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यह कि लेख्यधारी को भी चाहिए कि मुद्दत के अन्दर अवशिष्ट राशि लेख्यकारीगण को चुकाकर वो के वाला वैय को लेख्यकारीगण से निस्पादित करवाकर
निस्पादन समक्ष निबंधन पदाधिकारी पटनासिटी/पटना स्वीकार करवा कर चिरकु ट बदलैन करवा लेंगे। अगर लेख्यधारी ऐसा नहीं करे और टालमटोल करे तो
ब्याना में दिया गया अग्रिम राशि सोख्त हो जायेगा ।
(5) यह कि लेख्यकारीगण एकरार करते है कि समय सीमा के अंदर भूमि को नापी कराकर वो बाउन्ड्री वाल कराकर देंगे जिसका खर्चा क्रे ता वहन करेंगे।
(6)
यह कि नापी के पश्चात भूमि कम जाती है तो उपरोक्त दर से भूमि का मूल्य कम हो जायेगा ।
(7)
यह कि उपरोक्त जायदाद पर नापी के समय किसी प्रकार का विवाद उत्पन्न होता है तो वैसे हालत में लेख्यकारीगण अग्रिम राशि एवं हर्जा खर्चा के साथ
लेख्यधारी को लौटा देंगे उस वक्त यह एग्रीमेन्ट समाप्त हो जायेगा ।
(8)
यह कि लेख्यकारी नं0 2 निबंधन के पूर्व पैन बनवाकर पैन नं० देंगे।
यह कि लेख्यकारीगण ने लेख्यधारी को विश्वास दिलाये है कि खाना नं0 5 में अंकित सम्पति हर
प्रकार के ऋणभार वो स्वत्वदोष से मुक्त है ।
अतः यह वसीका वैयवेयाना लेख्यकारीगण ने लेख्यधारी के पक्ष में लिख दिया कि प्रमाण रहे और समय पर काम आवे ।
दिनांक -
गवाह का हस्ताक्षर-
लेख्यकारीगण का हस्ताक्षर

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