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GENERAL SCIENCE

Railway, NTPC, Group D


Special, SSC, UPSSSC, UPP,
UPSI and Other Exam

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1. कुल मूल मात्रको की संख्या होती है – 7
2. माप तौल का ऄन्तराष्ट्रीय कायाा लय है – सेवरेज (फ्रांस)
3. लम्बी दूरी मापने में सामान्यत: प्रयोग होता है – प्रकरश वषष
4. दूरी मापने की सबसे बडी आकाइ है – पररसेक
5. तेल की माप सामान्यत: की जाती है – बैरल
6. समद्रु की गहराइ मापने में प्रयक्त
ु होता है – फैदम
7. एक प्रकाश वषा – 9.48 × मी यर 9.4 × ककमी
8. 1 पारसेक – 3.26 प्रकरश वषष
9. 1 बैरल – 159 लीटर (लगभग)
10. शोर/ध्वनन को मापा जाता है – डेसीबल
11. SI पद्धनत नकसका नवस्ताररत रूप है – MKS पद्धकत कर
12. मूल मात्र भौतिक रातियााँ SI मात्रक संकेि
लम्बाइ मीटर M
द्रव्यमान नकलोग्राम Kg
समय सेकेन्ड S
नवद्यतु धारा एनम्पयर A
ताप के नववन K
ज्योनततीव्रता कै ण्डेला Cd
पदाथा की तीव्रता मोल Mol
13. सम्पूरक मात्रक समतल कोण रेनडयन rad
ठोसीय कोण स्टेरने डयन sr
14. बार नकस रानश का मात्रक है – वरयमु ण्डलीय दरब कर
15. हट्ाज नकस रानश का मात्रक है – आवकृ ि (Frequency)
16. पास्कल नकस रानश का मात्रक है – द्रव दरब कर
17. नकलो वाट घण्टा नकस रानश का मात्रक है – उजरष कर
18. मानव शरीर का सामान्य ताप – 98.4°F यर 310 K यर 36.9°C
19. डाब्सन नकसकी आकाइ है – ओजोन परत
20. नवद्यतु प्रनतरोध की आकाइ क्या है – ओम
21. काया व ईजाा का मात्रक है – जल ू
22. ईष्ट्मा का मात्रक होता है – जूल, ककलो जूल, कै लोरी
23. बल का मात्रक है – न्यूटन
24. त्वरण का मात्रक – मी0/से²
25. शनक्त का मात्रक – जूल/से0 यर वॉट
26. 1 ऄश्व शनक्त होता है – 746 वॉट
27. लेंस की क्षमता का मात्रक – डरयोप्टर
28. नवद्यतु धारा – एकपपयर
नवद्यतु ईजाा – ककलोवरट घण्टर
नवद्यतु प्रनतरोध – ओम
नवद्यतु अवेश – कुलरम
नवद्यतु नवभव – वोल्ट
नवद्यतु धररता – फैररडे
29. भूकम्प की तीव्रता मापी जाती है – ररयेक्टर पैमरने पर
30. 1 न्यूटन – डरइन
1 जूल – अगष
1. क्षेत्रफल – लम्बाइ × चौडाइ = [ ] [ ]
2. अयतन – लम्बाइ × चौडाइ × ईंचाइ = [ ]
नवस्थापन दूरी
3. वेग व चाल – या =[ ]
समय समय
वेग पररवता न
4. त्वरण – =[ ]
समय
5. बल – द्रव्यमान × त्वरण =[ ]
6. काया – [ ]
7. शनक्त – [ ]
8. घनत्व – [ ]
9. संवेग – [ ]
10. गनतज ईजाा , नस्थनतज उजाा , बल अघूणा – [ ]
11. दाब – [ ]
12. प्रनतबल – [ ]
13. नवकृनत – [ ]
14. पष्ठृ तनाव – [ ]
15. गप्तु ईष्ट्मा – [ ]
1. ऄनदश रानशया – द्रव्यमरन, चरल, आयतन, करयष, समय, उजरष, दूरी, शकि, कवद्युत
धररर, तरप, दरब आकद ।
2. सनदश रानशयााँ – वेग, कवस्थरपन, बल, त्वरण, सांवेग, बल आघूणष आकद ।
3. भौनतकी के नपता कहते है – न्यूटन
4. न्यूटन ने गनत नवषयक ननयम नदया – कप्रकसकपयर बक ु में ।
5. प्रथम न्यूटन ननयम – यकद कोई वस्तु कवररम अवस्थर में है तो वह उसी अवस्थर में
रहेगी और यकद कोई वस्तु गकत अवस्थर में है तो वह गकत
अवस्थर में रहेगी जब तक उस पर कोई बरह्य बल नर लगरयर
जरए ।
6. न्यूटन के प्रथम ननयम को कहते है– गैकलकलयर यर जड़त्व कर कनयम
7. न्यूटन के नकस ननयम से बल की पररभाषा नमलती है – प्रथम
8. न्यूटन का नितीय ननयम – ककसी वस्तु पर करयष करने वरले बल कर मरन उस वस्तु
के द्रव्यमरन तथर वस्तु में उत्पन्न त्वरण के समरनुपरती
होतर है ।
बल = द्रव्यमरन × त्वरण
F = ma
9. न्यूटन का कौन सा ननयम निया प्रनतनिया है – तृतीय कनयम
10. ऄनभके न्द्रीय बल– जब कोई वस्तु ककसी वि ृ के के न्द्र की ओर वि ृ रकरर मरगष पर
चलती है तो के न्द्र की ओर एक बल करयष करतर है कजसे
अकभके न्द्रीय बल कहते है ।
𝑚𝑣²
𝐹
𝑟

11. ईत्तोलक के नकतने नबन्दु होते है – 3 [आलांब (Fulcrum), आयरम (Effort),


भरर (Load)]
12. ईत्तोलक नकतने प्रकार के होते है – 3 प्रकरर
13. प्रथम श्रेणी के ईत्तोलक के ईदाहरण – कै ची, कपलरश, कसडरसी, हैंडपांप, ककल
उखरड़ने की मशीन, सरइककल ब्रेक।
14. प्रथम प्रकार के ईत्तोलक का यांनत्रक लाभ – 1 ≥ 1
15. नितीय श्रेणी के ईत्तोलक – सरौतर, नीबू कनचोड़ने की मशीन, एक पकहये की
कूड़रगरड़ी आकद ।
16. नितीय श्रेणी का यांनत्रक लाभ – सदैव 1 से अकधक
17. ततृ ीय श्रेणी के ईत्तोलक – कचमटर, मनुष्य कर हरथ आकद ।
18. ततृ ीय श्रेणी के ईत्तोलक में यंनत्रक लाभ – 1 से कम होतर है ।
19. वेग पररवता न की दर को कहते है – त्वरण
20. क्षैनतज से नकस कोण पर फे कने पर वस्तु ऄनधकतम दूरी तय करेगी यनद प्रा0 वेग
समान हो – 45°
21. नकसी वाययु ान से कोइ वस्तु नीचे नगराने पर ईसकी गनत कै सी होगी – प्रक्षेप्य गकत
22. वस्तु की नस्थत पररवता न को कहते है – कवस्थरपन
23. घडी की सइु की गनत होती है – आवतष गकत
24. न्यूटन के प्रथम ननयम के ईदाहरण –
(a) चलती मोटर को ऄचानक रूकने पर ईसमें बैठे यात्री अगे की ओर झक ु जाते है ।
(b) ठहरी मोटर के ऄचानक चलने पर यानत्र पीछे की ओर झक ु जाते है ।
25. न्यूटन के ततृ ीय ननयम के ईदाहरण
(a) बन्दूक से गोली चलने पर पीछे की ओर धक्का लगना ।
(b) नकसी व्यनक्त का नकनारे लगी नाव से कूदना ।
26. ग्रहो का तारो के चारो ओर चक्कर लगाना या नकसी साआनकल या वाहन का मडु ना या
मौत के कुऐ ं में मोटर साआनकल चलना संभव है – अकभके न्द्रीय बल के कररण
27. मथनी व दूध से मक्खन ननकालने की मशीन काया करती है – अपके न्द्रीय बल के
कसद्धरांत पर
1. ईजाा – ककसी वस्तु के करयष करने की क्षमतर को उस वस्तु की उजरष कहते है।
SI मरत्रक जूल
2. नकसी वस्तु में ईसकी गनत के कारण जो ईजाा अती है ।
M = द्रव्यमान
गनतज ईजाा K.E = 𝑀𝑉²
V = वेग
3. नकसी वस्तु में नस्थनत के कारण जो ईजाा अती है ।
नस्थनतज ईजाा P.E = Mgh

4. संवेग व गनतज ईजाा में संबधं


𝑃² जहां संवेग P = mv
K.E =
𝑚

5. संवेग को दोगनु ा करने पर गनतज ईजाा होगी – 4 गनु ी


6. शनक्त – करयष करने की दर को शकि कहते है ।
काया
शनक्त = = मात्रक जूल/से. या वॉट
समय
7. 1 नकलो वॉट – 1000 W
8. 1 मेगा वॉट – 106W
9. 1 ऄश्व शनक्त – 746 वॉट
10. डायनेमो – यरांकत्रक उजरष कर कवद्युत उजरष में रूपरन्तरण
11. सोलर सेल – सौर उजरष कर कवद्युत उजरष में रूपरन्तरण
12. माआिोफोन – ध्वकन उजरष को कवद्युत उजरष में रूपरन्तरण
13. मोमबत्ती – ररसरयकनक उजरष को प्रकरश व उष्मर उजरष में
14. लाईडस्पीकर – कवद्युत उजरष को ध्वकन उजरष में
15. ट्यूब लाआट – कवद्युत उजरष को प्रकरश उजरष में
16. नवद्यतु बवब – कवद्युत उजरष को प्रकरश व उष्मर उजरष
17. नवद्यतु सेल – ररसरयकनक उजरष को कवद्युत उजरष में
18. नसतार – यरांकत्रक उजरष को ध्वकन ऊजरष में
19. वानशंग मशीन का काया नसद्धांत है – अपके न्द्रण
20. हवाओ में ईजाा होती है – के वल गकतज उजरष
21. सडक पर चलने की ऄपेक्षा बफा पर चलना क्यो कनठन है – बफष में सड़क की अपेक्षर
कम घषषण होती है ।
1. पथ्ृ वी तल से पलायन वेग का मान है – 11.2 ककमी प्रकत सेकण्ड
2. भूनस्थर ईपग्रह का पलायन वेग अवता काल – 24 घांटे
3. यनद नकसी नपण्ड को 11.2 नकमी प्रनत सेकण्ड के वेग से फे का जाए तो नपण्ड पथ्ृ वी पर
कभी नहीं लौटेगा ।
4. ऄगर हम एक पत्थर को चॉद से पथ्ृ वी पर लाये तो ईसका भार बदल जाऐगा ।
5. G का मान होता है – 6.67× NM2/Kg²
6. पथ्ृ वी सभी वस्तओु को ऄपनी तरफ नखचती है, सवा प्रथम बताया – आयषभट्ट
7. ‘g’ का मान सवाा नधक कहा होता है – ध्रुवो पर
8. ‘g’ का मान न्यूनतम कहा होता है – भूमध्य रेखर पर
9. ‘g’ का मान शून्य कहा होता है – पृथ्वी के के न्द्र पर
10. सूया पर नकसी वस्तु का भार पथ्ृ वी की ऄपेक्षा होगा – 28 गनु र
11. चन्द्रमा पर नकसी वस्तु का भार पथ्ृ वी की ऄपेक्षा होगा – 1/6 गुनर
12. पथ्ृ वी का एक मात्र प्राकृनतक ईपग्रह है – चन्द्रमर
13. जब नलफ्ट ईपर की ओर जाती है – तो कपण्ड कर भरर बढर हुआ प्रतीत होतर है ।
14. जब नलफ्ट नीचे की तरफ अती है तो – कलफ्ट में कस्थत कपण्ड कर भरर घटर हुआ
प्रतीत होतर है ।
15. यनद नलफ्ट एक समान वेग से ईपर नीचे गनत करे तो – कलफ्ट में कस्थत कपण्ड के
भरर में कोई पररवतषन नही होगर ।
16. सबसे दूरस्थ ग्रह कौन सा है – वरूण (Neptune)
17. नकसी ग्रह के चारो ओर पररिमा करने वाले नपण्ड को कहेत है – उपग्रह
18. नकसी ईपग्रह के कक्षीय वेग Vo– √
19. नकसी ईपग्रह का पथ्ृ वी तल से पलायन वेग Ve= √
Ve = Vo
20. पलायन वेग हमेशा कक्षीय वेग का गनु ा होता है ।
21. पेडुलम तीव्र गनत से चलती है – शीतकरल में
22. पीसा की झक ु ी मीनार नगरती नहीं क्यो नक – गुरूत्व के न्द्र से जरने वरली उधषवरधर
रेखर तल के अन्दर रहती है ।
23. गरू
ु त्वाकषा ण का नसद्धान्त नदया – आइजैक न्यूटन ने
1. नकसी नबन्दु के एकांक क्षेत्रफल पर लगने वाले बल को कहते है – दरब (Pressure)
2. दाब का मात्रक होता है – N/m²N/m² यर परस्कल
3. वायमु ण्डलीय दाब का SI Unit होता है – बरर
4. 1 बार - 105 N/m²
5. पथ्ृ वी की सतह से ईपर जाने पर वायमु ण्डलीय दाब – कम होतर है ।
6. वायमु ण्डलीय दाब मापा जाता है – बैरोमीटर से
7. बैरोमीटर का पाठ्यांक जब एकाएक नीचे नगरता है – तो आांधी आने की सपभरवनर
8. बैरोमीटर का पाठ्यांक जब धीरे-2 नीचे नगरता है तो – वषरष होने की सांभरवनर
9. बैरोमीटर का पाठ्यांक जब धीरे-2 ईपर चढ़ता है तो – कदन सरफ रहने की सांभरवनर
10. हाआड्रोनलक नलफ्ट, हाआड्रोनलक प्रेस, हाआड्रोनलक ब्रेक नकस ननयम पर काया करते है –
परस्कल के कनयम पर
11. द्रव दाब ननभा र करता है – परत्र की आकृकत पर कजसमे द्रव रखर है ।
12. बांध की नदवारे नीचे की तरफ चौडी बनाइ जाती है क्यों – तरकक वह गहररई के सरथ-
सरथ बढने वरले दरब को सहन कर सके ।
13. लाआफ जैकेट डूबते व्यनक्त को कै से बचाता है – यह व्यकि को उतररतर रखने के कलए
उसके आयतन में वृकद्ध कर देतर है ।
1. अकानमनडज नसद्धांत – जब कोई वस्तु ककसी द्रव मे पूणषत: यर आांकशक रूप से
डुबोई जरती है तो उसके भरर में कमी कर आभरस होतर है ।
भरर में यह कमी वस्तु द्वररर हटरये गये द्रव के भरर के बररबर
होती है ।
द्रव्यमान
2. नकसी वस्तु का घनत्व – मरत्रक Kg/M³
अयतन
3. अपेनक्षक घनत्व मापा जाता है – हरइड्रोमीटर से
4. अपेनक्षक घनत्व का मात्रक – यह एक अनुपरत है इसकर मरत्रक नहीं होतर ।
5. सामान्य जल की ऄपेक्षा समद्रु ी जल में तैरना क्यो असान है – क्योककां समद्रु ी जल
कर घनत्व अकधक होतर है ।
6. जब बफा समद्रु में तैरती है तो ईसका नकतना भाग ईपर होता है । -
7. दूध की शद्ध ु ता मापी जाती है – दुग्ध मरपी ( Lactometer)
8. नकसी बता न में पानी भरा है व ईस पर बफा तैर रही है जब बफा पूरी तरह नपघल जाऐगी
तो पात्र में पानी का तल – पहले के समरन ही रहतर है ।
9. वाययु ान या फुहारा नकस नसद्धांत पर काया करता है – बरनौली के कसद्धरांत
10. बादलो का वायमु ण्डल में तैरने का क्या कारण है – उसकर घनत्व हवर के घनत्व से
कम
11. प्लवन नसद्धांत की खोज की – आकष कमकडज ने
1. एक ही पदाथा के ऄणओ ु के बीच लगने वाले बल को कहते है – ससांजक बल
2. दो नभन्न-2 पदाथा के बीच लगने वाले अकषा ण बल को – आसांजक बल
3. पष्ठृ तनाव का मात्रक है – न्यूटन मीटर
4. द्रव का ताप बढ़ाने से पष्ठृ तनाव – बढतर है ।
5. लानटेन या लैम्प की बत्ती में तेल ईपर चढ़ता है – के कशकत्व के कररण
6. पतली सइु पानी की सतह पर तैरती है – पष्ठृ तनरव के कररण
7. ब्लानटग पेपर नकस नसद्धांत पर काया करता है – के कशकत्व
8. के शनली के द्रव के ईतार चढ़ाव को कहते है- के कशकत्व
9. पेड पैधे की तनो शाखाओ व पनत्तयो में जल पहुचता है – के कशकत्व के कररण
10. पानी में नमट्टी का तेल डालने से मच्छर क्यो नही होते – परनी पर मच्छरो के लरवरष
तैरते रहते है कमट्टी कर तेल डरलने
से जल कर पृष्ठ तनरव कम हो
जरतर है कजससे लरवरष परनी में
डुबकर मर जरते है ।
11. वाययु ान में बैठे यात्री के फाईटेन पेन से स्याही ररसने लगती है क्यो – उपर वरयुदरब
कम होतर है ।
12. वषाा की बूदो के गोल होने का कारण है – पृष्ठ तनरव
13. तेल जल की सतह पर फै ल जाती है क्योनक – तेल कर तल तनरव परनी से कम
होतर है ।
1. नकसी द्रव या गैस की दो िमागत परतो के बीच ईनके अपेनक्षक गनत का नवरोध करने
वाले घषा ण बल को कहते है – श्यरन बल
2. श्यानता गणु है – के वल द्रव तथर गैस कर
3. द्रवो में श्यानता होती है – अणुओ में लगने वरले सांसजन बल के कररण
4. गैसो में श्यानता होती है – एक परत की दूसरी परत के अणुओ के स्थरनरन्तरण के
कररण ।
5. एक अदशा तल की श्यानता होती है – शून्य
6. ताप बढने पर द्रवो की श्यानता – घट जरती है ।
7. ताप बढ़ने पर गैसो की श्यानता – बढ जरती है ।
8. धारा रेखीय प्रवाह के महत्तम गनत को कहते है – क्रांकतक वेग
9. ऄत्यनधक शीत में मशीनो के पज ु े जाम होने लगते है कारण – स्नेहक की श्यरनतर
बढ जरती है ।
1. जब कोइ वस्तु एक नननित पथ पर समान समायान्तराल के पिात बार-2 ऄपनी पूवा
गनत को दोहराती है तो आस प्रकार की गनत को कहते है – आवतष गकत
2. एक दोलन पूरा करने में लगे समय को कहते है – आवतष करल
3. कं पन करने वाली वस्तु के एक सेकण्ड में कम्पन को – आवृकि कहते है ।
4. अवनृ त्त का मात्रक – हट्षज
5. सरल लोलक का अवता काल
𝒍 = डेरी की लम्बाइ
𝑻 𝟐𝝅
𝒈
= गरू
ु त्वी त्वरण
6. यनद नकसी लोलक घडी को ईपग्रह पर ले जाये तो – घड़ी बन्द हो जरयेगी । क्योंककां
भररहीनतर के कररण g = 0 अत: घड़ी
कर आवतषकरल T अन्नत हो जरऐगर ।
7. डोरी की लम्बाइ बढ़ने से ईसका आवतष करल बढ जरतर है ।
8. यनद कोइ लडकी झूला झूलते-2 खडी हो जाये तो झल ु े का आवतषकरल घट जरयेगर ।
9. अवता काल लोलक के द्रव्यमरन पर ननभा र नहीं करता है ।
10. झूला झूलने वाली लडकी के बगल में कोइ दूसरी लडकी अकर बैठ जाये तो क्या
प्रभाव पडेगा – कोई प्रभरव नहीं ।
11. लोलक घडीय गनमा यो में सस्ु त हो जाती है क्योनक – लोलक की लपबरई बढ जरती है।
1. वे तरंगे जो नकसी पदानथा क माध्यम (ठोस, द्रव ऄथवा गैस) से संचाररत होती है –
यरांकत्रक तरांगे ।
2. वे तरंगे नजसके संचरण के नलए माध्यम की अवश्यकता नहीं होती है या ननवाा त में भी
संचाररत होती है – कवद्युत चुपबकीय तरांगे यर अयरांकत्रक
3. जब तरंग गनत की नदशा माध्यम के कणो के कम्पन करने की नदशा के ऄननु दश होती है
तो ऐसी तरंगो को – अनदु ैध्यष तरांगे कहते है ।
4. जब तरंग की नदशा माध्यम के कणो के कं पन करने के नदशा के लम्बवत होती है तो –
अनुप्रस्थ तरांगे कहते है ।
5. ध्वनन नकस प्रकार की तरंग है – अनुदैध्यष तरांग व यरांकत्रक तरांगे
6. नवद्यतु चम्ु बकीय तरंगो की ऄवधारणा प्रस्तुत की – मैक्सवेल ने
7. नवद्यतु चम्ु बकीय तरंगो के गणु – उदरसीन होते है ।
अनुप्रस्थ होते है ।
प्रकरश के वेग से गमन करते है ।
इसके परस उजरष व सांवेग होती है ।
8. अयाम – दोलन करने वरली वस्तु अपनी सरपय कस्थत के ककसी भी ओर कजतनी
अकधक दूरी तय करती है उस दूरी को दोलन कर आयरम कहते है ।
9. तरंगो में तरंग की ताल, तरंग दैध्या एवं अवनृ त्त के बीच संबधं होती है –
तरांग चरल = आवृकि × तरांग दैध्यष
𝑽 𝒏𝝀
10. कै थोड नकरणे, कै नाल नकरणे, -नकरणे, -नकरणे, ध्वनन तरंगे, पराश्रव्य तरंगे – ये
कवद्युत चुपबककय तरांगे नहीं है ।
11. गामा नकरणो की खोज नकसने की – हेनरी बेकुरले
12. गामा नकरणे का ईपयोग कहा कहते है – नकभकीय अकभकक्यर व कृकत्रम रेकडयो
धकमषतर में ।
13. एक्स नकरणो की खोज नकसने की - कवल्हेल्म कोनररड रॉन्टजन
14. एक्स नकरणो का ईपयोग होता है – कचककत्सर व औद्योकगक क्षेत्रो में
15. रेनडयो तथा टेनलनवजन में ईपयोग तरंगे – दीघष रेकडयो तरांगे
16. दृश्य नकरणो की खोज की थी – न्यूटन ने ।
17. ऄवरक्त नकरणो की खोज की थी – हशेल ने ।
18. ऐसी तरंगे नजनका ध्रवु ीकरण नहीं होता – अनदु ैध्यष तरांगे
19. भूकम्प के समय कौन सी तरंगे ननकली है – अपश्रव्य तरांगे
20. रडार पर शत्रु के वाययु ानो का पता लगाने में – रेकडयो तरांगो
21. CT Scan के नलए प्रयक्त ु तरंग है – X- Ray
22. MRI (Magnetic Resonance Imaging) मशीन में तरंग का प्रयोग – चुपबकीय
तरांग
1. ध्वनन तरंगे होती है – अनुदैध्यष व यरांकत्रक तरांग
2. ऄपश्रव्य तरंगो की अवनृ त्त होती है – 20 Hz से नीचे
3. श्रव्य तरंगो की अवनृ त्त होती है – 20-20000 Hz
4. पराश्रव्य तरंगो की अवनृ त्त होती है – 20000 Hz से उपर
5. पराश्रव्य तरंगो को सनु सकते है – कुिर, कबल्ली, चमगरदड़ आकद ।
6. पराश्रव्य तरंगो का ईपयोग होता है– समद्रु की गहररई मरपने में
सांकेत भेजने में
दूध के अन्दर हरकनकररक जीवरणु नष्ट करने में
गकियर रोग के उपचरर मे
ट्यूमर कर पतर लगरने में ।
7. ध्वनन की चाल ननभा र करती है – मरध्यम की प्रत्यरस्थतर तथर घनत्व पर
8. ध्वनन की चाल का िम है – िोस > द्रव > गैस
9. वायु में ध्वनन की चाल होती है – 332 मी./से.
10. जल में ध्वनन की चाल होती है – 1483 मी./से.
11. लोहे में ध्वनन की चाल होती है – 5130 मी./से.
12. जब ध्वनन एक माध्यम से दूसरे माध्यम में जाती है तो – चरल व तरांगदैध्यष बदल
जरती है व आवकृ ि नहीं बदली है ।
13. नकसी माध्यम में ध्वनन की चाल ननभा र करती है – चरल व तरांग दैध्यष पर
14. दाब घटाने या बढ़ाने पर ध्वनन की चाल – अपररवतीत रहती है ।
15. माध्यम का ताप बढ़ाने पर ध्वनन की चाल – बढ जरती है (1°C – 0.61 M/s)
16. प्रनतध्वनन सनु ने के नलए स्रोता व परावता क के बीच न्यूनतम दूरी – 17 मीटर
17. ध्वनन नदन की ऄपेक्षा रात में ऄनधक दूर तक सनु ाइ पडती है – अपर्विन के कारण
18. चन्द्रमा पर दो व्यनक्त एक दूसरो की बातो को क्यो नहीं सनु सकते – र्ायुमण्डल न
होने के कारण ध्र्तन का संचरण नहीं होगा।
19. मनष्ट्ु य के नलए मानक ध्वनन स्तर है – 30-60 Db
20. WHO के ऄनस ु ार एक नगर के नलए सरु नक्षत ध्वनन प्रदूषण स्तर – 45 Db
21. ध्वनन का तारत्व ननभा र करता है – आवृकि पर
22. स्टेथोस्कोप काया करते है – ध्वकन पररवतषन कसद्धरांत पर
23. ईडते वाययु ान की गनत ज्ञात की जाती है – डरप्लर प्रभरव द्वररर
24. मनहलाओं व बच्चो की अवाज परू ु षो से मनहन व पतली क्यो होती है – उनके गले से
कनकली ध्वकन कर तररत्व अकधक होने के कररण
25. वह तीव्रता की ध्वनन जो ध्वनन प्रदूषण कही जाती है – 80 Db यर उससे अकधक
26. पलु पर सैननको को ताल नमलाकर चलने से पल ु टूटने का खतरा रहता है, क्योनक –
अनुनरदी अवस्थर उत्पन्न होने से पुल के टूटने कर खतरर रहतर है ।
27. दृश्य प्रकाश की तरंग दैध्या होती है - 4000Å – 8000 Å तक
1. उष्ट्मा क्या है – उजरष
2. नकसी वस्तु में नननहत ईष्ट्मा ननभा र नहीं करती है – द्रव्यमरन पर
3. ईष्ट्मा का SI मात्रक है – जूल
4. ईष्ट्मा का ऄन्य मात्रक है – कै लोरी, कब्रटीश थमषल यूकनट (BTU)
5. ताप नकसे कहते है – वह भौकतक कररक कजससे उजरष कर प्रवरह एक वस्तु से दूसरी
वस्तु में होतर है ।
6. ताप का मापन नकस पैमाने पर करते है – सेकल्सयस पैमरनर (0 – 100°C)
फररेनहरइट पैमरनर (32-212°F)
के कल्वन पैमरनर (273-373°K)
7. ताप मापने के नलए प्रयक्तु ईपकरण – तापमापी
8. तापमापी के पैमाने में संबधं
𝑪 𝑭 − 𝟑𝟐 𝑲 − 𝟐𝟕𝟑
𝟓 𝟗 𝟓

9. परमशून्य ताप क्या है – ककसी वस्तु कर न्यूनतम तरप को उसकर परम शून्य तरप
कहते है ।
10. सेनवसयस पैमाने व के नववन पैमाने पर न्यूनतम ताप है – –273°C/ 0 K
11. पारा नकस ताप पर जमता है – –39°C (अत: इससे नीचे तरप ज्ञरत करने के कलए
एल्कोहल तरप मरपी कर उपयोग होतर है ।)
12. पारा थमाा मीटर का अनवष्ट्कार नकसने नकया – फॉरेनहरइट ने।
13. पूणा नवनकरण तापमापी से मापा जाता है – दूर कस्थत वस्तु कर तरप (सयू ष व तररो कर
तरप)
14. नवनशष्ट ईष्ट्मा – ककसी 1 gm पदरथष कर तरप 1°C से बढरने यर घटरने में जो उष्मर
देनी व लेनी पड़ती है उस उष्मर को कवकशष्ट उष्मर कहते है ।
15. नवनशष्ट ईष्ट्मा व्यक्त नकया जाता है – कै लोरी
16. नकसकी ईष्ट्मा धाररता / नवनशष्ट ईष्ट्मा सबसे ऄनधक होती है – जल
17. नवनशष्ट ईष्ट्मा का SI मात्रक है – जूल/ककलोग्ररम के कल्वन
18. ठोस को गमा करने पर ईसमें ईष्ट्मीय प्रसार होता है – सभी कदशरओ में
19. द्रव को गमा करने पर ईष्ट्मीय प्रसार हो तो – आयतन में प्रसरर अकधक होतर है
कजसके कररण घनत्व घट जरतर है ।
20. जल का ऄसमान्य प्रसार – प्ररय: सभी द्रव गमष करने पर आयतन में बढते है परन्तु
जल 0°C से 4°C तक गरम करने पर आयतन में घटतर है
तथर 4°C के बरद गरम करने पर आयतन में बढनर शुरू
कर देतर है । अत: जल कर घनत्व 4°C पर अकधकतम होगर ।
21. जल का घनत्व ऄनधकतम होगा – 4°C पर
22. ईष्ट्मा संचरण नक नवनधया – चरलन कवकध, सांवहन कवकध, कवकरण कवकध
23. चालन में ईष्ट्मा संचरण होता है – इसमें उष्मर एक स्थरन से दूसरे स्थरन तक पदरथष
के कणो को अपने स्थरन को पररवतीत ककये कबनर पहुचती है ।
24. ठोसो में ईष्ट्मा संचरण होता है – चरलन कवकध द्वररर
25. संवहन नवनध – इसमें उष्मर कर सांचरण पदरथष के कणो के स्थरनरन्तरण के कररण
होतर है ।
26. गैसो तथा द्रवो में ईष्ट्मा का संचरण होता है – सांवहन कवकध द्वररर
27. नवनकरण नवनध – इसमें उष्मर सांचरण के कलए मरध्यम की आवश्यकतर नहीं होती ।
28. अपेनक्षक अद्राता मापी जाती है – हरइग्रोमीटर
29. गप्तु ईष्ट्मा का SI मात्रक है – जल ू /Kg
30. मनष्ट्ु य के शरीर का सामान्य ताप – 36.9°C यर 310K यर 98.4°F
31. सेनवसयस व फारेनहाआट ताप नकस नबन्दु पर समान होते है – –40°
32. भाप से हाथ ऄनधक जलता है ऄपेक्षाकृत ईबलते जल से क्योनकं – भरप में गप्तु उष्मर
होती है ।
33. रेनिजरेटर में खाद्य पदाथो ताजा रखने हेतु सरु नक्षत तापमान है – 4°C
34. जब बफा नपघलती है तो – आयतन घटतर है ।
35. जब पानी में नमक नमलाते है तो – क्वथनरांक बढ जरतर है व जमरव कबन्दु घट जरतर
है।
36. पसीने का मख्ु य ईपयोग – ये शरीर के तरप को कनयांकत्रत करतर है ।
37. कमरे में रखे रेनिजरेटर का दरवाजा खोल दे तो – कमरर थोड़र गमष हो जरयेगर ।
38. नमट्टी के घडे में जल ठण्डा रहता है – वरष्पीकरण के कररण
39. कौन सी धातु साधारण ताप पर द्रव ऄवस्था में होती है – पररर (Hg)
40. गनमा यो में सफे द कपडे पहनना क्यो अरामदायक है – क्योकक सफे द कपड़े उष्मर कर
अकधकरांश भरग पररवतीत कर देते है ।
41. ईष्ट्मा गनतकी का प्रथम ननयम है – उजरष सांरक्षण कर कनयम
42. सूया की गमी पथ्ृ वी तक पहुचती है – कवककरण द्वररर
43. परावता न, ऄपवता न तथा पूवा अंतररक परावता न से यक्तु कौन सी प्राकृनतक घटना है –
आकरश में इन्द्रधनुष बननर ।
44. जल की नवनशष्ट ईष्ट्मा होती है – 4.18 जूल / ग्ररम°C यर 1 कै लोरी/ग्ररम°C
1. प्रकाश क्या है व कै से संचाररत होती है – प्रकरश एक प्रकरर की उजरष है जो कवद्युत
चुपबकीय तरांगो के रूप में सांचरररत होती है।
2. प्रकाश का तरंग दैध्या होता है – 3900Å – 7800Å के बीच
3. वायु व ननवाा त में प्रकाश की चाल होती है - 3×108 मी./से.
4. सूया से पथ्ृ वी तक प्रकाश अने में समय लगता है – 8 कमनट 16 सेकण्ड
5. प्रकाश के वेग की गणना सवा प्रथम की थी – रोमर ने
6. चन्द्रमा के परावनता त प्रकाश को पथ्ृ वी तक अने में लगा समय – 1.28 सेकण्ड
7. वे वस्तएु ं जो स्वं के प्रकाश से प्रकानशत होती है – प्रदीप्त वस्तएु ां
8. वे वस्तएु नजनका ऄपना स्वं का प्रकाश नहीं होता लेनकन ईन पर प्रकाश डालने पर वे
नदखाइ देते – अप्रदीप्त वस्तुए ां
9. अकाश का रंग नीला नदखाइ देता है – प्रकरश के प्रकीणषन के कररण
10. नकस रंग का प्रकीणा न सबसे ऄनधक होता है – बैंगनी रांग
11. ऄन्तररक्ष व चांद से अकाश काला नदखाइ देता है क्यो – प्रकीणषन के कररण
12. तारो का नटमनटमाना एवं वास्तनवक दूरी से ऄनधक दूरी नदखाइ देना कारण है –
अपवतषन कर
13. जल के तल में पडे नसक्के का ऄपने वास्तनवक गहराइ से ईपर नदखना – अपवतषन
14. मगृ मारीनचका का बनना कारण है – पूणष आन्तररक पररवतषन कर
15. हीरे का चमकना व प्रकाश तन्तु का काया करना ईदाहरण है – पूणष आन्तररक
पररवतषन कर
16. सबु ह शाम सूया का लाल नदखना कारण है – प्रकीणषन कर
17. पानी का सतह पर नमट्टी का तेल डालने पर ईसका रंगीन नदखना – व्यकतकरण
18. पानी में पडी छड हमे टेढ़ी नदखाइ देती है – अपवतषन के कररण
19. दपा ण के एक सतह पर कलइ (Polish) होती है – कसल्वर नरइट्रेट (AgNo3)
20. समतल दपा ण की तरफ यनद कोइ v वेग से चलता है तो – दपषण से प्रकतकबपब 2v वेग
से चलेगी ।
21. यनद दो समयतल दपा ण पर झक ु े हो ते प्रनतनबम्बो की संख्या – (यकद सम
आये तो (-1) कर देगे ।)
22. गोलीय दपा ण होते है – दो प्रकरर के अवतल दपषण, उिल दपषण
23. ऄवतल दपा ण के ईपयोग – शेकवांग कमरर के रूप में, आँख करन व नरक के डरक्टर,
गरकड़यो के हेड लरइट व सचष लरइट, सोलर कुकर में
24. ईत्तल दपा ण के ईपयोग – गरकड़यो के परर्श्ष दपषण के रूप में, सोकडयम पररवतषक में,
गकलयो के स्ट्रीट लरईट कर पररवतषन
25. लेन्स की क्षमता मापी जाती है – डरयोप्टर में
26. पानी में हवा का बल ु बलु ा काया करता है – उिल लेंस की भरांती
27. ईत्तल लेंस का ईपयोग – सूक्ष्मदशी, कै मरर, दूरदृकष्ट दोष वरले व्यकि के चश्मे में
28. ऄवतल लेंस का ईपयोग – गैकलकलयो दूरदकशष के नेकत्रकर तथर कनकट दृकष्ट दोष वरले
व्यकि में ।
29. प्राथनमक रंग कहते है – लरल, हरर, नीलर
30. नितीयक रंग कहते है – पीलर, मैजेंटर, पीकरक नीलर
31. जब दो रंग परस्पर नमलने से श्वेत प्रकाश ईत्पन्न करे तो – पूरक रांग कहते है ।
32. प्रकाश के कनणका नसद्धान्त को नकसने नदया – न्यूटन ने
33. प्रकाश के तरंग नसद्धांत को नदया – हरइगेन्स ने
34. प्रकाश नवद्यतु नसद्धांत की व्याख्या – आइन्सटीन ने
35. प्रकाश के व्यनतकरण नसद्धांत को नदया – यांग ने
36. प्रकाश के क्याण्टम नसद्धात को नकसने नदया – प्लरांक
37. प्रकाश सजावट तथा नवज्ञान के नलए नवसजा न ननलकाओ में प्रयक्त ु गैस है – कनऑन
38. नकसी वस्तु के नत्रनवनमय (3D) प्रनतरूप को ऄंनकत तथा पनु रावनृ त्त करने की तकनीक
का नाम है – होलोग्ररफी ।
39. प्रकाश का रंग ननधाा ररत होता है – तरांग दैध्यष से
40. सबसे ज्यादा तरंग दैध्या होती है – लरल रांग
41. रैनफक नसग्नल में लाल रंग प्रयक्तु होने का कारण – तरांगदैध्यष अकधक होतर है ।
42. अाँख के रेनटना की परंपरागत कै मरे के नकस भाग से तल ु ना की जा सकती है – कफल्म
43. नकसी वस्तु का प्रनतनबम्ब मनष्ट्ु य की अंख पर बनता है – रेकटनर
44. एक रंगीन टेलीनवजन में 3 अधारभूत रंगो के नमश्रण से रंग बनता है – लरल, हरर,
नीलर
45. स्पष्ट दृनष्ट की न्यूनतम दूरी होती है – 25 सेमी
46. ननकट दृनष्ट दोष (Myopia) का ननवारण – अवतल लेंस लगरकर
47. दूर दृनष्ट दोष का ननवारण – उिल लेंस कर प्रयोग
48. अाँख की रेनटना पर प्रनतनबम्ब बनता है – वरस्तकवक व उल्टर
49. दूर दृनष्ट दोष वाले व्यनक्त होने पर प्रनतनबम्ब बनता है – रेकटनर के पीछे
50. सर सी. वी. रमन को नकस काया के नलए नोबेल परु स्कार नमला – प्रकरश प्रकीणषन
अध्ययन के कलए ।
1. चालक नकसे कहते है – कजन पदरथष से होकर कवद्युत आवेश प्रवरकहत हो जरतर है
चरलक कहते है । जैसे चरांदी,तरांबर, एल्युकमकनयम
2. नवद्यतु का सबसे ऄच्छा चालक है – चरँदी
3. ऄचालक (Non-conductor) – कजन पदरथष से होकर आवेश कर प्रवरह नहीं होतर
अचरलक कहते है । जैसे – लकड़ी, रबड़, करगज आकद ।
4. नवद्यतु से ईजाा पररवतीत होती है – ररसरयकनक उजरष कर कवद्युत उजरष में
5. लेक्वाशे से प्रयोग होता है – कवद्यतु घांटी, टेलीफोन आकद ।
6. लेक्वांशे सेल में होता है – करबषन की छड़ (एनोड के रूप मे), जस्ते की छड़ (कै थोड
के रूप में) तथर आमोकनयम क्लोररइड (कलकक्वड रूप में)
7. लेक्वाशे सेल का नवद्यतु वाहक बल होता है – 1.5 वोल्ट
8. चालक में नवद्यतु अवेश प्रवाह की दर को कहते है – कवद्युत धररर
9. नवद्यतु धारा का SI मात्रक है – एकपपयर
10. प्रनतरोध (Resistance) का SI का मात्रक होता है – ओम
11. ओम का ननयम होता है – V=Ri (जहरां V- वोल्ट, R- एक कनयतरांक, i-धररर)
12. प्रनतरोधो का संयोजन होता है – दो प्रकरर

श्रेणी क्म समरन्तर क्म


13. श्रेणी िम का संयोजन होता है – सांयोकजत प्रकतरोधो के समतुल्य समस्त प्रकतरोधो
के योग के बररबर
R = R1 + R2 + R3 ………….. Rn
14. प्रनतरोधो में समान्तर िम संयोजन होता है – संयोनजत प्रनतरोधो के समतवु य प्रनतरोध
का व्यत्ु िम ईनके प्रनतरोधो के व्यत्ु िम के योग के बराबर ।
𝟏 𝟏 𝟏 𝟏
+ + … … ….
𝑹𝒆 𝑹𝟏 𝑹𝟐 𝑹𝟑

15. नवद्यतु पररपथ में ईजाा के क्षय होने की दर को कहते है – कवद्युत शकि
16. नवद्यतु शनक्त का SI मात्रक होता है – वॉट
वोवट एनम्पयर घंटा वॉट घंटा
17. 1 नकलो वॉट घंटा मात्रक ऄथवा यूननट =
18. ऄमीटर यंत्र काम अता है – कवद्युत धररर मरपने में
19. नवद्यतु बवब का नफलामेंट बना होता है – टांगस्टन
20. जलते हुये बवब के तन्त/ु नफलामेट का ताप होता है – 1500-2500°C
21. नफलामेंट के रूप में टंगस्टन का ही प्रयोग क्यो होता है – उच्च गलनरांक उच्च,
क्वथनरांक तथर उच्च प्रकतरोध
22. नवद्यतु ब्लब में कै सी गैसे भरी जाती है – कनकष्क्य गैसे (आगषन, नरइट्रोजन, कहलीयम,
कनआन)
23. घरेलु ईपभोक्ताओ को नकस वोवटता की धारा प्राप्त होती है – 220 वोल्ट
24. बवब में नननष्ट्िय गैसे ही क्यो भरी जाती है – क्योककां कनकष्क्य गैसो के अभरव में तन्तु
वरकष्पत हो सकतर है ।
25. फ्यूज तार का गलनांक होता है – कम
26. टांसफामा र का काया होता है – प्रत्यरवती धररर (AC) को कम यर ज्यरदर करनर
27. AC को DC में बदलता है – रेकक्टफरयर
28. सौर सेल बनाने के नलए प्रयक्त ु धातु – कसकलकरन
29. अदशा वोवटमीटर का प्रनतरोध होता है – अन्नत
30. हीटर का तार बना होता है – नरइक्ोम
31. नवद्यतु धाररता मात्रक है – फैररडे
32. फ्यूज का तार बना होता है – कससे व कटन की कमश्र धरतु कर
33. नकससे नवद्यतु धार की नदशा ज्ञात की जा सकती है – गैल्वोनोमीटर
34. खोखले चालक का अवेश होता है – 0
35. नवद्यतु मोटर का काया है – कवद्यतु उजरष को यरांकत्रक उजरष में बदलनर
36. अदशा ऄमीटर का प्रनतरोध होता है – शून्य
37. CFL – Compact Fluroscent Lamp
38. LASER – Light Amplification by Stimulated Emission of
Radiation
39. LASER का ईपयोग होता है – आँखो के शल्य कक्यर में, नरकभकीय सांलयन में,
होलोग्ररफी तकनीक में
40. 1 नकलो वाट घंटा का मान होता है – 3.6×106 जूल
41. घरेलु पररपथो में तारो का संयोजन होता है – समरन्तर क्म में
1. प्राकृनतक चम्ु बक होता है – लोहे कर आक्सरईड (Fe3O4)
2. कृनत्रम चम्ु बक बनाया जा सकता है – लोहर, इस्परत, कोबरल्ट आकद ।
3. चम्ु बक को क्षैनतज लटकाने में वह ठहरती है – उिर दकक्षण कदशर में
4. चम्ु बकीय क्षेत्र की तीव्रता का मात्रक – न्यूटन/एकपपयर मी अथवर बेबर/मी2 यर टेसलर
5. लौह चम्ु बकीय पदाथा के ईदाहरण – लोहर, कनककल, कोबरल्ट, इस्परत आकद ।
6. ऄनचु म्ु बकीय पदाथा के ईदाहरण – प्लेकटनम, क्ोकमयम, सोकडयम, एल्यकु मकनयम,
आक्सीजन आकद ।
7. प्रनतचम्ु बकीय पदाथा के ईदाहरण – जस्तर, कबस्मथ, तॉबर, चॉदी, जल, सोनर, हीरर,
नमक आकद ।
8. ऄस्थायी चम्ु बक बनाने में प्रयक्त ु होता है – नमष लोहर
9. स्थायी चम्ु बक बनाने में प्रयक्तु होता है – इस्परत
10. लोहा का क्यूरी ताप होता है – 780°C
11. पथ्ृ वी का चम्ु बकीय क्षेत्र लगभग नकतना है – 1 गौस
12. मक्त
ु रूप से लटकी चम्ु बकीय सइु का ऄक्ष भौगोनलक ऄक्ष के साथ कोण बनाती है –
180° कर
13. यनद नकसी चम्ु बक का तीसरा ध्रवु हो तो वह कहलाता है – अकतररि ध्रुव
14. नवषवु त रेखा पर ननत कोण का मान होता है – 0°
15. चम्ु बकीय फ्लक्स का मात्रक है – बेबर
16. नवद्यतु चम्ु बक बनाने में सामान्यत: प्रयोग होता है – लोहर
17. नवद्यतु चम्ु बकीय प्रेरण के ननयमो का ईपयोग ननम्न में से नकसे बनाने में नकया जाता है
– जकनत्र
18. एक लम्बी धारावाही कुण्डली कहलाती है – पररनरकलकर
19. ध्रवु ो पर नमन कोण का मान होता है – 900
20. चम्ु बकीय क्षेत्र की तीव्रता रानश है – सकदश
1. परमाणु मख्ु यत: बना होता है – इलेक्ट्ररन, प्रोटरन व न्यूट्ररन से
2. परमाणु के नानभक में होता है – प्रोटरन व न्यूट्ररन
3. परमाणु कै सा कण है – उदरसीन
4. परमाणु के मूल कणो से पूछे जाने वाले प्रश्न
कण द्रव्यमान आर्ेि खोजकिाव
-27 -19
प्रोटान 1.672×10 नकग्रा + 1.6×10 कुलाम गोवडस्टीन
न्यूट्रान 1.675×10-27 नकग्रा 0 चैडनवक
इलेक्ट्ट्रान 9.108×10-31 नकग्रा –1.6×10-19 कुलाम जे. जे. थमसन

5. कै थोड नकरणे पैदा की जा सकती है – के वल गैस कर प्रयोग करके


6. कै थोड नकरणे होती है – ऋणरत्मक व अदृश्य
7. कै थोड नकरणो का वेग होता है – प्रकरश के वेग कर 1/10 गनु र
1. रेनडयो सनियता की खोज की थी – हेनरी बेकुरल व मैडम क्यूरी
2. रेनडयम की खोज – राबटा नपयरे व मैडम क्यूरी
3. सबसे ऄनधक वेधन क्षमता होती है – नकरणो की
4. सबसे ऄनधक अयन क्षमता होती है – ककरणो की
5. रेनडयो सनियता के दौरान ननकलने वाले नकरणो की पहचान सवा प्रथम की– रदरफोडष
6. द्रव्यमान ईजाा समीकरण नकसने नदया – आइन्सटीन ने
7. द्रव्यमान ईजाा समीकरण है – E = MC2
जहां m = द्रव्यमान, c = प्रकाश का वेग
8. अआन्सटीन को नोबल कब नमला – 1921 में
9. सवा प्रथम नानभनकय नवखण्डन नकसने नदखाया – स्ट्ररसमैन व हॉन ने
10. ररएक्टर में इधन के रूप में प्रयोग होता है – यूरके नयम-235, प्लटू ोकनयम-239
11. ररएक्टर में मन्दक के रूप में प्रयोग होता है – भररी जल यर ग्रेफरइट
12. ररएक्टर में ननयंत्रक छड के रूप में प्रयक्त
ु होते है – कै डकमयम यर बोररन की छड़
13. नानभकीय ररएक्टर के ईपयोग – नरकभककय उजरष से कवद्युत उजरष प्ररप्त करनर
14. नानभकीय संलयन का ईदाहरण है – सूयष एवां तररो से प्ररप्त उजरष एवां प्ररकश कर स्रोत
15. रेनडयो सनियता की आकाइ है – क्यूरी
16. रेनडयोधमी पदाथा ईत्सनजा त करता है – कण
17. कणो की खोज की – रदरफोडष
भौतिकी सम्बन्धी
खोज र्ैज्ञातनक र्र्व खोज र्ैज्ञातनक र्र्व
आलेक्रॉन जे. जे. थॉमसन 1987 प्रोटॉन रदरफोडा 1919
न्यूरॉन जेम्स चैडनवक 1932 परमाणु बम ऑटोहान 1941
परमाणु जॉन डावटन 1808 परमाणु संरचना नील बोहर व रदरफोडा 1913
गनत नवषयक ननयम न्यूटन 1687 रेनडयो ऐनक्टवता हेनरी बेकुरल 1896
रेनडयम मैडम क्यूरी 1898 सापेक्षता का नसद्धान्त ऄवबटा अआन्सटीन 1905
नवद्यतु ् चुम्बकीय प्रेरण माआकल फै राडे 1831 रमन प्रभाव सी. वी. रमन 1928
एक्स (X नकरणें) नववहेम रॉन्जन 1895 क्वाण्टम नसद्धान्त मैक्स प्लांक 1900
प्रकाश नवद्यतु प्रभाव ऄवबटा अआन्सटीन 1905 नवद्यतु ् अकषा ण के कूलाम्ब 1779
ननयम
फोटोग्राफी (धातु में) जे. नीप्से 1826 फोटोग्राफी (कागज में) डब्वयू. फॉक्स 1835
टालबोट
फोटोग्राफी (नफवम में) जॉन कारबट 1888 अवता सारणी मैण्डलीफ 1869
नवद्यतु ् प्रनतरोध के जी. एस. ओम 1827 तैरने के ननयम अकानमडीज 1827
ननयम
तापायननक ईत्सजा न एडीसन डायोड वावव सर जे. एस. फ्लेनमंग 1904
रायोड वावव डॉ. ली. डी. फोरेस्ट 1906 नानभकीय ररएक्टर एनररको फमी 1942
नवद्यतु ऄपघटन के फै राडे बेतार का तार माकोनी 1901
ननयम
डायनामाआट एविे ड नोबेल 1867

तर्तभन्न यंत्रो एर्ं उपकरणों के आतर्ष्कारक


उपकरण आतर्ष्कारक उपकरण आतर्ष्कारक
बैरोमीटर इ. टौरसेली नवद्यतु ् बैटरी ऄलेसांड्रो वोवटा
बाइनसकल के . मैकनमलन बाइ-फोकल लेंस बेंजानमन िें कनलन
कम्पयूटर चावसा बैवेज कॉनस्मक नकरणें नवक्टर हेस
कॉब्या रु टे र जी. डैमलर कै लकुलेटर बी. पास्कल
क्लोरोफामा जेम्स हैरीसन डीजल आंजन रूडोवफ डीजल
डायनेमो हाआपोलाआट नपक्सी डी. सी. मोटर जेनोबे ग्रामे
ए. सी. मोटर ननकोला टेसला आलेक्रो मैग्नेट नवनलयम स्टारजन
फाईण्टेन पेन लेनवस वाटरमैन गैववेनोमीटर एण्ड्रे-मेरी एनम्पयर
ग्रामोफोन थॉमस ऄववा एडीसन लाईडस्पीकर होरेस शाटा
ननयोन-लैम्प जॉजा क्लाड नायलॉन डॉ. वालेस कै रायसा
सैफ्टी नपन वावटर हण्ट स्टीम आंजन (कं डेंसर) जेम्स वॉट
सेफ्टी मैच जॉन वाकर टेलीफोन ग्राहम बेल
टेलीनवजन (यानत्रक) जे. एल. बेयडा टाआपराआटर पेलग्रीन टैरी
रांनजस्टर जॉन बरडीन, नवनलयम थमाा मीटर गैलीनलयो गैलीलेइ
शाकले व वावटर बटा न
रांसफामा र माआकल फै राडे वानशंग मशीन हाले मशीन कम्पनी
नवद्यतु ् पंखा ह्वीलर माआिोप्रोसेसर एम. इ. हौफ
माआिोस्कोप जेड. जॉनसेन माआिोफोन ग्राहम बेल
पेनननसनलन एलेक्जेण्डर फ्लेनमंग प्रेशर कुकर डेननस पैनपन
पैराशूट जीन नपयरे क्लानचाडा नप्रंनटंग प्रेस जॉन गटु ेनबगा
पािरु ीकरण लइु पािर रेनडयो टेलीग्राफी जी. माकोनी
रेिीजरेटर हैरीसन व नटननंग लेसर नथयोडर मेमैन
लाआनटंग कं डक्टर बेंजानमन िें कनलन लोकोमोनटव (रेल) ररचडा रेनकनथक
थमा स फ्लास्क डेवार माआिोमीटर नवनलयम कोजीन
जेट आंजन िें क ह्वीटल सौर मण्डल कॉपरननकस
ग्रहों की खोज के पलर

प्रतसद्ध भौतिक तर्ज्ञानी एर्ं उनका योगदान


भौतिक तर्ज्ञानी देि योगदान
गैलीनलयो आटली जडत्व का ननयम, गनत के समीकरण एवं दरू दशी का ननमाा ण
जी. माकोनी आटली बेतार संदशे , रेनडयो तथा बेतार टेलीग्राफी
न्यूटन आंग्लैण्ड सावा नत्रक गरू ु त्वाकषा ण का ननयम, गनत के ननयम, परावता क दूरदशी,
ऄवकलन गनणत का अनवष्ट्कार,निपद प्रमेय का ननयम
जे. जे. थॉमसन आंग्लैण्ड आलेक्रॉन की खोज
जैम्स चैडनवक आंग्लैण्ड न्यूरॉन की खोज
फै राडे आंग्लैण्ड नवद्यतु ् चम्ु बकीय प्रेरण के ननयम, नवद्यतु ् ऄपघटन के ननयम एवं
डायनेमो का अनवष्ट्कार
जॉन डावटन आंग्लैण्ड परमाणु नसद्धान्त का प्रनतपादन
रॉबटा वाटसन वॉट आंग्लैण्ड रडार का अनवष्ट्कार
रॉण्टजन जमा नी X- नकरणों का अनवष्ट्कार
अआन्स्टीन जमा नी अपेनक्षकता का नवनशष्ट एवं व्यापक नसद्धान्त, प्रकाश-नवद्यतु ् प्रभाव
की व्याख्या (1921 इ. में भैनतकी के नलए नोबेल परु स्कार प्राप्त),
द्रव्यमान और उजाा की तुवयता (E=mc²), फोटॉन की खोज,
द्रव्यमान क्षनत का पता
हाआजेनबगा जमा नी ऄनननितता का नसद्धान्त एवं क्वाण्टम यानन्त्रकी का ननमाा ण
जोहानास के पलर जमा नी ग्रहों की गनत से सम्बनन्धत ननयम
मैक्स प्लांक जमा नी क्वाण्टम नसद्धान्त का प्रनतपादन
थॉमस एववा ऄमेररका फानोग्राफ, नवद्यतु ् बवब, चलनचत्र टेलीग्राफ, अनद का अनवष्ट्कार,
तापायननक ईत्सजा न की खोज
डॉ. एलवडा टेलर ऄमेररका हाआड्रोजन बम का ननमाा ण (1952 इ.)
हेनरी वेक्वेरल िांस रेनडयोसनियता की खोज
डी. ब्रॉग्ली िांस द्रव्य तरंगों की भनवष्ट्यवाणी एवं द्रव्य की िैती प्रकृनत
मैक्सवेल स्कॉटलैण्ड प्रकाश का नवद्यतु ्-चम्ु बकीय नसद्धान्त, गैस के ऄणओ ु ं का वेग नवतरण
ननयम
नील बोर डेनमाका हाआड्रोजन परमाणु की संरचना और नवनकरण का क्वाण्टम नसद्धान्त
अनकानमडीज यूनान द्रवों के ईत्प्लावन सम्बन्धी ननयमों का प्रनतपादन, लीवर का
नसद्धान्त, अनकानमनडयन स्िू का ननमाा ण, नवनशष्ट गरू ु त्व की खोज
कॉपरननकस पोलैण़्ड सौरमण्डल की खोज, सूयाकेन्द्रीय नसद्धान्त
डॉ. के . एम. कृष्ट्णनन भारत रमण प्रभाव की खोज में डॉ. सी. वी. रमण के सहयोगी
डॉ. सब्रु ह्मण्यम भारत खगोल नवज्ञान, प्लानवक भौनतकी, गनणतीय धारा भौनतकी एवं
चन्द्रशेखर सामान्य सापेक्षता नसद्धान्त का प्रनतपादन, चन्द्रशेखर सीमा
(Chandrasekhar Limit) व्हाआट ड् वाफा (White Dwarf) यानी
श्वेत बौने नाम के नक्षत्रों की सीमा, 1983 इ. में भौनतकी के नलए
नोबेल परु स्कार प्राप्त)
डॉ. नबिम साराभाइ भारत ऄन्तररक्ष नवज्ञान के क्षेत्र में प्रनसद्ध वैज्ञाननक, कॉनस्मक नकरणों के
ऄध्ययन पर महत्त्वपूणा योगदान
प्रो. सतीश धवन भारत प्रमख ु भारतीय वैज्ञाननक, ऄन्तररक्ष ऄनस ु धं ान के क्षेत्र में महत्त्वपूणा
योगदान, भारतीय कृनत्रम ईपग्रह ‘अया भट्ट’ एवं ‘रोनहणी’ के प्रक्षेपण में
महत्त्वपूणा भूनमका
अया भट्ट भारत 5वीं शताब्दी के सनु वख्यात गनणतज्ञ एवं खगोलशास्त्री, गनणत
सम्बन्धी कइ महत्त्वपूणा खोजें
भास्कर प्रथम भारत 7वीं शताब्दी के सनु वख्यात खगोलशास्त्री
भास्कराचाया नितीय भारत 12वीं शताब्दी के सनु वख्यात गनणतज्ञ एवं खगोलशास्त्री
श्रीननवास रामानज
ु न भारत नम्बर थ्योरी में महत्त्वपूणा योगदान ‘The man who knew
infinity’ एस. रामानज ु न के जीवन पर अधाररत नफवम
एस. एन. बोस भारत बोसॉन नामक कण की खोज
एच. जे. भाभा भारत ऄन्तररक्ष नकरणों की बौछार का नसद्धान्त एवं भारत में परमाणु उजाा
के जनक
एम. एन. साहा भारत तापीय अयनीकरण का नसद्धान्त
सी. वी. रमण भारत प्रकाश के प्रकीणा न से सम्बनन्धत रमण प्रभाव की खोज-1928 इ.
(1930 इ. में नोबेल परु स्कार प्राप्त, भौनतकी के नलए नोबेल परु स्कार
प्राप्त करने वाले पहले भारतीय, निस्टल की संरचना पर ऄध्ययन
एवं खोज
जे. सी. बोस भारत बेतार संदशे , पौधों में चेतना की खोज, िीस्कोग्राफ
(Crescograph) का अनवष्ट्कार
र्ैज्ञानतक यन्त्र र् उपकरण
यन्त्र/उपकरण उपयोग
एनक्सलरोमीटर वाहन की चाल की वनृ द्ध दर को मापने का यन्त्र
एक्यमु लु ेटर नवद्यतु ् उजाा को संनचत करने का यन्त्र
एनक्टनोमीटर सूया नकरणों की तीव्रता का ननधाा रण करने वाला यन्त्र
एयरोमीटर वायु तथा गैसों को भार तथा घनत्व मापने का यन्त्र
ऄवटीमीटर नवमानों की ईंचाइ मापने हेतु प्रयक्त ु यन्त्र
अमीटर नवद्यतु ् धारा को एनम्पयर में मापने हेतु प्रयक्त
ु यन्त्र
एननमोमीटर वायु की शनक्त और गनत मापने का यन्त्र
एनपकायस्कोप ऄपारदशी नचत्रों को पदे पर नदखाने का काम अने वाला ईपकरण
ऑनडयोमीटर ध्वनन की तीव्रता मापने हेतु प्रयक्त
ु यन्त्र
ऑनडयोफोन सनु ने में सहायता के नलए कान में लगाया जाने वाला ईपकरण
औररस्कोप कान के अन्तररक भाग के ननरीक्षण के नलए प्रयक्त ु यन्त्र
एवोमीटर रेनडयो में ईत्पन्न दोष का पता लगाने का यन्त्र
बैरोग्राफ वायमु ण्डलीय दाब में होने वाले पररवता न का ग्राफ ऄंनकत करने वाला यन्त्र
बैरोमीटर वायमु ण्डलीय दाब मापने वाला यन्त्र
बाआनोकुलसा वस्तओ ु ं को अवनद्धा त कर नदखाने वाला यन्त्र
बोलोमीटर उष्ट्मीय नवनकरण मापने का यन्त्र
कै लीपसा बेलनाकार वस्तओ ु ं के ऄन्दर तथा बाहर का व्यास मापने का यन्त्र
कै लोरीमीटर उष्ट्मा की मात्रा मापने का यन्त्र
कारबरु टे र ऄन्त: दहन पेरोल आंजनों में प्रयक्त ु ईपकरण
कानडा योग्राम मनष्ट्ु य की रृदय गनत को मापने का यन्त्र
कानडा योग्राफ रृदय की गनत को ऄनभनलनखत करने वाला ईपकरण
कै थेटोमीटर वैज्ञाननक प्रयोगों में उंचाइ, स्तर, अनद मापने वाला ईपकरण
कै थोड नकरण नली आलेक्रॉन, अनद के ईत्सजा न में काम अने वाला नलीनमु ा ईपकरण
िोनोमीटर पानी के जहाजों में सही समय ज्ञात करने में प्रयक्त ु ईपकरण
कम्यूटेटर नवद्यतु ् प्रावह की नदशा को बदलने वाला ईपकरण/ AC को DC में बदलने वाला
ईपकरण
नदक्सूचक नकसी स्थान पर ईत्तर दनक्षण नदशा को ज्ञात करने का यन्त्र
कोनलज ट् यूब एक्स नकरणों का ईत्पादन करने में प्रयक्त ु नलीनमु ा ईपकरण
के स्कोग्राफ पौधों की वनृ द्ध को दशाा ने वाला यन्त्र
िायोमीटर 0°C एवं ईसके अस-पास के कम तापमानों को मापने वाला तापमापी
साआक्लोरान ऄनधक अवेनशत कण को त्वररत नकया जाने वाला यन्त्र
साआटोरान कृनत्रम मौसम ईत्पन्न करने के काम में अने वाला ईपकरण
डेननयल सेल नकसी पररपथ में नदष्टधारा प्रवाह के नलए प्रयक्तु ईपकरण
घनत्वमापी घनत्व मापने का यन्त्र
डाआलेनसस मशीन गदु े खराब होने की नस्थनत में रक्त शोधन करने वाला यन्त्र
नडक्टाफोन ऄपनी बात तथा अदेश दूसरे व्यनक्त को सनु ाने के नलए ररकॉडा करने वाला यन्त्र
नडलैटोमीटर नकसी वस्तु में ईत्पन्न अयतन के पररवता न को मापने का यन्त्र
नडप सनकाल ननत कोण को मापने वाला यन्त्र
डायनमो यानन्त्रक उजाा को नवद्यतु उजाा में बदलने का यन्त्र
डायनेमोमीटर आंजन िारा ईत्पन्न की गइ शनक्त मापने का यन्त्र
नवद्यतु मोटर नवद्यतु ् उजाा को यानन्त्रक उजाा में बदलने में काम अने वाला ईपकरण
आलेक्रो आननसफलो ग्राफ मनस्तष्ट्क नवभव मापने के काम अने वाला यन्त्र
आलेक्रोमीटर नवभवान्तर मापने का यन्त्र
आलेक्रॉन माआिोस्कोप ऄनतसूक्ष्म जीवाणओ ु ं को देखने में काम अने वाला ईपकरण
अवेशमापी नवद्यतु अवेश की ईपनस्थनत बताने वाला यन्त्र
आण्डोस्कोप मानव शरीर के ऄन्न के भाग को देखने हेतु प्रयक्त ु यंत्र
आपीनडएस्कोप नचत्रों को पदे पर प्रक्षेपण के नलए प्रयोग की जाने वाली ईपकरण
स्के लेटर चलती हुइ यानन्त्रक सीनढ़यााँ
फै दोमीटर समद्रु की गहराइ मापने वाला यन्त्र
ऄनग्नशामक ऄनग्नशामक – अग बझ ु ाने वाला यन्त्र
फ्लक्स मीटर मैग्नेनटक फ्लक्स मापने वाला ईपकरण
गैववेनोमीटर नवद्यतु ् धारा की प्रबलता मापने का यन्त्र
गैनोन्ग श्वसन गणु ांक का मापन करने वाला यन्त्र
ग्रामोफोन ररक़डा पर ऄंनकत ध्वनन तरंगों को पनु : जागतृ करके सनु ने वाला यन्त्र
ग्रेवीमीटर पानी के ऄन्दर तेल की ईपनस्थनत का पता लगाने वाला यन्त्र
गाआरोस्कोप घूमती हुइ वस्तु की गनत ज्ञात करने वाला यन्त्र
रृदय मशीन रृदय और फे फडों का ऑपरेशन करते समय काम अने वाला ईपकरण
हाआड्रोमीटर द्रवों का अपेनक्षक घनत्व मापने वाला यन्त्र
हाआड्रोफोन पानी के ऄन्दर ध्वनन तरंगों की गणना करने में काम अने वाला ईपकरण
मैग्नेटोमीटर चम्ु बकीय संचलन एवं क्षेत्रों की तल ु ना करने वाला ईपकरण
दाबमापी गैसों का दाब मापने का यन्त्र
मेगाफोन ध्वनन को दरू स्थ स्थानों पर ले जाने वाला ईपकरण
माआिोमीटर नमलीमीटर के हजारवें भाग को ज्ञात करने वाला ईपकरण
माआिोफोन ध्वनन तरंगों को नवद्यतु ् तरंगों में पररवनता त करने वाला ईपकरण
सूक्ष्मदशी सक्ष्ु म वस्तओ ु ं को अवनद्धा त रूप में देखने का यन्त्र
माआिोटोम नकसी वस्तु का बहुत छोटे – छोटे टुकडों में काटने के काम अने वाला ईपकरण
नेफ्टोमीटर तरल में लटकाये गये कणों के िारा होने वाले प्रकाश के प्रकीणा न को मापने वाला
ईपकरण
ओडोमीटर वाहनों के पनहयों िारा तय की गइ दूरी को मापने वाला तन्त्र
ओममीटर नवद्यतु ् प्रनतरोध को मापने वाला यन्त्र
ओण्डोमीटर नवद्यतु ्-चम्ु बकीय तरंगों की अवनृ त्त को मापने का यन्त्र
ओसीलोग्राफ नवद्यतु ीय और यानन्त्रक कम्पनों को ग्राफ पर नचनत्रत करने वाला ईपकरण
पैराशूट अपातकाल में ईडते हुए वाययु ानों से सरु क्षापूवाक धरती पर ईतरने के काम अने
वाला ईपकरण
पेररस्कोप ऐसी वस्तओ ु ं को देखने का यन्त्र जो देखने की सीमा से दूर हैं और नजनका प्रत्यक्ष
दृश्य नहीं है ।
फोनोग्राफ ध्वनन लेखन के काम अने वाला ईपकरण
फोनोमीटर प्रकाश की चमक शनक्त ज्ञात करने वाला यन्त्र
फोटोमीटर दो स्रोतों की प्रदीपन एवं तीव्रता की तल ु ना करने के काम अने वाला ईपकरण
फोटोग्रानफक के मरा नकसी वस्तु का फोटो लेने वाला ईपकरण
फोटोटेलीग्राफ फोटोग्राफ को एक स्थान से दस ू रे स्तान पर पहुचं ाने वाला ईपकरण
नपपेट द्रव का नननित अयतन मापने वाली कांच की एक पतली नली जैसा यन्त्र
पॉलीग्राफ झूठ का पता लगाने वाला यन्त्र
पोटैनशयोमीटर नवद्यतु ् पररपथ में दो नबन्दओु ं के बीच नवभवान्तर मापने का यन्त्र
पोटोमीटर पौधों में वाष्ट्पोत्सजा न दर को मापने वाला यन्त्र
नपवनोमीटर द्रवों के घनत्व तथा प्रसार गणु ांक का मापन करने वाला यन्त्र
पाआरोमीटर ईच्च ताप मापने वाला यन्त्र
क्वाड्रंट नौचालन तथा खगोल नवज्ञान में उंचाइ और कोणों को मापने वाला यन्त्र
रडार दूर से अने वाला वाययु ान की गनत और नदशा ज्ञात करने वाला यन्त्र
रेनडएटर मोटरगाडी के आंजन को ठण्डा रखने का यन्त्र
रेनडयोमीटर नवकरण को मापने वाला यन्त्र
रेनडयो माआिोमीटर उष्ट्मीय नवनकरण को मापने का यन्त्र
रेन गेज वषाा की मात्रा ज्ञात करने वाला यन्त्र
रररक्टोमीटर पारदशा क माध्यमों का ऄपवता नांक ज्ञात करने वाला ईपकरण
रेनिजरेटर नकसी कक्ष के ताप को ननयनन्त्रत रखने वाला ईपकरण
सैकरोमीटर शकारा की सान्द्रता मापने वाला यन्त्र
सेफ्टी लैम्प प्रकाश के नलए खानों में ईपयोग होने वाला ईपकरण, खानों में दघु ा टना रोकने हेतु
ईपयोग में लाया जाने वाला यन्त्र
स्िू गेज महीन तारों का व्यास मापने वाला यन्त्र
सीस्मोग्राफ भूकम्पीय तीव्रता मापने वाला यन्त्र
सीस्मोमीटर भूकम्पीय तरंगों की तीव्रता मापने वाला यन्त्र
षष्ठक नकसी उंचाइ को मापने के काम अने वाला यन्त्र
स्पेक्रोस्कोप स्पेक्रम का नवश्लेषण करने वाला यन्त्र
स्पीडोमीटर मोटर गानडयों की गनत मापने वाला यन्त्र
स्फे रोमीटर नकसी सतह की विता मापने का यन्त्र
नस्फग्मोमैनोमीटर धमननयों में रूनधर के दाब को मापने का ईपकरण
नस्फग्मोफोन नाडी धडकन को तेज ध्वनन से सनु ने हेतु प्रयक्त ु यन्त्र
नस्फग्मोस्कोप नानडयों की गनत के कम्पन का ऄध्ययन करने वाला ईपकरकण
स्टीररयोस्कोप निनवम नचत्र लेने के काम अने वाला यन्त्र
स्टेथोस्कोप रृदय तथा फे फडों की अवाज सनु ने का यन्त्र
स्टॉप वाच समय की सही ऄवनध बताने वाला यन्त्र
स्रोबोस्कोप अवनता क गनत से घूमने वाली वस्तओ ु ं की चाल ज्ञात करने का ईपकरण
सबमेरीन समद्रु की सतह पर होने वाली हलचलों को ज्ञात करने के नलए पानी के ऄन्दर
चलने वाला जलयान
टैनकयोमीटर सवेक्षण के समय दरू ी, ईन्नयन, अनद मापने वाला नथयोडोलाआट जैसा यन्त्र
टैकोमीटटर वाययु ान की गनत मापने वाला यन्त्र
टैक्सीमीटर टैनक्सयों में नकराया प्रदनशा त करने का यन्त्र
टेलेक्स दो देशों के मध्य समाचारों का सीधा अदान-प्रदान करने में सहायक ईपकरण
टेनलमीटर दूर में होने वाली भौनतक घटनाओं को ररकॉडा करने वाला यन्त्र
टेनलनप्रण्टर दूर से टेलीग्रानफक संदेशों को स्वयं ग्रहण करके टंकण करने वाला यन्त्र
टेनलस्कोप दूरस्थ चीजों को नजदीक देखने वाला यन्त्र
नथयोडोलाआट ऄनप्रु स्थ तथा लम्बवत् कोणों का माप ज्ञात करने के काम अने वाला ईपकरण
थमाा मीटर मानव शरीर का तापमान मापने का यन्त्र
थमोपाआल नवनकरण तीव्रता मापने का यन्त्र
थमोस्टेट नस्थर तापमान को संचानलत रखने वाला यन्त्र
रांसफामा र AC नवद्यतु ् की वोवटेज को कम या ऄनधक करने वाला यन्त्र
रांनजस्टर करेण्ट का नवस्तार करके ऄन्य काया कराने में सहायक करने वाला यन्त्र
टरबाआन वह यन्त्र नजसके िारा नकसी बहते हुए द्रव (जैसे हवा, पानी) की गनतज उजाा का
घूणान उजाा में पररवनता त करके यानन्त्रक काया प्राप्त नकया जाता है ।
यूडोमीटर वषाा मापक यन्त्र
ऄवरासोनोस्कोप मनस्तष्ट्क की ट् यूमर का पता लगाने एवं रृदय के दोषों को ज्ञात करने वाला यन्त्र
वेक्यमु -क्लीनर धूल साफ करने वाला ईपकरण
वान डी ग्राफ जेनरेटर ईच्च नवभवान्तर पैदा करने वाला ईपकरण
वेन्चरु ीमीटर द्रवों के प्रवाह की गनत मापने का यन्त्र
नवनडयोफोन ऐसा टेलीफोन नजसमें अवाज के साथ-साथ फोटो भी अता है
नवस्कोमीटर द्रवों की श्यानता ज्ञात करने के काम अने वाला ईपकरण
वोवटमीटर दो नबन्दओ ु ं के अवेश नभन्नता को मापने वाला यन्त्र
1. रसायन नवज्ञान का जनक कहते है – लेवरररयस
2. पदाथा की चौथी ऄवस्था होती है – प्लरज्मर
3. वह प्रनिया नजसमें पदाथा गमा करने पर सीधे ठोस से गैस रूप में पररवतीत हो जाती है
कहलाती है – उध्वषपरतन
4. ईध्वा पातन प्रनिया के ईदाहरण है – आयोकडन, कपूर
5. पथ्ृ वी पर पाया जाने वाला सवाा नधक तत्व – आक्सीजन (46.60%)
6. नकसी तत्व का सबसे छोटा कण होता है – अणु (Molecule)
7. नकसी नवशेष दाब पर वह ननयत ताप नजस पर कोइ द्रव जमता है कहते है – कहमरांक
8. पदाथा की पांचवी ऄवस्था होती है – बोस आांइसटरइन कां डनसेट
9. तत्व क्या है – तत्व वह शुद्ध पदरथष है कजसे दो यर दो से अकधक पदरथो में
कवभरकजत नहीं ककयर जर सकतर है व नर ही अन्य सरल पदरथो के
योग से बनरयर जर सकतर है ।
10. यौनगक – वह शुद्ध पदरथष जो ररसरयकनक रूप से दो यर दो से अकधक तत्वो के एक
कनकित अनुपरत में रसरयकनक सांयोग से बनतर है ।
11. नमश्रण – वह पदरथष जो दो यर दो से अकधक तत्वो के यौकगको के ककसी भी अनुपरत
में कमलरने से प्ररप्त होतर है ।
12. तत्व का वह छोटा कण जो नकसी भी रासायननक ऄनभनिया में भाग ले सकता है
कहलाता है – परमरणु
13. परमाणु िमांक कहते है –ककसी तत्व के नरकभक में उपकस्थत प्रोटरनो की सांख्यर को
14. द्रव्यमान संख्या कहते है – ककसी परमरणु के नरकभक में उपकस्थत प्रोटरनो व
न्यूट्ररनो के सांख्यर के योग को ।
द्रव्यमान संख्या = प्रोटानो की संख्या + न्यूट्रानो की संख्या

15. क्वांटम संख्या होती है – 4


16. समान परमाणु िमांक परन्तु नभन्न-2 परमाणु द्रव्यमानो के परमाणओ
ु को कहते है –
समस्थरकनक
17. सबसे ऄनधक समस्थाननको वाला तत्व है – पोलोकनयम
18. प्रोटानो की संख्या समान व न्यूरानो की संख्या नभन्न-2 होती है – समस्थरकनक
19. समान परमाणु द्रव्यमान परन्तु नभन्न-2 परमाणु िमांक के परमाणओ ु को कहते है –
समभरररक
20. नकसे नवभानजत नहीं नकया जा सकता है – परमरणु
21. परमाणु की खोज की थी – जॉन डरल्टन
22. परमाणु नानभक के ऄवयव है – प्रोटरन व न्यूट्ररन
23. अवेश रनहत कण होता है – न्यूट्ररन
24. पॉनजरान होता है – धनरवेकशत इलेक्ट्ररन
25. पॉनजरान के खोजकताा है – एांडरसन
26. एक भारतीय वैज्ञाननक नजनका नाम एक नवनशष्ट मूल कण के साथ जडु ा है – सत्येन्द्र
नरथ बोस
1. अवता सारणी का जनक माना जाता है – मेडलीफ
2. नकस वैज्ञाननक ने तत्वो का सबसे पहले वगीकरण करने का प्रयास नकया– डोबेररइनर
3. नकस वैज्ञाननक ने अवता सारणी का ननमाा ण सबसे पहले नकया – मेडलीफ
4. अधनु नक अवता सारणी में अवता की संख्या होती है – 7
5. अधनु नक अवता सारणी में समूह की संख्या है – 18
6. सबसे हवकी ऄनिय गैस है – कहलीयम (He) (Noble Gas)
7. अधनु नक अवता सारणी में कुल नकतने तत्व है – 118
8. अवता सारणी में ऄनिय गैस कौन से समूह में अते है – 18 वें समहू में
9. अधनु नक अवता सारणी का सबसे बडा अवता है – 6 (32 तत्व)
10. अधनु नक अवता का सबसे छोटा अवता – 2
11. अवता सारणी का पहला तत्व होगा – हरइड्रोजन (H)
12. अधनु नक अवता में 17 वे समूह को नकस नाम से जानते है – हैलोजन
13. अधनु नक अवता को अवता सारणी में तत्वों को नकस अधार पर वगीकृत नकया गया है
– परमरणु क्मरांक
14. अधनु नक अवता सारणी का सबसे हवका धातु – कलकथयम (Li)
15. हैलोजन समूह में यक्त
ु आलेक्रानो की संख्या होती है – 7
16. अवता सारणी में लम्बवत स्तम्भो को कहते है – वगष 18
17. अवता सारणी में क्षैनतज स्तम्भो को कहा जाता है – आवतष 7
18. अवता सारणी का सबसे नियाशील ऄधातु है – फ्लोररन (F)
19. कौन सी ऄधातु में चमक होती है – हीरर
20. सबसे ज्यादा पाया जाने वाला ऄिीय गैस होता है – आगषन
21. ऄिीय गैसो में मक्त
ु आलेक्रानो की संख्या होती है – शून्य
22. अधनु नक अवता सारणी का सबसे भारी धातु है – ऑकस्मयम (Os)
23. अधनु नक अवता सारणी में कौन सा नया ऄिीय गैस जोडा गया – ओगन्सन (Og)
24. अधनु न अवता सारणी में ऄनिय गैसो की संख्या – 7
25. अधनु नक अवता के ऄनिय गैस है – कहलीयम (He), कनयॉन (Ne), आगषन (Ar),
क्ीप्टरन (Kr), जेनरन (Xe), रेडरन (Rn) , ओगन्सन (Og)
26. सोनडयम का परमाणु िमांक होता है – 11
27. नकस धातु को सफे द सोना भी कहते है – प्लेकटनम
28. काला ऄधातु नकस तत्व को कहते है – ग्रेफरइट
29. सूया व तारो में पाया जाने वाला सबसे ऄनधकतम – हरइड्रोजन
30. हाआड्रोजन (H) का परमाणु िमांक – 1
31. अवता सारणी का सबसे चमकदार धातु – प्लेकटनम
32. भारत में पाया जाने वाला रेनडयएनक्टव तत्व है – थोररयम (Th)
33. थोररयम के ऄयस्क का नाम है – मोनोजरइट
34. नकस गैस का ईष्ट्मीय मान सवाा नधक होता है – हरइड्रोजन
35. अवता सारणी में सबसे नवद्यतु धनात्मक तत्व – फ्लोररन (F)
36. मानव शरीर में पाया जाने वाला सबसे ऄनधक तत्व – आक्सीजन
37. पथ्ृ वी पर सबसे ज्यादा पाया जाने वाला धातु – एल्युकमकनयम (Al)
38. मैडलीफ िारा बनाइ गइ अवता में है – नौ वगष व 7 आवतष
39. अधनु नक अवता सारणी अधाररत है – मोसले के कनयम पर
40. सबसे ऄनधक आलेक्रान बन्धता होती है – क्लोररन
1. धनायन तब बनता है जब – परमरणु इलेक्ट्ररन खोतर है ।
2. ऊणायन तब बनता है जब – परमरणु इलेक्ट्ररन ग्रहण करतर है ।
3. अयनो से बने यौनगक का सामान्य नाम है – वैद्युत सांयोजक
4. एक अयननक बन्ध बनता है जब– एक धरतु तत्व कर सांयोग अधरतु तत्व से होतर है।
5. नवद्यतु संयोजक बन्ध बनता है – कवपररत अवकषष्ट आयनो के बीच
6. सहसंयोजी अबन्ध नकसके कारण बनता है – इलेक्ट्ररनो के अांश भरजन
7. जब एक ही तत्व के दो परमाणु परस्पर संयोग करते है, तो ईनके बीच बंधन की पक
ृ ृ नत
होगी – अध्रवु ीय सहसांयोजक
8. सोनडयम क्लोराआड में होता है – वैद्युत सांयोजक बन्धन
9. जब एक रासायननक बनता है तबक्या होता है – उजरष हमेशर कनमषि ु होगी
10. आनथनलन ऄणु की अकृनत होती है – समतल कत्रकोणीय
11. नमथेन ऄणु में है – एक सांहसांयोजक बन्ध
12. हाआड्रोजन अबन्ध नही होता है – कमथेन (CH4)
13. NH4Cl में पाया जाने वाला अबन्ध है – सांहसांयोजक, वैद्युत सांयोजक
उपसहसांयोजक सभी
14. जल के ऄनधक क्वथनांक का कारण होगा – जल के अणु में हरइड्रोजन आबन्ध
1. अक्सीकरण एक ऄनभनिया है नजसमें – कवद्युत धनरत्मक समूह के अनुपरत मे वृकद्ध
होती है व इलेक्ट्ररन कर त्यरग होतर है तथर आक्सीजन कर सांयोग ।
2. ऄवकरण एक ऐसी ऄनभनिया है नजसमें – इलेक्ट्ररन कर ग्रहण
3. आलेक्रान त्यागने की प्रवनृ त को कहते है – आक्सीकरण
4. आलेक्रान ग्रहण करने की प्रवनृ त्त को कहते है – अवकरण
5. नवद्यतु धनात्मक तत्वो से संयोग करने की निया को कहते है – अवकरण
6. नवद्यतु ऊणात्मक तत्वो से संयोग करने की निया को कहते है – आक्सीकरण
7. अक्सीकरण वह प्रनिया है नजसमें तत्व की ससंजकता – बढ जरती है ।
8. अक्सीकरण ऄनभकरण ऄनभनिया में – परमरणु के सांयोजी इलेक्ट्ररन भरग लेते है ।
9. नकसी ऄनभनिया में अक्सीकरण-ऄवकरण – एक सरथ होतर है ।
10. कौन सा पदाथा अक्सीकरण व ऄवकारक दोनो है – हरइड्रोजन सल्फरइड (H2S),
हरइड्रोजन पॉररक्सरइड (H2O2), सल्फरडरई
आक्सरईड (SO2), नरइट्रस अपल (NHO3)
11. हाआड्रोजन के जलने से संम्बध प्रनिया है – आक्सीकरण
12. लोहे पर जंग लगना ईदाहरण है – आक्सीकरण कर
13. अक्सीकरण की धनात्मक (+Ve) ऑक्सीकरण संख्या होती है, के वल – OF2
1. ऄम्ल वह पदाथा है जो – प्रोटरन देतर है
2. भस्म वह पदाथा है जो – प्रोटरन ग्रहण करते है ।
3. ऄम्ल व भस्म ऄनभनिया करके बनाते है – लवण
4. ईदासीन निया में बनता है – लवण व जल
5. ऄम्ल व भस्म के पररक्षण के नलए नकसका प्रयोग नकया जाता है – कलटमस पेपर
6. नीले पत्र को लाल कर देता है – अपल
7. लाल पत्र को नीला कर देता है – क्षरर यर भस्म
8. जल में घल ु नशील भस्म को कहते है – क्षरर
9. सभा ऄम्ल जल में घल ु कर प्रदान करते है – H+ आयन
10. भस्मो का स्वाद होता है – खररर
11. भस्मो के जलीय घोल में कौन सा अयन होता है –
12. सभी लवण होते है – वैद्युत अपघटय
13. Ph का ननधाा रण नकया था – सोरेन्सन ने
ु जल में हाआड्रोजन अयन सान्द्र का मान होता है – 10–7
14. शद्ध
15. ऄम्लीय घोल का Ph मान होता है – 7 से कम
16. क्षार का Ph मान होता है – 7 अकधक
17. ईदासीन घोल का Ph मान होता है – 7
18. सभी ऄम्ल धातओ ु से निया करके कौन सी गैस ननकलते है – हरइड्रोजन
19. सामान्य व्यनक्त के रक्त का Ph मान होता है – 7.4
20. मोहर लवण होते है – कद्वक लवण
21. जल में सामान्य लवण के घोल होते है – सोकडयम के धनरत्मक आयन तथर
क्लोररन के धनरत्मक आयन
22. जो लवण ऄवशोषण करता है वो कहलाता है – हरइग्रोस्कोकपक लवण
23. ताजे दूध का Ph 6 होता है जब यह खट्टा हो जाये तो Ph मान होगा – 6 से कम
24. Ph दशाा ता है – ककसी घोल के अपलीय व क्षररीय होने कर मूल्यरांक
25. ऄमोननयम क्लोराआड का जलीय नवलयन होता है – अपलीय
26. जलीय नवलयन में ऄम्लता परीक्षण के नलए कौन सा यंत्र प्रयोग नकया जाता है –
Ph मीटर
कुछ प्राकृतिक अम्ल कुछ सामान्य पदार्थो का Ph मान
प्राकृतिक स्रोि अम्ल पदार्थव Ph मान
नसरका एनसनटक ऄम्ल समद्रु ी जल 8.4
संतरा, नीबू नसरीक ऄम्ल रक्त 7.4
आमली टाटा ररक ऄम्ल लार 6.5
टमाटर अम्सैनलक ऄम्ल दूध 6.4
दही लैक्टीक ऄम्ल मूत्र 6
चीटी व नबच्छू का डंक मेथेनआक ऄम्ल भराब 2.8
नसरका 2.4
नीबू 2.2
27. कै नवशयम हाआड्राक्साइड [ ] भस्म का ईपयोग होता है –
घरो में चूनर पोतने में
गररर व प्लरस्टर बनरने में
ब्लीकचग परउडर बनरने में
जल को मदृ ु बनरने में
28. कानस्टक सोडा या सोनडयम हाआड्राक्साआड (NaOH) भस्म का ईपयोग – सरबुन
बनरने में, पेट्रोकलयम सरफ करने में, दवर बनरने में, कपड़र व करगज बनरने में।
29. नमवक अफ मैनग्ननशया हाआड्राक्साआड [ ] का ईपयोग होता है – पेट
की अपलीयतर दूर करने में
1. समांगी नवलयन है – नमक व जल
2. नकस नवलयन मे ऄव्ययो के ऄन्तर को देखा नहीं जा सकता है – समरांगी
3. पारा का सोनडयम के साथ नवलयन ईदाहरण है – िोस कवलयन
4. नजस नवलयन में कोइ पदाथा एक सीमा के बाद और ऄनधक ना घोला जा सके , ऐसे
नवलयन को क्या कहते है – सांतप्तृ कवलयन
5. नकसी पदाथा के नवलयन को गमा करने से ईसकी नवलेयता पर क्या प्रभाव पडता है –
बढ जरती है ।
6. जब नकसी नवलयन में नवलेय की घल ु ी हुइ मात्रा, नवलायक की मात्र की तल
ु ना में बहुत
कम होती है तो ऐसे नवलयन को क्या कहते है – तनु कवलयन
7. पायस नवलयन का ईदाहरण है – दूध
8. नवलयन होता है – स्थरयी एवां पररदशषक
9. नवलयन में जो पदाथा ऄनधक मात्रा में हो ईसे कहते है – कवलरयक
10. नवलयन में जो पदाथा कम मात्रा में हो ईसे कहते है – कवलेय
11. दाब बढ़ाने पर द्रव में गैसे की नवलेयता – बढती है ।
1. काबा न क्या है – एक अधरतु
2. ऐसे पदाथा नजनके रासायननक गणु समान एवं भौनतक गणु नभन्न हो कहते है –
अपरूपक
3. काबा न के मख्ु यत: ऄपरूपक है – 1. हीरर 2. ग्रेफरइट
4. हीरा होता है – तरप व कवद्यतु कर कुचरलक व दकु नयर कर सबसे किोर पदरथष
इस पर अपल व क्षरर कर प्रभरव नहीं पड़तर
पूणष आकन्तक पररवतषन के कररण चमकतर है ।
शुद्ध हीरर पररदशषक एवां रांग हीन होतर है ।
कुछ हीरे करले होते है कजन्हे बोटष कहते है ।
बेटष कर उपयोग शीशर करटने मे होतर है ।
5. ग्रेफाआट होता है– कवद्युत कर सचु रलक
आपेकक्षक घनत्व 2.2 होतर है ।
इसे करलर सीसर भी कहते है ।
पेकसल बनरने में, परमरणु भठ्ठी में, इलेक्ट्रोड के रूप में उपयोग
होतर है
6. काबा न व हाआड्रोजन के यौनगक को कहते है – हरइड्रोकरबषन
7. हाआड्रोकाबा न का प्राकृनतक स्रोत है – पेट्रोकलयम (कच्चर तेल)
8. संतप्तृ हाआड्रोकाबा न के ईदाहरण है – कमथेन, ईथेन, प्रोपेन, व्यूटेन, एल्के न आकद ।
9. ऄसंतप्तृ हाआड्रोकाबा न के ईदाहरण है – एल्कीन (CnH2n) (कद्वबन्ध)
एल्करइन (CnH2n–2) (कत्रबन्ध)
10. प्राकृनतक बहुलक के ईदाहरण है – स्टरचष एवां सेलल ु ोज
11. थमोप्लानस्टक के ईदाहरण है – पॉलीथरन, नरयलॉन, परलीवरइनील क्लोररइड,
टेफ्लरन, पॉलीस्टरईन
12. थमोसेनटग प्लानस्टक की ईदाहरण है – बैकेलरइट तथर मैलरमरइन
13. मानव िारा संनश्लष्ट नकया गया पहला रेशा था – नॉयलरन
14. एथेन का अनण्वक सूत्र C2H6 है आसमें – 7 सहसांयोजक बांध है ।
15. संगमरमर का रासायननक सूत्र है – CaCO3
16. आथाआल ऄवकोहर का सूत्र होगा – C2H5OH
17. बेजीन का ऄणसु ूत्र – C6H6
18. बेजीन की संरचना –

19. स्टील की कठोरता प्रदान करने के नलए ईसमे बढाइ जाती है – करबषन
20. कौन सावाा नधक यौनगक का ननमाा ण करता है – करबषन
21. पेनसल का लेड बना होता है – ग्रेफरइट
22. स्नेहक के रूप में प्रयोग करते है – ग्रेफरइट को
23. नकस कोयले में काबा न का प्रनतशत सवाा नधक होता है – एांथ्ररसरइट
24. सवाा नधक मजबूत पदाथा होता है – ग्रैफीन
25. रासायननक रूप से सूखी बफा होती है – िोस Co2
1. वह पदाथा जो हवा में जलकर बगैर ऄनावश्यक ईत्पाद के उष्ट्मा ईत्पन्न करे कहलाती
है – ईधन
2. एक ऄच्छे इधन के गणु – वह सस्तर व आसरनी से उपलब्ध हो
उसकर उष्मीय मरन उच्च हो
जलने के बरद अकधक मरत्रर में अपकशष्ट पदरथष नर बचे
जले के बरद कोई हरकनकररक पदरथष न उत्पन्न हो
जमरव व पररवहन आसरनी से हो ।
जलन कनयांकत्रत होनर चरहीए ।
3. ऄच्छे इधन का ईष्ट्मीय मान हमेशा होना चानहए – उच्च
4. कौन सा नमश्रण कोल गैस कहलाता है – H2, CH4, CO
5. काबा न मोनो अक्साइड व नाआरोजन गैस के नमश्रण को कहते है – प्रोड्यूसर गैस
6. प्राकृनतक गैस में मख्ु यत: रहता है – मीथेन (CH4)
7. नामा ल ब्यूटेन तथा अआसोब्यूटेन का द्रवीभूत नकया हुअ नमश्रण कहलाता है – द्रवीत
पेट्रोकलयम गैस
8. सरु क्षा की दृनष्ट से खाना पकाने वाली LPG गैस में क्या नमलाकर गंधयक्त
ु बनाया जाता
है – एकथल मरकै प्टन
9. गोबर गैस में मख्ु यत: होता है – मीथेन
10. LPG में मख्ु य रूप से कौन सी गैस होती है – ब्यूटेन
11. वाटर गैस नकन दो गैसो का नमश्रण है – CO+H2
12. नजस न्यूनतम ताप पर कोइ पदाथा जलना शूरू करता है ईसे क्या कहते है – ज्वलन
तरप
13. श्वसन नकस प्रकार की निया है – मन्द दहन
14. नबना नकसी बाहरी ईष्ट्मा के सम्पनडत होने वाली दहन निया को कहते है– स्वत: दहन
15. ऄनग्नशमन यंत्रो से भरा सोनडयम बाआकाबोनेट घोल नकससे निया करके काबा नडाइ
अक्साइड गैस बनता है – गांधक के अपल से
16. सोनडयम बाइकाबोनेट को ऄनग्नसमक के रूप में क्यो प्रयोग नकया जाता है – आग की
गमी प्ररप्त कर वह Co2 उत्पन्न करतर है
17. ऄनग्नशमन यंन्त्र में बोतल में रखे सान्द्र सवफ्यूररक ऄम्ल के साथ नकसका सान्द्र
नवलयन रखा जाता है – सोकडयम करबोनेट
18. पेरोल से लगी अग को बझ ु ाने के नलए प्रयोग होता है – झरग वरलर (फोम)
19. LPG का पूरा नाम है – Liquid Petroleum Gas
20. CNG का पूरा नाम है – Compressed Natural Gas
21. हाआड्रोजन, चारकोल, प्राकृनतक गैस तथा गैसोनलन में नकसका मान ऄनधक होता है –
हरइड्रोजन
22. नडजल, कोयला, हाआड्रोजन तथा के रोनसन में कौन सा इधन न्यूनतम पयाा वरणीय
प्रदूषण करता है – हरइड्रोजन
23. सवोत्तम इधन होता है – गैसीय ईधन
24. भनवष्ट्य का इधन कहते है – हरइड्रोजन
25. स्वत: दहन पाया जाता है – फरस्फोरस में
26. एनथनलन ब्रोमाआड को पेरोल में नमलाने से प्राप्त होता है – यह ईधन की आक्टेन
सांख्यर बढरतर है ।
27. इधन का ईष्ट्मीय मान ज्ञात करने के नलए कौन सा ईपकरण प्रयोग करते है – बम
कै लोरी मीटर
28. ऄत्यन्त वाष्ट्पशील व ऄत्यन्त ज्वलनशील इधन है – पेट्रोल
29. कोलतार के प्रभाजी असवन से 80° से 110° के मध्य प्राप्त होने वाले प्रभाज को
कहते है – बैजोल
30. नलनम्बड गोवड कहते है – पेट्रोल
31. सवोत्तम ऄपस्फोटीरोधी (Anti-Knocking) कौन सा है– टेट्ररएकथल लेड (CH3)4Pb
32. अन्तररक दहन आंजनो के नसनलण्डर में ईत्पन्न तीव्र ध्वनन को क्या कहते है –
अपस्फोट
33. के रोनसन तेल के भंजन से प्राप्त गैस कहलाती है – आयल गैस
34. पेरोल की अग बझ ु ाने का सवोत्तम साधन है – बरलू तथर फोम
35. नकसमें सीसे की मात्रा ऄनधक होती है – उच्च आक्टेन वरलर ईधन
36. कौन सी वायु प्रदूषक गैस जीवश्म इधन के ज्वलन स्वरूप ईत्पन्न होती है – सल्फर
डरई आक्सरईड
37. पेरोल की गणु वक्ता व्यक्त की जाती है – आक्टेन सांख्यर
38. परोनलयम से कौन सा मोम (Wax) प्राप्त होता है – पैररकफन मोम
39. एन्रासाआट कोयला ईच्च कोनट का है आसमे इधन की मात्रा है – 85% से अकधक
1. ऐसे तत्व जो आलेक्रान को त्याग कर धनायन देते है कहलाते है – धरतु
2. धातु ईष्ट्मा व नवद्यतु की होती है – सचु रलक
3. नवद्यतु सी सवा श्रेष्ठ चालक है – चरँदी
4. सबसे हवकी धातु है – कलकथयम
5. सबसे भारी धातु है – ओसकमयम
6. सबसे कठोर धातु है – क्ोकमयम
7. पथ्ृ वी की भूपट्टी में पाया जाने वाला सवाा नधक तत्व – एल्युकमकनयम 7%
8. भूपट्टी में प्राकृनतक रूप से पाया जाने वाला तत्व या यौनगक है – खकनज
9. धातओ ु का ईनकी सतह पर वायु व अद्राता के प्रभाव िारा नष्ट होना कहलाता है –
सांक्षररण
10. लोहे पर जंग लगना ईदाहरण है – ररसरयकनक पररवतषन कर
11. जंग लगने से लोहे के भार पर प्रभाव – बढ जरतर है
12. लोहे में जंग लगने से बना पदाथा होता है – फे रोसोफे ररक आक्सरईड (Fe2O3xH2O)
13. लोहे का जंग लगने से बचाने के नलए ईस पर जस्ते की पतली परत चढ़ाइ जाती है ईसे
कहते है – गैल्वोकनकरण
14. टंगस्टन का गलनांक होता है – 3500°C
15. एक रेनडयोसनिय धातु है – फ्रांकसयम
16. अनतशबाजी के दौरान हरा रंग होता है – बेररयम की उपकस्थत के कररण
17. धातओ ु ं में सबसे ऄनधक ऄघातवध्या है – सोनर, चरांदी
18. कै सर रोग के आलाज के नलए ईपयोग होता है – कोबरल्ट के समस्थरकनक कर
19. रेनडयम का ननस्कषा ण नकया जाता है – कपचब्लेड
20. वाययु ान के ननमाा ण में धातु प्रयक्त
ु होते है – पेलके डयम
21. कौन सी धातु कमरे के तापमान पर द्रव ऄवस्था में होती है – गैकलयम
22. नकसका ईपयोग जल को मदृ ु बनाने में होते है – कजयोलरइट
23. नाआिोम नकसका नमश्रधातु है – कनककल, क्ोकमयम, व आयरन कर कमश्रधरतु ।
24. नवद्यतु हीटर की कंु डली में प्रयक्त
ु तार होता है – नरइक्ोम कर
25. सबसे शद्धु लोहा होता है व क्यो – कपटवर लोहर, क्योककां इसमें करबषन की मरत्रर कम
होती है ।
26. फोटोग्राफी प्लेट में ईपयोग होता है – कसल्वर ब्रोमरइड
27. कृनत्रम वषाा कराने में ईपयोग होता है – कसल्वर आयोडरइड
28. सोना को कठोर बनाने के नलए ईसमें नमलाया जाता है – तरँबर यर चॉदी
29. नकसको झूठा सोना या बेवकूफो का सोना कहते है – आयरन परयररइट्स (FeS2)
30. सफे द सोना कहते है – प्लेकटनम
31. एवयनु मननयम नकसका ऄयस्क है – बरक्सरइट
32. पार नकसका ऄयस्क है – कसनेबरर
1. अधनु नक अवता सारणी के ऄनस ु ार नकतने ऄधात्वीक तत्व है – 22 अधरत्वीक तत्व
(11 गैस, 1 द्रव, 10 िोस)
2. द्रव ऄवस्था में नस्थत ऄधातु है – ब्रोकमन
3. ऄधातएु ं नवद्यतु की होती है – कुचरलक (अपवरद – ग्रेफरइट)
4. हाआड्रोजन के समस्थाननक है – प्रोटीयम, ड्यूटीररयम, ट्ररइकटयम
5. ड्यूनटररयम के अक्साआड को कहते है – भररी जल
6. साधारण जल में नकतना भारी जल होता है – 7000 भरगो में 1 भरग
7. भारी जल का ईपयोग होता है – न्यूटन के मांदक के रूप में, ड्यूकटररयम के योकगक
बनरने में
8. जो जल साबनु के साथ असानी से झाग दे ईसे कहते है – मदृ ुजल
9. जो जल साबनु के साथ कनठनाइ से झाग दे ईसे कहते है – किोर जल
10. जल की ऄस्थायी कठोरता होती है – उसमें कै कल्शयम और मैकग्नशयम के
बरइकरबोनेट घुले रहने के कररण
11. जल की स्थायी कठोरता होती है – उसमें कै कल्शयम व मैकग्नशयम के सल्फे ट,
क्लोररइड, नरइट्रेट आकद लवणो के घुले रहने के कररण होतर है।
12. कौन सी ऄधातु दोनो प्रकार की कठोरता दूर करती है – सोकडयम करबोनेट
13. जल की स्थायी कठोरता दूर करने की मख्ु य नवनध है – परपयूकटट कवकध
14. वायमु ण्डल में नकतना प्रनतशत नाआरोजन है – 78%
15. नाआरोजन का ईपयोग – बफष बनरने में, नरइकट्रक अपल के कनमरषण में, यूररयर,
आमोकनयम सल्फे ट बनरने में, कवस्फोटक बनरने में, कृकत्रम रेसे बनरने में ।
16. ऄनिया गैस/ नननष्ट्िय गैस/ Noble गैस कहेत है – आवतष सररणी में 0 वगष में 6 तत्व
कहलीयम (He), कनयॉन (Ne), आगषन (Ar), क्ीप्टरन (Kr), जेनरन (Xe), रेडरन
(Rn) ,
17. नहनलयम का ईपयोग होता है – गब्ु बररो को भरने में
मौसम सपबन्दी अध्यनो में
िण्डी वरयु वरली नरकभकीय भट्टीयो में
गोतरखोरो को अकधक गहररई में सरांस लेने के
कलए आक्सीजन के सरथ कहलीयम कमलर देते है।
18. वायमु ण्डल मे सबसे ज्यादा पाया जाने वाला ऄिीय गैस – आगषन
19. क्लोरीन का ईपयोग होता है – हरइड्रोक्लोररक अपल बनरने में, मस्टडष गैस बनरने
में, ब्लीकचांग परउडर बनरने में
20. पीतल नकसका नमश्रण है – तरांबर (Cu) + कचांक (Zn)
21. कॉसा नकसका नमश्रण है – तॉबर (Cu) + कटन (Sn)
22. गन मेटल नकसका नमश्रण है – Cu + Zn+Sn
23. टॉका (Solder) नकसका नमश्रण है – कटन (Sn) + शीशर (Pb)
1. डायनामाआट का अनवष्ट्कार नकया – अल्फ्े ड नोबेल
2. RDX का पूरा नाम – Research and developed Explosive
3. RDX रासायननक नाम है – सरइक्लो ट्ररइकमथरईल ट्ररइनरइट्रोमरइऩ
4. RDX नवस्फोटक की ईष्ट्मा होती है – 1510 ककलो कै लोरी/ककग्रर
5. TNT का पूरा नाम है – Tri Nitro Tolevine
6. TNT की नवस्फोटक गनत है – 6900 मी/से
7. TNP पूरा नाम है – Tri Nitro Rhenol
8. TNP का ऄन्य नाम है – कपककक अपल
9. TNG का पूरा नाम है – Tri Nitro Giliserine
10. डायनामाआट में मख्ु य घटक है – TNG
11. साबनु बनाने की निया को कहते है – सरबुनीकरण
12. नसमेट नकसका नमश्रण है – कै कल्शयम कसकलके ट व एल्युकमकनयम कसकलकटो कर
कमश्रण
1. वे पदाथा नजनकी ईपनस्थनत से रासायननक ऄनभनिया तेजी से होती है कहलाती है –
उत्प्रेरक पदरथष
2. ऄमोननया गैस बनाने की हैबर नवनध में ईत्प्रेरक है – लोहे कर चूणष
3. वनस्पनत तेलो से कृनत्रम घी बनने में ईत्प्रेरक है – कनके ल
4. परु ातत्व ऄवशेषो की अयु ननधाा ररत की जाती है – रेकडयो सकक्य करबषन (C14)
5. यनद नकसी द्रव में घल ु नशील पदाथा नमलाया जाय तो बढ जाता है – द्रव कर पृष्ठ तनरव
6. नमट्टी का क्षारकत्व घटाने के नलए प्रयक्त
ु होता है – कजप्सम
7. टेवकम पाईडर के ननमाा ण में प्रयोग होता है – कथयोफे स्टम खकनज
8. 1 नकग्रा शहद से उजाा प्राप्त होती है – 3500 कै लोरी
9. हसाने वाली गैस को कहते है – नरइट्रस आक्सरइड
10. नदया सलाइ में प्रयोग होता है – लरल फरस्फोरस
11. बता नो में कलइ करने में प्रयोग होता है – आमोकनयम क्लोररईड
12. पहला काबा ननक पदाथा जो प्रयोगशाला में बना – यूररयर
13. पीले फास्फोरस को रखा जाता है – जल
14. ऄस्पतालो में कृनत्रम सांस के नलए नसनलण्डरो में प्रयोग की जाती है – आक्सीजन व
कहलीयम कर कमश्रण
15. सौर सेलो में प्रयोग होता है – सीकजयम
16. सोनडयम को रखा जाता है – कमट्टी के तेलो में
17. सबसे का घनत्व,सबसे हवका, सबसे प्रबल ऄपचायक तत्व – लीकथयम (Li)
18. पोलेननयम के सवाा नधक समस्थाननक होते है – 27
1. आस्पात में होता है – 0.1-2 प्रकतशत करबषन
2. श्वसन प्रिम में वायु के नजस घटक का प्रयोग होता है वह है – ऑक्सीजन
3. भोजन में लवणों की मख्ु य भूनमका है – थोड़ी मरत्रर में हरइड्रोक्लोररक अपल बनरनर जो कक
भोजन के परचन में सहरयक होतर है
4. मनष्ट्ु यों के िारा सवाा नधक ईपयोग में लाया जाने वाला धातु है – लोहर
5. गोबर गैस का मख्ु य घटक है – मीथेन
6. पौधों के नलए सबसे ऄच्छा ईवा रक है – कपपोस्ट
7. हाआड्रोक्लोररक ऄम्ल के जलीय नवलयन का pH लगभग हो सकता है – 2
8. शैलों तथा खननजों में सवाा नधक मात्रा में पाया जाने वाला तत्व है – कसकलकन
9. अग बझ ु ाने के नलए काम में लाइ जाने वाली गैस है – करबषन डरइऑक्सरइड
10. नकस गैस के जलीय नवलयन का तेज ऄम्लीय गणु होता है – सल्फर डरइऑक्सरइड
11. बॉक्साआड से एलनु मननयम धातु का औद्योनगक ईत्पादन प्रनिया से होता है – कवद्युत अपघटन
12. हाआड्रोजन ऄम्ल, हाआड्रोजन तथा _______ तत्वो से बनता है – क्लोररन
13. एनथलीन तथा स्टाआरीन की व्यापाररक ईपयोनगता ईनकी क्षमता के कारण है – बहुलकीकरण
14. जल के साथ स्वच्छ नवलयन नहीं बनाने वाला यौनगक है – बेन्जोइक अपल
15. सरु ा से शद्धु ऐवकोहॉल आस प्रिम से प्राप्त नकया जा सकता है – आसवन
16. सागर जल में सवाा नधक मात्रा में पाया जाने वाला पदाथा है – सरधररण लवण
17. शकारा नवलयन के नकण्वन से बनने वाली गैस है – करबषन डरइऑक्सरइड
18. ऐसीनटक ऄम्ल के जलीय नवलयन का ph 2 है । ईसमें क्या नमलने से ईसका ph मान बढ़
जाएगा – जलीय अमोकनयर
19. ऐसा प्राकृनतक पदाथा , जो के वल एक ही तत्व से बना हुअ है और नजससे उजाा प्राप्त की जा
सकती है – कोयलर
20. पेरोल से लगी अग को बझ ु ाने के नलए प्राय: जल का आस्तेमाल नहीं नकया जाता है क्योनक –
जल और पेट्रोल आपस में अकमश्रणीय है । पेट्रोल जल की सतह पर परत बनर लेतर है ।
21. औद्योनगक रूप से नवद्यतु ऄपघटन िारा बनाए जाने वाले पदाथो का समूह है – कॉकस्टक
सोडर, क्लोरीन, एल्यूमीकनयम
22. पयाा वरण का प्रदषू ण का करने वाली गैस है – सल्फर डरइऑक्सरइड
23. पौधों की वनृ द्ध के नलए सबसे महत्वपूणा यौनगक नकस से बने होते है – नरइट्रोजन
24. कॉनस्टक सोडा के नवलयन को ऄलसी के तेल के साथ गरम करने से बने यौनगक को नकस
तरह काम मे लाया जाता है – सरबुन
25. सवफयूररक ऄम्ल के औद्यौनगक ईत्पादन में काम अने वाली दो गैसें है – सल्फर
डरइऑक्सरइड और ऑक्सीजन
26. महासागरो से शद्ध ु जल नकस नवनध से प्राप्त नकया जा सकता है – आसवन
27. नकस प्रिम से समद्रु जल से सामान्य लवण प्राप्त नकया जा सकता है – वरष्पीकरण
28. कठोर जल का ईबालने के नलए आस्तेमाल में लायें जाने वाले नवद्यतु ईपकरण के तापन ऄवयव
पर जमने वाली सफे द परत में क्या होता है – कै कल्सयम तथर मैग्नीकशयम कर लवण
29. सामान्य लवण कौन सा है – सोकडयम क्लोररइड
30. चट्टानों पर से गज ु रने के बाद जल से क्या घल ु जाने से कठोर हो जाता है– कै कल्सयम करबोनेट
31. बेनकं ग सोडा का रासायननक नाम कौन सा है – सोकडयम बरइकरबोनेट
32. रोगग्रस्त वक्ृ कों के रोनगयो को नदए जाने वाले ऄपोहन की प्रिम में प्रयक्त
ु पररघटना– पररसरण
33. बारूद का नमश्रण है – नरइट्रेट, सल्फर व करि कोयलर (चररकोल)
34. कपडो के रंग का नवरंजन करने वाला ऄनभकमा क है – सल्फर डरइऑक्सरइड
35. नकसी ठोस वस्तु को गमा करने से ईसका सीधे गैसीय रूप में पररवता त हो जाने की प्रिम
कहलाता है – ऊध्र्वपािन
36. नसववर हेलाआड का ईपयोग फोटोग्राफी प्लेटों में होता है क्योंनक वे – रंगहीन होिे है
37. वक्षृ ों के समीप या ईनके नीचे रात को नहीं सोना चानहए क्योनक वक्षृ रात के समय ______
छोडते है – काबवन डाइऑक्ट्साइड
38. वैज्ञाननक ईपकरणों में पराबैंगनी नकरणों को गज ु ारने के नलए नसनलका का शद्ध
ु निस्टलीय रूप
है – क्ट्र्ाट्वज कांच
39. हरे फलों को पकाने के नलए काम में लाइ जाने वाली गैस है – एतर्थलीन
40. प्राथनमक सोने की शद्ध ु ता है – 24 कै रेट
41. सपा नसल – एक प्रिान्िक (Tranguilizer) है ।
42. मलेररयारोधी औषनध के रूप में काम अने वाला यौनगक है – क्ट्लोरोक्ट्र्ीन
43. मानव के िारा सवा प्रथम प्रयोग में लाइ जाने वाली धातु थी – िांबा
44. सवाा नधक अघातवध्या धातु है – सोनर
45. कृनत्रम तौर पर गैसोलीन ईत्पादन के औद्यौनगक प्रिम को कहते है – कफशर-ट्रॉप्श प्रक्म
46. ननदयों का जल वषाा के जल से कठोर होता है क्योनक – इनमें कै कल्सयम और मैग्नीकशयम के
लवण होते है
47. मानव रक्त का pH लगभग है – 7.5
48. ऐसबेस्टेस कारखानो में काम करने वाले मनष्ट्ु य वायु प्रदूषण के नशकार बनते है । ईनके शरीर
का सबसे ऄनधक प्रभानवत होने वाला भाग है – फे फड़े
49. ऄपोहन (Dialysis) ईन रोनगयों पर नकया जाता है नजनको – वृक्क कवकरर हो
50. भारतीय के न्द्रीय औषनध ऄनस ु ंधान स्थान नस्थत है – लखनऊ
51. लार की प्रकृनत – अपलीय है
52. ऐसी वस्तु नजसकी पहचान मदृ ु एक्स रे (Soft X-ray) िारा हो सकती है – नकली कसक्कों को
असली कसक्के से
53. कागज पर परु ाने ईंगनु लयों के ननशान से डेवेलप नकया जा सकता है – कननहरइकड्रन कवलयन
(H2O2)
54. मानव शरीर की शनक्तयों को हानन न पहुंचाने वाली ऐवकोहॉल की ऄनधकतम सांद्रता है – 0.9
प्रकतशत
55. शरीर में ऄरक्तता की कमी के कारण होता है – लोहर
56. शरीर में टीके िारा दवा देने के नलए ऄधस्त्वक् नसररंज (Hypodermic syring) को
रोगाणरु नहत (sterilize) करने का ईत्तम तरीका है – इसको ऐल्कोहॉल में थोडी देर के कलए
छोड देनर
57. ग्रामीन नवद्यतु ीकरण तथा घरेलू खाने पकाने के नलए सबसे ईपयक्त ु और सस्ता साधन है –
बरयोगैस
58. पदाथों में से नवस्फोटक के रूप में काम अने वाला पदाथा है – टी. एन. टी.
59. नवस्फोट तथा दहन के बीच ऄंतर है – कवस्फोट के मरमलों में पररसीकमत क्षेत्र में दरब तेजी से
बढ जरतर है लेककन दहन के दौररन ऐसर कुछ नहीं होतर है
60. भारतीय नवज्ञान कांग्रेस एसोनसएशन का सत्रों का अयोजन होता है – प्रत्येक वषष
61. प्रनतदीप्त नली (Fluorescent tube) में साधारणतया काम में लाए जाने वाले पदाथा है – पररद
वरष्प और आगषन
62. अन्त्र ज्वर (Typhoid) के नलए सामान्यतः ईपयोग की जाने वाली औषनध है –
क्लोरोमरइकसकटन
63. मानव जानत के नलए ओजोन महत्वपूणा है क्योनक यह – पररबैंगनी ककरणों को रोकने के कलए
रक्षर आवरण बनरती है
64. मानव तंत्र में रोगो से लडने वाले पदाथा है – प्रकतरक्षी (Andibody)
65. भारत में ईन स्थानों का िम जहां तांबा,सोना,लोहा तथा कोयला पाये जाते हैं आस प्रकार है –
खेतडी, कोलरर, कुद्रेमख ु , झररयर
66. लोहे का सबसे प्रचरु स्त्रोत है – हरी सकब्जयरां
67. मानव शरीर के तंत्र में नवटानमन कौन सा काम नहीं कर सकते है – ऊजरष प्रदरन
68. तात्कानलक शनक्त के नलए धावकों को नदया जाता है – ग्लूकोज
69. भोजन पकाते समय ऄनधकतम नष्ट होने वाला पदाथा है – कवटरकमन
70. ब्रेड बनाने में गूंधा हुअ अटा नकसके कारण फूलता है – ककण्वन प्रक्म के दौररन बनने वरली
करबषन डरइऑक्सरइड की मोचन कक्यर
71. सभी ऄम्लों में कौन सा तत्व ऄननवाया रूप से होता है – हरइड्रोजन
72. तेल कूंओ में, तेल, जल और गैस आस अरोही िम में होते है – जल, तेल, गैस
73. पीने वाला सोडा होता है- प्रकृकत से अपलीय
74. संिमण तथा ऄपक्षय को रोकने वाली औषनध कहलाती है – प्रकतरोधी (Antiseptic)
75. नमश्रणों से यौनगकों को ईनको नवनशष्ट रूप में ऄलग करने का प्रिम कहलाता है – शोधन
76. जीनवत तंत्रों के ऄध्ययन से संबंनधत रसायन की शाखा का नाम है – जैकवक रसरयन
77. ननजा ल कै नवसयम क्लोराआड नकसकी तरह काम करता है – कनजषलीकररक (Dehydrating
angent)
78. कोलेस्टेरॉल है – जीव वसर में परयर जरने वरलर वसर ऐल्कोहॉल
79. धूल और ग्रीस को सतह से साफ करने वाले पदाथा को कहते है – अपमरषजक
80. संगलन (Fusion) (गलन) को बढावा देने के नलए धातओ ु ं के साथ नमलाया जाने वाला पदाथा
है – गरलक (flux)
81. टासानी से झाग नहीं देने वाला जल कहलाता है – किोर जल
82. ऄनिय गैसें – ररसरयकनक रूप से अकभकक्यरशील नहीं होती है
83. ऄलसी की खल (Linseed cake) नकस काम में अती है – पशुओ ां को कखलरने में
84. मैग्नीनशया मख्ु य ईपयोग है – मदृ कु वरेचक (Mild Laxative)
85. एनथल ऐवकोहॉल को पीने के नलए ऄनपु यक्त ु बनाने के नलए आसमें क्या नमलाया जाता है –
मेकथल ऐल्कोहॉल
86. डी.एन.ए. में क्या आकाइ होती है – कडऑक्सीररइबोज
87. तम्बाकू का मख्ु य घटक है – कनकोटीन
88. प्रबल ऄम्लों को रखने के बता न नकसके बने होते है – करँच
89. पदाथों की वास्तनवक मात्रा का पता लगाने के नलए ईपयोग में लाए जाने वाले रसायन की
शाखा कहलाती है – कवश्लेकषक रसरयन
90. नजस नबंदु पर नकसी पदाथा की ठोस, तरल तथा गैसीय रूपों को सह-ऄनस्तत्व होता है ईसे
कहते है – कत्रक कबांदु (Triple Point)
91. प्रनतरक्षी (एंटीबॉडी) नाम नकसको नदया गया है – रि में कनकमषत पदरथष जो हरकनकररक
जीवरणु के आक्मण कर सांदमन (Inhibit) करते हैं यर उन्हे नष्ट करते है
92. नकसी भी तंत्र से जल के ननष्ट्कासन के प्रिम को कहते है – कनजषलीकरण
93. राआबोफ्लेनवन है – कवटरकमन
94. सबसे बरु ा वायु प्रदषु ण होता है – करबषन मोनोऑक्सरइड से
95. राष्ट्रीय रासायननक प्रयोगशाला (NCL) नस्थत है – पुणर में
96. नाआरोजन की ऄनधतम मात्रा नकस पदाथा में पाइ जाती है – यूररयर
97. पसीने मे होते हैं – जल, लवण व अपकशष्ट द्रव्य
98. सोडा बाइकाबोनेट अग को बझ ु ाने में ईपयोगी हैं क्योनक – यह गमष हरने पर करबषन
डरइऑक्सरइड में अपघकटत हो जरतर हैं।
99. प्राकृनतक न्यूक्लीक ऄम्ल में ऐसे काबा ननक क्षारकों के यग्ु म जो हाआड्रोजन अबंध से जडु े हैं –
ऐडेनीन तथर थरयमीन
100.अभूषणों को बनाते समय सोने में नमलाइ जाने वाली धातु हैं – तरांबर
101.गोबर गैस में मख्ु य रूप से होता हैं – कमथेन
102.भारी जल में – हरइड्रोजन की जगह ड्यटू ीररयम होतर हैं।
103.पॉनलथीन का औद्योनगक ईत्पादन नकसके बहुलकीकरण िारा होता है – एकथलीन
104.प्लानस्टक ईद्योग में पी.वी.सी. शब्द नकसके नलए प्रयक्त ु होता है- पॉकलकवनरइल क्लोररइड
105.नवद्यतु चम्ु बकों में कौनसी धातु काम अती है – नमष लोहर
106.स्टेनलैस आस्पात बनाने के काम अने वाले धातओ ु ं का यगु म है – क्ोकमयम तथर इस्परत
107.लोहा का एक ग्राम परमाणु का ऄथा है – 55.8 परमरणु द्रव्यमरन इकरई
108.नकसी तत्व के समस्थाननकों में नभन्नता का कारण है ईनमें नकसकी संख्या का नभन्न होना –
न्यूट्रॉन
109.संिामक रोगों को रोकने के नलए दी जाने वाली औषनध का नाम है – सल्फकथयरजॉल
110.उष्ट्मा तथा दाब से हमेशा के नलए नवरूनपत नकया जा सकने वाला पदाथा कहलाता है – तरप-
सनु पय (Thermostat)
111.कॉनटेक्ट प्रनकया (Contact Process) में सवफर डाआऑक्साआड को सवफर राआऑक्साआड
में पररवनता त करने की ऄनभनिया कहलाती है – ऊष्मरपीक्षे
112.वायमु ंडलीय हवा का सबसे बडा घटक है – नरइट्रोजन
113.नकसके ऐसीनटलीकरण से हेरोआन बनाइ जा सकती हैं – मॉफीन
114.प्राकृनतक कवक नाशक का एक ईदाहरण है – व्येरॉन
115.सबसे परु ाना पीडकनाशी है – नीकोटीन
116.लकडी के भंजक असवन से ईत्पन्न होने वाले काबाा ननक नवलायक है – एसीटोन, मेथैनॉल
117.रासायननक रूप से आन्सनु लन .......... है – पेप्टरइड
118.वे प्रनिया नजन्हें कृनत्रम एन्जाआम बनाने के नलए काम में लाया जाने वाला प्रिम है -
आनवु कां शक इांजीकनयरी, क्रउन ईथन कर सांश्लषे ण
119.एवयनु मननयम परक्लोरेट नकस में काम अता हैं – सांकर नोदक
120.रासायननक तौर पर जल है - एक ऑक्सरइड
121.ऄपमाजा क बनाने के नलए अमतौर से प्रयोग नकया जाने वाला ऐवकोहॉल है – लॉररल
ऐल्कोहॉल
122.नफ्लंट (Flint) कांच में होता है – लेड क्ोमेट
123.ऄपवजा न शब्द नकस वैज्ञाननक िारा प्रनतपानदत नसद्धांत से संबंध हैं – पॉउली
124.पेरोनलयम में पाए जाने वाले हाआड्रोकाबा न के पथृ क्करण में प्रायः यह प्रनिया ऄपनाइ जाती है
– प्रभरजी आसवन
125.अम जीवाण्वीय मरहम पट्टी में काम अने वाला पीला ठोस पदाथा है – आयोडोफॉमष
126.रासायननक रूप में सफे द स्पीररट है – पेट्रोकलयम हरइड्रोकरबषनों कर कमश्रण
127............. सोनडयम का निऄंगी (Binary) यौनगक है – सोकडयम नरइट्रेट
128.माआटोमादनसन नामक प्रनतजैनवक नकस रोग के कुछ नवशेष प्रकारो के ईपचार में काम अता हैं
– कैं सर
129.हाआड्रोजन सवफाआड ऄथवा हाआड्रोजन क्लोराआड की तल ु ना में जल का क्वथंनाक ऄसामान्य
रूप से ऄनधक होने का कारण होने का कारण है - हरइड्रोजन आबांधन
130.नमश्रण के घटकों के क्वथनांको की नभन्नता का ईपयोग करते हुए नकसी नमश्रण के घटको को
ऄलग करने की प्रनिया कहलाती हैं – प्रभरजी आसवन
131.ताम्र नपशाच (copper demon) नामक शब्द का प्रयोग नकस धानत्वक तत्व को दशाा ने के नलए
नकया गया था – कनके ल
132.‘ऐक्वा रेजीया’ नकसका नमश्रण है- HCI तथर NHO3
133.साधारण नवसंिामक के रूप में और गभा ननरोधक के घटक रूप में काम अने वाला रसायन हैं
– पैररफॉमेल्डीहरइड
134.नबटुमेनी कोयला से कोक ईत्पादन ननम्न प्रिम से होता है – भांजन आसवन
135.आन्सनु लन ननयंत्रण रखती है – रि के शकष रर के स्तर कर
136.आंटरफे रॉन नकस का संदमन करता है – कवषरणु
137.महत्वपूणा हॉमोन सोमेटोस्टेनटन और सोमटोरोनपन का औद्योनगकीय ईत्पादन नकसके िारा
नकया जाता है – पनयु ोगज (Recombitant) प्रौद्योकगकी द्वररर
138.काबा ननक संश्लेषण में ईपयोग होने वाले एन्जाआम मख्ु यतः - सक्ष्ु मजैकवक (Microbial) स्रोत
से कनकरले जरते है
139.‘चनु ा’ पत्थर खननज का मख्ु य घटक कौन सा हैं – कै कल्सयम करबोनेट
140.ऄम्लीय नवलयन का pH.................हो सकता हैं – 3
141.नकससे कैं सर होने की संभवना ऄनधक है – तेल-शोधक कररखरने, भररी जल, एक्स-रे, रांजक
व पेन्ट
142.प्रकाश रासायननक धधूं कुहरा (Smog) के ईत्पाद है - परऑक्सीलऐसीकटक नरइट्रेट,
ओजरन
143.‘पेरो सस्य’ (पेरोिॉप) पौधों में क्या भरपूर होता है – हरइड्रोकरबषन, प्रोटीन
144.कै सर के नलए प्रनसद्ध चमत्कारी दवा,‘टेक्सॉल’ नकस पेड से ननकाली जाती है- यू (yew)
145.अवता सारणी की दीघा रूप नकसके फलन के रूप में तत्व गणु धमा पर अधाररत होता है –
परमरणु सांख्यर
146.फे ररक ऑक्साआड में लोहे की संयोजकता है – +3
147.नकसी तत्व की परमाणु संख्या ....... की संख्या है - नरकभक में प्रोटॉन
148.नकसी तत्व के गणु ों को प्रदनशा त करता है – परमरणु क्मरांक
149.नकसी तत्व के परमाणनमक भार को नकसमें व्यक्त नकया जाता है – ए.एम.यू.
150.तत्वों का सबसे पहले वगीकरण नकया था – New Land
151.सूया से उजाा ईत्सनजा त होती है – नरकभकीय सांलयन से
152.परमाणनवक संख्या Z एवं द्रव्यमान संख्या A के एक परमाणु में आलेक्रॉनों की संख्या हैं – Z
153.हाआड्रोजन में एक आलेक्रॉन लेकर हीनलयम का नवन्यास प्राप्त करने की प्रवनृ त होती है, आस
प्रवनृ त की समानता रखता है - हैलोजनों से
154.नविम सारा भाइ ऄंतररक्ष के न्द्र कहााँ नस्थनत है – कतरूवनांतपुरम्
155.ऐसे दो तत्वों नजसमें आलेक्रॉनो की संख्या नभन्न नभन्न है लेनकन नजनकी द्रव्यमान संख्या
समान हो को कहते हैं – समभरररक
156.30Si14, 31P15, 32S16 क्या हैं – आइसोटोन्स
157.यूरने नयम का कौन सा अआसोटॉप, न्यूनक्लयर ररएक्टर में होने वाली श्रख ंृ ला प्रनतनिया को
जारी रखने की क्षमता रखता हैं – U-235
158.हीरा मे काबा न चार एक दस ू रे से ऄनबु द्ध हैं – टेट्ररहैड्रल
159.थायोकॉल रबर हैं – सांकश्लष्ट रबर
160.नकस गैस से ऄंडे की गंध अती हैं – H2S
161.काबा न का कौन सा ऄपरूप एक ठोस नत्र-अयामी सरंचना में होता हैं – डरयमांड
162.नकसी गैस के नननित द्रव्यमान का 273 परम ताप पर अयतन 25 नमली0 हैं। यनद दाब नस्थर
रखा जाय, तो 546 परम ताप पर ईसी गैस के द्रव्यमान का अयतन होगा – 50 कमली0
163.कौन सी गैस का अवरण सूया से हाननकारक पराबैंगनी नवनकरण को ऄवशोनषत कर लेता हैं –
ओजोन
164.90 नकग्रा0 पानी से प्राप्त की जा सकने वाली ऑक्सीजन की मात्रा हैं - 80 ककग्रर0
165.प्रोड्यूसर गैस का इ ंधन तथा नाआरोजन के स्त्रोत के रूप मे प्रयोग नकया जाता हैं । यह गैस प्राप्त
की जाती हैं - भरप को उदीप्त कोक पर प्रवरकहत करने पर
166.सोडा वाटर बनाने के नलए कौन सी गैस प्रयोग की जाती हैं - CO2
167.हाआड्रोजन गैस सामान्यतः तैयार की जाती हैं – तनक ु ृ त (H2SO4) सरथ शद्ध
ु जस्ते की
अकभकक्यर द्वररर हरइड्रोजन गैस तैयरर ककयर जरतर हैं।
168.तापमान को नकतना कम कर देने से सभी गैस शून्य अयतन घेरगें ी – -273°C
169.बॉयल ननयम नकस नस्थनत मे लागू होता हैं – कनयत तरपमरन
170.सनवा स स्टेशनो पर मोटरकारो की, की जाने वाली प्रदषू ण जाचाँ िारा नकसकी जाचाँ कर ऄनमु ान
नकया जाता हैं- सीसर व करबषन कण
171.दो गब्ु बारों को हाआड्रोजन तथा हीनलयम के समान ग्राम ऄणओ ु से भरा जाता हैं दोनो मे एक ही
अकार के छे द नकये जाते है । सबसे पहले कौन सा गब्ु बारा संकुनचत हो जाएगा – हरइड्रोजन
से भरर गुब्बररर
172.1 मोल बराबर होता हैं – 6 × 1023
173.NTP पर 44.8 लीटर CO2 में मोलो की संख्या हैं – 2
174.एक गैस का रूद्धोष्ट्म दबाव के दौरान ईसका तापिम – बढतर है।
175.नवद्यतु बवव में कौन सी गैस प्रयक्त ु होती हैं – अकक्य गैस
176.टयूब लाआट मे मख्ु य रूप से गैस भरी होती हैं – पररे की वरष्प और ऑगषन
177.गैस वैनवडंग में सामान्यत प्रयक्तु लौ हैं – उदरसीन, ऑक्सीकरण, करबषरु क
178.ऄनिय गैस परमाणओ ु के सबसे बाहरी कक्ष मे नकतने आलेक्रॉन होते हैं – आि
179.कौन सी गैस चूने के पानी को सफे द बनाती हैं – CO2
180.जब एक हवा भरा हुअ टायर फटता है, तब ननकलने वाली हवा – िांडी हो जरएगी
181.नकसके जलने से काबा न डाआऑक्साआड गैस ननकलती हैं – हीरर
182.ग्रीन हाईस प्रभाव में पथ्ृ वी के वातावरण का गमा होना, नकसके कारण से होता हैं – इन्फ्ररेड-
ककरणें
183.नकसका नवस्ततृ रूप से बेहोश करने में प्रयोग होता हैं – क्लोरोफरमष
184.नकस गैस का प्रयोग बैक्टीररया को मारने में नकया जाता हैं – क्लोररन
185.सभी ऄम्लो में सबसे ऄनधक समान तत्व हैं – हरइड्रोजन
186.सामान्य गैस समीकरण हैं – PV = RT
187.वायु की संघटक गैसे सामान्यतया होती हैं – नरइट्रोजन और ऑक्सीजन
188.ऄम्ल वषाा मख्ु ययता नकस गैस के कारण होती हैं - SO2
189.लाल तप्त कोक पर भाप प्रवानहत करने से प्राप्त होता हैं – जल गैस
190.जल की ऄस्थायी कठोरता का क्या कारण हैं – कै कल्सयम बरइकरबोनेट
191.पानी की ऄस्थायी कठोरता को नकसका प्रयोग करके दरु नकया जा सकता हैं – Ca(OH)2
192.सोनडयम काबोनेट के ननमाणा के नलए सॉववे प्रनिया में प्रयोग में लाइ जाने वाली कच्ची साम्रगी
में शानमल होते हैं – अमोकनयर तथर करबषन डरइऑक्सरइड
193.काबा न मोनोक्साआड की ऄनभनिया 300°C पर H2 से कराने पर बनती हैं – मीथेन
194.प्लास्टर ऑफ पेररस हैं – CaSo4.1/2H2O
195.एक्वा रेनजया नकसका नमश्रण हैं – HCL और HNO3
196.एक तत्व XCl3X2O5 और Ca3X2 सूत्र वाले यौनगक बनाता हैं, लेनकन XCl5 नही बनाता है,
कौन सा तत्व X हो सकता हैं – N
197.नदयासलाइ के नवननमाा ण में प्रयक्त ु मूलतत्व होता हैं – फॉस्फोरस
198.ग्लोबल वानमिंग की नस्थनत वातावरण में नकस गैस की गहनता से पैदा होती हैं – हरइड्रोजन
199.कै नवशयम काबाा आड पर जल डालने से बनता हैं – ऐसीटीलीन
200.ऐनलनमननयम ऑक्साआड होता हैं – उदरसीन ऑक्सरइड
201.नकसी धातु का नकसी रसायन तथा ऑक्सीजन के संपका में अने पर ईसमे जंग लगने की
प्रनिया क्या कहलाती हैं – ऑक्सीडेसन
202.तेलों एवं वसाओं का क्षारीय जल ऄपघटन देता हैं साबनु एवं – कग्लसरॉल
203.वह जल जो साबनु के साथ रगडने पर शीघ्रता से एवं ऄनधक झाग देता हैं – मदृ ु जल
204.यूररया हैं – नरइट्रोजन उवषरक
205.श्वेत फॉस्फोरस रखा जाता हैं - परनी में
206.नटनकया या कै प्सूल वाली दवाइ की शीनशयों में नसनलका जेल का एक छोटा पाईच रखा जाता
हैं – नमी को सोखने के कलए
207.धातएु ं नकस प्रनिया िारा गमा होती हैं – चरलन
208.वात्या भट्टी का प्रयोग नकसके नलए होता हैं – अपचयन
209.आलेक्रोप्लेट होने वाली सदैव .........बनाइ जाती हैं और जो धातु ईस पर चढ़नी हैं वह सदैव
........बनाइ जाती हैं – कै थोड, ऐनोड
210.नकस से पारा असानी से प्राप्त नकया जा सकता है – कसनेबरर
211.फ्यूज वायर बना होता हैं – सीसर और टीन
212.नकस धातु का तारा सरलता से नखचा जा सकता हैं – तरँबर
213.ऄमलगम मे रहता हैं – Hg
214.बेसेमर प्रिम से बनाया जाता हैं – इस्परत
215.थनमा क वेनवडंग एक प्रकार का हैं – फ्यूजन वेकल्डांग
216.नकसे स्रैटेनजक धातु कहते हैं – टरइटेकनयम
217.80 प्रनतशत से ऄनधक वेनवडंग क्षमता होती हैं – आकष वेकल्डांग की
218.मानव िारा नननमा त प्रथम संनश्लष्ट रेशा था- नरयलॉन
219.नसनलकॉन काबाा आड का ईपयोग नकया जाता हैं – बहुमूल्य किोर वस्तु को करटने में
220.म्हो मापनी का ईपयोग नकसको मापने के नलए नकया जाता हैं – किोरतर
221.फे वसपार ऄयस्क हैं – एल्युकमकनयम कर
222.एक धातु प्रायः ऄनतचालकता ग्रहण करती हैं – क्ॉयोजेकनक तरपमरन पर ग्रहण करती हैं।
223.भनवष्ट्य का इ ंधन कौन सा हैं – हरइड्रोजन
224.ऑक्सीजन की ईपनस्थनत में ग्लक ू ाज का काबा न डाआऑक्साआड और पानी में ईजाा के नवमोचन
से सम्पूणा रूपान्तरण कहलाता है – वरयु र्श्सन
225.टकाँ ा ....... से बनी नमश्रधातु हैं – शीशर और टीन
226.पोटा लैण्ड सीमेंट के प्रमखु संघटको में शानमल हैं – लरइम, कसकलकर और ऐल्यूकमनर
227.स्टील में नकतना काबा न होता हैं – 0.25-1.5 प्रकतशत
228.स्टील के संरक्षण प्रनतरोध में वनृ द्ध करने के नलए आसमें नमलाया जाता हैं – क्ोकमयम
229.CaOCl2 एक यौनगक के नलए रासायननक सूत्र हैं नजसे सामान्य रूप से जाना जाता हैं –
ब्लीचींग परऊडर
230.धातु की प्रकृनत क्या है – उदरसीन
231.हेमेटाआट ऄयस्क है - Fe कर
232.सबसे शद्ध ु कोयले का प्रकार कौन सा है – एन्थ्ररसरइट
233.स्टेनलेस स्टील में रहता है – क्ोकमयम, लोहर, कनके ल एवां करबषन
234.गन पाईडर क्या है – यह पोटै कशयम नरइट्रेट तथर करबषन और सल्फर कर कमश्रण है
235.व्यापाररक वैसनलन का ननष्ट्कषा ण नकससे नकया जाता है – पेट्रोकलयम
236.पाआरेक्स काचाँ मख्ु यतः है – ऊष्मर-प्रकतरोधी करँच
237.‘डाआक्लोरो-डाइफ्लोरो नमथेन’ बाजार में नकस नाम से पाया जाता है – कफ्योन-12
238.वानशंग सोडा नकसका सामान्य नाम है – सोकडयम करबोनेट
239.अजकल वातावरण में CO2 की सघनता की मात्रा में पीपीएम में लगभग – 360
240.स्टोरेज बैटरी में कौन से पदाथा का ईपयोग नकया जाता है – सीसर
241.स्टील को कठोरता प्रदान करने के नलए बढाइ जाती है – करबषन की मरत्रर
242.सभी ऄम्लों का साझा तत्व है – हरइड्रोजन
243.सूया में नानभकीय इधन है – हरइड्रोजन
244.धातओ ु ं के सवफे ट के कारण पानी के स्थायी खारेपन को दरू नकस प्रयोग से नकया जाता हैं –
जेओलरइट्स
245.चार एक जैसी के तनलयों के अधार समान मोटाइ की नवनभन्न धातओ ु से बने हैं, नजनमें समान
मात्रा मे जल अता है, यनद आन के तनलयों को एक जैसे तरीके से एक जैसी ऄनग्न (ताप) पर
रखते है, तो जल सबसे पहले नकस धातु की बनी हुइ के तली में ईबलेगा – कॉपर
246.कौन सा धातु नबजली का सबसे ऄच्छा चालक है – चरँदी
247.जब आस्पात को सूखा लाल गमा नकया जाता है एवं धीरे-धीरे ठंडा नकया जाता है, तो यह प्रनिया
कहलाती है – अनीलन
248.घरेलू रेनिजरेटर में प्रयोग नकया जाने वाला तत्व कौन है – कफ्यरन
249.वानणनज्यक बफा संयंत्र के नलए सबसे ईपयतु प्रशीतक है - NH3
250.ऑटोमोबाआल के आंजनो में एंटी-िीज के रूप में नकसका प्रयोग नकया जाता है – ईथरइलीन
ग्लरइकॉल
251.डीजल आंजन में वयूब ऑयल का ईपयोग नकस ईद्देश्य के नलए होता है – घषषण कम करने के
कलए होतर है, इांजन को िण्डर करने के कलए
252.फोटोग्राफी में सोनडयम थायोसवफे ट का प्रयोग नकया जाता है – अनसमरनीत कसल्वर को
हटरने के कलए
253.ऄम्लता कम करने के नलए ईपयोग की जाने वाली एवलज ु ेल गोली में क्या होता है –
एल्यकु मकनयम हरइड्ररक्सरइड
254.क्वाट्ाज के ऄवयव है नसनलकॉन तथा – ऑक्सीजन
255.नकस पदाथा के ऄणओ ु ं में एक ही प्रकार के परमाणु रहते है – ऑक्सीजन
256.घषा ण को बढाया जा सकता है - खरु दरे सतहों द्वररर
257.स्फनटक रासायननक दृनष्टकोण से है – SiO2
258.कौन सा नवन्यास एक ईत्कृष्ट गैस को ननरूनपत करता है – 1s², 2s², 2p6
259.यनद नकसी द्रव पर दाब बढता है तो ईसका क्वथनांक – बढतर है
260.खाद्य-पदाथों के नडब्बों की अन्तररक सतह नटन से पतु ी होती है न नक जस्ते में, क्योनक –
जस्तर कटन से अकधक कक्यरशील होतर है।
261.घाव पर नफटकरी लगाने से रक्तस्राव रूक जाता है, क्योंनक – कफटकरी रि को स्कां कदत करके
थक्कर बनर देती है
262.सवफ्यूररक ऄम्ल को तनु बनाने के नलए ऄम्ल को पानी में डालने की सलीह दी जाती है,
क्योनक – अपल को तनु बनरने की प्रकक्यर अत्यकधक ऊष्मरक्षेपी है
263.मरकरी है - द्रव धरतु
264.रूमैनटक रृदय रोग का आलाज नकसकी मदद से नकया जाता है – एकस्पररन
265.सहसंयोजक ऄणु का एक ईदाहरण है – करबषन टेट्ररक्लोररइड
266.लोहे की कीलें नीले कॉपर सवफे ट नवलयन में डुबोइ जाती है । कुछ समय के बाद लोहे की
कीलें – नहीं घुलती है आरै तरँबे की लरल-भूरी सतह कीलों पर जम जरती है
267.खाद्यान्नों/खाद्य पदाथों को सरु नक्षत रखने के नलए कौन सा रसायन प्रयक्त ु नकया जाता है –
सोकडयम बेन्जोएट
268.नकस पदाथा में सबसे ऄनधक नवनशष्ट उष्ट्मा होती है – परनी
269.कौन सा यग्ु म साधारण टॉचा सेल के टनमा नलों को बनाता है – कजांक-करबषन
270.स्वचानलत आंजनो हेतु कौन सा एक नहमरोधी के तौर पर प्रयक्त ु होता है - एकथलीन ग्लरइकॉन
271.मोती का मख्ु य घटक क्या है – के वल कै कल्सयम करबोनेट
272.नसमेंन्ट के ग्राआनन्डंग प्रिम के ऄन्तगा त नक्लंकर चूणा में नजप्सम नमलाने का ईद्देश्य है - सैकटांग
की दर को मकन्दत करनर
273.न्यूरान बम की मख्ु य नवशेषता है नक जब शहर पर नगराया जाए तो आससे क्षनत पहुचाँ ेगा –
सजीव प्ररकणयों को, मगर भवनो को नहीं
274.काष्ठ नस्पररट क्या होती हैं – मेकथल ऐल्कोहॉल
275.बायोडीजल के ईत्पादन में से कौन सी प्रनिया ऄपनाइ जाती हैं – ट्ररांस ऐस्टरीकफके शन
276.ऄमोननया का एक गणु कानै सा हैं– इसके जलीय कवलयन में लरल कलटमस नीलर हो जरतर
हैं
277.जैव ननम्नीकृत ऄपनशष्ट को नकसकी सहायता से ईपयोगी पदाथा में रूपांतररत नकया जा सकता
हैं – जीवरणु
278.पारद नमश्रण आनमें से क्या हैं – कमश्रधरत,ु कजसमें मौजूद एक तत्व पररर हैं
279.ऄधातओ ु ं में से कौन सा गणु धमा सामान्यतः पाया जाता हैं – भांगुरतर
280.प्रनत ग्राम इ ंधन िारा मोनचत उजाा की दृनष्ट से सवोत्तम इ ंधन कौन सा हैं – हरइड्रोजन
281.औद्योनगक बनहःस्त्राव िारा नकए जाने वाले जल प्रदूषण को रोकने में से कौन सा ऄपतणृ प्रभावी
पाया गया हैं – एकलफे टां ग्ररस
282.धमू -कोहरा नकसके संयोजन से बनता हैं – धआ ु ँ और कोहरर
283.भाप ऄंगार गैस नकसका नमश्रण होती हैं - करबषन मोनोऑक्सरइड और हरइड्रोजन
284.नकस कारण लोहे को जंग लगता हैं – ऑक्सीजन के सरथ ररसरयकनक अकभकक्यर, CO2 के
सरथ ररसरयकनक अकभकक्यर
285.मलजल ईपचार के मंथन टैंक का काया नकसे ननकालना हैं – तेल और वसीय पदरथष
286.ऄनस्थ्यों और दाताँ ो में मौजूद रासायननक द्रव्य हैं – कै कल्शयम फरस्फे ट
287.हीमोग्लोनबन की ऄनधकतम बंधतु ा होती हैं – करबषन मोनो ऑक्सरइड के कलए
288.नकसी ऄमलगम का एक घटक सदा होता हैं – मकष री
289.स्टेनलेस स्टील में प्रायः होता हैं लगभग 14 प्रनतशत या ऄनधक – क्ोकमयम
290.कला और नशवप मे प्रयोग नकए जाने वाले नकस रसायन से एनीनमया और वयूकीनमया हो
सकता हैं – बैंजीन
291.नकस कारण से जल का भारी धातु प्रदषू ण होता हैं – पेटां
292.नसरस पत्तों पर पीले धब्बे नकसकी कमी के कारण होते हैं – मैग्नीकशयम
293.रेयान के नवननमाा ण के नलए कौन सा मख्ु य कच्चा माल प्रयोग नकया जाता हैं – सेलूलोज
294.8 ग्राम NaOH को जल मे घल ु ाकर 250 ईस नवलयन और तैयार करने पर नवलयन की
मोलरता क्या होगी – 0.8
295.ईस रासायननक प्रनतनिया को क्या कहते है, नजसमे ताप की ईत्पनत होती हैं – ऊष्मरक्षेपी
प्रकतकक्य
296.K2Cr2O7 में िोनमयम का ऑक्सीकरण नम्बर हैं – +6
297.ऑटोमोबाआल बैरी मे कौन सा ऄम्ल प्रयोग नकया जाता हैं – H2SO4
298.कोइ पदाथा जो स्वयं को पररवनता त नकए नबना रासायननक ऄनभनिया की दर को प्रभानवत करने
में समथा हो, ईसे कहा जाता है – उत्प्रेरक
299.कांच पर नलखने के नलए ऄम्ल का प्रयोग नकया जाता हैं – हरइड्रोक्लोररक अपल
300.ऄम्ल बदल देता हैं – नीलर कलटमस को लरल में
301.काबा न के नकस ऄपरूपों (Allotropes) में से नकसका प्रयोग काटने और नछद्र (Deilling) करने
में नकया जाता है – हीरर
302.एक रेनडयोधमी पदाथा नकसका ईत्सजा न करता हैं – एल्फर कण, बीटर कण, गरमर कण
303.ठोस का सीधे वाष्ट्प में पररवनता त होने को कहते है - उदरिीकरण (Sublimation)
304.एक्स-नकरणे की खोज नकसने की – डब्लयू रॉन्टगन
305.फे नलंग नवलयन है – अमोकनएकल कॉपर सल्फे ट
306.कौन से ऐलकोहल में हाआड्रोजन अबन्ध सबसे मजबूत हो सकता हैं – प्ररथकमक
307.फे नलंग नवलयन हैं – अमोकनएकल कॉपरऺ सल्फे ट
308.प्राकृनतक बहुलक यौनगक का ईदाहरण है – सेल्यूलोज
309.ऄधा -सैल ऄनभनियाए ाँ हैं –
+ − .
+ − .
सैल कर वद्यतु वरहक बल होगर – –0.46v
310.कै नवसयम काबाा आक पानी के साथ पनतनिया करने पर कौन-सा हाआड्रोकाबा न देता है –
एकसटीलीन
311.जब प्रकृनतक रबर को गंधक के साथ गमा नकया जाता हैं। आस प्रनिया को कहते है –
वल्कै नरइजेशन
312.ब्लीनचंक पाईडर का रासायननक सत्रु हैं – Ca(oh)2
313.नकसी ईदासीन परमाणु से एक आलेक्रॉन का नक ु सान, कौन-सी प्रनिया कहलाती है –
ऑक्सीकरण
314.स्टेनलेश स्टील नकसके कारण संक्षारण (Corrosion) को रोकता है – क्ोकमयम
315.सोनडयम सक्सीनेट (Sodium Succinate) के नवघतु ऄपघटन (Electrolysis) से नकसके
क्या प्राप्त होता है – C2H2
316.थायोसवफे ट अयन का I2 से ईपचयन करने पर ननम्न प्राप्त होता है –
317.K3[Fe(CN)6] मे ईपनस्थत अयनों की संख्या है – 4
318.2-पेन्टेनोल व 3-पेन्टेनोल मे नकसके िारा ऄंतर नकया जा सकता हैं – आयडोफोमष प्रकतकक्यर
319.एक नननष्ट्िय गैस नजसकी खोज पथ्ृ वी पर होने से पहले सूया में हुइ थी – He
320.नकस गैस का बढता हुअ आस्तेमाल, वैनश्वक उष्ट्मायण के नलए ईत्तरदायी हैं – करबषन
डरइऑक्सरइ
321.काबा न मोनोक्साआड का मख्ु य स्त्रोत हैं – पररवहन
322.संनश्लष्ट ऄपमाजा क नकससे बनाए जाते हैं – बेन्जीन सल्फोकनक ऐकसड कर सोकडयम सरल्ट
323.पेय जल में कुल कठोरता की ऄनधकतम ऄनमु त सांद्रता हैं – 200
324.वैद्यतु पररष्ट्करण के दौरान, नवशद्ध
ु धातु कहााँ पर एकनत्रत होता हैं – ऐनोड
325.ऄनधकांश इ ंधन काबा न यौनगक होते हैं - हरइड्रोजन के सरथ
326.ऄनभनिया उष्ट्मा ननभा र करती हैं – उस पथ पर कजससे अकतांम उत्परद प्ररप्त ककयर जरतर हैं।
327.ग्रीन हाउस गैसे हैं – CO2, CH4, NO और CFC
328.दाहक साडा कै सा होता हैं – प्रस्वेदी
329.एक श्वेत ठोस पदाथा । गमा करने पर एक गैस ननकालता है, जो चूने के पानी को दूनधया बना देती
है बचा हुअ पदाथा गमा ऄवस्था मे पीला रहता हैं, लेनकन ठंडा होने पर श्वेत हो जाता हैं
तदनस ु ार वह ठोस । क्या हैं – कजांक करबोनेट
330.पानी से लोहा तथा मैग्नीज, नकस प्रनिया से हटाए जाते हैं - वरयु-कमश्रण
331.पादपो िारा ऄवशोनषत जल का ऄनतररक्त ऄंश ननकाला जाता हैं – वरष्पोत्सजषन
332.ईच्च ज्वर की नस्थनत में ज्वर को नीचे लाने वाले पदाथों को क्या कहते हैं – ज्वररोधी
333.सवफयूररक ऄम्ल हैं – कद्वक्षररकी
334.गंदे पानी के ईपचार मे ऄवसाद हौज का क्या काया हैं - कनलांकबत िोस पदरथों को हटरनर
335.जल में कठोरता पैदा करने वाले दो धातु अयन हैं – के कल्सयम, मेकग्नकशयम
336.कौन सी धातएु ाँ पाररनस्थनतकी में जैव अवधा समस्या में योगदान करती हैं – मकष री
337.वह तत्व जो प्रकृनत में नहीं होता लेनकन कृनत्रम रूप से ईत्पन्न नकया जा सकता हैं, क्या हैं –
प्लूटोकनयम
338.लौह ऄयस्क से लोह के नवननयाा स में कौन सी प्रनिया सनम्मनलत होता हैं – उपचयन
339.नदष्टकारी का प्रयोग पररवता न करने के नलए नकया जाता हैं – प्रत्यरवती धररर को कदष्ट धररर में
340.नभन्न भौनतक गणु धमों वाले परन्तु समान रासायननक गूणधमों वाले तत्व कहलातें हैं –
अपररूप
341.हेक्सावेलेंट िोनमयम नकसके बनहःस्त्राव में प्रबलता से मौजूद होता हैं – चमषशोधक शरलरएँ
342.ताप-ऄपघटन नकसके ननपटान के नलए ऄपनाइ जाने वाली नवनध हैं – जोकखमी अपकशष्ट
343.फुलेररन एक नया खोजा गया निस्टली काबा न ऄपरूप हैं – 60C परमरणु
344.वमीकम्पोनस्टंग के नलए कम्पोनस्टंग नमश्रण की ऄनधकतम अद्राता मात्रा हैं – 65%
345.पेय जल में ऄवनश्ष्ट क्लोररन की ऄनमु त सांद्रता, mg/L में, हैं – 0.2
346.फोटोग्रानफक नफवमों को डेवेलप करने में प्रयक्तु नकया जाने वाला रसायन कौनसा हैं – हरइपो
347.असेननक प्रदषू ण से होता हैं – ब्लैक फुट रोग
348.ऐवकोहॉली नकण्वन बनाया जाता हैं – खमीर द्वररर
349.तरल ऄवस्था में पाइ जाने वाली ऄधातु हैं – ब्रोमीन
350.प्राकृनत में पाया जाने वाला सबसे भारी तत्व हैं – यूरके नयम
351.ऄम्ल वषाा के बनने का कारण हैं – वरयु प्रदूषण
352.नकसी तत्व के रासायननक गणु कौन तय करता हैं - इलेक्ट्रॉनो की सांख्यर
353.सबसे खराब वायु प्रदूषण ईत्पन्न करने वाला पदाथा हैं - करबषन मोनो ऑक्सरइड
354.नकसके िारा जल के प्रदषू ण को साफ करने में बायो नफवटर के रूप में पाआला ग्लोबोसा प्रयक्त ु
नकया जाता हैं – कै डकमयम
355.काबोहाआड्रेट (काबोज) नकसके यौनगक हैं - करबषन, ऑक्सीजन और हरइड्रोजन
356.ईपकरणों को नकससे घेर कर ईन्हें बाह्य चंबु कीय प्रभावों से बचाया जा सकता हैं – पीतल कर
शील्ड
357.एमाआडों को नकस ऄनभनिया िारा एमाआनों में बदला जा सकता हैं – हॉफमरन
358.अयरन को जंग लगने से रोकने के नलए कौन सी प्रनिया लाभकारी नहीं हैं – अनीलन
359.प्रदूषकों के रूप में फीनोनलक्स को गंदे पानी से नकसका प्रयोग करके ननकाला जा सकता हैं –
बहुलक अकधषोधक
360.नकसको रंगाइ में स्थापक के तौर पर आस्तेमाल नकया जाता हैं – क्ोकमयम लवण
361.नकसी तत्व के तवु यांकी भार तथा संयोजकता का गणु नफल नकसके बराबर होता हैं– अणु भरर
362.पैनन्सल का लैड हैं – ग्रेफरइट
363.ऑक्टेन संख्या गणु वत्ता का माप हैं – पेट्रोल की
364.फॉनसल इ ंधन पेरोल को संपूररत करने के नलए नकण्वन िारा जीवोजाा स्त्रोत हैं – एथेनॉल
365.पी. वी. सी. नकसके बहुलकीकरण िारा प्राप्त नकया जा सकता हैं – कवनरइल क्लोररइड
366.रेनिजरेटर में, शीतलन नकसके िारा ईत्पन्न नकया जाता हैं - एक वरष्पशील द्रव के वरकष्पत
होने से
367.आटाइ-आटाइ रोग नकसके िारा होने वाली नवषाक्तता के कारण होता हैं – कै डकमयम
368.काचाँ को नीला रंग कौन प्रदान करता हैं - कोबरल्ट ऑक्सरइड
369.अयोडीनीकृत नमक क्या होता हैं - पोटै कशयम आयोडरइड और सरधररण नमक कर कमश्रण
370.अवता सारणी में मूल तत्व नकस अधार िम में व्यवनस्थत नकये होते हैं – परमरणु क्मरांक
371.कै नवसयम एवयनु मनेट तथा कै नवसयम नसनलके ट का नमश्रण कहलाता हैं – सीमेंट
372.अधनु नक परमाणु नसद्धांत का प्रणेता कौन माना जाता हैं – जॉन डॉल्टन
373.क्लोरो-फ्लोरो काबा न को नकस नाम से जाना जाता हैं – कग्लसरॉ
374. और की वेधन शनक्तयााँ ऄपने ऄवरोही िम में नकस िम में होती हैं –
375.सोनडयम क्लोराआड को सामान्यतः जाना जाता हैं – सरमरन्य नमक के रूप में
376.सूया से प्राप्त उष्ट्मा उजाा को कहतें हैं – नरकभक ऊजरष
377.भारत के परमाणु उजाा प्रोग्राम के जनक थे – डॉ. होमीभरभर
378.नकसी ऄयस्क को, वायु की ऄनपु नस्थनत में ईसके गलन नबन्दु से कम ताप तक गमा करने को
क्या कहते हैं – भजषन
379.नकसी द्रव की तल ु ना में कोइ ठोस ऄपना अकार सरलता से नहीं बदल सकता, क्यानक- िोस
में अांतरर अणक ु बल प्रबल होतर हैं।
380.ऑथा र कोना बगा को नोबल परु स्कार ईनके नकस पर नकए गए काया के नलए नदया गया था – एक
जीन एक पॉलीपेकप्टड पररकल्पनर
381.ऑक्टेन संख्या के नलए नकस यौनगक का न्यनु तम मान होता हैं – द-हेप्टेन
382.अपेनक्षक अद्राता को नकस रूप में व्यक्त नकया जाता हैं – अनपु रत
383.अपेनक्षकता के नवशेष नसद्धांत के ऄनस ु ार नकसी कण का द्रव्यमान – एक प्रक्षेक के सांबधां में
वेग में बढोिरी के सरथ बढतर हैं।
384.नजंक का लेप लगा देने से लोहे में जंग नही लगता आस प्रनिया को कहते हैं – सांक्षररण
385.मैग्नेटाआट हैं – Fe3O4
386.जल का स्थानान्तरण हैं – अपसघु कटत और सांसघु कटत
387.श्वेत फॉसफोरस सामान्यतः आसके ऄंतगा त रखा जाता हैं – कमट्टी कर तेल
388.एक स्वतः प्रिम के नलए – ∆G ऋणरत्मक हैं।
389.धातु की शद्धु ता का ननधाा रण नकसकी सहायता से नकया जा सकता हैं – द्रव्यमरन सांरक्षण कर
कसद्धरांत
390.एक ऑक्सीजन ऄणु में दो परमाणु नकससे बंधे होते हैं – दो आबांध
391.92U238 परमाणु में नकतने न्यूरॉन होतें हैं – 146
392.नकसमें रखे जाने पर कोनशका का अयतन बढ़ जाता हैं - अल्पपररसरण दरबी
393.रबड नकसका ईत्पाद हैं – लैटेक्स
394.फनमा क ऄम्ल नकसके िारा ईत्पानदत नकया जाता हैं – लरल चींटी
395.गैसों के गनतक नसद्धांत के ऄनस ु ार परम शून्य ताप पर, गैस के ऄणु – गकत प्रररपभ करते हैं।
396.सवफर का मख्ु य प्रयोग नकसके ननमाा ण में होता हैं – H2SO4
397.ग्रीनहाईस प्रभाव मख्ु यतया वायमु ंडल में नकसकी वनृ द्ध के कारण होता हैं – ओजोन CO2
398.रेनखल स्पेक्रम नकसके िारा ईत्पानदत नकया जाता हैं – H2-हरइड्रोजन अणु
399.सावा नत्रक नवलायक हैं – जल
400.िोयोलाआट हैं – Na3A/F6
401.ऐक्वा रेनजया में क्या होता हैं - सरन्द्र HCL के 3 भरग + सरन्द्र HNO3 कर 1 भरग
402.मंड नकसका ईदाहरण हैं – पॉकलसैकेररइड
403.तत्वों की अवता सारणी में, नकसी अवता में बायें से दांयी ओर जाने पर परमाणु की नत्रज्या -
ह्ररस होती हैं।
404.वाययु ान और रॉके ट बनाने के नलए कौन सी धातु प्रयोग की जाती हैं – एलुकमकनयम
405.न्यूक्लीय ररऐक्टर में प्रयोग नकया जाने वाला नवमंदक हैं – ग्रैफरइट
406.नवज्ञापन साआन-बोडों एवं सजावटी बनत्तयों में अमतौर पर प्रयक्त ु की जाने वाली गैस हैं –
क्लोररन
407.प्रकृनतक रेनडयोऐनक्टवता की खोज नकसके िारा की गइ – हेनरी बैकेरल
408.सबसे ऄनधक नियाशील धातु कौन सी हैं – पोटै कशयम
409.कौन सा तत्व सभी काबा ननक यौनगक में नमलता हैं – करबषन
410.साधारण नमक का रासायननक नाम क्या हैं – सोकडयम क्लोररइड
411.नकसे माशा गैस कहां जाता हैं – मीथेन
412ण्कौन सी एक ईत्कृष्ट धातु हैं – चरांदी
413.कौन सी पथ्ृ वी पर ग्रीनहाईस गैस के प्रभाव के नलए नजम्मेदार हैं - करबषन डरइऑक्सरइड और
मीथेन
414.मलु तत्वों की अवता सारणी बनाने वाले पहले वैज्ञाननक कौन थें – मेंडलीफ
415.C12H22O11 नकस रूप में जाना जाता हैं – चीनी
416.ठोस अयोनडन का रंग होता हैं – बैंगनी भूरे से थोडर करलर
417.ऑक्सीकरण प्रनतनिया में क्या होता हैं – इलेक्ट्रॉन में कमी होती हैं।
418.C6H6 क्या हैं – बेंजीन
419.हाआड्रोजन, हीनलयम और ऄन्य अयननत गैसों के तारे के बीच धूल के बादल को क्या कहा
जाता हैं – नेब्यल
ु र
420.वह पहला तत्व कौन सा है नजसकी रासायननक खोज हननंग ब्रांड िारा की गइ थी – फरस्फोरस
421.एनमनो एनसड के 4 प्रमख ु तत्व कौन से हैं – करबषन, हरइड्रोजन, ऑक्सीजन और नरइट्रोजन
422.गैववनीकरण एक प्रनिया हैं नजसमें लोहे की वस्तओ ु ं पर नकस से बचाने के नलए नजंक की परत
चढाइ जाती हैं – जांग लगने
423.हाआड्रोजन ऄणु का नानभक नकस से बना होता हैं – के वल एक प्रोटॉन
424.सवफर ने ऄपना नाम नकस भाषा से नलया हैं – लैकटन
425.ऄंगूर में पाया जाने वाला मख्ु य काबा ननक ऄम्ल हैं – टररटररक एकसड
426.नकसका प्रयोग पानी की स्थायी कठोरता को दूर करने के नलए नकया जा सकता हैं – सोकडयम
करबोनेट
427.क्लोरोफॉमा सॉवयशु न में नाआरोजन के नकस ऑक्साआड का प्रयोग नकया जाता हैं – नरइट्रोजन
पेटोक्सरइड
428.जब दूध खट्टा हो जाता हैं, तो नकस का ईत्पादन होता हैं – लैकक्टक एकसड
429.कै नवशयम हाआड्रॉक्साआड के सॉवयशु न का सामान्य नाम क्या हैं – नींबू परनी
430.बायोगैस का प्रमख ु नहस्सा ......... होता हैं – मीथेन
431.वह ग्रीनहाईस गैस कौन सी है नजसे हस ाँ ाने वाली गैस कहा जाता हैं – नरइट्रस ऑक्सरइड
432.रसोइ गैस के ररसाव का असानी से पता लगाया जा सकता हैं......... हवा में प्रसार करके –
इथरइल मेकरषप्तन
433.एक घरेलू गैस नसलेंडर में LPG .......... में संग्रनहत की जाती हैं – ककसी भी अवस्थर की जर
सकती हैं।
434.साबनु में एंटीसेनप्टक गणु नकस के नमश्रण के कारण पाया जाता हैं – बीकथओन्ल (Bithional)
435.कौन सी धातु पारदधातु नमश्रण का गठन करती हैं जब आसे नकसी धातु के साथ नमनश्रत नकया
जाता हैं – पररर
436.धातओ ु ं में से कौन सा फोटो नफवमों में आस्तेमाल नकया जाता हैं – रजत
437.हवा एक हैं - तत्वों और यौकगकों कर कमश्रण
438.CFC का पूरा नाम हैं – क्लोरोफ्लोरो करबषन
439.जब दो तरल पदाथा एक दूसरे में घल ु ते नहीं और सोवयशु न नहीं बनातें हैं, तो ईसे क्या कहते हैं
– अकमश्रणीय
440.न्यूनक्लयस में .......... परमाणु िमांक को दशाा ता हैं – प्रोटॉन
441.पारंपररक थमोमीटर में नकस तत्व, जो प्राकृनतक रूप से ऄत्यंत जहरीला होता हैं, का प्रयोग
नकया जाता था – मकष री
442.चॉक का रासायननक नाम क्या हैं – कै कल्शयम करबोनेट
443.ओजोन का रासायननक फॉमा ूला क्या हैं – O3
444.शक्कर के घोल में शक्कर एक ......... हैं – घुलर हुआ पदरथष
445.रबड को ताकत प्रदान करने, ऄनधकतम लोच एवं स्थानयत्व प्रदान करने हेत,ु सवफर और ताप
से ईपचाररत करने की प्रनिया को क्या कहते हैं – वल्कनरइजेशन
446..................का प्रशीतन में प्रयोग नकया जाता हैं – क्लोरोफ्लओ
ु रो करबषन
447.मीथेन ...... के रूप में जाना जाता हैं – मरशष गैस
448.ऑटोमोबाआल एग्ज्हॉस्ट में समानवष्ट महत्वपूणा तत्व हैं – लेड
449.........माआिोनचप्स बनाने के नलए प्रयोग नकया जाता हैं – कसकलकॉन
450.मानलएबल ........ के गणु को दशाा ता हैं – धरतु
451.अलू के नचप्स के तलने पर ऑक्सीडेशन के कारण तेल के वासी होने से रोकने के नलए, नचप्स
के नलफाफों को नकस गैस से भरा जाता हैं – नरइट्रोजन
452.गैलवनाआज्ड लोहा क्या होता हैं – कजांक लेकपत लोहर
453.दांत का एनेमल नकसका बना हैं - कै कल्सयम फॉस्फे ट
454.नकसने एटम बम का ऄनवष्ट्कार नकया था – जे. रॉबटष ओप्पनहैमर
455.अधनु नक अवा त सारणी की तीसरी ऄवनध का सबसे नवद्यतु धन तत्व हैं, और सबसे ऊणात्मक
तत्व हैं – सोकडयम, क्लोररन
456.ऄम्ल वषाा का pH मान नकतना होता हैं – 5.5 यर कम
457.दही में मख्ु यतः कौन सा एनसड होता हैं – लैकक्टक
458.................. पदाथा की ईन ऄवस्थाओं में से एक हैं जो बहुत ही कम घन्तव वाली गैस को
ऄत्यंत कम तापमान के तहत ठंडा करके प्राप्त होती है – बोस आांइस्टीन धनीभूत
459.गैववनीकरण जंग से बचाने वाली एक प्रनिया हैं नजसमें स्टील और लोहे पर ........... की
कोनटंग का आस्तेमाल नकया जाता हैं – कजांक
460.जल शोधन में कौन सी प्रनिया प्रयोग की जाती हैं – कवपरीत पररसरण
461.अवता सारणी के न्यनु तम प्रनतनियाशील तत्व हैं – उत्कृष्ट गैस
462.गमा हवा के गब्ु बारो में कौन सी गैस प्रयोग की जाती हैं – प्रोपेन
463.स्टनलिंग नसववर के न्यूनतम हजारवें भाग की शद्ध ु ता क्या हैं – 925
464.जल शोधन के नलए नकसका प्रयोग नकया जाता हैं – एमल
465.वातावरण में काबा न डाआऑक्साआड की वनृ द्ध नकसके कारण होती हैं – जीवरश्म ई ांधन के
ज्यरदर इस्तेमरल से, वनों की कटरई, वरहनों की सांख्यर में वकृ द्ध
466.ग्लोबल वानमिंग से ननपटने के नलए एक ईपाय हैं – वनीकरण
467.पेय जल अपूनता मे कोनलफॉमा की ईपनस्थनत........ का लक्षण हैं – मरनव अपकशष्ट से सांदूषण
468.नकस प्रनिया में नजंक ऑक्साआड बनता है, जो एक सरु क्षा के रूप में काया करता हैं और जंग की
रोकथाम करता हैं – गैलवेनरइजेशन
469.पेय जल अपनू ता में कोनलफॉमा की ईपनस्थनत का लक्षण हैं – मरनव अपकशष्ट से सांदूषक
470.पथ्ृ वी की पपडी में नवशद्धु रूप में पाइ जाने वाली धातु हैं – प्लेकटनम
471.पैरानसटैमोल एक हैं – पीडर हर
472.वनस्पनत घी नक औद्योनगक ईत्पादन की प्रनिया में शनमल हैं – अपचयन
473.ऑक्सीकरण वह प्रनिया हैं नजसमें – इलेक्ट्रॉनों की हरकन होती हैं।
474.श्वसन के नलए समद्रु ी गोताखोर नकसका नमश्रण प्रयोग करता हैं - ऑक्सीजन तथर हीकलयम
475.लॉडण्डरी साबनु क्या हैं – प्ररकृकतक स्त्रोत के उच्चतर वसर अपलों के सोकडयम लवणों कर
कमश्रण
476.ऄपमाजा क िारा कठोर जल के साथ झाग ईत्पन्न करने का क्या कारण हैं – सल्फोकनक अपल
के कै कल्सयम तथर मैग्नीकशयम लवण जल में घल ु नशील होते हैं।
477.वायु के नमूने में क्या हैं – ऑक्सीजन, नरइट्रोजन, करबषन डरइऑक्सरइड, जल वरष्प और
कुछ अकक्य गैस
478.खाद्य तेलों को वनस्पनत घी में नकस प्रिम िारा बदला जाता हैं – हरइड्रोजनीकरण
479.रासायननक तौर पर हीरा क्या हैं – शुद्ध करबषन
480.दो नवलयनों को कब अआसोटोननक कहा जाता हैं – उनकर पररसरण दरब समरन हो
481.रोसोइ गैस नकसका नमश्रण हैं – ब्यूटेन और प्रोपेन
482.एन्जाआम कै से पदाथा हैं – जकटल करबषकनक पदरथो को सरधररण पदरथों में बदलतें हैं।
483.कभी-कभी यह देखा गया हैं नक जब हम नकसी शीशे के बता न में गमा दूध या जल डालतें हैं तों
वह चटक जाता हैं। आसका क्या कारण हैं – खौलतें हुए द्रव अकधक दरब उत्पन्न करते हैं।
484.परम शून्य ताप क्या हैं – सैद्धरांकतक रूप से न्यनू तक सपभव तरपमरन
485.वातावरण में सवाा नधक मात्रा में पइ जाने वाली गैस हैं – नरइट्रोजन
486.पशओ ु ं के हड्नडयों तथा दांतो में मख्ु य रासायननक पदाथा हैं - कै कल्सयम फॉस्फे ट
487.सामान्य वायु के नमूने में ईपनस्थत नहीं होने वाली गैस हैं – क्लोररन
488.काबा न की न्यूनतक मात्रा होती हैं – कपटवरां लोहें में
489.बैनरयो में आस्तेमाल होने वाला ऄम्ल हैं – सल्फ्युररक अपल
490.नींबू तथा संतरे में पाया जाने वाला ऄम्ल हैं – कसकट्रक अपल
491.शकारा के नकण्वन के दौरान बनने वाला मख्ु य यौनगक हैं - एकथल ऐल्कोहॉल
492.काष्ठ कोयला बनाने के नलए लकडी कहां जलातें है – वरयु की अनपु कस्थकत में
493.प्राकृनतक रबर को ऄनधक मजबूत तथा प्रत्यस्थ बनाने के नलए ईसमें नमलाया जाता हैं –
सल्फर
494.क्लोररकरण क्या हैं – अशुद्ध जल में थोडर सर क्लोररन डरलनर
495.ऄमोननया के सज ृ न के काम में अने वाली गैसें हैं – नरइट्रोजन तथर हरइड्रोजन
496.जल का शद्ध ु तम रूप हैं – नलके कर जल
497.क्लोरोमाआनसनटन हैं – प्रकतजीवरकणक
498.रासायननक रूप से गन्ने की शकारा हैं – सक् ु ोज
499.हाआड्रोजन के नकतने समस्थाननक हैं – तीन
500.नकसी नननित तापमान पर संतप्तृ ा नवलयन कै सा होता हैं – और अकधक िोस कवलेय घोलने में
असमथष
1. जीव नवज्ञान शब्द का सवा प्रथम प्रयोग नकया – लैमरकष तथर ट्रेकवरेनस ने
2. जीव नवज्ञान का जनक कहते है – अरस्तू
3. जन्तु नवज्ञान के जनक – अरस्तू
4. अधनु नक वगीकरण के नपता (Father of Modern Taxonamy) – लीकनयस
5. काले नलननयस की पस्ु तक का नाम था नजसमे जीवधाररयो को दो भागो में बांटा है –
Systama Nature
6. वनस्पनत नवज्ञान का जनक कहते है – कथयोफ्े स्टस
7. वैज्ञाननक नामकरण में पहला शब्द व दूसरा शब्द होता है – वांश कर नरम, जरकत कर
नरम
8. मधमु नखयो का ऄध्ययन नकया जाता है – एपीकलचर
9. रेशम नकट पालन के ऄध्ययन को कहते है – सेरीकल्चर
10. मत्स्य पालन के ऄध्ययन को कहते है – पीसी कल्चर
11. कवको के ऄध्ययन को कहते है – मरइकोलॉजी
12. शैवालो के ऄध्ययन को कहते है – फरइकोलॉजी
13. पष्ट्ु पो के ऄध्ययन को कहते है – एन्थोलरजी
14. फलो के ऄध्ययन को कहते है – पोमोलरजी
15. पनक्षयो के ऄध्ययन को कहते है – अकनषथोलरजी
16. नकटो के ऄध्ययन को कहते है – एण्टोमोलरजी
17. वक्षृ ो व झानडयो के ऄध्ययन को कहते है – डेन्ड्रोलॉजी
18. सपो के ऄध्ययन को कहते है – ओकफयोलरजी
19. नछपकनलयो के ऄध्ययन को कहते है – सररोलरजी
20. कुछ प्रमख ु वैज्ञाननक नाम –
मनष्ट्ु य – होमोसैनपयन्स मेढ़क – राना नटनगरीना
नबवली – फे नलस डोमेनस्टका कुत्ता – कै ननस फे नमनलररस
गाय – बास आनडकस मक्खी – मस्का डोमेनस्टका
अम – मैंनगफे रा आंनडका धान – ओराया सताइवा
मटर – पीसम सताइबम सरसो – ब्रानसका कै नम्पनस्रस
21. जीवाण,ु सायनो बैनक्टररया तथा अकी बैक्टीरीया नकस जगत के प्रणी है – मोनेरर
22. पादप व जन्तु के बीच की कणी है – यूग्लीनर
23. शैवाल, मॉस,पष्ट्ु पीय तथा ऄपष्ट्ु पीय बीजीय पौधे नकस जगत के है – परदप
24. हाआड्रा, जेलीनफश, कृनम, नसतारा, मसली, सरीसपृ , ईभयचर पक्षी तथा स्तनधारी
जीव नकस जगत के है – जन्तु जगत
25. वगीकरण की अधारभूत आकाइ है – जरकत
26. कवक की कोनशका नभनत्त बनी होती है – करइटीन
27. नील हररत शैवाल सम्बनन्धत है – मोनेरर
28. एक कोनशकीय जीव नकसके ऄन्तगा त है – प्रोकटस्टर
29. बहुकोनशकीय तथा यूकैररयोनटक जन्तु अते है – एकनकमकलयर यर जन्तु
30. पौधे ऄद्धा सूत्री नवभाजन के नलए ईपया क्त
ु भाग है – पररगकोश
31. अलू एक प्रकार का है – कन्द
32. ऄफीम का वनस्पनत नाम है – एपबरकलकर अकफकसनौकलस
33. थैलोफाआटा वगा के पौधे होते है – मख्ु यत: जलीय
34. जन्तु जगत का सबसे बडा संघ है – अथोप्रोडर
35. अक्टोपस नकस संघ का जन्तु है – मोलरस्कर
1. कोनशका का शनक्त गहृ नकसे कहते है – मरइटो करइकड्रयर
2. नकस को कोनशका की अत्म हत्या की थैली कहते ह – लरइसोसोम
3. कौन सी कोनशका वनस्पनत व पशु दोनो में ईपनस्थत होती है – सूत्रककणकर
4. कोनशका क्या है – कोकशकर जीवधरररयो की रचनरत्म व करयषत्मक इकरई है ।
5. कोनशका की खोज नकसने व कब की – ररबटष हुक ( 1665 में)
6. राबटा हुक ने कोनशका की खोज की थी – बोतल की करकष में
7. कोनशका का मख्ु य भाग है – के न्द्रक
8. के न्द्रक में क्या पाया जाता है – DNA, RNA व गण ु सत्रू
9. के न्द्रक के मख्ु यत: नकतने भाग होते है – 4
10. राआबोसोम नमलकर बना है – RNA + प्रोटीन
11. माआटोकाआनड्रया की खोज नकसने की थी – अल्टमैन
12. सबसे छोटी कोनशका होती है – मरइक्ोप्लरजमर
13. सबसे बडी कोनशका होती है – शुतुरमगु ष पक्षी के अण्डे की
14. सबसे लम्बी कोनशका तंनत्रका होती है – न्यूररन
15. Cell Wall नकसमें पायी जाती है – परदप
16. हरे पौधे की नभनत्त नकसकी बनी होती है – सेल्युलोज की
17. कोनशका नभनत्त का क्या काया है – जीवरणु और कवक में कोकशकर द्रव व जीवद्रव
को बरहरी आघरत से रक्षर करनर
18. कोनशका में राआबोसोम की ऄनपु नस्थनत में कौन सा काया नहीं होगा – प्रोटीन कर
सांश्लेषण
19. जीव द्रव्य का नामकरण नकया था – पुरककजे नें
20. जीव द्रव्य मे ऄकाबा ननक व काबा ननक यौनगको का ऄनपु ात होता ह – 81 : 19
21. कोनशका के ऄध्ययन को कहते है – Cytology
22. सबसे लम्बी कोनशका है – तांकत्रकर तांत्र की कोकशकर
23. कोनशका नसद्धांत का प्रनतपादन नकया था – स्लरइडेन तथर स्वरन
24. तारकाय (Centrosome) पाया जाता है – के वल जन्तु कोकशकर में
25. प्रोटीन की फै क्री कहा जाता है – ररइबोसोम
26. कोनशका के ऄणओ ु का यातायात प्रबन्धक कहते है – गॉल्जीकरय
27. स्तनधाररयो के RBC में नहीं पाया जाता है – लरइसोसोम
28. पनत्तयो का हरा रंग होता है – पणषहररत (Chlorophil) के कररण
29. पादप की रसोइ नकसे कहते है – हररत लवक
30. टमाटर का लाल रंग होता है – लरइकोपीन के कररण
31. पनत्तयो का रंग पीला होता है – कै रोकटन के कनमरषण के कररण
32. मनष्ट्ु य में गणु सूत्रों की संख्या होती है – 23 जोड़ी
33. वंशागनत का वाहक नकस कहते है – गण ु सूत्रो को
34. DNA की निकुडीत संरचना माडल (Double Helix Model) नकसने प्रनतपानदत
नकया – जेडी वरटसन तथर कक्क ने
35. प्रोटीन बनने की ऄंनतम निया को कहते है – ट्ररन्सलेशन
36. DNA का पूरा नाम – Deoxy Ribonuclic Acid
37. RNA का पूरा नाम – Ribonuclic Acid
1. सवा प्रथम प्रकाश संश्लेषी जीव थे – सरयनो बैक्टीररयर
2. पनक्षयो का नवकास हुअ था – सरीसपृ ो से
3. जल-स्थलचर जीवो का नवकास हुअ था – मत्स्य वगष से
4. स्तनी वगा के जन्तओ ु का नवकास हुअ था – सरीसपृ ो से
5. प्राचीन जीवो व पादपो के ऄवशेषो के ऄध्ययन को कहते है – जीवरश्म कवज्ञरन
6. ईपानजा त लक्षणो के ऄध्ययन को कहते है – टोटोलरजी
7. ईत्पररवता न के नसद्धान्त का प्रनतपादन नकया – ह्वूगो डी ब्रीज
8. वे लक्षण जो पढ़ी दर पीढ़ी संचाररत होते है कहलाते है – आनवु रांकशकी
9. अनवु ांनशकी के बारे में सवा प्रथम जानकारी दी – ग्रेगर जोहरन मेंडल
10. अनवु ांनशकता के नपता नकसे कहते है – ग्रेगर जोहरन मेंडल
11. अनवु ांनशक संबधं ी प्रयोगो के नलए मेंडल ने सवा प्रथम चनु ाव नकया – मटर के पौधे कर
12. अनवु ांनशकी की आकाइ है – जीन की
13. जीन कहां ऄवनस्थ होते है – गण ु सूत्रो में
14. सवा प्रथम प्रयोगशाला में जीन का संश्लेषण करने वाले वैज्ञाननक थे – डॉ. हरगोकवांद
खरु रनर
15. एक जीन एक एन्जाआम नसद्धान्त नकसने प्रनतपादीत नकया – कवडल एवां रैटम ने
16. जीन का वता मान नाम देने वाले वैज्ञाननक है – जोहरांसन
17. कोनशका में पाया जाने वाल अनवु ांनशकी पदाथा है – DNA
18. प्रयोगशाला में DNA का संश्लेषण नकसने नकया – खरु रनर ने
19. माता – नपता के गणु सूत्र ईनकी संतानो में नकसके िारा स्थानातररत होती है –
गण ु सूत्रो द्वररर
20. मनष्ट्ु य में निगणु ीत िोमोसोम की संख्या है – 23
21. मानव में गणु सूत्रो की संख्या होती है – 46
22. मनष्ट्ु य में नर का गणु सूत्र सनम्मश्रण होता है – XY
23. मनष्ट्ु य में मादा का गणु सूत्र सनम्मश्रण होता है – XX
24. बच्चो के नलंग ननधाा रण के नलए ईत्तरदायी िोमोसोम है – कपतर कर
25. एक समान्य मानव शि ु ाणु में अटोसोम की संख्या होती है – 22 जोड़ी
26. कौन सा एक नलंग संहलग्न रोग है – वणरषन्धतर
27. नशशु का ननतत्ृ व स्थानपत करने के नलए ननम्न में से नकस एक तकनीक का प्रयोग करते
है – DNA कफां गर कप्रट
28. वणा न्धता वाले व्यनक्त को लाल रंग नदखाइ देता है – हरर
29. मनष्ट्ु य में लाल हरी वणाा धता को जाना जाता है – प्रोटोनोकपवर व ड्यूटेररनेकपयर के
रूप में
30. एक वणाा ध परू ु श एक सामान्य मनहला से नववाह करता है तो वणाा धता के लक्षण होगे –
पुकत्रयो के पुत्रो में
31. लाल हरा वणाा न्धता होने का कारण – X-गण ु सत्रु ो की वांशरगकत
32. नहमोनफनलया में – रि कर थक्कर नहीं बनतर है ।
33. गणु सूत्रो में पाये जाने वाले अनवु ांनशक पदाथा को कहते है – जीनोम
1. पेड पौधो व ईनके नियकलापो के ऄध्ययन को कहते है – वनस्पकत कवज्ञरन
2. वनस्पनत नवज्ञान का जनक नकसको कहते है – कथयोफ्े स्टस
3. ‘Historia Plantarum’ पस्ु तक के लेखक है – कथयोफ्े स्टस
4. फाआकोलाजी में नकसका ऄध्ययन नकया जाता है – शैवरलो कर
5. पयाा वरण का ऄध्ययन जीव नवज्ञान की नकस शाखा के ऄन्तगा त करते है – पररकस्थकी
6. फूलो के संवधा न के नवज्ञान को कहते है – फ्लोरीक्लचर
7. झानडयो का ऄध्ययन नकया जात है – डेन्ड्रोलरजी
8. पौधे में वाष्ट्पोत्सजा न नक निया होती है – पिी में
9. प्रकाश संश्लेषण की प्रथम नस्थर यौनगक है – फरस्फोकग्लसरीन अपल
10. ऑनक्सजन कै सा हामोन्स है – परदप
11. तने की वनृ द्ध मापने में प्रोयग होता है – ऑक्जेनोमीटर
12. हरे प्रोटोजोअ को नकस नाम से जाना जाता है – पैररकमकशयम
13. क्लोरोनफल में ईपनस्थत होती है – मैकग्नकशयम
14. प्रकाश संश्लेषण की निया में ऑक्सीजन ननकलता है – परनी से
15. दलहन के जडो को नष्ट करने वाले जीवाणु है – ररइजोकबयम
16. नाररयल में प्रकीणा न कै से होता है – परनी द्वररर
17. नजन फल का ननमाा ण के वल ऄण्डाशय से होता है ईन्हे कहते है – सत्य फल
18. सत्य फल के ईदाहरण – सेव, कटहल, नरशपिी
19. प्रकाश संश्लेषण की दर सवाा नधक होती है – लरल प्रकरश में
20. जल को जडो से पनत्तयो तक पहुचता है – जरइलम
21. भोजन को पनत्तयों से जड तक पहुचाता है – फ्लोएम
22. नजम्नोस्पमा का सबसे छोटा पौधा है – जैकमयर कयकग्मयर
23. मदृ ा ऄपरदन रोकने में सहायता प्रदान करता है – ब्ररयोफरइटर
24. दूध से दही बनने में सहायक होता है – लैक्टोबैकसलस
25. दूध के पाश्यरु ाइजेशन की खोज की थी – लूई परिर ने
26. रैबीज के टीके की खोज की थी – लुई परिर ने
27. प्रोटीन का सबसे ऄच्छा स्रोत है – सोयरकबन
28. वो पौधा नजसमें पष्ट्ु प व नबज नही होता कहते है – अपुष्पी पौधर
29. सबसे लम्बा जीनवत वक्षृ है – कसकोयर
30. सबसे बडा बीजाण्ड होता है – सरइकस में
31. कवक व शैवाल दोनो वगा के पौधे से नमलकर क्या बनता है – लरइके न
32. ऄफीम प्राप्त होती है – कच्चे फलो के लेक्टस से
33. तम्बाकू में सगु न्ध पैदा करने वाला बैक्टीरीया है – बैकसलस मेगरकथरीयम
34. चाव व गेहं नकस मूल के पैधे है – सोलेनेसी
35. जड की कोनशका में ऄपनस्थत लवण को कहते है – ल्यूकोप्लरस्ट
36. गन्ने की चीनी नकसके संयोग से बनता है – ग्लूकोज एवां फ्क्टोज
37. एकमात्र हामोन जो गैसीय रूप में पाया जाता है – एकथलीन
38. ऄम्ल वषाा के नलए कौन ईत्तर दायी है – सल्फर व नरइड्रोजन के ऑक्सरईड
39. हररत गहृ प्रभाव के नलए नजम्मेदार माना जाता है – CO2
40. फलो का ऄध्ययन कहलाता है – पोमोलरजी
41. मरूस्थलीय पौधे के ऄध्ययन को कहते है – जीरोफरइट्स
42. पत्तो में वणा हररत होता है – कोकशकर में
43. सबसे छोटा नग्नबीजी पौधा है – जेकमयर कपगकमयर
44. सबसे लम्बा गणु सूत्र होता है – ट्ररइकलयम
45. सबसे छोटा गणु सूत्र पाया जाता है – शैवरलो में
46. सबसे छोटा अवत्त ृ बीजी पौधा है – लेपनर (जलीय पौधर)
47. सबसे बडा अवत्त ृ बीजी पौधा है – यूकेकलप्टस
48. सबसे छोटा पष्ट्ु प है – वुकल्फयर
49. सबेस बडा पष्ट्ु प है – रैफ्लेकशयर
50. पौधे का कौन सा भाग श्वसन करता है – पिी
51. नसनकोना वक्षृ के नकस भाग से कुनैन प्राप्त नकया जाता है – तने की छरल
52. वक्षृ ो की छाल पर ईगने वाले कवक कहलाते है – करटीके ल्स
53. सबसे बडा बीजाण्ड होता है – सरइकस
54. भारतीय वनस्पनतक सवेक्षण का मख्ु यालय कहा है – कोलकरतर
55. हाआड्रोपोननक्स सम्बनन्धत है – कमट्टी के कबनर पौधो की वृकद्ध से
56. वन ऄनस ु धं ान संस्थान काहां नस्थत है – देहररदून में
57. नकसके कारण फूलो में रंग होता है – एन्थोसरइकनन
58. पौधे के नकस भाग से हवदी पाया जाता है – तनो से
59. पौधे जो खारे पानी से पैदा होते है कहते है – हैलोफरइट्स
60. प्रकाश संश्लेषण के दौरान कौन सी गैस ननकलती है – आक्सीजन
61. पनत्तयो के नछद्र नजनके िारा जल द्रव के रूप में कभी-2 बाहर ननकलता है ईन्हे कहते
है – जल रन्ध्र (हरइडेथोड)
62. हरे पौधे को कृनत्रम ढंग से पकाने में प्रयक्त
ु होता है – एसीकटलीन
63. थार मरूस्थल की हररयाली बनती है – अरूदकभद से
64. फना पौधा नकससे सम्बनन्धत है – टेररडोफरइटर से
65. पौधे िारा नाआरोजन नकस रूप में प्रयोग नकया जाता है – नरइट्रेट के रूप में
66. अलू का बदला हुअ रूप है – तनर
67. ऄन्तररक्ष यात्री ऄपने के नबन में कौन सा शैवाल ईगाते है – क्लोरेलर
68. कवक के ऄध्ययन को कहते है – मरइकोलरजी
69. कवक मे भोजन संनचत रहता है – ग्लरइकोजेन के रूप में
70. प्रकाश संश्लषे ण के नलए अवश्यक है – करबषनडरई आक्सरईड, परनी, सयू ष प्रकरश,
क्लोरोकफल
71. जलीय पौधे CO2 कहां से लेते है – जल में घुली CO2
72. पौधे की अयु की ननधाा रण की नवनध कहलाती है – डेन्ड्रोकोनोलरजी
73. पौधे की वनृ द्ध को ननयंनत्रत करने वाले हारमोन्स है – ऑक्सीन
74. ऑक्सीजन का ननमाा ण होता है – पौधे के उपरी भरग में
75. बौने पौधे को लम्बा करना व फूल बनने में मदद करता है – कनबरेकलन्स हररमोन्स
76. ऑक्सीजन की ईपनस्थनत कोनशका नवभाजन व नवकास में मदद करता है –
सरइटोकरइकनन
77. पौधे में RNA एवं प्रोटीन बनाने में सहायक हामोन्स है – सरइटोकरइकनन
78. वनृ द्ध हामोस नकसे कहते है – एबकसकसक एकसड ऺ
79. पौधे में एक पात्र ऐसा हामोंस जो गैसीय ऄवस्था में होता है – एकथलीन
80. फूलो को नखलाने वाला हामोंस कहते है – फ्लोररजेन्स
81. पौधे में जख्म भरने का काम करता है – ट्ररउमैन
82. तम्बाकू की पनत्तयों में होने वाले रोग का कारण है – टोबैको मरजैक वरयरस
83. लौंग प्राप्त होती है – फूल की कली से
84. कुछ फल एवं ईसके खाने योग्य भाग –
फल खाने योग्य भाग फल खाने योग्य भाग
सेब पष्ट्ु पासन गेहं भ्रूणपोष एवं भ्रूण
नाशपाती पष्ट्ु पासन काजू पूष्ट्पवन्ृ त, बीजपत्र
अम मध्य फलनभनत्त लीची एररल
ऄमरूद फलनभनत्त, बीजाण्डासन चना बीजपत्र एवं भ्रूण
ऄंगूर फलनभनत्त, बीजाण्डासन मूंगफली बीजपत्र एवं भ्रूण
पपीता मध्य फलनभनत्त शहतूत रसीले पररदलपज ंु
नाररयल भ्रूणपोषण कटहल पररदलपज ंु
के ला मध्य एवं ऄन्त: नभनत्त नारंगी जूसी हेयर
85.पौधो में तत्वो की कमी से ईत्पन्न रोग –
रोग/लक्षण तकस ित्र् रोग/लक्षण तकस ित्र्
की कमी से की कमी से
अम एवं बैंगन में नलनटल जस्ता अलू का ब्लैक हट भंडार में O2
लीफ रोग की कमी
नींबू में डाइबैक तााँबा अाँवले में ननिोनसस बोरोन
नींबू में नलनटल लीफ तााँबा शलजम में वाटर कोर मैगनीज
फूलगोभी में ब्राईननंग बोरोन गजर में कोटर स्पॉट कै नवशयम
मटर में माशा रोग मैंगनीज मक्का में White जस्ता
Bud
लीची में पत्ती जलना पोटैनशयम चक ु न्दर में हट रॉट बोरान
धान में खैरा रोग जस्ता
1. भारत में पयाा वरण संरक्षण ऄनधननयम कब पाररत नकय गया - 1986
2. नवश्व पयाा वरण नदवस मनाया जाता है – 5 जून
3. नवश्व पयाा वरण संरक्षण नदवस मनाया जाता है – 20 नवपबर
4. पररनस्थकीय शब्द का सवा प्रथम प्रनतपादन नकया – ररटर ने
5. पररनस्थकीय ननम्न के बीच पारस्पररक सम्बन्ध को दशाा ता है – जीव व वरतरवरण
6. पररनस्थकीय तन्त्र शब्दावली नकसने प्रस्ततु की थी – टेन्सले
7. पररनस्थकीय तंत्र के दो घटक कौन से है – जैकवक और अजैकवक
8. नकसी पररनस्थनतक तन्त्र में उजाा के प्रवाह की श्रखंृ ला क्या है – उत्परदक-उपभोिर-
अपघटक
9. पररतंत्र में ईजाा का प्राथनमक या मख्ु य स्रोत होता है – सूयष कर प्रकरश
10. वायु एवं जल की निया िारा भूनम का कटाव कहलाता है – अपरदन
11. मख्ु यत: मेनग्रोव वाली ज्वारीय वन कहा पाये जाते है – सदुां रवन डेल्टर
12. मैन्ग्रोव वनस्पनत का मख्ु य घटक है – ररइजोफोरर
13. समद्रु के नकनारे के वनस्पनत कहलाती है – लवणोदकभद वनस्पकत
14. वे घटक जो ऄपना भोजन स्वं बनाते है कहते है – उत्परदक
15. वे घटक जो ईत्पाद िारा बनाये भोजन का ईपयोग करते है – उपभोिर
16. ईपभोक्ता नकतने प्रकार के होते है – 3 प्रकरर के
17. प्राथनमक ईपभोक्ता के ईदाहरण है – गरय, भैस, बकरी आकद
18. नितीयक ईपभोक्ता के ईदाहरण है – लोमड़ी, भेकड़यर, मोर आकद
19. ततृ ीयक ईपभोक्ता के ईदाहरण है – बरघ, शेर, चीतर, आकद
20. कवक व जीवाणु नकस वगा के ऄन्तगा त अते है – अपघटक
21. हाआड्रोफाइट कहते है – एक जलीय पौधे को
22. पररनस्थनतक संतल ु न बनाये रखने के नलए भारत में वन क्षेत्र नकतन ऄनपु ात में होना
चानहए – 33.3%
23. नवश्व का सबसे ऄनधक तेजी से बढ़ने वाला जल पादप है – जल हरयकसन्स
1. वायु प्रदूषण के सन्दभा में pm से क्या तात्पया है – ककणकीय पदरथष
2. के न्द्रीय प्रदूषण ननयंत्रण बोडा नस्थत है – नई कदल्ली
3. भारतीय वन प्रबंधन संस्थान नस्थत है – भोपरल
4. राष्ट्रीय नवज्ञान औद्योनगक संस्थान नस्थत है – फरीदरबरद
5. 3 नदसम्बर 1984 को भोपाल गैस त्रासदी में कारण गैस थी–कमथरइल आइसोसरइनेट
6. वायु प्रदूषण के प्रमख ु कारण है – करबषन मोनो आक्सरईड, सल्फर डरई आक्सरईड,
हरइड्रोजन सल्फरइड, हरइड्रोजन फ्लूओररइड, नरइट्रोजन के आक्सरईड,
अमोकनयर आकद ।
7. नवश्व पयाा वरण नदवस मनाया जाता है – 5 जून
8. ओजोन नदवस मनाया जाता है – 16 कसतपबर
9. ध्वनन प्रदूषण कब होता है – जब ध्वकन 80 Db से उपर हो
10. सबसे ज्यादा जल प्रदूषण होता है – शहरीकरण से
11. जल प्रदूषण की जांच की जाती है– BOD (Bicochemical Oxygen Demond)
12. जल प्रदूषण कब होता है – जब जल में O2 की मरत्रर कम होती है ।
13. वायु प्रदूषण से सबसे ज्यादा होता है – 60% वरहनो के धुए ां से
14. जमीन से ननकलने वाले इधन को कहते है – जीवरश्म ईधन
15. सबसे हाननकारक प्रदूनषत गैस है – करबषन मोनो आक्सरईड
16. ऄम्लीय वषाा होती है – सबसे ज्यरदर सल्फर डरई आक्सरईड के कररण तथर
नरइट्रोजन डरई आक्सरईड के कररण
17.Green Muffle का आस्तेमाल करते है – ध्वकन प्रदूषण को कम करने में
18. Radio Active से कहा प्रदूषण होता है – जल, वरयु, जमीन तीनो ।
19. सबसे खतरनाक रेनडयो एनक्टव तत्व है – Stronium-90
20. जेट प्लेन से ननकलने वाला प्रदूषण नकस श्रेणी में अता है – ऐरोसरल
21. जेट प्लेन में धऐु में गैसे होती है – CFC, N2O
22. सूया से अने वाली हाननकारक पराबैगनी नकरणे से होता है – त्वचर कै सर
23. हररत गैसे कौन सी है – CFC, CO2, CH4, NO2
24. ग्रीन हाईस की सबसे मख्ु य गैस है – CO2
25. नकस प्रदूषण के कारण मनष्ट्ु य के तंनत्रका तंत्र प्रभानवत करता है – सीसर
26. कौन सा प्रदूषण मनष्ट्ु य के रक्तदाब को बढ़ाता है व रृदय रोग पैदा करता है –
कै डकमयम
27. लोहे की खान में काम करने वाले मजदूर नकसके कारण रोग ग्रनसत होते है – कसकलकर
1. जन्तओ ु तथा ईनके निया कलापो का ऄध्यन करते है – प्ररणी कवज्ञरन
2. एक कोनशकीय प्राणी नकस संघ में अते है – सांघ प्रोटोजोआ
3. संघ पेररफे रा के सभी जन्तु पाये जाते है – खररे परनी में
4. संघ पेररफे रा के ईदाहरण है – सरइकन, मरथेकनयर, स्पांज आकद ।
5. संघ सीलेण्रेटा कै से प्राणी होते है – जलीय कद्वस्तरीय
6. संघ सीलेण्ड्रेटा प्राणी के कुछ ईदाहरण– हरइड्रर, जेलीकफश, सी एनीमोन, मूांगर आकद
7. के चअ ु नकस संघ का प्राणी है – सांघ एनीकलडर
8. के चओ ु में रृदय होती है – चरर जोड़ी
9. ऄथोप्रोडा संघ की देह गहु ा कहलाती है – हीमोसील
10. ऄथोप्रोडा प्राय: होते है – एक कलांकग व कनसेचन शरीर के अन्दर होतर है ।
11. ऄथोप्रोडा संघ के ईदाहरण है – कतलचट्टर, झीगर मझली, के कड़र, खटमल, मक्खी,
मच्छर, मधुमक्खी, कटड्डर आकद ।
12. कॉकरोच में रृदय कक्ष होते है – 13
13. संघ आकाआनोडमेटा के सभी प्राणी प्राय: होते है – समद्रु ी
14. संघ आकाआनोडमेय के कुछ ईदहारण है – जेली कफश, शैलफीश, क्रई कफश, कसल्वर
कफश, कै टल कफश, श्यर कफश, टेग कफश, रैजर कफश, कब्रटल स्टरर आकद ।
15. घोघा व सीधी नकस संघ के ऄन्तगा त अते है – सांघ मोलस्कर
16. समद्रु ी घोडा नकस वगा में अता है – सांघ करडेटॉ
17. सरीसपृ वगा के प्राणी है – कछपकली, सॉप, घकड़यरल, कछुआ आकद ।
18. नवश्व की एकमात्र जहरीली नछपकली है – कहलोडमरष
19. ईड न सकने वाले पक्षी है – ककवी, एमू
20. सबसे छोटा पक्षी है – हकमांगबडष
21. सबसे बडा जीनवत पक्षी है – शुतुरमगु ष
22. स्तनधारी वगा में सबसे ज्यादा तापमान होता है – बकरी (39°C)
23. स्तनधारी वगा नकतने ईपवगो में बटा है – 3 (प्रोटोथीररयर, यूकथरीयर, मेटरथीररयर)
24. ऄंडे देने वाले स्तनधारी होते है – प्रोटोथीररयर (एककडनर, प्लेकटपस)
25. ऄपररपक्त बच्चो को जन्म देने वाले होते है – मेटरकथररयर (कां गररू)
26. पूणा नवकनसत नशशओ ु को जन्म देते है – यूकथटीय (मनुष्य)
27. ईपकला ईतक के क्या काया होता है – यह शरीर के अांतरांगो को चोट से बचरतर है ।
28. संयोजी ईतक का काया होता है – शरीर के अन्य उतको तथर अांगो को आपस में
जोड़ने कर करयष करतर है ।
29. मानव शरीर में मांसपेनशयो की संख्या होती है – 639
30. मानव शरीर की सबसे बडी मांसपेशी है – ग्लूकटयस मैक्सीमस (कूल्हर की मॉसपेशी)
31. मानव शरीर की सबसे छोटी मांसपेशी है – स्टै कपकडयस
32. तंनत्रका ईतक को और नकस नाम से जानते है – चेतनर उतक
33. मानव रक्त क्या है – एक तरल सांयोजी उतक
34. मानव रक्त की मात्रा शरीर के भार का लगभग होता है – 7%
35. मनष्ट्ु य के रक्त का Ph मान होता है – 7.4 (क्षररीय)
36. एक व्यस्क मनष्ट्ु य मे औसत रक्त की मात्रा होती है – 5-6 लीटर
37. रक्त

प्लाजमा रूतधराणु (blood corpuscles)


रक्त की ऄनजनवत तरल भाग । यह रक्त का शेष 45% भाग है
रक्त का 55% से 60% प्लाजमा आसके 3 भाग होते है ।
होता है ।
प्लाजमा का 90% भाग जल, 7% लाल रक्त कनणका (RBC)
प्रोटीन, 0.9% लवण, व शेष ग्लूकोज श्वेत रक्त कनणका (WBC)
होता है । रक्त नबम्बाणु (Blood Plteltes)
प्लाजमा का काया पचे हुये भोजन
एवं हामोन के ऄन्य भागो में पहुचना
38. लाल रक्त कण (Red Blood Corpuceles))
39. RBC का ननमाा ण होता है – अकस्थमज्जर
40. RBC की मत्ृ यु होती है – यकृत (Liver) व प्लीहर (Spleen)
41. RBC में के न्द्रक नहीं होता है ऄपवाद – ऊांट एव लरमर
42. RBC का जीवनकाल होता है – 120 कदन
43. रक्त का रंग लाल होता है – हीम नरमक रांजक के कररण
44. हीमोग्लोनबन में पाया जाने वाला लौह यौनगक है – हीमैटीन
45. RBC का मख्ु य काया क्या है – शरीर के हर भरग में आक्सीजन पहुचरनर व करबषन
डरई आक्सरईड वरपस ले जरनर
46. शरीर में रक्त क्षीणता हो जाती है – हीमोग्लोकबन की कमी के कररण
47. RBC की संख्या ज्ञात की जाती है – हीमोसरइटो मीटर से
48. श्वेत रक्त कनणका (White Blood Corpuscles) – WBC
49. WBC का ननमाा ण कहा होता है – आकस्थमज्जर
50. WBC का जीवन काल होता है – 2-4 कदन
51. WBC की मत्ृ यु कहा होती है – रि में ही
52. WBC का मख्ु य काया क्या है – शरीर के रोगो को सांक्मण से बचरनर
53. रक्त नबम्बाणु (Blood Platelates) जीवन काल होता है – 3-5 कदन
54. रक्त नबम्बाणु का मख्ु य काया क्या होता है – रि कर थक्कर बनरने में मदद करनर
55. रक्त नवम्बाणु का मख्ु य गणु – इसमें के न्द्रक नहीं होतर व कनमरषण अकस्थमज्जर में
होतर है ।
56. डेगु ज्वर होने से शरीर पर क्या प्रभाव पडता है – शरीर में प्लेटलेटस की कमी
57. रक्त हमारे शरीर में ताप को ननयंनत्रत करने का काम करता है तथा शरीर की रोगो से
रक्षा करता है ।
58. रक्त का थक्का बनने में सहायक नवटानमन है – कवटरकमन K
59. रक्त का थक्का बनाने के नलए महत्वपूणा प्रोटीन है – फरइकब्रनोजन
60. मानव में रक्त समूह की खोज की थी – करलष लैडस्टीनर (1900)
61. मनष्ट्ु य में रक्तो की नभन्नता का मख्ु या कारण है – RBC मे परयी जरने वरली
ग्लरइकोप्रोटीन
62. एण्टीजन नकतने प्रकार के होते है – 2 एांकटजन A, एांकटजन B
63. मनष्ट्ु य में नकतने प्रकार के रूनधर वगा होते है – 4 प्रकरर
64. नकसी रक्त समूह को सवा दाता कहते है – रिसमूह ‘O’
65. सवा ग्राही रक्त समूह नकसको कहते है – ‘AB’ रि समूह
66. ईंचाइ पर जाने पर RBC का अकार – बढ जरतर है ।
67. रूनधर को वानहननयो में जमने से रोकता है – कहपैररन
68. रक्त वगा की खोज के नलए लैडस्टीनर को नोबेल नमला – 1930 ई
69. शरीर का रूनधक बैक नकसको कहते है – प्लीहर
70. शरीर में एण्टीबाडी का ननमाा ण करती है – कलपपोसरइट ककशकरए
71. प्लेटलेट्स को और नकस नाम से जाना जाता है – थ्ररपबोसरइट
72. रूनधर को नकस तापमान पर रखा जाता है – 4°C
73. रूनधर का ऄध्ययन करते है – हीमैटोलरजी के अन्तगषत
74. एक स्वस्थ मनष्ट्ु य एक बार नकतनी रूनधर दान कर सकता है – 450 ml (1यूकनट)
75. शद्ध
ु व ऄशद्ध ु रूनधर का शरीर में वहन करती है िमश: – कशररए व फुस्फुस कसरर
76. रक्त पररसंचरण तन्त्र का जनक कहते है – कवकलयम हवे
77. मनष्ट्ु य का औसत रक्त चाप होता है – 120/80
78. रक्त दाब मापने वाला यंत्र है – कस्फग्नोमैनोमीटर
1. मनष्ट्ु य में भोजन का पाचन कहा से प्रारम्भ हो जाता है – मख ु
2. मनष्ट्ु य के लार ग्रनन्थ में ननकलने वाले एन्जाआम को कहते है – टरयकलन
3. भोजन में ईपनस्थत हाननकारक जीवाणओ ु को नष्ट करने का काम करता है –
लरइसोजइम
4. ऄमाशय में भोजन लगभग रहता है – 4 घांटे
5. भोजन के ऄमाशय में पहुचने पर पाआलोररक ग्रंनथ से कौन सा रस ननकलता है – जिर
रस
6. ऄमाशय में ननकलने वाले जठर रस में एन्जाआम होते है – पेकप्सन व रेकनन
7. लार नकसके पाचन में मदद करता है – स्टरचष
8. मनष्ट्ु य की पाचन नली नकतने फीट लम्बी होती है – 32 फीट
9. ऄनस्थयो व दॉतो में मौजूद रासायननक द्रव है – कै कल्शयम फरस्फे ट
10. डायस्टेज एन्जाआम का स्रोत है – लरर ग्रकन्थ
11. ऄमाशय में जाआम प्रोटीन को पचाने में मद करता है – पेकप्सन
12. ऄमाशय ग्रनन्थ की पेनप्सन स्रावी ग्रननथया कौन सी है – मख्ु य कोकशकर
13. नकस पाचन ऄंग में ऄम्ल होता है – अमरशय (HCl)
14. कौन सा ऄम्ल ऄमाशय में रहता है – हरइड्रोक्लोररक अपल
15. मवेशी घास ननगलने के बाद कहा संग्रानहत करते है – प्रथम अमरशय में
16. पाचन निया में प्रोटीन नकस पदाथा में बदल जाता है – एकमनो अपल
17. एनमनो एनसड की अवश्यकता नकसके संश्लेषण के नलए होती है – प्रोटीन
18. मानव जठर में प्रोटीन वाचन के नलए ईत्तरदायी ऄनक ु ू लतम पररवेश है – अपलीय
19. कौन सा एन्साइम प्रोटीन को पेप्टोन में बदलता है – पेकप्सन
20. दूध को दही में स्कं नदत करने वाला एंजाआम है – रेकनन
21. दूध प्रोटीन को पचाने वाला एन्जाआम है – रेकनन
22. दूध में कौन सा प्रोटीन शकारा यग्ु म होता है – के सीन, लैक्टोज
23. दूध में पाया जाने वाला मख्ु य प्रोटीन – के सीन
24. ग्लूकोज को आथाआल ऄवकोहल में कौन सा एन्जाआम बदला है – जरइमेज
25. नकस एन्जाआम के ईपनस्थत के कारण HIV ऄक्सर अपना अकार बदल लेते है –
ररवसष ट्ररांसकक्प्टेस
26. मझली प्रथम श्रेणी का प्रोटीन है क्योनकं ईसमें होते है – आवश्यक अमीनो अपल
27. मखु में मंड (स्टाचा ) का शकारा में पाचन नकसके िारा होता है – टरयलीन
28. कौन सा एक रेशेदार प्रोटीन है – ककरेटीन
29. कौन से ऄंग पर ईंगली के समान ईभरी हुइ संरचना होती है नजन्हे दीघा रोम ऄथवा
रजाऄंकुर कहते है – छोटी आांत
30. मानव शरीर में पाचन का ऄनधकांश भाग नकस ऄंग मे संम्पन्न होता है – छोटी अत:
31. ऄनधकतम पोषक तत्व रक्त में कहा से ऄवशेनषत होते है – छोटी आत
32. नसग्मोएड कोलन नकसका एक भाग है – बड़ी आत
33. मानव शरीर में सबसे बडी ग्रंनथ कौन सी है – लीवर
34. लीवर नकसका भरपूर स्रोत है – वसर घुलनशील कवटरकमन
35. नकसका संश्लेषण यकृत िारा नकया जाता है – कवटरकमन A
36. पचे हुये भोजन में मौजूद नवषैले पदाथा का कौन सा ऄंग चूषन करता है – यकृत
37. वह कौन सा ऄंग है जो मानव शरीर में ग्लाआकोजेन के रूप में काबोहाआड्रेट जमा करता
है – यकृकत
38. कौन सा ऄंग ग्लाआके नजन को ग्लूकोज में बदलता है और रक्त को शद्ध ु करता है –
यकृकत (Liver)
39. स्तनधारी नकसमें यूररया बनाते है – यकृत
40. ग्लाआकोजन नकस ऄंग में जमा होता है – यकृत
41. हेपेटाआनटस मानव शरीर के नकस ऄंग को प्रभानवत करता है – यकृत
42. पीनलया रोग से नकसमे संिमण होता है - यकृत
43. नकस ग्रनन्थ में नपत्त का ईत्पादन होता है – यकृत
44. नपत्त कहा संग्रनहत होता है – कपिरसय
45. मानव शरीर की कौन सी ग्रनन्थ एक साथ ऄन्त: स्रावी व बनहस्रावी दोनो का काया
करती है – अग्नरशय
46. आंसनु लन नकस ग्रनन्थ िारा बनती है – अग्नरशय
47. पैनियास की कोनशकाए, जो आंसनु लन ईत्पन्न करती है कहलता है – आइलैटस आफ
लैगर हेन्स
48. आन्सनु लन की खोज की थी – बैकटग व बेस्ट ने
49. आन्सनु लन एक प्रकार का – हरमोंस है ।
50. कौन सा हामोन्स रक्त में शकारा की मात्रा को ननयंनत्रत करता है – इांसकु लन
51. ननम्न में से नकस कोनशकाओ में से आंसनु लन का ररसाव होता है – कोकशकरए
52. शरीर के नकस ऄंग की खराबी से मधमु ेह रोग होता है – पैकक्यरस
53. नकस रंगद्रव्य की ईपनस्थत के कारण मानव मल का रंग पीला होता है – यूरोबीकलन
54. नकस भाग में पाचक व श्वसन नानलया ‘िास’ करती है – ग्रसनी
55. अहार में लवण का मख्ु य ईपयोग है – भोजन को स्वरकदष्ट बनरनर
56. पशु प्रोटीन को प्रथम श्रेणी का प्रोटीन क्यो माना जाता है – अकनवरयष एकमनर एकसड
से भरपूर होतर है ।
57. प्रोटीन एवं पेप्टोन को पालीपेप्टाआड व ऄमीनो ऄम्ल में पररवतीत करता है– ईररकप्सन
58. मांड को घल ु नशील शकारा में पररवतीत करने का काया करता है – एमरइलेज
59. वसा को नग्लसररन तथा फै टी एनसड में पररवतीत करता है – लरइपेज
60. भोजन की पाचन निया कहा पूणा हो जाती है – छोटी आांत
61. जीभ के उपरी भाग पर बने ऄंकुर को कहते है – स्वरद ककलयर
62. जीभ के ऄग्र भाग से नकस स्वाद का ज्ञान होता है – मीिे
63. जीभ के पि भाग से स्वाद का ज्ञान होता है – कड़वे
64. जीभ के बगल वाले भाग से कै से स्वाद का अभास होता है – खट्टर
65. मानव शरीर का सबसे कठोर भाग है – दरांत कर ऐनेमल
66. दााँतो के ऄध्ययन को कहते है – ओडोन्टोलॉजी
67. दााँतो की थेरपी कहलाती है – Root Canal Treatment (RCT)
68. दााँतो में कठोरता नकसके कारण होती है – कै कल्शयम के कररण
69. मनष्ट्ु य में नकतने प्रकार के दााँत होते है – 4 (कृतांक, रदनक,अग्रचवणषक, चवणषक)
70. मनष्ट्ु य के दााँतो का दंत सूत्र होते है – 2, 1, 2, 3
71. मनष्ट्ु य में आनसाआजर दांतो की कुल संख्या होती है – 8
72. मनष्ट्ु य के जीवन काल में नकतने प्रकार के दााँत अते है – दूकधयर दरांत, स्थरयी दरांत
73. दांत के ईपरी नहस्से का चमकीला भाग कहलाता है – इनेमल
74. मनष्ट्ु य के लार में होता है – 99% जल व 1% एन्जरइम
75. लार में पाये जाने वाले एन्जाआम है – टरयकलन, लरइसोजरइम
76. मानव शरीर की सबसे बडी ग्रनन्थ है – यकृत (1.5-2 ककग्रर)
77. फाआनब्रनोजेन नामक प्रोटीन का ननमाा ण होता है – यकृत में
78. नहपैरीन नामक प्रोटीन का ननमाा ण कहा होता है – यकृत में
79. नपत्त क्या है – पीले हरे रांग कर क्षररीय द्रव कजसकर pH मरन 7.7 है ।
80. मानव शरीर की दूसरी सबसे बडी ग्रनन्थ है – अग्नरशय
81. रक्त पररसंचरण की खोज की थी – कवकलयम हरवे (1628 ई.)
82. मानव रृदय नकतने कोष्ठो का बना होता है – 4
83. शरीर में रृदय की ओर रक्त ले जाने वाली रक्तवानहनी को कहते है – कशरर (Vein)
84. रृदय से शरीर की ओर रक्त ले जाने वाली रक्तवानहनी को कहते है – धमनी (Artery)
85. नशरा में कै सा रक्त प्रवानहत होता है – अशुद्ध रि
86. धमनी में कै सा रक्त प्रवानहत होता है – शुद्ध रि (O2 युि)
87. सामान्य मनष्ट्ु य का रृदय 1 नमनट में धडकता है – 72 बरर
88. रृदय की मांसपेनशयो को रक्त पहुचाने वाले वाहनी को कहते है – कोरोनरी धमनी
89. रृदय घात कब होता है – कोरोनरी धमनी में जब रूकरवट हो
90. सामान्य मनष्ट्ु य का रक्त दाब होता है – 120/80 mm/Hg (120- कसस्टोकलक, 80-
डरयस्टोकलक
91. रृदय की धडकन को ननयंनत्रत करने वाले हामोंस है – थरयररकक्सन व एड्रीनेकलन
92. लनसका में पायी जाने वाली कनणकाए कहलाती है – कलपफोसरइट
93. नलम्फोसाआट का क्या काया है – शरीर के हरकनकररक जीवरणुओ कर भक्षण करके
शरीर को रोगो से रक्षर करनर ।
94. मत्रु का ऄसामान्य घटक है – एल्यूकमन
95. गदु े की ननस्पंदन आकाइ कौन सी है – नेफ्रन
96. मानव शरीर का कौन सा ऄंग जल के संतल ु न के नलए ईत्तरायी है – गदु े
97. मूत्र कहा बनता है – सांग्ररहक वरकहकनयो में
98. मूत्र का पीला रंग नकसके कारण होता है – यूरोक्ोम
99. मूत्र के श्रावण को बढाने वाली औषधी है – डरइयूरके टक
100.मूत्र होता है – अपलीय pH – 6 (औसत)
101.वक्ृ क का प्रमख ु काया है – रि के प्लरज्मर को शद्ध
ु करनर तथर शरीर के अनरवश्यक पदरथो
को मूत्र के ररस्ते बरहर कनकरलनर ।
102.तंनत्रका तंत्र के ऄध्यन को कहते है – न्यूरोलरजी
103.मानव शरीर में सभी ऄंगो के कायो का ननयंत्रण, संचलन व समन्व कौन करता है – अांत: स्ररवी
तांत्र व तांकत्रकर तांत्र
104.तंनत्रका तन्त्र की संरचनात्मक एवं नियात्मक आकाइ है – न्यूररन
105.जन्म के बाद मानव के नकस ईत्तक को कोइ कोनशका नवभाजन नहीं होता है–तांकत्रकर (न्यूररन)
106.मानव शरीर की सबसे बडी कोनशका होती है – तांकत्रकर तांत्र (90 cm)
107.मानव मनस्तस्क हड्नडयो से बने नजस ढ़ाचे में सरु नक्षत रहता है ईसे क्या कहते है – क्े कनयल
108.ब्रेन की सरु क्षा के नलए ब्रेन के ईपर नकतनी लेयर होती है – 3
109.मानव मनस्तष्ट्क का औसत भार लगभग नकतना होता है – 1400 gm
110.ब्रेन के ईपर पायी जाने वाली लेयर में कौन सा द्रव भरा होता है जो नक मनस्तष्ट्क को बाहरी
अघात से सरु क्षा प्रदान करता है – सेरबरइस्परइनल द्रव
111.मानव मनस्तष्ट्क का सबसे बडा भाग है – सेरीब्रम
112.मानव मनस्तष्ट्क में यादाश्त, स्मरण शनक्त का ननयंत्रण नकसके िारा होता है – सेरीब्रम
113.मानव मनस्तष्ट्क में भूख, प्यास व नींद का एहसास नकसके िारा होता है – हरइपोथैलेमस
114.मानव मनस्तष्ट्क में ठंड व गमी का एहसास नकसके िारा होता है – थैलेमस
115.मानव मनस्तनष्ट्कक मे तांप ननयंत्रण का काया कौन करता है – हरइपोथैलेमस
116.पीयूष ग्रनन्थ मानव शरीर में कहां होता है – मकस्तष्क के आधरर पर
117.मनस्तष्ट्क को मेरूदंड में कौन जोडता है – मेडुलर औब्लरांगटे र
118.मानव मनस्तष्ट्क में गस्ु सा व खशु ी का ननयंत्रण कौन करता है – हरइपोथैलेमस
119.शरीर का सन्तल ु न बनाये रखने में सहायक होता है – सेरीबेलम
120.मावन शरीर में कुल नकतनी हड्डीया होती है – 206
121.मानव शरीर में सबसे लंबी हड्डी है – कफमर
122.हमारे शरीर में कुल नकतनी मांसपेनशया होती है – 639
123.मनष्ट्ु य की खोपडी में कुल नकतनी ऄनस्थया होती है – 29
124.मनष्ट्ु य के शरीर में पसनलयो के नकतने जोडे होते है – 12
125.नटनषयो नामक हड्डी नकसमें पायी जाती है – टरांग
126.ऄनस्थयााँ एवं मांसपेनशयो को अपस में जोडता है – टेडन
127.मानव शरीर की सबसे छोटी हड्डी है – स्टेप्स
128.ह्यूमस ऄनस्थ कहा पायी जाती है – उपरी भुजर
129.नकस जीव में पसनलयो की संख्या सवाा नधक होती है – सॉप
130.नवजात नशशु में हड्नडयो की संख्या नकतनी होती है – 300
131.कं काल तंत्र के ऄध्ययन को कहते है – अकस्टयोलरजी
132.िोनन्ड्रयोसाआट पाये जात है – उपरकस्थ में
133.वद्ध
ृ ा ऄवस्था में मनष्ट्ु य की हड्नडया कमजोर क्यो हो जाती है – कै कल्शयम की कमी
134.ओडोंन्टोलाजी में ऄध्ययन करते है – दरँतो कर
135.ओनस्टयोसाआट कहा पाये जाते है – बोन में
136.घटु ने की हड्नड को नकस नाम से जाना जाता है – पटेलर
137.नकसमें बाह्य कं काल नहीं होता है – एमकफकबयर
138.नटवीया नामक हड्डी पायी जाती है – टरांग में
139.टूटी हड्डी को जोडने के नलए प्रयोग करते है – प्लरस्टर ऑफ पेररस
140.कं धे व कमर के जोड को क्या बोलते है – बरल व सॉके ट ज्वरइांट
141.मानव हड्डी का मख्ु य घटक क्या है – कै कल्शयम
142.कॉलर की हड्डी को और नकस नाम से जाना जाता है – क्लेकवकल
143. मानव शरीर में सैडल जोडो की संख्या नकतनी होती है – 2
144.मानव शरीर की सबसे पतली हड्डी का नाम क्या है – बकहजषकघकर
145.ऄक्षीप कं काल में नकतनी हड्डीया होती है – 80
146.शरीर की सबसे लम्बी व भारी हड्डी का नाम है – जरांघ की हड्डी
147.ऄनस्थ को ऄनस्थ से जोडने का काया करता है – कलांगरमेट
148.मास्टर ग्रंनथ के नाम से जाना जाता है – कपयूष ग्रकन्थ
149.फे फडे का बहरी अवरण बना होता है – प्लूरल कझल्ली
150. कुछ जन्तओ ु में नीला रूनधर होता है क्यो – कहमोसरइकनन
151.मानव शरीर में श्वसन का सबसे महत्वपूणा ऄंग है – फे फड़र
152.श्वसन का ननयंत्रक मनस्तष्ट्क के नकस नाम से होता है – आांबलरगेटर
153.अक्सीजन की कमी कहलाती है – अनोकक्सयर
154.मनष्ट्ु य के फुस्फुसो की कुल सजीव क्षमता होती है – 4500 ml
155.श्वास नाल में भोजन के प्रेवश को रोकने के नलए िार की रक्षा होती है – एकपश्लोररस द्वररर
156.वायवीय श्सस की सम्पूणा प्रनिया नकसने दी थी – क्ैब्स
157.स्तनीयो में गैसो का नवननमय कहा होता है – एकल्वलरई
158.मानव की सामान्य श्वास दर होती है – 16 बरर/कमनट
159.अक्सीजन का पररवहन होता है – RBC से
160.रूनधर में CO2 का वहन नकस रूप में होता है – सोकडयम बरइकरबोनेट
161.अहार नली व स्वास नली जहां अपस में नमलती है ईसे कहते है – ग्रसनी
162.श्वसन के दौरान ली गइ गैस को शरीर में कोनशका तक पहुचाने का काया कौन करता है – रि
163.ऄनाक्सी श्वसन के दौरान एक ग्लूकोज के ऄणु से नकतने ATP ईजाा प्राप्त होती है – 2
164.श्वसन दर को नकस यंत्र से मापा जाता है – स्परइरोमीटर
165.नसगरेट व धूम्रपान से फे फडो में कौन सा रोग हो जाता है – एपफरईसमर
1. वे पदाथा जो नवनभन्न प्रकार के जैनवक नियाओ में संचालन व संपादन में अवश्यक
होते है कहलाते है – पोषक पदरथष
2. पोषक पदाथा नकतने प्रकार के होते है – 4 प्रकरर
3. ईजाा ईत्पादक पोषक पदाथा कहते है – वे पदरथष जो उजरष उत्पन्न करते है जैसे –
वसर, करबोहरइड्रेट आकद
4. ईपापचयी ननयंत्रक पदाथा होते है – वे जो शरीर की कवकभन्न उपरपचयी कक्यरओ कर
कनयांत्रण करते है – जैसे – कवटरकमन, लवण, जल आकद ।
5. शरीर में वद्ध
ृ व ननमाा ण पदाथा कौन से है – प्रोटीन
6. अनवु ांनशक पदाथा होत है – वे पोषक पदरथष जो शरीर में आनुवरांकशक गुणो को एक
पीढी से दूसरे पीढी ले जरते है । जैसे – न्यूकक्लक अपल
7. काबोहाआड्रेट में काबा न, हाआड्रोजन व ऑक्सीजन का ऄनपु ात होता है – 1 : 2 : 1
8. 1 ग्राम ग्लूकोज के अक्सीकरण नकतनी ईजाा ईत्पन्न होती है – 4.2 Kcal
9. शरीर में ईजाा की सवाा नधक अपूनता होती है – करबोहरइड्रेट से (50-75%)
10. काबोहाआड्रेट नकतने प्रकार के होते है – 3 प्रकरर (मोनो सैकररइड, डरई सैकररइड,
परली सैकररइड)
11. ईजाा का प्राथनमक स्रोत कहते है – करबोहरइड्रेट
12. काबोहाआड्रेट की सबसे सरल ऄवस्था है – मोनो सैकररइड
13. मोनो सैकराआड के ईदाहरण है – ग्लूकोज, ग्लैक्टोज, मैनोज, ट्ररइओज आकद ।
14. डाइ सैकराआड कै से बनता है – समरन यर कभन्न मोनो सैकेररइड के दो अणओ ु के
सांयोजन से एक डरई सेकेररइड बनतर है । जैसे – मरल्टोज, सुक्ोज, करइकटन
आकद ।
15. पॉली सैकराआड्स के ईदाहरण है – स्टरचष, ग्लरइकोजेन, करइकटन
16. काबोहाआड्रेट के प्रमखु स्रोत है – गेह,ां चरवल, मक्कर, बरजरर,आलू, शकरकन्द,
शलजम आकद ।
17.काबोहाआड्रेट के मख्ु य काया क्या है– कवटरकमन C कर कनमरषण
न्यूकक्लक अपलो कर कनमरषण करनर
आक्सीकरण द्वररर शरीर में ऊजरष आवश्यकतर
की पूती करनर
18. प्रोटीन का मख्ु य गणु – यह जकटल करबोकनक योकगक है ।
यह 20 अमीनो अपल से कमलकर बनतर है ।
मरनव शरीर कर 15% भरग प्रोटीन होतर है ।
उजरष उत्परदन व शरीर कर मरपमत दोनो करयष ।
19. प्रचरु तम मात्रा में प्रोटीन कहा से नमलता है – सोयरकबन, मगूां फली ।
20. मनष्ट्ु य के शरीर में नकतने प्रकार के प्रोटी की अवश्यकता होती है – 50 (10 शरीर
स्वयां बनरतर है व 10 भोजन से प्ररप्त होतर है ।)
21. बच्चो में प्रोटीन की कमी से कौन सा रोग होता है – क्वरशीक्योर
22. प्रोटीन का महत्वपूणा काया है – ये कोकशकर, जीवद्रव व उिक कनमरषण में भी भरग
लेते है।
23. वसा क्या है – यह कग्लसरॉल एवां वसीय अपलो कर एस्टर है ।
24. वसा नकतने प्रकार के होते है – दो (सांतृप्त व असांतृप्त)
25. ऄसंतप्तृ वसा के ईदाहरण है – मछली कर तेल, वनस्पकत तेल आकद
26. संतप्तृ वसा ऄम्ल के ईदाहरण है – नरररयल कर तेल, तरड़ कर तेल ।
27. 1 ग्राम वसा से नकतनी ईजाा ईत्पन्न होती है – 9.3 kcal
28. शरीर में वसा का संश्लेषण कहा होता है – मरइटोकरकन्ड्रयर में
29. वसा के मख्ु य काया है – यह शरीर में जमर होकर शरीर के तरप को बरहर नही
कनकलने देती ।
वसर की कमी से त्वचर रूखी हो जरती है ।
वसर की अकधकतर से हृदय की बीमररी व रि चरप बढ
जरतर है ।
30. नवटानमन का अनवस्कार नकसने नकया था – फां क (1911)
31. नवटानमन शरीर में क्या काया करते है – शरीर के उपरपचय कक्यरओ कर कनयांत्रण
करते है।
32. जल में घल ु नशील नवटानमन कौन से है – कवटरकमन B, C
33. वसा में घल ु नशील नवटानमन कौन से है – कवटरकमन A, D, E, K
34. नवटानमन की कमी से होने वाले रोग व स्रोत –
तर्टातमन रासायतनक नाम कमी से होने र्ाले रोग स्रोि
नवटानमन – A रेनटनॉल रतौधी, संिमओं का दधू , ऄंडा, पनीर, हरी साग सब्जी,
खतरा, जीरोथैलनमया मछलीयकृत तेल
नवटानमन- B1 बेरी-बेरी मूंगफली, नतल, सूखा नमचा , नबना
घल ु ी दाल, यकृत ऄंडा एवं
सनब्जयााँ
नवटानमन- B2 राआबोप्लेनवन त्वचा का फटना, अंखो का खमीर, कलेजी, मांस, हरी
लाल होना, नजह्वा का सनब्जयां, दूध
फटना
नवटानमन- B3 ननकोनटनैमाआड या पेलाग्रा (त्वचा दाद) या 4-D मांस, मूंगफली, अलू, टमाटर,
ननयॉनसन नसंड्रोम पत्ती वाली सनब्जयााँ
नवटानमन- 55 पैन्टोथेननक ऄम्ल बाल सफे द होना, मंद बनु द्ध मांस,दूध, मूंगफली, गन्ना, टमाटर
होना
नवटानमन- B6 पाआरीडॉनक्सन एनीनमया, त्वचा रोग यकृत, मांस, ऄनाज
नवटानमन- B7 बायोटीन लकवा, शरीर मे ददा , बालों मांस, ऄंडा, यकृत, दूध
का नगरना
नवटानमन- B11 फॉनलक ऄम्ल एनीनमया, पेनचश रोग दाल, यकृत, सनब्जयां, ऄण्डा, सेम
नवटानमन- B12 साआनोकाबालानमन एनीनमया, पांडुरोग मांस, कलेजी, दधू
नवटानमन- C एस्कॉनबा क एनसड स्कबी, मसूढे का फुलना नींबू, संतरा, नारंगी, टमाटर, खट्टे
पदाथा , नमरच, ऄंकुररत ऄनाज
नवटानमन- D कै नवसफे रॉल ररके ट् स (बच्चों में) मछलीयकृत तेल, दूध, ऄण्डे
ऑनस्टयोमलेनशया (वयस्क
में)
नवटानमन- E टोकोफे रॉल जनन शनक्त का कम होना पत्ती वाली सनब्जयााँ, दधू मक्खन,
ऄंकुररत गेह,ं वनस्पनत तेल,
नवटानमन- K नफलोवनक्वनोन रक्त का थक्का न बनना टमाटर, हरी सनब्जयााँ, अंतो में भी
ईत्पन्न होती है ।
35. गभा वती मनहलाओ में प्राय: नकसकी कमी होती है – कै कल्शयम व आयरन
36. हमारे शरीर के भार का नकतना प्रनतशत जल है – 65-75% भरग
37. पीने के पानी में नकस नवष के कारण कै राटेनसस नामक नबमारी होती है – आसेकनक
कवष
38. न्यूनक्लक ऄम्ल का मख्ु य काया है – आनुवरांकशक गुणो को एक पीढी से दूसरी पीढी
तक ले जरनर
39. एक सामान्य काया करने वाले व्यनक्त को नकतनी ईजाा की अवश्यक होती है – 3000-
3500 कै लोरी उजरष
40. राष्ट्रीय पोषण एवं ऄनस ु धं ान संस्थान नस्थत है – हैदररबरद
41. के न्द्रीय खाद्य प्रौद्यौनगकी ऄनस ु धं ान संस्थान नस्थत है – मैसरू
42. के न्द्रीय औषनध शोध संस्थान नस्थत है – लखनऊ
43. शहद का प्रमख ु घटक है – फ्क्टोज
44. कौन सा पदाथा मानव शरीर में इधन का काम करता है – करबोहरइड्रेट
45. दूध में नमठास नकसकी ईपनस्थत के कारण अती है – लैक्टोज
1. मलेररया से पीनडत व्यनक्त में प्लाज्मोनडयम परजीनव की खोज की – लेवरन
2. मलेररया रोग से क्या होता है – रूकधररणु नष्ट हो जरते है व रि में कमी आ जरती है
3. मलेररया के ईपचार में नदया जाता है – क्लोरोक्वीन, कुनैन, पेलुड्रीन आकद ।
4. कालरा व टीवी. के जीवाणु की खोज की थी – ररबटष कोच
5. रेबीज के टीके व दूध के पािरु ाआजेशन की खोज की – लईु परिर
6. बच्चो की DPT टीका नदया जाता है – कडप्थीररयर, करलीखरांसी व कटटनेश रोग
प्रकतरक्षी के कलए ।
7. परजीवी द्वररर होने वरले रोग
रोग प्रभातर्ि अंग परजीर्ी र्ाहक मच्छर लक्षण
मलेररया नतवली एवं RBC प्लाज्मोनडयम मादा एनाफ्लीज ठंढ के साथ बख ु ार
पायररया मसूढ़ों एन्टी ऄमीबा मसढ़ु ो से रक्त का ननकलना
नजन्जवेनलस
सोने की बीमारी मनस्तष्ट्क नरपेनोसोमा सी-सी मक्खी बहुत नींद के साथ बख ु ार
पेनचर अंत एन्टी ऄमीबा श्लेष्ट्मा एवं खून के साथ
नहस्टोनलनटका दस्त
काला जार ऄनस्थ-मज्जा लीशमैननया बालू-मक्खी तेज बख ु ार
डोनावानी
8. जीवरणु द्वररर होने वरले रोग
बीमारी प्रभातर्ि अंग जीर्ाणु के नाम लक्षण
नटटनेस तंनत्रका तंत्र क्लॉस्रीनडयम टेटेनी तेज बख
ु ार, शरीर में ऐ ंठन, जबडा बन्द होना
हैजा अंत नवनब्रओ कॉलेरी लगातार दस्त और ईनवटयााँ
टायफायड अाँत सालमोनेला टाआफी तेज बखु ार, नसर ददा
क्षय रोग फे फडा माआको बैक्टीररयम बार-बार खासी के साथ कफ, रक्त ननकलना
ट् यूबरकुलोनसस
नडप्थीररया श्वास नली कोरीनी बैक्टीररयम सााँस लेने में कनठनाइ एवं दम घटु ना
नडप्थीरी
प्लेग पेफडा, कांरव दोनो पािरु ल
े ा पेनस्टस बहुत तेज बख
ु ार, शरीर पर नगनवटयााँ
पैर के बीच
काली खााँसी श्वसन तंत्र हीमोनपलस परटूनसस लगातार खााँसी अना
ननमोननया फे फडा नडप्लोकोकस न्यूमोनी तेज बख ु ार, फे फडो में सूजन
कोढ़ तंनत्रका तंत्र त्वचा माआकोबैनक्टररयम लेप्री शरीर पर चकते, तंनत्रकाएं प्रभानवत
गोनोररया मूत्र मागा नाआसेररया गोनोररयाइ मूत्र मागा में सूजन
नसफनलस नशश्न टैपोनमा पैनलडम नशश्न में घाव
9. कवषरणु द्वररर होने वरले रोग
बीमारी प्रभानव ऄंग नवषाणु के नाम लक्षण
एड् स प्रनतरक्षा प्रणाली WBC HIV रोग प्रनतरोधक क्षमता का नष्ट होना
डेंगू ज्वर सम्पूणा शरीर खास कर ऄरबो वायरस अाँखो, पेनशयों, नसर तथा जोडो में ददा
नसर, अाँख एवं जोड
पोनलयो गला, रीढ़, नाडी पोनलयो ज्वर, बदन में ददा , रीढ़ की हड् डी अंत
संस्थान की कोनशकाएं नष्ट हो जाती है ।
आन्फ्लूएज
ं ा सम्पूणा शरीर नमक्सो वाआरस (ABC) गलशोथ, छींक, बेचैनी
चेचक सम्पूणा शरीर वैररओला वायर तेज-बख ु ार, शरीर पर लाल-लाल दानें
छोटी माता सम्पूणा शरीर वैररसेला वायर हवका बख ु ार, शरीर पर नपनत्तकाएं
गलशोथ पैराथाराआड ग्रंनथ ज्वर के साथ मंहु खोलने में कनठनाइ
खसरा सम्पूणा शरीर मोनबा ली वायर शरीर पर लाल दाना
रेकोमा अंख अंख लाल होना, अाँख में ददा
नहपैटाआटी या यकृत पेशाब पीला, अाँख एवं त्वचा पीला हो
पीनलया जाता है ।
रेबीज तंनत्रका तंत्र रैब्डो वायरस रोगी पागल हो जाता है, जीभ बाहर
ननकालता है ।
मेनननजाआनटस मनस्तष्ट्क तेज बखु ार
हपीज त्वचा हपीस त्वचा मे सूजन हो जाती है ।
10. फफूद िार होने वाले प्रमख ु रोग है – दमर, एथलीट फुट, खरज, गांजरपन, दरद आकद
11. मनष्ट्ु य में होने वाले प्रमख
ु अनवु ांनशकी रोग है – वणरषन्धतर, हीमोकफलीयर, टनषर
कसड्रोम, क्लीनेफेल्टर कसन्ड्रोम, डरउन्स कसड्रोम आकद ।
12. नकमोथेरपे ी नकसके ईपचार में दी जाती है – कैं सर
13. अनस्थ कै सर नकसके कारण होता है – रेकडयो सकक्य स्ट्ररकशयम-90
14. ELISA टेस्ट नकस रोग के जााँच में होता है – HIV वरयरस
15. HIV का पूरा नाम – Human Imunio Virus
16. AIDS का पूार नाम – Acquired Immune Deficiency Syndrome
17. AIDS रोग हाता है – कवषरणु (Virus)
18. डेगु ज्वर नकसके काटने से फै लता है – मरदर एकनकफकलस
19. पोनलयो वैक्सीन की खोज नकसने की – जॉन सरल्क
20. BCG का पूरा नाम है – Bacillus Calmette Guerin
21. DPT का पूरा नाम है – Diptheria Pertussis and Tetanus
तचतकत्सा सबं धं ी आतर्ष्कार
आतर्ष्कार आतर्ष्कारक आतर्ष्कार आतर्ष्कारक
नवटानमन फं क नवटानमन ‘बी’ मैकुलन
नवटानमन ‘डी’ हॉपनकन्स स्रैप्टोमाआनसन बॉम्समैन
होम्योपैथी हैनीमैन ओपर हाटा सजा री वावटलनललेहल
प्रथम परखनली नशशु एडवड्ास एवं स्टेप्टो एंटीजन लैडस्टीनर
क्लोरोफॉमा हैररसन तथा नसम्पसन टेरामाआनसन नफनेल
पोनलयो वैक्सीन जॉन आ. सावक बैक्टीररया वयूवेनहॉक
अर.एन.ए जेम्स वाटसन तथा मलेररया परजीवी व रानावड रॉस
अथा र ऄगा नचनकत्सा
नवटानमन ‘ए’ मैकुलन नवटानमन ‘सी’ होवकट
सवफा ड्रग्स डागमैंक रृदय प्रत्यारोपण निनियन बनाा डा
नलंग हॉमोन स्टेनाच गभा ननरोधक गोनलयााँ नपनकस
आलेक्रोकानडा योग्राफ अआन्योवन आंसनु लन बेनटंग
चेचक का टीका एडवडा जेनर टी. बी. बैक्टीररया रॉबटा कोच
पेनननसलीन ऄलेक्जेंडर फ्लेनमंग बी. सी.जी. यूररन कालमेट
रक्त पररवता न काला -लैंडस्टीनर डी. एन. ए. जेम्स वाटसन तथा
निक
पेनचश तथा प्लेग की नकटाजाटोज
नचनकत्सा
 वगीकरण की सबसे छोटी आकाइ जानत (species) है I
 कवक की कोनशका नभनत्त काआटीन की बनी होती है I
 कै रोलस लीननयस को वनगा की का नपता कहा जाता है I
 जीवाणु तथा नीलरनहत शैवाल मोनेरा जगत के संबनं धत है I
 प्रोनटस्टा जगत के ऄंतगा त एककोशकीय जीव अते है I
 ऐननमेनलया जगत के ऄंतगा त बहुकोशकीय तथा यूकैररयोनटक जंतु अते हैं I
 लीननयस ने जीवों के नामकरण की निनाम पद्धनत नवकनसत की थी I
 ऄरस्तु को जीव नवज्ञान का नपता (Father of Biology) कहते हैं I
 ब्रायोफाआटा को ‚पादप वगा का ईभयचर‛ कहते हैं I
 पौधों में ऄद्धा सूत्री नवभाजन के नलये परागकोश सबसे ईपयक्त ु भाग होता हैं I
 जीवाणभु ोजी, जीवाणु को संिनमत करने वाला नवषाणु हैं I
 अलू एक कं द है I
 स्टाचा एक पॉलीसैकेराआड है I
 हररत पादप प्रथम पोषक स्तर के ऄंतगा त अते है I
 ‚ऄवफावफा‛ एक प्रकार की घास है I
 एनम्बलका ओनफनसनौनलस, ऄफीम का वास्तनवक नाम है I
 नजम्नोस्पमा वगा के पौधे नग्नबीजी होते हैं ,ऄथाा त आनके बीज फलों के ऄंदर नही होते I
 थैलोफाआटा वगा के पौधे मख्ु यतः जलीय पादप होते हैं I
 टेररडोफाआटा वगा के पौधे का शरीर जड, तना तथा पती में नवभानजत होता हैं I
 अथोपोडा संघ जंतु जगत का सबसे बडा संघ है I
 पोरीफे रा संघ के जीवों को सामान्यतः स्पंज के नाम से जाना जाता है I
 सीलेंटरेटा संघ के जंतु जलीय होते हैं नजनका शरीर दो कोनशकाओं की दो परतों का
बना होता है I
 मोवसका वगा के जीवधारी िीपाश्वा समनमत होते हैं I
 आकाआनोडमेटा जंतओ ु ं में नवनशष्ट जल संवहन नालतंत्र पाया जाता है l
 बरीब्रेटा (कशेरुकी) सवाा नधक नवकनसत जंतओ ु ं का वगा है l
 निनाम पद्धनत का जन्मदाता कै रोलस लीननयस है l
 साआनोबैक्टीररया को प्रथम प्रकाश – संश्लेषी जीव माना जाता है l
 वाआरस न्यूक्वयो प्रोटीन से बने होते हैं l
 डब्वयू० एम्० स्टैनले को वाआरस के निस्टल के रूप में सबसे पहले पथृ क करने का
श्रेय प्राप्त है l
 जंतु नजनमें परस्पर जनन होता है, जानत स्तर पर सब समान होता हैं l
 चपटे कृनम, नसलेरेटा, पोररफे रा एवं प्रोटोजोअ वगा के जंतओ ु ं में देहगहु ा नहीं पाइ
जाती है l
 वास्तनवक देहगहु ा का ननमाा ण भ्रूणीय पररवधा न के नमसोडमा ऄवस्था से होता है।
 काआनटन यक्त ु बाह्य कं काल कीटों में पाया जाता है l
 ‚नसस्टेमा नेचूरी‛ नामक पस्ु तक के लेखक ‚कै रोलस लीननयस‛ है l
 हाआड्रा में नबना मनस्तष्ट्क का तंनत्रका तंत्र होता हैl क्षारीय मदृ ा में हेलोफाआट्स वगा के
पौधे ऄच्छी वनृ द्ध करते है l
 सवा प्रथम जे० सी० बोस ने बताया नक पेड पौधों में जीवन है l
 चमगादड ईडने वाला स्तनपायी है l
 व्हेल सबसे बडा स्तनपायी है l
 दलहन में नाआरोजन नस्थरीकरण की क्षमता होता है l
 ईत्सजी तंत्र का गणु पादपों में नहीं पाया जाता है।
 थैलोफाआटा को ‚पादप वगा का ईभयचर‛ भी कहा जाता है।
 हाआड्रा में रुनधर नहीं होता, नफर भी वह श्वसन करता है l
 अथोपोडा में काआनटन यक्त ु ईपचमा का बना बाह्य कं काल पाया जाता हैl
 झींगा मछली, िे नफश तथा नसववर नफश अथोपोडा संघ के जीव हैं l
 ऑक्टोपस मोलस्का संघ के जंतु हैं l
 मोलस्का संघ के कुछ जंतओ ु ं में नीले या हरे रंग का रुनधर नहमोसायननन के कारण
होता है l
 ईत्िम ऄनल ु ेखन की निया DNA से DNA का ननमाा ण है l
 DNA निगणु न का सही नवनध ऄनधपररनमत है I
 प्रोकै ररयोट्स तथा यूकैररयोट्स का मख्ु य ऄंतर कें द्रक कला की ऄनपु नस्थनत हैI
 वाटसन तथा निकने B-DNA मोडल नदया है I
 राआबोसोम्स प्रोटीन तथा टी.अर.एन.ए. के बने होते है I
 राआबोसोम कलानवहीन कोनशकांग है I
 प्रोटीन संश्लेषण में ऄंतः द्रव्यी जानलका और राआबोसोम कोनशकांगो की भूनमका
महत्वपूणा है I
 डी.एन.ए. पॉनलमरेज़ एंजाआम न्मूनक्लओटाआड्स से DNA संश्लेषण में काम अता है।
 कें द्रक (Nucleus) के ऄनतररक्त माआटोकानण्ड्रया (Chloroplast) तथा हररत लवक में
DNA पाया जाता है I
 प्रोकै ररयोनटक कोनशकाओं में श्वसन (Respiration) का काया मीसोसोम
(Mesosome) करते है जबनक यूकैररयोनटक कोनशका में श्वसन का काया
माआटोकानण्ड्रया करते है I
 कोनशका नभनत्त (Cell wall) पौधों में ईपनस्थत होती है जबनक जंतओ ु ं में ऄनपु नस्थत
होती है I
 कोनशका नझवली (Cell membrance) एक ऄद्धा पारगंब नझवली(semi permeable
membrance) होती है I यह कुछ नवनशष्ट ऄणओ ु ं को ही ऄपने अर-पार जाने या
अने देती हैI
 प्रोटीन का ननमाा ण या प्रोटीन का संश्लेषण (protein synthesis)राआबोसोम की
सहायता से होता है I
 माइटोकानण्ड्रया को कोनशका का पावर हाईस (powerhouse of the cell) भी कहा
जाता है क्योंनक आसमें श्वसन निया के दौरान भोजन के नवखंडन से उजाा ईत्पन्न होती
है जो ATP (Adoenosine triphospate) के रूप में संनचत रहती है ।
 गॉवजीकाय (Golgi body) का मख्ु य काय कोनजका (cell) िारा संश्लेनषत प्रोटीन,
वसा अनद की पैकेनजंग करना है
 गॉवजीकाय को कोनशका के ऄणओ ु ं के traffic controller भी कहा जाता है I
 लाआसोसोम (lysosome) को अत्महत्या की थैली कहा जाता है I
 हररत लवक (Chloroplast) को कोनशका का रसोइघर (Kitchen of the cell) भी
कहा जाता है क्योंनक आसमें प्रकाश संश्लेषण की निया िारा भोजन का ननमाा ण होता हैI
 जीवाणु (Bacteria) तथा नील हररत शैवालों (Blue green algae) की कोनशकाएं
प्रोकै टरयोनटक कोनशकाएं होती है I
 ऄधा सूत्री नवभाजन के प्रोफे ज 1 की पैकीटीन (pachytene) ऄवस्था में िॉनसंग ओवर
(Crossing over) की प्रनिया होती है I आस प्रनिया में माता तथा नपता दोनों की ओर
से अए समजात गणु सूत्र (Homologous chromosome) के िोमैनटड एक - दूसरे
को, एक या ज्यादा स्थान पर िॉस करते हैं आसके दौरान िॉस के स्थानों पर एक
िोमैनटड का टुटा भाग, दूसरे िोमैनटड के टूटे स्थान से जडु जाता है I यही प्रनिया
िानसंग ओवर (Crossing over) कहलाती है I आसके िारा जीनों में पनु रसंयोजन
होता है और संतान में नए गणु ईत्पन्न होते है I
 समसूत्री नवभाजन में संतनत कोनशका में गणु सूत्रों की संख्या पैतकृ कोनशकाओ के
समान रहती है I
 ऄधा सूत्री नवभाजन (Meiosis) में संतनत कोनशकाओं में गणु सूत्रों की संख्या पैतक ृ
कोनशका से अधी रह जाती है I
 ऄननयंनत्रत समसूत्री नवभाजन(Uncontrolled mitosis) से कैं सर हो जाता है I
 समसूत्री नवभाजन वनृ द्ध, मरम्मत अनद के नलये अवश्यक होता है I
 RNA में थायमीन (T) के स्थान पर यूरने सल (U) नामक नपररनमडीन क्षार पाया जाता
है I
 बढ़ु ापे के नलये Ageing gene नजम्मेदार होता है I
 कुछ जीवाणओ ु ं जैसे राआजोनबयम के ऄंदर Nif gene होता है नजसकी सहायता से ये
जीवाणु नाआरोजन का नस्थरीकरण (Nitrogen fixation) करने में सक्षम होते है I
 लम्बी हड्नडयों के नसरे पर लचीली संधायी गनद्दयां ईपानस्थ की बनी होती है I
 रेनखत एवं ऐनच्छक पेनशयााँ पादों में पाआ जाती है I तंनत्रका कोनशकायें एक्टोडमा की
भ्रूणीय स्तर से बनती है I
 मास्ट कोनशकायें सीरोटोननन, नहपैनटन तथा नहस्टेमीन का स्त्रावण करती है I
 तंनत्रका उतक, ईतेजनशीलता का काया करती है I
 स्तननयों में कुरफर कोनशकायें यकृत में पाआ जाती है I
 शरीर मे ईतको का ननमाा ण प्रोटीन से होता है I
 तंनत्रका तंतु संयोजी उतक के घटक नहीं होते है I
 रेनखत पेशी में मायोनसन एवं ऐनक्टन प्रमख ु प्रोटीन होते है I
 माआटोकॉंनण्ड्रया की ईपनस्थनत में शरीर में कुछ उतक, जैसे नक पेनशयााँ, ऄन्य उतकों
से ऄनधक सनिय होते है I
 रुनधर भी एक प्रकार का उतक है I
 उतक शब्द का प्रयोग सवा प्रथम नवशैट( Bichat) ने नकया था I
 रुनधर एवं कोनशकाओं के बीच रासायननक अदान-प्रदान उतक द्रव के माध्यम से
होता है I
 ठोस ऄन्तरांगों जैसे- नजह्वा, नकडनी, यकृत, नतवली अनद पर आपीनथनलयम उतक का
रक्षात्मक अवरण होता है I
 त्वचा पर चोट लगने के बाद आसका पनु रुदभवन घनाकार ईपकला के िारा होता है I
 एंडोथीनलयम शवकी कोनशकाओं की बनी होती है I
 मास्ट कोनशकाएाँ संयोजी उतक में नमलती है I
 स्नायु एवं कं डराएाँ संयोजी ईतक है I
 कं काल मीसोडमी होता है I
 त्वचा को ‛Jack of All Trades‛ भी कहते है I
 काली त्वचा पर सूया नक पराबैगनी नकरणों का कम प्रभाव पडता है I
 मनस्तष्ट्क, मेरुरज्जु और तंनत्रकाएाँ सभी तंनत्रका उतकों नक बनी होती है I
 ह्रदय पेनशयााँ के वल रृदय नभनत (Heart wall) में पाआ जाती है I
 ह्रदय पेशी में ऄत्यनधक मात्रा में माआटोकानण्ड्रया पाया जाता है I
 ह्रदय की पेनशयों के संकुचन का ननयंत्रण, तंनत्रका का तंत्र के ननयंत्रण में न होकर स्वयं
पेनशयों के ननयंत्रण में होता है I
 पेनसयों में लैनक्टक ऄम्ल की ऄनधक मात्रा में जमा होने से थकावट का ऄनभु व होता
हैI
 पेनशयााँ मानव शरीर का औसतन 40% से 50% भाग बनाती है I
 पेशी तंतु के अवरण को साकोलेमा एवं आसमें पाए जाने वाले द्रव को साकोप्लाज्मा
कहा जाता है I
 कं डरा पेशी को हड्डी से जोडती है I
 भौनतकी (Histology) उतकों के ऄध्यन को कहते है I
 ऄंतवा तीय ईपकला उतक मूत्राशय तथा मूत्रवानहननयों के भीतरी दीवार का ननमाा ण
करते है I
 शरीर की नननभन्न नियाओं का ननयंत्रण तथा ननयमन तंनत्रका तंत्र (Nervous
system) िारा द्रतु गनत से होता है I
 मनष्ट्ु य की ऄाँख मे नकसी वस्तु का प्रनतनबम्ब दृनष्टपटल (रेनटना) में बनता है I
 मनष्ट्ु य के ऄहार नाल में दो ऄवशोषी ऄंग सीकम एवं वमीफामा एपेंनडक्स है I
 काबा न मोनो-ऑक्साआड नवषाक्तता रक्त की ऑक्सीजन के वहां क्षमता को प्रभानवत
करती है I
 मख ु गहु ा का एंजाआम टायनलन (एमाआलेज) स्रेच को मावटोज में बदलता है I
 डायनलनसस, नकडनी से संबनं धत है । ऄग्न्याशय ऄंतः तथा बनह:स्रावी ग्रंनथ है I
 वसा का पाचन ऄमाशय से प्रारंभ होता है I
 काबोहाआड्रेट्स का पाचन मख ु गहु ा से प्रारंभ हो जाता है I
 ऄमाशय में काबोहाआड्रेट्स का पाचन नहीं होता है I
 नेत्रदान में कानना या प्रयक्त
ु होता है I
 गहृ णी तथा छोटी ऄाँत में क्षारीय माध्यम में काबोहाआड्रेट्स का पाचन होता है l
 प्रोटीन का पाचन ऄमाशय से होता है l
 पेनप्सन एक एंजाआम है l
 नहपेनटन नामक प्रोटीन का ननमाा ण यकृत में होता है l
 नवटानमन A तथा D यकृत में संनचत रहता है l
 रक्त का थक्का जमने के नलये अवश्यक नवटानमन नेफ्थोनक्वनोन (नवटानमन K ) है l
 अमाशय में अनक्संनटक कोनशकाओं से हाआड्रोक्लोररक ऄम्ल का स्राव होता है l
 पाचन तंत्र के नपत रस में कोलेस्रॉल पाया जाता है l
 अमाश्य की दीवारों का पेशीय संकुचन पेररस्टानवसस कहलाता है l
 भूख तथा तनृ प्त हाआपोथैवमस के िारा ननयंनत्रत होता है l
 स्वस्थ मनष्ट्ु य में लगभग 5 से 2.0 लीटर अंतररक रस का स्राव होता है l
 ऄग्न्याश्य िारा नरप्सनोजन एंज़ाआन का स्रावण होता है l
 आंसनु लन के ऄनधक स्रावण होने से हाआपोग्लाआनसनमया नामक रोग हो जाता है l
 जठर रस (अमाशय) पाआलोररक ग्रंनथयों से स्रानवत होता है l
 वसीय ऄम्ल तथा नग्लसरॉल का ऄवशोषण लसीका कोनशका िारा होता है l
 एंड्रोगैस्रोन ऄमाश्यी स्रावण का ऄवरोधन करने वाला पदाथा है l
 लार का स्राव तंनत्रकीय ननयंत्रण में होता है l
 जठरीय एवं ऄग्न्याशय स्राव रासायननक एवं तंनत्रकीय ईददीपन के िारा होता है l
 ह्रदय गनत को ननयंनत्रत करने में CO2 रासायननक पदाथा की भूनमका होती है l
 रुनधर को वानहननयों में जमने से नहपैररन रोकता है .
 मानव शरीर में सबसे मजबूत पेनशयााँ जबडे की होती है।
 ऄकशेरूकी जंतओ ु ं में खलु ा पररसंचरण तंत्र पाया जाता है l
 ह्रदय की धडकन (Heart Beat ) संकुचन एवं नशनथलन है l
 मनस्तष्ट्क एक्टोडमी होता है l
 R . B . C . की संख्या हीमोसाआटोमीटर यंत्र से ज्ञात की जाती है l
 वयूनटनाआनजंग हामोन ऄण्डोतसगा के नलये ईतरदायी है l
 ह्रदय को रक्त पहुचं ाने का काया कोरोनरी धमनी करती है l
 ह्रदय धडकन के ननयंत्रण में थायरॉनक्सन एवं एड्रीनेनलन हामोन की भूनमका होता है l
 श्वसन कें द्र मेडुला में नस्थत होता है l
 लनसका घाव भरने में सहायता करती है l
 ह्रदय के नवद्यतु रासायननक अवेग को आलेक्रो – कानडा योग्राम िारा मापा जाता है l
 रक्त दाब नस्फग्नोमेनोमीटर नामक ईपकरण से मापा जाता है l
 दाद रोग राआकोफाआटान नामक कवक के कारण फै लता है I
 मायोनपया, नेत्र का दोष है I
 फीताकृनम का संिमण सूऄर का ऄधपका मााँस खाने से होता है I
 गनठया रोग जोडों में यूररक ऄम्ल के जमाव से होता है I
 बी.सी.जी.का अनवष्ट्कार यूररन कालमेंट ने नकया था I
 हाथी पााँल का कारक लउचेररया बैिोफ्टाइ है I
 डेंगू ज्वर एडीज आनजप्टी नामक मच्छर से फै लता है I
 पोनलयो का नवषाणु मेरुरज्जु के पष्ठृ श्रगंृ ो के उतक को नष्ट करता है I
 हेपेटाआनटस के नलये गामा ग्लोबल ु ीन नामक आंजेक्शन लगाया जाता है I
 डायररया पाचन तंत्र को प्रभानवत करने वाला प्रोटोजोअ जन्य रोग है I
 स्लीनपंग नसकनेस सी-सी मक्खी िारा फै लता है I
 प्लाज्मोनडयम फावसीपेरम मलेररया परजीवी से होता है l
 मलेररया परजीवी को खोज ए० लेबेरॉन ने की थी l
 फाआलेररया में मनष्ट्ु य की लनसका ग्रंनथ प्रभानवत होती है l
 कुनैन नामक मलेररया की दवा नसनकोना के पौधे से प्राप्त होती है l
 भारत में हेपेटाआनटस – बी रोनगयों की संख्या ऄनधकतम है l
 एनस्पररन तथा पेन्टाजोनसन नामक औषनधयां नवलो (Willow ) से प्राप्त की जाती है ।
 कैं सर ईपचार के नलये कोबावट 60 रेनडयोधमी तत्व का बहुतायत प्रयोग नकया जाता
है l
 कैं सर कोनशकाएं ईत्तपन करने के नलये ऄन्कोजीन्स नजम्मेदार माना जाता है l
 रक्त कैं सर को वयूकीनमया कहा जाता है l
 आंसनु लन का स्त्रावण ऄग्न्याशय ग्रंनथ से होता है l
 ऄनस्थ तथा त्वचा कैं सर साकोमा समूह के प्रकार का कैं सर है l
 पेयजल में नाआरेट की ऄनधक मात्रा होने से ब्लू बेबी नसंड्रोम नामक रोग होता है l
 कुनैन दवा नसनकोना नामक वक्षृ की छाल से प्राप्त की जाती है l
 रोबटा कोच ने प्रमानणत नकया की पशओ ु ं में होने वाला एंरेक्स रोग सक्ष्ु मजीवी
जीवाणओ ु ं िारा होता है l
 नहप्पोिे ट्स को औषनध नवज्ञान का नपता कहा जाता है l
 स्वाआन फ्लू नामक रोग फै लाने वाले वायरस का नाम अन्फ्लून्जा H1N1 है l
 लौहतत्व (ऄयरन) की कमी के कारण रक्तावपता (एनीनमया) होता है l
 ऄयोडीन की कमी से गलघोंटू (ग्वायटर) बीमारी होती है l
 ‘अम्यूनोलॉजी’ के जनक एडवडा जेनर है l
 सूरजमख ु ी तेल ह्रदय रोनगयों के नलये ईपयक्त ु होता है l
 ज्वर में रक्त कनणकाओं में सज ु न अ जाती है l
 जापानी आंसेफेलाअनटस एक नवषाणु जननत (Viral ) रोग है l
 एडवडा जेनर ने चेचक के टीके की खोज की l
 कैं सर कोनशकाओं के ऄननयंनत्रत नवभाजन के कारण होता है l
 हेपेटाआनटस, यकृत की बीमारी है, जो नवषाणओ ु ं िारा होती है l
 मानव शरीर को काबोहाआड्रेट चावल, मक्का, चीनी तथा शकरकं द से प्राप्त होता है l
 भारत में रानष्ट्रय मलेररया ननयंत्रण योजना (NMCP) का ऄरंभ 1953 में हुअ l
 आटाआ-आटाआ रोग का कारक कै डनमयम है l
 MRI तकनीक में शरीर का नवस्ततृ प्रनतनबंब पाने के नलये चम्ु बकीय क्षेत्र एवं रेनडयो
तरंगो का आस्तेमाल नकया जाता है l
 पोनलयो एक नवषाणु जननत रोग है l
 ररफै नम्पनसन नामक दवा, टीबी रोग में प्रयक्त
ु होता है l
 नकसी जीव के नकसी लक्षण नवशेष के पररवद्धा न को जीन ननयंनत्रत करता है l
 वंशागनत का भौनतक ऄधार िोमोसोम को खा जाता है l
 ‚Orgin of species‛ नमक पस्ु तक के लेखक चावसा डानवा न हैं l
 प्राकृनतक वरण के नसद्धांत के प्रनतपादक चावसा डानवा न हैं l
 श्लीडन तथा श्वेन ने कोनशका नसद्धांत के मत का प्रनतपादन नकया था l
 वंशागनत के िोमोसोम नसद्धांत का प्रनतपादन वावटर सटन ने नकया था l
 नलंग – सहलग्नता की खोज H मागा न ने की थी l
 संरचनात्मक जीन ऄवधारणा में प्रचालक, वद्धा क एवं ननयामक जीन होता हैं l
 मेंडल के ननयम का ऄपवाद सहलग्नता है l
 हीमोफीनलया, नसकल सैल ऄनीनमया तथा थेलेनसनमया एक ईत्पररती जीन के कारण
होने वाली बीमाररयााँ है l
 िोमोसोम की संरचना डी० एन० ए० एवं प्रोटीन से होती है l
 ‚एक जीन एक एंजाआम‛ नसद्धांत के प्रनतपादक बीनडल एवं टैटम थे l
 NDRI करनाल (हररयाणा ) के वैज्ञाननकों के भैंस का दूसरा क्लोन नवकनसत नकया है l
 शरीर रचना के िस्टेनशयन्स वगीकरण में लॉबस्टर संबद्ध होता है l
 जैव नवकास में ईत्पररवता नों का महत्व अनवु ंनशक नवनभन्नताएाँ है l
 ऄनवु ांनशक एवं नवकासीय पररवता नों की संभावना ईन जीव – जानतयों में ऄनधक होती
है, नजनमें नि – नवभाजन िारा प्रजनन होता है l
 जीन शब्द W. L जोहैनसन बने ने नदया था l
 प्रोटीन ऄणओ ु ं का ऄमीनों ऄम्ल कमा जीन िारा ननयंनत्रत होता है l
 सवा प्रथम कृनत्रम जीन का प्रयोगशाला में संश्लेषण डॉ० हरगोनवंद खरु ाना ने नकया था l
 ग्रेगर मेंडल ने ऄनवु ंनशकता पर ऄध्ययन 19वीं शताब्दी में नकया l
 चावसा डानवा न की पस्ु तक ऑन ओररनजन ऑफ स्पीसीज 1859 आ० में प्रकानशत हुआ
थी l
 डानवा नवाद की सबसे बडी नवनभन्ताओं की ईत्पनत एवं कारणों की व्याख्या का ऄभाव
सबसे बडी कमी थी l
 जीवन संघषा में योग्यतम की ईतरजीनवता नसद्धांत चावसा डानवा न एवं ऄविे ड रसेल
वैलेस से संबनं धत है l
 िोमोसोम कम्प्लेक्स में पाए जाने वाले ऄनवु ांनशक पदाथा को जीनोम कहते है l
 ऐनननलडा तथा अथोपोडा संघ का संयोजक जंतु पररपेटस है l
 जैव नवकास के िम में सरीसपृ से ईडने वाले प्रथम पक्षी अनकायोप्टररक्स का नवकास
जरु नै सक काल में हुऄ था l
 मेंडल ने ऄनवु ंनशकी संबधं ी ऄपने प्रयोग मटर के पौधे (गाडा न पी) पर नकये l
 ग्रेगर जॉन मेंडल को ‘ऄनवु ांनशकी का जनक‘ कहा जाता है l
 पटाउ नसन्ड्रोम िोमोसोम संख्या – 13 की राआसोनम (Trisomy ) के कारण होता है l
 वणाा धता को लाल – हरा ऄंधापन भी खा जाता है l नहमोनफलया को रक्त स्रवण रोग
भी कहा जाता है।
 वनस्पनत घी के ननमाा ण में कौन सी गैस प्रयक्तु होती है – हरइड्रोजन
 1 ऄश्व शनक्त नकतने वॉट के बराबर होता है – 746 वॉट
 पानी के बूदं ो का गोल होने का कारण – पृष्ठ तनरव
 मानव नननमा त प्रथम रेशा कौन सा है – नरयलॉन
 स्पष्ट प्रनतध्वनन सनु ने के नलए स्रोता व परावता क के बीच दूरी – 17 मीटर
 नवटानमन C का अनवष्ट्कार नकया था – होल्कर
 हमारे भोजन के कौन से तत्व ईजाा के मख्ु य स्रोत होते है – खकनज
 प्रथम ईपग्रह सफल रूप से कब छोडा गया – 19 मरचष, 1973
 आनमेंसे नकस नवनकरण के कारण कैं सर पैदा होती है – अल्ट्रर – वरयलेट
 कृनत्रम ईपग्रह ऄपनी भू नस्थरीय कक्षा में पररिमा में समय लेती है – 24 घण्टे
 प्रकाश वषा का सम्बन्ध नकससे है – खगोलीय दूरी
 प्रथम भारतीय ईपग्रह व आसे कब छोडा गया – आयष भट्ट, सन् 1975
 घेघा रोग नकसकी कमी से होता है – आयोकडन
 कौन सी ग्रनन्थ आन्सनु लन को स्रानवतकरती है – अग्नरशय
 हीमोग्लोनबन की कमी से होने वाला रोग है – एनीकमयर
 टेलीफोन का अनवष्ट्कार नकसने नकया था – अलेक्जेडर ग्ररहम बेल
 प्रकाश की गनत नकतनी होती है – 3 × 108 m/s
 पथ्ृ वी सूया का चक्कर लगाती है सबसे पहले बताया – करपर कनकस
 नवटानमन B की कमी से कौन सा रोग होता है – बेरी-बेरी
 नवटानमन C की कमी से कौन सा रोग होता है – स्कवी
 बैरोमीटर के पठन में तेजी से नगरावट सूचक है – तूफरन कर
 गोबर गैस में मख्ु य रूप से पाया जाता है – मीथेन
 साधारण नमक का रासायननक नाम है – सोकडयम क्लोररइड (NaCl)
 खाने के सोडा का रासायननक नाम है – सोकडयम बरइकरबोनेट (NaHCO3)
 रेनडयो एनक्टवता का मात्रक है – क्यूरी
 ओम नकसका मात्रक है – प्रकतरोध
 ऄन्तरीक्ष यान का वह कक्ष नजससे ऄन्तरीक्ष यात्री रहते है, कहलाता है – कै प्सूल
 धावन सोडा का रासायननक नाम – सोकडयम करबोनेट
 कॉनस्टक सोडा का रासायननक नाम – सोकडयम हरइड्ररक्सरइड
 pH का ननधाा रण नकसने नकया जाता है – सरेसन ने
 मनष्ट्ु य के शरीर की सबेस बडी मांसपेनश कौन है – ग्लूकटयम मैकक्समस
 फोटोग्राफी प्लेट पर नकसकी कोनटंग की जाती है – कसल्वर ब्रोमरइड
 पथ्ृ वी की अयु का ननधाा रण नकस नवनध सेनकया जाता है – यूरके नयम डेकटांग कवकध
 स्वतन्त्रता पूवाक नगरती हुइ वस्तु की कुल ईजाा – कनयत रहती है
 जीव द्रव्य के पथृ क्करण एवं संयोजन से सम्बनन्धत वनस्पनत नवज्ञान की शाखा
कहलाती है – कटशु कल्चर
 परमाणु घडी ननम्न प्रभाव के ऄन्तगा त काया करती है – वीपो इलेकक्ट्रक प्रभरव
 दो वेक्टर नजनका मान ऄलग है – उनकर पररणरमी शून्य नहीं हो सकतर
 पत्थरो से भरी नाव नदी में तैर रही है यनद सारे पत्थर नदी में फे के नदया जाय तो पानी
का तल – वही रहेगर ।
 ध्वनन तरंगे नहीं चल सकती – कनवरषत में
 रांसफामा र का प्रयोग नकया जाता है – प्रत्यरवती वोल्टेज को उच्च-कनपन करने के
कलए
 बााँध के नीचे की दीवारें मोटी बनायी जाती है क्योंनक – गहररई बढने से द्रव कर दरब
बढतर है
 द्रव का वह गणु नजसके कारण वह ऄपनी परतों में होने वाली गनत का नवरोध करती है,
कहलाता है – श्यरनतर
 कौन से पौधे में नाआरोजन स्थायीकरण की क्षमता होती है – चनर एवां अन्य दलहन
 नवद्यतु पररपथ में फ्यूज का क्या काया होता है – कवद्युत पररपथ की रक्षर करनर
 पराश्रव्य तरंगे मनष्ट्ु य के िारा – नही सनु ी जर सकती
 दूध खट्टा नकसके कारण होता है – लैकक्टक अपल
 ट्यूब के ईपर नवज्ञापन नचन्हों के रूप में होता है – नीऑन गैस
 पेरोनलयम एक जनटल द्रव का नमश्रण है – हरइड्रोकरबषनो कर
 कम्प्यूटर के आलेक्राननक नचप बनाने में प्रयोग होता है – कसकलकरन
 सबसे ऄनधक ऄपवता नांक होता है – हीरर
 हीरा चमकता है – पूणष आन्तररक पररवतषन के कररण
 सबसे कठोर धातु – प्लेकटनम (सफे द स्वणष)
 नदया सलाइ में क्या लेनपत होता है – रेड फरस्फोरस
 वायमु ण्डल में ना पाइ जाने वाली ऄनिय गैस – रेडरन (सबसे भररी तत्व गैसीय में)
 दलहनी पौधो की जडो में जीवाणु पाये जाते है – ररइजोकबयम नरमक
 फोटोग्राफी में प्रयोग होता है – कसल्वर ब्रोमरइड
 गब्ु बारो में भरने में प्रयक्त
ु गैस है – हीकलयम
 नान-नस्टक बता न का ईपरी परत बना होता है – टेफ्लरन कर
 जल की ऄस्थायी कठोरता – कै कल्शयम एवां मैग्नेकशयम के बरइकरबोनेट लवण के
घल ु े रहने के कररण
 जल की स्थायी कठोरता – कै कल्शयम तथर मैग्नेकशयम के सल्फे ट तथर क्लोररइड
के कररण
 पानी की स्थायी व ऄस्थायी कठोरता दूर करने के नलए – सोकडयम करबोनेट
 सोने व चााँदी के शनु द्धकरण में प्रयोग होता है – नरइकट्रक आक्सरइड (HNO3)
 नवद्यतु का सबसे ऄच्छा सचु ालक – चरँदी
 के न्द्रक की खोज – ररबटष ब्ररउन
 शरीर का ईजाा गहृ – मरइटोकोंकड्रयर
 सम्पूणा शरीर का रक्त पररसंचरण करता है – ह्रदय
 मनष्ट्ु य के शरीर में रक्त होता है – 5-6 लीटर
 लाल रक्त कनणका (RBC) का जीवन काल – 120 कदन
 लाल रक्त कण का मख्ु य काया – आक्सीजन तथर CO2 कर सांवहन
 RBC व WBC का ननमाा ण होता है – अकस्थमज्जर में
 WBC का जीवन काल – 2-4 कदन
 जीव नवज्ञान एवं जन्तु नवज्ञान के नपता – अरस्तू
 नचनकत्सा नवज्ञान के नपता – कहप्पोक्े टस
 कोनशका की खोज की थी – ररबटष हुक (1665 )
 सबसे छोटी कोनशका – मरइक्ोप्लरजमर गैकलसेकप्टकमर
 सबसे बडी कोनशका – शुतुरमगु े के अांडे
 पनत्तयो का रंग पीला होने का कारण – कै रोकटन
 अत्महत्या की थैली – लरइसोसोम
 प्रोटीन की फै क्री – ररइबोसोम

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