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पैरागाॅन‌‌सीनियर‌‌सेकें डरी‌स्‌ कू ल‌सै

‌ क्टर‌‌71,‌‌मोहाली‌  ‌
  ‌ क
‌ क्षा-‌‌बारहवीं‌  ‌
  ‌ ‌विषय‌‌-‌हि ‌ न्दी‌  ‌
समय-1.‌‌5 ‌ ‌ पू
‌ र्णांक-‌‌30‌  ‌
  ‌ ‌खंड‌‌-अ‌‌(वस्तुपरक‌प्र ‌ श्न‌‌)  
‌‌ ‌
1.‌‌निम्नलिखित‌अ ‌ पठित‌‌गघांश‌को ‌ ‌प ‌ ढ़कर‌नी ‌ चे‌‌दिए‌‌गए‌‌बहुविकल्पी‌‌प्रश्नों‌के ‌ ‌‌विकल्पों‌‌में ‌‌से‌स ‌ ही‌उ ‌ त्तर‌‌चुनिए‌‌  
--3‌  ‌
उत्साह‌की ‌ ‌‌गिनती‌अ ‌ च्छे ‌गु ‌ णों‌‌में ‌‌होती‌‌है |‌‌किसी‌‌भाव‌‌के ‌‌अच्छे ‌‌या‌‌बुरे‌‌होने‌‌का‌नि ‌ श्चय‌अ ‌ धिकतर‌‌उसकी‌‌प्रव्रत्ति‌‌के  ‌‌
शुभ‌या ‌ ‌अ ‌ शुभ‌‌परिणाम‌‌के ‌‌विचार‌से ‌ ‌‌होता‌है ‌ ‌‌|‌‌वही‌‌उत्साह‌‌जो‌‌कर्तव्य‌क ‌ र्मो‌‌के ‌प्र
‌ ति‌इ
‌ तना‌सुं ‌ दर‌‌दिखाई‌प ‌ ड़ता‌‌है ‌‌| ‌‌
अकर्तव्य‌क ‌ र्मो‌की‌ ‌ओ ‌ र‌हो ‌ ने‌‌पर‌वै ‌ सा‌‌श्लाध्य‌‌नहीं‌‌प्रतीत‌‌होता‌‌है |‌‌आत्मरक्षा,‌‌पर-रक्षा,‌‌दे श-रक्षा‌‌आदि‌‌के ‌‌निमित्त‌‌  
साहस‌‌की‌जो ‌ ‌उ ‌ मंग‌दे ‌ खी‌जा ‌ ती‌‌हैं‌उ ‌ सके ‌‌सौंदर्य‌‌को‌‌परपीड़न,‌ड ‌ कै ती‌‌आदि‌‌कर्मो‌‌का‌‌साहस‌‌कभी‌न ‌ हीं‌प‌ हुंच‌स ‌ कता‌‌| ‌‌
यह‌बा ‌ त‌हो ‌ ते‌हु‌ ए‌भी ‌ ‌‌विशुद्ध‌उ ‌ त्साह‌या ‌ ‌सा‌ हस‌की ‌ ‌‌प्रशंसा‌‌संसार‌‌में ‌‌थोड़ी-‌‌बहुत‌‌होती‌ही ‌ ‌‌है ‌‌|‌अ‌ त्याचारियों‌या ‌ ‌‌डाकु ओं‌‌  
के ‌‌शौर्य‌औ ‌ र‌सा ‌ हस‌‌की‌क ‌ थाएँ‌‌भी‌लो ‌ ग‌ता ‌ रीफ‌‌करते‌‌हु ए‌‌सुनते‌‌हैं‌‌|‌अ ‌ ब‌‌तक‌‌उत्साह‌‌का‌प्र ‌ धान‌‌रूप‌‌ही‌‌हमारे‌‌सामने‌‌  
रहा,‌‌जिसने‌सा ‌ हस‌‌का‌पू ‌ रा‌यो ‌ ग‌‌रहता‌है ‌ ‌‌|‌ प
‌ र‌क ‌ र्ममात्र‌‌के ‌‌संपादन‌‌में ‌‌जो‌‌तत्परता‌‌पूर्ण‌‌आनंद‌‌दे खा‌जा ‌ ता‌‌है ‌‌यह‌‌भी ‌‌
उत्साह‌ही ‌ ‌क‌ हा‌‌जाता‌है ‌ ‌‌|‌‌सब‌का ‌ मों‌‌में ‌‌साहस‌अ ‌ पेक्षित‌‌नही‌‌होता,‌‌पर‌‌थोड़ा‌ब ‌ हुत‌‌आराम,‌वि ‌ श्राम,‌सु ‌ भीते‌ ‌इत्यादि‌‌  
का‌त्‌ याग‌‌सब‌में ‌ ‌क ‌ रना‌‌पड़ता‌है ‌ ‌औ
‌ र‌‌कु छ‌न ‌ हीं‌तो‌ ‌‌उठकर-‌‌बैठना,‌ख ‌ ड़ा‌‌होना‌‌या‌‌दस‌‌-‌‌पांच‌‌कदम‌च ‌ लना‌‌ही‌प ‌ ड़ता‌‌है  ‌‌
|‌  ‌
प्रश्न-‌‌(1)‌‌कै से‌क ‌ र्म‌क ‌ रने‌से ‌ ‌‌उत्साह‌सु ‌ न्दर‌प्र ‌ तीत‌हो ‌ ता‌‌है ?‌‌   ‌
(क)‌क ‌ ठिन‌ ‌(ख)‌‌सरल‌‌(ग)‌‌कर्तव्य‌‌(घ)‌ अ ‌ कर्तव्य‌  ‌
(2)‌‌गघांश‌का ‌ ‌‌उचित‌शी ‌ र्षक‌‌है ‌‌--‌  ‌
(क)‌ ‌अच्छे ‌‌गुण‌ ‌(ख)‌‌साहस‌औ ‌ र‌ह ‌ म‌ ‌(ग)‌‌हमारा‌‌कर्तव्य‌ ‌(घ)‌ उ ‌ त्साह‌‌का‌स् ‌ वरूप‌  ‌
(3)‌‌किसी‌‌मित्र‌को ‌ ‌मि ‌ लने‌के ‌ ‌‌लिए‌दौ ‌ ड़‌‌पड़ना‌‌कहलाता‌‌है ‌ ‌--‌  ‌
(क)‌खु ‌ शी‌ ‌(ख)‌ औ ‌ पचारिकता‌‌(ग)‌ ‌उत्साह‌‌(‌‌घ)‌‌साहस‌   ‌
2.‌‌निम्नलिखित‌अ ‌ पठित‌‌काव्यांश‌को ‌ ‌प ‌ ढ़कर‌‌नीचे‌दि ‌ ए‌ग ‌ ए‌‌बहुविकल्पी‌‌प्रश्नों‌‌के ‌‌विकल्पों‌‌में ‌से ‌ ‌‌सही‌‌उत्तर‌‌चुनिए‌‌  
--3‌  ‌
निर्भय‌स् ‌ वागत‌क ‌ रो‌मृ ‌ त्यु‌‌का,‌‌    ‌
मृत्यु‌ए ‌ क‌हैं ‌ ‌वि
‌ श्राम-‌‌स्थल‌‌| ‌ ‌
जीव‌य ‌ हाँ‌से‌ ‌‌फिर‌च ‌ लता‌है ‌ ,‌‌
   ‌
धारण‌‌कर‌‌नव‌जी ‌ वन‌सं ‌ बल‌‌| ‌ ‌
मृत्यु‌ए ‌ क‌स ‌ रिता‌‌हैं,‌जि ‌ समें‌‌    ‌
श्रम‌‌से‌‌कातर‌जी ‌ व‌न ‌ हाकर‌‌    ‌
फिर‌‌नूतन‌धा ‌ रण‌‌करता‌‌है ,‌‌    ‌
काया‌रू ‌ पी‌व ‌ स्त्र‌ब‌ हाकर‌‌| ‌ ‌
सच्चा‌प्रे ‌ म‌व ‌ ही‌‌है ‌जि‌ सकी‌‌--‌  ‌
तृप्ति‌‌आत्म‌‌-‌‌बलि‌‌पर‌‌हो‌नि ‌ र्भर‌‌| ‌ ‌
त्याग‌बि ‌ ना‌नि ‌ ष्प्राण‌प्रे ‌ म‌‌है ‌‌,   ‌‌ ‌
करो‌प्रे
‌ म‌प ‌ र‌‌प्राण‌नि ‌ छावर‌‌| ‌ ‌
प्रश्न-‌‌(1)‌‌कवि‌मृ ‌ त्यु‌के‌ ‌प्र‌ ति‌क् ‌ या‌‌बनने‌के ‌ ‌लि‌ ए‌‌कहता‌‌है ?‌‌    ‌
(क)‌ ‌सदय‌ ‌(ख)‌ नि ‌ र्भय‌ ‌(ग)‌ ‌करूण‌‌(घ)‌ ‌भयभीत‌  ‌
(2)‌‌मृत्यु‌को ‌ ‌क ‌ वि‌कै ‌ सा‌स् ‌ थल‌मा ‌ नता‌‌है ?‌‌    ‌
(क)‌यु ‌ द्ध‌ ‌(ख)‌‌गृह‌ ‌(ग)‌ व ‌ ध‌ ‌(घ)‌वि ‌ श्राम‌‌    ‌
(3)‌ ‌सच्चा‌प्रे ‌ म‌कि ‌ स‌प ‌ र‌नि ‌ र्भर‌‌हैं?‌‌    ‌
(क)‌प्रे
‌ मी‌प ‌ र‌ ‌(ख)‌‌प्रेमिका‌प ‌ र‌ ‌(ग)‌ आ ‌ त्मबलिदान‌‌पर‌ ‌(घ)‌ सं ‌ तोष‌‌पर‌  ‌
3.‌‌निम्नलिखित‌प्र ‌ श्नों‌के ‌ ‌ब ‌ हुविकल्पी‌ ‌विकल्पों‌‌में ‌‌से‌‌सही‌‌उत्तर‌चु ‌ निए‌‌--‌‌3 ‌ ‌
(1)‌‌इंटरनेट‌‌पर‌‌अखबारों‌‌के ‌‌प्रकाशन‌या ‌ ‌ख ‌ बरों‌का ‌ ‌‌आदान-‌प्र ‌ दान‌‌क्या‌क‌ हलाता‌‌है ?‌‌   ‌
(क)‌प ‌ त्रिका‌‌प्रकाशन‌ ‌(ख)‌ इं ‌ टरनेट‌प ‌ त्रिका‌ ‌(ग)‌ खो ‌ जपरक‌‌पत्रिका‌‌(‌घ ‌ )‌ उ
‌ परोक्त‌‌सभी‌  ‌
(2)‌‌फ्रीलांसर‌प ‌ त्रकार‌कौ ‌ न‌हो ‌ ता‌‌है ?‌‌
   ‌
(क)‌ ‌पूर्ण‌का ‌ लिक‌‌पत्रकार‌‌(ख)‌ अं ‌ शकालिक‌प ‌ त्रकार‌‌(ग)‌स् ‌ वतंत्र‌‌पत्रकार‌‌(घ)‌अ‌ र्धकालिक‌‌पत्रकार‌  ‌
3.‌‌कविता‌‌का‌स ‌ बसे‌प ‌ हला‌‌उपकरण‌क् ‌ या‌है ‌ ?‌‌   ‌
(क)‌वा ‌ क्य‌‌(ख)‌‌शब्द‌‌(ग)‌ इं ‌ टरनेट‌‌(घ)‌प ‌ त्रकारिता‌  ‌
‌4.‌‌निम्नलिखित‌‌पठित‌का ‌ व्यांश‌‌को‌‌पढ़कर‌नी ‌ चे‌‌दिए‌ग ‌ ए‌‌बहुविकल्पी‌‌प्रश्नों‌‌के ‌‌विकल्पों‌‌में ‌‌से‌‌सही‌‌उत्तर‌‌चुनिए--‌‌
 
3‌  ‌
आह‌ ‌!‌वे ‌ दना‌मि ‌ ली‌वि ‌ दाई‌ ‌!   ‌‌ ‌
मैंने‌‌भ्रमवश‌जी ‌ वन‌‌संचित,‌‌    ‌
मधुकरियों‌‌की‌भी ‌ ख‌‌लुटाई‌ ‌| ‌ ‌
छलछल‌ ‌थे‌‌संध्या‌‌के ‌‌श्रमकण,‌‌    ‌
आंसू‌ से ‌ ‌‌गिरते‌थे ‌ ‌‌प्रतिक्षण‌ ‌| ‌ ‌
मेरी‌या‌ त्रा‌‌पर‌ले ‌ ती‌थी ‌ ‌‌--‌  ‌
नीरवता‌ अ ‌ नंत‌‌अंगड़ाई‌‌| ‌ ‌
-‌‌से‌गि
‌ रते‌थे ‌ ‌प्र
‌ तिक्षण‌ ‌| ‌ ‌
मेरी‌या‌ त्रा‌‌पर‌ले ‌ ती‌‌    ‌
प्रश्न-‌‌(1)‌‌दे वसेना‌का ‌ ‌गी ‌ त‌क ‌ विता‌‌किस‌र‌ चना‌से ‌ ‌‌ली‌‌गई‌‌है ?‌‌   ‌
(क)‌स् ‌ कं दगुप्त‌ना ‌ टक‌‌से‌ ‌(ख)‌‌चंद्रगुप्त‌‌नाटक‌‌से ‌ ‌
(ग)‌ध्रु
‌ वस्वामिनी‌ना ‌ टक‌से ‌ ‌‌(घ)‌‌कामायनी‌‌से ‌ ‌
(2)‌ ‌दे वसेना‌का ‌ ‌गी ‌ त‌र‌ चना‌के ‌ ‌‌कवि‌‌कौन‌है ‌ ?‌‌   ‌
(क)‌सू ‌ र्यकांत‌त्रि‌ पाठी‌‌(ख)‌ज ‌ यशंकर‌प्र ‌ साद‌‌    ‌
(ग)‌म ‌ हादेवी‌व ‌ र्मा‌ ‌(घ)‌वि ‌ ष्णु‌ ‌खरे‌  ‌
(3)‌‌दे वसेना‌‌कौन‌थी ‌ ?‌‌    ‌
(क)‌मा ‌ लवा‌के ‌ ‌रा ‌ जा‌‌बंधुवर्मा‌की ‌ ‌‌बहन‌  ‌
(ख)‌ स् ‌ कं दगुप्त‌‌की‌ब ‌ हन‌‌(ग)‌‌पर्ण‌‌दत्त‌की ‌ ‌पु ‌ त्री‌  ‌
(घ)‌ चं ‌ द्रगुप्त‌की ‌ ‌‌पुत्री‌  ‌
5.‌‌निम्नलिखित‌प ‌ ठित‌ग ‌ घांश‌को ‌ ‌प‌ ढ़कर‌‌नीचे‌‌दिए‌‌गए‌ब ‌ हुविकल्पी‌‌प्रश्नों‌‌के ‌‌उत्तर‌‌चुनिए‌‌--3‌  ‌
चौधरी‌सा ‌ हब‌से ‌ ‌तो
‌ ‌‌अब‌‌अच्छी‌‌तरह‌प ‌ रिचय‌‌हो‌ग ‌ या‌था
‌ ‌ ‌|‌अ ‌ ब‌‌उनके ‌‌यहाँ‌‌मेरा‌‌जाना‌‌एक‌‌लेखक‌‌की‌‌है सियत‌‌से ‌‌
होता‌था ‌ ‌‌|‌‌हम‌‌लोग‌‌उन्हें‌‌एक‌‌पुरानी‌ची ‌ ज़‌स ‌ मझा‌क ‌ रते‌‌थे‌‌|‌इ
‌ स‌‌पुरातत्व‌‌की‌‌दृष्टि‌में
‌ ‌‌प्रेम‌‌और‌‌कु तूहल‌‌का‌‌एक‌‌  
अद्भुत‌मि ‌ श्रण‌‌रहता‌था ‌ ‌‌|‌‌यहाँ‌‌पर‌‌यह‌क ‌ ह‌‌दे ना‌आ ‌ वश्यक‌है ‌ ‌‌कि‌‌चौधरी‌‌साहब‌ए ‌ क‌खा
‌ से‌ हिं ‌ दुस्तानी‌‌रईस‌‌थे‌‌| ‌‌
वसंतपंचमी,‌‌होली‌‌इत्यादि‌अ ‌ वसरों‌‌पर‌उ ‌ नके ‌‌यहाँ‌‌खूब‌ना ‌ च‌‌-‌‌रं ग‌‌और‌उ ‌ त्सव‌हु‌ आ‌‌करते‌‌थे‌‌|‌उ ‌ नकी‌‌हर‌‌एक‌‌अदा‌‌से ‌‌
रियासत‌‌और‌‌तबीयतदारी‌‌टपकती‌‌थी‌‌| ‌ ‌
प्रश्न-‌‌(1)‌‌प्रेमघन‌का ‌ ‌कि ‌ स‌है ‌ सियत‌‌से‌आ ‌ ना-‌‌जाना‌‌था?‌‌    ‌
(क)‌क ‌ वि‌ ‌(ख)‌ले ‌ खक‌‌(ग)‌मि ‌ त्र‌‌(घ)‌स ‌ गे-‌‌संबंधी‌  ‌
(2)‌‌कौन‌‌-‌से ‌ ‌‌त्योहारों‌प ‌ र‌ना‌ च-‌रं‌ ग‌का ‌ ‌उ ‌ त्सव‌हो ‌ ता‌‌था‌ ‌?   ‌‌ ‌
(क)‌व ‌ संतपंचमी-‌‌होली‌ ‌(ख)‌‌दीवाली‌‌-‌‌होली‌  ‌
(ग)‌ती ‌ ज‌‌-‌‌होली‌ ‌(घ)‌‌फागुन-‌‌होली‌  ‌
(3)‌‌अद्भुत‌का ‌ ‌अ ‌ र्थ‌‌क्या‌है ‌ ?‌‌    ‌
(क)‌मि ‌ श्रित‌‌(ख)‌ अ ‌ नोखा‌‌(ग)‌ ‌अजीब‌‌(घ)‌ ‌अनूठी‌  ‌
6.‌‌सूरदास‌की ‌ ‌झो ‌ पड़ी‌पा ‌ ठ‌ के ‌ ‌आ‌ धार‌प ‌ र‌‌नीचे‌दि ‌ ए‌‌गए‌‌बहुविकल्पी‌‌प्रश्नों‌के ‌ ‌‌सही‌‌उत्तर‌‌दें ‌‌-‌‌4 ‌ ‌
(1)‌‌भैरों‌कौ‌ न‌था ‌ ?‌‌   
(क)‌अं ‌ धा‌भि‌ खारी‌‌(ख)‌ कि ‌ सान‌‌(ग)‌‌धनी‌व्‌ यक्ति‌  ‌
(घ)‌सा‌ मान्य‌‌निवासी‌‌था‌जि ‌ सकी‌सो ‌ च‌न ‌ कारात्मक‌‌थी   ‌‌ ‌
(2)‌‌सुभांगी‌कि ‌ सकी‌‌पत्नी‌थी ‌ ?‌‌    ‌
(क)‌ ‌सूरदास‌की ‌ ‌‌(ख)‌‌भैरों‌की ‌ ‌ ‌(ग)‌‌जगधर‌‌की‌‌(घ)‌ उ ‌ परोक्त‌‌में ‌‌से‌‌किसी‌‌की‌‌नहीं‌‌
   ‌
(3)‌‌जगधर‌‌कै सा‌व्‌ यक्ति‌‌था?‌‌    ‌
(क)‌सा ‌ मान्य‌व्‌ यक्ति‌ ‌(ख)‌ ध ‌ नी‌व्‌ यक्ति‌‌(ग)‌‌निर्धन‌‌व्यक्ति‌ ‌(घ)‌‌लालची‌‌व्यक्ति‌  ‌
(4)‌‌भैरों‌ने
‌ ‌सू
‌ रदास‌के ‌ ‌घ‌ र‌में
‌ ‌आ ‌ ग‌‌क्यों‌ल ‌ गाईं?‌‌    ‌
(क)‌ ‌धोखे‌के ‌ ‌का
‌ रण‌ ‌(ख)‌ ‌मित्रता‌‌के ‌‌कारण‌  ‌
(ग)‌ ‌ईष्या‌के ‌ ‌‌कारण‌‌(घ)‌खे ‌ ल‌ में ‌ ‌ हा
‌ र‌के
‌ ‌का
‌ रण‌  ‌
 ‌
  ‌ ‌वर्णनात्मक‌‌प्रश्न‌  ‌
7.‌‌चुनाव‌‌के ‌दि ‌ नों‌‌में ‌का
‌ र्यकर्ता‌‌घर,‌वि ‌ द्यालयों‌औ ‌ र‌मा‌ र्ग‌द ‌ र्शक‌‌आदि‌प ‌ र‌‌बेतहाशा‌पो‌ स्टर‌‌लगा‌‌जाते‌‌हैं‌‌|‌‌इसमें‌‌
 
लोगों‌को ‌ ‌‌होने‌‌वाली‌अ ‌ सुविधा‌‌पर‌अ ‌ पने‌वि
‌ चार‌व्‌ यक्त‌‌करते‌हु‌ ए‌ ‌दै निक‌‌लोक‌‌वाणी‌‌समाचार-‌प ‌ त्र‌‌के ‌‌जनमत‌‌
 
कालम‌के ‌ ‌लि
‌ ए‌प ‌ त्र‌‌लिखिए‌‌--‌ ‌3 ‌ ‌
8.‌‌निम्नलिखित‌प्र ‌ श्नों‌के
‌ ‌उ
‌ त्तर‌दी ‌ जिए‌‌--4‌  ‌
(1)‌‌जहाँ‌प ‌ हुँच‌अ ‌ नजान‌‌क्षितिज‌को ‌ ‌मि‌ लता‌‌एक‌‌सहारा‌‌--‌‌पंक्ति‌का ‌ ‌‌आशय‌स् ‌ पष्ट‌‌कीजिए‌‌| ‌ ‌
(2)‌‌दे वसेना‌‌की‌गी ‌ त‌क ‌ विता‌का ‌ ‌‌मूल‌‌भाव‌या ‌ ‌प्र‌ तिपाद्य‌‌स्पष्ट‌‌कीजिए‌‌| ‌ ‌
9.‌‌निम्नलिखित‌प्र ‌ श्नों‌के
‌ ‌उ
‌ त्तर‌दी ‌ जिए‌ ‌-----4‌  ‌
(1)‌‌बचपन‌‌में ‌ले ‌ खक‌के ‌ ‌म
‌ न‌में‌ ‌‌भारतेन्दु‌जी
‌ ‌के ‌ ‌‌संबंध‌‌में ‌‌कै सी‌‌भावना‌‌जगी‌‌रहती‌‌थी?‌‌    ‌
(2)‌‌प्रेमघन‌‌की‌छा ‌ या‌स् ‌ मृति‌नि‌ बंध‌‌का‌‌मुख्य‌भा ‌ व‌स् ‌ पष्ट‌‌कीजिए‌‌| ‌ ‌
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