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Agriment Formate
Agriment Formate
जॉइंट वेंचर
विकास अनब
ु ंध की जाने वाली संपत्ति
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1. यह है कि उपरोक्त संपर्ण
ू कार्य में जो भी पज
ंू ी की आवश्यकता होगी और खर्च होगा
इसकी व्यवस्था दति
ु या पक्षकार करें गे
2. यह कि उक्त भूमि पर सुचारू रूप से कार्य करने बाबत एवं अन्य कार्य के लिए
भमि
ू स्वामी द्वारा द्वितीय पक्षकार केपक्ष में एक रजिस्टर्डजर्नल पावर ऑफ अथॉरिटी
निष्पादित करकेदी जावेगी ताकि द्वितीय पक्षकार सभीवांछित स्थानों एवं शासकीय
कार्यालय आदिमें उपस्थित होकर वांछितकार्य को विधि एवं स्वतंत्रता पूर्वक संपूर्ण कर
सके अथवा भमि
ू स्वामी हस्ताक्षर करने हे तव
ु चनबद्ध होंगे यहपावरऑफ अथॉरिटी मात्र
शासकीय अशासकीय कार्यालयों में कार्यवाही करने के लिए दी जाएगी औरकिसी अवस्था
में उक्तपावर ऑफ अथॉरिटी का उपयोग विक्रय अंतरण पंजीयन करने आदि के लिए नहीं
किया जावेगा।
8. यह कि जब भी प्रथम पक्षकार एवं द्वितीय पक्षकार अपने इच्छुक क्रेता लेने वाले
व्यक्तियों को पंजीयन कराना चाहें गे तो उसमें प्रथम पक्ष कार बतौर भूमि स्वामी एवं
द्वितीय पक्ष कार बतौर डेवलपर के रूप में हस्ताक्षर करें गे यह प्रक्रिया आगे भी जारी
रहे गी जिसके लिए दोनों पक्ष कार वचनबद्ध है
9. नव निर्मित भूखण्डो पर यही दतिया पक्षकार द्वारा माकन निर्माण का कार्य किया जाता
ही तो इसमें परू ा ब्यय दति
ु य पक्षकार का रहे गा एबीएम इससे होने वाला लाभ भी दतिया
पक्षकार का रहे गा इसमें प्रथम पक्षकार का कोई अंश नहीं रहे गा
10.यह कि विकास कार्य के पूर्व में इस भूमि पर किसी प्रकार की कोई शासकीय शासकीय
बकाया एवं अन्य कोई दे नदारियों हुई तो तथाद्वितीय पक्षकार के द्वारा जो शासकीय के
अनुमति प्राप्त की जाएंगी उन अनुमतियों के संबंध में कोई भी शासकीयअड़चन एवं
व्यवधान को खत्म कराने की जिम्मेदारी दोनोंपक्षकारोंकीरहे गी
15.है कि संयक्
ु त यह अनब
ु ंध पत्र दोनों पक्षकारों की सहमति के बगैर निरस्त नहीं किया जा
सकेगा
16.यहकि प्रथमपक्षकार दति
ु यापक्षकार केपक्षमें इसभूमि केसम्बन्धमें जोयहसंयुक्तविकास
अनब
ु ध
ं निष्पादितकियाजारहाहैइसेउपपंजीयककार्यालयगंजबासोदामें पंजीबद्धकरायाजारहाहैऔरइ
समें जोभीमुद्रांक शुल्क दे यहोगा वहद्व्तीयपक्षकार द्वारा व्ययकिया जायेगा
17.यह है कि यदि सब कुछ नियम अनुसार एवं शर्तों के मुताबिक कार्य द्वितीय पक्ष कार
के द्वारा किया जाता है तो किसी भी स्थिति में प्रथम पक्ष कार प्रथम पक्षकार को ना
रोक सकेंगे और ना ही कोई रुकावट डालने की कोशिश करें गे यदि उनके द्वारा ऐसा
किया जाता है तो वह नियम के विरुद्ध एवं शर्तों के उल्लंघन के अंतर्गत माना जाएगा
और ऐसी स्थिति में कोई भी हानि द्वितीय पक्षकार को होती है तो उसकी भरपाई के
लिए पर्ण
ू रूप से प्रथम पक्षकार जिम्मेदार रहें गे
18.यह कि उपरोक्त अनब
ु ध
ं के संबध
ं में विवाद होने की स्थिति में दोनों पक्ष कार आपसी
सहमति से एक और ऑडिटर नियुक्त करें गे जिसका निर्णय दोनों पक्षों को मान होगा
यदि दोनों पक्ष एक और भी ऑडिटर पर सहमत नहीं होते तो दोनों पक्ष एक एक और
ऑडिटरनियक्
ु त करें गे और दोनों ऑडिटर एक एंपायर नियक्
ु त करें गे एवं एंपायर का
निर्णय दोनों पक्षों को मान्य होगा समस्त विवादों का न्याय क्षेत्र गंजबासौदा रहे गा