधीन
सक सुनील समिल की
फमव लगभग 7,200
करोा रूपये की बैंक
गारं टी प्रदान करे गी।

अनु बंध ज्यादातर एक बार के स्पे क्टरम शुल्क और


कुछ आस्थसगत एयरर्ेर् शुल्क के साथ जुाा हआ
है ।

टे सलकॉम समसनस्टर मनोज ससन्ळा ने सर्लय को मं जूरी


दे दी है और गारं टी का उल्लेि करने र्ाले पत्र टाटा
टे लीससर्वसेज सलसमटे ड और इसकी सूचीबि इकाई
टाटा टे लीससर्वसेज महाराष्ट्र (टीटीएमएल) को भेजे
गए हैं ।

इं जमाम-उल-हक और माकव
बाउचर एमसीसी द्वारा विकेर्
में उत्कृष्ट् उपलस्िययं के वलए
मानद जीर्न सदस्यं के रूप में
शावमल वकए गए

एमसीसी (मै रीले बोन सक्रकेट क्लब) ने पासकस्तान


के इं जमाम-उल-
हक और दसक्षण
अफ्रीका के माकव
बाउचर को
सक्रकेट के क्षेत्र में
उनकी शानदार
उपलब्धियों के सलए ‘मानद जीर्न सदस्यों’ का
सम्मान सदया है ।

19
20
िेस्िर् : अवनवितता के मयड़ पर खड़ा है यूरयप भंर्र में
विर्े न और यूरयपीय संघ

िेब्धिट पर जनमत संग्रह के करीब तीन साल बाद भी सब्रटे न और यूरोपीय संघ के बीच अलग होने को लेकर समझौता नहीं हो सका है. आं तररक टकरार् के
कारण सिारुि कंजरर्ेसटर् पाटी तथा सर्पक्षी ले बर पाटी के बीच कोई सहमसत नहीं बन सकी है , र्हीं स्कॉटलैं ड में सरकार चला रही स्कॉसटश ने शनसलस्ट पाटी
ब्रेब्धिट को नकारती रही है |

यूरोपीय संघ के कुछ दे श भी सब्रटे न को ले कर बहत तल्ख हैं . यसद सब्रटे न में सरकार और सर्पक्ष नये प्रस्तार् नहीं तैयार कर पाये या सब्रसटश प्रस्तार् को यूरोपीय संघ
ने नकार सदया, तो 12 अप्रैल से ही सबना सकसी समझौते के ब्रेब्धिट की प्रसक्रया शुरू हो जायेगी. हालांसक, सरकार ने 30 जून तक का समय मांगा है , पर इसे ले कर
संघ में कोई उत्साह नहीं सदि रहा है . इस प्रकरण पर सर्श्ले षण के साथ आज के इन-सदनों की प्रस्तुसत सब्रटे न की हालत आज एक िोये हए बिे के समान है . जून
2016 में एक जनमत संग्रह के द्वारा सब्रटे न की जनता ने मामू ली बहमत से यूरोपीय यूसनयन (ईयू ) को छोाने का फैसला तो ले सलया था, ले सकन उसके बाद दे श
सकधर जायेगा, यह सकसी ने नहीं सोचा था |

अब जबसक यूरोप और सब्रटे न के बीच राजनीसतक अलगार् का समय आ गया है , तो आम जनता के साथ सरकार, सर्पक्ष, संसद, अफसरशाही, बुब्धिजीर्ी और
कॉरपोरे ट जगत के ने ता भी सब्रटे न की भार्ी राह को ले कर असमं जस में हैं . ईयू के साथ प्रधानमं त्री थेरेसा मे ने जो समझौता सकया है , उसे सब्रटे न की संसद में तीन
बार ठु कराया जा चुका है . इस समझौते के सर्रोसधयों ने ‘नो डील ब्रेब्धिट’ का प्रस्तार् भी रिा. उनका तकव था सक एक असहतकर समझौते से तो सबना समझौते के
ईयू को छोाना बेहतर होगा. संसद ने यह प्रस्तार् भी ठु करा सदया |

परदे के पीछे सिारूि कंजरर्ेसटर् पाटी में सिा की लााई चल रही है . ब्रेब्धिट असभयान के मु ख्य सूत्रधार और पूर्व सर्दे श मं त्री बोररस जॉनसन प्रधानमं त्री पद
हसथयाना चाहते हैं . मे को अहसास है सक उनकी सरकार ज्यादा समय तक चलने र्ाली नहीं है . उन्ळोंने एक और मोहरा फेंका सक र्ह अपने प्रस्तासर्त समझौते पर
संसद में चौथी बार मतदान करायेंगी और उसके पास हो जाने के बाद त्यागपत्र दे दें गी. उन्ळोंने दे श में नये चुनार् का भी संकेत सदया है |

मे ने प्रसतपक्ष के ने ता जेरेमी कॉसबवन से मदद मांगी है . इससे मे की पाटी के सर्द्रोही ने ता नाराज हैं . र्हीं ले बर पाटी के ने ता जेरेमी कॉसबवन को लगता है सक यसद
चुनार् होते हैं , तो उनका प्रधानमं त्री बनना तय है . हालांसक, ब्रेब्धिट के सर्ाल पर उनकी पाटी भी सर्भासजत है . सारा दे श भ्रसमत है . व्ापारी र्गव में सनराशा है . बाे
उद्योगपसत सब्रटे न से अपने कारिाने हटाकर यूरोप के दे शों में ले जाने की धमकी दे रहे हैं . पाउं ड का दाम सगर रहा है . मकानों की कीमतें सगर रही हैं और
अथवव्र्स्था में ठहरार् आ गया है |

कंजरर्ेसटर् पाटी के कुछ सांसदों के अलार्ा ब्रेब्धिट के सलए कोई भी आतुर नहीं था. साल 2015 के चुनार् घोषणापत्र में तत्कालीन प्रधानमं त्री कैमरून ने अपने
दसक्षणपंथी समथवकों को िुश करने के सलए र्ादा सकया था सक ईयू को छोाने का फैसला जनता की राय से होगा. सफर एक सदन अचानक उन्ळोंने जनमत संग्रह की
घोषणा कर दी. कैमरून स्वयं ब्रेब्धिट के सर्रोधी थे और उन्ळें सर्श्वास था सक दे श की जनता भी ब्रेब्धिट का सर्रोध करे गी ले सकन यह उनकी भूल थी. ईयू को छोाने
के पक्षधर ने ताओं ने सर्र्ादस्पद र्ादे सकये. कहा गया सक पोलैं ड और रोमासनया से भारी संख्या में आये लोगों की र्जह से स्थानीय लोगों के सलए नौकररयों का
अकाल पा गया है . सबसे लोकसप्रय, सर्र्ादस्पद और भ्रसमत करने र्ाला र्ादा यह था सक ब्रेब्धिट के बाद सब्रटे न को प्रसत सप्ताह ईयू को 35 करोा पाउं ड नहीं दे ने
पाें गे. ब्रेब्धिट के बाद यह सर्शाल धनरासश स्वास्थ्य सेर्ाओं को बेहतर बनाने के काम आ सकेगी. अं ततः 52 प्रसतशत लोगों ने ब्रेब्धिट के समथवन में र्ोट सदया और
कैमरून को इस्तीफा दे ना पाा |

कैमरून के इस्तीफे के बाद महत्वाकांक्षी बोररस जॉनसन को लांघकर थेरेसा मे प्रधानमं त्री बन गयीं. ले सकन मे का जनाधार कमजोर था और पाटी पर पका नाजुक
थी. उन्ळें जनता की राय को लागू करना था, हालांसक र्े स्वयं यूरोप की पक्षधर थीं. मे ने आत्मसर्श्वास और दृिता के साथ कदम उठाने का सनिय सकया. र्ह सब्रटे न
को यूरोपीय साझा बाजार में तो शासमल रिना चाहती थीं, ले सकन सब्रटे न में नौकरी के सलए आने र्ाले यूरोपर्ाससयों पर प्रसतबंध भी लगाना चाहती थीं |

यह बात यूरोप के ने ताओं को मं जूर नहीं थी. जमव न चांसलर एं जेला मै केल ने साफ कह सदया सक यसद सब्रटे न साझा बाजार में रहना चाहता है , तो उसे श्रम, उत्पादन,
सेर्ाओं और पूंजी की स्वतंत्र आर्ाजाही पर कोई अं कुश लगाने का असधकार नहीं होगा. प्रधानमं त्री मे ने एक और गलती की. उन्ळोंने चेतार्नी दी सक ब्रेब्धिट के
बाद यूरोपीय दे शों के साथ होने र्ाला व्ापार डब्ल्यूटीओ की शतों के तहत सकया जायेगा. यूरोप के ने ताओं ने इसे धमकी के रूप में सलया |

एक समय सब्रटे न का साम्राज्य दु सनयाभर में फैला हआ था. दोनों महायुिों में सर्जय और यूरोप को तानाशाही के चंगुल से मु क्त कराने में सब्रटे न ने सनणावयक भूसमका
सनभायी थी. उसने अपने आपको यूरोप के तंग दायरों में कभी बंद नहीं रिा. सब्रटे न आज भी िुद को सर्श्वशब्धक्त मानता है |

यूरोप के अलार्ा उसके पास राष्ट्रमंडल दे शों का समू ह भी है , सजसमें र्ह भारत, कनाडा, ऑस्टर े सलया और दसक्षण अफ्रीका जैसे प्रभार्शाली दे शों के साथ ररश्ता
बनाये हए है |

सब्रटे न में कई ने ता मानते हैं सक आज उन्ळें नहीं, बब्धल्क ईयू को सब्रटे न के सहयोग की ज्यादा जरूरत है . साल 2017 में सब्रटे न ने ईयू के बजट में 13 अरब पाउं ड का
योगदान सदया था. इनमें से ससफव चार अरब पाउं ड सब्रटे न में िचव सकये गये. यसद सब्रटे न अपना योगदान बंद कर ले ता है , तो ईयू के सलए भारी आसथवक संकट िाा हो
जायेगा |

दोनों पक्षों के बीच कोई समझौता नहीं होता है , तो नु कसान दोनों को होगा. सब्रटे न के 44 प्रसतशत सनयावत और 53 प्रसतशत आयात ईयू के साथ होते हैं . साझा बाजार
ित्म होने के बाद दोनों पक्ष एक-दू सरे पर आयात और सनयावत शुल्क लगायेंगे, सजससे दोनों के उत्पाद महं गे हो जायेंगे. सीमाओं पर कस्टम और अप्रर्ास के नये
अर्रोध िाे सकये जायेंगे |

स्वतंत्र आर्ाजाही बंद होने से व्ापाररयों और सैलासनयों के सलए नयी मु ब्धिलें िाी हो जायेंगी. सब्रटे न के कुछ महत्वाकांक्षी ने ताओं की यूरोप सर्रोधी मानससकता ने
दे श को राजनीसतक सबिरार् और भ्रम के दलदल में धकेल सदया है . भारी छटपटाहट और मानससक यातना के अलार्ा इस समय सब्रटे न को कोई और रास्ता नहीं
सदि रहा है |

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क्ा है यूरयपीय संघ

यूरोपीय संघ को ईयू (यूरोपीय यूसनयन) के नाम से जाना जाता है . यह 28 यूरोपीय दे शों की आसथवक और राजनीसतक साझेदारी है . इसकी शुरुआत सद्वतीय सर्श्व युि
के बाद आसथवक सहयोग को बिार्ा दे ने के सलए हई थी. आज यूरोपीय संघ एक एकल बाजार के रूप में सर्कससत हो चुका है , जहां र्स्तु और सदस्य दे श के
नागररकों को एक दे श के तौर पर सभी जगह आने -जाने की अनु मसत है . ईयू की मु द्रा 'यूरो' है , सजसका इस्तेमाल इसके 19 सदस्य दे श करते हैं . इसकी अपनी
संसद है , जो पयावर्रण, पररर्हन, उपभोक्ता असधकारों समे त अने क क्षेत्रों के सलए सनयम सनधावररत करती है |

वलस्बन संवध के तहत वलया गया ईयू ियड़ने का फैसला

सब्रटे न को ईयू से अलग होने के सलए सलस्बन संसध के अनु च्छेद- 50 को लागू करना पाा. यह दोनों पक्षों को सर्भाजन की शतों पर सहमत होने के सलए दो साल का
समय दे ती है . थेरेसा मे ने 29 माचव, 2017 को यह प्रसक्रया शुरू की थी. इस सहसाब से सब्रटे न के यूरोपीय संघ से अलग होने की तय सतसथ 29 माचव, 2019 थी |

क्ा रद्द हय सकता है िे स्िर् ?

ब्रेब्धिट की प्रसक्रया रद्द करने के सलए सब्रटे न को अपने कानू न में बदलार् करना होगा. इस संबंध में 10 सदसंबर, 2018 को यूरोपीय न्यायालय ने फैसला सदया था सक
ईयू के अन्य 27 सदस्यों की अनु मसत के सबना भी यूके ब्रेब्धिट प्रसक्रया के अनु च्छेद- 50 को रद्द कर सकता है और लोकतांसत्रक प्रसक्रया यानी सब्रसटश संसद द्वारा
मतदान के माध्यम से अपनी मौजूदा शतों पर ईयू का सदस्य बना रह सकता है |

थेरेसा मे का प्रस्तार्

यू से बाहर आने को ले कर थेरेसा मे का प्रस्तार् दो सहस्सों में है . पहला सहस्सा कानू नी रूप से बाध्यकारी है , जो ईयू से सब्रटे न के अलग होने की शतों को सनधावररत
करता है . इसमें ईयू के पास सब्रटे न का सकतना पैसा है (अनु मानत: 39 सबसलयन पाउं ड) और सब्रटे न के नागररक, जो ईयू में कहीं भी रह रहे हैं और सब्रटे न में जो ईयू
नागररक रह रहे हैं , उनका क्ा होगा, ये बातें शासमल हैं . र्हीं दू सरा सहस्सा कानू नी रूप से बाध्यकारी नहीं है . इसमें सब्रटे न और यूरोपीय संघ के बीच व्ापार, रक्षा
और सुरक्षा ससहत अने क बातों की रूपरे िा पेश की गयी है |

र्ाइमलाइन

23 जनर्री, 2013: प्रधानमं त्री डे सर्ड कैमरून ने यूरोपीय संघ के भसर्ष्य की बातें की और कहा सक र्े यूरोपीय संघ में सब्रटे न की भूसमका के बारे में चचाव करने र्ाले
जनमत संग्रह का समथवन करें गे |

7 मई, 2015 : ब्रेब्धिट जनमत संग्रह के र्ादे के साथ आम चुनार् में उतरे कैमरून की कंजरर्ेसटर् पाटी ने जीत दजव की |

22 फरर्री, 2016 : यूरोपीय संघ से अलग होने के सलए जनमत संग्रह कराने की सतसथ 23 जून, 2016 घोसषत |

23 जून, 2016 : ब्रेब्धिट के सलए हए मतदान के पक्ष में 51.9 प्रसतशत और सर्पक्ष में 48.1 प्रसतशत मत पाे |

24 जून, 2016 : जनमत संग्रह के एक सदन बाद कैमरून ने प्रधानमं त्री पद से त्यागपत्र की घोषणा की |

13 जुलाई, 2016 : कैमरून के इस्तीफे के बाद थेरेसा मे सब्रटे न की प्रधानमं त्री बनीं |

17 जनर्री, 2017 : मे ने ब्रेब्धिट को ले कर सरकार की सर्स्तृत योजना के बारे में बताया |

2 फरर्री, 2017 : सब्रसटश सरकार ने ब्रेब्धिट को ले कर श्वेत पत्र जारी सकया, सजसमें आसधकाररक तौर पर बातचीत की सदशा तय की गयी थी |

29 माचव, 2017 : यूरोपीय संघ से सब्रटे न के बाहर आने की आसधकाररक प्रसक्रया शुरू हई |

18 अप्रैल, 2017 : मे ने 8 जून को समय पूर्व आम चुनार् कराने की घोषणा की |

8 जून, 2017 : आम चुनार् में मे की कंजरर्ेसटर् पाटी बहमत से चूकी, ले सकन सबसे बाी पाटी बनकर उभरी |

19 जून, 2017: सब्रटे न और यूरोपीय संघ के बीच ब्रेब्धिट के पहले चरण की बातचीत शुरू |

22 ससतंबर, 2017 : मे ने ब्रेब्धिट के मु ख्य सबंदुओं के बारे में सर्स्तार से बताया |

19 माचव, 2018 : सब्रटे न और यूरोपीय संघ के बीच अने क महत्वपूणव मु द्दों पर सहमसत बनी |

14 नर्ंबर, 2018 : यूरोपीय संघ से सब्रटे न के बाहर जाने का समझौता (सर्डरॉल एग्रीमें ट) जारी हआ. इस समझौते का सर्पक्ष और मे की अपनी ही पाटी के लोगों ने
काी आलोचना की |

15 नर्ंबर, 2018 : सनकासी समझौता (सर्डरॉल एग्रीमें ट) जारी होने के बाद ब्रेब्धिट सेक्रेटरी डोसमसनक राब और र्कव एर्ं पेंशंस सेक्रेटरी एस्थर मै कर्े ने इस्तीफा
सदया |

25 नर्ंबर, 2018 : यूरोपीय संघ के ने ताओं ने आसधकाररक तौर पर सनकासी समझौते का समथवन सकया |

11 सदसंबर, 2018 : अपनी पाटी के भीतर आलोचना झेल रहीं थेरेसा मे बहत कम अं तर से असर्श्वास मत जीतने में सफल रहीं |

22
17 सदसंबर, 2018: संसद में ब्रेब्धिट समझौते पर मतदान के सलए मे ने 14 जनर्री की सतसथ तय की |

15 जनर्री, 2019 : संसद ने ब्रेब्धिट समझौते को िाररज सकया, सजससे 29 माचव, 2019 को यूरोपीय संघ से सब्रटे न के अलग होने का रास्ता कसठन हो गया |

13 माचव, 2019 : सब्रसटश सांसदों ने ब्रेब्धिट समझौते के संशोसधत मसौदे को बाे अं तर से िाररज सकया |

14 माचव, 2019 : यूरोपीय संघ से सबना सकसी समझौते के बाहर आने के थेरेसा मे के प्रस्तार् को सब्रटे न की संसद ने िाररज सकया |

29 माचव, 2019: ब्रेब्धिट को ले कर हए मतदान में संसद ने यूरोपीय संघ से सब्रटे न के अलग होने के समझौते को नकार सदया |

1 अप्रैल, 2019 : सब्रटे न की संसद में ब्रेब्धिट से जुाे चार प्रस्तार्ों पर मतदान हआ,ले सकन सांसदों के बीच एक बार सफर सहमसत नहीं बन सकी |

4 अप्रैल, 2019 : हाउस ऑफ कॉमन्ऱ में ब्रेब्धिट की समयसीमा बिाने के पक्ष में हए मतदान में ससफव एक मत से बहमत हाससल हआ. ब्रेब्धिट को ले कर गसतरोध
ित्म करने के सलए इसी सदन थेरेसा मे ने सर्पक्षी ले बर पाटी के ने ता जेरेमी कॉसबवन से मु लाकात की |

वर्पक्ष से बात नही ं बनी

सब्रसटश प्रधानमं त्री थेरेसा मे यूरोपीय संघ से संतुसलत ब्रेब्धिट के सलए कुछ और समय ले ना चाहती हैं . इसके सलए उनकी कोसशश है सक सर्पक्ष को भी साथ लें . पर,
बातचीत और पत्रों के आदान-प्रदान के बाद ले बर पाटी ने कहा है सक प्रधानमं त्री कोई ठोस और नया प्रस्तार् नहीं दे सकी हैं सजसके आधार पर समझौता हो सके.
मु ख्य सर्पक्षी पाटी ने सरकार से सफर से प्रस्तार् दे ने को कहा है . इस गसतरोध के बाद सर्वसम्म्मसत से कोई सनणवय ले ने की उम्मीदें धू समल हो गयी हैं |

विवर्श पासपयर्व से यूरयपीय संघ हर्ा

ब्रेब्धिट की तनातनी के बीच सब्रटे न ने अपने नागररकों को नये सडजाइन का पासपोटव सनगवत करना शुरू कर सदया, सजसके आर्रण से 'यूरोपीय संघ' हटा सदया गया
है . सजन लोगों को ये नये पासपोटव समले हैं , उन्ळोंने आियव व्क्त करते हए कहा है सक यूरोपीय संघ से अभी सब्रटे न अलग नहीं हआ, सफर ऐसा पासपोटव क्ों सदया जा
रहा है . सब्रसटश गृह सर्भाग की ओर से कहा गया है सक 'यूरोपीय संघ' का उल्लेि संघ की नीसत थी, सकंतु यह कोई र्ैधासनक बाध्यता नहीं थी |

फ्रां स, स्पे न और बे स्ल्जयम िे स्िर् के वलए तैयार

ब्रेब्धिट की नयी अस्थायी तारीि 12 अप्रैल तय की गयी है . प्रधानमं त्री मे 30 जून तक मोहलत पाने की कोसशश कर रही हैं . ले सकन फ्रांस, स्पे न और बेब्धल्जयम ने
अपने तेर्र काे कर सलए हैं . इनका कहना है सक यसद सब्रटे न की ओर से कोई नया स्पष्ट् प्रस्तार् नहीं आता है , तो ब्रेब्धिट में दे री करने का कोई मतलब नहीं है |

मु ख्य रूप से फ्रांस का यह रुि है और र्ह लगातार अन्य सदस्य दे शों का समथवन पाने के प्रयास में लगा हआ है . दोनों पक्षों के बीच चल रही बातचीत में सब्रटे न के
नजदीकी सहयोगी दे श नीदरलैं ड ने भी थेरेसा मे के प्रस्तार् में स्पष्ट्ता की जरूरत बतायी है . शुक्रर्ार को प्रधानमं त्री मे ने यूरोपीय काउं ससल के प्रमु ि डोनाल्ड टस्क
को पत्र सलिकर ब्रेब्धिट की समय-सीमा 30 जून तक बिाने की मांग की है . इस पर टस्क ने एक साल की मोहलत दे ने की बात कही है , बशते अलग होने के
समझौते की रूप-रे िा पहले तय हो जाये |

यूरयपीय संघ के वर्घर्न का लक्षण है िे स्िर्

एक घटना और तबाही के रूप में ब्रेब्धिट भले ही प्रभार्कारी है , पर यूरोपीय संघ की सर्घटन प्रसक्रया का यह एक सहस्सा है . अभी त्रासदी यह है सक ब्रसेल्स और
लं दन के बीच एक र्ाताव , एक कसथत र्ाताव , चल रही है तथा इन दोनों की ही शीषव प्राथसमकताओं में यूरोपीय लोगों के सहत नहीं है . ब्रेब्धिट यूरोप के सलए हासनकारक
है , क्ोंसक सदस्य दे शों का सब्रटे न के साथ नजदीकी आसथवक संबंध हैं और संघ के र्ातावकारों को थेरेसा मे के साथ िेल नहीं िेलना चासहए |

िे स्िर् से भारत कय नुकसान

ईयू से सब्रटे न के अलग होने का नु कसान भारत को भी उठाना होगा, क्ोंसक इसके बाद ईयू के बाजार में भारत की सीधी पहं च बंद हो जायेगी. अपने दे श की कई
कंपसनयां की यूरो जोन में काफी ऊंची पैठ है . सब्रटे न के 12 सब्रसटश इस्पात संयंत्रों से इस्पात उद्यम (टाटा स्टील) का सबक्री टनव ओर्र दो सबसलयन पाउं ड है . टाटा
मोटसव सब्रटे न की सबसे बाी ऑटोमोसटर् कंपनी है . भारत फोजव का जमव नी में तीन और यूके में एक संयंत्र है , जो यूरोप की महत्वपूणव ऑटोमोसटर् कंपसनयों की
जरूरतों को पूरा करती है |

र्हीं टीसीएस के सलए उसके राजस्व का प्रमु ि स्रोत लं दन फाइनें सशयल हब, ईयू और सब्रटे न को सेर्ा प्रदान करना है . सर्शेषज्ञों का मानना है सक ब्रेब्धिट के बाद
ईयू की अथवव्र्स्था के धीमे होने का अनु मान है , सजससे ऑटो सबक्री में कमी आयेगी. नतीजा मदरसन सुमी, मसहं द्रा सीआईई र् भारत फोजव जैसी ऑटो कंपोनें ट
सनमावता कंपसनयां बुरी तरह प्रभासर्त होंगी. र्हीं सब्रटे न-ईयू के बीच उत्पन्न हई असनसितता के कारण आईटी/ फामाव सनयावतकों को भी नु कसान उठाना होगा.
टीसीएस, टे क मसहं द्रा र् सर्प्रो समे त दू सरी र्ैसी भारतीय आईटी कंपसनयां, सजनके यूरोपीय मु ख्यालय सब्रटे न में हैं , उन्ळें नये ससरे से ईयू में कमवचारी रिने और
कायावलय बनाने पर िचव करना होगा. बहत संभर् है सक ब्रेब्धिट के बाद भारत लं दन की बजाय दू सरे दे श से यूरोपीय दे शों में प्रर्ेश का रास्ता तलाशे, क्ोंसक तब
मु क्त व्ापार के सलए ईयू बाजार तक सीधी पहं च भारतीय कंपसनयों के सलए ज्यादा कसठन हो सकती है |

(साभार : बी० बी० सी० एर्ं र्ारगे र् वर्थ आलयक र्ीम)

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अंतररक्ष कचरा का वजम्मेदार कौन ?

नासा प्रमुि सजम ब्राइडे न्लाइन ने कहा सक भारत ने सजस उपग्रह को सनशाने पर सलया र्ो कई टु काों में टू ट गया. उनका कहना है सक इनकी संख्या 400 से भी
असधक है और इससे इं टरने शनल स्पे स स्टे शन पर ऻतरा पैदा हो गया है |

नासा टाउनहॉल में ब्राइडे न्लाइन ने बताया सक इससे पैदा हए ज़्यादातर टु काे बाे हैं . नासा ने छोटे टु काों को टर ै क सकया है और बाे टु काों को िोज की जा रही
है . भसर्ष्य के अं तररक्ष समशन के सलए इस तरह की गसतसर्सधयां सही नहीं हैं |

सजन ने कहा, "भारतीय उपग्रह को नष्ट् करने से पैदा हए कचरे के 60 छोटे टु काों की पहचान कर ली गई है और इनमें से 24 टु काे इं टरने शनल स्पे स स्टे शन से
ऊपर चले गए हैं ." उन्ळोंने कहा, ''यह अस्वीकायव है . नासा इसके प्रभार् को ले कर पूरी तरह से स्पष्ट् है .'' अमरीकी सेना को अं तररक्ष में कचरों के टु काे समले थे और
कहा था सक यह आईएसएस और उसके उपग्रहों के सलए ऻतरनाक है . नासा प्रमु ि ने कहा सक भारतीय परीक्षण के कारण 10 सदनों में आईएसएस पर ऻतरा 44
ीीसदी बि गया है . हालांसक र्क़्त के साथ यह ऻतरा कम हो जाता है क्ोंसक धीरे -धीरे ये र्ायुमंडल में आने के बाद ये टु काे जल जाते हैं |

कोई टे स्ट होगा तो अं तररक्ष में कचरा बिे गा ऽरूर ले सकन उनका यह कहना सक 44 ीीसदी ऻतरा बिा है , तो यह 1.44 ीीसदी ही हआ. यह बेहद मामू ली ऻतरा
है . इसे आप कह सकते हैं सक 'सौ चूहे िाकर सबल्ली चली हज को.' अं तररक्ष में सबसे ज़्यादा गंदगी अमरीका ने फैलाई है . अमरीका कचरा को अपने सहसाब से
मॉसनटर करता है . उनके कचरों की संख्या छह हऽार से भी ज़्यादा है जबसक भारत के कचरों की संख्या महज 100 के ऺरीब है . अं तररक्ष में छह हऽार से भी
असधक कचरे के टु काे हैं . चीन ने 2007 में एं टी-सैटेलाइट समसाइल का परीक्षण सकया था. उन्ळोंने 800 सकलोमीटर की असधक ऊंचाई पर अपने उपग्रह को मार
सगराया था. उसका कचरा भी अं तररक्ष में पाा है . उससे ऻतरा बहत ज़्यादा है . ऺरीब 10 सेंटीमीटर से बाे मलबे की 30 हऽार संख्या मौजूद है . बाे रे डार से
अमरीका की सेंटरल स्पे स कमांड इसकी सनगरानी करती है .1957 में स्पू तसनक लॉन्च सकया गया था. तब से अब तक आठ हऽार कृसत्रम उपग्रह अं तररक्ष में भेजे गए
हैं . इस समय ऺरीब 200 उपग्रह काम कर रहे हैं . इनमें से 800 अमरीका के और कुछ रूस के और कुछ चीन के हैं . भारत के र्तवमान कृसत्रम उपग्रहों की संख्या
महज 48 है . सजसने सजतने असधक उपग्रह अं तररक्ष में भेजे हैं उसने उतना ही ज़्यादा कचरा पैदा सकया है |

क्ा हयता है अंतररक्ष का मलबा:-

अं तररक्ष में मलबा उन इं सानी र्स्तुओं को कहते हैं सजसका अब स्पे स में कोई इस्तेमाल नहीं बचा है |

नासा के अनु मान के मु तासबक अं तररक्ष से रोऽाना ऺरीब एक मलबा पृथ्वी पर सगरता है . ये मलबा या तो धरती पर सगरता है या र्ातारर्रण में प्रर्ेश के साथ ही जल
जाता है |

असधकतर ऐसे मलबे पृथ्वी पर ब्धस्थत जलीय क्षेत्र में सगरते हैं क्ोंसक धरती का ऺरीब 70 ीीसदी सहस्सा पानी का है . सपछले 50 सालों से भी असधक समय से चल रहे
अं तररक्ष असभयानों में एकत्र मलबे आज भी बाी संख्या में अं तररक्ष में मौजूद हैं |

मलबा वगरने से नुऺसान क्ा ?

मैं ने तो नहीं सुना सक ऊपर से कचरा सगरने से कोई नु ऺसान की बात सामने आई हो. भारतीय उपग्रह माइक्रोसै ट-आर के टु काे जब सगरें गे तो र्ो पृथ्वी के
र्ातार्रण में प्रर्ेश करते ही जल कर नष्ट् हो जाएं गे |

एक समय चीनी स्पे स स्टे शन सथयांगोग के पृथ्वी से टकराने की चचाव थी. लेसकन यह सबना कोई नु कसान पहं चाए समु द्र में सगरकर नष्ट् हो गया |

1979 में 75 टन से भी असधक र्जन का नासा स्पे स सेंटर स्काइलै ब सगरा था. पूरी दु सनया में तब इसे ले कर बहत घबराहट थी ले सकन यह भी समु द्र में सगरकर नष्ट् हो
गया था |

पृथ्वी की कक्षा में घूम रही छोटी चीऽें न तो नीचे आती हैं और न ही ऊपर जाती हैं . सत्रशंकु की तरह र्ो उसी कक्षा में घूमते रहते हैं |

ये मलबा अं तररक्ष यान, उपग्रहों और स्पे स स्टे शनों के सलए ऻतरा बने रहते हैं . सपछले 60 र्षों के दौरान सजस तरह से दु सनया भर के दे शों की अं तररक्ष गसतसर्सधयां
बिी हैं , उससे स्पे स में मलबा बिता ही जा रहा है |

जुलाई 2016 में अमरीकी स्टर ै सटसजक कमान के सनकट अं तररक्ष में ऺरीब 18 हऽार कृसत्रम र्स्तुओं का पता चला था. इनमें सैंकाों की संख्या में कृसत्रम उपग्रह
शासमल थे. ये संख्या बाे मलबों की है . छोटे -छोटे टु काों की बात करें तो 2013 की एक स्टडी के मु तासबक अं तररक्ष में एक से 10 सेंटीमीटर के आकार के कचरों
या मलबों की संख्या 6,70,000 से भी असधक है . अं तररक्ष में कोई भी टु काा होगा तो र्ो ऻतरा ऽरूर पैदा करे गा. अं तररक्ष में एक बार दो उपग्रह टकरा गए थे
उससे काीी ऻतरा पैदा हआ था. भारत के प्रक्षेपण के दौरान कई बार दे िा गया है सक र्ो समय को आगे-पीछे करते हैं इसके पीछे र्जह रास्ते (टर ाजेक्टरी) में आने
र्ाला कोई कण हो सकता है |

नुऺसान कम करने के उपाय:-

अं तररक्ष में भेजे जाने र्ाले उपग्रहों में 'एं ड ऑी लाइफ' के सलए इतना ईंधन मौजूद होता है सक र्ो रॉकेट, उपग्रह को सडऑसबवट सकया जा सके, मतलब उन्ळें नीचे
लाकर ग्रेर्याडव (ऺसब्रस्तान) ऑसबवट में रिा जा सके तासक नु ऺसान कम-से-कम हों |

भारत अं तररक्ष के मलबे को मल्टी ऑब्जेक्ट टर ै सकंग रे डार से टर ै क करता है . श्रीहररकोटा के पास यह रे डार है , अमरीका के पास ऐसे कई रे डार हैं और र्ो इनकी
सार्वजसनक सूचना साझा करते हैं |

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अं तररक्ष में मौजूद मलबे को इकट्ठा करने के सलए कुछ प्रयोग ऽरूर हए हैं . इसमें ने ट या हापुवन लगाकर सकसी तरह से मलबे को िींच कर उन्ळें डीऑसबवट सकया
जाए और र्ापस धरती पर लाकर जला सदया जाए, इसके प्रयोग सकए गए हैं |

ले सकन यह सकतने कारगर हैं या इस पर सकतना िचव आएगा अभी उस पर पूरी जानकारी नहीं है . आने र्ाले र्क्त में सभी दे शों को समलकर इस पर ध्यान दे ना
होगा|

अमरीका और रूस ने शुरुआत में जो प्रक्षेपण सकए थे उसमें उन्ळोंने अं तररक्ष के कचरे पर कोई ध्यान नहीं सदया गया था. भारत ने तो अभी हाल में ये प्रक्षेपण करना
शुरू सकया है . भारत ने आउटर स्पेस समझौते पर हस्ताक्षर भी सकए हैं . कचरा कम-से-कम हो भारतीय र्ैज्ञासनक इसकी कोसशश करते हैं .भारत का इन-ऑसबवट
कचरा महज 80 के ऺरीब है . र्हीं अमरीका का चार हऽार से असधक और चीन का तीन हऽार से ऊपर है |

(साभार :-)

युर्ा बेरयजगारी का दं श और जनांवककी लाभांश

युर्ाओं के रोजगार को दे िें तो हमें पता चलता है सक बहत बाी संख्या में लोग स्वरोजगार को अपनाए हए हैं ।
दे श इस समय रोजगार के गंभीर संकट से दो चार है । हाल ही में पीररयॉसडक ले बर फोसव सर्े यानी पीएलएफएस (2017-18) के हर्ाले से एक ररपोटव प्रकासशत हई
सजसमें बताया गया सक दे श में रोजगार का संकट सकतना सर्कराल हो चुका है । प्रच्छन्न बेरोजगारी हमारी अथवव्र्स्था की सर्शेषता रही है । करीब 6 फीसदी की
बेरोजगारी दर काफी कुछ कहती है । चेतार्नी की बात यह है सक उि बेरोजगारी काफी हद तक युर्ाओं यानी 15 से 29 की उम्र के युर्ाओं की बेरोजगारी से जुाी
हई है ।

युर्ाओं में बेरोजगारी की दर ग्रामीण पुरुषों और मसहलाओं में क्रमश: 17.4 फीसदी और 13.6 फीसदी रही। शहरी युर्ाओं में पुरुषों और मसहलाओं के सलए यह
क्रमश: 18.7 फीसदी और 27.2 फीसदी थी। मोदी सरकार जब सिा में आई थी तो इसमें युर्ाओं को रोजगार दे ने के र्ादे और इस पर उन्ळें समले समथवन की अहम
भूसमका रही। ऐसे में सरकार के सलए हासलया आं काों को स्वीकार करना असहज करने र्ाली बात है । परं तु यह केर्ल एक चुनार्ी मु द्दा नहीं है । इसका संबंध दे श
के गंर्ाए जाते जनांसककी लाभ से भी है जबसक ऐसा अर्सर सकसी दे श के समक्ष यदाकदा ही आता है ।

सकसी भी दे श में जब कामगार आबादी की र्ृदडसघ कुल आबादी से तेज होती है तो कहा जाता है सक उसके पास जनांसककी लाभ का अर्सर है । माना जाता है सक
इससे आय बिे गी, बचत बिे गी, प्रसत कामगार असधक पूंजी आएगी और एक सकस्भ का जनांसककी लाभ असजवत होगा। सफलहाल भारत दु सनया में सबसे असधक युर्ा
आबादी र्ाला दे श है । आबादी का 65 फीसदी से असधक सहस्सा 15 से 59 की उम्र का है । र्षव 2035-40 तक इस संख्या में इजाफा होने की उम्मीद है । यानी भारत
के पास जनांसककी लाभ ले ने का अर्सर अन्य सकसी दे श से असधक है । अगर हमें इस अर्सर का लाभ उठाना है तो हमें असतररक्त श्रम शब्धक्त को उपयोगी रोजगार
दे ने होंगे। परं तु युर्ा बेरोजगारी की बिती दर इसे सनराशाजनक बना रही है ।

श्रम ब्यूरो ने 2015-16 में आब्धिरी बार रोजगार और बेरोजगारी का जो पाररर्ाररक सर्े सकया था उसके द्वारा जारी आब्धिरी आं काे हमें कहीं असधक बेहतर
सर्श्ले षण करने की इजाजत दे ते हैं और इस बात की पुसष्ट् करते हैं सक युर्ाओं के बीच बेरोजगारी सपछले काफी समय से बि रही है । मैं 2017-18 के पीएलएफएस
और श्रम ब्यूरो के 2015-16 के आं काों की तुलना नहीं करू ाँ गा क्ोंसक उनमें घरों के चयन के मानक अलग-अलग थे। परं तु सफर भी श्रम ब्यूरो के सर्ेक्षण से यह
संकेत समलता है सक युर्ा बेरोजगारी के सामने कसठन चुनौसतयां हैं ।

र्षव 2015-16 के सर्ेक्षण में बेरोजगारी की दर 3.7 फीसदी थी जबसक 15 से 29 र्षव की उम्र के युर्ाओं के सलए यह दर 10.3 फीसदी थी। श्रम ब्यूरो के सर्ेक्षण के
आं काे बताते हैं सक 30 से 59 की उम्र के लोगों के सलए रोजगार की दर बमु ब्धिल 1 फीसदी रह गई। श्रम ब्यूरो के 2015-16 के सर्ेक्षण में शैक्षसणक स्तर के
आधार पर बेरोजगारी का सर्श्ले षण और असधक परे शान करने र्ाले नतीजे पेश करता है । श्रम ब्यूरो के सर्ेक्षण के आं काे बताते हैं सक शैक्षसणक स्तर के साथ
बेरोजगारी दर में इजाफा होता है । स्नातक और स्नातकोिर सडग्री र्ालों में बेरोजगारी की दर तकरीबन 30 फीसदी थी। इससे पता चलता है सक पिे सलिे लोगों के
सलए अपने कौशल और योग्यता के अनु सार रोजगार हाससल करना सकतना मु ब्धिल काम है ।

दू सरी ओर असशसक्षत लोगों के सलए बेरोजगारी दर केर्ल 2.7 फीसदी रही। यह कमतर आं काा बहत आश्वस्त नहीं करता। यह केर्ल इस र्जह से है सक असशसक्षत
युर्ा अक्सर लं बे समय तक बेरोजगार रहने की ब्धस्थसत में नहीं रह सकते। युर्ाओं के बीच रोजगार की प्रकृसत की बात करें तो स्वरोजगार प्राप्त युर्ाओं की
सहस्सेदारी में भी भारी सर्संगसत नजर आती है । एकबार सफर 2015-16 के आं काे सदिाते हैं सक ये पाररर्ाररक श्रसमक हैं सजनको सकसी प्रकार का भुगतान नहीं
सकया जाता है । रोजगारशुदा लोगों की अगली बाी श्रेणी यदाकदा काम करने र्ालों की है जो 36.64 फीसदी हैं । सनयसमत र्ेतनभोगी कमव चाररयों की सहस्सेदारी
17.13 फीसदी के साथ अपेक्षाकृत कम है जो बताती है सक युर्ाओं के सलए अच्छे उत्पादक काम सकतने कम हैं । इसके अलार्ा र्षव 2015-16 में 40 प्रसतशत से
असधक युर्ा कृसष कायों में लगे हए थे जबसक मात्र 13 फीसदी युर्ा ही सर्सनमावण क्षेत्र में संलग्न थे। शैक्षसणक स्तर में सुधार के बार्जूद बाी तादाद में युर्ाओं का
कृसष कायों में लगे रहना यह बताता है सक गैर कृसष क्षेत्र उनके सलए जरूरत के मु तासबक रोजगार के उपयुक्त अर्सर तैयार करने में नाकामी हाससल हई है ।

कररयर के उठान पर युर्ाओं को उनके योग्य रोजगार न समल पाने से न केर्ल उनमें हताशा उत्पन्न होती है , बब्धल्क इसका उनके कररयर पर काफी गहरा असर
होता है । इतना ही नहीं यह बात भसर्ष्य में उनके बेरोजगार रहने की आशंका को भी काफी मजबूत कर दे ती है । युर्ाओं की बेरोजगारी की समस्या से सनपटने का
कोई जादु ई उपाय नहीं है । कई लोग कहते हैं सशक्षा और कौशल सर्कास क्षेत्र में सुधार करने से बात बन सकती है । इसके अलार्ा उद्यसमता पर जोर दे ने और श्रम
शब्धक्त में मसहलाओं की भागीदारी बिाने की बात भी कुछ ऐसी ही है । परं तु इन कामों में से कोई भी तभी सफल सासबत हो सकती है सक उसका सक्रयान्रयन समग्र
आसथवक नीसत के संदभव में सकया जाए तासक रोजगार की तादाद असधकतम की जा सके न सक केर्ल जीडीपी में इजाफा हो।

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यकीनी तौर पर यह अपने आप में एक पहे ली है सक हमारा दे श 7 फीसदी की दर से र्ृदडसघ हाससल कर रहा है ले सकन इसके बार्जूद हमारे यहां सशसक्षत युर्ाओं के
सलए रोजगार के पयावप्त अर्सर तैयार नहीं हो पा रहे हैं । आने र्ाले महीनों में राजनीसतक बदलार् संभर् है ले सकन यह बात आर्श्यक है सक दे श में युर्ाओं की
बेरोजगारी के मसले से भलीभांसत सनपटा जाए। ऐसा नहीं है सक इसकी केर्ल आसथवक लागत ही मायने रिती है । युर्ाओं की बेरोजगारी के सामासजक प्रभार् बहत
गहरे हो सकते हैं । र्षव 2011 का अरब उभार हमें यह याद सदलाता है सक मोहभंग की ब्धस्थसत र्ाले बेरोजगार युर्ाओं की हताशा हमें सकस ब्धस्थसत में पहं चा सकती
है ।

(साभार :-)

मानसून के अनुमान का संकर्

मौसम की भसर्ष्यर्ाणी करने र्ाली एजेंसी स्काईमेट का बाररश का पूर्ावनुमान सही सनकलता है तो इस बार दे श में अपेक्षाकृत कम बाररश होगी। सामान्य से कम
बाररश होने का कारण जून से ससतंबर के दौरान प्रशांत महासागर में अलनीनो का बनना है । नतीजतन, लंबी अर्सध के औसत (एलपीए) के मुकाबले में मानसून
नब्बे से पनचानर्े फीसद रहने का अनु मान है । इन महीनों में औसत सतरानबे फीसद बाररश होगी, जबसक मई से जुलाई के बीच अलनीनो का सछयासठ फीसद
प्रभार् रहे गा, जो कम बाररश का कारण बने गा। एलपीए र्षव 1951 और 2000 के बीच की बाररश का औसत है , जो नर्ासी सेंटीमीटर है । साफ है , यह सकसान और
अथवव्र्स्था के सलए अच्छी िबर नहीं है । इससे इस साल सूिे की आशंका बन सकती है । जून से ससतंबर तक दसक्षण-पसिम क्षेत्र में ससक्रय रहने र्ाले मानसून पर
आई यह पहली भसर्ष्यर्ाणी है । इस भसर्ष्यर्ाणी को करते हए स्काईमे ट ने दार्ा सकया है सक यह उसकी दू सरी भसर्ष्यर्ाणी है , जबसक हकीकत यह है सक
स्काईमे ट छह साल पहले से मानसून की भसर्ष्यर्ासणयां कर रहा है । ले सकन सही सासबत नहीं होने के कारण र्ह जनता के बीच भरोसा पैदा नहीं कर पाया है ।

हर साल अप्रैल-मई में मानसून आ जाने की अटकलों का दौर शुरू हो जाता है । यसद औसत मानसून आए तो दे श में हररयाली और समृ ब्धि की संभार्ना बिती है
और औसत से कम आए तो अकाल की परछाइयां दे िने में आती हैं । मौसम मापक यंत्रों की गणना के अनुसार यसद नब्बे फीसद से कम बाररश होती है तो उसे
कमजोर मानसून कहा जाता है । सछयानबे से एक सौ चार फीसद बाररश को सामान्य मानसून कहा जाता है । यसद बाररश एक सौ चार से एक सौ दस फीसद होती है
तो इसे सामान्य से अच्छा मानसून कहा जाता है । इससे ज्यादा बाररश असधकतम मानसून कहलाती है । भारतीय मौसम सर्भाग की भसर्ष्यर्ासणयां अक्सर गलत
सासबत होती हैं , इससलए स्काईमे ट के अनु मान सटीक बैठेंगे यह कहना भी मु ब्धिल है । सपछले साल मौसम सर्भाग और स्काईमे ट ने अच्छी बाररश की
भसर्ष्यर्ासणयां की थीं, ले सकन इसी के समांतर बादलों के छीजने की भसर्ष्यर्ाणी करके यह आशंका भी जता दी थी सक र्षाव कम भी हो सकती है । नतीजतन,
बाररश तो अच्छी हई, ले सकन कुछ राज्यों में ससमट जाने के कारण बाि और भूस्खलन का कारण भी बनी। केरल, सहमाचल प्रदे श और उिरािंड असतर्ृसष्ट् से बेहाल
हए। र्ही ं महाराष्ट्र, तसमलनाडु और कनावटक में कम बाररश हई। सपछले दस साल के आं काों में एक भी साल भसर्ष्यर्ाणी सटीक नहीं बैठी। इससलए मौसम सर्भाग
के अनुमान भी भरोसे के लायक नहीं होते। यसद सकसान इन भसर्ष्यर्ासणयों के आधार पर फसल बोए, तो उसे नाकों चने चबाने पा जाएं गे। चूंसक कृसष र्ैज्ञासनक भी
मौसम संबंधी भसर्ष्यर्ाणी के आधार पर सकसानों को फसल उगाने की सलाह दे ते हैं , सलहाजा उनकी सलाह भी सकसान की उम्मीद पर पानी फेरने र्ाली ही सासबत
होती हैं । दे श में कुल िाद्य उत्पादन का लगभग चालीस फीसद इसी बरसात पर सनभवर है । इसी मानसून का कुल बाररश में अस्सी फीसद योगदान रहता है । है रानी
इस बात पर भी है सक मौसम सं बंधी अने क उपग्रह अं तररक्ष में सपछले पांच साल के भीतर स्थासपत सकए गए हैं , इसके बार्जूद शत-प्रसतशत भरोसे की भसर्ष्यर्ाणी
नहीं हो पा रही है ।

आब्धिर हमारे मौसम र्ैज्ञासनकों के पूर्ावनुमान आसन्न संकटों की क्ों सटीक जानकारी दे ने में िरे नहीं उतरते ? क्ा हमारे पास तकनीकी ज्ञान अथर्ा साधन कम हैं ,
अथर्ा हम उनके संकेत समझने में अक्षम हैं ? मौसम र्ैज्ञासनकों की बात मानें तो जब उिर-पसिमी भारत में मई-जून तपते हैं और भीषण गमी पाती है तब कम
दबार् का क्षेत्र बनता है । इस कम दबार् र्ाले क्षेत्र की ओर दसक्षणी गोलाधव से भूमध्य रे िा के सनकट से हर्ाएं दौाती हैं । इस तरह दसक्षणी गोलाधव से आ रही
दसक्षणी-पूर्ी हर्ाएं भूमध्य रे िा को पार करते ही पलट कर कम दबार् र्ाले क्षेत्र की ओर गसतमान हो जाती हैं । ये हर्ाएं भारत में प्रर्ेश करने के बाद सहमालय से
टकरा कर दो सहस्सों में सर्भासजत होती हैं । इनमें से एक सहस्सा अरब सागर की ओर से केरल के तट में प्रर्ेश करता है और दू सरा बंगाल की िााी की ओर से
प्रर्ेश कर ओसाशा, पसिम-बंगाल, सबहार, झारिंड, पूर्ी उिर-प्रदे श, उिरािंड, सहमाचल प्रदे श, हररयाणा और पंजाब तक बरसता है । अरब सागर से दसक्षण
भारत में प्रर्ेश करने र्ाली हर्ाएं आं ध्र प्रदे श, कनावटक, महाराष्ट्र, मध्यप्रदे श और राजस्थान में बरसती हैं । इन मानसूनी हर्ाओं पर भूमध्य और कैब्धस्पयन सागर के
ऊपर बहने र्ाली हर्ाओं के समजाज का प्रभार् भी पाता है । प्रशांत महासागर के ऊपर प्रर्ाहमान हर्ाएं भी हमारे मानसून पर असर डालती हैं । र्ायुमंडल के इन
क्षेत्रों में जब सर्परीत पररब्धस्थसत सनसमव त होती हैं तो मानसून के रुि में पररर्तवन होता है और र्ह कम या ज्यादा बरसात के रूप में धरती पर सगरता है ।

महासागरों की सतह पर प्रर्ासहत र्ायुमंडल की हरे क हलचल पर मौसम सर्ज्ञासनयों को इनके सभन्न-सभन्न ऊंचाइयों पर सनसमव त तापमान और हर्ा के दबार्, गसत
और सदशा पर सनगाह रिनी होती है । इसके सलए कंप्यू टरों, गुब्बारों, र्ायुयानों, समु द्री जहाजों और रडारों से ले कर उपग्रहों तक की सहायता ली जाती है । इनसे जो
आं काे इकट्ठे होते हैं उनका सर्श्ले षण कर मौसम का पूर्ावनुमान लगाया जाता है । भारत में मौसम सर्भाग की बुसनयाद 1875 में रिी गई थी। आजादी के बाद से
मौसम सर्भाग में आधु सनक संसाधनों का सनरं तर सर्स्तार होता रहा है । सर्भाग के पास सािे पांच सौ भू -र्ेधशालाएं , सतरसठ गुब्बारा केंद्र, बिीस रे सडयो पर्न
र्ेधशालाएं , ग्यारह तूफान संर्ेदी र् आठ तूफान सचेतक रडार और आठ उपग्रह सचत्र प्रेषण एर्ं ग्राही केंद्र हैं । इसके अलार्ा र्षाव दजव करने र्ाले पांच हजार पानी
के भाप बन कर हर्ा होने पर सनगाह रिने र्ाले केंद्र, दो सौ चौदह पेा-पौधों की पसियों से होने र्ाले र्ाष्पीकरण को मापने र्ाले यंत्र, अातीस सर्सकरणमापी एर्ं
अातालीस भूकंपमापी र्ेधशालाए हैं। लक्षद्वीप, केरल र् बंगलु रु में चौदह मौसम केंद्रों के डे टा पर सतत सनगरानी रिते हए मौसम की भसर्ष्यर्ासणयां की जाती हैं ।
अं तररक्ष में छोाे गए उपग्रहों से भी सीधे मौसम की जानकाररयां सुपर कंप्यू टरों में दजव होती रहती हैं ।

दु सनया के सकसी अन्य दे श में मौसम इतना सर्सर्ध, सदलचस्प, हलचल भरा और प्रभार्कारी नहीं है सजतना सक भारत में है । इसका मु ख्य कारण है भारतीय प्रायद्वीप
की सर्लक्षण भौगोसलक ब्धस्थसत। हमारे यहां एक ओर अरब सागर है और दू सरी ओर बंगाल की िााी। इन सबके ऊपर सहमालय के सशिर हैं । इस कारण दे श की
जलर्ायु सर्सर्धतापूणव होने के साथ प्रासणयों के सलए बेहद सहतकारी है । इसीसलए पूरी दु सनया के मौसम र्ैज्ञासनक भारतीय मौसम को परिने में अपनी बुब्धि लगाते
रहते हैं । इतने अनू ठे मौसम का प्रभार् दे श की धरती पर क्ा पाे गा, इसकी भसर्ष्यर्ाणी करने में हमारे र्ैज्ञासनक अक्षम रहते हैं । इसका कारण यह माना जाता है
सक आयासतत सुपर कंप्यू टरों की भाषा ‘अलगोररथम’ र्ैज्ञासनक ठीक से नहीं पि पाते हैं । कंप्यू टर भले ही आयासतत हों, ले सकन इनमें मानसून के डाटा के सलए जो

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भाषा हो, र्ह दे शी होनी जरूरी है । हमें सफल भसर्ष्यर्ाणी के सलए कंप्यू टर की दे शी भाषा सर्कससत करनी होगी, क्ोंसक अरब सागर, बंगाल की िााी और
सहमालय भारत में हैं , न सक अमे ररका अथर्ा सब्रटे न में । जब हम र्षाव के आधार स्रोत की भाषा पिने र् संकेत परिने में सक्षम हो जाएं गे तो मौसम की भसर्ष्यर्ाणी
भी सटीक बैठेगी। स्काईमे ट के पास भी न तो भारतीय भौगोसलक ब्धस्थसत के अनु सार सॉफ्टर्ेयर हैं और न ही अपनी भाषा है । ऐसे में उसकी भी आयासतत कंप्यू टरों
पर सनभवर रहने की मजबूरी है ।

(साभार:- जनसत्ता एर्ं र्ारगेर् वर्थ आलयक र्ीम)

भयार्ह र्ायु प्रदू र्ण

इस पर हैरानी नहीं सक एक और ररपोटव भारत में र्ायु प्रदू षण के ितरनाक स्तर को बयान कर रही है। अमेररका के हेल्थ इफेक्टड स इं स्टीट्यूट की इस रपट के
अनु सार 2017 में र्ायु प्रदू षण जसनत बीमाररयों के कारणडाा दु सनया भर में करीब 50 लाि लोगों की मौत हई और इनमें 12 लाि लोग भारत के थे। आम तौर पर
इस तरह की रपटों को असतरं सजत ठहराने की कोसशश होती है , ले सकन जब एक के बाद एक अध्ययन यह बयान करें सक भारत में र्ायु प्रदू षण बेलगाम होकर
जानले र्ा हो गया है , तब सफर यह न मानने का कोई कारण नहीं सक ब्धस्थसत र्ाकई गंभीर है । अभी सपछले माह ही एक अध्ययन ने यह बताया था सक दु सनया के दस
सबसे प्रदू सषत शहरों में अकेले सात भारत के हैं । इसका मतलब है सक भारत र्ायु प्रदू षण का गि बन गया है । र्ायु प्रदू षण के ितरनाक होते स्तर से यही रे िांसकत
होता है सक सरकारें उसकी रोकथाम के प्रसत पयावप्त गंभीर नहीं। यह सकसी से सछपा नहीं सक र्ायु प्रदू षण थामने के उपायों पर तब ध्यान सदया जाता है , जब र्ह
ितरनाक रूप धारण कर ले ता है या सफर ग्रीन सटर ब्यूनल अथर्ा अदालतें शासन-प्रशासन को फटकार लगाती हैं । यह सही है सक भारत तेजी से बिती अथवव्र्स्था
र्ाला सर्कासशील दे श है और आसथव क प्रगसत के पसहये को रोका नहीं जा सकता, ले सकन इसका यह मतलब नहीं सक हमारे नीसत-सनयंता जानले र्ा होते र्ायु प्रदू षण
से मुं ह मोाे रहें । उन्ळें यह समझडााना होगा सक प्रदू षण जसनत बीमाररयों से होने र्ाली इतनी असधक मौतें अं तत: अथवव्र्स्था पर बुरा असर डालने र्ाली सासबत
होंगी। जब कहीं पररर्ारों के कमाऊ सदस्य असमय मौत के सशकार होते हैं , तो उससे केर्ल र्े पररर्ार ही नहीं, समाज और दे श भी कमजोर होता है । ऐसी मौतों
का बुरा असर सर्कास दर पर भी पाता है । स्पष्ट् है सक हम तेज सर्कास के फेर में जानले र्ा होते र्ायु प्रदू षण की अनदे िी करने की ब्धस्थसत में सबल्कुल भी नहीं।

एक गंभीर समस्या के प्रसत चेतने में हमने पहले ही दे र कर दी है । और असधक दे री ऐसे हालात पैदा कर सकती है सक उनसे सनपटना मु ब्धिल हो जाए। यह ठीक
नहीं सक हमारे नीसत-सनयंता र्ायु प्रदू षण के कारण और सनर्ारणडाा से अच्छी तरह पररसचत होने के बाद भी र्ैसे कदम उठाने में तत्परता नहीं सदिाते जो सनतांत
असनर्ायव हो चुके हैं । र्ायु प्रदू षण की रोकथाम के र्े उपाय सकसी काम के नहीं सजन्ळें अमल में न लाया जाए।

यह सचंताजनक है सक र्ायु प्रदू षण से सनपटने के सलए दीघवकासलक एर्ं समग्र नीसतयों का अभार् अभी भी सदिता है । इस अभार् की गर्ाही दे श के महानगरों के
साथ-साथ अने क छोटे शहर भी दे ने लगे हैं । हालांसक हे ल्थ इफेक्टड स इं स्टीट्यूट ने उज्ज्वला योजना का उल्लेि करते हए कहा है सक इस तरह की योजनाएं उम्मीद
जगाती हैं , ले सकन यह ध्यान रहे तो बेहतर सक र्ायु प्रदू षण पर लगाम लगाने के सलए अभी भी बहत कुछ सकया जाना शेष है । इस क्रम में सबसे पहले यह दे िना
जरूरी है सक हमारे शहर रहने लायक कैसे बनें? उनका बेतरतीब सर्कास का पयावय बने रहना शहरीकरण की योजनाओं पर एक गंभीर सर्ाल है ।

(साभार :- नई दु वनया तथा र्ारगेर् वर्थ आलयक र्ीम)

जल संकर् की आहर्

गसमवयों का मौसम शुरू होते ही दे श के अने क सहस्सों से जल संकट की िबरें सामने आना शुरू हो गई हैं । सपछले कुछ सालों में सजस तरह से राजस्थान,
मध्यप्रदे श, महाराष्ट्र, कनावटक, तसमलनाडु , उिर प्रदे श, सबहार, झारिंड, सहमाचल प्रदे श, तेलंगाना ससहत दे श के कई सहस्सों में पेयजल की उपलिता और प्रबंधन
प्रशासन की समस्या बनी हई है । जल संकट के ही कारण 2017 में गुजरात सर्धानसभा चुनार् के दौरान र्लसाड सर्धानसभा क्षेत्र के मतदाताओं ने और 2018 में
मध्यप्रदे श सर्धानसभा चुनार् के दौरान जाबेरा सर्धानसभा क्षेत्र के मतदाताओं ने पानी के प्रबंधन और उपलिता को मु द्दा बनाया था। भारतीय गणतंत्र की
आर्श्यकताओं को दे िते हए यह बात अटपटी लगती है सक जल प्रबंधन के प्रसत हम अब भी सचेत और संर्ेदनशील नहीं हैं । भले ही पानी अभी सकसी बाे युि का
कारण बनता प्रतीत नहीं हो रहा हो, ले सकन पानी की उपलिता को ले कर दु सनया भर में जताई जा रही सचंताएं और दे श के सर्सभन्न सहस्सों में जब-तब होने र्ाले
संघषव ब्धस्थसत की गंभीरता को तो रे िां सकत करते ही हैं ।

सपछले र्षव सशमला के जल संकट ने सबको चेताया था। सशमला के इस संकट से उिरािंड जैसे नसदयों र्ाले राज्य में भी जलसंकट की ब्धस्थसत को समझा जा सकता
है । ब्धस्थसत यह थी सक सरकारी पानी की टं की के चौकीदार को र्ाल्व िोलने के सलए भी पुसलस सुरक्षा में जाना पाता था। पसिमी राजस्थान के मरुस्थलीय इलाकों में
तो लं बे समय से पानी की टं सकयों को तालों की सुरक्षा में रिा जाता है । पानी की इस सतत सकल्लत का एक लाभ यह अर्श्य हआ है सक पसिमी राजस्थान की
जीर्नशैली में जल संरक्षण की परं पराएं िूब फली-फूली हैं । जहां एक मटकी पानी पाने के सलए भी जी-तोा मे हनत करनी होती हो, र्हां सफर पानी की एक-एक
बूंद का महत्त्व सहज ही समझा जा सकता है । जैसलमेर के गिसीसर तालाब को ररयासती काल में भी र्षाव के पहले श्रमदान के माध्यम से साफ सकया जाता था।
ररयासत काल में तो राजपररर्ार के सदस्य भी इस श्रमदान में भाग ले ते थे। एक तालाब की सफाई भी सकसी संर्ेदनशील समाज के सलए बाे उत्सर् का कारण कैसे
हो जाती है , इसका अनु मान गिसीसर तालाब में श्रमदान के समय लोगों के उत्साह को दे ि कर लगाया जा सकता है । इस तालाब में केर्ल उस श्रमदान के समय
ही लोगों को स्नान करने की अनु मसत थी। शेष समय तालाब के संसचत जल को समाज की एक पसर्त्र धरोहर के तौर पर संसचत रिा जाता है ।

राजस्थान और गुजरात में पसरे मरुस्थल के कारण हालात सकतने भयार्ह होंगे, इसका अनु मान भी सहज ही लगाया जा सकता है । पररर्ार की प्यास बुझाने लायक
पानी जुटाने के सलए मसहलाओं को आग बरसाती गमी में कई सकलोमीटर रोजाना पैदल चलना पाता है । दसक्षण-पूर्ी राजस्थान में चंबल, काली ससंध, परर्न, पार्वती
ससहत कई छोटी-छोटी नसदयां बहती हैं । ले सकन जल के अं धाधुं ध दोहन ने भूजल स्तर को इतना नीचे पहं चा सदया है सक नसदयों के सकनारे के गांर्ों में भी कुंए सूि

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गए हैं । इस अं चल में ही क्ा, दे श के अने क सहस्सों में छोटी-छोटी नसदयां या तो नालों की शक्ल ले चुकी हैं या दम तोा चुकी हैं । सबहार में कभी ऐसी छह सौ से
असधक जलधाराएं थीं सजन्ळें आम बोलचाल की भाषा में छोटी नदी कहा जाता है । ये जलधाराएं बरसात का पानी स्वयं में संसचत कर लोगों को र्षव पयिंत जरूरत का
जल उपलि करर्ाती थीं। ले सकन आज इनमें से असधकांश जलधाराएं लु प्त हो गई हैं या गंदे नाले में बदल गई हैं । लािनदे ई, नू न, बालन, कदाने , सकरी, सतलइया,
धाधार, छोटी बागमती सौरा जैसी नसदयों को कभी पूरे उफान पर बहते हए दे िने र्ाली पीिी अभी भी मौजूद है । ले सकन नसदयां अब अपना र्ैभर् िो चुकी हैं । गया
की फालगु नदी का तो सर्सशष्ट् महत्त्व है । इसके सकनारे दे श भर के श्रिालु अपने पुरिों का सपंडदान करने के सलए जाते हैं । ले सकन यह नदी भी आज अपनी दु दवशा
पर आं सू बहाती प्रतीत होती है ।

गंगा का प्रदू षण बार-बार बाा मु द्दा बनता है । ले सकन दे श की अन्य नसदयों को भी प्रदू षण और उपेक्षा से मुक्त कराने की सामासजक प्रसतबिता हमारे समय की
आर्श्यकता है । नसदयां इसी तरह प्रदू सषत होती रहीं तो जीर्न के प्रसार को संभालना बहत मु ब्धिल हो जाएगा। नसदयां ही क्ों, तालाब, कुंए, बार्ाी और कुंड-
सभी अपने पुनजीर्न का महत्त्व रे िांसकत कर रहे हैं । ले सकन जमीन की बिती भूि ने प्राचीन जलस्रोतों को दु दवशा के हर्ाले कर सदया। तालाबों को पाट कर उन
पर बब्धस्तयां बना दी गइिं या सफर कुंडों, कुंओं, बार्सायों को ने स्तनाबूद कर उन पर व्ार्सासयक प्रसतष्ठान िाे कर सलए गए। राजस्थान के झालार्ाा सजले के
बकानी कस्बे के मु ख्य बाजार में ब्धस्थत प्राचीन बार्ाी आज भी कायम है । ले सकन इस बार्ाी की सीसियों के ऊपर दु कानें बना कर बार्ाी तक जाने का रास्ता रोक
सदया गया है । बार्ाी कचरा संग्रहण केंद्र में तब्दील हो चुकी है और सजम्मेदार लोग हाथ पर हाथ धरे बैठे हैं । कोसचंग संस्थानों के सलए दे श भर में चसचवत रहे कोटा
शहर में सन 1326 में राजकुमार धीरदे ह ने तेरह तालाब बनर्ाए थे। असधकांश तालाबों में या तो नई बब्धस्तयां बसा दी गइिं या सफर उन्ळें पाट सदया गया। आज हालत
यह है सक चंबल नदी के सकनारे बसे इस शहर की कई बब्धस्तयों में गमी शुरू होते ही पानी को ले कर मारामारी शुरू हो जाती है ।

पानी सकसी एक शहर या सकसी एक समु दाय की जरूरत नहीं है । जीर्न के सलए पानी सबको चासहए। शायद इसीसलए रहीम ने कहा था-‘सबन पानी सब सून।’
हालांसक पृथ्वी का दो सतहाई से असधक सहस्सा पानी से ढं का हआ है , ले सकन उस सहस्से में पीने योग्य पानी की मात्रा बहत कम है । मनु ष्य ने भले ही पानी का
रासायसनक फामूव ला िोज सलया हो, ले सकन अभी भी कृसत्रम तरीके से पेयजल का सनमावण संभर् नहीं हो सका है । इसीसलए मनु ष्य शुि पानी के सलए प्रकृसत पर ही
सनभवर है । ऐसे में जरूरत तो यह थी सक उपलि संसाधनों के यथोसचत प्रबंधन के प्रसत जागरूकता बिाने के व्ापक प्रयास सकए जाते। ले सकन हमने जलस्रोतों को
उनके हाल पर छोा सदया। इसका पररणाम यह हआ सक साल दर साल जलसंकट गंभीर हे ता चला गया। आज हालत यह है सक महाराष्ट्र के छिीस में से छब्बीस
सजले सूिे का संकट झेल रहे हैं और इस कारण करीब बयासी लाि सकसानों की जान सांसत में है । तसमलनाडु का सर्सलक्कट सजला जल संकट से जूझ रहा है ।
स्वणव िदानों के सलए प्रससि कनावटक के कोलार सजले में भी हालत अच्छी नहीं है ।

बंगलु रू िुद भसर्ष्य में एक बाे जल संकट के कगार पर िाा है । हाल ही में भोपाल स्भाटव ससटी सर्कास सनगम सलसमटे ड ने शहर में एक दजवन से असधक स्थानों
को जल संकट की दृसष्ट् से असतसंर्ेदनशील माना है । यह ब्धस्थसत दे श के अन्य नगरों में भी प्राय: दे िी जा सकती है । ऐसे में आर्श्यक है सक हम जल प्रबंधन के प्रसत
सतकव हों। साथवक जल प्रबंधन के सलए जन-सामान्य को भी अपनी भूसमका सनभानी होगी। हम यह उम्मीद नहीं कर सकते सक हम तो पानी का सनरं तर अपव्य
करते रहें और सरकारें नीसत या सनयम बना कर जल संकट का समाधान कर दें । पानी यसद सबकी जरूरत है तो उसे बचाना भी हम सबकी सामू सहक सजम्मेदारी
है । इस सजम्मेदारी के सनर्वहन के सलए स्वयं को प्रसतबि करने के सलए गसमव यों के मौसम से असधक उपयुक्त समय दू सरा कौन-सा होगा?

(साभार:- जनसत्ता एर्ं र्ारगेर् वर्थ आलयक र्ीम)

जवलयांर्ाला बाग के सदमे की याद

100 साल पहले, 13 अप्रैल 1919 को रे सजनल डायर नाम के एक सब्रसटश सब्रगेसडयर-जनरल ने अपने सैन्य दल को जसलयांर्ाला बाग में एकत्र भीा पर फायररं ग
का आदे श सदया था। यह बाग अमृ तसर ब्धस्थत स्वणव मं सदर से ज्यादा दू र नहीं है । करीब 500 लोग गोलीबारी में मारे गए। लोकगाथाओं ने आं काे को एक हजार तक
बिा सदया। ले सकन मारे गए कुछ सौ लोगों की संख्या भी भयानक थी और है , क्ोंसक जो गोली के सशकार हए थे, र्े सनहत्थे र् सर्वथा शांत थे। जनरल डायर के
पागलपन को पंजाब के ले ब्धफ्टनें ट गर्नव र माइकल ओ’डायर के कदमों ने बल प्रदान सकया और सबगााा।

जसलयांर्ाला बाग नरसंहार सब्रसटश साम्राज्यर्ाद और भारतीय राष्ट्रर्ाद के इसतहास में भी सर्शेष स्थान रिता है । यह र्षव इस सर्षय पर आई सकताबों की सिी झाी
का गर्ाह बन गया है । कुछ सकताबें गंभीर और सर्द्वतापूणव हैं , तो अन्य सर्चारोिेजक और सासहब्धत्यक। एक सकताब, सजसमें इन दोनों र्गों का समला-जुला रूप है ,
उसका नाम है - माटीडम टु फ्रीडम : 100 ईयसव ऑफ जसलयांर्ाला बाग। इस सकताब को र्ररष्ठ पत्रकार राजेश रामचंद्रन ने संजोया है ।

पुस्तक के पहले िंड में इस ले िक ससहत अने क सर्द्वानों के सनबंध संकसलत हैं । इसमें केंद्रीय सहस्सा आधु सनक पंजाब के सदग्गज इसतहासकार र्ीएन दिा का
साक्षात्कार है । दिा का जन्म नरसंहार के कुछ ही र्षव बाद हआ था। बाग से दस समनट की दू री पर पले -बिे दिा बताते हैं , अप्रैल 1919 में र्ह कूाा फेंकने का
मै दान था, र्ह बाग नहीं था। साक्षात्कार में र्ह सटप्पणी करते हैं , आपको उन पररब्धस्थसतयों के बारे में सोचना होगा, जो डायर को इस कारव र्ाई की ओर ले गईं। प्रथम
सर्श्व युि की जीत के बाद सब्रसटश आत्मसर्श्वास चरम पर था और र्े जो चाहें करने के सलए उत्सासहत थे।

डायर सदल्ली में एक दं गे को सततर-सबतर कर चुका था और पसिमोिर सीमा पर उसका प्रसशक्षण भी नरसंहार में काम आया...। डायर अपनी फौज से कुएं के पास
आगे-पीछे , सीधे , ले फ्ट-राइट करर्ा रहा था। उसे पता था सक र्ह क्ा कर रहा है । दिा बताते हैं सक र्ह घटना कैसी थी, या यूं कसहए, र्ह शुरुआती सबंदु थी,
सजसके बाद भारत में सब्रसटश शासन को न्यायसंगत रूप में नहीं दे िा जा सकता था। अत: जसलयांर्ाला बाग के बाद भारतीयों ने पहचान सलया सक नस्लर्ाद को
सकसी भी कीमत पर झेला नहीं जा सकता और डायरर्ाद र् ओ’डायरर्ाद को जाना ही होगा। उस नरसंहार ने सब्रसटश साम्राज्यर्ाद के पतन का मागव तैयार कर
सदया। इसकी जगह, राष्ट्रीय पररदृश्य में नए ने तृत्व के रूप में गांधी प्रकट हए। दिा के कसर् सपता के अनु सार, नरसंहार के बाद भारतीय जान गए सक क्ा अच्छा है
और क्ा बुरा।

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पुस्तक के दू सरे िंड में द सटर ब्यून में प्रकासशत सामसग्रयां शसमल की गई हैं । उन र्षों में इस अिबार का संपादन एक प्रर्ासी बंगाली कासलनाथ रे करते थे। संकोची
स्वभार् के बार्जूद र्ह संकल्प और दृिता के धनी थे। इस अिबार में प्रकासशत संपादकीय और ले िों का सकताब में पुनप्रडरकाशन ज्वलं त, सहला दे ने र्ाला और
पठनीय है । पंजाब में समस्याओं का पूर्ावभास दे ने र्ाले असप्रय रॉले ट ऐक्ट के बारे में अिबार सटप्पणी करता है -सर्धे यक के पाररत होने से लोगों की पहले से प्राप्त
स्वतंत्रता का कोई अथव नहीं रह गया है और कायवपासलका की सर्ोिता पू णव हो गई है । यह सटप्पणी अिबार में रसर्र्ार 6 अप्रैल, 1919 को प्रकासशत हई थी और
अगला रसर्र्ार ही नरसंहार का सदन था, सजसके बारे में कोई ररपोटव प्रकासशत नहीं हो सकी थी, क्ोंसक पंजाब में माशवल लॉ लगा हआ था। जब प्रेस सेंसरसशप उठा
ली गई, तब द सटर ब्यून ने हं टर आयोग की कायवर्ाही को करीब से ररपोटव सकया, सजसका गठन सब्रसटश राज ने मामले की जांच के सलए सकया था।

जब जनरल डायर आयोग के सामने पेश हआ, तब अिबार ने अपने कॉलम में उससे सीधे पांच सर्ाल पूछे। क्ा ये उसचत था, एक- भीा को जमा होने से रोकने
के सलए कोई कदम नहीं उठाना? दो- सबना चेतार्नी फायररं ग शुरू कर दे ना? तीसरा- शुरुआती गोसलयों की आर्ाज पर जब लोग सततर-सबतर होना शुरू हो गए थे,
तब भी फायिंरग नहीं रोकना? चौथा- गोसलयों के ित्म होने तक फायिंरग जारी रिना? पांचर्ां - घायलों को अपने भाग्य पर छोा दे ना? हालांसक हं टर आयोग ने इन
सर्ालों को डायर के सामने ठीक ऐसे ही नहीं रिा। अं तत: अमृ तसर का क्रूर कासतल केर्ल सेर्ा से बिावस्त सकया गया, इस सजा को अिबार ने अपयावप्त
ठहराया। इस बीच डायर का क्रूर बॉस माइकल ओ’डायर पूरी तरह से बरी हो गया। कोई आियव नहीं, कासलनाथ रे ने हं टर आयोग की ररपोटव को मात्र लीपापोती
करने र्ाला दस्तार्ेज बताया।

शहीदों के रक्त से पसर्त्र हई जसलयांर्ाला बाग की जमीन को भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस ने अपने हाथों में ले सलया और इसे सनसमव त हो रहे राष्ट्र की पूंजी बना सदया।
जसलयांर्ाला बाग स्भारक के सलए धन जुटाने में अहम भूसमका सनभाने र्ालों में पंसडत मदन मोहन मालर्ीय, स्वामी श्रिानं द, सैफुद्दीन सकचलू और महात्मा गांधी
स्वयं शासमल थे। ऐसा स्भारक बनाने की सदशा में यह अपने तरह की पहली कर्ायद थी, जो ज्यादा लोकतांसत्रक तरीके से फलीभूत हई। जसलयांर्ाला बाग स्भारक
के सलए पंजाब के शहरों और पूरे दे श से धन जुटाया गया। लु सधयाना के नागररकों से सब्धम्मसलत रूप से 7,000 रुपये, र्धाव के नागररकों ने 7,500 रुपये, मुं बई के
20,000 रुपये और कोलकाता के नागररकों से 26,000 रुपये एकत्र हए। (यह बाी रासश थी, तब इतने रुपये का बाा मोल था, आज के मोल से कहीं ज्यादा।)

इस स्भारक पररयोजना पर अपने अिबार यंग इं सडया में गांधीजी ने सलिा- सनदोष मृ तकों की स्भृसतयों को पसर्त्र सर्श्वास माना जाएगा और उनके पररजनों को पूरा
असधकार है सक जरूरत पाने पर दे श उन्ळें मदद दे । स्भारक का प्राथसमक अथव यही है । गांधीजी ने आगे सलिा- क्ा मु सलमानों का िून सहं दुओं के साथ नहीं समला
है ? क्ा ससिों का िून सनातसनयों के साथ नहीं समला है ? यह स्भारक सहं दू-मु ब्धस्लम एकता के सतत और ईमानदार प्रयासों का राष्ट्रीय प्रतीक होना चासहए।

गांधीजी के ये समे सकत, बहलतार्ादी भार् पंजाब के सर्भाजन से चकनाचूर हो गए। जसलयांर्ाला नरसंहार के सौ साल बाद हम इन्ळीं भार्नाओं को पंजाब और
उसके बाहर भी बहाल करने की कोसशश कर सकते हैं ।

(साभार :- वहन्दु स्तान तथा र्ारगेर् वर्थ आलयक र्ीम)

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भाग – 4

राि के नीवत वनदे शक तत्व


 भारतीय संसर्धान में राज्य की शासन व्र्स्था को लोकतांसत्रक स्वरूप प्रदान करने के सलए नीसत-सनदे शक तत्वों का प्रार्धान सकया गया हैं |
 भारत शासन असधसनयम-1935 में र्सणवत अनुदेश प्रपत्र (इन्लू मे न्ट ऑफ इन्लर क्शन) को भारतीय संसर्धान में नीसत-सनदे शक तत्वों के रूप में स्थान सदया

गया हैं |

 डॉ० भीमरार् अम्बेडकर ने इस संन्दभव में कहा था सक ये नीसत-सनदे शक तत्व उन अनु देशो के समान हैं , जो भारत शासन असधसनयम-1935 के अन्तगवत
सब्रसटश सरकार द्वारा गर्नवर जनरल तथा भारत की औपसनर्ेसशक कालोसनयो के सलए जारी सकए गए थे |

 राज्य के नीसत-सनदे शक तत्वो को भारतीय संसर्धान में शासमल सकए जाने का उद्दे श्य है - सामासजक और आसथवक प्रजातन्त्र को स्थासपत करना | यह

उद्दे श्य एक कल्याणकारी राज्य की स्थापना में सहायक है , जैसा सक संसर्धान सनमावता भारत को भसर्ष्य में दे िना चाहते थे |
 ये तत्व दे श के शासन में मु लभूत स्थान रिते हैं | अतः राज्य का कतवव् होगा सक, इन तत्वों का प्रयोग यथासम्भर् सर्सध सनमावण में करें |

 संसर्धान सनमावण के दौरान दे श की स्वतंन्त्रता नर्जात ब्धस्थसत में थी | ऐसे में राज्य के पास इन सर्स्तृत नीसतगत तत्वो को लागू करने योग्य प्रसाशसनक तथा
आसथवक संसाधनो का अभार् था |

 स्वतंन्त्रता के समय भारत का राजनीसतक एकीकरण हआ था, ऐसे में समस्त नीसतगत तत्वो के सलए समान राजनीसतक सहमसत बनाना संम्भर् नही था |

 पशुओ का संरक्षण, समान नागररक संसहता ऐसे संर्ेदनशील मु द्दे थे, सजन पर तत्कालीन समय में कठोर सनणवय लेना नही था, क्ोंसक दे श में पहले से ही
साम्प्रदासयक सद्भार् सबगाा हआ था |

 संसर्धान सनमावताओ के समक्ष इस बात की भी कसठनाई थी सक र्े मूल असधकारो को आपेसक्षत करने र्ाले नीसत-सनदे शक तत्वो को कैसे लागू करें ,

सर्शेषकर न्यायपासलका के हस्तक्षेप की संभार्ना को दे िते हए |


 राज्य की नीसत के सनदे शक तत्व शीषवक से यह स्पष्ट् होता है , सक नीसतयो एर्ं कानू नो की प्रभार्ी बनाते समय राज्य इन तत्वो को ध्यान में रिेगा |

संर्ैधासनक सनदे श या सर्धासयका कायवपासलका और प्रशाससनक मामलो में राज्य के सलए ससफाररस हैं | अनुच्छेद-36 के अनु सार भाग 4 में राज्य का र्ही

अथव है , जो मूल असधकारो से संम्बंब्धन्धत भाग 3 में हैं | इसससलये राज्य के अन्तगवत केन्द्र और राज्य सरकारों के सर्धासयका और कायव पासलका अंग सभी
स्थानीय प्रासधकरण और दे श के सभी अन्य लोक प्रासधकरण शासमल हैं |

राि के नीवत-वनदे शक वसद्धांतय के पीिे संस्तुवत –


 संसर्धान सभा के संर्ैधासनक सलाहकार सर र्ी० एन० रार् ने इस बात की संस्तुसत की थी सक, र्ैयब्धक्तक असधकार को दो श्रेसणयों न्यायोसचत और गैर -
न्यायोसचत में बॉटा जाना चासहए | सजसे प्रारूप ससमसत द्वारा स्वीकार कर सलया गया |

 इस तरह न्यायोसचत प्रकृसत र्ाले मू ल असधकारो को भाग-3 में उल्लेब्धित सकया गया और गैर-न्ययोसचत सनदे शक तत्वों को संसर्धान के भाग-4 में रिा

गया |
 प्रससि संसर्धानसर्द, ग्रेनसर्ल ऑब्धस्टन ने अपनी पुस्तक द इस्ण्डयन कांस्टीट्यूशन कानवरस्टयन फॉर ए नेशन में सनदे शक तत्वो और असधकारो को

संसर्धान की मू ल आत्मा कहा हैं |


 भारत के पूर्व महान्यायर्ादी एस० सी० सीतलर्ाड के अनु सार सनदे शक तत्व प्रस्तार्ना को सर्स्तृत रूप दे ते हैं , सजससे नागररको को न्याय, स्वतंन्त्रता,

समानता एर्ं र्ंन्धुत्व को बनाए रिने में सहायता समलती हैं |

अनुच्छेद- 37-
 इस भाग में र्सणवत प्रार्धानो को न्यायपासलका द्वारा लागू नही कराया जा सकता, बब्धल्क सनदे शक तत्व दे श के शासन के मूलभूत सनयम हैं | राज्य का
कतवव् होगा सक र्ह इन सनदे शक तत्वो का प्रयोग सर्सध सनमावण के सलए करें |

 परन्तु सरकार द्वारा सर्सध बनाकर और संसर्धान संशोधन द्वारा इन्ळें लागू सकया जा रहा हैं |

 अनु च्छेद-365 में स्पष्ट् उब्धल्लब्धित हैं सक यसद राज्य संघ द्वारा सदए गए सनदे शों का पालन नही ं करते, तो राष्ट्रपसत के सलए ऐसा मानना र्ैधासनक होगा सक
राज्य सरकार संसर्धान के प्रार्धानों के अनु रूप नही चलायी जा रही है | अतः अनु च्छेद-365 का प्रयोग सकया जा सकता हैं | परन्तु व्ार्हाररक रूप में

आज एक ऐसा नहीं सकया गया हैं |

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राि के नीवत-वनदे शक वसद्धान्तय का वर्र्रण :-
अनुच्छेद-38 :-
 राज्य लोक कल्याण की असभर्ृब्धदद के सलए सामासजक व्र्स्था बनायेगा |

 राज्य ऐसी सामासजक व्र्स्था की स्थापना करे गा, सजसमें सामासजक, आसथवक और राजनै सतक न्याय, नागररक जीर्न की सामासजक संस्थाओ को

अनु प्रासणत करे |

 राज्य सर्शेषकर आय की असमानता को कम करने का प्रयास करे गा और न केर्ल व्ब्धक्तयो के बीच बब्धल्क सर्सभन्न क्षेत्रों में रहने र्ाले एर्ं अने क

व्र्सायों में शासमल लोगो के समू हो के बीच भी प्रसतष्ठा, सुसर्धाओ और अर्सरो की असमानता समाप्त करने का प्रयास करे गा |

अनुच्छेद-39:-
 राज्य द्वारा अनु सरणीय कुछ नीसत सनदे शक तत्व |

 राज्य अपनी नीसत का इस प्रकार संचालन करे गा सक सुसनसित रूप से पुरुष और स्त्री सभी नागररकों के समान रूप से जीसर्का के पयावप्त साधन प्राप्त

करने का असधकार हो |

 समु दाय के भौसतक संसाधनो का स्वासमत्व और सनयंत्रण इस प्रकार बंटा हो, सजससे सामू सहक सहतों की सर्ोिम प्राब्धप्त हों |

 आसथवक व्र्साय इस प्रकार चले , सजससे धन और उत्पादन के संसाधनों का सर्वसाधारण के सलए असहतकारी संकेन्द्रण ना हो |

 पुरुष और ब्धस्त्रयों दोनो को समान कायव के सलए समान र्ेतन प्राप्त हो |

 पुरुष और स्त्री कमव कारों के स्वास्थ्य और शब्धक्त का और बालकों की सुकुमार अर्स्था का दु रुपयोग ना हो और आसथवक आर्श्यकता से सर्र्श होकर

नागररकों को ऐसे रोजगार में न आना पाें , जो उनकी आयु तथा शब्धक्त के अनु कूल ना हो |

 बालको को स्वतंत्र और गाररमामय र्ातार्रण में स्वास्थ्य सर्कास के अर्सर और सुसर्धाएाँ दी जायें एर्ं शोषण के सर्रुि उनकी रक्षा की जाए |

(42र्ें संवर्धान संशयधन, 1976 द्वारा अतः थथावपत)

अनुच्छेद-39 (क)
समान न्याय और वन:शुल्क वर्वधक सहायता
 राज्य यह सुसनसित करे गा सक, सर्सधक तन्त्र इस प्रकार काम करे सक समान अर्सर के आधार पर न्याय सुलभ हो और साथ ही यह सुसनसित करें सक

आसथवक या सकसी अन्य सनयोग्यता के कारण कोई नागररक न्याय प्राप्त करने से र्ंसचत न रह जायें |

उपयुवक्त सर्धान के अन्तगवत राज्य सकसी अन्य रीसत से सनःशुल्क सर्सधक सहायता की व्र्स्था करे गा | (42 र्ें संवर्धान संशयधन 1976)

अनुच्छेद-40 :-
 राज्य ग्राम पंचायतो के गठन हे तु कदम उठायेगा और उनको ऐसी शब्धक्तयााँ और प्रासधकार प्रदान प्रदान करे गा, जो उन्ळे स्वायत्व शासन की ईकाईयो के

रूप में कायव करने योग्य बनाने के सलए आर्श्यक हों |

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ययजना आययग की थथापना न्यू नतम मजदू री अवधवनयम-1948 73 र्ें एर्ं 74 र्ें संवर्धान संशयधन
अनुच्छेद-38 का प्रभार् अनुच्छेद–39 का प्रभार् द्वारा पं चायती राज कय संर्ैधावनक
अवधकार अनुच्छेद-40 का प्रभार्

महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण नीवत-वनदे शक तत्वयं के मातृत्व लाभ अवधवनयम-


रयजगार गारं र्ी अवधवनयम अन्तगवत वनवमवत वर्वभन्न 1961 अनुच्छेद-42 का
2005 अनुच्छेद-41 का प्रभार् अवधवनयम प्रभार्

86 र्ें संवर्धान संशयधन 2002 दण्ड प्रविया संवहता-1973


द्वारा अनु च्छेद-21(क) जयड़कर पयावर्रणीय एर्ं र्न्यजीर् बनाकर लयक सेर्ाओं में
सवहक्षा कय मौवलक अवधकार संरक्षण अवधवनयम-1972 कायवपावलका से न्यायपावलका
के रूप में थथावपत करना अनुच्छेद-48(क) का प्रभार् का पृ थक्करण अनुच्छेद-50 का
अनुच्छेद-45 का प्रभार् प्रभार्

अनुच्छेद-41 :-

कुि दशाओं में काम, वशक्षा और लयक सहायता पाने का अवधकार |


 राज्य अपने आसथवक सामर्थ्व और सर्कास की सीमाओं के भीतर काम पाने , सशक्षा पाने और बेरोजगारी, बुिापा, बीमारी एर्ं सनशक्तता आसद सक दशाओं
में लोक सहायता पाने के असधकार को प्राप्त कराने का प्रभार्ी उपबन्ध करे गा |

 महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार योजना (मनरे गा) काम पाने के असधकार (अनु च्छेद-41) के अन्तगवत हैं |

 15 अगस्त, 1995 से प्रारम्भ राष्ट्रीय समासजक सहायता कायवक्रम संसर्धान में प्रदि राज्य के नीसत-सनदे शक तत्वों (सर्शेषकर) अनु च्छेद-41 के तहत
बेरोजगारी, र्ृिार्स्था आसद की ब्धस्थसत में लोक सहायता सम्बन्धी सनदे श की प्राब्धप्त की सदशा में एक महत्त्वपूणव कदम हैं | प्रारम्भ में इस कायवक्रम के

अन्तगवत शासमल थे- राष्ट्रीय र्ृिार्स्था पेंशन योजना, राष्ट्रीय पररर्ार लाभ योजना एर्ं राष्ट्रीय महत्त्व लाभ योजना (NMBS) 1 अप्रैल 2001 से NMBS जे

जनसंख्या ब्धस्थसतकरण कायवक्रम का भाग बना सदया गया |

अनुच्छेद- – 42 :-
काम की न्याय संगत और मनयवचत दशाओ तथा प्रसूवत सहायता का उपर्ंन्ध |
 राज्य काम की न्यायसंगत और मनोर्ोसचत दशाओ को सुसनसित करने के सलए और प्रसूसत सहायता के सलए उपबन्ध करे गा |

अनुच्छेद-43 :-
कमव कारयं के वलए वनर्ाव ह मजदू री आवद |
 राज्य उपयुवक्त सर्धान के द्वारा कृसष, उद्योग या अन्य प्रकार के सभी कमव कारो को कायव, सनर्ावह, मजदू री, सशष्ठ जीर्न स्तर और अर्काश का सिूणव
उपयोग सुसनसित करने र्ाली काम की दशाएाँ तथा सामासजक और सांस्कृसतक अर्सर प्राप्त कराने का प्रयास करे गा | साथ ही राज्य ग्रामों में कुटीर

उद्योगों को र्ैयब्धक्तक अथर्ा सहकारी आधार पर प्रोत्सासहत करने का प्रयास करे गा |

अनुच्छेद-43 (क) :-
उद्ययगय के प्रबन्धन में कमव कारय का भाग ले ना |
 राज्य सकसी उद्योग में लगे हए उपक्रमों अथर्ा संगठनो के प्रबंधन में कमवकारो का भाग लेना सुसनसित करने के सलए कदम उठायेगा |

33
अनुच्छेद-43 (ख) :-

सहकारी सवमवतययं के प्रबन्धन प्रचालन र् वनयंत्रण |


 राज्य की सहकारी ससमसतयो के स्वैब्धच्छक गठन, स्वायि, प्रचालन में लोकतांसत्रक सनयंत्रण तथा पेशेर्र प्रबन्धन को प्रोत्सासहत करे गा |

अनुच्छेद-44 :-
सभी नागररकय के वलए समान नागररक संवहता |
 राज्य भारत के समस्त राज्य क्षेत्र में नागररकों के सलए एक समान नागररक संसहता बनाने का प्रयास करे गा |

अनुच्छेद-45 :-
बालकय के वलए वनः शुल्क और अवनर्ायव वशक्षा |
 राज्य सभी बिो के सलए तब तक शुरुआती दे िभाल और सशक्षा की व्र्स्था करने के सलए प्रयास करना होगा, जब तक र्ह 6 र्षव की आयु का नही हो

जाता| (86 र्ें संवर्धान संशयधन 2000 द्वारा अन्तः थथावपत)

अनुच्छेद-46 :-
अनु सूवचत जावतयय र् जनजावतययं तथा अन्य दु बवल र्गों की वशक्षा और अथव सम्बन्धी प्रार्धान |
 राज्य अनु सूसचत जासतयो, अनु सूसचत जनजासतयों तथा अन्य दु बवल र्गों की सशक्षा और अथव सम्बन्धी सहतो की सर्शेष सार्धानी से असभर्ृब्धदद करे गा और

सामासजक अन्याय र् सभी प्रकार के शोषण से उनकी रक्षा करे गा |

अनुच्छेद-47 :-

पयर्ाहार स्तर और जीर्न स्तर कय ऊाँचा करने तथा लयक िा्य के संन्दभव में राि का कतव व्य |
 राज्य लोगो के पोषाहार स्तर र् जीर्न को ऊाँचा करने और लोक स्वार्थ् के सुधार को अपने प्राथसमक कतवव्ों में माने गा और मादक पेयों और स्वार्थ् के
सलए हासनकारक औषसधयों के औषधीय प्रयोजन से सभन्न उपयोग का प्रसतषेध करने का प्रयास करे गा |

अनुच्छेद-48 :-

कृवर् और पशुपालन का सं गठन |


 राज्य कृसष और पशुपालन को आधु सनक और र्ैज्ञासनक प्रणासलयों से संगसठत करने का प्रयास करे गा और सर्शेषकर गाय और बछाो तथा अन्य दु धारू

और र्ाहक पशुओ की नस्लो के परररक्षण और सुधार के सलए और उनके र्ध का प्रसतषेध करने के सलए कदम उठायेगा |

अनुच्छेद-48 (क) :-
राज्य पयावर्रण का संरक्षण र् संर्िव न तथा र्न एर्ं र्न्य जीर्ो की रक्षा का प्रयास करे गा |

अनुच्छेद-49 :-

राष्ट्रीय महत्त्व के संस्मारकयं, थथानयं और र्स्तुओ का सं रक्षण |


 राष्ट्रीय महत्त्व के घोसषत कलात्मक तथा ऐसतहाससक असभरुसच र्ाले प्रत्येक स्भारक स्थान या र्स्तु का सर्रूपण, सर्नाश और क्षरण एर्ं सनयाव त से संरक्षण
करना राज्य की बाध्यता होगी |

अनुच्छेद-50 :-

कायवपावलका से न्यायपावलका का पृथक्करण |


 राज्य लोक सेर्ाओ में , न्यायपासलका को कायवपासलका से पृथक करने के सलए कदम उठायेगा |

अनुच्छेद-51 :-

अंतराव ष्ट्रीय शां वत और सुरक्षा की अवभर्ृस्दद|


इसके अन्तगवत राि वनम्नवलस्खत प्रयास करे गा :-

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1. अं तरावष्ट्रीय शांसत और सुरक्षा की असभर्ृब्धदद का प्रयास |
2. राष्ट्रो के बीच न्याय संगत और संम्मानपूणव संम्बन्धो को बनाए रिने का प्रयास |

3. संगसठत लोगो के एक-दु सरे के व्र्हारो में अं तरावष्ट्रीय सर्सध और संसध र्ाध्यताओ के प्रसत आदर बिाने का प्रयास |

4. अं तरावष्ट्रीय सर्र्ादो को मध्यस्थता द्वारा सनपटारे का प्रयास करे गा |

बाद में जयड़े गए नीवत वनदे शक तत्व :-


सपछले 66 र्षो के दौरान नीसत सनदे शक तत्वो के क्षेत्रासधकार में भी सर्स्तार होता रहा है | संसर्धान संशोधन के माध्यम से नीसत सनदे शक तत्वो में नये
अनु च्छेद- शासमल सकये गए हैं | पहली बार 42 र्ें संसर्धान संशोधन के माध्यम से नए सनदे शक तत्व जोाे गए |

1. समान न्याय एर्ं सन:शुल्क सर्सधक (कानू नी) सहायता प्राप्त करने का असधकार (अनुच्छेद-39{क}) |
2. बालकों तथा अल्पर्स्यक व्ब्धक्तयो की शोषण से रक्षा तथा स्वतन्त्र एर्ं गाररमामय र्ातार्रण में स्वार्थ् सर्कास के अर्सर पाने का असधकार |

(अनुच्छेद-39 {र्})

3. उद्योगो के प्रबन्ध में कमव कारो की सहभासगता (अनुच्छेद-43 {क}) |


4. पयावर्रण संरक्षण एर्ं र्न्य जीर्ो की रक्षा (अनुच्छेद-48 {क}) |

 44 र्ें संसर्धान संशोधन असधसनयम 1978 द्वारा अनु च्छेद- 38 की भाषा में संशोधन सकया गया |

 86 र्ें संसर्धान संशोधन असधसनयम 2002 द्वारा अनु च्छेद- 21 (क) में सशक्षा के असधकार को शासमल सकये जाने के बाद अनु च्छेद-45 में 6 र्षव से कम
आयु के बिों की दे िभाल और सशक्षा का कतवव् राज्य पर असधरोसपत सकया गया हैं |

 97 र्ें संसर्धान संशोधन असधसनयम 2011 द्वारा अनु च्छेद- 43 (ि) संसर्धान में अं तः स्थासपत सकया गया है , जो राज्य को सहकारी ससमसतयो के स्वैब्धच्छक
गठन, स्वायि, प्रचालन, लोकतांसत्रक सनयंत्रण तथा पेशेर्र प्रबंधन के सलए सनदे श दे ता हैं |

भाग 4 से बाहर से वनदे श –


भाग IV में उब्धल्लब्धित सनदे शो के असतररक्त संसर्धान के अन्य भागो में भी कई सनदे श सदए गए है , सजनका सर्र्रण इस प्रकार हैं -

1. सेर्ाओ के वलए अनुसूवचत जावतययं और जनजावतययं के दार्े :-

संघ या सकसी राज्य के सक्रयाकलापो से संम्बब्धन्धत सेर्ाओ और पदो के सलए सनयुब्धक्तयााँ करने में , अनु सूसचत जासतयों और अनु सूसचत जनजासतयो के
सदस्यों के दार्े का प्रशासन की दक्षता बनाए रिने की संगसत के अनु सार ध्यान जाएगा | (भाग 16 में अनुच्छेद-325)

2. मातृभार्ा में वशक्षा :-


प्रत्येक राज्य और राज्य के भीतर प्रत्येक प्रासधकारी भाषायी अल्पसंख्यक र्गो के बालको की प्राथसमक स्तर पर मातृभाषा में सशक्षा की पयावप्त सुसर्धाओ

की व्र्स्था करने का प्रयास करे गा | (भाग-17 में अनुच्छेद-350 में) |

3. वहन्दी भार्ा का वर्कास :-


संघ का यह कतव व् होगा सक, र्ह सहन्दी भाषा का प्रसार बढाए एर्ं उसका सर्कास करें , सजससे सहन्दी भारत की सामाससक संस्कृसत की आथवव्ब्धक्त का

माध्यम बन सके | (भाग 17 में अनुच्छेद-351) |

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मूल कतवव्य
मू ल कतवव्ो का उल्लेि, मू ल संसर्धान में नही था | दु सनया के असधकांश उदारर्ादी लोकतांसत्रक दे शो के संसर्धान में मू ल कतवव्ों का उल्लेि नहीं होता
है |

 भारत में 42 र्ें संसर्धान संशोधन द्वारा ‘िणव वसंह सवमवत’ की ससफाररश पर 10 मूल कतवव्ो को संसर्धान के भाग-iv-A और अनु च्छेद-51(A) में

सब्धम्मसलत सकया गया |


 यद्यसप स्वणव ससंह ससमसत की कुछ ससफाररशो को काग्रेस सरकार ने स्वीकार नहीं सकया | ससमसत ने 8 मू ल कतवव्ो को सब्धम्मसलत करने का सुझार् सदया

था | ससमसत की ससफाररशों में सजन कतवव्ो को स्वीकार नहीं सकया, र्े है –

1. मू ल कतवव्ो का उल्लंघन करने एर्ं इसे पालन करने से इनकार करने के सन्दभव में संसद दण्ड का प्रार्धान कर सकती है |
2. यसद संसद सकसी ऐसे दण्ड का प्रार्धान कर सकती हैं , तो न्यायपासलका में इसे इस आधार पर अर्ैध नहीं माना जायेगा, सक यह मूल असधकारों ने

सर्रूि है |
3. नागररको को कर अदा करने का कतवव् |

86 र्ााँ संसर्धान संशोधन (2002) द्वारा नया मू ल कतवव् जोाा गया सजसमें माता-सपता या संरक्षक अपने 6 र्षव तक सक आयु र्ाले बिे को सशक्षा के

अर्सर प्रदान करें गें |

संवर्धान में र्वणवत मू ल कतवव्य –


1. संसर्धान का पालन करें और उनके आदशो, संस्थाओ, राष्ट्रध्वज और राष्ट्रगान का आदर करें |

2. राष्ट्रीय आन्दोलन को प्रेररत करने र्ाले उि आदशो को हृदय में सजोयें |

3. भारत की प्रभुता, एकता एर्ं अिण्डता की रक्षा करें तथा अक्षुण्य रिें |
4. दे श की रक्षा करें |

5. भारत के सभी लोगो में समरसता और समान मातृत्व भार्ना का सनमावण करें |

6. हमारी सामासजक संस्कृसत की गौरर्शाली परं िरा का महत्व समझे एर्ं उनका परररक्षण करें |
7. प्राकृसतक पयावर्रण की रक्षा और उसका सम्विव न न करें |

8. सार्वजासनक संपसि को सुरसक्षत रिें |

9. र्ैज्ञासनक दृसष्ट्कोण और ज्ञानाजवन की भार्ना का सर्कास करें |


10. व्ब्धक्तगत और सामू सहक गसतसर्सधयों के सभी क्षेत्रों में उत्कषव की और बिने का सतत प्रयास करे |

11. यसद माता-सपता या संरक्षक है तो छः र्षव तक की आयु र्ाले अपने बिे के सलए सशक्षा के अर्सर प्रदान करें |

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भाग – 5

संघ सरकार (संघीय कायवपावलका)


अनुच्छेद (52-78)

 आधु सनक लोकतांसत्रक सरकारों में कायवपासलका और सर्धासयका के अं तसिंबंध संघीय कायवपासलका की प्रकृसत का सनधावरण करते है इस आधार पर संघीय
कायवपासलका के दो स्वरूप हैं

लयकतां वत्रक शासन प्रणाली

संसदीय सरकार अध्यक्षात्मक सरकार

 संसदीय सरकार में राष्ट्रपसत कायवपासलका का औपचाररक प्रमु ि होता है जबसक र्ास्तसर्क शब्धक्तयााँ मं सत्रपररषद में सनसहत होती है | मसत्रपररषद का
प्रधान प्रधानमं त्री होता है , इसके सदस्य सनर्ावसचत होते है तथा र्ह लोकसभा के प्रसत सामू सहक रूप से उिरदायी होते है |
 अध्यक्षात्मक शासन प्रणाली र्ह प्रणाली है , सजसमें कायवपासलका प्रधान अपने कायवकाल और बहत कुछ सीमा तक अपनी नीसतयों एर्ं कायो के बारे में
सर्धासयका से स्वतंन्त्र होता है | जैसे-अमे ररका में है |
 भारत में सब्रटे न के समान संसदीय शासन प्रणाली को अपनाया गया है | अतः भारत का राष्ट्रपसत दे श का ससफव संर्ैधासनक (औपचाररक) प्रमु ि होता है |
र्ास्तसर्क रूप में कायवपासलकीय शब्धक्तयों का प्रयोग मं त्रीपररषद द्वारा सकया जाता है |
 डॉ० अम्बेडकर के अनु सार भारत के राष्ट्रपसत की संर्ैधासनक ब्धस्थसत सब्रसटश सम्राट के समान है | सकन्तु जहााँ सब्रसटश सम्राट का पद र्ंशानु गत है , र्ही
भारत के राष्ट्रपसत का चुनार् होता है | इस प्रकार भारत को एक साथ संसदीय लोकतंत्र एर्ं गणराज्य स्थासपत सकया गया है |
 संसर्धान का भाग-5 संघ से सम्बब्धन्धत है | भाग-5 के अनु च्छेद- 52-78 तक संघीय सरकार (कायवपासलका) का र्णवन है | संघीय कायवपासलका में
राष्ट्रपसत,उपराष्ट्रपसत, प्रधानमं त्री, मं त्रीपररषद एर्ं महान्यायर्ादी सब्धम्मसलत होता है |

राष्ट्रपवत

उप राष्ट्रपवत संघीय कायवपावलका प्रधानमंत्री एर्ं मंवत्रपररर्द

महान्यायर्ादी

 कायवपासलका, सर्धासयका एर्ं न्यायपासलका भारतीय लोकतंन्त्र के तीन आधार स्तम्भ है , सजन पर भारतीय शासन प्रणाली सटकी हई है | जहााँ सर्धासयका
का प्रमु ि कायव सर्सध सनमावण करना है , र्हीं कायवपासलका का कायव इन सर्सधयों के अनु सार शासन का संचालन करना है |
 न्यायपासलका को सर्धासयका द्वारा सनसमव त सर्सधयों पर सर्र्ाद की ब्धस्थसत में समाधान प्रस्तुत करने एर्ं न्याय दे ने का दासयत्व सौपा गया है |

राष्ट्रपवत

अनुच्छेद-52 :–

 भारत का एक राष्ट्रपसत होगा |


 राष्ट्रपसत, राष्ट्र की एकता, अिण्डता एर्ं सुदृिता का प्रतीक होता है | र्ह भारत का प्रथम नागररक र् राज्य का प्रमु ि होता है | संसर्धान के अनु च्छेद- 52
में इसका र्णवन है |

अनुच्छेद-53: –

 भारत की समूची कायवपासलकी शब्धक्तयााँ, राष्ट्रपसत में सनसहत है | तीनों सेनाओं का प्रधान, राष्ट्रपसत होगा |

पद के वलए राष्ट्रपवत की ययग्यताए – अनुच्छेद- 58 –

इसके अं तगवत राष्ट्रपसत पद के सलए सनम्नसलब्धित योग्यताएाँ सर्सहत की गई है –

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1. र्ह भारत का नागररक हो |

2. र्ह 35 र्षव की आयु पूरी कर चुका हो |

3. लोकसभा का सदस्य सनर्ावसचत होने की योग्यता रिता हो |

4. र्ह सकसी लाभ के पद पर न हो |

 राष्ट्रपसत, उपराष्ट्रपसत, राज्यों के राज्यपाल और संघ अथर्ा राज्यो के मं सत्रयों के पद को लाभ का पद नही ं माना जाता है |
 राष्ट्रपसत पद के सलए उम्मीदर्ार का नाम कम से कम 50 मतदाताओं द्वारा प्रस्तासर्त एर्ं 50 मतदाताओं द्वारा अनु मोसदत होना चासहए |
 राष्ट्रपसत पद के सलए जमानत की रासश 15,000 रुपये है , सकसी उम्मीदर्ार द्वारा कुल र्ैध मतों का 1/6 भाग मत प्राप्त नही ं करने पर उसकी जमानत
रासश जब्त हो जाती है |
 राष्ट्रपसत, संसद अथर्ा राज्य सर्धान मण्डल के सकसी भी सदन का सदस्य नही ं होगा | यसद सनर्ावचन के पूर्व र्ह इनका सदस्य है , तो सनर्ावचन की सतसथ से
उसका स्थान उस सदन से ररक्त समझा जाएगा |

अनुच्छेद- 59 :–

 राष्ट्रपसत अपने कायवकाल की अर्सध में कोई अन्य पद ग्रहण नही ं कर सकता |

अनुच्छेद- 57:–

 इस अनु च्छेद के अनु सार कोई व्ब्धक्त राष्ट्रपसत पद पर पुनसनव र्ावचन के सलए योग्य है सकन्तु र्ह सकतनी बार राष्ट्रपसत चुना जा सकता है , इस प्रश्न पर
संसर्धान मौन है |
 भारत के प्रथम राष्ट्रपसत डॉ० राजेन्द्र प्रसाद अब तक के एकमात्र ऐसे राष्ट्रपसत हैं , सजन्ळें दो बार (र्षव 1952 तथा 1957) इस पद हे तू चुना गया था |
अमे ररका में एक व्ब्धक्त असधकतम दो बार राष्ट्रपसत चुना जा सकता है |

राष्ट्रपवत का वनर्ाव चक मण्डल :-

अनुच्छेद- 54 :–

 इस अनु च्छेद- के अनु सार राष्ट्रपसत का सनर्ावचन ऐसे सनर्ावचक मण्डल द्वारा सकया जाएगा, सजसमें –

1. संसद के दोनों सदनो ( लोकसभा और राज्य सभा) के सनर्ावसचत सदस्य |

2. राज्यो की सर्धान सभाओं के सनर्ावसचत सदस्य शासमल होगें |

 70 र्ें संसर्धान संशोधन (1992) द्वारा राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र सदल्ली और पांसडचेरी संघ शाससत राज्य के सर्धान सभा के सनर्ावसचत सदस्यो को भी राष्ट्रपसत
के सनर्ावचक मण्डल में शासमल कर सलया गया है |
 राष्ट्रपसत के सनर्ावचक मण्डल में संसद एर्ं राज्यो की सर्धान सभाओं के मनोनीत सदस्यों और राज्य सर्धान पररषद के सदस्यों को शासमल नहीं सकया गया
है |

राष्ट्रपवत के वनर्ाव चन की रीवत –

अनुच्छेद- 55 :–

 इसमें राष्ट्रपसत के सनर्ावचन की रीसत दी गई है | राष्ट्रपसत का चुनार् अप्रत्यक्ष वनर्ावचन प्रणाली द्वारा सकया जाता है |
 राष्ट्रपसत के सनर्ावचन से सम्बंसधत अन्य बातें राष्ट्रपसत और उपराष्ट्रपसत सनर्ावचन असधसनयम-1952 में दी गई है |
 अनु च्छेद-55 के अनु सार, राष्ट्रपसत का सनर्ावचन आनु पासतक प्रसतसनसधत्व पिसत द्वारा होगा एर्ं ऐसे सनर्ावचन में मतदान गुप्त होगा तथा यथासंभर् सर्सभन्न
राज्यों के प्रसतसनसधत्व के मापन में एकरूपता रिी जाएगी |

मत मू ल्य का वनधाव रण –

 संसर्धान में यह प्रार्धान है सक राष्ट्रपसत के सनर्ावचन में सर्सभन्न राज्यों का प्रसतसनसधत्व समान रूप से हो साथ ही ऐसे राज्यों एर्ं संघ के मध्य भी समानता
हो | इसे प्राप्त करने के सलए, राज्य सर्धानसभाओं एर्ं संसद के प्रत्येक सदस्य के मतो की संख्या सनम्न प्रकार सनधाव ररत होती है –

1. प्रत्येक सर्धानसभा के सनर्ाव सचत सदस्य के मतो के मू ल्य, उस राज्य की जनसंख्या को, उस राज्य की सर्धानसभा के सनर्ाव सचत सदस्यों तथा 1000 के
गुणनफल से प्राप्त संख्या द्वारा भाग दे ने पर प्राप्त होती है |

राज्य की कुल जनसं ख्या 𝟏


एक वर्धायक के मत का मू ल्य = ×
राज्य सर्धानसभा के सनर्ाव सचत कुल सदस्य 𝟏𝟎𝟎

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2. संसद के प्रत्येक सदन के सनर्ावसचत सदस्यो के मतों का मू ल्य, सभी राज्यों के सर्धायको के मतों के मू ल्य को संसद के कुल सदस्यों की संख्या से
भाग दे ने पर प्राप्त होता है |

सभी राज्यों के सर्धायकों के मतों का मू ल्य


एक सं सद सदस् के मत का मू ल्य =
सं सद के सनर्ाव सचतसदस्यों की कुल सदस्य सं ख्या

मतगणना –

 राष्ट्रपसत पद के चुनार् में मतगणना के सलए एक सर्शेष प्रसक्रया का प्रार्धान सकया गया है |
 राष्ट्रपसत पद के सलए उसी व्ब्धक्त को सफल घोसषत सकया जाता है , जो कुल र्ैध मतो के आधे से कम से कम एक मत अथावत 50 प्रसतशत से असधक मत
प्राप्त करता है | इसे न्यूनतम कोटा कहा जाता है |

कुल र्ै ध मत
न्यू नतम कयर्ा = +1
𝟐

 मत गणना के समय सबसे पहले प्रथम र्रीयता के मतों की गणना की जाती है | यसद कोई प्रत्याशी न्यूनतम कोटा को प्राप्त कर ले ता है , तो उसे सफल
घोसषत कर सदया जाता है | यसद कोई उम्मीदर्ार न्यूनतम कोटा प्राप्त नहीं करता, तो सद्वतीय चक्र की गणना प्रारम्भ की जाती है |
 इसमें सबसे कम मत प्राप्त करने र्ाले उम्मीदर्ार को स्पिाव से बाहर कर उसके मतपत्रों के सद्वतीय र्रीयता के मतों की गणना की जाती है , तथा उसे
अन्य उम्मीदर्ारों द्वारा प्राप्त प्रथम र्रीयता के मतों में जोा सदया जाता है |
 यसद सद्वतीय चक्र की गणना के बाद भी कोई उम्मीदर्ार न्यूनतम कोटा प्राप्त नहीं कर पाता है , तो उक्त प्रसक्रया पुनः दु हराई जाती है , तथा र्ह तब तक
चलती है , जब तक सकसी उम्मीदर्ार को न्यूनतम कोटा प्राप्त नहीं हो जाता है |

राष्ट्रपवत की पदावर्वध –

अनुच्छेद- 56 –

 इसके अनु सार राष्ट्रपसत पद ग्रहण की सतसथ से 5 र्षव की अर्सध तक अपना पद धारण करता है | सकन्तु र्ह पााँच र्षव के पूर्व कभी भी उपराष्ट्रपसत को
अपना त्यागपत्र दे सकता है |
 उसे संसर्धान का असतक्रमण करने पर अनु च्छेद-61 में उपबंसधत महासभयोग की प्रसक्रया द्वारा हटाया जा सकता है |
 राष्ट्रपसत अपने पााँच र्षव की पदार्सध की समाब्धप्त के पिात भी तब तक अपना पद धारण सकये रहता है , जब तक की उसका उिरासधकारी (नया
राष्ट्रपसत) अपना पद ग्रहण नही ं कर ले ता है |
 राष्ट्रपसत जब उपराष्ट्रपसत को अपना त्याग पत्र दे ता है , तब उपराष्ट्रपसत तत्काल इसकी सुचना लोकसभा अध्यक्ष को दे ता है |

राष्ट्रपवत द्वारा शपथ या प्रवतज्ञान –

अनुच्छेद- 60 –

 इसके अनु सार उितम न्यायालय के मु ख्य न्यायाधीश अथर्ा उनकी अनुपब्धस्थसत में उितम न्यायालय के ज्येष्ठडतामड न्यायाधीश द्वारा भारत के राष्ट्रपसत
को शपथ सदलाई जाती है |
 राष्ट्रपसत अपने पदीय कतवव्ों के सनर्वहन, संसर्धान और सर्सध के परीक्षण, संरक्षण र् प्रसतरक्षण एर्ं जनता की सेर्ा र् कल्याण में सनरत रहने की शपथ
ग्रहण करता है |
 राष्ट्रपसत के शपथ का प्रारूप अनु च्छेद-60 में सदया गया है |

राष्ट्रपवत के र्ेतन एर्ं भत्ते –

अनुच्छेद- 59(3) –

 इसके अनु सार सबना सकराया सदए शासकीय आर्ास का उपयोग करे गा, तथा ऐसी पररलब्धियों, भिों एर्ं सर्शे षासधकारो का हकदार होगा, जो संसद सर्सध
द्वारा सनयत करे गा |
 राष्ट्रपसत का र्ेतन, भिा एर्ं पेंशन (संशोधन) असधसनयम,2008 के अनु सार राष्ट्रपसत का र्ेतन रु 5 लाि है |
 राष्ट्रपसत का र्ेतन भारत की संसचत सनसध से सदया जाता है , जो आयकर से मु क्त होता है |
 राष्ट्रपसत की पररलब्धियााँ एर्ं भिे उसकी पदार्सध के दौरान कम नही ं सकये जा सकते | (अनुच्छेद- – 59 {4})

राष्ट्रपवत पर महावभययग –

 राष्ट्रपसत पर महासभयोग की प्रसक्रया अनु च्छेद-61 में दी गई है | इसके अनु सार राष्ट्रपसत द्वारा संसर्धान का असतक्रमण सकये जाने पर उसके सर्रुि
महासभयोग चलाया जा सकता है |

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 राष्ट्रपसत के सर्रुि महासभयोग संसद द्वारा चलाई जाने र्ाली एक अिव -न्यासयक प्रसक्रया है |
 महासभयोग का प्रस्तार् संसद के सकसी भी सदन में प्रस्तुत सकया जा सकता है | इस प्रस्तार् की सुचना राष्ट्रपसत को 14 सदन पूर्व प्राप्त होनी चासहए तथा
प्रस्तार् की सूचना पर उस सदन कम-से-कम एक चौथाई सदस्यों के हस्ताक्षर होने चासहए |
 यसद इस आशय का प्रस्तार् उस सदन में , सजसमें र्ह रिा गया हैं , समस्त सदस्यों के कम से कम सतहाई बहमत से पाररत हो जाता है , तो र्ह आगे की
जााँच के सलए दु सरे सदन में भेज सदया जाता है |
 राष्ट्रपसत को दु सरे सदन में स्वयं अथर्ा अपने सकसी प्रसतसनसध के माध्यम से सपष्ट्ीकरण दे ने का असधकार है | जॉच के पिात यसद सद्वतीय सदन भी प्रथम
सदन की भांसत महासभयोग के प्रस्तार् को समस्त सदस्यों के कम से कम दो सतहाई बहमत से स्वीकार कर ले ता है तो उसी सदन से राष्ट्रपसत पद मु क्त
समझा जाता है |

1. संसद के दोनों सदनों के नामांसकत सदस्य सजन्ळोंने राष्ट्रपसत के चुनार् में भाग नही ं सलया था, इस महासभयोग में भाग ले सकते है |

2. राज्य सर्धानसभाओं के सनर्ावसचत सदस्य एर्ं सदल्ली र् पुडुचेरी केन्द्रशाससत राज्य सर्धान सभाओं के सदस्य इस महासभयोग प्रस्तार् में भाग नही ले ते है ,
सजन्ळोंने राष्ट्रपसत के चुनार् में भाग सलया था |

नयर् – अभी तक एक ऐसा भी अर्सर नहीं आया, जब राष्ट्रपसत पर महासभयोग लगाया गया हो |

राष्ट्रपवत के सम्बस्न्धत महत्वपू णव अनुच्छेद –

 अनुच्छेद- 52 – भारत का राष्ट्रपसत |


 अनुच्छेद- 53 – संघ की कायवपासलका शब्धक्त |
 अनुच्छेद- 54 – राष्ट्रपसत का सनर्ावचक मण्डल |
 अनुच्छेद- 55 – राष्ट्रपसत के सनर्ावचक की रीसत |
 अनुच्छेद- 56 – राष्ट्रपसत की पदार्सध |
 अनुच्छेद- 57 – पुनसनर्ावचन के सलए पात्रता |
 अनुच्छेद- 58 – राष्ट्रपसत सनर्ावसचत होने के सलए आहव ताएाँ |
 अनुच्छेद- 59 – राष्ट्रपसत पद के सलए शते |
 अनुच्छेद- 60 – राष्ट्रपसत द्वारा शपथ या प्रसतमान |
 अनुच्छेद- 61 – राष्ट्रपसत पर महासभयोग चलाने की प्रसक्रया |
 अनुच्छेद- 62 – राष्ट्रपसत का पद ररक्त होने की ब्धस्थसत में उसे भरने के सलए सनर्ावचन करने का समय और आकाब्धस्भक ररब्धक्त को भरने के सलए
सनर्ावसचत व्ब्धक्त की पदार्सध |

अनुच्छेद- 72 –

 क्षमा आसद की और कुछ मामलो में दं डादे श के सनलम्बन पररहार या लघुकरण की राष्ट्रपसत की शब्धक्त |

अनुच्छेद- 73 –

 संघ की कायवपासलका शब्धक्त का सर्स्तार |

राष्ट्रपवत के चुनार् सम्बन्धी वर्र्ाद –

 अनु च्छेद- 71 के अनु सार राष्ट्रपसत और उपराष्ट्रपसत के चुनार् सम्बन्धी सर्र्ादों पर सनणवय उितम न्यायालय द्वारा सकया जाएगा | तथा उसका सनणव य
आब्धन्तम होगा |
 यसद उितम न्यायालय सकसी व्ब्धक्त को राष्ट्रपसत या उपराष्ट्रपसत के रूप में सनर्ावचन को अर्ैध घोसषत कर दे ता है तो ऐसे व्ब्धक्त द्वारा राष्ट्रपसत या
उपराष्ट्रपसत के रूप में सनणवय के पूर्व सकया गया कोई कायव या घोषणा अर्ैध नही ं होगा |

राष्ट्रपवत द्वारा वनयुक्त अवधकारी –

1. संघ के मब्धन्त्रयों की |
2. राज्यों के राज्यपाल |
3. उितम न्यायालय और उि न्यायालयों के न्यायासधशों |
4. भारत के महान्यायर्ादी |
5. भारत के सनयंत्रक महा ले िा परीक्षक |
6. संघ लोक सेर्ा आयोग के अध्यक्ष और उनके सदस्य |
7. मु ख्य सनर्ावचन आयुक्त एर्ं सनर्ावचन आयुक्त |
8. राष्ट्रीय अल्पसंख्यक आयोग के अध्यक्ष एर्ं सदस्य |
9. राष्ट्रीय मसहला आयोग के अध्यक्ष एर्ं सदस्य |
10. राष्ट्रीय मानर्ासधकार आयोग के अध्यक्ष एर्ं सदस्य |

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11. अनु च्छेद-जासत र् अनु च्छेद- जनजासत आयोग के अध्यक्ष एर्ं सदस्य |
12. सपछाा र्गव आयोग के अध्यक्ष एर्ं सदस्य |
13. संघ राज्य क्षेत्रों के राज्यपाल या प्रशासक |
14. मु ख्यमं त्री (सदल्ली र् पुडुचेरी) |
15. सर्ि आयोग |
16. राजभाषा आयोग आसद |
राष्ट्रपवत द्वारा पदच्युत अवधकारी –

 संघ के मं त्री |
 राज्यो के राज्यपाल
 भारत के महान्यायर्ादी (Attorney General Of India)

नयर् – ये व्ब्धक्त राष्ट्रपसत के प्रसाद पयवन्त अपना पद धारण करते है |

राष्ट्रपवत की शस्क्तयााँ -

सामान्य शस्क्तयााँ -

 कायव पासलका शब्धक्तयााँ


 सर्धायी शब्धक्तयााँ
 सर्िीय शब्धक्तयााँ
 न्यासयक शब्धक्तयााँ
 कूटनीसतक शब्धक्तयााँ
 सैन्य शब्धक्तयााँ

आपातकालीन शस्क्तयााँ –

 राष्ट्रीय आयात (अनु च्छेद- 352)


 राष्ट्रपसत शासन (अनु च्छेद- 356)
 सर्िीय आयात (अनु च्छेद- 360)

1. कायवपावलका –

 संघ सरकार की समू ची कायवपासलकी शब्धक्तयों का प्रधान राष्ट्रपसत होता है | (अनु च्छेद- 53)
 प्रधानमं त्री के साथ ही अन्य मं सत्रयो की सनयुब्धक्त राष्ट्रपसत द्वारा प्रधानमं त्री की सलाह से होगी | (अनु च्छेद- 75 {1} )
 मं त्री राष्ट्रपसत के प्रसाद पयिंत कायव करते है | (अनु च्छेद- 75 {2} )
 राष्ट्रपसत, मं सत्रयो की तीसरी अनु सूची के अनु सार पद और गोपनीयता की शपथ सदलाते है | (अनु च्छेद- 75 {4} )
 भारत सरकार के सभी कायव राष्ट्रपसत के नाम से सकये जाते है |

2. वर्धायी शस्क्तयााँ –

 यसद संसद के दोनों सदनों अथर्ा कोई एक सदन सत्र न हो, तो राष्ट्रपसत, सर्सध सनमावण के सलए अध्यादे श जारी करते है | (अनु च्छेद- 123)
 राष्ट्रपसत, प्रत्येक र्षव के प्रथम सत्र, प्रत्येक सनर्ावचन के बाद आयोसजत होने र्ाले प्रथम सत्र में दोनों सदनों को संम्बोसधत करते है |
 यह ध्यान दे ने योग्य सर्गदु है सक राष्ट्रपसत संसद में केर्ल दो बार प्रर्ेश करते है , तथा भाषण दे ते है | प्रत्येक र्षव के प्रथम सत्र के आयोजन पर तथा प्रत्येक
सनर्ावचन के बाद आयोसजत होने र्ाले प्रथम सत्र के समय पर |
 राष्ट्रपसत संसद को संदेश भेजने की शब्धक्त रिते है | संदेश भेजने की शब्धक्त सर्धायी सर्षयों के अलार्ा अन्य सर्षयों के सलए भी होती है |
 अभी तक राष्ट्रपसत ने संसद को कोई संदेश नही ं भेजता है | राष्ट्रपसत कुछ सर्धे यकों को सदन में प्रस्तुत करने से पूर्व अनुमसत प्रदान करतें है |

ऐसे वर्धेयक वनम्नवलस्खत है –

1. सकसी ने राज्य के सनमावण या सकसी राज्य की सीमा में या नाम में पररर्तवन के सलए सर्धेयक | (अनुच्छेद- 3)

2. ऐसे सर्धे यक सजनसे भारत की संसचत सनसध में से िचव करने का प्रार्धान हों | (अनुच्छेद- 117 {3})

3. ऐसे सर्धे यक के सलए जो धन सर्धे यक है | (अनुच्छेद- 117 {1})

4. र्े सर्धे यक, जो उन करों के बारे में है , सजनमें राज्यों का सहत हो या उन ससिन्तों के बारे में हैं , सजनसे राज्यों का धन सर्तररत सकया जाता है , या जो कृसष
आय की पररभाषा में पररर्तवन करते है | (अनुच्छेद- 274 {1})

5. राज्यों के ऐसे सर्धे यक जो व्ापार और र्ासणज्य की स्वतंन्त्रता पर प्रभार् करते है | (अनुच्छेद- 274 {1})

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 राष्ट्रपसत, लोकसभा में ‘दो आं ग्ल भारतीय सदस्य’ (अनु च्छेद- 331) तथा राज्यसभा में 12 सदस्यों को मनोनीत करते है |
 अनु च्छेद- 111 के अन्तगवत राष्ट्रपसत सर्धे यको को अनुमसत प्रदान करते है |

आध्यादे श की शस्क्त – (अनु च्छेद- 123)

 संसद के एक सदन या दोनों सदनों की बैठक न हो रही हो तब अध्यादे श जारी होता है | राष्ट्रपसत संघ सूची र् समर्ती सूची से संम्बब्धन्धत सर्षयों पर
अध्यादे श जारी कर सकता है | परन्तु जब अनु च्छेद- 356 लगा हो तब राष्ट्रपसत राज्य सूची पर भी अध्यादे श जारी कर सकता है | इसका प्रभार् 6 माह
तक या सदन की बैठक शुरू होने के 6 सप्ताह के भीतर अनुमोदन जरूरी होता है अन्यथा अध्यादे श समाप्त हो जाएगा |
 सकसी भी अध्यादे श की असधकतम अर्सध 6 महीने 6 सप्ताह होती है |

राष्ट्रपवत के द्वारा संसद के समक्ष ररपयर्व रखर्ाना –

 राष्ट्रपसत के द्वारा र्ासषवक सर्िीय सर्र्रण सदन के समक्ष रिर्ाये जाते है | इसके असतररक्त सर्ि आयोग की अनु शंसा, संघलोक सेर्ा आयोग की ररपोटव
अनु च्छेद- जासत, अनु च्छेद- जनजासत, की ररपोटव तथा सपछाे र्गव आयोग की ररपोटव और भाषा की ररपोटव भी संसद के समक्ष रिर्ायी जाती है |

राि वर्धेयकय कय अनुमवत प्रदान करना –

 अनु च्छेद- 200 के अन्तगवत, राज्यपाल सकसी सर्धे यक को राष्ट्रपसत के सर्चार के सलए आरासक्षत कर सकता है | आरसक्षत सर्धे यक के सम्बन्ध में राष्ट्रपसत
के समक्ष सनम्नसलब्धित सर्कल्प होते है –

1. राष्ट्रपसत सर्धे यक को अनुमसत दे स सकता है |

2. राष्ट्रपसत, सर्धे यक को अनुमसत दे ने से मना कर सकता है |

3. राष्ट्रपसत, राज्यपाल को यह सनदे श भी दे सकता है , सक सर्धे यक को पुनसर्वचार के सलए लौटा सदया जाय |

4. यह सबगदु ध्यान दे ने योग्य है , सक राज्य सर्धानमण्डल द्वारा सर्धेयक को पुनः पाररत करके राष्ट्रपसत को प्रस्तुत सकये जाने पर यह आर्श्यक नहीं है सक
राष्ट्रपसत सर्धे यक को अनुमसत दे | जबसक संसद द्वारा पुनसर्वचार के सलए भेजे गए सर्धे यक को संसद द्वारा पुनः पाररत करने पर राष्ट्रपसत को अनु मसत
प्रदान करना र्ाध्यकारी होता है |

राष्ट्रपवत की वर्र्य की शस्क्त (अनुच्छेद- 111) –

 संसर्धान में ‘सर्टो’ शब्द का प्रयोग नहीं सकया गया है , बब्धल्क इसका व्र्हाररक रूप में प्रयोग होता है |

र्ीर्य के प्रकार –

1. वनरपे क्ष र्ीर्य - जब राष्ट्रपसत सकसी सर्धे यक पर अनुमसत न दे |

2. वनलं बनकारी र्ीर्य – जब राष्ट्रपसत सकसी सर्धे यक को पुनसर्वचार के सलए भेज दे |

3. पॉकेर् र्ीर्य – जब राष्ट्रपसत सकसी सर्धे यक पर कोई कायवर्ाही न करें |

 भारत में सनरपेक्ष र्ीटो का प्रयोग केर्ल एक बार डॉ० राजेन्द्र प्रसाद ने ‘पेर्प्ू’ सर्धे यक पर सकया था |
 पॉकेट र्ीटो र्षव 1987 में ज्ञानी जैल ससंह द्वारा ‘डॉक सर्धे यक’ पर प्रयोग सकया गया | यह सकसी राष्ट्रपसत द्वारा पहली बार ‘पॉकेट र्ीटो’ का प्रयोग सकया
गया था |

वनलं र्नकारी र्ीर्य के प्रययग के उदाहरण-

1. र्षव 2006 में सांसदो के लाभ के पद संम्बन्धी सर्धे यक पर राष्ट्रपसत कलाम के द्वारा पुनसर्वचार के सलए सरकार के पास भेज सदया था इसी सर्धे यक को
दोबारा भेजे जाने पर राष्ट्रपसत ने हस्ताक्षर सकया था |

2. राष्ट्रपसत के० आर० नारायणन द्वारा संघ सरकार द्वारा उ० प्र० और सबहार में राष्ट्रपसत शासन लगाये जाने की अनु शंसा को संघ सरकार के पास पुनसर्वचार
के सलए भेजा था |

राष्ट्रपवत की वर्त्तीय शस्क्तयााँ –

 राष्ट्रपसत र्ासषवक सर्िीय सर्तरण (बजट) को संसद के समक्ष रिर्ाता है |


 धन सर्धेयक राष्ट्रपसत की पूर्व अनु मसत से ही संसद प्रस्तुत सकया जा सकता है |
 अनु दान की कोई भी मांग राष्ट्रपसत की ससफाररश के सबना नही ं की जा सकती |
 राष्ट्रपसत, प्रत्येक 5 र्षव में ‘सर्ि आयोग’ का गठन करता है |

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राष्ट्रपवत की आपात कालीन शस्क्तयााँ –

 राष्ट्रपसत, संसर्धान में र्सणवत तीनो प्रकार के आपात काल, राष्ट्रीय आपात (अनु च्छेद- 352) राज्यों में सर्ैधासनक के तन्त्र की सर्फलता (अनु च्छेद-356) तथा
सर्िीय आयात (अनु च्छेद-360) के लगाने की घोषणा करते है |

राष्ट्रपवत की न्यावयक शस्क्तयााँ –

 र्ह उितमड न्यायालय के मु ख्य न्यायाधीश एर्ं उि न्यायालय के मु ख्य न्यायाधीशो की सनयुब्धक्त तथा उन्ळें हटाने की शब्धक्त रिता है |
 र्ह सर्सध के सकसी मु द्दे पर उितमड न्यायालय से सलाह ले सकता है |
 राष्ट्रपसत को क्षमादान (अनु च्छेद-72) दे ने की शाब्धन्त रिता है |

राष्ट्रपवत की राजनवयक शस्क्तयााँ –

 राष्ट्रपसत का सर्दे शो में भारत के मु ख्य संर्ैधासनक प्रधान के रूप में महत्त्व होता है |
 राष्ट्रपसत सभी सर्दे शी राजदू तो से प्रमाणपत्र प्राप्त करता है |
 राष्ट्रपसत सर्दे शो में भारतीय राजदू तो की सनयुब्धक्त करता है |
 सभी अन्तरावष्ट्रीय संसधयााँ र् समझौते राष्ट्रपसत के नाम पर सकये जाते है |

राष्ट्रपवत की सैन्य शस्क्तयााँ –

 राष्ट्रपसत तीनो सेनाओ का सर्ोि कमाण्डर होता है |


 राष्ट्रपसत युि र् शांसत की घोषणा करता है |

राष्ट्रपवत और प्रधानमं त्री के सं म्बन्ध –

 राष्ट्रपसत को सलाह और सहायता के सलए एक मं सत्रपररषद होगी सजसका प्रधान प्रधानमं त्री होगा | (अनुच्छेद-74{1})
 राष्ट्रपसत मं सत्रपररषद से अपने सनणवय पर पुनसर्वचार की मांग कर सकता है | (अनुच्छेद-74{2})
 राष्ट्रपसत प्रधानमं त्री की सनयुब्धक्त करे गा | राष्ट्रपसत प्रधानमं त्री की सलाह से अन्य मं सत्रयो की सनयुब्धक्त करे गा | अनुच्छेद-75{1})
 मं त्री, राष्ट्रपसत के प्रसाद पयवन्त तक अपने पद पर बना रहेगा | (अनुच्छेद-75{2}) मं सत्रपररषद सामू सहक रूप में लोक सभा के प्रसत उिरदायी होगी |

भारत के राष्ट्रपवत
नाम कायवकाल
1. डॉ० राजेन्द्र प्रसाद जनर्री 1950 - मई 1962
2. डॉ० राजेन्द्र प्रसाद मई 1962 - मई 1967
3. डॉ० जासकर हसैन मई 1967 – मई 1969
4. र्ी. र्ी. सगरर (कायव र्ाहक) मई 1969 – जुलाई 1969
5. मोहम्मद सहं दायतउल्ला (कायवर्ाहक) जुलाई 1969 – अगस्त 1969
6. र्ी. र्ी. सगरर अगस्त 1969 – अगस्त 1974
7. फिरुद्दीन अली अहमद अगस्त 1974 – फरर्री 1977
8. र्ीडी जिी (कायव र्ाहक) फरर्री 1977 – जुलाई 1977
9. नीलम संजीर् रे ड्डी जुलाई 1977 – जुलाई 1982
10. एम० सहदायतउल्ला (कायवर्ाहक) अक्टू बर 1982 – अक्टू बर 1982
11. ज्ञानी जैल ससंह जुलाई 1982 – जुलाई 1987
12. रामास्वामी र्ेंकटशमन जुलाई 1987 – जुलाई 1992
13. शंकर दयाल शमाव जुलाई 1992 – जुलाई 1997
14. डॉ० के. आर. नारायणन जुलाई 1997 – जुलाई 2002
15. डॉ० ए. पी. जे. अब्दु लकलाम जुलाई 2002 – जुलाई 2007
16. श्री मसत प्रसतभा पासटल जुलाई 2007 – जुलाई 2012
17. प्रणर् मु िजी जुलाई 2012 – जुलाई 2017
18. रामनाथ कोसर्न्द जुलाई 2017 – अब तक

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राष्ट्रपवत द्वारा क्षमादान (अनुच्छेद-72)

राष्ट्रपवत द्वारा क्षमादान के प्रकार –

 क्षमा - दोषी को सदया गया दण्ड पूरी तरह समाप्त हो जाता है |


 पररहार - दण्ड की प्रर्ृसत में पररर्तवन सकए सबना दण्ड की मात्रा को कम कर सदया गया है |
 सर्राम - सकसी सर्शेष कारण से दण्ड की मात्रा को कम कर सदया जाता है |
 लघुकरण
 प्रसर्लम्बन – मृ त्युदण्ड को अस्थायी रूप से सनलब्धम्बत सकया जाता है |

1. जब दण्ड सेना न्यायालय के द्वारा सदया गया हो |

2. जब दण्ड संघीय सर्षय से सम्बंब्धन्धत सर्सध के सर्रुि अपराध के सलए सदया गया है |

3. जब दण्डादे श मृ त्युदण्ड हो | = क्षमा से तात्पयव दण्ड से पुणवतः मु ब्धक्त से है |

भारतीय राजव्यर्थथा का शे र् भाग अगले अं क में ..........

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भारतीय इवतहास एर्ं संस्कृवत

1. महात्मा बुद्ध के पहले गुरु का नाम क्ा था, और उनके गृहत्याग कय बौद्ध मतार्लम्बी क्ा कहते है ?
अलार कलाम, महावभवनष्क्रमण
2. ‘वर्वशष्ट्ाद्वै त’ के प्रर्तवक, खानर्ा का युद्ध कब हआ तथा चयलर्ंश का संथथापक कौन था ?
रामानुजाचायव, 1527 ई०, वर्जयालय
3. पुष्यवमत्र शुंग ने अश्वमेघ यज्ञ वकये थे, यह जानकारी वकस ग्रन्थ से प्राप्त हयती है , और एतरे य िाहमण वकस र्ेद का है ?
महाभाष्य से, ऋग्वे दकाल
4. खालसा पंथ की थथापना तथा एक धमावचार ‘पाहल’ कय वकस वसख गुरु ने चलाया था ?
गुरु गयवर्न्द वसंह
5. आगरा के लालवकले में ‘मयती मस्िद’ का वनमावण वकस मुगलशासक ने बनार्ाई थी ?
शाहजहााँ ने
6. मगध का प्रथम राजर्ंश कौन सा था, और उसके संथथापल का क्ा नाम था ?
हयवक र्ं श, वबस्म्बसार
7. िठी शताब्दी ई० पू. में ‘र्त्स’ महाजनपद की राजधानी कहााँ थी ?
कौशाम्बी में
8. सल्तनकाल में अर्श्वशाला के प्रधान कय क्ा कहा जाता है ?
अमीर-ए-आखू र
9. पावर्लपुत्र नामक नगर की थथापना वकसने की थी ?
उदयन ने

राष्ट्रीय ितंत्रता आन्दयलन

1. रर्ीन्द्रनाथ र्ै गयर का जन्मवदन 6 मई, 1861 है , यही जन्मवदन भारत के एक महान व्यस्क्त का भी है , वजन्यंने इस्ण्डपेण्डेण्ट नामक समाचार-
पत्र भी वनकाला था कौन है , यह महान व्यस्क्त ?
पं० मयतीलाल नेहरु
2. आजादी की आर्ाज नाम से रे वडयय चलाकर जं गलय में विपकर गुप्त सूचनाओ के प्रसारण का कायव वकस मवहला िांस्न्तकारी नें वकया था ?
ऊर्ा मे हता ने
3. जवलयार्ाला बाग़ हत्याकाण्ड 13 अप्रैल 1919 कय हआ था, उस समय कांग्रेस अध्यक्ष कौन था ?
पं० मदन मयहन मालर्ीय
(26Dec 1919 से 4Sep 1920)
4. 1900 में भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के मंच से बयलने र्ाली प्रथम मवहला कौन थी ?
श्री-मती कमला गां गुली
5. सरयवजनी नायडू कांग्रेस अध्यक्ष कब और वकस अवधर्ेशन में बनी ?
1925 में , कानपुर अवधर्े शन
6. ‘सर्ेन्टडस ऑफ इस्ण्डया सयसाइर्ी’ की थथापना वकसने की थी ?
गयपाल कृष्ण गयखले
7. 1917 के कांग्रेस के कलकता अवधर्ेशन में अध्यक्ष कौन था ?
एनी र्ेसेन्ट
8. कांग्रेस के संथथापक ए. ओ. हडयूम कांग्रेस के अध्यक्ष कब बने ?
कभी नही

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9. 1857 के ितंन्त्रता संग्राम का प्रतीक क्ा था ?
कमल और रयर्ी
10. कांग्रेस की पहली मवहला अध्यक्ष कौन थी ?
एनी बे सेन्ट

भारतीय राजव्यर्थथा एर्ं संवर्धान

1. सर्ोच्य न्यायालय ने एक महत्वपूणव वनणवय में मुस्स्लम वपताओ कय भी आपरावधक प्रविया संवहता की धारा 125 J के दायरे में ला वदया है , इस
धारा में क्ा प्रार्धान है ?
तलाकशुदा पत्नी के साथ रह रहे बच्चय के बावलक
हयने तक वपता उनके खचे की वजम्मेदारी है |
2. भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के प्रथम अध्यक्ष व्ययमेश चन्द्र बनजी पुनः कब और वकस कांग्रेस अवधर्ेशन में अध्यक्ष बनें ?
1892 में इलाहाबाद अवधर्ेशन के
3. संवर्धान की वकस अनुसूची में रािपाल, राष्ट्रपवत भारत के मुख्य न्यायाधीश आवद के र्ेतन वदए गए है ?
वद्वतीय अनु सूची में
4. डॉ० बी० आर० अम्बेडकर ने वकस मौवलक अवधकार कय भारतीय संवर्धान का ह्रदय एर्ं आत्मा कहा था ?
संर्ैधावनक उपचारय के अवधकार कय
5. वकस संवर्धान संशयधन के द्वारा प्रीर्ीपसव मान्यताए तथा वर्शेर्ावधकार समाप्त कर वदए गए ?
26 र्ााँ संवर्धान सं शयधन
6. भारत के संवर्धान के वकस अनु ० में अश्पृश्यता समाप्त करने का प्रार्धान है ?
अनुच्छेद 17 में
7. वकसी मंत्री के वर्रुद्ध अवर्श्वास प्रस्तार् पाररत हय जाने की स्थथवत में क्ा हयता है ?
मं वत्रपररर्दड से त्याग पत्र दे ना पड़ता है |
8. राष्ट्रपवत संवर्धान के वकस अनुच्छेद के अन्तगवत लयक सभा भंग कर सकता है ?
अनुच्छेद–85 के अन्तगव त
9. वकसी वर्धेयक कय धन वर्धेयक हयने का अस्न्तम वनणवय कौन दे ता है ?
लयक सभा अध्यक्ष
10. राि सभा के वद्वर्ावर्वक चुनार्य की अवधघयर्णा कौन जारी करता है ?
वनर्ाव चन आययग
11. कम्प्ट्रयलर एण्ड ऑडीर्र जनरल कब सेर्ावनर्ृत्त हयते है ?
वनयुस्क्त के 6 र्र्व बाद या 65 र्र्व की आयु पूरी करने पर
12. मुख्य चुनार् आयुक्त की वनयुस्क्त कौन करता है ?
राष्ट्रपवत

भारत एर्ं वर्श्व का भूगयल

1. दामयदर नदी सहायक नदी है , मंजूली द्वीप स्थथत है , तथा माल द्वीप स्थथत है ?
हगली नदी की, िहमपुत्र नदी (असम) पर, वहन्द महासागर में
2. भारत का दवक्षणतमड वबन्दु इं स्न्दरा पॉइन्ट स्थथत है –
र्ृहद वनकयबार द्वीप में

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3. भूमध्यरे खा कय दय बार पार करने र्ाली नदी है –
कां गय (अफ्रीका)
4. वर्श्व मौसम वर्ज्ञान संगठन का मुख्यालय है –
जेनेर्ा (स्िर्ड जरलैं ड) में
5. हानव ऑफ अफ्रीका के अंग है –
सयमावलया, इवथययवपया, तथा जीर्ू जी
6. सैडवर्च द्वीप पुराना नाम है ?
हर्ाई द्वीप का
7. भारत की प्रवसद्ध लैगून झील है –
वचल्का झील (ओवडशा)
8. डयर्र जल-संवध जयड़ती है –
इं गवलश चैनल एर्ं उत्तरी सागर कय

भारतीय अथवव्यर्थथा

1. काम के बदले अनाज कायविम वकस पंचर्र्ीय ययजना में प्रारम्भ वकया गया था ?
पॉचर्ी पंचर्र्ीय ययजना में
2. भारत में पयवर्न र् हयर्ल उद्ययग कय कौन बढ़ार्ा दे ता है ?
आई. र्ी. डी. सी.
3. यूवनर् र्र स्ट ऑफ इस्ण्डया का प्रमुख उद्दे श्य क्ा है ?
ियर्ी-ियर्ी बचतयं कय प्रयत्साहन दे ना
4. अन्तवराष्ट्रीय मुद्रा कयर् वकस सम्मलेन की दे न है ?
िे र्नर्ुड सम्मले न की
5. शून्य आधाररत बजर् से क्ा तात्पयव है ?
वबल्कुल नए वसरे से बजर् तैयार करना
6. बयल्ट (Bolt) वकससे सम्बस्न्धत है ?
मु म्बई स्टॉक एक्सचेंज से
7. भारतीय वनवध का आधार क्ा है ?
जीर्न वनर्ाव ह लागत
8. वर्श्व बैंक की थथापना कब हई ?
वदसम्बर 1945 में
9. र्ेकॉन 98 क्ा था ?
बैं क अथव शास्िययं का सम्मले न

सामान्य वर्ज्ञान एर्ं तकनीकी

1. मानर् शरीर में रक्त से अर्ांिनीय पदाथ्रय कय पृथक करने का कायव कौन सा अंग करता है ?
र्ृक्क (kidney)
2. अत्यवधक शराब का सेर्न करने से शरीर का कौन सा अंग वर्शेर् रूप से प्रभावर्त हयता है ?
यकृत (liver)
3. काबवन डे वर्ं ग वर्वध वकसकी आयु वनधावररत करने के वलए अपनाई जाती है ?
जीर्ाश्यं की

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4. शरीर में रक्त की सफेद कयवशकाओ का मुख्य कायव क्ा हयता है ?
शरीर कय बीमाररययं से बचाना
5. हरे पौधयं में प्रकाश – संश्लेर्ण की इकाई क्ा कहलाती है ?
िाण्टासयम (Quantasome )
6. शरीर में रक्त बैंक का काम कौन सा अंग करता है ?
वतल्ली (spleen)
7. चालीस र्र्व पुरे हय जाने पर चवचवत ‘अप्सरा ‘ क्ा है ?
न्यु क्लीय ररएक्टर
8. एक अश्व शवकतड वकतने र्ार् के बराबर हयती है ?
746 र्ार्
9. मिली के ह्रदय में वकतने प्रकयष्ठ हयते है ?
2(two)
10. डायनमय का क्ा कायव है ?
यां वत्रक उजाव से वर्दड यु त उजाव का उत्पादन

कृवर्

1. फसल र्र्व 2013 -2014 में दे श में कुल खाधान्न उत्पादन का क्ा अनुमान रहा है ?
263.20 वमवलयन . (स्द्धतीय अवग्रम अनुमान)

2. केन्द्रीय कृवर् अवभयंत्रण संथथान (CIAE) आई .सी .ए . आर . का मुख्यालय स्थथत है ?


भयपाल (म०प्र०) में
3. दे श में र्र्व 2012-13 के दौरान कुल खाधान्न उत्पादन (वमवल. र्न) हआ था ?
257.13
4. दे श में र्र्व 2011-12 में कुल ररकाडव खाधान्नउत्पादन हआ था ?
259.32 वमवलयन र्न
5. भारत में कृवर् संगणना का अन्तराल अर्वध र्र्व क्ा हयता है ?
पंच र्र्ीय अर्वध
6. भारत में प्रथम कृवर् संगणना की शुरुआत हई थी ?
र्र्व 1970 -71 से

7. दे श में 8 र्ी . कृवर् संगणना वकस र्र्व हई थी ?


र्र्व 2005-06 में
8. आलू में ‘मयजै क’ रयग का कारक है ?
र्ाइरस अथाव त सयले नम र्ाइरस
9. ‘लक्ष्मी 52’ प्रजावत है ?
आाँ र्ला की

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खेल कूद

1. वकस भारतीय विकेर् स्खलाडी कय र्े स्ट विकेर् में सर्ाववधक रन बनाने का गौरर् प्राप्त है ?
सवचन तेंदुलकर कय
2. वकस खेलकूद व्यवकत्त्व कय ‘पायली एक्सप्रेस ‘ के नाम से जाना जाता है ?
पी०र्ी०उर्ा कय
3. ओलस्िक खेलय में पदक वजतने र्ाली प्रथम भारतीय मवहला कौन है ?
कणवम मल्लेश्वरी
4. लान र्े वनस की प्रवसद्ध स्खलाडी इर्ानयवर्क वकस दे श की है ?
सवर्वया की
5. वदलीप र्र ाफी वकस खेल से सम्बस्न्धत प्रवसद्ध स्खलाडी है ?
हााँ की से
6. झूलन गयिामी वकस खेल से सम्बंवधत स्खलाडी है ?
विकेर् से
7. ‘डबल फाल्ट ‘ शब्द वकस खेल से सम्बस्न्धत है ?
र्े वनस से
8. गीत सेठी का नाम वकस खेल से सम्बंवधत है ?
वर्वलयडसव से
9. .सीजसव कप वकस खेल से सम्बस्न्धत है ?
फुर्बाल से
10. ‘सासर’ वकस खेल का दू सरा नाम है ?
फुर्बाल का

वर्वर्ध

1. राष्ट्रवपता महात्मा गााँधी की कौन सी जयन्ती पर संयुक्त राष्ट् संघ ने उनके नाम पर एक डााँलर का डाक वर्कर् जारी वकया ?
140 र्ी ं जयन्ती पर (2 OCT. 2009 कय )
2. शांत वन:शिीकरण एं र् वर्कास हेतु र्र्व 2013में इं द्ररागााँधी अंतरराष्ट्रीय पुरस्कार वकसकय प्रदान वकया गया
एं जेला माकेल (जमव नी की चां सलर)
3. प्रचवलत वर्श्वास ‘पृथ्वी िह्माण्ड का केंद्र है ’ का खण्डन सर्वप्रथम यूरयप के वकस र्ैज्ञावनक ने वकया ?
कााँ परवनकस ने
4. पंचायती राज कय संर्ैधावनक स्थथवत प्रदान करने की संस्तुवत वकस कमेर्ी द्वारा की गई ?
एमड .एल .वसधर्ी कमे र्ी द्वारा
5. केन्द्रीय कैवबनेर् ने सुखयई सौदे के वलए 15 हजार करयंड़ मंजूर वकये है , सुखयई क्ा है ?
फाइर्र प्ले न
6. नई फारसी काव्य शैली ‘सबक एं र् वहं दी अथर्ा वहन्दु स्तानी शैली के जन्मदाता थे ?
आवमर खु सरय
7. मुवकत बयध की आत्मकथा (जय र्ास्तर् में आत्मकथा नही ं है ) के लेखक कौन है ?
नेवमचंद्र जैन
8. ‘द वहन्दू ’ समाचार पत्र का प्रकाशन वकसके द्वारा वकया जाता है ?
कस्तूरी एण्ड सन्स वल०

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9. श्री शैलेर् भारत में वकस उच्च पद पर आसीन है ?
भारत के जनगणना आयुक्त के पद पर
10. पुस्तक ‘वद इन्े ररर्े न्स आाँ फ लांस वकसने वलखी है ?
वकरण दे साई ने
11. ज्ञान पीठ पुरस्कार की थथापना वकस र्र्व हई थी ?
1965 ई० में
12. IRDAI वकस क्षेत्र का वर्वनयमन करता है ?
बीमा क्षेत्र का
13. बौद्ध गाथाओं में हठी वकसका प्रतीक है ?
बु द्ध के जन्म का
14. वर्श्व साक्षरता वदर्स कब मनाया जाता है ?
8 वदसम्बर कय
15. कामायनी वकसकी रचना है ?
जयशंकर प्रसाद ने

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1. वनम्नवलस्खत में से कौन-कौन से पयाव र्रणीय तत्व मले ररया ANS C
र्ृस्द्ध में सहायक हयते है – ररजर्व बैंक 2 रु० – 2000 रु० तक के नोटों के सनगवमन हे तु उिरदायी

1. र्र्ाव ऋतु 2. उच्च आद्रव ता है | करें सी नोट जारी हे तु ररजर्व बैंक र्तवमान में नोट प्रचालन की
न्यूनतम सनसध पिसत अपनायी है | इस पिसत के अं तगवत ररजर्व बैंक
3. अवधक तापमान
के पास सकसी भी समय 200 करोा से कम नहीं होने चासहए | इसमें
A. 1 और 2 B. 2 और 3 115 करोा स्वणवमूल्य एर्ं 85 करोा सर्दे शी ऋणपत्र के रूप में होने
C. 1 और 3 D. 1, 2 और 3 चासहए |
ANS A 5. ययजना आययग के सन्दभव में वनम्न त्य यं पर वर्चार करें –
भारत एक उपोष्ण कसटबन्धीय राष्ट्र है | यहााँ की जलर्ायु मले ररया के 1. 1946 में गवठत के०सी० वनययगी सवमवत की
सर्स्तार के सबसे असधक अनु कूल है | उि आद्रव ता तथा असधक र्षाव
सस्तुवत के आधार पर भारत में ययजना आययग
मले ररया के फैलाने की आदशव दशा का सनमड सर्कास करती है |
का गठन हआ |
मले ररया के फैलाने के सलए 200C से 300C तक का तापमान आदशव
होता है जबसक असधक तापमान में मले ररया का फैलार् नहीं हो पाता 2. ययजना आययग का गठन 15 माचव, 1950 कय
है | एक गैर–सां वर्वधक तथा परामशवदात्री वनकाय के
2. वनम्न में से कौन-सा/से युग्म सही सुमेवलत है – रूप में वकया गया |

(संरवक्षत क्षेत्र) (प्रमु ख संरवक्षत जीर्) उपयुवक्त में से असत्य त्य का चयन करें –
A. केर्ल 1 B. केर्ल 2
1. भीतरकवनका - लर्ण जल मगरमच्छ
C. 1 तथा 2 दोनों D. कोई नहीं
2. मरूथथल राष्ट्रीय उद्यान - महान भारतीय सारं ग
ANS D
A. केर्ल 1 B. केर्ल 2
1946 में गसठत के०सी० सनयोगी ससमसत की संस्तुसत के आधार पर
C. 1 और 2 D. न तो 1 और न ही 2
भारत में योजना आयोग का गठन 15 माचव 1950 को एक गैर –
ANS C सांसर्सधक तथा परामशवदात्री सनकाय के रूप में सकया गया था | इस
सभतरकसनका संरसक्षत क्षेत्र उाीसा में ब्धस्थत है , जो लर्ण जल र्ाले आयोग के प्रथम तथा अं सतम उपाध्यक्ष गुलजारी लाल नं दा और
मगरमच्छ के सलए प्रससि है | जबसक मरूस्थल राष्ट्रीय उद्यान मोंटके ससंह अहलू र्ासलया थे | र्तवमान में यह संस्था इसतहास का
राजस्थान में अर्ब्धस्थत है यहााँ पर महान भारतीय सारं ग पाये जाते है | सर्षय हो गया है |
3. कुि र्नस्पवत कीर् भक्षी हयती है इसका कारण है - 6. वनम्न में से कौन सी सवमवत ‚राजकयर्ीय उत्तरदावयत्व एर्ं
A. र्े नाइटर ोजन सर्हीन मृ दा में उगने के सलए अनु कूसलत होती बजर् प्रबं धन से संबंवधत सवमवत है ?
है , सजसके कारण उन्ळें अपनी नाइटर ोजनी आर्श्यकता की A. चेलैया ससमसत B. दामोदरन ससमसत
पूसतव के सलए उन्ळें कीटों पर सनभवर रहना पाता है |
C. सर्नोद राय ससमसत D. एन. के. ससंह ससमसत
B. र्े अाँ धेरे में उगती है सजसके कारण र्ह प्रकाश संश्लेषण
ANS D
नहीं कर पाती इसके सलए उन्ळें कीटों पर सनभवर रहना
17 मई 2016 को केन्द्र सरकार ने राजकोषीय उिरदासयत्व एर्ं बजट
पाता है |
प्रबंघन (FRBM) रोडमै प की व्ापक समीक्षा करने और इस पर
C. र्े कुछ सर्टासमनों का संश्लेषण नहीं कर पाती सजसकी
ससफाररशें दे ने के सलए पूर्व राजस्व एर्ं व्य ससचर् एन. के. ससंह की
आर्श्यकता की पूसतव के सलए उन्ळें कीटों का भक्षण करना
अध्यक्षता में एक पांच सदस्यीय ससमसत का गठन सकया |
पाता है |
7. स्टरे ची आययग सम्बंवधत है -
D. उपरोक्त सभी सही है
A. भू-राजस्व से B. शोरा उत्पादन से
ANS A
C. अकाल से D. नील से
कुछ र्नस्पसतयााँ नाइटर ोजन सर्हीन मृ दा में उगती है जबसक नाइटर ोजन
ANS C
र्नस्पसत का असनर्ायव तत्व है , ऐसे में ऐसी र्नस्पसतयााँ कीटों के भक्षण
से नाइटर ोजन प्राप्त करती है | स्टर े ची आयोग 1880 की स्थापना र्ायसराय लाडव सलटन ने सर ररचडव
स्टर े ची की अध्यक्षता में की थी | इसे प्रथम अकाल आयोग भी कहा
4. आरबीआई करें सी नयर् जारी करता है
जाता है |
A. सनयत प्रत्ययी प्रणाली के अं तगवत
B. असधकतम प्रत्ययी आरक्षण प्रणाली के अं तगवत
C. सनयत न्यूनतम आरक्षण प्रणाली के अंतगवत
D. अनु पाती आरक्षण प्रणाली के अं तगवत

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1. वनम्नवलस्खत दे शयं में से वकस दे श में सवदव ययं के मौसम में भी र्र्ाव 3. उष्ण मरूथथलीय जलर्ायु
हयती है ? 4. पविमी यूरयपीय जलर्ायु
(a) चीन (b) नार्े (a) 1, 3, 2, 4 (b) 1, 4, 2, 3
(c) ब्राजील (d) नाइजीररया (c) 2, 3, 4, 1 (d) 3, 2, 1, 4
2. वनम्नवलस्खत में से वकस राजपूत र्ंश ने अकबर के सामने समपवण 12. शरीर में लयहे की कमी से वनम्नवलस्खत में से कौन-सी बीमारी हय
नही ं वकया था ? जाती है ?
(a) सससोसदया र्ंश (b) परमार र्ंश (a) धनक (b) सचल्लर गैंग
(c) चौहान र्ंश (d) चंदेल र्ंश (c) जंगल बुक (d) कोछासदयान
3. पानी आयवनक लर्ण का सुवर्लायक है , क्यंवक 13. भारत के राष्ट्रपवत की मजी तक वनम्नवलस्खत में से कौन अपने पद
(a) उसका क्वथनांक उि हैं पर रह सकता है ?
(b) उसका कोई रं ग नहीं होता है (a) सर्ोि न्यायालय के न्यायाधीश
(c) उसका सद्वध्रु र् आघूणव असधक है (b) मु ख्य चुनार् आयुक्त
(d) उसकी सर्सशष्ट् उष्मा असधक है (c) राज्यपाल (d) लोकसभा अध्यक्ष
4. राष्ट्रपवत कय कौन शपथ वदलाता है ? 14. मुद्रा का अर्मूल्यन वकसकय बढाने में सहायक हयता है ?
(a) भारत के मु ख्य न्यायाधीश (a) आयात (b) पयवटन
(b) प्रधानमं त्री (c) सनयावत (d) राष्ट्रीय आय
(c) महासधर्क्ता 15. 1907 ई० के कांग्रेस अवधर्ेशन में नरमपंवथययं र्ड गरमपंवथययं के
(d) एटानी जनरल बीच मुख्य वर्र्ाद वकस पर विड़ा था ?
5. ‘वमवश्रत अथवव्यर्थथा’ क्ा है ? (a) सशक्षा (b) बसहष्कार
(a) सार्वजसनक क्षेत्र एर्ं सनजी क्षेत्र का सह अब्धस्तत्व (c) सत्याग्रह (d) स्वराज
(b) सार्वजसनक क्षेत्र एर्ं सनजी क्षेत्र में प्रसतस्पधाव 16. यावसन मचंर् वनम्नवलस्खत में से वकस खेल से सम्बद्ध हैं ?
(c) सनजी क्षेत्र पर सर्शेष बल (a) बैडसमं टन (b) गोल्फ
(d) उपयुवक्त में से कोई नहीं (c) हॉकी (d) स्नूकर
6. वसन्धु घार्ी सभ्यता के लयगयं की मुद्रा (Coins) में वकस दे र्ता की 17. ‘यू थार् कप’ कप वकस खेल से सम्बस्न्धत है ?
आकृवत वचवत्रत थी ? (a) अटलांसटक (b) सहन्द
(a) सशर् (b) असग्न (c) प्रशांत (d) आकवसटक
(c) सर्ष्णु (d) र्रुण 18. पृथ्वी की सतह पर सबसे बड़ा महासागर है -
7. कन्नौज के हर्व के समय में वनम्नवलस्खत में से कौन बंगाल का (a) अटलांसटक (b) सहन्द
समकालीन राजा था ? (c) प्रशांत (d) आकवसटक
(a) शशांक (b) पुलकेसशन सद्वतीय 19. वनम्नवलस्खत में से कौन-सी गमव धारा है -
(c) ध्रु र्सेन (d) भास्कर र्माव (a) कैलीफोसनव या की धारा (b) र्ेलेजुएला की धारा
8. पीसा की झुकी मीनार कहााँ स्थथत है ? (c) ब्राजील की धारा (d) ले ब्रोडोर की धारा
(a) इटली में (b) फ्रांस में 20. सीमेंर् की पैदार्ार में कौन-सा प्रदे श सबसे आगे हैं ?
(c) जमव नी में (d) इं ग्लैण्ड में (a) राजस्थान (b) तसमलनाडु
9. िराज पार्ी की थथापना कब हई थी ? (c) सबहार (d) इनमें से कोई नहीं
(a) 1919 ई० (b) 1920 ई० 21. साउथ र्ेस्टनव रे लर्े का मुख्य कायावलय कहााँ है ?
(c) 1922 ई० (d) 1923 ई० (a) बंगलु रू (b) हबली
10. वनम्नवलस्खत का वमलान कीवजए – (c) बेलगाम (d) ससकंदराबाद
सूची –I सूची-II 22. नूरी साल है -
(A) नी ंबू 1. एस्ल्जवनक अम्र (a) पृथ्वी तथा सूयव के बीच की दू री
(B) समुद्री शैर्ाल 2. एसीवर्क अम्र (b) एक र्षव में नूर का तय सकया हआ फासला
(C) अंगूर 3. र्ार्व ररक अम्र (c) पृथ्वी और चन्द्रमा के बीच का औसत फासला
(D) वसरका 4. साइवर्र क अम्र (d) उपरोक्त में से कोई नहीं
कूर्: (A) (B) (C) (D) 23. यह प्राथवमक अवधकार था, वकन्तु अब केर्ल कानूनी अवधकार
(a) 4 3 1 2 है -
(b) 4 1 3 2 (a) सक्फाती (b) जायदाद का हक
(c) 3 4 1 2 (c) शोषण के ब्धिलाफ (d) मजहबी आजादी का हक
(d) 2 3 4 1 24. इनकम र्ै क्स से जु ड़ा हआ पैन काडव में PAN का पूणव रूप हैं -
11. जै रे से नीदरलैंड जाते समय वनम्नवलस्खत में से जलर्ायु प्रदे शयं का (a) परमाने ण्ट् एकाउण्ट् नम्बर
कौन-सा िम है – (b) पेमेण्ट् एकाउण्ट् नम्बर
1. भूमध्य रे खीय जलर्ायु (c) उपरोक्त में से कोइ नहीं
2. भूमध्यसागरीय जलर्ायु (d) पासबुक एकाउण्ट् नम्बर

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25. र्ह कौन-सा एक दे श है , वजसने संयुक्त तौर पर वर्श्व विकेर् कप 39. भारत में पहला समाचार-पत्र वकसने शुरू वकया था ?
की मेजबानी की और वर्श्व कप जीत वलया ? (a) दादाभाई नौरोजी (b) रर्ीन्द्रनाथ टै गोर
(a) इं ग्लैण्ड (b) र्ेस्टइण्डीज (c) सर सैयद अहमद िां (d) जेम्स सहक्की
(c) आस्टर े सलया (d) श्रीलं का 40. वकस मुगल सम्रार् ने दय बार शासन वकया ?
26. वनम्नवलस्खत में से वकसे फसल के तौर पर माना जाता है ? (a) शाहजहााँ (b) हमायूाँ
(a) काफी (b) चाय (c) बाबर (d) जहााँगीर
(c) रबा (d) सभी 41. 31 अक्टू बर, 2011 कय वर्श्व की जनसंख्या वकतनी आकवलत की
27. पहला ‘भारत रत्न’ प्राप्तकताव कौन थे ? गयी ?
(a) पं० जर्ाहर लाल ने हरू (a) पााँच अरब (b) छ: अरब
(b) सी० र्ी० रमन (c) सात अरब (d) आठ अरब
(c) गोसर्न्द र्ल्लभ पन्त 42. ‘लीवबया’ वकस महाद्वीप में स्थथत है ?
(d) इब्धन्दरा गााँधी (a) एसशया (b) अफ्रीका
28. ‘नाट्यशाि’ जय वहन्दु स्तानी क्लावसकी नृत्य का अहम जररया है (c) यूरोप (d) आस्टर े सलया
............. ने वलखा ? 43. भारतीय अंतररक्ष अनुसंधान संगठन का मुख्यालय कहााँ स्थथत
(a) भरतमु सन (b) पासणनी हैं ?
(c) नारदमु सन (d) भरतहरी (a) मु म्बई (b) है दराबाद
29. दु वनया की सबसे बड़ी मीठे पानी की झील है - (c) बंगलौर (d) नई सदल्ली
(a) ले क सुपीररयर (b) सर्क्टोररया झील 44. ‘वमड नाइर्ड स वचल्डरेन’ पुस्तक वकसके द्वारा वलखी गई है ?
(c) हाडव इस्वान (d) कैब्धस्पयन सागर (a) शेक्ससपयर द्वारा (b) सलमान रूश्दी द्वारा
30. कम्प्टयूर्र प्रयग्राम में गलती (an error) कय करार वदया जाता है - (c) अरू ं धती राय द्वारा (d) िुशर्ंत ससंह द्वारा
(a) बग (b) सबट 45. ‘काकंडापार पररययजना’ वकस नदी घार्ी से सम्बस्न्धत है ?
(c) र्ायरस (d) इनमें से कोई नहीं (a) ताप्ती घाटी (b) नमव दा घाटी
31. र्यस्क इं सानी ढााँचा आधाररत हयता है - (c) तुंगभद्रा घाटी (d) कृष्णा घाटी
(a) 204 हसड्डयों पर (b) 206 हसड्डयों पर 46. भारत वर्श्व के लगभग एक चौथाई ............... के वनक्षेप के वलए
(c) 208 हसड्डयों पर (d) 214 हसड्डयों पर जाना जाता है ?
32. स्टयरे ज बैर्ररययं में इस्तेमाल की जाने र्ाली धातु हयती है - (a) लौह (b) प्लूटेसनयम
(a) लोहा (b) तााँबा (c) तााँबा (d) अभ्रक
(c) जस्ता (d) कलई 47. भारत के दवक्षण भाग में बहने र्ाली सर्ाववधक लम्बी नदी कौन
33. वनम्नवलस्खत में से राष्ट्रपवत वकसकय चुना नही ं करते ? हैं -
(a) चीफ जब्धस्टस और हाई कोटव के जज (a) गोदार्री (b) महानदी
(b) राज्य गर्नवर (c) कार्ेरी (d) कृष्णा
(c) चीफ जब्धस्टस और सुप्रीम कोटव के जज 48. 2011 की जनगणना के अनुसार, उत्तर प्रदे श र् महाराष्ट्र के बाद
(d) उप-राष्ट्रपसत सर्ाववधक जनसंख्या र्ाला राि कौन-सा है ?
34. मस्न्त्रययं की काउं वसल ग्रुप तौर पर ............. कय जर्ाब दे य है | (a) पसिम बंगाल (b) सबहार
(a) लोकसभा (b) राज्य सभा (c) आं ध्रप्रदे श (d) तसमलनाडु
(c) प्रधानमं त्री (d) राष्ट्रपसत 49. ‘भारत-भारती वकसके द्वारा वलखी गयी है ?
35. ‘इस्ण्डयन इन्स्टीट्यूर् ऑफ साइन्स’ कहााँ पर स्थथत है ? (a) जयशंकर प्रसाद (b) प्रेमचन्द्र
(a) नई सदल्ली (b) चेन्नई (c) मै सथलीशरण गुप्त (d) स्वामी सशर्ानन्द
(c) िागपुर (d) बंगलु रू 50. तालचेर (उड़ीसा) वकस वलए प्रवसद्ध है ?
36. ‘इमेजवनंग इस्ण्डया-आइवडयाज फॉर द न्यू ‘सेन्चुरी’ वकताब के (a) इस्पात के सलए (b) कोयला के सलए
लेखक कौन है ? (c) र्ासशंगटन में (d) लं दन में
(a) चेतन भगत 51. पहला जल वर्दड युत शस्क्त केन्द्र कहााँ पर अवधकृत वकया गया
(b) नन्दन सनले कणी था?
(c) एन० आर० नारायणमू सतव (a) चम्बल (b) दामोदर
(d) मोंटेक ससंह अहलू र्ासलया (c) मं डी (d) सशर् समु द्रम
37. राजथथान में सबसे अवधक पाए जाने की सम्भार्ना है - 52. वकस अवधवनयम के अन्तगवत कयलकाता, चेन्नई र् मुम्बई के उच्च
(a) ऊाँट (b) तपन न्यायालय थथावपत वकए गए थे ?
(c) बालू (d) पर्न (a) भारत सरकार असधसनयम, 1909
38. साकव (SAARC) की थथापना कब हई थी ? (b) भारतीय उि न्यायालय असधसनयम, 1865
(a) 1982 में (b) 1983 में (c) भारतीय उि न्यायालय असधसनयम, 1861
(c) 1980 में (d) 1985 में (d) भारतीय उि न्यायालय असधसनयम, 1911

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53. वनम्नवलस्खत में से कौन-सा राि नीवत का नीवत वनदे शक 66. ‘अन्तरावष्ट्रीय वर्कलांग वदर्स’ कब मनाया जाता है ?
वसद्धान्त नही ं है ? (a) 13 सदसम्बर को (b) 23 सदसम्बर को
(a) अन्तरावष्ट्रीय शांसत को प्रोत्साहन (c) 3 सदसम्बर को (d) 30 सदसम्बर को
(b) 14 र्षव तक के बिों को सन:शुल्क र् असनर्ायव सशक्षा प्रदान 67. ित्तीसगढ़ भारत का ......... राि बना था |
करना (a) 25 र्ााँ (b) 26 र्ााँ
(c) गौर्ध सनषेध (c) 27 र्ााँ (d) 28 र्ााँ
(d) सनजी सिसि की समाब्धप्त 68. 1903 ई० सम्बद्ध है -
54. भारतीय संवर्धान अर्वशष्ट् शस्क्तयााँ वकसे प्रदान करता है ? (a) ने हरू ररपोटव की प्रस्तुसत से
(a) केन्द्र सरकार को (b) सद्वतीय गोलमे ज सम्मेलन से
(b) राज्य सरकार को (c) दांडी कूच से
(c) केन्द्र र् राज्य सरकार दोनों को (d) लाहौर कांग्रेस से
(d) न केन्द्र सरकार को और न राज्य सरकार को 69. चिारण संघर्व के दौरान महात्मा गााँधी के साथ-साथ कौन
55. संवर्धान में ग्राम पंचायतय की थथापना का र्णवन वकस अनुच्छेद- शावमल थे ?
में है ? (a) र्ल्लभ भाई पटे ल र् सर्नोबा भार्े
(a) अनु च्छेद- - 40 (b) अनु च्छेद- - 48 (b) जर्ाहर लाल ने हरू र् राजेन्द्र प्रसाद
(c) अनु च्छेद- – 51 (d) इनमें से कोई नहीं (c) राजेन्द्र प्रसाद र् अनु ग्रह नारायण ससंह
56. र्ायुमंडलीय हर्ा का सर्ाववधक घर्क कौन-सा है ? (d) महादे र् दे साई र् मसणबेन पटे ल
(a) आक्सीजन (b) नाइटर ोजन 70. लाला लाजपत राय ने वकस भार्ा में नही ं वलखा -
(c) काबवन डाई आक्साइड (d) जलर्ाष्प (a) अं ग्रेजी में (b) सहन्दी में
57. कौन सी वबमारी यौन संिवमत नही ं है ? (c) पंजाबी में (d) उदू व में
(a) गोनोररया (b) कैसडडाइससस 71. वर्लय नीवत के अंतगवत कौन-से भारतीय राि कब्जे में वकए गए
(c) सससफसलस (d) मस्से थे ?
58. शुष्क शैल में कौन-सी ऊजाव पायी जाती है ? (a) झांसी, नागपुर र्ड टर ार्नकोर
(a) यांसत्रक (b) सर्दड युत (b) झांसी, नागपुर र् सतारा
(c) रासायसनक (d) सर्दड युत चुम्बकीय (c) झांसी, सतारा र् मै सूर
59. साउथ ईस्टनव कयलफील्डड स वलवमर्े ड का मुख्यालय कहााँ है ? (d) मै सूर, सतारा र् भार्नगर
(a) कोरबा (b) सर्लासपुर 72. हाथी वकस उद्यान में प्रवसद्ध है ?
(c) रायपुर (d) अब्धम्बकापुर (a) नागरहोल राष्ट्रीय उद्यान
60. औरं गजे ब के शासन के दौरान वकसने बुंदेलयं का ने तृत्व वकया (b) दु धर्ा राष्ट्रीय उद्यान
था ? (c) बोरीसर्ली राष्ट्रीय उद्यान
(a) चंपत राय (b) जुझार ससंह (d) काजीरं गा राष्ट्रीय उद्यान
(c) र्ीर ससंह (d) छत्रसाल 73. अलबुककव ने गयर्ा कय वकससे िीना था ?
61. वनम्नवलस्खत में से ग्राम पंचायतयं की आय का ियत कौन-सा है ? (a) राजा जमे रीन से (b) फ्रांस से
(a) आय कर (b) व्ार्सासयक कर (c) बीजापुर के सुल्तान से (d) इं ग्लैण्ड से
(c) सर्क्री कर (d) ले र्ी शुल्क 74. अनुशीलन सवमवत से कौन सम्बस्न्धत थे ?
62. संसद के दय सत्रयं के बीच की अर्वध वकतने माह से अवधक नही ं (a) र्ीर सार्रकर (b) भगत ससंह
हयनी चावहए ? (c) चन्द्रशेिर आजाद (d) इनमें से कोई नहीं
(a) 9 माह (b) 3 माह 75. ‘नीला थयथा’ क्ा है ?
(c) 6 माह (d) 1 माह (a) कॉपर सल्फेट (b) कैब्धशशयम
63. अंडमान वनकयबार द्वीप-समूह वकस उच्च न्यायालय के (c) आयरन (d) सोसडयम सल्फेट
क्षेत्रावधकार में आते हैं ? 76. लैंड ऑफ राइवजं ग वकसे कहा जाता है ?
(a) आं ध्र प्रदे श (b) कोलकाता (a) नार्े को (b) सब्रटे न को
(c) चेन्नई (d) इनमें से कोई नहीं (c) जापान को (d) भारत को
64. ओपेक (OPEC) का मुख्यालय कहााँ स्थथत है ? 77. सर्ाववधक कठयर तत्व वनम्नवलस्खत में से कौन है ?
(a) सर्यना (b) ररयाध (a) हीरा (b) सीसा
(c) अब्धल्जयसव (d) बगदाद (c) टं गस्टन (d) लोहा
65. संयुक्त राष्ट्र संघ की ि: राजभार्ाएाँ - रूसी, चीनी, अंगरे जी, 78. नमवदा बचाओ अवभयान सबसे पहले वकसने शुरू वकया था ?
फ्रेंच, स्पेवनश और .................. है ? (a) बाबा आम्टे (b) मे धा पाटे कर
(a) सहन्दी (b) अरबी (c) मधु कामे कर (d) मधु गोडसे
(c) उदू व (d) जापानी 79. ‘लयक नायक’ की उपावध वकसे वमली है ?
(a) जयप्रकाश नारायण (b) डॉ० राजेन्द्र प्रसाद
(c) महात्मा गााँधी (d) जर्ाहर लाल ने हरू

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80. वदल्ली में लौह-स्तम्भ कौन लाया था ? 94. वकस दे श कय’ उगते हए सूयव’ के रूप में जाना जाता है ?
(a) कुतुबुद्दीन ऐबक (b) मु हम्मद-सबन-तुगलक (a) चीन (b) दसक्षण कोररया
(c) मु हम्मद गयासुद्दीन (d) इल्तुतसमश (c) जापान (d) न्यूजीलैं ड
81. सूयवमुखी में पुष्पिम का प्रकार यह है - 95. एस्कावबवक एवसड .............. है |
(a) स्पाइक (बाली) (b) गुब्धच्छकायन (a) सर्टासमन - A (b) सर्टासमन –B
(c) कैपीटु लम (मु ण्डक) (d) स्पे सडक्स (स्थूलमं जरी) (c) सर्टासमन - C (d) सर्टासमन – E
82. अवधकेन्द्र शब्द वकससे सम्बस्न्धत है ? 96. गंडक वकसकी सहायक नदी है ?
(a) भूकि (b) र्लय (a) यमु ना (b) ससंध
(c) पृथ्वी का भीतरी प्रदे श (d) भ्रंशन (c) गोदार्री (d) गंगा
83. वनम्नवलस्खत में से कौन-सा एक फल राष्ट्रीय फल है ? 97. ‘बेर्न कप’ वकस खेल से सम्बस्न्धत है ?
(a) कटहल (b) सेब (a) हॉकी (b) फुटबाल
(c) केला (d) आम (c) बालीबाल (d) टे सनस
84. वर्श्व में कौन-सी भार्ा अवधकतम लयगयं द्वारा बयली जाती है ? 98. मालीगााँर् वकस रे लर्े जयन का मुख्यालय है ?
(a) चीनी (b) स्पे सनश (a) पूर्ी (b) उिर-पूर्ी
(c) उदू व (d) अं ग्रेजी (c) उिर-पूर्ी-सीमांत (d) पूर्व मध्य
85. वसक्कयं के अध्ययन कय कहते हैं - 99. यवद शुतुरमुगव वर्श्व की सबसे बड़ी पक्षी है , तय दू सरी सबसे बड़ी
(a) आसकवयोलाजी (b) सहस्टोरीयोग्राफी पक्षी है -
(c) न्यूसमसमे सटक्स (d) एपीग्राफी (a) कीर्ी (b) रीआ
86. सूखी बफव है - (c) एमु (d) डोडो
(a) बफव धुल 100. ‘ओर्ार्ा’ वकसकी राजधानी हैं ?
(b) द्रसर्त नाइटर ोजन (a) नार्े (b) ग्रीनलै ण्ड
(c) द्रसर्त हाइडरोजन (c) कनाडा (d) डे नमाकव
(d) ठोस काबवन-डाई-आक्साइड 101. ठयस में तरल के वर्लयन का उदाहरण क्ा है ?
87. उस सूफी सन्त का नाम बताइए, जय मुग़ल शंहशाह अकबर से (a) धु आं (b) जेली
सम्बस्न्धत है - (c) रबा (d) फोम
(a) शेि मु इनु द्दीन सचश्ती (b) शेि सनजामु द्दीन औसलया 102. पंचायती राज व्यर्थथा में ‚पंचायत सवमवत‛ का गठन वकस स्टार
(c) शेि सलीम सचश्ती (d) शेि फरीद पर वकया जाता है ?
88. ‘दीर्ान-ए-खैरात’ नामक एक अलग वर्भाग की थथापना वकसने (a) ब्लॉक स्तर (b) राज्य स्तर
की ? (c) तॉसजला स्तर (d) ग्राम स्तर
(a) अकबर (b) मु हम्मद-सबन-तुगलक 103. वनम्नवलस्खत में से क्ा अधवचालक है ?
(c) सफरोज तुगलक (d) शेरशाह (a) ससल्वर (b) तााँबा
89. मगध के वसंहासन के वलए वबस्म्बसार का उत्तरावधकारी कौन (c) कांच (d) सससलकान
बना ? 104. भारत में वकस राि की तर्रे खा सबसे लम्बी है ?
(a) अशोक (b) महे न्द्र (a) आं ध्रप्रदे श (b) गुजरात
(c) अजातशत्रु (d) समु द्रगुप्त (c) तसमलनाडु (d) महाराष्ट्र
90. वकस संगीत र्ाद्य के दय प्रिम ‘रूद्र’ और ‘वर्वचत्र’ हैं ? 105. बाररश की फुहार के बाद, इन्द्र धनुर् कहााँ वदखाई दे ता है ?
(a) सरोद (b) ससतार (a) सूयव की सदशा में
(c) र्ीणा (d) संतूर (b) सूयव के न होने पर भी
91. गुजरात में ‘आनंद’ वकस वलए प्रवसद्ध है ? (c) सूयव की सर्परीत सदशा में
(a) दु ग्ध उत्पादन (b) ऊनी र्स्तुए (d) कहीं भी, सूयव की ब्धस्थसत चाहे जो हो
(c) मधु बनी सचत्रकला (d) कमलकारी कायव 106. वनम्नवलस्खत में से क्ा गैर-संवर्दा आय हैं ?
92. इनमें से कौन-सा एक कीर् के शरीर का उत्सजव न है ? (a) ब्याज (b) सकराया
(a) मोती (b) मूं गा (c) लाभ (d) मजदू री
(c) लाक्षा (d) इनमे से कोई नहीं 107. कांचीपुरम में कैलाशनाथ मंवदर (वशर् मंवदर) वजसकी भीतरी
93. वनम्नवलस्खत तीन तत्वयं के वमश्रधातु से स्टे नलेस स्टील बनाया दीर्ारयं में रं गयं से मूवतवयां बनाई गयी हैं , वकसने बनर्ाया था ?
जाता है – (a) महे न्द्र र्मव न (b) नरससम्हा र्मव न
1. ियवमयम 2. काबवन (c) दे र् र्मवन (d) रसर् र्मव न
3. लयहा 108. पृथ्वी के र्ायुमंडल में वनम्नवलस्खत में से वकसमें ऊाँचाई बढ़ने के
इन्ें प्रवतशत के आधार पर अर्रयही िम दें - साथ-साथ कमी आ जाती है ?
(a) 1, 2, 3 (b) 3, 2, 1 (a) तापमान (b) आद्रव ता
(c) 3, 1, 2 (d) 2, 3, 1 (c) दाब (d) पर्न र्ेग

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109. वनम्नवलस्खत में से वकसका सम्बन्ध भौवतक पयावर्रण से नही ं है ? (c) रे ल उपक्रम (d) नौ पररर्हन
(a) गोलािव (b) र्ायुमंडल 124. वकसके शासन काल में रे ल, डाक और तार सेर्ा प्रारम्भ हआ
(c) स्थलमंडल (d) जल मंडल था?
110. वनम्नवलस्खत में से क्ा वर्रं जक अवभकमवक का काम नही ं कर (a) लाडव ररपन (b) लाडव कैसनं ग
सकता ? (c) लाडव कजवन (d) लाडव डलहौजी
(a) हाइडरोजन पराक्साइड (b) नाइटर स आक्साइड 125. भारतीय रे ल का राष्ट्रीयकरण कब वकया गया -
(c) सल्फर डाई-आक्साइड (d) क्लोररन (a) 1920 (b) 1930
111. वनम्नवलस्खत में से वकस चयल राजा ने ‘गंगईकयंडन’ की पदर्ी (c) 1940 (d) 1950
धारण की थी ? 126. भारत के वकस शहर में पहली बार मेर्रय रे ल का पररचालन शुरू
(a) कारीकला (b) सर्जयालया हआ ?
(c) राजाराजा-I (d) राजेन्द्र-I (a) मु म्बई (b) नई सदल्ली
112. कौन-सी मेमयरी थथायी और स्थथर दयनयं हयती है ? (c) कोलकाता (d) चेन्नई
(a) CACHE (b) ROM 127. भारत में रे लर्े कय सामान्य बजर् से वकस र्र्व अलग वकया गया ?
(c) BIOS (d) RAM (a) 1924-25 (b) 1929-30
113. भारत में गरीबी का मापन वनम्नवलस्खत में से वकस मानदण्ड द्वारा (c) 1934-35 (d) 1940-41
वकया जाता है ? 128. भारत में सबसे लम्बी दू री तय करने र्ाली रे लगाड़ी कौन है ?
(a) कैलोरी ग्रहण करना (a) सहमसागर एक्सप्रेस (b) सर्र्ेक एक्सप्रेस
(b) आर्ास में कमरों की संख्या (c) कोरोमं डल एक्सप्रेस (d) महानन्दा एक्स्प्रेस
(c) पररर्ार का शैसक्षक स्तर 129. भारत में सबसे तेज गवत से चलने र्ाली रे लगाड़ी कौन-सी है ?
(d) पाररर्ाररक सदस्यों की संख्या (a) राजधानी एक्सप्रेस (b) शताब्दी एक्सप्रेस
114. रक्त में कौन-सा तत्व नही ं पाया जाता है ? (c) सहमसगरर एक्सप्रेस (d) गसतमान एक्स्प्रेस
(a) तांबा (b) क्रोसमयम 130. भारतीय रे लर्े में कुल वकतने जयन है ?
(c) मै ग्नीसशयम (d) लोहा (a) 17 (b) 20
115. उस्ताद वर्स्स्मल्लाह खां कौन-सा र्ाद्य यन्त्र बजाते थे ? (c) 16 (d) 22
(a) ससतार (b) शहनाई 131. राष्ट्रकूर् र्ंश कय वनम्नवलस्खत में से वकसके द्वारा उखाड़ फेंका
(c) बााँसुरी (d) संतूर गया था ?
116. वर्लावसता की र्स्तुओ ं की मांग की लयच वकतनी है ? (a) राजा जय ससंह (b) पुलकेसशन सद्वतीय
(a) एक से कम (b) शून्य (c) तैलप सद्वतीय (d) सर्क्रमासदत्य षष्ठ
(c) एक से असधक (d) असीसमत 132. वकसके शासन काल में प्रथम सयने के वसक्के जारी वकये गये थे ?
117. माइियसॉफ्ट एक्सल क्ा है ? (a) गुप्त (b) कुषाण
(a) ग्रासफक्स पैकेज (b) सर्िीय योजना पैकेज (c) मौयव (d) ब्राह्मण
(c) MS ऑसफस पैकेज (d) इले क्टरासनक स्प्रे डशीट 133. प्राकृवतक बंदरगाह वनम्न में से कौन-सा है ?
118. संयुक्त राष्ट्र का महासवचर् वकसे चुना गया है ? (a) कोलकाता (b) मु म्बई
(a) जुआन मेनुअल सेंटोस (b) बान-की-मू न (c) हब्धल्दया (d) कांडला
(c) लु इस है समल्टन (d) एटोसनयो गुटेरस 134. चारमीनार कय वकस शासक ने बनर्ाया था ?
119. वकस राि ने कमजयर र्गों कय बवढ़या भयजन ररयायती दर पर (a) है दर अली (b) टीपू सुल्तान
उपलि कराने के वलए हाल ही में अन्नपूणाव रसयई ययजना शुरू (c) ओली कुतुबशाह (d) औरं गजेब
की है ? 135. ‘बीबी का मकबरा’ वकसकी कि है -
(a) मध्य प्रदे श (b) राजस्थान (a) मु मताज महल की (b) गुलबदन बेगम की
(c) पसिम बंगाल (d) उिर प्रदे श (c) नू रजहााँ की (d) रसबया दु रावनी की
120. वर्श्व स्तर पर सबसे बड़ी रे ल व्यर्थथा वकस दे श की है ? 136. तांबे की गेंद कय गमव करने पर इसका घनत्व -
(a) भारत (b) अमे ररका (a) बिता है (b) घटता है
(c) चीन (d) जापान (c) र्ही रहता है (d) इनमे से कोइ नहीं
121. भारत में प्रथम रे लगाड़ी कब चली ? 137. वनम्नवलस्खत में से वकस फसल में बुआई र् कर्ाई के बीच
(a) 14 माचव, 1853 (b) 16 अप्रैल, 1853 सर्ाववधक अन्तराल हयता है ?
(c) 15 अगस्त, 1853 (d) 16 मई, 1854 (a) गेहाँ (b) जौ
122. भारत में वर्दड युत रे लगाड़ी का पररचालन वकस र्र्व में प्रारम्भ (c) गन्ना (d) मक्का
हआ ? 138. सभी सजीर् पदाथव अपने श्वसन के वलए आक्सीजन का उपभयग
(a) 3 फरर्री, 1925 (b) 5 माचव, 1926 करते हैं | पौधयं द्वारा वकस समय आक्सीजन की पुन: पूवतव की
(c) 16 अप्रैल, 1920 (d) 15 अगस्त. 1930 जाती है ?
123. दे श का सबसे बड़ा वनययक्ता है ? (a) शाम के समय (b) रात के समय
(a) इस्पात उद्योग (b) जूट उद्योग (c) सुबह के समय (d) सदन के समय

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139. कौन-सा ‘वर्र पल एन्टीजन’ के द्वारा प्रवतरवक्षत नही ं हयता है ? (c) भूटान, चीन और म्ांमार
(a) टायफाइड (b) सडफ्थीररया (d) भूटान, बांग्लादे श और म्ांमार
(c) सटटने स (d) काली िााँसी 154. याज का खाद्य भाग हयता है -
140. वकसके शासनकाल में मराठा प्रमुख शम्भाजी कय फांसी की (a) रूपांतररत जा (b) र्ायर् पुष्प
सजा दी गई थी ? (c) र्ायर् जा (d) गूदेदार पिे
(a) औरं गजेब (b) शाहजहााँ 155. मानर् के शरीर का सामान्य ताप हयता है -
0 0
(c) जहााँगीर (d) अकबर (a) 96.4 F (b) 97.4 F
0 0
141. वनम्नवलस्खत में से कौन अंतररक्ष में नही ं पाया जाता है ? (c) 98.4 F (d) 99.4 F
(a) पल्सर (b) सब्रटल स्टार 156. वनम्न में से कौन-सा असम का प्रवसद्ध त्यौहार है ?
(c) ब्लैक होल (d) क्वासर (a) मकर संक्राब्धन्त (b) युगादी
142. ‘ओम-मीर्र’ वकसका मात्रक है ? (c) ओणम (d) रोंगाली सबछु
(a) प्रसतरोध (b) सर्सशष्ट् प्रसतरोध 157. भारत में न्यूनतम आबादी र्ाला राि है -
(c) सर्सशष्ट् चालकता (d) चालकता (a) अरुणाचल प्रदे श (b) ससब्धक्कम
143. हाँ साने र्ाली गैस है - (c) उिरािण्ड (d) समजोरम
(a) नाइटर ोजन डाई आक्साइड 158. वबिी कर उदाहरण है -
(b) नाइटर ोजन पेन्टा आक्साइड (a) सनगसमत कर का (b) प्रत्यक्ष कर का
(c) नाइटर ोजन आक्साइड (c) झूअप्रत्यक्ष कर का (d) कल्याण कर का
(d) नाइटर स आक्साइड 159. वर्श्व व्यापार संगठन अस्स्तत्व में आया था एक जनर्री ...... कय ?
144. सम्रार् अकबर द्वारा वकसकय ‘वशररन कलम’ का उपावध प्रदान (a) 1994 को (b) 1995 को
की गई थी ? (c) 1991 को (d) 1996 को
(a) मोहम्मद हसैन (b) मु कम्मत िां 160. सरकार द्वारा लगाए गए अर्रयधयं या प्रवतबंधयं कय हर्ाना
(c) अबदु स्समद (d) मीर सैयद अली कहलाता है -
145. गुरू अजुव न दे र् वकसके समकालीन थे ? (a) र्ैश्वीकरण (b) सनजीकरण
(a) बाबर के (b) जहााँगीर के (c) उदारीकरण (d) सद्वपक्षीय समझौता
(c) शाहजहााँ के (d) अकबर के 161. वनम्न में कौन-सा मौवलक अवधकार नही ं है ?
146. मुद्रा के रूप में अवभव्यक्त वकसी र्स्तु का मूल्य कहलाता है ? (a) समता का असधकार
(a) कीमत (b) उपयोसगता (b) शोषण के प्रसत असधकार
(c) मू ल्य (d) धन (c) हाताल का असधकार
147. समाज की तुलना में राि वियाशीलता की पररवध है - (d) धमव की स्वतंत्रता का असधकार
(a) असधक व्ापक 162. उप-वर्भाजन और वर्खंडन की बुराइययं के वलए प्रभार्ी उपाय
(b) संकीणव वनम्न में से कौन-सा है ?
(c) बराबर (a) भूसम सुधार (b) काश्तकारी असधकार
(d) दोनों के बीच कोई तुलना नहीं (c) भूसम सीमा (d) चकबंदी
148. सती प्रथा कय समाप्त करने र्ाला गर्नवर जनरल था - 163. भारत के वलए संवर्धान बनाने र्ाली संवर्धान सभा वकस र्र्व
(a) डलहौजी (b) ररपन थथावपत की गई थी ?
(c) सर्सलयम बैंसटक (d) कजवन (a) 1947 (b) 1948
149. अस्थथयााँ वकसमे र्ावतल हयती हैं ? (c) 1946 (d) 1949
(a) मछसलयों में (b) उभयचरों में 164. रािपाल द्वारा राि वर्धानसभा में आं ग्ल-भारतीय समुदाय के
(c) सरीसृपों में (d) पसक्षयों में वकतने सदस् नावमत वकये जाते हैं ?
150. सूयव में ऊजाव के उत्पादन की प्रविया का नाम है - (a) 1 (b) 2
(a) नासभकीय सर्िंडन (b) रे सडयो ससक्रयता (c) 12 (d) 6
(c) नासभकीय संलयन (d) आयनन 165. एक नया दमव, दीन-ए-इलाही शुरू वकया था -
151. पत्तयं का हरा रं ग वकसकी उपस्थथवत के कारण हयता है ? (a) अकबर ने (b) बाबर ने
(a) प्रोटीन (b) सलसपड (c) शेरशाह सूरी ने (d) जहांगीर ने
(c) क्लोरोसफल (d) काबोहाइडरेट 166. अन्तरावष्ट्रीय लयकतंत्र वदर्स कब मनाया जाता है ?
152. गुर्ाहार्ी वकस नदी के वकनारे स्थथत है ? (a) 15 ससतंबर को (b) 12 ससतंबर को
(a) तीस्ता (b) ब्रह्मपुत्र (c) 15 सदसम्बर को (d) 15 अक्टू बर को
(c) हगली (d) सोन 167. हमारे संवर्धान की व्याख्या के वलए अंवतम प्रावधकारी है -
153. दे शयं के वनम्न समूहयं में से वकसके साथ अरुणाचल प्रदे श की (a) राष्ट्रपसत (b) संसद
साझी सीमाएाँ हैं ? (c) प्रधानमं त्री (d) उितम न्यायालय
(a) भूटान, बांग्लादे श और चीन
(b) म्ांमार, बांग्लादे श और चीन

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168. हररत िास्न्त वकस र्र्व में आरम्भ हई थी ? 182. आलू में ‘अवक्षयााँ’ मदद करती हैं -
(a) 1960 (b) 1947 (a) यौन जनन में
(c) 1980 (d) 1950 (b) कासयक जनन में
169. गामा-वकरणयं की अवधकतम साम्यता हयती है - (c) िाद्य सामाग्री के भंडार में
(a) - सकरणों के साथ (b) β – सकरणों के साथ (d) कांड के सौंदयव के सलए
(c) x – सक्रनों के साथ (d) UV सकरणों के साथ 183. जीर्न का ब्लू वप्रंर् है -
170. पेय जल में ब्लीवचंग पाउडर का प्रययग वकस रूप में वकया जाता (a) डी. एन. ए. (b) आर. एन. ए.
है ? (c) कोसशका (d) केन्द्रक
(a) रोगाणुनाशी (b) प्रसतजैसर्क 184. सामान्य रक्त दाब वकतना हयता है ?
(c) प्रसतरोधी (d) स्कंदक (a) 140-90 (b) 120-80
171. ग्रहण वकस प्रकाशीय पररघर्ना के कारण लगते है ? (c) 130-70 (d) 110-60
(a) परार्तवन (b) अपर्तवन 185. कंगारू वकस दे श का प्रतीक है -
(c) ऋजुरेिीय संचरण (d) सर्र्तवन (a) टोंगा आईलैं डडस (b) आस्टर े सलया
172. कम्प्टयूर्र द्वारा प्रययग वकये जाने र्ाले प्रयग्राम और डार्ा कहााँ (c) न्यूजीलैं ड (d) अमे ररका
उपलि हयते हैं ? 186. राियं के वकस समूह के साथ नागालैंड की साझी सीमाएाँ हैं ?
(a) प्रोसेससंग यूसनट (b) आउटपुट (a) अरुणाचल प्रदे श, असम और मे घालय
(c) स्टोरे ज (d) इनपुट (b) अरुणाचल प्रदे श, असम और मसणपुर
173. संज्ञाहारी के रूप में क्लयरयफामव का आवर्ष्कार वकसने वकया (c) असम, मे घालय और मसणपुर
था? (d) अरुणाचल प्रदे श, असम और समजोरम
(a) जेम्स ससिसन (b) एडर्डव जेनर 187. वर्श्व का पहला कृवत्रम उपग्रह ियड़ा गया था ?
(c) अले िेंडर फ्लेसमंग (d) सक्रसियन बजावडव (a) सोसर्यत युसनयन द्वारा
174. भारत के वनम्न में से वकस राि का एक नृत्य-नार्क कुवचपुड़ी है ? (b) अमे ररका द्वारा
(a) उाीसा (b) आं ध्रप्रदे श (c) फ्रांस द्वारा
(c) केरल (d) तसमलनाडु (d) जमव नी द्वारा
175. सत्यजीत रे का संबंध वनम्न में से वकसके साथ था ? 188. गुरूत्व की विया के अन्तगवत मु क्त रूप से वगर रही र्स्तु का
(a) शास्त्रीय नृ त्य (b) पत्रकाररता भार-
(c) शास्त्रीय संगीत (d) सील् सनदे शन (a) असधकतम होता है (b) न्यूनतम होता है
176. नरम दल और गरम दल के बीच फूर् कहााँ और वकस र्र्व में पडी (c) पररर्ती होता है (d) शून्य होता है
थी ? 189. वनम्न में से वकसमें संर्हन हयता है ?
(a) 1907 में कांग्रेस के सूरत असधर्ेशन में (a) केर्ल ठोसों और द्रर्ों में
(b) 1885 में कांग्रेस के मु म्बई असधर्ेशन में (b) केर्ल द्रर्ों और गैसों में
(c) 1836 में कांग्रेस के कलकता असधर्ेशन में (c) केर्ल गैसों और द्रर्ों में
(d) 1920 में कांग्रेस के नागपुर असधर्ेशन में (d) ठोसों, द्रर्ों तथा गैसों में
177. भारत में मवहला आबादी की कमी के वलए मुख्य उत्तरदायी वनम्न 190. र्नस्पवत घी के वनमावण में प्रयुक्त गैस है -
में से कौन है ? (a) हाइडरोजन (b) हीसलयम
(a) राजनै सतक कारण (b) आसथवक कारण (c) आक्सीजन (d) नाइटर ोजन
(c) सामासजक कारण (d) अं ध सर्श्वास 191. वकसी र्स्तु का आर्वधवत और आभासी प्रवतवबम्ब प्राप्त करने के
178. ितंत्र भारत का पहला गर्नवर जनरल कौन था ? वलए प्रययग वकया जाता है -
(a) सी. राजगोपालाचारी (b) एस. राधाकृष्णन (a) समतल दपवण (b) उिल दपवण
(c) लाडव माउं ट बेटन (d) लाडव बेर्ल (c) अर्तल दपवण (d) अर्तल लें स
179. संवर्धान बनने के समय जय क्षेत्र नाथव ईस्ट कृवर्यर एजें सी (एन, 192. वनम्न में से कौन-सा वनम्नीकरणीय है -
ई, एफ, ए,) के नाम से जाना जाता था | (a) कागज (b) डी. डी. टी.
(a) असम राज्य (b) अरूणाचल प्रदे श राज्य (c) एल्युसमसनयम (d) प्लाब्धस्टक
(c) मे घालय राज्य (d) नागालै ण्ड राज्य 193. जल के उपचार में वफर्करी का प्रययग वकस प्रविया में मदद के
180. वसंधु घार्ी सभ्यता के शहरयं की गवलयााँ थी - वलये वकया जाता है ?
(a) चौाी और सीधी (b) तंग और मै ली (a) सनस्यंदन (b) स्कंदन
(c) सफसलन र्ाली (d) तंग और टे िी (c) मृ दुकरण (d) सर्संक्रमण
181. भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के पहले अवधर्ेशन में वकतने प्रवतवनवधययं 194. अम्रीय र्र्ाव र्ायु में वकसके अवधक सांद्रण के कारण हयता है ?
ने भाग वलया था ? (a) CO और CO2 (b) SO2 और NO2
(a) 75 (b) 76 (c) ओजोन और धुल (d) H2O और CO
(c) 71 (d) 72

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195. सही उत्तर चुवनए -
(a) डायमं ड, काबवन, ग्रेफाइट और सल्फर के अपररूप हैं
(b) डायमं ड, काबवन का अपररूप है और ग्रेफाइट फास्फोरस
का
(c) डायमं ड सल्फर का अपररूप है और ग्रेफाइट काबवन का
(d) डायमं ड और ग्रेफाइट दोनों काबवन के अपररूप हैं
196. वर्जयर्ाड़ा वकस नदी के वकनारे स्थथत है ?
(a) कार्ेरी (b) कृष्णा
(c) महानदी (d) ताप्ती
197. कूकी वकस राि से सम्बस्न्धत है ?
(a) नागालै ण्ड (b) मे घालय
(c) मसणपुर (d) सत्रपुरा
198. वर्प्पानी वकस राि का लयक नृत्य है ?
(a) सबहार (b) पसिम बंगाल
(c) गुजरात (d) राजस्थान
199. एक गीगाबाइर् में वकतने बाइर् हयते हैं ?
3 6
(a) 10 बाइटड स (b) 10 बाइटड स
9 12
(c) 10 बाइटड स (d) 10 बाइटड स
200. राष्ट्रीय ग्रामीण जीवर्का वमशन आरम्भ वकया गया था -
(a) जून, 2011 में (b) जून, 2009 में
(c) मई, 2007 में (d) मई, 2005 में

उत्तरमाला
1. A 21. B 41. C 61. D 81. B 101. B 121. B 141. B 161. C 181. D
2. A 22. B 42. B 62. C 82. A 102. A 122. A 142. B 162. D 182. B
3. C 23. B 43. C 63. B 83. D 103. D 123. C 143. D 163. C 183. A
4. A 24. A 44. B 64. A 84. A 104. B 124. D 144. C 164. A 184. B
5. A 25. D 45. A 65. B 85. C 105. C 125. D 145. D 165. A 185. B
6. A 26. D 46. A 66. C 86. D 106. C 126. C 146. A 166. A 186. B
7. A 27. B 47. A 67. B 87. C 107. B 127. A 147. A 167. D 187. A
8. A 28. A 48. B 68. C 88. C 108. C 128. B 148. C 168. A 188. D
9. D 29. A 49. C 69. C 89. C 109. A 129. D 149. D 169. C 189. B
10. B 30. A 50. B 70. B 90. C 110. A 130. A 150. C 170. A 190. A
11. A 31. B 51. D 71. B 91. A 111. D 131. C 151. C 171. C 191. C
12. B 32. C 52. C 72. A 92. C 112. B 132. B 152. B 172. C 192. A
13. C 33. D 53. D 73. C 93. C 113. A 133. B 153. C 173. A 193. A
14. C 34. A 54. A 74. D 94. C 114. B 134. C 154. D 174. B 194. B
15. D 35. D 55. D 75. A 95. C 115. B 135. D 155. C 175. D 195. D
16. D 36. B 56. B 76. C 96. D 116. C 136. B 156. D 176. A 196. B
17. A 37. C 57. B 77. A 97. A 117. D 137. C 157. B 177. B 197. C
18. C 38. D 58. C 78. B 98. C 118. D 138. D 158. C 178. C 198. C
19. C 39. D 59. B 79. A 99. C 119. B 139. A 159. B 179. B 199. C
20. A 40. B 60. B 80. D 100. C 120. B 140. A 160. C 180. A 200. B

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BADACBBD

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