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अति-संवेदनशीलिा मानचित्रण

मैनअ
ु ल

मािच, 2016
दस्िावेज 5 संस्करण 1

भारि तनवाचिन आयोग


तनवाचिन सदन, अशोक रोड, नई ददल्ली – 110 001

“मजबि
ू लोकिंत्र- सबकी भागीदारी”
केवल सीममि एवं आचिकाररक उपयोग के मलए

अति-संवेदनशीलिा मानचित्रण
मैनुअल

भारि तनवाचिन आयोग


तनवाचिन सदन, अशोक रोड, नई ददल्ली – 110 001

“मजबि
ू लोकिंत्र- सबकी भागीदारी”
अति-संवेदनशीलिा मानचित्रण तनवाचिकीय प्रक्रिया में तनवाचिकों की भयरदिि एवं बािारदिि सिभाचगिा
सतु नश्चिि करने के मलए एक अंगभि
ू संघटक के रूप में उभर कर सामने आया िै । वर्च 2007 से
तनवाचिन आयोग ने इस संकल्पना का काफी कारगर िरीके से इस्िेमाल क्रकया िै । आयोग के सभी
पपछले अनद
ु े शों को इस्िेमाल करिे िुए यि पश्ु स्िका अति-संवेदनशीलिा के संघटकों, इसकी
योजना और फील्ड में तनष्पादन की पवशद जानकारी दे िी िै । यि पश्ु स्िका सभी भावी तनवाचिनों में
इस्िेमाल क्रकए जाने के मलए संकमलि इनपट
ु के साथ सभी पपछले अनद
ु े शों का समेकन िै ।
विषय सच
ू ी
संक्षिप्तिय ं
I. परिचय
II. विधिक संिचन पि अनद
ु ेश
III. अति-संिेदनशीलि के पैि मीटि
IV. अति-संिेदनशीलि म नधचत्रण (िीएम) क्रेय के िीन चिण
V. अति-संिद
े नशीलि म नधचत्रण के ललए की ज ने ि ली क िर ि ई
1. उपयक्
ु ि सेक्टि अधिक रियों की तनयप्ु क्ि एिं उनके उत्ििद तयत्ि
2. अति-संिेदनशीलि म नधचत्रण (िीएम) के ललए सेक्टि पलु लस अधिक रियों एिं
न मोद्ददष्ट पलु लस अधिक रियों की तनयप्ु क्ि
3. सेक्टि अधिक रियों एिं न मोद्ददष्ट पलु लस अधिक रियों क प्रलशिण
4. ि ज्य के क नन
ू एिं व्यिस्थ पोटर ल को क यरशील किने के संबि
ं में
5. अति-संिेदनशील िेत्रों/खंडों/ग्र मों/उपग्र मों की पहच न किन
6. ऐसी अति-संिद
े नशीलि उत्पन्न किने ि ले व्यप्क्ियों की पहच न किन
7. अति-संिेदनशीलि उत्पन्न किने के ललए उत्ििद यी व्यप्क्ियों के विरुद्ि क िर ि ई
8. रिपोदटिं ग फ मेट
9. केन्रीय पलु लस बल एिं मिद न ददिस िैन िी के ललए िेत्र प्रभत्ु ि योजन
10. मिद न के ददन अति-संिेदनशील िेत्रों/व्यप्क्ियों क अनि
ु ीिण
11. मिद न के उपि ंि रिटतनिंग अधिक िी/प्जल तनि रचन अधिक िी/प्रेिकों की भलू मक
12. जि बदे ही एिं गोपनीयि
V I. अति-संिेदनशीलि म नधचत्रण (िीएम) के ललए समय-सीम

अनुबंि
 अनुबंि - I िीएम-1 – सेक्टर अचिकारी के अति-संवेदनशीलिा मानचित्रण की क्रिया शुरू करने से पिले
डीईओ/आरओ के द्वारा उन्िें प्रत्येक पविान सभा क्षेत्र के बारे में जानकारी उपलब्ि करानी िै ।
 अनब
ु ंि - II िीएम-2 (एसओ) – सेक्टर अचिकाररयों द्वारा अति-संवेदनशीलिा की जांि एवं तनिाचरण
करने के मलए प्रोफामाच
 अनुबंि - III (मिद न केन्रि ि) िीएम-3 (एसओ) – सेक्टर अचिकाररयों द्वारा अति-संवेदनशील
मुिल्लों/पॉकेट/मिदािा खंडों के और भयादोिन करने वाले व्यश्क्ियों की मिदान केन्रवार सूिीयन के मलए
मिदान केन्रवार फामेट
 अनब
ु ंि - IV (सेक्टिि ि) िीएम-4 (एसओ) - सेक्टर अचिकाररयों द्वारा अति-संवेदनशील
मुिल्लों/पॉकेट/मिदािा खंडों के और भयादोिन करने वाले व्यश्क्ियों की मिदान केन्रवार सूिीयन का
सारांश
 अनुबंि - V (सेक्टिि ि) िीएम-5 (एसओ) – सेक्टर अचिकारी/सेक्टर मश्जस्रे ट/प्रिान आरक्षी/सिायक पुमलस
सब इंस्पेक्टर द्वारा प्रमाण पत्र
 अनब
ु ंि - VI (विि न सभ स्िि) िीएम-6 (आिओ) – ररटतनिंग अचिकारी द्वारा अति-संवेदनशीलिा का
सारांश और अति-संवेदनशीलिा उत्पन्न करने वाले व्यश्क्ियों की सूिी
 अनुबंि - VII (प्जल स्िि) िीएम-7 (डीईओ) – अति-संवेदनशीलिा की पििान, और श्जला स्िर पर की
गई कारच वाई की ररपोटच
संक्षिप्तिय ं
ARO – सिायक ररटतनिंग अचिकारी
ASD – अनुपश्स्थि, स्थानांिररि, मि
ृ एवं डुप्लीकेट
ASI – सिायक सब इंस्पेक्टर
ATR - की गई कारच वाई
CEO - मुख्य तनवाचिन अचिकारी
CPF – केन्रीय पमु लस बल
DEO – श्जला तनवाचिन अचिकारी
DM – श्जला मश्जस्रे ट
DSP – पमु लस उपािीक्षक
ECI – भारि तनवाचिन आयोग
EPIC – तनवाचिक फोटो पििान काडच
LIB – स्थानीय आसूिना ब्यरू ो
LOR – कानून एवं व्यवस्था
LWE – वाम उग्रवाद
MCC – आदशच आिार संदििा
NBW – गैर-जमानिी वारं ट
PASA – असामाश्जक कायचकलाप तनवारण अचितनयम
PCCP – गचिी-सि-संग्रािक पादटच यां
PI – पुमलस इंस्पेक्टर
PS – मिदान केन्र
RO – ररटतनिंग अचिकारी
SDM – सब डडवीजनल मश्जस्रे ट
SDPOs – सब डडवीजनल पुमलस अचिकारी
S.O. – सेक्टर अचिकारी
SP – पुमलस अिीक्षक
TDO – िालुका पवकास अचिकारी
UT – संघ राज्य-क्षेत्र
VM - अति-संवेदनशीलिा मानचित्रण
I. I परिचय
तनवाचिनों के संदभच में अति-संवेदनशीलिा क्रकसी मिदािा या मिदािाओं के समूि की, िािे वे भौगोमलक दृश्ष्ट से
अमभज्ञाि-योग्य क्षेत्र में रििे िों या निीं, स्विंत्र एवं तनष्पक्ष िरीके से मि दे ने के उसके अचिकार के प्रयोग के
संबंि में , मिदािा का भयादोिन करके या क्रकसी प्रकार के अनुचिि प्रभाव या बल के माध्यम से गलि िरीके से
रोके जाने या प्रभापवि क्रकए जाने के प्रति प्रभाव्यिा िै ।

तनवाचिनों के संदभच में अति-संवेदनशीलिा मानचित्रण (वीएम) का कायच, समय रििे ऐसे मिदािाओं या मिदािाओं
के वगच की सुस्पष्ट िरीके से पििान करने के उद्दे चय से क्रकया जाना िै क्रक ऐसे मिदािा या मिदािाओं के वगच
श्जनके “अति-संवेदनशील ” िोने की संभावना िै , ऐसी अति-संवेदनशीलिा उत्पन्न करने वाले व्यश्क्ियों या अन्य
कारकों की पििान की जा सके और ऐसी पििान के आिार पर काफी पिले यथेष्ट सि
ु ारात्मक कारच वाई की जा
सके।

वर्च 2007 से, भारि तनवाचिन आयोग ने स्विंत्र एवं तनष्पक्ष तनवाचिन सुतनश्चिि करने के मलए क्रकए जाने वाले
पवमभन्न उपायों के संबंि में अनुदेश जारी क्रकए िैं। एक ऐसा पररवेश, श्जसमें प्रत्येक तनवाचिक बाचिि िुए बगैर या
क्रकसी व्यश्क्ि के द्वारा अनचु िि रूप से प्रभापवि िुए बगैर मिदान केन्र िक पिुंिने में सक्षम िो, स्विंत्र एवं
तनष्पक्ष तनवाचिन के मलए एक मित्वपूणच पूव-च अपेक्षा िै । इस पूव-च अपेक्षा, जो मिदािाओं के मलए व्यापक रूप से
स्विंत्र, तनष्पक्ष, एवं सुरक्षक्षि पररवेश सुतनश्चिि करने के मलए िै , के मलए भारि तनवाचिन आयोग ने अग्रविी,
तनवारक एवं योजनाबद्ि कारच वाई करने के मलए सािन िैयार क्रकए िैं। एक ऐसा िी सािन अति-संवेदनशीलिा
मानचित्रण (इसमें वीएम के रूप में संदमभचि) का सािन िै ।

II अति-संिेदनशीलि म नधचत्रण पि अनुदेश


तनवाचिनों में बािुबल द्वारा तनभाई जा रिी भूममका को समुचिि रूप से संज्ञान में लेिे िुए और तनवाचिकीय
राजनीति की कतिपय पवद्यमान सामाश्जक-आचथचक वास्िपवकिाओं पर ध्यान दे िे िुए आयोग ने 2007 में ‘अति-
संवेदनशीलिा मानचित्रण ’ नामक एक प्रक्रिया शुरू की िै । बाद में , ऐसे जोखखम एवं भयादोिन के प्रति अति-
संवेदनशील मिदान केन्र क्षेत्र के भीिर लोकेशनों की पििान करने के द्वारा तनवाचिनों में िमकी एवं भयादोिन
के संकट पर अंकुश लगाने के मलए अनुदेशों की तनम्नमलखखि श्ंख
ृ ला जारी की गईं:

अनुदेश की ि िीख संख्य विषय प्रमुख संघटक


12/10/2007 464/अनद
ु े श/2007- स्विंत्र एवं तनष्पक्ष तनवाचिन  अति-संवेदनशील
पीएलएन-। सुतनश्चिि करने के मलए उपाय ग्रामों/उपग्रामों/वास-स्थानों
– तनवाचिक के अति-संवेदनशील की पििान करना
वगों के मिदािाओं के  तनवारक उपाय
भयादोिन का तनवारण – अति-  डीईओ एवं एसपी की संयक्
ु ि
संवेदनशीलिा मानचित्रण – समीक्षा
ित्संबंिी  क्षेत्र पर विचस्व कायम करना
 ररपोदटिं ग
16/10/2010 464/बबिार पव.स./2010 बबिार पविान सभा का  सेक्टर मश्जस्रे टों एवं
सािारण तनवाचिन – अति- पीसीसीपी का पवश्जट
संवेदनशील क्षेत्रों के मलए  अति-संवेदनशील मिदािाओं
सरु क्षा कवर – ित्संबंिी को सरु क्षा कवर प्रदान करना
23/03/2011 464/अनुदेश/2011/ईपीएस असम, पश्चिम बंगाल, केरल,  सेक्टर मश्जस्रे टों एवं िलंि
िममलनाडु और पुदि
ु रे ीं पविान राज्य बलों का पवश्जट
सभा के सािारण तनवाचिन –  अति-संवेदनशील मिदािाओं
अति-संवेदनशील क्षेत्रों के मलए को सरु क्षा कवर प्रदान करना
सुरक्षा कवर – ित्संबंिी
30/12/2011 464/अनुदेश/2011/ईपीएस अति-संवेदनशीलिा मानचित्रण  अति-संवेदनशीलिा
मानचित्रण
 सेक्टर अचिकारी का पवश्जट
 फामेट वीएम-एसओ
 फामेट वीएम-आरओ
 फामेट वीएम-डीईओ
07/03/2014 76/अनुदेश/2014/ईईपीएस व्यय प्रबंिन  ग्राम स्िर/वाडच स्िर
जागरूकिा समि
ू का गठन
 क्षेत्र में भयादोिन की सूिना
एकबत्रि करना
 क्षेत्र में पवचवास बनाने के
उपाय करना
21/10/2015 464/एल एवं तनवाचिनों के दौरान प्रेस  सुरक्षा बलों की िैनािी के
ओ/2015/ईपीएस सम्मेलन के अनुदेश – ित्संबंिी पववरणों को सावचजतनक रूप
से साझा करने के मलए कोई
भी प्रेस सम्मेलन-मीडडया
ब्रीक्रफं ग निीं
 मीडडया को कोई भी
जानकारी जरूरि पड़ने पर,
या िो आयोग द्वारा या
मुख्य तनवाचिन
अचिकारी/अचिकाररयों द्वारा
दी जाएगी।

वीएम के सािन का इसकी शरु


ु आि के समय से प्रभावी रूप से उपयोग क्रकया गया िै और सामने आिी अपेक्षाओं
के अनुसार इसे समय-समय पर आशोतघि/रूपांिररि क्रकया गया िै । संसदीय एवं पविान सभा के सभी सािारण
तनवाचिनों में इस सािन का उपयोग करने के आठ वर्ों के अनुभव के बाद वीएम की कायचपवचि को अब सांस्थातनक
रूप दे ददया गया िै । इन अनभ
ु वों से जानकारी प्राप्ि करके और दे शभर की सवचश्ेष्ठ पररपादटयों से सीख लेकर,
वीएम पर ईसीआई द्वारा तनगचि अनुदेशों की श्ंख
ृ ला को अब समेक्रकि क्रकया गया िै और फील्ड में इसके और
अचिक प्रभावी क्रियान्वयन के मलए इस पुश्स्िका में एक सव्ु यवश्स्थि संरिना में आगे और प्रवचिचि क्रकया गया िै ।
III. विधिक संिचन :
1. भारिीय दं ड संदििा की िारा 171ग – तनवाचिनों में अनुचिि प्रभाव डालना भारिीय दं ड संदििा की िारा 171ग
के ििि एक तनवाचिकीय अपराि िै । कोई भी तनवाचिकीय अचिकार के स्विंत्र प्रयोग के साथ कोई भी अमभप्रेि
िस्िक्षेप करना या िस्िक्षेप करने का प्रयास करना तनवाचिन में असम्यक् प्रभाव डालने का अपराि बनिा िै ।

2. लोक प्रतितनचित्व अचितनयम, 1951 की िारा 123(2) – क्रकसी तनवाचिन अचिकार के स्विंत्र प्रयोग में अभ्यथी
या उसके अमभकिाच की, या अभ्यथी या उसके तनवाचिन अमभकिाच की सम्मति से क्रकसी अन्य व्यश्क्ि की ओर से
क्रकए गए कोई प्रत्यक्षि: या परि: िस्िक्षेप या िस्िक्षेप के प्रयत्न को भ्रष्ट आिरण के रूप में पररभापर्ि करिा िै ।

इसके अलावा, जो लोग अति-संवेदनशीलिा उत्पन्न करिे िैं उनके अपरािों के आिार पर प्रविचन एजेंमसयों
द्वारा आईपीसी के पवमभन्न अन्य सम्बद्ि उपबंि भी लगाए जा सकिे िैं।

IV. अति-संिेदनशीलि के पैि मीटि


प्रत्येक डीईओ/आरओ के मलए जरूरी िै क्रक वि अपने श्जले/तनवाचिन-क्षेत्र में अति-संवेदनशीलिा के संघटकों के
संबंि में विचमान एवं पवगि काल के ररकाडों के आिार पर इनपुट एकबत्रि करे । अनुबंि-। अति-संवेदनशीलिा पर
इनपुट एकबत्रि करने के मलए पैरामीटरों का एक सेट उपलब्ि करािा िै । डीईओ/आरओ को कम से कम छि मिीने
पिले ऐसी सूिना एकबत्रि करनी िादिए और बाद में तनरं िर अद्यिनीकृि करिे रिना िादिए। अति-संवेदनशीलिा
मानचित्रण के कायच के मलए सेक्टर अचिकारी की तनयश्ु क्ि के उपरांि उन्िें यि इनपट
ु उपलब्ि कराए जाने की
जरूरि िै । अति-संवेदनशीलिा मानचित्रण के कायच के मलए उन्िें सक्षम बनाए जाने के मलए उपयुक्ि प्रमशक्षण
कैप्सूल का आयोजन भी क्रकए जाने की जरूरि िै । अति-संवेदनशीलिा मानचित्रण का कायच तनष्पाददि करिे समय
और सेक्टर अचिकाररयों को मलखखि ब्रीफ दे िे समय डीईओ/आरओ द्वारा श्जन अन्य मित्वपूणच पैरामीटरों पर भी
पविार क्रकए जाने की जरूरि िै उनमें तनम्नमलखखि सश्म्ममलि िैं:

i. मिद न-पूिर लशक यिें : मिद न-पूिर लशक यिें अति-संवेदनशीलिा मानचित्रण का एक मित्वपूणच इनपुट माना
जाए। मशकायिें कई दृश्ष्टयों से मित्वपूणच िोिी िैं। यि मिदान ददवस के काफी पिले राजनीतिक प्रतिस्पिाचपन की
गिराई को दशाचने वाली जीिी-जागिी घटना िोिी िै । मशकायिें िमेशा वास्िपवक निीं िोिी िैं। िालांक्रक, तनवाचिन
मशीनरी द्वारा सिी सत्यापपि की गई कई मशकायिें अति-संवेदनशीलिा के सूिक के रूप में मानी जा सकिी िैं।
मिदान-पव
ू च मशकायिों के सामान्य िौर पर दो आयाम िोिे िैं। एक एमसीसी से संबंचिि िोिी िैं , दस
ू री पवपवि
स्वरूप की राजनीतिक प्रतिद्वंददिा से संबंचिि िोिी िै जो मुख्यिया राजनीतिक दलों के नेिाओं द्वारा राजनीतिक
जमीन बनाए रखने/पुष्ट करने/खोने से संबंचिि िोिी िैं। दरअसल, दस
ू रे प्रकार की गतिपवचि मिदान ददवस से
काफी पिले घदटि िोनी शुरू िो जािी िै । मशकायिें तनवाचिनों के पिले राजनीतिक दलों द्वारा मिसूस क्रकए जाने
वाले कम्पनों का प्रकटन िोिी िैं।
ii. राजनीतिक दलों की कारच वाई: मिदान से पिले एमसीसी मामलों के उल्लं िन से संबचं िि मशकायिों का स्वरूप
भी मित्वपूणच िैं। अनुभव सझ
ु ािे िैं क्रक राजनीतिक दल तनजी संपपि पर दीवार-लेखन के मलए गि
ृ स्वाममयों की
अनुमति लेने की इच्छुक निीं िोिे िैं। ग्रामीण क्षेत्रों में िो इसे लगभग स्वीकृि िुआ मान मलया जािा िै । मिदािा
राजनीतिक दल, पवशेर्कर सत्िािारी राजनीतिक दल नामक अत्यन्ि संगदठि तनकाय के पवरोि में आवाज उठाने
का सािस निीं जुटा सकिे िैं। यि मिदािाओं में अति-संवेदनशीलिा की भावना उत्पन्न करिा िै । दरअसल,
राजनीतिक दलों को तनजी सम्पत्तश्ााा पर ग्रैक्रफटी लगाने की अनुमति दे ना प्रच्छन्न रूप से बाध्यकारी िो सकिा िै ।
इस संदभच में , एमसीसी उल्लंघनों की प्रवपृ ि का मिदान केन्र की अति-संवेदनशीलिा की दृश्ष्ट से काफी अचिक
प्रभाव पड़िा िै और इसमलए, अति-संवेदनशीलिा के मानचित्रण पर पविार करिे समय इसे ध्यान में रखना
िादिए।

सेक्टर अचिकारी मिदान केन्र (केन्रों) के पवश्जट के दौरान अति-संवेदनशील क्षेत्रों की, पवशेर्कर गैर-वाम उग्रवाद
क्षेत्रों में , जांि एवं तनचियन करने के मलए, अनुबंि-।। में यथा-पवदिि प्रोफामाच का उपयोग करें गे।
सेक्टर अचिकारी की वीएम ररपोटच के अलावा डीईओ को तनम्नमलखखि अवचय सुतनश्चिि करना िादिए:
i. अति-संवेदनशीलिा ररपोटच का प्रति-सत्यापन : सब-डडवीजनल मश्जस्रे ट (एसडीएम) के अपेक्षाकृि अचिक उच्ि
स्िर पर सूिना के संग्रिण, प्रति-सत्यापन और संकलन का कुछ अतिररक्ि िंत्र अवचय िोना िादिए।
एसडीपीओ/अन्य स्रोिों/श्जला आसूिना इनपुट्स से उसमें कुछ और इनपुट्स जोड़े जा सकिे िैं। इस िरि, अति-
संवेदनशीलिा योजना को युश्क्िसंगि और यथाथचपरक बनाया जाए। सािारण पविान सभा तनवाचिनों के दौरान
एसडीएम सब-डडवीजनल क्षेत्राचिकार के भीिर पविान सभा तनवाचिन-क्षेत्रों के ररटतनिंग अचिकाररयों के साथ
समन्वयन करें गे।
ii. इनपट्
ु स संग्रदिि करने के अन्य अवसर :- आयोग ने अनद
ु े श जारी क्रकया िै क्रक ररटतनिंग अचिकारी
बल की िैनािी से पिले अभ्यचथचयों द्वारा प्रस्िि
ु शोिनीय बबंदओ
ु ं पर पविार करें गे। राजनीतिक दलों से
इनपट्
ु स लेने में इंटरफेस एसडीएम स्िर (और इसके नीिे निीं) पर मलया जाए िाक्रक वैिीकरण पिले इस
स्िर पर क्रकया जाए और िदप
ु रांि डीईओ/आरओ के लेवल पर क्रकया जाए।

iii. िंक्रू क मिदािागण सबसे बड़े दिििारक िैं इसमलए, मिदािाओं से सि


ू ना साझा करने के मलए भी कुछ माध्यम
िोना िादिए। िे ल्पलाइन/कॉल सेंटर/कंरोल रूम सक्रिय क्रकए जाएंगे और उनका पयाचप्ि प्रिार-प्रसार क्रकया जाएगा।
सेक्टर अचिकाररयों को इन पववरणों से अच्छी िरि अवगि िोना िादिए।

V. अति-संवेदनशीलिा मानचित्रण (वीएम) कायच के िीन िरण


मिदान के मलए तनयि सभी तनवाचिन-क्षेत्रों में अति-संवेदनशीलिा मानचित्रण (वीएम) कायच तनरपवाद रूप से
तनष्पाददि क्रकया जाएगा। वीएम कायच िीन िरणों में घदटि िोिा िै :
i. िमकी य भय दोहन के प्रति अति-संिेदनशील मिद ि ओं/मिद ि िगों (ग्र म/उपग्र म/िेत्रि ि) की पहच न
किन ।
ii. ऐसी अति-संिेदनशीलि उत्पन्न किने ि ले व्यप्क्ियों की पहच न किन ।
iii. अति-संिेदनशीलि उत्पन्न किने के ललए उत्ििद यी व्यप्क्ियों के विरुद्ि तनि िक क िर ि ई किन ।

VI. अति-संिेदनशीलि म नधचत्रण के ललए की ज ने ि ली क िर ि ई :


1. उपयुक्ि सेक्टि अधिक रियों की तनयुप्क्ि एिं उनके उत्ििद तयत्ि
a) तनयुप्क्ि प्रक्रय :
आयोग के तनदे शों के अनस
ु ार, 10 से 12 मिदान केन्रों, श्जन्िें 1 से 2 घंटे में कवर क्रकया जा सकिा िै , का
पयचवेक्षण करने के मलए भू-भाग एवं मैनपावर संसािनों की उपलब्ििा के आिार पर एक सेक्टर अचिकारी या
सेक्टर मश्जस्रे ट की तनयश्ु क्ि की जानी िै । िंक्रू क, यि पद सबसे उत्िरदायी पदों में से एक िै ; इसमलए सवचश्ेष्ठ
अचिकाररयों की पििान की जानी िै । यदद जरूरि पड़े िो केन्रीय सरकार के अचिकाररयों की भी िैनािी की जा
सकिी िै । इस प्रयोजन के मलए सेक्टर अचिकारी को, जरूरि पड़ने पर, वािनगि, इंिनपरक, मोबाइल फोन सपोटच
आदद सदिि सभी प्रकार की सिायिा उपलब्ि कराई जाएगी।

यि नोट क्रकया जाए क्रक सेक्टर अचिकाररयों को, 10-12 मिदान केन्र लोकेशनों में से प्रत्येक के अंिगचि कवर क्रकए
गए पवतनददच ष्ट सेक्शनों से संबचं िि वीएम कायच की दे खरे ख करने के मलए, तनयुक्ि क्रकया जािा िै इसमलए, इसे 10-
12 मिदान केन्र लोकेशन न माना जाए। तनवाचिन कायचिम की घोर्णा के बाद मिदान प्रक्रिया िक – सेक्टर
अचिकाररयों को मिदान ददवस से कम से कम 7 ददन पिले उसी क्षेत्र के मलए जोनल मश्जस्रे टों के रूप में
नामोद्ददष्ट क्रकया जाएगा। उन्िें पवशेर् कायचकारी मश्जस्रे ट की शश्क्ियां भी दी जाएंगी। सीईओ पवशेर् कायचकारी
मश्जस्रे ट की शश्क्ियों प्रदान करने के मलए राज्य सरकार के परामशच से उपयक्
ु ि कारच वाई करें गे।

ख) मिद न-पूिर उत्ििद तयत्ि:


अति-संवेदनशीलिा मानचित्रण से संबंचिि सेक्टर अचिकाररयों के मिदान-पूवच उत्िरदातयत्वों में तनम्नमलखखि
सश्म्ममलि िैं:
i. समय-सीमा के अनस
ु ार वीएम कायच शुरू करना।
ii. पवचवास तनमाचण के उपायों एवं वीएम को सुिारू बनाने के मलए बारम्बार दौरा करना।
iii. िमकी एवं भयादोिन के प्रति अति-संवेदनशील मिदािाओं के ग्रामों, उप-ग्रामों एवं वगों की पििान करना।
iv. ऐसे व्यश्क्ियों की पििान करना जो इसे अति-संवेदनशील बनािे िैं – यि संख्याओं के बारे में निीं िै । यि नाम
के बारे में िै – आरओ/डीईओ को पवदिि फामेट में स्रोि का प्रकटन क्रकए बगैर सूिना पवदिि फामेट में दी जानी िै ।
v. मिदान के मलए मिदािाओं की स्विंत्र अमभगम्यिा सतु नश्चिि करने के मलए जवाबदे िी सतु नश्चिि करना।
vi. अति-संवेदनशील समुदाय के भीिर उनके टे लीफोन नंबरों के साथ संपकच बबंदए
ु ं।
vii. सेक्टर अचिकारी जोनल मश्जस्रे ट के रूप में काम करें गे। इसमलए, पुमलस अचिकारी उनके साथ िोंगे।
viii. िूंक्रक सेक्टर अचिकारी (एसओ) एक जोनल मश्जस्रे ट के रूप में कायच करें गे इसमलए, वे मिदान केन्रों के मलए
स्केि मैप, मिदान केन्रों, तनवाचिन संबंिी अचिकाररयों, पुमलस स्टे शनों के टे लीफोन नंबरों की सूिी, उत्िरदायी
व्यश्क्ियों की सि
ू ी और असामाश्जक ित्वों आदद की सि
ू ी के साथ एक जोनल मश्जस्रे ट योजना िैयार करें गे।
ix. अति-संवेदनशील क्षेत्रों की पििान करने के मलए श्म तनरीक्षकों एवं खाद्य िथा आपूतिच अचिकाररयों के साथ
बैठक करना।
x. शैक्षखणक संस्थानों, पवशेर्कर आवासीय संस्थानों के प्रमुखों के साथ बैठक करना।
xi. फैक्री/गोदाम मामलकों के साथ बाििीि करना।
xii. पवचवास तनमाचण करने के मलए आरडब्ल्यूए/ग्राम प्रिान/सरपंि के साथ बैठक करना।
xiii. बीट मसपािी के साथ सूिना साझा करना।
xiv. मिदान केन्र/क्षेत्र के भूगोल के बारे में जानकारी प्राप्ि करना।
xv. जाति, पंथ एवं िमच की दृश्ष्ट से तनवाचिकों के पविरण की पििान करना।
xvi. पप्रंदटंग प्रेस संिामलि करने वाले व्यश्क्ियों की पििान करना।
c) मिद न-ददिस उत्ििद तयत्ि :
मिदान ददवस के ददन सेक्टर अचिकारी से तनम्नमलखखि कायच करने की अपेक्षा की जािी िै :
i. इस बाि की बारं बार जांि करना क्रक पूवच में अमभचिश्ननि अति-संवदे नशील वगच मिदान कर रिे िैं या निीं।
ii. इस संबंि में खिरे का कोई संकेि ममलने पर उसे आरओ एवं श्जला प्रशासन को ित्काल अलटच करना िै ।
iii. वि उड़न दस्िों की सिायिा से अति-संवदे नशील वगच की जांि भी कर सकिा िै ।
ऊपर वखणचि कायचकलाप केवल तनदशचक िैं। स्थानीय संवेदनशीलिाओं के आिार पर डीईओ/आरओ वीएम के
प्रयोजनाथच और अचिक कायचकलाप जोड़ सकिे िैं।
2. पलु लस स्टे शन स्िि पि सेक्टि पलु लस अधिक िी एिं न मोद्ददष्ट पलु लस अधिक िी की तनयप्ु क्ि किन ।
प्रत्येक पमु लस स्टे शन पविान सभा तनवाचिन-क्षेत्र का एक तनश्चिि क्षेत्र कवर करिा िै । वीएम के प्रयोजन के मलए;
श्जले के एसपी एक पुमलसकमी की व्यवस्था करें गे जो सेक्टर पुमलस अचिकारी के रूप में कायच करे गा, सेक्टर
अचिकारी के साथ जाएगा और ददए गए इलाके में वीएम का कायच संयुक्ि रूप से संिामलि करे गा। सेक्टर पुमलस
अचिकारी सिायक सब-इंस्पेक्टर या पुमलस के प्रिान आरक्षक के रैंक से कमिर रैंक का निीं िोगा।

गड़बड़ी करने वालों का अलग-अलग रै क करने के मलए और यि सतु नश्चिि करने के मलए क्रक गड़बड़ी करने वालों
पर नजर रखी जाए, थाना (पुमलस स्टे शन) स्िर पर एक पवतनददच ष्ट अचिकारी नामोद्ददष्ट क्रकया जाएगा िाक्रक
कानून एवं व्यवस्था िथा शांतिपूणच मिदान उचिि रूप में सुतनश्चिि िो सके। उसे अति-संवेदनशीलिा मानचित्रण के
मलए नामोद्ददष्ट पुमलस अचिकारी किा जाएगा।
3.सेक्टि अधिक रियों एिं न मोद्ददष्ट पलु लस अधिक रियों क प्रलशिण
सेक्टर अचिकाररयों को बतु नयादी सख
ु -सपु विाएं जैसे वािन, इंिन, फोन आदद उपलब्ि कराए जाएंगे। तनयक्
ु ि सेक्टर
अचिकाररयों को मश्जस्रे ट की शश्क्ियां प्रदान की जाएंगी। इनके अलावा, सेक्टर अचिकाररयों एवं नामोद्ददष्ट पुमलस
अचिकाररयों को तनम्नमलखखि पिलुओं पर अच्छी िरि प्रमशक्षक्षि क्रकया जाएगा िाक्रक वे अपने किचव्य सुिारू रूप से
तनष्पाददि करने में सक्षम िो सकें। उन्िें संयुक्ि रूप से प्रमशक्षक्षि क्रकया जाएगा और प्रमशक्षण के दौरान प्रत्ये क को
तनम्नमलखखि पववरण उपलब्ि कराए जाएंगे:
i. उपग्राम के नाम आदद के साथ प्रत्येक मिदान केन्र की तनवाचिक नामावली िाक्रक वे भाग में प्रत्ये क वगच के
मिदािाओं के साथ संपकच करने में सक्षम िो सकें।
ii. मिदान केन्रवार बुतनयादी न्यूनिम सुपविाएं (पपछली बार अद्यिनीकृि)
iii. मिदािा टनच-आउट (पपछले 2 सािारण तनवाचिनों में )
iv. मलंग अनुपाि
v. एमसीसी उल्लंघन मामले (पपछले 2 सािारण तनवाचिनों में )
vi. उनके सेक्टर में पड़ने वाले मिदान केन्रों का पवस्िि
ृ पवन्यास एवं लोकेशन दे िे िुए उनके क्षेत्र का रूट मैप
(यि एक स्केि मानचित्र िो सकिा िै , इसका स्केल मानचित्र िोना जरूरी निीं िै )
vii और अनुबंि-। के अनुसार अन्य पववरण

उनके संयक्
ु ि पवश्जट कायचिम िैयार क्रकए जाएंगे और प्रमशक्षण के समय ददए जाएंगे। आरओ एवं एसडीपीओ के
साथ-साथ डीईओ एवं एसपी के संयुक्ि प्रमशक्षण सत्र के दौरान वीएम का टॉपपक कवर क्रकया जाएगा। आरओ एवं
एसडीपीओ के साथ-साथ डीईओ एवं एसपी उनके द्वारा क्रकए गए कायच का अनुवीक्षण करने के मलए इन
अचिकाररयों के साथ आवचिक संयुक्ि समीक्षा करें गे और उनके संयुक्ि दौरों के दौरान सामने आए पवंदओ
ु ं पर की
गई कारच वाई की समीक्षा करें गे।

4. ि ज्य के क नून एिं व्यिस्थ पैनल को च लू किने के संबंि में ।


ईसीआई अनद
ु े श सं. 464/अनद
ु े श/2009/ईपीएस ददनांक 1/9/2009 के तनदे श के अनस
ु ार प्रत्येक राज्य के मलए
अपेक्षक्षि िै क्रक वि आयोग को दो ररपोटें प्रतिददन दे – कानून एवं व्यवस्था ररपोटच -1 (एलओआर-1) और कानून एवं
व्यवस्था ररपोटच -2 (एलओआर-2)। ये ररपोटें तनम्नमलखखि का संचिि सार िोिी िैं:
 की गई तनवारक कारच वाई
 जब्िी ररपोटें – गैर-कानूनी िचथयार, शराब, ड्रग्स, आदद
 अति-संवेदनशील क्षेत्र, व्यश्क्ि एवं भयादोिन करने वाले व्यश्क्ि िथा की गई कारच वाई।
 एनबीडब्ल्यू मामले
 सूिीबद्ि मद्यिस्कर
 पीएएसए बंदी
 िड़ीपार मामले
 बदमाश व्यश्क्ि
 कोई सम्बद्ि मीडडया ररपोटच
ऊपर उश्ल्लखखि मामलों में से प्रत्ये क का पववरण राज्य द्वारा बनाए रखे जाने वाले कानून एवं व्यवस्था पोटच ल पर
क्रकया जाएगा। इस पोटच ल में अति-संवेदनशीलिा उत्पन्न करने वाले व्यश्क्ियों एवं प्रशासन द्वारा की गई कारच वाई
का मिदान केन्रवार पववरण बनाए रखे जाने की उम्मीद िै। यि पोटच ल तनवाचिनों की घोर्णा के पिले काफी समय
रििे िालू िो जाएगा।
5. अति-संिेदनशील िेत्रों/िगों/ग्र मों/उपग्र मों की पहच न किन ।
i. सेक्टर अचिकारी या सेक्टर मश्जस्रे ट द्वारा अति-संवेदनशीलिा मानचित्रण की क्रिया का पिला िरण
आयोग द्वारा तनवाचिन की घोर्णा के बाद ित्काल प्रभाव से क्रकया जाना िै । सेक्टर अचिकारी और
एिसी/एएसआई/पमु लस अचिकारी प्रत्येक इलाके का संयक्
ु ि रूप से दौरा करें गे।
ii. उनके मलए यात्रा कायचिम पर ररटतनिंग अचिकारी और पुमलस उपािीक्षक/एसडीपीओ द्वारा संयुक्ि रूप से फैसला
मलया जाएगा।
iii. सेक्टर अचिकारी और उसकी टीम को अपने सेक्टर में प्रत्येक मिदान केन्र क्षेत्र में प्रत्येक मुिल्ले/पॉकेट का
अवचय दौरा करना िादिए, स्थानीय लोगों के साथ व्यापक पविार-पवमशच करना िादिए, आसि
ू ना एकबत्रि करनी
िादिए, और अति-संवेदनशील घर-पररवारों एवं पररवारों के साथ-साथ विां ऐसी अति-संवेदनशीलिा उत्पन्न करने
वाले व्यश्क्ियों एवं कारकों की सूिी बनानी िादिए।
iv.यि कायच करिे समय वे पवगि काल की घटनाओं और विचमान आशंकाओं को ध्यान में रखेंगे।
v. दौरे के बाद, वे अनुबंि-।। में इसके साथ संलग्न प्रोफामाच में कवर क्रकए गए सभी पवंदओ
ु ं के मलए सूिना िैयार
करें गे, और अनब
ु ंि III, IV और V में संगि फामच भी भरें गे।
vi. स्थानीय पमु लस अचिकारी और स्थानीय मसपवल प्राचिकारीगण जैसे टीडीओ/मामलािदार/पमु लस तनरीक्षक आदद से
भी परामशच क्रकया जाएगा और सूिी/फामों को अंतिम रूप दे िे समय उनके इनपुट्स को ध्यान में रखा जाएगा।
vii. अनुबंि ।। पर श्स्थि फामेट केवल एक समथचकारी के तनममत्ि िै ; और संग्रदिि सूिना उस िक सीममि निीं
िो सकिी िै । अतिररक्ि सूिना केवल िभी जोड़ी जा सकिी िै जब उसका मिदान केन्र की अति-संवेदनशीलिा से
कोई सरोकार िो।
viii. तनवाचिन-क्षेत्र में प्रेक्षक के आगमन पर डीईओ/आरओ संगि पविान सभा तनवाचिन-क्षेत्र का मिदान केन्रवार
अति-संवेदनशीलिा मानचित्रण का पववरण सौंपें गे। (कृपया अनुबंि VI और VIII दे खें)
ix. प्रेक्षक भी ऐसे लोकेशनों का दौरा करें गे और मिदािाओं के साथ बाििीि करें गे और घटनािम का तनरं िर
अनुवीक्षण करें गे।
6. ऐसी अति-संिेदनशीलि उत्पन्न किने ि ले व्यप्क्ियों की पहच न किन ।
मिदािाओं/गांवों को अति-संवद
े नशील बनाने के मलए उत्िरदायी व्यश्क्ियों की पििान करने का यि कायच मिदान
केन्रवार क्रकया जाएगा श्जसमें ग्राम, उपग्राम, गड़बड़ी करने वाले संभापवि व्यश्क्ियों के नाम, उनके पिों के सदिि,
और इसी िरि की अन्य जानकारी दशाचई जाएगी। यि कायच मुखबबरों/स्रोि की, यदद ऐसी इच्छा व्यक्ि की गई िो,
सम्पूणच गोपनीयिा बरकरार रखिे िुए की जाएगी।
7. अति-संिेदनशीलि उत्पन्न किने के ललए उत्ििद यी व्यप्क्ियों के विरुद्ि क िर ि ई
i. श्जला तनवाचिन अचिकारी एवं श्जले के पुमलस अिीक्षक इस मुद्दे की संयुक्ि रूप से समीक्षा करें गे और अमभज्ञाि
संभापवि िमक्रकयों और भयादोिन से तनपटने के मलए एक संकेश्न्रि कायच-योजना को अंतिम रूप दें गे। कायच-योजना
में , अन्य बािों के साथ-साथ, गड़बड़ी करने वाले संभापवि व्यश्क्ियों को कानून की उपयुक्ि िारा के अंिगचि बंिन
में लाना, िचथयार जब्ि करना, तनवारक तनरोि, यदद जरूरी िो िो, उनकी स्थानीय पुमलस थाने में िकचसंगि
अंिरालों पर उपश्स्थति सतु नश्चिि करना िाक्रक उनका अच्छा व्यविार सतु नश्चिि िो सके, पमु लस पपकेटों की िैनािी,
पवचवास का तनमाचण करने के तनयममि दौरे आदद, शाममल िो सकिे िैं।
ii. श्जला तनवाचिन अचिकारी एवं पुमलस अिीक्षक सभी प्रकार के तनवारक उपाय सुतनश्चिि करें गे िाक्रक मिदान के
ददन उनका भयादोिन/अवरोिन सिमुि निीं घदटि िो।
iii. यि भी सुतनश्चिि क्रकया जाना िै क्रक ऐसे सभी प्रकार के उपाय क्रकसी राजनीतिक दल के प्रति बबना कोई डर या
पक्षपाि के परू ी िरि तनष्पक्ष िरीके से क्रकए जाएं।
iv. अति-संवेदनशील समूिों के भीिर से संपकच व्यश्क्ियों के नामों की पििान भी की जाए और उनके संपकच
नंबर/मोबाइल नंबर, यदद कोई िो, नोट क्रकए जाने िादिए।
v. गड़बड़ी करने वाले अलग-अलग व्यश्क्ियों को रै क करने और यि सुतनश्चिि करने के मलए क्रक गड़बड़ी करने
वाले व्यश्क्ियों पर नजर रखी जाए, अति-संवेदनशीलिा मानचित्रण के मलए नामोद्ददष्ट पुमलस अचिकारी को प्रत्येक
थाना में तनयक्
ु ि क्रकया जाना िै , जैसाक्रक पिले िी उल्लेख क्रकया जा िक
ु ा िै ।
vi. अति-संवेदनशील मिदािाओं से एपपक छीनने और िन के बदले एपपक जमा करने (श्जससे क्रक उन्िें उनके
मिाचिकार का प्रयोग करने से रोका जा सके) की घटनाओं पर रोक लगाई जाएगी। डीईओ/एसपी/आरओ श्स्थति का
सिकचिापव
ू क
च अनुवीक्षण करें गे और इस संबंि में ित्परिापूवक
च सभी प्रकार की उपयुक्ि कारच वाई करें गे।
vii. डीईओ/एसपी स्विंत्र एवं तनष्पक्ष मिदान की व्यवस्थाओं को लेकर मिदािाओं का भरोसा बढाने के मलए
पवचवास का तनमाचण करने के उपाय करें गे।
viii. डीईओ/एसपी ऐसे लोकेशनों पर, अचिमानि: संयुक्ि रूप से, दौरे करें गे और समुदायों से ममलें गे और स्विंत्र
एवं तनष्पक्ष मिदान के मलए की गई व्यवस्थाओं को स्पष्ट करें गे।
ix. पवचवास का तनमाचण करने के मलए अन्य वररष्ठ अचिकाररयों द्वारा भी दौरे क्रकए जाएंगे। एसडीएम/डडप्टी एसपी;
ििसीलदार/पीआई के संयुक्ि दौर काफी प्रभावी िोंगे और इन दौरों की योजना ऐसे क्षेत्रों के मलए बनाई जाएगी
श्जन्िें सबसे अचिक अति-संवेदनशील अमभचिश्ननि क्रकया गया िै । पवश्जदटंग अचिकारी अति-संवेदनशील
व्यश्क्ियों/समूिों के साथ बैठकें आयोश्जि करें गे और गड़बड़ी करने वाले व्यश्क्ियों के मलए िेिावनी जारी करें गे क्रक
उन्िें व्यश्क्िगि रूप से रै क क्रकया जाएगा। ये कारच वाईयां संकेश्न्रि िरीके से की जाएंगी।
x. मसपवल एवं पुमलस प्राचिकाररयों द्वारा संयुक्ि रूप से गचि लगाना:- मसपवल एवं पुमलस प्राचिकाररयों द्वारा
मिदान के दस ददन पिले से लेकर मिदान के दो ददन पिले िक [पी (-10) से पी (-2)] संयुक्ि गचि की जाएगी।
अपेक्षाकृि अचिक उच्ििर रैंक के मसपवल प्राचिकाररयों की उपश्स्थति से भरोसा कायम िोगा। साथ िी, फोसच िैनािी
योजना को अंतिम रूप दे ने के मलए मित्वपूणच इनपुट्स प्राप्ि िोंगे।
xi. डीईओ/आरओ तनयममि फीडबैक प्राप्ि करने के मलए अभ्यचथचयों एवं राजनीतिक दलों के प्रतितनचियों के साथ
बाििीि करें गे।
xii. इस पवर्य पर श्जला आसि
ू ना (एल.आई.बी.) से भी तनयममि फीडबैक प्राप्ि क्रकए जा सकिे िैं।
xiii. जिां ऐसे अति-संवेदनशील पॉकेट्स के कलस्टर िों विां डीईओ समपपचि पुमलस टीमों/दस्िों की व्यवस्था करें गे
और उन्िें आस-पास के सुपविाजनक लोकेशनों पर िैनाि करें गे िाक्रक उन्िें मिदान के ददन बबना कोई समय गंवाए
कारच वाई के मलए सेवा में लगाया जा सके। यि श्जला सरु क्षा योजना का तनरपवाद रूप से दिस्सा बनेगा।
xiv. मदिला मिदािाओं के बीि जागरूकिा लाना: बबना भय एवं प्रभाव के मिदान करने पर मदिला मिदािाओं के
बीि जागरूकिा लाना जरूरी िै क्योंक्रक वे न केवल बािरी लोगों द्वारा बश्ल्क पररवार के भीिर भी भयादोिन एवं
अनुचिि प्रभाव का आसान लक्ष्य बनिी िैं ।
xv. ग्राम स्िरीय/वाडच स्िरीय जागरूकिा समूि (वीएजी/डब्ल्यूएजी) का गठन करना िाक्रक क्षेत्र में भयादोिन के बारे
में जानकारी इकट्ठा करने िथा क्षेत्र में पवचवास का तनमाचण करने के उपायों के मलए उन्िें सक्रिय क्रकया जा सके।
(ईसीआई अनुदेश सं. 76/अनुदेश/2014/ईईपीएस/वाल्यूम-IV ददनांक 7 मािच 2014)
xvi. एफएसटी, एसएसटी, वीवीटी द्वारा 24 घंटे तनगरानी करना।
8. रिपोदटिं ग फ मेट
क. सेक्टि अधिक िी द्ि ि रिपोटर किन :
सेक्टर अचिकारी तनम्नमलखखि फामेट्स को साविानीपव
ू क
च भरें गे:
 वीएम-2 (एसओ) : सेक्टर अचिकारी द्वारा अति-संवेदनशीलिा की जांि एवं तनिाचरण करने के मलए
प्रोफामाच (अनुबंि ।।)
 वीएम-3 (एसओ) : सेक्टर अचिकारी द्वारा अति-संवेदनशील मुिल्लों/पॉकेटों/मिदािा वगों की सूिी बनाने
के मलए मिदान केन्रवार फामेट और भयादोिन करने वाले व्यश्क्ियों की सूिी (अनुबंि ।।।)
 वीएम-4 (एसओ) : सेक्टर अचिकारी द्वारा अति-संवेदनशील मि
ु ल्लों/पॉकेटों/मिदािा वगों की सि
ू ी बनाने
के मलए मिदान केन्रवार सारांश और भयादोिन करने वाले व्यश्क्ियों की सूिी (अनुबंि IV)
 वीएम-5 (एसओ) : सेक्टर अचिकारी/सेक्टर मश्जस्रे ट/प्रिान आरक्षक/सिायक पुमलस सब इंस्पेक्टर द्वारा
प्रमाण पत्र (अनुबंि V)
ये फामेट ऐसे प्रत्येक मुिल्ले/पॉकेट के मलए उस समय अवचय रूप से भरे जाने िैं जब सेक्टर अचिकारी मुिल्ले का
दौरा कर रिे िों। सेक्टर अचिकारी को भरे िुए फामेट्स की प्रतियां अवचय रखनी िादिए और तनवाचिनों की घोर्णा
के 3 ददनों के भीिर ररटतनिंग अचिकारी को भरे िुए फामेट प्रस्िुि कर दे ने िादिए।
यदद पविान सभा तनवाचिन-क्षेत्र के भीिर ऐसे कोई अति-संवेदनशील उपग्राम या ग्राम की पििान न की जाए िो
संबंचिि डीईओ थाना/ब्लॉक स्िर एवं सब डडवीजनल स्िर से और एस.पी. से फील्ड पदाचिकाररयों से एक प्रमाण
पत्र िामसल करें गे और आखखर में सीईओ को एक प्रमाण पत्र प्रस्िुि करें गे क्रक इस श्जले के भीिर ऐसे कोई अति-
ू /अमभज्ञाि निीं िैं। ऐसे प्रमाण पत्र तनवाचिनों की घोर्णा के 5
संवेदनशील ग्राम या उपग्राम या मिदािा वगच मौजद
ददनों के भीिर भेजे जाएंगे।
ख. रिटतनिंग अधिक िी की िीएम रिपोटर :
तनवाचिन-क्षेत्र के आरओ उपयुचक्ि सभी सूिना का संकलन करें गे और संपूणच तनवाचिन–क्षेत्र के मलए वीएम को अंतिम
रूप दें गे और उसकी एक प्रति रखिे िुए, उसे तनवाचिनों की घोर्णा के 5 ददनों के भीिर डीईओ को तनम्नमलखखि
फामेट में उपलब्ि कराएंगे :
 फामेट वीएम-6 (आरओ) : ररटतनिंग अचिकारी द्वारा अति-संवेदनशीलिा का सारांश और अति-संवेदनशीलिा
उत्पन्न करने वाले व्यश्क्ियों की सूिी (अनुबंि VI)
ग. डीईओ की िीएम रिपोटर :
इसी िजच पर, डीईओ को वीएम/आरओ फामेट अवचय संग्रदिि करना िादिए और तनवाचिन की घोर्णा के 7 ददनों के
भीिर फामेट, ‘वीएम/डीईओ’ िैयार करना िादिए और सीईओ को उपलब्ि कराना िादिए। डीईओ ररपोदटिं ग के मलए
पवदिि फामेट तनम्नमलखखि के अनुसार िै :
 फामेट वीएम-7 (डीईओ): श्जला स्िर पर अति-संवेदनशीलिा की ररपोटच , और श्जला स्िर पर की गई
कारच वाई (अनब
ु ंि VII)
सीईओ को राज्य के सभी श्जला फामेट वीएम/डीईओ का एक पुस्िक में अवचय संकलन करना िादिए और उसके
अनुपालन की सूिना तनवाचिनों की घोर्णा के 10 ददनों के भीिर आयोग को उपलब्ि करानी िादिए।
9. सीपीएफ के ललए िेत्र प्रभुत्ि योजन एिं मिद न ददिस िैन िी
 डीईओ द्वारा सीपीएफ के कमांडरों/सिायक कमांडरों को ऐसे अति-संवेदनशील लोकेशनों की एक सूिी दी
जाएगी।
 क्षेत्र प्रभुत्व के मलए जिां किीं भी सीपीएफ पिुंििा िै विां ऐसे लोकेशनों पर पवशेर् ध्यान ददया जाएगा।
 मिदान के ददन कमांडर/सिायक कमांडर पवचवास का तनमाचण करने के मलए एक उपाय के रूप में ऐसे
अति-संवेदनशील पॉकेटों का दौरा अवचय करें गे।
 यदद उन्िें क्रकसी भी प्रकार की बािा का पिा िलिा िै िो वे उसे नोट करें गे और िुरंि कोई भी
तनवाचिकीय अचिकारी जैसे आरओ/डीईओ/एसपी/प्रेक्षक/सेक्टर अचिकारी को सचू िि करें गे और उनके द्वारा
सूिना ददए जाने का समय नोट करें गे।
10. मिद न के ददन अति-संिेदनशील िेत्रों/व्यप्क्ियों क अनुिीिण किन
यि सुतनश्चिि करने के मलए क्रक अति-संवेदनशील व्यश्क्ि, यदद कोई िों, बबना क्रकसी डर, िमकी या भयादोिन के
मिदान कर सकें, तनम्नमलखखि कारच वाईयां क्रकए जाने की जरूरि िै :
 मिदान पादटच यों को प्रेर्ण केन्दों से डडस्पैि करिे समय आरओ संबंचिि पीठासीन अचिकारी को मिदान
केन्र क्षेत्र के भीिर के अति-संवेदनशील लोकेशनों से अवगि कराएंगे।
 सेक्टर अचिकारी अति-संवेदनशील लोकेशनों के संदभच में पवशेर्कर क्रकसी वगच/वगों के भीिर मिदािा
टनचआउट की असामान्य रूप से कम प्रतिशििा को दशाचिे िुए एक ररपोटच प्रस्िुि करें गे श्जसका संवीक्षा
आदद के दौरान इस्िेमाल क्रकया जा सकिा िै ।
 मिदान के ददन सेक्टर मश्जस्रे ट और मोबाइल बल ऐसे ग्रामों/उपग्रामों/वास-स्थानों का कम से कम दो बार
दौरा करें गे श्जन्िें अति-संवेदनशील क्षेत्रों के रूप में अमभचिश्ननि क्रकया गया िै और जिां मिदािाओं के
संभव भयादोिन की ररपोटें िैं। सेक्टर मश्जस्रे ट और मोबाइल बल इन क्षेत्रों के अपने पवश्जट के दौरान
सुतनश्चिि करें गे क्रक जिां किीं भी जरूरी िो, ऐसे अति-संवेदनशील मिदािाओं के मलए पयाचप्ि सुरक्षा कवर
उपलब्ि कराए जाएं।
 मिदान के दौरान, प्रेक्षक और अन्य वररष्ठ अचिकारी मिदान केन्र का दौरा करिे समय इस समस्या पर
पवशेर् रूप से ध्यान दें गे और जिां किीं भी ऐसे कोई अनुचिि प्रभाव, भयादोिन/बािा उत्पन्न क्रकए जा रिे
िैं उसका पिा लगाएंगे।
 पुमलस गचिी पादटच यां अति-संवेदनशील लोकेशनों को रै क करिी रिें गी और कंरोल रूम को सूचिि करिे
रिें गी। सभी मिदािा बबना क्रकसी भय के अपने मि डाल पाएं , यि सुतनश्चिि करने के मलए पुमलस पपकेट
स्थापपि क्रकए जाएंगे।
 सीपीएफ के कमांडर/सिायक कमांडर मिदान के ददन पवचवास का तनमाचण करने के उपाय के रूप में ऐसे
अति-संवेदनशील पॉकेटों को अवचय पवश्जट करें गे। यदद उन्िें क्रकसी प्रकार की बािा का पिा िलिा िै िो वे
उसे नोट करें गे और ित्काल कोई भी तनवाचिकीय अचिकारी जैसे आरओ/डीईओ/एसपी/प्रेक्षक/सेक्टर अचिकारी
को सूचिि करें गे और सूिना ददए जाने के समय को नोट करें गे।
 तनवाचिन स्टॉफ (ऐसे अति-संवेदनशील क्षेत्रों का अनुवीक्षण करने के मलए जिां किीं भी आवचयक िो,
पीठासीन एवं मिदान स्टॉफ को अवगि कराया जाए)।
 अति-संवेदनशील क्षेत्रों में पयाचप्ि बल की िैनािी।
11. मिद न के ब द आिओ/डीईओ/प्रेिक की भूलमक
क. आरओ/डीईओ मिदान के बाद अपनी ररपोटच प्रस्िुि करिे समय व्यापक पैमाने पर क्रकए गए
भयादोिन/िमकी/बािा, यदद कोई घदटि िुई िो, के बारे में इनपुट लें गे।
ख. प्रेक्षक वीएम के मुद्दे पर अपना पूरा ध्यान दें गे और उसका िरे क िरण पर सत्यापन करें गे। अपनी आखखरी
ररपोटच में इस मुद्दे के बारे में पवशेर् रूप से उल्लेख क्रकया जाएगा। इसके अलावा, वे फामच 17क का और फामच
17क की संवीक्षा के समय मिदान केन्रों में प्रयक्
ु ि तनवाचिक नामावली की चिश्ननि प्रति का, यदद आयोग द्वारा
आदे श ददया गया िो िो, गिराई से अध्ययन करें गे।
12. जि बदे ही एिं गोपनीयि :
आयोग ने तनदे श ददया िै क्रक प्रत्येक िरण पर अति-संवेदनशीलिा मानचित्रण एवं फॉलो-अप के मलए पवमभन्न
मसपवल एवं पुमलस अचिकाररयों की जवाबदे िी प्रत्येक मिदान केन्र/तनवाचिन-क्षेत्र के संदभच में स्पष्ट रूप से
पररभापर्ि की जाएगी। इस मामले में क्रकसी पमु लस/मसपवल अचिकाररयों की ओर से ड्यट
ू ी में लापरवािी बरिने के
मामले में गंभीर अनुशासतनक कारच वाई शुरू की जाएगी।

यि सलाि दी जािी िै क्रक अति-संवेदनशीलिा मानचित्रण, अति-संवेदनशील क्षेत्रों, उपग्रामों, गड़बड़ी करने वाले
व्यश्क्ियों आदद के संबंि में न िो क्रकसी प्रकार के प्रेस सम्मेलन का आयोजन क्रकया जाएगा और न िी क्रकसी
प्रकार का पववरण उपलब्ि कराया जाएगा। इसी िरि, क्रकसी भी तनवाचिन में इस प्रयोजन के मलए सुरक्षा बलों की
िैनािी करने के संबंि में क्रकसी भी प्रकार का पववरण पश्ब्लक डोमेन में उपलब्ि निीं कराया जाएगा। इस संबंि में ,
मशीनररयां िैनाि करने के बारे में उपयुक्ि अनुदेश ददए जाएं। अति-संवेदनशीलिा के बारे में मीडडया को कोई भी
जानकारी, यदद जरूरि पड़ी िो, केवल आयोग द्वारा या आयोग के अनुदेशों पर संबंचिि राज्य/ संघ राज्य-क्षेत्र के
मुख्य तनवाचिन अचिकारी द्वारा दी जाएगी।

आयोग ने यह एकदम स्पष्ट कि ददय है क्क क्कसी डीईओ द्ि ि तनि ररिि समय के भीिि एटीआि प्रस्िुि न
किने के म मले में , उसे, ित्क ल फॉलो अप क िर ि ई क्कए ज ने के ललए सीईओ द्ि ि संबंधिि उप तनि रचन
आयुक्ि के ध्य न में ल य ज ए।

VII. अति-संिेदनशीलि म नधचत्रण के ललए समय-सीम :


र. क यरकल प समय-सीम
सं.
1 डीईओ/आरओ द्वारा प्रत्येक पव.स. पर आिाररक सूिना का संग्रिण तनवाचिन से छि मिीने पिले
एवं संकलन
2 डीईओ/आरओ द्वारा आिाररक सूिना का अद्यिनीकरण (अनुबंि-। सेक्टर अचिकारी को सौंपने से पिले
के अनुसार)
3 सेक्टर अचिकाररयों एवं पमु लस सेक्टर अचिकाररयों की तनयश्ु क्ि तनवाचिन से छि से िार मिीने पिले
4 पुमलस स्टे शन स्िर पर नामोद्ददष्ट पुमलस अचिकारी की तनयुश्क्ि तनवाचिन से छि से दो मिीने पिले
5 सेक्टर अचिकाररयों एवं नामोद्ददष्ट पुमलस अचिकाररयों का प्रमशक्षण तनवाचिन से िार से दो मिीने पिले
एवं डीईओ/आरओ द्वारा सेक्टर अचिकाररयों को पव. सभा तनवाचिन
क्षेत्र की बतु नयादी जानकारी दे ना।
6 ईसीआई द्वारा राज्य के कानून एवं व्यवस्था पोटच ल को िालू करना तनवाचिन से िार मिीने पिले
7 अनुबंि -I, II, III, IV & V में अति-संवेदनशील आयोग द्वारा प्रेस नोट जारी करने
क्षेत्रों/वगों/ग्रामों/उपग्रामों, ऐसी अति-संवेदनशीलिाएं उत्पन्न करने के बाद और राजपत्र अचिसूिना जारी
वाले व्यश्क्ियों आदद की पििान करना करने के पिले
8 ऐसी अति-संवेदनशीलिा उत्पन्न करने वाले व्यश्क्ियों की पििान राजपत्र अचिसूिना जारी करने के 5
करना ददनों के भीिर
9 सभी वीएम ररपोटों का फामेट (अनुबंि II, III, IV & V में ) में तनवाचिनों की घोर्णा के 3 ददनों के
आरओ को प्रस्िि
ु ीकरण भीिर
9क आरओ द्वारा सभी सेक्टर अचिकारी ररपोटों का संकलन और डीईओ तनवाचिनों की घोर्णा के 5 ददनों के
को प्रस्िुिीकरण (अनुबंि VI में ) भीिर

9ख डीईओ द्वारा सभी आरओ की वीएम ररपोटों का संकलन और तनवाचिनों की घोर्णा के 7 ददनों के
सीईओ को प्रस्िुिीकरण (अनुबंि VII में ) भीिर

10 डीईओ द्वारा सीईओ को पविान सभा तनवाचिन-क्षेत्र में कोई भी तनवाचिनों की घोर्णा के 7 ददनों के
अति-संवेदनशील ग्राम/क्षेत्र न िोने के प्रमाण पत्रका प्रस्िुिीकरण भीिर

11 सभी डीईओ की वीएम ररपोटों का संकलन और ईसीआई को तनवाचिनों की घोर्णा के 10 ददनों


प्रस्िुिीकरण के भीिर

12 अति-संवेदनशीलिा उत्पन्न करने के मलए उत्िरदायी व्यश्क्ियों के मिदान के ददन से कम से कम 5


पवरुद्ि कारच वाई ददन पिले
13 अति-संवेदनशील अमभचिश्ननि क्षेत्रों में डीएम/एसपी; एसडीएम/डडप्टी मिदान ददवस से पिले 2 सप्िािों
एसपी; ििसीलदार/पीआई द्वारा संयुक्ि रूप से पवचवास तनमाचण के भीिर
दौरों की योजना बनाना एवं तनष्पाददि करना
14 सीपीएफ द्वारा मिदान-पूवच क्षेत्र प्रभुत्व स्थापपि करना मिदान ददवस से कम से कम 3-5
ददन पिले
15 प्रेक्षकों, डीईओ/आरओ, एसओ, पुमलस द्वारा अति-संवेदनशील मिदान के ददन
क्षेत्रों/व्यश्क्ियों की कड़ी तनगरानी एवं अनुवीक्षण करना
अति-संवेदनशीलिा मानचित्रण का कायच छह से च ि महीने पहले शुरू िो जाएगा िाक्रक श्जला मश्जस्रे ट/पुमलस
अिीक्षक उस समय से श्स्थति से परू ी िरि अवगि िों जब आयोग द्वारा उसकी समीक्षा की जाए। यि नोट क्रकया
जाए क्रक अति-संवेदनशीलिा मानचित्रण का कायच एक मिदान-पूवच कायच िै इसमलए, यथा-तनिाचररि सभी कायचकलाप
तनिाचररि समय-अनुसूिी के अनुसार पूरे क्रकए जाने िैं।
अनुबंि-I

िीएम-1– सेक्टि अधिक िी द्ि ि िीएम क क यर शुरू किने से पहले उसे डीईओ/आिओ
द्ि ि प्रत्येक वि. सभ के ब िे में उपलब्ि कि ई ज ने ि ली सूचन

1. पव.स. तनवाचिन क्षेत्र में पपछले संसदीय तनवाचिनों में पंजीकृि तनवाचिन अपरािों की संख्या (जिां जरूरी िो
विां पववरण दें )
2. पव.स. तनवाचिन क्षेत्र में पपछले पविान सभा तनवाचिन में पंजीकृि तनवाचिन अपरािों की संख्या (जिां जरूरी
िो विां पववरण दें )
3. पव.स. तनवाचिन क्षेत्र में पपछले स्थानीय तनकाय तनवाचिन में पंजीकृि तनवाचिन अपरािों की संख्या (जिां
जरूरी िो विां पववरण दें )
4. पपछले एक वर्च में क्षेत्र में पंजीकृि गंभीर आपराचिक मामलों, यदद कोई िों, की संख्या (जिां जरूरी िो
विां पववरण दें )
5. पपछले संसदीय तनवाचिन में आदशच आिार संदििा के उल्लंघन, यदद कोई िो, (जिां जरूरी िो विां पववरण
दें )
6. पपछले पविान सभा तनवाचिन में आदशच आिार संदििा के उल्लंघन, यदद कोई िो, (जिां जरूरी िो विां
पववरण दें )
7. संसद या पविान सभा के पपछले सािारण तनवाचिन या क्रकसी उप-तनवाचिन में पुनमचिदान, यदद कोई िो, के
पववरण
8. मद्य-तनर्ेघ कानून से संबंचिि मामलों के पववरण – अवचि तनददच ष्ट की जानी िै ।
9. पव. सभा तनवाचिन-क्षेत्र की तनवाचिक नामावली से संबंचिि मिदान-पूवच मशकायिों, यदद कोई िो, का पववरण
10. कोई अन्य मिदान-पूवच मशकायिों का पववरण
11. नाकोदटक ड्रग्स एवं सायकोरॉपपक सब्सटे न्सेज एक्ट का उल्लंघन करने वाले मामलों का पववरण
12. पपछले 06 मिीनों में पविान सभा क्षेत्र में या क्षेत्र से सामान्य से अचिक प्रवजन िोने, यदद कोई िो, के
संबंि में सूिना
13. पपछले संसदीय तनवाचिनों में मिदािा टनचआउट, % के साथ
 पुरुर्:
 मदिला:
 समग्र:

14. पपछले संसदीय तनवाचिनों में मिदािा टनचआउट, % के साथ
 पुरुर्:
 मदिला:
 समग्र:

15. पव.स. क्षेत्र के ऐसे व्यश्क्ियों के नाम जो विचमान में िड़ीपार के अिीन िैं या पीएएसए के अंिगचि
तनरोचिि िैं (पववरण दें , यदद सूिना संवेदनशील निीं िै िो)
16. संगि राज्य आबकारी अचितनयम के अंिगचि क्षेत्र में पंजीकृि केसों की सं. एवं मित्वपण
ू च मामलों का
पववरण:
1. पपछले संसदीय तनवाचिन में
2. पपछले पविान सभा तनवाचिन में
3. पपछले एक वर्च में
17. िचथयार संबंिी सि
ू ना
(अनुबंि ।।)

(यि स्पष्ट निीं िै क्रक क्या यि ररपोटच संपूणच सेक्टर के मलए या प्रत्येक मिदान केन्र के मलए अलग से
या प्रत्येक ग्राम/मुिल्ले के मलए अलग से प्रस्िुि की जानी िै )

िीएम-2 (एसओ) : सेक्टि अधिक िी द्ि ि अति-संिेदनशीलि की ज ंच एिं तनि रिण किने के ललए प्रोफ म र

इस फामेट को भरने के मलए अनुदेश:

1. यि एक तनदशी फामेट िै और अति संवेदनशीलिा मानचित्रण करने के मलए प्रारं मभक गाडड के रूप में
काम करिा िै ।
2. इस फामेट में िािे क्रकिनी भी संख्या में ऐसे अन्य स्थानीय मद्
ु दे , श्जनकी संबंचिि क्षेत्र की अति
संवेगनशीलिा अरक्षक्षििा पर पववक्षाएं िो सकिी िैं , इस फामेट में जोड़े जा सकिे िैं।
3. यदद मुखबबरों द्वारा ऐसी इच्छा व्यक्ि की गई िो िो सेक्टर अचिकारी को सूिना के स्रोि/स्रोिों के
प्रकटन पर जोर निीं डालना िादिए; और दरअसल, उसकी गोपनीयिा के मलए उत्िरदायी िोगा।
1. ग्राम/उपग्राम/मि
ु ल्ले का नाम

2. पविान सभा तनवाचिन-क्षेत्र का नाम एवं संख्या

3. सेक्टर नं.

4.
शाममल मिदान केन्र/दों, ग्राम एवं क्षेत्र का नाम एवं सं.

मिदान केन्र का नाम एवं सं. शाममल क्षेत्र का पववरण

5. क्या पपछले एक वर्च के दौरान ग्राम/क्षेत्र में दो या अचिक जातियों/समुदायों/समूिों के बीि झड़पें िुई
िैं ? (यदद िां, िो उसका पववरण)
6. क्या ग्राम/क्षेत्र में ऐसी कोई घटना/घटनाएं घदटि िुई िैं श्जनके पररणामस्वरूप दो या अचिक
जातियों/समुदायों/समूिों के बीि बड़े पैमाने पर राजनीतिक प्रतिद्वंददिा या राजनीतिक िाथापाई िुई िै
? (यदद िां, िो उसका ब्यौरा और शाममल समूि)
7. क्या पपछले पविान सभा/संसदीय/स्थानीय तनकाय तनवाचिन के दौरान कोई तनवाचिन संबंिी
अपराि/घटनाएं घदटि िुई िैं ? (यदद िां िो उसका ब्यौरा)
8. ग्राम में पपछले एक वर्च के दौरान घदटि/पंजीकृि ित्या, बलात्कार, अत्यािार, दं गे जैसे गंभीर
अपरािों का पववरण और शाममल व्यश्क्ि/समूि और वि क्षेत्र श्जसमें यि घदटि िुआ ?
9. ऐसे व्यश्क्ि/व्यश्क्ियों के नाम श्जन्िें पपछले एक वर्च के दौरान पीएएसए के ििि िड़ीपार या बंद
क्रकया गया िै ?
10. ऐसे व्यश्क्ि/व्यश्क्ियों के नाम श्जन्िें विचमान में पीएएसए के ििि िड़ीपार या बंद क्रकया गया िै ?

11. क्या ग्राम/क्षेत्र और आसपास में पवद्यमान राजनीतिक श्स्थति के मद्दे नजर मभडंि िोने की घटनाओं
की संभावना िै ? (यदद िां िो उसके कारण और शाममल समूि)
12. क्या क्रकसी जाति/समूि/घर-पररवार को इस बाि की आशंका िै क्रक उन्िें मि डालने से रोका जाएगा
(यदद िां िो जाति/समूि/घर-पररवार का पववरण और उन्िें ममल रिी िमकी का प्रकार)
13. मदिला मिदािाओं के दृश्ष्टकोण से मि डालने के मलए सामान्य पररवेश

14. क्या क्रकसी जाति/समद


ु ाय/समि
ू /घर-पररवार को इस बाि का भय िै क्रक उन्िें मि डालने से रोका
जाएगा (यदद िां िो ऐसे व्यश्क्ि/घर-पररवार/समि
ू के प्रकार का पववरण और उन्िें क्रकनसे डर िै वे
क्रकस कारण से भयभीि िैं)
15. ऊपर उश्ल्लखखि क्रकसी भी कारण से अति-संवेदनशील मिदान केन्र का नाम एवं संख्या

16. मिदान केन्र क्रकस दृश्ष्टकोण से अति-संवेदनशील िै ? क्या अति-संवेदनशीलिा क्रकसी व्यश्क्ि या
समूि द्वारा उत्पन्न की गई िै ?
17. क्या गांव में घम
ु ंिू जनजातियों और/या कोई बदिष्कृि समद
ु ाय के व्यश्क्ि तनवास कर रिे िैं ? क्या
उन्िें क्रकसी के द्वारा डराया-घमकाया गया िै ? क्या कोई डर िै ? यदद िां, िो क्रकससे ? नाम दें ।
18. क्या सेक्टर अचिकाररयों द्वारा अति-संवेदनशील व्यश्क्ियों को पुमलस स्टे शन, तनयंत्रण कक्ष, पुमलस
तनरीक्षक के टे लीफोन नंबर और अन्य मित्वपूणच टे लीफोन नंबर उपलब्ि कराए गए िें ?
19. क्या अति-संवेदनशील क्षेत्र/ग्राम के भीिर संपकच के कुछ पवंदओ
ु ं की पििान कर ली गई िै िाक्रक ऐसे
घटनािम से संबंचिि सूिना को तनरं िर रै क क्रकया जा सके। उसका पववरण दें ।
20. क्या पपछले दो सािारण तनवाचिनों के दौरान गांव में नकदी, शराब, मोबाइल ररिाजच, लंि आदद के
रूप में अभ्यथी द्वारा प्रलोभन ददए जाने के मामले ध्यान में आए िैं ? (मदिलाओं एवं युवा मिदािा
के संदभच में जांि करें )
21. ऐसे मिदान केन्रों के नाम एवं संख्या जो अति-संवेदनशील निीं िैं।

22. अन्य पववरण, यदद कोई िों िो।

23. गांव के ऐसे लोगों के पववरण श्जनकी उपश्स्थति में ऊपर उश्ल्लखखि समीक्षा की गई (उनमें से , दो
प्रौढ व्यश्क्ि, दो मदिलाएं और दो यव
ु ा और अन्य व्यश्क्ि) –

नोट: ये पववरण केवल िभी ररकाडच क्रकए जाने िैं जब स्रोि अपने पववरणों का प्रकटन करने के मलए
िैयार िों।
4.
सं. नाम तनवास, ग्राम के क्रकस क्षेत्र िस्िाक्षर
में िै
1.
2.
3.
4.
5.
प्रिान आरक्षक/सिायक उप तनरीक्षक के िस्िाक्षर सेक्टर अचिकारी के िस्िाक्षर

न म: न म:

पदन म: पदन म:

टे लीफोन नं.: टे लीफोन नं.:

सेक्टि नं.: सेक्टि नं.:

वि.स. सं.: वि.स. सं.:


अनुबंि ।।। (मिद न केन्रि ि)

िीएम-3 (एसओ) : सेक्टि अधिक िी द्ि ि अति-संिेदनशील मह


ु ल्लों/पॉकेटों/मिद ि िगों की सच
ू ी बन ने के ललए
मिद न केन्रि ि फ मेट औि भय दोहन किने ि ले व्यप्क्ियों की सूची

सेक्टर अचिकारी को यि फामेट भरने से पिले तनम्नमलखखि नोट करना िै :

1. सेक्टर अचिकारी/सेक्टर मश्जस्रे ट को अपने सेक्टर में प्रत्येक मिदान केन्र के मलए एक अलग फामेट
वीएम/एसओ-III ए (अनुबंि-III) िथा उिने िी वीएम-एसओ IIए भरना िै श्जिने उसके सेक्टर में मिदान
केन्र की संख्या िै ।

2. प्रत्येक फामेट वीएम/एसओ-II ए में सेक्टर के एक मिदान केन्र क्षेत्र में सभी अति-संवेदनशील
मुिल्लों/पॉकेटों/मिदािा वगों के ब्यौरे अवचय िोने िादिए।

3. यि अवचय सुतनश्चिि एवं प्रमाखणि क्रकया जाना िादिए क्रक क्रकसी भी मिदान केन्र क्षेत्र के मलए कोई भी
मुिल्ला/पॉकेट/मिदािा वगच जो अति-संवेदनशील िै , इस फामेट में शाममल क्रकए जाने से छूट न जाए।

पविान सभा तनवाचिन-क्षेत्र की संख्या एवं नाम:-----------------------------

सेक्टर सं.:---------------------------

मिदान केन्र की संख्या एवं नाम:--------------------------

I. मुिल्ले का नाम:------------------ सूिना की िारीख:----------------------

क. अति-संिेदनशील घि/परिि िों की सच


ू ी

ि. मुिल्ले में उस घर- स्िंभ 2 में घर-पररवार का की अभ्युश्क्ियां


सं. पररवार/पररवार की मकान अति- संपकच नं., यदद गई/प्रस्िापवि
सं./पाररवाररक नाम/अन्य संवेदनशील के कोई िो िो कारच वाई
पििानपरक ब्यौरे श्जनमें रूप में
अति-संवेदनशील मिदािा अमभचिश्ननि
रििे िैं घर/पररवार में
अमभज्ञाि
मिदािाओं की
संख्या
1 2 3 4 5 6
कुल

ख. ऐसे व्यप्क्ियों की सच
ू ी प्जन्हें मिद ि ओं क भय दोहन किने/गलि ििीके से प्रभ विि किने से िोकने के
ललए ट्रै क/िोक ज न है

व्यप्क्ि क न म व्यप्क्ि क की गई/प्रस्ि विि अभ्युप्क्िय ं


र. संपकर नं. एिं क िर ि ई
सं. पि
1 2 3 4 5
कुल

II. मुिल्ले का नाम सूिना की िारीख:------------------


-----------------की सूिी

------------------की सूिी

III. मुिल्ले का नाम: सूिना की िारीख:-----------------

------------------की सि
ू ी

-------------------की सूिी

IV. सेक्टि अधिक िी/सेक्टि मप्जस्ट्रे ट द्ि ि प्रम णन

यि एिद्द्वारा प्रमाखणि क्रकया जािा िै क्रक ऐसा कोई भी मुिल्ला/पॉकेट/मिदािा वगच निीं िै , जो
मिदान केन्र सं.---------------------मिदान केन्र का नाम-----------------------------------के क्षेत्र में
पविान सभा तनवाचिन, 2011 के दृश्ष्टकोण से ‘अति-संवेदनशील’ िै , और जो मेरे सेक्टर में शाममल
िै , इस फामेट में शाममल क्रकए जाने से छूट गया िो।

सेक्टर अचिकारी/सेक्टर मश्जस्रे ट के िस्िाक्षर----------------------------

सेक्टर अचिकारी/सेक्टर मश्जस्रे ट के नाम एवं मोबाइल नं.----------------------------


अनुबंि – IV (सेक्टिि ि)

िीएम-4 (एसओ) : सेक्टि अधिक िी द्ि ि अति-संिेदनशील मह


ु ल्लों/पॉकेटों/मिद ि िगों की सच
ू ी बन ने के ललए
मिद न केन्रि ि स ि ंश औि भय दोहन किने ि ले व्यप्क्ियों की सूची (अनुबंि IV)

र. सं. विषय कुल संख्य


1 सेक्टि अधिक िी को आबंदटि मिद न केन्रों की कुल संख्य
2 विप्जट क्कए गए मिद न केन्रों की कुल संख्य
3 सभी मिद न केन्रों को किि किने ि ले विप्जट की संपूणर से_______ िक _______
अिधि
4 सभी मिद न केन्रों में ऐसे घि-परिि िों की कुल संख्य प्जनमें
अति-संिेदनशील मिद ि हैं
5 सभी मिद न केन्रों में ऐसे मिद ि ओं की कुल संख्य प्जन्हें
अति-संिदे नशील धचप्ननि क्कय गय है
6 सभी मिद न केन्रों में ऐसे व्यप्क्ियों की कुल संख्य प्जन्हें
गड़बड़ी उत्पन्न किने ि ले व्यप्क्ियों के रूप में धचप्ननि क्कय
गय है

सेक्टर अचिकारी/सेक्टर मश्जस्रे ट के िस्िाक्षर -------------------------------------

सेक्टर अचिकारी/सेक्टर मश्जस्रे ट के नाम एवं मोबाइल नं. -------------------------


अनुबंि- V (सेक्टिि ि)

िीएम-5 (एसओ) : सेक्टि अधिक िी/सेक्टि मप्जस्ट्रे ट/प्रि न आििक/सह यक पुललस सब इंस्पेक्टि द्ि ि प्रम ण पत्र

यि एिदद्वारा प्रमाखणि क्रकया जािा िै क्रक ऐसा कोई भी मि


ु ल्ला/पॉकेट/मिदािा वगच जो -----------------तनवाचिन, --
--------------------- (वर्च) के दृश्ष्टकोण से अति-संवेदनशील िै , जो मेरे सेक्टर नं. ------------में शाममल िै , बाकी रि
गया िै या इस फामेट में समापवष्ट िोने से रि गया िै ; और यि क्रक मेरी ररपोटच मिदान केन्र क्षेत्रों में मेरे
व्यश्क्िगि पवश्जट पर आिाररि िै ।

सेक्टर पुमलस अचिकारी सेक्टर अचिकारी/सेक्टर मश्जस्रे ट


िस्िाक्षर िस्िाक्षर
नाम नाम
पदनाम पदनाम
मोबाइल नंबर मोबाइल नंबर

ददन ंक: ----------------------

स्थ न:------------------------
अनुबंि- VI (विि न सभ तनि च
र न िेत्र स्िि)

िीएम-6 (आिओ) : रिटतनिंग अधिक िी द्ि ि अति-संिेदनशीलि क स ि ंश औि अति-संिेदनशीलि


उत्पन्न किने ि ले व्यप्क्ियों की सूची

ददनांक :-----------------------------

श्जले का नाम:--------------------------

पविान सभा तनवाचिन-क्षेत्र की संख्या एवं नाम: ------------------------------

क. अति-संिेदनशीलि पि विि न सभ तनि च


र न –िेत्र स ि

ि. सं. मिदान केन्र एसओ द्वारा अति- मिदान केन्र की गई कारच वाई
की सं. एवं नाम मिदान केन्र क्षेत्र संवेदनशील के क्षेत्र में गड़बड़ी
में अति-संवेदनशील रूप में चिश्ननि करने वाले
के रूप में चिश्ननि मिदािाओं की व्यश्क्ियों की
पररवारों/घर- कुल सं. (स्िंभ कुल संख्या
पररवारों की सं. 3 में मिदान
केन्र क्षेत्र मे
अति-संवेदनशील
के रूप में
चिश्ननि घर-
पररवारों में)
1 2 3 4 5 6
कुल

ख. विि न सभ तनि च
र न- िेत्र में गड़बड़ी किने ि ले व्यप्क्ियों की सच
ू ी

ि. सं. गड़बड़ी करने संपकच नं. एवं वि मिदान की अभ्युश्क्ि, यदद


वाले व्यश्क्ि पिा केन्र सं. गई/प्रस्िापवि कोई िो
का नाम श्जसमें वि कारच वाई
गड़बड़ी कर रिा
िै
1 2 3 4 5 6
कुल
ररटतनिंग अचिकारी के िस्िाक्षर -------------------------------------

ररटतनिंग अचिकारी का नाम -------------------------


(अनुबंि VII) (प्जल स्िि)

िीएम-7 (डीईओ): अति-संिेदनशीलि की पहच न पि रिपोटर , औि प्जल स्िि पि की गई क िर ि ई

ददनांक: -------------------------

श्जले का नाम: ----------------------------

ि ललक क
अति-संिेदनशीलि की पहच न औि उस पि की गई क िर ि ई :

ि. सं. पव. स. संख्या मिदान केन्रों ऐसे मिदान उन मिदान इन अति-


एवं नाम की कुल संख्या केन्र क्षेत्र/क्षेत्रों केन्र क्षेत्रों में संवेदनशील
की कुल संख्या अति-संवेदनशील मिदािाओं को
श्जनके क्षेत्र में चिश्ननि अमभत्रस्ि िोने
अति-संवेदनशील मिदािाओं की या गलि िरीके
व्यश्क्ि/पररवार कुल संख्या से प्रभापवि िोने
चिश्ननि क्रकए से बिाने के मलए
गए िैं मिदान से पिले
और मिदान के
दौरान की गई
कारच वाई
1 2 3 4 5 6
कुल
ि ललक ख

अति-संिेदनशीलि उत्पन्न किने ि ले व्यप्क्ियों पि रिपोटर :

स्िंभ 3 में उश्ल्लखखि व्यश्क्ियों के खखलाफ


की गई कारच वाई का पववरण (संख्या)

ि. सं. पव. स. अमभचिश्ननि बंिनकृि िड़ीपार अमभरक्षा में कोई स्िंभ 3 जैसाक्रक
संख्या व्यश्क्ियों अन्य में स्िंभ 8
एवं नाम की कुल कारच वाई उश्ल्लखखि में
संख्या (पववरण व्यश्क्ियों उश्ल्लखखि
के में से उन िै , कोई
साथ) व्यश्क्ियों कारच वाई
की संख्या न करने
श्जनके के कारण
पवरुद्ि
कोई
कारच वाई
निी की
गई िै
1 2 3 4 5 6
कुल

श्जला तनवाचिन अचिकारी के िस्िाक्षर ---------------------------

श्जला तनवाचिन अचिकारी का नाम ---------------------------


मािच, 2016 – संस्करण 1

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