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विकास अनुबंध

जॉइंट वेंचर

प्रथम पक्ष कार .......................

द्वितीय पक्ष कार......................................

विकास अनब
ु ंध की जाने वाली संपत्ति

…………………………………………………

यह की प्रथम पक्ष कार के द्वारा उपरोक्त वर्णित संपत्ति आज दिनांक के पर्व


ू किसी अन्य
व्यक्ति के पक्ष में विक्रय हस्तांतरित वसीयत नहीं की गई है इस अनब
ु ंध भमि
ू पर कोई
न्यायालय वाद लंबित नहीं है कहने का तात्पर्य है कि उपरोक्त वर्णित संपत्ति सभी प्रकार के
भार मुक्त होकर साफ स्वच्छ है जिसमें समस्त सुखाधिकार एवं अधिकार प्रथम पक्ष कार में
निहित है

यह की द्वितीय पक्षकार एक डेवलपरहै जिनकेद्वारा भख


ू ंडविकासकार्यएबं बिल्डिंग निर्माण कार्य
किया जाताहै दति
ु यापक्षकारद्वारा विकास योजना का प्रस्ताव प्रथम पक्षकार के लिए रखा गया
है जिसमें प्रथम पक्षकार ने भी मान्य किया है भूमि पर विकास एवं परिचालन अनुबंध के तहत
कार्य की कार्य करने के संबध
ं में दोनों पक्षकारों में निम्नलिखितशर्तोंपर आपस में तय पाई की
गई है

1. यह है कि उपरोक्त संपर्ण
ू कार्य में जो भी पज
ंू ी की आवश्यकता होगी और खर्च होगा
इसकी व्यवस्था दति
ु या पक्षकार करें गे
2. यह कि उक्त भूमि पर सुचारू रूप से कार्य करने बाबत एवं अन्य कार्य के लिए
भमि
ू स्वामी द्वारा द्वितीय पक्षकार केपक्ष में एक रजिस्टर्डजर्नल पावर ऑफ अथॉरिटी
निष्पादित करकेदी जावेगी ताकि द्वितीय पक्षकार सभीवांछित स्थानों एवं शासकीय
कार्यालय आदिमें उपस्थित होकर वांछितकार्य को विधि एवं स्वतंत्रता पूर्वक संपूर्ण कर
सके अथवा भमि
ू स्वामी हस्ताक्षर करने हे तव
ु चनबद्ध होंगे यहपावरऑफ अथॉरिटी मात्र
शासकीय अशासकीय कार्यालयों में कार्यवाही करने के लिए दी जाएगी औरकिसी अवस्था
में उक्तपावर ऑफ अथॉरिटी का उपयोग विक्रय अंतरण पंजीयन करने आदि के लिए नहीं
किया जावेगा।

3. यह है कि दोनों पक्ष कारों के मध्य भमि


ू पर निर्मित होने बाले भख
ू ड
ं ों पर प्रथम पक्षकार
का हिस्सा 50%प्रतिशत एबं द्वतीयपक्षकार का50%प्रतिशत रहे गा

4. यह की प्रोजेक्ट का नाम दोनों की सहमति ..............रखा जाएगा

5. यह की भूमि पर विकास की अवधि 4 साल रहे गी

6. सभी तरह के विकास ,निर्माण,परिचालन कार्यों एबंशासकीय अनम


ु तियोंमें होने वाले खर्चों
में द्वितीय पक्षकार का रहे गा
7. यहकि भूमि पर बनाये जाने वाले प्रोजेक्ट सभीशासकीय अनुमतियाँ टीम मैनेजमें ट का
सम्पर्ण
ू संचालनकार्य एबं. इस संयक्
ु त विकास अनब
ु ंध के तहत विकसित किए जाने वाले
संपूर्ण परिसर का विक्रय करने लिए द्वितीय पक्षकार अधिकृत होगा बिक्री एबं प्रचा र
प्रसार में आने वाला खर्च दोनों पक्षकार अपने अनुपात के अनुसार बहन करें गे

8. यह कि जब भी प्रथम पक्षकार एवं द्वितीय पक्षकार अपने इच्छुक क्रेता लेने वाले
व्यक्तियों को पंजीयन कराना चाहें गे तो उसमें प्रथम पक्ष कार बतौर भूमि स्वामी एवं
द्वितीय पक्ष कार बतौर डेवलपर के रूप में हस्ताक्षर करें गे यह प्रक्रिया आगे भी जारी
रहे गी जिसके लिए दोनों पक्ष कार वचनबद्ध है

9. नव निर्मित भूखण्डो पर यही दतिया पक्षकार द्वारा माकन निर्माण का कार्य किया जाता
ही तो इसमें परू ा ब्यय दति
ु य पक्षकार का रहे गा एबीएम इससे होने वाला लाभ भी दतिया
पक्षकार का रहे गा इसमें प्रथम पक्षकार का कोई अंश नहीं रहे गा

10.यह कि विकास कार्य के पूर्व में इस भूमि पर किसी प्रकार की कोई शासकीय शासकीय
बकाया एवं अन्य कोई दे नदारियों हुई तो तथाद्वितीय पक्षकार के द्वारा जो शासकीय के
अनुमति प्राप्त की जाएंगी उन अनुमतियों के संबंध में कोई भी शासकीयअड़चन एवं
व्यवधान को खत्म कराने की जिम्मेदारी दोनोंपक्षकारोंकीरहे गी

11.शासकीय कर दोनों पक्ष कार अपने अनप


ु ात के हिसाब से स्वयं वहन करें गे
12.यह कि विकास कार्य के दौरान कोई घटना दर्घ
ु टना या किसी व्यक्ति की मत्ृ यु होती है
यानिर्माण कार्यमें कोई त्रटि
ु होतीहै तोउसकी जिम्मेदारी द्वितीय पक्षकार द्वारा
अधिकृतठे केदारकीरहे गी

13.यहकि इस नवनिर्मित होनेवाले परिसरमेंजोभी संपत्तिबिक्रयकिजाएगी जाएगी उसकी


दरदोनोंपक्षकारमिलकर तयकरें गे औरभविष्यमें समयअनस
ु ारदरोंमें परिबर्तनकियाजासकेगा

14.यह कि उपरोक्त अनुबध


ं के संबध
ं में भविष्य में दोनों पक्ष कारों की ओर से कोई भी
ऐतराज या आपत्ति मान्य नहीं होगी और यदि ऐसा करता है तो उसे गलत माना जाय
समझा जावेगा

15.है कि संयक्
ु त यह अनब
ु ंध पत्र दोनों पक्षकारों की सहमति के बगैर निरस्त नहीं किया जा
सकेगा
16.यहकि प्रथमपक्षकार दति
ु यापक्षकार केपक्षमें इसभूमि केसम्बन्धमें जोयहसंयुक्तविकास
अनब
ु ध
ं निष्पादितकियाजारहाहैइसेउपपंजीयककार्यालयगंजबासोदामें पंजीबद्धकरायाजारहाहैऔरइ
समें जोभीमुद्रांक शुल्क दे यहोगा वहद्व्तीयपक्षकार द्वारा व्ययकिया जायेगा

17.यह है कि यदि सब कुछ नियम अनुसार एवं शर्तों के मुताबिक कार्य द्वितीय पक्ष कार
के द्वारा किया जाता है तो किसी भी स्थिति में प्रथम पक्ष कार प्रथम पक्षकार को ना
रोक सकेंगे और ना ही कोई रुकावट डालने की कोशिश करें गे यदि उनके द्वारा ऐसा
किया जाता है तो वह नियम के विरुद्ध एवं शर्तों के उल्लंघन के अंतर्गत माना जाएगा
और ऐसी स्थिति में कोई भी हानि द्वितीय पक्षकार को होती है तो उसकी भरपाई के
लिए पर्ण
ू रूप से प्रथम पक्षकार जिम्मेदार रहें गे
18.यह कि उपरोक्त अनब
ु ध
ं के संबध
ं में विवाद होने की स्थिति में दोनों पक्ष कार आपसी
सहमति से एक और ऑडिटर नियुक्त करें गे जिसका निर्णय दोनों पक्षों को मान होगा
यदि दोनों पक्ष एक और भी ऑडिटर पर सहमत नहीं होते तो दोनों पक्ष एक एक और
ऑडिटरनियक्
ु त करें गे और दोनों ऑडिटर एक एंपायर नियक्
ु त करें गे एवं एंपायर का
निर्णय दोनों पक्षों को मान्य होगा समस्त विवादों का न्याय क्षेत्र गंजबासौदा रहे गा

19.यह कि जो उपरोक्त अनुसार संयुक्त विकास एवं परिचालन अनुबध


ं हुआ है आज दिनांक
को दोनों पक्षकारों के मध्य निष्पादित किया जा रहा है इसकी तमाम शर्तें दोनों पक्षकारों
पर तथा उनके बारिश आने उत्तराधिकारी ओं संतानों दागियों अतिथियों भागीदारी में
आदि पर भी बंधन कारी है तथा लागू रहें गे
अतएव उपरोक्त अनुसार यह संयुक्तविकास अनुबंध आजदिनांक ........... को दोनों
पक्षकारों के मध्य स्वेक्छा से बगैर किसी दबाब के पर्ण
ू होशो हबास में दो गबाहों
केसमक्ष एकदस
ू रे के पक्ष में निष्पादित किया गया है कि प्रमाण रहे और बक्त
जरुरत पर काम आबे

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