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Model Question Paper- 2023-24


II PUC
Hindi (03)
Time: 3 Hrs.15 Minutes. Max.Marks : 80
(Total No. of Questions:36 )

सच
ू ना: 1) सबी प्रश्नों के उत्तय हहन्दी बाषा तथा दे वनागयी लरपऩ भें लरखना आवश्मक है |
2) प्रश्नों की क्रभ सॊख्मा लरखना अननवामय है |

1. अ) ननम्नलरखखत प्रश्नों के सही पवकल्ऩों को चुनकय लरखखए: 10×1=10


1. फढ
ु ाऩे भें आदभी की भायी जाती है --
i) सम्ऩत्त्त ii) इच्छाशत्तत
iii) पवद्मा ii) फपु ि
2. गॊगा भैमा ने सत्म को कहा है --
i ) सशतत ii) ननरयज्ज
iii) ननबयम ii) कामय
3. भन्नू बॊडायी की फडी फहन का नाभ --
i) शीरा ii) सश
ु ीरा
iii) फेरा ii) फर
ु ाकी

4. ची की ' दावत ' कहानी भें शाभनाथ अऩने ची को बें ट दे ना चाहते थे --


i) पुरकायी ii) पूरदान
iii) गीत ii) वस्त्र
5.' लशन्कान्सेन ' का शात्ददक अथय है --
i) ओल्ड ट्रॊ क राइन ii) फर
ु ेट ट्रै न
iii) फर
ु ेट ट्रॊ क राइन ii) ओल्ड ट्रै न

6. ' सयू दास के ऩद 'भें 'भधुऩ' के सभान कहा गमा है -


i) श्री कृष्ण को ii) उिव को
iii) गोपऩकाओॊ को ii) बॊवये को

7. दे खनेवारों को आनॊद लभरे, इसलरए भाॉ चाहती है कक फेटी -


i) ऩढाई कयें ii) गहने ऩहने
iii) नए कऩडे ऩहने iv) सद
ुॊ य हदखें

8.' कामय भत फन ' कपवता भें प्रनतहहॊसा ' ' को कहा गमा है --
i) कामयता ii) दफ
ु र
य ता
iii) अऩावन ii) शयू ता
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9. 'सख
ू ी डारी ' एकाॊकी भें दादाजी अऩने ऩरयवाय को भानते थे --
i) फयगद का ऩेड ii) नीभ का ऩेड
iii) आभ का ऩेड ii) नारयमर का ऩेड
10. ' प्रनतशोध ' एकाॊकी भें श्रीधय के अनस
ु ाय प्रेभ के बफना इसका भल्
ू म नहीॊ है --
i) लशऺा का ii) दॊ ड का
iii) अनश
ु ासन का ii) भाॉ का

आ) कोष्ठक भें हदए गए कायक चचह्नों से रयतत स्त्थान बरयए: 5×1=5


( के , का, को, की, से, में )
11. i) कमम के अनुष्ठान .... आनंद होता है |
ii) देसी अफसरों......... कु छ स्त्रियााँ हाँस दी |
iii) कई गुफाओं......... रे ल गुज़र रही है |
iv) पेंशन........ के स बीसों दफ़्तरों में जाता है |
v) बरसात....... पानी की तरह आाँसू थमते न थे |

इ) स्त्रनम्नस्त्रलस्त्रखत मुहावरों को अथम के साथ जोड़कर स्त्रलस्त्रखए : 5×1=5


12. i ) स्त्रतनक जाना 1. रक्षा करना
ii) तार देना 2. बेकार बैठना
iii) ददल बैठ जाना 3. हाथ फै लाना
iv) मक्खी मारना 4. बहुत पररश्रम करना
v) तेली का बैल होना 5. क्रोस्त्रधत होना
6. व्याकु ल होना

II. अ) स्त्रनम्नस्त्रलस्त्रखत प्रश्नों में से दकन्हीं दो प्रश्नों के उत्तर स्त्रलस्त्रखए : 2×3=6


13. सुजान भगत को सबसे अस्त्रधक क्रोध बुलाकी पर क्यों आता है ?
14. स्त्रपताजी के प्रस्त्रत लेस्त्रखका के क्या स्त्रवचार थे ?
15. स्त्रवश्वेश्वरय्या की स्त्रशक्षा के बारे में स्त्रलस्त्रखए |
16. बरामदे में पहुाँचते ही शामनाथ क्यों रठठक गये ?

आ) स्त्रनम्नस्त्रलस्त्रखत में से दकन्हीं दो के ससंदभम स्पष्टीकरण कीस्त्रजए : 2×3=6


17. ' कत्तमव्य करना न्याय पर स्त्रनभमर है |'
18. ' एक बार जबान पे चढ़ जाए तो दफर कु छ अच्छा नहीं लगता |'
19. ' पर ऐसा कभी नहीं हुआ था |'
20. ' यहााँ तो डेंरिस्ि मक्खी मारते होंगे |'

III अ) स्त्रनम्नस्त्रलस्त्रखत प्रश्नों में से दकन्हीं दो प्रश्नों के उत्तर स्त्रलस्त्रखए : 2×3=6


21. सुंदरता के सम्बन्ध में स्त्रबहारी के स्त्रवचार स्पष्ट कीस्त्रजए |
22. बादल एवं वसंत ऋतु से हमें क्या प्रेरणा स्त्रमलती है ?
23.' हो गई है पीर पवमत -सी ' ग़ज़ल में पाठकों को क्या संदेश स्त्रमलता है ?
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आ) ससंदभम भाव स्पष्ट कीस्त्रजए : 2×4=8


24. रस्त्रहमन पानी रास्त्रखये, स्त्रबनु पानी सब सून | प्रभु जी तुम दीपक, हम बाती
पानी गए न ऊबरै , मोती, मानुष, चून || अथवा जाकी जोस्त्रत बरै ददन राती |
प्रभु जी तुम मोती, हम धागा,
जैसे सोने स्त्रमलत सुहागा |

25. रण में तेग बहादुर स्त्रजसका बच्चा -बच्चा वीर है | झुर्ररयोंदार खुरदुरा तना मैलाकु चैला,
भजनभाव में गुरु नानक की वाणी जैसा धीर है | राइफल -सी एक सूखी डाल,
स्त्रजस धरती की गजमन से, जगती की गजमन डरती है | अथवा एक पगड़ी फू ल पत्तीदार,
भारत माता की धरती, वीरों, संतो की धरती है || पााँवों में फिापुराना जूता |

IV. स्त्रनम्नस्त्रलस्त्रखत प्रश्नों के उत्तर स्त्रलस्त्रखए : 2×5=10


26.' सूखी डाली ' एकांकी के आधार पर, बड़प्पन के सम्बन्ध में दादाजी के स्त्रवचार व्यक्त कीस्त्रजए |
अथवा
27. दादाजी ने परे श को दकस प्रकार समझाया ?

28. ' अहंकार उन्नस्त्रत में बाधक है ' , प्रस्त्रतशोध' ' एकांकी के आधार पर श्रीधर के इस कथन को स्पष्ट कीस्त्रजए |
अथवा
29. भारस्त्रव दकससे बदला लेना चाहता था और क्यों ?

V. अ ) वाक्य शुद्ध कीस्त्रजए: 3


30. लड़के ने चार फल लाये | लेदकन रास्ते पर अजगर को देखकर उसका होश उड़ गया |

आ) स्त्रनम्नस्त्रलस्त्रखत वाक्यों को सूचनानुसार बदस्त्रलए : 2


31. i) शीला ने कपड़े धोये | ( वतममान काल में बदस्त्रलए)
ii) लड़का काम कर रहा था | ( भस्त्रवष्यत काल में बदस्त्रलए )

इ) अन्य ललग रुप स्त्रलस्त्रखए: 2


32. i) कु त्ता ii) सुनार

ई) अनेक शब्दों के स्त्रलए एक शब्द स्त्रलस्त्रखए : 2


33. i) अवसर के अनुसार बदल जानेवाला
ii) जो कहा न जा सके

VI अ) स्त्रनम्नस्त्रलस्त्रखत अनुच्छे द पढ़कर उस पर आधाररत प्रश्नों के उत्तर स्त्रलस्त्रखए: 5


34. एक दूसरे की ओर आकर्षषत दो प्रेस्त्रमयों के योग से जीवन में एक नया रस उत्पन्न हो जाता है | स्त्रप्रय के ह्रदय का आनंद प्रेमी के
हृदय का आनंद हो जाता है | स्त्रप्रय के आनंद में ही वह अपना आनंद ढू ंढा करता है | प्रेम का अभाव एकांत भी होता है और लोकजीवन के
नाना क्षेत्रों में भी ददखाई पड़ता है | एकांत प्रभाव अंतमुमख प्रेम में देखा जाता है जो प्रेमी को लोक के कमम क्षेत्र से खींचकर के वल दो
प्रास्त्रणयों के एक छोिे से संसार में बंद कर देता है | प्रेमी जगत के बीच अपने अस्त्रस्तत्व की रमणीयता का अनुभव आप ही करता है और
अपने स्त्रप्रय को भी कराना चाहता है | प्रेम के ददव्य प्रभाव से उसे अपने आसपास चारों ओर सौंदयम की आभा फै ली ददखाई पड़ती है,
स्त्रजसके बीच वह बड़े उत्साह और प्रफु ल्लता के साथ अपना कमम -सौन्दयम प्रदर्षशत करता है | आदद कस्त्रव वाल्मीदक ने राम और सीता के
प्रेम का स्त्रवकास स्त्रमस्त्रथला या अयोध्या के महलों और बगीचों में न ददखाकर दंडकारण्य के स्त्रवस्तृत कममक्षेत्र के बीच ददखाया है | उनका
प्रेम जीवन यात्रा के मागम में माधुयम फै लानेवाला है |
प्रश्न: i)' आभा ' शब्द का पयामयवाची शब्द स्त्रलस्त्रखए |
ii) राम और सीता के प्रेम को क्या नाम ददया जा सकता है ?
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iii) प्रेमी अपना आनन्द कहााँ खोजता है ?


iv)'अपना ' शब्द के साथ प्रत्यय जोड़कर एक नए शब्द का स्त्रनमामण कीस्त्रजए ?
v) उपयुक्त
म अनुच्छे द को एक उस्त्रचत शीषमक दीस्त्रजए |

आ. 35) मोहन की बहन उच्च स्त्रशक्षा पाना चाहती है और न्यायाधीश बनना चाहती है | 5
लेदकन उसकी माता चाहती है दक बेिी की शादी जल्दी हो | माता और बेिी का संवाद प्रस्तुत है -
बेिी: क्षमा करो मााँ, मैं शादी करना नहीं चाहती |
मााँ : तुम्हारे अच्छे भस्त्रवष्य के स्त्रलए ही मैं सोच रही हाँ बेिी, वह लड़का तुम्हारे स्त्रलए ठीक होगा |
बेिी: तुम्हारी भावनाओं को मैं समझ सकती हाँ, मााँ, लेदकन कोस्त्रवड के बाद स्त्रस्थस्त्रत बदल गई है |
कल्पना कीस्त्रजए दक आप मोहन है | आपके स्त्रपताजी दूर दकसी दूसरे देश में बस गए हैं | उपयुमक्त संवाद
के आधार पर अपने स्त्रपताजी को एक पत्र स्त्रलस्त्रखए |

इ) स्त्रहन्दी में अनुवाद कीस्त्रजए : 5


36 ) 1) £ÁªÀÅ ¥ÀgÀ¸ÀàgÀ ¦æÃw¬ÄAzÀ ¨Á¼À¨ÉÃPÀÄ.
We have to live together with love.
2) ªÀiÁ£À«ÃAiÀÄvÉVAvÀ zÉÆqÀØ zsÀªÀÄð E£ÉÆßA¢®è.
There is no religion as great as humanity.
3) £Á£ÀÄ ¤£Éß vÀqÀªÁV §AzÉ.
I came late yesterday.
4) £ÁªÀÅ Erà dUÀvÀÛ£Éßà ¦æÃw¸À¨ÉÃPÀÄ.
We should love the whole world.
5) £ÁªÀÅ J¯Áè ¨sÁµÉ, eÁw, zsÀªÀÄðUÀ¼À£ÀÄß ¥ÀgÀ¸ÀàgÀ UËgÀ«¸À¨ÉÃPÀÄ.
We should respect all language, caste, religion each other.

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