You are on page 1of 4

Business Staticstics – Unit – I

सांि यक क प रभाषाएँ
1- डॉ. बाउले ने सांि यक क तीन प रभाषाएँ द ह-
1. “ सांि यक य गणना का "व$ान है ।"
2. " सांि यक य को सह अथ* म, औसत. का "व$ान कहा जा सकता है ।"
3. " सांि यक वह "व$ान है जो सामािजक 0यव1था को स2पण
ू * मानकर सभी 4प. म, उसका मापन करती है
2- बॉ डंगटन के अनुसार, “सांि यक अनुमान. और स2भा"वताओं का "व$ान है । "
3 ो. यूल व ो. के!डाल के अनुसार, “आँकड़. से ता;पय* उन सं या;मक त<य. से है जो पया*=त सीमा तक अनेक >कार के कारण. से >भा"वत होते ह।"

सांि यक क अथ# एवं प रभाषा -


सांि यक को एक 1वत?@ "व$ान के 4प म, ज?म दे ने का Aेय जम*नी के >ो. गॉटCाइड केनवाल को >ा=त है ।
इन तीन. भाषाओं के शFद.
अंGेजी भाषा का 1टै Hटि1टIस
लैHटन भाषा के 1टे Jस
इटै Kलयन भाषा के 1टै Hट1टा
जम*न भाषा के 1टे Hटि1टक शFद. आHद से बना माना जाता है ।

इन तीन. भाषाओं के शFद. का अथ* राLय "व$ान से होता है ।

सांि यक का मह&व – सांि यक के काय# -


1. शासन 0यव1था म, मह;व - 1. सांि यक "वशाल एवं जHटल त<य. को सरल बनाती है
2. आMथ*क Nनयोजन म, मह;व – 2. सांि यक त<य. का तल
ु ना;मक अUययन करने म, सहायक होती है -
3. 0यवसाय तथा वाOणLय म, मह;व – 3. मनुVय के $ान अनुभव म, व"ृ X करना –
4. सामािजक सम1याओं म, मह;;व – 4. नीNतय. के Nनमा*ण म, सहायता –
5. राजनीNत$. के Kलये मह;व – 5. Sकसी घटना के मह;व का अनुमान लगाने म, सहायक –
6. अथ*शा1@ म, सांि यक का मह;व – 6. Nनयम. का Nनमा*ण तथा जाँच काय* म, सहायक-
7. गOणत म, सांि यक का मह;व – 7. त<य. के मUय स2ब?ध. क 1थापना –
8. मौसम "व$ान म, सांि यक का मह;;व –
9. खगोलशा1@ म, सांि यक का मह;;व –
10. जीव-"व$ान तथा MचSक;सा-"व$ान म, मह;व –

सांि यक के 'त अ)व*वास -


(1) >थनं मत –
(2) _"वतीय मत -
सांि यक के द,
ु पयोग
(1) अनुपयुIत तुलना –
(2) सांि यक य "वMधय. का अनुMचत >योग –
(3) >Nतशत. का गलत >योग - \
(4) अपया*=त समंक –
(5) एकप`ीय तक* —

समंक- के 'त अ)व*वास या द,


ु पयोग के कारण -
(1) "वरोधी आँकड़े Kमलना-
(2) वा1त"वक ि1थNत और आँकड़. म, "वरोध-
(3) सामूHहक NनVकषa को 0यिIतगत 4प म, लागू करना –
(4) आँकड़. के संकलन म, दोष –
(5) 1वाथb लोग. _वारा दc
ु पयोग –
(6) सांि यक सीमाओं को Uयान म, रखना –
Business Staticstics – Unit – I
(7) माUय. और >Nतशत. का दc
ु पयोग –
(8) ?यादश* क अपया*=तता –

अ)व*वास दरू करने के उपाय -


(1) समंक. का NनVप` >योग -
(2) सांि यक क सीमाओं का $ान -
(3) 1वत?@ "वचार-"वमश* -
(4) सांि यक र Nतय. का उMचत >योग —
(5) अ?य सावधाNनयाँ -

सांि यक क )वशेषताएँ -
(1) सांि यक य आँकड़े त<य. के समूह ह-
(2) सांि यक सं या;मक 4प म, >दKश*त Sकये जाते ह
(3) सांि यक आँकड़े अनेक कारण. से >भा"वत होते ह –
(4) सांि यक आँकड़. को अनुमान या गणना _वारा एक@ Sकया जाता है -
(5) आँकड़े 0यवि1थत ढं ग से शुXता पूवक
* संGHहत होने चाHहए-
(6) आँकड़े पूव* Nनिeचत उfेeय से संGह Sकये जाने चाHहए-
(7) आँकड़े पर1पर संबंMधत होने चाHहए –

सांि यक का 1े2 _
(I) सांि यक र3'तयाँ - (II) 4यावहा रक सांि यक —
(1) समंक. का संGहण - (1) वण*ना;मक 0यावहा रक सांि यक है
(2) वगbकरण - (2) वै$ाNनक 0यावहा रक सांि यक
(3) समंक. का >1तुतीकरण -
(i) सांि य सारणी, (ii) Mच@ तथा (iii) रे खाMच@ अथवा gब?दरु े खीय
Mच@
(4) समंक. का "वeलेषण -
(5) Nनव*चन –
(6) पूवा*नुमान –

सांि यक का 5वभाव या कृ'त - सांि यक क सीमाएँ -


(1) अवलोकन, (1) सांि यक सं या;मक त<य. का अUययन करती है —
(2) प रकhपना, (2) सांि यक 0यिIतगत इकाइय. का अUययन नह ं करती-
(3) पूवा*नुमान तथा (3) gबना स?दभ* के सांि यक प रणाम अस;य हो सकते ह-
(4) पर `ण । (4) सांि यक य Nनयम औसत 4प म, ह स;य होते ह—
(5) सांि यक का दc
ु पयोग Sकया जा सकता है —
(6) सांि यक केवल साधन मा@ है , सम1या का समाधान नह ं—

समंक- का आशय एवं प रभाषा -


यल
ू एवं केiडाल के अनस
ु ार,- “समंक से आशय ऐसे सं या;मक त<य. से है , जो एक बड़ी सीमा तक अनेक कारण. से >भा"वत होते ह।"
होरे स सेkाइ1ट के शFद. म, -, “समंक से आशय त<य. के ऐसे से है , जो अनेक कारण. से पया*=त सीमा तक >भा"वत होते ह, जो सं याओं म, 0यIत Sकए जाते
ह, जो यथोMचत शुXता के अनुसार Mगने या अनुमाNनत Sकये जाते ह,

समंक- के कार - (1) सं या;मक समंक -


(I) त9य- क )वशेषताओं के आधार पर - (अ) खिiडत चर -
Business Staticstics – Unit – I
(ब) सतत ् चर - (1) एक चर य समंक -
(2) गुणा;मक समंक - (2) _"व-चर य समंक -
(II) 4यव5था के आधार पर - (IV) संकलन के आधार पर -
(1) अ0यवि1थत समंक - (1) >ाथKमक समंक –
(2) 0यवि1थत समंक - (2) _"वतीयक समंक –

(III) चर- क सं या के आधार पर -

ाथ=मक समंक- के संकलन क र3'तयाँ –


(1) >;य` 0यिIतगत अनुस?धान-
(2) अ>;य` मौOखक अनुस?धान-
(3) 1थानीय mोत. या संवाददाताओं से सच
ू ना >ा=त करना —
(4) सूचक. _वारा >eनावल भरना –
(5) >गणक. _वारा अनुसूMचयाँ भरना -

>)वतीयक समंक- के संकलन क र3'तयाँ –


*नावल3 के कार -
1. >काKशत mोत तथा अ>काKशत mोत 1. त<य स2ब?धी >eनावल –
2. सरकार >काशन 2. मत तथा मनोविृ ;त स2ब?धी >eनावल –
3. सKमNतय. तथा आयोग. क रपोट* 3. संरMचत >eनावल
4. अ?तरा*Vn य सं1थाओं के >काशन 4. असंरMचत >eनावल
5. "वeव"व_यालय. तथा शोध सं1थाओं के >काशन 5. खुल >eनावल
6. 0यापा रक संगठन. के >काशन 6. Mच@मय >eनावल –
7. गैर सरकार समंक >काशन
8. समाचार-प@ एवं पg@काय, ,
9. 0यिIतगत शोधक;ता* ।

एक आदश# *नावल3 के गुण -


1. >eन. क सं या कम –
2. सरल व 1पVट >eन –
3. उMचत kम -
(i) Iया आप "ववाHहत ह ?
(ii) यHद हाँ तो आपके Sकतने बrचे ह ?
4. विज*त >eन
(i) "Iया आप Sकसी एsस से पीtड़त ह ?"
(ii) " Iया आप सा2>दाNयक भावना से पीtड़त ह ?"
(iii) " Iया आपका >ेम प;नी के अNत रIत Sकसी और 1@ी से भी है ?” आHद
5.स;यता क जाँच –
6. >eन. म, उMचत शFद. का >योग –
7. >;य` स2ब?ध
8. सच
ू क क योuयता के अनस
ु ार >eन – \
9 आवeयक Nनदv श –
10 पूव* पर `ण एवं संशोधन -

वग?करण के उ@े*य -
(1) आँकड़. को सरल व संw`=त बनाना -
(2) तुलना म, सहायता करना –
(3) समानता व असमानता म, 1पVटता व Nनिeचतता होना-
Business Staticstics – Unit – I
(4) तक* पूण* एवं वै$ाNनक 0यव1था करना
(5) पार1प रक स2ब?ध 1पVट करने म, सहायक –
(6) एक मानKसक Mच@ >1तुत करना -

वग?करण क र3'तयाँ -
1. गुणा&मक वग?करण,
(a) _व?_वभाजन वगbकरण –
(b) बहुगुणी वगbकरण-

2. सं या&मक वग?करण –
(i) भौगोKलक वगbकरण-
(ii) समयानस
ु ार वगbकरण-
(iii) चर मूhय वगbकरण-
(अ) खिiडत चर, (ब) सतत ् चर ।

आविृ &त )वतरण के त&व


(1) चर — (a) खिiडत चर - ; (b) सतत चर —
(2) आविृ ;त -

आविृ &त )वतरण के कार -


(I) एकचर य आविृ ;त "वतरण – (1) खिiडत आविृ ;त "वतरण –
(II) _"वचर य आविृ ;त "वतरण –

सांि यक य माAय- के कार -


(क) ि5थ'त सBब!धी माAय
(1) मिUयका — इसका संकेता`र 'M' है ।
(2) भूNयVठक अथवा बहुलक - इसका संकेता`र 'Mo' या 'Z' है ।
(ख) गDणतीय माAय
(3) अंकगOणतीय माUय अथवा समा?तर माUय या केवल माUय - इसका संकेता`र X है ।
(4) गुणो;तर माUय - इसका संकेता`र 'G. M . ' है ।
(5) हरा;मक माUय - इसका संकेता`र 'H. M.' है ।
(6) _"वघातीय माUय - इसका संकेता`र 'Q. M . ' है ।
(ग) 4यापा रक माAय
(7) चल अथवा गNतमान माUय
( 8 ) >गामी या संचयी माUय
( 9 ) संGMथत माUय

बहुलक या भू'यEठक क गणना -
1. 0यिIतगत Aेणी —–
2. खिiडत Aेणी —
(i) Nनर `ण _वारा –
(ii) समूहन _वारा –
(a) समूह करण सारणी बनाना –
(b) "वeलेषण सारणी बनाना
3. अ"विrछ?न या सतत ् Aेणी —

You might also like