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ईकरारनामा बैय जायदाद सकनी

स्टाम्प – 2000/- रूपये


धपू सिहं – रामल पत्रु ान रघबीर पत्रु जीतन निवासी ग्राम बेरी पाना छाज्याण तहसील
बेरी जिला झज्जर ।
प्रथम पक्ष
श्रीमति सन्तोष पत्नी अजीत पत्रु चन्द्र निवासी छाज्याण पाना बेरी तहसील बेरी जिला
झज्जर ।
द्वितीय पक्ष
यह कि जो कि एक मकान सकनी एम.सी. नम्बर 195 वार्ड नम्बर 10,
प्रोर्पटी आई.डी. नम्बर 6GPSRBA7 क्षेत्रफल 214.54 वर्गगज स्थित पुराना
कस्बा बेरी तहसील बेरी जिला झज्जर मिलकियत व मकबजु ा प्रथम पक्ष का बिला
भार पाक व साफ है । इस मकान पर कोई स्टे या मक ु दमा नहीं है । इसमें किसी और
का कोई भाग नहीं है और प्रथम पक्ष को इसे हर प्रकार से मन्ु तकिल करने का परू ा
अधिकार है । उक्त मकान की सीमायं े निम्नलिखित है :-
पर्वू – गली
पश्चिम – मकान वीर सिहं ईत्यादि
उत्तर – गली
दक्षिण – गली
यह कि अब प्रथम पक्ष ने अपनी उक्त जायदाद क्षेत्रफल 214.54
वर्गगज को मबु .2000000/- रूपये ( बीस लाख रूपये ) बिलमक्त ु ा में मयमलबा
बेचने का सौदा द्वितीय पक्ष से कर लिया है और मबु .1000000/- रूपये ( दस
लाख रूपये ) इस प्रकार मबु .500000/- रूपये ( पांच लाख रूपये ) नकद बतौर
पेशगी व मबु .500000/- रूपये ( पांच लाख रूपये ) बरूये बैंक नम्बर
065852 दिनाक ं 03-02-2023 भारतीय स्टेट बैंक शाखा बेरी बतौर ब्याना
निम्नलिखित गवाहो के सामने ले लिये हैं, शेष विक्रय धन मबु .1000000/-
रूपये ( दस लाख रूपये ) विक्रय पत्र की रजिस्ट्री के समय द्वितीय पक्ष से वसल ू
करे गा । दोनो पक्षो के मध्य निम्नलिखित शर्ते निश्चित हुई हैं :-
1.यह कि दोनो पक्ष दिनाक ं 15-04-2023 तक व्रिकय पत्र की रजिस्ट्री करवाने
को बाध्य होगें ।
2.यह कि अन्दर निश्चित म्याद दिनांक 15-04-2023 तक प्रथम पक्ष उक्त मकान
की विक्रय पत्र की रजिस्ट्री नहीं करवायेगें तो द्वितीय पक्ष बजरीये अदालत विक्रय पत्र
की रजिस्ट्री करवा लेगी और इस अवस्था में द्वितीय पक्ष के तमाम हर्जे व खर्चे के
प्रथम पक्ष जिम्मेवार होगी ।
3.यह कि अन्दर निश्चित म्याद दिनांक 15-04-2023 तक द्वितीय पक्ष विक्रय
पत्र की रजिस्ट्री नहीं करवायेगी तो प्रथम पक्ष ब्याना वाले मबु .1000000/- रूपये
( दस लाख रूपये ) जब्त कर लेगें और महु ायदा रद्द हो जायेगा ।
4.यह कि उक्त मकान की रजिस्ट्री द्वितीय पक्ष किसी के नाम भी करावे इससे प्रथम
पक्ष के कोई ऊजर व ऐतराज नहीं होगा ।
5.यह कि यदि कोई किसी तरह से उक्त जायदाद की बाबत दावेदार होगा या उक्त
मकान का कोई भाग द्वितीय पक्ष के कब्जे से निकल जायेगा तो इस अवस्था में
द्वितीय पक्ष के तमाम हर्जे व खर्चे का प्रथम पक्ष जिम्मेदार होगा ।
6.यह कि नक्ु श मिलकियत की बाबत भी प्रथम पक्ष जिम्मेवार होगा ।
7.यह कि दोनो पक्षो का वारसान व कायमकामान भी इस ईकारारनामा बैय की शर्तो
के पाबन्द रहेगें ।
अतः यह ईकरार नामा बैय दोनो पक्षो ने अपनी अपनी स्वस्थ चित्त
व स्थिर बद्धि
ु की अवस्था में बिना किसी दबाव व आग्रह के अपनी अपनी प्रसन्नता
से लिख दिया कि प्रमाण रहे दिनाक ं 03-02-2023 तदानसु ार 13 माघ 1944
शाका वार शक्र ु वार बेरी ।

धपू सिहं रामल श्रीमति सन्तोष


प्रथम पक्ष प्रथम पक्ष द्वितीय पक्ष

साक्षी-1 साक्षी-2
धर्मराज पत्रु रघबीर सिंह जीत सिंह पत्रु महताब सिंह
निवासी बेरी छाज्यान पाना निवासी बेरी छाज्यान पाना

हमने मबु .500000/- रूपये ( पांच लाख रूपये )


नकद व मबु .500000/- रूपये ( पांच लाख रूपये
) बरूयै चैक बतौर ब्याना वसलू पाये
धपू सिहं निष्पादक । रामल निष्पादक ।

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