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जातिव्यवस्था
जातिव्यवस्था
उत्तर कोई बाि नह ीं सींस्कृि ,या शास्रों का ज्ञान नह ीं होगा िलेगा ककन्िु
कॉमनसेंस होना जरुर है !
प्रश्नकिाक जी वो िो है !
उत्तर ठीक उसी प्रकार मनुष्य कहने से सभी ब्राह्मण हो गए क्या ? नह ीं,
यह िो मनुष्यों की जाति व्यवस्था है , जो की ईश्वर द्वारा बनाई गयी है जैसे
जानवर शब्ि से हजारो जानवरों का होना समझा जािा है , पक्षी शब्ि से हजारो
प्रकार के पक्षी होने का बोध होिा है ,फल शब्ि से हजारो प्रकार के फलो का
होना सतु नश्श्िि होिा है , उसी प्रकार मनुष्य शब्ि से हजारो प्रकार के मनष्ु यों
का होना ससद्ध होिा है , साथ ह साथ इन सभी की जाति के साथ साथ प्रजाति
का होना भी पाया जािा है और सुनो जातिव्यवस्था केवल इन्सान के सलए ह
नह ीं अपपिु यह सींसार अनेक प्रकार की पवपवधिाओ से भरा पड़ा है । आप स्वयीं
िे खिए आम कक ककिनी प्रजातिया होिी है , नीम की ककिनी प्रजाति होिी है ,शेर
की जाति प्रजाति...बन्िर ,घोडा ,िोिा ,सपक ,गें ह िना ,िावल ,इत्यादि । अिः
अब आप ह बिाए कक इसमें इन्सान द्वारा जातिव्यवस्था का तनधाकरण करना
कहााँ ससद्ध होिा है !
प्रश्नकिाक मै आपकी बाि से सहमि हाँ कृपया आप जातिव्यवस्था के
पवज्ञान को सरल भाषा में पवस्िार से समझाने का कष्ट करे !