Professional Documents
Culture Documents
Aagam 40 Aavashyak Malaygiri Vrutti Mool Sootra 1 Part 04 007204 Toc
Aagam 40 Aavashyak Malaygiri Vrutti Mool Sootra 1 Part 04 007204 Toc
ू ]सि
ू भ्
नभो नभो ननम्भरदॊ सणस्स
ऩज्
ू म श्रीआनॊद-ऺभा-रलरत-सश
ु ीर-सध
ु भमसागय गरू
ु भ्मो नभ:
28/07/2017, शक्र
ु वाय, २०७३ श्रावण शक्
ु र ५ jain_e_library’s Net Publications
भुनन दीऩयत्नसागये ण सॊकलरत..आगभसूि-[४०], भूरसूि-[१] “आवश्मक” ननमञ्ुम क्त एवॊ भरमगगरयसूरय-यगचता वञ्ृ त्त:
~1~
भनु न दीऩयत्नसागये ण सॊकलरत..आगभसि
ू -[४०], भर
ू सि
ू -[१] “आवश्मक” ननमञ्ुम क्त एवॊ भरमगगरयसरू य-यगचता वञ्ृ त्त:
चतुथ-म बाग:
*** भर
ू सॊऩादकीम आवश्मकसि
ू स्म टाईटर-ऩेज
~2~