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किरायनामा

यह पट् टा दिनांक 17 मई 2022 को श्रीमती गायत्री सक्से ना पत्नी


धर्मेंद्र सक्से ना आयु 45 वर्ष निवासिनी 60, मु हल्ला बापू साहब जालौन
ज़िला जालौन (उ.प्र.)-285123 (जिसे आगे भू मकान मालिक कहा
गया है ) एवं जो इस विले ख का प्रथम पक्षकार है तथा श्री मनोज कुमार
बाथम आत्मज मिस्टरबाबू बाथम आयु लगभग 42 वर्ष निवासी गल्ला मं डी
के पीछे जालौन, नया खं डेराव जालौन, जालौन ख़ास जालौन 285123
(जिसे आगे किराये दार कहा गया है ) एवं जो इस विले ख का द्वितीय
पक्षकार है के बीच जालौन में निष्पादित किया गया।
1
चूकी उक्त मकान मालिक का जालौन नगर के मु हल्ला बापू साहब में
अवस्थित एक भू भाग है जिसमें दुकान न.2 (जिसका विवरण नीचे अनु सच
ू ी में
दिया गया है ) और उक्त किराये दार 11 माह (ग्यारह माह) के लिए रु 7,000
प्रतिमाह में किराये पर ले ने का इच्छुक है , एवं जिसे दे ने के लिए भू मकान
मालिक सहमत है |

अनुसच
ू ी
संपत्ति का विस्तृ त विवरण

 यह कि उक्त दुकान 11 माह (ग्यारह माह) के लिए किराये दार के


आधिपत्य में रहे गा वह उसकी किराये की शर्तों के अनु सार उपयोग एवं
उपभोग कर सकेगा।
 यह कि किराये दार दिनांक 17/05/2022 से आरम्भ होकर दिनांक
16/04/2023 को समाप्त होगी
 यह कि किराये दार द्वारा तीन माह तक किराया ना दे ने पर आठ हज़ार
रुपय प्रति माह की दर से प्रथम पक्ष को दे य होगा।

 यह कि उक्त किराये दार को उक्त दुकान का किराया हर माह की पहली


तारीख़ को अदा कर भू मकान मालिक से रसीद प्राप्त करनी होगी।

 यह कि उक्त दुकान का 1 माह (एक माह) का किराया अग्रिम दे य


होगा, जो किराये दार को समाप्ति पर लौटा दिया जाएगा।

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 यह कि किराये दार को अधिकार होगा कि उक्त दुकान में बिजली
कने क्शन, जल सं योजन अपने व्यय से स्वतः कराएगा तथा भविष्य में
आने वाल प्रत्ये क व्यय और करों का भु गतान स्वयं करे गा।

 यह कि उक्त दुकान पर प्रथम पक्ष का सदै व स्वामित्व रहे गा।

 यह कि दुकान का नगरपालिका को दे य शु ल्क भू मकान मालिक अदा


करे गा।

 यह कि किराये दार दुकान स्वच्छ एवं ठीक हालत में रखे गा। उसे किसी
भी प्रकार से क्षतिग्रस्त नहीं करे गा। क्षतिग्रस्त होने की हालत में
किराये दार क्षतिपूर्ति अदा करने की बाध्य होगा।

 यह कि भू मकान मालिक की बिना स्वीकृति के किराये दार उसमें किसी


भी प्रकार की मरम्मत या निर्माण कार्य नहीं करवाएगा एवं भू मालिक
की पूर्व स्वीकृति से किराये दार एक माह के किराये की रकम तक को
उसकी मरम्मत आदि में व्यय कर सकेगा।

 यह कि उक्त किरायदारी में दो लाख रुपये सु रक्षा राशि/ पगड़ी


किराये दार द्वारा landlord को दे य होगा। जो कि किराएदारी समाप्ति
पर returnable/ वापसी योग्य होगा इसपर कोई व्याज आदि प्रथम
पक्ष द्वारा द्वितीय पक्ष को नहीं दिया जाएगा |

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 यह कि किराये दार उसमें किसी भी प्रकार का अनै तिक कार्य का व्यापार
नहीं करे गा।

 यह कि भू मकान मालिक को किसी भी दिन, दिन के समय शां तिपूर्वक


दुकान की दे ख-रे ख करने के लिए उसमें प्रवे श करने का अधिकार
होगा।

 यह कि किराये दार भू मकान मालिक की बिना स्वीकृति के किसी को भी


उसे उप-पट् टे पर नहीं दे गा। यदि द्वितीय पक्ष ऐसा करे गा अथवा
शर्तों का उल्लं घन करे गा तो प्रथम पक्ष को अधिकार होगा कि वह
द्वितीयपक्ष से उक्त दुकान ख़ाली करवाले उस दशा में द्वितीय पक्ष
को कोई आपत्ति नहीं होगी और न ही किसी हर्जे खर्चे की माँ ग का
अधिकारी होगा।
 यह कि भविष्य में स्टाम्प आदि की कोई कमी पायी जाती है तो उसके
लिए द्वितीय पक्ष उत्तरदायी होगा।

 यह कि किराये दार विले ख में उल्ले खित सारी शर्तों का पालन करने को
बाध्य होगा एवं उसमें से किसी का भी उल्लं घन किए जाने पर भू
मालिक को उसे बे दख़ल करने एवं किराएदारों समाप्त करने का
अधिकार होगा।

अनुसच
ू ी

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चौहद्दी दुकान न.2 पूर्व दिशा-सड़क , पश्चिम दिशा- सड़क , उत्तर दिशा -
दुकान न.3, दक्षिण दिशा- दुकान न.1

उपर्युक्त के साक्ष्य स्वरूप हम दोनो पक्षकारों ने निम्नलिखित दो साक्षियो के


समक्ष उपर्युक्त स्थान एवं दिनांक 17/05/2022 पर अपने हस्ताक्षर कर दिए
है ।

साक्षीगण हस्ताक्षर
1.
भू मालिक

2. हस्ताक्षर

किराये दार

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