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हधर्दि क श्रद्धांजली

जीिन पररचय

अत्यां त द ुख कध विषय है कक आज श्री मोहनलधल जी कोर्ियध बननयधनी िधले हमधरे बीच नही रहे । उनकध इस तरह
असमय चले जधनध, समधज एिां पररिधर के ललए अपू र णीय क्षनत है । हम शोकसां त प्त पररिधर के ललए, जजने न्द्र प्रभु से
प्रधर्ि नध करते है कक उन्द्हें इस असीम द ुख को सहन करने कध सधमर्थयि प्रदधन करें ।
श्री मोहनलधल जी सधहब अत्यां त शु द् पररणधमों एिां शु द् भधि िधले व्यजतत र्े । सदै ि एक ही प्रबल इच्छध रखते र्े
कक में रध प्रधणधां त अस्पतधल मे नध हो। उनकी कठोर इच्छधशजतत, भगित भजतत ि शु द् पररणधमो के प्रनतफलस्िरूप
उन्द्होंने 15 लसतां ब र, 2020 को ब्रह्ममु हू ति में णमोकधर मां त्र के जधप करते हु ए ॐ के उच्चधरण के सधर् अपने ज्ये ष्ठ
पु त्र चक्रे श की गोद मे अपनी दे ह त्यधगी ।

िे अत्यां त सरल स्िभधिी, हँ स मु ख , लमलनसधर, ऊजधि िधन, ्मधि नु र तत, व्यजतत र्े । उनकध जीिन सधदगीपू णि र्ध। िे
स्िगीयश्री लू ण करण जी कौर्ियध सधां गोद एिम स्ि. श्रीमती पु ष्पध बधई की द ूस री सां तधन र्े । िति मधन ने आपके दो
भधई श्री खु शधल चन्द्द जै न , श्री रधजे न्द्र कु मधर जै न एिां एक बहन श्रोमती रुपकु मधरी जै न है ।

आप कध वििधह रधमगां ज मां डी स्िगीय श्री जीतमल जी जै न एिम स्ि श्रीमती कस्तु री बधई सबदरध की ज्ये ष्ठ पु त्री
कमले श जै न के सधर् सन 1970 मे सां प न्द्न हु आ जो स्ियां भी ्धलमि क ि सधमधजजक मर्हलध है । आप कध जन्द्म एिां
प्रधरजभभक लशक्षध सां गोद मे एिां उच्च लशक्षध कै र्ू न मे हू ई। वििधह के पश्चधत आप बननयधनी ग्रधम मे दधदध-दधदी के सधर्
रहे , आपने अपने दधदधजी स्ि. श्री के शरी लधल जी की अजन्द्तम समय मे बहु त से िध की। आप अपने पीछे भरध-पू रध
सां प न्द्न पररिधर छोड़ कर गए है ।
जीिन पररचय
आपकी ज्ये ष्ठ पु त्री अचि नध ि ज्ये ष्ठ पु त्र चक्रे श िति मधन में मु भबई में ननिधस करते है , कननष्क पु त्र नीले श एमपी मे और
छोिी पु त्री िां द नध कोिध मे है । आपके जीिन के 16 िषि सधगोद, 35 िषि बननयधनी एिां 20 िषि कोिध मे व्यतीत ककएI

ग्रधम बननयधनी में आप सभी िगि के लोगों में लोकवप्रय रहे । आप सभी के सधर् लमलनसधररतध रखते र्े । प्रनतर्दन दे ि
दशिन कध आपके आरां भ से ही ननयम र्ध। समधजजक कधयि , गरीब, असहधयो की आिश्यकतधनु सधर मदद ककयध करते र्े ।
आपने समधज के समक्ष सधमधजजक कु रुनतयो के विरो् मे दो ननयमो कध पू णि ननष्ठध के सधर् जीिन पययंत त पधलन ककयध।

(1) सन 1980 से म ृत्यु भोज कध त्यधग (नध खधनध नध ही खखलधनध) (2) सगधई कध दस्तू र लसफि रुपयध नधररयल से करनध।

अनत सौभधग्य से कोिध में सन ् 2007 से मु ननश्री 108 चचन्द्मय सधगरजी (जां ग ल िधले बधबध) कध सधननध्य लमलध। सन ्
2008 मे आपके पररिधर को आर के पु र म में त्रत्रकधल चोबीसी मे पदमप्रभु भगिधन विरधजमधन करने कध सौभधग्य प्रधप्त
हु आ। सन ् 2008 मे आपने मु नन श्री चचन्द्मय सधगर जी से आजीिन ब्रह्मचयि व्रत ्धरण ककयध एिां मु नन श्री के
सधननध्य मे वपजच्छकध प्रधप्त करने कध सौभधग्य प्रधप्त हु आ। प्रनत िषि कोिध से कनधि ि क तक 2007 से 2019 तक मु नन
श्री की चतु मधि स कलश स्र्धपनध मे उपजस्र्त होने कध सौभधग्य प्रधप्त हु आI सधर् ही जु ग ल पां च कल्यधण मे ईशधन इन्द्र
बनने कध असीमसौभधग्य प्रधप्त हु आ। जां ग ल िधले बधबध कध अजन्द्तम दशिन सन 2019 मे जु ग ल चधतु मधि स के समय हु आI

आप एिां आपके पररिधर दिधरध मु नन श्री के समक्ष दो लधख रू जु ग ल मे ननमधि ण कधयि मे सहयोग के ललए प्रदधन ककए
गए।
जीिन पररचय
आप मु नन श्री सु ्ध सधगर जी महधरधज जी सच्चे भतत र्े एिां आपने सन 2014 में कोिध नलसयध जी चधतु मधि स के समय
उनके - सधननध्य ने ्मि सध्नध कध भरपू र लधभ ललयध।

मु नन श्री सु ्ध सधगर जी महधरधज के आशीिधि द से आचधयधि श्री विदयधसधगर छधत्रधिधस दधदधबधड़ी नलसयधां जी में एक कमरध
ननमधि ण कध सौभधग्य प्रधप्त हु आ। कोिध पां च कल्यधण मे सपत्नी इन्द्र बनने कध सौभधग्य लमलध I
मु नन श्रो सु ्ध सधगर जी महधरधज को कोिध मे 1 फरिरी 2015 को सपत्नी (कमले श कोर्ियध) नू त न वपजच्छकध भे ि
करने कध सौभधग्य प्रधप्त हु आ I आँ िध चतु मधि स मे सु ्ध कलश कध आप तर्ध पररिधर जन को सौभधग्य प्रधप्त हु आ I

मु नन श्रीसु ्ध सधगर जी महधरधज से 2 लधख जधप के ननयम को गु रु ननदे शनु सधर जीिन कधल मे सभपू णि ककयध I आप
दिधरध तत्िधर्ि सू त्र कध 32 एिम ् 36 बधर, एलक श्री 105 गभभीर सधगर जी महधरधज की प्रे र णध से अपने स्ियां के हधर्
से ले ख न कध सौभधग्य प्रधप्त हु आ । श्री विनीत सधगर जी/ चन्द्दप भ
ृ ू सधगर जी महधरधज से प्रनत र्दन नां गे पै र पै द ल
प्रधतः महधिीर नगर से दधदधबधड़ी नलसयध जी जधने के ननयम कध पू णि ननस्ठध से जीिन पययंत त पधलन ककयध ।

प्रनतिषि सधल मे एक बधर आचधयि भगिन विदयध सधगर जी महधरधज के दशिन हे तु जधनध आपकी चयधि कध र्हस्सध र्ध।
आचधयि भगिन को बीनध बधरह मे सपत्नी-पड़गधहन एिां आहधर दे ने कध असीम सौभधग्य प्रधप्त हु आ। आचधरयि श्री के
सधक्षधत दशिन कध अजन्द्तम सौभधग्य 2019 मे ने मधिर तीर्ि पर आप के जन्द्म र्दिस 18 अतिू बर को लमलध। इस तरह
आपकध सां पू णि जीिन ्मि सध्नध में व्यतीत हु आ।

🙏भधिपू णि श्रद्धां ज लल 🙏
बड़े बधबध
के
परम भतत
श्री आर्दनधर् र्दगभबर जैन त्रत्रकधल चौबीसी पुण्योदय अनतशय क्षेत्र नलसयधां जी
दधदधबधड़ी कोिध

🙏 हधर्दि क श्रद्धां ज ली🙏

श्रद्े य श्री मोहन लधल जी कोर्ियध के दे िलोकगमन कध समचधर जधनकर अत्यां त द ुख : हु िध। दे ि शधस्त्र,गु रु के प्रनत
समवपि त सरल स्िभधिी, ्धलमि क सां स्कधर यु तत,दधन दे ने मे अग्रणी, सधमधजजक ि ्धलमि क अनु ष्ठधनों में हमे शध तत्पर रहने
िधले नलसयध जी के बड़े बधबध के परम भतत श्रद्े य श्री मोहन लधल कध आज असमय हमधरे से त्रबछु ड जधनध कोिध जै न
समधज कक अपू र णीय क्षनत हैं , परम पू ज्य मु नी पांु ग ि श्री सु ्ध सधगर जी महधरधज के परम भतत श्री मोहन लधल जी कध
अनतशय क्षे त्र नलसयध जी से कधफी जु डधि र्ध । प्रनत र्दन नलसयध जी मे भगिधन कध अलभषे क , शधन्द्ती्धरध ओर पू ज न उनकी
दे नीक र्दन चयधि कध र्हस्सध र्ध। इस दःु खद घड़ी में मैं और मे रध पू रध पररिधर उनको भधिभीनी श्रद्धां ज लल अवपि त करते हु ए
िीर प्रभु से प्रधर्ि नध करतध हे कक इस द ुख द समय मे समस्त पररिधर को द ुख सहन करने की शतती प्रदधन करें एिां भव्य
आत्मध को प्रभु चरणों मे उच्च स्र्धन लमले । ।*दे ि शधस्त्र गु रु कक से िध मे सदे ि समवपि त रहने िधले श्री मोहन लधल जी को
ननजश्चत ही दे िगनत प्रधप्त हु ई होगी।भगिधन उनकध मोक्ष मधगि प्रसस्त करें
🙏ॐ शधां नत🙏

हु कम जै न कधकध “ननदे शक”


श्री आर्दनधर् र्दगभबर जैन त्रत्रकधल चौबीसी पुण्योदय अनतशय क्षेत्र नलसयधां जी
दधदधबधड़ी कोिध
🙏 हधर्दि क श्रद्धांजली🙏

मुनन पुांगि श्री सु्धसधगर िह दे ि शधस्त्र गुरु के सच्चे भतत ि गुरु बहन श्रीमती कमलेश जी कोर्ियध के पनत हमधरे वप्रय लमत्र चक्रेश जी
कोर्ियध के वपतध श्री श्रद्ेय श्री मोहन लधल जी कोर्ियध के दे िलोकगमन कध समधचधर जधनकर अत्यांत दख ु : हुआ। परम पूज्य मुनन
पांग
ु ि श्री स्
ु ध सधगर जी महधरधज के अनन्द्य भतत सरल स्िभधिी, सधमधजजक ि ्धलमिक अनष्ु ठधनों में हमेशध तत्पर रहने िधले नलसयध
जी के बड़े बधबध के परम भतत जजनें र भगिधन की भजतत करने में अग्रणीय श्रद्ेय श्री मोहन लधल कध * *असमय हमधरे बीच में से
विलग हो जधनध समधज के ललए अपरू णीय क्षनत हैं, आप महधिीर नगर से बहुत िषों से नलसयध जी मांर्दर दधदधबधड़ी में प्रनतर्दन पैदल
अलभषेक पूजन करने के ललए आयध करते र्े हमेशध तन मन ्न से मांर्दर में समवपित रहनध मोहनलधल जी उनके पररिधर की अग्रणी
भूलमकध रहती है तीर्ि यधत्रध हो ि सध्ु सांतों के दशिनधर्ि जधते समय सब कधम को आगे से आगे व्यिजस्र्त करते हुए सहयोग के सधर् बड़े
छोिे को सधर् लेकर चलने की उनकी खब ू ी हमेशध चचरस्र्धई रहे गी परम आदरणीय मोहनलधल जी की जधांच नेगेर्िि है रधत्रत्र से ही
ननरधहधर रहकर सुबह भगिधन की पूजध ि ओम शब्द के सधर् जधनध ननश्चय ही दे ि लोक गमन हुआ है 🙏इस दःु खद घड़ी में मैं और मेरध
परू ध पररिधर िह नलसयध जी मांर्दर समधज उनको भधिभीनी श्रद्धांजलल अवपित करते हैं एिां* जजनें र प्रभु से प्रधर्िनध करते हैं कक इस
दख ु द समय मे समस्त पररिधर को दख ु सहन करने की शजतत प्रदधन करें एिम ् *दे ि शधस्त्र गुरु कक सेिध मे सदे ि समवपित रहने िधले
श्रद्ेय श्री मोहन लधल जी को दे िगनत प्रधप्त हो!
🙏 ॐ शधांनत ॐ🙏

जभबू जैन सरधिफ "अध्यक्ष"


समधज सेिी
श्री आर्दनधर् र्दगभबर जैन त्रत्रकधल चौबीसी पुण्योदय अनतशय क्षेत्र नलसयधां जी
दधदधबधड़ी कोिध

🙏 हधर्दि क श्रद्धांजली🙏

परम ् पूज्य गुरु दे ि सु्ध सधगर महधरधज के अनन्द्य भतत,परम लमत्र चक्रेश जी कोर्ियध के वपतध श्री गुरुबहन श्रीमनत
कमलेश जी कोर्ियध के पनत श्रीमधन मोहन लधल जी जैन कोट्यध के नन्न पर नलसयध जी पररिधर की ओर से गहरध
शोक प्रकि करतध हूां, सधर् ही िीर प्रभु से प्रधर्िनध
है कक र्दिांगत आत्मध को सदगनत प्रदधन कर पररजनों पर हुये
िज्रपधत को सहन करने की शजतत प्रदधन करने की कृपध करें ।
ॐ शधांनतः
ॐ नमः लसद्ेभ्यः
🙏गुरु चरणधनुरधगी🙏

महें र कधसलीिधल "महधमांत्री"


मनीष जैन मोर्हिधल "कोषधध्यक्ष
एिां समस्त प्रबां् कधयिकधररणी सदस्य
सरल
स्िभधिी
र्दगभबर जैन समधज महधिीर नगर विस्तधर कोिध

शोक सिें दनध


आदरणीय श्री मधन चक्रेश जी एिम पररिधर
🙏 जय जजनेन्द्र🙏

हमे यह जधनकर बहुत दःु ख हुआ कक आपके वपतधजी श्री मोहन लधल जी सध कध आकजस्मक दे हधिसधन हो गयध है
इस समधचधर से समधज में महधिीर नगर विस्तधर योजनध को बहुत दःु ख हुआपरम ् वपतध परमधत्मध से प्रधर्िनध करते है
कक र्दिांगत आत्मध को मोक्ष मधगि प्रसस्त हो , और पररिधर जनों को इस दःु ख को सहन करने की शजतत प्रधप्त हो
इस दःु ख की घड़ी में हम सब आपके सधर् है कोरोनध महधमधरी के चलते पररजस्र्नत अनुसधर सिें दनध मैसेज से ही दे
रहे है , स्िीकधर करे !

🙏 जय जजनेन्द्र 🙏
बघेरिधल सांघ कोिध प्रधन्द्त

शोक सिें दनध श्रद्धजांलल - समपिण


🙏 जय जजनेन्द्र 🙏
श्री मोहनलधल जी सध कोर्ियध बननयधनी िधले के
सभमधनीय श्री मोहनलधलजी कोर्ियधां के आसधमनयक नन्न पर हम सब सधदर
असधमनयक नन्न पर हम सभी शोक सांतप्त श्रद्धसुमन अवपित करते है । परम प्रभु से र्दिगांत
है । जजनेन्द्र दे ि से उनकी आत्मध को सद आत्मध को चचरशधांन्द्ती प्रदधन करने है तु मांगल
गनत प्रदधन करने के ललए प्रधर्िनध करते हैं प्रधर्िनध करते है ।
🙏🙏🙏
पररजनों को यह आघधत सहन करने की सिि समधज , र्दग जेन बघेरिधल जनकल्यधण
शजतत प्रदधन करने के ललए भी जजनेन्द्र दे ि सलमती
से प्रधर्िनध हैं
🙏🙏🙏 बघेरिधल पधरमधचर्िक न्द्यधस कोिध के समस्त
सदस्य ि पदधच्कधरी आपके श्री चरण मे नमन
शभु ेच्छु करते हें ।
अध्यक्ष. . दे िेन्द्र हरसोरध
मन्द्त्री .. रधजेश मड़ड़यधँ बांिी िीम बघेरिधल
कोषधध्यक्ष. विनोद तधर्ेड़ड़यधँ
मनु न पांग
ू ि श्रीस्
ु धसधगर बधललकध छधत्रधिधस कोिध

🙏 हधर्दि क श्रद्धांजली🙏

मुनन पुांगिश्री सु्धसधगर बधललकध छधत्रधिधस की सभमधननीय सदस्य गुरु बहन श्रीमती कमलेश जी कोर्ियध के पनत श्रद्ेय श्री
मोहन लधल जी कोर्ियध के दे िलोकगमन कध समधचधर जधनकर अत्यांत दख ु : हुआ। परम पूज्य मुनन पुांगि श्री सु्ध सधगर जी
महधरधज के अनन्द्य भतत सरल स्िभधिी, सधमधजजक ि ्धलमिक अनुष्ठधनों में हमेशध तत्पर रहने िधले नलसयध जी के बड़े बधबध के
परम भतत जजनें र भगिधन की भजतत करने में अग्रणीय श्रद्ेय श्री मोहन लधल कध आज असमय हमधरे बीच में से विलग हो जधनध
समधज के ललए अपूरणीय क्षनत हैं, आप महधिीर नगर से बहुत िषों से नलसयध जी मांर्दर दधदधबधड़ी में प्रनतर्दन पैदल अलभषेक
पज
ू न करने के ललए आयध करते र्े इस दःु खद घड़ी में मैं और मेरध परू ध पररिधर उनको भधिभीनी श्रद्धांजलल अवपित करती हूां एिां*
जजनें र प्रभु से प्रधर्िनध करती हूां कक इस दख ु द समय मे समस्त पररिधर को दख ु सहन करने की शजतत प्रदधन करें एिम ् *दे ि शधस्त्र
गुरु कक सेिध मे सदे ि समवपित रहने िधले श्रद्ेय श्री मोहन लधल जी को दे िगनत प्रधप्त हो!
🙏ॐ शधांनत ॐ🙏

अचिनध (रधनी) जैन


र्दगभबर जैन समधज, रधमगांज मन्द्डी

🙏 हधर्दि क श्रद्धांजली🙏

श्री मोहनलधल जी सधहे ब बननयधनी िधले जो कधफी समय से कोिध आगए र्े
आपने अपने सधदगी पुणि जीिन में ्धलमिक आस्र्ध के सधर् बच्चों को भी ्धलमिक आस्र्ध से पररपुणि ककयध
आपकी पत्नी कमलेशजी सध्ु सेिध में सदै ि समवपित रही ि जांगलिधले बधबध कध परु ध, परु ध आशीिधिद बैंगलोर
तक हर चतुमधिस में लेकर अपने को ्न्द्य ककयध
और आज भी सु्धसधगरजी जी सर्हत सभी सध्ुओां की सेिध ि यधत्रधओां के ललए सदै ि तय्यधर रहती है

ऐसे सरल सत्य स्िभधि के ्नी श्री मोहनलधलजीके आकजस्मक नन्न से पुरध समधज अत्यांत शोक ग्रस्त
होकर भधि लभने श्रद्ध सम
ु न अवपित कर ईश्िर से प्रधर्िनध है की उनकी आत्मध को अपने चरणों मे स्र्धन दे ि
इस गहन दख ु की शहन शजतत पररिधर को लमले
हधर्दि क

श्रद्धांजली
सकल र्दगांबर जैन समधज

परम ् पूज्य मुननश्री चचन्द्मयसधगर जी महधरधज के अनन्द्य भतत, गुरुबहन श्रीमनत


कमलेश जी कोर्ियध के पनत श्रीमधन मोहन लधल जी जैन कोट्यध के नन्न पर गहरध
शोक प्रकि करतध हूां, सधर् ही िीर प्रभु से प्रधर्िनध है कक र्दिांगत आत्मध को सदगनत
प्रदधन कर पररजनों पर हुये िज्रपधत को सहन करने की शजतत प्रदधन करने की कृपध
करें ।
ॐ शधांनतः

ॐ नमः लसद्ेभ्यः
🙏🙏🙏
विनोद जैन मन्द्त्री
सांजय जैन ननमधिण
रधम रतन जैन
गरु
ु भतत
शोक सांदेश – बननयधनी

शोक सिें दनध- सांदेश


आदरणीय श्री मधन चक्रेश जी,ननलेश जी एिम पररिधर

हमे यह जधनकर बहुत दःु ख हुआ कक आपके वपतधजी श्री मोहन लधल जी सध कध
आकजस्मक दे हधिसधन हो गयध है इस समधचधर से समस्त समधज पररिधर को बहुत
दःु ख हुआपरम ् वपतध परमधत्मध से प्रधर्िनध करते है कक र्दिांगत आत्मध को मोक्ष मधगि
प्रसस्त हो , और पररिधर जनों को इस दःु ख को सहन करने की शजतत प्रधप्त हो इस
दःु ख की घड़ी में हम सब आपके सधर् है !

🙏 जय जजनेन्द्र 🙏
सकल र्दगभबर जैन समधज बननयधनी
हधर्दि क

श्रद्धांजली
परम मुनन भतत बधऊजी श्री मोहन जी कोियध के आकजस्मक नन्न मधन्द्यिर चक्रेश भैयध
कध समधचधर जधनकर बेहद गहरध आघधत पहुांचध।भगिधन आर्दनधर्
स्िधमी से प्रधर्िनध है कक र्दिांगत आत्मध को चचर शधांनत एिां सदगनत आपके वपतधजी श्री मोहन लधल जी कोट्यध के आकजस्मक नन्न के
प्रदधन करें एिां आप पररिधरजनों के ऊपर हुए इस िज्रपधत को सहन समधचधर जधन मन को हधर्दि क दःु ख हुआ | हम परमवपतध परमेश्िर
करने की क्षमतध प्रदधन करें ।बधऊजी की स्मनृ त सदै ि मस्तक पिल से प्रधर्िनध करते हैं कक ईश्िर उनकी आत्मध को शधांनत प्रदधन करें
पर अांककत रहे गी। जीिन में अनेकों बधर मुननसांघों के एिम ् पररिधर जनों को इस दःु ख को सहज करने की शजतत प्रदधन
आहधर,विहधर,्धलमिक कधयिक्रमों में बधऊजी कध सधननध्य एिां करे .
मधगिदशिन प्रधप्त होतध रहध।मधतधजी एिां पररिधरजनों को सधदर
प्रणधम महधिीर कुमधर प्रदीप पधिनी महधिीर नगर विस्तधर कोिध.
🙏🏻 िीरें र जैन, रविन्द्र जैन, मनोज जैन एिां अर्दनधर् पररिधर कोिध 🙏जय जजनेन्द्र 🙏

भधई चक्रेश जी,


पज्ू य वपतध जी के अररहत शरण,कध समधचर,जधनकधर बहुत णमोकधर मांत्र कध जधप करते हुए और ओांकधर कध ध्यधन करते
दख
ु हुआ,प्रभू आप सभी परीिधर जन को इस दख ु को सहन हुए इस नश्िर शरीर को छोड़नध बहुत ही पुण्य शधली और
करने की हीभभत प्रदधन करें ,।पर लोक गमन श्र्षष्िी कध भधग्यशधली महधन ्मधित्मध को ही नसीब हो पधतध है , जजनकध
शधश्ित सत्य है ,जीसे सिीकधर कर नध ही पडतध है , परां तु मोक्ष ननकि होतधहै िही भव्य जीि ऐसध कर पधते हैं,
पांड़डत मरण पुण्यशधली आत्मध को को ही मील्तध है ,दख ु की भगिधन पररिधर जनों को इस दख ु को सहन करने की
इस घड़ी में हम आपके सधर् है । र्हभमत दे ,
🙏औम शधांती 🙏 अशोक जैन इांरध जैन, अांकुर रधजलु जैन
स्ु ीर हडपधित ्, ि हडपधित ् परीिधर 2B3 महधिीर नगर तत ृ ीय
प्रतधपगढ। कोिध
श्री मधन चक्रेश जी ननलेश जी कोर्ियध के वपतधजी श्री मधन आदरणीय श्रीमधन चक्रेश जी भधई सधब, एिां कोियध पररिधर
मोहन लधल जी जैन कोर्ियध के नन्न पर गहरध शोक प्रकि
करतध हूां, यह सुनकर अत्यांत दःु ख हुआ कक आपके पूज्य वपतधश्री परम आदरणीय
सधर् ही िीर प्रभु से प्रधर्िनध है कक र्दिांगत आत्मध को सदगनत ्मिपरधयण व्यजततत्ि श्रीमधन मोहनलधल जी कोियध सधब कध असधमनयक
प्रदधन कर पररजनों पर हुये िज्रपधत को सहन करने की शजतत नन्न हो गयध है ।हम सभी पररिधरजन जजनेन्द्र प्रभु से प्रधर्िनध करते है कक
प्रदधन करने की कृपध करें । र्दिांगत आत्मध को अपने श्री चरणों में स्र्धन प्रदधन करे एिां आप सभी
ॐ शधांनतः ॐ पररिधरजनों को इस दःु खद घड़ी को सहन करने की शजतत प्रदधन करे ।
नमः लसद्ेभ्यहे मांत श्रद्धनित: रमेशचांद, निीन कुमधर, अननल कुमधर एिां समस्त दौरधयध
कुमधर ज्योनत जैन डूग ां रिधल पररिधर आमलिधले🙏 पररिधर। (रधनपुर िधले)

दे ि शधस्त्र गुरु के प्रनत अपनी अगध् श्रद्ध रखने िधले सरल


राजस्थान पत्रिका व्यजततत्ि सधदगीपूणि जीिन सौभयतध से सुशोलभत आदरणीय
स्नेर्हल ् फूफध जी की अनक ु रणीय आदशि अतल ु नीय पधिन ऊजधि हम
🙏 श्री मधन नमस्कधर 🙏 सभी के जीिन को एक अनुपम दशिन रूपी आलौककक भजतत कध बो्
आपके पररिधर के परम पज ू नीय सदस्य श्री मोहन लधल जी करध गई,
जैन कोर्ियध जी के आकजस्मक नन्न कध समधचधर लमलध ।इस ,मुझे पूणि विश्िधस है आदरणीय फूफध सधहब उच्च सदगनत को प्रधप्त
दखु की घड़ी में रधजस्र्धन पत्रत्रकध पररिधर हधर्दि क सांिेदनध व्यतत ककए है , हम सभी सौभधग्य शधली है कक हमधरध जीिन फूफध सधहब की
करतध है ।पत्रत्रकध समूह परम ् वपतध परमेश्िर से प्रधर्िनध करतध है छत्र छधयध में फलध फुलध,पर आज उनकध असमय त्रबछोह मेरे ललए
कक प्रभु र्दिांगत आत्मध को शधांनत प्रदधन करें एिां शोकधकुल अपूरणीय क्षनत है , मैं परमवपतध परमेश्िर से यही विनम्र विनती
पररिधर को ्ैयि एिां सभबल प्रदधन करते हुए इस आघधत को सहने करतध हूँ उनके यही उन्द्नत सांस्कधरों कध अनक ु रण आदरणीय फूफध
की शजतत दे 🙏। सधहब को मोक्षपद मधगि प्रशस्त करें
💐सधदर विनम्र भधिनध सर्हत💐 🙏शत शत नमन🙏
रधजस्र्धन पत्रत्रकध समूह ✒️सत्य प्रकधश 🙏 अलोक जैन- बरखध जैन
🙏 जय जजनेन्द्र 🙏
भगिधन से प्रधर्िनध करतध हूां कक कधकध सध.श्री मोहन लधल जी परम श्रद्ेय श्री मोहनलधल जी सधहब के असधमनयक नन्न
कोर्ियध, बनयधनी िधलो की आत्मध को प्रभु शधांनत प्रदधन करें पर , हम सभी शोक सांतप्त है । आप सभी को यह आघधत
और शौक सांतप्त पररिधर पर जो िज्र घधत हुआ है उसे सहन सहन करने की शजतत प्रदधन करने के ललए , जजनेन्द्र दे ि से
करने की शजतत प्रदधन करें प्रधर्िनध करते हैं मत ृ क आत्मध को सदगनत के ललए भी
जजनेन्द्र दे ि से प्रधर्िनध करते हैं
🙏🙏 ककरण-विनोद सधमररयध एिां पररिधर,
इांदौर🙏🙏🙏 शभ
ु ेच्छुपष्ु पचांद-रूपध , प्रमोद , लोकेश सरु लधयध सधरोलध कलधां
( झधलधिधड़ )

शोक सिें दनध


मधननीय चक्रेश जी और नीलेश जी
हमे यह जधनकर बहुत दःु ख हुआ कक ब्यधईजी सध कध
आकजस्मक दे हधिसधन हो गयध है इस समधचधर से हमधरे आपके पूज्य वपतधजी श्री मोहनलधल जी कोर्ियध के
पररिधर को बहुत दःु ख हुआपरम ् वपतध परमधत्मध से प्रधर्िनध आकजस्मक दे हधिसधन पर हम सब शोक सांतप्त है और दख ु
करते है कक र्दिांगत आत्मध को मोक्ष मधगि प्रसस्त हो , और की इस घड़ी में आपके सधर् है जजनें र प्रभु से यही कधमनध
पररिधर जनों को इस दःु ख को सहन करने की शजतत प्रधप्त करते हैं कक उन्द्हें ईश्िर सद गनत प्रदधन करें एिां इस
हो इस दःु ख की घड़ी में हम सब आपके सधर् है कोरोनध असहनीय पीड़ध को सहन करने की आपको शजतत प्रदधन करें
महधमधरी के चलते पररजस्र्नत अनस ु धर सिें दनध मैसेज से ही ओम शधांनत शधांनत🙏🏻🙏🏻🙏🏻
दे रहे है , स्िीकधर करे !
🙏जय जजनेन्द्र🙏 महें र - अननलध लधांबधबधांस

ननिेदक : अननल - पिन ठोलध पररिधर


नधरे ली शधांनत्धरध करते हुए

बड़े बधबध (कुण्डलपरु )


हधर्दि क

श्रद्धांजली
Condolence Message from MD Shri Samir Jain

B Oh sorry to know. Pray that his soul rest in eternal peace.


Om shanti 🙏Samir Jain
U
N Condolence Message from CFO Shri Sanjay Jindal

G Regret to know about the sad demise of your respected father. May His soul Rest in Peace. Please
accept my condolences.
E Best regards 🙏🙏🙏Sanjay Jindal

Condolence Message from India Oil Head Shri Vidya Bhushan


I Sorry to hear that chakresh ji, May God rest his soul in peace and give strength to you and your family
N to bear this loss.
ओम ् शधजन्द्त 🙏Vidya Bhushan
D
I Condolence Message from India VP B2C Business Shri Sanjiv Giri
Chakresh ji, Sorry to here about father. Please take care of your family.Take care of yourself
A
Sanjiv Giri
Dear Chakresh,
I’m sorry to hear about the passing of your Dear Father. In your journey as a son, he has seen you
grow to such heights of success continuing to be a good human being. He will continue to look over
you, and shower you with the choicest blessings even from his resting place. My prayers and warmest
condolences to you, your mother, your wife, sons and the entire family🙏🙏
A
S Shameen
S
O
C We were so sorry to hear about your father’s passing. We know this is a very sad and difficult time for
you and your family. You have our very deepest sympathy May his soul rest in peace
I Regards
A
T Team Prem Agri Resources Pvt Ltd, Bathinda
E
S
Many condolence messages from Bunge Plant Team of Kandla, Rajpura and Trichi and Mohali Office
दधन रधलश
परम पज्
ू य श्रद्धेय श्री मोहनलाल जी जैन कोटिया की पण्
ु य स्मतृ ि में पररवार द्वारा घोषिि दान राशि - रुपये: 1,30,629/-

1) श्री पण् ु योदय तीर्ि नलसयध जी दधदधबधडी कोिध रु 51,001/- 14) श्री अनतशय क्षेत्र केर्ुली रु 1,101/-
(चधांदी की झधरी एिां चधर कलश- प्रनतर्दन जलअलभषेक तर्ध 15) श्री र्दगांबर जैन मांर्दर सधांगोद रू 1,101/-
शधजन्द्त ्धरध के ललये) 16) श्री शधांनतनधर् र्दगभबर जैन मांर्दर रधमगांजमांडी रु 1,101/-
2) बघेरिधल परमधचर्िक न्द्यधस, कोिध रू 11,001/-वि्िध एिां 17) श्री र्दगभबर जैन मजन्द्दर रधमगांज मांडी 2 रु 1,101/-
असहधय मर्हलध सहधयतध कोष 18) श्री र्दगांबर जैन मजन्द्दर सधरोलध रु 1,101/-
3) श्री पजण्डत आशध्र भिन रु 11,001/-(भिन ननमधिण सहयोग) 19) श्री र्दगांबर जैन मांर्दर तलिांडी रू 1,101/-
4) बघेरिधल मधांगललक भिन कोिध- 11,001/ 20) श्री र्दगभबर जैन मांर्दर पधललयध रु 1,101/-
5) श्री र्दगभबर जैन मांर्दर महधिीर नगर विस्तधर योजनध कोिध रू 21) श्री र्दगांबर जैन मांर्दर मभ ु बई अन्द््ेरी िेस्ि रु 1,101/-
11,001/- (चधांदी के चधर कलश प्रनत र्दन अलभषेक के ललये) 22) श्री र्दगांबर जैन मांर्दर गोरे गधि िेस्ि मुांबई रु 1,101/-
6) श्री र्दगभबर जैन मांर्दर बननयधनी रू 5,101/- ( चधांदी के दो 23) प्रनतभध स्र्ली - इांदौर- रू 1,101/-
कलश-प्रनत र्दन अलभषेक के लीये) 24) श्री र्दगांबर जैन मांर्दर इांदौर रु 1,101/-
7) जैन जन उपयोगी भिन, कोिध रु 5,101/- ( रोचगयो के सहधयतध 25) श्री र्दगांबर जैन मांर्दर गधयत्री विहधर 1,101/-
हे तु ) 26) श्री र्दगांबर जैन मांर्दर सीमललयध रु 501/-
8) बघेरिधल सन्द्दे श एिां SMS service रू 2,100/- 27) श्री र्दगांबर जैन मांर्दर बूांदी रु 501/-
9) श्री र्दगांबर जैन मांर्दर आर के पुरम रू 2,101/- 28) श्री र्दगांबर जैन मांर्दर केर्ून रू 501/-
10) श्री अनतशय क्षेत्र चधांदखेरी रु 1,101/- 29) श्री र्दगांबर जैन मांर्दर महधिीर नगर 2 रु 501/-
11) श्री अनतशय क्षेत्र त्रबजोललयध रु 1,101/- 30) श्री र्दगांबर जैन मांर्दर भधनपरु ध रू 501/-
12) श्री अनतशय क्षेत्र केशोरधय पधिन रु 1,101/- 31) समपिण सेिध सलमनत कोिध- रू 1,100/-
13) श्री अनतशय क्षेत्र आँिध रु 1,101/-
मधन्द्यिर ,
हमधरे वपतधजी के दे िलोक गमन पर आपने उनकी
आत्मध की शधांनत के ललए सांिेदनध प्रकि की एिां हमें
इस दख ु द घड़ी को सहन करने के ललए जो सभबल
प्रदधन ककयध।
उसके ललए हम सब पररिधर सर्हत,आपकध
हृदयतल से आभधर व्यतत करते है

!!कोर्ियध पररिधर
🙏जय जजनेंद 🙏

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