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माननीय प्रधान न्यायाधीश, कु टुंब न्यायालय, पश्चिमी सिंहभूम चाईबासा।

ओरिजिनल मेट्रोमोनियल सूट : 25/2020.

मिलन राव …… वादी।


बनाम
रवि राव …… प्रतिवादी।

वादी मिलन राव का शपथपत्र पर मुख्य


परिक्षण ।

मैं मिलन राव , उम्र 34 साल, पति : श्री रवि कु मार राव ,पिता : श्री राम मूरत प्रसाद , धर्म: हिन्दू ,
व्यवसाय : गृहिणी, निवासी : ग्राम : 378, राजंका , झिकपानी , पश्चिम सिंघभूम ,राज्य :झारखंड –
833215 ,शपथ पूर्वक यह कहती हूँ की इस मुकदमा में जो भी गवाही दूंगी सत्य दूंगी ,कोई बात नहीं
छु पाउंगी, मेरे साक्ष्य का कोई अंश झूठा नहीं है, ईश्वर मेरी मदद करें।
1. कि मैं इस मुकदमा में वादी हूँ ।
2. कि यह मुकदमा में प्रतिवादी रवि राव है जो मेरे पति हैं ।
3. मै और मेरे पति दोनों हिन्दू धर्म मानते है और शादी भी हिन्दू रीती रिवाज़ से हुई थी ।
4. कि मेरी शादी 18.04.2006 को हुई थी ।
5. कि इस शादी के उपरांत हमे कोई संतान प्राप्ति नहीं हुई ।
6. कि शादी के वक़्त यह कहा गया था कि प्रतिवादी चिकित्सा प्रतिनिधि का कार्य करता है । जो की
झूठ था । इस बात का खुलासा तब हुआ जब शादी के कु छ दिनो के बाद मैंने अपने मएका जाने का
इच्छा ज़हीर की और अपने पति से रुपये 5000/- मांगा तो प्रतिवादी ने साफ अलफाज मे यह कह
डाला की मेरे पास कोई नौकरी नहीं है और मै पैसे देने की स्थिति में नहीं हूँ।
7. कि प्रतिवादी ने पाच लाख रूपयी का माग करने लगा जिसका मैंने विरोध किया था और रूपय पाच
लाख देने से इंकार किया।
8. यह कि प्रतिवादी शराब के नशे में अक्सर मुझे बांझ कहकर सम्बोधन करता था और मुझे मारता –
पीटता था ।
9. यह कि कोई रास्ता न देखते हुए माह मार्च 2017 को मै अपनी मएका, झिकपानी आ गयी तभी से
अपने मएका में ही रह रही हूँ ।
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10. यह की दिनाक: 08.03.2017 को प्रतिवादी झिकपानी आ गया और यह कहने लगा की अब
वह हमेशा के लिए झिकपानी में ही रहना चाहता है। और दिनाक: 22.03.2017 को प्रतिवादी यह
कहने लगा की अगर तत्काल उसे दो लाख रुपया नहीं मिला तो वो दूसरी शादी रचेएगा क्यूकी उसके
कहे अनुसार मै बाँझ हूँ ।
11. यह कि मांग पूरा न होने के कारण दिनाक: 22.03.2017 को प्रतिवादी मेरे मएका से निकल गए
और तभी से प्रतिवादी ने मुझसे कोई संपर्क नहीं साधा और ही कोई अपने कर्तव्य का निर्वहन किया है

12. यह कि दिनाक: 22.03.2017 से प्रतिवादी शारीरिक रूप से और मानसिक रूप से मुझे
(याचिकाकर्ता) को छोड़ दिया, जबकि इसमें मेरी गलती नहीं थी।
13. यह कि मेरे पति (प्रतिवादी) द्वारा मुझे दी गई प्रताड़ना और उनके प्रताड़ित करने वाले व्‍यवहार
और इलज़ामो के कारण मै उनसे अपना विवाह सम्बन्ध विच्छेद करना चाहती हूँ और इसी कारण से
यह वाद दायर किया है ।
14. मेरा दावा सही है ।

सत्यापन

उपरोक्त कथन मेरी जानकारी और विश्वास के आधार पर


सत्य है । इस सत्यापन पर आज दिनाक 06.06.2022 को चाईबासा
न्यायालय परिसर में हस्ताक्षर किया ।

शपथकर्ता का हस्ताक्षर

अधिवक्ता ।

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