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यह कि पटटादाता का एक भूखंड जो कि ग्राम झिन्‍ना , तहसील - रामनगर, जिला - सतना में स्थित है। जिसका खसरा क्र.

खाते
भू-मापन संबंधित विवरण आदि निम्‍नलिखित है:-

मापन क्र कु ल रकवा अनुबंध रकवा भू स्‍वामी


990/3 0.2180 0.545 प्रो. गोपालदास पिता श्री डी.आर.
पाण्‍डेय

0.2180 हैक्‍ट 0.545 एकड़


1. उक्‍त भूमि का कु ल क्षेत्रफल 0.2180 हैक्‍ट है जिसका पटटादाता निर्विवाद स्‍वामी और अधिपत्‍यधरी है उक्‍त भूमि में से दोनों
पक्षों 0.545 ए 0 भू खंड का अनुबंध किया है। तथा उक्‍त भूखंड का विस्‍तृत विवरण इस विलेख के साथ सलंग्र अनुसूची मे
वर्णित किया गया है

2. यह कि द्वितीय पक्ष अर्थात पटटाग्रहीता अधोसंरचना के विकास कार्य जैसे पुल सडक निर्माण , बॉध खनिज उत्‍खनन आदि के
निर्माण कार्य करने वाली एक संस्‍था है जिसे शासन द्वारा रीवा बाणसागर जल निगम प्रोजेक्‍ट का ठेका प्रदान किया है इस सम्‍बन्‍ध
में पटटाग्रहीता उक्‍त भूमि पर अपने कैं प जिसमे समतलीकरण स्‍थाई अस्‍थाई कार्यालय प्रयोशाला मंडल यांत्रिक कार्यशाला ,
बांस, बल्‍ली, स्‍टील,पटटाग्रहीता के बाहो में मशीनरी वाहन तथा सोलर प्‍लांट लगाने के लिए उपयोग करेगी कर्मचारियों के
भोजनालय आदि तथा जलापूति व्‍यवस्‍था हेतु नलकू प एवं भंडारण हेतु टेंक एवं सडक निर्माण उपकरणों के रख -रखाव की व्‍यवस्‍
था हेतु उपयोग – पट्टादाता इस पर सहमत है कि इन कार्यो के अतिरिक्‍त भी पट्टाग्रहीता परियोजना से जुडी अन्‍य कार्यो के लिए
उक्‍त भूमि का प्रयोग भूखण्‍ड पट्टादातागहीता को उपरोक्‍त आवश्‍यकता के अनुसार पट्टे पर देने को इच्‍छु क है और पट्टादाताग्रहीता
उक्‍त भूखण्‍ड को पट्टे पर लेने हेतु सहमत हे अतएव यह पट्टा विलेख निम्‍नलिखित शर्तो पर आपसी सहमति पर साक्ष्‍यांकित करते
है :-

3. यह कि पट्टादाता उक्‍त भूखण्‍ड पट्टादाताग्रहीता को 04 वर्षो के लिए अनुबंध किया जा रहा है जिसका समय अवधि आज दिनांक
05-02-2023 से 04-02-2027 तक (04 वर्ष) है, कम्‍पनी द्वारा 20,000/- बीस हजार रूपये प्रति एकड
प्रति वर्ष निर्धारित किया गया है, जो 04 वर्ष के लिए मान्‍य होगा, उल्‍लेखित रकवा 0.545 एकड अर्थात किराया 0.545×
20000= 10900/- (दस हजार नौ सौ मात्र )प्रति वर्ष अनुबंध दिनांक से एक महीने की अवधि में भुगतान किया जावेगा।

यह किराया प्रत्‍येक वर्ष के द्वसरे महीने अर्थात...........को दिनांक 10 तक पट्टादाता को पट्टाधारी के द्वारा भुगतान किया
जावेगा।

4. यह कि उक्‍त भूखण्‍ड का कृ षि उपयोग से अस्‍थाई व्‍यपवर्तन (डायवर्सन) करने का उत्‍तरदायित्‍व पट्टाधारी पक्ष को होगा,
इसके अतिरिक्‍त पट्टा अवधि (नवीनीकरण सम्मिलित) समाप्‍त होने तथा भूमि पट्टादाता को वापस आन्‍तरित करने के
उपरान्‍त व्‍यपवर्तन (डायवर्सन) करवाने अथवा न करने के सम्‍बन्‍ध में उत्‍पन्‍न होने वाले सभी उत्‍तरदायित्‍व प्रथम पक्ष में
होगें।
5. यह कि पट्टे पर दी गई उक्‍त भूखंड 0.545 ए 0 को सीमांकन सरकारी सर्वेक्षक द्वारा दोनो पक्ष की उपस्थिति में किया
जावेगा तथा देय किराया राशि उक्‍त सीमांकन के अनुसार ही निर्धारित रहेगी अत: सीमांकन में पाई गई किसी विसंगति के
अनुरूप किराया राशिसमायोजित होकर देय होगी।
6. यह कि बिन्‍दु क्र 0 3 के संदर्भ मे यदि आवश्‍यकता पडने पर द्वितीय पक्ष (पट्टादाता) उक्‍त भूखंड 0.545 ए 0 जिस
पर प्रथम पक्ष का सहयोग सहमति रहेगी।
7. यह कि पट्टादाता ने पट्टाग्रहीता से उक्‍त भूखंड के किराए के रूप में दिनांक 05/02/2023 को रूपये 00 अग्रिम के
रूप में प्राप्‍त कर लिए है, जिसकी अभि‍स्‍वीकृ त पट्टादाता इस पट्टा विलेख के माध्‍यम से करता है।
8. यह कि पट्टादाता द्वारा उक्‍त भूखंड का आधिपत्‍य पट्टाग्रहीता को प्रदान कर दिया गया है जिसमें पट्टाग्रहीता उक्‍त निर्माण
कार्य के आवश्‍यकता अनुसार कार्य कर सकें गे जिसमें पट्टादाता को कोई आपत्ति नही है, इस संबंध में प्रस्‍तावित उपयोग के
उद्देश्‍य के लिए प्‍लांट एवं मशीनरी स्‍थापित करने हेतु समस्‍त शासकीय/अर्द्धशासकीय अनुमतिया संबंधित विभागों से लेने
कि सम्‍पूर्ण जिम्‍मेदारी 2 पक्ष की होगी, इसके अतिरिक्‍त उक्‍त भूमि के उपयोग हेतु द्वितीय पक्ष द्वारा बिजली का कनेक्‍शन
लिया जावेगा तथा उपरोक्‍त औपचारिक्‍ताओं के लिए समस्‍त प्रकार के विधिक पत्र तथा आवेदनों पर हस्‍ताक्षर करने एवं
अनुमति दाता सक्षम प्राधिकारियां के सक्षम उपस्थित रहने हेतु प्रज्ञिम पक्ष की सम्‍पूर्ण सहमति है।
9. यह कि पट्टादाता पट्टे की अवधि तक उक्‍त भूखंड को दान अंतरण बंधक या किसी अन्‍य पक्ष को पट्टे पर नही देगा , इस
संदर्भ पट्टादाता बिना शर्त उद्वोषित करता है कि उक्‍त भूमि पर मौजूद सभी प्रकार के ऋण भार बंधनों आदि से मुक्‍त
करवाने के लिए पूर्ण रूप से उत्‍तरदायी रहेगा।
10. पट्टादाता पट्टाग्रहीता द्वारा उक्‍त भूमि के उपयोग से पूर्ण रूप से अवगत है तथा इस बात से भिन्‍न है कि उपरोक्‍त किसी भी
कृ त्‍य अर्थात पट्टे अनुबंध के कार्यकाल में पट्टें अनबुंध के उल्‍लेखन कि स्थिति में हाने वाली क्षतिपूर्ति की समस्‍या
जवाबदारी पट्टादाता की होगी अत: इस स्थिति में पट्टादाता समस्‍त हानि के लिए क्षतिपूर्ति देने के लिए संयुक्‍त तथा पृथक
रूप से पूर्णत: उत्‍तरदायी होने की सहमति देता है व सुनिश्चित करने आश्‍वासन देता है कि पट्टाग्रहीता को उक्‍त भू-खण्‍ड
से विस्‍थापित न होना पडे़।
11. यह पट्टादाता और पट्टाग्रहीता के मध्‍य किसी भी प्रकार का कोई विवाद होता है सर्वप्रथम आपसी सुलह से उक्‍त विवाद को
सुलझाने का प्रयास दोनों पक्ष के वरिष्‍ठ जन करेगें यदि उसके पश्‍चात् भी यदि विवाद का समाधान नही होता है तो मामला
मध्‍यस्‍थ को सुपुर्द किया जावेगा जो कि दीवानी अदालत जिला न्‍यायालय सतना को उक्‍त मामले के निराकरण करने का
एक मात्र क्षेत्राधिकार होगा।
12. यह कि पट्टाग्रहीता उक्‍त पट्टा अवधि(जिसमें नवीनीकरण शामिल) की समाप्ति के पश्‍चात् उक्‍त भू-खण्‍ड पट्टादाता को कृ षि
योग्‍य सफाई करने देगा, उभय पक्ष इस बात से भी सहमत है कि किसी भी स्थिति में पट्टाग्रहीता अगर इस आशय से
असमर्थ होता है कि वह उक्‍त भूमि को साफ कर के पट्टादाता को सुपुर्द नही कर सकता है, तो ऐसी स्थिति में पट्टाग्रहीता
पट्टादाता को अपनी भूमि साफ सफाई हेतु एक मुश्‍त हर्जाना राशि 00 रूपये का भुगतान करेगा जिसे प्राप्‍त करने के पश्‍
चात् पट्टादाता को पट्टाग्रहीता के विरूद्ध कोई दावा बकाया अथवा, विवाद नहीं करेगा तथा इस भुगतान को पट्टा अभिलेख
का अवसान माना जावेगा।
13. यह कि उभय पक्ष पूर्ण रूप से सहमत होते है कि इस अनुबंध से उत्‍पन्‍न समस्‍त विषयों के सूचना पत्र पत्राचार नोटिस
आदि के वल पक्षों के उपरोक्‍त वर्णित पते पर प्रेषित किए जाने पर ही मान्‍य माने जायेगें। यदि कम्‍पनी को समय अवधि
बढाने की आवश्‍यकता पडती है तों 10 प्रतिशत बढोत्‍तरी में अनुबंध मान्‍य होगा।
14. यह कि उपरोक्‍त साक्ष्‍य स्‍वरूप हम दोनों पक्षकारो ने निम्‍नलिखित दो साथियों के समक्षउक्‍त सीन एवं दिनांक को बिना
किसी भय या दवाब के और स्‍वतंत्र सहमति से यह पट्टा अभिलेख हस्‍ताक्ष‍रित कर निष्‍पादित करते हैं।

द्वितीय पक्ष प्रथम पक्ष


गवाह

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