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सामान्य हिदेश:-
● निम्नलिखित निर्देश ों क बहुत सावधािी से पनि़ए और उिका पािि कीलिए :-
● इस प्रश्न पत्र में कुि 07 प्रश्न पूछे गए हैं । आपक 07 प्रश्न ों के उत्तर र्देिे हैं ।
प्रश्न 1. वनम्नललखखत 03 दी गई स्थिवत/घटनाओं में से वकसी 01 का चयन कर लगभग 200 शबददं का एक रचनात्मक लेख 5×1=5
ललखखए:-
● आपक तैरिा िहीों आता और ताि में नकसी िे आपक पीछे से धक्का र्दे नर्दया ह
● ‘िब आपक अचािक मोंच पर बुिाकर गीत गािे क कहा िाए’ ऐसी आकस्िक स्थिनत का वर्णि करें
प्रश्न 2. पुलिस आयुक्त क िाउडथपीकर ों का अिुचचत प्रय ग र किे के लिए पत्र लिखिए। 5×1=5
अििा
िगर निगम के थवास्थ्य अचधकारी क म हल्िे की सफाई के नवषय में पत्र लिखिए।
प्रश्न 3.(i) नवद्यािय में मिाए गए ‘पराक्रम नर्दवस’ समार ह का कायणवृत्त तैयार कीलिए। 3×1=3
अििा
आपके नवद्यािय में नपछिे सप्ताह रक्तर्दाि-खशनवर िगाया गया। अपिी नवद्यािय-पनत्रका के लिए एक प्रनतवेर्दि लिखिए।
प्रश्न 4.(i) इों टरिेट पत्रकाररता िे दुनिया क नकस तरह समेट लिया है, उर्दाहरर् सनहत थपष्ट कीलिए। 3×1=3
अििा
ििसोंचार का सबसे ि कनप्रय और प्रभावशािी माध्यम है-लसिेमा, कै से?
प्रश्न संख्या पाठ्यपुथतक आरदह भाग-1 तिा अनुपरू क पाठ्यपुथतक वितान भाग-1 अं क (20)
(iii) नर्दि के भ िेपि के साि-साि अक्िड़पि और िुझारूपि क भी बचािे की आवश्यकता पर क्य ों बि नर्दया गया है? 3
(i) ये मािे की च टटयााँ बूढे िामाओों के िाप से उर्दास ह गई हैं-इस पोंक्क्त के माध्यम से िेिक िे युवावगण से क्या आग्रह नकया है? 3
(ii) कृनष-नवभाग वाि ों िे मामिे क हॉटीकल्चर नवभाग क स ों पिे के पीछे क्या तकण नर्दया? 3
(iii) र्दबा हुआ आर्दमी एक कनव है, यह बात कै से पता चिी और इसे िािकारी का फाइि की यात्रा पर क्या असर पड़ा? 3
(iv) दुनिया के बारे में नकसाि ों क बतािा िेहरू िी के लिए क्य ों आसाि िा? 3
(i) ‘ि रेत के कर् मरुभूचम क सूिा बिाते हैं, वे ही रेिार्ीपािी का सोंग्रह करवाते हैं’ पाठ के आधार पर वर्णि कीलिए। 3×1=3
अििा
‘बेबी हािर्दार का िीवि सोंघषण से सफिता का सोंर्देश र्देता है। थपष्ट करें।
(ii) तुम दूसरी आशापूर्ाण र्देवी बि सकती ह -िेठू का यह किि रचिा सोंसार के नकस सत्य क उद्घाटटत करता है? 2×1=2
अििा
नर्दि ों नर्दि बढती पािी की समथया से निपटिे में यह पाठ आपकी कै से मर्दर्द कर सकता है तिा र्देश के अन्य राज् ों में इसके लिए
क्या उपाय ह रहे हैं?
विदयालय संगठन हैदराबाद संभाग
वितीय सत्र परीक्षा (T-2) 2021-22
अं कयदिना
विषय-ह द
िं ी (आधार-302) 2 घंटा
कक्षा-11व ं 40 अं क
सामान्य हिदेश:-
● अों क य ििा का उद्देश्य मूल्याोंकि क अचधकाचधक वथतुनिष्ठ बिािा है।
● वर्णिात्मक प्रश्न ों के अों क, य ििा में नर्दए गए उत्तर-नबिंदु अों नतम िहीों हैं। ये सुझावात्मक एवों साोंके नतक हैं।
● यनर्द परीक्षािी इि साोंके नतक नबिंदुओों से चभन्न नकिंतु उपयुक्त उत्तर र्दे त उसे अों क नर्दए िाएाँ ।
● मूल्याोंकि कायण नििी व्याख्या के अिुसार िहीों बल्ल्क अों क य ििा में निनर्दि् ष्ट निर्देशािुसार ही नकया िाएगा।
प्रश्न 1. वनम्नललखखत 03 दी गई स्थिवत/घटनाओं में से वकसी 01 का चयन कर लगभग 200 शबददं का एक रचनात्मक लेख 5×1=5
ललखखए:-
● भूचमका →1 अों क
● नवषयवथतु →3 अों क
● भाषा →1 अों क
प्रश्न 2. 2 में से नकसी एक नवषय पर पत्र (िगभग 80 से 100 शब्र्द सीमा) 5×1=5
● आरों भ और अों त की औपचाररकताएाँ → 1 अों क
● नवषयवथतु → 3 अों क
● भाषा → 1 अों क
प्रश्न 3.(ii) पररपत्र क अों ग्रेिी में Circular कहते हैं। प्रत्येक कायाणिय में प्रायः कई सूचिाएों, आर्देश, प्रसाररत ह ते रहते हैं। वे सूचिाएों एवों 2×1=2
आर्देश ि सभी अधीिथि अचधकाररय ों , कमणचाररय ों के सोंबों ध में ह ते है वे पररपत्र के माध्यम से भेिे िाते है। लिि पत्र ों के द्वारा
सूचिाएों और आर्देश प्रसाररत नकए िाते है उन्हें पररपत्र कहा िाता है बैठक में लिए गए महत्वपूर्ण निर्णय ों क कायाणन्न्वत करिे के
लिए पररपत्र िारी नकया िाता है। लिस मुद्दे क िेकर पहिा पररपत्र िारी नकया िाता है उस मुद्दे पर ह िे वािा फैसिा भी पररपत्र
के रूप में िारी नकया िाता है लिसमें निर्णय क कायणन्न्वत नकए िािे के निर्देश ह ते हैं।शासि प्रर्ािी में एक कायाणिय के अधीि
कई कायाणिय ह ते हैं। उिमें कई कमणचारी ह ते हैं। यह शों ििा ऊपर से िीच की और चिती है।
अििा
प्रेस नवज्ञप्प्त (प्रेस ररिीि) सरकारी आिेि का एक महत्वपूर्ण प्रकार है । िब सरकार के नकसी नवभाग के द्वारा अपिे निर्णय क
नवथतार से ििता के बीच प्रसाररत करिा ह ता है, त इसके लिए वह नवभाग सूचिा के आिेि क तैयार कर पत्र प्रकाशि सोंथिाि
के सोंपार्दक क पत्र मे प्रकाखशत करिे के लिए प्रेनषत कर र्देता है। प्रकाशि सोंथिाि के द्वारा इस आिेि का प्रकाशि हू-ब-हू नबिा
नकसी सोंश धि के प्रकाखशत नकया िाता है । इस आिेि क प्रेस नवज्ञप्प्त कहते है।
● शब्र्द सीमा का ध्याि रिें। नकसी भी पररस्थिनत में 700-1000 शब्र्द से ज्ार्दा ि ह ों ।
● यार्द रिें समाचार की भाषा सोंतुलित एवम सीधी ह ती है। प्रशोंसात्मक शब्र्द के प्रय ग से बचें।
● नवश्िेषर् और उपमा वािी भाषा का प्रय ग ि करें । िैसे महाि किाकार, चमत्कारी शख्ख्शयत आनर्द।
● लिस भाषा का अिबार ह उसी भाषा मे नवज्ञप्प्त लििें।
● भाषागत त्रुटटय ों का ध्याि रिें।
प्रश्न 4.(i) इों टरिेट पत्रकाररता आि दुनिया में बहुत तेिी से फैि रही है । अगर आप बात करें आि के समय में नप्रिंट मीनडया, रेनडय , टेिीनविि, 3×1=3
पुथतकें , लसिेमा, सब चीिें त आपकी एक भ िाइि पर ही चमि िाती हैं । सही मायिे में इों टरिेट पर । आपका िब मि करे नकसी
भी र्देश की क ई भी िबर आप िाि सकते ह । िबर नकतिी भी पुरािी ह आगक इों टरिेट पर चमि ही िाती है । इसके अिावा
यात्रा में िहुत सारी सुनवधाएाँ आपक र्देििे क चमिती है िैसे ह रेिवे टटकट और हवाई िहाि की टटकट बुनकिंग करिा, कमरे की
बुनकिंग करिा इत्यानर्द । यह सब हुआ है इों टरिेट की विह से।
अििा
ििसोंचार का सबसे ि कनप्रय और प्रभावशािी माध्यम है-लसिेमा। हािााँ नक यह ििसोंचार के अन्य माध्यम ों की तरह सीधे त र पर
सूचिा र्देिे के अन्य िहीों करता, िेनकि पर क्ष रूप में सूचिा, ज्ञाि और सोंर्देश र्देिे का काम करता है। लसिेमा क मि रों िि के एक
सशक्त माध्यम के त र पर र्देिा िाता रहा है। भारत में पहिी मूक ऩिल्म बिािे का श्रेय र्दार्दा साहेब ़िाल्के क िाता है। यह ऩिल्म
िी 1913 में बिी-‘रािा हररश्चोंद्र’। इसके बार्द के र्द र्दशक ों में कई और मूक ऩिल्में बिीों । इिके किािक धमण, इनतहास और ि क-
गािाओों के इर्दण-चगर्दण बुिे िाते रहे। 1931 में पहिी ब िती नफल्म बिी-‘ आिम आरा’। इसके बार्द नक ब िती ऩिल्म ों का र्द र शरू
ु
हुआ। आजार्दी चमििे के बार्द िहााँ एक तऱि भारतीय लसिेमा िे र्देश के सामालिक यिािण क गहराई से पकड़कर आवाज र्देिे की
क खशश की, वहीों ि कनप्रय लसिेमा िे व्यावसाचयकता का राथता अपिाया। लसिेमा ििसोंचार के एक बेहतरीि और सबसे ताकतवर
माध्यम ों में से एक है। इसके कई और आयाम भी हैं। यह मि रों िि के साि-साि समाि क बर्दििे का, ि ग ों में िई स च नवकलसत
करिे का और अत्याधुनिक तकिीक के इथतेमाि से ि ग ों क सपि ों की दुनिया में िे िािे का माध्यम भी है।
म िूर्दा समय में भारत हर साि िगभग 800 ऩिल्म ों का निमाणर् करता है और दुनिया का सबसे बड़ा ऩिल्म-निमाणता र्देश बि गया
है। यहााँ नहिंर्दी के अिावा अन्य क्षेत्रीय भाषाओों और बालिय ों में भी ऩिल्में बिती हैं और िूब चिती हैं।
प्रश्न 4.(ii) ऐसे अिेक समाचार सोंगठि ह ते हैं ि नकसी नवचारधारा या नकसी िास उद्देश्य या मुद्दे क उठाकर आगे बढते हैं और उस नवचारधारा 2×1=2
या उद्देश्य या मुद्दे के पक्ष में ििमत बिािे के लिए िगातार और ज र-श र से अचभयाि चिाते हैं। इस तरह की पत्रकाररता क
पक्षधर या एडव के सी पत्रकाररता कहा िाता है। भारत में भी कुछ समाचारपत्र या टेिीनवजि चैिि नकसी िास मुद्दे पर ििमत
बिािे और सरकार क उसके अिुकूि प्रनतनक्रया करिे के लिए अचभयाि चिाते हैं। उर्दाहरर् के लिए िेलसका िाि हत्याकाांड में
न्याय के लिए समाचार माध्यम ों िे सनक्रय अचभयाि चिाया।
अििा
पत्रकार तीि तरह के ह ते हैं-पूर्क
ण ालिक, अों शकालिक और फ्रीिाोंसर यािी थवतों त्र। पूर्क
ण ालिक पत्रकार नकसी समाचार सोंगठि में
काम करिे वािा नियचमत वेतिभ गी कमणचारी ह ता है, िबनक अों शकालिक पत्रकार (प्थटरिंगर) नकसी समाचार सोंगठि के लिए एक
निलचश्चत मािर्देय पर निलचश्चत सिे के लिए काम करिेवािा पत्रकार है, िेनकि फ्रीिाोंसर पत्रकार का सोंबों ध नकसी िास अिबार से िहीों
ह ता है, बल्ल्क वे भुगताि के आधार पर अिग-अिग अिबार ों के लिए लििता है।
प्रश्न संख्या पाठ्यपुथतक आरदह भाग-1 तिा अनुपरू क पाठ्यपुथतक वितान भाग-1 अं क (20)
प्रश्न 5. वनम्नललखखत 03 प्रश्नदं में से वकन्द्हीं 02 प्रश्नदं के उत्तर दीलिए। 3×2=6
(i) कनव िे बहि के लिए घर क पररताप का घर कहा है। बहि मायके में अपिे पररवार वाि ों से चमििे के लिए िुशी से आती है। वह 3
भाई-बहि ों के साि नबताए हुए क्षर् ों क यार्द करती है। घर पहुाँचकर िब उसे पता चिता है नक उसका एक भाई िेि में है त वह
बहुत दुिी ह ती है। इस कारर् कनव िे घर क पररताप का घर कहा है।
(ii) कनव दुष्योंत िे वतणमाि शासि-व्यवथिा के चिते बुलििीवी वगण की भयभीत नववशता पर प्रकाश डािा है। शासि अपिी कमी सुििे 3
के लिए तैयार िहीों है। अतः वह शायर ों और कनवय ों के मुाँ ह लसि सकता है। कनव थपष्ट करता है नक मुाँ ह बों र्द कर िेिा वह सावधािी
भरा कर्दम है ि एक शायर द्वारा अपिी गजि के लिए उठाया गया है। मूक रहकर रचिा क अों िाम र्देिा शायर की नववशता और
समय की मााँ ग र्द ि ों ही है।
(iii) नर्दि का भ िापि सच्चाई और ईमािर्दारी के लिए िरूरी है, परों तु हर समय भ िापि ठीक िहीों ह ता। भ िेपि का फायर्दा उठािे 3
वाि ों के साि अक्िड़पि नर्दिािा भी िरूरी है। अपिी बात क मिवािे के लिए अकड़ भी ह िी चानहए। साि ही कमण करिे की
प्रवृचत्त भी आवश्यक है। अत: कवचयत्री भ िेपि, अक्िड़पि व िुझारूपि-तीि ों गुर् ों क बचािे की आवश्यकता पर बि र्देती है।
(i) िेिक की मान्यता है नक मािे की च टटय ों पर बूढे िामाओों िे इतिे िाप नकए हैं नक उिके बुढापे और िाप से ये पहानड़यााँ उर्दास ह 3
गई हैं। अतः कनव युवा वगण से आग्रह करता है नक वे यहााँ आकर नकि ि करें त ये पहानड़यााँ हनषि् त ह ों । अभी त इि पर थपीनत का
आतणिार्द िमा हुआ है, ि युवा अट्टहास की गरमी से कुछ त नपघिेगा। िेिक की ओर से यह एक युवा निमोंत्रर् है।
(ii) कृनष नवभाग वाि ों िे तकण नर्दया नक कृनष नवभाग क अिाि और िेती-बाड़ी से सोंबों चधत मामि ों में फैसिे िेिे का अचधकार है। 3
िामुि का पेड़ फिर्दार वृक्ष है, इसलिए यह मामिा हॉटीकल्चर नवभाग के अों तगणत आता है। उन्हें ही इस नवषय में फैसिा िेिा
चानहए। उन्ह ों िे फाइि हॉटीकल्चर नवभाग क स ों प र्दी।
(iii) रात क मािी िे र्दबे हुए आर्दमी के मुाँ ह में खिचड़ी डािी त उसे यह भी बताया नक तुम्हारे लिए सेक्रेटररय ों की मीटटिंग ह गी और 3
मामिा शीघ्र ही निपट िाएगा। इस पर र्दबे हुए आर्दमी िे चमिाण गालिब का एक शेर कह डािा- “ये त मािा नक तगाफुि ि कर गे,
िेकि िाक ह िाएाँ गे हम तुमक िबर ह िे तक।” यह सुिकर मािी िे पूछा, “क्या तुम शायर ह ?’र्दबे हुए आर्दमी िे कहा ‘हााँ ’ त
मािी िे चपरासी क , चपरासी िे क्िकण और क्िकण िे हेडक्िकण क बताया और पूरे नवभाग में यह सूचिा फैि गई। यह निर्णय लिया
गया नक ि एग्रीकल्चर और ि ही हॉटीकल्चर, इस व्यक्क्त की ़िाइि कल्चरि नडपाटणमेंट क र्दे र्दी िाए। अब ़िाइि पर िए लसरे से
नवचार ह िे िगा। इसे सानहत्य अकार्दमी की कें द्रीय शािा का मेंबर चुि लिया गया। पत्नी क भत्ता र्देिे की बात भी कही गई पर
पेड़ की बात वहीों की वहीों रही। उसे काटिा सोंभव ि हुआ। इस बात की ़िाइि िहााँ की तहााँ रही।
(iv) िेहरू िी अपिे भाषर् ों में नकसाि ों की दुनिया के बारे में बताते हैं। दुनिया के बारे में उन्हें िािकारी र्देिा आसाि िा, ऐसा माििे के 3
कई कारर् िे-
● पुरािे महाकाव्य ों व पुरार् ों की किा-कहानिय ों से नकसाि पहिे से पररचचत िे।
● अिेक ि ग ों िे बड़े-बड़े तीिों की यात्रा कर रिी िी ि र्देश के चार ों क ि ों पर हैं।
● कुछ लसपानहय ों िे प्रिम नवश्वयुि में भाग लिया िा।
● कुछ ि ग नवर्देश ों में ि कररयााँ करते िे।
● 1930 की आचिि् क मोंर्दी के कारर् दूसरे मुल्क ों के बारे में िािकारी िी।
(i) रेत के कर् बहुत ही बारीक ह ते हैं। वे अन्यत्र चमििेवािे चमट्टी के कर् ों की तरह एक-दूसरे से चचपकते िहीों । िहााँ िगाव है, वहााँ 3×1=3
अिगाव भी ह ता है। लिस चमट्टी के कर् परथपर चचपकते हैं, वे अपिी िगह भी छ ड़ते हैं और इसीलिए वहााँ कुछ थिाि िािी छू ट
िाता है। िैसे र्द मट या कािी चमट्टी के क्षेत्र में गुिरात, मध्य प्रर्देश, महाराष्टर, नबहार आनर्द में वषाण बों र्द ह िे के बार्द धूप निकििे पर
चमट्टी के कर् चचपकिे िगते हैं और धरती, िेत, आाँ गि में र्दरारें पड़ िाती हैं। धरती की सोंचचत िमी इि र्दरार ों से ह कर उड़ िाती
है, पर यहााँ के रेतीिे कर् ों में नबिरे रहिे में ही सोंगठि है।मरुभूचम में रेत के कर् समाि रूप से नबिरे रहते हैं। यहााँ िगाव िहीों ,
इसलिए अिगाव भी िहीों ह ता। पािी चगरिे पर कर् ि ड़े भारी ह िाते हैं, पर अपिी िगह िहीों छ ड़ते। भीतर समाया वषाण का
िि भीतर ही रहता है। एक तरफ ि ड़े िीचे चि . रही िनड़या पट्टी इसकी रिवािी करती है त ऊपर से रेत के असोंख्य कर् इस
िि पर कड़ा पहरा रिते हैं। इस नहथसे में बरसी वषाण की बूों र्दें रेत में समाकर िमी में बर्दि िाती हैं। यहीों अगर कुोंई बि िाए त ये
रि कर् पािी की बूों र्द ों क एक-एक कर कुोंई में पहुाँचा र्देते हैं। इसी कारर् इस िि क रेिार्ी पािी अिाणत् रिकर् ों से ररसकर आया
पािी कहा िाता है। ये रित कर् बूों र्द ों के रक्षक हैं ि रे िार्ी पािी का कारर् बिते हैं।
अििा
बेबी हािर्दार का िीवि इस बात की िीती-िागती चमसाि है नक मिुष्य सोंघषण कर हर मुकाम क पा सकता है। पनत की ज्ार्दनतय ों
क सहिे वािी िाि ों ल्ियााँ हमारे समाि में रहती हैं। ि निम्न, मध्यम और उच्च-तीि ों ही वगों में समाि रूप से हैं। असि में बेबी
िैसी ल्ियााँ बहुत कम हैं ि अपिे ऊपर नवश्वास करके अत्याचारी पनत क ठु कराकर बाहर निकि सकें । उसके बार्द समाि में ओछी
बात ों पर ध्याि ि र्देकर चुपचाप िीवि-िीिा, अपिे बच्च ों क पाििा ये सभी बातें हमें प्रेररत करती हैं नक अन्याय क सहि मत
कर , थवयों में नवश्वास रि और सर्दा मेहित करते रह । मेहित कभी बेकार िहीों िाती। इसी खशक्षा क ग्रहर् कर हमें सर्दा मेहित
और सोंघषण के साि अन्याय क ठु करािा है।
(ii) रचिा सोंसार और इसमें रहिे वािे ि ग ों की अपिी एक अिग ही िीवि-शैिी है। ये ि ग िेिि कायण के लिए सारी सारी रात िाग 2×1=2
सकते हैं, िागते हैं। तुम दूसरी आशापूर्ाण र्देवी बि सकती ह ’–िेठू का यह किि बेबी क यही बात समझािे के लिए िा। िेठू िे
यह भी समझाया िा नक आशापूर्ाण र्देवी भी सारा काम-काि निबटाकर रात-रात भर च री-च री लििती िी, िब ि ग स िाते िे।
यह सच है रचिा सोंसार में िेिि का एक िशा ह ता है, िैसा मुोंशी प्रेमचों र्द क भी िा, ि कई मीि पैर्दि चिकर आते, िािे-पीिे
का टठकािा ि िा, नफर भी नडबरी की र शिी में कई-कई घोंटे बैठकर िेिि कायण करते िे। ऐसी ही बेबी हािर्दार िे भी नकया। िब
सारी झुग्गी बथती स िाती त वह िेिि कायण करती रहती िी।
अििा
मिुष्य िे प्रकृनत का िैसा र्द हि नकया है, उसी का अों िाम आि मिुष्य भुगत रहा है। िों गि ों की कटाई भूचम का िि थतर घट गया
है और वषाण, सरर्दी, गरमी आनर्द सभी अनिलचश्चत ह गए हैं। इसी प्राकृनतक पररवतणि से मिुष्य में अब कुछ चेतिा आई है। अब वह
िि सोंरक्षर् के उपाय ि ििे िगा है। इस उपाय ि ििे की प्रनक्रया में रािथिाि सबसे आगे है, क्य ों नक वहााँ िि का पहिे से ही
अभाव िा। इस पाठ से हमें िि की एक-एक बूों र्द का महत्त्व समझिे में मर्दर्द चमिती है। पेय िि आपूनति् के कटठि, पारों पररक,
समझर्दारीपूर्ण तरीक ों का पता चिता है।अब हमारे र्देश में वषाण के पािी क एकत्र करके उसे सा़ि करके प्रय ग में िािे के उपाय
और व्यवथिा सभी िगह चि रही है। पेय िि आपूनति् के लिए िनर्दय ों की स़िाई के अचभयाि चिाए िा रहे हैं। पुरािे िि सोंसाधि ों
क नफर से प्रय ग में िािे पर बि नर्दया िा रहा है। रािथिाि के नति निया गााँ व में पक्के तािाब ों में वषाण का िि एकत्र करके िि
आपूनति् के साि-साि नबििी तक पैर्दा की िा रही है ि एक मागणर्दशणक कर्दम है। कुोंईिुमा तकिीक से पािी सुरलषक्षत रहता है।