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कृष्ण वाणी भाग 3
कृष्ण वाणी भाग 3
श्री कृष्ण कहते हैं जन्म लेने वाले की मत्ृ र्ु उतनी
ही ननजचचत होती है जजतने की मत्ृ र्ु होने वाले के
ललए जन्म लेना इसललए जो अपररहार्ण है उस पर
शोक मत करो।
भरोसा अगर खद
ु पर रखो तो ताकत बन जाता है
और दस
ू रों पर रखो तो कमजोरी।
जजसे तम
ु अपना समझ कर प्रसन्न हो रहे हो बस
र्ही प्रसन्नता तम्
ु हारे दख
ु ो का कारण है ।
इनतहास कहता है फक कल सख
ु था, ववज्ञान कहता
है फक कल सख
ु होगा लेफकन धमण कहता है फक
अगर मन सच्चा और ददल अच्छा है तो हर रोज
सुख होगा।
जब तम्
ु हें ववचवास है फक तम्
ु हारा ईचवर तम्
ु हारे
साथ है तो क्र्ा िकण पड़ता है फक कौन तुम्हारे
खखलाि है ।
जजंदगी को हमेशा मुस्कुराकर जजर्ो क्र्ोंफक आप
नहीं जानते फक र्ह फकतनी बाकी है ।
श्री कृष्ण कहते हैं दनु नर्ा के सारे खेल खेल लेना
पर भूलकर फकसी की भावनाओं के साथ मत
खेलना क्र्ोंफक र्े वो गन
ु ाह है जजन्हें मैं कभी
माि नहीं करूंगा।
जीवन की संद
ु रता इस बात पर ननभणर नहीं करती
फक आप फकतने खश
ु हैं परं तु इस बात पर ननभणर
करती है फक आप के कारण दस
ू रे फकतना खुश है ।