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विदेशी धरती पर कदम बढ़ाती हिंदी

हिंदी एक इंडो-आर्यन भाषा है जो भारत के उत्तरी, मध्य, पूर्वी और पश्चिमी हिस्सों में व्यापक रूप से बोली
जाती है। यह संस्कृ त का प्रत्यक्ष वंशज है और इसका काल 769 ई. है। भारत के बाहर, अन्य देश अन्य
भाषाओं को मूल रूप से "हिंदी" के रूप में मान्यता देते हैं, लेकिन यह मानक हिंदी भाषा के लिए नहीं है जैसा
कि भारत में वर्णित है। अन्य देशों की बात करें तो भारत और नेपाल के अलावा अन्य देशों में हिंदी भाषा के
रूप में व्यापक रूप से नहीं पढ़ाई जाती थी। लेकिन उनमें से कु छ ऐसे थे जैसे संयुक्त राज्य अमेरिका, कनाडा,
जर्मनी, रूस और कई अन्य जो इसे सीखने में रुचि रखने वाले छात्रों की पेशकश करते थे। हिंदी भाषा की
शिक्षाओं के कु छ फायदे भी हैं, जैसे इससे भारतीय परंपरा और इतिहास की सांस्कृ तिक समझ में मदद मिली।
यह सांस्कृ तिक नरम शक्ति को बढ़ावा देने में भी मदद करता है और विभिन्न क्षेत्रों में अंतर्राष्ट्रीय सहयोग की
सुविधा प्रदान कर सकता है , यह उन विद्वानों के लिए फायदेमंद हो सकता है जिनकी भारतीय इतिहास,
संस्कृ ति और राजनीति में बहुत रुचि है। निष्कर्षतः, हिंदी शिक्षाएँ विभिन्न देशों को व्यापक लाभ प्रदान कर
सकती हैं और अंतर-सांस्कृ तिक समझ में योगदान देने वाले व्यक्तियों के लिए एक मूल्यवान संपत्ति के रूप में
काम कर सकती हैं।

धन्यवाद

गाजी जिया खान

कक्षा आठवीं ड

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