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कविता 1
कविता 1
हिन्दी-हिन्द-ु हिन्दस्
ु तान,
हर पल हर दिन करते है हम
14 सितम्बर को ही क्यों
क्यों भल
ू जाते है हम
हम शत ् शत ् प्रणाम
अन्तरार्ष्टृीय पहचान
हिन्दी-हिन्द-ु हिन्दस्
ु तान,
कविता 2
'हिंदी का सम्मान'
रोज मनाओ तम
ु हिंदी दिवस बनाओ इसे अपना अभिमान,
हिंदी है हमारी राजभाषा इसलिए दो इसे अपने ह्रदयों में विशेष स्थान|